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Chitragupta Puja PDF
Chitragupta Puja PDF
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ी च गु त जी क पूजन व ध
ी च गु त पूजन व ध (सरलतम व ध )
पूजा ान को साफ़ कर एक चौक पर कपड़ा वछा कर ी च गु त जी का फोटो ा पत कर य द
च उपल न हो तो कलश को तीक मान कर च गु त जी को ा पत कर
द पक जला कर गणप त जी को च दन ,ह द ,रोली अ त , ब ,पु प व धूप अ पत कर पूजा अचना कर
|
ी च गु त जी क आरती -
जय च गु त यमेश तव ,शरणागतम ,शरणागतम|
जय पू य पद प ेश तव शरणागतम ,शरणागतम||
जय दे व दे व दया नधे ,जय द नबंधु कृ पा नधे |
कमश तव धमश तव शरणागतम ,शरणागतम||
जय च अवतारी भो ,जय लेखनीधारी वभो |
जय याम तन च ेश तव शरणागतम ,शरणागतम||
पु षा द भगवत् अंश जय ,काय कु ल अवतंश जय |
जय श बु वशेष तव शरणागतम ,शरणागतम||
जय व मं ी धम के , ाता शुभाशुभ कम के |
जय शां तमय यायेश तव शरणागतम ,शरणागतम||
तव नाथ नाम ताप से ,छू ट जाएँ भय य ताप से |
ह र सव लेश तव शरणागतम ,शरणागतम||
ह द न अनुरागी ह र, चाह दया तेरी |
क जै कृ पा क णेश तव शरणागतम ,शरणागतम||
व तवाचन -
ॐ गणना वां गणप त हवामहे, याणां वां येप हवामहे नधीनां वां न धपते हवामहे वसो मम
आहमजा न गभधामा वमजा स गभधम |
ॐ गणप या द पंचदे वा नव हाः इ ा द द पाला गा द महादे ः इहा ग त वक याम् पूजां हीत
भगवतः च गु त दे व य पूजमं व नर हत कु त |
यान -
त री रा महाबा ः याम कमल लोचनः क वु ीवोगूढ शरः पूण च नभाननः ||
काल द डो तवोवसो ह ते लेखनी प संयुतः | नःम य दशनेत ौ णो वय ज मनः ||
लेखनी खडगह ते च- म स भाजन पु तकः | काय कु ल उ प च गु त नमो नमः ||
मसी भाजन संयु रो स वं महीतले | लेखनी क ठन ह ते च गु त नमो तुते ||
च गु त नम तु यं लेखका र दायक | काय जा त मासा च गु त मनो तुते ||
योषा वया लेखन य जी वकायेन न मत | तेषा च पालको य भा तः शा त य मे ||
आवाहन-
आसन-
ॐ इदमासनं समपया म |
भगवते च गु त दे वाय नमः ||
पा -
ॐ पादयोः पा ं समपया म |
भगवते च गु त दे वाय नमः ||
आचमन-
नान-
ॐ नानातः जलं समपया म |
भगवते ी च गु ताय नमः ||
व -
ॐ प व व ं समपया म |
भगवते ी च गु त दे वाय नमः ||
पु प-
ॐ पु पमालां च समपया म |
भगवते ी च गु तदे वाय नमः ||
धूप-
ॐ धूपं माधापयामी |
भगवते ी च गु तदे वाय नमः ||
द प-
ॐ द पं दशया म |
भगवते ी च गु त दे वाय नमः II
नैवे
ॐ नैवे ं समपया म |
भगवते ी च गु त दे वाय नमः ||
ता बूल-द णा
ॐ ता बूलं समपया म
ॐ द णा समपया म
भगवते ी च गु त दे वाय नमः ||
दवात -लेखनी मं
लेखनी न मतां पूव णा परमे ना |
लोकानां च हताथाय त माताम पूजया म||
पु तके च चता दे वी , सव व ा दा भवः |
मदगृहे धन-धा या द-समृ कु सदा ||
लेखयै ते नम ते तु , लाभक य नमो नमः |
सव व ा का श ये , शुभदायै नमो नमः ||
अब प रवार के सभी सद य एक सफ़े द कागज पर ए पन (चावल का आंटा,ह द ,घी, पानी )व रोली से
व तक बनाय |उसके नीचे पांच दे वी दे वताव के नाम लख ,जैसे - ी गणेश जी सहाय नमः , ी
च गु त जी सहाय नमः , ी सवदे वता सहाय नमः आ द |
इसके नीचे एक तरफ अपना नाम पता व दनांक लख और सरी तरफ अपनी आय य का ववरण द
,इसके साथ ही अगले साल के लए आव यक धन हेतु नवेदन कर | फर अपने ह ता र कर |
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