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Farmers Bill
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भारत गिराज्य के इकित्तरवें वषस में संसद् द्वारा तनम्नललणित रूप में यि
अधधतनयलमत िो :—
अध्याय 1
प्रारं लभक
1. (1) इस अधधतनयम का संक्षक्षप्त नाम कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य संक्षक्षप्त नाम और
प्रारं भ ।
(संवधसन और सरलीकरि) अधधतनयम, 2020 िै ।
(2) यि 5 जन
ू , 2020 को प्रवत्त
ृ िुआ समझा जाएगा ।
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अध्याय 2
ककया गया िो या उसके पास कोई ऐसा अन्य िथतावेज जो केन्द्रीय सरकार द्वारा
अधधसूधचत ककया जाए, न िो ।
(2) केन्द्रीय सरकार, यदि उसकी यि राय िै कक लोक दित में ऐसा करना
आवश्यक और समीचीन िै ककसी व्यापार क्षेत्र में ककसी व्यापारी के इलैक्ट्ट्रातनक
रस्जथट्रे शन प्रिाली, व्यापार संव्यविार की रीततयां और अनुसूधचत कृषक उपज के
भग
ु तान की पद्धतत ववदित कर सकेगी ।
(3) प्रत्येक व्यापारी जो कृषकों के साि संव्यविार करता िै , व्यापार की गई
अनुसूधचत कृषक उपज का भुगतान उसी दिन या यदि प्रकक्रयात्मक रूप से ऐसा
अपेक्षक्षत िै , तो इस शतस के अधीन रिते िुए कक कृषक को शोध्य भग
ु तान की रकम
में वणिसत पररिान की रसीि उसी दिन िी जाएगी, अधधकतम तीन कायसदिवस के
भीतर भुगतान करे गा:
परं तु केन्द्रीय सरकार, क्रेताओं से संिाय रसीि के साि जुडे िुए संिद्ध कृषक
उपज संगठन या कृवष सिकारी सोसाइटी, चािे ककसी भी नाम से ज्ञात िो, द्वारा
भुगतान की लभन्न लभन्न प्रकक्रया ववदित कर सकेगी।
इलैक्ट्ट्रातनक 5. (1) आय-कर अधधतनयम, 1961 के अधीन आिंदटत थिायी िाता संखयांक 1961 का 43
व्यापाररक और
या ऐसा कोई अन्य िथतावेज, जो केन्द्रीय सरकार द्वारा अधधसूधचत ककया जाए,
संव्यविार
प्लेटफामस ।
रिने वाला कोई व्यस्क्ट्त (ककसी व्यस्टट से लभन्न) कोई कृषक तनमासता संगठन या
कृवष सिकारी सोसाइटी, ककसी व्यापार क्षेत्र में अनुसूधचत कृषक उपज के अन्तर-
रास्ज्यक या अंतःरास्ज्यक व्यापार को सक
ु र िनाने के ललए कोई इलैक्ट्ट्रातनक
व्यापाररक और संव्यविार प्लेटफामस थिावपत कर सकेगा और उसका प्रचालन कर
सकेगा :
परन्तु इलैक्ट्ट्रातनक व्यापाररक और संव्यविार प्लेटफामस थिावपत और प्रचाललत
करने वाला व्यस्क्ट्त, व्यापार की रीतत, फीस, अन्य प्लेटफामों के साि अन्तर व्यविायस
सदित तकनीकी पैरामीटर, तकससंगत व्यवथिाएं, गुिवत्तापूिस तनधासरि, यिासमय
भुगतान, प्लेटफामस के प्रचालन के थिान की थिानीय भाषा में मागसिशसक लसद्धांतों
का प्रसारि जैसी उधचत व्यापार पद्धततयों और ऐसे अन्य ववषयों के ललए मागसिशसक
लसद्धांत तैयार करे गा और उनका कक्रयान्वयन करे गा ।
(2) यदि केन्द्रीय सरकार की यि राय िै कक लोक दित में ऐसा करना आवश्यक
और समीचीन िै तो वि, तनयमों द्वारा, ककसी व्यापार क्षेत्र में अनस
ु धू चत कृषक उपज
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7. (1) केन्द्रीय सरकार, ककसी केन्द्रीय सरकार संगठन के माध्यम से, कृषक कीमत सूचना
और िाजार
उत्पाि के ललए कीमत सच
ू ना और िाजार आसच
ू ना प्रिाली और उससे सम्िंधधत
आसच
ू ना प्रिाली।
सूचना के प्रसारि िे तु एक रूपरे िा ववकलसत कर सकेगी।
(2) केन्द्रीय सरकार, ऐसे संव्यविारों के संिंध में, जो ववदित ककए जाएं, ककसी
व्यस्क्ट्त से, सूचना उपलब्ध करवाने के ललए एक इलैक्ट्ट्रातनक व्यापाररक और
संव्यविार प्लेटफामस का थवामी िोने की और उसके प्रचालन की अपेक्षा कर सकेगी।
थपटटीकरि—इस धारा के प्रयोजनों के ललए “केन्द्रीय सरकार संगठन” पि के
अन्तगसत कोई अधीनथि या सििद्ध कायासलय, सरकार के थवालमत्वाधीन या संिंधधत
कंपनी या सोसाइटी भी िै ।
अध्याय 3
वववाि समाधान
8. (1) इस अधधतनयम की धारा 4 के अधीन कृषक और ककसी व्यापारी के िीच कृषकों के ललए
वववाि समाधान
ककसी संव्यविार से उद्भूत ककसी वववाि की िशा में, पक्षकार, आवेिन फाइल करके
तंत्र ।
उपिंड मस्जथट्रे ट से, सल
ु ि के माफसत पारथपररक प्रततग्राह्य समाधान की ईप्सा कर
सकेंगे जो ऐसे वववाि को, वववाि के आिद्धकर पररतनधासरि को सुकर िनाने के ललए
उसके द्वारा तनयुक्ट्त सुलि िोडस को तनदिस टट करे गा।
(2) उपधारा (1) के अधीन उपिंड मस्जथट्रे ट द्वारा तनयुक्ट्त प्रत्येक सुलििोडस,
एक अध्यक्ष और कम से कम िो और चार से अनधधक ऐसे सिथयों से लमलकर
िनेगा स्जन्िें उपिंड मस्जथट्रे ट ठीक समझे।
(3) अध्यक्ष, उपिंड मस्जथट्रे ट के पयसवेक्षि और तनयंत्रि के अधीन सेवारत
कोई अधधकारी िोगा और अन्य सिथय वववाि के पक्षकारों का प्रतततनधधत्व करने िे तु
िरािर संखया में तनयुक्ट्त व्यस्क्ट्त िोंगे और ककसी पक्षकार का प्रतततनधधत्व करने के
ललए तनयुक्ट्त कोई व्यस्क्ट्त उस पक्षकार की लसफाररश पर तनयुक्ट्त ककया जाएगा :
परन्तु यदि कोई पक्षकार, सात दिन के भीतर ऐसी लसफाररश करने में असफल
रिे गा तो उपिंड मस्जथट्रे ट ऐसे व्यस्क्ट्तयों की तनयुस्क्ट्त करे गा स्जन्िें वि उस पक्षकार
का प्रतततनधधत्व करने के ललए ठीक समझे ।
(4) जिां, सुलि कायसवादियों के िौरान ककसी वववाि के संिंध में कोई समाधान
िो जाता िै विां तद्नुसार समाधान ज्ञापन िनाया जाएगा और वि ऐसे वववाि के
पक्षकारों द्वारा िथताक्षररत िोगा जो पक्षकारों पर आिद्धकर िोगा।
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(2) उपधारा (1) के अधीन ककया गया प्रत्येक आिे श का लसववल न्यायालय की
डडक्री का िल िोगा और उस रूप में प्रवतसनीय िोगा तिा डडक्रीत रकम भू-राजथव के
िकाए के रूप में वसूल की जाएगी ।
10. (1) धारा 9 के अधीन ककसी आिे श से व्यधित कोई व्यस्क्ट्त, ऐसे आिे श प्रवतसन के
अधधकार के
की तारीि से साठ दिन के भीतर, केन्द्रीय सरकार द्वारा इस प्रयोजन के नाम-
रद्िकरि के
तनदिस टट ऐसे अधधकारी को, जो भारत सरकार के संयुक्ट्त सधचव की पंस्क्ट्त से नीचे का ववरुद्ध अपील।
न िो, अपील कर सकेगा :
परन्तु कोई अपील साठ दिन की उक्ट्त अवधध की समास्प्त के पश्चात ् ककन्तु
नब्िे दिन की कुल अवधध के अपश्चात ् भी ग्रिि की जा सकेगी यदि अपीलािी अपील
प्राधधकारी का यि समाधान कर िे ता िै कक उसके पास उक्ट्त अवधध के भीतर अपील
न करने का पयासप्त िे तुक िा ।
अध्याय 4
शास्थतयां
11. (1) जो कोई धारा 4 या उसके अधीन िनाए गए तनयमों का उपलंघन अधधतनयम और
तनयमों के
करे गा, वि ऐसी शास्थत के संिाय का, जो पांच िजार रुपए से कम की निीं िोगी
उपलंघन के ललए
ककन्तु जो पांच लाि रुपए तक की िो सकेगी और जिां उपलंघन जारी रिता िै विां शास्थत ।
पिले दिन के पश्चात ् उस प्रत्येक दिन के ललए, स्जसके िौरान उपलंघन जारी रिता िै ,
पांच िजार रुपए से अनधधक और शास्थत का िायी िोगा।
(2) यदि कोई व्यस्क्ट्त, जो ककसी इलैक्ट्ट्रातनक व्यापाररक और संव्यविार
प्लेटफामस का थवामी िै , उसका तनयंत्रि या प्रचालन करता िै , धारा 5 और धारा 7 या
उसके अधीन िनाए गए तनयमों के उपिन्धों का उपलंघन करे गा, वि ऐसी शास्थत के
संिाय का, जो पचास िजार रुपए से अधधक की निीं िोगी ककन्तु जो िस लाि रुपए
तक की िो सकेगी और जिां उपलंघन जारी रिता िै विां पिले दिन के पश्चात ्
प्रत्येक दिन के ललए स्जसके िौरान उपलंघन जारी रिता िै िस िजार रुपए से
अनधधक की और शास्थत का िायी िोगा।
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अध्याय 5
प्रकीिस
केन्द्रीय सरकार की 12. केन्द्रीय सरकार, इस अधधतनयम के उपिन्धों को कायासस्न्वत करने के ललए
अनुिेश, तनिे श,
ऐसे अनुिेश, तनिे श, आिे श, िे सकेगी या मागसिशसक लसद्धांत जारी कर सकेगी जो
आिे श या
मागसिशसक लसद्धांत
वि, केन्द्रीय सरकार के अधीनथि ककसी प्राधधकारी या अधधकारी या ककसी राज्य
जारी करने की सरकार या ककसी राज्य सरकार के अधीनथि ककसी प्राधधकारी या अधधकारी, ककसी
शस्क्ट्त। इलैक्ट्ट्रातनक व्यापाररक और संव्यविार प्लेटफामस के ललए या ककसी ऐसे व्यस्क्ट्त के
ललए जो ककसी इलैक्ट्ट्रातनक व्यापाररक और संव्यविार प्लेटफामस का थवामी िै या
उसका प्रचालन करता िै या ककसी व्यापारी या व्यापररयों के वगस के ललए आवश्यक
समझे।
सद्भावपूवक
स की 13. इस अधधतनयम या उसके अधीन िनाए गए तनयमों या ककए गए आिे शों
गई कारसवाई के
के अधीन सद्भावपूवक
स की गई या की जाने के ललए आशतयत ककसी िात के सम्िन्ध
ललए संरक्षि ।
में कोई भी वाि, अलभयोजन या अन्य ववधधक कायसवािी केन्द्रीय सरकार या राज्य
सरकार या केन्द्रीय सरकार या राज्य सरकार के ककसी अधधकारी या ककसी अन्य
व्यस्क्ट्त के ववरुद्ध निीं िोगी।
अध्यािे श का 14. इस अधधतनयम के उपिंध, ककसी राज्य कृवष उपज ववपिन सलमतत या
अध्यारोिी प्रभाव
तत्समय प्रवत्त
ृ ककसी अन्य ववधध या तत्समय प्रवत्त
ृ ककसी ववधध के कारि प्रभावी
िोना ।
ककसी ललित में अन्तववसटट उससे असंगत ककसी िात के िोते िुए भी प्रभावी िोंगे।
लसववल न्यायालय 15. ककसी लसववल न्यायालय को, ककसी ऐसे ववषय की िाित स्जसका इस
की अधधकाररता का
अधधतनयम या उसके अधीन िनाए गए तनयमों द्वारा या उसके अधीन सशक्ट्त ककसी
वजसन ।
प्राधधकारी द्वारा संज्ञान ललया जा सकता िै और उसका तनपटारा ककया जा सकता िै ,
कोई वाि या कायसवािी ग्रिि करने की अधधकाररता निीं िोगी।
कततपय संव्यविारों 16. इस अध्यािे श की कोई िात, प्रततभतू त संवविा (ववतनयमन) अधधतनयम,
को अध्यािे श का
1956 के और उसके अधीन मान्यताप्राप्त थटॉक एक्ट्सचें ज और क्ट्लीयररंग कारपोरे शन 1956 का 42
लागू न िोना ।
और उसके अधीन ककए गए संव्यविारों को लागू निीं िोगी।
केन्द्रीय सरकार की 17. (1) केन्द्रीय सरकार, इस अधधतनयम के उपिन्धों को कायासस्न्वत करने के
तनयम िनाने की
ललए, तनयम, अधधसूचना द्वारा िना सकेगी ।
शस्क्ट्त ।
(2) पूवग
स ामी शस्क्ट्त की व्यापकता पर प्रततकूल प्रभाव डाले बिना, ऐसे तनयम
तनम्नललणित सभी या ककन्िीं ववषयों के ललए उपिन्ध कर सकेंगे, अिासत ् :—
(क) धारा 4 की उपधारा (2) के अधीन अनुसूधचत कृषक उपज के ककसी
व्यापारी के ललए इलैक्ट्ट्रातनक रस्जथट्रीकरि प्रिाली और व्यापार संव्यविार की
रीततयां;
(ि) धारा 4 की उपधारा (3) के परन्तक
ु के अधीन संिाय की प्रकक्रया;
(ग) धारा 8 की उपधारा 10 के अधीन उप िंड प्राधधकारी के समक्ष
याधचका या आवेिन फाइल करने और अपील प्राधधकारी के समक्ष अपील फाइल
करने की रीतत और प्रकक्रया;
(घ) धारा 9 की उपधारा (2) के अधीन संव्यविारों की िाित सूचना;
(ङ) धारा 10 की उपधारा (2) के अधीन अपील फाइल करने का प्ररूप
और रीतत तिा संिेय फीस;
(च) धारा 10 की उपधारा (3) के अधीन ककसी अपील के तनपटान की
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प्रकक्रया;
(छ) कोई अन्य ववषय जो ववदित ककया जाए या ववदित ककया जाना िै ।
18. इस अधधतनयम के अधीन केन्द्रीय सरकार द्वारा िनाया गया प्रत्येक तनयमों का रिा
जाना।
तनयम, िनाए जाने के पश्चात ् यिाशीघ्र, संसद् के प्रत्येक सिन के समक्ष, जि वि
सत्र में िो, कुल तीस दिन की अवधध के ललए रिा जाएगा। यि अवधध एक सत्र में
अिवा िो या अधधक आनुक्रलमक सत्रों में पूरी िो सकेगी। यदि उस सत्र के या पूवोक्ट्त
आनक्र
ु लमक सत्रों के ठीक िाि के सत्र के अवसान के पव
ू स िोनों सिन उस तनयम में
कोई पररवतसन करने के ललए सिमत िो जाएं तो तत्पश्चात ् वि ऐसे पररवततसत रूप में
िी प्रभावी िोगा। यदि उक्ट्त अवसान के पूवस िोनों सिन सिमत िो जाएं कक वि
तनयम निीं िनाया जाना चादिए तो तत्पश्चात ् वि तनटप्रभावी िो जाएगा। ककन्तु
तनयम के ऐसे पररवततसत या तनटप्रभाव िोने से उसके अधीन पिले की गई ककसी िात
की ववधधमान्यता पर प्रततकूल प्रभाव निीं पडेगा।
19. (1) यदि इस अधधतनयम के उपिन्धों को प्रभावी करने में कोई कदठनाई कदठनाइयों को िरू
करने की शस्क्ट्त।
उत्पन्न िोती िै तो केन्द्रीय सरकार, राजपत्र में प्रकालशत ऐसे आिे श द्वारा, ऐसे
उपिन्ध कर सकेगी जो इस अधधतनयम के उपिन्धों से असंगत न िो और जो उस
कदठनाई को िरू करने के ललए उसे आवश्यक प्रतीत िो :
परन्तु इस धारा के अधीन कोई आिे श इस अधधतनयम के प्रारं भ की तारीि से
तीन वषस की अवधध के पश्चात ् निीं ककया जाएगा ।
(2) इस धारा के अधीन ककया गया प्रत्येक आिे श, ककए जाने के पश्चात ्
यिाशीघ्र संसद् के प्रत्येक सिन के समक्ष रिा जाएगा।
20. (1) कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवधसन और सरलीकरि) तनरसन और
व्याववृ त्तयां ।
2020 का अध्यािे श, 2020 तनरलसत ककया जाता िै ।
अध्यािे श सं0 10
(2) ऐसे तनरसन के िोते िुए भी उक्ट्त अध्यािे श के अधीन की गई कोई िात
या कारसवाई, इस अधधतनयम के तत्थिानी उपिंधों के अधीन की गई समझी जाएगी ।