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Class 7 Chapter 5 Worksheet
Class 7 Chapter 5 Worksheet
पाठ -4 ( पंच-परमेश्वर )
(क) जायदाद की रजजस्ट्री होते ही जम्
ु मन का व्यवहार बदल गया। इससे जम्
ु मन के स्ट्वभाव की क्या
ववशेषता प्रकट होती है?
उत्तर
जायदाद की रजजस्ट्री होते ही जुम्मन ने खाला की देखभाल व परवाह करना छोड़ ददया । इससे जुम्मन के
स्ट्वार्थी और धूतत स्ट्वभाव का पता चलता है।
(ङ) सरपंच का आसन ग्रहण करते हुए जुम्मन में कौन-सा भाव पैदा हुआ?
उत्तर:
सरपंच का आसन ग्रहण करते हुए जुम्मन में अपनी नैततक जजम्मेदारी का भाव पैदा हुआ।
पाठ -5 ( सररता )
प्रसंग – प्रस्ट्तुत कववता में कवव ने सररता ( नदी ) की ववशेषताओं का वणतन ककया
व्याख्या – कवव ने इसमें छोटी नदी के बहते हुए जल की खूबबयों का बखान ककया है | कवव कहता है कक
इस छोटी नदी का बहता हुआ जल बहुत अचधक शीतल यानी ठं डा व तनमतल अर्थातत स्ट्वच्छ है । दहमालय से
दहम से बहकर आनेवाला यह पानी दध
ू जैसा स्ट्वच्छ, तनमतल है। यह जल कल-कल की ध्वतन में गान करते
हुए, चंचल चाल और तनमतल भाव से वह आगे बढती है | नदी का बहता हुआ जल मानो शरीर की चंचलता
और मन की लगन प्रदमशतत करता हो। ऐसा है इस छोटी नदी में प्रवादहत होता हुआ जल।
(ख) “ददन भर, रजनी भर, जीवन भर, धोता वसुधा का अन्तस्ट्तल’
भावार्थत:
सारा ददन सारी रात सारा जीवन यह धरती का हृदय धोता रहता है।