You are on page 1of 5

षय: प य :

मह / य कल प
पठ क नम अपे त द त एँ ं धन प णय ँ

क - क य कल प स यं के य कल प पठन हे तु

न ंबर पुर रण प य पुसतक ल ित अ वय मौ िक अभय कय प


( थम)
www.apteachers.in

न ंबर पुर रण प य पुसतक ल ित अ वय मौ िक अभय कय प


( तीय)

न ंबर बर ते ब दल * अथ त - त य प य पुसतक * प ठ - पठन कृ त णन े जु ष े ंबं धत


(तृतीय) * अ वय - * कृ त के ब ं ंध म न क त क ं ह लोक गीत क
जृ न मकत ज नक र
* क त पठन क ओर
च उ प न करन
* कृ त के त
दय नु ू त ज गृत
करन

www.apteachers.in
* कृ त ंर ण के लए
े रत करन

न ंबर बर ते ब दल ष क बत प य पुसतक, प ठत प ंश दे िकर अप ठत प ंश दे िकर लोकगीत प ठ


(चतुथ) ंथ लय और के उ र लिन और के उ र लिन क अ ययन
अ य अ य वय करण के अंश और वय कर णक अंश छ स यं कर
क अभय और मझ
षय: प य :

मह / य कल प
पठ क नम अपे त द त एँ ं धन प णय ँ

क - क य कल प स यं के य कल प पठन हे तु

न ंबर बर ते ब दल ष क बत प य पुसतक, प ठत प ंश दे िकर अप ठत प ंश दे िकर लोकगीत प ठ


(चतुथ) ंथ लय और के उ र लिन और के उ र लिन क अ ययन
www.apteachers.in

अ य अ य वय करण के अंश और वय कर णक अंश छ स यं कर


क अभय और मझ

द ंबर ईदग ह अथ त - त य प य पुसतक, * पठ - पठन र न ग रक के त दो कल क र


( थम) अ वय - ंथ लय और * ब के त आदर क आदर मन क कह नी
जृ न मकत अ य न जग ने क एक न े जु कोई ( उप चक )
कह नी प ने और लिने प य पुसतक, ध सतुत करन एक कह नी ढू ं ढ कर छ स यं प
क कल क क ंथ लय और लए
करन अ य
म ज और ब के त
ं ेदन ज गृत करन

द ंबर शंत क रह म शंत क सत क अथ प य पुसतक, * प ठ - पठन क ी मह न नेत के कण - कण


(तृतीय ) बत न ं लय और
थ * क ी श ं तदत
ू के ब रे ब रे म लिकर आन क अ धक र
म मौ िक अ वय

www.apteachers.in
श ं त के पथ पर चलने अ य क त को छ
ले मह न वय य के करन स यं प कर
जी न क प रचय दे न मझ

द ंबर पुनर ृ त
(चतुथ ) रचन मक
आकलन - 1

जन र हम रत ी अथ त - त य प य पुसतक, * प ठ - पठन श ं त के पथ पर जी न स र य क नीं


( थम) अ वय - ंथ लय और * रत क मह नत के म पत क ी मह न प ठ को छ

ृ न मकत दे श अ य ब रे म ब तचीत करन वय के ब रे म स यं प कर अथ
क न जग न प य पुसतक, प य पुसतक म दए गए ज नक र इकटठ कर हण कर
बंधु , श ं त, ंथ लय और वय कर णक अंश पर श क र द स तं त ं म
अ हं , य ग, मपण अ य चच करन वय कर णक अंश क म म हल ओं के
क न ओं को अभय कर योगद न के ब रे
म ज नक र
कर
षय: प य :

मह / य कल प
पठ क नम अपे त द त एँ ं धन प णय ँ

क - क य कल प स यं के य कल प पठन हे तु

जन र अंतर ीय सतर अथ त - त य प य पुसतक, * प ठ - पठन हं द ष पर छ एक द ीं क क


(तृतीय) पर हं द अ वय - ं लय और
थ * हं द क उपयो गत के नबंध लिकर आए प य पुसतक े
www.apteachers.in

जृ न मकत अ य ब रे म चच करन अपने मनप ंद


प लेिन क ध च क चयन
शै लय क न कर न करके उ के ब रे
ष के प म हं द म लि
ष क मह क
प रचय दे न

जन र अंतर ीय सतर ष क बत प य पुसतक, प य पुसतक म दए गए क ी षय पर दो नी त दोहे प ठ


(चतुथ) पर हं द ंथ लय और वय कर णक अंश पर म के बीच ं द म दए गए
अ य चच करन रह म के दो
दोहे प कर
मझ

फर र अंतर ीय सतर प लेिन क ध यूटयूब ध क र के प के औपच रक य नी त दोहे प ठ


( थम) पर हं द शै लय क प रचय प पर चच अनौपच रक प म दए गए
बह र के दो

www.apteachers.in
सत र प े दे न लिकर आन
दोहे प कर
मझ

फर र पद अथ त - त य प य पुसतक, * प ठ - पठन नर डं बर न अनोि उप य


( तीय) ं लय और
थ * चीन क य और को दश ने ली क ी कह नी को छ
अ वय -
अ य उनके ह य के ब रे म क त क ं ह कर स यं प कर अथ

ृ न मकत मझ
चच करन
ध ध मक न ओं
के त च उ प न
करन और नर डं बर
म ग क मह
बत न
षय: प य :

मह / य कल प
पठ क नम अपे त द त एँ ं धन प णय ँ

क - क य कल प स यं के य कल प पठन हे तु

फर र पद ष क बत प य पुसतक, प य पुसतक म दए गए त म और त श द लोकगीत प ठ


(तृतीय) ंथ लय और वय कर णक अंश पर क एक ूची तै य र कर क अ ययन
www.apteachers.in

अ य चच करन छ क ी बल
ह य क
पुसतक क छ
स यं अ ययन
कर स यं कर
और मझ

फर र पुनर ृ त और
(चतुथ) रचन मक
आकलन

मच जल ह जी न है अथ त - त य प य पुसतक, * प ठ - पठन जल ंर ण पर पी. द णी गंग

www.apteachers.in
( थम) अ वय - ं लय और
थ * जल के मह पर एक पी. बन कर क म गोद र प ठ क

ृ न मकत अ य अ नय सतुत करन सतुत कर आध ग छ
कह नी ध के र जल स यं प कर अथ
क मह मझ न हण कर

मच जल ह जी न है ष क बत प य पुसतक, प य पुसतक म दए गए क ल े ंबं धत एक द णी गंग


( तीय) ंथ लय और वय कर णक अंश पर त लक बन कर ल ए गोद र प ठ क
अ य चच करन शेष आध ग
प कर अथ
हण कर
षय: प य :

मह / य कल प
पठ क नम अपे त द त एँ ं धन प णय ँ

क - क य कल प स यं के य कल प पठन हे तु

मच धरती के ल अथ त - त य प य * प ठ - पठन अ दल
ु कल म क क ी कृ म उप ह
(तृतीय) - अंत र के अ वय - ज ृ न मकत पुसतक, * कल म े ी थॉम एक रचन क क ज नक र
www.apteachers.in

ज ब क र ध के र ंथ लय और के जी न क मुखय शेषत ओं क ज नक र कर
मह न वय य के जी न अ य घ न ओं पर चच करन कर
क प रचय दे न

मच धरती के ल ष क बत प य पुसतक, प य पुसतक म दए गए क रक े ंबं धत एक अ ्न मज़ इल


(चतुथ) - अंत र के ंथ लय और वय कर णक अंश पर त लक बन कर ल ए के ब रे म
ज ब अ य चच करन ज नक र
इकटठ कर

अ लै पुनर ृ त

www.apteachers.in
( थम,
तीय,
तृतीय)

अ लै र ंश मक
(चतुथ) आकलन

You might also like