You are on page 1of 12

आत्मनिर्भर र्ारत

र्ाग-2 : पलायि करिे वालों और ककसािों सहित गरीब


14.05.2020

कोववड के बाद ककसािों और ग्रामीण अर्भव्यवस्र्ा को प्रत्यक्ष सिायता प्रदाि की गई

• 3 करोड़ ककसािों िे 4.22 लाख करोड़ के कृषि ऋण के साथ 3 मिीिे के ऋण स्र्गि का

लार् उठाया।

• कृवि ऋणों पर ब्याज दरों पर दी गई सब्ब्सडी और मान्य शतों के सार् कजभ अदायगी

प्रोत्सािि, जो 1 मार्च को नियत था, उसे बढाकर 31 मई 2020 कर दिया गया है।

• 25,000 करोड़ रुपये की ऋण सीमा के साथ 25 लाख िये ककसाि क्रेडडट काडों को मंजरू ी
िी गई।

कोववड के बाद ककसािों और ग्रामीण अर्भव्यवस्र्ा को िकदी सिायता प्रदाि की गई

• 1.3.2020 से 30.04.2020 के बीर् कृषि में 86,000 करोड़ रुपये के 63 लाख ऋणों की

मंजरू ी दी गई।

• िाबार्च द्वारा सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को मार्च 2020 में प्रिाि ककए गए

29,500 करोड़ रुपये का पुिषवचत्तीयि।

• ग्रामीण बुनियािी ढांर्े के ललए मार्च 2020 के िौराि राज्यों को ग्रामीण बुनियादी ढांचा

ववकास कोि के अंतगचत 4,200 करोड़ रुपये प्रिाि ककए गए।


• मार्च, 2020 से कृषि उपज की खरीि के ललए मंजूर कायचशील पूंजी की सीमा राज्य

सरकार की संस्र्ाओं के ललए 6,700 करोड़ रुपये की गई।


वपछले 2 मिीिों के दौराि पलायि करिे वाले और शिरी गरीबों के ललए सिायता

• भारत सरकार िे राज्य सरकारों को अिम


ु नत दी कक वे पलायि करिे वालों के ललए आश्रय की
व्यवस्र्ा करिे और उन्िें र्ोजि और पािी आहद प्रदाि करिे के ललए राज्य आपदा मोचि कोि
(एसडीआरएफ) का इस्तेमाल करें ।

• केन्र सरकार िे सभी राज्यों के ललए 3 अप्रैल को अपिे योगिाि का 11002 करोड़ रुपया
जारी ककया ताकक उि राज्यों के एसर्ीआरएफ की रालश में वद्
ृ धि हो सके।

• लॉकर्ाउि के िौराि यािी 28 मार्च 2020 के िौराि शिरी बेघरों के आश्रयों में सफाई से
तैयार रोजाि तीि बार का र्ोजि दिया गया।

• 12,000 स्व सहायता समह


ू ों िे 3 करोड़ मास्क और 1.20 लाख लीटर सेनिटाइजर तैयार
ककया। इससे शहरी गरीबों को रोजगार के अनतररक्त अवसर लमले।

• गुजरात में स्व सहायता समूहों को ररवाल्वंग फंर् (आरएफ) का षवतरण अप्रैल 2020 में
पीएआईएसए पोर्च ल पर प्रायोधगक आिार पर ककया गया था और अब मई 2020 में सभी राज्यों
में शरू
ु ककया जा रहा है ।

• 15 मार्च 2020 से शुरू अवधि के िौराि शिरी गरीबों के 7200 िये स्व सिायता समि

गहठत ककए गए।

लौट रिे प्रवालसयों के ललए मिरे गा सिायता

• 13 मई 2020 मे 14.62 करोड़ मािव दिवस का कायच सलृ जत ककया गया।

• अब तक वास्तषवक खर्च करीब 10,000 करोड़ रुपये है।

• मजिरू ी र्ाहिे वाले 2.33 करोड़ लोगों को कल 1.87 ग्राम पंर्ायतों में काम की पेशकश की
गई।

• षपछले विच मई के मुकाबले 40-50% अधिक लोगों का िाम िजच ककया गया।

• औसत मजिरू ी िर षपछले षवत्त विच के 182 रुपये से बढाकर 202 रुपये कर िी गई।
• वापस लौर् रहे प्रवालसयों का िाम िजच करिे का अलभयाि शुरू ककया गया है ।

• राज्यों/संघ शालसत प्रिे शों को सलाह िी गई है कक कािूि के प्राविािों के अिुसार वे प्रवासी


श्रलमकों को काम िें ।

• मािसूि में भी मिरे गा कायों को जारी रखिे की योजिा : पौिा रोपण, बागवािी, मवेलशयों से
संबंधित शेर्।
श्रम कािूि : कामगारों को हदए गए फायदे

• असंगदित कामगारों सदहत सभी कामगारों के ललए न्यूितम वेति के अधिकार का


सामान्यीकरण और समयबद्ि वेति का भुगताि- वतचमाि में लसफच 30 प्रनतशत लोगों
पर ही न्यूितम वेति लागू है ।
• िेशिल फ्लोर वेज की सांषवधिक अविारणा पेश की गई : इससे न्यूितम वेति के
मामले में क्षेत्रीय असमािता में कमी आएगी।
• न्यूितम वेति के नििाचरण का सरलीकरण ककया गया, लजससे न्यूितम वेति की िरों
की संख्या में कमी आएगी और बेहतर अिुपालि सुनिलचर्त होगा।
• सभी कामगारों के ललए नियुलक्त पत्र की व्यवस्था- इससे औपर्ाररक क्षेत्र में रोजगार को
प्रोत्साहि लमलेगा।
• कमचर्ाररयों के ललए वाषिचक स्वास््य जांर् की व्यवस्था।
• व्यावसानयक सुरक्षा और स्वास््य (ओएसएर्) संदहता खतरिाक प्रकृनत के कायों से जुड़े
प्रनतष्िािों पर भी लागू, र्ाहे कामगारों की संख्या 10 से भी कम हो।

श्रम कािूि : कामगारों को हदए गए फायदे

• अंतर-राज्यीय प्रवासी कामगारों की पररभािा में िे केिार के माध्यम से नियक्


ु त प्रवासी
कामगारों के अलावा प्रत्यक्ष रूप से नियोक्ता द्वारा नियुक्त प्रवासी कामगारों, खुि ही
सीिे गंतव्य राज्य को आिे वाले कामगारों को शालमल ककया गया।
• प्रवासी कामगारों के ललए क्याण लाभ की पोर्े बबललर्ी (ले जािे के योग्य)।
• ईएसआईसी कवरे ज का लसफच अधिसधू र्त लजलों/ क्षेत्रों की तल
ु िा में संपण
ू च भारत के सभी
लजलों और 10 या उससे ज्यािा कमचर्ाररयों वाले सभी प्रनतष्िािों तक षवस्तार।
• स्वैलछछक आिार पर 10 से कम कमचर्ाररयों वाले प्रनतष्िािों में काम करिे वाले
कमचर्ाररयों तक ईएसआईसी कवरे ज का षवस्तार।
• 10 से कम कमचर्ाररयों वाले खतरिाक उद्योगों के कमचर्ाररयों के ललए केन्र सरकार
द्वारा जारी अधिसर्
ू िा के माध्यम से ईएसआईसी कवरे ज को अनिवायच ककया गया।
श्रम कािूि : कामगारों को हदए गए फायदे

• अस्र्ायी कामगारों (गगग वकभर) और प्लेटफॉमभ कामगारों के ललए सामालजक सुरक्षा


योजिा।
• छं र्िीशुिा कमचर्ाररयों के ललए पुिकौशल कोि की पेशकश की गई।
• मदहलाओं के ललए सभी व्यवसाय खोल दिए गए और सुरक्षा के साथ रात को काम करिे
की अिम
ु नत िी गई।
• असंगदित क्षेत्र के कामगारों के ललए सामालजक सुरक्षा कोि का प्राविाि।
• निलचर्त अवधि वाले रोजगार के ललए ग्रेछयुर्ी- 5 साल की तुलिा में एक साल की सेवा
पूणच करिे पर ग्रेछयुर्ी का प्राविाि।

कल घोवित ककए गए उपाय

सामान्य कारोबार और षवशेि रूप से एमएसएमई के ललए कल कई उपायों का एलाि ककया


गया। व्यवसायों के ललए सहायक किमों को िीक से समझािे के ललए एक बार कफर से उिका
उ्लेख ककया जा रहा है :

• एमएसएमई सदहत सभी व्यवसायों के ललए 3 लाख करोड़ रुपये आपात कायचशील पूंजी
सुषविा।
• 200 करोड़ रुपये तक के सरकारी कायों के ललए कोई वैलचवक निषविा िहीं।
• जूि, जुलाई और अगस्त, 2020 के महीिों के वेति के ललए अनतररक्त 3 महीिों तक
व्यवसायों और संगदित कामगारों के ललए ईपीएफ समथचि का षवस्तार- इससे
एमएसएमई और अन्य व्यवसायों में लगे कामगारों को अनतररक्त तरलता लमलेगी।
• सभी प्रनतष्िािों और उिके कामगारों के ललए 3 महीिे तक नियोक्ता और कमचर्ारी
ईपीएफ अंशिाि 12 प्रनतशत से घर्ाकर 10 प्रनतशत कर दिया गया, सरकारी सहायता से
बाहर कामगारों तक 3 महीिे के ललए पीएमजीकेपी का षवस्तार- इससे मध्यम वगच के
कमचर्ाररयों को भी सहायता लमलेगी- एमएसएमई और अन्य कारोबारों में लगे कामगारों
को तरलता उपलब्ि होगी।
• ईपीसी और ररयायत (कन्सेशि) समझौते सदहत िे का संबंिी िानयत्व पूरे करिे के ललए
छह महीिे तक के षवस्तार के द्वारा िे केिारों को राहत िी गई।
• िमाचथच (र्ैररर्े बल) ट्रस्र्ों और गैर निगलमत (िॉि कॉरपोरे र्) उद्यम और व्यवसायों को
लंबबत आयकर ररफंर् के रूप में उद्योगों को तत्काल कर राहत िी गई है।
• षवत्त विच 20-21 की शेि अवधि के ललए ‘स्रोत पर कर कर्ौती’ (र्ीर्ीएस) और ‘स्रोत पर
कर संग्रह’ (र्ीसीएस) की िरों में 25 प्रनतशत तक कर्ौती तथा षवलभन्ि कर संबंिी
अिुपालि के ललए निलचर्त तारीखें बढाई गईं, लजससे सभी कारोबारों को फायिा होगा।
प्रवालसयों और ककसािों सहित गरीब

प्रवालसयों को 2 मिीिों के ललए निशुल्क अिाज की आपूनतभ

• षवलभन्ि राज्यों के प्रवालसयों को अिाज की सहायता की आवचयकता है।


• ऐसे प्रवासी जोि तो एिएफएसए िैं और ि िी वे ब्जस राज्य में ठिरे िैं, विां के राज्य काडभ
लार्ार्ी िैं, उन्हें दो मिीिों के ललए प्रनत माि प्रनत व्यब्तत 5 ककलोग्राम अिाज और प्रनत
पररवार एक ककलोग्राम चिा उपलब्ध कराया जाएगा।
• लगभग 8 करोड़ प्रवालसयों के लाभालन्वत होिे की संभाविा है।
• 2 महीिे के ललए इस हस्तक्षेप पर 3500 करोड़ रुपये की रालश खर्च की जाएगी।
• यि लागत शत-प्रनतशत रूप से र्ारत सरकार द्वारा विि की जाएगी।
• राज्य सरकारें कायाचन्वयि, प्रवालसयों की पहर्ाि और पूणत
च : षवतरण तथा षवस्तत
ृ दिशानििे श
उपलब्ि करािे के ललए उत्तरिायी होंगी।

प्रवालसयों को माचभ 2021 तक र्ारत की ककसी र्ी उगचत दर दक


ु ाि से सावभजनिक ववतरण प्रणाली
(राशि) तक पिुंच बिािे में समर्भ बिािे के ललए प्रौद्योगगकी प्रणाललयों का उपयोग ककया जाएगा-वि
िेशि वि राशि काडभ

• प्रवासी पररवार अन्य राज्यों में भोजि प्राप्त करिे में समथच िहीं हो पा रहे हैं।
• यह योजिा प्रवासी लाभाथी को िे श में ककसी भी उधर्त िर िक
ु ाि से सावचजनिक षवतरण
प्रणाली तक पहुंर् बिािे में सक्षम बिाएगी (अंतर-राज्यीय पोर्े बबललर्ी 20 राज्यों में शुरु की
गई है )
• प्रिािमंत्री के प्रौद्योगगकी से प्रेररत प्रणालीगत सध
ु ारों का र्ाग िै।
• 23 राज्यों में 67 करोड़ लार्ार्ी, जो पीडीएस आबादी का 83 प्रनतशत िैं, उन्िें अगस्त 2020
तक िेशिल पोटे बबललटी द्वारा कवर ककया जाएगा।
• माचभ, 2021 तक 100 प्रनतशत िेशिल पोटे बबललटी िालसल कर ली जाएगी।
• सर्ी राज्य/संघशालसत प्रदे श माचभ 2021 तक सम्पूणभ एफपीएस ऑटोमेशि सम्पन्ि कर लेंगे।

प्रवासी कामगारों/शिरी गरीबों के ललए ककफायती ककराये के आवासीय पररसर (एआरएचसी)


प्रवासी कामगारों/शहरी गरीबों को ककफायती ककराये पर मकाि लेिे में र्ुिौनतयों का सामिा करिा
पड़ता है।

सरकार प्रवासी कामगारों/शिरी गरीबों के ललए पीएमएवाई के अंतगभत एक योजिा शरु


ु करे गी, ताकक
उन्हें निम्िललखखत के द्वारा ककफायती ककराये पर रहिे की सुषविा उपलब्ि कराई जा सके,

i. पीपीपी मोर् के अंतगचत ररयायतग्रादहयों के माध्यम से शिरों में सरकार द्वारा ववत्त पोवित
आवासों को ककफायती ककराये के आवासीय पररसर (एआरएचसी) में पररवनतभत करके;
ii. ववनिमाभण इकाइयों, उद्योगों, संस्र्ाओं, संघों को उिकी निजी जमीि पर ककफायती ककराये
के आवासीय पररसर (एआरएचसी) ववकलसत और संचाललत करिे के ललए प्रोत्साहित करके
; और

iii. राज्य सरकार की एजेंलसयों/केंर सरकार के संगठिों को इसी तजभ परककफायती ककराये के
आवासीय पररसर (एआरएचसी) ववकलसत और संचाललत करिे के ललए प्रोत्साहित करके ।
मंत्रालय षवस्तत
ृ दिशानििे श जारी करे गा।
मर
ु ा लशशु ऋणों के ललए 1500 करोड़ रुपये का ब्याज उपदाि
• मर
ु ा के तहत छोर्े व्यवसायों को सबसे अधिक व्यविाि हुआ है और इसिे उिकी
ईएमआई का भग ु ताि करिे की क्षमता को भी प्रभाषवत ककया है।
• आरबीआई द्वारा ऋण अधिस्थगि पहले ही प्रिाि ककया जा र्क
ु ा है ।
• मर
ु ा-लशशु ऋण का वतभमाि पोटभ फोललयो 1.62 लाख करोड़ (अधिकतम 50,000 रुपये) का
है।
• भारत सरकार शीघ्र र्ुगताि करिे वालों को 12 महीिे की अवधि के ललए 2 फीसदी का
ब्याज उपदाि प्रिाि करे गी।
• इससे मुरा-लशशु ऋण लेिे वालों को 1500 करोड़ रुपये की राित लमलेगी।

सड़क ववक्रेताओं के ललए 5000 करोड़ रुपये की ववशेि क्रेडडट सुववधा


• कोषवर्-19 के कारण सड़क षवक्रेताओं की आजीषवका पर प्रनतकूल प्रभाव।
• सड़क षवक्रेताओं तक ऋण की आसाि पहुंर् उपलब्ि करवािे के ललए सरकार एक मिीिे
के र्ीतर एक षवशेि योजिा शुरू करे गी।
• प्रारं लर्क कायभशील पूंजी 10,000 रुपये तक की होगी।
• डर्लजर्ल भुगताि को मौदरक पुरस्कारों के माध्यम से प्रोत्सादहत ककया जाएगा और अछछे
पुिभग
ुच ताि व्यवहार के ललए बढा हुआ कायचशील पूंजी ऋण उपलब्ि कराया जाएगा।
• ये लगभग 50 लाख स्रीट वेंडसभ को मिि करे गा।
• 5000 करोड़ रुपये की पूंजी प्रिाि करे गा।

सीएलएसएस के ववस्तार के माध्यम से आवासीय क्षेत्र और मध्यम आय वगभ को 70,000 करोड़


रुपये का प्रोत्सािि
• मध्यम आय समूह (वाषिचक आयः 6-18 लाख रुपये) के ललए क्रेडर्र् ललंक्र् सलब्सर्ी
योजिा मई 2017 से शरू
ु की गई थी।
• सीएलएसएस को 31 मार्च 2020 तक बढाया गया था।
• इस योजिा से अब तक 3.3 लाख मध्यम वगीय पररवारों को लाभ लमला है।
• सरकार माचभ 2021 तक इस सीएलएसएस योजिा का ववस्तार करे गी।
• 2020-21 के िौराि 2.5 लाख मध्यम आय वाले पररवारों को लाभ होगा।
• इससे आवासि में 70,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश को बढावा लमलेगा।
• रोजगार पैदा करे गा।
• इस्पात, सीमेंर्, पररवहि और अन्य निमाचण सामग्री की मांग को उत्प्रेररत करे गा।

सीएएमपीए फंड का उपयोग करते िुए रोजगार पर 6000 करोड़ का खचभ


• हमारे िागररकों के ललए रोजगार के अवसर पैिा करिे की आवचयकता है।
• क्षनतपूरक विीकरण प्रबंिि और योजिा प्राधिकरण (सीएएमपीए) की स्थापिा प्रनतपूरक
विीकरण कोि अधिनियम, 2016 के तहत की गई।
• ज्ि ही 6000 करोड़ रुपये की योजिाओं को मंजूरी िी जाएगी।
• इसमें राज्य सरकारों द्वारा इि कायों के ललए निधि का उपयोग ककया जाएगा -
▪ शहरी क्षेत्रों सदहत विीकरण और वक्ष
ृ ारोपण कायभ
▪ कृबत्रम पुिजचिि, सहायता प्राप्त प्राकृनतक पुिजचिि
▪ वि प्रबंिि, लमट्र्ी और िमी संरक्षण कायच
▪ वि संरक्षण, वि और वन्यजीव संबंिी बुनियािी ढांर्ा षवकास, वन्यजीव
संरक्षण और प्रबंिि आदि
• शिरी, अधभ-शिरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैिा करे गा।
• जिजानतयों / आदिवालसयों के ललए रोजगार के अवसर पैिा करे गा।
िाबाडभ के जररए ककसािों के ललए 30,000 करोड़ रुपये का अनतररतत आपातकालीि कायभशील
पंज
ू ीगत अिद
ु ाि

• छोर्े और सीमांत ककसािों की अपयाचप्त षवत्तीय संसाििों की कमी को पूरा करिे के ललए
सहायता
• आरआरबी और ग्रामीण सहकारी बैंक ऋण के ललए मुख्य स्रोत
• िाबाडभ ग्रामीण सिकारी बैंकों और आरआरबी की फसल ऋण आवश्यकता के ललए
30,000 करोड़ रुपये की अनतररतत पुिववभत्तीय सिायता की व्यवस्र्ा करे गा
• यह िाबार्च द्वारा इस विच के िौराि सामान्य पुिषवचत्त व्यवस्था के माध्यम से प्रिाि ककए जािे
वाले 90,000 करोड़ रुपये के अनतररक्त है
• 33 राज्य सहकारी बैंकों, 351 लजला सहकारी बैंकों और 43 आरआरबी को उिके द्वारा
उपलब्ि कराए जािे वाले ऋण के ललए फ्रंर्-लोर्ेर् ऑि-र्ै प सषु विा
• लगभग 3 करोड़ ककसाि, ज्यािातर छोर्े और सीमांत ककसाि लाभालन्वत होंगे
• मई-जि
ू में फसल कर्ाई (रबी) के बाि और वतचमाि खरीफ सीजि की आवचयकता को परू ा
करिे के ललए

ककसाि क्रेडडट काडभ के माध्यम से 2.5 करोड़ ककसािों को 2 लाख करोड़ रुपए के ररयायती ऋण
की व्यवस्र्ा

• ककसाि क्रेडर्र् कार्च के माध्यम से पीएम ककसाि के लाभाधथचयों को ररयायती ऋण प्रिाि करिे
के ललए षवशेि अलभयाि र्लाया जाएगा
• इस अलभयाि में मछुआरों और पशप
ु ालि करिे वाले ककसािों को भी शालमल ककया जाएगा
• यह ऐसे ककसािों को ररयायती ब्याज िर पर संस्थागत ऋण प्राप्त करिे में सक्षम बिाएगा
• इस अलभयाि के तहत 2.5 करोड़ ककसािों को कुल लमलाकर लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का
ऋण उपलब्ि कराएं जाएंगे

You might also like