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Roopantar Part1
Roopantar Part1
"र ज जी, आपिे लक्ष्य ि प ने िे कलए अभी आपिी सेन िी आिश्यित नहीां है " -
ररिेनी ने िह |
"सेन िी आिश्यित नहीां है ? त क्य तुम उन्हें कबन लड़े ही समपाण िरने ि र ज़ी िर
ल गे?" र ज ने पूछ |
"नहीां र जन," ररिेनी ने िह , "पहले मैं किष्न र ज िर उनिी शक्ति और िमज़ ररय ां ि
समझन च हत हूँ | जब मैं लौट िर आऊूँग , तब हम य जन बन सिते हैं |"
"ठीि है ," र ज ने िह , "तुम गुप्त रूप से ज ओ | मैं अपने किश्वसनीय सैकनि ां ि तुम्ह री
रक्ष िे कलए स थ भेजत हूँ |"
"उसिी आिश्यित नहीां र जन," ररिेनी ने िह , "मैं एि व्य प री िे रूप में किष्न र ज न
च हत हूँ , गुप्त रूप से नहीां |"