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Rhonda Byrne की ककताब The Secret पर आधाररत है | Rhonda Byrne ने हमें अपनी इस ककताब में आकर्षण के ननयम यानी कक लॉ ऑफ

अट्रै क्शन के बारे में बताया है | आकर्षण के ननयम को उन्होंने रहस्य का नाम दिया है | इस ककताब को ललखने से पहले बहुत से लोग आकर्षण
के ननयम के बारे में जानते थे , लेककन इसके बारे में आम लोगों को जानकारी नहीीं थी | Rhonda Byrne ने जब अपने जीवन में आकर्षण के
ननयम को अपनाया तो उनकी जजींिगी पूरी तरह बिल गई | उन्होंने सोचा कक अगर वह इस ननयम के बारे में पूरी िनु नया को बताएींगी तो लोगों
को बहुत फायिा हो सकता है और उनकी भी जजींिगी बिल सकती है, इसललए उन्होंने इस ननयम पर एक कफल्म बनाई जजसका नाम है The
Secret और उसके बाि The Secret ककताब भी ललखी | हमारा यह वीडियो उनकी इस ककताब पर ही आधाररत है |

िोस्तों इस वीडियो समरी को मैं 2 पाठ के वीडियो सीरीज में आपके सामने लेकर आऊींगा

अपने इस वीडियो मैं मैं आपको बताऊींगा कक आखखर आकर्षण का ननयम क्या है | तो चललए शुरुआत करते हैं इस बुक के पहले पार्ष से |

िोस्तों सजृ टर् के ननयम हम सबके ललए बराबर हैं | आप चाहे भारत में रहते हो, अमे ररका में ऑस्ट्रे ललया में या िनु नया के ककसी भी िे श में , सजृ टर्
के ननयम हम सबके ललए एक है | हम सब एक ही ननयम और एक ही शजक्त के साथ काम करते हैं और वह ननयम है आकर्षण का ननयम
जजसे अींग्रेजी में Law of Attraction भी कहते हैं | आकर्षण का ननयम ही वो रहस्य है जो कक Rhonda Byrne पूरी िनु नया के साथ शेयर करना
चाहती थी |

आपके जीवन में जो कुछ भी हो रहा है उसे आप अपने जीवन में आकर्र्षत कर रहे हैं | आप हर चीज को अपने र्वचारों और अपने दिमाग में
बसी हुई तस्वीरों के माध्यम से आकर्र्षत करते हैं | आप जो भी सोचते हैं और जो भी तस्वीरें अपने दिमाग में रखते हैं उन्हें आप अपने जीवन
में आकर्र्षत करते हैं | इनतहास के कामयाब लोगों ने कहीीं ना कहीीं अपने काम में आकर्षण के ननयम का जजक्र ककया है | इनतहास के सभी धमों
में इसका जजक्र अपनी कहाननयों और ग्रींथों में ककया है |

िनु नया में सबसे अधधक िौलतमींि लोगों ने िौलत कमाने के ललए आकर्षण के ननयम का इस्तेमाल ककया है | वह अपने मन में िौलत और
प्रचुरता के बारे में सोचते हैं और कोई भी र्वपरीत र्वचार अपने मन में नहीीं आने िे ते | उनके दिमाग में सवाषधधक र्वचार िौलत के ही होते हैं
जजसके कारण वह अपने जीवन में बहुत सारी िौलत आकर्र्षत करने में कामयाब होते हैं | आकर्षण का ननयम आपके मन के प्रबल र्वचारों पर
काम करता है |

आकर्षण का ननयम कहता है कक जजस तरह के र्वचार आप अपने मन में सोचेंगे उसी तरह के र्वचारों को अपने जीवन में आकर्र्षत करें गे |
अगर आप सकारात्मक र्वचार सोचेंगे तो अपने जीवन में सकारात्मक र्वचारों वाले लोगों और सकारात्मक पररजस्थनतयों को आकर्र्षत करें गे |
अगर आप अपने मन में हमेशा नकारात्मक र्वचार रखेंगे तो नकारात्मक र्वचारों वाले लोगों को अपनी ओर आकर्र्षत करें गे |

आपका वतषमान जीवन आपके बीते हुए समय के र्वचारों का ही पररणाम है | आप जो बातें सबसे ज्यािा सोचते हैं उन्हीीं को अपने जीवन में
आकर्र्षत करते हैं इसललए आप यह जान सकते हैं कक अपने जीवन के हर क्षेत्र के बारे में आपके प्रबल र्वचार क्या है | अगर आपके जीवन का
कोई दहस्सा खराब चल रहा है तो उसके बारे में अपने र्वचारों को बिल कर आप उसे ठीक कर सकते हैं | इस वीडियो को िे खने के बाि आप
अपने जीवन के ककसी भी दहस्से को आसानी से बिल सकते हैं |

हमारे र्वचारों की एक फ्रीक्वें सी होती है और जब भी आप अपने मन में कोई र्वचार सोचते हैं तो वह एक लसग्नल की तरह सजृ टर् में जाता है
और आकर्षण के ननयम से उसी फ्रीक्वेंसी के लोगों, कायों और पररजस्थनतयों को हमारे जीवन में आकर्र्षत करता है | सजृ टर् में जाने वाली हर चीज
अपने स्त्रोत के पास लौर् आती है और अपने र्वचारों के स्त्रोत आप हैं | इसललए सजृ टर् में जाने वाले आपके र्वचारों के लसग्नल ककसी न ककसी
रूप में िोबारा आपके पास ही लौर् आते हैं | जजस कफ्रक्वें सी के र्वचार आप अपने मन में सोचते हैं उसी फ्रीक्वेंसी के र्वचारों वाले लोगों को अपने
जीवन में आकर्र्षत करते हैं , उसी फ्रीक्वेंसी वाले घर्नाओीं को आकर्र्षत करते हैं, आपको अपने जीवन में उसी फ्रीक्वें सी की पररजस्थनतयाीं और
पररणाम लमलते हैं | िोस्तों अगर आप प्रचुरता के र्वचार सोचें गे तो प्रचुरता को जीवन में आकर्र्षत करें गे , अगर आप ककसी पुराने िोस्त के बारे में
सोचेंगे तो उसे अपने जीवन में आकर्र्षत करें गे ठीक उसी तरह अगर आप ककसी खास ककताब के बारे में सोचेंगे तो उसे आकर्र्षत करें गे | अब
सवाल यह उठता है िोस्तों कक अगर केवल सोचने से ही व्यजक्त सब कुछ पा सकता है तो हर कोई अपने सपनों की जजींिगी क्यों नहीीं जी रहा ?

िोस्तों हम इींसानों के जीवन की सबसे बडी समस्या यही है कक हम उन चीजों के बारे में ज्यािा सोचते हैं जो हम अपने जीवन में नहीीं चाहते |
आपने लोगों को कहते हुए सुना होगा कक मैं ऑकफस के ललए ले र् नहीीं होना चाहता, मैं अकेला नहीीं रहना चाहता, मैं परीक्षा में फेल नहीीं होना
चाहता और मैं यह गाडी नहीीं खरीि सकता | लोग ऐसी बातें इसललए कहते हैं क्योंकक वह ऐसा अपने मन में सोचते हैं , वह अपने जीवन में यह
सब कुछ नहीीं चाहते ले ककन वह अपने बारे में ऐसा ही सोचते हैं और ऐसा ही बोलते हैं | असल में ऐसा सोचने से और बोलने से वह इन्हीीं बातों
को अपने जीवन में आकर्र्षत कर रहे होते हैं |
आकर्षण का ननयम इस बात की परवाह नहीीं करता कक आप जो सोच रहे हैं वह चाहते हैं या नहीीं | आकर्षण का ननयम केवल आपके प्रबल
र्वचारों पर बडी सर्ीकता से काम करता है | िोस्तों अब मैं आपको आकर्षण के ननयम के कुछ उिाहरण बताता हूीं |

1. जब आप कई बार ऑकफस के ललए लेर् होते हैं तो रोज ऑकफस जाते हुए अपने मन में सोचते हैं कक आज मैं ले र् नहीीं होना
चाहता तो सजृ टर् इसे कुछ इस तरह से सुनती है –

मैं रोज ले र् होना चाहता हूीं

और वह आपके रास्ते में ऐसी रुकावर्ें पैिा करती है जजससे कक आप रोज लेर् हो जाते हैं |

2. जब कोई व्यजक्त आपके साथ बितमीजी करता है तो आप बुरा महसूस करते हैं और ऐसा सोचते हैं कक वह व्यजक्त बितमीज है |
उस व्यजक्त के बारे में आपका र्वचार इसी तरह सजृ टर् में जाता है और जब आप कहते हैं कक मैं नहीीं चाहता कक वह व्यजक्त मझ
ु से
बितमीजी करे तो सजृ टर् इसे कुछ इस तरह से सुनती है

मैं चाहता हूीं कक वह व्यजक्त मझ


ु से बितमीजी करे और उसके अलावा और भी लोग मझ
ु से बितमीजी करें और आपके साथ ठीक वैसा ही होता
है |

3. जब आप ऐसा सोचते हैं कक यह काम बहुत मुजककल है मैं इसे नहीीं कर सकता तो सजृ टर् इसे कुछ इस तरह से सुनती है

मैं और भी ऐसे ही काम चाहता हूीं जो मजु ककल है और मैं नहीीं कर सकता और आप मजु ककल कामों को अपनी ओर आकर्र्षत करते हैं |

4. जब आप ककसी बीमारी से परे शान होते हैं और िख


ु ी होते हैं तो अपने आप से कहते हैं कक मैं बीमार नहीीं होना चाहता तो सजृ टर् इसे
इस तरह से सुनती है

मैं बीमार होना चाहता हूीं और इससे भी ज्यािा बीमार होना चाहता हूीं और आपके साथ ठीक वैसा ही होता है |

अगर आप ऐसा सोचते हैं कक आप आकर्षण के ननयम को नहीीं समझते और यह काम नहीीं करता तो आप बबल्कुल गलत हैं क्योंकक आप शायि
गरु
ु त्वाकर्षण के लसद्ाींत को नहीीं समझते ले ककन इसका मतलब यह नहीीं की गरु
ु त्वाकर्षण आप पर लागू नहीीं होता | गरु
ु त्वाकर्षण के लसद्ाींत से
ही आप जमीन पर दर्के हैं | ठीक उसी तरह आपके जीवन पर आकर्षण का ननयम लागू होता है चाहे आप उसे समझते हो या नहीीं | आप अपने
जीवन में जजन चीजों पर ध्यान लगाते हैं आकर्षण का लसद्ाींत आपको पररणामों के रूप में वही सब कुछ वापस िे ता है | आकर्षण के लसद्ाींत का
उपयोग करके आप अपने जीवन की हर पररजस्थनत और पररणाम को बिल सकते हैं |

आकर्षण के लसद्ाींत के बारे में सुनकर ज्यािातर लोग अपने नकारात्मक र्वचारों को ले कर भयभीत हो जाते हैं कक वह तो ज्यािातर नकारात्मक
र्वचार सोचते हैं ले ककन खुशी की बात यह है कक एक सकारात्मक र्वचार एक नकारात्मक र्वचार से सैक डों गुना शजक्तशाली होता है इसललए
आपको धचींता करने की जरूरत नहीीं है | जब आप अपने मन में लगातार लींबे समय तक नकारात्मक र्वचार रखते हैं तब जाकर कहीीं आपके
जीवन में कुछ नकारात्मक होता है | इसललए आपको अपने मन में आने वाले नकारात्मक र्वचारों के बारे में धचींता नहीीं करनी चादहए | आप
फैसला कीजजए कक आज से आप केवल सकारात्मक र्वचार ही सोचेंगे |
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िोस्तो आज आप की जजींिगी जैसी भी है अच्छी या बुरी उसे आपने ही आकर्र्षत ककया है | यहाीं तक की आपके जीवन से आपकी जो लशकायतें हैं
उन्हें भी आपने ही आकर्र्षत ककया है | िोस्तों आप मेरी बात पर यकीन नहीीं करें गे और मन ही मन सोच रहे होंगे कक मैंने इस कार हािसे को
आकर्र्षत नहीीं ककया, मैंने अपने खराब बॉस को आकर्र्षत नहीीं ककया, मैंने अपने पररवार के झगडे को आकर्र्षत नहीीं ककया लेककन मैं सीधे -सीधे
आपसे यही कहूींगा अपनी नकारात्मक पररजस्थनतयों को आप ही ने आकर्र्षत ककया है | इस बात को स्वीकार करना थोडा मुजककल है ले ककन एक
बार आपने इसे स्वीकार कर ललया तो यह जजींिगी बिलने वाली बात होगी |

तो कफर यहाीं मैं आपको एक जरुरी बात बताना चाहता हूीं – आकर्षण का ननयम यह नहीीं कहता कक जो भी आप अपने मन में सोचेंगे आपके
जीवन में वही होगा | आकर्षण का ननयम कहता है कक जो भी र्वचार आप अपने मन में सोचें गे उन र्वचारों की एक फ्रीक्वेंसी होती है | आप
अपने जीवन में उन्हीीं लोगों पररजस्थनतयों और पररणामों को आकर्र्षत करें गे जजनकी फ्रीक्वेंसी आपके र्वचारों की फ्रीक्वेंसी से मैच होगी |

िोस्तों कुछ और सोचते हैं की अब उन्हें अपने र्वचारों पर नजर रखनी होगी ले ककन एक ररसचष के मुताबबक व्यजक्त के दिमाग में 1 दिन में
60,000 र्वचार आते हैं | इतने र्वचारों पर नजर रखना एक बहुत मुजककल काम है इसललए हमारे पास एक आसान तरीका है यह जानने के ललए
कक हमारे र्वचार सही है या गलत | और वह तरीका है हमारी भावनाएीं जजन्हें हम अींग्रेजी में Feelings भी कहते हैं | अपनी भावनाओीं से आप
जान सकते हैं कक आप क्या सोच रहे हैं और सही सोच रहे हैं या गलत | हमारी भावनाएीं िो तरह की होती हैं अच्छी भावनाएीं और बुरी भावनाएीं
| अच्छी भावनाओीं में आप अच्छा महसस
ू करते हैं और बरु ी भावनाओीं में आप बरु ा महसस
ू करते हैं | जब आप अच्छा महसस
ू कर रहे होते हैं तो
समझ लीजजए कक आप सही रास्ते पर हैं और आप अपने जीवन में उन पररजस्थनतयों को आकर्र्षत करें गे जो आपको और भी अच्छा महसूस
करवाएींगे | प्यार, उमींग , खुशी और आभार व्यक्त करना अच्छी भावनाओीं के कुछ उिाहरण है ! जब आप बुरा महसूस करते हैं तो आप गलत
रास्ते पर होते हैं और आप और भी बरु ी पररजस्थनतयों को अपने जीवन में आकर्र्षत करें गे | गस्
ु सा, ननराशा, पछतावा और लशकायत करना बरु ी
भावनाओीं के कुछ उिाहरण है |

िोस्तों हम सब ने अपने जीवन में ऐसे दिन िे खे हैं जब एक के बाि एक सब कुछ गलत होता चला जाता है | यह सब केवल एक ही र्वचार से
शुरू होता है चाहे आपको उसकी जानकारी हो या नहीीं | एक खराब र्वचार और खराब र्वचारों को आकर्र्षत करता है जजससे उनकी कफ्रक्वेंसी बढ़
जाती है और आपके जीवन में कुछ ना कुछ बरु ा घदर्त होता है | जब आप उस बरु ी घर्ना पर प्रनतकक्रया करते हैं तो और भी बरु ी घर्नाओीं को
अपने जीवन में आकर्र्षत करते हैं | जैसे-जैसे आपके जीवन में कुछ बुरा होता रहता है वैसे वैसे आप उन घर्नाओीं पर प्रनतकक्रया करते रहते हैं
और बुरा महसूस करते हैं जो आपके जीवन में और भी बुरी घर्नाओीं को आकर्र्षत करता रहता है और इस तरह यह लसललसला चलता रहता है
जब तक कक आप अपने र्वचारों की फ्रीक्वें सी को बिलते नहीीं है |

आपको अपने र्वचारों की फ्रीक्वेंसी को बिलना होगा और नकारात्मक र्वचारों की बजाए सकारात्मक र्वचार सोचने होंगे | िोस्तो अगर आप
अपनी जजींिगी को बिलना चाहते हैं तो आप अपने र्वचारों को आज से ही बिल सकते हैं | जैसे कक Michael Bernard जो कक एक आध्याजत्मक
गुरु हैं उन्होंने हमें अपने र्वचारों को और जीवन को बिलने का एक तरीका बताया है | Michael Bernard कहते हैं कक आप से हतमींि महसूस
करना शरू
ु करें , आप िौलतमींि महसस
ू करना शरू
ु करें , आप महसस
ू करें कक आपके चारों ओर प्यार ही प्यार है चाहे असल में यह सब ना भी
हो, तो आप िे खेंगे की प्रकृनत आपके र्वचारों पर प्रनतकक्रया करे गी और आपको वही सब िे गी जो आप सोच रहे हैं और महसूस कर रहे हैं | इस
तरह से अपने र्वचारों को बिल कर आप अपने जीवन में लमलने वाले पररणामों को बिल सकते हैं |

How to use The Secret – रहस्य का इस्तेमाल कैसे करें


िोस्तों अब मैं आपको बताऊींगा कक आप अपने जीवन में रहस्य का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं या नहीीं आकर्षण के लसद्ाींत को फॉलो कैसे कर
सकते हैं | ले खखका ने अपनी पस्
ु तक The Secret मैं एक रचनात्मक प्रकक्रया बताई है जजसका इस्तेमाल करके आप अपने जीवन में कुछ भी प्राप्त
कर सकते हैं और कुछ भी बन सकते हैं | तो आइए जानते हैं कक रचनात्मक प्रकक्रया को ककस तरह इस्तेमाल करते हैं |

Step 1 – Ask
रचनात्मक प्रकक्रया में आपका सबसे पहला किम है माींगना | आप जो भी अपने जीवन में चाहते हैं अपने मन में वह चीज और सृजटर् से
माींधगए | इसके ललए सबसे पहले आप को ध्यान से सोचना होगा कक आप क्या चाहते हैं | जब भी आप ककसी से कुछ माींगते हैं तो सजृ टर् उसका
जवाब जरूर िे ती है और सजृ टर् हमे शा यही जवाब िे ती है – “आपकी इच्छा ही मेरा आदे श है ” |
आप जो भी चाहते हैं उसे एक कागज पर वतषमान काल में ललखखए | िोस्तों यह जरूरी है कक आप जो भी चाहते हैं उसे भर्वटय काल में नहीीं
केवल वतषमान काल में ही ललखें | मान लीजजए कक आप BMW गाडी खरीिना चाहते हैं तो आपको ऐसा नहीीं ललखना कक “एक दिन मैं BMW
गाडी लूींगा” बजल्क आपको इस तरह से ललखना है की “मेरे पास BMW गाडी है ” या कफर आप इस तरह से भी ललख सकते हैं कक “मैं बहुत खुश
और शुक्रगुजार हूीं कक मे रे पास BMW गाडी है ” | आप अपनी ककसी भी ख्वादहश हो इस तरह से कागज पर ललख सकते हैं |

िोस्तों माींगना और रचनात्मक प्रकक्रया का पहला लेककन इसके ललए आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कक आप जो भी चाहते हैं उसके
बारे में आप स्पटर् हों | आप इस तरह से नहीीं कह सकते कक मैं पैसे कमाना चाहता हूीं, आप को स्पटर् रहना होगा कक आप ककतने पैसे कमाना
चाहते हैं | आप ऐसे नहीीं कह सकते कक मैं गाडी खरीिना चाहता हूीं, आप को स्पटर् होना होगा कक आप कौन सी गाडी का कौन सा मॉिल
खरीिना चाहते हैं और उस गाडी की कीमत क्या है | अगर आप स्पटर्ता से नहीीं माींगेंगे तो आकर्षण का ननयम आपको आपकी मनचाही चीज
नहीीं िे सकता | अगर आप सजृ टर् में लमधित र्वकेंसी भे जेंगे तो आप को लमधित पररणाम ही लमलें गे |

आप जो भी चाहते हैं आपको वह सजृ टर् से केवल एक बार ही माींगना है | माींगने की प्रकक्रया ककसी रे स्र्ोरें र् में जाकर मे न्यु कािष से आिषर िे ने
जैसी है | आप एक बार वेर्र को ऑिषर िे ने के बाि उस ऑिषर को िोबारा नहीीं िे ते क्योंकक आपको र्वकवास होता है कक वेर्र आपका ऑिषर लेकर
आएगा ठीक उसी तरह आप सजृ टर् से एक चीज केवल एक बार ही माींगे, अगर आप बार बार एक ही चीज सजृ टर् से माींग रहे हैं तो इसका
मतलब है कक आपको सजृ टर् पर र्वकवास नहीीं है | इसललए पहले अपने मन में स्पटर् करें कक आप क्या चाहते हैं उसके बाि सजृ टर् से माींगने के
ललए उस चीज की अपने दिमाग में स्पटर्ता से कल्पना करें |

Step 2 – Believe
रचनात्मक प्रकक्रया में िस
ू रा किम है र्वकवास करना | रचनात्मक प्रकक्रया में ककसी भी चीज को सजृ टर् से माींगने के बाि आपको यकीन करना
होगा कक वह चीज आपकी हो चुकी है | माींगने के बाि आपको उस चीज की धचींता नहीीं करनी चादहए कक वह आपको कैसे लमलेगी | आपको
सजृ टर् पर अर्ूर् र्वकवास करना है कक सही समय आने पर वह आपको आपकी मनचाही चीज िे िे गी | िोस्तो जब आप कोई भी चीज सजृ टर् से
माींगते हैं और र्वकवास करते हैं कक वह आपको लमल चुकी है तो पूरी सजृ टर् सकक्रय होकर आपके सपने को साकार करने में लग जाती है | िोस्तों
रचनात्मक प्रकक्रया में आपको एक बात का खास ध्यान रखना होगा | रचनात्मक प्रकक्रया के िौरान सजृ टर् से कुछ भी माींगने के बाि आपको ऐसा
बबल्कुल नहीीं सोचना चादहए कक आपकी मनचाही चीज अभी तक आपको नहीीं लमली है क्योंकक ऐसा करने से सृजटर् को यह लसग्नल जाता है
आपके पास वह चीज नहीीं है और सजृ टर् उसी पर अमल करती है |

िस
ू री और जब आप रचनात्मक प्रकक्रया में इस तरह से सोचते हैं कक आपकी मनचाही चीज आपको लमल चुकी है तो सजृ टर् उसी पर अमल
करती है और आपकी मनचाही चीज आपको िे िे ती है | जब आपने घर या नई गाडी की बुककीं ग करते हैं तो आप यकीन करते हैं कक कुछ ही िे र
में आपका घर या आपकी गाडी आपको लमलने वाली है | आप अपने घर यहाीं गाडी की िोबारा बुककीं ग नहीीं करते क्योंकक आपको र्वकवास होता है
कक एक बार बुककीं ग करने पर वह कुछ ही दिनों वह घर या गाडी आपको लमल जाएगी | सजृ टर् से कुछ भी माींगना एक घर या गाडी की बुककीं ग
करने जैसा ही है | माींगने के बाि आपको परू ा र्वकवास होना चादहए कक सही समय पर वह चीज आपको लमल जाएगी | जब आप परू ा र्वकवास
करते हैं तो यह सजृ टर् सभी पररजस्थनतयों, लोगों और घर्नाओीं को जबरिस्त तरीके से प्रेररत कर िे ती है ताकक आपकी मनचाही चीज आप तक
पहुींच जाए | इनतहास की कामयाब लोग ककसी लक्ष्य को ननधाषररत करने से पहले यह बबल्कु ल नहीीं जानते थे कक वह उसे कैसे हालसल करें गे वह
बस इतना जानते थे कक उन्हें उस लक्ष्य को हालसल करना है |

Step 3 – Receive
रचनात्मक प्रकक्रया का तीसरा किम है पाना | आप सजृ टर् से जो कुछ भी चाहते हैं उसके बारे में अच्छी भावनाएीं महसूस करें | ठीक उसी तरह
महसूस करें जैसी आप उसे पाने के बाि करते | रचनात्मक प्रकक्रया में खुश रहना और अच्छा महसूस करना बहुत जरूरी है क्योंकक अच्छा महसूस
करने से आप खुि को उसी फ्रीक्वें सी पर रखते हैं जजस फ्रीक्वें सी पर आपकी मनचाही चीज होती है | आकर्षण के ननयम के अनुसार वही िो चीजे
करीब आती हैं जो एक ही फ्रीक्वेंसी पर होती हैं | सबसे पहले आप ककसी चीज को सजृ टर् से माींगते हैं , उसके बाि यकीन करते हैं कक आप उसे
पा सकते हैं और उसके बाि उसे पाने के ललए अच्छा महसूस करते हैं | ककसी भी चीज को पाने का सबसे आसान तरीका यह है कक आप
बबल्कुल वैसा ही महसस
ू करें जैसा आप उसे पाने के बाि करते | जब आप अच्छा महसस
ू करते हैं तो आप पाने की फ्रीक्वें सी पर होते हैं इसललए
उस चीज के बारे में अच्छा महसूस करें जो आप चाहते हैं और आप जल्िी ही उसे पा लें गे |

आकर्षण का ननयम इसकी लशक्षा और इसके अभ्यास का मतलब यह पता लगाना है कक आप अपनी मनचाही चीज को पाने की भावनाएीं ककस
तरह उत्पन्न कर सकते हैं | अपनी मनचाही चीज की भावनाएीं उत्पन्न करने के ललए आप जो कर सकते हैं आपको करना चादहए | उिाहरण के
तौर पर अगर आप अपनी मनपसींि गाडी खरीिना चाहते हैं तो आज ही जाकर उसे र्े स्र् ड्राइव करें | अगर आप नया घर खरीिना चाहते हैं तो
उस घर को िे खने जाएीं उसके भीतर जाएीं और उसे पाने की भावनाएीं जगाने के ललए जो कर सकते हैं वह करें |

िोस्तों कई बार आपको अपनी मनचाही चीज पाने के ललए कोई काम भी करना पडता है | अगर आप नहीीं जानते कक उसे पाने के ललए आप
को क्या काम करना है तो सजृ टर् आपको रास्ता दिखाएगी | आपको वह काम करने का मौका लमलेगा और उसी मौके पर आपको वह काम करना
होगा | अगर आप सही भावनाएीं महसूस करते हैं तो सजृ टर् आपको हमे शा आपके और आपकी मनचाही चीज के बीच में सबसे छोर्ा और सबसे
तालमेल वाला रास्ता दिखाती है |

िोस्तों जैसे कक अब आप रचनात्मक प्रकक्रया को पूरी तरह समझ चुके हैं तो अब आप उसे अपने जीवन के हर क्षेत्र में इस्तेमाल कर सकते हैं
| आप जो भी पाना चाहते हैं वह पा सकते हैं और जो भी बनना चाहते हैं वह बन सकते हैं | तो चललए अब हम अपने जीवन के मुख्य दहस्सों
में आकर्षण के ननयम और रचनात्मक प्रकक्रया का इस्तेमाल करना सीखें |

The Secret and your body – रहस्य और आपका शरीर


िोस्तों अब हम रचनात्मक प्रकक्रया का इस्तेमाल उन लोगों के ललए करें गे जजनका वजन ज्यािा है और जो अपना वजन कम करना चाहते हैं |
जजन लोगों का वजन ज्यािा है उन लोगों के ललए सबसे पहले यह समझना जरूरी है कक जब तक वे वजन कम करने पर अपना ध्यान केंदित
करें गे तब तक वह वजन कम नहीीं कर पाएींगे | आपने िे खा होगा कक आज के यग
ु में बहुत से लोग अपना वजन कम करने के ललए िायदर्ींग
करते हैं | िाइदर्ींग करते हुए उनका ध्यान वजन कम करने पर ही रहता है और यही कारण है कक िाइदर्ींग कामयाब नहीीं होती | जब तक आप
वजन कम करने पर ध्यान िें गे तब तक आप वजन कम करने की ओर ही आकर्र्षत होते रहें गे | आप ककतनी भी कोलशश कर ले अपना वजन
कम नहीीं कर पाएींगे | सजृ टर् आपके ललए वजन कम करने के और भी कारण िे गी क्योंकक आपका ध्यान वजन कम करने पर ही केंदित है |

िस
ू री बात यह है कक जजन लोगों का वजन ज्यािा है वह उनके र्वचारों की वजह से है | उनके मन में यह बात गहराई से बैठ गई है कक
उनका वजन ज्यािा है | वह जब भी अपने शरीर के बारे में सोचते हैं तो यही सोचते हैं कक उनका वजन जरूरत से ज्यािा है और सजृ टर् उन्हें
जवाब िे ती है – “आपकी इच्छा ही मेरा आदे श है ” और उनके वजन को ज्यािा बनाए रखती है | भले ही िॉक्र्र उन्हें बताते हैं कक उनके
थायराइि ग्रींधथ के धीमी होने की वजह से उनका वजन ज्यािा है , उनका मेर् ाबोललज़्म धीमा है , लेककन असल में यह सब मोर्ापे के बारे में सोचने
के बहाने हैं | यह र्वचार हमारे अपने नहीीं है बजल्क हमें िॉक्र्रों से और ि ूसरे लोगों से सुनने को लमलते हैं और हम उन्हें बबना सोचे समझे
अपना लेते हैं | कुछ लोग कहते हैं कक ज्यािा खाना खाने से यहाीं ज्यािा कैलोरी से उनका वजन बढ़ता है ले ककन यह सब केवल उनकी सोच है ,
क्योंकक वह ऐसा सोचते हैं कक ज्यािा खाने से उनका वजन बढ़ता है इसललए सजृ टर् उनसे कहती है – “आपकी इच्छा ही मेरा आदे श है ” और
कम खाना खाने पर भी उनका वजन ज्यािा ही रहता है | भोजन तब तक आपका वजन नहीीं बढ़ा सकता जब तक आप उसके बारे में ऐसा
सोचते नहीीं है | खाना खाने से आपका वजन तभी बढ़ता है जब आप कुछ भी खाते समय यही धचींता करते हैं और महसूस करते हैं यह खाने से
मेरा वजन तो नहीीं बढ़े गा |

जो िब
ु ले पतले होते हैं और बडे गवष से कहते हैं कक मैं चाहे ककतना भी खा लूीं ले ककन मे रा वजन हमे शा नॉमषल रहता है और मैं हमेशा कफर्
रहता हूीं तो सजृ टर् उनसे कहती है – “आपकी इच्छा ही मेरा आिे श है ” और उनके वज़न को नॉमषल ही रखती है चाहे वह कुछ भी खा ले |

How much time does it take to manifest your desires


आपकी इच्छा को पूरा होने में ककतना समय लगता है | Rhonda Byrne की ककताब ि सीक्रेर् में Dr. Joe Vitale कहते हैं की आपकी इच्छा को
परू ा होने में जजतना भी समय लगे गा उसके ललए कोई ननयम पु जस्तका नहीीं है | आपकी इच्छा जल्िी ही परू ी हो सकती है और उसमें समय भी
लग सकता है | यह सब आपके और सृजटर् के तालमे ल पर ननभषर करता है |

महान वैज्ञाननक अल्बर्ष आइींस्र्ाइन ने हमें बताया था कक इस समय केवल एक भ्रम है | हम समय में र्वकवास करते हैं क्योंकक हम अपने जीवन
में चीजों को एक के बाि एक होते हुए िे खते हैं | आइींस्र्ाइन और क्वाींर्म भौनतकी शास्त्री हमें बताते हैं कक ब्रहमाींि में हर चीज एक साथ हो रही
है | अगर आप इस बात को समझ ले समय का अजस्तत्व ही नहीीं है तो आप िे खेंगे कक आप भर्वटय में अपने ललए जो भी चाहते हैं वह पहले
से ही मौजूि है | सजृ टर् को आपकी मनचाही चीज आपको िे ने में जरा भी समय नहीीं लगता है | अपनी मनचाही चीज को पाने में जो भी िे री
होती है आपकी तरफ से ही होती है | आप यकीन करने मैं, जानने में , और अपनी मनचाही चीज को अपने पास महसूस करने में समय लगा िे ते
हैं आप अपनी मनचाही चीज की फ्रीक्वें सी पर िे री से पहुींचते हैं इसललए आपको वह चीज पाने में समय लगता है | जैसे कक आप अपनी मनचाही
चीज की फ्रीक्वें सी पर पहुींचते हैं आपको वह चीज लमल जाती है |

हम अक्सर सोचते हैं कक यह काम छोर्ा है यह तो जल्िी ही हो जाएगा या कुछ घींर्ों में ही हो जाएगा, िस
ू री तरफ हम सोचते हैं कक यह काम
बडा है इसमें कई महीने या कई साल लग जाएींगे | यह वो ननयम है जो हमने बनाए हैं जबकक सजृ टर् के ललए कोई ननयम नहीीं होते | सजृ टर् के
ललए कुछ भी छोर्ा या बडा नहीीं होता उसके ललए सब बराबर है | सजृ टर् के मत
ु ाबबक ककसी काम के ललए कोई समय और िे री नहीीं होती | अगर
आप अपने मन में अपनी मनचाही चीज को पाने की भावनाएीं जगा ले तो सजृ टर् जल्िी ही आपको आपकी मनचाही चीज िे िे ती है |

हम अक्सर सोचते हैं कक ज्यािा पैसे कमाने में समय लगता है जैसे कक $1 एक छोर्ी सी रालश है और उसे कोई भी जल्िी से कमा सकता है
िस
ू री ओर एक लाख िॉलर एक बडी रालश है और उसे कमाने में बहुत समय लगे गा ले ककन शायि आपको इस बात का एहसास ना हो बडे-बडे
इींिजस्ट्रयललस्र् एक लाख िॉलर 1 लमनर् में कमाते हैं | िोस्तों आपके ललए भी सजृ टर् के ननयम वही है जो बडे बबजनेसमैन के ललए है | अगर बडे
बबजनेसमैन 1 लमनर् में ज्यािा पैसे कमा सकते हैं तो आप भी कमा सकते हैं फकष केवल आपके और उनके सोचने के तरीके में है | बडे
बबजनेसमैन 1 लमनर् में लाखों िॉलर कमाने की फ्रीक्वेंसी पर है जहाीं पर आप नहीीं है इसललए आप कम समय में ज्यािा पैसे नहीीं कमा रहे |
अगर आप समय के बारे में अपने र्वचार बिल िें और यह जानेंगे कक ककसी भी चीज को पाने के ललए समय का कोई महत्व नहीीं है तो अपने
जीवन में जो भी चाहते हैं वह सब कुछ जल्िी ही पा सकते हैं | अपनी मनचाही जजींिगी पाने के ललए आपको ज्यािा लींबे समय तक इींतजार
करने की जरूरत नहीीं है | आपको केवल अपनी मनचाही जजींिगी की भावनाओीं को अपने अींिर इसी समय जगाना है और बनाए रखना है जब
तक कक आप उसे हालसल ना कर ले |

तो िोस्तों मुझे पूरी उम्मीि है कक Rhonda Byrne की बुक ि सीक्रेर् पर बना हुआ यह पहला part आपको बहुत पसींि आया होगा मैं जल्िी आपके
ललए इस वीडियो का िस
ू रा पार्ष ले कर आऊींगा तो चललए लमलते हैं अगले वीडियो में आपका समय शुभ हो

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