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KnowledgeSheet HindiG - 04
KnowledgeSheet HindiG - 04
CLASS
पत्र लेखन
MU
4
ज्ञान वर्धक पत्रिका
पि लेखन –
पिों के प्रकार-
मख्ु य रूप से पत्रों को निम्िनिनित दो वर्गों में नवभानित नकया िा सकता है -
(1) औपचाररक-पि
(2) अनौपचाररक-पि
(Formal Letter) औपचाररक पि
यह पत्र उन्हें नििा िाता है नििसे हमारा कोई नििी संबंध िा हो। औपचाररक पत्र िेिि में मख्ु य रूप से संदश े ,
सचू िा एवं तथ्यों को ही अनधक महत्व नदया िाता है। व्यवसाय से सबं धं ी, प्रधािाचायय को नििे प्रार्यिा पत्र,
आवेदि पत्र, सरकारी नवभार्गों को नििे र्गए पत्र, संपादक के िाम पत्र आनद औपचाररक-पत्र कहिाते हैं।
औपचाररक पत्रों की भाषा सहि और नशष्टापर्ू य होती है। इि पत्रों में के वि काम या अपिी समस्या के बारे में ही
बात कही िाती है।
(Informal Letter) - अनौपचाररक पि
यह पत्र उि िोर्गों को नििा िाता है नििसे हमारा व्यनिर्गत सम्बन्ध रहता है। अिौपचाररक पत्र अपिे पररवार के
िोर्गों को िैसे माता-नपता, भाई-बहि, सर्गे-सम्बनन्धओ ं और नमत्रों को उिका हािचाि पछ ू िे, निमंत्रर् देिे और
सचू िा आनद देिे के निए नििे िाते हैं। इि पत्रों में शब्दों की संख्या असीनमत हो सकती है क्योंनक इि पत्रों में
इधर-उधर की बातों का भी समावेश होता है।
अिौपचाररक-पत्र के प्रकार –
अिौपचाररक पत्रों में निम्िनिनित प्रकार के पत्र रिे िा सकते है-
1- बर्ाई पि
2- शुभकामना पि
3- त्रनमिं ण पि
4 - सांत्वना पि
5 - त्रकसी प्रकार की जानकारी देने के त्रलए
6 - कोई सलाह आत्रद देने के त्रलए
(1) प्रार्धना-पि - निि पत्रों में निवेदि अर्वा प्रार्यिा की िाती है, वे 'प्रार्यिा-पत्र' कहिाते हैं।
(2) कार्ाधलर्ी-पि - िो पत्र कायायियी काम-काि के निए नििे िाते हैं, वे 'कायायियी-पत्र' कहिाते
(3) व्र्वसात्रर्क-पि - व्यवसाय में सामाि िरीदिे व बेचिे अर्वा रुपयों के िेि-देि के निए िो पत्र नििे िाते
हैं, उन्हें 'व्यवसानयक-पत्र' कहते हैं। इि पत्रों में दक
ु ािदार, प्रकाशक, व्यापारी, कंपिी आनद को नििे र्गए पत्र आते
हैं।
नप्रय बहि,
सदा िश ु रहो।
मैं यहााँ कुशि ह,ाँ आशा है वहााँ पर भी सभी कुशि होंर्गें। अभी-अभी मुझे नपता िी का पत्र प्राप्त हुआ और उिसे
घर के सभी समाचार ज्ञात हुए। सार् ही सार् यह भी पता चिा नक तम्ु हारा स्वास्थ्य कुछ ठीक िहीं है। अपिे
स्वास्थ्य का ध्याि रिा करो।
तम्ु हें तो पता ही है नक पहिा सिु स्वस्र् शरीर को कहा िाता है। इसके निए आवश्यक है नक तमु हमेशा योर्गासि
नकया करो। भार्ग-दौड़ भरी निंदर्गी में व्यस्त रहिे के कारर् कोई भी स्वास्थ्य की ओर ध्याि िहीं देता। योर्ग एक
ऐसा माध्यम है िो शरीर को स्वस्र् रििे में महत्पूर्य भनू मका निभाता है। इसनिए मैं तम्ु हें यही सिाह दर्गाँू ी नक तमु
नियनमत रूप से योर्गा नकया करो निससे तम्ु हारा शरीर चस्ु त और फुतीिा हो िाएर्गा और शरीर की प्रनतरोधक
क्षमता भी बढेर्गी।
आशा करती हाँ नक तमु मेरी इस सिाह को मािोर्गी तर्ा अपिे िीवि में योर्ग को महत्त्व दोर्गी। मझु े पर्ू य नवश्वास है
नक तमु िल्द ही स्वस्र् हो िाओर्गी। माता-नपता को प्रर्ाम और भाई को मेरा प्यार देिा।
मैं यहााँ कुशि ह,ाँ आशा है वहााँ पर भी सभी कुशि होंर्गें। तम्ु हे िािकार बड़ी िश ु ी होर्गी नक मेरी बहि रूनच का
नववाह 14 अर्गस्त को तय हुआ है। आप इस समारोह में सादर आमंनत्रत है। बारात नदल्िी में 14 अर्गस्त को 8.00
बिे आयेर्गी। दल्ु हि का पनत एक डाक्टर है। वह स्वभाव में बहुत अच्छा है। मैं अपिे सारे दोस्तों को अपिी बहि
के नववाह समाहरोह में बुिा रहा ह।ाँ हमिे यह तय नकया है नक नववाह समारोह र्गोल्डि र्गाडयि में करें र्गे |
मैं आशा करता हाँ नक तुम इस नववाह समारोह में अपिे पररवार के सार् िरूर आओर्गे। अंकि और आंटी को मेरी
तरफ से प्रर्ाम कहिा। दीपक को मेरा प्यार देिा। मझु े तम्ु हारी प्रतीक्षा रहेर्गी।