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हम पंछी उन्मुक्त गगन के

हम पछ उनमकत गगन क

पजरबदध न ग पएग

कनक तलय स टकरकर

पलकत पख टट जएग

हम बहत जल पनवल

मर जएग भख पयस

कह भल ह कटक नबर

कनक कटर क मद स

सवरण शखल क बधन म

अपन गत उड़न सब भल

बस सपन म दख रह ह

तर क पफनग पर क झल
ऐस थ अरमन क उड़त

नल नभ क सम पन

लल करणस चच खल

चगत तरकअनर क दन

हत समहन कषतज स

इन पख क हड़हड़

य त कषतज मलन बन जत

य तनत सस क डर

नड़ न द चह टहन क

आशरय छननभनन कर डल

लकन पख दए ह त

आकल उड़न म वघन न डल

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