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मंश

ु ी 'ेमचंद

• उनका असल) नाम धनपत राय 0ीवा3तव था।


• वह मंश
ु ी :ेमचंद व नवाब राय के उपनाम से लेखन करते थे।
• उनका जAम 31 जल
ु ाई 1880 व मHृ यु 8 अIटूबर 1936 मN हुई।
• वह उपAयास कहाOनयां व नाटक Pलखा करते थे।
• उAहN उपAयास सQाट के नाम से जाना गया।
• उAहSने एक दजUन उपAयास 300 कहाOनयां, :3ताव वह अनव
ु ाद Pलखे।
• गोदान, गबन, कमUभPू म, शतरं ज के Yखलाड़ी, मानसरोवर, ईदगाह, :ेमा, कृ[णा, वरदान,
रं गभPू म इHया^द उनके :मख
ु कृOतयां ह_।
ईदगाह

• लेखक: मंश
ु ी ,ेमचंद
• उपनाम: नवाब राय
• भाषा: 9ह;द<
ु तानी (9हंद? और उदB ू का मेल)
पा0

• चार साल का Eबना माता Fपता का बालक हाGमद


• हाGमद कH दाद?
• हाGमद के दो<त
कथानक

• एक चार वषB के बालक के मन मK अपनी दाद? के Gलए संवेदनशीलता, ,ेमभाव और उसकH


परोपकार? मनःि<थPत।
कथाव5तु

• एक Eबना माता Fपता का बालक जो अपनी दाद? के साथ रहता है और उनसे बहुत Tयार
करता है ।
• वह साल भर मK एक बार आने वाले ईद Wयोहार पर Gमलने वाले पैसे भी अपनी दाद? के
Gलए Xचमटा खर?दने पर खचB कर दे ता है ।
• Zयं[ू क वह रोज़ दाद? का हाथ रोट? बनाते वZत तवे पर जलते हुए दे खता है , उसे मन ह?
मन यह बात सताती है ।
• ईदगाह पर लगने वाले मेले मK दस
ू रे ब^च_ कH तरह अपने Gलये `खलौने व Gमठाई न
खर?द कर हाGमद अपनी दाद? के Gलए Xचमटा खर?दता है ।
सीख

• यह कहानी हमK कुछ सीखK दे ती है ।


• ब^चे भी संवेदनशील होते है वह अपने आस पास के वातावरण कH जानकार? रखते हe।
• जीवन मK छोट? ले[कन तकल?फ दे ने वाल? सम<याओं के समाधान कुछ ह? लोग कर पाते
हe. वह लोग सकाराWमक होते हe।
• जjर? नह?ं [क महं गी व<तु से ह? [कसी को खGु शयां द? जाएं।
• अपनी खश
ु ी के समय दस
ू र_ कH तकल?फ़ का भी lयान रखना चा9हए।
अि#न सदन क)ा पांच ई

• ANAISHA: AUTHOR INFO and NARRATOR


• SHARANYA: NARRATOR
• SUHANA: NARRATOR
• OJAS: NARRATOR
• LUVI: NARRATOR
• ADA: NARRATOR
• MUKESH : SUPPORT
• MILO: STORY COMPILATION, PRESENTATION CREATOR & PRESENTER

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