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KUSUM Pradhan Mantri Urja Suraksha evam Utthaan Mahabhiyaan (Kisan Energy Security

and Upliftment Maha Abhiyan) कुसम


ु योजना

The scheme aims to provide solar pumps to the farmers to utilize their wasted
lands. Moreover, the government helps the farmers generate solar energy on
barren lands and sell the surplus to the grid. The farmers will get around
90% of the subsidy on the individual solar pump’s total cost installed in
their respective lands through this scheme.

केंद्र की मोदी सरकार ने किसान उर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान (कुसम


ु ) योजना बिजली संकट से जूझ रहे इलाकों को ध्यान में रख शरू
ु की है . कुसम
ु योजना के
तहत दे शभर में सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी डीजल/बिजली के पंप को सोलर ऊर्जा से चलाने की योजना है . कुसुम योजना का एलान केंद्र सरकार के आम
बजट 2018-19 में किया गया था. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कुसम
ु योजना की घोषणा की थी.

क्या है कुसम
ु योजना के लिए सरकार की तैयारी?
कुसम
ु योजना के तहत साल 2022 तक दे श में तीन करोड़ सिंचाई पंप को बिजली या डीजल की जगह सौर ऊर्जा से चलाने की कोशिश की जा रही है . सरकार द्वारा
निर्धारित बजट के हिसाब से कुसुम योजना पर कुल 1.40 लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी.

कुसम
ु योजना पर आने वाले कुल खर्च में से केंद्र सरकार 48 हजार करोड़ रुपये का योगदान करे गी, जबकि इतनी ही राशि राज्य सरकार दे गी. किसानों को कुसम
ु योजना
के तहत सोलर पंप की कुल लागत का सिर्फ 10 फीसदी खर्च ही उठाना ह ..

कुसम
ु के पहले चरण में डीजल पंप बदले जाएंगे कुसम
ु योजना के पहले चरण में किसानों के सिर्फ उन सिंचाई पंप को शामिल किया जाएगा जो अभी डीजल से चल रहे
हैं. सरकार के एक अनुमान के मुताबिक इस तरह के 17.5 लाख सिंचाई पंप को सौर ऊर्जा से चलाने की व्यवस्था की जाएगी. इससे डीजल की खपत और कच्चे तेल के
आयात पर रोक लगाने में मदद मिलेगी.

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