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Class:VII Lesson No -17.

कबीर के दोहे

I.एक वा य म उ र ल खए ।
1.कैसी वाणी बोलनी चा हए?
उ.सौ य,एवं और मधरु वाणी बोलनी चा हए ।

2.कबीर स चाई और झठ
ू को कसके समान मानते है ?
उ.कबीर स चाई को भगवान और झठ
ू को पाप के समान मानते है ।

3. कसके दय मे ई वर रहता है?


उ.हमेशा स च बोलने वाले दय म ई वर रहता है ।

4.खजुर के पेड़ से कसे धाया नह ं मलती है?


उ.खजूर के पेड़ से या य को धाया नह ं मलती है ।

II.दो-तीन वा य म उ र ल खए ।
1.खजूर के पेड़ से हम या सीख मलती है ?
उ.खजरू के पेड़ बहुत लंबे होते ह। िजससे पंथी को धाया और फल नह ं मलती
है । इसी तरह समाज मे बड आदमी होकर समाज सेवा नह ं मलती
है । इसी तरह समाज मे बड़े आदमी होकर समाज सेवा नह ं करते हो तो कोई
फ़ायदा नह ं ।

2.मन से बरु े वचार कैसे मट जाते ह ?


उ.एक मन से भगवान क ाथना कर मन से बरु े वचार मट जाते है ।

3.हम कस तरह क बात करनी चा हए?


उ.हम सौ य,एवं और मधरु वाणी बात करनी चा हए ।

4.भगवान का मरण मनु य कब और य करता है?


उ.भगवान का मरण मनु य तब करता है क जब उसको दख
ु होता है।
भगवान का मरण मनु य करता है। य क उसका दख
ु दरू हो ज़ाया।
5.सच और झठ
ू म या अंतर है?
उ.सच से बडी व तु नह ं है।झठ
ू बोलने से महा पाप होता है । स य का
माग अपनाने से आप स चे अदमी बनते है ।

III. वलोम श द ल खए ।
1. स य X अस य2. याय X अ याय 3.चेत X अचेत 4. हत X अ हत
5.शांत X अशांत 6.सफल X असफल

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