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सामिु क क लाल िकताब

के
अरमान
1940

लाल िकताब के रचियता


पंिडत ी पच द जोशी जी
18 जनवरी 1898 - 24 िदस बर 1982

िह दी िल यांतरण
िमलख राज बाघला सखिवं
ु दर शमा
चंडीगढ़ संग र
(फ़ािज का वाले) (िपंड - कांझला)
ीक
िकस

ये सफ़ा असली “लाल िकताब 1940 अरमान” का नह है


ा हर हो ।
ु त
सन ा कोई सक
आव
ाज
ही भ

ू ाद उ हो ।
न ह ले य य ाक
से प ी दिु

सब सभ
िफर
ये सफ़ा असली “लाल िकताब 1940 अरमान” का नह है
िव ाथ लाल िकताब (हरे श पंचोली) (अहमदाबाद)

* काशक़ क अनुमित के िबना इस काशन के कसी भी भाग


को छापना तथा इले ोिनक, मशीनी, फोटो ितिलिप
अथवा अ य िविध से पुन: योग प ित ारा उस का सं हण
अथवा सारण व जत ह।ै

* इस पु तक क िब इस शत पर क गई है क काशक़ क
पूव अनुमित के िबना यह पु तक अपने मूल आवरण अथवा
कसी अ य कार से ापार ारा उधारी पर पुन: िव य, या
फर कराये पर न दी जायेगी, न बेची जायेगी।

* इस काशन का सही मू य पु तक के आवरण पर मु त ह।ै


रबड़ क मोहर, िचपकाई गई पच , ि टकर या कसी अ य
िविध ारा अं कत कोई भी संशोिधत मू य गलत है तथा मा य
नह होगा।

काशक़ :- िव ाथ लाल कताब


हरे श पंचोली
(अहमदाबाद)
मू य : िनशु क ("लाल कताब" के िव ा थय के िलए)

ये सफ़ा असली “लाल िकताब 1940 अरमान” का नह है


पु पांजिल
लाल कताब योितष से संबंध रखने वाले सभी दो त , िव ान ,
िव ा थय और इस िव ा म ेम और आ था रखने वाले भाई बहन के
िलए बड़ी ख़शी क बात है क आज 18 जनवरी 2016 को इ म सामु क
क लाल कताब उद ू के दो मूल थ "अरमान 1940" और "गुटका 1940"
का िह दी िल यांतरण आप सब को इं टरनेट पर िनशु क उपल ध कराया
जा रहा ह।ै
18 जनवरी का दन लाल कताब योितष जगत म एक िवशेष
थान और ख़ास मायने रखता ह।ै यूँ क ये दन उस महान शि सयत का
ज म दन ह।ै िज होने भारतीय योितष समाज को एक नयी क याणकारी
िव ा का तोहफा दया। उस महान शि सयत का नाम है पंिडत ी पचंद
जोशी जी ( पंड - फ़रवाला, पंजाब) िजन क ज म ितिथ है 18 जनवरी
1898।
उन के ारा जारी क गई इस क याणकारी िव ा को आगे बढ़ाने
हत
े ु, सुगमता पूवक जनसाधारण तक प चाने हत े ु और उस पर शोध एवम
अनुसंधान करने हत े ु "लाल कताब के िव ाथ " ुप ने संक प िलया ह।ै
जीसके पहले चरण म लाल कताब के सभी (पांच ) मूल अंक जो क उद ू म
ह उन का िह दी िल यांतरण करके जनसाधारण को िनशु क उपलब
करवाना और इस के इलावा उद ू के सभी असल मूल अंक भी इं टरनेट पर
िनशु क उपलब करवाना। दस ू रे चरण म इस िव ा से संबंिधत सभी
कार क सािह य साम ी इक ी करना, पंिडत जी के जीवन के संद भत
जानका रयाँ इक ी करना और पंिडत जी ारा पढ़ी गयी या दिेख गयी
ज म कुं डिलयाँ ा करके इस सारे ान सािह य को इं टरनेट पर डाल कर
िनशु क उपल ध करवाना और तीसरा चरण है इस िव ा पर शोध और
अनुसंधान काय को आगे बढ़ाना।
यहाँ पर म यह बताना ज री है क िपछले वष 18 जनवरी 2015
को इस ुप ारा लाल कताब के थम अंक "फ़रमान 1939" का िह दी
िल यांतरण (दरु तीयां सिहत) इं टरनेट पर उपल ध करवाया जा चुका ह।ै
आज 18 जनवरी 2016 को लाल कताब के रचियता का जनम
दन ह।ै जो लाल कताब योितष जगत के िलए ेरणा दवस ह।ै इस पावन
अवसर पर जो काय "लाल कताब के िव ाथ " ुप ने कया ह।ै वह अ यंत
सराहनीय ह।ै िजसके िलए इस के सभी सद य बधाई के पा ह।ै िजनहोने

ये सफ़ा असली “लाल िकताब 1940 अरमान” का नह है


दन रात अनथक महन े त करके इस महान काय को अंजाम दया ह।ै
मुझे उ मीद है लाल कताब ेिमय के िलए ये तीन कताब (जो
लाल कताब के िव ाथ ुप ने डाली ह)ै सहायक और क याणकरी सािबत
ह गी और इस िव ा को आगे बढ़ाने म एक मील प थर का काम दगी।
अंत म म एक बार फर इस ुप के सभी सद य तथा िवशेष प से
ुप सद य ी हरे श पंचोली (िव ाथ लाल कताब - अहमदाबाद -
गुजरात) िजन के अद य साहस, ेरणा और अनथक महन े त के फल व प
लाल कताब के ान े म "एक नयी करण एक नयी रोशनी" का काश
महसूस कर रहा ,ँ को इन के यासो के िलए बधाई और शुभकामनाय दत े ा
।ँ
"लाल कताब के िव ाथ " ुप ारा पंिडत जी के ज म दन पर
कया गया ये काय उन के ी चरण म ुप क तरफ से अ पत यार भरी
"एक पु पांजिल" ह।ै

िमलख राज बाघला


चंडीगढ़
(फ़ािज का वाले)

ये सफ़ा असली “लाल िकताब 1940 अरमान” का नह है


"लाल कताब एक अनुठा ंथ"
लाल कताब के रचियता पंिडत ी पचंद जोशी जी के ारा िलखे गये
5 ंथ अलग अलग साल म उन के भाई िगरधारी लाल शमा जी के नाम से
कािशत ए थे। पंिडत ी पचंद जोशी जी ारा तमाम क तमाम कताबे उद ू
म िलखी गई थी। आज कल के दौर म उद ू जानने वाल क कमी के होते ए इस
महान ंथ को पढ़ना या समझना मुि कल हो रहा था। कु छेक िह दी िल यांतरण
उपल ध है पर सब के िलए खरीद करना पाना मुि कल हो जाता ह।ै इस वजह से ये
सोच िवचार के बाद तय कया गया क 5 क 5 कताबे एक एक कर के इं टरनेट
पर िनशु क उपल ध करवायी जाएँ।
इस काय को मेरे दो त हरे श पंचोली जी ने िपछले वष शु कया था
और इस क आगे क कड़ी म जुडने का मुझे सौभा य ा आ। पंिडत ी पचंद
जोशी जी क 119व वषगांठ के पावन पव पर पंिडत जी के आशीवाद और आप
सब के लाल कताब के ित ेह के कारण दस ू री शृंखला म "लाल कताब के
अरमान 1940" इं टरनेट पर िनशु क उपल ध करवाते ए अपने आप को ह षत
और सौभा यशाली महसूस कर रहा ।ं
इस पूरे काय को हमारे ुप "लाल कताब के िव ाथ " के सभी सद य ने
िमलकर ही कया ह।ै
सुख वंदर शमा
संग र
( पंड - कांझला)

ये सफ़ा असली “लाल िकताब 1940 अरमान” का नह है


सरसरी नोट
लाल कताब 1939 के सरसरी नोट के बाद
(5) अरमान म लंबी लंबी इबारत िलखने के बजाए िसफ़ हवाला
लाल कताब िलखा ह।ै िजस से िलखी ई इबारत के सबूत क शहादत से
मुराद नह बि क इबारत मज़कु रा के बाद और इबारत साथ मीला लेने क
तरफ़ इशारा ह।ै इस िलए हवाल क इबारत को ज र साथ िमलाकर
पढ़ते जाव।
(6) कुं डली का बनाना और उसक द ती का जांचना तमाम
मुत लका इ म क वाक़ फ़ के बाद शु कर और दौराने व त म अरमान
नंबर 181 के असूल पर इस कताब के आिख़र पर दए ए फॉम को साथ
लेकर तजुबा हािसल कर।
(7) बताये ए फ़रमान के जवाब क गलती बताने वाला इस इ म
को बढ़ाने के िलए सब से मददगार दो त होगा।
(8) बात क असिलयत पाने के िलए कसी दस
ू रे इ म या आलम
क बदखोई से परहज़
े चािहये।
(9) इस म शक़ नह के नंदक और अहमक़ मखौल उड़ाने वाले से
क़राहत आ ही जाया करती है मगर दिुनयावी सािथय को ह ब-ए-हिैसयत
इस इ म से फ़ायदा प चाना इं सानी शराफ़त होगी वाह फ़ायदा उठाने
वाला श स कृ त या नाशुक़रा ही यूं न हो।
"कर भला होगा भला आिख़र भले का भला"
आगाज़
लाल कताब के अरमान
1. सबसे पहले इस कताब के आिख़र पर दी इ फ़े ह र त (तमाम) द ती के
मुतािबक लाल कताब को द त कर ल। (ये द ि तयाँ 1939 म कर ली गई
ह)ै
2. फ़रमान व अरमान दोन एक ही नंबर के ह। इसिलये दोन को इक ा
िमलाकर पढते जाव। इन शत के बग़ैर पढने से कोई मतलब हल न होगा।
अरमान नंबर 1
ला क ाथ
लाल कताब के मुतािबक बुलंद आसमान क आिख़री हद और पाताल
ल े
क गहरी तै से िघरे ए दर यानी ख़ाली खलाव या आकाश म ग़ैबी और ज़ािहरा
हवा के दोन जहान म आने जाने के कु ल रा तो को जनम मरण क गांठ लगा दन
े े
िक
वाली चीज ब ा कहलायी। यूं ही क इस ब े ने इधर का ख़ कया बंद मु ी के
आकाश म 9 िनिघ क अटल ताक़त व 12 िसि क ख़द अपनी िह मत क हवा
(ब ये ह त रे खा) कु डली के आकार म ह व रािश (बिहसाब इ म योितष)
ता
िव

नारया बैल के स गो पर कु ल दिुनया क धरती माता का बोझ या ज़मीन का अपने



महवर पर घूमने का कयास (बखयाल दीगरां) का च र पहले ही घुमने लगा।
मािलक के कम के क़ र मे क चमक से क़ मत क आवाज का काश होते ही
इसक हर गांठ के साथी

बहृ पत शु चंदर बध

" िसधी बारह - - नौ िनधी - मोह - माइ - आकाश,
राह केतु सनीचर मंगल सरज

राई घटे न ितल बढे - म छ - भाई - काश।"
आ हािज़र ए।
ह के इलावा िसफ़ नौ िनधी बारह िसि के हरफ़ ख़ाली बचते ह। यही
दो ह फ़ दिुनयादार ने ब े का नाम रखा। इसीिलये िसफ़ नाम पर ही बाज़ ने
क़ मत का असर माना ह।ै (1) नौ ह जरब बारह रािश कु ल 108 गांठ क माला
का सीधा उ टा च र माना गया ह।ै जो 35 साला च र का पहला व दस
ू रा िह सा
होता ह।ै (2) मुक मल इ सान के नाम से पहले 9X12 = 108 का हद
ं सा िलखते
ह।

1
आगाज़
बुध (आकाश) और बृह पत (हवा) को गांठ लगाकर बांध लेने वाली चीज को ब ा
िगना तो ब े क हर गांठ से नौ ह क िमलायी इ चमक इं सानी क़ मत का
खज़ाना इ और इन सब गांठो से गांठा आ सामु क का इलम सब भेद के
खोलने वाला मुकरर आ। िजसम बंद मु ी को ह कु डली माना गया। तो
चंदर माता शु के तु औरत
1 सुख

2 12 आमदन
सूरज ज म दन
भाई बंद
िज म मुत लका
4 10 दिुनया
3
धन
मंगल
ला क ाथ
बृह पत
ख़राक
7
5
सनीचर
ल े
औलाद धरम
जायदाद बाबा
6
बुध रा 8 9
िक
वा दन
े और औरत क
तरफ से र तेदार
मौत बीमारी

(ये कु डली तमाम ह के अपने अपने ऊंच होने के घर क बुिनयाद पर रखी


ता
गयी ह।ै)
िव

कु डली के खाने लाल कताब का आम असूल



इ म योितष क जनम रािश (लगन) लाल कताब म मेख रािश होगी।
िजसका प ा घर हमेशा हद ं सा नंबर 1 वाला होगा। िजसके बाद बाक घर
बातरतीब ह गे।
बंद मु ी का अंदर या ब े का साथ लाया आ
अपनी क़ मत का खज़ाना (तमाम ही नर ह)
जवानी का हाल दख े ने के
}
1 - 7 - 4 -10 ह गे

ख़द अपना बचपन और जनम से


पहले वालदन ै क हालत } 9 - 11 - 12 ह गे
औलाद के जनम दन से अपना बुढापा - 2 - 3 - 5 - 6 ह गे
मरने पर इसके बाक रहे का हाल }
मौत बीमारी मंदा जमान ....... 8 - मारग अ थान होगा
100 फ़ सदी ि के खाने .....1 - 7 - 4 - 10 ह गे। साथ लाये ए भरे
खज़ाने।
50 फ़ सदी ि के खाने........3 - 11 - 5 - 9 ह गे दस
ू र क मदद से पैदा
करदा हालत
25 फ़ सदी ि के खाने ....... 2 - 6 - 12 ह गे र तेदार से ली इ चीज।

2
आगाज़
आगे क बजाये पीछे को दख
े ने वाला ख़ाना नंबर 8 मौत नमानी का फं दा िगना ह।ै

अरमान नंबर 2
ह त रे खा या योितष के मजमुआ से या दोन म से कसी एक के ज रये
से दस
ू रे को पैदा कर लेने वाले मजमून को इ म सामु क कहा ह।ै िजससे ह ती से
ने ती या ने ती से ह ती का भेद खुलता है या ख़ासीयत से इसके मुत लका ठोस
हाथ म आ जाने वाली चीज या ठोस चीज से उसका हवाई और ख़याली असर का
पता चल जाता है और इस ह बुत के हवाई व बदनी मैदान का अंदर-बाहर या
ला क ाथ
इ सानी व ख़दाई राज का बाहमी ता लुक चलता ह।ै

अरमान नंबर 3
ल े
ह बुत के झगङे के मािलक इं सानी िज म के िह से और उनक हर इक
िक
ताक़त। ह त रे खा के तमाम जुज। कु डली क 12 रािशयां और 9 ह क चाल व
बाहम लगाव झुकाव का पैदा करदा असर। क़ मत का क़ र मा या ख़दाई म
ता
िव

कहलाता ह।ै िजसक तामील से जनम मरन या शु व आिख़र के मैदान क फतैह



व िशक त का नतीजा ख़शी ग़मी क ख़ बू बदबू आ करती ह।ै

अरमान नंबर 4
ह त रे खा व योितष क बुनयादी चीज के मुकररा मैदान से हर श स
क क़ मत का मैदान मुकरर करके एक अ स से असल चीज क हालत या नकल
से असल और असल से नकल करके असल मकसद या बात का पूरा पता चल जाता
ह।ै (रा के तु का ता लुक उन ह म िज़कर ह)ै।
सफ़े द कागज (बुध) पर फटकङी (बुध) से िलखा आ चंदर क रोशनी
या पानी म नजर न पङा। ले कन जब सूरज का साथ या आग का ता लुक आ तो
वही गुमनाम ह फ़ सफ़े दी से ख़द-ब-ख़द याह हो गये। ब इसी तरह रा के तु
(मशनोई शु गृह ती दिुनया म) बुध के आकार म घूम रहे ह और सूरज चंदर के
रा ते म ख़द-ब-ख़द पैदा हो जाते ह।

3
आगाज़
अरमान नंबर 5
दिुनया क 12 तरफ और हरइक तरफ का इ म सामु क म ता लुक
रािश कुं डली का ख़ाना नंबर मालक ह तरफ ता लुक
मेख 1 मंगल त त वजूद िज म के तमाम अजूं-और तमाम
नेक दिुनयादार का अलैहदा अलैहदा
होते ए और फर इक े एक
होकर काम करने क िह मत
व ताक़त (मा नंद राजा व रै यत)
िबरख 2 शु मोह माया तमाम चीज क िस त का
एैजान.......
िमथुन 3 बुध आकाश मु तिलफ़ चीज या ताक़त का
ला क ाथ
एक ही वजूद या एक ही जुज म
इक े होकर काम करना। मद
ल े
औरत के जोङे से ब ा बनना।
कक 4 चंदर शुमाल धन दौलत-शांित- धरती माता-
मश रक़ सब का सहारा।
िक
संह 5 सूरज मश रक़ रोशनी- ह-आग- क़ मत क
चमक।
क या 6 बुध शुमाल अंद नी अ ल- भाखया भाव
ता
अपार- र तेदार-न ारा खलक।
िव

के तु पाताल नेक -फलना फू लना



तुला 7 शु जनूब गृह त उ ित-बढना (नसल दर
मग़ रब नसल)
बृ क 8 मंगल बद जनूब मौत-मंदे हाल-बदी। हरएक का
फं दा
धन 9 बृह पत ग़ैबी दिुनया हवा-माता का पेट-िपछला जनम -
बुज़ग क जगह।
मकर 10 सनीचर मग़रब अंधेरा - सनीचर क ख़द अपनी
ताक़त (जाती ताक़त)
कुं भ 11 सनीचर जनम िछपे िछपाये अपने एैजंट रा के तु
से सनीचर का फ़ै सला।
मीन 12 बृह पत शुमाल दनु यावी धन दौलत का सुख।
मग़ रब
रा जनूब अचानक ख़याल भासरना। ाप व
मश रक़ आशीवाद।
बृह पत आसमान दोन जहान क बजाये िसफ़ एक
रा तरफ का बृह पत िजसे
आसमान या रा दो क बजाये एक ताक़त का कर दग
े ा। यािन बृह पत रा के साथ
आसमान के ऊपर आ तो ग़ैबी ताक़त का मािलक अगर आसमान के नीचे दिुनया क
तरफ आ तो गृह ती गु होगा।

4
आगाज़
गज क रा के साथ होने पर आसमान नीले रं ग वाला बृह पत को िसफ़ एक
तरफ का मािलक कर दग
े ा। दस
ू रे िह से के िलये बृह पत चुप होगा।
ख़ाना नंबर 8-11 म सनीचर का रा के तु का ता लुक-
ख़ाना नंबर 8 सनीचर का हड
ै ाटर ह।ै जहां क रा के तु नेक बदी के
कारनाम सनीचर को प च
ं ाते ह। उन कारनाम को साथ लेता आ ख़ाना नंबर
11 म जाकर सनीचर दोन जहान के गु (बृह पत का घर) के दरबार म ख़दा को
हािज़र नािज़र कह कर फ़ै सला करे गा। िजसम बृह पत क रजामंदी ज री होगी।
कुं डली के 12 ख़ाने
ला क ाथ
मकान का ता लुक (अरमान नंबर ख़ाना इ सान का ता लुक अरमान
95) से मुत लका नंबर नंबर 94 से मुत लका
ल े
चार दीवारी मय तै ज़मीन के गोशे 1 ह - नमक
मकान का वा ता यािन घर है या 2 सुभाव (नेक ) - भूक
िक
बैठक, गु दवारा है या िज़बह ख़ाना
वगैरह।
ता
मकान के साजो सामान वासते 3 िजगर - ख़ून - मीठा
िव

आरायश (अंद नी)



मकान क तै ज़मीन (ख़ाली तै) 4 दल - दध
ू - धनदौलत
रोशनी व हवा 5 हवास खेमा -
}
पांच इं य क ताक़त हाजमा
हमसाये यािन पङोसी इद िगद वाले 6 प े नाङ, ज़ायका, साग स जी,
फू ल पतर
पल तर , सफ़े दी 7 चेहरा, घी जद
छत 8 िपत, बदहजमी, कङवाहट
क ा प ा, मय हर िह से क 9 सांस, मूल , जङ
अंदर क पैमाइश
लोहा लकङी ( ट प थर) 10 बाल , कांटे
मकान क शान व शौकत 11 पु त, खाल, िछलका, परिवरश
(जािहरदारी)
आबाद या वीराना 12 ह ी, खटाई

5
आगाज़
कु डली के 12 खाने
असर मुत लका ख़ाना ह त रे खा के जुज
नंबर
(माता, भुआ, मासी, फू फ वगैरह)।

}
2 अगुंिलयां (लंबाई,छोटाई,सीधी,टेढी)

ी ता लक
(औरत, बेवा औरत या माशूका) पेशानी पर ितलक क ख़ास जगह
बदनामी या चालाक क शोहरत B12 हथेली व अंगुिलय का मय अंगूठा


व चमक। * अंदर या बाहर को झुकाव। नाख़ून
मद औरत का बाहमी साथ पांवो के ।
अपनी जाती ख़ासीयत( हानी, िज मानी, A6 चेहरा व पेशानी का हाल। नाख़ून
*
ला क ाथ
दमाग़ )मकानात के इद िगद क चीज का हाथ के । इ सान ख़द कस ह का ह।ै
ता लुक
ल े
मकानात का बनना वगैरह। पराई दौलतका 7 िज म के बाल। हथेली क हर हालत
िमलना। का हाल।
मद का ता लक

}
दिुनया म नाम कस हस
ै ीयत का होगा। 1 हाथ पर ख़ास िनशान ।
िक
कु दरती तौर पर तबीयत का झुकाव 4 च शंख सदफ। अंगुिलय पर जौ के
या होगा। िनशान।

ता
सेहत व आम बरताओ 10 बङी ितकोन, बङी मु तैल
िव

आम ख़शी व ग़मी क औसत हालत 3 मंगल के बुरज क चरबी का भर



चोरी यारी -नुक़सान-अ यारी(ठ गी) जाना। ख़शी ग़मी क रे खा।
आराम या हराम खोरी 9 अंगुिलय पर सीधे खङे या लेटे ए
खत।
चालाक क चमक- बदनामी क शोहरत। B12 हथेली पर बृह पत के खत अगुंिलय
* पर के बृह पत(बजज ऊपर के ख़ाना
नंबर 4) के िनशान।
औलाद व अपने ख़ून का ता लुक। नेक क 5 र तार, गु तार, तहरीर, अंगुिलय के
मश री। दर यान क ख़ाली जगह।
आमदन, आयी चलायी का ज रया। 11 हाथ क कसम हर अजू मय नाख़ून
का हाल रं ग - वो कस कस तरह के
ह। पेशानी िसवाय ितलक क ख़ास
जगह का हाल।
अपने वालदन
ै क तरफ से र तेदार A6 कद व कामत, हथेली व अंगुिलय क
*
(नानके वगैरह) तनासब का असर
मौत नमानी 8 सब क ख़ म कहानी

6
आगाज़
अरमान नंबर 6
हाथ व पाव क अंगुली के नाख़ून के िसरे से कलाई व टखने तक और 9
ह व 12 रािश क कु डली से 12 तरफ के दर यानी मैदान म बनातात,
जमादात, इ सानात(तो क़ म क़ म के लोग), हव
ै ानात, मकान आम व ख़ास व
जाये रहायश, वाब, शगुन, माल - मवेशी, च रं द, प रं द, द रं द, दो त व
दु मन, ज़हर व अमृत, दु यावी दीगर सािथय और इ म याफ़ा वगैरह से जो
सामु क के ज री िह से ह। व से पहले ही िलखे ए 9 िनधी 12 िसि के
खज़ाने क कमी बेशी के मुत लका कु दरती और अनिमट (जो िमटाये न जा सक)
ला क ाथ
लेख या मनामे को िसफ़ पढा ही जा सकता ह।ै मगर इसम अपनी मज के
मुतािबक अदली बदली नह क जा सकती। भेद िसफ़ श क बात को द त करके
ल े
शक़ का फायदा उठा लेने क गुंजाइश ह।ै जो हफल और रािशफल क िमलावट
के व त आ करती ह।ै यही एक बात इस इ म का ख़ास मतलब ह।ै
िक
हफल व रािशफल
1.) जब कोई ह अपनी मुकरर रािश (यािन वो रािश िजसके क वो घर
ता
िव

का मािलक ह िगना जाता ह)ै या ऊंच नीच फल क ठहराई इ रािश (फ़रमान



नंबर 113 सफ़ा नंबर 114) या अपने प े घर (फ़रमान नंबर 103 सफ़ा नंबर
97) क बजाये कसी गैर रािश म जा बैठे या कसी दस
ू रे ह का साथी ह (जङ
अदला बदली कर लेने वाला वगैरह) बन जावे तो वो ह एैसी हालत म रािशफल
या श क हालत का ह होगा। िजसके बुरे असर से बचने के िलये इसके शक़ का
फायदा उठाया जा सकता ह।ै इसके बरिख़लाफ़ यािन ऊपर कही इ हालत के
उ टे हाल पर वो ह '' हफल'' या प हालत का ह होगा। िजसके बुरे असर को
तबदील करने क कोिशश करना बेमायनी बि क इ सानी ताक़त से बाहर होगा।
िसफ़ ख़ास ख़ास ख़दा रशीदा और महदद
ू हि तयां ही रे ख म मेख (रे खा म मेखा -
सूरज मेख ख़ाना नंबर 1 म कै द) लगा सकती ह। वो भी आिख़र तबादला ही होगा।
यािन एक जानदार या दु यावी चीज या ताक़त को इसक ह ती से िमटाकर इसके
एैवज म दस
ु रा जानदार दु यावी चीज या ताक़त पैदा कर दग
े ी। (बाबर हमांयू के
क से) मगर नया ही दस
ू रा हद
ं सा फर भी पैदा न होगा। िसवाये उस व के
जब क एैसी हि तयां ख़द अपनी ताक़त या अपना ही आप तबाह कर लेती ह और
कसी

7
आगाज़
दस
ू रे एैवज तक नौबत नही आने दते। ये हालत भी उनक ख़दाई शरीक़ होने क
होगी। कोई न कोई तबादला दया ही गया। हफल फर भी न टला।
2.) हफल को अगर राजा कह ता रािशफल इसका साथी वजीर होगा।
हर ह कौन कौन से घर (रािश नंबर) म रािशफल का ह गा।
‘'बृह पत''
कु डली के ख़ाना नंबर......6.......म.........के तु का उपाय नेक फल पैदा करे गा।
कु डली के ख़ाना नंबर.....7.......म.........चंदर के उपाय से नेक फल पैदा होगा।
पापी ह मय बुध के साथ...मुत लका ह हरएक के अलैहदा अलैहदा उपाय से
ला क ाथ
नेक हो।
‘'सूरज''
ल े
i सूरज कभी रािशफल का नह होता।
ii िसवाये ख़ाना नंबर 1 व 5 के सूरज िजस रािश म बैठा हो इस रािश का
िक
मािलक ह या उस रािश नंबर के मािलक ह का ''साथी ह'' रािशफल का हो
जाएगा। एैसी हालत म उस रािशफल म हो जाने वाले ह के िलये उस के दु मन
ता
िव

ह से बचाने के िलये उपाय कर। य क सूरज ख़द कभी नीच नह होता। बि क



अपने दु मन ह को नीचे दबा कर इस नीचे दब जाने वाले ह का फल ख़राब कर
दया करता ह।ै
iii ख़ाना नंबर 1 और 5 म बैठा आ सूरज हर दो त व दु मन ह (िसफ़
सूरज के ख़द दो त या दु मन) को मदद पर कर दया करता ह।ै एैसी हालत म
रािशफल का सवाल या कसी उपाय क ज रत न होगी।
iv महादशा के व ख़राब हो चुके न या बरबाद या ज़हरीले ए ह के
असर के िलये जो सूरज के ता लुक से रािशफल के हो गये ह ख़द सूरज का उपाय
ही नेक असर पैदा करे गा। िजस पर वो बरबाद शुदा ह मददगार हो जाएंगे।
ले कन अगर सूरज का ख़द अपना ही असर दस
ू र पर बुरा हो रहा होवे तो सूरज
के दु मन ह को नेक करने का उपाय कर। ये हालत िसफ़ ख़ाना नंबर 6 या 7 म
सूरज होने क होगी। जब क बुध का कसी उपाय से नेक कर लेना मददगार
होगा। अगर ख़ाना नंबर 7 म सूरज हो और सनीचर का टकराव आवे तो चंदर को
न करने से सूरज क मदद होगी।

8
आगाज़
"चंदर"
चंदर हम
ं ेशा रािश फल का होता ह।ै खासकरः-
ख़ाना नंबर ....3...म....... चंदर से पूरा नेक मंगल होगा जो दिुनया क तमाम
जंग व जदल और मैदाने जंग म पूरी फ़तेह दग
े ा।
ख़ाना नंबर....7............म............ पूरा नेक असर ल मी अवतार होगां
ख़ाना नंबर ...8 ...........म.............मौत के यम को मारने वाला यमराज लंबी
उ दन
े े वाला होगा।
"शु "
ला क ाथ
ख़ाना नंबर..........4.............म .........बृह पत का उपाय नेक असर दग
े ा।
"मंगल"
ल े
ख़ाना नंबर ........6............म.....सनीचर का उपाय नेक फल पैदा करे गा।
ख़ाना नंबर .......4.........म (मंगलीक)...........चंदर का उपाय मददगार होगा।
िक
"बुध"
1.ख़ाना नंबर.....9......म या ख़ाना ख़ाना नंबर 9 के तमाम ही ह को ( वाह
ता
िव

नंबर 9 के ह का साथी ह हो जाने वो बुध के दो त ह या दु मन या वो बुध से


वाला बुध यािन बुध िजस घर म बैठा जबरद त ह या कमज़ोर) या ख़ाना नंबर

हो उस घर का मािलक ह ख़ाना 9 के उस ह को िजसका क बुध ''साथी
नंबर 9 म बैठ जावे। ह'' बन रहा हो
अपनी यािन बुध के ख़ाली दायरा क तरह ही बेबुिनयाद-मुदा और
िन फल (यािन जो कोई भी काम न दव
े े या कसी भी काम न आ सके ) कर दग
े ा
एैसी हालत म नर ह (सूरज-बृह पत-मंगल) से उस नर ह का उपाय कर। जो
नर ह क ख़ाना नंबर 9 के ह का या ख़ाना नंबर 9 म बुध के ''साथी ह'' हो
जाने वाले ह को या ख़द बुध को ही बरबाद न कर। फर यही शत म ेनजर रखते
ए जब क नर ह काम न आ सक। ी ह (चंदर-शूककर) का उपाय कर। अगर
इस तरह भी शत को म े नज़र रखते ए काम न बने तो बाक मख़ स ह क
मदद लव। मगर उपाय से बरबाद हो जाने वाले ह का ख़याल न भूल जाव।
ii. ख़ाना नंबर.......10........म.........सनीचर का उपाय मदद करे गा।
iii. ख़ाना नंबर.......12......म ........के तु का उपाय मदद करे गा।

9
* िमले = ये िकताब म िहले लग रहा है
आगाज़
4 ख़ाना नंबर 9 म इतफा कया सूरज और मंगल मु तरका इक े ही आ जाव
वाह बुध ख़ाना नंबर 3 म हो वाह ख़ाना नंबर 9 म तो बुिनयाद ख़ाली तो न
करे गा मगर न ख़द बोलेगा न उनको बोलने दग
े ा लसूङे क िगटक का हाल होगा
मंदे मायन म दोन ह को सुला दग
े ा। और ख़द भी सोया आ होगा। चमगादङ
के मेहमान। जहां हम लटके वहां तुम लटको। उपाय ख़ासः- अरमान नंबर 62 से
94 -'' ह न म मदद'' के मुतािबकः- नाक म सुराख़ कर दन
े ा । बुध क तमाम
गङबङ से बचायेगा।
''सनीचर''
ख़ाना नंबर......... 3............म........... के तु का उपाय नेक फल दग
े ा।
ला क ाथ
ख़ाना नंबर...6....म...रा का उपाओ इ छाधारी सांप (मददगार) कर दग
े ा।
ख़ाना नंबर......9.. म...........बृह पत का उपाय यागी गु क तरह मदद दग
े ा।
ल े
'' रा ''
िक
रा रािशफल का होगा ख़ाना नंबर...1...म........सूरज का उपाय मदद करे गा
रा रािशफल का होगा ख़ाना नंबर....7..म........सनीचर का उपाय मदद करे गा
'' के तु''
ता
िव

के तु रािशफल का होगा ख़ाना नंबर..4..म.......बृह पत का उपाय नेक फल दग


े ा

के तु रािशफल का होगा ख़ाना नंबर..10..म..........मंगल का उपाय मदद करे गा।
मंदरजा बाला खाने 1-7-4-10 बंद मु ी के खाने ह। इन घर म रा या
के तु के रािशफल म िसफ़ उन घर के ऊंच ह ही मदद दे सकते ह।
कौन हफल का राजा मरान कौन इसका साथी वजीर रािशफल का
होगा होगा

}
1- बािलग़ शुदा ह नाबािलग़ ह
( योितष म)

2- 9 ह 12 रािशयां
3- क़ मत का ह क़ मत को जगाने वाला ह
4- एक दो तीन क तरतीब से बाद के घर के ह जब क वो अपनी
पहले घर के ह जब क वो अपनी अपनी मुकरर जगह से चल कर कसी
जगह से िमले* ए ह । दस
ू री मुकरर जगह ह ।

आम तौर पर वषफल के िहसाब से तख़त पर आ जाने वाला राजा बनता ह।ै


और रािश

10
आगाज़
नंबर के िहसाब से बोलने वाला वजीर बनता ह।ै ले कन अगर एैसे राजा और
वजीर म कु डली के पहले घर और बाद के घर म होने का सवाल भी साथ झगङा
खङा करे तो पहल घर वाले बेशक़ आम असूल पर वजीर बनता होवे। मगर अब
वो राजा हो जाएगा और बाद के घर वाला इसका वजीर बनेगा। बेशक़ वो राजा
बनने का हकदार ह।ै
कौन हफल का राजा मरान कौन रािशफल का इसका साथी वजीर होगा
होगा
योितष म :-
5. ख़ाना नंबर 1 के ह (या मकान ख़द ख़ाना नंबर 9 के ह या मकान ज ी
ला क ाथ
साखता)
6. ह का इसके अपने कायम होने क ह क बाहम ि का असर।
ल े
हालत का असर।
7. तख़त का मािलक ह अपने तख़त के रािश नंबर के िहसाब से उ पर बोलने वाले
िक
दौरा तक। ह। अपने रािश नंबर म बोलने क याद तक
यािन 3 साल।
ता
8. महादशा म धोके का 12 साला च । तमाम उ पर धोके का 12 साला च
िव

9. महादशा म हो जाने वाला ह। महादशा वाले ह के दो त/बराबर के ह



10. जनम व त का ह जनम दन का ह
(प दोपहर मंगल- (मु फ़सल अरमान नंबर 9 म दख
े )
शाम पूरी रा वगैरह) (इतवार सूरज-वीरवार बृह पत वगैरह)
ह त रे खा म
11. 21 साला उ से रे खा। 12 साला उ तक रे खा ।
12. वो ह िजसका क वो इ सान हो। वो ह िजसका क इसका मकान हो।
13. मद का दायां हाथ मद के ख़द अपने िलये। मद का बायां हाथ मद के ख़द अपने िलये।
14. औरत का बायां हाथ औरत के अपने िलये। औरत का दायां हाथ औरत के अपने िलये।
15. मद का बांयां हाथ इसक औरत के िलये ह मद का दायां हाथ इसक औरत के िलये।
फल का नेक नजारा दन
े े वाला। (नंबर 16 ख़ाली ह)ै
17. औरत का बायां हाथ इसके खा वंद के िलये ह औरत का बायां हाथ उसके खा वंद के िलये।
फल का नेक नजारा दन
े े वाला
18- ब ा दोन के िलये रािशफल के दन
े े वाला आ करता ह।ै
19-दाय हाथ पर से िलये गये नर ह बल। बांये हाथ से िलये ए ी ह बल।

11
आगाज़
और मख स ह दोन म से कसी भी हाथ पर से िलये ए हर तरफ अपने अपने घर
का िजसम क वो पाये जाय असर करने वाले ह गे। औरत का यही हाल उ ट हाथ से
होगा।
ii ह का िनशान हथेली पर और अंगुिलय क पो रय पर रािश का िनशान प े
असर का होता ह।ै ले कन इसके बरिख़लाफ़
हफल का होगा रािशफल का होगा
20 अंगुिलय क पो रय पर िजस ह का हथेली पर िजस रािश का िनशान हो।
िनशान हो। उस ह क वो रािश ( वाह एक उस रािश का मािलक ह ओर
मुकरर रािश हो वाह उसके िलये दो हथेली के उस रािश नंबर म िजस
ला क ाथ
मुकरर ह ) िजसका क वो घर का मािलक नंबर पर क वो िनशान पाया
ह कहलाता है और उस रािश नंबर के जावे। होने वाले तमाम ह रािश
ल े
तमाम ह िजस रािश नंबर क पोरी पर क फल के ह गे।
वो ह िनशान पाया जावे। हफल का होगा। ii अंगुली क पोरी पर अगर कसी
िक
नंबर पर उसी नंबर क रािश के
इलावा कसी गैर रािश का िनशान
ता
पाया जावे तो वो रािश िजसका क वो
िव

िनशान है और वो रािश नंबर क िजस म



क वो िनशान हो तमाम ही ह के
िलये रािशफल का होगा। वाह वो
दो त हो या दु मन।
कौन हफल राजा मरान होगा कौन रािशफल इसका वजीर साथी होगा
21. म छ रे खा काग रे खा धन रे खा या म छ रे खा वगैरह मय ख़ास िनशान लाल
े रे खा वगैरह वगैरह मुकरर कताब सफ़ा 76 ता 78 पर मुकरर जगह
रे खाय से कोई भी या हथेली पर के ख़ास मगर बाय हाथ पर तो रािश फल के ह गे।
िनशान िजन का िज़कर लाल कताब और अगर बाय ही हाथ पर मगर अपनी
सफ़ा 76 ता 78 पर दज ह।ै अपनी अपनी अपनी मुकरर जगह क बजाये कसी और
मुकरर जगह और दाय हाथ पर वा या ह । जगह पर पाये जाव तो महादशा (िजसम
तो हफल के और अगर अपनी जगह पर रा का ता लुक हो) का असर दगे।
क बजाये कसी और जगह मगर दाय ही
हाथ पर ह । तो महादशा िजसम के तु का
ता लुक होगा असर दगे।

12
आगाज़
अपनी मुकरर जगह क बजाये जब म छरे खा काग रे खा वगैरह कसी और जगह वा या
ह तो िजस ह क रािश या प े घर म बािलहाज़ा बुरज व रे खा वो वा या होवे। उस ह
क पूजना से नेक फल होगा। मसलन म छ रे खा बुध क िसर रे खा पर वा या हो तो
सनीचर व बुध क चीज क पालना यािन याह प रं द व क वे क पालना करना
मुबा रक अगर शु पर हो तो याह गाये वगैरह को पूजना पालना मुबा रक फल पैदा
करे गा।
जुज़ 22
ला क ाथ
आम तौर पर जनम कु डली हफल का असर आम तौर पर चंदर कु डली रािशफल का असर

23. मद क जनम कु डली ख़द मद के मद क चंदर कु डली ख़द मद के िलये मद


ल े
िलये मद पर असर हफल का। पर रािश फल का क़ र मा यािन महादशा
24. मद क चंदर कु डली इसक औरत क हालत के उ ट नेक और अचानक
िक
पर हफल का नेक नजारा यािन महादशा चमकारा।
के अरसा म ख़ाली साल रखे ओ म मद क जनम कु डली इसक औरत पर
ता
िव

क़ मत का नेक और अचानक असर दग


े ी। रािशफल (आम साधारण) का असर दग
े ी।

25. औरत क जनम कु डली औरत के औरत क जनम कु डली इसके ख़ा वंद
िलये औरत पर हफल का असर दग
े ी। के िलये आम हालत क रािश फल का
26. औरत क चंदर कु डली इस के ख़ा वंद असर दग
े ी।
के िलये हफल का नेक नजारा (महादशा औरत क चंदर कु डली औरत के िलये
के ख़ाली साल म क़ मत क अचानक औरत पर रािशफल ।
व नेक चमक होगी।
अरमान नंबर 7
हण:- महादशा से मुराद दु यावी ख़याल म हण का जमाना होता ह।ै सामु क म हण
तमाम ही ह के िलये मुकरर है । िजस का मु फ़सल हाल महादशा म दज ह।ै
अरमान नंबर 8
दो चीज के /को इक ा होने/करने क हालत का नाम गांठ या ह कहलाता है या दस
ू रे
ल ज म बृह पत (हवा) बुध (आकाश) को इक े बांध दन
े े वाली चीज क ताक़त या ब े

13
आगाज़
क क़ मत क उलझन पैदा करने वाली चीज ह ह।ै िजसका असर ब ''र सी
जल गई - मगर ब न गया '' क िमसाल से जािहर ह।ै र सी को मोङ तोङ कर
इधर उधर प े तौर पर कये रखने वाली चीज का नाम ह ह।ै जो ''र सी का ब ''
है । उ ख़ म इ मगर क़ मत का ता लुक चलता रहा।
अरमान नंबर 9
अं ेजी िहसाब म रात के 12 बजे के बाद दस
ू रा दन शु होता ह।ै मगर
इ म सामु क म सूरज िनकलने से नया दन शु होता ह।ै यािन रात को गुजरे
ए दन का िह सा लेकर नये सूरज से दस
ू रा दन शु िगनगे।
ला क ाथ
ह ते म ह का दन एक दन म ह का व त
बृह पत.........वीरवार सूरज िनकलने से दन का पहला िह सा
ल े
सूरज..............इतवार दन के पहले िह से के बाद मगर प दोपहर से
पहले।
िक
चंदर.........सोमवार चांदनी रात
शु ..........शु रवार अंधेर प और चानन प क दर यानी या
ता
अमावस क रात।
िव

मंगल(दोन )...मंगलवार पूरी दोपहर का िह सा।



बुध.................बुधवार दोपहर के बाद मगर पूरी शाम से पहले।
सनीचर..........सनीवार काली रात या घनघोर काले बादल का दन
रा वीरवार क शाम प पूरी शाम मगर रात से पहले।
के तु..इतवार क सुबह सुबह सा दक मगर सूरज िनकलने से पहले।
सा दक
एक दन म हर ह का प े तौर पर मुकरर व त क युिनट के िलये
फ़ यूिनट का व त 40 िमनट वगैरह लाल कताब 117 सफ़ा पर दज ह।ै
नर ह (बृह पत, सूरज, मंगल) का राज दन- ी ह (चंदर शु )
का राज रात और मख स (बुध मय पापी ह) ह का राज दन रात दोन
के िमलने का व त या सुबह शाम होगा।
जनम दन और व त जनम का जब एक ही ह हो जावे (मसलन
मंगलवार का दन और मंगलवार क प दोपहर के व त क पैदाइश) तो
एैसा ह कु डली वाले का कभी बुरा न करे गा।

14
और न ही कभी धोका दग
े ा। बि क मौत भी उसी दन और उसी दन के उसी व त
न होगी। बेशक़ चं मा के िहसाब से (लाल कताब सफ़ा 320 जुज 9) मौत का वो
दन आवे। बशत क कु डली म भी वो ह (वही िमसाल मंगल जो ऊपर कहा
वगैरह) कायम होवे। कायम क तारीफ़ जुदी जगह िलखी ह।ै) बाक हालत म
जब क जनम दन तो कसी ह का हो और जनम व त कसी और ही ह का हो
तो एैसी हालत म जनम दन और जनम व त के ह क सब हालत हफल
रािशफल बराबर के ह या बाहमी दो ती दु मनी के नतीजे का असर होगा।
1. जनम व त को िगनते ह....... क़ मत का ह और हफल का।
ला क ाथ
2. जनम दन को िगनते ह......... क़ मत के ह को जगाने वाले ह का प ा घर
मसलन पैदाइश हो सोमवार ब-व प शाम। अब रा (जनम व त
ल े
का ह) होगा चंदर (जनम दन) के प े घर नंबर 4 म। यािन कु डली वाले के िलये
जब कभी और जो भी ख़ाना नंबर 4 का असर होगा रािशफल का होगा। िजसका
िक
चंदर के उपाय से नेक असर होगा या रा इस श स के ख़ाना नंबर 4 क चीज पर
बुरा असर करने के व त रािश फल का होगा। वाह वो ह (जनम व त का)
ता
िव

अरमान नंबर 6 के मुतािबक रािशफल का न भी हो। ले कन अगर जनम व त का



ह (पदाइश के िहसाब से जो भी होवे) ऊपर क िमसाल के मुतािबक अरमान
नंबर 6 म हर ह के ख़ास ख़ास घर रािशफल वाल म आ जावे तो अरमान नंबर 6
म दया आ उपाय मददगार होगा। िजसके िलये बदला जाने वाला या उपाय के
कािबल जनम दन का ह लगे जनम व त का नही।
मसलन कसी क मंगलवार सुबह के बाद दन का पहला िह सा
(बवकत बृह पत) पैदाइश ह।ै अब जनम व त बृह पत का ह मंगल के प े घर
ख़ाना नंबर 3 म होगा। फरजन अब बृह पत का ह ख़ाना नंबर 3 का होता आ
(लाल कताब सफ़ा 180 पहली सतर ऊपर से) बीमारी ही बीमारी खङी करता
जावे तो मंगल का ह रािशफल का होगा। जो जनम दन का ह िगना था। अब
अरमान नंबर 6 म दख
े ा तो मालुम आ क मंगल िसफ़ ख़ाना नंबर 4 और 6 म ही
रािशफल का िलखा ह।ै मगर ऊपर क िमसाल म मंगल ही उपाय के कािबल ह।ै
बृह पत का उपाय तो कर ही नह सकते यािन जायज़ नह । एैसी हालत म मंगल
का आम उपाय ब-मूजब लाल कताब सफ़ा 118 जुज 5 करना मददगार होगा।

15
आगाज़
अरमान नंबर 10
क़ मतः- हरइक क़ मत के ह को (अरमान नंबर 122 से मुत लका)
क़ मत रे खा कहते ह। िजसके जागने का व त क़ मत के असर का व त होगा।
क़ मत के ह कई एक ह तो वा सब बाहम पूरे मददगार ह गे। सबसे अ छी
क़ मत बृह पत का क़ मत का ह होता ह।ै
" क़ मत का ह":- सबसे उ म दजा पर वो ह होगा। जो रािश का
ऊंच फल दन
े े का (लाल कताब सफ़ा 114 फ़रमान नंबर 113) मुकरर ह।ै जो हर
ला क ाथ
तरह से कायम-साफ और द त हो और इसम कसी तरह से भी ''साथी ह'' होने
बामुकािबल के ह या दु मन ह का बुरा असर न िमला आ होवे। उसके बाद
ल े
प े घर का ह-घर का मािलक ह -दो त ह का बना आ दो त ह। क़ मत
का मािलक ह होगा।
िक
क़ मत के ह क तलाश क तरतीबः- सबसे पहले १२ रािशय के
ऊंच फल दन
े े वाले ह क तलाश कर। फर 9 ह से जो उमदा हो ले लेव और
ता
िव

बाद म बंद मु ी के खान (1-7-4-10) के ह से जो उमदा हो लव। ऊंच फल दन


े े

वाल म से जो सबसे तस ली ब स और ऊंच हो लवे। घर के मािलक ह से सबसे
यादा ताक़त (अरमान नंबर 27) वाले को लवे। अगर मु ी के चार खाने ख़ाली
(लफज ख़ाली से मुराद है क वहां भी पूरी तरह का क़ मत का ह न होवे) ह तो
ख़ाना नंबर 9 के ह को लगे। वो भी ख़ाली तो फ़र ख़ाना नंबर 3 के ह को लव।
अगर वो भी ख़ाली तो ख़ाना नंबर 11 के ह लग। अगर वो भी ख़ाली तो ख़ाना
नंबर 5 को लेग। वो भी ख़ाली हो तो दस
ू रा दरवाजा ख़ाना या नंबर 2 को लगे।
अगर वो भी ख़ाली तो ख़ाना नंबर 6 दख
े गे। वो भी ख़ाली तो ख़ाना नंबर 12 म
तलाश करग और अगर वो भी ख़ाली हो तो ख़ाना नंबर 8 म बैठकर दख
े गे क
आया क़ मत का ह िजसम ऊपर क तमाम शत न ह मर तो नही गया।
(मुफसल जुदी जगह) ये तलाश जनम लगन क कू डली और चंदर कु डली दोन
से होगी। ह त रे खा म दायां और बायां हाथ दोन और ह त रे खा के तमाम िह से
शािमल ह गे।

16
आगाज़
क़ मत के ह को जगाने वाला हः- जब पहले घर म कोई ह न हो
तो बाद के घर के ह सोये ए माने जाते ह। एैसी हालत म क़ मत के ह को
जगाने वाले ह क तलाश क ज रत होगी और अगर बाद के घर ख़ाली ह तो
ख़ाना नंबर को जगाने वाले ह के उपाओ क ज रत होगी जो क ख़ाली ह।ै ( ह
का जागना और ख़ाना नंबर का जागना दो जुदी जुदी बात ह)।
अगर कसी िपतरी रन (खानदानी पाप िजसका जुदा िज़कर ह)ै महादशा या
दस
ू रे सबब से क़ मत का ह सो जावे न बरबाद या गुम ही हो जावे तो सब से
ला क ाथ
पहले ऊपर क़ मत के ह क तलाश क तरतीब से ख़ाली खान के घर के मािलक
ह को जगा द। यािन इसका उपाय कर। बशत क वो क़ मत के ह के बराबर का
ल े
ह होवे। या दो त होवे। इस के बाद महा दशा के व त म काम दन
े े वाले ह लवे।
बाद अजां दु मन ह क दु मनी हटाद या रािशफल क हालत का फायदा
िक
उठाव। अगर ये भी काम न दे सके तो सूरज को कायम कर। अगर ये भी मदद न दव
े े
तो पापी ह और सबसे आिख़र पर बुध का उपाय कर।
ता
िव

ख़ाना नंबर को जगाने वाले ह


बृह पत

ब बृह पत
सनीचर

केतु
मंगल

ख़ाना नंबर को
सूरज
चंदर

चंदर

चंदर
शु
रा
बुध

जगाने वाले ह
ख़ाना नंबर 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
क़ मत का असरः- अरमान नंबर 114 दख े ।
क़ मत का फ़ै सलाः- उ के िलहाज़ से धोके के ह व वषफल और
रािश नंबर के बोलने वाले ह का मु तरका नतीजा क़ मत का फ़ै सला करे गा।
िमयाद उपाय - रयायती चालीस दनः- चूं क िगनती के लंबे
िहसाब को इस इ म म उङाने के िलये 28 नछतर और 12 रािश को बाद म छोङ
ही दया जाता ह।ै इसिलये दोन क जमा (28+12) कु ल 40 दन रयायती तक
कम अज कम या यादा से यादा 43 दन तक उपाय का असर पूरा होगा।
िजसक िनशानी व त से पहले ही नेक ह का असर हो जाने के व त दो त ह क
चीज क कु दरती िनशानीयां और बुरे ह क िमयाद

17
40 दन बाद तक रहने वाली हालत म पापी ह क िनशानीयां आ करती ह।
दौरान उपाय 40 दन क नसफ या चौथाई िमयाद म भी नसफ या चौथाई असर
मालूम होने लग जाया करता ह।ै
अरमान नंबर 11
कसी ताक़त के ह क पहचान (i) (ब ये ह त रे खा)
िजस कसी श स म िजस ह क ताक़त यादा होगी वो श स यादा
ताक़त वाले ह क चीज का यादा इ तैमाल करने का आदी न होगा। मसलन
ला क ाथ
सूरज को नमक माना है और मंगल को मीठा। अब सूरज वाले क आम आदत होगी
क वो यादा नमक इ तेमाल करने का आदी न होगा और अपनी कमी पूरी करने
ल े
के िलये मीठा यादा इ तेमाल करने का आदी होगा। इसी तरह मंगल कायम
वाला मीठा यादा इ तेमाल न करे गा। नमक का यादा आदी या नमक यादा
िक
िमकदार म खाने वाला होगा।
(ii) ब ये कु डलीः- बंद मु ी के खान (1-7-4-10) के ह वाह
ता
िव

भले ह वाह बुरे कु डली वाले क तबीयत और क़ मत के बुनयादी प थर ह गे।



अरमान नंबर 12
बङी रे खाः- हर ह क मुकरर रे ख या प ा ह।
शाख़:- हर ह क मुकरर रे खा क शाख़ या ह मशनोई हालत का।
प े ह का असर अपनी मुत लका चीज का ज र होगा। मशनोई ह अपने
प े ह क मुत लका चीज का असर दग
े ा। ले कन व त मशनोई ह के हर दो
जुज व अपने मशनोई हालत के दोन जुज के ह क मुत लका चीज का असर
भी दे जाता ह।ै मसलन सूरज प ा ह है और शु बुध मशनोई सूरज। अब सूरज
हम
ं ेशा अपना असर सूरज रे खा या सूरज क सेहत या तर रे खा ख़ाना नंबर 1-5
असर दग
े ा। ले कन शु बुध मु तरका मशनोई हालत म सूरज का असर या शु
क आम या शु क शादी रे खा और बुध िसर क रे खा का भी हर दो ह ख़ाना
नंबर 7 का असर दे जायेगा। ले कन वो भी उ के हर सातव या हर आठव साल
(अ प आयु)।

18
ह त रे खा म 21 साला उ से रे खा बािलग़ और 12 साला उ तक
नाबािलग़ िगनते ह।मगर कु डली म वषफल के िहसाब से उ म िजस दन से
(सबसे पहली दफा)सूरज का राज या दौरा शु हो जावे। उस दन से तमाम ह
बािलग़ िगने जाते ह। वाह उ 21 साल से कतनी ही कम या यादा होवे।
(ii) सूरज अगर कु डली के ख़ाना नंबर 1-5-11 (जनम लगन को ख़ाना
नंबर एक रखते ए) म वाह अके ला वाह और ह के साथ होवे तो जनम दन
से ही तमाम ह बािलग़ िगने जाएंगे।
(iii) सूरज का दौरा शु होने से पहले इ सान पर इसके अपने िपछले
कम का फ़ै सला (अमुमन 7 या 8 साला उ या हर सातव या आठव साल) असर
कया करता ह।ै जो तबदीली का जमाना आ करता ह।ै
अरमान नंबर 13
ला क ाथ
नाबािलग़ ब ा (12 साल उ तक) क रे खा का कोई इतबार नही
होता। मुम कन है क एैसी उ तक वो प े असर क रे खा ह वे या तबदील हो
ल े
जाने वाली ह ।
इ म योितष म :- ब े क बंद मु ी या कु डली के ख़ाना नंबर 1-7-4-
िक
10 ख़ाली ह या उन खान म िसफ़ पापी ह या बुध अके ला (पापी ह और बुध
दोन म से िसफ़ एक) हो तो इस क क़ मत का हाल 12 साल उ तक श क
होगा। एैसी हालत म ब ा (नाबािलग़) क क़ मत (जब क सूरज का ता लुक
ता
अरमान नंबर 12 न आ हो) पर मुंदरजा जैल असर होगाः-
िव

उ के िहसाब से असर का ख़ाना नंबर दख े ते जाव। अगर कोई ख़ाना


नंबर ख़ाली ही आ जाव तो इस ख़ाली ख़ाना नंबर क रािश के मािलक ह (घर का

मािलक) िजस खाने म होवे वह ख़ाना लेव।

उ का
साल 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
कस खाने के
ह का असर लगे 7 4 9 10 11 3 2 5 6 12 1 8
रािश ख़ म
िपतृ ह
सनीचर

12 साला धोके
बृह पत
सूरज
चंदर

मंगल

शु
मौत
के तु

बुध

रा

का ह

नाबािलग़ ह का बाक आम उसूल होगा।


इस बात का वहम न कर क एक ही ख़ाना नंबर के ह कई बार यूं
बोले। एैसी हालत म ख़ास व त पैदाइश के िहसाब का ह तख़त का मािलक ह
लगे। (अरमान नंबर 9 क मदद लवे)। ले कन अगर जनम व त जनम दन दोन
ही मालूम न ह । तो कसी ख़ास वा या से िलया आ वषफल बनायगे।

19
नाबािलग़ हालत म ''12 साला धोके का च र'' का ख़याल ज री रख (िजसका
मु फ़सल िज़कर अरमान नंबर 113 A म आ ह)ै 12 साला धोके के च र का ह
(साल नंबर के िहसाब से) तख़त का मािलक ह होगा और ह फल का और ख़ाना
नंबर के ह रािशफल के ह गे।
अरमान नंबर 14-15
मद-औरत, मां-बाप, बिहन-भाई, बङा-छोटा, दायां-बायां, बाप-बेटा,
मां-धी, रात- दन, जनम-मरण, शु व आिख़र, आकाश व हवा, नर ह व ी
ह, नेक -बदी सब को गांठ लगाने वाला ब ा और इसक लगायी इ गांठ ह
ला क ाथ
शक़, अदल व रहम से इ साफ, रा के तु मु तरका शु तमाम गृह थ क शादी
ग़मी, ह त रे खा व योितष के सामु क के फ़रमान व अरमान, जनम कु डली व
ल े
चंदर कु डली के दोन जहान के मािलक बृह पत क हवा के आने जाने के रा ते,
िक
बुध के ख़ाली खलाव के आकाश क अकल, सूरज क रोशनी व सनीचर के अंधेरे
क मु तरका जगह मौत नमानी या उ का आिख़री व त सबसे पहले दख
े ा जावे।
ता
मगर कसी दस
ू रे को जािहर न कया जावे। ये भेद क ताक़त असल ताक़त होगी।
िव

जो ख़ाना नंबर 6 (पाताल-रहम) 8 (मौत-अदल) और 12 (आसमान-इ साफ) का



नतीजा होगी। खलासतन ये तीन खाने सबसे पहले पूरे तौर पर पहले दख
े िलये
जावे। वना तमाम कहानी बेमायने होगी।
रे खा का ऊपर नीचे को झुकाव कु डली म ह क बाहम ि से
मुराद होगा। रे खा का ऊपर को उठाव या झुकाव से मुराद होगी क
इसम इस ह का असर आकर िमल रहा ह।ै िजस ह के बुज क तरफ
के वह रे खा उठ रही ह।ै कु डली म पहले घर के ह अपने से बाद के
अरमान नंबर 16 व
नंबर 55 इक ा पढ़े

घर म अपना असर िमलाया करते ह। िसवाय ख़ाना नंबर 8 िजसके


ह पीछे को दख
े ते या अपने से पहले घर म अपना असर िमला दत

ह। इस तरह जब तक पहले घरो का बुरा असर ख़ म न हो। बाद के
घर के ह का नेक असर न होगा। ख़ाना नंबर क तासीर उ ट िगनी
ह।ै (आगे दख
े ग अरमान नंबर 55 म)
ह त रे खा व योितष का ता लुक

20
अरमान
नंबर
17 सब ही ह नीच फल क रािश के (लाल कताब सफ़ा 114 फ़रमान
नंबर 113 ह )
18 एक ही घर म ब त यादा ह मगर नाकस या नीच ह ह ।
19 चौङी रे खा-कई तरफ क ि से टकराये ए दु मन ह।
20 म म रे खा - ब त दु मन ह बामुकाबल
21 साफ रे खा - प े घर के ह - या घर के ह मगर कायम गहरी रे खा-
ऊंच घर के ह। (ऊंचफल क रािश के ह - लाल कताब सफ़ा
ला क ाथ
114)
22 सनीचर के बामुकािबल इसके दु मन ह (सूरज चंदर मंगल - लाल
ल े
कताब सफ़ा 105) ल ज बामुकाबल असतलाहत (लफज क
तारीफ़) म खोलकर िलखा ह।ै
िक
23 अपने से सातव घर को दख े ने वाले खान के ह यािन ख़ाना नंबर 3-
6 के ह (तीसरा 9व को दख े ता है मगर 9वां तीसरे को नह दख े ता।
इसी तरह छटा बारव को दख े ता है मगर 12वां छटे म अपना असर
ता
िव

नह डाल सकता। िसवाय ख़ाना नंबर 12 के बुध के य क बुध को


आकाश माना है और ख़ाना नंबर 6 पाताल और ख़ाना नंबर 12

आसमान म भी ख़ाली आकाश होता ह)ै हर सातव साल तबदीली
हालात कर सकते ह। ख़ाना नंबर 8 मौत पीछे को दख े ने वाले घर के
ह हर आठव साल तबदीली हालात दे सकते ह।
24 ह का अपने दु मन ह क मुकररा रािशय म होना या उन को
दु मन ह का दख े ना उन के असर म ख़राबी का सबब होगा। इसके
बरअ स ह का अपने दो त ह क रािशय म जाना या उन को
दो त ह का दखना या उनका अपने दो त ह का साथी ह हो
जाना। इन असर को मुबा रक करे गा।
25 रा या के तु के साथ दोन म से कसी एक के साथ बुध का हो जाना
उन ह (रा या के तु) के दौरा के व त अचानक आफ़त या मौत क
िनशानी होगी।
26 िसफ़ रािशफल या महादशा म ह के नेक नजारा (जो चंदर कु डली
वगैरह का नतीजा हो सकता ह)ै पर इतबार कर लेना वहम और धोके
म रख लेने वाला असर आ करता ह।ै

21
अरमान
नंबर
27 दौरा वाला ह अपने दौरा के व त सबसे पहले उस घर पर अपना
असर जािहर करे गा जहां क वो कु डली म बैठा होवे। इसके बाद
अपने दु मन ह पर ( वाह वो दु मन ह उस घर म ह जहां क वो
ख़द बैठा था)। बाद अजां दो त पर और फ़र अपने बराबर के ह
पर। अगर कसी घर म एक से यादा ह बैठे ह तो वो दौरा वाला
ह हर इक ह से ऊपर क तरतीब से बारी बारी टकरायेगा।
(दु मन से) और दो ताना बरताव करे गा। (दो त से)। अगर एक ही
ला क ाथ
घर म दौरा वाले ह के कई दो त ही या कई दु मन ह ही बैठे ह तो
हचाल क तरतीब से (बृह पत के बाद सूरज के बाद चंदर वगैरह)
ल े
असर करे गा। अगर कु डली के खान म दो त ह जुदा और दु मन
ह जुदे घर म ही ह वे तो खान क तरतीब से (नंबर 1 के बाद नंबर
िक
2 के बाद नंबर 3 वगैरह) बरताव करे गा।
टकराव या बरताव पर पैमाना ताक़त :- जब दौरा या त त का
मािलक ह और रािश नंबर के ह बाहम टकराव पर हो जावे
ता
िव

(टकराव दु मनी क हालत म होता है िमलाव या बरताव दो ती


क हालत म)

सूरज चंदर शु बृह पत मंगल बुध सनी रा के तु
9/9 8/9 7/9 6/9 5/9 4/9 3/9 2/9 1/9
दौरा के व त ह के बाहमी टकराव से उनके बाहमी असर म
कमी बेशी होने के इलावा कसी ह के उपाय के िलये दस ू रे ह
का उपाय करते व त भी ये ताक़त का पैमाना मददगार होगा।
िवसग : चंदर सनीचर मु तरका (हिथयार तेज)
28 नर ह नर परः-
बृह पत ........... ह के तालूकदार पर असर दग े ा।
मसनुई ह हव

सूरज ............... िज म के तालूकदार पर असर दग े ा।


मंगल .............. ख़ून के तालूकदार पर असर दग े ा।
ी ह मादीन परः-
चंदर ...........माता क हस ै ीयत वाली पर असर दग े ा।
ै ानात पर

शु ...........औरत क हस ै ीयत वालीय पर असर दग े ा।


(बुध शु का शादी के हाल म जुदा दज ह)ै

22
अरमान
नंबर
बेजान पर

मख स ह :- सनीचर धाती जमादात पर - बुध बनातात पर -


रा हरकात दमाग़ पर - के तु हरकात पांव पर
29 साथी हः- जब कोई ह आपस म अपनी अपनी मुकरर रािश। ऊंच
नीच घर क रािश या अपने अपने प े घर म अदल बदल कर बैठ
जाव या अपनी जङ के िलहाज़ से इक े हो जाव तो साथी गह
कहलाते ह। मसलन सूरज का प ा घर ख़ाना नंबर 5 है और सनीचर
का प ा घर ख़ाना नंबर 10 ह।ै अब अगर सनीचर हो ख़ाना नंबर 5
ला क ाथ
म और सूरज होवे ख़ाना नंबर 10 म तो दोन बाहम साथी ह ह गे।
बामुकािबलः- जो ह आपस म दो त ह और एैसी हालत म बैठे ह
ल े
क ख़द तो वो दो त ह ही रह। मगर उनम से हरइक या कसी एक
क जङ पर आगे दु मन ह हो जाव। वाह वो ख़द दो त ही ह।
िक
ल ज बामुकािबल से याद ह गे। य क अब उन म कसी न कसी
तरह से दु मनी भाव हो गया ह।ै
ता
दो ती/दु मनी करता ह/ैदखे ता हःै- ि के व त कु डली के खान म
िव

एक दो तीन वगैरह क तरतीब से पहले घर का ह अपने बाद के



घर से /को दो ती दु मनी करता/दख े ता आ कहलाता ह।ै िसवाये
ख़ाना नंबर 8 के जो ख़ाना नंबर 2 को (पीछे क तरफ) दख
े ता ह।ै
कु डली म पहले घर के या बाद के घरो के ह :-
ि और एक दो तीन हद बारह क तरतीब से जो घर या खाने पहले
आ जाव । उन म बैठे ए ह पहले घर के ह गे। यािन जो ह दस ू रे
ह को दखे ते ह और ह भी िगनती क तरतीब से पहले नंबर के ।
मसलन ह वा या ह
ख़ाना 1 7 4 10 2 6 8 12 3 9 11 5
- --
सनीचर
बृह पत


मंगल

रा
के तु
सूरज

चंदर

शु
बुध

अब सूरज को कहग क वो सनीचर से पहले घर का ह।ै बृह पत को


मंगल से पहले घर का कहग। अब मंगल से सूरज ,बृह पत,शनीचर
हर एक या तीन ही िगनती पर तो ज र पहले नंबर पर ह। मगर
मंगल से पहले घर के ह

23
से मुराद िसफ़ बृह पत से होगी या मंगल अब बृह पत के बाद के घर का ह ह।ै
एक ही घर का ह जब द और घर को दख
े मसलन ख़ाना नंबर ३ दख
े ता ह।ै
ख़ाना नंबर ९ और ख़ाना नंबर ११ को। अब ख़ाना नंबर ९-११ दोन ही घर के
ह ख़ाना नंबर ३ म बैठे ए ह से बाद के घर के ह ह गे।
(बे) पहले घर वाले ह अपने बाद के घर म अपना फल िमलाया करते ह। जब
बोल क चंदर दु मनी करता है शु से तो मुराद होगी क चंदर है पहले घर म
शु से।
क़ायम ह
जो ह हर तरह से दु त और अपना असर बग़ैर कसी दु मन ह क
ला क ाथ
िमलावट के साफ साफ और कायम रख रहा हो। यािन रािश नंबर-प े घर या ि
वगैरह कसी तरह से भी उसम दु मन का असर न हो और न ही वो कसी दु मन
ल े
ह का साथी ह बन रहा हो।
िक
ह का घरः- ह क अपनी मुकरर रािश (लाल कताब सफ़ा 114 घर का मािलक
होने क ऊंच या नीच फल क रािश) इस ह के िलये इस ह का घर कहलाता ह।ै
मसलन ख़ाना नंबर 3-6 बुध के िलये।
ता
िव

घर का हः- ह का प ा घर (लाल कताब सफ़ा नंबर 97 फ़रमान नंबर 103)


इस ह का घर कहलायेगा। मसलन ख़ाना नंबर 7 बुध के िलये।

दो त ह/दु मन हः- लाल कताब सफ़ा 105 कसी ह के सामने ख़ाना दो त-
दु मन म िलखे ए ह उसके दो त/दु मन ह कहलायगे। कसी दस
ू रे क
मारफत दो त दु मन न िगनगे।
पापी हः- हम
ं ेशा रा के तु और सनीचर से ही मुराद होगी।
ऊंच/नीच हः- जब कोई ह एैसी रािश म ह जो उसके िलये ऊंच फल/नीच फल
क मुकरर क ह। (लाल कताब सफ़ा 114)
बराबर के हः- लाल कताब सफ़ा नंबर 105 के ख़ाना वासते ''बराबर क ताक़त
के '' म िलखे ए ह। मसलन नंबर 1 बृह पत के ह क बराबर क ताक़त के ।
पापी ह:- सनीचर ,रा , के तु तीन मु तरका (पापी ह) िलखे जाते ह। वो
बृह पत के बराबर के ह कहलायगे। िसफ़ रा के तु मु तरका (पाप) के िलखे जाते
ह। वो शु के बराबर के ह कहलायगे। अरमान नंबर 113 A म मशनोई ह के
हाल म मु फ़सल पापीय का हाल दज ह।ै

24
अरमान
नंबर
30 रे खा क दु त हालत के असर से मुराद ह के क़ायम होने क हालत
का असर और टू टी फू टी रे खा के असर से मुराद ह के कायम न होने
यािन दु मनी भाव वाली हालत या मंदी हालत का होने क हालत से
मुराद होगी। दु त हालत म ह क ऊंच हालत और टू टी फू टी क
हालत म ह क नीच हालत भी शािमल होगी।आगे दये ए
अरमान नंबर 31 ता 56 म ि के सब घर ख़ाली माने गये ह।
31 बृह पत होवे अपने प े घर ख़ाना नंबर 2 म और ख़ाना नंबर 6
म हो सनीचर या सूरज या चंदर।
ला क ाथ
(32-33 काम दव े से दरू रहने वाला)
32 सूरज होवे अपने प े घर ख़ाना नंबर 1 म और ख़ाना नंबर 7 म
ल े
हो बुध।
33 चंदर होवे अपने प े घर ख़ाना नंबर 4 म और ख़ाना नंबर 7 म हो
शु । चंदर शु मुशतरका अपने प े घर ख़ाना नंबर 4 या ख़ाना
िक
नंबर 7 म और ि के नंबर 10 व 1 खाने ख़ाली ह ।
34 चंदर शु मु तरका प े घर ख़ाना नंबर 4 म और ख़ाना नंबर
ता
10 म सनीचर मां का नेक असर िमला होगा।
िव

चंदर शु मु तरका प े घर ख़ाना नंबर 7 म और ख़ाना नंबर 1


म सूरज। बाप का नेक असर िमला होगा।

35 चंदर और बुध - बुध पहले घर म चंदर बाद के घर क ि के
िहसाब से या दोन बुध के कसी एक ही घर म इक े ह जाव तो
मंदे नतीजे ह गे। चंदर बृह पत मय बुध :- इक े हो जांवे तो
बृह पत और चंदर दोन िमलकर बुध को दबा लगे और कोई बुरा
असर न होगा। अके ले चंदर या अके ले बृह पत को बुध मार लेता
है और बुरा असर कर दत े ा ह।ै
36 चंदर बृह पतः- दोन इक े ह वे तो दोन का िमला आ असर
िनहायत उ म होगा।
37 चंदर के साथी/बामुकािबल पापी हः- हो जाव तो चंदर का
अपना फल तो कु डली वाले के िलये उ म ही रहग े ा। मगर वो
दस ू रो क मुसीबत पर मुसीबत दख े ता आ बेचैन ही रहतारहग े ा।
38 चंदर व चंदर का प ा घर - अगर चंदर ख़द तो अपने घर से
बाहर कसी और जगह जाकर ख़राब नीच या न हो जावे।
अरमान नंबर

मुत लका
138 से

ले कन चंदर के प े घर (ख़ाना नंबर 4) म कोई भी ह िसफ़


अके ला ही वाह वो चंदर का दो त हो या दु मन आ बैठे

25
तो चंदर का घर ही इस ख़ाना नंबर 4 म आ बैठने वाले ह को नेक
फल का कर दग े ा। वाह चंदर इस ह का साथी ह हो या न हो।
ले कन अगर चंदर अपने घर से बाहर मगर कायम या द त होवे।
मगर इस ह का साथी ह न होवे तो वो दो ती या दु मनी का
अपना असर जैसा भी क इसका अपने घर से बाहर के घर म हो
कायम रखेगा ख़ाना नंबर 4 ख़ाली और इधर उधर हर तरह से ख़ाली
तो तमाम ही ह र ी होते ए भी अके ला चंदर का घर ही (चंदर क
भी परवाह नह क वाह कै सा ही मंदा होवे मगर होवे ख़ाना नंबर
4-10 से बाहर) मुकाबला करे गा और उ म फल दग े ा। अगर चंदर
ला क ाथ
के घर बैठने वाला ह चंदर का साथी ह बन रहा हो तो चंदर हम ं ेशा
नेक फल दग े ा। वाह वो ह चंदर का दु मन ही हो। चंदर से कोई
ल े
दु मनी नह करता। चंदर ख़द ही अपना फल बंद कर दया करता ह।ै
ले कन एैसी हालत म चंदर अपना नेक फल दन े ा बद तूर कायम
िक
रखेगा।
39 चंदर बुधः- 1) चंदर पहले घर म और बुध बाद के घर क ि के
ता
िहसाब से या दोन चंदर के घर (ख़ाना नंबर 4) म इक े हो जाव तो
िव

ग़ैबी हाल अ छा मगर दु यावी हालत म दोन ह का मंदा फल



होगा। अगर पापी ह या दोन म से कसी एक या दोन के दु मन
ह का ता लुक हो जावे तो दोन ह का अंद नी ग़ैबी और जािहरा
दु यावी दोन ही तरह का फल मंदा होगा।
2) दोन ही जुदा जुदा होने क हालत म दोन म से कोई भी जब
दसू रे के घर हर तरह से अके ला हो नेक फल दगे ा। मगर जब दोन
मु तरका ह तो दोन कसी एक के घर भी होने पर नेक फल न दगे।
40 चंदर मंगल दोन ह इक े साथी ह क हस ै ीयत के या दोन ही

41
} धन रे खा
या
}
इक े दोनो म से कसी एक के प े घर म
बैठ जाव और हर हालत म ि के घर ख़ाली ह
धन े रे खा तो मंगल बद को भी मंगल नेक कर लगे या मंगल
बद का तु म बद भी उङा दगे और जंग व जदल- दु यावी गृह त
(चंदर मंगल के ता लुक) म हर तरह का नेक फल होगा।
42 चंदर शनीचर :- अगर दोन मु तरका चंदर के घर ख़ाना नंबर 4
म या दोन

26
या साथी ह हो जाव। िपतृ रे खा का असर होगा। सनीचर एैसी
हालत म कु डली वाले के िलये इ छाधारी मददगार सांप मगर गैर
के िलये ख़ूनी सांप होगा। चंदर खुनी कु आ होगा। दस
ू रो के िलये।
कु डली वाले के िलये मानसरोवर इ त वाला होगा।
43 शु शनीचरः- 1) शु पहले घर म होता आ सनीचर को दख
े ता
होवे तो सनीचर क तरह इसके दस
ू रे साथी इसका धन खाते जाव या
वो दस
ू र को िखलावे।
2) दोन ही शु के प े घर मु तरका ह । िनहायत करीबी र तेदार
ला क ाथ
इसका धन खा जाने वाले ह गे।
3) दोन ही सनीचर के प े और सनीचर के जाती घर ख़ाना नंबर
ल े
10 म। सनीचर के काले क ङे के भौन क तरह बेशुमार गृह ती इसके
साथी ह गे खाने वाले और िखलाने वाल क क़ मत का धन खाने
िक
पीने के िलये हर तरह से काफ होगा। मकानात ब त बनगे। वाह
अपने वाह दस
ु र को बना दव
े ।
ता
4) दोन मु तरका सनीचर के घर ख़ाना नंबर 10 म और मुकाबला
िव

म सूरज ख़ाना नंबर 4 पर तो सनीचर का बुरा असर होगा। मगर उ



लंबी होगी।
5) दोन मु तरका चंदर के घर ख़ाना नंबर 4 म और सूरज
मुकाबला पर। सनीचर के अपने घर ख़ाना नंबर 10 म। िनहायत
पुरदद मौत होगी।
44 शु सूरजः- दोन मु तरका बाद के घर म और बृह पत इन से
पहले घर म दख
े ता हो। शु दोन ही सूरज बृह पत के उ म असर
का होगा। हालां क वो दोन अके ले अके ले का दु मन ह।ै
45 शु दख
े ता हो सूरज को ख़ास कर जब शु हो नंबर 1 म सूरज नंबर
7 हो तो िनहायत बुरा असर मुत लका सेहत व िज म होगा तपे दक
वगैरह।
46 शु बुधः- दोन ह मु तरका या बाहम इक े हो रहे ह बिलहाजा
ि मगर सूरज का ता लुक न हो तो दोन का उ म असर ख़ास कर
बुध का िनहायत उ म या मशनोई सूरज होगा।

27
47 शु मगंलः- दोनो मु तरका बृह पत के प े घर (ख़ाना नंबर 2) म
तो ससुराल खानदान से मीठी खांड क तरह का उमदा असर व
दौलत का फ़ायदा होवे।
48 बुध अके लाः- बृह पत के प े घर नंबर 2 म या अपनी ऊंची रािश के
फल के ख़ाना नंबर 6 म अके ला मगर हर दो हालत म ि के सब घर
ख़ाली और बुध हर तरह से अके ला ही हो तो बुध का अपना असर
उ म और ''राज योग '' होगा।
49 बुध सूरजः- 1) बुध जब सूरज को या सूरज बुध को दख
े ता हो या
ला क ाथ
दोनो बुध के प े घर (ख़ाना नंबर 7) या दोन साथी ह या दोनो
सूरज के ऊंच घर (ख़ाना नंबर 1) म ह तो उमदा असर होगा।
ल े
2) दोन बृह पत के प े घर (ख़ाना नंबर 2) म मु तरका या इक े हो
रहे ह यािन सूरज नंबर 8 और बुध नंबर 2 म तो असर िज मानी
िक
दमाग़ी उमदा मगर माली ह का।
बुध शनीचरः- (1) दोनो मु तरका या दोन बाहम ि से िमल रहे
ता
ह या साथी ह हो जाव तो प रं दा होता आ उङने वाले बाज क
िव

नजर व ताक़त का और सांप होता आ उङने वाला सांप। हर दो



हालत म कु डली वाले के िलये उमदा असर के ।
(2) दोन मु तरका या ऊपर क हालत म होने पर चंदर का साथ
हो जावे या दोन मु तरका ख़ाना नंबर 4 चंदर के प े घर म ही हो
जाव तो दोन दस
ू र के िलये ख़ूनी ह गे और साथ ही कु डली वाले के
िलये चंदर का फल मंदा होगा।
50 (3) ऊपर क शत मजकू रा नंबर 2 यािन चंदर का साथ या चंदर का
असर बज रया ि साथ होते ए दोन बुध के प े घर सूरज क ऊंच
फल क रािश या प ा घर (ख़ाना नंबर 1) या सनीचर के प े घर
(ख़ाना नंबर 10) या बृह पत के प े घर (ख़ाना नंबर 2) म ह तो
दोन का नेक असर होगा। अपने प े घर का बुध (ख़ाना नंबर 7
का) कभी भी कसी दस
ू रे साथी ह- ि के असर से िमलने वाले का
या मु तरका ही साथ होने वाले का वाह दो त हो वाह दु मन बुरा
असर न होने दग
े ा।

28
51 मंगल नेक बृह पतः- दोन कसी तरह भी बृह पत के प े घर
ख़ाना नंबर 2 म इक े हो रहे ह तो औरत खानदान या ससुराल का
ता लुक होगा। ले कन ख़ाना नंबर 8 म उन दोन के इक े होने से
( ु ी वगैरह या मु तरका ही) कु डली वाले के अपने ही खानदान
वाल के हालात पर असर होगा।
52 मंगल बद व सूरजः- अके ले मंगल को सूरज का ता लुक मंगल नेक
करता ह।ै ले कन मंगल बद (मु फ़सल जुदी जगह िलखा है क कन
कन हालत म मंगल को मंगल बद लगे) को सूरज क मदद या मंगल
बद से सूरज का ता लुक मंदे हाल और करीबी र तेदार क मौत
ला क ाथ
वगैरह होगा।
53 दो ह मु तरका वाह बाहम दो त ह या दु मनः-
ल े
बंद मु ी के अंदर के ह हवाला अरमान नंबर 1(सूरज -बृह पत-
िक
मंगल-शनीचर) मय बुध अपने प े घर का। हवाला अरमान नंबर
50 म से कोई ख़ाना नंबर 1-7-4-10 (बंद मु ी के खाने) और ख़ाना
नंबर 2 (गु दवारा धम मं दर के अंदर) जान पर (यािन मुत लका
ता
िव

उ ) कभी बुरा असर न दगे। जब तक जब तक क ी ह (चंदर


शु ) का ता लुक या साथ न हो जावे। ी ह के साथ या ता लुक

हो जाने पर सनीचर का असर (अगर सनीचर शािमल हो) अपने
े ा। य क रा के तु को सनीचर
एैजंट रा के तु का बुरा असर दग
क बुिनयाद िगना जाता ह।ै
54 तीसरे घर का असर- कु डली के खान म पहले व तीसरे या हर
तीसरे घर (दोन के दर यान िसफ़ एक ख़ाना छोङकर मसलन 1-3-
5-7 म पहला तीसरा , तीसरा व पांचवां, पांचवा व सातवां) का
असर कभी पहले घर म नह आ सकता। पहले व तीसरे को इस तीसरे
घर क शत म लगे। पहले व पांचवे को इस तीसरे घर क शत म न
लगे। ले कन अगर बुघ क नाली के व त (िजस का मु फ़सल िज़कर
बुध म ह)ै तीसरे घर का असर पहले घर म आ जावे तो एैसी हालत म
पहला घर ख़राब असर का या गला सङा आ या पहले घर के ह
का असर बुरा ही लगे। वाह वो सब िमलने वाले ह बाहम या बुध
या शु या दोन के दो त या दु मन ही ह । बुध क नाली के व त

29
पहले घर के ह का असर तीसरे घर के ह म भी िमल सकता ह।ै
एैसी हालत म तीसरे घर म इक े होने वाले ह का मंदा हीअसर न
लगे। हो सकता है क वो मौका के मुतािबक नेक फल के ह । तीसरा
रिलया ते घर गिलया (तीसरा घर िमला तो पहला बरबाद या ख़राब
आ) मगर पहला रिलया ते तीसरा गिलया न लगे।
55 जो पहले घर का असर बाद के घर म िमलने का नतीजा ये होगा क
जब तक नंबर 16 से पीछे से बाद के घर म कसी ह का बुरा असर
आना बंद न हो जावे या पहले िमला है घर के बुरे ह क याद तक
ला क ाथ
बाद के घर के ह का नेक असर न होगा। यही असूल ख़ाना नंबर 8
के ह का नंबर 2 के ह के िलये होगा। ले कन अगर ख़ाना नंबर 8
ल े
म सूरज बृह पत या चंदर म से कोई भी अके ला अके ला या कोई दो या
तीन ही मु तरका बैठ जाव तो ख़ाना नंबर 8 न आगे को ख़ाना नंबर
िक
12 को और न ही पीछे को ख़ाना नंबर 2 को दख
े ेगा। बि क ख़ाना
नंबर 8 का एैसा असर िसफ़ ख़ाना नंबर 8 म ही बंद आ िगना
जायेगा। गोया मौत के घर को (सूरज बृह पत चंदर मु तरका) योगी
ता
िव

जंगी जीत लेगा।



56 दो से यादा ह मु तरका- (लाल कताब सफ़ा 266 नोट के नीचे
जुज 9 से मुत लका अरमान नंबर 151 का नोट):-
जब दो से यादा ह एक ही घर म ( ु ी से िमले ए दो से यादा से
मुराद नह बि क एक ही घर म मु तरका और दो से यादा) बैठ
जाव तो वो अपनी ु ी के ज रये अपना असर अपने बैठे ए घर के
बाहर कसी दस
ू रे घर पर नह कर सकते। जब तक क उस घर म
जहां क उनक ु ी हो सकती है कोई और ह न बैठा होवे। अगर
इनक ु ीप च
ं ने के घर का ह (अगर ब त ह ह तो हरइक को
अलैहदा अलैहदा िगन कर दख
े गे।) उन ह का दो त ह हो ( कसी
एक का या सब का ही) तो बाद के घर का ह जो इन का दो त है ख़द
ख़राब न होगा। यािन इसका असर अपना ख़राब न होगा। बि क बाद
के घर क चीज पर उनका पहले घर के िमले ए ह का असर उस
बाद के घर म अ छा या बुरा जैसा भी होगा। यािन वो ह उन ह
क रोशनी को नाली क तरह उस घर म आ जाने दग
े ा।

30
ले कन अगर वो ह उन का दु मन हो तो वो ख़द ही बरबाद होगा
और उन ह के असर को अपने बैठने वाले घर क चीज पर न फै लने
दग
े ा। (दो से यादा ह का उस घर के अंदर अंदर का बाहमी
ता लुक दस
ू री जगह दज ह।ै (अरमान नंबर 151 के आिख़री नोट म)
57 बाप बेटे क मु तरका क़ मत- दोन क क़ मत का जुदा जुदा
असर 100 फ़ सदी क ु ी से िमला आ असर िगना जाता ह।ै दोन
के वषफल के िहसाब से त त के मािलक ह से जो ह (बृह पत के
बाद सूरज के बाद चंदर के बाद शु के बाद मंगल वगैरह) असर क
ला क ाथ
तरतीब से पहली तरफ का हो वो दोन क मुशतरका क़ मत का
असर लेने के व त अब त त का मािलक ह और ह फल का होगा।
ल े
दोन क जुदी जुदी उ के साल के िहसाब से रािश नंबर के बोलने के
ह को जुदा जुदा दोन के िलये रािशफल के लगे। यािन दोन क
िक
मु तरका क़ मत का हाल दख
े ने के िलये त त का मािलक ह तो
दोन के िलये एक ही ऊपर के ढंग से िलया आ होगा। मगर उ के
ता
िलहाज़ से रािश नंबर के बोलने वाले ह दोन के अपने अपने और
िव

जुदा जुदा ह गे। एैसी मु तरका क़ मत क तबदीली का साल जो हर



श स के िलये अके ले हाल के िलये िगना जाता ह।ै लाल कताब
सफ़ा 25 पर बाप बेटे क औसत क़ मत के िलये दये ए न शे के
मुतािबक होगा। यािन बेटे क एक साला उ बाप क 70 साला उ
पर असर करे गी और बेटे क सात साला उ क क़ मत का असर
बाप क 63 साला उ क क़ मत पर असर दग
े ा। ऊपर का असर
दख
े ने के िलये दोन के ह का बािलग़ या नाबािलग़ होने का तरीका
जो जुदा जुदा ह।ै भूल न जाव। ऊपर का असूल दोन के बािलग़ होने
क हालत का ह।ै दोन म से हचाल म (उ के िलहाज़ से नह ) जो
नाबािलग़ हो उसका हाल छोङ ही दगे और बािलग़ ह वाले का
आम अके ले आदमी का हाल दख
े ने के असूल पर दख
े ल। अब बािलग़
ह वाले क क़ मत का असर नाबािलग़ ह वाले क क़ मत
पर बल होगा।
58 (ये अरमान दरअसल अरमान नंबर 97 व 98 का जुज ह।ै)

31
अंगूठाः- रा के तु मु तरका का मशनोई शु (दु यावी मुह बत का
ता लुक) लाल कताब सफ़ा 31 के जुज (अंगूठे क पोरीयां)
अिलफ) नाख़ून वाली पोरी..के तु से मुत लका। (बे) (बचपन-फै लना-
मरजी)
दर यानी पोरी ........रा से मुत लका। जवानी, िसकु ङना, दलील
िनचली पोरी..शु प ा हसे मुत लका बुढापा, टू ट फू ट क रे त(बुध
का पैदा हो जाना)-इ क़।
दर यानी गांठ अंगूठे क नाख़ून वाली पोरी के तु का

सीन) (मोटा िह सा) - के तु होवे दु मन ह क रािश म मुफिलसी


दगे ा। गरीब करे गा।
(छोटा िह सा)- के तु होवे .....दु मन के साथ या उनके प े घर म :-
ला क ाथ
वहशी, हव ै ानी ताक़त, कम-दौलत।
बाहर को झुकावः- के तु होवे...ख़ाना नंबर 12 म .......... र तेदार
मु तरका का ख़ाना नंबर 2 रा का घर घर ख़ाना नंबर 6

ल े
को तारे ।
सीधा रहःे- के तु होवे....ख़ाना नंबर 6 म.......अपने दु मन को मारे
िक
के तु होवे........ 9 म.......वालदनै को तारे यािन नेक असर दव े े।
अदरं को झुकेः- के तु होवे........3 म............ भाइय से तंग करावे।
ख़ाना नंबर 12

रा ः- रा का गृह त से ता लुक नह । फज सोच िवचार। अपने ही


ता
आप पर या दु मन पर छु पा छु पाया असर। हानी ख़ासीयत और
िव

उनका या उन पर असर िज मानी या बदनी असर न होगा।



िजस कदर ख़ाना नंबर 8 म रा के तु मु तरका के उनके अपने दु मन
िनचली पोरी रा के तु

ह का जोर बढता जावे उसी कदर ही एैसा श स जन मुरीदी और


दोन क बैठक

जाद ु मंतर क ख़ासीयत क तरफ बढने वाला होवे।


अंगूठे क पोरीय पर जौ के िनशान को चंदर का िनशान माना
गया ह।ै
(1) अंगूठे क नाख़ून वाली पोरी क जङ पर हो जौ के िनशान
यािन चंदर होवे :- के तु के घर क जङ पर यािन ख़ाना नंबर 6 को
ख़ाना नंबर 2 से दख े ता हो। ( मगर के तु के साथ नह अके ला चंदर) तो
बचपन का जमाना चंदर क ठं डी और साफ रोशनी क तरह उमदा
ै से सुख

असर का होगा। जनम भी इसका चानन प का होगा।


(2) अंगूठे क दर यानी पोरी क जङ पर हो जौ का िनशान यािन
वालदन

चंदर होवे रा के घर ख़ाना नंबर 12 क जङ या ख़ाना नंबर 6 म


(मगर रा के साथ नह िसफ़ अके ला ही चंदर वहां हो) तो जवानी
का जमाना उमदा असर का होगा। जनम इसका अमावस का
होगा।

32
(iii) अंगूठे क िनचली पोरी क जङ पर हो जौ का िनशान चंदर होवे
रा के तु दोन के मु तरका काम करने के मैदान यािन ख़ाना नंबर 8 क जङ ख़ाना
नंबर 4 ''नाभी'' (अरमान नंबर 59) म (मगर दोन ह का साथ न हो वहां ख़ाना
नंबर 4 म और िसफ़ चंदर अके ला ही ख़ाना नंबर 4 म हो) तो इस श स क उ
लंबी और बुढापा उमदा असर का होगा और इसका जनम शुकल प का
होगा।
(1) रा के तु मु तरका - हवाई ताक़त (बेजान चीज पर) के कारोबार करने के
मैदान ख़ाना नंबर 2 को मशनोई शु मानते ह।ै मगर रा के तु मय सनीचर
ला क ाथ
मुशतरका या तीन के इक े सांस (जानदार चीज पर) के काम करने के मैदान
ख़ाना नंबर 8 को मशनोई शु का मैदान नह मान लेते। रा के तु िसफ़ दोन के
ल े
िलये ख़ाना नंबर 2 अंगूठे क िनचली पोरी पर उन का बैठक ख़ाना ह।ै
सनीचर का हड
ै कवाटर सनीचर के साथ या तीन का बैठक ख़ाना
िक
नंबर 8 माना गया ह।ै ख़ाना नंबर 8 म बृह पत सूरज या चंदर क हालत का असर
जुदा दज ह।ै
ता
(2) - हरइक पोरी क जङ पर चंदर का असर िसफ़ उ के एक ही िह सा म िज़कर
िव

कया ह।ै हर पोरी के िलये उ के बाक दो िह स के ऊपर िलखे ए हाल के िलये



सूरज का ता लुक दख
े कर फ़ै सला करे ।
अरमान नंबर 59
कु डली व दमाग़ का ता लुकः- ह अके ले अके ले या मु तरका हो
कर जो हाल इ सान क दमाग़ी हालत का कर सकते ह। ब वही हालत
इ सानी क़ मत क वो ह कु डली म करग या जो हालत ह के िहसाब से इस
क क़ मत क होगी। वही हालत इसके दमाग़ क होगी।
दमाग़ के खाने
कु डली दमाग़ ताक़त कु डली दमाग़ ताक़त
का ख़ाना का ख़ाना का ख़ाना का ख़ाना
1 1 शु (गृह ती) 1 1 सनीचर इ क़
सनीचर से मु तरका जवानी शूककर से
-शु का पतंग,इ क़ मु तरका। चार
(जबानी) 16 से तरफ क ख़दगज
36 साला उ तक। हमदद ।

33
कु डली दमाग़ शु जारी कु डली दमाग़ सनीचर जारी
का का का का
ख़ाना ख़ाना ख़ाना ख़ाना
2 2 बृह पत से मु तरका- 2 7 शु से मु तरका।
शादी क वािहश- जंदगी बढने क
इ क़ के बाद का गलबा। वािहश। (अ ज उ
बूढी औरत 100 चूहे नह ।)
खाकर िब ली हज को 3 10 बुध से मु तरका।
जावे। 37 ता70/72साला जायका।
उ तक। 4 4 चंदर से मु तरका
3 3 मंगल से मु तरका। इ क़ - दो ती - मुलाकात -
ला क ाथ
से पहली उ फत। वालदन ै ी उ फत - इ क़ - और
मुह बत १ से १५ साला गलबा इ क़ के
ल े
उ तक। मु तरका मजमूआ का
4 4 चंदर से मु तरका। दो ती, असर।
मुलाकात, उ फत, इ क़ 5 15 बृह पत से मु तरका -
िक
और गलबा इ क़ का ख़ ारी
मजमूआ। 6 16 के तु से मु तरका -
5 5 बृह पत से मु तरका। इ तकलाल
ता
िव

वतन क मुह बत।


6 6 के तु से मु तरका 7 7 शु से मु तरका -

दलच पी, प जंदगी बढने क
मुह बत। औलाद नर का वािहश।
फल नदारद होगा। (अ ज-उ लंबी नह )
7 7 बुध से मु तरका। जंदगी 8 14 मंगल बद से मु तरका
बढने क ताक़त। (अ ज तक बर या ख़दपसंदी
उ नह ) 9 9 जाती बदला लेने क
मंगल (बुज़गाना) ताक़त।
1 8 सूरज से मु तरका हमला 10 13 जाती होशयारी क
रोकने क िह मत। ताक़त।
3 17 बृह पत से मु तरका 11 11 जाती जखीरा जमा
अदल मुनिसफ़ िमज़ाजी करने क ताक़त।
8 14 सनीचर से मु तरका 12 12 रा से मु तरका -
तक बुर या ख़दपसंदी राजदारी।
4 4 मंगल बद मंगिलक
मुह बत के तीन
िह सो को तबाह करने
वाला गृह त ख़राब हर
तरह क तबाही।

34
बृह पत जारी
बृह पत (शरीफाना) 11 35 चंदर से मु तरका-
वा यात गुजरते ए
2 2 शु से मु तरका-
क याद।
शादी क वािहश। इ क़ 12 12 रा से मु तरका
राजदारी
के बाद का गलबा। गु सूरज ( दमाग़ी)
5 20 बृह पत से मु तरका
घ टाल। सौ चूहे खाकर
इ त बुज़ग
िब ली हज को चली। 37 22 जाती अक़ल
6 23 के तु से मु तरका
ला क ाथ
से 70/72 साला उ तक। पसंदीदगी
7 24 बुध से मु तरका
3 17 मंगल से मु तरका -अदल हौसला।
ल े
या मुि सफ िमजाजी। 8 25 पापी ह से मु तरका
नकल करने क
4 21 चंदर से मु तरका-हमदद ताक़त।
िक
बह िपयापन का
या रहम िमजाजी। सूरज, झगङा -फसाद
9 26 बृह पत से मु तरका
ता
5 20 सूरज से मु तरका-इ त
मसखरगी।
िव

या बुज़ग । लीद म मानक। बुध से मु तरका -हद



से यादा मसखरगी-
प थर म मोती क ताक़त। बेवकू फ ब त ही
भोलापन बु धु
6 18 बुध से मु तरका -फोक चंदर (ग़ैबी या
उ मीद बायस तबाही- महसूस करने क )
3 27 मंगल से मु तरका-
गणेश जी क ग ड़ क गौर-व-खोज क
ताक़त।
सवारी।
4 28 (जाती )- पुरानी
के तु से मु तरका - भरोसा याददा त
5 29 सूरज से मु तरका-
िसफ़ फोक उ मीद नह । कद व कामत व
औसत तनासब क
कु छ हौसले क उ मीद या ताक़त। िचङीय से
आस होगी। गणेश जी चूहे बाज लङाने क ताक़त।
6 30 के तु से मु तरका- दबाव
क सवारी। बौझ मसावीपन क
ताक़त यािन जैसा मुहं
9 19 जाती- मजहब या हानी वैसी चपेट। अ छे से
अ छा बुरे से बुरा।

35
बुध (अंद नी अक़ल) चंदर जारी
1 37 सनीचर से मु तरका - 7 31 शु से मु तरका-रं ग प म फक दध

राग से दही और दोन क श ल और रं ग म
2 38 बृह पत से मु तरका- फक का मािलक यािन अगर बुध माता
जबानदानी ख़ानदान को उजाङे तो चंदर िपता के
3 39 मंगल से मु तरका - ख़ानदान को मारे ।
वजह सबब द रयाफत 8 32 सनीचर से मु तरका- सफाई, शा तगी,
ला क ाथ
करने क ताक़त। ढीलापन, जािहरा मानसरोवर तो अंदर से
ल े
कपट क खान।
4 40 चंदर से मु तरका- 9 33 बुध से मु तरका- इ म रयाजी के असूल
िक
मुकाबला एक चीज का 10 34 मंगल बद से मु तरका - जगह मकाम क
दस
ु री से याद, पूरा धोके बाज और तैरते को डु बा लेने
ता
वाला।
िव

5 41 सूरज से मु तरका - 11 35 बृह पत से मु तरका- पेशानी, वा यात



इं सानी खसलत गुजरते ए क याद।
6 42 जाती - रजामंदी। 12 30 रा से मु तरका- व त गुजरे - मद
खरबूजे को दख
े कर पछताये,
खरबूजा रं ग बदलने 1)आता है याद मुझको गुजरा आ जमाना
वाली िह मत। 2) कभी हम भी बाइकबाल थे।
3) िपदरम सु तान बोद।

रा के तु को कोई प जगह नह दी गई। लहर के मािलक ह। एक ने इ सान को


िसर से पकङा और दस
ू रे ने पाव स तो ख़दबख़द ही उन को जगह िमल गई।
चंदर का घर व चंदर
नाभीः- दमाग़ के खान म रा या के तु को अलहद ै ा जगह नह िमली। हथेली पर
भी ये नह िगने थे और बाहर कलाई पर माने थ। कु डली म भी जुदी जुदी जगह न
पा सके थे। तमाम िज म क दर यानी जगह नाभी (धु ी) को मंगल माना ह।ै

36
नाभी से ऊपर िसर क तरफ का िह सा रा क राजधानी और नाभी से नीचे पांव
क तरफ का िह सा के तु क राजधानी माना गया ह।ै लाल कताब सफ़ा 201
दोन पा टयां मंगल क “नाभी” मगंल बद क जगह या मंगल का मुंह ह।ै मंगल क
दोनो रािशयां नंबर 1-8 को िमलाने वाली कु डली क नाभी ख़ाना नंबर 4
मुकरर ह।ै जो रािशय के िहसाब से और ह के प े घर के िलहाज़ से िसफ़ चंदर
को ही दे दया गया ह।ै चंदर कभी ह फल का नह माना गया। हम
ं ेशा ही
रािशफल का होता है और ख़ाना नंबर 4 सनीचर के जाती असर के घर ख़ाना नंबर
10 का सेहन या मैदान िगना ह।ै िजसम सनीचर का फ़ै सला यािन क वो
(सनीचर) कु डली म जैसा भी होवे होगा। सबसे आिख़री फ़ै सला बृह पत का
ला क ाथ
होगा। यािन कुं डली म बृह पत िजस हस
ै ीयत का होगा। वैसा ही ख़ाना नंबर 4 का
आख़री फ़ै सला होगा। इस घर से चंदर का ता लुक जुदी जगह िलखा ह।ै (यािन
ल े
चंदर के ख़राब होने पर इसका अपना घर ही चंदर क दयालुता मेहरबानी क
पूरी ताक़त का होता ह।ै) कु डली म मौत के खाने नंबर 8 का भेद का रा ता चंदर
िक
क ग़ैबी ताक़त का च मा ख़ाना नंबर 4 या कु डली क नाभी का ता लुक मौत से
होने या करने वाले रा ते म रा के तु का असर नह माना गया। चंदर के पानी क
ता
नदीयां कु दरत के अ स को दमाग़ के रा ते से हाथ क हथेली क रे खाय से
िव

रािशय व ह के ज रये सब क दर यानी जगह या िज म के दर यानी िनशान



नाभी से जािहर कर दत
े े ह। यही नाभी का रा ता माता के पेट म ब े को ख़राक
दत
े ा रहता है या कु डली म ख़ाना नंबर 4 सब क मदद और दोन जहान के
मािलक बृह पत को ऊंच करता ह।ै मौत ने सब को मारा मगर चंदर ख़ाना नंबर 8
म मौत को मार लेता ह।ै
आंख:- अगर पेट के दर यान से पेट के अ दर का हाल बताने वाली चीज नाभी को
चंदर का घर ख़ाना नंबर 4 माना गया तो चेहरे पर एैसी ताक़त वाली चीज आंख
को भी ख़ाना नंबर 4 माना ह।ै जो ख़ाना नंबर 10 सनीचर के घर को दख
े ता ह।ै
सनीचर का ख़ाना नंबर 10 कनपटी (पुङपुङी) माना ह।ै पापी ह क जगह ह क
का कौआ व तालु ह।ै (मु सल अरमान नंबर 180 चार ह मु तरका म िलखा
ह।ै)
दो लफज म
ख़ाना नंबर 4 हालात ग़ैबी और ख़ाना नंबर 2 इस दिुनया क बे नी
हालत को जािहर कर दत
े े ह।

37
अरमान नंबर 60
35 साला च र- ह क आम िमयाद के साल का मजमूआ 35 साल होता ह।ै
ये 35 साला िमआद 35 साला च र कहलाता ह।ै ह का 35 साला च र और
उ का 35 साला च र (या इ सान का 35 साला च र) दो जुदी जुदी बात ह।
फ़रजन "एक श स के ज म दन से ही बृह पत का दौरा शु आ। बाक ह एक
के बाद दस
ू रा यािन बृह पत (6 साल), सूरज (2 साल), चंदर (1 साल), शु (3
साल), मंगल (3 साल), बुध (2 साल), सनीचर (6 साल), रा (6 साल), के त(ु3
साल) कु ल 35 साल का दौरा तमाम ह ने इसक 35 साला उ तक ही पूरा कर
ला क ाथ
दया ले कन हो सकता है क इसका पहला ह बृह पत के बजाये सनीचर शु
ल े
होवे और जनम दन क बजाये सातव साल से शु होवे। अब तमाम ह तो 35
साल म ही दौरा पूरा कर लगे। जब क आख़री ह का आख़री दन होगा। इस व त
िक
इ सान क उ 35 साला ह का दौरा जमा 6 साल जब अभी सनीचर या उ का
पहला ह शु भी न आ था यािन कु ल उ 41 साल हो चुक होगी। जो 35
ता
साला च र के िहसाब से इ सान का दस
ू रा 35 साला दौरा होगा। अब िजस दन
िव

से ह का दस
ू रा दौरा शु आ। यािन िजस दन जनम दन से शु होने वाला

ह दस
ू री दफा शु आ। उस दन से िजन ह ने पहले बुरा असर दया था वो
अब अपनी दस
ू री चाल म बुरा असर न दग। ये ज री नह क क वो बुरा फल दन
े े
वाला अ छा फल ही दव
े । मगर अब बुरा फल न दग
े ा।
तोते क 35 - ( बुध के ह का भेद) तोते क 35 के कु डली के खान का गौर से
मुलाहजा कर तो.........कु डली का ख़ाना नंबर 9 कह नह िमलेगा। बुध का ये
ख़ाना नंबर 9 वो ख़द ख़ाना नंबर 9 एक अजब हालत का ह।ै िजसका िज़कर जुदी
जगह दज ह।ै यही ख़ाना नंबर 9 एक चीज है जो इ सान व हव
ै ान म फक कर दत
े ा
है और तमाम ह क बुिनयाद है या दोन जहान क हवा बृह पत असल ह।ै इस
35 के 11 ख़ाने दरअसल बुध के 12 खान क हालत बताते ह । यािन ख़ाना नंबर
10 के बुध को सनीचर, 2 के बुध को बृह पत वगैरह िजस तरह क इस तोते क
35 क कु डली म िलखे ह लगे। यािन असर के िलये बुध के अपने असर क बजाये
दये

38
ए ह क हालत का असर लगे।
अरमान नंबर 61
िसर - ( दमाग़ी ताक़त रा क , ढा चा बुध का) कु डली का ख़ाना नंबर 12
माथा - कु डली का ख़ाना नंबर 2 (हवाई ख़याल म तमाम ताक़त का रा के तु
क बैठक का मैदान मशनोई शु क जगह)
चेहरा - (आकार बुध का चेहरे क
पसंदीदगी खूबसूरती के तु) ख़ाना नंबर 6 यािन
चेहरा ख़ाना नंबर 6 और िसर ख़ाना नंबर 12 दोन का दरिमयान माथा ख़ाना
शुमाल
नंबर 2 होगा।
के तु ख़ाना नंबर 6
चेहरा का मािलक
ला क ाथ बृह

4
ंबर
पत

ान

ान
ान


ान

ल े
मा


चंद
ंबर
था

रा बुध क
दाय ा
िक
सनीचर ख़ाना नंबर 10 सूरज ख़ाना नंबर 1
का गोल

ब ा
गो ल
िसर का

मग़ रब मश रक़
ढांचा
दायरा

मरकज़
बधु

ता
रा
7
ंबर

मंगल ख़ाना नंबर 3


िव
ान

ान
ान

ान

ंबर
बाजु
रा
कर


12
चेह
शूक

जनुब
ख़ाना नंबर 5- मु तकिबल. ख़ाना नंबर 9 -माजी..नंबर 11- दिुनया का अंदर।
नंबर 8 - दिुनया से बाहर।
चौङाई - के तु क ताक़त, लंबाई- बृह पत क ताक़त। (सूरज सनीचर दोन का
मािलक गु )
गोराई - बाहर को उभार - बुलंदी - बुध क ताक़त। प ती - गहराई नीचे अंदर को
दबना रा क ताक़त
ऊपर क ताक़त का घटना बढना ह क ु ी के दज क ताक़त के घटने या बढने
से मुराद होगी।
100 फ़ सदी ु ी क हालत म दो ह एक दस ू रे के यादा नजदीक या एक ही हो
जाते या िमल जाते ह।ै
50 फ़ सदी पर हालत पर उनका दर यानी फासला नसफ रह जाता ह।ै या दोन
क ताक़त आधी

39
आधी बाहम िमल जाती ह।ै
25 फ़ सदी पर िसफ़ एक चौथाई िमलते ह। यािन तीन चौथाई वो एक दस
ू रे से दरू
रह जाते ह।
(लाल कताब सफ़ा 43) ख़ाना नंबर 2 को पेशानी माना ह।ै पेशानी पर
ितलक लगाने क जगह। (दोन भव का दर यान व नाक का आिख़री िह सा का
मरकज़) असल पेशानी या ख़ाना नंबर 2 क असल जगह ह।ै इस ितलक के िनशान
क जगह को छोङकर बाक तमाम पेशानी क जगह ख़ाना नंबर 2 का बाक
मैदान ह।ै इस बाक मैदान म रा के तु क बैठक या ख़ाना नंबर 8 का असर भी
ला क ाथ
आना माना ह।ै ख़ाना नंबर 2 का ये मैदान ख़ाना नंबर 6 को भी दख
े ता ह।ै
खुलासतन ितलक क ख़ास जगह (बृह पत का ख़ाना नंबर 2) रा के तु क
ल े
मु तरका क बैठक क जगह (मशनोई शु क रािश भी ह)ै का दरवाजा ह।ै दस
ू रे
लफज म ख़ाना नंबर 8 को रा के तु क सनीचर के साथ होने क बैठक िगन तो
िक
इस बैठक या यम के दीवानखाना का दरवाजा ख़ाना नंबर 2 रा के तु दोन क
मु तरका (मगर सनीचर के बहस
ै ीयत मौत का यम) बैठक होगी। िजसम सनीचर
ता
िव

क मौत का ता लुक न होगा। िसफ़ रा के तु क अपनी नेक बदी का मैदान



गु दवारा - मि जद - मं दर होगा। इस धम थान का दरवाजा दोन भव क एैन
दर यानी जगह होगी। िजस का मािलक बृह पत ह।ै जो दोन जहानो का मािलक
ह।ै िजसके रा त क लंबाई के दोन िसर पर सूरज और सनीचर ( दन रात)
िगनते ह। यािन ''दिुनया से बाहर ख़ाना नंबर 8 और दिुनया का अंदर ख़ाना नंबर
11 ''के साथ बृह पत क दस
ू री ताक़त ''ख़ाना नंबर 5 मु तकिबल और ख़ाना 9
माजी '' का दर यान जमाना हाल (या बंद मु ी के खाने 1-7-4-10) होगा। थोङे
लफज म िजस तरह ख़ाना नंबर 4 ने अपनी नेक न छोङी थी। इसी तरह ही
ख़ाना नंबर 2 ने कु ल दिुनया से ता लुक़ न छोङा। अगर नाभी तमाम िज म का
दर यान था ओैर बंद मु ी के खान म ख़ाना नंबर 4 ब े के साथ लाये ए ख़जाने
का भेद था तो चेहरा पर ितलक क जगह या दिुनया म ब े के िलये बाक सब
तरफ से िमलने िमलाने वाले ख़जाने का भेदी ख़ाना नंबर 2 आ। इन दो खान
यािन ख़ाना नंबर 4 और ख़ाना नंबर 2 का मु तरका असर क़ मत का क़ र मा
आ। जो ह फल व रािशफल दोन का लब लबाब भी कहा जा सकता ह।ै

40
ख़ाना नंबर 4 बढाता है चंदर को। ख़ाना नंबर 2 बढाता है बृह पत को। दोन
िमले िमलाये (माता िपता) वालदन
ै या अके ला बृह पत जो दोन जहान का
मािलक है होगा। जो ब े को मदद दन
े े के िलये ख़ाना नंबर 5 म सूरज के साथ और
ख़ाना नंबर 11 म सनीचर के साथ जा िमलता ह।ै बृह पत क इस लंबाई को सब
क लंबाई िगनते ह।ै वाह चेहरे क कहो वाह पेशानी क ।
लाल कताब सफ़ा 43 क जुज नंबर (1) चेहरे क चौङाई = ख़ाना नंबर
6 के के तु से या ख़ाना नंबर 6 से िजस कदर बृह पत का साथ होवे उसी कदर चेहरा
लंबा होगा। िजस कदर कम असर या ता लुक बृह पत का ख़ाना नंबर 6 से हो
उसी कदर चेहरा चौङा होगा। िजस कदर चेहरे क लंबाई यादा उसी कदर नेक
ला क ाथ
असर यादा होवे साथ लाई ई ज़ाती क़ मत का।
(सफ़ा 43 क जुज 3) पेशानी क चौङाई-ख़ाना नंबर 2 के बृह पत से या
ल े
ख़ाना नंबर 2 से िजस कदर के तु का साथ होवे। इसी कदर पेशानी चौङी होगी।
िजस कदर कम असर या ता लुक के तु का ख़ाना नंबर 2 से होवे। इसी कदर पेशानी
िक
लंबी होगी। िजस कदर पेशानी क चौङाई बढे । इसी कदर नेक असर यादा होवे।
तमाम मुत लका दिुनया का।
ता
मुखतसरन के तु जब बृह पत के साथ या बृह पत के घर म हो तो
िव

पेशानी कु शादा होगी।



बृह पत जब के तु के साथ हो या के तु के घर मे हो तो चेहरा लंबा होगा।
जब इक े ही दोन (बृह पत व के तु) ख़ाना नंबर 2 म ह लंबा चेहरा कु शादा
पेशनी (हमदद व बुलंद मरतबा) होगा। बशत क ख़ाना नंबर 8 ख़ाली हो। ले कन
अगर दोन ख़ाना नंबर 6 म इक े ह और ख़ाना नंबर 2 ख़ाली हो तो लंबा चेहरा
होगा।
लाल कताब सफ़ा 43 जुज नंबर (3) :- ख़ाना नंबर 2 का असर ख़ाना
नंबर 6 के रा ता ख़ाना नंबर 12 म जाने से पेशानी का ऊपर का िह सा मुराद
होगी।
जुज नंबर (4) :- ख़ाना नंबर 8 का असर ख़ाना नंबर 2 म जावे।
जुज नंबर (5)- ख़ाना नंबर 8 का असर ख़ाना नंबर 2 क मारफत ख़ाना
नंबर 6 म जावे।
जुज नंबर (6) - ितलक क जगह छोङ कर पेशानी पर िनशान जब
ख़ाना नंबर 2 हर तरह से और हर तरफ से ( ख़ाना नंबर 8 क ि वगैरह) ख़ाली
हो तो ख़ाना नंबर 2 को ितलक

41
क जगह िगनते ह।
ख़ाना नंबर 2 म ह का असर मय ख़ाना नंबर 8 के
जुज नंबर (7):-पेशानी पर क वे के पांव का िनशान। ख़ाना नंबर 8 के
मंदे ह का असर मंगल बद वगैरह का।
जुज नंबर 8():- पेशानी पर टू टी फू टी लक र। ख़ाना नंबर 2 मे बृह पत
या के तु के दु मन ह।
लाल कताब सफ़ा 43 के जुज नंबर (9) :-खानानंबर 2 व ख़ाना नंबर 6
का फ़ै सला ख़ाना नंबर 8 को साथ लेकर होगा।
जुज नंबर (10):- पेशानी पर ितलक क जगह के तु का िनशान ख़ाना
ला क ाथ
नंबर 2 म हर तरह से अके ला के तु।
जुज नंबर (11):-चौङे चेहरे म :- बृह पत क बजाये रा के साथ -
ल े
सनीचर क ख़दगजाना ताक़त (लाल कताब सफ़ा 35 - दमाग़ के खाने नंबर 7 से
12) ह गी।
िक
लंबा चेहराः- बृह पत के साथ व ता लुक से के तु म सनीचर क
हमददाना ताक़त (लाल कताब सफ़ा 36 दमाग़ के खाने 13 से 16) ह गी।
ता
जुज नंबर 12 से 15:- मद के िलये पेशानी व चेहरा िजन िजन हालत म
िव

अ छे िगने गये ह वही हालत औरत के हाल के िलये उलट मायन क ह गी।

जुज नंबर (16) माथे पर सुख रगाय:- ख़ाना नंबर 2 म मगंल बुध या
सूरज बुध ह ।
माथे पर स ज रं ग रगाय :- ख़ाना नंबर 2 म अके ला बुध या रा बृह पत
मुशतरका ह ।
चेहरे पर तमाम हः-
बृह पत-नाक व माथा बुध- दांत. नाक का अगला िसरा गांठ
सूरज-दाय आंख का डल
े ा सनीचर-बाल(भव व पलक के ख़ासकर)
चंदर- बाय आंख का डल
े ा रा - ठोडी
शु - ख़सारा के तु- कान
मंगल दोन ह ठ ऊपर का मंगल नेक और नीचे का मंगल बद
अरमान नंबर 62/94 बजज 92
द ती कताब म दज कया गया है और इ म कयाफा के ख़ास ख़ास जुज दस
ू रे
िह स म िमलाये गये ह।ै

42
हर इ सान कस ह का है (ब ये याफा)
बृह पत के ह के बल होने का-इस श स का माथा चूहे के माथे क तरह
तंग सा न होगा। न ही वो दमा क बीमारी वाला या नाक कटा आ का होगा।
इसका बोलना चलना बैठना वगैरह गु क तरह शाहाना गंभीर और नेक होगा।
हाथ क पहली या तजनी अंगुली लंबी होगी। मगर कटी इ या र ी हो चुक न
होगी। तबीयत म सुथरे (लापरवाह िजस म कसी से भी मुह बत क बू न हो) क
तरह का ख़ापन न होगा और न ही जानवर को िजबह करने वाले कसाई क
ला क ाथ
तबीयत का होगा। रं ग िज म व चेहरे का सोने क तरह दमकने वाला होगा। मगर
ध े या धङ े क मरज वाले क तरह जद रं ग हो चुका न होगा। आंखे म त शेर क
ल े
तरह रोशन मगर डरावनी न ह गी। मुंदरजा जैल म से बृह पत क उ म
िनशानीयां साथ ह गी।
िक
हानी हाथ..लाल कताब सफ़ा 47 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 4
नाक...................लाल कताब सफ़ा 112A व 112B
ता
िव

कद.....................लाल कताब सफ़ा 69 फ़रमान नंबर 78



सूरज के बल ह वाला अंगहीन (िज म का कोई अजूं या िह सा कटे होने
वाला) न होगा। इसका रं ग गंदमी। आंख शेर नर क तरह रोशन मगर डरावनी
न ह गी। कद इसका लंबा िज म पतला (इकहरे िज म वाला मगर दब
ु ला सा
म रयल नह ) हर तरह क मुसीबत बरदा त करने वाला और मजबूत तबे होगा।
लंबा चेहरा कशादा पेशानी वाला होगा। र तार गु तार म दायां िह सा िज म
का पहले चलाने वाला होगा। श ल व शबाहत म जािहरा तो भोला भाला सा
होगा। मगर अंदर से दबी इ आग क तरह गम होगा। चाल चलन (कामदव
े ) का
पूरा नेक होगा। शराब से दरू रहने वाला और शरारत का माकू ल जवाब दन
े े वाला
होगा। हर बात म पहला िह सा लेने वाला होगा। मुंदरजा जैल बात का साथ
होगा।
सपाट हाथ.....लाल कताब सफ़ा नंबर 47 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 1
चंदर बल वाला सफ़े द रं ग (दध
ू क झलक वाला दह के रं ग क

43
सफ़े दी नह ) शा तं वभाव। चौङाई वाला चेहरा। चकोर या घोङे क आंखो क
तरह क आंखो वाला। दस
ू रे क बात म हां से हां िमलाकर फर उस दस
ू रे को नम
सा जवाब दक
े र और उसके दल को मना कर अपनी तरफ कर लेने वाला। िलबास
म सफ़े दी पसंद। िज म का िनचला िह सा (नाभी या नाफ से नीचे या पांव क
तरफ का िह सा पले ए हाथी क तरह भारी भ ा सा और बेडौल न होगा।
मुंदरजा जैल बात का साथ होगा।
मुतफ़रक हाथ... लाल कताब सफ़ा 48 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 6
ला क ाथ
ख़दद ती तहरीर.....लाल कताब सफ़ा 71 फरमान नंबर 83
अंग फङकना............लाल कताब सफ़ा 74 फ़रमान नंबर 89
ल े
शु के बल ह वाला रं ग म सफ़े द (दह के सफ़े द रं ग क झलक दध
ू के
सफ़े द रं ग क नही) चेहरा गोल मोल सा खूबसूरत। आंखे बैल क आंखो क तरह
िक
क मगर म ताना और आशकाना ढंग क । ख़सारे बुलंद व पुरगो त व गोल।
तबीयत म एैश पसंद (कोई रोये कोई हस
ं े मगर वो ख़द अपने आप म ख़श) और
ता
िव

हरदम अपने आप को औरतो क तरह संवारता रह।े मुंदरजा जैल बात का साथ

होगा।
मशलशी हाथ.....लाल कताब सफ़ा 47 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 3
मंगल नेक के बल ह वाला एक तरफा तबीयत। दहाना (मुंह का)
कशादा। दोन ह ठ यकसां वे सुख रं ग। आंखे सुख और शेर क तरह डरावनी और
खुंखार सी। बृह पत व चंदर सूरज क िनशानीयां भी साथ िमलती सी मालूम
ह गी। गुंब द (मीनार) क तरह ऊपर से उभरा आ और भारी मगर नीचे पांव क
तरफ से हलका होगा। मुंदरजा जैल का साथ होगा।
मुर बा हाथ...... लाल कताब सफ़ा 47 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 2
मुंह का दहाना......... लाल कताब सफ़ा 68 फ़रमान नंबर 73
बाजू लंबे..................लाल कताब सफ़ा 70 फ़रमान नंबर 79
मंगल बद ज लाद कसाई और हाथ पर आग और छु री साथ िलये
फरता सा मैदाने

44
जंग का िमतलाशी (ढू ंढ कर पाने वाला ख़द कोिशष करके लङ पङने वाला) आंखे
खुंखारी म शेर क तरह और सुख़ मगर िहरण क तरह क भी। यािन दोन हालत
म से पता न चले क कस से िमलती ह। कद काठ का उमदा लंबी उ वाला। ख़द न
जले मगर ''हरजां क रोद कदम शरीफाना - न फसल र बी शुद न खरीफाना'' क
तासीर वाला। आवाज म दहाङने क गूंज व भारीपन और अपने आप म ही मौत
का यम हो कर चलने वाला होगा। मुंदरजा जैल बात का साथ होगा।
पेट पर िसकन या बल....लाल कताब सफ़ा नंबर 45 फ़रमान नंबर 65
ला क ाथ
छाती....................... लाल कताब सफ़ा नंबर 70 फ़रमान नंबर 80
बुध के ह के बल वाला कबूतर क आंखो से िमलती इ आंख वाला
ल े
मगर डरपोक। चाल म मसक न िब ली क तरह का। जबान मासूम लङ कय क
तरह क मगर जाद ु क ताक़त क । दांत शानदार। बह िपयापन (नकल करने या
िक
संवाग उतारने क ताक़त) दजा कमाल। जबान को होठ पर फे रने क आम आदत।
गु् तगू म तेज र वानी। बात बात म फज व कयासी महल बना दव
े े मगर
ता
िव

बकवासी व ग पी न होगा। हरइक को अपना क़ायल और साथी बना लेगा। मगर



ख़द रहनुमा बनने वाला न होगा। जबान का च का यादा मगर ख़राक कम।
खूबसूरती पसंद मगर यादा चीज क परवाह नह । मुंदरजा जैल बात का साथ
होगा।
दांत............................लाल कताब सफ़ा 46 फ़रमान नंबर 66A
रगाय (नाङ).................लाल कताब सफ़ा 69 फ़रमान नंबर 76
नाक क गांठ (अगला िह सा)...लाल कताब सफ़ा 112B
मनतक हाथ............लाल कताब सफ़ा 48 फ़रमान नंबर 68 जुज 5
िसर का ढांचा.................लाल कताब सफ़ा 44 फ़रमान नंबर 62
सनीचर के बल ह वाला सांप सुभाओ। आंखे सांप क आंख से
िमलती इ गहरी व गोल। रं गत म सफ़े द व सुख़ न होगा। बि क याही पर या
याह रं ग ही होगा। भंवे लेटी लक र क तरह सीधी या भंव पर बाल कम। आवाज़
म सांप क तरह क टक टक करने वाला। आंखे ब त दरे बाद झपकने

45
वाला होगा। बात म पता न लगने दग
े ा क उसका असली मतलब या ह।ै दोन
पहलू चार तरफ़ घूम जाने वाला होगा। अगर मदद पर आ तो दस
ू रे क मदद को
पूरा करने के िलये अपना सब कु छ कु रबान कर दग
े ा। प ा हठधम होगा। अगर
बरिख़लाफ़ पर हो तो मुकािबल वाले का सब कु छ बरबाद व ज़हरीला कर दग
े ा
और िसफ़ दु यावी तमाशा दखला दग
े ा। वाह दु मन का और अपना दोन का
ही कु छ न रह।े सुनने क बजाये आंख से ही काम लेगा। दस
ू र पर सांप आ
िनकलने क तरह का डर पैदा कर दग
े ा। कान छोटे। अलहद
ै ा बैठने का आदी होगा।
मुंदरजा जैल का साथ होगा।
ला क ाथ
िज म पर बाल................. लाल कताब सफ़ा 45 फ़रमान नंबर 66
अब ............................ लाल कताब सफ़ा 68 फ़रमान नंबर 74
ल े
हाथ क रहनुमायी........... लाल कताब सफ़ा 49 फ़रमान नंबर 68
िक
छंक........................... लाल कताब सफ़ा 74 फ़रमान नंबर 88
तालु (हलक़ का कोआ)..लाल कताब सफ़ा 72(10) फ़रमान नंबर 84
ता
पापी ह मुशतरका - ह क का कौआ ख़ाना नंबर 8 िजसम दांयी तरफ
िव

रा और बाय तरफ के तु और दर यान म सनीचर होगा।



रा के बल ह वाला बुलंद ठोडी। रं ग पूरा याह (अगर रा ऊंच हो
तो रं ग याह न होगा मगर बाक सब रा म इस जगह िलखी इ बात ज र
ह गी) अमूमन काला। आंख से काना या औलाद क तरफ से लाव द होगा। टेढा
चलने वाला। हाथी का िज म रं ग व हाथी क ही आंखो से िमलती इ आंखे ह गी।
तबीयत म क े धुय क तरह क बेआरामी सी होगी। िजस तरफ िमल गया वही
तरफ दस
ू री तरफ का नाश करने वाली हो गई। दमाग़ी ताक़त हम
ं ेशा शरारत
और बरबादी का ढंग खङा कर दग
े ी। ख़राक यादा मगर च का कम। चीज क
यादती का शौक न मगर उनक ख़ूबसूरती क परवाह नह । मसक न िब ली क
तरह अगर उसे उङने के पर िमल जाव िचङीय का बीज नाश करना शु कर
दग
े ा। िब ली क तरह उसे मकान से मुह बत होगी। मािलक क जान से मुह त न
होगी। मुंदरजा जैल का साथ होगा।
सीने क ह ीयां.............लाल कताब सफ़ा 44 फ़रमान नंबर 63

46
झगङालु हाथ... लाल कताब सफ़ा 48 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 8
वाब....................... लाल कताब सफ़ा 75 फ़रमान नंबर 91
हाथ के नाख़ून.......... लाल कताब सफ़ा 68 फ़रमान नंबर 72
छ क ......................... लाल कताब सफ़ा 74 फ़रमान नंबर 88
हथेली क गहराई ...... लाल कताब सफ़ा 49 फ़रमान नंबर 68
के तु बल वाले के कान बङे बङे । भंवो का दर यानी िह सा बुलंद बि क ऊपर
बाहर को उभरा आ सा। िज म खूब मजबूत ख़ास कर टांगो का िह सा भारी।
गाजर क तरह उसका िज म नीचे से मोटा और ऊपर िसर क तरफ से हलका।
ला क ाथ
तबीयत नेक दरवेश (कु ा-सूअर या साधु) क होगी। मुंदरजा जैल का साथ
होगा।
ल े
गरदन पर िसकन या बल.......लाल कताब सफ़ा 45 फ़रमान नंबर 64
िक
अंगूठा व अगुंिलयां (छोटे छोटे).. लाल कताब सफ़ा 48 फ़रमान नंबर 67
जुज 8
ता
उं गलीयां लंबी...............लाल कताब सफ़ा 49 फ़रमान नंबर 68 जुज 10
िव

कान.................................लाल कताब सफ़ा 68 फ़रमान नंबर 75



पीठ................................... लाल कताब सफ़ा 70 फ़रमान नंबर 81
पांव के नाख़ून.................... लाल कताब सफ़ा 68 फ़रमान नंबर 72
हाथ का अंगूठा............. लाल कताब सफ़ा 27 ता 33 फ़रमान नंबर 58
मुंदरजा बाला 9 ह का असर - जब कसी का बृह पत बल मालूम हो तो
िजस घर म बृह पत बैठा आ होवे तो इस श स के इस ख़ाना नंबर के तालुकदार
िजसम क बृह पत हो। बृह पत क ऊपर िलखी इ िस त के ह गे। अगर बृह पत
हो ही अपने घर म या घर का तो इसके बाबे या बाप क वही हालत होगी। जो
ऊपर बृह पत क कही गयी ह।ै इसी तरह ही और ह लगे। मसलन ऊपर के सबूत
से कसी का सूरज बल साबत होगा। मगर सूरज पङा है कुं डली म के तु के घर
ख़ाना नंबर 6 म तो उस श स का लङका (के तु) सूरज क ऊपर िलखी िस त का
होगा। 2) अगर के तु पङा होवे मंगल के प े घर ख़ाना नंबर 3 म तो उस के भाई म
के तु क ऊपर िलखी बात पायी जाएंगी।

47
इ सान िजस ह का साबत हो वो ह उसे ख़ाना नंबर 9 का काम दग
े ा। बेशक़ वो
कु डली म कह ही हो।
इ सान का कोई ह ख़तम हो गया न हो गया या मर ही
तो नह गया
बृह पत - िसर पर चोटी या बोदी क जगह के बाल ख़द-ब-ख़द ही
( कसी बीमारी या टटरी से नह ) ख़तम हो जाव यािन उङ जाव और िज द िसर
क नंगी सी रह जावे या वो अपने गले म हरदम माला या त बीह (पूजा पाठ के
ला क ाथ
िलये गांठे दे दक
े र या मनके वगैरह इक े करके कं ठी सी बना लेते ह) डाले रखने का
आदी हो जावे तो समझ लो क इसका बृह पत (ख़द इसक जाती क़ मत इस
ल े
दिुनया के ता लुक के िलये) ख़तम आ।
िक
सूरज - अजाय िज मानी (िज म के अंग या िह से) को हरकत करने या
कराने क ताक़त (ख चना या फै ला दन
े ा) जाती रहे या इसके मुहं से हरदम थूक
ता
जारी होता रहे तो सूरज ख़तम क िनशानी होगी।
िव

चंदर - महसूस करने क ताक़त ख़तम (पता न लगे क इसके िज म से



कोई चीज छू गयी या लग गयी ह)ै तो चंदर ख़तम िगनगे।

शु - अंगूठा ख़राब, ख़तम या नाकारा और िनक मा हो जावे। (बीमारी


से या कट कर नह ) तो शु बरबाद आ।

मंगल - िज म के जोङ चलने से रह जाव। िज म के ख़ून का रं ग िज द को


दख
े ने से मर गया मालूम होवे यािन इसके ख़ून का रं ग बरबाद हो जावे कु वत ए
बाह तो हो मगर ब ा पैदा करने क ताक़त क़ायम न रह।े (ये दो जुदा जुदा चीज
ह) तो मंगल ख़ म लगे।

बुध- ऊपर के जबाङे के सामने के और पहले ही तीन दांत ख़तम। ख़शबू


बदबू का फक ख़ म। कु वत ए बाह ख़ म। तो बुध मर गया ही िगना जावेगा।

सनीचर- िज म पर से बाल उङ जाव खासकर पलक और भव क


(बीमारी का ता लुक न लग) तो सनीचर बरबाद कहगे।

48
रा - हाथ के नाख़ून झङ जाव। दमाग़ी ख़रािबयां।
दु मन के ता लुक के दख

औलाद के दख
ु ।
के तु- पाव के नाख़ून झङ जाव पेशाब क बीमा रयां या
ु । मंदे असर का।
न ह वाले क मदद
} ह
ख़तम
हो गया।

ऊंच घर के ह अपना नेक फल दगे और नेक फल छोङगे। मगर दु मन ह के साथ


वो नेक न छोड़ दगे मगर बदी न करग।
बृह पत ख़राब शुदा वाले को माथे/पगङी पर बृह पत के जरद रगं का ितलक।
ला क ाथ
नाक का पानी खु क़ करने के बाद यािन नाक सफ़ा करने के बाद काम शु करना
मददगार। अगर उ छोटी म ही बृह पत ख़ म का पता लग जावे तो िजस दन से
ल े
नाक का पानी ख़द-ब-ख़द बंद हो जावे बृह पत कायम होगा या नाक का पानी
िक
खु क़ रहने क उ तक ऊपर का िज़कर मददगार होगा।
सूरज क मदद के िलये मुंह म मीठा डाल कर पानी के चंद घूंट पीकर काम शु
ता
करना मुबा रक होगा। अगर बचपन से ही पता चल जावे तो शु उ से ही ये
िव

बात मदद दग
े ी।

चंदर क मदद के िलए दस
ू र क आशीवाद बज़ रआ पैरी पौना वगैरह कह कह
कर काम कर। खबर पहले ही िमलने पर बुढ़ापे तक ये बात काम दग
े ी।
शु न वाले को पोशाक का ख़याल रखना बाल कायम रहने तक मददगार
होगा।
मंगल बरबाद वाले को सुरमा सफ़े द का इ तेमाल एैन शबाब तक मददगार
होगा।
बुध बरबाद वाले को नाक छेद दनेा या सुराख़ कर दनेा। दांत सफ़ा रखना ढलती
जवानी तक मददगार होगा।
सनीचर बरबाद वाले को मसवाक या दातुन का इ तेमाल आंखो का पानी खु क़
होने तक या बाल के सफ़े द होने तक मददगार होगा।
रा बरबाद वाले को िसर पर चोटी या बोदी का कायम करना। खानदान से
अलहद
ै ा होकर

49
ख़द मुखतयारी न करना या सुसराल से ता लुक न तोङना मुबा रक होगा।
के तु बरबाद वाले को कान म सुराख़ करना। उ औलाद व सफर म मदद दग
े ा।
अरमान नंबर 92
1- पानी से भरा आ घङा -शनीचर ख़ाना नंबर 11 म ु ी ख़ाली
दध
ू ................................. चंदर ख़ाना नंबर 4 म ु ी ख़ाली
क या, लङक , फू ल ....... बुध ख़ाना नंबर 6 म ु ी ख़ाली
याह शादी-.................... शु ख़ाना नंबर 7 म ु ी ख़ाली
ला क ाथ
2. लकङी ...................... सनीचर ख़ाना नंबर 3 म
हिथयार या औजार - सनीचर चंदर मु तरका

}
3. कु ा - के तु
} बुलंद आवाज
ल े
आगे से उ ट छ क- रा नीच असर का िब ली - रा बुध का साथ
िक
जानवर मंडराने लग। खासकर बुध होवे ख़ाना नंबर 12 का। (यािन रा के तु का
भी साथ ख़ाना नंबर 12/6 म होवे)।
ता
4. नेक जानवर - काला कु ा (पूरा काला) ऊंच रा । गाय - शु ख़ाना नंबर 12।
िव

िहरण - मंगल ख़ाना नंबर 10 म।



अरमान नंबर 95
हर मकान कस ह का है (अरमान नंबर 5 से मुत लका)
बृह पत- सेहन मकान का मकान के कसी एक िसरे पर होगा वाह
मकान के शु म ही हो वाह िब कु ल आिख़र पर वाह दाय बाय
तरफ मकान के एक तरफ मगर दर यान म न होगा। मकान का दरवाजा
हवा के रा त से
मुत लका होगा

शुमालन जनुबन न होगा। हो सकता है क पीपल का दरखत या कोई


धम थान मं दर मि जद गु दवारा वगैरह मकान म या मकान के
िब कु ल साथ ही होवे। सूरज- मकान का दरवाजा िनकलते सूरज
मश रक़ क तरफ होगा और सेहन मकान के दर यान म होगा। आग का
रोशनी के
बतायेगा

ता लुक सेहन म
रा ते

50
होगा और हो सकता है क पानी का तालूक भी िनकलते वकत (मकान से
बाहर िनकलते ए) दाय हाथ पर सेहन म ही हो। इधर उधर कसी और
जगह न होगा। औलाद का फल उ म और क़ मत ख़द अपनी का असर
चढते सूरज क तरह उमदा होगा।
चंदर - ये ह सूरज से िमलता ह।ै मकान के अ वल तो अंदर ही वना
मकान के बाहर क चार दीवारी के ऐन साथ लगा या लगता आ और
दौलत का मािलक ह।ै
तै जमीन और धन

आिखर अगर दरू भी कहो तो कु डली वाले क अपनी 24 कदम तक उस


ला क ाथ
मकान से और उस मकान के बङे दरवाजे के ऐन सामने कु आं या है ड प प
वगैरह चलता आ पानी ज र होगा। जमीन के अंदर से कु दरती पानी को
ल े
चंदर लगे। मशनुई नल का चंदर न होगा। आबशार च मा वगैरह चंदर
िगने जाते ह।
िक
श - ये सूरज के बरिखलाफ होगा। िडयोढी का शहतीर शुमालन जनूबन
होगा।
ता
पल तर
सफे दी

िव

मकान म क ा िह सा ज र होगा। दरवाजा मकान भी शुमालन जनूबन



होगा।
मंगल नेक - ये ह बृह पत सूरज और चंदर के साथ चलता ह।ै मगर उन के
मद औरत जानदार
क आमदो रफत

दाय या बाय मा नंद चौक दार (पहरे दार) होगा। मकान का दरवाजा
शुमालन जनूबन होगा। क े या प े होने क कोई खास शत नह ।
मंगल बद- मकान का दरवाजा िसफ़ जनूब म होगा। मकान के साथ या
ऊपर मकान के दरखत का साया आग हलवाई क ह ी का साथ होगा।
मकान म या मकान के साथ कि तान या शमसान भूिम होगी। लाव द
का साथ होगा और हो सकता है क ख़द वा इ सान भी काला काना या
लाव द होवे। अगर क़ मत भली होगी तो उसे इस म रहने का इतफाक
ही नह होगा।
के हम - साये
बतायेगा
इद िगद

बुध - मकान चार तरफ दायरा म हर तरह से खाली या खुला आ होगा


या अके ला ही मकान होवे। मकान के साथ चौङे प के

51
दरखत का साथ होगा। (पीपल का दरखत बृह पत, बङ चंदर, शहतूत या
लसूहङा बुध होता ह।ै इसिलये बृह पत या चंदर के दरखत का साथ न
होगा और अगर होगा तो वो घर बुध क दु मनी का पूरा सबूत दग
े ा)
सनीचर - ये ह सूरज के उ ट चलता ह।ै मकान का शारे आम का बङा
दरवाजा (अंदर के दरवाजे कसी भी ह म नह माने गये) मगरब म
चार दीवारी से
मुतलका होगा

होगा। मकान क सबसे आखरी कोठङी जो बाहर से मकान के अंदर


दािखल होते वकत दाय हाथ क तरफ क होगी। पूरी अंधेर कोठङी
ला क ाथ
होगी। िजस दन तक उस म रोशनी का बंदोब त ना होगा। सनीचर का
उ म फल होगा। िजस दन जरा भी रोशनी या सूरज के आने का बंदोब त
ल े
आ। सूरज सनीचर का झगङा या वो घर बरबाद हालत का हो जायेगा।
मकान म प थर गढा आ होगा। मकान के सबसे पहले दरवाजे क
िक
दहलीज पुरानी लकङी क (शीशम या क कर या बेरी फलाही वगैरह
क होगी। हर हालत म नये जमाना क लकङी दयार चीङ वगैरह न
ता
िव

होगी) होगी। छत पर भी पुरानी लकङी का साथ आम होगा। हो सकता है



क इस मकान म तून-मीनार या थ म का साथ होवे।
रा - बाहर से अंदर जाते वकत इस मकान म दाय हाथ पर कोई गुमनाम
गढा बना होगा। बङे दरवाजे क दहलीज के ऐन नीचे से मकान का पानी
बािलग से मुतलका बीमारी
झगङे रा छत बलाय बद

बाहर िनकलता होगा। मकान के सामने का हमसाया लाव द होगा या गैर


आबाद ही होगा। हो सकता है क मकान क दीवार तो तबदील न होव
मगर छत कई बार बदली जावे। मकान के साथ लगती इ भङभूंजे क
भ ी कोई क ा धुआं गक (गंदे पानी को जमा करने का गढा) वगैरह
का साथ होगा।
के तु- कोने का मकान होगा। तीन तरफ मकान एक तरफ खुला। या
तीन तरफ खुला और एक तरफ कोई साथी मकान। या ख़द इस मकान
से
मुतलका

क तीन तरफ खुली होगी। के तु के मकान म नर औलाद वाह लङके


वाह

52
केतु िखङक यां दरवाजे
पोते तीन से याद न ह गे। अगर एक ही लङका तो 3 पोते। अगर तीन
बद अचानक धोके
बतायेगा हवाये
लङके तो एक पोता। या एक ही लङका एक ही पोता कायम होगा। इस
मकान के दो तरफ काटता आ रा ता होगा। साथ का हमसाया

मक
ान
मकान कोई न कोई ज र िगरा आ बरबाद या कु के आने जाने का
खाली मैदान बरबाद सा होगा।
मकान क श ल िजस ह क मुकरर श ल
(लाल कताब सफ़ा 124 अरमान नंबर 117)
से िमलती होवे वो मकान उस ह का होगा।
मकान म हर गोशे के दये ए ह अपने अपने मकान म अपना अपना
असर जािहर कर दया करते ह जैसा क वो कु डली म बैठे ह ।
ला क ाथ

शुम
रब

ाल
शुमाल
मग़

ल े
मश
ाल

(पुजा पाठा नह )
बृह
शुम

रक़
के तु आ क़बत
पत

पुजा थान
पुज
मेह


ाप

िक
मा

वा
ाठ


चंद

शी
(प
नव

ुजा


ाज़

पा
सब

ंित
शा
था
का


नह
ैर

दधू
)

ता
वा

बध
ु गबं
ु दक
िव

सनीचर आवाज़ सब को सूरज


मग़ रब अपने दायरे म मश रक़
सबक मदद

साज़ सामान
करने वाला

ला

जंग व जदल

रा

शु

दु
मंगल

मन
मी

को
ील

यल
ीघ

रक़
जन

मश
ूब

जनुब
मग़

ूब
जन
रब

एक मकान म हर ह क प जगह ऊपर दी इ जगह होगी।


मकान के गोशे
आठ कोना- सनीचर ख़ाना नंबर 8 का असर दग
े ा। यािन मातम के वाकयात
या बीमारी आम होगी।
अठाराह कोना- बृह पत (सोना चांदी) का फल खराब होगा।
तेरह कोना- मंगल बद का असर यािन भाई बंदो क आफत म तबाह होगा।

53
मौते और आग के नुक़सान ब त ह गे। फांसी का वाकया भी हो सकता ह।ै
ब चुक- (दर यान से बाहर को मछली के पेट क तरह उठा आ)। काग रे खा का
असर दग
े ा। ख़ानदानी नसल घटती जावे। आिख़र पर ख़द भी लावलद होगा।
यािन अगर बाबे तीन भाई ह तो बाप दो भाई और आिख़र पर ख़द अके ला और
आइं दा लाव द होगा।
भुजा बल हीन- (बाजू के बगैर या बाजू कटे ए मद क श ल का) मौत ही मौत।
मुदा पर मुदा दखलावे। अगर कोई शादी भी इस मकान म होवे तो शादी वाला
ला क ाथ
मद या औरत िजसक वहां शादी ई हो रं डवा और बेवाह होवे।
पांच कोना- पांच गोशे वाला। औलाद का दख
ु और उन क बरबादी क कारवाईयां
ल े
व दखलावे।
िक
मुंदरजा बाला गोशे मकान क दीवार बनने से पहले कािबले गौर ह गे।
ह कु डली क मकान के िहसाब से द ती क जांच
ता
कु डली के ख़ाना नंबर 9 वाले ह का मुत लका मकान इस कु डली वाले
िव

का ज ी मकान होगा और ख़ाना नंबर 1 के ह क ऊपर क िलखी तमाम शत



इसके अपने बनाये ए मकान म मौजूद होग । अगर ये खाने खाली ह तो दस
ू रे
मकान से ह कु डली क द ती दख
े गे।
कु डली के ख़ाना नंबर 1 से चलकर अगर नौव को जाय या मकान से
बाहर को िनकल तो िजस तरफ दायां हाथ होगा। उस तरफ मकान के तमाम ह
जो ख़ाना नंबर 1 से 8 तक ह अपना सबूत दगे। इसी तरह अगर 12 नंबर खाने से
अपने आप को ख़ाना नंबर 9 क तरफ आते ए िगने या मकान म बाहर से आकर
दािखल होने लग तो ख़ाना नंबर 12 से 12-11-10 के घर के ह दाय तरफ
मकान के सबूत दगे।
क़ मत का ह िजस घर म िमले। उसी ख़ाना नंबर के मुत लका मकान से
तमाम कु डली क ह क द ती मालूम होगी।
कु डली का ख़ाना नंबर कस मकान को जािहर करे गा

54
कुं डली कस मकान को जािहर करे गा कुं डली कस मकान को जािहर करे गा
का ख़ाना का ख़ाना
नंबर नंबर
1 ख़द साखता। अपना 7 ी घर व लङ कय क तरफ के
बनाया आ मकान। र तेदार के घर के मकान
2 ससुराल का मकान 8 उस श स के ज ी घर का
3 भाई का घर। ताये मुत लका क तान या शमसान
चाचे का मकान। भूिम क जगह।
4 माता खानदान। मासी- 9 ज ी मकान। बजुरग के बनाये
फू फ का मकान। ए।
ला क ाथ
5 औलाद के बनाये ए 10 वो मकान िजसम क कम अज
मकान। कम ३ साला लगातार रहा हो।
6 नानका घर। नानी नाने 11 खरीद करदा मगर ख़द न बनायह ।
ल े
का मकान। 12 हमसाय के मकानात।
मकान से ह द ती दख े ते वकत िजस तरह से क़ मत का ह ढू ंढते ह। उसी तरह
िक
ही तरतीब वार हर खाने म से ह ढू ंढगे। मकान क श ल िजस ह से िमल जावे।
वो ह कु डली म िजस जगह हो वो द त िगना जायेगा। िजस ह का असर इसके
ता
मुत लका मकान म दख े ना हो। उसे बुध क खाली जगह (मकान के दर यान खाली
िव

जगह समझकर) रख कर इस ह के दांये बाय क चीज का असर दख े गे।


मकान क हस ै ीयत - लाल कताब सफ़ा 80 पर दये ए क़ायदे से जवाब म

अगर बाक बचता होवेः-
एक बाक - बृह पत सूरज होगा ख़ाना नंबर 1 का
दो बाक - बृह पत शु मु तरका ख़ाना नंबर 2 म
तीन बाक - बृह पत मंगल ख़ाना नंबर 3 के
चार बाक - सनीचर चंदर मु तरका ख़ाना नंबर 4 म
पांच बाक - सूरज बृह पत ख़ाना नंबर 5 म
छ बाक - सूरज सनीचर मु तरका ख़ाना नंबर 6 म
सात बाक - चंदर शु मु तरका ख़ाना नंबर 7 म
आठ बाक - मंगल सनीचर मु तरका ख़ाना नंबर 8 म ह गे
अरमान नंबर 96
ख़शी :- बंद मु ी म साथ लाये ए ख़ज़ाने के ह यािन ख़ाना नंबर 1-7-4-10 के
ह ख़शी का सबब ह गे। यािन जो ह इन चार खान म ह वो हम ं ेशा ख़शी
दखलाते रहगे।
गमी :- ऊपर कहे ए चार खान को छोङकर कु डली के बाक खान के ह यािन

55
ख़ाना नंबर 2-3-5-6-8-9-11-12 गमी का सबब करने वाले हो सकते ह। सूरज
दन का मािलक तो सनीचर रात का। अगर दन का मािलक सूरज आ तो रात का
मािलक चंदर भी ह।ै गोया राहत व आराम म चंदर व सनीचर का झगङा आ।
सूरज ग़मी ग़मी
1
11
2 12
ग़मी ख़शी ग़मी
4 10
3
ला क ाथ
ख़शी ख़शी
7
5
ल े
ग़मी ख़शी ग़मी
6 8
िक
9
ग़मी ग़मी

जािहरा तो चंदर गैबी ताकत का मािलक ह।ै सूरज जािहरा मदद करता है और
ता
िव

सनीचर नीचे से अंदर अंदर मदद दत


े ा ह।ै मगर बुरा करने के वकत दोन का असूल

उ ट ह।ै गज क चंदर व सनीचर दोन म से जो दोन ही पोशीदा चलते ह मदद दत
े े
ह।ै चंदर ख़ाना नंबर 4 का मािलक ह।ै खुशी का और सनीचर ख़ाना नंबर 10 का
मािलक है गमी का। ज़ाती खुशी का ख़ाना नंबर 4 और गमी का ख़ाना नंबर 10
मुत लका होगा। मुटठी का अंदर और बाहर तमाम मुत लका दिुनया से इ सान
का तालूक होगा। ख़ाना नंबर 10 सनीचर का ह।ै जो चार तरफ ही चलता ह।ै इस
खाने से ज़ाती मगर िपता के तालूक क खुशी। जब ये ख़ाना मृ ी के अंदर का आ
और जब गमी म िलया तो दस
ू रे दिुनयादारो से मुत लका होगा। इसिलये अंगुली
क पोरीय पर क लक र चंदर के िनशान 32 ख़शी के ह गे। िजन के मुकाबला पर
सनीचर भी इसी ताकत का होगा। यािन कु ल िजतने िनशान ह (िसफ एक ही हाथ
पर) उन से 12 का हद
ं सा (चंदर क 12 रािशय क ख़शी) तफ़रीक कर तो। बाक
के हद
ं से वाले रािश के घर का सनीचर का असर होगा। िसफ़र बाक बचने क
हालत म सनीचर अपने प े घर ख़ाना नंबर 10 का ही होगा। मसलन

56
ख़ाना नंबर िजसका 10 1 2 3 4 5 6 7 8 9 आगे कोई 10 11 12
सनीचर फल दग
े ा फक र साधू
िनशान ह तादाद म 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 हो तो 22 23 24
अरमान नंबर 97
लाल कताब के फरमान नंबर 58 सफ़ा 32 जुज 3 और फरमान नंबर 97 को
इक ा ही दख
े तो एक ही मालूम ह गे। फ़क िसफ ये है क सफ़ा 32 जुज 3 पर जौ के
िनशान के िलये िलखा है क ''पोरी क जङ'' पर हो और फरमान नंबर 97 म िलखा
है क ''िह सा पर'' िनशान होवे। पोरी क जङ पर िनशान से मुराद है क उस पोरी
ला क ाथ
के िलये जो घर कु डली म मुकरर कया ह।ै चंदर उस घर को दख
े ता ह।ै मसलन
ल े
नाख़ून वाली पोरी को के तु का घर ख़ाना नंबर 6 माना ह।ै अब चंदर इसे दख
े ता है
से मुराद होगी क चंदर ख़ाना नंबर 2 म ह।ै पोरी पर िनशान से मुराद ये है क
िक
चंदर है ही इस घर म जो घर क इस पोरी के िलये मुकरर ह।ै
जायदादी सुख (वालदन
ै ी सुख सागर का तालुक नह )
ता
(ये अरमान नंबर 58 व 98 का िह सा ह।ै)
िव

कस िह सा पर जौ का िनशान िनशान द त हो या िनशान टू टा फू टा आ या



हो या कस ख़ाना नंबर म चंदर कायम हो चंदर दु मन से खराब हो
चंदर होवे रहा हो
नाख़ून वाले िह सा पर िनशान सारी उ आराम या चंदर क जायदाद का
हो ख़ाना नंबर 6 म चंदर हो दौलतमंद हो िसफ बुढापे म सुख नसीब
होगा
दर यानी िह सा पर िनशान चंदर के व त से चंदर क जायदाद का
हो ख़ाना नंबर 12 म चंदर हो जायदाद का फल िसफ बचपन उमदा होगा
म म बाक हालत
उमदा
िनचली पोरी पर िनशान हो हर तरह से उमदा चंदर क जायदाद का
ख़ाना नंबर 2 म चंदर हो बचपन व जवानी उमदा

57
पोरी क जङ और पोरी पर - िनशान क पहचान :- ये िनशान चंदर के आधे
आकार के दो िनशान से िमल कर बनता ह।ै िजस तरफ का
1 c
िह सा बङा होवे। वो तरफ चंदर के ख़तम होने क होगी। यािन
A
इस बङे िनशान क हद के बाद चंदर न होगा या चंदर इस बङे 2 c
A
3 c
िनशान क हदबंदी से पहली पोरी म (इस पोरी क पहली
A
पोरी िजसम क या िजस के िसरे पर क वो बङा िनशान होवे)

होगा।
ला क ाथ
ख़त A - A फरजन बङा खत है और लक र A - C - A छोटी लक र। अब िह सा
ल े
नंबर A1 म (नाखुन वाले िह सा पर) लक र A - A बङी ह।ै या दस
ू री लक र A - C
िक
- A नाखुन वाले िह सा म ही रह गयी ह।ै इस हालत म जौ का िनशान नाखुन

वाली पोरी म िगना जायेगा। और नाखुन वाली पोरी क जङ पर न होगा।


ता
अरमान नंबर 98
िव

जाती गृह ती सुख (वालदन


ै ी सुख सागर व जायदाद के सुख के इलावा)

ये अरमान नंबर 97 व 58 का िह सा है

अंगुिलय क जङ म सुराख न होने से मुराद ह के बाहम अपनी अपनी

नेक हालत, दो त हालत या साथी ह हो जाने से ह।ै सुराख़ होने से मुराद ये है क

अंगुली के मुत लका ह बुरे या पापी फल के ह।

कौन कौन ह कौन कौन सी अंगुली क जङ दोन अंगुिलय के मुत लका

साथी ह ह । िमली इ िगनी जाएगी। ह बुरे फल के ह गे

बृह पत सनीचर तरजनी व म यमा बुढापे म तकलीफ़ हो

सनीचर व सूरज म यमा व अनािमका जवानी म तकलीफ हो

सूरज व बुध अनािमका व किन का बचपन म तकलीफ हो

शु व बृह पत तरजनी व अंगूठा जनम लेते व त

58
अरमान नंबर 99
आम बरताव मुत लका दिुनया व ख़द सा कारा कु डली के ख़ाना नंबर ६ से
दख
े ा जायेगा। ख़ाना नंबर ६ के मािलक ह का इस बात से कोई तालुक नह । इस
घर म दो त ह कु डली वाले के मददगार और दु मन ह इसके बरिखलाफ ह गे।
अरमान नंबर 100
ख़च बचत- चंदर धन सनीचर खजानची होता ह।ै दोन क हालत जेब क
हालत बतायेगी।
आमदन का हाल दख
े ा जायेगा ...ख़ाना नंबर .......................11 से
ला क ाथ
ख़च का हाल दख
े ा जायेगा...........ख़ाना नंबर.....................12 से
बचत का हाल दख
े ा जायेगा ख़ाना नंबर....... 9 से (बजुरग क तरफ का
ल े
ता लुक)
बचत अज जाती कमाई दख
े ा जायेगा ख़ाना नंबर.......................2 से
िक
बचत अज औलाद कमाई दख
े ा जायेगा ख़ाना नंबर ..................... 5 से
खच पर काबू पाना
ता
}
1) बृह पत सूरज मु तरका मगर नेक घर के । बचत ख़द ब
िव

या दोन साथी ह या दोन जुदा जुदा क़ायम या ख़द होती



दोन जुदा जुदा अपने अपने दो तो के साथ ह । चली जावे। या
2) एैसे ही सूरज बुध 3) बृह पत सनीचर 4) बुध सनीचर ज र होवे।

}
1. बुध बृह पत 2. शु बृह पत खच वाहमखाह होता
3. सनीचर सुरज मु तरका ह । मगर साथी वगैरह न ह । जावे आमदन वाह हो
या ना हो।
अगर बृह पत का साथ सूरज या सनीचर म से कसी खच व आमदन महदद

को भी न िमले यािन सूरज या सनीचर दोन म से कोई
एक भी बृह पत क रािश या दो ती वगैरह के तालूक
म न होवे।
} ह गे।
अगर खच घटावे तो
आमदन ख़दबख़द घटे।
बाक बचत वही रह।े जो
मुकरर ह।ै
सनीचर और मंगल जायदाद के मािलक ह। चंदर बृह पत सोने चांदी क दौलत के
मािलक ह।

59
अरमान नंबर 100 B
कजा व जायदाद ज ी म इज़ाफ़ा - औसत जंदगी
ख़ाना नंबर 11 व 12 क तफ़रीक़ का नतीजा होगा। कुं डली म 9 ह से
जीतने ह उ दा (क़ायम या दो त वगैरह) ह इतने िह से नेक और जीतने ह मंदे
उतना िह सा बुरा होगा। दोन क तफ़रीक़ व आख़री औसत का नतीजा फ़ै सला
होगा। मसलन 9 ह से 5 अ छे और 4 मंदे हो तो आमदन ख़च के िलहाज़ से एक
बाक दे जाएगा।
ला क ाथ
9 जमा 5 अ छे ह = 14
9 मनफ 4 बुरे ह = 5 } 14 जमा 5 तक़सीम 2 वा ते औसत दो क
19/2 क 9 ½ ख़द
ल े
बचत आख़री 12 रािश क औसत के िलए 19/2 को 12 पर तक़सीम
िक
कया तो ..................... 19/2 X 1/12 = 19/24
जायदाद ज ी का नतीजा उ के हर 35 साला च र म कर दग
े ा। यािन
ता
िव

24 के िलए 19 पैदा करके 5 क कमी या बेशी कर दग


े ा। अगर कसी भी िपतृ ऋण

को अदा न करे । िपतृ ऋण बजाते ख़द रा के तु क मंदी हालत या ख़ाना नंबर 6
के तु, 12 रा , ख़ाना नंबर 2, दोन क बैठक और 8 पापी ह क बैठक म कोई भी
मददगार ह न हो तो िपतृ ऋण का बोझ होगा। ले कन अगर कोई िपतृ ऋण
उसके िज मे न हो तो यही 5 क बचत उ के हर 35 साला च र म कर जाएगा।
यह औसत ज़ंदगी होगी। माहवारी आमदन न होगी (िपतृ ऋण से मुराद महादशा
का ह भी होता ह।ै यानी कोई ह महादशा का हो जावे तो कमी होगी वरना
बचत होगी। अगर महादशा के मुक़ाबले म कोई भी ब द मु ी के अंदर के खान म
ह या मु ी से बाहर कोई भी ऊंच घर का ह िमल जावे या िसफ ख़ाना नंबर 4 या
च अके ला ही अ छे ह तो महादशा क शत म सूख़ हो जाएगी।

}
नेक बदी ख़ाना-नंबर 9 के ह "तोहफ़ा" जो दस
ू र के िलए ज म पर साथ लाएगा
क औसत और ख़ाना नंबर 2 के ह "तोशा "जो आखरी दम अपने साथ ले जाएगा।

60
औसत आमदन माहवार (ख़द जाती)
ऊंच घर के ह-कायम ह या क़ मत के ह के िहसाब से यािन जो
भी सबसे बल होवे। इसके िलहाज सेः-
नाम ह पये कै फ़यत
बृह पत 11 अगर कोई दो ह इक े ह और उ दा तो उन इक े शुदा क
सूरज 10 रकम का मजमुआ होगा। मसलन सूरज बृह पत मु तरका 21
पये।
ला क ाथ
चंदर 9 मंगल सनीचर मु तरका = 18 पये
शु 6 बृह पत सनीचर मु तरका = 21.5 पये
ल े
मंगल 7.5 बृह पत चंदर मु तरका = 21 पये
िक
बुध 3 चंदर सूरज मु तरका = 20 पये
सनीचर 10.5 बुध सूरज मु तरका = 13 पये
ता
रा 8 मंगल चंदर मु तरका = 16.5 पये
िव

के तु 5 शु बुध मु तरका = 9 पये



कु ल 70 रा के तु और शु सनीचर मु तरका नह िगनते। यूं क शु
सनीचर एैयाशी।
और रा के तु खाली शु मशनुई शु या हवाई बृह पत या िसफ़ कागजी िहसाब
कताब िजसक वसूली न होवे होगा। बुध मंगल को मगंल बद लगे। और बुध
सनीचर जायदाद म िगने जाते ह।
तरीका- िजस दन से कोई आदमी जाती कमाई (ख़द अपनी रोटी कमाना) शु
करे । इस दन से िजतने साल के बाद इसक औसत आमदन माहवार दख
े नी हो।
ऊपर के पये के हद
ं से को कमाते ए अरसा के साल से जरब द। जवाब का
हद
ं सा माहवारी औसत आमदन होगा। फ़रजन कसी के मंगल सनीचर मु तरका
ह और उसने 19 साल कमाई करते ए होने के बाद दख
े ना चाहा । तो 18X19 =
262 पये माहवार 19 साल पूरे करने पर होगी।

61
ऊपर िलखी इ आमदन व ख़च जाती कमाई से होगी। या कजा लाकर या कसी
और ढंग से पया लेकर इस कज से खच करके बाक कु छ बचा जायेगा।
बंद मु ी के अंदर के खान के ह वाला या ख़ाना नंबर 11 म कोई भी नर
ह वाला अपनी जाती कमाई से सब कु छ आमदन खच व बचत करे गा। बाक य के
िलये ये शत न होगी। आरजी उधार को कजा नह िगनते। कजा वो होगा। जो बाबे
ने िलया पोते तक मार करता चला जावे। मंगल सनीचर डाकु ह। जब इक े ह और
िसफ दोन ही ह । जब इनके साथ साधु ह बृह पत का साथ हो जावे। िसवाये
ख़ाना नंबर 2 के बृह पत के तो ''माकू ल आमदन होते ए भी कजाई'' होगा।
खासकर बाप क तमाम ज ी चीज के खतम होने तक।
ला क ाथ
मंगल सनीचर के ख़ाना नंबर 10 म राजा होगा। जब तक कोई और ह
साथी न हो। मगर सनीचर मंगल के प े घर ख़ाना नंबर 3 म िनधन कं गाल होगा।
ल े
जायदाद हो सकती है मगर नकद माल न होगा।
िक
धन दौलत के नामः- ( लाल कताब सफ़ा 298/5 ता 304/20)
1) चंदर मंगल मु तरका े धन होगा। (खासकर ख़ाना नंबर 3 का) और दान
क याण से बढने वाला धन होगा। अगर ये दोन ह ख़ाना नंबर 10-11 म या
ता
िव

सनीचर के तालुक म हो जाव तो लालची होगा।


2) चंदर बृह पत दबा आ धन जो फर चल पङे और काम आवे। सोना चांदी

छतरधारी बङ के दर त का साया का दस
ू र को भी बङा भारी सहारा।
3) चंदर सनीचर बृह पत के घर म और बृह पत के साथ से उमदा वना याह मुहं
माया। ख़द याह मुहं बंदर क तरह छलांग लगा कर चली जाने वाली और मुहं
काला बनाने वाली।
4) मंगल शु ः ी धन जो माया क ी क तरफ़ (सुसराल) और ी क क़ मत
पर चले।
5) सनीचर बृह पत: फ़क री व तालीमी ता लुक क माया। स यासी का धन
शादी के दन से बढेगा।
6) मंगल बृह पत: े गृह ती धन अपने मद के कबीला से मुत लका।
7) मंगल शनीचरः डाकू का धन दौलत।
8) मंगल सूरजः जागीरदारी हकू मत का धन। तालीमी हानी ता लुक।
9) शु बृह पतः बूर के ल डू । झाग के पतासे।
10) सूरज बृह पतः सब

62
से ऊपर शाही धन।
हर इक धन रे खा का मुफिसल हाल जुदी जगह िलखा ह।ै ख़ाना नंबर 3 के
दु मन ह या दु मन ह का तखत क मालक यत का जमाना धन हािन, चोरी,
िबलावजह फ़ालतू खचा और नुकसान का सबब होता है और ख़ाना नंबर 11 धन
रे खा क आमदन का होगा या धन रे खा ख़ाना नंबर 11 के रा ते आती है और ख़ाना
नंबर 3 के रा ते चली जाती है या तीसरी पु त पर धन रे खा का रा ता बदला आ
होता ह।ै
माया तेरे तीन नाम - परसू परसा परसराम
ख़ाना नंबर 3 मे धन रे खा का नाम होगा = परसू
ख़ाना नंबर 11 मे धन रे खा का नाम होगा = परसा
ला क ाथ
1 9 5
ख़ाना नंबर(ख़द) (बुजुग) (औलाद) म धन रे खा का नाम होगा = परस राम
खुला तन बंद मु ी के अंदर के घर म कोई ह न हो तो अपने साथ कु छ न
ल े
लाया। सब ही ह बंद मु ी के अंदर ही सब ह ह व तो मद क माया दरखत का
साया इस के साथ ही उठ गया।
अरमान नंबर 101 से 108
िक
ह व रािशय का बाहमी तालूक
नंबर 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
ता
रािश का मेख िबरख िमथुन कक िसहं क या तुला बृ छक धनु मकर कुं भ मीन
िव

मािलक मंगल नेक शु बुध चंदर सूय बुध शु मंगल बृह पत सनी सनी बृह पत
के तू बद रा

बृह
ऊंच सूय चंदर रा पत बुध सनी के तु मंगल शु
रा के तु
नीच सनी के तु मंगल के तु सूरज चंदर रा बृह- बुध
पत रा
प ा घर सूरज बृह पत मंगल चं बृह पत के तु शु सनी बृह पत सनी बृह पत रा
बुध मंगल बद

क़ मत को मंगल चंदर बुध चंदर सूरज रा शु चंदर बृह पत सनी बृह पत के तु


जगाने वाला

हफल का मंगल नेक रा सनी चंदर सूरज बुध शु मंगलबद बृह पत सनी सनी बृह
के तू बृह पत या के तू पत
रा
रािश फल रा सनी शु सूरज सूरज सनी बुध बुध
मंगल बृह पत बृह पत के तू
के तू मंगल रा
सनी

63
ख़ाना नंबर 2 का नीच नह होता और ये ख़ाना रा के तु (िसफ दोन ) क
मु तरका बैठक ह।ै िजस के रािशफल का ह नह ह।ै यानी क इस ख़ाना के ह
अपना अपना या अपने अपने कम (पुन पाप का बजाते ख़द अपनी जान से
मुत लका) के करने कराने का ख़द अखितयारी ह।ै
ख़ाना नंबर 5 का ऊंच नीच दोन ही िह से नही होते। अपनी ख़द जाती
िज मानी/औलाद ख़द क क़ मत का ह ह।ै
ख़ाना नंबर 11 का ऊंच नीच दोन िह से नही होते। ये आम दिुनया
मुत लका से क़ मत का लेन दन
े ह।ै
ख़ाना नंबर 8 का ऊंच नह होता। कोई मौत को नह मार सकता। िसवाय
ला क ाथ
चंदर के जो दल क शांित व गैबी मदद वगैरह ह।ै (दिुनया को माता तो इ सान को
ब ा। माता के पेट म ब े क तरह रहने वाला)।
ल े
ख़ाना नंबर 3 का सनीचर हफल म माया धन दौलत नकद से दरू होगा।
िक
मगर जायदाद के िलये मंदा न होगा। अगर जायदाद के िलये मंदा हो भी तो
कािबले उपाय ह।ै
अरमान नंबर 108
ता
िव

ह क बाहम ु ी व रािशय (कु डली के खान ) से तालूक



बात को समझने के िलये रािश को ी और ह को मद कह। दोन का
िमलाप ह व रािश या मद औरत का जोङा िमथुन रािश बुध के खाली आकाश म
शु क गृह ती मुह बत (हक क व गैर हक क म कु ल सृि दिुनया) क ि लोक
(तीन जमाने या ख़ाना नंबर 3 म मंगल के प े घर भाईबंदी से चल रहा ह।ै इस
जोङे क नीयत तीन िह स म बटी इ समझ:-
1- घर क मालक यत या साधारण जैसी क हर मद औरत क िगनी जा
सकती ह।ै
2- ऊंच हालत क यािन जो हरइक या बाहम एक के िलये दस
ू रे क नेक हो
सकती ह।ै
3- नीच या मंदी या दु मनी भरी बुरी या एक के हाथ दस
ू रे का बुरा करने
वाली होगी।
हर इक रािश के असर के िलये इसके घर का मािलक ह साधारण या आम
हालत का (न भला न बुरा) ऊंच फल क रािश से मुराद नेक फल दन
े े का तालूक
वाह रािश को ह

64
के िलये या ह को रािश के िलये मान और ये नीच फल क रािश का ह बुरे असर
से मुत लका होगा। या िजस क ( वाह रािश क उस मुत लका ह के िलये कहो
वाह ह के िलये उस रािश के ता लुक से समझो) नीयत बद िगनी जायेगी। हर
इक रािश के कसी खास ह के िलये खास खास ता लुक (बुरा या भला) क और
हरइक ह कसी खास रािश के िलये खास खास ता लुक का मुकरर कया गया ह।ै
इस तरह पर मुकरर कये ए जोङे म से जब कोई ह अपनी मुकरर रािश क
बजाये कसी और ह क ता लुकदार रािश म जा बैठे तो वा ह जो चल कर
ला क ाथ
दस
ू री जगह जा बैठा ह।ै कु डली वाले क क़ मत पर वैसा ही असर करे गा। जैसा
क वो दस
ू री जगह जाकर हो गया ह।ै
ल े
हक ु ी 1- ह त रे खा म रे खा क शाख या रे खा के उतार झुकाव को इ म
योितष म ह ु ी िगनते ह।
िक
2- कु डली के बारह खानो को एक बङे मकान क बारह कोठिङयां फज़ कर। हर
इक ख़ाना क लक र को उस कोठङी क दीवार समझ तो खयाल आयेगा क
ता
िव

कु डली के अंदर के चार खाने चार चार दीवार वाले चार खाने ह। िजस म साथ

लाया आ खज़ाना िगना गया ह।ै बाक 8 खाने िसफ तीन तीन दीवार से बने ए
आधे आधे मकान क तरह क 8 मशलशे ह। िजनम कु डली वाले का आधा आधा
िह सा िगन कर कु ल आठ से आधा या चार पूरे घर और ह। गोया ब े के कु ल आठ
घर हो गये। या पहला घर अपना जनम का िज म और आठवां ख़ाना मौत ह।ै ह
को लै प मािनय। सब कोठिङयो के दरवाजे कसी न कसी तरफ खुलते ए माने
गये है या एक घर म चमकते या जलते ए लै प क रोशनी इस के दरवाजे से दस
ू रे
के अंदर जाती इ मानी गयी ह।ै रोशनी के इस तरह दस
ू रे के घर प च जाने के ढंग
को ह क ु ी (दख
े ना) कहलाती ह।ै लाल कताब सफ़ा 103 क सबसे पहली
और ऊपर क सतर क हरइक ह अपने से सातव (इसी तरह फलाने घर के ह
फलाने घर को 100 फ सदी, 50 फ सदी या 25 फ सदी क नजर से) दख
े ता है से
मुराद है क वो अपने उस घर से अपने से बाद के घर को दख
े ता है या उस का अपने
बैठे ए घर का असर वो अपने बाद वाले म भी प च
ं ा रहा ह।ै

65
मगर ये मतलब नह है क वो अपने से बाद वाले सातव घर के ह के असर को
अपनी तरफ अपने बैठे ए ख़ाना नंबर म ख च कर ला रहा ह।ै ख़ाना नंबर 8 मौत
का घर उ टा दख
े ता ह।ै यािन क वो अपना असर ख़ाना नंबर 2 क तरफ भेजता
ह।ै ये ख़ाना नंबर 2 गो सब के िलये रा के तु क मु तरका बैठक के असर (पाप पुन
का मक़ाम) का मुकरर ह।ै मगर इस नंबर 2 म ख़ाना नंबर 8 से आने वाले असर म
तमाम पापी ह (रा के तु के इलावा सनीचर) का जुज भी शािमल ह।ै
रािशय के बगैर िसफ ह से ही हर खाने का असर दख
े ने का ढंग
ला क ाथ
दख
े लो क हर एक ह कै सा ह।ै वाह वो कु डली के कसी भी खाने म
हो। जैसा उस बैठे ए ह का कु डली के िहसाब से होगा। वैसा ही उस का असर
ल े
(इस जगह दये ए ख़ाना नंबर पर होगा) फरजन बृह पत शु कु डली म र ी ह
तो इस न शे के मुतािबक ख़ाना नंबर 2 पर भी इन का र ी असर होगा।
िक
नंबर1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 कै फ़यत

बुध बृह पत बुध बृह पत बृह पत बुध शु मंगल बृह पतसनीचर सनीचररा हर ख़ाना नंबर म
ता
िव

का रा के तु के दाय बाय से ता लुक


बजाते ख़द
बुध

बृह पत का साथ

इस जगह दये ए
सनीचर मंगल
सूरज मंगल सनीचर

सूरज का चंदर से ता लुक


शु

के तु शु

सनीचर चंदर का ता लुक

बृह पत का सनीचर से ता लुक


सूरज रा व के तु का ता लुक


ह का जुदा जुदा

असर दख
े गे। जैसा

भी वो असर होवे

वैसा ही इस ह का

दये ए खाने

पर का होगा।

इधर उधर रािशय व ह के मु तरका िहसाब से िलखे ए असूल के


मुतािबक िलया आ असर उस ह का अपना और उस घर पर जहां वो बैठा हो
होगा। मगर ऊपर िलखे ए ढंग का असर उस ह का अपने बैठे ए घर के इलावा
ऊपर िलखे मुत लका ख़ाना नंबर पर होगा। ु ी - लाल कताब सफ़ा 103 पर
100 फ सदी, 50 फ सदी, 25 फ सदी के घर तो िलखे ह मगर अपने से बाद के
सातव को दख
े ने वाले घर दज

66
नही ह।ै वो ये ह।

}
दख
े ता है ख़ाना नंबर 3-9 को बुध के ह क अलैहदा ही कहानी है जो जुदी
दख
े ता है ख़ाना नंबर 6-12 को िलखी ह।ै खुलासतन नंबर 3 से नंबर 9 को
दख
े ता है ख़ाना नंबर 8-2 को दख
े ता आ बुध या नंबर 9 म बैठा आ बुध। नंबर
12 से नंबर 6 को दख
े ता आ बुध। सब ही ह का फल बेमायनी कर दत
े ा ह।ै वाह
वो तमाम एक तरफ और बुध अके ला ही मुकाबला पर वाह वो इसके दो त ह या
दु मन। वाह वो इस के साथ ही ह या उस से अलैहदा मुकाबला पर।
ख़ाना नंबर 8 पीछे को दख
े ता ह।ै इसी असूल पर नंबर 8 ने नंबर 2 को
ला क ाथ
दख
े ा और नंबर 2 ने नंबर 6 को तो नंबर 8 का असर नंबर 6 म 25 फ सदी होगा
और नंबर 6 ने नंबर 12 को दख
े ा तो नंबर 8 का असर नंबर 12 म चला गया या
ल े
नंबर 8 अपना असर नंबर 12 म 25 फ सदी डालता ह।ै अब नंबर 2 म 100
िक
फ सदी नंबर 8 का असर िमला है और नंबर 12 म 2-6 क मारफत 25 फ सदी
नंबर 8 का असर िमला होता ह।ै गोया नंबर 2 दख
े ता है 25 फ सदी नंबर 12 को।
ता
100 फ सदी और अपने से बाद के सातव को दख
े ने का फक
िव

100 फ सदी वाला ख़ाना अपने से बाद के खाने म दध


ु म खांड क तरह

अपना असर एैसे का वैसा ही िमला दत
े ा ह।ै मगर अपने से सातव वाला अपने से
बाद के घर के असर को उ टा दत
े ा ह।ै गोया दध
ु का बरतन ही जहरीला कर दत
े ा ह।ै
दोन हालत म ु ी का असर तो 100 फ सदी ही होता ह।ै फक थोङा सा ये है क-
1- 100 फ सदी के असर के खाने िसफ बंद मु ी के अंदर अंदर के मुकरर ह।
(यािन 1-7-4-10) मगर अपने से बाद के खाने बाहर क ितकोन के घर से मुकरर
ह।ै मु ी के अंदर अपने से सातव का असूल न होगा। और न ही बाहर वाल पर 100
फ सदी का असूल चल सके गा।
2- जब कोई ह अपने से बाद के घर को 100 फ सदी नजर से दख
े ता है तो
वो दख
े ने वाला ह अपने बाद के घर के ह म (बाद के घर म नह ) अपना असर
एैसा िमला दत
े ा है क पहले का असर दस
ू रे म िमला आ मालूम ही न होगा। जैसे
दध
ु म

67
खांड (एैसी िमलावट को बुध क िमलावट कहते ह) और इस पहले घर वाले ह का
वही असर रहग
े ा। जैसा क वो पहले घर म था। मगर जब कोई ह अपने से बाद के
सातव को दख
े े तो न िसफ दख
े ने वाले ह का असर उस घर म ( ह म नह ) एैसे
िमला आ होगां जैसे एक टांग कटे आदमी को दस
ू री टांग लगा दी गयी। (दो चीज
का इक े होकर काम करना। मगर अपने अपने वजूद को न छोङना ये िमलावट
मंगल क कहलाती ह)ै बि क इस पहले घर वाले ह का असर बाद वाले के िलये
िब कु ल उ ट होगा। यािन अगर पहले घर वाले का पहले घर म नेक असर था तो
ला क ाथ
बाद के घर म िमलने के वकत वो पहला असर अगर नेक था तो बाद वाले के िलये
बुरा ही होगा। मगर पहले का ख़द अपने िलये जैसा क वो होवे वैसा ही रहग
े ा।
ल े
" ह का असर ह म'' और '' ह का असर दस
ु रे ह के घर म'' और इन का
फकः-
िक
1) पहले घर के ह का असर बाद के घर के ह म िमल जाने से मतलब ये
होगा क पहले घर के व बाद के घर के ह का असर एक ही हो गया या बाद के घर
ता
िव

के ह म पहले घर के ह का असर एैसा िमला क जुदा न िगना गया। ले कन इस



िमलावट ने बाद के घर म यािन बाद के ख़ाना नंबर म अपना कोई असर न डाला
हो सकता ह क उस बाद के घर म कई ही ह ह । पहले घर के ह का असर बाद के
घर के सब ह (िजतने भी ह ) म जब िमला तो हो सकता है क वो पहले सबके
सब जो बाद के घर म थे दो त ह तो जब (अिलफ़) उनम पहले घर के ह क जहर
िमली तो वो सब के सब या उन म से चंद बाहम या चंद दस
ू र के दु मन हो जाव।
(बे) उन म दो ती पैदा कर दन
े े क ताकत का असर िमल जावे तो जो पहले दु मन
भाव के थे अब बाहम या चंद दस
ू र से दो ती का ता लुक कर लेव।
2) पहले घर के ह का असर बाद के घर म िमल जाने ( ह म नह ) से
मुराद होगी क बाद के घर के ह अलैहदा अलैहदा ही लगे। मगर वो मगंल क
बनाई इ िमलावट क तरह अलग अलग होते ए भी इस आ िमलने वाले ह के
असर का सबूत दगे। य क उस घर का ही असर आ िमलने वाले ह के असर ने
सब के

68
िलये बदल दया या बाद के घर के ह के िलये वो ख़ाना नंबर ही कसी और असर
का हो गया। यािन उन ह ने अपना अपना पहला असर इस घर क तमाम चीज
पर बदल कर दया। जब ह से ह िमला था तो अमली तौर पर ये फक आ था क
पहले घर के ह ने बाद के घर के ह के असर को बदला था। यािन बाद के घर का
असर िजस म क वो ह िजसका असर क बदला गया बैठा था। िसफ अपना ही
बदला आ असर इस ख़ाना क िसफ उन चीज पर कया जो चीज क उस असर
बदला जाने वाले ह क और उस घर क िजस म बैठा आ...... क वो असर म
बदला जाने वाला ह था थ । अगर ब त ह ह तो उन ह ने िजन का असर
ला क ाथ
बदला गया अपने बदले ए असर का सबूत िसफ उन ही चीज पर दया जो चीज
क उस खाने क उन ह से मुतलका ह । मसलन बुध व शु दोन ही का प ा घर
ल े
ख़ाना नंबर 7 ह।ै िजसम ऊपर से ख़ाना नंबर 1 का असर िमल सकता ह।ै फज कर
िक
क ख़ाना नंबर 1 म है सूरज और नंबर 7 म ह शु बुध। अब सूरज का असर दोन
म िमल गया। यािन शुं व बुध दोन ही सूरज क तरह चमकने लगे और सूरज का
ता
असर नंबर 7 वाल के िलये अपना पहले घर म ऊंच हालत का होने क बजाये उ ट
िव

बुरा न होगा और वो असर दोनो ह म दध


ू म खांड क तरह िमल जायेगा। ये है

हालत 100 फ सदी क । दस
ू री िमसाल फरजन शु हो ख़ाना नंबर 6 म और
मंगल हो ख़ाना नंबर 12 म। ु ी म 6-12 अपने से सातव ह।ै यािन शु नंबर 6 का
जो असर है ख़ाना नंबर 6 म। इसका उ ट होगा ख़ाना नंबर 12 म उस ह के िलये
जो ख़ाना नंबर 12 म है वो है मंगल। गोया अब मंगल के िलये वो ख़ाना नंबर 12
सब ही चीज के असर के िलये जो ख़ाना नंबर 12 क ह। मुबा रक होगा। य क
नंबर 6 का शु नीच ह।ै जब इस का असर नंबर 12 म गया तो वो नंबर 12 के िलये
तमाम चीज के िलये ऊंच फल क होग । मगर ये ऊंच फल कस के िलये होगा?
मंगल के िलये जो ख़ाना नंबर 12 का ह।ै यािन कु डली वाले के भाई (मंगल) का
गृह त का सुख उस भाई के िलये उमदा होगा। मगर कु डली वाले के शु (औरत)
का फल वैसे का वैसा ही मंदा और नीच होगा। खुलासतन 100 फ सदी क
िमलावट क हालत म कु डली वाले को जाती अ छा बुरा असर िमलेगा। मगर
अपने से

69
सातव क ु ी असर करे गी बाद के घर पर िजस क वजह से उस घर का जो ह
उस कु डली वाले का जैसा भी ता लुकदार होवे । उस पर असर दग
े ा। मगर
कु डली वाले पर सीधा असर न होगा। मसलन बाद के घर म सातव िमलावट क
हालत म शु है तो असर होगा बाद के घर का शु पर उ ट कर या औरत जात के
ता लुकदार या कु डली वाले के ससुराल वगैरह पर अपने असर का उ टा
असर.....होता होगा। अगर पहले घर का कु डली वाले को मंदा फल िमल रहा है
तो उस मंदे फल का उ ट अ छा फल िमलता जायेगा। कु डली वाले के उस ह के
मुत लका र तेदार को जो बाद के घरो के ह से कु डली वाले के साथ संबंध हो।
ला क ाथ
यािन मंगल हो तो भाई बुध हो तो बिहन वगैरह।
रा के तु बाहम बराबर भी ह दो त भी है और एक दस
ु रे के सातव रहने के
ल े
असूल पर दस
ू रे का असर उ टाते भी ह।ै वो कब कबः-
सूरज या चंदर के साथ रा सूरज या चंदर के साथ तो
ख़ाना नंबर क चीज पर

ख़ाना नंबर क चीज पर


कुं डली के ख़ाना नंबर का

कुं डली के ख़ाना नंबर का

िक
रा का असर

के तु का असर
होवे के तु होगा
के तु से ख़द ख़द रा से ख़द ख़द
बाहमी असर सूरज का चं का बाहमी असर सूरज का चं का
ता
ता लुक असर असर ता लुक असर असर
िव

रािश
-
ख़ाना नंबर क चीज का ख़द रा का मुक मलअसर फरमान नंबर 177 म िलखा ह

1 दो त फल नेक नेक 7 दो त म म बल
ख़ाना नंबर क चीज का ख़द के तु का मुक मलअसर फरमान नंबर 179 म िलखा ह

बैठक बैठक नेक उ
2 बराबर हर दो
रा -के तु
िन फ़ नेक 8 बराबर ३ पापी

िन फ़ िन फ़ सुख
3 उं च - नेक नेक 9 उं च - नेक नेक
4 दो त - नेक िन फ़ 10 दो त रािश
फल म म िन फ़
5 बराबर - नेक नेक 11 बराबर - िन फ़ िन फ़
6 उं च - नेक नेक 12 उं च - नेक म म
7 दो त रािश िन फ़
फल
बैठक
बल 1 दो त
नेक उ
- नेक नेक
8 बराबर तीन
पापी ह
नेक िन फ़ सुख 2 बराबर बैराठक-के तु िन फ़ नेक
9 नीच - हण हण 3 नीच - िन फ़ िन फ़
10 दो त - म म िन फ़ 4 दो त रािश
फल
नेक िन फ़
11 बराबर - नेक िन फ़ 5 बराबर - नेक नेक
12 नीच - हण िन फ़ 6 नीच - िन फ़ हण
घरका - बल म म घर का - बल बल

70
रा के तु के अपने से सातव के ता लुक के िलये अरमान नंबर 176 भी दख।
सूरज/चंदर हण रा के तु क नीच हालत म (जब दोन ही नीच) हण
होता है और हण क याद ( हण का सा अंधेरा) रा क 2 साल के तु क 1 साल
दोन इक े ह तो 3 साल यादा से यादा होगी।
य क हो सकता है क सूरज हो ख़ाना नंबर 12 म चंदर हो ख़ाना नंबर 6म
और रा भी हो ख़ाना नंबर 12 म }और के तु भी हो ख़ाना नंबर 6 म }
मंगल बदः- मुफिसल जुदी जगह िलखा ह।ै ये ह हर तरह से जािलम और ू र
होता ह।ै (वासते जान व उ और दौलत व धन सब के िलये मंदा)।
मंगलीकः- िसफ ख़ाना नंबर 4 का मंगल मंगलीक होगा। मां, नानी, सास, जनानी
ला क ाथ
औरत क उ पर हमला करता ह।ै मगर धन दौलत पर हमला नह करता। मंगल
बद क तरह।
ल े
मु तरका असर क िमकदार
िक
अरमान नंबर 109
कायम हो या
दखेता होवे

हर-दख
े ा जानेवाला या दस
ू रे हमसाया(मु तरका होने वाले) हक ताकत होगी
ता
बृह पत सूरज च शु मंगल बुध सनीचर रा के तु
िव

बृह पत 2 1/2 3-3/4 2/1 2/1 3/4 2/1 5/6



दौलत 2/3
सूरज 2/3 3/4 3/4 2/1 1/2 वािलद 1/2 हण 1/2
सुख 1/3

च 2/1 2/1 2/1 2/2 2/1 1/3 1/2 हण


शु 1/2 3/4 1/2 4/3 2/2 1/3 2/1 2/1
मंगल
मंगल 2/ 2 2/1 1/3 बद 1/3 2/1 4/3 0/1 1/2
बुध 1/2 2/1 1/2 2/2 2/2 5/4 2/1 1/4
दौलत 2/3
वािलद 1/2
सनीचर 5/4 सुख 1/3 1/3 4/3 1/3 4/5 2/1 1/2
रा 0/1 हण 1/2 1/2 2/2 2/1 2/1 2/2
के तु 2/1 1/2 हण 2/1 1/2 3/4 2/1 2/2
दो ती दु मनी का भाव नेक व बुरे िह से क िमक़दार होगी
औसत तनासूब के हद
ं स म हद
ं सा का ऊपर का जुज़ दख
े ा जाने वाले ह के
असर क

71
िमकदार और नीचे का जुज दख
े ने वाले ह क ताकत से मुराद होगी।

ह क िमसाल तरबूज म (इसी तरह ना रयल, खरबूजा, अनार, बेर वगैरह म

िमलावट का ता लुक)

बृह पत -ड डी, सूरज-वजन बुध- गोलाई, आकार, जायका

चंदर - तरबूज के अंदर पानी सनीचर- बीज या तरबूज क छाल िछलका

शु - बीज का गु ा(मगज) रा - जायका, क ा प ापन


ला क ाथ
मंगल-बीज के बगैर तरबूज का गूदा के तु- धा रयां रं ग िबरं ग

अरमान नंबर 110


ल े
खास खास मु तरका ह का इक ा असर अरमान नंबर 180 म िलखा ह।ै
िक
अरमान नंबर 111
हाथ से बनाई इ और टेवे क जनम कु डली व चंदर कु डली का अरमान
ता
नंबर 181 म िजकर ह।ै
िव

अरमान नंबर 112



लाल कताब सफ़ा 113 पर उ के हर िह सा पर हर इक ह के असर के

साल वगैरह िसफ उस श स क उ के िहसाब से दय ह। जो श स क लाल

कताब म हर ह क एैन मुकरर याद के अंदर अंदर ही पैदा आ होवे या दया

आ न शा दखलाता है क इ म सामु क के िहसाब से जो उ क हर ह क

मुकरर ह।ै वो हर ह क कब जािहर ह गी। हर इक आम दु यावी इ सान पर हर

ह का दौरा इस के ज म के साल से और होगा। जो अरमान नंबर 113A म

''वषफल'' के यान म दज ह।ै दिुनया के आगाज म या बुध के आकार म सबसे पहले

अंधेरा (सनीचर का) मान कर इस म सूरज क रौशनी मानी गयी ह।ै बृह पत जो

दोन जहान का मािलक ह।ै सूरज - सनीचर दोन के साथ होता आ माना ह।ै

यािन हवा अंधेरे म भी

72
होती है और रोशनी म भी आ करती ह।ै मसलन शीशे का एक ब स हो तो इस के
अंदर खाली जगह म भी हवा होगी और बाहर उस बकसे के भी हवा होगी। बुध का
शीशा अंधेरे को भी और रोशनी को भी दोन तरफ अंदर बाहर होने दे दग
े ा। मगर
वो शीशा या बुध कभी हवा को अंदर से बाहर या बाहर से अंदर न जाने दग
े ा। यही
दु मनी बुध क होगी बृह पत से या बुध के आकाश क खाली जगह म क़ मत को
जािहर करने वाला ब ा सूरज या सनीचर को जुदा जुदा और इक े ही होने हवाने
क इजाजत बुध क ताकत से दे दग
े ा या बुध का शीशा ही बृह पत के दोन जहान
ला क ाथ
म गांठ लगा दग
े ा और ये गांठ ही ह है या ये आकाश ही सब के िलये इक ा गांठा
आ मैदान है या यही अक़ल और बुध सब तरफ गांठे लगा रही ह।ै
ल े
अरमान नंबर 113
िक
लाल कताब सफ़ा 114 पर दी इ फ़े ह र त के नंबर 8-9 पर रा के तु का
िजकर है और नंबर 6 पर बुध का। गौर से दख
े तो मालूम होगा क रा ख़ाना नंबर
ता
12 म घर का मािलक ह भी िलखा है और ख़ाना नंबर 12 म ये नीच भी िलखा ह।ै
िव

इसी तरह के तु ख़ाना नंबर 6 म घर का मािलक ह भी िलखा है और इसक



नीचफल क रािश भी इसके िलये ख़ाना नंबर 6 ही िलखी ह।ै
रा - जब बृह पत के घर ख़ाना नंबर िसफ़ 12 म हो तो नीच होगा। हालां क
बृह पत व रा बाहम दु मन नह बराबर के ह। रा के वकत (या जब रा
बृह पत इक े ह ) बृह पत चुप ही हो जाता ह।ै रा को आसमान (ख़ाना नंबर 12)
नीला रं ग माना ह।ै बृह पत क हवा को जब आसमान का साथ िमले या युं युं
हवा आसमान क तरफ ऊंची होती जाये ह क होती जायेगी और दिुनयादार के
सांस लेने के काम घटती जायेगी। ले कन जब यही बृह पत क हवा नीचे क तरफ
होती आयेगी तो के तु का साथ होता जायेगा (ख़ाना नंबर 6) तो हर इक क
मददगार होगी। इसी असूल पर रा के साथ जब बृह पत हो तो न िसफ़ बृह पत
का असर चुपचाप बंद हालत का होगा। बि क रा का अपना असर बुरा होगा या
दम (सांस बृह पत क ताक़त) घुटने पर

73
या दम घुटजाने या घट जाने पर नतीजा मंदा होगा। इसके बरिखलाफ अगर रा
को बुध के खाली आकाश म खुला ही मैदान िमलता जावे मगर वो ख़ाना नंबर 12
के माने ए आकाश क बजाये बुध के खाली आकाश म ही हो तो रा का फल
उसका अ छा बि क उमदा असर दग
े ा या रा को बुध का घर ख़ाना नंबर 6 या
बुध का साथ िमले तो नेक असर दग
े ा। रा है भी बुध का दो त। इसिलये दोन के
बाहम साथ से दोन का फल उमदा होगा या दोन ही ख़ाना नंबर 6 म ऊंच फल के
और दोन म से हर इक या दोन ही ख़ाना नंबर 12 मे मंदे फल के ह गे। रा को
ला क ाथ
फज तौर पर अगर आसमान माने तो ये फज दीवार बृह पत को साफ कह दग
े ी
क एै बृह पत तू मेरे ऊपर गैबी जगह (दस
ू री दिुनया) या मेरे नीचे इधर इ सानी
ल े
दिुनया म एक ही तरफ रहो। गोया रा ने बृह पत को दो जहान म से िसफ एक ही
िक
तरफ कर दया या रा के साथ पर बृह पत दोन जहान म से एक तरफ के िलये
वो (बृह पत) चुप ही िगना जायेगा।
ता
के तु - जब बुध के साथ हो तो या वो बुध के घर ख़ाना नंबर 6 म हो तो नीच
िव

होगा। ले कन जब के तु को बृह पत का साथ िमल जावे तो के तु ऊंचफल का होगा।



के तु बृह पत बराबर का फल दगे।
रा के तु चूं क अपने से सातव दख
े ने के असूल पर के ह ह। इसिलये रा
अगर 3-6 (बुध के घर) म ऊंच आ तो के तु वहां ख़ाना नंबर 3-6 म नीच होगा।
यही हाल है के तु का अगर के तु ख़ाना नंबर 9-12 (बृह पत के घर ) म ऊंच आ तो
रा उन घर म नीच होगा।
बुध - जब बुध होवे रा के घर ख़ाना नंबर 12 म तो नीच होगा। य क
ख़ाना नंबर 12 इसके दु मन ह बृह पत का है और जब बुध होवे के तु के घर ख़ाना
नंबर 6 म तो ऊंच होगा। य क ये रािश नंबर 6 बुध क अपनी ही रािश है और
बुध व के तु दोन ही आपस म ''बराबर के '' ह ह और दोन ही शु के दो त ए ह।
बुध पर कोई असर न होगा। मगर के तु (शु ) दोन ख़ाना नंबर 6 म नीच ही ह गे।

74
ख़ाना नंबर 8 म मंगल सनीचर क बुरी नजर को ख़ाना नंबर 2 का मािलक
बृह पत दख
े कर ही पहचान लेगा। मगर बोलेगा नही। इस बुरे नजर के असर को
बृह पत जब ख़ाना नंबर 2 से ख़ाना नंबर 6 के मािलक के तु के हां भेजेगा तो वहां
बुध भी होने से के तु बोल कर (बुध क ताकत) बता दग
े ा। (कु े को मौत के यम
नजर आ जाने पर कु ा पहले ही बोल कर बता दग
े ा) हाथी रा का िज म है तो
इस का सूंड बुध ह।ै शु अगर के तु का िज म है तो बुध इसक टेढी दम
ु ह।ै
रा जब बृह पत के घर या बृह पत के साथ हो तो नीच फल का होगा।
के तु जब बुध के साथ या बुध के घर हो तो मंदे फल का होगा।
ला क ाथ
बुध िजसे कु े क दम
ु माना ह।ै जब के तु से अलैहदा ख़ाना नंबर 12 म हो
तो वो ख़ाना नंबर 6 के सब ही ह को र ी कर दग
े ा। वाह वो बुध के दो त ह
ल े
वाह वो बुध के दु मन।
ह क अपनी रािश - हर ह अपनी मुकरर रािश म नेक फल दग
े ा बेशक
िक
इसक वो रािश कसी दस
ु रे ह का प ा घर मुकरर हो चुका ह।ै मसलन-
रािश कस ह क कौन से ह का प ा इस रािश नंबर म कस ह का
ता
नंबर रािश है घर मुकरर हो चुका है फल नेक होगा।
िव

3 बुध मंगल बुध का नेक फल बशत क मंगल नेक



होवे
2 शु बृह पत शु का नेक
5 सूरज बृह पत सूरज मु तरका सूरज का
6 बुध के तु के तु बुध का उ म । के तु का ख़द के तु क
चीज पर मंदा मगर दस
ू र पर
अ छा।
अगर बुध भी साथ हो तो........के तु
दस
ू र का मंदा। बुध का अ छा होगा
बुध क चीज पर।
7 शु शु बुध शु का
8 मंगल मंगल सनीचर चंदर अगर तीन म से हर इक अके ला
अके ला होवे तो अ छा फल वना
मंदा।

75
बुध मंगल बद मंगल नेक शु चंदर सूरज बृह पत

ज़बान िसर ३२ दांत बाज़ू सारा ,पराई दल बाग़ बायां िह सा दन का व त पेशानी जद


िम ी का शौक़ बाय आंख का डल े ा दायां िह सा रं ग शेर नर 1
माता दध
ू चावल
2
मूंग सालम िहरण चीता घी, काफ़ु र गंदम
ु चने क दाल
हानी ताक़त
चौड़े प े का
3

पेट ह ठ छाती शादी घोड़ा दन क औलाद तालीम


दर त

शतुर बेमुहार ऊंट


िव
तोता कलाई तलवार ड़क
े का दाय आंख
4

दह चौपाया च रं द तालाब कु वा बा रश सोना


चमगादड़ दर त का डल
े ा
फ़क़ र क आवाज़ इकलौता लड़का
5

भाई नीम का दर त फ़ल चकोर नाक के सर


आशीवाद बंदर लाल मुंह का
फू ल फू लबहरी गंदम
ु ी रं ग
6

नािभ धु ी िचिड़या लड़क ख़रगोश सफ़र मुग ग ड

76
अंडा मैना लड़क पांव क खरािबयाँ
ला क ाथ
बकरी घास हरी दाल मसूर औरत हरदो मुह बत लाल गाय कताब दम
7

खेती क ज़मीन
ल े
भोड़ी गाय पहला लड़का गाय सफ़े द हानी नु स क मज मेढ़क

नज़र बद वाला
फू ल टू टा आ ब े का जनम लेना समंदर िमग क बीमारी अफ़वाह
8

हर तरह से स ज़ कदमा
राग आलू रथ गाड़ी नकारा ख क
दीमक बाज़ू के बग़ैर िज म गैबी मदद या आमदन
चमगादड़ स ज़
िक
मं दर मि जद गु -
9

ऊंट सुख़ रं ग दह का सफ़े द रं ग जायदाद शांित भूरा र छ


रं ग, थुथला, गूंगा ारा ज ी मकान
दांत घास ख़ क शहद मीठा भोजन पानी तह ज़मीन सूखा पीपल नुक़सान
िम ी नेवला भूरी भस जर तालीम ख़ म
शराबी कबाबी क ना साज़ रात का व त
सीप हीरा फटकड़ी काला काना संदरू लाल मोती दह रं ग सफ़े द चांदी मोती सफ़े द सुख़ तांबा िग ट मुल मा
ता
खूनी कु वा

हर ह क अपने असर ज़ािहर करने क िनशानी के िलए खानावार चीज

चौपाये का सुख भूरी क ड़ी दमाग़ी सांस आम हवा पीतल


लाव द बुलंद आवाज़ सफ़े द िब ली ख़शामद
10 11 12

भेड़ ल मी का सुख ख़राबी मसनुई सूरज पीपल का दर त


हर ह क अपने असर ज़ािहर करने क िनशानी के िलए खानावार चीज
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12

मसनुई तांबा बादाम


कपड़ा हलक़ का कौआ

र तेदार याह रं ग क कर बेरी भंवे

स े का योपार िबनाई याह रं ग

मगरम छ सांप
िब छू मौत तालु
माश सालम

ु ा समंदर मछली तख़त पोश


कनपटी पुड़पूड़ी
नीला रं ग दहलीज़ टाहली लकड़ी
बु धू लड़का
आग से जलना गंदा

मकान काले

गाय च रं द
सनीचर

याह रं ग
सुरमा
कौआ

लोहा
क ड़े

बज़ रआ दौलत छत
सरस ससुराल

पूरा याह कु ा

मािलखौिलया झोला
ठोड़ी नाना नानी

गंदी नाली गक
ु ा ज़बान का

औलाद का सुख

नीलम
क ा धुआं

वाब

का खोपड़ी
रा

तदव
ला क ाथ
तदव

िछपकली मुतब ा हाथी


क़ मती दो रं गा प थर
टांग नानका घर

ल े िचड़ा परदश

ू रा लड़का
पेशाब गाह
इमली ितल
रीढ़ क ह ी

दो रं गा कु ा

गधा सूअर
के ला फोड़े
सुनना
के तु

चूहा
कान
िक दस

ता
पहला लङकाः- औलाद म सबसे पहला ही लङका इकलौता लङका कहलाता ह।ै
िव

मगर औलाद म लङक के बाद का लङका मगर लड़को मे पहला लङका होगा

पहला लङका।
ह क िनशानी - हर ह अपना असर अपनी मुतलका चीज से अपना असर
जािहर कर दग
े ा। नर ह नर पर और ी ह ी जात पर असर करगे। ी ह
(चं शु र) मय बुध के साथ जब नर ह ह व नेक फल होगा।
इ सान क उ और ख़ाना नंबरो क उ का 100 साला च र का फक
इनसान क उ खतम हो या न हो मगर ख़ाना नंबर क उ खास वकत तक
मुकरर ह। जो मुकरर वकत पर खतम िगनी जायेगी। इ सानी उ के िलये सनीचर
के हाल म लाल कताब सफ़ा 316 ता 321 मुफिसल िलखा है और ख़ाना नंबर क
उ लाल कताब सफ़ा 321 के हाथ के खाका के हािसया म दी इ ह।ै यािन-
खाने क उ 100 75 90 85 औलाद 80 85 मौत बुज़ग 90 धम अ थान 90

ख़ाना नंबर 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12

77
फक ये है क कसी श स क 120 साला उ ही हो जाये या हो जाने वाली मालूम

होती होवे तो इस के िलये हरएक ख़ाना क चीज का यादा से यादा अरसा िसफ

इस न शा म दये ए साल तक असर माना जा सकता ह।ै जब ख़ाना क उ

खतम हो गई। मगर इस श स क उ अभी चलती ही होवे तो इस खतम वकत

वाले खाने क चीज पर इस क क़ मत का ता लुक न होगा। हर खाने क उ का

शु इ सान के अपने जनम दन से शु िगनेग। 100 साल के बाद फर वही दौरा

शु होगा। जो जनम दन म था। दांत वगैरह नये आयगे। अब िजन घर ने पहले


ला क ाथ
100 साला च र म बुरा फल दया। पहला दया आ फल न दगे।
ल े
अरमान नंबर 113 A
ह क िमयाद
िक
ह क उ का अरसा - जब कोई ह हर तरह से क़ायम अपने वजूद म
ता
ख़द अपनी ही मुक मल ताकत का ( वाह ऊंच वाह नीच या घर का मािलक
िव

मगर कसी दस
ू रे का इस पर या इसम कोई असर न हो रहा हो) तो वह अपनी कु ल

उ तक असर दत
े ा रहग
े ा या इस क उ होगी ख़ाना नंबर 5 लाल कताब सफ़ा

116 पर दी इ यािन बृह पत 16 साल, सूरज 22 साल, चंदर 24 साल वगैरह।

(कु ल हो क 120 साला मजमुआ से अपना अपना िह सा)।

ह के असर का आम अरसा- अपनी हालत से बाहर जब कोई ह ऊपर

क शत ( ह क उ का अरसा) से बाहर दो त या दु मन के बरताव म हो जावे।

तो उसके असर के िलये लाल कताब सफ़ा 116 ख़ाना नंबर 3 म दये ए साल

लगे। यािन बृह पत 6 साल, सूरज 2 साल और चंदर एक साल वगैरह।

अपनी िमयाद के शु दरिमयान या आिख़र पर हर ह असर करता ह।ै

इस िलए खाली िह से क आम िमयाद म हर ह के साथ कौन से ह का असर

शािमल होगा।

78
दौरा असर का शु दरिमयान आिख़र ह का असर का शु दरिमयान आिख़र

ह का व त दौरा व त

बृह पत6 दर यान के तु बृह पत सूरज बुध 2 यकसां चंदर मंगल बृह पत

सूरज 2 शु सूरज चंदर मंगल सनी 6 आिखर रा बुध सनीचर

चंदर 1 आिखर बृह पत सूरज चंदर रा 6 आिखर मंगल के तु रा

शु 3 दर यान मंगल शु बुध के तु 3 आिखर सनीचर रा के तु

मंगल 6 शु मंगल सनीचर शु

ह क महादशा - कसी ह के बुरे और लगातार ही बुरे असर दन


े े क याद
ला क ाथ
इस के महादशा म हो जाना कहलाता ह।ै महादशा के िलये लाल कताब सफ़ा
116 ख़ाना नंबर 4 म दये ए साल लगे। यािन बृह पत 16 साल सूरज 6 साल
ल े
चंदर 10 साल वगैरह।
िक
उ के एक 35 साला च र म महादशा का िसफ एक ही ह हो सकता ह।ै
और सारी उ म वाह एक ही ह क लगातार वाह कसी दो क एक के बाद
ता
दस
ू रे क साथ ही लगती इ वाह एक के बाद दस
ू री या दस
ू रे क कु छ फक दक
े र
िव

हो। यादा से यादा िसफ दो दफा ही महादशा आ सकती ह।ै अगर कसी िपतरी

ऋण या बजुरग के पाप के सबब से एक महादशा का ह अपनी याद उ के 35
साला च र के आखरी 35 व साल खतम हो और इतफाकन दस
ू रा महादशा का
ह उ के दस
ू रे 35 साला च र के शु साल से ही जारी हो जावे तो पहली
महादशा का आखरी साल और दस
ू री महादशा का पहला साल या दोन का
दर यानी साल दो दफा िगना जायेगा यािन महादशा का कु ल अरसा दोन
महादशा के मजमुआ से न िसफ एक साल कम होगा बि क पहली का आखरी साल
और दस
ू री का शु वाला साल या दर यानी साल वाह वो दोनो महादशाय
लगातार ह वाह दर यान म कु छ फक दक
े र ह वे। साफ साल होगा या दर यानी
साल महादशा का तो न होगा। मगर याद म िसफ़ िगना जायेगा या वषफल के
िहसाब और रािश नंबर के ह बोलने के िहसाब से कोई एैसा ह आ जावे जो
महादशा वाले का दु मन ह हो तो पहली महादशा का आिखरी साल भी साफ
साल होगा। मसलन शु क महादशा होती है 20 साल । जब एैसी

79
हालत वाली दोन ही शु क महादशा आ जावे तो दो दफा क 20 साल के
िहसाब से कु ल 40 साल के अरसे से एक साल कम या 39 साल का कु ल जमाना
दोन महादशा का होगा और दर यानी 20 वां साल साफ साल होगा। सबसे
लंबी महादशा है भी शु क ही। इसिलये माना है क सारी उ म कसी श स का
बुरे से बुरा जमाना 39 साल ही जयादा से जयादा हो सकता ह।ै िजसके दर यानी
साल को महादशा का साल न िगनेग। कु डली म महादशा वाले ह क दो
हालत- 1) जब कसी ह के ''बराबर के '' ह र ी ह । मगर वो ख़द र ी न हो।
ला क ाथ
ले कन वषफल के िहसाब से वो िजस साल तखत का मािलक बने और उ के साल
ल े
के िहसाब से रािश नंबर के ह बोलने पर वो ख़द भी र ी हो जाये तो िजस दन से
वो कु डली के रािश नंबर के ह बोलने के टकराव पर ख़द र ी आ। उस दन से
िक
वो महादशा म हो गया माना जायेगा। बेशक वो तखत पर पहले ही आ चुका हो।
2) जब कोई ह कु डली म ख़द भी र ी होवे और उस के बराबर के ह भी र ी ह
ता
िव

तो िजस दन से वो ह तखत का मािलक आ महादशा म हो गया िगना जायेगा।



वाह रािश नंबर के िहसाब से बोलने वाले ह के टकराव का साल कब ही जारी
आ हो या जारी होवे। ले कन अगर एैसी महादशा के वकत कु डली के ख़ाना नंबर
के िहसाब से उ क िगनती पर बोलने वाले ह उस महादशा वाले ह के दो त
ह ही बोल पङ तो वो बोलने वाले दो त ह अपने महादशा वाले दो त ह के
महादशा म हो जाने के मातम म उस ह को (महादशा वाले) कोई नेक फल पैदा
करने म मदद न दगे और न ही इसम वो ह कोई और बुरा फल पैदा करगे। िसफ
दिुनयादार क तरह आम साधारण मातम पर ती कर के चले जायगे।
िजस ह क महादशा हो वो अपनी महादशा के जमाना म उस महादशा
के नीचे दये ए साल म (इ सान क उ या ह क उ के िहसाब से नह । बि क
िसफ महादशा के अरसा क याद के साल म कोई खास खास साल) अपना

80
आम असर जैसा भी क उस का कु डली म मौका के मुतािबक इस खास खास

साल म होवे। कायम रखा करता है यािन ये ज री नह क वो उस खास खास

साल म मंदा ही होवे य क महादशा म है या कसी और तरह से र ी ह।ै

महादशा वाले ह के जाती असर का साल


ह महादशा के जाती असर कायम कै फ यत
कु ल साल रखने का साल

बृह पत 16 10 वां ये 10 वां साल बृह पत क गु पदवी


ला क ाथ
और रयायती साल के इलावा होगा।

सूरज 6 ताक या टांक जो साल क 2 पर पूरा तकसीम ना होवे। 1-3-5 वां


ल े
चंदर 10 जुफत या जोङा जो साल क 2 पर पूरा तकसीम हो जावे। 2-4-6वां

शु र 20 11 वां इस ह के आम दौरा के 3 साला अरसा का


िक
पहला साल

मंगल 7 चौथा शु म मगंल के ह के असर बल होने का होता ह।ै


महादशा का धोका
ता
बुध 17 5 वां
लंबे अरसे वाली अके ली और दो छोटे छोटे अरसा
िव

वाली मु तरका महादशा म 12 साल का धोका सा


लगा रहता है क शायद मौत ही आने लगे। मगर वो

सनीचर 19 6 छटा िसफ धोका ही होता है और बेमायनी। महादशा का
जो साल होवे (उ का नह ) इस अरसा के साल से
एक दो वगैरह ता 12 साल म हर साल के मुतलका
रा 18 7 वां ह कु डली के मुतािबक अपने असर म धोका दया
करते ह। वाह उन 12 साल म धोका दन े े वाले ह
के तु 7 तीसरा महादशा म ह या न ह ।
12 रािश ख़तम
सनीचर

िपतृ ह
महादशा का :-

10 बृह पत
चंदर

मंगल
सूरज

के तु

इ सानी औसत 120 साल


मौत
बुध

रा

11 शु
}


साल

आम तबदीली
हालत
1
2
3
4
5
6
7
8
9

महादशा के वकत न िसफ़ महादशा वाले ह का मंदा फल होगा।

बि क उस महादशा वाले ह के ''बराबर के ह'' भी (लाल कताब

सफ़ा 105 फरमान नंबर 109) वाह वो

81
कु डली म अपनी अपनी जगह ऊंच फल के ही या उस महादशा वाले के ''साथी
ह'' या उनके साथ ही एक ही ख़ाना म कयूं न ह सो जाया करते ह। यही हाल
दो त ह का होगा। जो िसफ मातम पुर ती करके चले जाया करते ह। ले कन ख़द
बुरा नह करते और न ही महादशा वाले का मंदा फल अ छा करते ह। महादशा
वाले के िलये इसके महादशा के जमाने म जखम पर नमक डालने का असर करते
ह।
महादशा के असर के वकत महादशा वाले ह का कु डली के िसफ उस
ख़ाना नंबर का िजसम क वो ह बैठा हो और इ ह चीज पर जो चीज क उस ह
ला क ाथ
(महादशा वाले) क उस बैठे ए ख़ाना क मुतलका ह पर मंदा असर होता ह।ै
''बराबर के '' ह का जो महादशा वाले के महादशा शु होने के वकत उस
ल े
महादशा वाले के लंये सो जाते ह। सोया आ असर भी िसफ उन ही चीज से
िक
मुतलका होगा जो क वो बराबर के ह उसे दे सकते थे उस खाने/उन खान के
िहसाब से िजस म क वो महादशा वाला ह और वो बराबर वाले कु डली म बैठे
ह । यािन क अगर महादशा न होती तो जो असर उनका हो सकता था। वो अब
ता
िव

महादशा म सोया आ होगा। यही असूल दो त ह क मातम पर ती और दु मन



ह का जखम पर नमक मलने क तरह का होगा। बरअकस इसके महादशा वाले
ह का ख़द अपना असर दस
ू र के िलये वाह वो ''बराबर के '' दो त या दु मन
ह । महादशा का कोई असर न होगा। वो असर वैसा ही होगा। जैसा क महादशा
के बगैर होता था। याद रहे क धोके के 12 साला च र म हर सातव (रा का)
या आठव (ख़द मौत नमानी का) साल तबदीली हालत का आ करता ह।ै वाह
महादशा ही यूं न हो। इस तबदीली हालत के िलये लाल कताब सफ़ा 10
फरमान नंबर 23 क िहदायत मददगार होगी।
धोके का 12 साला च र
महादशा के इलावा तमाम उ पर भी अपना असर कया करता ह।ै इस
च र के 12 साल म हर साल के सामने िलखे ए ह अगर दरु त और कायम या
अपनी बुिनयाद पर कु डली म खङे न ह । (यािन बुध वगैरह से बुिनयाद खोखली
या दु मन ह से खराब और न वगैरह) तो नाबािलग ( वाह ब ा वाह मद
जैसा क बािलग नाबािलग होने क शत अरमान नंबर 12-13

82
म िलखी गयी ह)ै क क़ मत बि क उ तक बेमायनी होगी और बािलग के िलये ये
धोका इस ह का जो उ के िहसाब से मालूम होता होवे रािशफल का होगा। यािन
शक का फायदा उठाया जा सकता ह।ै
धोके के ह का ध ा
िजस तरह से उ का पहला 35 साला च र जब दब
ु ारा आता है तो अपने
पहले दौरा के बुरे ह के असर म तबदीली कर दया करता ह।ै उसी तरह ही ये 12
साला धोके का च र महादशा के जमाना म और उ आम के जमाना म (हर ह
ला क ाथ
क महादशा के साल के अरसा का उ से टु कङा) जब दस
ू री दफा (एक ही ह का
दस
ू री दफा धोके का साल) आवे तो सोये ए ह के असर को जगा दया करता है
ल े
और तबदीली हालात कया करता ह।ै वाह भली तरफ हो वाह बुरी तरफ। िजस
िक
का उपाय फरमान नंबर 23 लाल कताब सफ़ा नंबर 10 पर िलखा ही आ ह।ै
धोके का 12 साला च र
ता
सूरज चंदर के तु मंगल बुध शनीचर रा मौत िपतरी बृह पत शु र रािश
िव

ह खम

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24
25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36
37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48
49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60
61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72
73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84
85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96
97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108
109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120
तरीका इ तमाल जुदा िलखा ह।ै

83
ऊपर िलखा आ च र दख
े ने का ढंग
महादशा के वकत वाह कसी भी ह क हो। यादा से यादा 1 से 40 तक
हद
ं से उसी तरतीब से िलख लगे। िजस तरह क ऊपर क फ़े ह र त म दखलाये ह।ै
गोया 12 खान म हद
ं से िलखे मौजूद ह।ै मगर ऊपर इन खान क पेशानी पर
ह के नाम न िलख। अब िजस ह क महादशा शु होवे। पहली दफा या पहली
ही महादशा वाले ह का नाम एक के हद
ं सा वाले ख़ाना के ऊपर िलख द और
बाक ह को न शा म दी इ तरतीब से यािन सूरज के बाद के खाने म चंदर के
ला क ाथ
बाद के खाने म के तु वगैरह। अब िजस हद
ं से क पेशानी पर कोई ह िलखा आ
होगा वो साल उस धोके वाले ह के असर का महादशा के महादशा के साल म
ल े
तबदीली हालात का होगा। महादशा म पङा आ वाह कोई भी ह हो। ले कन
अगर दो महादशा लगातार एक के बाद दस
ू री शु हो जाव तो दोन के दर यान के
िक
साल वाले हद
ं सा के ह का असर िब कु ल न होगा। ले कन बाक य का बद तूर
होगा। यािन क महादशा िगनी तो पूरे साल ही जायेगी। मगर दर यानी साल
ता
िव

महादशा के बुरे ही असर का ज री न होगा। मसलन शु क दोन ही 35 साला



च र म दो लगातार महादशा आती मान ल तो महादशा के साल के ह मंदरजा
जैल ह गे।
शु रािश सूय चंदर के तु मंगल बुध शनी रा मौत िपतरी बृह पत
खतम
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24
25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36
37 38 39 40
इ ह चालीस मंदे साल के धोके को खोलने के िलये चालीस दन
रयायती या चालीस दन तक हर उपाय क याद मुकरर क ह।ै
ऊपर दये ए हद
ं से दरअसल महादशा के अरसा या महादशा क याद का
हर साल नंबर ह।ै उ का साल नह । अगर उ का कौन सा साल महादशा

84
म कस कस ह के धोके का साल है मालूम करना है तो िजस जगह अब हद
ं सा
नंबर 1 िलखा ह।ै वहां उ का वो साल नंबर िलख दव
े । िजस साल क महादशा
शु इ और महादशा मजकू रा क याद के बराबर हद
ं से उ के साल के
तरतीबवार िलख कर उ के साल का साल नंबर दख
े ल। इस दये ए न शे म तो
महादशा क याद के साल नंबर है यािन हद
ं सा नंबर 1 से मुराद है क महादशा
का पहला साल। हद
ं सा नंबर 2 से मुराद है महादशा का दस
ू रा साल। फरजन
कसी क 23 साला उ म शु क महादशा शु ई तो जहां अब नंबर 1 का
ला क ाथ
हद
ं सा िलखा है वहां 23 का हद
ं सा िलखा तो नंबर 2 क जगह 24 वां हद
ं सा उ
के साल का हो जायेगा या इस तरह हद
ं से िलख लेने पर उ के साल म महादशा
ल े
क याद का हर इक साल नंबर मालूम हो जायेगा।
पहली महादशा शु के 20 व साल खतम इ और दस
ू री भी 20 व साल
िक
शु इ। गोया 20 वां साल दोन महादशाय का दर यानी साल आ। ये
दर यानी 20 वां साल। असर दख
े ने के िलये िमटा ही दया। यािन इस 20 व साल
ता
िव

न शु ही महादशा म िगनेग न ही सनीचर को जो 20 व साल क पेशानी पर



िलखा गया ह।ै अब कु डली के िहसाब से जहां जहां क शु और सनीचर ह और
मौका के मुतािबक जैसा जैसा उनका असर हो िगना जायेगा। बाक साल म हर
ह जो क ऊपर के न शा क पेशानी पर िलखा ह।ै महादशा के साल म धोका
े ा और तबदीली हालात पैदा करे गा। {एक तरफ तो इस फ़े ह र त के िहसाब से
दग
जो ह आवे ले लवे। दस
ू री तरफ वषफल के िहसाब से िजस ह का दौरा हो (उ
के िजस साल क दख
े ना हो) वो लेव। तीसरी तरफ रािश नंबर के ह बोलने के
िहसाब का ह (उ के िजस साल क दख
े ना हो) वो ले लव। अब इन तीन ह म
से एक ही ह दोन तरफ या दो दफा िनकल पङे वो ह धोके का ह होगा।
महादशा के जमाना म}। (अ छी या िनहायत बुरी)। य क शु महादशा म ह।ै
दु मन ह भी सतायगे। मगर वो भी अपने अपने साल म। यािन एक तरफ तो
ऊपर के न शा के साल म सूरज चंदर रा बुरा फल दगे। िसफ प े दु मन ही
दु मन

85
ह िगने जायगे। यािन िसफ वही दु मन ह जो शु के सामने लाल कताब सफ़ा
105 फरमान नंबर 119 क फ़े ह र त म दु मन के खाने म िलखे ह।ै बाक जो ह
रह गये वो बृह पत व मंगल ह जो शु के बराबर के ह। वो चुप या सो गये िगने
जायगे और सनीचर बुध के तु तीन शु के दो त ह। वो िसफ मातम पुर ती करके
चले जाएंगे।
दस
ू री तरफ तखत का मािलक ह व रािश नंबर बोलने वाले ह का
मु तरका असर भी साथ होगा। महादशा का 11 वां साल शु के िलये महादशा के
ला क ाथ
जमाना म रयाायती साल होगा। ऊपर क न शा क पेशानी के खाने रािश
खतम- मौत-िपतरी ह का मतलब ये होगा। कः-
ल े
1) मौत - इस श स के ख़ाना नंबर 8 म जो ह ह वो िगने जायगे। उन साल क
हद
ं सा क पेशानी पर जहां क ल ज़ मौत िलखा ह।ै अगर ख़ाना नंबर 8 इस श स
िक
क कु डली का खाली हो तो ल ज़ मौत के खाने के नीचे िलखे ए हद
ं स वाले
साल धोके के साल न ह गे और अगर ख़ाना नंबर 8 (बमूजब जनम कु डली) कोई
ता
िव

ह या कई ह ह तो वो ख़ाना नंबर 8 वाले ह दो दफा (अगर एक ही ह हो तो



वो अके ला अगर कई ह तो हर इक अपने अपने साल जहां क हर इक या वो
अके ला ऊपर दये धोके वाले न शा म हो) धोका दगे। इसी तरह ही-
िपतरी ह - से मुराद ख़ाना नंबर 9 (जनम कु डली क चंदर कु डली के
नह ) से होगी और रािश खतम से मुराद ख़ाना नंबर 12 के ह से होगी।
महादशा के बगैर बाक उ के साल म ऊपर का असूल बद तूर होगा। िसफ
पेशानी भरने का ढंग जरा फक पर होगा।
आम उ म धोके का 12 साला च र- एक से लेकर 120 साल तक जो
औसत उ माना गया ह।ै ऊपर दी इ तरतीब से तमाम हद
ं से िलख दव
े । कु डली
वाले के वषफल के िहसाब से िजस साल सूरज का दौरा पहली दफा शु होता
होवे। उस साल के हद
ं सा वाले खाने क पेशानी पर लफज सूरज िलख द और ऊपर
दी इ तरतीब से पेशानी के बाक खान म बाक तमाम ह िलख द और साल के
सब खाने आगे पीछे के पूरे कर लेव और ऊपर के ढंग पर धोके का साल दख
े लेव।

86
फरजन उ जारी के साल धोके क फ़े ह र त म है बुध। उधर वषफल के िहसाब से
उ के जारी साल का ह या रािश नंबर के िहसाब से जारी उ का ह भी बुध ही
आ जावे तो बुध धोके का ह होगा। यािन अगर एक ही साल म वषफल का ह या
रािश नंबर बोलने का ह और धोके क फ़े ह र त का ह एक ही हो जाव तो वो
ह आम उ के िलहाज से धोके का ह होगा।
(1) और अगर आम उ म धोके का ह और महादशा क फ़े ह र त का
धोके का ह एक ही हो जावे तो वो ह मौत तक क नौबत के िलये धोका दे दग
े ा।
(2) धोके के ह का ज री नह क नीच ह ही होवे। सबसे ऊंच होता
ला क ाथ
आ भी हर इक ह धोके का ह िगना जाता ह।ै वाह वो लाख ऊंच हालत का ही
यूं न हो।
ल े
नाबािलग क हालत म या नाबािलग रहने के दन तक ये धोका हफल
िक
का या प ा धोका होगा और उ ही खतम कर दन
े े तक हो सकता ह।ै मगर बािलग
क हालत या बािलग होने के दन से ये धोका रािश फल का (यािन कािबल उपाय)
ता
होगा। मगर हर दो हालत म धोका होगा ज र। वो कस बात म? हर इक ह के
िव

धोके का साल आम उ और महादशा के जमाना के साल म तो मालूम हो गया



और ह का नाम भी पता लग गया। अब धोका दन
े े वाला ह जनम कु डली म
िजस ख़ाना नंबर का होवे। उस ह का उस बैठे ए होने के खाने के मुतािबक िजन
िजन चीज का ता लुक हो उन म वो ह उस साल धोका दग
े ा। िजस तरह
महादशा के जमाना म हर ह को अपना जाती फल (बमुजब जनम कु डली) दन
े े
का रयायती साल िमल गया िगना जाता ह।ै इसी तरह ही इ सान क उ के हर
सातव (आम हालत) और हर आठव (अ प आयू वाले) तबदीली हालात होगी। उस
सातव खतम या आठव शु के दर यानी अरसा म तबदीली हालत ज र होगी।
वाह कोई ह 12 साला धोके के न शा के िहसाब से या वषफल वगैरह के िहसाब
से बल हो रहा हो।
ऊपर का तमाम िहसाब अगर साल म िलख कर दख
े ा तो साल के 12
महीन म भी वही असर जािहर होगा। यािन न शा म साल क जगह ल ज़
महीना समझ और महीन

87
के वकत ख़ाना नंबर 1 से मुराद बैसाख का महीना लगे। िजसके बाद दस
े ी नाम के
बारह महीने ह गे। यािन नंबर 1 बैसाख 2 ये 3 आषाढ़ 4 सावन 5 भाद 6
अ सूज 7 का तक 8 म धर 9 पोह 10 माघ 11 फा गुन 12 चेत तरतीब वार ह गे।
फर दस
े ी महीन के मुतािबक अं ेजी तारीख भी दख
े ी जा सकती ह।ै साल और
महीने के बाद खास दन के िलये इसी न शा म िसफ़ 1-32 तक हद
ं से िलख कर
नंबर 1 के हद
ं सा वाले खाने पर जनम दन अरमान नंबर 9 का ह िलख कर
तमाम ह पूरे कर ल।
ला क ाथ
धोके के च र क याद एक साल होती ह।ै मगर इस एक साल म से भी
ल े
आगे पूरा वकत दख
े ने के िलये हर इक ह के तखत के मालक यत के जमाने के दौरा
म इस के शु दर यान व आिखर पर के दस
ू रे सािथय का ता लुक भी दख
े ल। जो
िक
क अरमान नंबर 113A म दज ह।ै
महादशा दरअसल कसी ह के कसी एक खास िह सा क ताकत के सो
ता
िव

जाने से मुराद होती ह।ै िजस तरह क तमाम िज म से कोई अंग नाकारा हो जावे।

कसी ह का कु डली के 12 ही खान के असर का सो जाना ह के न हो जाने से
मुराद होती ह।ै
महादशा के जमाना म महादशा वाले ह पर इसके दु मन ह का असर
इस ह क अपनी मुतलका रे खा का यकायक टू ट जाना या मौत क िनशानी होती
ह।ै महादशा के जमाना म महादशा वाले ह से इस के दो त ह का मातम
पुर ती के िलये ही आ िमलना इस ह का अपनी मुतलका रे खा खतम होने से पहले
ही दस
ू री रे खा का शु हो जाना होगा। यािन वो मौत क िनशानी होते ए भी उ
व जंदगी का मािलक होगा। बि क तबदीली हालात क िनशानी होगी।
दो ह क महादशा - अगर कसी वकत दो ह महादशा के मालूम होते
ह तो जो उन दोन म से र ी हो जाएगा वो महादशा का होगा।
मशनुई ह और असल ह के टोले म से मशनुई हालत

88
वाल से जो र ी होगा वो महादशा का होगा। मसलन सूरज और मशनुई सूरज
(शु बुध) दोन ही टोले श हो जाव तो मशनुई िह से का जुज यादा र ी होवे
तो वो महादशा का होगा।
कायम ह या दरुसत और नेक बुिनयाद का ह - कभी महादशा का न
होगा और हर ह जहां क वो रािशफल का ह।ै (अरमान नंबर 6 नीच कहलायेगा।
मगर महादशा का न होगा। य क कािबल उपाय ही हो चुका ह।ै)
महादशा म कौन कौन से ह कतने कतने साल सोये ए ह गे।
ला क ाथ
महादशा बृह पत सूरज चंदर शु मंगल बुध सनी रा के तु
का ह
ल े
सनीचर मंगल बृह पत बृह पत शु बृह पत बृह पत बृह पत बृह पत
6 बद 6 2 6 1 6 16 8 6
ह जो सो जायगे

रा मंगल मंगल सनीचर मंगल के तु सूरज सूरज


िक
6 6 6 6 6 3 चंदर
के तु सनीचर बुध रा सनीचर 1 बुध
ता
3 2 2 5 शु सनी
िव

सनीचर के तू 3 1

6 मंगल
6

कु ल साल 15 6 10 20 7 17 19 18 7
ऊपर क फ़े ह र त म िजस तरतीब से ''बराबर के ह'' िलखे ह। वो उसी
तरतीब से एक के बाद दस
ू रा सोते ए होते चले जायगे। िजन ह के सामने कोई
हद
ं सा नह िलखा गया वो ह िनरप िगने जायगे।
बृह पत- क कु ल महादशा 16 साल होती ह।ै मगर इसक महादशा के
जमाना म सो जाने वाले ह के िमजान कु ल 15 साल ह।ै ये एक साल का फक
बृह पत अपनी महादशा के वकत बहस
ै ीयत गु अपना जाती असर के िलये रखा
करता ह।ै जो इसक महादशा का शु होने का ही साल होता ह।ै या यूं कहो क
बृह पत क महादशा के कु ल 15 साल मंदे और 16 साल

89
कु ल म से महादशा का पहला ही साल बृह पत क अपनी मज का होता ह।ै इसी
तरह ही बृह पत हर एक सोने वाले ह का पहला साल भी दस
ू रे ह क तरफ से
ख़द बृह पत क गु यायी के िलये रख लेता ह।ै िजसम भी बृह पत का अपनी मज
का फल होगा। इस तरह पर 16 साला महादशा के अरसा के साल म बृह पत का
ख़द अपना अख यार कस कस साल आ।
बृह पत क महादशा के वकत सो जाने वाले ह सनीचर 6 साल रा 6
साल और के तु 3 साल यािन बृह पत क महादशा के वकत तमाम पापी ह 15
ला क ाथ
साल क याद के होते ह।ै बृह पत क महादशा शु होवे तो उस महादशा का :-
साल नंबर 1 पहला- बृह पत ख़द अपनी गु यायी का ले गया।
ल े
(2-3-4-5-6-7)
}
सनीचर के 6 साल म से सनीचर का पहला मगर बृह पत का
दस
ू रा साल बृह पत सनीचर से गु दान का ले गया।
िक
}
रा के 6 साल ये आठवां साल है बृह पत क महादशा का मगर
(8-9-10-11-12-13) म से रा का होगा पहला साल। बृह पत रा से गु दान
ता
िव

अपना बतौर गु का ले गया।



के तु के 3 साल ये के तु का पहला मगर बृह पत का 14
}
(14-15-16) म से वां साल ह।ै जो बृह पत के तु से गु दान का ले गया।
खुलासतन बृह पत अपनी महादशा के वकत का पहला दस
ू रा आठवां
साल व चौदहवां कु ल 5 साल तो इस तरह ले गया और अपने दस
ू रे असूल के
मुतािबक क अपनी उ का पहला िह सा यािन 8 साल कभी बुरा फल न दग
े ा।
भला असर वाह दे वाह न दव
े े। यािन बृह पत क महादशा दरअसल 9 व ही
साल से शु होगी और 8 साल बाक म से भी 14वां और 10 वां दो साल और
अपनी मज के रख लेगा।
धोके के ह के मायनेः- लफज धोका दरअसल गुमराही का नाम ह।ै
धोके का ह अगर तारने वाला आ तो तारे गा दोगुना। अगर मारे गा तो भी दो
गुना। गज क धोके के च र से जािहर होने वाला ह होता है दो गुना ताकत का।
वाह भला करे वाह बुरा करे ।

90
महादशा के वकत म कन कन ह पर महादशा का असर न मानगे।
महादशा म होवे तो कौन कौन से ह बद तूर ह गे।
बृह पत िसवाये पापी ह के सब और ह बद तूर ह गे।
सूरज िसवाये मंगल बद के बाक और सब ह बद तूर ह गे।।
चंदर बुध शु सूरज रा के तु
शु सूरज चंदर रा के तु
मंगल सूरज चंदर बृह पत के तु बुध रा नदारद
ला क ाथ
बुध सूरज चंदर शु रा के तु नदारद
सनीचर सूरज चंदर मंगल बुध शु रा ।
ल े
रा सनीचर बुध के तु सूरज नदारद।
के तु चंदर शु मंगल रा सूरज नदारद व बुध नदारद
िक
महादशा का असर ह मुतलका क चीज के असर के ज रया भी जािहर
और सबूत दे दत
े ा ह।ै
ता
िव

न ह के वकत इस ह का मशनुई हालत का ह काम दत


े ा ह।ै

दो प े ह से मशनुई ह कौन कौन सा बन जाता है
प ा ह बृह पत सूरज चंदर शु मंगल बुध सनीचर रा के तु
मशनुई सूरज बुध सूरज रा सूरज बृह पत शु मंगल शु
ह शु शु बृह पत के तु बुध रा बृह पत बुध सनीचर
खाली मंगल के तु (ऊंच) (ऊंच)
हवाई नेक सुभाओ सूरज चंदर
सूरज मंगल सनीचर सनीचर
सनीचर बुध (नीच) (नीच)
मंगल रा
बद सुभाओ

मशनुई ह - मौत दरअसल पापी ह के पाप का नतीजा है और पापी


ह तीन ह।ै

91
}
पाप रा ः- परसा चलाने वाला परसू मगर परसे कु हाङे का साथ न होगा।
के तुः- िसफ खाली परसा या परसा कु हाङा। कु हाङे वाले का साथ न
होगा।

}
पापी सनीचर:- परशराम। परसू परसा दोन क जमा यािन कु हाङा व
कु हाङे वाला दोन ही इक े।

नेक व बद }
मंगल के दो िह से सूरज बुध (नेक) के तु,
सूरज सनीचर (बद) रा , } शु होता ह।ै

सूरज सनीचर (रात दन इक े ही) खाली बुध होते ह।ै अगर बुरी खासीयत म ह
तो रा नीच या मंगल बद होगा।
ला क ाथ
असरः- मशनुई बनावट के ह का असर खास खास बात का होगा।
मशनुई बृह पत औलाद क पैदाइश का मािलक होगा।
ल े
मशनुई सूरज सेहत का मािलक होगा।
मशनुई चंदर वालदन ै ी ख़ून (नतफा) का ता लुक
िक
मशनुई शु दु यावी सुख बजज औलाद
मशनुई मंगल औलाद जंदा रखने का मािलक (बेल-स जी का मािलक ह)ै।
मशनुई बुध इ त - शोहरत
ता
िव

मशनुई सनीचर स त बीमारी


मशनुई रा झगङे फसाद

मशनुई के तु एैश का मािलक होगा
मशनुई हालत क बनावट के ह क हालत म उसके हर दो ह का असर
जुदा जुदा कर लेना या दो का मु तरका कर लेना हो सकता ह।ै यािन रािशफल का
होगा।
वषफलः- क़ मत का सालावार हाल दख े ने के िलये ये ज री जुज है
और सामु क म वा या क बुिनयाद पर बनाया आ वषफल यादा तस ली
ब श होगा। वाकयात से मुराद खुशी या गमी के प े वाकया से होती ह।ै मसलन
शादी का दन, महीना और साल कसी हक क खून के ता लुकदार क पैदाइश या
मौत। नर ह - ी ह या म खनस ह के मुतलका असर म से कसी एक चीज
का प ा वा या। जनम दन (तारीख पैदाइश नही इतवार सोमवार वगैरह),
इ सान कस ह का है वाला ह या इसका ज ी या ख़द साखता मकान कस ह
का है वाला ह। जनम कु डली म लगन के ख़ाना का ह और अगर लगन का
ख़ाना खाली हो तो जनम रािश के घर का मािलक ह। गज क जो भी सही सही
और दरुसत व प ा वा या

92
िमल सके ले लव। फरजन कसी श स क शादी का वाकया प ा िमल गया ह।ै
पहली शादी का (अगर कई दफा शादी हो तो पहली शादी का दन ही िगनने के
कािबल होगा)। जो इसक 17 साला उ म उ म इ। यािन 17 साल उ से शु
शु हो गया। अगर शादी का साल महीना दन मालूम न हो और पहली शादी क
औरत का मौत का दन महीना या साल ही मालुम होवे तो औरत के गुजर जाने या
शु के खतम होने का साल होगा। लाल कताब सफ़ा 116 ख़ाना नंबर 3 म हर ह
क दी इ आम िमयाद म शु का अरसा 3 साल दया ह।ै 17 साल उ म शादी
इ तो इसका शु का ह 17 से शु हो गया मान कर 3 साल यािन 19 साल उ
ला क ाथ
के आिखर तक रहा। अगर 17 साल उ म औरत मर गई तो 17 व साल या औरत
के मरने के दन शु खतम आ या औरत क मौत के दन से 3 साल पहले से चल
ल े
कर मरने के दन तक शु का दौरा था।
वषफल बनाने के िलये ह का दौरा यािन कौन ह कस ह के पहले
िक
या बाद अपना असर दग
े ा। लाल कताब सफ़ा नंबर 7 पर तरतीब वार दया ह।ै
यािन सबसे पहले बृह पत के बाद सूरज के बाद चंदर वगैरह आखरी 9 वां नंबर
ता
के तु का ह।ै ह क आम याद के साल क तादाद और तरतीब भी लाल कताब
िव

सफ़ा 116 ख़ाना नंबर 3 पर दज ह।ै सारे ही ह क कु ल याद का मजमूआं 35



साल उ का एक च र होगा।
िमसाल - कसी श स का शु शु आ 17 साल उ म तो वषफल
होगाः-
6 साल 2साल 1साल 3साल 6साल 2साल 6साल 6साल 3साल
बृह पत सूरज चंदर शु मंगल बुध सनी रा के तु
1 ता 4 5 ता 7
8 - 13 14 - 15 16 17-19 20-25 26-27 28-33 34-39 40-42
43-48 49-50 51 52-54 55-60 61-62 63-68 69-74 75-77
78-83 84-85 86 87-89 90-95 96-97 98-103 104-109 110-112
113-118 119-120

िजतने साल तक उ चलती या हो जाने वाली होवे िलख लेव।(दोन हद


ं से शािमल
िगनकर हर ह क मयाद होगी।)

93
पहचानः-
पहला साल या हद
क वषफल दरुसत है या गलत। उ के शु होने का
ं सा नंबर 1 िजस ख़ाना म हो। वहां दखे क पेशानी पर कौनसे
ह का नाम िलखा ह।ै दरु त हालत म हद ं सा नंबर 1 के खाने वाला ह इसक
कु डली के ख़ाना नंबर 9 या ख़ाना नंबर 1 म होगा या उस श स का ज ी मकान
हद ं सा नंबर 1 के ख़ाना के ह से िमलता या वो श स ख़द उस ह का होगा।
जनम के दन का ह (इतवार के िलये सूरज, सोमवार के िलये चंदर वगैरह) भी
हदं सा नंबर 1 के ह का हो सकता ह।ै इस जांच के िलये मंगल और सनीचर या
सूरज और बुध या सूरज और चंदर एक ही िगने जायगे। वरना लाल कताब सफ़ा
ला क ाथ
113 पर दया आ वषफल इ तेमाल कर। अगर ऊपर िजकर करदा बात से कोई
भी दरुसत मालूम न होवे यािन हद ं सा नंबर 1 से न िमल तो कोई और वाकया
ल े
लेकर वषफल बनाव।
उ के कौन से साल म कस रािश नंबर (ख़ाना नंबर) के ह असर
िक
दगे
हर खाने म उ के 3 साल ह गे
ता
ख़ाना
नंबर उ के साल
िव

1 मेख़ 1 ता 3 37 ता 39 73 ता 75 109 ता 111



2 बृख 4 ता 6 40 ता 42 76 ता 78 112 ता 114
3 िमथुन 7 ता 9 43 ता 45 79 ता 81 115 ता 117
4 कक 19 ता 21 55 ता 57 91 ता 93
5 संह 22 ता 24 58 ता 60 94 ता 96
6 क या 25 ता 27 61 ता 63 97 ता 99
7 तुला 28 ता 30 64 ता 66 100 ता 102
8 बृ छक 31 ता 33 67 ता 69 103 ता 105
9 धन 34 ता 36 70 ता 72 106 ता 108 118 ता 120
10 मकर 10 ता 12 46 ता 48 82 ता 84
11 कुं भ 13 ता 15 49 ता 51 85 ता 87
12 मीन 16 ता 18 52 ता 54 88 ता 90
उ के िहसाब से असर का ख़ाना नंबर दख े ते जाव। अगर कोई ख़ाना नंबर खाली
ही आ जावे तो इस खाली ख़ाना नंबर क रािश के मािलक ह (घर का मािलक)
िजस खाने म हो वो ख़ाना लवे। मगर ये वहम न कर क एक ही ख़ाना नंबर के ह
कई बार यूं बोले।

94
एक दन का हाल
i) हर इक श स क क़ मत का आगाज इसके जनम वकत के ह (अरमान
नंबर 9)के शु होने से िगना जाता ह।ै यािन इस क क़ मत का दन जनम वकत
से शु करके 24 घंटे बाद तक मुक मल होगा।
ii) योितष क बनाई इ कु डली (जनम कु डली हो या चंदर कु डली)
जो लाल कताब के इ म सामु क के मुताबक ख़ाना नंबर 1 दक
े र तैयार कर ली
हो (अरमान नंबर 181) या ख़ाना नंबर एक से ही शु होने वाली इ म सामु क
ला क ाथ
क कु डली बात क बुिनयाद होगी।
नाबािलग कु डली (अरमान नंबर 12)
ल े
पहले हफते म - (जनम वकत से शु करके उ के पहले सात दन का
िक
अरसा) ख़ाना नंबर 1 दी इ वाली कु डली मौजूद ह।ै क़ मत का असर दख
े ने के
िलये।
ता
(अलफ) त त के मािलक ह के िलये (यािन वषफल वाली
िव

फ़े ह र त) जनम वकत का ह सबसे पहले दजा पर शु होने वाले िगनगे। उसके



बाद लाल कताब सफ़ा 7 पर क दी इ तरतीब से बाक ह को िलखगे। मगर
याद हर इक ह क तखत क मलक यत के 35 साला च र साल क बजाये अब
िसफ़ 40 िमनट फ यूिनट के िहसाब क जो लाल कताब सफ़ा 117 पर दज है
होगी यािन आम वषफल म जहां 35 साला च र म बृह पत को 6 साल त त का
मािलक िगना है वहां अब उ क पहले हफते के वषफल के िलये बृह पत क त त
क मालक यत का जमाना िसफ चार घंटे (सफ़ा 117 लाल कताब) होगा। इसी
तरह ही बाक सब ह क याद होगी।
(बे) रािश नंबर के ह के िलये तमाम खान के ह उस तरतीब से
बोलगे। जो तरतीब क अरमान नंबर 13 म िलखी ह।ै मगर वो साल क याद क
बजाये अब िसफ दो घंटे फ ख़ाना क याद पर एक के बाद दीगरे िगने जाएंगे।
(जीम) धोके के ह - का साथ अरमान नंबर 113 A "आम उ

95
वाले िहसाब का'' होगा। जो क 32 दन क तरतीब का ह।ै 32 दन (एक महीना)
के बाद धोके के ह का ''12 महीने के िहसाब वाला'' च र िलया जाएगा। फर
एक साल क उ के बाद ''120 साल म हर साल के असर का'' धोके का ह साथ
दख
े गे। हर हालत म धोके के ह का ध ा न भूल जाएग।
ii) दस
ू रे हफते से 12 हफते तक - तखत के मािलक ह, रािश नंबर
के बोलने वाले ह, धोके के ह का च र वगैरह सब के सब पहले हफते क उ
वाले ह गे। िसफ कु डली म थोङा सा फक होगा वो ये क िजस खाने को पहले नंबर
1 का हद
ं सा दया था दस
ू रे हफते के शु होने के वकत से अब हद
ं सा नंबर 2 दक
े र
ला क ाथ
बाक सब खाने बातरतीब मुक मल कर करगे। तीसरे हफते के शु वकत से उसी
एक नंबर का हद
ं सा दया जाने वाले खाने को नंबर 3 का हद
ं सा दक
े र बाक
ल े
खान के नंबर बातरतीब कर लगे। गज क 12 हफते तक इसी तरह ही हद
ं सा नंबर
िक
12 तक चलाया जाएगा। 12 हफतो क उ हो चुकने पर (जब क 9 ह 12 खान
म घूम गये िगने जाएंगे या 9X12=108 क माला का च र पूरा हो जायेगा) कु ल
ता
उ के िलये ही वाह उ का 85वां दन ही हो 10000 वां दन हो। कु ल गुजरी
िव

इ उ के दन बना लगे और कु ल दन क तादाद को सात पर तकसीम करके



हफते बना लगे और बाक बचे ए दन छोङ दगे। वाह वो छः दन तक ही यूं न
ह । अब िजस कदर पूरे पूरे हफते बने ह उन पूरे पूरे हफत क तादाद को 12 पर
तकसीम करगे। जो हद
ं सा बाक बचे वो हद
ं सा नंबर उस खाने को दव
े । िजस
खाने को क नंबर 1 का हद
ं सा दत
े े थे यािन अगर एक बाक बचा था तो नंबर 1
का हद
ं सा दया। दो बचे तो दो का हद
ं सा दे दया। इसी तरह 11 तक का हद
ं सा
हो सकता ह।ै अगर बाक िसफर हो तो 12 का हद
ं सा दगे। त त के मािलक ह,
रािश नंबर के बोलने वाले ह और धोके के ह का च र वगैरह सब पहले ही
असूल वाले बद तूर ह गे।
बािलग कु डली - जनम वकत का ह शु नंबर पर रख कर वषफल
(तखत के मािलक ह क फ़े ह र त) बना लगे। िजसके मुक मल करने के िलये
िसफ 40 मंट वाली यूिनट का िहसाब होगा। रािश नंबर के िहसाब से बोलने वाले
ह उसी तरतीब

96
से लगे जो 3-3 साल के फक पर (अरमान नंबर 113A) बोलते ह मगर एक दन
म असर के िलये हर इक खाने के ह क याद फ ख़ाना िसफ़ दो घंटे होगी। एक
दन के बाद एक महीना तक असर के िलये ह के 35 साला च र के हर ह के
हद
ं स को दन म लगे। एक महीने के बाद एक साल तक इ ह हद
ं स क लाल
कताब सफ़ा 123 ख़ाना नंबर "िमयाद दन" क यूिनट लगे। धोके के ह का दौरा
भी ''आम उ के साल ” वाला होगा। िजसका दौरा एक महीना तक 32 दन
वाला, एक साल क उ तक ''12 महीने के च र वाला'' और 120 साल क उ
तक ''एक साल वाला च र'' होगा। ले कन :-
ला क ाथ
i) अगर जनम वकत (पैदाइश का खास वकत) मालुम न हो मगर जनम दन मालुम
हो तो उ गुजरी इ के कु ल दन लगे और सात बारह क तकसीम वाला ऊपर
ल े
िलखा असूल इ तेमाल करगे।
िक
ii) अगर जनम वकत और जनम दन दोन ही मालूम न ह त कसी खास वा या
को लेकर बनाये ए वषफल क मदद लगे।
ता
iii) (अलफ) - नाबािलग हालत म अगर जनम वकत व जनम दन मालूम न ह
िव

ले कन साल महीना मालूम हो तो कसी खास वा या से िलया आ वषफल लगे



और रािश नंबर के ह अरमान नंबर 13 क तरतीब से ह गे। धोके का च र आम
उ का ही होगा।
(बे) - बािलग हालत म भी अगर जनम वकत व जनम दन मालूम न ह ले कन
साल महीना मालूम हो तो वषफल कसी खास वा या से लगे। रािश नंबर के ह
3-3 साल के फक वाले िहसाब के ह गे। धोके का च र बद तूर आम उ के िहसाब
का होगा।
वषफल व रािश नंबर के ह का बाहमी ता लुक
वषफल म उ के साल का ह जो भी कोई मुकरर होवे वो क़ मत के
मैदान म हफल का, कु डली के ख़ाना म ख़ाना नंबर 1 का दिुनया म त त का
मािलक और कमरान राजा होगा। रािश नंबर के ह उस साल के िजस साल का
क वषफल वाला ह होवे। रािशफल के या उस राजा के साथी वजीर ह गे।
वषफल म तमाम ह क आम याद के एक च र म 35 साल होते ह।

97
और रािश नंबर के तमाम खान क याद के एक च र म 36 साल िगने ह।
क़ मत का हाल दख
े ने के िलये वषफल वाले ह को राजा और रािश नंबर वजीर
क जोङी 35 और 36 साला जुदी याद होने के सबब इक ी न चल सक । इस एक
साल के फक म चलने वाला ''धोके का ह'' का जुदा च र होता ह।ै वषफल के दो
च र 35X2=70 साल और रािश नंबर के दो च र 36X2=72 साल या इ सान
70-72 का जब हो जावे तो बाप बेटे क क़ मत एक जगह इक ी मानी ह।ै यािन
बाप कािबले इतबार (बिलहाजा क़ मत ख़द बाप क अपनी क़ मत) न रहा।
ला क ाथ
70 और 72 के फक का िसफ एक 71 वां साल ''धोके के ह'' का अरसा माना ह।ै
िजसम महादशा के जमाने के अरसा के 40 साल के धोके वाले असर के िलये 40
ल े
दन का आम उपाय या 40 रयायती दन का अरसा माना ह।ै
अरमान नंबर 114
िक
ह का उपाय
(अलफ) ह बुत के झगङे क तरह ह को ह और रािश को बुत माने तो हफल
ता
िव

के उपाय क इस इ म म गुंजाइश नह मानी गयी। रािश या ह या रािशफल व



हफल के शक का इलाज और ह से ''धोके के ह'' के धोके के ध े से बच कर
चलना इ सानी ताकत म माना गया ह।ै बुध के ह का हीरा (स ज रं ग प थर
क मती) सब को काटता और मारता ह।ै मगर वो ख़द उसी बुध क दस
ू री िनहायत
नरम चीज कलई (टांके लगाने वाली धात) उस हीरे म सुराख़ डाल दत
े ी ह।ै इसी
तरह ही पापी ह सब ह पर अपना ध ा लगाते ह।ै मगर उन को (पापी ह
को) मारने के िलये ख़द अपना ही पाप (ल ज़ पाप से मुराद रा के तु ह। पापी से
मुराद सनीचर रा के तु तीन ही ह। यािन रा के मंदे असर को के तु का उपाय
दरु त करे गा और के तु के मंदे असर को रा का उपाय नेक करे गा) महाबली होगा
और पाप क बेङी भर कर डू बेगी। मु तसर तौर पर पापी ह का उपाय तो उन
ह क मुतलका चीज क पालना करनी होगी या उन क मुतलका चीज से उन
क आशीवाद या मुआफ ले लेना कारामद होगा। मसलन शु क मुतलका चीज
गाय और

98
आम इ सानी खुराक या सब अनाज िमले िमलाये मुकरर ह। शु क मदद के िलये
गाय को अपनी खुराक का िह सा दव
े । काग रे खा और धन दौलत क हानी सनीचर
क मंदी िनशानी कौवे को रोटी का िह सा दव
े या औलाद के िलये दिुनया के दरवेश
कु े को अपनी खुराक का टु कङा ब शे।
(बे) हर ह क मशनुई हालत म दो ह होते ह। जब कोई ह मंदा हो
जावे। तो उसक मशनोई हालत मे दये ए दो ह म से उसी एक ह को हटाने के
िलये िजसके हट जाने से नतीजा नेक हो जावे। कोई और ह कायम करे । जो बुरे
फल के िह से के दन
े े वाले ह को गुम ही या नेक कर दव
े े। मसलन सनीचर मंदा
ला क ाथ
होवे.......तो उस के मशनुई हालत के जुज ''शु - बृह पत'' म से बृह पत के हटाने
के िलये अगर बुध कायम कर तो शु बाक रह जाएगा। अब शु के साथ बुध
ल े
िमलने पर सनीचर नेक होगा।
िक
ii) लाल कताब म िलखे ए उपाय के इलावा हर इक प े ह का उपाय
तो लाल कताब के मुतािबक ही लगे।
iii) हर इक ह क मशनु हालत म दो ह इक े माने गये ह। प े ह का
ता
िव

िजस चीज का असर या जो असर मंदा होवे उस असर के दन


े े वाले ह को उसक

मशनुई जुज से हटाने क कोिशष कर। मसलन शु जब खराब करे या खराब होवे।
तो शु के मशनुई जुज रा के तु म से रा को हटाव तो बाक के तु होगा। यािन शु
के नेक करने को रा को नेक कर लेना मदद दग
े ा।
ii) मंगल बुध = मंगल बद व सनीचर के सांप क जहर या मंगल बुध
सनीचर मु तरका को मृगशाला (िहरण क खाल) पहाङी जुबान म मृग को चीता
कहते ह। चीते क खाल नह माना ह।ै िजस पर जहरीला सांप न आयेगा। मंगल बद
के बुरे असर से मृगशाला बचा दग
े ी और बुध शु सनीचर क मु तरका चीज
गऊ ास अपनी खुराक से तीन टु कङे रोटी के गां(गाय) कां(कौआ) और कु े को
दन
े ा मुबा रक फल दग
े ा। वासते इ त मान धन दौलत और औलाद के नेक व
उमदा होने के वगैरह वगैरह। मतलब ये क मंदे फल वाले ह के िलये मंदा करने
वाली चीज को दरू कर।
iii) िपतरी रन या कु डली वाले के बजुरग का पाप। बाप के
िबलावजह कु े को

99
मार दने े के पाप म इसका लङका दख
ु भोगने का सबब होगा। यािन कु डली वाले
पर इस के बाप के पाप का बोझ भी हो सकता ह।ै िजस वकत तक के तु व बृह पत
का उपाय न कर िपतरी रन का बोझ लङके क 16 ता 24 साला उ तक दरू न
होगा। इसी तरह ही सब ह का हाल हो सकता ह।ै वाह एैसे श स के (कु डली
वाले के ) अपने ह लाख राज योग ही यूं न ह । बुरा असर दो ह का होगा और
उपाय भी दो ह का करना होगा।
िपतृ ऋणः- से मुराद खु फया असर होता है और धोके के ह या उसके ध े से
जािहर हो जायेगा। गुनाह तो कोई करे मगर सजा इसक कोई और भुगते। मगर
भुगतेगा इस गुनाह करने वाले का असल करीबी ता लुकदार।
ला क ाथ
ख़ाना नंबर 9 के ह से मुराद होती ह।ै जब इस घर म या इस घर के मािलक
ह यािन बृह पत क कसी दस ू रे घर म कोई और ह (एक या एक से यादा) जो
ल े
या तो बाहम दु मनी पर ह या वो दोन या हर इक बृह पत क ताकत को खराब
करते या बृह पत के असर म जहर िमलाते ह तो िपतृ ऋण होगा।
िक
रा को बृह पत के चुप करवाने वाला िगना ह।ै वो अगर बृह पत का
मुंह बंद करके ख़द मंदी हालत का असर बृह पत के ता लुक से (यािन या तो वो
बृह पत के घर म हो या बृह पत के प े घर म) दव े े तो िपतृ ऋण का बोझ होगा।
ता
िव

इसी तरह ही और ह भी चंदर क खराबी म माता तरफ के मातृ ऋण हो सकते ह।



फरजन कु डली वाले के बाप ने कु े मारे तो कु डली वाले पर वो बृह पत व
के तु का िपतृ ऋण आ। जो कु डली वाले पर बािलग होने क (कु डली) उ से 16
ता 24 साल रह सकता ह।ै कु डली वाले के र ते के ता लुक और पाप क कसम
से ऋण का नाम मुकरर होगा।
ऋण क कसम:- जैसी करनी वैसी भरनी, नही क ती तो कर के वेख।
कस का िपता माता अपना कु टुंबी हक़ क़ धी बहन जानवर ससुराल फ़क़ र कु ा
पाप होवे का पाप का पाप ही पाप पाप र तेदार का पाप का पाप का पाप का पाप
का पाप
तो ऋण िपतृ मातृ ज़ाती ी भाई का बहन जािलमाना अनज मे दरगाही
होगा ऋण ऋण ऋण ऋण ऋण ऋण ऋण का ऋण ऋण
ह बृह पत च सूरज शु मंगल बुध सनीचर रा के तु
मु लका
कै फ़यत सराप िनयत आक़बत पेट िम ज़बानी जीव दगा बद -चलनी
बद ख़राब मार मार धोका ह या बेईमानी
बालगी 16 24 22 25 28 34 36 42 48
दन से साल साल साल साल साल साल साल साल साल

100
4) धोके के ह का जो छु पा छु पाया होता ह।ै इलाज भी दख
े लेना
ज री होगा।
5) अगर लङका लङक बाप के िलये दोन ही मंदे फल वाले पैदा हो
जाव तो सूरज लङका बुध लङक या लङक के गले म तांबे का टु कडा मुबा रक
होगा। जो बुध को दबा लेगा।
6) पापी ह के साथ जब वह अके ले अके ले क बजाये कोई दो इक े
ह तो मंगल को कायम करना मुबा रक होगा। बशत क उस कु डली वाले का
अपनी कु डली के िहसाब से मंगल रािश फल का हो। यािन अगर मंगल ख़ाना
ला क ाथ
नंबर 1 या 3 या 8 म होवे तो मंगल का उपाय न होगा। बुध काम दग
े ा।
इसी तरह ही ी ह (चं शु र) म बुध क ताकत मदद दग
े ी।
ल े
बशत क बुध ख़ाना नंबर 3-6-7 या 9 का न हो। एैसी हालत म बृह पत काम
िक
दग
े ा।
सूरज सनीचर के झगङे म बृह पत मददगार होगा। बशत क वो
ख़ाना नंबर 2 का न हो। एैसी हालत म मंगल मददगार होगा।
ता
िव

खुला तन:- उपाय के वकत दख


े ल क िजस ह के ज रये मदद लेने को ह वह ख़द

कह हफल का ही तो नह ह।ै
याद उपायः- हर इक उपाय क याद कम अज कम 40 दन और
यादा से यादा 43 दन होगी। जो अपनी नसफ और चौथाई िह सा याद म भी
अपना असर जािहर कर दग
े ा।
खानदानी उपाय िपतृ ऋण मातृ ऋण वगैरह या कु ल मुतलक न क
मदद के िलये उपाय क याद होगी तो वही 40 हद 43 मगर हर रोज लगातार क
बजाये ह तेवार लगातार होगी यािन हर आठव दन जो 40-43 हफते ह गे।
उपाय के वकत वाह आखरी दन 39 व 40 व ही भूल जाव या बंद कर बैठ तो सब
कया कराया िन फ़ल होगा और नये िसरे से फर दोबारा शु करके पूरी याद
तक करने के बाद फल दग
े ा।
अरमान नंबर 115
खास खास मु तरका ह क याद
(साल के हद
ं स म)

101
ह व रािशयाँ
बृह पत सूरज चंदर शु मंगल बुध सनीचर रा के तु
बृह पत

उ मामू को
तकलीफ 7
तालीम 24
तीथ 20
सुख 4
दौलत 2
(बद)
बीमारी 31
दु मनी 40
सुख 4
ग़म 14 नुक़सान 5 दु मन 40
दौलत 12 िपता र ी 10 ⅕

75 दोन का जुदा दोन मु तरका उ म आमदन 60


जुदा और उ म चंदर 1/2 मुह बत 20
औलाद 8 वािलद दिुखया 29 हािन 15
नुक़सान 5 दौलत र ी 17
औलाद 21
उ 90
मामू को सनीचर मंगल बद 15 नुक़सान 17 सेहत शु र
दु मनाना औलाद बृह पत के
सूरज

तकलीफ 7 बुरा 9 सफ़र फ़ज़ूल दौलत 5 उ दा री


ख़राब री बामुक़ािबल तो
9 शु र र ी 25 6 25
21 दु मनाना वरना
ला क ाथ
नेक
औलाद 12 आराम 4 सुख 3 लड़ कयां 6 राज दरबार पानी का लड़ कयां
तालीम 24 मंगल बद 15
चंदर

जब मारग थान बीमारी 15 औलाद का 12 खौफ़ 6


ल े
तीथ 20 सफ़र फ़ज़ूल बीमारी 15
म तकलीफ़ 6 दौलत 12 सुख 27 दौलत 22 दौलत अज़ न फ़उ साल
9
साल वरना 27 मुसीबत 2 सनीचर 42 45
िक
आमदन 60 नुक़सान 17 बीमारी 15 औरत का आग का खौफ़ सूरज 22 दु मनाना दु मनी
सुख 4 17 औरत 37 दौलत व ख़राब
दौलत 5 दौलत 27 सुख 4
बचत 20 तीथ 20 12
शु

राज दरबार 27 शूककर र ी आराम 4 सुख 7 दौलत 36 शूककर साल


37
ता
दौलत 2 25 बीमारी 9 दु मन 40 पर
िव

सुख औलाद 27 बीमारी 9 मुलाज़मत 28 आग का डर 17 बीमारी 5 नुक़सान फ़ोका ऐश



औलाद 8 सेहत आम सुख औलाद 7 बीमारी 15 फ़ोक इ त 11 बीमारी15 5 3
मंगल

बीमारी 6 सुख 3 तीथ 20 मौत 22 वािलद 12 दौलत 24 साल लड़के 24


31 साल मुसीबत 2 आग का डर 17 लड़के 24 तकलीफ़ 24
वािलद दखुीया 29 शूककर दौलत 22 औरत 37 आग का डर 17 दौलत 45 दोन दु मन 37
नुक़सान 17 री लड़ कयां 6 दौलत 27 फ़ोक इ त 11 औरत 37 तकलीफ 10 का दु मन 40
बुध

दु मन 40 दु मन 40 वािलद 12 मौत के खाना लड़के 24 उम


सुख 4 25 बीमारी 15 लड़के 24 म 14
सूरज 22 दु मन 42
हानी 15 दौलत अज़ बीमारी 5 तकलीफ 10 लड़के 24
हमंेशा श
सनीचर

दु मनाना दौलत 12 दौलत 24


ग़म 14 सनीचर 42 (बद) 15 लड़के 24 सनीचर क
ख़राब साल हिथयार का खौफ़ हानी
दौलत 12 राज दरबार 12 दौलत 24 दु मन 42 नसफ़ िमयाद पर
27 15
आमदन 60 तकलीफ 10 दौलत 45 फै सला होगा
उ 90 औलाद दु मनाना (बद) दोन हमंेशा मौत के अपनी मुकररा
िपता चुप 10 ½ नसफ़ उ
री पानी का खौफ़ 45 ख़राब नुक़सान का श खाने म रािश और प े घर
औलाद र ी 21 से बाहर
रा

नुक़सान 5 21 5 उम हानी 15 5 दोन र ी


दु मनी फ़ोका ऐश 3 दु मनी लड़के 24 अपनी अपनी
दु मन सूरज लड़ कयां सनीचर क नसफ़ मुकररा रािश व छलावा
40 लड़के 24 37
केतु

40 मम ६ साल िमयाद पर फै सला प े घर से


40
होगा बाहर

102
अरमान नंबर 116-117
लाल कताब सफ़ा 123 - 124 म अ तलाही बात ह जो ह त रे खा और
इ म योितष को बाहम िमलाकर इ म सामु क क बुिनयाद ह।
अरमान नंबर 118 (बारह खान क चीज)
12

i) ख़ाना नंबर 1- ख़द जाती - अपना िज म - साथ लाया आ - वकत


जवानी - दमागी ताकत - ख़द साखता मकान - ह - गु सा - तमाम अजूं - नमक
सफै द - अपना तखत - चार दीवारी मय तै जमीन के गोशे - दिुनया म नाम कस
ला क ाथ
हस
ै ीयत का होगा। मद का ता लुक - हाथ पर खास िनशान। (1) इस घर म सूरज
उन ह को जो सूरज के दो त/दु मन ह मदद दया करता ह।ै (2) रा रािशफल
ल े
का होगा। लाल कताब सफ़ा 126 जुज नंबर 1, 199/200 ख़ाना नंबर (1) जुज
नंबर (1-2) ।
िक
ख़ाना नंबर 2 ख़द जाती क़ मत का - र तेदारो से पायी इ चीज
ता
(मारफत ी) - इ त (शरीफाना) - दौलत (शरीफाना) बुढापे तक - इ क़
िव

(जबानी हवाई) - ससुराल खानदान व ससुराल के अपने घर का हाल। बचत अज



जाती कमाई। ी धन (दहज
े वगैरह औरत का लाया आ धन) - ख ा मीठा - अक
- मोह माया - ससुराल का मकान - सुभाव (नेक ) - भूक - मकान का वासता
(गु दवारा, मं दर, िजबहखाना) - ीय का ता लुक माता भुआ फू फ मासी
वगैरह - ितलक क जगह (पेशानी पर) - अंगुिलयां (लंबाई छोटाई सीधी टेढी)।
लाल कताब सफ़ा 128 जुज नंबर 2 लाल कताब (बृह पत का असर) सफ़ा 144
जुज नंबर (1), 171/172 फरमान नंबर 124 ख़ाना नंबर 2 का जुज (1 ता 4) इस
घर के ह आिखरी उ म नेक फल दगे।
ख़ाना नंबर 3 हक क र तेदार - नजर का असर (प थर फाङे या
तारे ) - भाई बहन - भाई बंद - चोरी, यारी, अ यारी - नुकसान - जंग व जदल -
भाई का घर - ताये चाचे का मकान - नेक - इ साफ - मु सफ व मु जबी -
बजुरगाना ता लुक - ब ा पैदा करने क ताकत - प रवार कबीला का बढना व
बढाना - खांड - मीठा - उठती जवानी

103
का हाल - दस
ू र क मदद से पैदा करदा हालत- आकाश - िजगर - खून - मकान के
साजो सामान वासते आरायश - आम खुशी गमी क औसत हालत - खुशी गमी क
रे खा - ठ गी। इस घर म i) चं हम
ं ेशा रािशफल का होगा। ii) सनीचर रािशफल का
होगा। लाल कताब सफ़ा 128 जुज (3) सफ़ा 260/261 ख़ाना नंबर 3।
ख़ाना नंबर 4 माता का ता लुक - समुंदर पार सफर - समुंदर का सफर - खुशी
- साथ लायी इ - चं क चीज - माता खानदान - मासी फू फ का मकान - मोती
अनिबध बगैर सुराख दध
ू रं ग सफे द - बृह पत का धन, बवकत जवानी - शुमाल
मशरक - खाली तै जमीन - दल - दध
ू - धन दौलत - कु दरती तौर पर तबीयत का
ला क ाथ
झुकाव या होगा। च र- शंख - सदफ - अंगुिलय पर जौ का िनशान।
इस घर म 1) शु र रािशफल का होगा। 2) मंगल बद (मंगलीक)
ल े
रािशफल का होगा। 3) के तू रािशफल का होगा। लाल कताब सफ़ा 128 जुज
िक
नंबर (4) सफ़ा 226 ख़ाना नंबर 4 जुज (1-4)
ख़ाना नंबर 5 औलाद का ता लुक - औलाद नरै ना - शोहरत - औलाद का धन
दौलत व क़ मत - औलाद को सुख - औलाद के जनम दन से अपने बुढापे तक
ता
िव

दस
ू र क मदद से पैदा करदा - मश रक - रोशनी-हवा - औलाद के बनाये ए

मकान। बचत अज तरफ औलाद - हवास खेमा - 5 इं यां - हाजमा - औलाद व
अपने खून का ता लुक - नेक क मश री - रफतार गुफतार - तहरीर - अंगुिलयो
के दर यान खाली जगह। लाल कताब सफ़ा 129 जुज (5)
ख़ाना नंबर 6 माता िपता के या औलाद के ता लुक के ज रये बन जाने वाले
र तेदार। िजन का र तेदारी का ता लुक ख़द कु डली वाले के ता लुक के बगैर
ही हावे। इ सान ख़द कस ह का ह।ै चेहरा व पेशानी क हालत। दस
ु र से पायी
इ चीज (माता िपता के र तेदार )
बुध क चीज। हमदद (फोक ), मामू- फू ल क खुशबू बदबू- फोका पानी-
नानका घर (नाने नानी का) आम बरताव - सा कारा। मरने के बाद बाक रहे
ओ क हालत - शुमाल - हमसाये - मकान के इद िगद क चीज। प े नाङ -जायका
- साग स जी - फू ल प ।
इस घर म 1) बृह पत रािशफल का होगा। 2) सूरज के ख़द अपने बुरे
असर के िलये बुध का उपाय मददगार होगा।

104
3) मंगल इस घर म रािशफल का होगा। 4) सनीचर रािशफल का होगा।
के तू क चीज - औलाद का सुख। हमदद (स ी) खािलस खटाई - सफर
आम - मरने के बाद बाक रहने वाल क हालत - पाताल - जाती खासीयत
( हानी, िज मानी, दमागी) - नाखून हाथ के - वालदन
ै क तरफ से र तेदार
नानके वगैरह - कद व कामत - हथेली व अंगुिलय क तनासब का असर।
लाल कताब सफ़ा 129 जुज 6 के तु ख़ाना नंबर 6 अरमान नंबर 178
ख़ाना नंबर 7 जनम अ थान - कहां का बासी।
शु र क चीज साथ लायी इ - ी घर - लङ कय के र तेदार के घर -
ला क ाथ
िम ी के जर - घी जद - शादी - मकानात वगैरह (जायदाद) - वकत जवानी - जनूब
मगरब - जािहरदारी - बे नी तै िज म (िज द) - पल तर सफे दी मकान - कबीला
ल े
क पैदाइश और परव रश - मकानात का बनना - पराई दौलत का िमलना
(बज रया बुध क नाली) - िज म के बाल - हथेली क हर हालत का हाल। लाल
िक
कताब सफ़ा 244/245 ख़ाना नंबर 7 जुज (1-5)
बुध क चीज साथ लायी इ - कौतबाह - अंद नी अकल - बिहन - पोते,
ता
चेहरा।
िव

इस घर म 1) बृह पत रािशफल का होगा। 2) अगर सूरज इस घर म हो और



सनीचर का टकराव आ जावे तो चं न करने से सूरज क मदद होगी। यािन याद
उपाय के दन तक जली इ आग को पानी क बजाये दध
ू वगैरह से बुझाते जाना
वगैरह। 3) चं इस घर म हम
ं ेशा रािशफल का होगा। 4) रा रािशफल का होगा।
लाल कताब सफ़ा 129/130 जुज 7 व 278 फरमान 162-288 ख़ाना नंबर 7
जुज 1-3
ख़ाना नंबर 8 ख़द करतूत (मंदी हालत) सनीचर क बुराई - ताये चाचे - मौत
- अपने बजुरग से मुतलका कि तान मसान भूिम क जगह - कोयले - चीज का
जलना - मंदी हालत - जनूब - छत मकान - िप - इस घर म चं हम
ं ेशा रािशफल
का होगा। (लाल कताब सफ़ा 130 जुज 8)
मंगल बद क बुराई - बीमारी - इ सान का जलना - मंदी हालत -
बदहजमी। कङवाहट। (लाल कताब सफ़ा 261 ख़ाना नंबर 8)
जगह जगह ल ज़ ख़ाना नंबर से मुराद ह त रे खा क कु डली का प ा ख़ाना
नंबर मुराद होगी। रािश नंबर न होगी।

105
ख़ाना नंबर 9 ज ी बजुरगाना - बचत अज बजुरगां - कम धम - ज ी मकान
बजुरग के बनाये ए। सांस - परोपकार - बजुरग (बाप दादा) क उ - बजुरग
का नेक ता लुक (कु डली वाले से) - कु डली क़ मत (ख़द अपनी) क बुिनयाद -
बचपन का जमाना ख़द जाती - बचपन का जमाना वालदन
ै क हालत - दस
ू र क
मदद से पैदा करदा हालत - गैबी दिुनया - मूल जङ - क ा प ा मकान - हर िह से
क अंद नी पैमाइश - आराम या हरामखोरी - अंगुिलय पर सीधे या लेटे खत।
इस घर म 1) बुध सबसे मंदा ह होगा। िजस के िलये अरमान नंबर 178
(लाल गोली) नाक छेदना (अरमान नंबर 62/94 - बुध नाकस का उपाय) 2)
ला क ाथ
सनीचर रािशफल का होता ह।ै (लाल कताब सफ़ा 130 जुज 9) इस घर के ह
शु उ म और हर इक ह अपने शु होने के दन से अपनी पूरी उ ( ह क )
ल े
तक फल दगे।
ख़ाना नंबर 10 जाती सनीचर का (िवरासत) साथ लायी इ चीज िपता
िक
का सुख - तीन साल लगातार रहायश का मकान - म ारी होिशयारी - मकान
जायदाद (सनीचर क चीज) मारफत बजुरगां - गमी जहमत - दख
ु अज ता लुक
ता
दीगरां गैर हक क - नमक याह - तेल - वकत शादी - सामान खुराक - बव
िव

जवानी - मगरब - लोहा लकङी मकान ट प थर - बाल - कांटे - बाङ -सेहत व



आम बरताव - बङी ितकोन व बङी मु ततील।
इस घर म 1) बुध रािशफल का होगा। 2) के तू रािशफल का होगा।
लाल कताब सफ़ा 131 जुज 10, सफ़ा 294 जुज 1-2, सफ़ा 323 ख़ाना नंबर 10
तमाम जुज।
ख़ाना नंबर 11 मैदान क़ मत - वकत जनम - क़ मत का मैदान - वकत जनम
पर वालदन
ै क हालत (बिलहाजा आमदन) - लालच - आमदन जाती - खरीद
करदा मकान जो ख़द न बनाये ए हो - औलाद क तादाद- औलाद क उ -
जनम - शान व शौकत - पो त खाल - िछलका - आमदन, आयी चलायी का
ज रया - हाथ क कसम - हर अजू मय नाखून का हाल - रं ग और वो कस कस
तरह के है - पेशानी (िसवाये ितलक क खास जगह) का हाल। (लाल कताब सफ़ा
131 जुज 11)
ख़ाना नंबर 12 अज ी ता लुक - ल मी - दस
ू र से पायी इ चीज - ी सुख,
ल मी सुख (बवकत पैदाइश वालदन
ै का सुख)

106
ससुराल का सुख - हमसाय के मकान - खचा जाती - दमागी हरकत - ख़दगज -
कजा - ससुराल बजाते ख़द - शुमाल मगरब(बृह पत) - जनूब मशरक(रा ) -
आसमान (रा बृह पत) - ह ी - आबाद या वीराना - खटाई - ी ता लुक (जोङे
का साथ) - ी ता लुक बेवाह औरत माशुका वगैरह - हथेली - अंगुिलयां मय
अंगुठा का अंदर या बाहर को झुकाव - हथेली पर बृह पत के सीधे खत - अंगुिलय
पर बृह पत के च र शंख सदफ - नाखून पाव के - चालाक या बदनामी क
शोहरत क चमक -हथेली पर बृह पत के ख़त - अंगुिलय पर बृह पत के िनशान
ख़ाना नंबर 4 पर िलखे ए के इलावा - इस घर म बुध सबसे बुरा ह।ै जो रािशफल
ला क ाथ
का होगा बज रया के तू का उपाय। (लाल कताब सफ़ा 131/132 जुज 12 रा
ख़ाना नंबर 12 अरमान नंबर 176)
ल े
ii) बारह खाने अगर कु डली म हर इक खाने को एक घर मांन िलया जावे तो
िक
इसक ि से ता लुक रखने वाला ख़ाना उस मकान का सेहन होगा। घर वाल ह
का अपने मकान के सेहन पर अपना हक होगा। बेशक ह का घर कु डली के बाद
ता
के नंबर का ही यूं न हो। सेहन माने ए खाने के ह के असर का आखरी फै सला
िव

करना मािलक मकान के अखितयार म होगा।



iii) बारह खाने - लाल कताब सफ़ा 127 पर 12 खान क प जगह
दखलायी गयी ह।ै इन खास जगह के इलावा-
हर ह क रे खा भी कु डली का ख़ाना नंबर आ करती ह।ै
मसलन चं क दल रे खा जब बृह पत के बुरज को जा िनकले। मगर बृह पत के
बुरज के अंदर तक पूरी न हो तो सनीचर और बृह पत क अंगुिलय क दर यानी
जगह को ख़ाना नंबर 11 लगे। सनीचर का हड
ै कवाटर ख़ाना नंबर 8 होगा। अंगूठा
ख़ाना नंबर 2 होगा। दल रे खा ख़ाना नंबर 4 होगा। िसर रे खा ख़ाना नंबर 7
होगा।
iv) रे खा का शु व आिखर व हर ख़ाना नंबर क हदबंदी क ख़ास ख़ास जगह
और ऊपर नीचे को उठाव या दबाव या कसी हद के एैन ऊपर ही कसी ह का
िनशान भी धोके का सबब हो जाता ह।ै िजसके िलये हालात गुज ता पर
नजरसानी करना मददगार आ करता ह।ै

107
कु डली के खान म मकान व सेहन का ता लुक

अगर घर होवे तो सेहन होगा कौन सेहन का अगर घर होवे तो सेहन होगा कौन सेहन का
ख़ाना नंबर ख़ाना नंबर मुि सफ ह होगा ख़ाना नंबर ख़ाना नंबर मुि सफ ह होगा

1 7 मंगल 7 1 शु

2 8 चं (उ ) 8 2 मंगल बद

3 11 सूरज बृह पत 9 5 सूरज


ला क ाथ
4 10 चं 10 4 सनीचर

5 9 बृह पत 11 3 बुध
ल े
6 12 के तू 12 6 रा
िक
अरमान नंबर 119 - रा के तू के हाल म िलखा ह।ै
ता
अरमान नंबर 119 के जुज - रे खा के कई मु तरका ह से कु डली का
िव

बनाना जुदी जगह िलखा ह।ै



अरमान नंबर 120
''बृह पत''
के तू व बृह पत दोन दरवेश (बृह पत दरगाही- के तू दु यावी) और दोन ही बाहम
बराबर के ह ह। फक ये है क बृह पत क हवा बेकैद और खुली आ करती ह।ै
मगर के तू जो सांप के फराटे क हवा ह।ै दु यावी धंध से बंधी इ कसी मतलब या
जहर को साथ लेकर चलती ह।ै बृह पत कसी बुराई भलाई का वािहशमंद न
होगा। के तू कसी के भले या बुरे के िलये अपना छलावापन दखला दग
े ा। बृह पत
पूजा पाठ और के तू पूजापाठ करने क जगह या बृह पत के बैठने का त त ह।ै
सनीचर मौत का यम तो रा उसक सवारी का हाथी ह।ै

ख़द बृह पत - जब क़ मत का ह हो। ले कन अपनी जङ, मुकरर रािश, प े

108
घर क अदली बदली- बैठा होने क रािश या ि के ता लुक म कु डली के कसी
भी खाने म (िसवाये ख़ाना नंबर 10 के जहां क वो सनीचर क मदद का
उ मीदवार होता ह)ै हर तरह से कु ल अके ला ही होवे। कु डली वाले पर कभी बुरा
असर न दग
े ा। एैसा श स बेशक कसी दस
ू रे क मदद न पायेगा और न ही वो ख़द
कसी दस
ू रे क मदद करने के एैसा कािबल होगा। बि क वो अके ले डड
ं े क तरह के
दर त क मािनद (बांस पहाङी इलाका-शनीचर क हकू मत, खजूर-चं के वीरान
खुले मैदान या स बाग बगीचे चं क राजधानी) होता आ भी तमाम दिुनया के
बरिखलाफ़ अपनी क़ मत को ख़द जाती मेहनत और कोिशष से कामयाब बना
ला क ाथ
लेगा।
अगर कसी िपतृऋण (िपतृऋण या फराइज ज री। बजुरग के करजे
ल े
यािन बजुरग ने जनम दया तो ख़द औलाद बनानी, इ ह ने पाला पोषा तो ब
िक
को हर तरह से कािबल बनाना, खैरात ली तो दान दन
े ा वगैरह वगैरह ब े पर बाप
के करजे ह।) या अपने बजुरग के पाप के सबब एैसा बृह पत अपने पहले दौरे या
कु डली वाले क उ के पहले 35 साला च र म नाकारा सािबत होवे तो कसी
ता
िव

खास उपाय क ज रत न होगी। बृह पत अपने दस


ू रे दौरे या उ के दस
ू रे 35

साला च र म अपनी पहली कमी भी पूरी कर दग
े ा।
िनशानी - ख़द वो श स बृह पत के ह का आदमी और उसका मकान ज ी - ख़द
साखता बृह पत के ह का होगा।
बृह पत व सनीचर का बाहमी ता लुक
(अरमान नंबर 180 बृह पत सनीचर मु तरका दख
े )
िह सा अ वल- जब दोन ह अपनी अपनी हालत म जङ रािश व ु ी
वगैरह के ता लुक म हर तरह से अके ले अके ले ह (न तो ख़द बाहम साथी ह ह
और न ही उन दोन म से कोई एक ह कसी और ह का साथी ह बन रहा हो):-
वषफल के िहसाब से उ के िजस साल म सनीचर या बृह पत का दौरा
हो और साथ ही दोन म से कोई एक रािश नंबर के िहसाब से बोलने वाले ह म
बोल रहा हो तो बृह पत सनीचर क धन रे खा (अरमान नंबर 100B) का असर
पैदा होगा। बशत क दान म से कोई भी नीचफल क रािश का न हो। (सनीचर
ख़ाना नंबर 1 म नीच और बृह पत

109
ख़ाना नंबर 10 म नीच होता ह)ै। फक र के डड
ं े म दु मन पर (इ सानी दु मन या
इन दो को छोङकर बाक सात ह से कोई ह जो दु मन हो कर इस कु डली म
वा या ह ) जबरद त डड
ं े क तरह के सांप का असर दग
े ा। हवाई ताकत और आंख
क चालाक क रहनुमाई के साथ से प थर पर आवाज ही से प लक र और
फज याह िनशान ( दल चं मा) से नाकारा याह प थर के पहाङ को दमकते ए
जद सोने क हस
ै ीयत का कर दग
े ी। बशत क सनीचर और बृह पत दोन का ही
असर कायम हो। यािन एैसा श स शराबखोरी (शनीचर जायल) या खैरात का
ला क ाथ
माल लेकर खाने वाला। दस
ू र के मु त माल पर नजर रखने वाला (बृह पत
बरबाद) न हो। बि क वो सबके मािलक से िसफ अपनी क़ मत का िह सा मांगने
ल े
वाला साबर व शाकर होवे तो सनीचर क माया दोन जहान के मािलक बृह पत
गु के पाव क गुलाम होगी।
िक
िह सा दोयम - बृह पत सनीचर दोन ह हर तरह से अके लेः-
(अलफ) जब दोन ही ह एैसी हालत के और दोन ही नीच घर के (सनीचर नीच
ता
िव

नंबर 1 म और बृह पत नीच नंबर 10 म) होते ए वषफल के साल का ह और



रािश नंबर के ह बोलने के िहसाब से उ के साल पर इक े हो जाव तो रल िमल के
बैठगे दीवाने दो। हमयारां दोजख हमयारां बहशत का जमाना पैदा होगा। िजस म
अगर दोन का ही फल र ी होवे तो अंधा बगैर टांग के और टांगो से आरी और
मगर आंखे कायम वाले एक दस
ू रे पर सवार होकर बाहम रा ता बना कर अपने
दौरा क मुसा फत का मंदा सफर बाआसानी तै कर लगे। गोया दोनो का िमलना
''र ब बनाई जोङी एक अंधा एक कोहङी'' होते ए भी इ फाक क बरकत के
उमदा नतीजे का फल दग
े ा।
(बे) अगर सनीचर व बृह पत दोन म से कोई एक भी र ी हालत का होवे तो र ी
हालत वाले के मंदे फल को दस
ू रा उमदा बना दग
े ा यािन i) अगर बृह पत र ी
हालत का हो और सनीचर कायम तो लोहे क तलवार तमाम दिुनया क र ी हवा
को काटती इ चलती जाएगी। ले कन ii) अगर बृह पत उमदा और सनीचर र ी
हालत का हो तो इस क क़ मत दस
ू र को लोहे के िलये पारस का काम दग
े ी।

110
मगर ख़द उस के अपने िलए बीमा रयां व वािहशात बद क िनशािनयां होगी।
िह सा सोयम - जब सनीचर और बृह पत दोनो बाहम साथी ह हो जाव और
सूरज का राज या त त क मालक यत के जमाना का दौरा आ जावे- (अलफ) जब
सनीचर व बृह पत दोन उमदा हालत के ह तो सूरज अपना पुरजोर असर दग
े ा।
अब चूं क बृह पत और सनीचर दोन उमदा हालत के है इसिलये ऊ म फल और
नेक नतीजे ह गे।
(बे) बृह पत व सनीचर ह तो साथी ह मगर दोन ही नीच हालत या नीच घर
के तो सूरज के राज के व या त त क मालक यत के जमाना म जब तक राज
ला क ाथ
दरबार के ता लुक से कमाया आ या पाया आ धन दौलत बरबाद और ख़द उस
ल े
श स का कोई अंग (िज म का िह सा) खराब न हो जावे। सूरज और सनीचर का
दु मनाना और पुरजोर बुरा असर ख म न होगा।
िक
(जीम) अगर बृह पत व सनीचर के बाहम साथी ह होने पर दोन म से
(i) सनीचर तो उमदा हालत का मगर बृह पत होवे रददी हालत का तो सूरज के
ता
राज या त त क मालक यत के व मुक़दमा जहमत बीमारी के ज रये इस श स
िव

के राजदरबार से कमाये ए या पाये ए धन दौलत का सोना खतम हो जाने तक



सूरज व सनीचर का दु मनाना और पुरजोर बुरा असर न जाएगा। एैसी हालत म
इस श स के अंग (अजू - िज म का िह सा) खराब होने क शत न होगी ।
(ii) सनीचर र ी हालत का हो मगर बृह पत उमदा हो तो उसके अंग (अजू -िज म
का िह सा) खराब हो जाने पर सनीचर व सूरज का दु मनाना व पुरजोर बुरा
असर खतम होगा। धन दौलत के खतम होने क शत न होगी।
उपायः- ऊपर िलखे ए िह सा अ वल, िह सा दोयम, िह सा सोयम तीन मे ही
बुरे असर से बचाव का ढंग और मदद:- चूं क तखत के मािलक ह का दौरा हफल
का होता है और रािश नंबर के िहसाब से बोलने वाले ह का असर रािशफल का
होता है इसिलये बुरे असर से बचाव और मदद के िलये रािशफल वाले ह का (जो
भी ऊपर िलखी हालत म हो) उपाय कर। लाल कताब फरमान नंबर 120 सफ़ा
नंबर 144 चब से मंगल का बुरज ख़ाना नंबर 3 न होने पर बृह पत या शु र
िजस तरफ

111
के बुरज का िह सा यादा भारी मालूम होवे। वही तरफ बल िगनी जाएगी।
यािन अगर बृह पत क तरफ का िह सा भारी हो जावे। ब त बङा बृह पत या
नम हाथ का बृह पत होगा और दोन ह बृह पत और शु र ख़ाना नंबर 2 म व
मंगल न िगना जाएगा। शु र क तरफ का िह सा भारी हो जावे िनहायत बङा
शु र होगा। दोन ह बृह पत शु र ख़ाना नंबर 7 म और मंगल न लगे।
अरमान नंबर 121
(म बृह पत का चं या शु र या दोन से ता लुक िलखा ह)ै
ला क ाथ
अरमान नंबर 122
बृह पत दोन जहान या अंदर बाहर दोन तरफ का मािलक िगना गया
ल े
ह।ै उसक अंद नी ताकत ख़दी (िज म इ सान, ख़द अपना वजूद या ख़द अपने
वजूद म या अपने िलये। अपने आप से मुतलका या बंद मु ी म साथ लायी इ
िक
चीज- ख़ाना नंबर 4 ऊंच बृह पत), हवा - मुह बत,(हर दो हक क व गैर हक क )
मोह या मेर (मेरा अपना आप) कहलाती है और बे नी चाल (दस
ू र से मुतलका-
ता
िव

दस
ू रे जहान म साथ ले जाने के िलये चीज दिुनया से बे नी बरताव वगैरह।)

क़ मत या क र मा कु दरत कहलाती ह।ै
क़ मत रे खा - अरमान नंबर 10 म मुफिसल िलखा ह।ै
कोहसार और समंदर : (लाल कताब सफ़ा 157 जुज 2 फारसी लफज कोह
पहाङ का िसलिसला और समुं ) बृह पत के ता लुक म हाथ का खाका दख
े ने से
मालुम होगा क कु डली के ख़ाना नंबर 9 को एैसी जगह माना ह।ै िजस के एक
तरफ शु र का बुज ख़ाना नंबर 7 और दस
ू री तरफ चं का बुज ख़ाना नंबर 4
वा या ह। लाल कताब सफ़ा 40 पर तोते क 35 को दख
े ने से मालूम होगा क
बृह पत को गंगा ( हद
ं ो तान का एक बङा और मतबरक द रया) और आम
इसतलाह म दोन जहान क हवा भी माना ह।ै गोया पानी और हवा का बाहमी
ता लुक रखने वाली चीज िगनी गयी ह।ै पानी क खासीयत है क वो हम
ं ेशा नीचे
क तरफ बहता ह।ै ता क इसक सतह हमवार हो जावे और सब क कमी बेशी
बराबर हो जावे। (सनीचर को प थर पहाङ माना है और

112
पानी चं ह।ै) हवा क खासीयत है क गम से फै लती और ऊपर को उठती ह।ै अब
बृह पत के दोन जहान ख़ाना नंबर 2 (रा के तू क मु तरका बैठक) और ख़ाना
नंबर 9 ब े क पैदाइश क जगह का ता लुक साफ करने के िलये मालूम आ क
ख़ाना नंबर 7 शु क ख़ क का ांड और चं के समुं क गैबी दिुनया के
दर यान म बैठने वाला बृह पत या ख़ क और पानी दोन पर ही रहने वाली हवा
जब ख़ाना नंबर 9 से चलती है और जब ब ा ख़ाना नंबर 9 म आ जाने के बाद इस
दिुनया म आगे चलता है तो पहला ही मकाम या पङाव सनीचर का हड
ै कवाटर या
ख़ाना नंबर 8 आ िनकलता ह।ै जो मौत का घर है और मंगल व सनीचर क
ला क ाथ
मु तरका मालक यत ह।ै (लाल कताब सफ़ा 97) गोया ख़ाना नंबर 9 से चले ए
ब े या बृह पत क हवा के साथ शु र चं तो पहले ही थे। मंगल सनीचर और आ
ल े
िमले। अगर मंगल नेक के बुज ख़ाना नंबर 3 क हद और सनीचर क उ रे खा एक
तरफ ए तो सूरज क सेहत या तर रे खा ख़ाना नंबर 5 और मंगल बद ख़ाना
िक
नंबर 8 क हदबंदी भी इस जगह सनीचर के हड
ै कवाटर के साथ आ लगी। सनीचर
ख़द पहाङ है मगर पहाङ बृह पत क हवा को रोक नह सकता। हां अगर पानी से
ता
लदी इ हवा के रा ते म एैसे ढंग पर आ जावे क हवा पहाङ से टकरा जावे तो हवा
िव

से पानी उतार लेगा। बा रश होगी मगर हवा खाली होकर फर आगे बढेगी या

हट कर वािपस आयेगी। मगर सनीचर के ख़ाना नंबर 10 के मकाम को अगर
बृह पत के ख़ाना नंबर 9 से िमलाने के िलये खत ख च या उ रे खा का ख दख
े जो
सनीचर के कोहसार क चीज है तो मालूम होगा क ख़ाना नंबर 8 सनीचर का
पहाङ का ख हवा को रोक नह सकता। दख
े ता ही रह जाता ह।ै (सांप आज तक
टकटक लगाये दख
े ता चला आता है और बृह पत के इ तजार म बैठा ह।ै) ये हवा
आगे बढी तो ख़ाना नंबर 11 आमदन बृह पत का घर मगर सनीचर क कुं भ रािश
पानी से भरा आ घङा (वही पानी जो अभी ऊपर सनीचर ने बृह पत क हवा से
िनकाल िलया था) िजस के साथ ही ख़ाना नंबर 12 खच सनीचर क दस
ू री रािश
''मीन'' मछली तङप रही ह।ै ये ख़ाना नंबर 12 रा के हाथी का भी है यािन
बृह पत गु के िलये हाथी भी आ गया। का खयाल छोङा हाथी क सवारी
चुपचाप हो कर ली। बृह पत जद और रा नीला िमले तो स ज रं ग आ। बुघ ख़द
आ िनकला। गोया बृह पत के जद रं ग का पता ही न चला क कहां चला गया ह।ै
नीले रं ग रा से दो ती करके

113
बुध ने अपनी िसर रे खा खङी कर दी। अब बृह पत ने रा के हाथी से बचना है या
रा का जाल काटना ह।ै अपने दो त के तू को याद करता ह।ै ये के तू चूहा भी बनता
है कु ा भी होगा गधा भी है कान भी होगा और छलावा भी माना ह।ै (लाल कताब
सफ़ा 115) गऊ माता भी होता ह।ै (लाल कताब सफ़ा 118 जुज 9) और गऊ
माता शु र भी ह।ै (लाल कताब सफ़ा 115) शु म के तू ज र माना ह और बुध
भी शु र का जुज ह।ै इसिलये जब शु र बन गया तो बुध और के तू दोन ही शु र
के अंदर ही लपेटे गये। के तू तो बृह पत के बराबर का ह।ै ये छलावा बना गु को
िह मत दी। चूहे ने रा का जाल काटा। गधे को अपने मतलब के िलये बाप कहा।
ला क ाथ
बुध क िसर रे खा क दीवार क कावट से आगे बढा तो के तू के घर ख़ाना नंबर 6
म जा िनकला। मगर वहा भी बुध मौजूद ह।ै इसिलये वहा गऊमाता बना और भाग
ल े
कर ख़ाना नंबर 2 म जा प च
ं ा। य क ख़ाना नंबर 6 और ख़ाना नंबर 2 के
िक
दर यान कोई कावट क दीवार नही और ु ी म भी ख़ाना नंबर 2 दख
े ता है
ख़ाना नंबर 6 को और ये ख़ाना नंबर 2 तो ह ै ही गाय का अ थान या शु र क
ता
अपनी रािश िबरख जो बृह पत का प ा घर मुकरर ह।ै ये ख़ाना नंबर 2 ही एक
िव

घर ह।ै जहां गाये प े तौर पर खङी है गृह त ह।ै रा के तू क मु तरका बैठक ह।ै

िजस म ख़ाना नंबर 8 के असर का सनीचर का वही ता लुक आ जाता है या
मशनोई शु र खाली बृह पत हवाई ताकत का गु और दन
ु यावी गाय गु ारा
सब बृह पत के पहलू ह। गोया बृह पत क हवा अब सनीचर के पहाङ के िसलिसले
क दीवार से टकराकर ख़ाना नंबर 2 म वही समु दर ले जाती ह। जो बृह पत के
साथ ख़ाना नंबर 9 से लगा आ चं के समु ं ख़ाना नंबर 4 म मौजुद था। इस तरह
पर ख़ाना नंबर 9 व ख़ाना नंबर 2 जब बाहम िमले तो ख़ाना नंबर 2 कम धम
कोहसार कहलाया। ख़ाना नंबर 9 कम धम समुं या द रयाये गंगा आ। िजस म
हवाई ताकत का साथ आ या ख़ाना नंबर 2 म बृह पत क असल ताकत पायी
गयी या ख़ाना नंबर 9 को िनिध िस ी का मािलक सुधामा (सुध साधू बृह पत
गु , मां माता मान इ त) तो ख़ाना नंबर 2 को ध ा भगत (प थर से बृह पत
दोन जहान का मािलक) मुराद होगी। िजसक गाय राम चरावे यािन ख़ाना
नंबर 2 म।

114
सनीचर बृह पत शु र और रा के तू 5 क पंचायत मानी गयी है या िजस वकत
भी ये सब ह यािन बृह पत मय शु र और पापी ह बाहम मु तरका ह या ु ी
से बाहम िमल रहे ह । बृह पत क ऊ म हालत (मुतलका दु यावी गृह त) होगी।
य क ख़ाना नंबर 2 (हथेली पर) के गु के सामनेः-
सनीचर का बुज है - ख़ाना नंबर 10 सांप कान बंद कये मगर टकटक लगाये
चुपचाप।
सूरज का बुज है ख़ाना नंबर 1 बंदर बना बैठा जो फूं क

}
नह मार सकता। बृह पत क ताकत हवा को ढू ंढता ह।ै ख़ाना नंबर 2 के बृह पत के
के तू का बुज है ख़ाना नंबर 6 कु ा दरवेश गाय। सामने रा हाथी ख़ाना
ला क ाथ
नंबर 12 म बंधा आ
होगा। रा अपने कान लंबे कर के के तू के ख़ाना नंबर 6 के साथ नंबर 12 को
ल े
िमलाकर गु के ख़ाना नंबर 2 क जङ म उपदश े क खाितर ख़द चुप होगा मगर
बृह पत चुप न होगा।
िक
बुध शु र का बुज है ख़ाना नंबर 7 शादी रे खा, बुध ख़द - िसर रे खा बुध क ।
मंगल का बुज है ख़ाना नंबर 3 और रािश नंबर 3 िमथुन, तजनी क जङ बुध क
रािश।
ता
िव

रा के तू तो शु र म शािमल ह।ै गोया सब ही ह गु का उपदश े सुन रहे


ह या ख़ाना नंबर 9 म उपदश े था िसफ ान तो ख़ाना नंबर 2 म ान का दाता

बृह पत ख़द मौजूद आ।
अरमान नंबर 123
औलाद
पैदाइश का व - मंगल या शु र या बुध म से कसी भी एक दो या तीन
ही मु तरका से सनीचर क दो ती (वषफल और रािश नंबर के ह बोलने के
िहसाब से उ के कसी साल म सनीचर का भी आ शािमल होना) औलाद क
पैदाइश का वकत होगा।
ह का औलाद से ता लुक
बृह पत :- िजम म ह के आने जाने का ता लुक या पैदाइश औलाद। मगर
औलाद क जंदगी कायम रहने या मौत हो जाने का कोई बंधन नह ।
सूरज :- माता के पेट के अंधेरे म रौशनी दे दन
े ा या पैदा होने के बाद दिुनया म
उनक या उन से वालदन ै क क़ मत को रोशन करना खास कर बज रया नर
औलाद। अंधेरे घर म िचराग रोशन करने क ताकत।

115
चं :- उ , धन, दौलत और वालदनैी नेक ता लुक (नर मादा हर दो औलाद का)
शु र :- िज म या बुत क िम ी। गृह ती सुख। औलाद क पैदाइश म मदद या
खराबी।
मंगल :- िज म म खून कायम रहने तक जंदगी का नाम और दिुनया म औलाद
और उन के आगे औलाद दर औलाद कायम रख कर बेल (पौद)े क तरह बढाना
और उन का नाम या उन के नाम से सब का नाम बढाना या दिुनया म नाम बाक
या पैदा कर दन
े ा। ख़द कु डली वाले म कौतबाह से अलहद
ै ा ब ा पैदा करने क
ताकत। िज म म जोर, ह बुत को इक ा पकङे रखने क िह मत।
ला क ाथ
बुध :- औलाद का र तेदार से ता लुक। (लङ कयां-लङ कय क नसल का
बढ़ाना।) ख़द कु डली वाले म कौतबाह खाली िवषय क ताकत। कु डली वाले
ल े
और औलाद के िलये दस
ू र से िमलने िमलाने के िलये मैदान खुला करना या खाली
आकाश क तरह इन सब के िलये हर तरफ जगह खाली करके मैदान बढा दन
े ा।
िक
सनीचर :- औलाद क पैदाइश के शु होने का वकत। जायदादी ता लुक। मौत
के बहाने।
ता
रा
िव

:- बृह पत के असर के बरिखलाफ होना या बृह पत को चुप कराना। ह का


आना जाना बंद करना या मौत या ब त दरे तक पैदाइश औलाद को रोक दन
े ा या

दीगर गैबी और िछपी िछपाई खरािबयां या पांव तले भूचाल पेदा करना मगर
लङ कय क मदद करता ह।ै
के तू :- औलाद क खुशहाली, फलना फू लना मगर औलाद क तादाद म कमी का
हद
ं सा रखना (मौत करके औलाद घटाने से मुराद नह । वैसे ही औलाद िगनती क
ही होगी या ब त दरे बाद होगी। ले कन जो होगी या जब होगी उमदा और
मुकमल होगी।)
ख़द कु डली वाले म बुध क कौतबाह और मंगल के खून से ब ा पैदा करने
क ताकत और बृह पत क औलाद पैदाइश तीन को इक ा करके रखने वाली
ताकत नतफा या वीरज या नतफा क बुिनयाद को नर मादा म िमलाने वाली
तूफानी हवा या खाली नाली होगी। यही तीन ह के तू क तीन टांगे ह। िजसक
वजह से ये शु र का बीज कहलाता ह।ै
कु डली वाले का जो ह र ी हालत या उमदा हालत का होगा वही हालत र ी या
उमदा हालत होगी।

116
साहबे औलाद (कौन बाल ब व कबीला और प रवार वाला होगा)

}
कु डली वाले के िलये-

सािहबे औलाद दर औलाद होगा


1) बृह पत सूरज शु र बुध सनीचर सब कायम या
2) िसफ बृह पत या सूरज कायम या दोन ही कायम या
3) मंगल होवे शु र या बुध के प े घर या उन क रािशय म
और ु ी के सब खाने खाली ह । या
4) मंगल हर तरह से कायम और नेक होवे। या
5) मंगल हो सनीचर के दो त (लाल कताब सफ़ा 105 पर
ला क ाथ
ख़ाना दो त म िलखे) के साथ उनके प े घर या उन क
रािशय म। (बुध शु र रा ) और सनीचर ह मंगल के दो त
ल े
(लाल कताब सफ़ा 105 पर ख़ाना दो त म िलखे) के साथ
उनके प े घर या उन क रािशय म (सूरज चं बृह पत)
िक
मंगल सनीचर मु तरका ह । ख़द अपनी औलाद तो उमदा माकू ल तादाद और
नेक होवे। मगर पोते दरे बाद या तादाद म कम ह । पोतीयां (लङको क
ता
लङ कय ) क शत नह ।
िव

बृह पत कायम तो सब औलाद (नर मादा)...... कायम।



के तू कायम तो सब लङके ..............कायम।
रा कायम तो सब लङ कयां ...... कायम
मंगल बुध साथी ह - वाह दोन ख़द बाहम साथी ह ह या दोन ही
एक दस
ू रे के दो त के घर या रािश म बैठ जाव या दोन बाहम मुशतरका ही हो
जाव। मगर बामुकािबल न ह तो लाव द न होगा।
चं न तो औलाद ज र न होगी (नर मादा ब क तमीज नह )
मगर लाव द होने क शत न होगी।
चं हो ख़ाना नंबर 1 म सनीचर नंबर 7 - सूरज नंबर 4 - शु र नंबर
5 तो नामद होगा।
शु र हो ख़ाना नंबर 2-6 म ु ी या साथी वगैरह औरत बांझ या नाकािबले

}
हो जाने के सब ही घर खाली ह यािन ख़ाना नंबर औलाद होगी।
2 या 6 का शु र हर तरह से अके ला हो
चं कु डली का औलाद के बारे म कोई ता लुक न होगा।

117
शु र के तू मु तरका ख़ाना नंबर 1 म और बुध न हो (सामने के दांत खतम) लाव द
या चं शु र बाहम बामुकािबल हो और पापी ह या दु मन घर का साथ हो जावे। होगा
}
(ख़ाना नंबर 5 व 9 का खास फक सफ़ा 120 अरमान नंबर 124 से पहले िलखा ह)ै
ख़ाना नंबर 5 या 9 म या नंबर 3 या 9 म पापी ह ह या औलाद के िब (मोत)

ख़ाना नंबर 5 या 9 म या नंबर 3 या 9 म बृह पत या सूरज के दु मन ह

ह या मंगल ख़ाना नंबर 4 या पापी ह नंबर 9 म या रा बुध नंबर 1 या

के तू शु र नंबर 1 या रा अके ला ख़ाना नंबर 9

शु र के तू ख़ाना नंबर 1 म मंगल ख़ाना नंबर 4 म .........औलाद के िब ।


ला क ाथ } बीमा रयां ह गी।

पापी ह तीन या कोई एक नंबर 5 या 9 म मंगल खाना नंबर 4 म........औलाद के िब ।


बुध व शु र का ख़ाना नंबर 5 म औलाद पर कोई बुरा असर न होगा।
ल े
सूरज हो ख़ाना नंबर 6 म
} औरत पर औरत मरती जावे या मां ब का
िक
और सनीचर हो ख़ाना नंबर 12 म तो ता लुक ही न दख
े े या सुख से पहले चलती जावे।
बुध मारता होवे बृह पत को या बुध होवे बृह पत ब िपता पर भारी (दख
ु या
}
ता
के घर म या बृह पत के साथ ही मौत का सबब) ह गे।
िव

सूरज हो ख़ाना नंबर 6 म और मंगल हो ख़ाना नंबर 10 या 11 म तो लङके पर लङका मरता जावे।

मंगल शु र या बुध के दु मन ह औलाद क उ कम या औलाद को न करते ह।ै
i) शु र बुध मंगल तीन ख़ाना नंबर 3 ु ी खाली हो ख़ाना नंबर1या शादी और औलाद
ii) शु र बुध मय रा या के तू ख़ाना नंबर 7 } म गङबङ।
मंगल शु र या बुध के दो त ह औलाद क उ लंबी या औलाद को आबाद वे कायम करते ह।ै
शु र क दो त ह (ख़द शु र नह ) लङके पैदा करते ह।ै
बुध या बुध के दो त ह लङ कयां पैदा करते ह।ै
ख़ाना नंबर 3-5-11 म अगर बुध हो तो लङ कयां पहले और ज र कायम ह गी नर औलाद क शत नह ।
शु र के दो त ह
ख़ाना नंबर 3-5-11 म (ख़द शु र नह ) ह तो लङके ज र कायम ह गे लङ कय क शत नही।

}
चं ख़ाना नंबर 6म हो तो लङ कयां ही लङ कयां ह गी। मगर आपस म साथी ह न बन
के तू ख़ाना नंबर 4म हो तो लङके ही लङके ही पैदा ह गे। रहे ह (लाल कताब सफ़ा 326
सनीचर चं का ता लुक।)
तादाद औलाद शु र बुध या दोन मु तरका से िजतने दरू बृह पत हो या िजतने

118
दर यानी घर ह । कायम रहने वाली तादाद औलाद उतनी होगी। कम अज कम -
िजसम से नर मादा ऊपर िजकर कए ढंग पर दख लग।
औलाद का वालदन ै को सुखः- ख़ाना नंबर 1-3-5 के ह क अ छी या मंदी
हालत से जािहर हो जायेगा।
वालदनै व औलाद का बाहमी ता लुक एक दो तीन चार हद 12 क
तरतीब से अगर कु डली म ह
पहले दर यानी आखरी या तो असर या होगा।
घर म घर म बाद के घर म
बृह पत बुध पैदाइश औलाद ज र बुध बृह पत बाहम

}
ला क ाथ
बुध बृह पत होगी बुध के व से बामुकािबल हो जाव
वािलद दिुखया तो लङ कयां ज र
ल े
बरबाद या ख म ही कायम होगी लङको
होगा। क शत नह होगी।
िक
मंगल बृह पत बुध औलाद (नर) कायम
मंगल बुध बृह पत औलाद (नर) कायम
ता
िव

बृह पत मंगल बुध औलाद (नर) कायम


बृह पत बुध मंगल औलाद (मादा) कायम

बुध बृह पत मंगल औलाद (मादा) कायम
मंगल बुध मु तरका औलाद (लङके लङक यां) कायम और सब सुखी ह गे।
बृह पत
मंगल बृह पत लङक कायम वािलद दख
ु ी
बुध
बृह पत मंगल बुध लङक कायम वािलद दख
ु ी
बुध मंगल बृह पत औलाद व बाप दोन ही दिुखया
मंगल बुध बृह पत औलाद कायम मगर बाप क हालत र ी

नोट :- इस तमाम अरमान म जहां कह भी मंदे ह का िजकर ह।ै उनके मंदे


फल िसफ इसी दन से या दन तक िगने जायगे। िजस दन से क वो मंदे ह
वषफल के िहसाब से शु या ख म होव। सारी उ के िलये ही मंदे नह ।
यादा से यादा हर ह अपने पहले दौरा (आम असर क मयाद या ह क
अपनी उ ) या उ के पहले 35 साला च तक असर कर सकता ह।ै महादशा
वाला ह भी जो जनम दन से ही शु हो जावे और वाह दो दफा ही

119
एक के बाद दीगरे दौरा म मंदा हो जावे। 39 साल यादा से यादा मंदा रह सकता
ह।ै
ख़ाना नंबर 5 म सूरज या बृह पत के दु मन ह से औलाद बरबाद होगी।
ले कन ख़ाना नंबर 9 म एैसे दु मन ह का दो त/दु मन ह अपने दन क औलाद
को ज र कायम रखेगा। फरजन ख़ाना नंबर 5 म सनीचर और नंबर 9 म मंगल हो
तो मंगलवार के दन वाली औलाद ज र कायम रहग े ी।
अरमान नंबर 124
क़ मत का असर
ख़ाना नंबर 9 के ह क़ मत के बुिनयादी ह होते ह। इस खाने म ख़ाना
ला क ाथ
नंबर 3 और ख़ाना नंबर 5 के ह का असर भी आ िमलता ह।ै औलाद क पैदाइश
के दन से ख़ाना नंबर 5 का असर न िसफ ख़ाना नंबर 9 म जाने लग जाता ह।ै
ल े
बि क बाप बेटे क मु तरका क़ मत 70-72 साला सवाल पैदा करने लग जाता
ह।ै ख़ाना नंबर 3 का असर कु डली वाले के अपने जनम से ही ख़ाना नंबर 9 म
िक
िमलता माना ह।ै औलाद क पैदाइश के दन से पहले ख़ाना नंबर 5 का असर ख़ाना
नंबर 9 म गया वो बाप बेटे क मु तरका क़ मत पर असर नह करता। बि क
ता
ख़ाना नंबर 9 क दस ू री चीज यािन कम धम और कु डली वाले के अपने बुजुग के
िव

ता लुक म असर रखता ह।ै औलाद क पैदाइश के दन से ख़ाना नंबर 5 का असर



कु डली वाले के बुजुग क बजाये ख़द कु डली वाले क अपनी क़ मत (जो बाप
बनता ह)ै पर असर करता ह।ै इसी तरह ही ख़ाना नंबर 3 का असर भाई क
पैदाइश के दन से ख़ाना नंबर 9 म जब जायेगा तो कु डली वाले क अपनी जात
पर असर करे गा और भाई क पैदाइश से पहले कु डली वाले के अपने बुजुग के
ता लुक म दखल दग े ा। ले कन अगर इसका (कु डली वाले का) भाई पहले ही
मौजुद हो तो बङे भाई क क़ मत का असर कु डली वाले म आयेगा। ख़ाना नंबर
3 क इस ताकत क वजह से मंगल क रािश नंबर 8 मंगल बद मौत ने भी उ टा
दखे ा। य क मंगल नेक व बद दोन भाई ही ह। उ के पहले 35 साला च र
आकर छोटा भाई भी हो और और औलाद भी शु हो जावे तो ख़ाना नंबर 5 का
असर ख़ाना नंबर 3 के असर पर बल होगा अगर ख़ाना नंबर 3 व 5 दोन ही
खाली ह तो क़ मत क बुिनयाद पर िसफ ख़ाना नंबर 9 के ह माने जायगे।
अगर ख़ाना नंबर 9 भी खाली हो तो ये शत ही उङ गयी।
ख़ाना नंबर 5 का असर कु डली वाले पर इसके बुढापे म होता है और
ख़ाना नंबर 3 का असर बचपन से या यूं कहो क ख़ाना नंबर 3 का असर उ के
पहले 35 साला च र म होता है और ख़ाना नंबर 5

120
का उ के दस
ू रे 35 साला च र पर या क़ मत क बुिनयाद पर उ के पहले 35
साला च म ख़ाना नंबर 3 का असर होगा और दस
ू रे 35 साला च र म ख़ाना
नंबर 5 का असर क़ मत क बुिनयाद पर होगा। खुला तन उ के दस
ू रे 35 साला
च र म ख़ाना नंबर 5 का असर ख़ाना नंबर 3 के असर पर बल होता आ
क़ मत क बुिनयाद पर होगा। हर हालत म ख़ाना नंबर 5 बल होता है और
ख़ाना नंबर 3 नीचे दब जाने वाला। ख़ाना नंबर 9 का अपना असर हर व साथ
होगा।
पहले घर के ह बाद के घर के ह को अपनी दिृ के वकत जगा दया
ला क ाथ
करते ह। अगर बाद के घर म कोई ह न हो तो वो ख़ाना सोया आ िगना जाता
ह।ै फरजन ख़ाना नंबर 11 म तो कोई न कोई ह मौजूद ह। मगर ख़ाना नंबर 3
ल े
खाली है तो इस हालत म ख़ाना नंबर 11 के ह सोये ए माने जाएंगे िजन को
िक
जगाने के िलये क़ मत को जगाने वाले ह क ज रत होगी। (अरमान नंबर 10)
बाद के घर के ह जागने के दन से क़ मत का जागना मुराद होगी। इस तरह पर
ता
(यािन ख़ाना नंबर 3 या 5 के ह का दौरा आया तो नंबर 9 के ह जारी हो गये।)
िव

अगर ख़ाना नंबर 9 के ह मुंदरजा जैल खास खास साल म जाग तो नीचे दया

आ असर पैदा होगा। िजस साल से (वषफल के िहसाब) पहले घर के ह का
पहला दौरा शु होवे। उस साल से बाद के घर के ह जाग पङे ह गे और उस साल
से पहले वो सोये ए माने जाएंगे।
बृह पत के ख़ाना नंबर 9 म - मुंदरजा जैल खास खास व म जागे ए
ह का असर
बुध का इस घर से ता लुक जुदी जगह भी दज ह।ै
बृह पत:- जब उ के 16व साल शु से जारी हो जावे। िनहायत मुबारक फल
दग
े ा। शु र का साथ यािन एैसी हालत म शु र बृह पत मु तरका ख़ाना नंबर 9 म
ह तो ी भाग म काग रे खा (मगर तीथ या ा 20 साल उ म) का मंदा फल दग
े ा।
चं के साथ से यािन चं बृह पत मु तरका ख़ाना नंबर 9 म। मातृ िह सा क
मदद। तीथ या ा 20 साल और उ म। दोन का साथ यािन चं बृह पत शु र
मु तरका नंबर 9 म। कभी अमीरी के समंदर

121
क ठाठ। कभी गरीबी म रे त के ज़र क भी चमक न होगी।
सूरजः- जब 22 व साल उ के शु हो जावे मुबा रक फल दग
े ा। राजदरबार
मुबा रक फल। वालदन
ै के िलये मुबारक। अपनी उ लंबी बाप क उ लंबी बाबे
क उ लंबी होगी। शु र का साथ यािन शु र सूरज मु तरका ख़ाना नंबर 9 म।
ी भाग म काग रे खा। मगर तीथ या ा उ म 20 साल उ म फल दव
े े।चं का
साथ यािन चं सूरज मु तरका नंबर 9 म। मातृ िह सा क मदद। 20 साल तीथ
या ा उ म। दोन का साथ यािन चं शु र सूरज मु तरका नंबर 9 म। कभी
ला क ाथ
अमीरी का समु ं ठाठ दव
े े। कभी गरीबी म रे त के जर क भी चमक न होवे। सूरज
ल े
जब ख़ाना नंबर 9 म हो तो ख़ाना नंबर 5 भी रोशन और नेक असर दग
े ा।
चं :- जब 24 साला शु उ म जारी हो तो जो ऊपर चं बृह पत, चं सूरज,
िक
चंदर बृह पत शु र ,चंदर सूरज शु र का ऊपर िलखा ह।ै
चं जब ख़ाना नंबर 9 म हो तो ख़ाना नंबर 5 भी चं का अंद नी तौर पर
ता
िव

नेक असर दग
े ा। य क ये घर सूरज का माना ह।ै िजसके सामने चं जुदा और

जािहरा फल न दग
े ा।
शु र:- जब उ के 25 व साल शु होवे तो मंगल बद का नीचे िलखा असर दग
े ा।
मंगल (नेक):- जब उ के 13 वे साल शु होवे तो तबदीली उस क पैदाइश पर
उसके वालदन
ै के पास दौलत का भंडारा कायम होगा। हकू मत का साथ होगा।
फर मंगल के वकत से वही उमदा हालत जो बवकत पैदाइश वालदन
ै क थी
होगी।
मंगल (बद):- जब उ के 15 व साल शु होवे तो तबदीली मजहब, पैदाइश म
राज़। वालदन
ै क माली हालत उसके जनम से खराब होकर मंगल बद के जमाना
के खतम पर दरु त होगी।
बुध:- जब उ के 34 व साल शु होवे तो ऊपर िलखा मंगल बद का असर दग
े ा।
पापी ह जब एैसे ढंग पर शु होव क उन के असर का दस
ू रा दौरा उ के मुंदरजा

122
जैल साल से शुं होवे तो :-
सनीचर:- 60व साल मुबा रक अगर शु र का साथ हो यािन शु र सनीचर
मु तरका ख़ाना नंबर 9 म ह या शु र बृह पत दोन का साथ यािन शु र
सनीचर बृह पत नंबर 9 म ह तो हर दो हालत म उ म फल दग
े ा।
चं का साथ या चं सनीचर ख़ाना नंबर 9 म :- खराब असर। चं का फल मंदा
िमला होगा।
बृह पत चं दोन का साथ यािन चं सनीचर बृह पत ख़ाना नंबर 9 म
खराब असर। चं का फल मंदा िमला होगा। सनीचर के साथ रा या के तु नंबर 9
ला क ाथ
म िनहायत मुबारक। भारी कबीला और धन दौलत शाहाना होगा।
रा :- जब उ के 42व साल भी शु होता होवे मुबारक। खचा ब त बङा मगर
ल े
कबीले क बेहतरी म होगा। औलाद के िलये गैर मुबारक होगा। भाई बहन से
िक
इतफाक रखने से बरकत होगी। औलाद 21 साल फक वाली कायम और मददगार
होगी।
ता
के तू:- 48 साल उ के शु से जारी। ख़द अपने िलये मुबा रक। सफर दरपेश रह।े
िव

शु र का साथ यािन शु र के तू नंबर 9 म मु तरका ह तो मुबा रक। दौलत पर



दौलत आवे। चं का ता लुक यािन चं के तू मु तरका नंबर 9 म माता व माता
खानदान पर बुरा असर दव
े े। खास कर उस वकत जब के तू के दु मन ह (मंगल) का
दौरा होवे।
ख़ाना नंबर 9 के ह
ऊपर िलख साल म वषफल के िहसाब से शु ह या न ह तो भी ऊपर का फल
दगे। शु उ क तरफ से अपनी अपनी उ पर शु होकर (यािन बृह पत 16
साल उ से, सूरज 22 साला उ से, चं 24 साला उ से, शु र 25 साला उ से,
मंगल नेक 13 साला उ से, मंगल बद 15 साला उ से दोन मु तरका 28 साला
उ से, बुध 34 साला उ से, सनीचर 60 साला उ से, रा 42 साला उ से के तू
48 साला उ से) अपनी अपनी उ के अरसा तक ही यािन बृह पत 16 साल से
शु होकर 16 साल ही यािन 32 साल उ तक। सूरज 22 से 22 साल तक कु ल 44
साल

123
उ तक। सनीचर 60 से 60 साल कु ल 120 साल तक वगैरह वगैरह ऊपर का फल
दगे। वषफल के िहसाब से ख़ाना नंबर 9 वाले का असर इसके अपनी आम तौर पर
शु होने क याद क बजाये जनम दन से ही शु होता हो तो वो ह जनम दन
से अपनी उ के अरसा तक ही ऊपर का फल दग
े ा यािन बुध 34 साल मंगल 28
साल सनीचर 60 साल वगैरह।
खलासतन ख़ाना नंबर 9 के तमाम ह जब कभी भी शु होव वो अपनी
अपनी आम उ क याद तक फल दगे। िसवाये सनीचर के जो 60 साल फल दग
े ा
ला क ाथ
और उमदा। इस तरह ख़ाना नंबर 9 म शु र या बुध और मंगल बद सबसे मंदे और
सनीचर नंबर 9 म सबसे उ म और सबसे लंबा अरसा 60 साल का होगा।
ल े
ख़ाना नंबर 2 म :- सब ह ऊपर ख़ाना नंबर 9 के िलए िलखा आ तमाम
िक
फल उ के आिखरी िह सा म दगे। यािन ख़ाना नंबर 9 म अगर सनीचर का फल
60 साल िलखा है तो वो उ के शु क तरफ से 60 साल बुढापे क तरफ को होगा
ता
और यही सनीचर ख़ाना नंबर 2 म 60 साल होगा मगर मौत के दन क तरफ से
िव

पीछे जनम दन क तरफ को िगन कर। इसी तरह ही सब ह दगे।



अरमान नंबर 125 से 129
बृह पत पापी ह (सनीचर रा के तू) मय बुध के साथ िपघले ए सोने क
तरह रािश फल का होता ह।ै िजसम हर तरह क शक का फायदा उठाया जा सकता
ह।ै
बृह पत के िनशानात

i) बृह पत के सीधे खङे खत:- बृह पत का रा के साथ ता लुक।


ii) च र के सीधे खङे खत:- बृह पत का बुध के साथ होने का ता लुक
iii) शंख के सीधे खङे खत:- बृह पत का के तू के साथ होने का ता लुक
iv) सदफ के सीधे खङे खत:- बृह पत का सनीचर के साथ होने का ता लुक
अरमान नंबर 130
रािशफल का बृह पत या अंगुिलय क पोरीय पर बृह पत के िनशान से
िलया आ बृह पत हो तो चं का काम दग
े ा।

124
सूरज शु र मु तरका ह = हवाई ताकत का मािलक बृह पत होगा। सोना वगैरह
ठोस हालत क चीज का ता लुकदार न होगा।
i) कु डली म जब शु र नीच हो (शु र नंबर 6 म) तो सूरज मंगल बृह पत का फल
मंदा होगा और
ii) जब पापी ह या के तू का फल मंदा होवे तो बृह पत का फल भी मंदा होगा।
ii) जब सूरज या चं उमदा न ह (अरमान नंबर 108 फै र त हण) बृह पत क
हवा िनहायत सद बफानी तूफान क हवा क तरह क़ मत के असर को सुला दग
े ी
या क़ मत का आम दन
ु यावी असर मंदा ही होगा या ह क क़ मत होगी।
iv) जब मंगल न हो (मंगल बद हो) तो बृह पत भी न होगा। यािन आकाश बेल
ला क ाथ
होगी। जो िजस दर त पर चढ जावे उसे तबाह कर दग
े ी।
v) जब बुध का साथ हो तो बुध फौरन बृह पत को अपने दायरा म बांध लेगा और
ल े
बृह पत या सनीचर का सांप बनकर या सूरज क करन होकर बाहर िनकलेगा।
िक
यािनः-
1) यािन बृह पत अके ला या/अपने दो त चं के साथ ही हो बुध क रािश 3-6
या/बुध के प े घर 7 म और बुध को दख
े े बृह पत या दख
े े चं बृह पत।
ता
िव

2) वाह बुध दख
े े बृह पत को/या बृह पत चं मु तरका को बुध क रािश 3-6 म
या प ा घर 7 म या म से।

यािन 3 म बुध दख
े सकता है 11-9 को या 11-9 म से 3 को
यािन 6 म बुध दख
े सकता है 12 को या 2-12 म से 6 को
यािन 1 म बुध दख
े सकता है 7 को या 7 म से नंबर 1 को
3) वाह कसी और तरह भी ब ये ु ी वगैरह बुध क राख - रे त बृह पत क
गैबी हवा या गृह ती ताकत सोने वगैरह म िमल जावे।
लाख पित होता आ भी मुसीबत पर मुसीबत दख
े ता चला जावे मगर
अकल क कोई पेश ना जायेगी।
एैसी हालत म अगर सूरज चं वगैरह उमदा ह (बमूजब अरमान नंबर
108) और सनीचर उमदा (बमूजब अरमान नंबर 168) तो क़ मत उमदा होगी।
फै सला हक म होवे।
4) ले कन अगर बृह पत अके ला या बृह पत चं इक े या दोन चं या
बृह पत म से कोई एक अपने ऊंच घर ख़ाना नंबर 2 या 4 म (या ख़द बुध
नंबर 2-4 म या दोन मु तरका के साथ

125
ही िमल बैठ वाह कसी भी घर) हो जाव तो बुध दु मनी क बजाये मदद दग
े ा।
चं का पूरा नेक असर होगा।
5) अके ले अके ले चं या बृह पत को बुध मार लेगा। दध
ू म रे त या सोने म राख
वाह कलई का टांका या कोढ पैदा कर दग
े ा।
6) नेज अरमान नंबर 180 (बृह पत बुध मुशतरका वगैरह) दख
े ।
बृह पत जब दो या दो से यादा ह के साथ हो जावे या उन को दख
े ता हो
जो ह क आपस म दु मन ह (बुध या मंगल क वो ताकत जो मंगल या बुध नर
ह या ी ह या मखनस ह के दर यान होने पर रखते ह क शत न होगी और
ला क ाथ
न ही उन ह क बृह पत से दु मनी क शत होगी) तो वो उनक बाहम वाली
दु मनी हटा दग
े ा। ये मतलब नही है क दो ती ही पैदा करवा दग
े ा। दो ती पैदा
ल े
करवाने वाला चं ह।ै
बृह पत व सनीचर का बाहमी ता लुक
िक
1) बृह पत के घर म सनीचर बुरा फल न दग
े ा। मगर सनीचर के घर ख़ाना नंबर
10 म बृह पत नीच फल का होगा।
ता
िव

2) (बृह पत सनीचर मु तरका) जुदी जगह िलखा ह।ै बृह पत दोन जहान क

हवा का मािलक है और िसफ नेक िह सा का यािन जब तक हवा म सद (चं )
गम (सूरज) और नेक क हालत(मंगल नेक) मौजूद हो। बृह पत दोन जहान के
मायन का होगा। ले कन जब कोई भी और हालत इस म िमली तो बृह पत िसफ
एक हालत का मािलक होगा।
बृह पत का रा से ता लुक
1) रा के ता लुक से बृह पत चुप हो जाता ह।ै मगर कायम ज र होता ह।ै सोना
(बृह पत) रा के ता लुक म पीतल होगा। बृह पत को अगर चं क मदद िमल
जावे तो दु मन को मार लेता ह।ै पीतल पर पानी लगे तो नीला रं ग रा अलैहदा
होने लगेगा। यही रा जब सनीचर के लोहे पर लगे (लोहा व नीला थोथा) तो
तांबा (सूरज) होगा।
2) रा हाथी के िसर क लहर तो बृह पत इसक पेशानी होगी। दोन मु तरका
होने क वजह से हाथी का िसर द तरबूज क श ल म बंट गया। ब दोन ह
के मु तरका होने पर आमदन क नाली दोरं गी होगी।

126
अरमान नंबर 131
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बहृ पत बहृ पत 2 मतलका
ु गहृ ती इसक
सरज
बध


}
कायम राज योग मंगल 2
या
आवाज पर िसर कटा द और
इसके पसीने क जगह खन

बहृ पत बाहम बहा द।
सरज

चं
}
कायम इकबालमंद ु ी
िसवाये
3-11
ला क ाथ
बहृ पत 1 राग रं ग का खाब
ू शानदार बहृ पत 2 िपता क उ के खतम करने
तंबू ा बजने लगा। कल
ू का बध
ु 8 के इलावा ख़द
ु अपनी (16 से
ल े
आम इ म परा
ू दजा। 19 म)उसका तोशा भी खराब
बहृ पत 1 इसका मामली
ू तांबा भी सोने करे । बहन बेवाह मामू तबाह।
िक
या दो त या क िक़ मत (बहृ पत) देवे। बहृ पत 2 ह मरान आसदा
ू हाल
हो क मदद 2 या 4 ला.क . 156/2 केतू 2
बहृ पत 2 िम ी के काम से सोना। बहृ पत 2 नर औलाद के िब न या
ता
िव

मगर सोने के काम से शु कर 2 औलाद क पदैाइश के झगङे


खाक नसीब होवे। िदमागी ह गे।

ख़ाना 2 शु कर से मु तरका इ क़ बहृ पत 2 बहत बङा बहृ पत या नम
नंबर के बाद का गलबा। गु शु कर 2 हाथ का बहृ पत। खाली
घ टाल होवे। सौ चहेू खाकर मंगल शु कर (राह केतू मु तरका)
िब ली हज को चली। ा न या शु कर ख़ाना नंबर 2 का
जी और ल मी जी अपने काम देगा। अगर चं भी
िसहांसन पर क हालत का । ख़ाना नंबर 2 म साथ हो जावे
साथ होगा ला.क . 144/1, तो िजन मरीदी
ु जनाहकारी।
148/11, 157/2 एैयाश, दसर
ू के िलये बेङी
बहृ पत 2 बङ के दरखत क तरह डोब म लाह मगर अपने
या छतरधारी । इ क़ म कामयाब होगा।
चंदर 2 उसक चांदी सोने का काम बहृ पत 3 िदमागी ख़ाना नंबर 17
देवे। मंगल से मु तरका।
अदल या मंुिसफ़ िमज़ाजी दगा
ु जी

127
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बहृ पत 3 शेर क सवारी का साथ जारी उ के आिखर तक ख़द

बहृ पत 3
जारी होगा। ला.क .135/3
खशहाल।
ु भागवान।
बहृ पत 4
सनीचर 2 } अपने िलये उमदा िक़ मत
वाला होवे।
चं 3
बहृ पत 3
} इकबालमंद। धन रे खा।
एैसा धन भाइय को तारे ।
बहृ पत 4
चं 2 } दु यावी बलं
वालदन
ु दी म अगर
ै से बढ कर न हो तो
शु कर 3 } कमअजकम उनके बराबर
ला क ाथ
बहृ पत 3 उध रे खा। िजसका दो त का तो ज र होगा। मािनद
सनीचर 4 } उसी को लटू कर अमीर हो ''मां पर धी िपता पर घोङा
ल े
जावे। ला.क . 296/4 होगा ''। ला.क . 150/14
बहृ पत 3
} उध रे खा दौलत के बहृ पत 4
} दोन ह का जदा
ु जदा
ु और
िक
सनीचर 9 ता लक
ु म। ला.क .296/4 सरज
ू 1 दोन का उ म फल होगा ।
बहृ पत 9
} सनीचर क उध रे खा का बहृ पत 4
} उध रे खा मगर सबसे उ म
ता
सनीचर 9 परा
ू नेक असर होवे। सनीचर 9 और सबको तारने वाली हालत
िव

बहृ पत 4 लाटरी, वजीफा पावे। का असर देवे। ला. क .296/4



साथ ही देख लावा रस जायदाद िमले या बहृ पत 4 राजदरबार से मतलका

लाल िकताब
सफा 144/1
जङा
ु जङाया
ु धन पाव।
दु यावी बहृ पत के फल क चं
िन बत च गबैी का फल
सरज

}
10 ज री सफर के नेक नतीजे
कायम सीप म मोती ह गे।
34 साल उ के बाद अपना
व 218/3
और भी उमदा होवे। िदमागी बध

बहृ पत 4
10 } ही बेङी डोब म लाह होगा।
ख़ाना नंबर 21 चं से बहृ पत 4 हर िकसम क सवारी का

बहृ पत 4
}
मु तरका रहम हमदद ।
महंु क हवा से ही बात को
सनीचर 10
चं 1
} सख
ु हो।

सनीचर 2 पहचान लेने वाला। बहृ पत 5 सरज


ू से मु तरका (िदमागी
अपनी ख़दमखितयारी
ु ु और ख़ाना नंबर 20) इ जत
नंबरदारी के वकत अपनी बज़ग
ु ु । (िदमागी ख़ाना
नंबर 22) अकल महादशा के
वकत जब केतू कह और हो
मामू को केतू क महादशा

128
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
का अरसा 7 साल तकलीफ इसका तोशा भी बरबाद करे ।
ू के ता लक
हो। (सरज ु से ला.क . 284/4
ख़ाना नंबर 5 का असर केतू बहृ पत 6 12 िपता क उ के इलावा
पर होगा।) लीद म मािनक बध
ु 12 } इसका बाक छोङा। तोशा
प थर म मोती क ताकत तक भी खराब कर देवे।
होगी। बहृ पत 7 सफर से ज र िजंदा घर
बहृ पत 5
} इ म से खबू दौलत कमावे। वािपस आवे। भाइय से तंग
ला क ाथ
शु कर 5 औलाद क मारफत बढे । दिखया।
ु अपने पेट के अनाज
बहृ पत 5 िक़ मत का िनहायत असर क मेहनत क ज री शत।
}
ल े
चं 9 नेक। इसक पानी क ी धन से/म बरकत। ख़द

मामली
ु सी नाव बङे भारी अपनी कमाई िम ी म जावे।
िक
जहाज का काम देवे। तराजू क डं डी क बोदी क
बहृ पत 5 बहृ पत के वकत से िक़ मत तरह सब का बोझ सहारे ।
}
ता
सनीचर 9 का असर होवे। मफिसल
ु िम ी का माधो। चने क रोटी
िव

सनीचर बहृ पत मशतरका


ु तवे पर का हाल। दौलत के

म िलखा ह।ै अब औलाद का िलये तराजू क बोदी पर सब
मंदा फल न होगा। घर का बोझ होगा।लाक 45/4-5
बहृ पत 6 इ जत रे खा। (नीचे दी हइ
हर दो हालत म) िदमागी
बहृ पत 2
शु कर 2 } ला.क . 146/6

ख़ाना नंबर 18 (i) केतू से


मु तरका भरोसा मामा मसे
ू बध

बहृ पत 7
7 } लाख पित होता हआ भी
मसीबत
ु पर मसीबत
ु देखता
गनेश जी चहेू क सवारी। (ii) चला जावे। अकल क कोई
बध
ु से मु तरका फोक पेश न जायेगी।
उ मीद गनेश जी ग ङ बहृ पत 7
(प रं द) क सवारी। ला.क . सनीचर 9 } आरोध रे खा। डाक-
ू चोर।

165/26, 168 , 167/39, बहृ पत 7 बहत बङा शु कर होगा या


व 219/3 शु कर 7 } बहृ पत मंदा होगा। ख सी
बहृ पत 6 16 से 19 साला उ के मंगल न सांड क तरह
बध
ु 2 दर यान न िसफ़ िपता क
उ खराब बि क

129
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
औलाद से मह म होगा। और हर तरह से जागतृ
अपनी औलाद का सख
ु न (जागती िक़ मत का जमाना
पावे। मतब ने वगरैह होवे। होगा।)
और वो (मतब ना) तो बहृ पत 9 ला. क . सफ़ा 161 जज
ु 12
आराम पावे मगर कु डली और अरमान नंबर 124 म
वाला उस मतब
ु ने से भी िलखे हए के इलावा बजरगा

ला क ाथ
कोई फायदा ना पावे। '' जोङ क मारफत बढे गा। द रयाये
भाई जोङ खायगे होर'' का गंगा को हवा म चलने क
ल े
िहसाब होगा। अगर चं भी ताकत क तरह क िक़ मत
ख़ाना नंबर 7 म साथ हो होगी और सब क िक़ मत
िक
जावे तो शमा के परवाने क इसके द रया का प न होगी।
तरह इ क़ क लहर म िदमागी ख़ाना नंबर 19
ता
चलने वाला होगा और अगर बहृ पत का जाती असर
िव

सरज
ू भी न हो जावे। मजहब हानी। 161/11, 12

नाकामयाब आिसक व 157/2 ला.क .
और तबाह होगा। बहृ पत 9 मंदा फल होगा।
बहृ पत 7
चं 7 } बचपन म तकलीफ हो। चं
बध

5
3
} ला.क . 159/5
बहृ पत 8 ख़द
ु अपनी िक़ मत म हार बहृ पत 9 उमदा फल होगा।
न होगी। बाबा बेशक उससे चं
पहले मर चका
ु हो। मगर बाप बध

3
5
} ला.क . 159/5
क और ख़द
ु अपनी उ बहृ पत 9 मंदा भी और शाहाना भी।
लंबी होगी। अब ये ख़ाना
नंबर 8 मारगअ थान न
शु कर 3-5
चं 5-3
} ला.क .161/2
होगा बि क बहृ पत क बहृ पत 9 ससराल दौलतमंद और
दौलत सोना और हरदम बढे मंगल 3 } ु
दौलत दव।
प रवार तर क पर होगा।

130
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बहृ पत 9 िक़ मत का नेक और उमदा बहृ पत 10 िचऊंटी के महंु से आटे का
सनीचर 5 } असर सनीचर के वकत से सनीचर 9 } जरा तक भी छीन लेने वाला
शु । धन दौलत उमदा। (उध रे खा) होगा। ला.क .
मगर औलाद के िलये मंदा ही 160/9
लगे। मफिसल
ु बहृ पत बहृ पत 10 आग के वाकयात ह ।
सनीचर मु तरका म िलखा सनीचर 9 } बहृ पत चं (बहृ पत क
ला क ाथ
ह।ै सरज
ू देखता चीज सोना, हवाई, जद रं ग,
बहृ पत 9 तीन घर और तीन ह से हो चं क चीज चांदी, बजाजी

}
ल े
मंगल 3 बहृ पत का ही असर होगा। के काम से नफे। मगर
सरज
ू 5 और उमदा और उ म। सनीचर क मतलका

िक
बहृ पत 10 आकबत अंदेश। मगर माया आिशया सामान व काम मंदा
क क पना। नीच बहृ पत। फल दव।
ता
िपता धन दौलत न ही िजंदा बहृ पत 10 लाल िकताब सफ़ा 158/2
}
िव

होते देवे न ही मरने पर चं 4



बाक छोङ कर मरे । (िपता बहृ पत 10 मंदा हाल। मर मर बिढया

इस के िलये) सनीचर क बध
ु 4 राग गावे। लोग कह याह।
मदद जो बहृ पत का साथ बहृ पत 10
36 का 3/4, 27 साल के बाद चं कायम
36 तक बहत मंदा और 28
के बाद लाल िकताब सफ़ा
328 ख़ाना नंबर 10 गनेश
या
बहृ पत 10
सरज
ू 4
} राज दरबार के मतलका

सफर के नेक नतीजे।

बहृ पत 10
जी होगा। ला.क . 144/1
फक र को रोटी देकर
बहृ पत 10
सरज
ू 5 } शािदयां एक से यादा होवे।

चं 4 } आशीवाद क जगह जहर दे बहृ पत 11 परा


ू िनरप । िदमागी ख़ाना
देने का इ जाम लेगा। नेक नंबर 15 सनीचर से
करे तो सजा पावे। मु तरका। ख़ु ारी मगर
हसद से बरी। िदमागी ख़ाना
नंबर 35

131
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चं से मु तरका पेशानी बहृ पत 12 िदमागी ख़ाना नंबर 12 राह
वा यात गजरते
ु हए क याद। से मु तरका। राजदारी। परा

बहृ पत 11 न िसफ िपता के सख ु से यागी। माया पर पेशाब क
बध
ु 3 } खाली या मंुतजर होगा धार मारने वाला। राज छोङ
बि क गहृ त रे खा सीधी फक र होवे।
खङी माकल ू आमदन िफर बहृ पत 12
भी कजाई ही होगा। लाभ सनीचर 9 } माया क मह ु बत से दरू गो
माया यादा। उध रे खा
ला क ाथ
यादा मगर लालच से क या माया पर पेशाब क
बरबाद होवे। धार मारने वाला। ला.क .
ल े
बहृ पत 11
मंगल 3 } बजाते ख़द
ससराल

ु ओरै अपने
को मबा
ु रक (वासते बहृ पत 12
160/8
म मद का सख ु ह का।

}
िक
धन दौलत) मगर अपने सनीचर 12 बहृ पत चपु होगा।
खिशय
ु (अपने ही खानदान राह 12
के) क मौत से दिखया।
ु बहृ पत 12 म ीय (माता व औरत

}
ता
}
बहृ पत 11 ला.क . 167/40 चं 12 वगरैह) का सख ु ह का। चं
िव

दो त 3 राह 12 चपु होगा।




ला.क . 16-10,159-6
ला.क . 166 जुज 29
अरमान नंबर 132-133 A ला.क . 314 क ला.क .
166 जुज 31 व 32

बृह पत क ु ी व आम ह से ता लुक
बृह पत रा मु तरका- बुध होगा। टु िनया तोता स ज रं ग। खाली बुध।

बृह पत मंगल- सब का मुि सफ। एक को दस


ू रे पर यादती करते न दख
े ेगा।

बृह पत सूरज- सब को उपदश


े दव
े े। मगर ख़द अपने िलये (जब ख़द ही मुसीबत म

हो) माङी ढार चमालङी- गरीब ही क सब कु बानी दव


े का असूल बरतेगा। अपनी

जगह कु े (के तू) को मरवा दग


े ा। सूरज क अपनी चीज औलाद को छोङ के तू के

ख़ाना नंबर ६

132
मामू को अपनी बजाये के तू क महादशा का अरसा 7 साल तकलीफ होगी। के तू को
कु ा भी माना है और गऊ माता भी। इसिलये गाय को (जब बृह पत नीच होवे)
कु े क गंदगी क खुराक का आदी बना दग
े ा। (लाल कताब सफ़ा 118 ख़ाना
नंबर 3 का हद
ं सा नंबर 9)।
बृह पत बुध /शूककर:- बृह पत बुध ला.क . 166/30 बृह पत शु र ला.क .
167/33-34 ख़द बृह पत तो न बोलेगा मगर उसक िम ी बोले सोना न होवे।
बेइ ती और तकलीफ जर व माल क हद से यादती के सबब चोट क जगह
बेिहस हो कर सो जावे। फोक उ मीद। शेखिच ली क कहािनयां सुन सुना कर
दन गुजारे । नंगो के घर भूखे मेहमान आये। हस
ं हस
ं ा कर भूखे सो गये का हाल
ला क ाथ
होवे। (बृह पत बुध क बाहम ु ी 158/3, 159/4)
बृह पत चं ः- चावल िजस कदर बूढा या बाप दादे के वकत का होता जावे।
ल े
क़ मत बढती जावे। अकल जावे धन और आवे का हाल रह।े लाल कताब
िक
167/35-37
बृह पत शनीचरः- ी गनेशाय नमः सब के पूजने क जगह होगी। लाल कताब
160/10
ता
िव

बृह पत के तूः- मामू मर तो बेशक हमसाये मारे जाय तो दरुसत। मगर बृह पत का
ख़द जाती बुरा फल न होगा।

अरमान नंबर 133
सूरज क लाली :- िनकलते सूरज क लाली से मुराद मंगल सूरज मु तरका।
यािन शु उ या जनम से अ छा व उमदा हाल और छु पते या ढलते सूरज क
लाली से मुराद बुढापे क तरफ या िपछली अव था म मंगल सनीचर क मु तरका
उ म फल क हालत होगी।
सूरज िनकलने का वकत
ब े के माता के पेट म आने के वकत या दन से ही शु िगन सकते ह।ै
ले कन आम दिुनयां म सूरज का इस दिुनया म जािहर होने का व और ब े के
पैदा होने या इस दिुनया क हवा म जािहर होने से लेते ह। (लाल कताब सफ़ा
नंबर 379 फरमान नंबर 113-115 के दर यान म)। इस तरह बाज औकात 9
महीने का ही फक पङ जाया करता ह।ै िजस क वजह से तमाम ही ह अपने अपने
मुकरर याद पर असर करने म धोका दे जाया करते ह। असर तो ज र करते ह।
ले कन मुकररा वकत या दन का फक हो जाता ह।ै इस बात क

133
दरु ती इसिलये भी ज री है क तमाम ह कब बािलग़ ए दख
े ना ज री होता
ह।ै (अरमान नंबर 13)
ख़ाना नंबर 9 सूरज क रोशनी जािहर होने का असल मुकाम िगना ह।ै
इसिलये कु डली म जहां सूरज वाकया हो। वहां से ख़ाना नंबर 9 तक िजतने घर
सूरज पीछे हो या सूरज वाकया होने के घर और ख़ाना नंबर 9 के दर यान िजतने
घर ह दख
े क इन म कौन कौन से ह वाकया ह। उन घर के ह क आम याद
का मजमूआ सूरज िनकलने क याद म फक का हद
ं सा होगा। (आगे पीछे होने के
ल ज़ क शक दरू करने के िलये एक दो तीन हद बारह तक क तरतीब से कु डली
ला क ाथ
के खाने िगने जाएंगे। ख़ाना नंबर 9 से पहले घर म यािन 1 से 8 सूरज हो तो कहगे
क सूरज ख़ाना नंबर 9 से पीछे ह।ै अगर 10 से 12 म हो तो बोलेग क सूरज ख़ाना
ल े
नंबर 9 के बाद ह।ै)
ह क याद बृह पत 6, सूरज 2, चं 1 वगैरह का 35 तक होगी। अगर
िक
सूरज ख़ाना नंबर 9 से पीछे ही हो तो दर यानी घर के ह क याद जमा करगे।
यािन सूरज का असर इतना (जमा कया जाने वाला िह सा) अरसा और लेकर
ता
अपनी आम याद से दरेी पर असर करे गा।
िव

अगर सूरज ख़ाना नंबर 9 के बाद के घर म हो तो 9 और 12 के दर यान के



घर म जहां भी सूरज हो उस घर और ख़ाना नंबर 9 के दर यानी घर के ह क
याद तफरीक करगे। यािन सूरज का असर इस के आम असर (जनम दन) के वकत
से इतना अरसा पहले ही शु हो जायेगा।
िमसालः-जनम लगन को ख़ाना नंबर 1 मानकर
(1) सनीचर चंदर
12 (2) सरज
ू 12
2 के तु 2
3 11 राह बहृ पत 11
1 3 1
4 मंगल बुध सूरज शककर
ू 10
बृह पत 10 4 9
5 शूककर रा 9 मंगल सनीचर केतु
6 7 5 7
8 बध ु 6 8 चंदर
िमसाल नंबर 1 म ख़ाना नंबर 9 के बाद सूरज है ख़ाना नंबर 10 म। िजसम
मंगल बुध और सूरज वाकया ह। बुध के 2 मंगल 6 कु ल 8 का फक ह।ै यािन सूरज
आठ दन या/महीने

134
यादा से याद असर दन
े े लग जायेगा जनम दन से पहले ही।
िमसाल नंबर 2 म सूरज है ख़ाना नंबर 2 म यािन नंबर 9 और ख़ाना नंबर 2
के दर यान रा 6, शु र 3, मंगल 6, बुध 2, सनीचर 6, चं 1 और के तू 3 यािन
कु ल 27 दन या/महीने यादा से याद जनम दन के बाद सूरज का असर जािहर
होगा। याद िगनते वकत सूरज क ख़द अपनी याद 2 का हद
ं सा नह िगनते
मगर ख़ाना नंबर 9 म जो ह ह।ै उसक याद शािमल कर लेते ह। िजतना अरसा
सूरज फक दग
े ा। इतना ही अरसा बाक सब ह फक दे कर जनम दन से पहले या
बाद म असर दन
े ा शु करगे।
अरमान नंबर 134
ला क ाथ
सूरज
ल े
सूरज अपने जनम से दस
ू र क मदद करने क ताकत का मािलक है और इसे
रोशनी माना ह।ै सद (चं ) गम (बजाते ख़द अपनी सूरज क ताकत) लाली
िक
(मंगल) और खाली जगह म हर वकत मौजूद होना (बुध का आकाश) इसके ज री
पहलू ह। इसिलये सूरज के बगैर क़ मत एक अंधेरी चीज है और हवा (बृह पत) के
बगैर सूरज क गम से भरी इ क़ मत ख़द कु डली वाले और इसके दीगर
ता
िव

सािथय का दम घ टने वाली होगी।



सूरज के साथ बृह पत के साथ से क़ मत का ता लुक गैर के साथ और हानी
होगा।
सूरज के साथ चं के साथ से क़ मत का ता लुक जायदाद ज ी और शांित से होगा
(लाल कताब 220 जुज 5 व 192 जुज 1)
सूरज के साथ बुध के साथ से ख़द अपना और दमागी ता लुक का साथ होगा।
ी पर पूरा नेक असर होगा। ला.क . 195/9, 192/2, 194/6
सूरज के साथ मंगल के साथ अपनी औलाद और खून के ता लुकदार हक क
र तेदार से होगा और बचपन क उ से होगा। ला.क . 194/5
सूरज के साथ सनीचर से मुराद बुढापे से मुतलका होगा। ला.क . 194/8
सूरज के साथ अपने दो त ह का ता लुक। सूरज का ख़द अपना उमदा फल दग
े ा।
सूरज के साथ अपने दु मन ह का साथ और ता लुक ख़द दु मन के मंदे हाल
(ला.क . 198/20) का असर का फल कु डली वाले क औलाद पर क़ मत म
शािमल होगा।
सूरज के साथ रा के ता लुक से इस के असर के सामने दीवार खङी िगनी जाएंगी।

135
सूरज के साथ शु र का साथ और ता लुक ख़द शु र के फल म मंदे फल क जमीन
पर बेहद गम का असर होगा यािन ह जबरद त मगर बुत ह का सूरज बुध इक े
सेहत उमदा। सूरज-शु र मु तरका=बृह पत, शु -बुध मु तरका=मशनोई
सूरज, सूरज-सनीचर=मंगल बद या बुध खाली। सूरज बल और सनीचर
कमजोर हो तो िज मानी सेहत कमजोर होगी।
सनीचर का तालूकः- (सूरज बंदर सनीचर सांप। दोन क लङाई का हाल
दु मनी का सबूत ज़हन
े नशीन करायेगा।) कु डली म एक दो तीन क तरतीब से
जब सूरज हो सनीचर से पहले घर म तो सनीचर जो सूरज का लङका िगना गया
ला क ाथ
ह।ै सूरज के फल म कोई बुरा और दु मनाना असर न दग
े ा और सूरज का फल उमदा
होगा। ले कन अगर सनीचर पहले घर म हो और सूरज बाद के घर म तो सनीचर
ल े
अपना याह असर सूरज क रोशनी म िमलाता और क़ मत म ध बे लगाता
िक
रहग
े ा। चं सद , मंगल लाली, बृह पत हवा और बुध खाली जगह का रोशनी पर
या सूरज क पैदा करदा क़ मत पर कोई बुरा असर न होगा।
ता
2) अिलफ़:- अगर सूरज सनीचर दोन ही इक े एक घर म मु तरका होव तो बुध
िव

का खाली असर पैदा होगा मंगल बद होगा िजस के मंदे नतीजे होते ह।

(बे):- अगर सूरज को बाप (कु डली वाला श स) मान तो कु डली वाले का हाल
जब क सूरज के साथ ख़द सूरज के दो त ह ह अपने बाप से उमदा होगा। ले कन
अगर सूरज के साथ दु मन ह ह तो एैसे श स (कु डली वाले) क औलाद का
मंदा हाल और बाप (कु डली वाले) के िलये औलाद क क़ मत कोई अ छे असर
क न होगी।
3) मंगल क लाली िनकलते और िछपते सूरज के साथ होती ह।ै िजस कदर सूरज
क उ बढती जावे। मंगल क लाली सूरज क रोशनी म ही िछपती जाया करती है
और जुदी नजर नह आती। मगर होती है ज र अंदर ही िछपी इ। िजस कदर
लाली और रोशनी का िमलाव यादा होगा। उसी कदर सूरज क उमदा क़ मत
का असर यादा होगा। या लाली के बगैर सूरज क वो शान न होगी। जो लाली का
सूरज के अंदर यादा शािमल होने पर। रोशनी के बगैर लाली कसी को नजर न
आयेगी या इसम याही का ही असर होगा या

136
सूरज के बगैर मंगल नेक क जगह मंगल का असर बुरा या मंगल बद (मंगल म
सनीचर क बदी का असर) होगा।
4) दु मन ह के इलावा सूरज का ख़द अपना मंदा असर िनहायत
पोशीदा और िछपे ढंग पर या रात म सोये ए क तरह खवाब म पैदा होने क
तरह जािहर होगा। मगर सनीचर का असर दन दहाङे बरसरे बाजार तमाम
दिुनया के सामने खङा करके क ल करने क तरह पर जािहर होगा।
5) सूरज का शु र से दु मनाना है या सूरज के पास िम ी होती ही नह ।
ला क ाथ
चं म सूरज क आधी रोशनी होताी ह।ै य क वो सूरज के दरवाजे का िभखारी
ह।ै सूरज कसी सवाली को िम ी क खैरात न दग
े ा और अगर दग
े ा तो चांदी और
ल े
मोती दग
े ा। खैरात न दव
े े तो बेशक न दव
े े और अगर दग
े ा तो जंदगी दग
े ा सनीचर
िक
क तरह मौत न दग
े ा। अगर बखशीस न दव
े े तो सनीचर क तरह फक र क झोली
से उ टा माल िनकाल ही लेने का बरताव न करे गा। कसी का सवाली न होगा।
ता
बि क अगर हो सके तो कसी के सवाल को पूरा कर दग
े ा। ख़द चोटे खायेगा और
िव

बढेगा। मगर दस
ू र पर चोट मारना जायज न रखेगा।

अरमान नंबर 135-136
सूरज का दस
ू रे ह से बाहमी ता लुक
1) लाल कताब सफ़ा नंबर 201 पर ''िज म व ह का ता लुक'' दो
पा टय म िलखा ह।ै हरएक ह के बाद लफज ''का'' िलख तो मतलब साफ हो
जाएगा।
2) सूरज के तू का बाहमी साथः- के तू शु र का असर है और शु र या के तू
दोन ही सूरज के दु मन ह।ै अब के तू क औरत या कु डली वाले के लङके क औरत
खूब मोटी ताजी िमजा ह का सारं गी भारी होगी। मुंह फाङ कु े क तरह भ कने
वाली लङके का गृह त बरबाद करने वाली होगी और ख़द लङका कु डली वाले
को इस क (बाप क ) राजदरबार क कमाई म ध ा लगाने वाला या बरबाद करने
वाला साबत होगा। कु ा सूरज क तरफ मुंह करके रोयेगा। कु े को मौत

137
के यम नजर आयगे। या बुरे वकत क िनशानी का सबूत दग
े ा।
सूरज से दु मन ह का ता लुक
1) अपने घर क रािश ख़ाना नंबर 5 म दु मन ह को भी कु डली वाले
क जान क मदद करने क ताकत पैदा कर दग
े ा। मगर कु डली वाले क औलाद
को दु मन ह के बुरे असर से नह बचा सकता।
2) ख़द सूरज जब दु मन ह क रािश या उनके प े घर आ तो िजस
ख़ाना नंबर म आ उस ख़ाना क मुतलका चीज पर वही असर बुरा कर दया जो
सूरज पर ख़द हो जाना था। ले कन जब दु मन ह के साथ ही कसी घर म हो
ला क ाथ
बैठा तो दु मन ह का फल उस खाने क मुतलका चीज पर बुरा कर दया िजस
खाने म क सूरज और वो दु मन ह बैठे थे। ले कन अगर इतफा कया सूरज के
ल े
साथ सूरज का मददगार और दु मन ह भी बैठा होवे तो दु मन ह का बुरा असर
िक
बजाये इसके क कु डली वाले पर बुरा होवे। इस ह क मुतलका चीज पर बुरा
कर दया जो चीज क उस ह क मुतलका ह जो ह क सूरज के मददगार क ह।
यािन अपनी बला सूरज ने इस मददगार पर टाल दी।
ता
िव

3) जब दु मन ह सूरज से पहले घर म ह तो सूरज दु मन ह के बुरे



असर से नह बच सकता। यािन दु मन ह का असर कु डली वाले पर बुरा होगा।
4) जब दु मन ह बाद के घर म ह और सूरज पहले घर म तो दु मन ह
का असर बाद के घर क चीज पर िजस म क दु मन ह है बुरा होगा। मगर
कु डली वाले पर न होगा।
5) जब ख़ाना नंबर 1-5-11 म (जनम कु डली) सूरज होने से (अरमान
नंबर 12) तमाम ह बािलग़ िगने जाव तो सूरज क याद के बाद सूरज के तमाम
दु मन ह अपने अपने वकत म टकराव (दु मनाना असर) पैदा करगे और न िसफ
सूरज के अपने असर म खराबी दगे बि क वो तमाम दु मन ह अपनी अपनी और
अपने अपने ख़ाना क नंबर क चीज का बिहसाब (िजस िजस ख़ाना म क वो)
कु डली म बैठे ह बुरा असर दगे। इसिलये वकत से पहले ही बुरे ह का उपाय कर
लेना ज री होगा। सूरज का एैसा टकराव कु ल 45 साला उ तक हो सकता ह।ै
इस जगह सूरज के दु मन शु र सनीचर रा के तू लाल कताब सफ़ा 105 फरमान
नंबर 109 से ही मुराद होगी।

138
अरमान नंबर 137
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर

}
सरज
ू कायम मामु वगरैह को सरज
ू क
बहृ पत कायमऔर राज योग तरह चमक ली िक़ मत
ख़ाना नंबर 9 का मािलक बना दे। ख़द

बध
ु 4 चमके सबको चमकावे।
सरज
ू 1 या ु पदैा करे , पदैा
ल मी ख़द मगर दोन तरफ क
ला क ाथ
सरज
ू मय दो त क कराई िमलने क परवाह ीय (शु कर) पर
ह मंगल या चं न होगी। दु यावी कामयाबी मेहरबान न होगा।
ल े
या बहृ पत व बरकत का मािलक सरज
ू 2 दिल ी-आलसी-िनधन हो।
ला.क . 175/10 मंगल 1
िक
सरज
ू 1 वािलद बचपन म ही मर चं 12
शु कर 7 जावे। सरज
ू 4 ज री सफर के नेक
ता
िव

सरज
ू 1 माली मरतबा ओर नतीजे। ला.क . 218/3

चं 2 जायदाद वाला होवे। सरज
ू 4 आग के वाकयात ह । जब
सनीचर 11 बहृ पत 10 दोन ह का मु तरका
सरज
ू 2 ससराल
ु खानदान व दौरा हो बहृ पत (सोना
अपने गहृ ती (अपनी वगरैह), चं (चांदी कपङा
औरत के ता लक
ु से बाल वगरैह) के काम या सामान
ब चे वगरैह) सािथय के मबारक
ु फल दगे। मगर
िलये अगर पानी म सीधा सनीचर (लोहा लकङी
अपना अकस देने वाला वगरैह) के काम या सामान
अपनी तरह सब क मंदा फल दगे।
िक़ मत व इ जत को सरज
ू 4 राजदरबार से मतलका

बढाने वाला हो। तो अपने बहृ पत 10 सफर के नेक नतीजे।
माता िपता क तरफ के च क़ायम सीप म मोती ह ।
र तेदार

139
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सरज ू 4 े
मौत िदन क वकत द रया सरज ू 5 राह के वकत तक िनधन
चं 4 नदी या चलते पानी से राह 5 या कम दौलत होवे। िसफ
सनीचर 10 होगी। चं 4 खाली खचा ही चलाता
सरज ू 4 मत ु मल िमजाज । जावे।
मंगल कायम सरज ू 5 कायम परा ू इकबाल मंद।
सरज ू 4 चं 4
मंगल 10 आंख से काना होवे। बहृ पत 9 या क़ायम
ला क ाथ
सरज ू 4 नामद वना बजिदल। ु सरज ू 5 राजयोग।
चं 1 बध ु 4
शककर ू 7 बहृ पत 9 या क़ायम
ल े
सनीचर सरज ू 5 बहृ पत का परा ू उ म फल
सरज ू 4 दिनया
ु का पराू आराम मंगल 3 होगा।
िक
चं 4 होगा। सीप म मोती ह गे बहृ पत 9/12
खाली 10 या तीन क़ायम
सरजू 5 िदमागी ख़ाना नंबर 20 सरज ू 5 शािदयां एक से जयादा ह ।
ता
सरज ू का जाती अकल बहृ पत 10
िव

ख़ाना नंबर 22 सरज ू 5 धआं


ु धार (आितश खेज)

(बहृ पत से मु तरका) सनीचर 3 दख
ु का र ी पहाङ।औलाद
इ जत बजरगी ु का पर खराबी का सबब हो
मािलक होगा। ला.क . (माली)।
196/13, 213/11 सरज ू 6 िदमागी ख़ाना नंबर 23
सरज
ू 5 केतू से मु तरका
सनीचर 9/11 दसरू से हमदद । पसंदीदगी वाला हो।
वालदन ै क बाहमी नेक ला.क . 219/3
मआफकत।
ु अब सरज

और सनीचर का कोई सरज ू 6 राजदरबार क आमदन के
झगङा न होगा। बध
ु 12 इलावा राजदरबार का
(अरमान नंबर 6 जज ु बाक ता लक ु भी खराबी
सरज ू iii का सबब हो।
सरजू 5
चं 4 सरज
ू 6 औरत पर औरत मरती
दोन कायम िमसल राजा सनीचर 12 जावे।
इकबाल मंद होवे।

140
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सरज ू 6 लङके पर लङका मरता बङा भाई ज र होवे। वना
मंगल 10 जावे। अ प आयू होगा। गाय क
सरज
ू 7 औरत का सख ु र ी करे । सेवा और शरण हंमेशा
सफर म मौत न हो या नेक फल िदलावे। िदमागी
सफर से िजंदा वापसी ख़ाना नंबर 25 (पापी
ज र होगी। िदमागी ह से मशतरका)
ु नकल
ख़ाना नंबर 24 (हसद) करने क ताकत
ला क ाथ
का मािलक होगा। बेहद बह िपयापन क तरह के
तबाहकन ु गु सा। सरज ू का मािलक होगा।
ल े
बदिमजाजी। ख़दगज ु , सरज ू 9 ला.क . सफ़ा 161 जज ु 3
खशामद,
ु शोहरत, और अरमान नंबर 124 म
(िदखलावा) व मशहरी िलखे के इलावा अपनी उ
िक
पसंद। मगर िक़ मत म लंबी ,अपने बाप क उ
अंधेरे क तरह क िजंदगी लंबी, अपने बाबे क उ
ता
होगी। िदमागी ख़ाना नंबर लंबी , खानदानी नसल
िव

24 बध ु से मशतरका
ु लंबी। (लङका, पोता ,
हौसला। ला.क . 142/16 पङपोता) भी लंबी उ के।

सरज
ू 7 औरत क सेहत खराब। िदमागी ख़ाना नंबर 26
शु कर 1 िदमागी कमजोरी। भोलापन बहृ पत से
दीवानगी। मु तरका। मसखरगी (हद
सरज ू 7 अै जन से यादा हो तो बेवकफ ू )
शु कर 7 बध।ु ला.क .सफा 128/10,
सरज
ू 7 िक़ मत क हार और हर 164/23
शु कर 1 तरह से मार। आग म सरज ू 9/3 जवानी से (३४ साल उ
मय िज म या मकान जलते बध ु 5 के बाद) िक़ मत जागेगी।
सनीचर हए क तरह के दख ु क सरज ू 9 दोन ह का फल र ी।
या जलन। तपेिदक वगरैह। बध ु 3 बधु दोन को ही बेवकफ ू
राह गजिक िम ी खराब या सनीचर 11 े
बना देव। बरी ु िजंदगी।
जल जावे। दख ु का पतला।
ु सरज ू 10 राजदरबार के मतलकाु
सरज
ू 8 अब ये ख़ाना मारग च क़ायम ज री सफर के नेक
अ थान न होगा। उ लंबी नतीजे।
िक़ मत नेक।

141
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सरज ू 10 वालदनै बचपन म ही सरज
ू 11 उ 12 साल होवे।
शु कर 4 मर जाव।
सरज ू 10 उ 12 िदन हो। चं 5
चं 5
सरजू 10 उ 22 साल होवे।
राह 11
सरज ू 10 दसर
ू क मौत
ला क ाथ
सनीचर 10
या
ल े
सरज ू सरूज मशनोई म तोहमत या बदनामी सरज
ू 12 मतमइल
ु िमजाज।
या शु कर बुध मंगल कायम हर तरह से शाितं वाला
सनीचर मशनोई सनीचर से ख़द ु नाहक आ मरे होवे।
िक
या हर दो शु कर बहृ पत या मारा जावे।

अरमान नंबर 138 से 145


ता
चंदर: - लाल कताब सफ़ा नंबर 208 घोङे
िव

क तसवीर। घोङा िसफ 3 दफा



जागता ह।ै चं हम
ं ेशा रािशफल का होता है और खास कर तीन घर का तो ज र
ही मािलक क मदद पर होताह।ै
ख़ाना नंबर 3 म चं ः- मैदाने जंग व जदल के सामान क कभी कमी न
होगी। मंगल बद को भी मंगल नेक करता ह।ै दिुनया के हरएक जंग व जदल म
मददगार होता ह।ै (भाई बंद धन दौलत क मदद व चोरी नुकसान से बचाता ह।ै
ख़ाना नंबर 8:- मािलक क मौत न होन दग
े ा। माता का बेशक मददगार न
होगा। कु डली वाले क अपनी उ ज र लंबी होगी। बेशक ख़द चं क बाक सब
चीज चं के नीच फल क होग । उ बखशा दग
े ा और खानदानी नसल बंद न होने
दग
े ा।
ख़ाना नंबर 7:- खुराक म कं कर। रोङा प थर या गृह त म मशनोई शु र (रा
के तू) के हमले अचानक और िजनक कभी उ मीद तक न क जा सकती हो। बलाये
बद (रा दिुनयादार बािलग से मुतलका) हवाये बद (के तू ब मासूम पर

142
दख
ु मुसीबत गैबी हमले िज भूत तमाम फज और वहम क बुरी हवाय)
चं व चं का घर ख़ाना नंबर 4:- नेक क खास िसफत (अरमान
नंबर 38 दख
े । चं (माता) से बढ कर ब े का तमाम दिुनया म और कौन मददगार
ह होगा। जो सांप क मादा सांपनी से भी उस के ब को छु ङा लाता है और सांप
क नसल बाक ह।ै
चं :- सूरज जमा बृह पत :- रोशनी व हवा का मािलक या हर इक या हर
इक के दल का मािलक चं ह।ै बुध (अकल) कायम हो तो चं का बुरा फल न
होगा। चं अगर शांित का मािलक है तो सनीचर के साथ से यािन चं सनीचर
ला क ाथ
मु तरका होने पर चं क माया (धन दौलत) सनीचर के याह रं ग क तरह याह
मुंह माया होगी। यािन उसका चांदी का िपया भी हर तरह से याह या खोटा सा
ल े
मालूम होगा। गो खािलस चांदी का ही (ऊंच चं ख़ाना नंबर 2) यूं न होवे।
सनीचर का बजाते ख़द भी असर जहर भरा या खूनी कु आं या दध
ू म जहर या ठ डे
िक
मीठे पानी के कु एं म याह काली जहर िमली इ होगी। सनीचर के मकान आराम
दन
े े क बजाये दख
ु का सबब ह गे। ला.क . 220/4
ता
सनीचर क उदासी वैराग दल को शांित क जगह दल क क पना
िव

म जलाता रहग
े ा। चं अगर धन दौलत है तो सनीचर खजानची। गोया इसका धन

अगर उमदा भी होवे तो इसका खजांची या पये रखने का ब सा एैसा होगा जो
ख़द मािलक को ख़द इसके अपने आराम के िलये इस ब से म से पया िनकालना
एैसा होगा जैसा क एक जहर िमले सांप के िसर से मनी का छीनने के िलये सांप के
पास जाना। सनीचर अगर बृह पत का मददगार था तो चं का दु मन आ।
हालां क चं (जब चं का असर ु ी के िहसाब से उन ह म िजन का क चं
लाल कताब सफ़ा 105 पर दु मन दखलाया गया ह।ै (शु र बुध मय तीन पापी
ह) िमल जावे। नेक नतीजा होगा। ले कन अगर वो ह िजनका क चं दु मन
ठहराया गया ह।ै अपना असर चं म िमला द तो चं ख़द अपना नेक फल दन
े ा बंद
कर लेगा और नतीजा मंदा होगा।) बजाते ख़द एैसी ताकत का मािलक है क अगर
वो (चं ) जब बाहम दु मनी वाले ह के दर यान हो तो उनक बाहम वाली
दु मनी हटा कर उनक आपस म दो ती पैदा करवा दत
े ा ह।ै बृह पत ने तो िसफ
दु मनी हटायी थी। मगर दो ती नह पैदा क । बेशक चं अके ला एक तरफ हो
और सारी दिुनया (बाक सब ह) दस
ू री तरफ (माता एक तरफ बाक सब इसके

143
साथी बाल ब े वगैरह दस
ू री तरफ) चं मदद ही दग
े ा।
अगर सनीचर बजाते ख़द अके ला चं के साथ होने पर जहर पैदा करने
वाला आ तो इसके एैजंट रा व के तू क बुराई चं के साथ ही (ख़द चं के घर
ख़ाना नंबर 4 म या एैसे घर जहां क चं (बैठा हो) न चल सक । रा हाथी बन कर
चला। ले कन जब द रया म प च
ं ा (द रया चं ) तो ख़द रा का अपना साया
इसके पाव म जाल (रा -तदआ
ू ) क तरह हो बैठा। फर रा भूचाल बना तो िजस
जगह द रया नदी या कोई और पानी आया (लाल कताब फरमान नंबर 7 सफ़ा 6)
तो लहर आगे न जा सक । गोया रा उन घर पर ही असर के िलये चलता रहा
जहां क चं का पानी न आया। बरअकस इसके यही रा जब सूरज के घर या सूरज
ला क ाथ
के साथ आया तो और भी गम से िपघल कर सूरज वाकया होने के घर और उस के
(सूरज के वाकया होने के ) बाद के घर पर और भी गम होकर चलने लगा।
ल े
के तू छलावा बन कर बृह पत (हवा) को साथ लेकर सनीचर (मकान) क
िक
एैजंसी म होता आ चं के सफर के रा ते आया यानी शरा-ए-आम क हवा मकान
म सीधी ही आने लगी। (लाल कताब सफ़ा 82 जुज 20) माता के दल के टु कङे या
इसके ब े हवा-ए-बद का िशकार होने लगे। माता को दख
ु आ। मगर ख़द माता
ता
िव

पर हमला न आ। इस दख
ु के पैदा करने का सबब भी चं के िलये िसफ़ सनीचर ही
आ। अगर मकान न होता तो ये मौत का बहाना न होता। यही हवा तूफान बनी।

चं के समुं के पानी को ऊंचा नीचा कया। मगर चं को समुं से यािन समुं के
पानी को समुं क जगह से उठा कर कसी और जगह न ले जा सक । िम ी फक
जो चं लेकर शांित से अपनी तै म डालता गया। के तू के कु े ने द रया अबूर करना
चाहा। जब इस के कान म पानी पङा या कु े को इसक टांगो ने हार दी कु ा आगे
न जा सका।
के तू के ये कान और दम
ु या ह? कु डली का ख़ाना नंबर 8 के तू के कान ह।
जब चं जो उ का मािलक ह।ै ख़ाना नंबर 8 म होवे। वहां रा न होगा। (िजस
जगह रा हो बृह पत चुप होता ह।ै फक र क कु टया म हाथी (रा ) फक र को
तंग करता ह।ै मगर कु टया म कु ा आराम दत
े ा ह।ै इसिलये बृह पत ने रा को
संभालने से इ कार कया। चुप हो गया। िजस फक र के पास हाथी होगा। वो ग ी
नशीन साधु हो या इस एक दिुनया का बृह पत होगा। दोन जहान का मािलक न
होगा। रा (हाथी) का िज म ख़ाना नंबर 12 म माना है तो ख़ाना नंबर 6 रा के
िलये सूंड क जगह होगी।)

144
या जहां रा न हो बृह पत बोल पङता ह)ै। जहां पानी हो वहां अकस भी हो सकता
ह।ै (साया) या सूरज क रोशनी भी हो सकती ह।ै
रा गुम आ। चं के तू का दु मन है और हर इक क नसल बढाना (गो
ख़द अपनी नह । यािन माता क उ लंबी नही होती जब क चं ख़ाना नंबर 8 म
हो) चं क बि श ह।ै चं क दु मनी क वजह से कु े के कान इतने लंबे ए क
वो लटकने लगे। (चं ख़द के घोङे के कान लटकते नही। चं के दु मन के लटके ।
अगर बुध क बकरी इ तो वा भी कान लंबे करवा गई। सनीचर के सांप के कान तो
इतने गुम ए क िसफ़ िनशान ही रह गया)। कान लंबे उ लंबी। (लाल कताब
ला क ाथ
सफ़ा 68 फरमान नंबर 75) पागल होकर कु ा इतना भागा क वो दस दन तक
(कु डली का ख़ाना नंबर 10) इस का पसीना चं का पानी भी मुंह के रा ते जबान
ल े
से कतरा कतरा होकर टपकने लगा। (बुध जबान के तु कु ा दोन ही बुध के तु इक े
िक
होने पर चं का पानी या चं मा का असल असर कतरा कतरा होकर बाहर चला
जायेगा)। ले कन जब तक वो चं के पानी से दरू रहा। इस क मौत न इ या पानी
से पागल कु ा मर जाता ह।ै इसी तरह जब तक के तू चं से दरू रहा लोग को
ता
िव

आराम या पागल होकर (नीच के तु) दख


ु दत
े ा रहा। ले कन जब चं के साथ ही या

चं के घर आ बैठा (ख़ाना नंबर ४) कु ा कु एं म िगर गया तो दम तोङने लगा। ख़द
मर गया चं के पानी म अपनी बदबू डाली और चं के उ के बढा दन
े े के असूल को
बदनाम कया। मतलब ये क के तू चं के घर के अंदर या चं के साथ ख़द मरा मगर
चं को(चं माता कु डली वाले क माता को मार लेता ह।ै मगर कु डली वाले क
ख़द अपनी उ पर हमला नह कर सकता। के तू ख़द मर जाता है से मुराद है क
लङके मर जाव तो सही) ये ख़ाना नंबर 8 के तू के कान ह। जहां क इसका िसर
(बुध) मंदा ह।ै (कु ा न मरे गा जब तक इसका िसर अ छा है या कु े क जान इस के
िसर म होती ह।ै)।
अब दम
ु या है ये ख़ाना नंबर 6 ह।ै िजसम के तू व बुध दोन को माना ह।ै
कु े का िसर व इसके दम
ु क जगह। अब ख़ाना नव 6 के के तू (कु े) के िज म व
इसके दम
ु के िह स (बुध को दम
ु भी माना है और आवाज भी) म अगर पागलपन
हो जावे यािन बुध वहां से िनकल कर ख़ाना नंबर 12 म चला जावे। बुध ख़ाना
नंबर 6 से सीधा 12व गया।

145
दम
ु सीधी इ (12 साल तक कु े क दम
ु सीधी न इ बुध का गोल दायरा ही रही।
पागल कु े क दम
ु सीधी हो गयी।) तो पागल कु े का िसर दम
ु आवाज दांत (सब
बुध के िह से ह)ै दिुनया के सब गृह तीय पर बुरा असर करग यािन ख़ाना नंबर
12 का बुध ख़ाना नंबर 6 के सब ह का फल र ी कर दग
े ा। ले कन अगर के तू के
िह से जो बुध के माने ह। इस से अलैहदा ख़ाना नंबर 12 म (ख़ाना नंबर 6 पाताल
है और ख़ाना नंबर 12 आसमान यानी कु ा इतना बङा पागल हो जावे क पाताल
से लेकर आसमान तक हो जावे। टांगे पाताल म ह ख़ाना नंबर 6 और िसर दांत दम

आवाज आसमान म ख़ाना नंबर 12 म) न हो तो के तू का बुरा असर न होगा। वाह
ला क ाथ
ये कु ा ख़ाना नंबर 6 म बैठकर ख़ाना नंबर 12 को दख
े े या ख़ाना नंबर 8 का असर
बरा ता ख़ाना नंबर 12 ही ख़ाना नंबर 6 म िमल जावे।
ल े
खुला तन :- (1) ि लोक का भेद ख़ाना नंबर 3 से ख़ाना नंबर 9 म नौ ही ह से
िक
जािहर आ। जहां क गैबी और जािहरा दोन जहान का मािलक बृह पत था।
िजसने दिुनया को ये खबर दन
े े के िलये गृह तीय का घर शु र ख़ाना नंबर 2 को
प ा घर बनाया। िजसम आने के बाद चले जाने का पैगाम या मौत का म भी
ता
िव

(ख़ाना नंबर 8 से) आने लगा। इस गु फक र या बृह पत ने ये भेद कु े के ज रये



ख़ाना नंबर 6 म भेजा। कु ा बोला तो इसक आवाज फर वािपस ख़ाना नंबर 12
म जा पहच
ं ी। इस भेद को जो चीज ख़ाना नंबर 3 से 9 म और ख़ाना नंबर 8 से
ख़ाना नंबर 2 म ले गयी वो ु ी ''दख
े ना'' या मंगल सनीचर क नजर का होना
कहलाया। इस नजर को बृह पत ने पहचाना और अपने साथी दन
ु यावी दरवेश
कु े क आवाज बुध से जािहर कर दया। बृह पत ने गैबी बात पहचानी। के तू ने
बुध के रा ते धन दौलत के सुख के खाने म खबर दे दी। दोन दरवेशो क इस ताकत
को बुध ने जािहर कया। इस िलये बुध का आकाश या आवाज न ाराऐ खलक को
आवाजे ख़दा समझा गया या बुध सबका भेद खोल दग
े ा। अगर बुध अ छा तो चं
का बुरा फल न होगा। जब चं अ छा तो शु र का बुरा फल न होगा। इसिलये बुध
अपना फल शु र म प च
ं ा दत
े ा है यािन बुध के बगैर शु र पागल होगा ओैर शु र
के बगैर बुध दीवाना पागल कु ा होगा। जो अपने मािलक को छोङकर (दीवाना
कु ा मािलक को छोङ जाता ह)ै और अगर वो अपने ही घर जहां वो पागल आ
बंधा होवे (यािन ख़ाना नंबर 12 म) तो मािलक को भी काट दग
े ा। गोया बुध ही

146
सब ह का भेदी है और बृह पत सबको जानने वाला ह।ै दोन ही ह रा के तू के
िसर ओैर पांव को पहचान सकते ह।
(2) रा के तू दीवार बन कर िसफ़ रा ता रोक सकते ह और ये दीवारे
हम
ं ेशा चलने वाली ह। इसिलये इनके दरू होते ही उन ह का असर वही उमदा
होगा। जो हो सकता ह।ै ले कन जब ये हाथी व कु ा घोङे के साथ ही एक मकान म
बंधे ह (ख़ाना नंबर 6 म जब के तु था तो अपने से सातव या ख़ाना नंबर 12 म रा
था) तो तवेला मवेिसयां होगा (लाल कताब सफ़ा 81 जुज 12)। जो बाक सात या
रा के तू (मु तरका मशनोई शु र) का नतीजा शु र गृह त का ख़ाना नंबर 7 है
ला क ाथ
(कु डली का)। िजसम शु र के साथ ही बुध को भी माना ह।ै ता क कु े के टु कङे ना
हो जाव और के तू इस इ म म लङका भी माना ह।ै इसिलये ही ख़ाना नंबर 7 शु र
ल े
बुध मुशतरका होने पर मुबा रक ओैर शु र बुध मु तरका से मशनोई सूरज होगा।
िक
ख़ाना नंबर 6 म जब के तू को माना था तो इस का दस
ू रा साथी रा ख़ाना
नंबर 12 म और बृह पत दोन (रा के तू) को चलाने वाला ख़ाना नंबर 2 म बैठा
ता
ह।ै ख़ाना नंबर 2 म बृह पत है और गुरदवारा इसम ख़ाना नंबर 8 का असर आया।
िव

ख़ाना नंबर 8 पापी ह क (तीन ही रा के तू सनीचर क ) बैठक है और ख़ाना



नंबर 2 िसफ़ रा के तू क बैठक है यािन जब ख़ाना नंबर 8 का असर 2 म जावे तो
सनीचर का बुरा असर साथ लगे। ले कन जब ख़ाना नंबर 2 का असर ख़ाना नंबर
6 म जावे तो िसफ़ रा के तू का असर (इसी वजह से ख़ाना नंबर 2 को शु र क
रािश माना ह।ै य क रा के तू मु तरका िसफ़ हवाई शु र के घर को ही हवा का
मािलक बृह पत संभाल सकता ह)ै चला। ख़ाना नंबर 6 से जब ख़ाना नंबर 12 म
असर गया तो ख़ाना नंबर 6 से बुध का असर भी िमला आ पाया। जो आकाश व
गोल दायरा का मािलक ह।ै इस तरह ख़ाना नंबर 2-6-8-12 म हर तरह का
झगङा आ। पाताल ओैर आसमान म हर तरफ बुध व बृह पत क चार तरफ घुम
जाने वाली गांठे सनीचर क चार तरफ मार कर लेने क ताकत खङी हो गयी।
बुध और बृह पत ने भी सूरज और सनीचर दोनो का ही साथ दया। गो वो दोन
बुध और बृह पत बाहम दु मन ह। इन चार तरफ क ताकत वाला ख़ाना नंबर 4
चं को िमला। (अरमान नंबर 38) िजसम नेक क िसफत होगी। मंगल बद

147
ने ख़ाना नंबर 4 म और सनीचर ने चं से जो ख़ाना नंबर 4 का मािलक है से अपनी
दु मनी के वभाव का सबूत दया। इस च के बुरे और भले हो जाने के सबब से
चं ने सबक उ क ताकत अपने काबू कर ली ओैर सब क उ का मािलक आ
और तमाम ही के सफर म अपना असर डालने क ताकत पकङी। ये रा के तू का
कु ा ह क म कौआ बन बैठा। इसी गां (गाय) कां (क वा) और कु े क सेवा के िलये
(या सनीचर से बचाव के िलये) अपनी रोटी के तीन टु कङे ि लोक म आराम के
वासते गऊ ास के नाम पर अलैहदा रखे। यािन बुध के खाली ढांचे म रा के तू
पकङे गये। ख़ाना नंबर 9 और 12 के बुध ने सब ह को मारा तो ख़ाना नंबर 2 के
बुध ने सब को तारा भी ह।ै िसफ़ ख़ाना नंबर 4 है जहां क बुध म रा के तू का
ला क ाथ
ता लुक नह वो राजयोग ह।ै
चं का दु मन ह से ता लुक
ल े
(1) जब चं पहले घर म हो और दु मन ह बाद के घर म तो चं ख़द अपना नेक
िक
फल उस दु मन ह को दन
े ा बंद कर दग
े ा।
(2) जब दु मन ह और चं इक े ह तो चं और दु मन ह दोन का ही फल र ी
होगा।
ता
िव

(3) जब चं बाद के घर म हो और दु मन ह पहले घर म तो चं का असर बुरा


होगा। दु मन ह पर कोई असर न होगा।

(4) बृह पत के साथ बृह पत के घर म रा हाथी का तदय
ू ा होगा। या बृह पत के
साथ या बृह पत के घर म रा बुरा फल दग
े ा। और नीच होगा। बुध के साथ या
घर म के तू कु े का िसर पागल या दीवाना नीच फल का होगा। य क रा के तू
मु तरका घर ख़ाना नंबर 6 और 12 भी बुध बृह पत के ही ह। जहां क उ ह जगह
िमली।
चं का खास ता लुक
1) दु मन व पापी ह को अपनी मदद दन
े ा बंद कर दत
े ा ह।ै
2) सूरज के दरवाजे से (जब चं के घर ख़ाना नंबर 4 या चं के साथ कसी भी नेक
घर (यािन चं व सूरज के दु मन का घर न हो) सूरज हो मोती दान लेगा। ला.क .
203/ ख़ाना नंबर 4 और जब सूरज या बृह पत दख
े ते ह चं को तो चं ख़दबख़द
अपना नेक असर पैदा कर दग
े ा। (ला.क . 220/5 ख़ क कु य म ख़दबख़द पानी आ
जावे। ब े क आवाज से ही माता के िपसतान म दध
ू आ जायेगा। वाह वो अंधी
ही हो।(चं ख़द दु मन ह से मारा आ)।

148
अरमान नंबर १४६
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चं कायम जायदाद गरै माकला
ू चं 1 नौह सास का ता लक
ु मां
ज र पदैा हो। या िमले। शु कर 7 बेटी क तरह नेक और
पराई अमानत पास रह उमदा होगा। मगर शादी
जावे। और लेने वाला औलाद म गङबङ होवे।
वािपस न आवे। िदल क
परी
ू शांित हो।
चं 1
बहृ पत 4
} हर िकसम क सवारी का
ु और नफा होवे।
सख
ला क ाथ
चंद क़ायम ज री सफर मतलका
ु सनीचर 10
सरज
ू 4/10 राजदरबार के नेक नतीजे। चं 2 लाल िकताब सफ़ा 151/1
ल े
बहृ पत 10/4 नफे और हर तरह से चं 2 दोन ह का अलहदैा
िक
फायदा होवे। बहृ पत 4 अलहैदा और उ म फल
चं कायम घर क हालत सोने क ै से कम नेक
होगा। वालदन
सरज 6 जगह िम ी के तवे ह । मंदा न होगा। बि क बढे गा।
ता

िव

सनीचर 6 हाल। अगर इसका कोई शु कर क मह


ु बत (हर

लङका सेहत का र ी दो मह
ु बत) भी शािमल
आंख खराब सी वाला हो होगी। ला.क . 150/14
तो वो लङका अपनी 19 चं 2 मात ृ रे खा - मात ृ भाव नेक
साला उ म गया हआ बध
ु 6 असर मगर नजर कमजोर
सोना वािपस िदलावे। होवे।
चं 1/5 अकल कम धन यादा। चं 2 आली मरतबा। साहबे
बध
ु 7/11 बज रया/मतलका
ु सरज
ू 1 जायदाद होवे।
राजदरबार समंु पार लंबे सनीचर 11
सफर के नेक नतीजे ह गे।चं 2 िपत ृ रे खा - िपत ृ भाव नेक।
चं 1 सनीचर 4 असर मतलका
ु जायदाद
सरज
ू 4 ज ी। ला.क . 225 जज
ु 4
शु कर 7 नामद वना बजिदल
ु होवे। अलफ
सनीचर

149
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चं 3 (बरी
ु भली) दोन तरफ क
बहृ पत 9
बध ु 5
} उमदा नतीजा होगा।
यादा। शरारत का माकल
जवाब देने क ताकत व

चं 3 आदत हो।
ु ी चं 4 िदमागी ख़ाना नंबर 28
11/9 खाली कु डली म मंगल बद शु कर से मु तरका।
ला क ाथ
हरिगज न होगा। मंगल परानी
ु याद दासत क
वाह िकसी घर हो नेक ताकत। ला.क . 218/1,
होगा। िदमागी ख़ाना नंबर 220/3 शु कर का बरा

ल े
27 गौर व खोज क फल न होगा। सनीचर का
ताकत। ला.क . 152/2 1/3 अरसा (12 साल)
िक
मंगल से मु तरका । गंदी औलाद पदैा होने का वकत
मह ु बत से दर।ू दनयावी
ु होगा।
ता
ता लक ु म िदल का बहत चं 4 फक र को रोटी देकर
िव

छोटा होगा। अगर मंगल बहृ पत 10 आशीवाद क जगह जहर



बद िकसी और तरह से हो िदया जाने का इ जाम
रहा हो। तो बरा
ु नतीजा वाला असर िमले। नेक क
होवे। तो सजा पायी वाला असर
चं 3 चं के दौरा के वकत हो।
बधु 11 बाक 3 बचने वाले मकान चं 4 माल और औरत दोन
क तरह िजंदगी। शु क शु कर 10 बाहम नेक और उमदा
बठै क सा हाल रहे ।(ला.क . असर।
सफ़ा 80 जज ु 8) चं 4 मां बाप दोन क तरफ से
चं 3 ला. क . सफ़ा 216/14 सनीचर 9/11 हर तरह से उमदा िक़ मत
मंगल 10 चं 4
चं 3 दोन ह बाहम साथी ह। सरज ू 5 िमसल राजा होवे।
मंगल 4 मंगल परा ू नेक । हौसला व दोन कायम
इ जत यादा िदल क
ताकत

150
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
च 4 चं 5 बज रया/मतलका ु राज-
और
सरज

और
चं

बहृ पत 2/9
क़ायम
5

कायम
4
} इकबाल मंद होवे।

समंु पार लंबे लंबे सफर


बध


ु 11

6
}दरबार समंु पार लंबे लंबे
सफर के नेक नतीजे ह ।
िदमागी ख़ाना नंबर 30
दबाव बोझ मसावीपन क
ताकत। केतू से मु तरका।
बध ु 10 } के बज रया/मतलका
ु जस ै ा मंुह वस ै ी चपेट। अ छे
ला क ाथ
ितजारत (बघु के काम) से अ छा बरेु से बरा। ु अगर
नेक नतीज ह गे। उजाङे तो चं िपता
ल े
चं
राह
4
10 } राह का मंदा असर बध ु पर
होगा। यािन िसर फट जावे। चं 6
खानदान को तारे ।
माता भाग र ी। बाक 6
िक
चं 4 बारौब मगर गु से वाला बध ु 12 बचने वाले मकान क
मंगल 10 } होगा। अहले सरकार से तरह क हालत। तिकया
ता
फायदा उठाने वाला। मसािफर
ु का सा हाल।
िव

मंगल नेक का असर बढे । (ला. क . सफ़ा 81जज ु 11)



(मतलका
ु धन दौलत) बधु के दौरा के वकत होवे।
चं 5 िदमागी ख़ाना नंबर 29 ख़दकशी ु बवजह गरीबी
कद व कामत व औसत कभी न होगी।
तनासब क िलयाकत। चं 6 िमसल राजा हो।
ू से मु तरका।
सरज बध ु

}
िचङीय से बाज लङाने क च 6 कुं डली वाले क माता
ताकत। मंगल (बद)4या उससे पहले मर जावे।
चं
सरज ू
5
10 } उ 12 िदन होवे। मंगल
बध ु
8
6
(उसके बचपन म ही।)
एैसा श स माता से पहले
चं 5 उ 12 साल होवे। या गजरु जावे।(बचपन म ही)
सरज ू 11 } बधु 8 ऊपर क हर दो हालत म
चं 5 मंदा फल होवे। मंगल }
6/12 अगर दोन िजंदा ह तो
बहृ पत 9
बध
ु 3 } चं न
तो साथ
हो।
और नही दोन ही एक दसरे

देखता मंद बि क दोन ही
हो दिखया
ु हो।
ू के

151
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चं 7 अकल क बारीक या सनीचर से मु तरका
ु ी ु पहचं दजा कमाल।
खाली ख़दाई ढीलापन। जािहरा
अगर फक री भी तो सबसे मानसरोवर मगर अंदर
अ वल ऊंच दजा क और से कपट क खान। ला.क .
नेक असर क । िदमागी 215/17
ख़ाना नंबर 31 शु कर से चं 9 अरमान नंबर 124 ख़ाना
ला क ाथ
मु तरका रं ग प म फक नंबर 9 के इलावा। ला.क .
वगरैह क ताकत। दधु से 161/12 िदमागी ख़ाना
ल े
दही और दोन क शकल नंबर 33 इ म रयाजी के
और रं ग म फक का चं 9 िक़ मत का िनहायत नेक
िक
मािलक। ला.क . 218/1 बहृ पत 5 असर। पानी क मामली

चं 7 बचपन म तकलीफ हो। सी िक ती उसे बङे भारी
ता
बहृ पत 7 बहरी जहाज का काम
िव

चं 7 हिथयार से मौत होवे। देवे।



सनीचर 7 चं 10 ू धोकेबाज। मंगल बद से
परा
चं 7 नौह सास का झगङा । हर मु तरका। तरैते को डबा

शु कर 1 दम कलेश का घर हो जावे। लेने वाला। िदमागी ख़ाना
चं 7 नंबर 34 जगह मकाम
ु क
बध
ु 1 नशेबाज का सरदार होवे। याद
चं 8 िसफ़ कु डली वाले क चं 10 धन दौलत सनीचर के ढं ग
मौत के यम को मार कर सनीचर 3 का उध रे खा मंदी हालत।
इस क उ लंबी करे । चोर राहजन िफर भी मंदा
बाक तमाम चं के हाल। पानी से मौत होवे।
मतलका
ु असर चं नीच ु से।
अपने ही कय
के ह गे। िदमागी ख़ाना चं 10 ै का
िपत ृ रे खा। वालदन
नंबर 32 सफाई शा तगी। सनीचर 4 उ म असर मगर ख़द
ु उसे
असल
ू क ताकत। बध
ु से औरत ( वाह बेवगान ह
मु तरका। जो उसके सहारे

152
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चलने वाली ह वाह चं 11 न िसफ़ कु डली के ख़ाना नंबर
धोका देने वाली बाजारी बध ु 3 3 भाई बंद का मंदा फल होगा।
औरत या माशका)ू बि क बाक बचने वाले मकान
बरबाद कर। (नाजायज (ला.क .80/8) का भी नेक असर
खचा धन दौलत क भी (अगर कोई एैसा ज ी हो भी)
बरबादी करगी) ला.क . हर तरह से जायल और खराब
220/4 होगा।
ला क ाथ
चं 10 ख़ु क कएंु ख़दबख़द चं 11 दोन ह का अपना अपना
सरजू 4
}

पानी देव। ला.क .

बध ु }5 असर होगा। और नेक।
ल े
बहृ पत 4 220/5 चं 12 जायदाद का फल म धम।
चं 11 दीमागी ख़ाना नंबर35 िदमागी ख़ाना नंबर 36 राह से
िक
पेशानी वाकयात गजरे
ु मु तरका। वकत गजरे ु मद
हए क याद। बहृ पत से पछताये। ''आता है याद मझकोु
मु तरका। ला.क . गजरा
ु हआ जमाना।'' कभी हम
ता
214/14 भी बाइकबाल थ। ''पदम
िव

सलतानु बोद''।

चं 11 ला.क .सफ़ा 212/7 चं 12 दिल ी। आलसी। िनधन
दो त ह3
दु मन ह 3
सरज

मंगल 1
}2 होवे।

चं को देख चं ीय (माता औरत वगरैह) का

सनीचर
}
राह 12 सख ु ह का। चं चपु होगा।

अरमान नंबर 147-148


शु र:- शु र हर इक और हर इक के सुख का मािलक ह ह।ै जो रा के तू के

मु तरका असर का नतीजा ह।ै और िजस म बुध का असर हम ा िमला आ िगना

जाता ह।ै और ख़द इस ह का नतीजा के तू ह।ै न इस ह ने कसी को नीच कया

(लाल कताब सफ़ा 231 तसवीर औरत व गऊमाता) और न के तू ने कसी को जान

से मारा। (लाल कताब सफ़ा 266

153
नोट के नीचे जुज नंबर ९) इस ह क आम याद (तीन साला दौरा) के वकत म
पहले साल म मगंल का फल शािमल और मंगल बल होगा। दर यानी िह सा या
साल म इस ह का ख़द अपना फल (रा के तू का मु तरका असर) और आखरी
साल म खाली बुध का असर होगा।
बुध लङक (कौतबाह) शु र िज म क िम ी (बुत) और मंगल खून (मैदाने
जंग)। ब ा पैदा करने क ताकत िगने गये है यािन लङक के िज म म िजस दन से
कौतबाह (माहवारी आयाम का खून) ब ा पैदा करने क ताकत पैदा होवे। उस
दन से ये ह रा के तू के मु तरका असर का मैदाने जंग शु र के नाम से िगना
ला क ाथ
जायेगा और शु र के नतीजे के तू (लङके ब े) क छलावे क तरह के रं ग ढंग पैदा
कर दगे। बुध कु डली के कसी भी घर म हो जब शु र से अलैहदा हो और अपना
ल े
फल वहां से........... जहां क बुध बैठा हो। उठा कर शु र म िमला दग
े ा। (बुध के
िक
हाल म मुफिसल िलखा ह।ै) यािन शु र और बुध जब अलैहदा अलैहदा होकर
कु डली म ु ी के िहसाब से आमने सामने के घर म वा या हो जाव। तो चकवे
चकवी के चं क रात म अके ले अके ले होने का असर (लाल कताब सफ़ा 209 नीचे
ता
िव

से सातव सतर) मुंदरजा जैल होगा :-



1) अगर कु डली म बुध एक दो तीन हद 12 क तरतीब म शु र से पहले घर
म हो ( वाह वो घर अरमान नंबर 108- 25फ सदी, 50 फ सदी या 100 फ सदी
के असर के ह ) या शु र बुध से बाद के घर म हो तो शु र और बुध के इस तरह से
िमले ए असर म के तू क नीयत (कु े क नेक नीयत जो अपने मािलक क
वफादारी और खैरखवाही क मश र ह)ै होगी। और अगर
2) शु र कु डली के पहले घर म हो और बुध इसके बाद के घर म तो शु र
और बुध के इस िमले ए असर म रा (जािहरा मसक न िब ली मगर अंदर से
100 चूहे खाकर ह को जाने वाली गरबां) क नीयत भरी होगी। ले कन अगर
3) शु र व बुध अके ले अके ले अपने से सातव ह तो जहां एक का अ छा ह।ै
वहां दस
ू रे का असर उ ट होगा का असूल आम हो क िनसबत शु र व बुध के
िलये थोङा सा फक पर होगा :-
(सनीचर जब कभी भी शु र के दो त / दु मन ह क ु ी म या साथ हो तो एैसे
िमलाप म सनीचर का असर अ छा / बुरा औरत पर होगा।)

154
}
शु र होवे ख़ाना नंबर 3 म और बुध होवे ख़ाना नंबर 9 म दोन का फल र ी होगा। हालां
शु र होवे ख़ाना नंबर 9 म और बुध होवे ख़ाना नंबर 3 म क दोन दो त ह। वजह ये क
बुध ख़ाना नंबर 9 के तमाम
ह और ख़ाना नंबर 9 के
तमााम ता लुकदार घर के
ह के असर क बुिनयाद
खोखली कर दग े ा।
}
शु र होवे ख़ाना नंबर 6 म और बुध होवे ख़ाना नंबर 12 म दोन का फल र ी य क
ख़ाना नंबर 12 का बुध
ख़ाना नंबर 6 के तमाम ह
का फल खराब कर दग
} े ा।
ला क ाथ
शु र होवे ख़ाना नंबर 12 म और बुध हो ख़ाना नंबर 6 म दोन का ऊंच फल य क
ख़ाना नंबर 6 का के तू सब
को ऊंच करता ह।ै
ल े
शु र होवे ख़ाना नंबर 8 म और बुध हो ख़ाना नंबर 2 म
िक }
दोन का फल र ी। मौत का
ख़ाना पीछे को दख े ता ह।ै
और मारग अ थान ह।ै शु र
होवे ख़ाना नंबर 2 म और बुध हो ख़ाना नंबर 8 म
ता
}
बुध बृह पत के घर म
बृह पत क दु मनी पर
शु र को भी नह छोङता
िव

और मुदा शु र नंबर 8 का
असर ख़ाना नंबर 2 म जाता

ह।ै
4) अगर शु र व बुध दोन ही मु तरका ह तो मशनोई सूरज का असर होगा। नेक मायन
म। (लाल कताब सफ़ा 291 ऊपर से छटी सतर)
शु र का बृह पत से ता लुक
बृह पत के ख़ाना नंबर 9 म शु र हो-औलाद के िलये मंदा-तीथया ा उमदा।
बृह पत के ख़ाना नंबर 12 म शु र हो-धनदौलत ऊंच शु र क मगर औरत क सेहत
(कदरे ) मंदी।
बृह पत के घर ख़ाना नंबर 2 म शु र का उ म 60 साल ये 60 साल सनीचर क आमदन
होगी। जब सनीचर ख़ाना नंबर 9 म होवे।
शु र के ख़ाना नंबर 7 म बृह पत हो बृह पत के िलये सोने क जगह िम ी होगी। ला.क .
146/6-7
इन दोन ह के इक े होने के वकत शु र का फल पोशीदा (िजस तरह सूरज के िलये
बुध का हाल ह।ै) और बृह पत का जािहरा होगा।
शु र का सनीचर से ता लुक
अगर शु र से सूरज ने दु मनी क और ऊपर से जािहरा अपनी गम को
भेज कर अपनी तिपश से जलाया तो

155
सनीचर ने नीचे से खु फया ही आकर शु र को पूरी ही मदद दी। यही सनीचर के
सांप को िम ी क मदद होगयी। सूरज और सनीचर के दरमयान ये शु र या ह?

िसफ़ रा के तू (जो इस के मशनोई हालत के जुज ह या इसी ऊपर को उभारने
(सनीचर से) और नीचे को दबाने (सूरज से) क वजह से शु र जो टू ट फू ट म होगा
रे त बनेगा और रे त होगी बुध क चीज या बुध ख़दबख़द पैदा हो गया।) जो सनीचर
के एैजंट ह। मतलब ये क जब शु र को सनीचर क मदद िमली या शु र को
सनीचर ने मदद दी तो रा के तू भी शु र के मददगार हो गये। दस
ू री हालत म जब
सूरज बरिखलाफ होवे शु र के तो मदद दग
े ा शु र को सनीचर। यािन जब औरत
ला क ाथ
क नेक उसे मदद न दव
े े। औरत क शैतानी क ताकत ही सब दु मन को मातहत
करवा दग
े ी।
ल े
शु र का रा से ता लुक:- शु र और रा मु तरका होने पर िसफ़
िक
बुध ही रह जायेगा। यािन रा जब शु र के साथ ह बुध का फू ल तो होगा (बुध
रा दो त) मगर शु र का फल (के तू) न होगा। (बुध के तू बाहम दु मन ह)। रा न
ता
िसफ़ औरत क सेहत और औलाद को िबगाङता ह।ै बि क शु र क ल मी भी मंदा
िव

फल दग
े ी। मगर बुध क फोक इ त और शोहरत ख़द कु डली वाले क ज र

बरकरार रहग
े ी।
शु र का चं से फकः- बारीक उङने वाली जरा जरा इ इ िम ी
को शु र और तमाम जमकर एक ही तै बनी इ िम ी को चं क धरती माता
कहते ह। इन दो ह का मेल दही और दध
ु का मेल ह।ै गो शु र ने कसी को नीच
नह कया। मगर मंगल बद ने ी (शु र) को भी नह छोङा और हर तरह से
बि क इसक मौत तक का भी असर दया ह।ै
अरमान नंबर 149
शादी
दो गृह तीय को अलैहद अलैहदा रखते ए एक कङी से जोङने वाली चीज
आम दिुनयादार क नजर म शादी और ह चाल म मंगल क ताकत का नाम रखा
गया ह।ै यही मंगल के खून क कङी लङक और औरत म फक क कङी है और इसी
वजह से शादी म मंगल गाये जाते ह। अगर मंगल नेक

156
हो (मंगल को सूरज या चं क मदद िमली इ) तो शादी ख़ाना आबादी करने
वाला मंगल होगा। ले कन अगर मंगल बद (मुफिसल मंगल बद म िजकर ह।ै) तो
बंदर कला (सूरज को सनीचर से बंधा आ करना या सूरज इस काबल न हो क
मंगल को मदद दे सके । खु क और सीधे मायन क तरह ऊपर को खङी क इ
लकङी को सनीचर माना ह।ै इसी असूल पर थ म। सतून मकान क चारदीवारी
छत के बगैर खङी दीवार सनीचर क चीज मानी ह।) होगा। िजस से शादी क
खुशी क बजाये शु र ी ल मी का सुख सागर एक गंदा दख
ु का भंवर होगा।
मंगल बद का वीराना होगा। िजसम सूरज क रौशनी क चमक तक न होगी। दन
ला क ाथ
क बजाये सनीचर क याह रात का साथ होगा। बुध के खाली आकाश म मशनोई
शु र के बानी रा के तू क बैठक ख़ाना नंबर 8 सनीचर का हड
ै ाटर होगा।
ल े
शादी क दोन लक र- (लाल कताब सफ़ा 238 जुज 6)
िक
शादी क दो लक र शु र और बुध माने गये ह। बुध से ऊपर क लक र मद से
मुतलका और शु र से नीचे क लक र औरत से मुतलका (िमली इ) मानी गयी ह।ै
ता
शु र और बुध म से अगर एक ही ह कायम हो तो हाथ पर िसफ एक ही शादी क
िव

लक र होने का मतलब और असर िलया जायेगा।



ऊपर क लक रः- बुध कायम से ऊपर क लक र (मद) से मुतलका।
नीचे क लक रः- शु र कायम से नीचे क लक र (औरत से वाब ता) होगी।
अगर बुध शु र दोन कायम तो दोन क लक र उमदा और अगर दोन ही
(बुध शु र) र ी तो दोन लक र मंदी वाली शादी रे खा से मुराद होगी।
एक ही लक र वाली शादी रे खा = शु र कायम मगर बुध खराब हालत का।
छोटी लक र ऊपर और बङी लक र नीचे वाली शादी रे खा= बुध कायम मगर
शु र खराब हालत का।
बुध शु र दोन ही नेक हालत के और मंगल नेक का साथ (साथी ह) हो :- शादी
औलाद का फल नेक व उमदा होगा।
बुध शु र दोन के साथ या दो म से कसी एक के साथ मंगल बद का साथ
(साथी ह) हो जावेः- दो शाखी रे खा वाली शादी रे खा से मुराद होगी।(लाल
कताब सफ़ा 237/5)

157
बुध शु र अगर कु डली के पहले घर म ह और मंगल बद बाद के घर म वा या
हो :- दो शाखी का मुंह हथेली के बाहर को रहने वाली शादी क दो शाखी रे खा
होगी।
बुध शु र ह बाद के घरो म और मंगल बद होवे पहले घर म:- दो शाखी का
हथेली के अंदर क तरफ मुंह होने वाली शादी रे खा होगी।
मंगल बद एैसी हर दो हालत म अगर शु र पर बुरा असर दे रहा हो तो
औरत बायस खराबी और अगर बुध बुरा असर दे रहा हो तो मद बायस खराबी
होगा।
ला क ाथ
और अगर बुध शु र जुद जुदा ही ह और मंगल बद का कु डली म ता लुक
हो जावे। तो कु दरती सबब खराबी का सबब ह गे।
ल े
नोटः- ी ह (चं शु र) जब नर ह (सूरज बृह पत मंगल) के साथ
िक
मु तरका या साथी ह हो जाव तो भी शादी रे खा से मुराद होगी। बशत क एैसी
हालत म सनीचर का ता लुक भी (जङ रािश प ा घर ु ी या साथी हक
ता
हालत का हो जाना) हो जावे। एैसी हालत म ऊपर िजकर क इ तमाम शत के
िव

िलये ी ह को शु र या नर ह को बुध क शादी रे खा िगन कर फै सला होगा।



ी व नर ह का ये बाहमी ता लुक िसफ शादी रे खा के िलये होगा और ये शत भी
िसफ इस वकत होगी। जब शु र और बुध दोन न हो गये ह । (िनशानी :- एैसे
श स के जनम दन से ही उस क ता लुकदार ीयां बिहन, भुआ, फू फ वगैरह ही
मरती गयी ह )।
वकत शादी :- सनीचर क दो ती व आम दौरा का वकत शादी होने का वकत
होगा।
तादाद औलाद :- मंगल का वकत और साथ और ख़ाना नंबर 2 क हालत से
औलाद का हाल जािहर होगा। मुफिसल बृह पत के हाल म औलाद के िजकर म
िलखा ह।ै
मद औरत के जोङे क उ
शु र को दख
े ता हो उस का दो त ह तो औरत क उ लंबी होगी।
शु र को दख
े ता हो उस का दु मन ह तो औरत क उ छोटी होगी।

158
बुध को को दख
े ता हो उस का दो त ह तो मद क उ लंबी होगी।
बुध को दख
े ता हो उस का दु मन ह तो मद क उ छोटी होगी।
शु र बुध मु तरका को दख
े ता हो दोन का मु तरका दो त ह दोन क उ लंबी
होगी।
शु र बुध मु तरका को दख
े ता हो दोन का मु तरका दु मन ह दोन क उ
छोटी होगी।
शु र को दख
े ता होवे उसका दो त ह (शनीचर) और बुध को दख
े ता हो
उसका दु मन ह चं तो औरत क उ लंबी और मद पहले चल जावे।
बुध को दख
े ता हो उसका दो त ह (सूरज रा ) और शु र को दख
े ता हो उसका
ला क ाथ
दु मन ह (सूरज चं रा ) तो मद क उ लंबी और औरत पहले चल जावे।
शु र को दख
े ता हो उसका दु मन ह (सूरज चं रा ) और बुध को दख
े ता हो
ल े
उसका दो त ह तो मद कायम वाह इसक औरत कई दफा मरती या हटती
िक
जावे।
बुध को दख
े ता हो उसका दु मन ह (चं ) और शु को दख
े ता हो उसका दु मन
ह (सूरज चं रा ) तो औरत कायम रह।े वाह उसके मद मरते या हटते जाय।
ता
िव

शु र कायम से िसफ एक औरत और आिखर मद के दम तक कायम रह।े


सूरज हो ख़ाना नंबर 6 म और सनीचर ख़ाना नंबर 12 म तो औरत पर औरत

मरती जावे।
शु र बुध मंगल तीन ही ख़ाना नंबर 3म ु ी का ख़ाना नंबर 11खाली:-
शादी और औलाद म गङबङ होवे।
मंगल बद और शु र वा या होने के दर यान िजतने घर खाली होव उतनी हद
तक शादी क औरत हो सकती ह = बुध और शु र अलैहदा अलैहदा होने क
हालत म बुध क नाली और बुध शु र के पहले या बाद के घर का खयाल भी साथ
ही दख
े ा जावे।
अके ला शु र हो ी ह के घर म यािन ख़ाना नंबर 2-4-7 म तो :- शादी
वाला मद एक होगा और औरत अनेक (कई) हो सकती ह और वो सब जंदा वाह
सब शादी का असल मतलब औलाद वगैरह दव
े या न दव
े ।
अके ला बुध हो नर ह के घर म (ख़ाना नंबर 1-5-9-12) ी एक ही
होगी। मद अनेक (कई) ह गे। शादी से वाह औलाद का मतलब हो या शादी
औलाद का

159
कोई मतलब न दव
े े।
अगर ऊपर क दोन हालत म शु र या बुध उ ट खान म बैठे ह तो
नतीजा उ टा हो सकता ह।ै
ी या नर ह के घर से मुराद ी या नर ह का शु र या बुध के साथ ही
मुशतरका घर म हो जाने से मुराद न ली जायेगी। बि क मुराद ये है क ऊपर क
शत (मद एक औरत अनेक या उ टा उ ट वगैरह) िसफ इस वकत होगी जब क ी
ह या नर ह अपनी अपनी रािश से बाहर बि क वो अपनी अपनी रािश को दख
े ते
तक भी न ह या वो शु र या बुध से कसी तरह भी साथी ह न बन रहे ह ।
ला क ाथ
रं ग व वभाव:-
सूरज बुध का ता लुक औरत का रं ग व वभाव जािहर करे गा। कु डली म
ल े
अगर सूरज पहले घर म हो और बुध बाद के घर म तो औरत का रं ग व वभाव
िक
उमदा होगा। और नेक असर का। बशत क सनीचर दखल न दव
े े। अगर बुध पहले
घर मे हो और सूरज बाद के घर म तो औरत के रं ग और वभाव म मंदा असर
ता
शािमल होगा।
िव

जब सूरज बुध इक े ही ह और सूरज के नेक घर म यािन इक े ही ह और



सनीचर या दु मन ह का असर शािमल न होवे।तो सूरज बुध का बाहमी
ता लुक का असर यािन उमदा हालत होगी। ले कन जब सनीचर का ता लुक या
दु मन ह का ता लुक हो जावे तो औरत के वभाव म क पना और सनीचर क
तरह ौतानी और चंचल होने का साथ होगा।
दीगर बाहमी ता लुक -
शु र व बुध का ता लुक शादी के दन से मद औरत क क़ मत पर भी ता लुक
होगा।
बृह पत का साथ (शु बुध का बृह पत से ता लुक) इ त क़ मत क चमक।
सूरज का साथ (शु बुध का सूरज से ता लुक) आम बरताव गुजर गुजरान।
चं का साथ (शु बुध का चं से ता लुक) धन उ और शांित।
मंगल का साथ (शु बुध का मंगल से ता लुक) औलाद का कायम रखना।
सनीचर का साथ (शु बुध का सनीचर से ता लुक) जायदाद मकान वगैरह।

160
राह का साथ (शु बधु का राह से ता लक)
ु ु दिल दु मन मौत गमी।
दख
केतू का साथ (शु बधु का केतू से ता लक)
ु एैश फलना फलना
ू ु वगरैह।
खशी
अरमान नंबर 150 ता 153
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शु कर कायम िसर क े रे खा का शु कर 1 औरत क सेहत खराब ।
बध
ु 3/6 ऊ म फल होगा। चं का `राह 7 िदमागी कमजोरी।
बरा
ु फल न होगा। झगङ दीवानगी वगरैह।
का फै सला हक म होवे। शु कर 1 औरत क सेहत खराब ।
ला क ाथ
अगर शु कर र ी तो चं सरज
ू 7 िदमागी कमजोरी।
का बरा
ु फल(जबिक चं दीवानगी वगरैह।
ल े
}
}
भी र ी हो।) िसफ माता क शु कर 1 नौहं सास का हरदम
जान पर हो सकेगा। चं 7 झगङा। क पना ।
िक
शु कर 1 फटे तरबज
ू (फट)
ू क तरह शककर
ू िक़ मत क हर तरह से
तबीयत का वभाव और मय 1 हार व हािन मंदा हाल।
ता
गहृ ती सख
ु का हाल सनीचर िज म या मकान आग म
िव

ला.क . होगा। औरत क सेहत राह जलते हए क तरह के दख




सफ़ह कदरे ह क मगर ख़द
ु सरज
ू 7 क जलन । तपेिदक
234/4 अपनी सेहत बरी
ु न होगी। वगरैह। गजिक इसक
िदमागी ख़ाना नंबर 1 िम ी खराब हो या जल
इ क़ मजाजी (ला.क .35) जावे । दख
ु का पतला

सनीचर से मु तरका 16 होवे।
से 36 साल उ यािन वो शु कर 1 औलाद दर औलाद बढे
ु बत िजसम इ क़ का मंगल 7
मह प रवार। दौलत का भ डार
जज
ु भी होवे मगर िसफ और परा
ु सख
ु हो
जबानी। शु कर 1 औलाद के िव न
शु कर 1 औरत क सेहत खराब । केतू 1
राह 1 िदमागी कमजोरी। शु कर 1 औलाद के िव न
दीवानगी वगरैह। केतू 1 खरािबयां ।
मंगल 4 मौते वगरैह।

161
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शु कर अपने िलये मशनोई शु कर शादी और औलाद म
ु ी खाली शु कर (राह केतू
मशतरका)
ु का नेक
मंगल
बध ु
} 3 गङबङ।

मतलब मह ु बत रे खा का शु कर 3 ला. क . 295/1


परा
ू असर (ला.क . सफ़ा सनीचर 9
151 जज ु नंबर 1) िदमागी शु कर 3 औरत खानदान या औरत के
ख़ाना नंबर 2 शादी क बध ु 11 मतलका ु खाऊ मद मराद

वािहश इ क़ के बाद का ह गे। या इस क औरत ख़द ु
ला क ाथ
गलबा। िजसम अब इशक अपने (औरत के) िलहाज
का असर न हो। बहृ पत वाल को फै ज पहंचाती
से मु तरका मगर मह ु बत जायेगी। और अपने मद का
ल े
हक क का िह सा बेशक धन दौलत िखलाती जायेगी।
शािमल हो। 37 से 70-72 या अपने लङको क िनसबत
िक
का । औरत का शु कर अपनी देती जायेगी।
ख़ाना नंबर 2 म बांझ शककर4ू ख़ाना नंबर 4 का शु कर
औरत हो। िजसम मह ु बत ु ि खाली ीय पर असर देगा। यािन
ता
तो हो मगर हवाई बहृ पत 10 शु कर के इलावा चं माता
िव

क तरह क । पर भी। या ख़ाना नंबर 4 का



शु कर औरत भी होगा और
माता भी। या माता का
ता लक ु मासी, फफ़
ु , भआु
शु कर 2 वगरैह भी होगा िदमाग़ी
बहृ पत 2 बहृ पत म िलखा देख। ख़ाना नंबर 4 दो ती या
मंगल न मलाक़ात
ु क ताक़त एब पर
पदा डालना ख़बी ू पर नज़र
शु कर 3 िदमागी ख़ाना नंबर 3 डालना। च से मु तरका
यार या वालदन ै ी महु बत। उलफ़त (पहला िह सा
उ फत। मंगल से मह ु बत का) इ क़
मु तरका। 1 से 15 साला (दरिमयाना िह सा कामदेव
उ । िसर पर पग़डी बांधे क मह ु बत) और गलबा
हए भाईबंद क तरह क इ क़ (तीसरा िह सा मह ु बत
मददगार औरत होगी। इस का िजसमे अब इ क़ का
जगह शु कर का असर असर न हो) तीन ही हालातो
नर और अपने (मद के मजमआ ु का असर होगा।
खानदान के) आदिमय जो दरअसल चं ही क
पर नेक होगा। महु बत िलखा ह।ै

162
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शककर
ू 4 न िसफ राह या बध ु क शु कर 4 ी व औलाद का फल
ुि खाली आखरी उ (बध ु 34 राह बध ु 6 बहत देर बाद नेक होगा।
जारी 10 42) शु कर का औलाद खास कर बध ु क कल ु उ
का फल र ी होगा। बि क े
34साल क बाद अ छा
भआ,ु फफ ू , आम गहृ ती होगा। शु कर 5 वतन क
व औलाद के दख ु बि क मह ु बत। िदमागी ख़ाना
दरअसल पानी म कु डली नंबर 25 बहृ पत से
ला क ाथ
वाले क शादी या भआ ू मु तरका।
वगरैह क शादी से पहले शु कर 5 औलाद क मारफत बढे
ू जाव। कु डली वाले के
ल े
डब बहृ पत 5 और बरकत पावे। इ म से
घर का कवा ु इसके मामू खबू दौलत कमावे।
खानदान पर भी उनको शु कर 6 िदमागी ख़ाना नंबर 6
िक
खाक याह कर देने का ु ी खाली िदलच पी प क मह ु बत।
ु असर करे । शादी के
बरा काम िकये बगरै न
ता
बाद यही कवा ु कु डली छोङना। औलाद के िलये
िव

वाले को तारे और नेक शु कर नीच फल का


फल देवे। ख़ु क का बाक खाली शु कर का

सफर अममन ू बि क वही असर जो शु कर
हरदम हो और मबा ु रक नंबर 2 म िलखा ह।ै फोक
असर का। औरते दो ह । मह ु बत केतू से मशतरका

एक जनानी दसरी ू मां क या खाली मह ु बत। औरत
तरह बढी।ू जो दोन िजंदा बांझ होगी। बहृ पत सरज ू
बशतिक ख़ाना नंबर 4 चं तीन ही का फल मंदा।
का शु कर िकसी और या तीन ही ह सोये हए
ह का साथी ह न बन ह गे। अकल के िखलाफ
रहा हो। औलाद का नेक काम करे । या जो करे मंदा
ता लक ु सनीचर केतू या नतीजा हो। ला.क . 233/2
मंगल के दसरे ू दौरा म ही शु कर 6 रे त िम ी को सीमट बनावे।
होगा। नेज शादी रे खा व बंुध 6 गो लङके न ह गे मगर
औलाद रे खा भी देख। लङिकयां ही मशनोई
अरमान नंबर 149 व सरज ू क तरह उ म फल
अरमान नंबर 123 देख। दगी।

163
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शु कर 6 कु े को घी हजम न होगा शु कर 8 अ वल तो शादी बहत देर
केतू 6 वाला हाल। औरत बांझ ु ी खाली बाद वना औरते मरती
होगी। जाव। मामू खानदान और
शु कर 7 िदमागी ख़ाना नंबर 7 बध ु ससराल ू घर दोन
िु खाली से मशतरका।
ु िजंदगी खानदान को तबाह
बढने क ताकत(अ ज से करने वाला हो। आतशक
ु है लंबी उ से नह ।)
मराद सोजाक खरीदने वाला हो।
ला क ाथ
खरबजे ू को देख कर गोबर-दही क िमलावट से
खरबजा ू रं ग बदले।ला.क . िब छू पदैा होने क तरह
ल े
234/5, 244/८ दसर
ू के िलये स ज
कदमा सािबत होवे। बाहर
िक
शु कर 7 नामद वना बजिदल
ु होवे। खचू कय ु म िगरने वाले
चं 1 गधे क तबीयत का होवे।
ता
सरज ू 4 ला.क . सफ़ा 162 जज ु 15
िव

सनीचर 7 अरमान नंबर 124 म



िलखे के इलावा। गऊ दान
शु कर 7 नौह सास का मां बेटी क मबारक
ु होगा।
चं 1 तरह नेक और उमदा शु कर 9 इसके बजरग ु का हाल
ता लक ु होगा। मगर शादी अ छा मगर इसक औलाद
और औलाद म गङबङ हो। का हाल मंदा होवे। कम
धम (बहृ पत का हाल)
शु कर 7 शादी और औलाद म उमदा। गहृ त मंदा वासते
बध ु मय 7 गङबङ। औलाद। यािन धन होवे
राह या आदमी न होवे। लाख पित
केतू 7 होता हआ भी जब तक
अपने पेट के अनाज क
िक़ मत के बराबर मेहनत
शु कर 7 े
बहृ पत क असर म िलखा न करे रोटी नसीब न हो।
बहृ पत 7 देख। या ख़द ु मेहनती होगा।
मंगल 7 न ला.क . 161/12 व 234/6

164
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शु कर 10 सेहत उमदा वाला हो। िसवाये औलाद के मंदे फल
ु ी खाली ला.क . 233/3 के शु कर हर तरह से
शु कर 11 मद खानदान या मद के ऊंच फल देगा। तमाम
बधु 3 मतलका
ु खाऊ यार मराद ु तरफ क माया उसक
ह गे। औरत अपने मद के औरत के साथ होगी। जहां
िखलाफ न ही अपनी मज कोई मददगार न हो उस
ला क ाथ
वाल को और न ही अपनी क औरत क िक़ मत
लङिकय को धन दौलत मदद देगी। मगर औरत क
ल े
दे सके। बि क अपनी सेहत ह क होवे।
लङिकय वगरैह का धन 3) बहृ पत ,सरज,ू चं
िक
भी अपने मदके(आदिमय ) तीन ह का नेक फल
खानदान को िखला देगी। साथ होगा। अगर नेक न
या झगङे फसाद म बरबाद हो मंदा तो हरिगज न
ता
करवा देगी। जािहरा वही होगा।
िव

घर क भागवान मालम ू शु कर 12 दोन ह ऊंच फल दगे।



होगी। मगर अपने मद के बध ु 6 लङके लङिकयां सब ही
घर को बरबाद करे गी। मबा
ु रक और सखी ु व
शु कर 11 अपना हर काम खिफया ु सखीु करने वाले ह गे।
बध
ु 11 रख कर करने का आदी शु कर 12 औरत जात व औलाद
चं 11 और मौका पर फौरन केतू 12 बहादरीु म सअरनी
ू होगी।
दोन कायम खयालात ल क तरह क तरह मोटे और बहादर। ु
घमाु लेने वाला होगा मगर शु कर 12 गो दोन गह दो त ह
दिखया
ु या धन से खाली बध ु 12 मगर ख़ाना नंबर 12 म
न होगा। बकरी औरत का पेट फाङ
शु कर 12 1) दसरू क मदद। दसर ू देगी। गहृ त र ी होगा।
क पालना। और उनके खांड म रे त िमली वाली
िलये भ डारे । हालत होगी।
2) वही फल जो शु कर
का ख़ाना नंबर 2 का ह।ै

165
165
अरमान नंबर 154 ता 158
मंगल नेक
ये ह बुलंद होने। नेक करने क जागती इ उमंग, रशक, नेक वािहश और
अपने िज म के िलये दस
ू र से मदद लेने क ताकत का मािलक ह।ै मंगल का बुध से
ता लुक दो चीज को इक ा करके काम का नतीजा नेक कर लेने क खसलत होती
ह।ै वो दो चीज गो जुदा जुदा ह गी मगर बाहम िमल कर काम का नतीजा नेक
होगा। बुध (जमाने क अकल) गो इसका दु मन ह।ै मगर इसके साथ वो बुरा फल
न दग
े ा। मंगल बुध का बाहम िमलाप कोई एैसा बुरा न होगा। मगर होगा कदरे
ला क ाथ
बुरा ही । मसलन मंगल ने जब चं क मदद पायी तो सब उमदा मंगल नेक होने
पर वो चं का दध
ू और ख़द अपना जुज खांड मीठा ले आया। दध
ू जुदा ह।ै खांड
ल े
जुदी। बुध शािमल आ अकल ने िमलावट क दध
ु म खांड डाल दी। दध
ू को खांड म
घोल कर एैसा िमलाया क वो जुदी मालूम न इ। ये िमलावट बुध क ताकत या
िक
अकल से इ। दध
ू मीठा होने पर और भी उमदा आ। मगर बुध क अकल से वो
िसफ पीने के काम का ही रह गया। अब अगर चाह क दध
ू को अलैहदा करके खांड
ता
िव

से कोई और काम ल तो न हो सका। बुध (कौतबाह) ने उकसाया तो मंगल ने अपने


ब ा पैदा करने क ताकत से खानदानी नसल (बेल बूटा) कायम कर दी। िजसे

बहन कह सकता था औरत कहना पङा। यािन बुध ने जब मंगल म िमल कर काम
कया तो मंगल फर पीछे ने हट सका। बुध तो ख़द अपने गोल दायरे म ही इधर से
उधर घूम गया। खाली जगह खाली खलाव या आकाश का नाम बुध है जो मौका के
मुताबक (अकल व सुराख) बढता चला जायेगा। मंगल है खाली जगह म चीज को
इधर उधर करके मैदान को खाली व सफ़ा रखने क ताकत या िनरप चीज क
मौजूदगी। मसलन फू ल म शहद। खुलासतन अगर बुध (िसर रे खा) दरुसत हो तो
मंगल का असर मदा न होगा।
मंगल का चं से ता लुक
असल मंगल नेक तब ही है जब मंगल को चं क मदद िमल जावे या चं
ख़ाना नंबर 3 म हो और मंगल ख़द इस वकत बेशक ख़ाना नंबर 4 म हो।
मंगल का शु र व बृह पत से ता लुक
(1) मंगल नेक के मुकरर िह से क चरबी

166
(हाथ पर ख़ाना नंबर 3 क जगह क चरबी) ब त बढ कर अंगूठे क चरबी को और
बृह पत के ख़ाना नंबर 2 को एक ही कर दव
े े। तो शु र ब त बङा आ। कु डली
वाला औलाद से मह म आ और बृह पत ने अपना काम छोङकर खाली शु र का
काम करना शु कया। कु डली म यही हालत उस वकत होगी जब शु र और
बृह पत दोन तो ह आपस म ु ी पर और मंगल दोन म से कसी एक तरफ का
साथ ले लेवे। यािन इन दोन म से कसी एक के साथ ही हो बैठे। शु र से िमला तो
ब त बङा शु र और अगर बृह पत से िमला तो नम हाथ का बृह पत या शु र क
तासीर वाला बृह पत होगा।
(2) इसी तरह मंगल बद ख़ाना नंबर 8 वाले िह सा क चरबी अगर बुध व
ला क ाथ
चं के बुरज को एैसा यकसां कर के िमला दव
े े तो मंगल बद का बुध व चं दोन
पर बुरा असर होगा। िजसका िजकर अरमान नंबर 160-161 म आ ह।ै
ल े
मंगल नेक को बुरे असर क तरफ से रोकने वाला बुध (िसर रे खा) है जो
दरुसत हो।
िक
मंगल बद को बुरे असर क तरफ से रोकने वाला चं ( दल रे खां) है जो
दरुसत हो।
ता
अके ला ही मंगल (हर तरफ से अके ला) शेर तो होगा मगर जंगल (बुध) के
िव

बगैर शेर होगा। या बकरी (बुध) क जगह खांड (मंगल ख़द मंगल क चीज) खाने

वाला पालतु शेर होगां िजसम शेर क शेरी या बकरी के खून से पैदा इ इ
खूंखारी न होगी। एैसे अके ले मंगल क शेरी या बकरी क तासीर का फै सला ख़ाना
नंबर 4 के ह करगे।
मंगल का सनीचर से ता लुक
(1) मंगल सनीचर मुशतरका का खास असर इसी अरमान म आगे दज ह।ै
(2) रा के तू दोन ह सनीचर का वभाव रखते ह। या सनीचर म नेक व
बद दोन ही तरफ चल जाने क ताकत होती ह।ै ले कन मंगल एैसा नेक और एैसा
साफ है क इसम अगर जरा भी बुराई क तरफ चलाने क उकसाहट हो जावे तो
फर पीछे न हटेगा और अगर कोई जरा सी शरारत या बुरा असर करने वाला
मंगल का साथी हो जावे। तो मंगल अपना सारा ही जोर उसे दे दग
े ा। यािन अगर
मंगल के साथ सनीचर आ िमले तो मंगल ख़द तो बुध क तरह खाली ही हो
जाएगा। ले कन सनीचर क ताकत दोगुना कर दग
े ा। सनीचर बीनाई का मािलक
ह।ै मगर इस नजर से पहाङ फट जावे क ताकत का मािलक मंगल ह।ै नजर खराब
हो गयी सनीचर का असर होगा। नजर लग गयी मंगलबद का असर होगा।

167
सामने आये ए को पहचान लेना। िलखे को दख
े कर पढ लेना ये सनीचर क ताकत
ह।ै मगर दमाग के हाथी रा क सवारी करके एक जगह बैठे ही सैकङ मील क
खबर को दख
े ..............आना मंगल क ताकत है
मंगल का के तू से ता लुक
दो के तू (एक असल के तू दस
ू रा ऊंच मशनोई के तू यािन शु र सनीचर
मु तरका अरमान नंबर 113A मशनोई ह) इक े ही मु तरका या बाहम ु ी
पर ह तो मंगल दो गुना नेक होगा।
मंगल का रा से ता लुक
ला क ाथ
रा तो मंगल का अपना ही हाथी ह।ै िजस का मंगल ख़द महावत ह।ै ले कन
अगर रा (हाथी) मंगल (शाही महावत) से दरू हो जावे तो ये हाथी अपने महावत
ल े
को उसके बाजू (मंगल) से पकङे गा। यािन मंगल और रा क दु मनी का सबूत
इ सान के बाजुय क तकलीफ या नाभी के दख
ु पेट क खरािबयां पहला सबूत
िक
ह गी। मंगल रा मुशतरका मुक मल हाथी क सवारी (लाल कताब सफ़ा 76
जुज 4) होग राजा होगा। मगर उ ट हो जाने पर यही राजा या हाथी अपनी ही
ता
फौज को मार दत
े ा ह।ै गंदा हाथी होगा।जब क इसम मंगल रा मुशतरका तो ह
िव

मगर ह उन घर म जहां क मंगल या रा नीच होव।



मंगल सनीचर
(दोन ह क मुशतरका औसत आमदन 18 ये माहवार होगी। जब
मंगल सनीचर इक े ह या एक दस
ू रे को दख
े रहे ह तो दो जुदे जुदे ह क बजाये
िसफ एक ही सनीचर का ह िगना जाएगा। मंगल ख़द बुध क तरह अपनी तमाम
ताकत सनीचर को दक
े र ख़द िसफर हो जायेगा या एैसे श स का बङा भाई
(मंगल) बुध क तरह खाली हो जायेगा या मंगल सनीचर मु तरका कु डली वाले
का भाई इस से हर हालत म कम होगा। कु डली वाले के मंगल के दस
ू रे दौरा म
मंगल सनीचर दोन ह दो डाकू और एक ही असूल के िगने जायगे। या एैसे श स
का घर डाका मारने के कािबल (दौलतमंदी म) होगा या हो सकता है क एैसे श स
के घर पर डाके के वा यात हो जाव। डाका जािहरा के इलावा (सनीचर क
पोशीदा ताकत का नतीजा) एैसे श स को हो सकता है क सा कारा या मुतलका
दिुनया म िसफ एैतबारी चाल पर लेन दन
े म बरबाद कर और वो श स अचानक
मोटे मोटे नुकसान दख
े े।

168
ये दोन मशतरका
ु ह मंुदरजा जल ै वाकयात के िदन से ऊपर का िदया हआ असर देना
शु करगे। यािन इनका असर उस खाने का िजसम िक वो बठ ै े हए ह जािहर होने से
पहले अपनी िनशानी ज र देगा। िनशानी उस िदन होगी जब मंगल या सनीचर दोन
ही तखत क मालक यत के िहसाब या रािश नंबर के ह बोलने के वकत इक े आ
होव। यािन जब वो इस ढं ग पर आकर िमल तो िजस खाने म वो कु डली म िलखे ह ।
उस ख़ाना के नीचे दी हइ चीज का वा या होगा। जो उनके असल िमलाव का सबत ू
देगा।
जनम कौन से वाकया से िनशानी दगे
कु डली
म ह ख़ाना
नंबर
1 िजस िदन एैसा श स राजदरबार म कारोबार शु करे दोन ह मंगल
िमले हए असर दगे।
ला क ाथ
5 िजस िदन एैसे श स के यहां औलाद पदैा हो तो असर शु हो सरजू
जायेगा।
2 िजस िदन एैसे श स का ससराल ु का ता लक ु बन जावे या शादी शु कर
ल े
होवे बहृ पत से मु तरका
7 ी से ी ता लक ु (भोग) होवे। शु कर
9 िजस िदन एैसे श स के गहृ त म य लंबा चौङा आडं बर हू पत
िक
मािनद मेला हो मगर बहस ै ीयत दान य बजरग ु से मतलका ु हो।
12 िजस िदन एैसे श स के गहृ त म य लंबा चौङा आडं बर बहृ पत
मािनद मेला हो मगर बहस ै ीयत दान य ख़द ु जाती मतलका ु हो।
ता
िव

3 िजस िदन उसक लङक क शादी (राह ससराल) ू (ऊंच ख़ाना बध ु


नंबर 3) या वो लङक ऋतवान ू होवे। (माहवारी)

6 िजस िदन उसक लङक क शादी(बध ु लङक ) (ऊंच ख़ाना बध

नंबर 6) (खन ू म) जवान होवे।
4 िजस िदन खेती क जमीन आवे या घोङी ब चा (बछे री मादा चंदर
ब चा) देवे। चं मंगल ख़ाना नंबर 10
6 िजस िदन िछपकली िज म पर पांव क तरफ से (ऊपर िसर क केतू
तरफ को चढ जावे) या कु ी (कु े क मादा कितया) ु ब चे देवे।
उसके घर म या उसके घर के सामने म।
10 िजस िदन मकान म िदन के वकत (रात का नह ) सांप का वा या सनीचर
होवे। मगर सापं मार कर मदा ु न िकया जावे। िसफ िनशानी का
होगा डं ग नह मारा करता।
11 िजस िदन अपने बाप बाबा क तमाम चीज के एैवज म ख़द ु सनीचर
साखता हर इक चीज पदैा कर लेवे। इस ख़ाना म दोनो ह का
होना मंदा फल देगा। साधु के घर चोर ह गे। माकल ू आमदन िफर
भी करजाई। अगर जरद रं ग का उपाय करगा। केतू का उपाय
मबा
ु रक और राह का सबसे उ म होगा। नीलम/राह उ म फल
देगा। हीरा (बध ु जो मंगल का दु मन) जहमत कजा पदैा करे गा।
अगवानी (सरज) ू सब कछ ु क तबाही करे गा। सरज ू सनीचर का
दु मन है जायदाद घटावे।

169
मंगल का सूरज से ता लुक
सूरज के बगैर मंगल िसवाये मंगल बद के और कु छ न होगा। जहां सूरज होगा
मंगल का असर हम ं ेशा मंगल नेक का होगा। जब मंगल को सूरज क मदद न िमली।
मंगल वही मौत का फ र ता ख़ाना नंबर 8 का मािलक होगा। सूरज भी जब मंगल
से िमले तो ऊंच फल का होगा। मंगल तमाम मुतलका दिुनया म चमक और रौशनी
ह।ै चमक और रौशनी है ही उस वकत जब सूरज िनकला आ होवे।
मशनोई मंगल नेक = सूरज बुध मुशतरका मंगल सनीचर-सनीचर के घर ख़ाना
नंबर 10 म मंगल राजा होगा। जब तक क कोई और ह मंगल के साथ न हो। या
मंगल को न दख े ता होवे। और न ही कसी दु मन ह का एैसा मंगल साथी ह बन
ला क ाथ
रहा हो। मगर मंगल के घर ख़ाना नंबर 3 म सनीचर िनधन कं गाल (माल दौलत
नकद न होगा मगर जायदाद ज र होगी या उमदा हो सकती ह)ै होगा।
अरमान नंबर 159
ल े
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
िक
मंगल 1 िदमागी ख़ाना नंबर 8 मंगल 1/7 ै मझे
आ बल ु मार के काम
ु ी खाली सरज
ू से मशतरका।
ु बहृ पत के बरेु नतीजे। मगर
ता
िव

हमला रोकने क सरज


ू 7/1 कु डली वाले के अपने

ताकत। मतमइल िमजाज चं 1/1 खानदान को मदद िमलती
होगा। बध
ु 1 या रहे । या वो उनको देता
मंगल 1 मंगल व बध
ु दोन ही सनीचर 1या रहे गा।
बध
ु 3 खाली ह गे। यािन दो दोन वाह 7
दोन क ु ी भाई और दोन ही कभी मंगल 2 गहृ थ म दसर
ू क
खाली शाह कभी तंग हालत के परव रश के िलये (मगर
ह गे। मगर उनक बहन ख़द
ु अपने िलये क शत
(बध)
ु लाख पित होगी। नह ) धन दौलत का ज र
मगल 1 दिल ी- आलसी- िनधन साथ रहे । ी धन (औरत
सरज
ू 2 का अपने मां बाप से लाया
चं 12 हआ)

170
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
मंगल 2 धन दहे ज साजो सामान मंगल 3 ै मझे
आ बल ु मार के काम
वगरैह। ला.क . 150/15 व बहृ पत या के बरेु नतीजे। मगर
163/20 व 43/10 व सरज
ू या 7 कु डली वाले के औरत के
164/25 तर क पकङे चं मदद होती रहे । या वो
या तर क देवे। िक सा बध
ु या 3 उनको देता रहे गा।
कोताह दसर
ू क मदद सनीचर या
ला क ाथ
करे तो आमदन बढे वना दोन 7
घटे। मंगल बद ख़ाना नंबर मगल 3 आ बल ु मार के काम
ै मझे
ल े
2 269-3 बध
ु 9/11 के बरेु नतीजे। औरत
मंगल 3 िदमागी ख़ाना नंबर 17 खानदान को मदद
िक
अदल या मनिसफ
ु िमलती रहे ।
िमजाजी। बहृ पत से मंगल 3 शादी और औलाद म
ता
मशतरका।
ु िकसी पर शु कर 3 गङबङ हो।
िव

यादती होती न देख सके। बध


ु 3

मंगल बद ख़ाना नंबर 3 मंगल 3 दौलत के रं ज व गम बहत
ला.क . 268/2 व 280/8 बध
ु 3 देखे।
मंगल 3 ै मझे
आ बल ु मार के काम मंगल 3 ससराल
ु ख़द
ु दौलतमंद ह
बहृ पत 9/11 के बरेु नतीजे। मगर बहृ पत 9/11 और दौलत देव।
या सरज
ू कु डली वाले के अपने मंगल 3 कदरत
ु क तरफ से
या चं खानदान को मदद सनीचर 9/11 सनीचर का बरा
ु असर मौत
और बध
ु 9 िमलती रहे । या वो देता वगरैह हरिगज न ह ।
या रहे गा उनको। मंगल 4 मंगल बद नंबर 4
सनीचर या वाह मंगलीक। मां, नानी,
दोन 11 सास, जनानी क उ पर
.मंगल 3 ख़द
ु अपने िलये उ म। हमला करे गा। औलाद म
बहृ पत 11 मगर र तेदार क मौत गङबङ ला.क . 215/17
से तंग और दिखया
ु होवे। मंगल 4 ु जावे।
माता बचपन म गजर
बध
ु 6 वना दोन दिखया

171
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
मंगल 4 औलाद के िवघन ज र मंगल 7 औलाद दर औलाद गहृ थ
पापी ह 9 ह गे। मामु व ससराल ु को शु कर 1 बढे प रवार। दौलत का
खा पी कर तबाह करे । भ डार और हर तरह से
मौत का पलेगी चहा ू होगा। सख ु हो।
मंगल 4 हौसला व इ जत बाकमाल मंगल 1/7 आ बल ै तं ू मझेु मार के
चं 3 हो। शरारत का माकल ू बहृ पत काम के बरेु नतीजे। मगर
ला क ाथ
जवाब देने वाला होव। सरजू या 1/7 कु डली वाले के अपने
मंगल 4 दोन ह का परा ू मंदा चं औरबध ु या खानदान को मदद होती
बध ु 12 फल। मौत और गरीबी का सनीचर या वाह रहे । या वो देता रहे गा
ल े
मारा हआ। बेवकफ ू सा होवे। दोन 7 उनको।
मंगल 4 मंगल 8 सबसे छोटा भाई जब 8 वष
िक
बद मय चं ला. क . 270/8 म हो तो िफर कोई और
मंगल 4 माता बचपन म गजर ु जावे। भाई ना हो या ना रहे । तदंूर
ता
चं 6 वना दोन दिखया।
ु मंगल बरबादी क िनशानी हो।
िव

बद नंबर 5 ला.क . 268/1, िदमागी ख़ाना नंबर 8



269/3, 281/7 सनीचर से मशतरका।ु
मंगल 5 कायम तो मतमइल ु लाख मसीबत
ु मगर काम
िमजाज। परी ू शाितं वाला को न छोङे कामयाबी हो
होगा। मंगल बद तो नजर न हो।
से ही तबाह करे । मंगल 8 माता बचपन म ही गजर ु
मंगल 6 बिहन भाई मौत के यम। बध ु 6 जावे। वना दोन दिखया। ु
बध ु 12 मंगल का फल र ी होवे। ला.क . 281/8
मंगल बद 7 ला.क . 270/7 मंगल 9 अगर कायम तो देख
मंगल 6 माता से पहले ही बचपन बहृ पत म अरमान नंबर
बध
ु 8 म गजर
ु जावे। वना दोन ला.क . 124 और 162/14
लेिकन सरज
ू दिखया।
ु िनहायत मबारक ु फल।
चं का ता लक ु मंगल बद तो पदैाइश म
न हो। ु बेमुहार के
भेद। शतर
भेद।

172
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
िक सा वाला तखम
ु बद मंगल 10 अहल सरकार से फायदा
कहलाया जा सकता ह।ै चं 4 उठावे। बारौब गु से वाला
ला.क . 162/15-16 व होवे।
258/14 मंगल 10 आंख से काना होवे।
मंगल 10 सनीचर के घर मंगल राजा चं 5
होगा। जब से और जब तक मंगल 10 पोते पङोते वाला(उ लंबी
ला क ाथ
मंगल को कोई और ह न सनीचर 3 ु अपनी सांप कौवे क
ख़द
ै भी
देखता हो। वालदन उ ) जायदाद कायम मगर
ल े
मािनद राजा ह । बशतिक नकद दौलत म िनधन।
िक
मंगल अकेला हो। वना मंगल 10 पोते पङोते। ख़द
ु अपनी
दु मन ह के साथ सनीचर 3 उ बहत लंबी जायदादी
उनके वकत से और वकत चं 4 फल बहत मंदा मगर धन
ता
िव

ु उ ट होवे।
तक सब कछ कम होने क शत न होगी।

ु नर औलाद के िलये मंगल बद मय
ख़द
बङी उ तक तरसे या सनीचर 10 ला.क . 270/8
औलाद देर बाद होवे। मंगल 12 अपनी माता से पहले ही
मंगल 10 आंख से काना हो। बध
ु 8 ु जावे।
बचपन म गजर
सरज
ू 4 मगर चं या
मंगल 10 लङके पर लङका मरता सरज
ू का
सरज
ू 6 जावे। ता लक
ु न होवे।
अरमान नंबर 160-161
मंगल बद
ये ह हर इक बदी का मािलक, तुखम बद, शुतर बेमुहार हर काम टेढा (तुखम क
नाली या पे ाब गाह तक भी न सीधी) चं के समुं को जला दन े े वालां (मंगल बद
है ही तब जब क मंगल हो चं के ख़ाना नंबर 4 म। ले कन मंगल के घर ख़ाना नंबर
३ म चं न हो। या मंगल का चं या सूरज क मदद न िमली होवे) बुराई के िलये
हसद व क ना से पेट भरे ए (ऊंट क पानी से या चं से मुह बत

173
नही। रे त का दो त है या बुध का ता लुकदार ह।ै) हर इक के पांवो म सनीचर के
सांप क र सी का फं दा डालने वाला और लकिङय क बजाये (सनीचर ख़ क
लकङी माना है और इ सान को मार कर लकङी क तरह सुखा लेने वाला मंगल
बद ह।ै) आदिमय के जंदा िजसम को आग म झोकने वाला और एक दो तीन क
बोली पर बात खतम करने वाला तीन आंख का फ र ता अजल माना ह।ै सनीचर
के मारे ए तो बचते दख
े े गये ह। मगर मंगल बद का मारा आ फर जंदा होता न
दख
े न सुना गया।
मंगल नेक से फक
ला क ाथ
मंगल नेक जब कु डली म हो तो वो ह सबसे पहले इ सानी क़ मत म
उस ह क चीज से नेक शु करे गा (यािन अपने असर के वकत उसक िनशानी
ल े
होगी) जो ह क सबसे ऊंच और नेक होवे। मगर मंगल बद सबसे पहले िनहायत
मंदे ह से िमल कर उसके मंदे असर क मुतलका चीज से अपने आने क िनशानी
िक
दग
े ा।
सनीचर से फक
ता
जान से मार दन
े े वाली जहर या तेज हिथयार से फौरन मर जाना बङे
िव

भारी बोझ (मािनद पहाङ) के नीचे दब कर अचानक दम के दम मर जाना या एैसी



मौत मर जाना क ख़द मरे मगर बाद वाल क मौत का बहाना न होवे वगैरह
सनीचर के काम ह। कुं द हिथयार (पंजाबी खु डा) से मर जाना या मारना। लंबी
बीमारी से गल गल सङ सङ कर मरना । मौत दर मौत दख
े कर और आिखर पर
ख़द भी दिुखया होकर मरना या टटोल टटोल कर और दख
ु दख
ु कर मर गया ह।ै या
अभी जंदा पहचान कर फर मारना। ख़द मरना और बाद वाल के िलये भी मौत
का बहाना खङा कर जाना वगैरह मंगल बद के ही काम ह।
बनावट या बुिनयाद
क) काग रे खा रे खा मंगल बद क पूरी िनशानी होगी।
ख) सूरज के बगैर मंगल को मंगल बद ही िगनते ह। सूरज सनीचर इक े
(सांप बंदर क लङाई) खाली दिुनया बुध आकाश का तमा ा न िसफ दस
ू र का
बि क ख़द अपना घर फूं क तमा ा दख
े े मंगल बद का असर होता ह।ै अगर बुध
कायम या दरुसत हो तो उस वकत वाह मंगल ख़ाना नंबर 4 म ही यूं न हो। पूरा
नेक मंगल होगा।

174
2) मंगल के साथ - मंगल क रािश (ख़ाना नंबर 1-8) म सूरज न हो
या सूरज कसी दस
ू रे घर म (ख़ाना नंबर 6-7-10 या 12) म हो या सूरज अपने
कसी दु मन ह के ता लुक से (शु र ख़ाना नंबर 7, रा 5-9, के तू 3-6 यािन उन
तीन ह म से कसी के साथ इस जगह दये ए घर म सूरज भी हो जावे) खराब
असर का हो रहा हो या सूरज क तरह मंगल को चं क मदद भी न िमल रही हो
तो मंगल को मंगल बद ही िगनगे।
3) मंगलीक ख़ाना नंबर 4 का मंगल बद होता ह।ै िजसका बुरा असर
चार औरत (कु डली वाले क मां, नानी, सास जनानी) पर मौत तक होगा।
ला क ाथ
ले कन अगर ख़ाना नंबर 8 म या ख़ाना नंबर 4 म चं या सूरज या बृह पत हो तो
ख़ाना नंबर 8 मौत का घर न होगा यािन कु डली वाले क उ ज र लंबी होगी।
ल े
बाक बात म बेशक मंगल बद का धुंया आता रह।े जो बाद म कोई िगनने िगनाने
वाला न होगा। फज बेमायनी सा अंधेरा जमाना होगा।
िक
4) मंगल को सूरज बृह पत चं क मदद भी िमल गई होवे। ले कन
अगर सनीचर या मंगल के दु मन ह (बुध के तू लाल कताब सफ़ा 105) का साथ
ता
हो जावे तो सब कु छ िमला िमलाया मंगल बद हो जायेगा।
िव

5) द पापी (सनीचर के त,ू सनीचर रा ) या दो दु मन ह (बुध के तू



मुशतरका) के साथ मंगल नेक असर का होगा और दोन दस
ू र से उनका नेक काम
लेगा।
6) मंगलबद का बुरा असर लोग पर ता लुकदार पर भाई बंदो या
मुतलका दिुनयादार पर होता ह।ै मगर ख़द कु डली वाले पर कभी बुरा असर
नह मानते। यािन वो लोग के िलये बुरा असर दग
े ा। मगर ख़द अपने िलये बुरे
असर वाला न होगा।
7) मंगल बद और मंगल नेक (हर इक क बनावट जुदी जुदी जगह
िलखी गयी ह।ै) बामुकािबल ह तो मौत न ह गी। कारोबार या पैसा वगैरह
बरबाद होगा।
8) मंगल बद नर ह के घर म वा या हो या मंगल बद और नर ह
(सूरज बृह पत मंगल नेक) बामुकाबल ह तो अपने हक क र तेदार अपने खून
जाती के ता लुकदार और ख़द अपनी जान पर भी मंगल बद का बुरा असर होगा।
9) मंगल बद हो मखनस मंय पापी ह (बुध सनीचर) के बामुकाबल
या मखनस ह के

175
घर म तो दिुनयादार के बे नी र तेदार (हक क नह वैसे आम करीबी हो

सकते ह) बुध सनीचर क मुतलका ख़द जाती चीज के माल व असबाब पर मंगल

बद का असर माना ह।ै इ त दौलत (बीमारी वगैरह) या नीच सनीचर होगा।

मंदे हाल।

मंगल बद का इलाज
1) शुतर बेमुहार के क ना के नुकस इसके दल क बात इसके नाखून से
ला क ाथ
जािहर कर दगे। य क इसका दल या चं नह होता। या ऊंट को इसके पांवो के
ल े
नाखून के तू (क ना) सजा दलाते ह या वो के तू के बुरे असर को बरबाद करने के

इलाज से काबू होगा या चं क उपासना (पूजा) मदद दग


े ी। यािन चं िजस घर
िक
का कु डली के मुतािबक हो वही इलाज होगा।
ता
2) चं को िशवजी माना है (लाल कताब सफ़ा 118 ह नंबर 3) मंगल
िव


बद को भी िशवजी माना ह।ै (लाल कताब सफ़ा 281 नीचे क दो सतर 272 ऊपर

क दो सतर) यािन चं व मंगल बद दोन ही िशवजी माने गये ह। चं उ का

मािलक है और हर इक पर मेहरबान होगा। मंगल बद सब के िलये मौत का

भ डारा िलये फरता है या जहां चं होगा वहां मंगल बद न होगा। जहां मंगल बद

होगा चं न होगा। इसी असूल पर मंगल बद का इलाज चं क पूजना या मदद

ढू ंढना मुबा रक होगा।

अरमान नंबर 162


बुध
(लाल कताब सफ़ा 277 बुध के ह से मुतलका चीज क तसवीर) पीले

(बृह पत) नीले (रा ) मुशतरका स ज (बुध) रं ग के चौङे प के

176
हरे (जानदार सूखा आ नह ) दरखत पर गले म लाल कं ठी वाला तोता (लाल
कं ठी वाला तोता बृह पत क नकल करे गा यािन मंगल बुध से बेशक सोना ना
होगा जो बृह पत क मलक यत ह।ै मगर बृह पत क नकल या मल मा ज र
होगा। खाली ट ट करने वाला तोता न होगा।) जो बृह पत दोन जहान के मािलक
(हर दो हवा) गु क आवा ज क नकल अपनी 35 के हरफ से रं ग िबरं ग के पर
वाली मैना को सुना रहा ह।ै और िजसके नीचे दध
ू दन
े े वाली मगर मगने डाल कर
मुंह पर दाढी लटकाये ए पहाङी व मैदानी बकरा मगर बकरी (दिुनया म दध
ू दन
े े
वाला बकरा मौजूद होता दख
े ा गया ह।ै यािन इसम बकरे के नर होने के चीज भी
ला क ाथ
मौजूद और दध
ू भी दव
े े।) भेङ क तरफ दख
े रहा ह।ै प रं दो म चमगादङ के नाम से
भी ये बुध जाहर होता ह।ै ह चाल म तोते क 35 म कु डली के ख़ाना नंबर 9 को
ल े
उङाकर अपना भेद खोल गया ह।ै (अरमान नंबर 60 लाल कताब सफ़ा 40) ।
िक
ये बुध का भेद इ सान और हव
ै ान म अकल का दायरा ह।ै अगर नम आ तो
इतना क कलई का नाम पाया। अगर ताकत और क़ मत पकङी तो हीरा स ज
रं ग जबान पर रखते ही दम बाहर कर दन
े े वाला आ। गोल अ डा बना तो लेटा
ता
िव

आ तो नम था मगर खङा अ डा सखत इतना क मामूली जोर से तोङा न गया।



मंगल खून (तमाम मुतलका दिुनया) ने बुध क लङक को औरत का नाम भी
दया। क मां पहले थी या धी(लङक ) क दत
ं कथा इ। सूरज के आकार के बुध के
दायरा क हदबंदी (लङके को तङागी के तू को बुध को ख़ाना नंबर 6 म बांध कर
ब े के नर िह सा क मजबूती) को मालूम करने के िलये सारे आकाश म हवा घूमने
लगी। मगर बुध के अकल के दायरा के मह इद िगद क गोलाई क जांच भाल का
च र चलने लगा। आसमान व पाताल के दर यान आकाश म न मालूम उस
मािलक क बनायी इ कौन कौन सी चीज जाहरा व बातन म छु पी छु पायी रखी
ह। एक तरफ दल को मायूस करने वाला खयाल क :-
"पङे भटकते ह लाख दाना, करोङ पंिडत हजारो सयाने।
जो खूब दख
े ा तो यार आिखर, ख़दा क बात ख़दा ही जाने।"
मव न है तो दस
ू री तरफ इशारा ह।ै कः-
िजधर दख
े ता उधर तूं ही तूं ह।ै
क हर ौ म जलवा तेरा ब ह।ै

177
गो तूं (वो मािलक) ख़द नह ह।ै मगर तूं का जलवा या क र मा या अकस ज र ह।ै
यािन क़ मत को अपनी मज के मुताबक िलख तो नह सकते मगर िलखे को पढने
के िलये कोिशष ज र ह।ै अकल व सुराख बरतने और कु रे दने से घटता नह ।
इ लत मलौल का नतीजा ह बुत का झगङा गो होता नह ( ह बुत इक े चलते
ए को हजरते इ सान माना कहते ह।) मगर होता भी ज र ह।ै (वकत रहलत चल
जाने के वकत) ये होते ए भी न होना या बुध का होना कहलाता ह।ै
मां पहले क धी
लङक को बुध और माता को चं माना ह।ै माहवारी अ याम का खून
लङक को माता बनाता ह।ै नर ब े म ब ा पैदा करने के मादे के दन से लङके
ला क ाथ
(के तू) से बाप (बृह पत) कहलाया। के तू व बृह पत दोन दरवेश एक ही ह। के तू
पाताल का मािलक था (ख़ाना नंबर 6) तो रा आसमान का मािलक (ख़ाना नंबर
ल े
12) आ। दोन क दर यानी खाली जगह बुध ने संभाल ली पहले आकाश आ
या बुध लङक बना तो बाद म पानी आया (चं आ) या माता बनी। मतलब ये क
िक
अगर बुध नेक आ तो माता धमा मा और नेक इ। अगर बुध िबगङा तो अकल
मारी गयी तो चं र ी आ और माता गंदी बनी और सनीचर क सांपनी अपने ही
ब को खाने लगी।
ता
िव

बुध का दस
ू रे ह से ता लुक

ु ी म साथी - कु डली के खान म अगर बुध पहले घर म हो तो बुध का असर
बल होगा चं पर।
कु डली के खान म अगर चं पहले घर म हो तो चं का असर
बल होगा बुध पर
एक ही घर म मुशतरका बुध व कोई और ह बुध का फल र ी होकर दस ू रे
को बढा दग े ा।
हर तरह से खाली व अके ला बुंध दु मन ह के घर क पूरी नेक हालत पैदा
कर दगे ा।
ii) बृह पत के साथ रा हो तो बृह पत चुप होगा। मगर बृह पत के साथ
या बृह पत क ि म बुध हो तो बृह पत का नाश होगा। रा के साथ बुध हो तो
दोन बुध रा ऊंच और के तू के साथ हो बुध तो बुध घर का मगर के तू नीच होगा।
यािन के तू ऊंच होगा बृह पत के साथ।
iii) आम तौर पर िजस कु डली म के तू कायम या ऊंच हो इस
कु डली म बुध/रा नीच या नर ह / ी ह से िघरा आ होगा। (के तू
बल)

178
2) िजस कु डली म बुध कायम या ऊंच हो उस म के तू उस म के तू नीच दब ु ल
(कमजोर) होगा। ले कन अगर-
3) दोन ही एक ही हालत या ताकत के ह तो लङका लङक (बुध के तू) दोन ही
एक ही ताकत और हालत के ह गे। या जब लङका
और लङक एक ही बटन से इक े पैदा ह तो लङका के तू बरबाद या खतम होगा।
4) अगर के तू के घर ख़ाना नंबर 6 म या के तू के साथ बुध होवे तो के तू नीच होगा।
बुध नीच न होगा। बि क ऊंच होगा।
5) अगर रा ख़ाना नंबर 12 म बुध के साथ हो तो बुध नीच। ले कन रा ऊं च
होगा।
ला क ाथ
6) खत AB बुध क रे खा ह।ै जो शु र के बुज म जा िनकलती ह।ै हाथ म यही खत
सूरज क तर रे खा कहलाता ह।ै
A B
ल े
7) खत DC बृह पत क रे खा है जो 2 12
िक
चं से बृह पत म जा िनकलती ह।ै 3 1 11
और िपतृ रे खा कहलाती ह।ै
8) खत BA के नीचे क तरफ क
ता
4 10
िव

मशलस के ABC के खान म सूरज या


बुध वाह कसी भी घर (3 से 8) म

इक े ह या अके ले अके ले ह । बुध 5 7
9
मदद दग े ा सूरज को ऊंच होने म।
6 8
यािन सूरज नेक होगा।
9) खत BA के ऊपर क तरफ क D C
मशलश A D B के खान म सनीचर या बुध वाह इक े वाह
जुदा जुदा कसी भी घर म ह (1-2 व 9 से 12) बुध मदद दग े ा सनीचर को ऊंच
फल दने े के िलये। या सनीचर नेक होगा।
10) ऊपर क मशलशो म अगर सूरज हो जावे सनीचर वाली मशलशो म और
सनीचर हो जावे सूरज वाली मशलशो म तो ऊपर के िहसाब से बुध का ता लुक न
लग और न ही इस हालत म जब सनीचर मुशतरका ह ।
11) मशलश CAD ख़ाना नंबर 1 से 5 और 12 व ख़द बृह पत ऊंच होगा और
सूरज को मदद दग े ा। वाह सूरज कसी भी घर म वा या हो।
12) मशलश CAD म (ख़ाना नंबर 6 से 1) बृह पत ऊंच होगा और मदद दग े ा
सनीचर को वाह

179
सनीचर कु डली म 1 से 5 व 12 कसी भी घर म होवे।
13) बुध िजस रािश म बैठा होवे। अगर उस रािश के घर का मािलक ह धन रािश
नंबर 9 म जा बैठे तो शादी और गृहसथ म इस ह के फल के मंदे नतीजे ह ग जो
ह एैसी हालत का नंबर 9 म बैठा हो ( वाह वो बुध का दो त हो वाह दु मन)।
इस मुसीबत के वकत रा के तू का उपाय इनके अपने अपने दो त ह का मंदा फल
हटा कर नेक कर दग
े ा यािन बुध या सनीचर या के तू के िलये रा का उपाय, शु र
या रा के िलये के तू का उपाय, चं व सूरज बृह पत के िलये मंगल नेक का उपाय,
मंगल के िलये बृह पत का उपाय मगर बुध के िलये अपने फल पर ये शत न होगी।
ला क ाथ
(अरमान नंबर 6 बुध नंबर 9 दख
े )
बुध का अ डा
ल े
अकल का बीज नह मगर अकल क नकल ही बुध का अ डा ह।ै जो
कु डली के ख़ाना नंबर 9 म पैदा होता ह।ै ह कु डली म।
िक
खङा अ डा (मैना-आम बकरी) बुध कु डली के ख़ाना नंबर 2,4,6 म होगा
लेटा आ अ डा (भेङ) बुध कु डली के ख़ाना नंबर 8-10 म होगा
ता
गंदा अ डा बुध कु डली के ख़ाना नंबर 12 म होगा
िव

आम हालत (मां धी) बुध कु डली के ख़ाना नंबर 1-7 म होगा



चमगादङ ( कसी चीज का साया या अकस मगर बुध कु डली के ख़ाना नंबर 3-9
म होगा
असल चीज िजसका साया या अकस है पता न लगे क वा कहां ह)ै
दध
ु वाला बकरा मगर बकरी दाढी वाली बुध कु डली के ख़ाना नंबर 5 म होगा
चौङे प वाला दरखत। मैना को उपदश
े व लाल क ठी वाला तोता। बृह पत क
नकल बुध कु डली के ख़ाना नंबर 11 म होगा
बुध क खाली नाली
हर तीसरे घर के ह यािन 1-3 कभी बाहम नह िमल सकते। इसिलये बाहम
असर भी नह िमल सकते। ले कन अगर बुध क नाली से कभी िमल जाव तो वो
बाहम बुरा असर न दगे। अगर नेक हो जाव तो बेशक हो जाव।
2) शु र बुध दोन इक े ही मुबा रक ह और ख़ाना नंबर 7 दोन का प ा घर ह।ै
ले कन जब जुदा जुदा ह और अपने से सातव पर ह तो दोन का फल र ी। ले कन
जब तक

180
इस सातव क शत से दरू ह मगर ह दोन जुदा जुदा तो बुध िजस घर म बैठा हो।
वो (बुध) उस घर के तमाम ह का और उस घर म उनके बैठे ए होने का अपना
अपना असर शु र के बैठे होने वाले घर म नाली लगा कर िमला दग
े ा। यािन दोन
घर का असर िमला िमलाया आ इक ा ही िगना जायेगा। फक िसफ ये आ क
शु र अपने घर का असर बुध बैठा होने वाले घर म नह ले जाता। मगर बुध अपने
बैठा होने वाले घर का असर उठा कर शु र बैठा होने वाले घर म जा िमलाता ह।ै
क सा कौताह जब कभी शु र के घर का राज हो या रािश नंबर के ह बोलने का
वकत आ जावे। तो शु र बैठा होने वाले घर म बुध बैठा होने वाले घर का असर
ला क ाथ
साथ िमला आ िगना जायेगा। मगर बुध बैठा होने वाले घर के तखत क
मालक यत या रािश नंबर के घर के ह के बोलने के वकत अके ले ही उन ह का
ल े
होगा। िजन म क बुध बैठा हो। शु र बैठा होने वाले घर के ह का असर बुध वाले
घर म िमला आ न िगना जायेगा।
िक
बुध शु र के इस तरह असर िमलाने के वकत अगर बुध कु डली म शु र
से बाद के घर म बैठा हो तो बुध का अपना जाती असर बुरा असर होगा और अगर
ता
बुध कु डली म शु र से पहले घर म बैठा हो और उठा कर अपने बैठा होने वाले
िव

घर का असर ले जावे शु र बैठा होने वाले घर म तो अब बुध का लाया आ असर



म जाती अपना असर बुरा न होगा। बि क भला ही िगना जायेगा। इस िमलावट के
वकत अगर बुध वाले घर म शु र के दु मन ह भी शािमल ह तो शु र इजाजत
न दग
े ा क बुध अपना बैठे होने वाले घर का असर शु र बैठा होने वाले घर म
िमला दव
े े। यािन एैसी हालत म बुध क नाली बंद होगी और शु र को जब बुध क
मदद न िमली तो शु र अब बुध के बगैर पागल होगा। ले कन अगर बुध के साथ
वहां शु र के दो त ह ह तो शु र कोई कावट न दग
े ा। बि क बुध को ज र
अपना असर शु र बैठा होने वाले घर म ले जाना पङे गा हो सकता है क एैसी
िमलावट म रा के तू दोन ही शािमल ह । (ये हालत िसफ उस वकत होगी जब
रा के तू अपने से सातव घर होने क वजह से बुध और शु र भी आपस म सातव
घर पर ह गे।) तो मंदा नतीजा होगा। खास कर उस वकत जब बुध होवे शु र से
बाद के घर म और साथ ही रा या के तू का दौरा भी आ जावे और उधर रािश नंबर
के घर बोलने वाले िहसाब से दस
ू रा भी बोल पङे तो ये वकत (जब क इस िमलावट
म रा के तू शु र बुध

181
के साथ िमल रहे ह और रा के तू का अपना उधर राज या रािश नंबर पर इक े होने
का भी वकत ह)ै कु डली वाले के िलये मारग अ थान का भयानक जमाना होगा।
ले कन अगर ये शत पूरी न ह या बुध होवे शु र से पहले घर म तो ये मंदा जमाना
न होगा। मंदा जमाना िसफ रा के तू के दौरा के वकत का होगा। शु र या बुध के
दौरा के वकत ये लानत न होगी।
इस बुध क नाली का खास फायदा मंगल से मुतलका ह।ै बाज वकत मंगल
को सूरज क मदद िमलती इ मालूम नही होती या चं का साथ होता आ मालूम
नह होता। इस नाली क वजह से मंगल को मदद िमल जाती ह।ै और मंगल जो
सूरज चं के बगैर मंगल बद होता ह।ै मंगल नेक बन जाता ह।ै इसी तरह ही मंगल
ला क ाथ
बुध बाहम दु मन ह।
मंगल के बगैर शु र क औलाद कायम नह रहती। बुध जब मंगल के साथ
ल े
होवे। तो वो लाल क ठी वाला तोता होगा और ख़द उठकर और मंगल को साथ
िक
उठाकर शु र से िमला दग
े ा या शु र क औलाद बचा दग
े ा। िजससे कु डली वाला
ला औलाद न होगा। एैसी हालत म बुध या शु र के बाहम पहले या बाद के घर म
होने पर बुध के जाती असर क बुराई क शत न होगी। भलाई का असर ज र
ता
िव

होगा। यां क मंगल ने शु र के दौरा के पहले साल म अपना असर ज र िमलाना


ह।ै गोया बुध क नाली 100 फ सदी, 50 फ सदी, 25 फ सदी और अपने से सातव

होने क ु ी से बाहर एक और ही शु र और बुध क बाहम ु ी है और ये है
इसिलये क शु र म बुध का फल िमला आ माना जाता ह।ै िमलावट म रा के
साथ होने के वकत जब शु र ने बुध का बाहर ही रोक दया तो शु र म बुध का
फल न िमला तो बुध के बगैर शु र पागल होगा या शु र ख़ाना नंबर 8 के असर
वाला होगा। इसी तरह पर शु र के बगैर बुध का असर िसफ फू ल होगा फल न
होगा यािन कौतबाह होगी तो मंगल क ब ा पैदा करने क ताकत का शु र को
फायदा ना िमलेगा।
बुध के दांत
दांत कायम ह तो आवाज अपनी मज पर काबु म होगी। गोया बृह पत
क हवाई ताकत पर (पैदाइश औलाद) काबू होगा। मंगल भी साथ दग
े ा। यािन जब
तक दांत (बुध) न ह चं मदद दग
े ा। ''जब दांत न थे तो दध
ू दया् जब दांत (बुध)
दये तो या अ (शु र) न दग
े ा।'' यािन बुध होवे तो शु र क ख़दबख़द आने क
उ मीद होगी। ले कन जब दांत आकर चले गये।

182
(और मुहं के ऊपर के जबाङे के ) तो अब मंगल बुध का साथ न होगा न ही बृह पत
पर काबू होगा या उस श स या औरत के अब औलाद का जमाना खतम हो चुका
होगा। जब क ये दांत आकर चले गये या खतम हो गये। दांत गये दत
ं कथा गयी।
बृह पत खतम तो लाऔलाद आ।
अरमान नंबर 163 से 165
सनीचर सूरज के बाहमी झगङे क तरह बुध बृह पत क खास दु मनी
का मुफिसल िजकर अरमान नंबर 125 से 129 म िलखा ह।ै
बृह पत रा (जद * नीला) = बुध (सबज रं ग) बुध कायम तो शु र चं
ला क ाथ
और मंगल बद का बुरा असर न होगा
मंगल बद व बुध मुशतरका सनीचर नीच फल का होगा।मंगल बुध मुशतरका =
ल े
क ठी वाला तोता बृह पत क नकल कर लेगा। बुध अपनी नसफ याद तक जुदा
असर जािहर न कर सके गा। मंगल को बुध मंगल बद बनायेगा। जब मंगल पहले ही
िक
बद हो। यािन सूरज क मदद मंगल को न हो। वना बुध चुप होगा। खु फया दु मनी
करे गा।
ता
बुध शु र = मशनोई सूरज बुध सूरज मुशतरका का पूरा नेक असर औरत
िव

पर होगा।

बुध रा बाहम दो त ह। शु र बुध क तरह जब इक े ह तो मुबा रक।
अगर जुदा जुदा होकर ु ी म आ िमल तो दोन का ही फल र ी होगा। कु डली म
जब बुध बाद के घर म हो और बृह पत होवे बुध से पहले घर म तो उ के पहले
34 साल तक बृह पत का असर नेक होगा। िजस दन 34 साल के बाद बुध शु
होगा बृह पत का असर मंदा हो जायेगा। अगर उ ट हालत म ह तो नतीजा उ ट
होगा।
बुध शु र का दो त ह।ै ले कन मंगल के साथ हो जावे तो शु र को शेर के
दांत दखा दग
े ा या शेर गाय पर हमला कर दग
े ा। हालां क मंगल शु र दो त ह।
अके ला बुध हर तरफ से खाली। बगैर धूप जंगल होगा। दस
े परदस
े क जंदगी और
लालच का सबब होगा। एैसा बुध अपनी नसफ याद या 17 साल तक कोई भी
बुरा या भला असर न दग
े ा। मगर तजारत म फायदा ही रह।े रा के तू जब अके ले
ही ह और बुध कसी एक के साथ हो जावे तो मौत क िनशानी होगी। खासकर
जब बुध या रा या के तु का दौरा और वकत होवे।

183
बुध का तमाम ह से ता लुक
ह सूरज चं - शूककर बृह पत मंगल रा के तू सनीचर
ता लुक होगा पारा दही म पानी राख शेर के हाथी का कु े क कलई
बुध का मािनद A* दांत सूंड दम

A* दही से पानी िनकालना हो तो दही पर (शु पर) कपङा (चं ) रख द
और ऊपर (कपङे के ) राख (बुध) िबछा द। दही खराब न होगा। बि क पानी सब
राख पी जायेगी। यािन बुध चं को खा लेगा। मगर शु र को जरा भी खराब न
होने दग
े ा।
ला क ाथ
सूरज को अगर बंदर मान तो बुध इसक दम
ु होगा। लंगूर क दम
ु के काम
मश र ह। के तू कु े क दम
ु ने कु े को पागल कया। िजस कु डली म बुध नीच हो
ल े
के तू का फल भी पागल कु े क तरह मंदा होगा।
बुध का भेद
िक
(अलफ) अरमान नंबर 181 के मुतािबक जब कु डली हर तरह से
मुक मल हो और ख़ाना नंबर 1 का हद
ं सा दक
े र हर तरह से बात खतम हो चुक हो
ता
तो बुध का खास भेद या बुध क तबीयत दख
े ने के िलये मुदरजा जैल असूल होगा।
िव

9 ह कु डली के कसी न कसी घर म वाह अके ले अके ले या अके ले



अके ले घर म वाह एक ही घर म कई एक या आइ इक े ही ह (रा या के तू अपने
से सातव के असूल पर होने क वजह से दो म से एक ज र बाहर रह जायेगा) तो
हरएक क अपनी ताकत बामुजब अरमान नंबर 27 क िमकदार को ख़ाना नंबर
के हद
ं सा िजस म क वो ह बैठा होवे। जरब दे दे कर न ही ह के जवाब का
मजमूया (जोङ) कर 9 पर तकसीम कर। अगर :-
1) बाक कु छ न बचे तो बुध का वभाव उस कु डली के ख़ाना नंबर 5 म
बैठे ए ह का होगा। अगर ख़ाना नंबर 5 खाली ही होवे तो िजस घर म सूरज हो
और जैसा उस घर म वो (सूरज) हो वैसा ही बुध होगा।
2) अगर कोई न कोई कसर का हद
ं सा बच रहे तो उस कसर क िमकदार
के िलये अरमान नंबर 27 म जो ह मुकरर ह।ै वह ह कु डली म जहां बैठा हो।
उस ह क ताकत व वभाव का बुध होगा। ये वभाव बुध का जाती वभाव
होगा। जैसा क सनीचर का जाती वभाव। (अरमान नंबर 168 रा के तू के
सनीचर के पहले या बाद के घर म होने पर) मुकरर ह।ै

184
नाम ह बहृ पत सरजू चं शु कर मंगल बध ु सनीचर राह केतू िमजान
कुं डली म िजस 4 3 6 5 5 3 12 2 8
घर का है
ह क ताकत 6/9 9/9 8/9 7/9 5/9 4/9 3/9 2/9 1/9 45/9= 5
ख़ाना नंबर क े
िहंदसो को ह 24/9 27/9 48/9 35/9 25/9 12/9 36/9 4/9 8/9 219/9=
3
क ताकत से 24-9
जरब
कु ल िमजान 24 3/9 म से पूरे पूरे हद ं से छोङ द तो 3/9 बाक रहा। जो
सनीचर क ताकत ह।ै जो ख़ाना नंबर 12 म बैठा ह।ै ये आ बुध का वभाव यािन
बुध ख़ाना नंबर 3 म अके ला बैठा ह।ै वो ख़ाना नंबर 12 म बैठे ए सनीचर के
ला क ाथ
वभाव का है और अरमान नंबर 168
राह 2 सनीचर
के मुताबक ऊपर दी इ कु डली म 12
ल े
सरजू
(पहले घर म रा बाद म के तू और बधु 1
11
आखर पर सनीचर) सनीचर का जाती 3
िक
वभाव ''खराब '' फल का ह।ै इसिलये 4
बहृ पत 10
जब बुध का वकत होगा सनीचर
ता
दोगुना मंदा फल दग े ा। य क बुध व ५
िव

7
सनीचर दोन ही खराब वभाव के ह। शककर ू 9
मंगल

(बे) बुध का वभाव िजस ह से 6 8
चंदर के तु
िमलता हो उपाय उस ह व बुध दोन
को िमला कर करना होगा।
2) ख़ाना नंबर 3 या 9 के बुध के िलये अरमान नंबर 178 म लाल गोली क मदद
लेव। मगर खयाल रहे क अगर बुध नेक वभाव सािबत होवे तो लोहे क बजाये
शी े क गोली लेव। िजस पर या िजस म वो रं ग कर या शािमल होवे जो रं ग क
उस ह का ह।ै िजस ह के वभाव का क बुध ऊपर के ढंग का सािबत आ होवे।
ख़ाना नंबर 12 के बुध के िलये न ह वाले क मदद (अरमान नंबर
62/94 बजज 92) का इलाज या के तू (कु ा रं ग िबरं ग याह सफे द मगर सुख न
हो) का कायम करना मुबा रक होगा।
''असल बुध''
असल बुध खाली खलाव, सफे द कागज, शी ा और फटकङी होगा। जब
इस पर जरा सी मैल या कसी भी और ह का ता लुक आ तो इस क गोलाई का
मरकज मालूम करना एैसा ही मुश कल होगा जैसा क जमीन का म र मान लेना।
इसिलये इसक जांच मुक मल कर लेना ज री होगी।

185
अरमान नंबर 166-167
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध
ु सनीचर वही असर जो बध
ु ख़ाना बध
ु 2 16 से 19 साला उ के
बामका
ु नीच नंबर 2 व बहृ पत ख़ाना बहृ पत 6/7 दर यान न िसफ िपता क
िबल उ खराब करे । बि क उस
बध
ु बहृ पत नंबर 6 का ह।ै का तोशा भी बरबाद करे ।
बामका
ु ला.क . 150/16
बल बध
ु 3 ऊंच फल और धपू के बगरै
ला क ाथ
बध
ु 1 िदमागी ख़ाना नंबर 37 ु ी खाली जंगल होगा। पहली बहन
ल े
ु ी खाली सनीचर से मशतरका
ु राग होगी और मबारक
ु असर
का मािलक। सरज
ू का क । िदमागी ख़ाना नंबर
िक
असर नेक होगा। मगर 39 मंगल से मु तरका।
ख़द
ु बध
ु का अपना असर वजह सबब क ताकत का
ता
तजारत िहकमत स ज मािलक हो।
िव

रं ग वगरैह सब मंदे फल ु ी ख़ाना नंबर 9 के सब



देव। लालची देस परदेस म असर को बेबुिनयाद करे
घमने
ू वाला तोता च म और वहां कोई भी ह ह ।
होगा। खाली िसर के ढांचा वो भी बेबुिनयाद ह गे।
का ही मािलक होगा। बध
ु 3 मंदा फल होगा।
बध
ु 1 नशेबाज का सरदार। चं 5
चं 7 जबान के चसके का मारा बहृ पत 9
हआ। बध
ु 3 दोन घर का दु मनाना
बध
ु 1 औलाद के िब न। मंगल बद 5/11 और मंदा फल हो।

राह 1 बध
ु 3 न िसफ कु डली के ख़ाना
बध
ु 2 िदमागी ख़ाना नंबर 38 चं 11 नंबर 3 (भाई बंद) का मंदा
ु ी खाली बहृ पत से मशतरका
ु फल होगा बि क बाक 3
जबानदानी। इ जत मान बचने वाले मकान का
का सरोवर। नेक असर।

186
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध ु 3 उ दा असर (ला.क . सफ़ा असर। िदली ताकत
च 11 80 जज ु 8) भी (अगर कोई िनक मा। ख़दकशी।

जारी एैसी ज ी हो भी) हर तरह राजयोग 280/6
से जायल और खराब बध ु 4 ला.क . 285/12
होगा। सरज ू 5 राजयोग
बध ु 3 िसर क े रे खा होगी। बहृ पत 9
शु कर कायम चं नीच का बरा ु फल न कायम
ला क ाथ
ु ी खाली होगा। बध ु 5 िदमागी ख़ाना नंबर 41
बध ु 3 िसर क े रे खा का ि खाली सरजू से मु तरका। इंसानी
ल े
शु कर र ी उमदा असर तो होगा। खसलत उमदा।औलाद का
ु ी खाली लेिकन अगर चं नीच बरा
ु असर न होगा। न ही
िक
होवे तो र ी चं का बरा ु मकान का ज ी असर जो
फल होने से न केगा। बाक 5 बचने वाले मकान
ता
िसवाय सौतेली माता का होता है (ला.क . सफ़ा
िव

कायम होने के। 81 जजु 10) खराब होगा।



बध ु 3 औरत व औलाद का फल बध ु 5 जवानी (34 साल उ के
शक ु 4 बहत दे र बाद (34 साल सरज ू ९/3 बाद) म िक़ मत जागेगी।
बाद) उमदा होवे। बध ु 5 उमदा फल होगा।
बध ु 3 बध ु दोन ह का फल र ीचं 3
सरज ू 9 करे िनहायत बरी ु िजंदगी बहृ पत 9
सनीचर 11 होगी। बध ु 5 दोन ह का अपना
बध ु 3 ला.क . 295-296/2 बी चं ११ अपना असर होगा।
सनीचर 7 बधु 6 पौदे लगा हआ उमदा फल।

बध ु 4 िदमागी ख़ाना नंबर 40 ु ी खाली बध ु का जाती असर।
ु ी खाली चं से मशतरका।
ु महु बत िदमागी ख़ाना नंबर 42
के तीन िह से। मकाबला ु रजामंदी का मािलक होगा।
एक चीज का दसरी ू से। खरबजा ू को देख खरबजा ू
कुं भ पानी का खाली कोरा रं ग बदलने क ताकत
घङा उमदा शगन ु क तरह होगी। पहली औलाद
माली नेक लङक होगी। मबा ु रक

187
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध ु 6 असर क । ऊंच फल या घर झगङ का फै सला हक म
ुि खाली का बध। ु ख़ाना नंबर 2 के होवे। ला.क . 283/1
जा री ह के ु ी के ता लक ु बध ु 6 औरत अमीर खानदान से
से फै सल होगा। ऊंच फल सनीचर 9/11 और खशनसीब ु होवे।
का सािबत होने पर उ म बध ु 6 माता बचपन म ही गजर

फल। यािन ला.क . मगंल 4/8 जावे। वना दोन दिखया ु
216/19अलफ, 283/1 व ला.क . 281/7
ला क ाथ
280/6 बध ु 6 िमसल राजा।
बध ु 6 राजयोग बज रया कागजी चं 6
ल े
जब उं च हो कारोबार। छापाख़ाना बध ु 6 ी व औलाद दोन का
और वगरैह अज पबिलक। शु कर 4 फल बहत देर बाद नेक
मगर नेक और ईमानदारी होगा। खासकर बध ु क
िक
बहृ पत क़ायम का धन साथ देवे। जायदादी उ 34 साल के बाद अ छा
फल उमदा। सनीचर क े होगा।
या सनीचर क़ायम मतलका काम के नेक बध 7
ता
ु ु वीरान जंगल च रं द से
िव

नतीजे। ु ी खाली खाली। खी हालत क


या अज कलम ख़द। ु राज गहसथ।
ृ या क लर जमीन

सरज ू क़ायम दरबार सरज ू का पराू नेक होगी। रे िग तान हो
असर। मगर नेक व सकता ह।ै िजसम िचकनी
ईमानदारी का धन साथ िम ी का िनशान न हो।
देवे। बध ु 7 समं ु पार लंबे लंबे सफर
बध ु 6 रे त को सीमट बनादे। चं 1 के नेक नतीजे ह गे।
शु कर 6 लङके न ह गे। मगर
लङक यां ही मशनोई
सरज ू क तरह उ म फल बध ु 7 औरत अमीर खानदान से
दगी। सनीचर 10 और खशनसीब ु होगी।
बध ु 6 िसर क े रे खा का
शु कर कायम उ म असर। चं का बरा ु बधु 8 मामू खानदान सफाचट
ु ी खाली फल न हो सकेगा। अगर ु ी खाली होगा।बिहन पर भी मंदा
शु कर र ी तो चं का हाल होगा। मगर भाइय
बराु असर (जबिक चं भी पर कोई ता लक ु नह
र ी हो रहा हो।) िसफ माता िगनते। पौदे से टटा ू हआ
क जान पर हो सकेगा। फलू होगा। ला.क . 269/4

188
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध ु 8/12 माता से पहले ही बचपन बध ु 10 समंु पार लंबे सफर के
मंगल 6 म गजरु जावे। वना दोन चं 4 बज रया/मतलका ु नेक
लेिकन चं या दिखया
ु ह गे। नतीजे ह गे।
सरज ू का ला. क . सफ़ा 281/8-9 बध ु 11 एैजन।
ता लक ु न होवे चं 5
बध
ु 8 िपता क उ खतम करने बध ु 11 चं के वकत बाक 3
बहृ पत 2 के इलावा (ख़द ु अपनी 16 चं 3 बचने वाले मकान क
ला क ाथ
से 19 साला उ तक) इस हालत क तरह (ला.क .
का तोशा भी खराब करे । सफ़ा 80 जज ु 8) का
ल े
बिहन,भआ,माम
ु ू तबाह। िक़ मत का हाल होगा।
बध
ु 9 तमाम ही ह व ख़ाना बध ु 12 ख़ाना नंबर 6 का कल ु
िक
नंबर 9 का असर जायल। असर और ख़ाना नंबर 6
सब क जङ म पारा डाले। के तमाम ह का असर
ु के दो त ह
वाह वो बध ( वाह बध ु के दो त ह
ता
िव

वाह दु मन। मगर सरज ू वाह दु मन) बरा ु कर


मंगल दोन ही बध ु के े े
देव। कु क दम ु क तरह

साथ ख़ाना नंबर 9 म ह टेढा रहे और हाथी क संड ू
तो बध ु दोन के मकाबला
ु क तरह क चङ फके।
पर चपु होगा और उनको दीवाना या हङकाया कु ा
भी सोये हए बना लेगा। या वो कु ा िजसक दम ु
मगर जङ खाली न करे गा बाहर क तरफ और महंु
न बोलेगा और न ही काटने के िलये अपने ही
उनको बोलने देगा। लसङेू मकान क तरफ हो। दम ु
क िगटक सा जमाना अलहदैा काट देने के बाद
होगा। (नेज अरमान नंबर सांप क िसफ िसरी या िसर
6 देख) ला.क . 145/4-5 िजसको मारना ही
व 163/17 मिु कल हो जावे। मतलब
बध
ु 10 सनीचर क जायदाद ये िक कु डली वाले के
उमदा। जबान का चसका िलये ख़ाना नंबर 6 का
खराबी का सबब होगा ( वाह कोई भी ह हो)
अपनी जात

189
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध ु 12 े
क िलये बराु असर होगा। बध ु 12 बेएैतबारी। मंदे काम।
जा री या अपनी जान पर ख़ाना सनीचर 6 जायदाद उङा देवे।
नंबर 6 का बरा ु असर पदैा
करने के िलये ख़ाना नंबर बध ु 12 राजदरबार क आमदन के
6 वाल को बरबाद करे गा। सरज ू 6 इलावा राज दरबार का
लेिकन अगर वो ह ख़ाना ु खराब कर देवे।
ता लक
ला क ाथ
नंबर 6 म बरेु असर कर
देने वाले ह तो उनके बध ु 12 िपता क उ बरबाद और
ल े
मतलकु न का मदद देगा। बहृ पत 6 ख म के इलावा िपता का
मगर गरीबी का साथ न तोशा तक भी खराब करे ।
िक
देगा। और अमीरी का भी
उसे अपनी जान के िलये बध ु 12 माता भाग र ी। ख़दकशी

कोई भी फायदा न होगा। चं 6 तक नौबत मगर बवजह
ता
बध ु 12 राह का फल र ी होगा। गरीबी न होगी।
िव

राह 6

बध ु 12 केतू का फल र ी होगा। बध ु 12 मंगल का बरा
ु फल और
ेकतू 6 मंगल 6 र ी हालत कर देगा। बहन
बधु 12 शु कर ख़द ु नीच होता ह।ै भाई मौत के यम ह गे।
शु कर 6 बध ु व शु कर दोन का
दोन घर का फल र ी बध ु 12 ु जावे।
माता बचपन म गजर
होगा। मंगल 4 वना दोन दिखया।

अरमान नंबर 168 ता 170
सनीचर
ये ह पापीय के टोले का मािलक और अपनी ताकत म अके ला सानी ह।ै
अगर ये गक करने म बदनाम आ तो एक ही ल हा म तारने वाला भी ज र ह।ै
शु र को गाये और सनीचर को भस माना गया ह।ै शु र के तू का दो त है और के तू
सनीचर का एैजंट ह।ै सनीचर व के तू = सनीचर को भैर (लाल कताब सफ़ा 118
ह नंबर 7) के तू को कु ा माना है भैर का कु ा। के तू को गाय (लाल कताब सफ़ा
११८ ह नंबर ९) शु र को िम ी और गोबर।

190
गाय का गोबर। काम दव
े क नाली के तू को माना गया ह।ै गाय को सब गऊ माता
कहते ह और सनीचर को कसी ने अ छा नह कहा। गाय बैल क िसफत से हम
कोई मतलब नह । इ म सामु क के ह के तू के ता लुक म हम दख
े ना है क
कामदव
े का कौन क ङा ह।ै गाय का ब ा जवान आ कामदव
े क ताकत पैदा हो
जाने पर वो अपनी माता को पहचान नह सकता या शु र कामदव
े (के तू) क
दो ती म सब कु छ भूल जाता ह।ै मगर सनीचर क भस के ब े ने जवानी म काम
दव
े के वकत अपनी मां को पहचान िलया।
मतलब ये क सनीचर गो बदनाम ह।ै मगर कामदव
े का क ङा नह ह।ै के तू
ला क ाथ
को लङका भी माना ह।ै हर इक अपने ब े को बचाता और पालता ह।ै मां ब े क
मुह बत सब को मालूम ह।ै मगर सांपनी (सनीचर को सांप भी माना है । सांप क
ल े
मादा को सांपनी कहते ह) अपने ब को खा जाती ह।ै के तू को सूअर माना ह।ै जो
गोली लगने के वकत गोली चलने क जगह आकर दम दग
े ा। मगर सनीचर मार
िक
पङने या मार करने के वकत चार तरफ चल जाता ह।ै मंगल का शेर भी पानी म
तैरते वकत सीधा तैरता है और खुंखारी के वकत रा के हाथी को चुप करा लेता ह।ै
ता
मगर सनीचर के सामने अपना फल सनीचर को ही दे दग
े ा। बुध तो सनीचर के
िव

िलये है ही अपना साथी। सांप के जहर के मािलक सांप के दांत ही तो सनीचर क



जहर का काम करते ह। सनीचर इतना रहम दल भी है क अ वल तो इसने शु र
को िजस ने कसी को नीच नह कया। मदद दन
े े के िलये अपना दो त बनाया ह।ै
िजसम के तू कामदव
े भरा आ ह।ै मगर सनीचर ने मंगल के घर ख़ाना नंबर 3 म
जहां क सब ह धन दौलत के मािलक होते ह। अपने िलये दौलत रखने का ाप ले
िलया है और एैवज म ख़द मंगल को अपने घर ख़ाना नंबर 10 म राजा क दौलत
बखशी ह।ै बृह पत दोन जहान का मािलक होते ए सनीचर के घर ख़ाना नंबर
10 म नीचताई के काम करता ह।ै नीच कहलाता है और मंदा फल दत
े ा ह।ै मगर
सनीचर बृह पत के घर म कभी बुरा फल न दग
े ा। सूरज इतना बलवान है क कोई
उसका रा ता नह बदला सका। मगर सनीचर जो सूरज का लङका माना ह।ै जब
अके ले सूरज के साथ आ बैठे तो बुध क तरह खाली मैदान कर दग
े ा। मगर अपनी
बुराई क पूरी ताकत बरतेगा। ले कन अगर सूरज अपने साथ बृह पत को ले बैठे
और सनीचर को भी वहां आना पङे तो सनीचर अपनी ताकत से दोन ही सूरज
बृह पत के बल को बरबाद कर दग
े ा और एैसा मारे गा

191
क दोन का िनशान न िमले। हालां क बृह पत के सामने ये बुराई नह करता।
िजस कदर सनीचर के मुकाबला पर इसके दु मन ह तादाद म बढते जाव।
सनीचर अपने रा त को बढाता जायेगा। ये ख़द बुराई नह करता। बि क उसके
एैजंट रा के तू बुराई वाल के काम इस के पास फै सले के िलये लाते ह। बुरे काम
का नतीजा बुरा ही होता ह।ै बुरा ही फै सला करना हो इसीिलये ही बदनाम ह।ै
मकान
(सनीचर जब रा के तू के ता लुक से नेक असर का सािबत हो और रा या के तू
के साथ ही बैठा हो तो मकानात बनगे। जब रा के तू के साथ ही मगर बुरे असर का
ला क ाथ
हो तो बने बनाये मकानात भी सब बरबाद और िबकवा दग
े ा।)
सनीचर का सांप सब को डग
ं मारता ह।ै मगर इकलौते लङके (सूरज)
ल े
और हामला औरत के सामने ख़द अंधा हो जाता ह।ै हालां क बीनाई का ये ख़द
मािलक ह।ै सनीचर मकान का मािलक है मगर सनीचर का सांप यागी होने का
िक
सबूत दत
े ा ह।ै सांप कभी अपना िबल बना कर नह रहता। सूरज का बंदर भी
अपना घ सला नह बनाता। मगर ज रत के वकत सांप को सनीचर क जमीन
ता
ख़दबख़द ही फट कर पनाह दे दत
े ी ह।ै सनीचर के काले क ङे लाख उपाय कर अपने
िव

भौन क जगह नह बदलते। ले कन जरा सा दध


ू डालने लगो वो क ङे ख़दबख़द

चले जायगे। दध
ू चं का है चं माता ह।ै सनीचर माता को पहचान लेता ह।ै मगर
माता इसके पास नह रहती। वो इसके घर म नीच फल दग
े ी। चं ख़ाना नंबर ८ म
जहां क सनीचर का हड
ै कवाटर है मंदा फल दत
े ा ह।ै मगर उ लंबी होती ह।ै जो
चं क आशीवाद ह।ै जो वो माता सनीचर को भी बखश दत
े ी ह।ै इसीिलये उ के
मािलक चं ने सनीचर के सांप और कौवे क उ लंबी क ह।ै मौत के वकत का
हाल तरसा तरसा कर मारना मंगल बद ने संभाला ह।ै सनीचर अगर मारे गा तो
तरसायेगा नह । फौरन फै सला कर दग
े ा। मार दग
े ा या बरी कर दग
े ा। सनीचर
पाताल का मािलक ह।ै बृह पत तो डर के मारे जद रं ग होकर साधू ही बन गया है
और सूरज जो सनीचर का बाप माना गया ह।ै सनीचर के दो त शु र क िम ी या
अपने दो त चं क धरती माता पर कभी भूले से भी नह आता। क सा कौताह
सनीचर का डर ज र है और इसके फै सला का एैतबार नह क सजा या दग
े ा।
रा के तू पोल खोल दग। सनीचर का फल अ छा होगा या मंदा। रा के तू के
ता लुक से जाहर हो जायेगा।

192
ु रबानीककेे बकरे
हह कक कुकरबानी बकरे
सनीचर-
सनीचर द:-ु मन दु मनह सेहबचाव के िलये
से बचाव के सनीचर ने अपनेने पास
िलये सनीचर केतराू दो एैकेसतूे दोह
अपनेराहपास
एैैसंटे बनाये
ऐज ह ऐैजहए ह। िक वो एसनीचर
ंट बनाये ह कक वो जगह
सनीचर फौरन ू कफौरन
क दसरे
जगह करबानी
ु दस े ह। राह
रे क देकुतरबानी
ू िदला
कदला दत
ु े े ह। राको केमशनोई
े तू मशतरका तू मुशतरका
शु करको मशनोई
माना शु रजब
ह।ै इसिलये मानासनीचर ह।ै इसिलये
को सरज ू जब कासनीचर
टकराव
को सू र ज का टकराव तं ग करे तो वो अपनी जगह
तंग करे । तो वो अपनी जगह शु कर औरत को मरवा देता ह।ै या सरज शु र औरत को मरवा
ू सनीचर के झगङे दत
े ा है याम
सू र ज सनीचर के झगङे म औरत मारी जावे ग ी या एै
औरत मारी जावेगी। या एैसे कु डली वाले क औरत पर उन दोन ह क दु मनी कास े कु डली वाले क औरत पर
उन दोन ह क दु मनी का असर जा प च ं ेगा। न सूरज ख़द बरबाद होगा न
असर जा पहंचेगा। न सरज ू ख़द ु बरबाद होगा न सनीचर य िक वो बाहम बाप बेटा ह।
सनीचर य क वो बाहम बाप बेटा ह।
सरज ू ख़ाना नंबर ६ सनीचर ख़ाना नंबर १२ = औरत पर औनत मरती जावे।
सूरज ख़ाना नंबर 6 सनीचर ख़ाना नंबर 12 = औरत पर औनत मरती जावे।
ला क ाथ
चं सनीचरचं सनीचर राह= औरत रा = कोऔरत
सखु हलका या हलका
को सुख औरत बरबाद
या औरत हो। बरबाद हो।
बुधबध ु :- :-बुध
बधु नेनेभीभीअपने
अपनेबचाव के िलये
बचाव के िलये शुशु कर
र सेसेदोदोतीतीरखी रखीह।ह। ै ै वो
वोभी
भी अपने
अपने
ल े
दो त श
दो शुु कर
र कोकोहीहीअपनी अपनीबला बलाममडाला
डाला करताकरता हह।ै या याडालडाल दगदेे गा।ा। चं बु ु ध मशतरका-
बध मुु शतरका
- बकरी
बकरी ू दध
दध देू गदग े ी मगने
ी मग ने डालडाल
कर। कर।
द रयादमरयारे त दधमू रेमतिमदध ू ी। चं
म िमु ी।
बध इकचं े ह बुतो धमरगे
इक माम।
े ह ु तो
िक
मरगे मामु । ल :- मंगलबद (भाई) अपनी बला केतू (लङके) पर डालता ह।ै शेर कु े को
मंग
मंगल :- मंगलबद (भाई) अपनी बला के तू (लङके ) पर डालता ह।ै शेर कु े
मरवा देगा।
ता
को मरवा दग े ा।
िव

सरजू ख़ाना नंबर ६ मंगल ख़ाना नंबर १०- लङके पर लङका मरता जावे। (भाई
सूरज ख़ाना नंबर 6 मंगल ख़ाना नंबर 10 - लङके पर लङका मरता जावे।

भतीजे को मरवाये
(भाई भतीजे को )मरवाये)
शु शरु कर :- शु :- शरु (औरत)
कर (औरत) शैतानौतान वभाव। वभाव। ख़दख़द ु अपनीबला
अपनी बलाकुकु डली डलीवाले
वाले कक
माता
मातापर परजाजाधक े ले।ले।
धके
चं चंशु शरु कर बामुबामकाबल
काबलु - माता- माताअंअंधधीीहोवे
होवे।।
बृहबहृ पत पत:-:- बृबह हृ पतपत ने अपनासाथी
ने अपना साथी केतकेु ही
तु करबानी
हीु कु रबानी
के िलये के रखा
िलयेह।ैरखा
बहृ पत ह।ै
बृह पत हो ख़ाना नंबर 5 म और के तू कसी और घर म अब अगर बृह पत क
हो ख़ाना नंबर ५ म और केतू िकसी और घर म अब अगर बहृ पत क महादशा आ जावे। तो
महादशा आ जावे तो के तू के ख़ाना नंबर 6 का फल र ी होगा। औलाद का नह जो
केतू के ख़ाना नंबर ६ का फल र ी होगा। औलाद का नह जो ख़ाना नंबर ५ क चीज ह।ै
ख़ाना नंबर 5 क चीज ह।ै मामु को के तू क महादशा 7 साल तकलीफ होगी।
मामु को केतू क महादशा ७ साल तकलीफ होगी।
रा - के तू :- ख़द अपना आप िनभायेग ।
सूरराह
ज और केतचं ू :- ख़द अपनाउनके
केु िलये आप अपने
िनभायेअपनेग । हाल म दज ह।ै
सरज
नोटः- ू मंऔर गलचंऔर के िलये पत इे अपने
बृह उनक साफअपने हाल म दज
के मािलक ह।ै ए दस
होते ू रे क तो मदद
करगे और नाजायज
नोटः- मंगलतौर और परबहृ एकपत को दस
इ साफ ू रेकपर यादती
े मािलक होतेकरते
हए दसरे नह
ू कदख े तोसकते
मदद।करगेमगर।
जब नाजायज
और ख़द ही मुतौर सीबत पर म
एकह को तोदसरे
गरीब
ू परके तू को मरवाते
यादती करते नह ह। देख सकते। मगर जब ख़द ु ही
मसीबत
ु म ह तो गरीब केतू को मरवाते ह।

193
193
सनीचर का अपने एैजंट के साथ होने पर अपना जाती असर यािन सनीचर का
अपना वभाव इस कु डली वाले के िलये और ख़द सनीचर के ख़ाना नंबर 10
क चीज पर या असर दग े ा।
पहले घर दर यान आखरी सनीचर का कै फ यत
म हो म हो घर म हो असर होगा
रा सनीचर के तू ख़राब पहले दर यानी और बाद के
के तू सनीचर रा नेक घर से कु डली के एक दो
रा के तू सनीचर ख़राब तीन से हद 12 तक क
के तू रा सनीचर नेक िगनती के िहसाब से पहला
ला क ाथ
सनीचर रा के तू ख़राब दर याना आखरी घर होगा।
सनीचर के तू रा नेक यािन 3-5-7 नंबर के घर म
रा के तू सनीचर सनीचर का 3 पहला घर, 5 दर यान और
ल े
अपना ख़राब 7 आखरी ख़ाना होगा।
सनीचर रा के तू सनीचर का सनीचर के तू मुशतरका और
िक
अपना नेक रा मुकाबला पर हो तो
रा सनीचरके तू ख़राब सनीचर के तू का फल उमदा
ता
सनीचरके तू रा सनीचर का और नेक होगा। ले कन अगर
िव

अपना नेक कोई भी तीसरा ह सनीचर



सनीचररा के तू ख़राब के तू मु तरका होने वाले घर
के तू सनीचररा नेक म शािमल हो जावे तो
सनीचर के तू दोन का ही मंदा असर होगा।
नर ह म से कसी अके ले अके ले के साथ बैठा आ सनीचर कभी
जािहरा बुरा फल न दग े ा। ले कन जब सनीचर के साथ या मुकाबला पर दो (कोई
दो) नर ह शािमल हो जाव । तो सनीचर बुरा फल दग े ा। जब दो से यादा िजतने
ह बढते जाव वाह वो सनीचर के दो त ह या दु मन। सनीचर बुरा ही फल
दगे ा। अके ला सनीचर अके ले सूरज के साथ या सूरज के प े घर म खाली बुध का
असर दग े ा। यािन न सूरज का असर होगा न सनीचर का। अंधेरा और रौशनी िमली
इ खाली हवा होगी।
बृह पत के साथ या बृह पत के घर ख़ाना नंबर 9-12-2 म सनीचर कभी
बुरा फल न दग े ा। बि क उमदा फल दग े ा। सनीचर के पहले घर म सूरज होवे तो
दोन का असर अपना अपना मौका के मुतािबक बदसतूर होगा। ले कन अगर
सनीचर पहले घर म और सूरज बाद के घर म तो सूरज का असर ज र खराब
होगा। सूरज क रोशनी तो होग मगर

194
याही से भरी इ। इन दोन क दु मनी से शु र का फल र ी होगा। ख़ाना नंबर
और 12 म उ ट होगा। ख़ाना नंबर 6 म सूरज और 12 म सनीचर तो औरत पर
औरत मरती जावेगी।
सनीचर का दस
ू रे ह से ता लुक
ख़ाना नंबर 3 या 7 म (लाल कताब सफ़ा 194/14 और 194/17-20 म मुफिसल
िलखा ह)ै
सनीचर दख
े ता हो सूरज को - िज मानी कमजोरी।
25 फ सदी पर - कू ल के इ म के इलावा इ म रयाजी भी होगा।
(लालिकताब
सफ़ा 194/8)

50 फ सदी पर - इ म मकानात सनीचर क मुतलका चीज।


ला क ाथ
दोन बाहम मुशतरका ह तो बुध के बराबर मगर दोन बामुकाबल
तो मंगल बद के बराबर ह गे।
ल े
अरमान नंबर 171 ता 174
िक
उ कतने साल होगी- (मुंदरजा जैल के इलावा लाल कताब म िलखी इं शत
और ह गी)
उ साल ह का ता लुक उ साल ह का ता लुक
ता
िव

होगी होगी
12 दन जब चं ख़ाना नंबर 5 म शु र के तू दोन बरबाद

सूरज ख़ाना नंबर 10 या न ।
12 महीने सूरज सनीचर मुशतरका 30 साल बुध बृह पत नंबर 2 या रा
बृह पत के घर म। बृह पत नंबर 3
9 साल सूरज चं ख़ाना नंबर11 म। 35 साल चं बुध रा मु तरका।
10 साल चं के तू ख़ाना नंबर 1 म। 40 साल रा हो बृह पत के साथ
ख़ाना
12 साल चं नं 5 और सूरज नंब 11 नंबर 9 या 12 म।
15 साल चं रा ख़ाना नंबर 1 म। 45 साल बुध के तू 12 या रा बृह पत
20 साल बृह पत रा नंबर 2 या बुध नंबर 6
बृह पत नंबर ६ 50 साल चं रा नंबर 5
22 साल सूरज रा नंबर 10 या नंबर 56साल चं रा बुध ख़ाना नंबर 2
या 5 म। 11 म।
25 साल चं रा नंबर 6 म या मंगल 60 साल चं बुध नंबर 2
बद और साथी।

195
उ साल ह का ता लुक उ साल ह का ता लुक
होगी होगी
70 साल के तू बृह पत नंबर 9 या 100 साल 5)चं सूरज बृह पत कायम।
सनीचर के तू नंबर 6 120 साल चं बृह पत ख़ाना नं 12 म।
म या सनीचर चं न 7 म। अ प आयू
75 साल चं रा मु तरका नं 9म। 8X8 कु ल 64 यादा से जयादा 8
80 साल चं बृह पत नंबर 4 म। दन महीने साल हर आठवां साल मंदा।
90 साल चं कायम नं 10 या नंबर जहमत व खतरा जान।
11 म जानवर से खतरा मौत होगा।
100 साल के तू बृह पत ख़ाना नंबर 12 1) बृह पत ब त से दु मन ह से
म और चं कायम। या िघरा हो।
ला क ाथ
2) चं बृह पत ख़ाना नं 5 2) ख़ाना नंबर 9 म बुध बृह पत
म। शु र।
ल े
3) मंगल नंबर 1-2-7 सूरज 3) ख़ाना नंबर 9 म बुध बृह पत के
नंबर 4 ब त से दु मन।
िक
4)नर ह कायम या चं को 4) चं रा नंबर या नंबर 8 म।
मदद दे रहे ह ।
बामूजब चं लाल कताब सफ़ा 320 जुज नंबर 9 अगर चं रा मु तरका
ता
होकर कसी भी रािश म ह तो जुज नंबर 9 म दी इ उ के साल क तादाद
िव

नसफ हो जायेगी। हर रािश के िलये - बशत क ये दोन मुशतरका हर तरह से


अके ले। ु ी से खाली और कु डली के पहले घर म ह । मौत न होवे तो करीब

अलमग ज र होगा।
मौत का बहाना
लाल कताब सफ़ा 316 से िमलाकर पढने से बृह पत रे खा का ता लुक भी
जािहर हो जायेगा इ म योितष से
हो का ता लुक मौत का बहाना हो का ता लुक मौत का बहाना
या होगा या होगा
1) चं मंगल सनीचर लङाई झगङे सूरज कायम और ऊंच ख़ाना वािजब वकत
ख़ाना नंबर 5/8 नंबर 1 म अके ला और पर कु डली म
साधारण मौत
2) मंगलबद व शु र जंग व जदल। कसी ह का साथी ह न बन मगर अचानक
ख़ाना नंबर 5/8 रहा हो होगी
मगर सूरज चं का 1) चं बुध मु तरका ख़ाना सदमा से
साथ न हो। नंबर 3/6
सनीचर शु र मुशतरका 2) चं सनीचर मु तरका
ख़ाना नंबर 10 ख़ाना नंबर 7 मौत हो
और सूरज ख़ाना नंबर 4 पुरदद मौत 3) चं मंगल बद मु तरका
ख़ाना नंबर 7/10

196
हो का ता लक
ु मौत का बहाना हो का ता लक
ु मौत का बहाना
या होगा या होगा
अ प आयु होगा जानवर से खतरा मौत। बध
ु बहृ पत बाहम बामकािबल
ु अधरं ग से मरे

सनीचर नंबर ६ बध
ु नंबर ३-१०-११ एजन बध
ु बहृ पत मशतरका
ु नंबर ३ म। स नपात से मरे

सनीचर नंबर ६ शु कर नंबर ७ चं सनीचर नंबर ४ रात के वकत

}
१) बध
ु हो ख़ाना नंबर १२ चं नंबर १० सनीचर नंबर४ िदन पानी से मौत होवे

सनीचर नंबर ७ चं सरज


ू नंबर ७ न रात न के

२) चं बध
ु मशतरका
ु और सरज
ू िदन साफ हो वकत
ला क ाथ
बरबाद। राह या केतू से मशतरका
ु जब भी मौत गंज
ू ने क

३) चं बध
ु ख़ाना नंबर ४ म। ख़दकशी
ु करे । िकसी का दौरा आवे। िनशानी होगी।
ल े
१) बध
ु सनीचर ख़ाना नंबर ४ चं सनीचर नंबर ४ परदेस म मरे ।

२) बध
ु चं सनीचर मु तरका या खनी
ू होगा। बाक सब हालत म या मात ृ भमी
ू या अपने
िक
ू कायम होवे।
ु ी म और सरज चं सनीचर नंबर ७ गहृ थ म।

ु बर ११ कैद म मरे ।
सनीचर हो ख़ाना नंबर ३म बधनं राह केतू से बध
ु मशतरका
ु और
ता
िव

शु कर नंबर १-सरज
ू नंबर ७ मय तपेिदक से मरे । सनीचर भी जङ रािश या ु ी से िबजली या सांप से

दु मन या पापी ह देखता या साथी ह हो जावे। मौत होवे।

सरज
ू बध
ु चं मशतरका
ु ख़ाना घोङे से िगर कर मरे

नंबर ४ म

बध
ु सरज
ू सनीचर मशतरका
ु नंबर ७ िसर कटने से मौत

या सरज
ू सनीचर नंबर ७ होवे।

तखत क मालक यत या रािश नंबर के िहसाब से जब बध


ु और राह केतू इक े
हो जाव मौत क िनशानी होगी।
बीमारी का वकत
ू ह।ै िजसका मकरर
सेहत रे खा का मािलक सरज ु घर (रािश) नंबर ५ ह।ै इसिलये
अगर ख़ाना नंबर ५ म -
ू ह (ख़ाना नंबर ५ म बहृ पत भी शािमल ह)ै तो जब
१) बहृ पत या सरज
ू के दु मन ह का तखत क मालक यत का जमाना होगा। बीमारी
बहृ पत या सरज
खङी होगी।

197
२) ले कन अगर ख़ाना नंबर ५ म सूरज बृह पत ख़द तो न ह । मगर उन दोन के
दु मन ह बैठे ह तो जब बृह पत या सूरज का दौरा (तखत क मालक यत का
जमाना) होगा। बीमारी आ दबायेगी। (अगर ख़ाना नंबर ८ खाली ही हो। तो
सेहत उमदा होगी।)
ऊपर क दोन हालत म बृह पत क दु मनी या बृह पत से इस के दु मन के
टकराव से बीमारी क िनशानी औलाद क होगी। यािन उस के हां औलाद पैदा
होने वाली होगी। य क बृह पत औलाद क पैदाइश का मािलक ह।ै (मुफिसल
औलाद म दख
े )
और दस
ू रा फक ये होगा। क जब बृह पत ख़द तखत का मािलक हो कर चले
ला क ाथ
और अपने घर म दु मन बैठा दख
े े । तो एैसे श स क औलाद (वो ब ा अभी
औरत के पेट म ह)ै पैदा होकर खतम हो जायेगा। तो बीमारी खतम होगी। (ये
ल े
औलाद गािलबन (लङक ) बुध जो बृह पत का दु मन है होगी। इस तरह बृह पत
िक
को एक तो अपने घर के दु मन का झगङा और दस
ू रा औरत के पेट म बुध का झगङा
तंग करे गा)।
ले कन जब बृह पत ख़द ख़ाना नंबर ५ म हो या उसका दो त सूरज हो। तो
ता
िव

तखत के मािलक ह के वकत जो सूरज या बृह पत का दु मन हो झगङे का सबब


औरत के पेट का ब ा फर वही लङक होगी। जो बुध िगना ह।ै इसिलये जब तक

वो लङकर पैदा न हो लेवे। बीमारी कायम होगी। मगर पैदा हो कर वो लङक
मरे गी नह । ले कन अगर उसक औरत के पेट म नर ब ा या सूरज का सबूत हो।
तो तखत का मािलक दु मन ह उसे सूरज समझ कर जो सूरज से बरताव कर
सकता ह।ै करे गा। यािन लङके का जंदा रहना या मर जाना सूरज व दस
ू रे दु मन
के बाहमी टकराव का जैसा भी नतीजा होगा।
सनीचर क सवारी - 1) अके ला रा (िज म पर ितल या खाल का िनशान)
सनीचर का हाथी। 2) रा सनीचर मुशतरका (पदम लाल कताब सफ़ा 78)
इ छाधारी सांप। (लाल कताब सफ़ा 76 जुज 3)
3) रा मंगल (लसन लाल कताब सफ़ा 78) राजा का हाथी या हाथी मय
महावत। मुंदरजाबाला ह मु तरका िनशान मुतलका िज म के दाय िह सा पर
मुबा रक होगा। जो कु डली के खान म हसब जैल होगा-
कु डली म:- दायां होगा ख़ाना नंबर 1 2 3 4 5 6
बायां होगा ख़ाना नंबर 7 8 9 10 11 12

198
अरमान नंबर 175
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सनीचर 1 िदमागी ख़ाना नंबर 1 कंगाल मगर जायदाद
शु कर से मशतरका।
ु होगी। भाई बंदो से खराबी
इ क़ जबानी। ईधंन, सखी
ू 153/4,198/17
लकङी। आग का क ङा। सनीचर 3 पानी से मौत हो। अपने ही
काग रे खा वे म छ रे ख का चं 10 कए
ु से। उध रे खा। चोर
ला क ाथ
मु तरका। ईमानदारी म डाकू िफर भी मंदा हाल।
बददयानती का ब ज। सनीचर 4 िपत ृ रे खा। चं क
ल े
मगर शु कर का पतंग। जायदाद उमदा फल।
िक
सनीचर 2 िदमागी ख़ाना नंबर 7 िदमागी ख़ाना नंबर 4
(शु कर से मशतरका)
ु ु बत के तमाम िह से।
मह
ता
िजंदगी बढने क वािहश। चं से मशतरका।
ु खनी

िव

(दनयावी
ु तर क से मराद
ु और पानी के िकनारा और

ह।ै लंबी उ का मतलब न कए
ु पर का सांप होगा। या
लगे।) जायदाद ज ी मंदा फल
सनीचर 2 बात को महंु क हवा से देगी। ला.क . 213/9
बहृ पत 4 ताङ लेगा। अपनी ख़द
ु सनीचर 4 औरत वाह बेवाह बतौर
मखतयारी
ु और नंबरदारी चं 10 फज दु यावी या माशका

के वकत अपनी उ के वगरैह धन दौलत बरबाद
आिखर तक अपने िलये कर या करा द। चं का
उमदा िक़ मत का मािलक। असर मंदा और बल।
सनीचर 3 िदमागी ख़ाना नंबर 10 - सनीचर का म धम। सांप
जायका बध
ु से मशतरका।
ु को दध
ू िपलाना मबा
ु रक
ू िज म। दौलत के
मजबत फल देगा।
िलये िनधन

199
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सनीचर 4 िपत ृ रे खा। चं क सनीचर 6 सनीचर के तमाम फल को
चं 3 जायदाद का उमदा और बध ु 12 बध
ु बरबाद करे । बेइतबारी
नेक असर होवे। मंदे काम। बध
ु के हाल म
सनीचर 4 उध रे खा िजस का दो त मफिसल
ु िलखा ह।ै
बहृ पत 3 हो उसे ही बरबाद कर के सनीचर 7 िदमागी ख़ाना नंबर 17
ख़द ु अमीर हो जावे। शु कर से मशतरका।

ला क ाथ
ला.क . 296/4 ऊंच सनीचर का फल।
सनीचर 4 ला.क .14-/13, 225/4-5 िजंदगी बढने क वािहश
ल े
चं 2 (अ ज तर क से मराद ु
सनीचर 5 िदमागी ख़ाना नंबर 15 है लंबी उ से मतलब नह
िक
बहृ पत से मशतरका।
ु ह।ै) सनीचर ख़ाना नंबर 7
ख़ु ारी। मकदमा,
ु जहमत, या 3 का ता लक ु बाक
बीमारी का आम झगङा ह से ला.क . सफ़ा
ता
िव

खास कर औलाद पर 198/17-20 म देख।


यादा मंदा हाल हो। सनीचर 7 बीमा रयां (शु कर िम ी

दमकते सोने का लोहा दु मन क - िज मानी, बदनी,
कर देवे। ह 7 मंगल खन
ू से मतलका

सनीचर 5 मफिसल
ु बहृ पत म िलखा और चं िदल से मतलका)

बहृ पत 9 ह।ै िक़ मत का असर और सनीचर ला.क . 198/17-19-20
वकत ख़ाना नंबर ५ के मय दीगर ह 7
ह (सनीचर) के दौरा से सनीचर 7 नामद वना बजिदल
ु होगां।
शु होवे। नेक और उमदा शु कर सरज
ू अपना असर चं म
असर होगा धन दौलत के चं 1 और चं आगे अपना असर
िलये। मगर औलाद के सरज
ू 4 शु कर और सनीचर के
िलये मंदा ही लगे। मशतरका
ु असर म िमला
सनीचर 6 िदमागी ख़ाना नंबर 16 देगा।
केतू से मशतरका

ईसतकलाल।
ला.क . २८७/१९

200
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सनीचर 7 हिथयार से मौत हो। सनीचर 9 औलाद के िब न। मामु,
चं 7 मंगल 4 ससराल
ु सब को खा पी
सनीचर 8 जहमत बीमारी मौत का कर बरबाद कर जावे।
ु म नजर क
सबब। बढापे मगर ख़द
ु अपनी ज ी
तकलीफ या धोका होवे। हालत उमदा रहे । मौत का
िदमागी ख़ाना नंबर 14 तो लेगी चहा
ू होगा।
ला क ाथ
तक बर ख़दपसं
ु दी।
सनीचर 9 िदमागी ख़ाना नंबर 9 सनीचर 9 गो माया यादा होगी मगर
ल े
बदला लेने क ताकत। बहृ पत 12 माया पर पेशाब क धार
िक
अगर ख़द
ु बदला न ले मारने वाला होगा। ला.क .
सके तो औलाद को बदला 300/5 जीम
लेने क नसीहत कर जावे।
ता
िव

ी भाग म िनहायत उ म सनीचर 9 आग के वाकयात ह ।



(िसवाये औलाद) चं भाग बहृ पत 10 बहृ पत क चीज (सोना
म मंदा असर होवे। ला.क . हवाई जरद रं ग और चं
सफ़ा 163/18, 165/27 क चीज चांदी बजाजी)और
सनीचर 9 बहृ पत के वकत िक़ मत बहृ पत के काम से नफा
बहृ पत 5 असर देवे। सनीचर बहृ पत मगर सनीचर क चीज
मशतरका
ु म मफिसल
ु सनीचर 9 दसर
ू ै
से हमदद वालदन
िलखा ह।ै अब औलाद का सरज
ू 5 क बाहमी नेक
हाल मंदा न होगा। िदमागी मआफकत।
ु अब सरज
ू और
ख़ाना नंबर 9 सनीचर का सनीचर का बाहम झगङा
जाती असर बदला लेने क न होगा। (अरमान नंबर 6
परी
ू ताकत। जज़
ु सरज
ू (iii)
और सनीचर के मतलका
ु सनीचर 9/11 औरत अमीर खानदान से
काम मंदा फल देव। बध
ु 6 ु िक़ मत होवे।
और ख़श

201
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सनीचर 9/11 कदरतु क तरफ से कोई का ता लक ु यािन सनीचर
मंगल 3 ु वाकया मौत वगरैह
बरा े
11 क साथ ऊपर भी
ु देने वाला न होगा।
दख िजकर ह।ै
मंगल सनीचर का नेक सनीचर 11 भागवान होवे।
असर होगा। चं 6

सनीचर 9/11 रफाये आम क फायदे और सरज ू 10
शु कर 7 आराम क परी ू ताकत और मंगल 10
ला क ाथ
नेक असर। ख़द ु भी आराम सनीचर 11 आली मतबा। साहबे
पावे। चं 2 जायदाद होवे।
ल े
सनीचर 9 ला.क . 95/1 सरज ू 1
शु कर 3 सनीचर 11 सनीचर व सरज ू दोन का
िक
सनीचर 9/11 मां बाप दोनो क तरफ से बध ु 3 फल र ी। बरी ु िजंदगी। बध

चं 4 हर तरह से उमदा िक़ मत सरज ू 9 दोन ह को बेवकफ ू
और भला लोग होगा। बना देव।े
ता
सनीचर 10 िदमागी ख़ाना नंबर 13 सनीचर 12 िदमागी ख़ाना नंबर 12
िव

सनीचर का जाती असर राह से मशतरका।




दरअं ू देश होशयारी का राजदारी। अपना भेद छपाये

मािलक होगा। कु डली रखने और फरे ब पोशीदा
वाले का बाप कु डली वाले करने का आदी और
क उ तक िजंदा रहे गा। कािमल होगा।
सनीचर 10 औरत अमीर खानदान से सनीचर 12 औरत पर औरत मरती
बध
ु 7 और खशिक़ ु मत होगी। सरज ू 6 जावे।

}
सनीचर 10 हर िकसम क सवारी का राह ीय (माता औरत वगरैह
बहृ पत 4 सख ु नसीब होगा। सनीचर 12 का सख ु ह का। चं चपु
चं 1 चं होगा।)
सनीचर 11 िदमागी ख़ाना नंबर 11 सनीचर मद का सख ु हलका।
सनीचर का जाती असर। राह
जखीरा जमा करने क बहृ पत
} 12 बहृ पत चपु होगा।

परी ू ताकत और आदत। सनीचर 12 म छ रे खा। ला.क . 86/1


राह 6/3
केतू 9/12

202
अरमान नंबर 176
रा
रा - बाक ह क तरह रा के तू क ऊंच हालत व नीच हालत का
अलैहदा िज़ नह कया गया।
असतलाह म िजस चीज का कोई रं ग न हो। नीला रं ग दया जाता ह।ै
न शे म समुं का रं ग िजसक गहराई लाइ ताह ह।ै नीला माना है और आसमान
भी हर तरह से साफ हो नीला नजर आता ह।ै दही (शु र) और दध
ू (चं ) क रं गत
म भी यही फक है क दध
ू रं ग सफे द होगा। मगर दही क सफै दी म नीलगो शािमल
ला क ाथ
होगी। चोट लगने पर खून जम जावे नीला िनशान होगा। ये रं ग हर रं ग पर चढ
जाता है और िसफ़ सनीचर का याह रं ग ही इसको छु पा सकता ह।ै सनीचर लोहे
ल े
के याह रं ग और रा पूरे याह (घना याह) रं ग म माना ह।ै िज म के िह स म
दमाग म नकल व हरकत क ताकत माना ह।ै जो हसद व क ना के नाम से भी याद
िक
होता ह।ै चलती गाङी म रोङ अटकाना। मासूम बेगुनाह को गुनहगार ठहरा कर
सजा के मातम से क ा धुआं पैदा करना इस का काम ह।ै बैठे बैठे कसी के खून करने
ता
िव

का खयाल पैदा कर दन
े ा या दल म अचानक कसी बात का फरना (भासरना)
ख़दबख़द बगैर सोच या कसी के बताये आ जाना इस का क र मा ह।ै सनीचर के

साथ बैठा सांप को मनी का काम दत
े ा ह।ै सांप क जहर चूसने का मनका। ख़दबख़द
उङकर जहर के पास जाकर जहर को चूस कर अपने आप म िमला लेता है और
जहर आलूदा को बरी कर दत
े ा ह।ै एैसा सांप इ छाधारी और हर जगह मदद करने
वाला सांप होता ह।ै सांप के िलये ये मनी अंधेरे म रोशनी का काम दत
े ी ह।ै सनीचर
के लोहे के साथ ये चमक प थर का काम करता ह।ै ख़द तो अपनी जगह से नह
िहलता लोहे को अपनी तरफ ख चता ह।ै धातूओ के अंदर ये जंग या जंगार बन
जाता ह।ै जब सूरज से िमला तो सूरज हण या पाप का अंधेरा इसक रौशनी के
सामने कर दत
े ा ह।ै बृह पत को पीतल कया तो नीले रं ग के जंग म दख
े ा गया। चं
के दध
ू म नीला रं ग होने पर वो शु र का दही आ। बुध के हीरे म सबको काट दन
े े
क िह मत दी। मगर ख़द बुध के हीरे को इसी क मामूली नम सी चीज कलई से
कटवा दया। मंगल के शेर को न द से सुलाये रखा। के तू के कु े को कु े के दांतो के
रा ते

203
इसके पागलपन के मादे से दस
ू र को भी पागल कया। इ सान को हसद ने जला
दया । जहां सांप को मनी क हालत म िमला उसके जहर चूसने का दो त बना।
तो उसे दस
ू री तरफ डर भय दक
े र दिुनया को बचाया। क सा कोताह ये अपने घर
म आम साधारण हालत या घर का भी ह।ै और नीच भी ह।ै बुध के साथ या अकल से
ऊंच होता ह।ै या आकाश के खुल मैदान होने क वजह सेरा का आसमान जमीन
म भूचाल भी ह। हाथी का सूंड तो द रया म इसी हाथी के अकस से तदय
ू े का जाल
भी ह।ै बुध का दो त तो जबान 'बुध' का तंदय
ू ा भी ह।ै मामूली दमाग म नकल व
हरकत क लहर लाता तो शेर ''बहादरु ' को सुलाता भी ह।ै रािशय म सबसे
ला क ाथ
आखरी रािश नंबर १२ संभाल कर बात का आिखर भी हो जाता ह।ै अगर िसर
उ टी खोपङी ( दमाग का ख़ाना नव ३ के तू से मु तरका यार या वालदन
ै ी
ल े
मुह बत िजसका मुफिसल िजकर शु र के खान अरमान नंबर ५९ म ह)ै इस क
िक
ऊंच हालत है तो ट ी या पाख़ाना के रा ते का मुंह । गुदा इसका रा ता के तू से
मु तरका और के तू के बराबर का होने क हालत ह।ै
ता
ऊंच हालत
िव

हाथी का सवार या सवारी। शेर के िशकारी हाथी क ताकत का मािलक।



जमीन व आसमान के हाथी क ताकत वाल को नीले समुं के तदय
ु े क तरह
आसमान क नील चोटी से पकङकर दमाग म खवाब क तरहसे फरा दग
े ा। जहां
एक रा दो त हो वहां आसमान व जमीन दोन के दर यानी दु मन का नाश
होगा। ब त यादा गहराई वाली हथेली के असर का मािलक होगा। (लाल कताब
फरमान नंबर 69 सफ़ा 49 से 52 यान हथेली)
नीच हालत
बाहर को उभरी इ ऊंची हथेली के असर का मािलक। हसद से मारा आ
या मारने वाला, खयालात क परागंदगी, िब ली क तरह िपछले मकान का दो त
मगर अपने मािलक क खैरखवाही के िलये इसके साथ क परवाह नही के असूल
पर। मािलक से मुह बत न होगी। मकान से मुह बत होगी और मकान के ता लुक
से भी चारदीवारी से मुह बत नह । छत से मुह बत करे गा। िसर पर भूत सवार क
तरह मारा मारा फरने वाला और नाहक बदनामी दलाने क हालत का जमाना

204
पैदा करने वाला। दु मन ह के वकत। मुकदमात फौजदारी का पैदा होना। चोरी
धोखादह े ी गबन क इ लत का ता लुक आम होगा।
बनावट
सूरज सनीचर मुशतरका = बुध होगा। िजसम रा क शरारत का वभाव होगा।
मंगल बद और सनीचर मुशतरका = रा बुरी नीयत का होगा।
दो मंगल मु तरका (मंगल ख़द अके ला मय मंगल मशनोई के जुजवी ह) = रा
होगा नेक नीयत का।
रा बृह पत मुशतरका = बृह पत चुप होगा मगर बृह पत खतम ही न होगा।
बृह पत चं मुशतरका मय रा = बृह पत और चं म से कसी का भी फल खराब
ला क ाथ
न होगा।
रा चं मुशतरका या बामुकािबल = चं का असर म धम। दल कर फज वहम
ल े
दीवाना बना दव े े।
बृह पत चं -शनीचर शु र मय रा = 5 क पंचायत ब त उ म फल। क़ मत
िक
का धनी होगा।
रा चं सनीचर/या रा चं बृह पत मुशतरका = औरत का सुख ल मी का सुख
हलका होगा। खासकर मीन रािश म।
ता
िव

रा को सनीचर दख े ता हो :- हसद से तबाह होगा।



रा शु र बुध मुशतरका शादी कई बार फर भी गृह ती सुख का मंदा ही हाल
होवे।
रा बुध दो त ह उनक मुशतरका हालत म कौन बल होगा :- गुफतार फै सला
करे गी। (लाल कताब सफ़ा 73 फरमान नंबर 86)।
रा सनीचर मु तरका:- इ छाधारी या मददगार सांप। (लाल कताब सफ़ा 73
जुज 3) दमागी ख़ाना नंबर 14 तक बर या ख़दपसंदी का मािलक होगा।
मंगल मय रा या सनीचर या रा सनीचर दोन के बामुकाबल ह सूरज चं
मु तरका:- रात दन हर वकत मुसीबत पर मुसीबत दख े े।
रा या के तू बामुकािबल पर बुध कसी तरह भी साथ हो:- मौत गूंजे खासकर इन
ह क तखत क मालक यत के जमाना म।
शु र रा मुशतरका = बगैर बुध के शुक या पागल शु र होगा।
रं ग का फक
आम तौर पर रा का रं ग नीला होता है और के तु का दोरं गा याह और
सफे द मुशतरका। मगर जब दोन ऊंच ह तो रा क चीज का रं ग दही सफे द
होगा। याही का िनशान न होगां। बाक िसफत

205
वही ह गी जो रा क ह। के तू का रं ग िबरं ग होगा। मगर लाल रं ग का साथ ज र
होगा। जो बुध होगा। मगर असर के तू का ही होगा।
रा क दो अमली
रा का िनशान जाल या पदम ह।ै हाथी भी कहलाता ह।ै द रया म इसी
हाथी के िलये दरयायी जाल तदय
ु ा भी हो जाता ह।ै जब रा चं के ता लुक म हो
जावे। रा बुध का दो त ह।ै और जबान बुध क चीज ह।ै मगर ये जबान का तदय
ु ा
भी बन जाता ह।ै और जबान को थुथलाने क बीमारी भी कर दत
े ा ह।ै जब रा
बृह पत क रािश म हो।और उस रािश म बैठा आ बुध के टकराव या ु ी म आ
ला क ाथ
जाये।
2) रा का भूचाल चं से क जाता ह।ै (मुफिसल चं म िलखा ह।ै) और
ल े
चं बैठा होने वाले घर से आग नह जा सकता। ले कन सूरज के ता लुक से आतशी
िक
मादे क लहर और भी गम होकर आगे बढेगी। सूरज अपने घर म बैठे ह को
कु डली वाले क मदद पर खङा करता है और सूरज जब अपने दो त ह और
दु मन ह के साथ ही हो तो दु मन ह का असर अपने दो त पर डाल दत
े ा ह।ै
ता
िव

ले कन अगर इतफा कया सूरज चं नंबर 5 म मय रा या के तू वाकया ह तो रा



या के तू का असर ख़ाना नंबर 5 क चीज औलाद वगैरह और चं पर बुरा ही
होगा। मगर सूरज पर बुरा न होगा।
रा के तू का बाहमी ता लुक
1) दोन हो का बाहमी ता लुक अरमान नंबर 108 म एक खानावार
फै रशत क शकल म िलखा है क कौन कौन से घर ये दोन ह बाहम दो त,
बाहम दु मन या बराबर के ह। उस फ़े ह र त के असर के िलये सफ़ा क (आगे दी
इ) फ़े ह र त दख
े ।
2) रा िसर म लहर का मािलक तो के तू पाव तले होगा या अगर '' िसर
बङे सरदारां (रा ऊंच) - पैर बङे गवारां के तू नीच) ''मगर के तू जब रा के
मुकाबला पर खङा होवे त के तू के कु े ने रा के हाथी को एैसी मार मारी क आज
तक हाथी सीधे पांव न चल सका। कज कहलाया और कभी िनचला न बैठ सका
और िहलता ही रहा और इसके पांव एैस उङे क टांग िसफ मोटे थम ही नजर आने
लगे।

206
रा हो के तू होगा असर होगा
ख़ाना ख़ाना
नंबर म नंबर म
1 7 पैदाइश के व स त आंधी, बा रश, नाना-नानी वकत पैदाइश
मौजूद-40 साला उ तक दोन का फल खराब वा ते ख़द
मुतलका ख़ाना नंबर 1
2 8 25 साल उ तक के तु का फल उमदा 26 शु से दोन
का मंदा फल होगा।
ला क ाथ
3 9 दोन का उ म और ऊंच रािश का।
4 10 24/48 साला उ तक चं का फल म म। बाद अजां
ल े
45 सो दोन का उ म फल होगा।
5 11 दोन का दु मनाना और खराब।
िक
6 12 दोन का उ म और ऊंच रािश का।
7 1 पैदाइश नानके घर। दोन ह का फल र ी वा ते ख़द
ता
मुतलका ख़ाना नंबर 7
िव

8 2 के तू का उ म रा का खराब फल होगा।

9 3 दोनो का खराब बाप और ससुराल के िलये। भाई बंद दिुखया कर।
10 4 बाप के िलये उमदा माता के िलये खराब। ख़द अपनी सेहत भी मंदी।
11 5 अपने िलये उ म औलाद पर मदां असर।
12 6 दोनो का खराब और नीच हालत का।
मुंदरजा बाला असर उस वकत होगा। जब रा या के तू रािश नंबर के घर
के ह बोलने के िहसाब से जारी हो जाव। तखत क मालक यत के जमाना म रा
या के तू का उन ह से टकराव या दो ती होगी। जो उन के तखत क मलक यत के
जमाना मे रािश नंबर के िहसाब से बोलगे। रा का असर पोशीदा और के तू का
असर जािहरा आ करता ह।ै
2) मन मंदर दरवेश कलंदर - मन (चं ) मंदर (बृह पत) या चं बृह पत
मुशतरका मन का मंदर आलीशान होगा। दरवेश(बृह पत या के तू)कलंदर
(तमाशा के जानवर का मािलक बुध) बुध बृह पत, बुध के तू, रा के तू मय बुध
इक े ह तो मन के मं दर म कलंदर के तमाशे दगे।

207
अरमान नंबर १७७
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
राह 1 औलाद के िव न। ख़दपसं
ु दी का मािलक
बध
ु 1 होगा।
राह 1 औरत क सेहत खराब। राह 6 राह का फल र ी होगा।
शु कर 1 िदमागी कमजोरी। बध
ु 12
दीवानगी। राह् 7 लालिकताब सफ़ा 241/17
ला क ाथ
राह 5 कडली
ु वाले क औलाद राह 7 औरत क सेहत र ी
(लङका) के 21 साला उम शु कर 1 (िदमागी खरािबयां।)
ल े
तक बाबे पोते का झगङा राह 7 शादी और औलाद म
होगा। यािन बाबा होगा तो शु कर 7 गङबङ होवे।
िक
पोता न होगा। कु डली बध
ु 7 लालिकताब सफ़ा 239/9
वाले क ख़द
ु अपनी उ राह 9 आौलाद 21 साल फक
ता
िव

42 साला या इस वकत वाली कायम होगी। यािन


पौते क उ 21 साला म अगर कु डली वाले क 21

अगर दसरी
ू औलाद हो तो साला उम म औलाद होवे।
वो ज र न होगी अगर तो जब तक व 42 साल
बाबा भी िजंदा हो वना ू न कर लेवे। दसरी
उ परी ू
बाबा ख म होगा। गजिक औलाद (लङका) न होगी।
42 और 21 साला उ के या उ म फल क न हो
टकराव म बाबा होगा पोता सकेगी। बाप क 42 साल
न होगा। उ तक ये मनफ का
राह 6 िदमागी ख़ाना नंबर 14 लफज कायम होगा।
सनीचर से मु तरका सलाह मशवरा उ म फल
तक बर देगा। ला.क . 163/19
राह 10 िसर फट जावे।
चं ४

208
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
राह 10 उ 22 साल तक होगी। ह।ै िफर भी राह औरत क
सरज
ू 11 सेहत मंदी कर देगा।
राह 12 िदमागी ख़ाना नंबर 12 राह ीय (औरत व माता) का
राजदारी। खचा हाथी का। चं 12 सख
ु ह का।
राह क शरारत िफजल
ू सनीचर
ला क ाथ
खिफया
ु ही काम म खच। राह मद का सख
ु ह का। चं
राह 12 गो शु कर नंबर 12 म चं 12 चपु ही होगा। बहृ पत
ल े
शु कर 12 ऊंच बहृ पत खामोश होगा।
अरमान नंबर 178
िक
के तू
तूं कौन, म वाहमखाह िबन बुलाया मेहमान। जब दो रं गी इ इ सान
ता
िव

दोिचता आ। जमाने क िम ी उङने लगी आग लगी शौले बुलंद ए और तूफानी



हवा आ मौजूद इ। ये िमला िमलाया जमाना के तु का अहद आ। छलावा बना।
मगर जान से न मारे गा।
ऊंच हालतः- सूअर क तरह बहादरी म गोली चलने क जगह आकर मरने
वाला। या कु े क तरह मािलक क वफादारी म ही मर िमटने वाला। गुजरे ए
जमाने क बुराई को भुला दन
े े और मु तकिबल के िलये हौसला दलाने वाला
ख़दबख़द ही सलाहकार होगा। सनीचर शु र मु तरका= ऊंच के तू।
नीच हालत:- कान का क ा पांव च र लगा आ। दरवेश क तरह िबला
मतलब दौरा लगा लेने वाला। बाओबगूले के च र का मािलक। र सी से बंधे ए
पतंग क तरह उङने वाला। मगर उलझन म जकङा आ। मुकदमात दीवानी क
लंबी लंबी चाल करने वाला। सहर व समुं का सैलानी और जंगल म मगंल क
हवाये बद और न द (रा ) म जहर िमली हवा का ता लुकदार होगा। मकान से
मुह बत नह मािलक से मुह बत होगी। और मािलक के ता लुक म भी

209
इसक नेक और खूबी को याद रखता और बदी को भूल जाता ह।ै
भेद :- बृह पत के ता लुक से के तू उं च होगा और जहां के तू उं च होगा वहाँ सब का
गोल दायरा और बे-बुिनयाद भी कर दन
े े वाला बुध बुरा फल न दन
े े पायेगा। अगर
बाप को क मत ने मदद न दी तो उसका के तू (लड़का या लड़के क कुं डली के
िहसाब से के तू के दौरा शु होने का ज़माना) तबदीली हालत ज र दग
े ा। इस क
गैर हाजरी म बुध का आकाश बृह पत क खाली और ठहरेी ई हवा से भरपूर
होगा। मगर हवा को चला कर सब जगह क कमी बेशी के पी पूरा करने वाला
बृह पत दो जहान का मािलक क तरह दो रं गी का बलवान िबन बुलाया आ
ला क ाथ
महमान आ हािजर होगा। तेज़ी से आया तो तूफ़ान कहलाया अगर बंद खड़ा हो
गया तो दम घ टने का ज़माना होगा। मगर मौत न होगी सु ती और बेहोशी
ल े
(मुरदापन सा ज़माना) ज र होगी। हाथी के िसर और लंबे सूंड वाले रा का
मुक़ाबला करना इसी दरवेश का काम ह।ै बृह पत के तु (बृह पत) हवा के तु
िक
(तूफान) ने हर चंद कोिशश क क मुसा फ़र के कपड़े उतरवा द। मगर ये काम
िसफ़ सूरज क गम ने ही करवाया यानी के तु ने बृह पत को चलाया बृह पत ने
ता
बुध के बुरे असर पर गलबा पाया। मगर दोन का असल मतलब सूरज क गम से
िव

ही हािसल आ। यानी जब सूरज म लाली न ह या मंगल का .... साथ न हो (लाल



सूरज सुबह या शाम का होगा िजसम गम पूरी नह होती। गम बढ़ती है तो लाली
घटती ह।ै मंगल सूरज मु तरका चमक ला और उं च सूरज ज र होगा। मगर ठं डा
जमाना जो अमूमन सुबह या शाम के व त का होता ह।ै लाली मंगल क है और
मंगल म चंदर क ठं डक ज र होती ह।ै सूरज नमक है तो मंगल मीठा दोन का
मु तरका मेल नमक म मीठा िमला आ होगा। के तु तुश खटाई है जो नमक या
सूरज के नमक को म म और ह का करती है या के तु के ज़ोर पर होने से सूरज क
गम का असर मालूम होता है और मंगल क िमठास भी जायका बदल लेती ह।ै
ज़ायका ख़द सूरज का ही सुभाओ (ख़ाना नंबर 5 बमुजब अरमान नंबर 5 मकान व
इं सान के जुज का ता लुक) ह।ै के तु के इस च और बुध क गोलाई और सूरज व
मंगल क मीठी गम को तेज़ करने या के तु को नेक बना कर बुध को दरु त कर के
सब ह क चाल और बुिनयाद को दरू थ करना सनीचर क ह िशयारी क
ताकत से होगा। यानी ऐसा कम होवे क सनीचर भी आ जावे के तु ख़द ब ख़द
इसक ताबेदारी म जा बैठे। सनीचर क दरु ती से मंगल सूरज

210
से अलहद
ै ा हो जायेगा और लाली के घटते ही गम पैदा होगी या के तू को कायम
करने के िलए सनीचर मंगल बुध का उपाओ कर। ये िसफ़त बेर (गोल लाल बेर) म
भी मौजूद ह।ै मगर हो सकता है क इसम कोई बुध का पोल भी हो। इसिलए लोहे
क गोल गोली पर मंगल का रं ग जमकर मतलब हल कर। ये लाल मगर लोहे क
गोली सब ह को अपनी अपनी जगह कर दग
े ी। ह के असर म तबदीली नह
कर सकते िसफ़ उनको दरू त चाल (उनक अपनी अपनी जैसी भी हो पर लगा
सकते ह)ै
के तू का घर ख़ाना नंबर 6:- के तू कु ा माना तो बुध को कु े क दम
ु । दम

ला क ाथ
वाले कु े का घर ख़ाना नंबर 6 मुक रर ह।ै िजस म बुध और के तू इक े माने ह।ै
(लाल कताब सफ़ा 100 अरमान नंबर 106) दोन ह क प बात या प ा
ल े
घर होने क हालत म ये ख़ाना नंबर 6 बमूजब ला.क . सफ़ा 97 फरमान नंबर
िक
103 िसफ के तू का ही माना है और बुध शु के साथ ख़ाना नंबर 7 म जा िमला है
जो नेक ह।ै कु क दम
ु , शु क दम
ु , गाय क दम
ु ी क गुत बन गई। ये दम
ु जब
शु से हटी या औरत ने िसर के बाल कटवाये। गाये से हटी- बैल गाये लंडवा ए।
ता
िव

के तु कु े से हटी कु ा आधा रहा। सांप सनीचर से हटी िसफ सांप का िसर ही बाक

रहा। हाथी का सूंड कटा वो महत
ं बाबा ब का ह वा आ। गज क जब बुध
अपनी जगह छोड़कर यािन ख़ाना नंबर 6 से 12 रािशय के आिखर पर नंबर 12 म
ही जा प च
ं ा तो कु े क दम
ु सीधी ई। कु ा पागल आ। सांप क अके ली िसरी
सांप से और भी यादा नुकसान करने लगी। सूरज का बंदर दम
ु कटाये आदमी आ
तो पागलपन का तालूक आ। शु क ी ने िसर मुंडवाया मातम क िनशानी या
दीवाना शु जनाहकार औरत ई। बाप बेटे के िमलाप म फक उड़ा बैठी। चं के
घोड़े धन दौलत जायदाद क आमदन क नाली उ टने लगी। दोन जहान के
मािलक बृह पत ख़ाना नंबर 12 बृह पत का घर ह।ै गु ने िसर पर राख (बुध)
डाली। क सा कोताह बुध नंबर 12 ने बृह पत गु (ख़ाना नंबर 12 का बृह पत)
को दन
ु यावी बुध अकल दी। इसका आ म यान बंद आ। गु ख़ाना नंबर 12 से
हटा ख़ाना नंबर 2 म जा बैठा। जो गु क असल जगह ह।ै िजसम रा के तू क
बैठक है और िजसे पापी ह क बैठक ख़ाना नंबर 8 दख
े रहा है और िजसके सामने
क नजर पर बृह पत के दो त

211
के तु का घर नंबर 6 ह।ै गु ख़ाना नंबर 2 म बैठा है तो इस का दस
ू रा साथी दरवेश
कु ा इसके चरण म ख़ाना नंबर 6 (पाताल) का िनवासी ह।ै गु म िह मत है क
वो ख़ाना नंबर 2 गु दवारा से पाताल के ख़ाना नंबर 6 म दख
े ता है और पाताल के
ख़ाना नंबर 6 से वो गु बृह पत आसमान ख़ाना नंबर 12 म जा िनकलता ह।ै
बृह पत ख़ाना नंबर 2 और 12 का मािलक ह।ै ख़ाना नंबर 2 गु का
गुरदवारा रा के तू क बैठक दिुनया का मशनोई शु सब गोरख धंधा और ख़ाना
नंबर 12 गु क समािध क जगह या गृहि तय के सुख क जगह या “शु उं च
का थान ह।ै ख़ाना नंबर 6 दोनो के दर यान म ह।ै िसफ बृह पत ही ख़ाना नंबर 6
ला क ाथ
के रा ते अपने ख़ाना नंबर 12 म जा सकता ह।ै य क नंबर 6 के दोन रा त के
आिखर पर बृह पत के ही दोन घर ह। ये बृह पत क कु टया के तु का ख़ाना नंबर 6
ल े
कु े क असल मलक यत के मुकाम म िसफत है क वो अपने घर आये ह को
िक
वाह वो के तु के दो त ह या दु मन कभी बरबाद न होने दग
े ा। मुकाबलतन
बृह पत ख़द बुध से तंग होता है और दिुनया का बृह पत साधु अपने सामने से बुध
क राख को उठा उठा कर लोग म बांटता ह।ै (बुध को राख माना है अरमान नंबर
ता
िव

163 ता 165) जो उं च फल क होती ह।ै ले कन जब यही राख (बुध) बृह पत के



अपने घर ख़ाना नंबर 2 मे पड़ गयी । तो दिुनयादार के िलये या कु डली वाले का
बाप राख आ। मगर कु डली वाला ख़द बरबाद न होगा। बाप का सोना दौलत
कु त ने ही खा िलया और जब बृह पत के ख़ाना नंबर 12 म पड़ गयी तो न िसफ
ख़ाना नंबर 6 बरबाद आ बि क बुघ ख़ाना नंबर 12 के मुकाबला के ख़ाना नंबर
6 म बैठे ए सब ही ह कु डली वाले के िलये जहर के असर के हो जायगे।
अगर के तु भी ख़ाना नंबर 6 म आ बैठा हो तो भी बाहर से और आने वाले
ह को खराब न करे गा। अगर खराब करे तो ख़द के तु नंबर 6 वाले को तो बुध ही
करे गा नंबर 12 का। के तु बजाते ख़द गरीब कु े क तरह मािलक क वफादारी
और बेवकु फ गधे (के तु ही का नाम ह)ै क तरह सब का बोझ उठा कर मदद दग
े ा।
के तु ख़द अपना ख़ाना नंबर 6 का फल मामु क तरफ बेशक बरबाद ही करवा लेवे।
ख़ाना नंबर 6 सब का भला करे और नंबर 6 का मािलक के तु ख़ाना नंबर 6 ही म
सब क सेवा करे गा और एैवज म अपनी िखदमत का एैवज न चाहग
े ा। वाह
दु मन ह के वकत के तु के अपने िलये कहरे खवेश बरजाने दरवेश

212
ही का हाल युं न हो। के तू क माता “शु भी ख़ाना न० ६ म नीच फल का होगा।
पापी ह क खसलत का भेद - जहां कह भी लफज पापी ह होगा
“शनीचर रा के तु तीन ही ह से मुराद होगी। रा के तु मु तरका को पाप कहते
ह। और “शनीचर उनका मुनिसफ ह।ै
रा के तू भी शनीचर का ही वभाव रखते ह।
पापी ह का वभाव ये है क:-
(1) जब कभी भी कोई दु मन ह अके ला ही उनके मुकाबला पर हो तो वो उस
दु मन ह ही क ताकत को जायल करते ह।
ला क ाथ
(2) जब दो दु मन ह उनके मुकाबला पर हो जाव या यादा तो मुकाबला पर के
दु मन ह क ताकत ख म करने के िलये पापी ह क ताकत भी दग
ु नी या और
ल े
यादा हो जावेगी। युं यूं दु मन ह तादाद म यादा होते जाव पापी ह क
िक
पाप करवाने या करने क िह मत और भी बढती जावेगी। और:-
(3) जब कसी पापी ह अके ले के मुकाबला पर का दु मन ह कसी एैसे ह को
ता
साथ लाकर मुकाबला पर हो जावे जो ह क पापी ह का दो त हो तो एैसी
िव

हालत म तो एैसी हालत म पापी ह अपने बुरे काम क िह मत को आम हालात



क बजाये न िसफ दग
ु ना कर दगे। बि क आम हालत क िनसबत िनहायत ही बुरा
फल पैदा कर दगे। कु डली वाले का खूब जोर से नाश करगे और अपने दो त ह
को तो बुरी तरह से मारगे। फरजन:-
के तू मंगल बृह पत मुशतरका ह तो कु डली वाले का भाई लंगड़ा िनधन और
45 साला उ तक कसमत के मैदान म हर तरह से मंदा होगा।
के तू सूरज बृह पत- सूरज का फल िनहायत ही मंदा होगा।
के तू सूरज चं - लाख पित होता आ भी मुसीबत पर मुसीबत दख
े ता चला
जावे। अकल क कोई पेश न जायेगी। न रात चैन ना दन सुख हर वकत दग
ु ना मंदा
हाल होगा।
के तू सूरज बुध मु तरका:- भतीजे भांजे खा पी कर डकार मारने वाले ह गे।
दो के तू मु तरका(असल के तू व मशनोई के तू वाह उं च मशनोई खवाह
नीच मशनोई) दो गुना मंगल नेक क ताकत को भी बरबाद कर दगे।

213
(4) पापी ह जब अपने बराबर के या दो त ह से मु तरका हो जाव तो भी
अनथ या पाप ही करगे। मसलन के तू “शनीचर बृहसपसत मुशतरका ह तो औलाद
पर हवाये बद के अचानक हमल से औलाद क मौते ह गी।
(5) पापी ह से कोई एक जब अपने दो त पापी ह ही से िमले( लाल कताब
सफ़ा 105 पर मुक रर कये ए से) तो िनहायत नेक फल दग
े ा। मसलन “शनीचर
रा “ शेष नाग इ छाधारी मददगार सांप होगा। रा के तु मुशतरका म से जो
कु डली के पहले घर मे होगा। वो अपना फल दस
ू रे म िमला दग
े ा। यािन दिृ के
वकत म बाद के घर म होने वाले का असर नेक होगा। पहले घर वाले के नेक असर
ला क ाथ
होने क “शत ख़ाना नंबर के िहसाब से होगी। अगर दिृ का तालूक न हो यािन
ल े
ख़ाना नंबर 5-11-2 म तो मंदा फल होगा। अरमान नंबर 176 –
(6) शनीचर का ख़द जाती वभाव अरमान नंबर 168 ( रा के तु “शनीचर से
िक
पहले या बाद के घर म वाली फै र त) से जािहर होगा।
(7) रा व के तु का बाहमी वभाव और उनका सूरज व चं से तालूक अरमान
ता
नंबर 108 ( हण क फह र त) म दज ह।ै
िव

(8) पापी ह का फल जब मंदा हो बृह पत भी मंदी हस


ै ीयत का गु होगा।

(9) लाल कताब सफ़ा 118 फरमान नंबर 114 जुज :- के तू दरअसल शु का
असर ह।ै िजसे गऊ माता जो शु का नाम है भी माना है और कु ा या सुअर भी।
यािन इसके दोन नाम ही हो गये या जब के तु तकलीफ मे हो उसके बुनयादी ह
शु को भी आराम न होगा। के तू ने घुटना जब जमीन पर रखा धरती माता को
बृह पत याद आया। के तू नीच आ बृह पत नीच आ तो शु बन गया। मगर
दोन जहान का मािलक न रहा या इ सान ने मािलक के आगे हार मानी और
आिजज़ बन गया। मंगल बद ने घुटना टेका ऊंट बैठा तो दिुनया का बोझ उस पर आ
गया। बुध भी तो शु का ही जुज है और के तु भी शु का ही असर ह।ै दोन का फक
ये है क बुध तो अपनी नाली लगा कर शु म िमल जाता है और शु के पीछे पीछे
जाता ह।ै मगर के तू के िलये शु ख़द बेताब होकर के तू के ढू ंढने को जाता ह।ै मतलब
ये क जब कभी शु को बुध क मदद न िमले या शु को मंगल बद सतावे तो के तू
क मदद से वो शु आराम पायेगा। दु यावी कहानी म औरत

214
को (बुध) क कौतबाह ने तलाश करबाया। मगर के तू को शु ने ख़द ढू ंढा और
फलना फु लना पाया। के तू ख़द बृह पत के बराबर का है और बृह पत हरएक पर
मेहरबान ह।ै इसिलये जब शु क मदद करने वाला के तू अगर कसी वजह से ख़द
ही र ी हो जावे तो बृह पत के उपाय से के तू को मदद िमलेगी और के तू आगे शु
को मंगल से छु ड़ा कर ठीक कर दग े ा। बुध म नुकस है क शु के साथ बैठा आ भी
मंगल के साथ िमल कर मंगल बद बन कर शु को बरबाद करता ह।ै मगर के तू
अपने बु यादी ह शु क ज र मदद ही करे गा। वाह वो ख़द कतना ही दस ू रे
दु मन से बरबाद हो जावे। शु और के तू दोन ही एक ए या जब दोन ही नीच
ए। गाय और कु ा दोन ही गंद (गुंह) खाने लगे। ये कलयुग क िनशानी इ।
ला क ाथ
(10) के तू क तीन पाया शकल का मुंह िजस बुज क तरफ हो तो समझगे क के तू
अपना असर िमला रहा है या डाल रहा ह।ै उस बुज म िजस क तरफ क इसके डड ं ो
ल े
का मुंह ह।ै डड
ं के मुंह का ख कु े के मुहं का ख होगा।
(11) के तू क तीन टांगे बृह पत बुध मंगल ह। इसीिलये “शु क जान माना गया
िक
ह।ै
रा के तू क दस
ू रे ह से नाखून बाजी
दल का भेद शनीचर क आंख क बीनाई ने बाहर जािहर कर दया। अभी
ता
िव

इ सान ने आंख द लायी भी न थी क रा के तू का पुन पाप इ सान के नाखुन से



जािहर होने लगा। नौ ह ने बारह रािशय के च र को तो ब े पर नौ महीने म
असर कया तो इ सानी नाखून भी 9 महीने म ही मुक मल आ।
नाखुन- खराब हो जाव। कट जाव या उड़ जाने पर :-
रा का असर....हाथ के नाखुन पर दाय हाथ पर......रा का आम अरसा
}
तबदीली हालात क िनशानी

याद 6 साल होगा।


बाय हाथ पर..... रा क महाद'शा 18
साल बुरा हालत
या रा क उ कु ल 42 का अरसा (नेक
असर) होगा।

}
के तू का असर...पांव के नाखुन पर दाय पावं पर - के तू का अरसा आम यािन 3
साल होगा।
बाये पांव पर...के तू क महादशा 7 साल
बुरी हालत या के तू क कु ल उ 48
साल का अरसा (नेक असर) होगा

215
चूं क रा के तू एक दस
ू रे के सातव होते ह। बाहम दो त भी ह। एक दस
ू रे क बनी
बनायी िबगाड़ भी दत
े े ह। ( वाह एक क नेक हो या बद दस
ू रा नेक को बद और
बदी को नेक कर दग
े ा।) िजस जगह घर के ह बनते ह वहां ही उं च भी हो जाते ह।
इस असूल पर अगर रा हाथ के दाय िह सा पर असर दे रहा हो तो के तु पांव के
बाय िह से पर असर दे रहा होगा और हरइक अंगुली मय अंगूठे के नाखुन से उनका
बाक ह से तालुक जािहर कर दग
े ा। यािन रा के तु का असर बाक ह से
जािहर होगा।
ला क ाथ
अंगूठे से शु का :- ( वाह अंगूठा हाथ का वाह पांव का। के तू मुशतरका या
मशनोई शु कु डली म ख़ाना नंबर 2 रा के तू क मुशतरका बैठक है और तमाम
ल े
तरफ से िबगड़ी इ बात क िबगड़ी को बनाने वाली चीज ढला ढु लाया शु होता
ह।ै यािन अंगूठा इन दोन ही ह का मैदान ह।ै िजसम रा के तू का दो ताना या
िक

नंबर 11 म असर होवे तो 11 गुना असर होगा। (अ छा या बुरा)


दु मनाना अपनी मज का होता ह।ै 5) ये जगह रा
एक ही का असर ख़ाना नंबर 11 म आवे तो

नंबर 11 म असर होगा। जब शनीचर भी साथ होकर ख़ाना


अके ले क ताकत। यािन जब दोन बैठे ह तो िसफ एक का
ख़ाना नंबर 11 रा के तू का एक अके ला दो यारह का ह।ै

तजनी से-बृह पत का-कु डली का ख़ाना नंबर 9-12


ता
िव

म धमा से-शनीचर का-कु डली का ख़ाना नंबर 10



अनािमका-सूरज का-कु डली का ख़ाना नंबर 1-5
किन का-बुध का-कु डली का ख़ाना नंबर 6-7
अंगुिलयां मय अंगूठे और हथेली चं कू डली का
के अंद नी तरफ का िह सा } ख़ाना नंबर 4
यािन जब 5-11
3-9

अंगूठा मय अगूठे के जोड़ या मंगल का ( हर दो मंगल)


}
-

गांठ या नाखुत के खून का रं ग कु डली का ख़ाना नंबर3-8


(1) जो नाखुन बरबाद या खराब हो जावे। समझ लग क इस नाखुन के मुतलका
ह पर रा के तू का असर होने क तबदीली आ गयी। जो कु डली के मुतािबक
अ छी या बुरी िगनी जावेगी। मगर तबदीली हालात ज र होगी।
(2) ख़ाना न० २- अंगुठा शु तो बना मगर िसफ रा के तू मु तरका का मशनोई
रा 2-8 म ह तो कसमत का
शु का छलावा होगा। या अगर केतू ख़ाना नंबर -
-

8-2
मैदान एक न शुद दो शुद के रं ग िबरं ग क झलक दग
े ा।

216
अरमान नंबर 179
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
केतू 1 औलाद के िव न ह । केतू 6 िदमागी ख़ाना नंबर 14 शनीचर
शु 1 से मशतरका।
ु तक बर
केतू 2 ला.क . 163/20, ख़दपसं
ु दी।
164/25 केतू 6 केतू का फल र ी होगा।
केतू 3 न िसफ कु डली वाले बध ु 12
को अपने भाई बंदो से केतू 6 कु े को घी हजम न होने का
िद कत होगी। बि क शु 6 हाल होगा। औरत बांझ होगी।
ला क ाथ
लड़क जात (लड़क
क ससराल)
ु का केतू 7 शादी औलाद म गड़बड़ होवे।
ल े
फल मंदा होगा। शु 7
ला.क . 315/7 बध
ु 7
िक
केतू 4 िदमागी ख़ाना नंबर
16 ई तकलाल काम केतू 8 केतू का असर सोया हआ। कु े
ता
म लगा रहना। वाह क न द कम होती ह।ै मगर
िव

भला काम हो वाह ख़ाना नंबर 8 म शेर क न द



बरा
ु काम हो। वाला कु ा होगा और सोया हआ।
केतू 5 लड़के यादा से यािन औलाद क पदैाइश या
यादा 2 और बस। औलाद िजंदा रहने का वकत
मगर वो मकमल
ु बहत देरी से आयेगा।
और हर तरह के
उमदा होवे। अगर केतू 9 औलाद िगनती ही क होगी।
बहृ पत मंदा तो घर बड़ा लड़का िफर भी िकसमत
म लड़के क आवाज का ह का। मगर कु डली वाला
क जगह कु े रो दग। ख़द ु हर तरह से उ म फल का।
यािन 45 साल उ
तक औलाद का केतू 12 औरत जात औलाद और बहादरी ु
असर के। बशत िक शु 12 म सअरनी ू होगी। (12-12
बहृ पत उमदा फल ब चे और वो सब मोटे और
मबा ु रक न होगा। सअर
ू क तरह बहादर)। ु
बाक खान के िलये लालिकताब म िदया हआ केतु का हर खाने का हाल देख।

217
अरमान न० 180
दो इक े ह एक ही घर म बरा
ु फल(मौत) न दग।े
खासकर (1) नंबर 1-2-7-10 म। (2) ख़ाना नंबर 11 म अपन अपना फल होगा।
ख़ाना बहृ पत सरज ू मु तरका ख़ाना बहृ पत सरज
ू मशतरका

नंबर (शरे दमकता सोना) नंबर (शरे दमकता सोना)
दोनो िदमागी ख़ाना नंबर 20 आराम दोनो दिनया
ु का परा
ू आराम हो।
मशतरका
ु होवे। ख़ाना
दोन इ जत बजरगी
ु का मािलक। अंदर नंबर 1 म
और बाहर से नेक हो। राजदरबार
ला क ाथ
बा - से नेक तालक
ू व तर क मगर बहृ पत चं मु तरका(छतर)
मकािबल
ु ू के
िकसमतअख यार िकसी दसरे
ल े
हाथ म होगा। यािन िजस िजस दोन चं का परा
ू नेक असर होगा।
राशी नंबर म ह उस उस राशी के मशतरका
ु िदल क परी
ू शांित होवे।
िक
घर के मािलक के तालक
ु का या बा- कु डली म अपने दो त ह
असर होगा। ला.क . 194/3, 193/4 मकािबल
ु से पहले घर म ह तो अपने से
ता
दोन ला.क . 194/7 दोन बाद अगर बाद के घर
िव

नंबर 1 मशतरका
ु ह तो पहले घर को मदद

दोन ज री सफर मतलका
ु राजदरबार ज र दगे। िदमागी ख़ाना
बाहम देख के नेक नतीजे ह । नंबर 21 हमदरदी या रहम
रहे और िमजाजी का मािलक होगा।
चं कायम
दोन नतीजा यादा मंदा। ि का

}
मु तरका यादा दजा मंदेपन क यादती दोन शु मंगल
को केतू का दजा होगा। मशतरका
ु शु शनीचर नेक फल दवे।
देखे। के बा- मंगल शनीचर
दोन फै सला हक म होने क कोई मकािबल

मशतरका
ु तस ली न होगी। शनीचर अगर
को बजाते ख़द
ु नेक तो कदरे उमदा
शनीचर वना स त खराबी होवे। दोन सबसे उ म ल मी।
देखे मशतरका

218
ख़ाना बहृ पत चं मु तरका ख़ाना बहृ पत चंदर मशतरका

नंबर (छतर) नंबर (छतर)
दोन मंगल :- सबसे उतम ल मी होगी। दोन िदमागी ख़ाना नंबर 39 - वजह सबब क
मु तरका सरज
ू :- तािजर। अहले कलम को बध
ु ताकत
दसर
ू को भी फायदा पहंचे का िदमागी ख़ाना नंबर 40 - मकाबला
ु एक
बज रया ठोस हािजर माल। साथ चीज का दसरी
ू से
को देखे बध:-तजारत
ु (दलाली) फायदा िदमागी ख़ाना नंबर41-इ सानी खसलत
अजीम होवे। िदमागी ख़ाना नंबर 42 रजामंदी का
ला क ाथ
या साथ हो शु :-शादी के िदन से धन दौलत मािलक होगा।
आगे बढना बंद होवे बि क घटना दोन बध
ु का साथ नंबर 2-4 का और नंबर 2-4
ल े
शु हो जावे। को के इलावा दसरे
ू घर का बहृ पत के हाल
शनीचर बहृ पत का धन शादी के म अरमान नंबर 125 ता 129 मफिसल

िक
िदन से आगे और बढना शु होता िलखा ह।ै मंदाफल होगा। वाह
}
ह।ै लाख पित िफर भी मसीबत
ु पर मसीबत।

ता
िव

शनीचर:- इसक दो ती से दसर


ू अकल मदद न देवे।

का फायदा ही फायदा िमले। दोन दोन का उतम फल।
अकेले चं बध
ु बहृ पत या:- समंु पार सफर नंबर 1
के बा- सरजबध:-
ू ु का बरा
ु नतीजा होवे। दोन दोन का उतम और बहृ पत का अ छा
मकािबल
ु नंबर 2 होगा। बहृ पत का जो नंबर 4 म उं च
दोन को बध
ु का साथ उ म फल। बध
ु क होता ह।ै बड़ के दरखत का।ला.क .
दु मनी न होगी। बि क मदद 219/1
होगी। िदमागी ख़ाना नंबर 18 दोन धन रे खा। दौलत का मािलक होगा मगर
भरोसा, अगर शनीचर उमदा तो नंबर 3 इसका धन भाइय को तारे । जो
नेक असर वना फोक उ मीद। इकबालमंद हो जाव। ला.क . 302/8
नासितक होगा। दोन दोन ह का उतम मगर बढे गा। चं का
िदमागी ख़ाना नंबर 37 - राग नंबर 4 नेक फल। बड़के दरखत क तरह बड़के
िदमागी ख़ाना नंबर 38 - तने ही से जड़े िनकलकर इसके तन

जबानदानी मददगार

219
ख़ाना बहृ पत चं मु तरका ख़ाना बहृ पत चंदर मशतरका

नंबर (छतर) नंबर (छतर)
नंबर 4 बनते जाने क तरह सख
ु सागर नंबर 9 दबा हआ धन होगा। जो
जारी नेक हो जावे। िदल क परी
ू शांित दरखत क अ छी जगह पर
हो। नेक से नेक से नेक होता होने वाली जड़क तरह चं
चला जावे। पानी क नाव हवाई बहृ पत के वकत िजस का
जहाज का काम देवे। ला.क . इसके वषफल से पता चलेगा।
159/7 व 219/1 िफर उपर को यािन नीचे से
दरखत के उपर के िह से म
ला क ाथ
नंबर 5 चं बहृ पत से िमला हआ सरज
ू नेक असर करने क तरह
उतम फल देगा। यािन अब सरज
ू िफर चल पड़े गा। और कु डली
ल े
का फल दोन क जगह बलं
ु द और वाले के अपने काम आयेगा।
नेक होगा। ला.क . 301/5 ू शांित और बड़के
िदल क परी
िक
दर त क तरह वालदन ै
नंबर 6 ु और केतू के तालक
बध ू से यािन (बज ग ) का परा
ू नेक और
ता
जसै ा भी उनका हाल हो वो इन उतम साया होगा। चं क
िव

दोन ह के उतम फल म अपना तमाम चीज का नेक असर



असर िमलायगे। होगा। पानी क नाव हवाई
जहाज का काम देवे। ला.क .
159/7
नंबर 7 बचपन म तकलीफ हो। चं के नंबर 10 मां बाप के पास सोने चांदीक
वकत (24 साला उ से) माता िपता ईटंे होते हए भी आखरी वकत
ला.क . दोन दिखया
ु होव। धन दौलत कु डली वाले के िलयेअधयारे
301/5 शादी के िदन (शु का असर) और के प थर और नेक पानी क
लड़क के जनम से(बध
ु का असर) जगह िसफ पानी के बलबल
ु ु
घटना शु हो जावे। क झाग होगी। िकसमत मंदी
ै क तरफ से
(िसफ वालदन
नंबर 8 उ लंबी होगी। मगर धन क लड़के के अपने िलये देने के
खाितर भाइय को मारे । इसका या िलये)। वो झाग भी समंु
एैसा धन भाइय को मरवावे या झाग न होगी। जो िकसी दवाई
मारे । ला.क . 302/9 के काम आ सके। "घोड़ी

220
ख़ाना बहृ पत चं मु तरका ख़ाना बहृ पत शु
नंबर (छतर) नंबर (क लर जमीन)
नंबर 10 क दम
ु लंबी तो सवारी को या दोन दोन का फल खराब। सोने म
जारी मदद बाप क दाढी उमदा तो बेटे मु तरका िम ी िमली हई।मगर औरतक
को या सहारा"। िसफ िदखलावे या बा- मदद िमलती रहे । ला.क .
ै क
क शान (वो भी वालदन मकािबल
ु 167/33
अपनी) मगर लड़का दसर
ू का दोन नर औलाद के िब न। सोने क
िनगरान होगा। नंबर 2 जगह िम ी तो होगी। मगर वो
नंबर 11 रफाये आम के काम। दसरो
ू का िम ी आम िम ी से क मती
ला क ाथ
तार। मगर अपनी िकसमत (अपने असर क हालत क होगी। या
ल े
ु के मालक ख़ाना
पेट का तालक) िम ी के काम से सोना और
नंबर 3 के ह ह गे। अगर ख़ाना सोने के काम से राख हािसल
िक
नंबर 3 खाली ही हो तो ख़ाना होगी। ला.क . 144/1
नंबर 11 के ह सोये हए ही िगने दोन नं 3 खशहाल
ु भागवान होगा।
ता
जायगे। ख़ाना नंबर 5 का ख़ाना दोन िम ी भरी तेज आंधी क तरह
िव

नंबर 11 पर कोई असर न होगा। नंबर 7 क िकसमत। बहृ पत का



नंबर 12 िमसल राजा मगर धन दौलत से असर मंदा होगा। शककर
ू का
ू यागी होगा। शादी के िदन
परा असर भी िसफ जािहरदारी का
(शु का वकत) और लड़क क और िबन मतलब होगा। जो
पदैाइश (बध
ु शु ) से धन बरबाद बहृ पत के असर म जहरीला-
और जायदाद का फल म म होगा। पन (वासते पदैाइश नर औलाद
चांदी (चं ) क जगह कलई क खासकर) देगा। जमाने क
सफेदी (बध
ु का असर) होगी। सोने तरफ से बहृ पत क हवा का
चांदी के थाल म अब पायेदार सहारा फज । बि क जहरीला
उमदा गजा क जगह गंदी बदबो ु ही य के
होगा। या वो ख़द
ू ह गे। जायदाद के मकान
के फल िलये अपनी ही औलाद क
अंधेरे। और उनम मकड़ी के जाले कबानी
ु देकर सोने क जगह
बहतेरे पदैा ह गे। िम ी बटा लायेगा। या बट कर
आ जायेगी।

221
ख़ाना बहृ पत शु ख़ाना बहृ पत मंगल
नंबर नंबर
दोन को अगर बध ु का भी साथ हो जावे। दोन नं 2 ला.क . 282/12
बधु का (बध ु नं ब र 7) तो आंधी क िम ी बध ु नंबर6
साथ नं ७ भरी हवा से बध ु का शीशा अगर दोन नं 6 ला.क . 282/14
और नही तो शु बध ु मशनोई बध ु नंबर 2
सरज ू का असर (धन दौलत न बहृ पत बध ु
सही खराक ु अ न-पानी) तो (औखली-फक र क गदड़ी) ू
ज र पदैा रखेगा। जद गस ै दोन आवाज क हालत ( ला.क .
होगी। वाह दोन जहरीली ही मु तरका फरमान नंबर 87 सफ़ा 73)
ला क ाथ
हो। ला.क . 144/1 फै सला करे गी िक दोन
दोन नं 9 दिनया
ु का परा ु आराम। मशतरका
ु म बल कौन ह।ै दोनो
ल े
ह मशतरका
ु होने का फल
अरमान नंबर 130 जज ू (अ) म
िक
बहृ पत मंगल िजकर ह।ै बध ु बहृ पत एक ही
(जजवी
ु सोना-नेक-अंकु श, बद ढाल) घर म होने पर आकाश म हवा
बंद वाली हालत होगी। अगर एैसी
ता
दोन हरदम मदद मदा मददे ख़दा। ु हालत म कु डली म शनीचर
िव

मशतरका
ु िनहायत उतम असर। हौसला उमदा होवे तो कछु भरोसा व

अंद नी व गबैी ताकत क मतलब होगा।(वासते धन दौलत)
मदद होगी। ला.क .166/31-32 वना फोक तबाह करने वाली
उमीद होगी।
दोनो को मखालफत ु मदा न होगी। बि कदोन ह अपना ही बेड़ी डोब म लाह
शनीचर धन दोलत के िलये महावन उ बा होगा। िपता क उ और उसके
देखे (ला.क .सफ़ा 322) का नेक मकािबल ु धन दौलत पर तबाही कर देगा।
असर होगा। मगर कबीला का भारी बौझ उस
के जु मे होगा। दोन ह के
मंगल बद मखालफत ु मदा, र तेदारो क बामकािबल
ु या आमने सामने
का तालक ू मौत, मातम, रं ज व गम आम होने क ि अगर :-
ह गे। 100 फ सदी हो.....िनहायत
खराबी का असर होगा।
दोन दोन ह का िनहायत ही 50 फ सदी हो..खराब असर होगां
नंबर 2 उतम फल होगा। 25 फ सदी हो..मामली ू असर
नंबर 7 ला. क . सफ़ा 255 जज़ ु 2 होगा।

222
ख़ाना बहृ पत बध
ु ख़ाना बहृ पत बध

नंबर नंबर
दोन ह अगर बहृ पत कु डली के क ख़द
ु अपनी औलाद न होवे।
बा पहले घर म हो तो बहृ पत का मतब ने रखे। फालतू और
मकािबल
ु 34 साल उ तक अ छा फल बेमायनी खचा।

}
जारी होगा। 35 से बध
ु का बरा
ु असर दोन
शु होगा। लेिकन अगर बध
ु मशतरका

पहले घर का हो । तो बध
ु का और चं सफर का बरा
ु नतीजा होवे।
ला क ाथ
34 साल उ तक अ छा असर बा
ल े
और 34 तक बहृ पत का मंदा मकाबल

फल होगा। 35 से बध
ु का असर बहृ पत शनीचर
िक
िनक मा और बहृ पत का (फक र क झोली)
उमदा शु होगा। दोन दोन क मशतरका
ु धन रे खा
ता
िव

बहृ पत कायम
} दोन का मशतरका
ु होगी। जो धन िक शादीके िदनसे

और बध
ु उं च घर म मु तरका बढने लगे। (कु डली वाले क
असर राजयोग होगा। कागजी शादी)। एैसे श स म कौत
कारोबार छापाख़ाना वगरैह खयाल। सोच िवचार क ताकत
अज पविलक नेक असर देवे। दजा कमाल होगी। िजंदगी
ईमानदारी का धन साथ देवे। (अ ज) बढने क ताकत ख़ु ारी
बहृ पत ला.क . सफ़ा 153/3 मगर हसद से बरी होगा। एैसे
बध
ु नं 2 श स क िकसमत का फै सला
दोन नं 3 साबर व शाकर होवे। ख़ाना नंबर 11 के ह करगे।
दोन नं 6 इबादतगार होवे।ला.क .286/13दोन ु अलहैद अलहैदा और
िबलकल
दोन
नंबर 7 कभी शाह कभी मलंग कभी
खशहाल
ु कभी तंग एैसे मद/औरत मकािबल

} ि से भी न िमलते ह का हाल
बाहम बा- अरमान नंबर 120 म िजकर ह।ै
जब दोन 100 फ सदी के

223
ख़ाना बहृ पत सनीचर ख़ाना बहृ पत सनीचर
नंबर नंबर
दोन ह खान म बाहम देख रहे ह । तो इशक न होगा। चं उं च का नेक
बा मशतरका
ु ही होने का असर फल साथ होगा। इस जगह अगर
मकाबल
ु दग। चं साथ भी होवे। तो चं न या
जारी बहृ पत देखता हो शनीचर को र ी न होगा। दु यावी तोहफा
दोन 50फ सदी पर-इलम ितलसमात होगा। ला.क . 158/2
ि म जादगरी।
ु दोन औसत दजा िजंदगी वाला।
25 फ सदी योग अ यास का नंबर 3 ( य िक शनीचर ख़ाना नं 3 म
मािलक हो। िनधन हो जाता ह।ै आखरी उ
ला क ाथ
शनीचर देखता हो बहृ पत को म आराम पावे।
तो:- कदरती
ु तौर पर िजसमानी दोन नं ब र साधारण हालत जस ै ी िक बाक
ल े
कमजोरी और धनदौलत हलका 4-5-6 म ह के िहसाब से होवे।
होगा। दोन धन बरबाद मगर जायदाद
िक
दोन को शु :-एैसे श स का धन नंबर 7 उमदा। लड़क (बध ु का दौरा) क
देखता हो मािनंद िम ी का पहाड़होगा। पदैाइश से धन दौलत (बहृ पत
ता
िदखलावा बहत िकसमत कम। का) खासकर बरा ु फल होगा।
िव

एैसा धन उसके अपने खानदान शनीचर के वाकयात नया



और औरत के काम लगे। (अपने मकान दीगर मतलकाु चीज
खानदान बाबे क तरफ का मबा
ु रक फल दगी। िजन पर धन
िह सा) और शादी के िदन से खरचने पर भी और बढे गा। और
एैसा धन बढे । बरकत देगा। मगर ख़द ु नेक
केतू :- औलाद पर बरीु हवा के िकरदार भला लोग भले काम
हमले। (िजन भत ू क मार) करे । मगर बचपन म तकलीफ
मकान म शारे आम से सीधी रहे ।
आने वाली बरीु हवा का बराु
असर लगे।
दोन मंदा हाल। साधू या गु मगर
नंबर 1 काग रे खा वाला होगा।
दोन सेहत अफजा। खशगं ु वार। सर-
नंबर 2 सबज पहाड़क तरह चं का
उतम फल होगा। इशक म दजा
अ वल होगा। मगर गलबा

224
ख़ाना बहृ पत सनीचर ख़ाना बहृ पत सनीचर
नंबर नंबर

}
दोन चं या बरकत बढनेवाली आसरी
ू माया होगी जो दसर
ू को
नंबर 7 शु या मगरम छ रे खा तबाहकरे ।
और मंगल का असर होगा। दोन नं11 इ क़ म दजा मअतदल का होगा।

}
कायम यादोन दसर
ू के िलये मददगार इ छाधारी
ला.क . 307/ बे (i) (ii) बज रया (ला.क . 153/4 व 213/10)
दोन चं या नीचे को मंुह िकये ि नं11 हरदम साया करने वाला सांप
ला क ाथ
नंबर 7 याशु या ु अरसा के
या कछ म इक ेह होगा। बि क लोहे को पारस का
12 और मंगल बद (यािन जब से दोन काम देगा। एैसा श स माया पर
ल े
न या न या नीच हका नंबर 12 पेशाब क धार मारने वाला होगा।
नीच होवे। दौरा शु होवे) म इस का धन एैसा होगा जो ख़द

ला.क . 300/5 जीम
िक
बरकत घटने वाली मगरम छ खरचे और खाये मगर दसर
ू को
रे खा होगी। कोई फायदा या नकसान
ु न होगा।
ता
िव

दोन दर याना असर (धन का)ये घर शादी के िदन से धन औरभी बढे गा।
नंबर 8 दोन शु मंगल -या मगरम छ रे खा

अब मागअ थान न होगा। उ
ज र लंबी होगी। नंबर 12 होगी। अगर चं न तो आरजी
दोन ू चं 7 या वकत क मगरम छ रे खा होगी।
म छ रे खा और उध रे खा क परी
नंबर 9 बलवान ताकत का। ख़द
ु अपने शु या शु या चं या मंगल म से जो ह
िलये नेक असर होगा। (दु यावी मंगल कायम होवे मगरम छ रे खा उस
नेज ला.क . 296/4

तोशा ला.क .सफा158/2,164/21, कायम ह का उमदा असर देगी। जो र ी


168/27) एैसा धन जो अपने हाथ हो जावे उसका मतलका
ु असर मंदा
खच बरते दसर
ू का बरा
ु न होगा। देगी। मंदा असर होने का िदन र ी
और नही नफा देगा।ला.क . 309 ह के दौरा के
दोन ु अपने िलये ी गनेशजी के
ख़द
नंबर 10 असर वाला यािन िनहायत उतम
असर का मािलक होगा। मगर
इसका धन न

225
ख़ाना बहृ पत सनीचर ख़ाना सरज
ू च
नंबर नंबर
दोन 12/7शु होने का िदन होगा। इसी चं को खु क कएं ु पानी देने
ु ख़दबख़द

च या तरह और बढने का अरसा और देखे लग जाय। चं का फल चं क
शु या िदन अ छे और कायम (िसफ सरज
ू नसफ याद यािन 12 साल तक
मंगल शु या चं या मंगल म से मगर ू के नीचे दबा रहने के बाद
सरज
कायम कोई एक या तीन ही बाक ू नं अलहैदा और सरज
सरज ू क तरह उतम
जारी ह का मगरम छ रे खा से 1 न हो होगा।
ला क ाथ
कोई तालक
ू न होगा।) ह के दोन नं1 िमसल राजा होवे।
दौरा और शु होने का िदन होगा। दोन नं२ हािन होवे।
ल े
सरज
ू चं (रथ) दोन नं3 मतलब पर त होगा।
िक
खािलस/बड़ का दध
ू दोन नं4 मौत द रया नदी से िदन के
दोन सरज
ू का परा
ू उतम फल होगा। शनीनं10 वकत होगी।
ता
मशतरका
ु मगर औरत से मखालफत।
ु दोन नं5 िजंदगी भर आराम रहे ।
िव

बढापा
ु खास कर उमदा होगा। दोन नं6 माता िपता के कतल से ख़द
ु भी

दोन िदल क ताकत म सरज
ू का मय राह मौत पावे। बशतिक ख़ाना नंबर 2
बा - नेक और उतम असर होगा। या केतू खाली हो।
मकािबल
ु ला.क . 192/1 } दोन 11 उ 9 साल होवे।
दोन के मंगल बद और केत:-ू िनहायत सरज
ू शू
बा - बरी
ु िजंदगी। ला.क . 194/5 (लाल म नर)

मकािबल
ु लाख पित होता हआ भी न रात दोन हवाई बहृ पत का फल होगा।
ै । हरदम
आराम न िदन चन मशतरका

दिखया
ु होवे। दोन ै बचपन म गजर
वालदन ु जाव।
बध:-कौत
ु िदल।ला.क .195/11 बा - िजस घर म शु होवे उस
मंगल बद या एैजन मकािबल

पापी ह या शु
लाल िकताब सफ़ा 224/4

226
ख़ाना सरज
ू शु ख़ाना सरज
ू बध

नंबर नंबर
घर का हाल खराब होगा। शु असर देगा।औरत का रं ग व वभाव
क मतलका
ु चीज का। सरज
ू (आि मक शि )सफ़ा वनेक होगा।
का ख़द ू के बठ
ु या सरज ै े होने दसरो
ू क बजाये ख़द
ु अपनी और

}
वाले घर पर शु का बरा
ु असर अपने हाथ क पदैा करदा कमाई
न होगा। पर भरोसा और सबर करने वाला
दोन नं7 औरत से झगड़ा होवे। होगा। िजस का नतीजा नेक होगा।
ला क ाथ
सरज
ू मंगल या वा ख़द
ु सा ता (अपने आप
(तलवार-लाल(हीरे मोती) - लाल (रं ग) अमीर बना हआ) मद होगा। उमदा
ल े
दोन लाली का उतम फल। दोन का सेहत होगी।(ला.क .सफ़ा 196/14)
िक
मशतरकासाफ
ु िदली म उतम फल होगा। िसर रे खा और सेहत रे खा के
उ 100 साल खासकर ख़ाना िमलने क जगह का जािवया।
ता
नंबर 1 या 2 म। ला.क . 192/2, 194/4, 195/9
िव

दोन नं9 आहली मतबा होगा। दोन के चं या बहृ पत:- मंदे नतीजे ह गे।

नंबर 10 अजीज से जर व माल का बा - शनीचर :-नेक फल दोन दु मन
झगड़ा होवे। मकािबल
ु (सरज
ू और शनीचर) अपना अपना
दोन न शनीचर नंबर 11 भागवान नेक काम करते जाव।
10 म और चं नंबर 6:-
सरज
} होवे। सरज
ू कायम सरजका
ू परा

ू बध
ु और बध
ु उं च घर नेक असर।
(पहाड़- शीशा) ु अपनी कलम के ज रये
ख़द
दोन गो बध ू के
ु चपु होगा। (सरज राजदरबार से बरकत पावे। नेक
मशतरकासाथ
ु म) मगर ी क िदमागी और ईमानदारी का धन साथ देवे।
ताकत िनहायत उतम होगी। या ू देखे बध
सरज ु को 100 फ सदी
उसक जबान का लफज प थर पर :- बध
ु क ताकत जदी
ु जािहर
पर लक र का न होगी। सरज
ू को मदद ही होगी।
ी धर म (मद के

227
ख़ाना सरज
ू शु ख़ाना सरज
ू बध

नंबर नंबर
ू देखे
सरज के ससराल)
ु सरज
ू क चमक मद बेशक इतना नफा अपनी जान
ु को जारी होगी। या वो अमीर ह गे।
बध के िलये न पा सके।
ु देख नेक फल सरज
बध ू के नेक असर "आर ढांगा पार ढांगा िबच ट लम
सरज
ू को से िम ी दर.और
ू शीशे क तरह ट लीयां आवण कंू जा देन ब चे
चमक और बढे गी। नदी नहावन च लीयां।" चलते हए
50 फ सदी से:- दु यावी तजरबा
ु रहट क तरह हरदम आमदन जारी
ला क ाथ
उमदा। फ वारे का उठता हआ और ताजा
25 फ सदी से :- इ म जौितष पानी क तरह क िकसमत का
ल े
उमदा। मािलक हो। मगर राजदरबार से
चं न :-िदमागी सदमात ह गे। कोई एैसा नफा न पावेगा।
िक
दोन नं 5 उमदा सेहत होगी। औलाद पर
शनी नं 9 बरा
ु असर न होगा। सरज
ू शनीचर
ता
िव

दोन नं 7 औरत अमीर खानदान से और (क वा- दो महंु का सांप)


ला.क . सरज

ू क तरह उतम और
240/13 मक
ु मल होगी। रं ग और दोन क कर का दर त- वकत के
वभाव भी नेक और साफ ह गे।मशतरका
ु मतािबक
ु ल क सईू क तरह
सरज
ू नंबर 7 म नीच फल कर ू जाने वाला। गरै तस ली व श
घम
देता है शु का इसिलये ख़द
ु दो त होगा।
औरत का फल (केतु औलाद) सरज
ू देखे मजबत
ू तब:ै उ रे खा और सेहत
बेशक मंदा होवे और औरत ख़दशनीचर
ु रे खा के िमलने का जािवया।
इतना आराम न पावे। या को ला.क . सफ़ा 196/14 - िजसमानी
औलाद कम........या औलाद क ताकत उमदा। ला.क .सफा198/18
उ के तकाजे ह । मद ख़द
ु क शनीचर िजसमानी कमजोरी।
ू के इ म
आमदन क नाली हजार जंगलदेखता हो 25 फ सदी पर :- कल
पहाड़ के मदैान को सरैाब ू को के इलावा इ म रयाजी
सरज
करे गी। ख़द
ु आप वो (ला.क . 194/8)

228
ख़ाना सरज
ू सनीचर ख़ाना शु चं
नंबर नंबर
सनी देखताभी होगा। ला.क . का घर कु डली वाले क ससराल

ू को 50 फ सदी पर- इ
हो सरज म मकानात 214/15 और माता का घर मामु तरफ इस
जारी (शनीचर क मतलका
ु चीज तरह दोन ही घर का मंदा हाल
का काम) होगा। होगा।
ू तब:ै। ला.क . 168/18
दोन नं 5 मजबत दोन माता न होगी अगर होगी तो अंधी
दोन नं 6 सोने क जगह िम ी के तवे मशतरका
ु होगी। (मफिसल
ु ला.क . सफा 18
ला क ाथ
बध
ु चं रोटी पकाने के ह गे। अगर कोई फरमान नंबर 39) नौह सास का
दोन उसका लड़का सेहत व आंख झगड़ा होगा। मंदा असर उपर क
ल े
कायम से र ी म त मलंग सा होवे। वो दोन बात का शादी के िदन से
िक
18 साल के बाद गया हआ िगनते ह।
सोना िफर वािपस िदला देगा। दोन को
ता
दोन नं 9 दौलतमंद मगर मतलब पर त सरजदे
ू खे ला.क . 224/1
िव

होगा। दोन के ीयां (औरत शु माता चं )



दोन नं 9 ख़ाना नंबर 3-9 दोन ही का बाम-ु तबाह ह गी।
और मंगल फल र ी होगा और दु मनाना कािबल
ु होगा। सब ह का बध
बद या बध ु ने मंगल बद
नंबर 3 ख़ाना नंबर 3 से 9 पर असर दोन औरत क सेहत र ी(िदमागी
कर िदया। नंबर 1 कमजोरी व दीवानगी वगरैह)
दोन 11 दोन दवाइय के काम से फायदा हो।
मंगलबद ु हक म होने क शत न होगी।
नंबर 2 ख़द
या बध
ु एैजन इ क़ म दजा कमाल होगा। दध

नंबर 3 म खांड क जगह िम ी िमली
शु े
चं (खसरा-गाय)
ु वाली िकसमत होगी। खास कर
दोन दोन ह के अपने अपने घर बहृ पत का असर िकसी नेक
मशतरकाका
ु हाल मंदा होगा। शु औरत फल का न होगा।

229
ख़ाना शु च ख़ाना बध
ु चं
नंबर नंबर
दोन मा बाप दोन क तरफ से से बाहर िकसी और जगह और
नंबर 4-7 ख़ािलस और ख़द
ु भला लोग ि हर तरह से खाली। या मां बेटी
शनीचर होगा। ही अकेली ही तो इकबालमंद ह गे।
नं 10-11 ही अकेली ही तो इकबालमंद ह गे।
दोन नंबरएैजन धन दौलत उमदा होगा। िदल का
4-7 सरज
ू लड़िकय क तरह शरमीला डरपोक होगा।
ला क ाथ
नं५ होगा मगर बध
ु ु न होगा। दोन को मंगल बद:-उ ख़द
ु तो अपनी
दोन नं 7 माता क आंख पर झगड़ा देखे- उमदा(लंबी) मगर मामु तरफ
ल े
ु होवे। ला.क .
दोन नं 8 बि क नजर गम खरािबयां।
िक
224/1, 301/5 काफ बहृ पत या
नामद वना बजिदल।
ु अपने ही सरज
ू या
} नेक असर होगा।
ता
कारनामो क वजह से चं का शनीचर
िव

धन और शु से गहृ ती सख
ु दोन ि म यक तरफा तबीयत वाला।

बरबाद पावे। बदचलनी क मज बा - 100 फ सदी-िनहायत खराब असर।
ू भी हो सकता है
का तालक मकािबल
ु 50 फ सदी-खराब असर।
या होगा। 25 फ सदी --- मामली
ू खराब।
बध
ु चं (टिनया
ु तोता) हर हालत म धन क हार न होगी।
दोन दोन मंदे शनीचर का फल दगे। ू खराब असर देगा।
िदल का तालक
मशतरका
ु चं न लगे। चांदी क जगह िदल बकरी का होगा। बजिदल(बज

या बाहम कलई होगी। चं का फल र ी बकरी बध
ु , िदल चं )
ि म होगा। गलबा इ क़ बायस दोन ख़दकशी।
ु वजह गरीबी न होगी।
तबाही होगा। जब अपने अपने नंबर 4 बि क िदल न होने का सबब होगा।
घर म ह । लेिकन जब दोन या गलबा इ क़ का सबब होगा।
मशतरका
ु और अपने अपने घर ला.क . 224/3

230
ख़ाना बध
ु चं ख़ाना मंगल शु
नंबर नंबर
दोन खनी
ू मगर िमसल राजा।अकल रहने वाला होवे। दोन हालत म
नंबर 6 कायम मात ृ रे खाका नेक असर ससराल
ु अमीर ह गे। लाव द न

मगर ख़द
ु अपनी नजर कम ह गे।
होवे। ला.क . 214/13, दोनो जनाकार। एै याश। इसका धन
215/18बी , 219/2, नंबर 3 अपने ही भाई बंदो को तारने
ला क ाथ
दोन लाख पित िफर भी दिखया।
ु वाला होगा।
नंबर 7 अकल मदद न देवे। बाक 6 दोन माता के भाई बंद (नर आदमी)
ल े
बचने वाले मकान सा हाल रहे । नंबर 4 खराबी का सबब ह गे। वो ख़द

िक
तिकया मसािफर
ु होगा। माता भी तबाह होव। या दरअसल पानी

न होगी या वो अंधी होगी। ू जाव।


म मौत पाव या डबते
ता
िव

ला.क . 213/12, 215/18बी, दोन औलाद दर औलाद सािहबे औलाद।



219/2, 221/1 नंबर 7 पोते पड़ोते सब िजंदा। हरदम बढे

मंगल शु (गे ) प रवार। इसका धन अपने ही खन



दोन चं बहृ पत :- एैसा धन हर से पदैा शदा
ु (मारफत अपनी औरत
मु तरका तरह से नेक फल देवे। माल भाई बंद के बाद बिहन भया
ु नह )
को देखे दौलत भी हो और प रवार भी हो। को तारने वाला हो। दौलत का
(उमदा मायन म) भ डारा और दौलत का दीगर सख

पापी ह :-रात िदन मसीबत
ु होवे।

पर मसीबत
ु होवे। दोन आसदा
ू हाल मगर िनंदक। हरइक
दोन औरत खानदान से दौलत आवे। नंबर 8 क बदखोई करने वालाहो िदमागी
नंबर 2 ससराल
ु के घर ही ख़ाना नंबर 8 हमला रोकने क

िह मत का मािलक होवे।

231
ख़ाना मंगल शु ख़ाना मंगल बध

नंबर नंबर
दोन िनधन और झगड़ाल।ू मामली
ू दोन ीक िदमागी ताकत उतम होगी।
नंबर 10 सी िम ी क डली पर लंबा मु तरका पहाड़क तरह सरस ज और उतम
झगड़ा करने वाला होवे। जारी शनीचर का फल होगा। िसफ इस
ला. क . 285/9 क जबान का लफज जो प थर पर
ु (राये तोता)
मंगल बध लक र होगा। या बहृ पत गु से
दोन लाल क ठी वाला तोता होगा। सन
ु कर बोली हइ जबान होगी।
ला क ाथ
मु तरका राये तोता बोल कर नकल कर दोनो मजबत
ू िजसम। औरत खानदान
लेने वाला। खासकर बहृ पत नंबर 1 को तारे ।
ल े
या गु क नकल कर लेने दोन ससराल
ु दौलत मंद और दौलत
ु बकरी के नंबर 2 देव। धन दौलत मबा
वाला तोता। चं बध ु रक।
िक
िदल वाला (िब ली देखी या दोन धन दौलत के बहत गम देखेगा।
आयी तोता मर गया। वाह नंबर 3 ला. क . 285/10
ता
िव

िब ली छहे
ू भी न) टिनया
ु तोता दोन ु उं च है मगर
बेशक इस घर म बध

जो िसफ ट ट ही करता ह।ै र ी नंबर 4 ख़ाना नंबर 3 चोरी का और धन
फल का होता ह।ै मगर ये लाल चले जाने का दरवाजा िगना गया
रं ग के साथ वाला प का बध
ु ह।ै
होगा। यािन चं बध
ु 'द रया का दोन अपनी जात पर बरा
ु असर न होगा।
रे त' और मंगल बध
ु मीठे म रे त नंबर 6
होगी। िजसके असर को हटाना दोन वही असर जो उपर नंबर ३म िलखा
मशिकल
ु होगा। मंगल को नंबर 7 ह।ै ला.क . 256/4
मंगल बद तक कर सकता ह।ै ु के दांत होने के
मंगल का शेर बध
लाल रं ग का फक खन
ू गले पर सबब अपने घरम शु क गाय पर
लगाये खन
ू कर िदया खन
ू कर भी हमला कर देगा। हालांिक बध

िदया का अलाम लगा कर शु दो त ह और मंगल शु
बदनाम और दिखया
ु बना देगा। दो त। मगर िफर भी गहृ त
मंगल के साथ बध
ु चपु होगा।

232
ख़ाना मंगल बध
ु ख़ाना शु बध

नंबर नंबर
दोन बरबाद और जहर के वा यात। वाह िकसी भी घर ह । (िसवाये
नंबर 7 वजह ये िक बध
ु अपनी नाली ख़ाना नंबर 4 के जहां िक दोन

जारी लगा कर ख़ाना नंबर७ का फल का फल र ी होगा)। यापार से

बाहर जहां भी शु हो ले जायेगा नफा और सरज


ू हण के वकत
और गहृ त का ख़ाना खाली भी उमदा नतीजा होगा। जबिक
ला क ाथ
होगा। िसफ मंगल बद बाक रहे गा। शु बध
ु मु तरका मशनोई सरज

दोन नं 8 लाल िकताब सफ़ा 269/5 का ही काम दे दगे। रोटी पानी क
ल े
दोन मालदार अयालदार। पोते पड़ौते कभी कमी न होगी।
िक
मु तरका वाला। अगर कु डली म पापी 2) एैसे घर म ह । जहांिक शु

नं 10/11 ह अ छे घर के ह और र ी न ु उं च होवे। यािन


कायम और बध
ता
िव

हो गये ह । लेिकन अगर र ी ख़ाना नंबर 3 म तो िसर क े



घर म ह तो मंगल बध
ु का रे खा (ला.क . सफ़ा 283 जज
ु 4)
नेक असर राह क तमाम उ का उतम फल होगा। जो चं के
(42 साला उ ) के बाद पदैा बरेु असर से बचायेगी। जबिक चं

होगा। ख़ाना नंबर 11 दरअसल र ी हालत का हो। लेिकन अगर

बहृ पत का ह।ै िजसम शनीचर चांद हण ही हो तो भी िसफ माता


भी िह सेदार ह।ै इसिलये क उ या सौतेली माता का सख

बहृ पत शनीचर का असर न होगा। मगर चं क बाक सब

ज र इस खाने के असर म चीज का मंदा फल न होगा।


दखल देगा। 3) लेिकन अगर एैसे घर म ह
शु बध
ु (तराजू - रे तली िम ी) जहांिक बध
ु उं च मगर
दोन मु तरका धन दौलत कभी हार न देवे

233
ख़ाना शु बध
ु ख़ाना शु बध

नंबर नंबर
दोन शु नीच फल का होवे।मसलनदोन लेिकन अगर ि म होते हए
मु तरका ख़ाना नंबर 6 तो िसर क े बा - अपने से सातव ह । तो दोन का
जारी रे खा चं के बरेु फल से तो मकािबल
ु ु के
फल बाहम न िमलेगा। या बध
बचायेगी। मगर औलादके िब न जारी बगरै शु पागल और शु के
देर बाद होना या उ कम का बगरै बध
ु िसफ फल
ू होगा। फल
होना वगरैह शु नीच का फल न बन सकेगा। ि के घर म
ला क ाथ
होगा। िसर क े रे खा बध
ु होते हए अगर बध
ु ख़द
ु मंदा होवे।
क उं च हालत का नाम ह।ै शु ु इसके मंदे फल को रोक
तो बध
ल े
से मतलका
ु नह ह।ै नही सकता। और जब मंदा बध

िक
दोन जब दोन ह ि के खान होवे। और शु से पहले घर का
बा - क शत से बाहर ह । तो िजस तो शु म बध
ु का मंदा फल होगा।
ता
मकािबल
ु घर म शु हो वहां बध
ु अपना गहृ त के मंदे नतीजे ह गे।
िव

असर अपनी नाली के ज रये शु बध




लाकर िमला देगा। और शु के मु तरका ला.क . सफ़ा 195/12
फल को कई दफा बरेु से भला को सरज

ु के देखे
कर देगा। लेिकन अगर बध
साथ शु के दु मन ह ह दोन मशनोई सरज
ू का असर उमदा
जब वो शु से अलहैदा हो। तो नंबर 1 मगर अ प आय।ू मवेिशय के
शु अब बध
ु को अपने घर म सख
ु से मह म होगा।
नाली लगाने क इजाजत न दोन जानी होगा।
देगा। इस तरह बध
ु शु को नंबर 2
र ी नह कर सकता। अगर दोन उमदा नतीजे। पहले उपर िजकर
ि वाले घर म ह तो िमले नंबर 3 हआ ह।ै
िमलाये असर म शु का असर दोन मामू खानदान व ससराल
ु का
बल होगा। नंबर 4

234
ख़ाना शु बध
ु ख़ाना शु बध

नंबर नंबर
दोन मंदा हाल होगा। ख़द
ु एैसा ु के व
बध म बाप क सब
नंबर 4 श स बदफै ल बदिकरदार गंदे उ मीद पर पानी फेर देगा।
जारी
ला.क . चालचलन का मािलक होगा। दोन साहबे अकल।
२१४/20
एैसी हालत म चं अगर दरु त नंबर 10
होवे तो शु का बरा
ु असर न दोन अजीज से जदाई।

होगा। नंबर 11
दोन शु के पतंग का हाल होगा। दोन दोन का फल र ी होगा।
ला क ाथ
नंबर 5 (लाल िकताब सफ़ा 232-233) नंबर 12
ल े
मगर औलाद पर बरा
ु असर न मंगल चं (मधपान-
ु दध
ु म शहद)
होगा। दोन मतलका
ु दिनया
ु से मदद।
िक
दोन शु का ह का बध
ु का उमदा। मु तरका
नंबर 6 जो उपर िजकर हआ। दोनो बहृ पत:- सबसे उतम ल मी।
ता
ला.क . 285/11 मु तरका -महावन उ । यार दो त क
िव

दोन उतम फल होगा। सेहत रे खा बध


ु को मदद। ला.क . 303/12

नंबर ७ से चलकर शु के बज
ु म। देखता हो सरज:-राजयोग
ू ला.क . 303/13
ला.क . सफ़ा 197/14 शु :-औलाद के िब न। ख़द
ु भी
दोन मंदा फल होगा। औलाद के अपना धन बरते बगरै मरे । या
नंबर 7 िब न अपने धन का जाती कोई सख
ु न
मय राह ला.क . 239/9 पाया हो िक चल बसा। ला.क .
या केतू 304/18
दोन दोन माग थान। शु नंबर 8 बध:-
ु यौपारी।अकल का धनी।
नंबर 8 ु वो अकल के िखलाफ
से ख़द मगर धन क शत नह ।
काम करने वाला। बध
ु नंबर 8 304/14-20
से मामु ख म। शनीचर:-मंदा हाल जहर खा
दोन औलाद के िब न। सब ह का मरे । हिथयार से मौत। जहरीले
नंबर 9 मंदा फल। ला.क . 240/11-12 जानवर मार द। 304/15
(बध
ु नंबर 9 म असर करे गा)

235
ख़ाना मंगल चं ख़ाना मंगल चं
नंबर नंबर
दोन नं २ ला.क . 303 जज
ु 11 दोन होगी। मगर उ लंबी होगी।
दोन धन े रे खा (ला.क . सफ़ा मु तरका मंगल अपना फल शनीचर को
नंबर 3 ु 11) के नेक धन का जारी
306 जज ह क बजाये एक ही ह या
उतम असर। ला.क . 399/5बे शनीचर क दगनी
ु ताकत हो
मंगलबद नंबर 4 ला.क . 270/8 जायेगी। या दसरे
ू भाइय क
और चं िकसमत का िह सा भी इसी के
ला क ाथ
दोन ै े का पतर
लालची पस ु ला.क . पास आ जायेगा। और हो सकता
नंबर 7 215/18 है िक दसरे
ू भाई बहत ही मामली

ल े
दोन मौत हादसा से होवे। लालची ै ीयत के होव। और वो ख़द
हस ु ही
नंबर 10 वहमी - लालची बलं
ु द हो जावे। सांप और शेर क
िक
नंबर 11 ला.क . 212/5, 216/18 मु तरका तबीयत होगी। यािन
मंगल शनीचर (नारयल- छहारा)
ु आजज को माफ और जािलम को
ता
ि म चू हा मु तरका कमान कतल ही कर के छोड़े गा। इसका
िव

सेहत के मतलका
ु ला.क . सफ़ा घर डाका के कािबल होगा। या

198/18-19 धन क यादती देख कर हो
दोन िजसमानी ताकत उमदा। इन दो सकता ह।ै िक इसके हां डाके के
मु तरका डाकय
ू का िजकर खासतौर वाकयात होव।
पर मंगल के हाल अरमान नंबर
145 से 158 म दज ह।ै एैसी
कुं डली वाला दसरे
ू मदा पर दोन बहृ पत-मगर बहृ पत नंबर 2
हरदम मौत क तरह छाया मु तरकाका न हो। लोग को सरा देने
ु सरज
रहने वाला होगा। छपते ू को देखे वाला बहृ पत होगा। मगर ख़द

क लाली क तरह बढापे
ु म या साथ अपने िलये महावन उ गबैी मदद।
िकसमत का असल उमदा जोर होवे मददे मदा और यार दो त क
होगा। बीमारी जब होगी स त परी
ू मदद होगी। माकल
ू आमदन
होगी। और जान का धोका देती िफर भी कजाई होगा।
मालम

236
ख़ाना मंगल सनीचर ख़ाना मंगल सनीचर
नंबर नंबर
दोन सेहत के िलये ला.क . सफ़ा दोन 10 पानी क बजाये दध
ू से पले
मु तरका 198/19 – बीमा रयां वाशात चं नं 4 दर त क तरह उतम िकसमत
को देखे बद। का मािलक। बारौब या गु सा।
या साथ बहृ पत नंबर 2 का साथ- अब अहले सरकार से खास नफा
होवे ये गु भी चोर म सरगना पावे। सरकारी मलाजमत
ु ज र
होगा। कु डली वाले के िलये होवे। मंगल नेक का धन बढता
धन दौलत का नतीजा उमदा चले।
ला क ाथ
होगा। चं शनीचर (िवसग) कछआ

दोन अपने रशतेदार को उजाड़े । फटा हआ दध

ल े
नंबर 1 बीमा रयां मतलका
ु खन
ू होव।
िक
ला.क . 259/15, 255/3-10 दोन मोटर लारी या लोहे क चीज
दोन नं 2 ला.क . 258/13 मु तरकावगरैह या दीगर हिथयार होगा।
\दोन नं3 ला.क . 255/3 व 314/लाम जो शनीचर या चं के अपने
ता
िव

दोन नं 6 नेक फरामोश होगा। अपने उं च होने के घर म (चं


दोनो अपने रशतेदार को तारनेवाला नंबर 2 शनीचर नंबर 7 ) ख़द


नंबर 7 धन होगा। (अपनी औरत क कु डली वाले पर मौत का हमला
औलाद वगरैह को तारे गा) कर देगा। हादसा होगा। या आंख
ला.क . 150/13, 255/3, क नजर उड़ा देगा। मु तरका
314/मीम हालत म दोन ह म कौन बल
नंबर 8 मोत मागअ थान। है का फै सली आंख क हालत
नंबर 9 सबसे यादा उतम फल के ह (ला.क . फरमान नंबर 84 सफ़ा
ह गे। जनमिदन से ही शाही 71) से होगा।
जंगी धन और शाही परव रश
व हकमत
ू साथ होगी। जो 60 दोन बहृ पत का साथ:- (मंगल शनीचर
साल उ तक कभी हार न देगी।मु तरका के उ ट का होगा) यािन उमदा
बि क बढती जावे। से ि नतीजे।इसक दो ती से दसर
ू का
नंबर 10 हकमरान जायदाद वाला। वाह फायदा ही फायदा। लोहे को पारस
दौलतमंद। ला.क . 258 जज12
ु साथ का काम देवे। गबैी

237
ख़ाना चं सनीचर ख़ाना चं सनीचर
नंबर नंबर
दोन मदद। मददे मदा दौलत का म। मगर मकान वगरैह जायदाद
मु तरका फल उमदा। एैसा धन औलाद के ज र होगी।
से ि हाथ लगे। ु चं क रािश ह।ै जोशनीचर
नंबर 4 ये ख़द
वाह शु :- मौत परदेस म। इसका के पहाड़के तले पानी बहा देगा।
साथ धन िम ी का पहाड़। जािहरदारी मौत द रया नदी से होगी रात के
जारी उमदा मगर अंदर खराब औरत वकत अगर सरज
ू का साथ हो तो
ला क ाथ
(ससराल
ु खानदान औरत के मौत द रया नदी से िदन को होगी।
ै ) के काम आवे।
वालदन दबाया हआ धन होगा। जो चल
ल े
ै ा ही जािहरदारी
मंगल:-धन वस पड़ता ह।ै लाव द होने पर या मौत
िक
का मगर वो भाई बंदो, ताये चाचे के बाद दसर
ू के काम आयेगा।
के काम आवे। चाल चलन भी गंदा होगा। औरत
ता
दोन धन रे खा :- (चं शनीचर क ) क कबतरबाजी
ू (बेवाह फज या
िव

मु तरका चं धन तो शनीचर खजानची माशका)


ु के फालतू और फजल


होगा। िवसग का िनशान होगा। खच बरबाद कर। सांप को दध

आंख का काना पन होगा। या िपलाना मबा
ु रक ही होगा।
सीधी टेढी मु तरका- याह मंुह दोन
माया। नंबर 4 ला.क . 425/4 बे,जीम
ला.क . सफ़ा 197/16 दनयावी
ु सरज
ू 7
ू क रािश ह)ै औलाद पर
क छु (पानी का जानवर) होगा।नंबर 5 (सरज
दोन 1 ला.क . 299 जज
ु 5 खराबी होगी। (बराये धन दौलत)
नंबर 2 उमदा असर होवे। मसीबत
ु म दख
ु का यम आितश
दोन ये घर दौलत के िलये चोरी खेज शनीचर के पहाड़का धयाधार

नंबर 3 नकसान
ु का ह।ै शनीचर इस जमाना खड़ा कर देगा।
जगह िनधन कंगाल हो जायेगा।
नकद नामा

238
ख़ाना चं सनीचर ख़ाना सनीचर शु
नंबर नंबर
नंबर 5 जो चं के समंु के पानी म (काला रं ग-िबजली-लोहा)
जारी गक होकर गोता देने का बायस दोन दो त ह। या याह रं ग
होगा। (किपला) गाय पर िबजली जादू
दोन ु व केतू क रािश ह)ै
(ये बध मंतर शनीचरका बराु असर न
नंबर 6 दिनया
ु के कु े होगा। शनीचर क िबजली को
ू के घर जवाई कु ा।
1. ससराल शु िम ी म दबा देने (Earthing
2. बिहन के घर भाई कु ा। िबजली को जमीन म गाड़ िदया
ला क ाथ
3. नानके घर दोहता कु ा। करते ह) का काम देगी। मकान
इसका धन बरबाद करगे। चं के उपर लोहे क सलाख से
ल े
शनीचर दोन क िम ी खराब। मकान िबजली या शनीचर के
नकद माल व मकान दोनां का बरेु असर से तबाह न होगा। जहां
िक
फल र ी। याह गाय मौजदू हो या िजस
नंबर 7 ी झगड़ से िजंदगी तबाह। मकान के उपर लोहे क सलाख
िदल और आंख क बीमा रयां होवे। वहां शनीचर क अपनी
ता
िव

अंधापन तक हो सकती ह।ै मज और तरफ से तबाही न


याह मंुह माया बरबाद बदनाम होगी। िम ी का ख़ु क पहाड़

करने वाली होगी। मौत गहृ त होगा।
म। ला.क . 315/5, 314/नन,ू
197/16, 28२/130, 150/13
ु म नजर क तकलीफ। दोनेां
नंबर 8 बढापे ु देखे :-जबान का चसका
बध
नंबर 9 िनहायत उतम असर धन दौलतनंबर 1 बरबाद करे ।
का होगा। ू देखे :-शनीचर का बरा
सरज ु
नं 10-11 असर दर याना होगा। असर िनहायत जोर से होगा।
नंबर 12 माया पर पेशाब क धार मारने मौत परदद
ु होगी।
वाला होगा। औरत का सख ु
ह का। दोन 1 दिल ी - आलसी -
शनीचर शु ( याह म नर) ू चं 12 िनधन होगा।
दोन शु (गाय िम ी ल मी ) सरज
ू 2
मु तरका शनीचर मंगल 4

239
ख़ाना चं सनीचर ख़ाना सनीचर शु
नंबर नंबर
दोन जानी एै याश होगा। हमदद। िकसमत नेक और
मु तरका उमदा नतीजे ह । वालदन ै का
ख़ाना नं१ सखु सागर लंबा और नेक ।िसर
दोन ला.क . 313/1 दाल रे खा और उ रे खा के िमलने
नंबर 3 का जािवया कायम। ला.क .
दोन िनहायत करीबी रशतेदार सफ़ा 196/14
ख़ाना इसका धन दौलत खब ु खा पी दोन नेक फल हर दो (सरज ू सनीचर)
नंबर 7 जायगे। ला.क . 313/सीन मु तरकाका- बध ु का फल नदारद।
ला क ाथ
दोन नंबर जायदाद क जायदाद वाला। मय सरज ू
9/12 ी सख
ु परा। ू या तीनो
ल े
बहृ पत मु तरका
नंबर 5/6 दोन ख़दकशी।
ु जो बवजह गरीबी न
िक
या के बा - होगी।
मु तरका मकािबल

या बा - चं
ता
िव

मकािबल
ु दोनो चं हमदद । माता िपता क बाहमी
दोन बेशुमार गहसथी
ृ साथी अपनी के साथ नेक मआफकत ु व उनका सखु

ख़ाना लड़क लड़क के रशतेदार ि या सागर लंबा।
नंबर 10 उस क कमाई से परव रश नंबर 4 म
पायगे। ला.क . 313/1 रे दोन
दोन सनीचर का बरा ु असर न होगा। खानानं२खनी ू होगा।
ख़ाना बि क जायदाद बनेगी। मौत भी सनीचर ला.क . 280/3
नंबर 10 परदद
ु न होगी। नकद या बध ु नं 2
सरज ू 4 बेशक कम होगा। दोन
दोन मु तरका नेक फरामोश होगा।
नंबर 12 नंबर 7
बध
ु नं 6 जानी एै याश होगा। सनीचर ला.क . 164/22
दोन बधु नं 9
नंबर 12 ला.क . 313/ सीन दोन हमदद। माता िपता क बाहमी
सनीचर बध ु (गांव) मु तरका नेक मआफकत ु व उनका सख ु
दोन एक सांप दसरा ू उड़ने वाला। ख़ाना सागर लंबा।
मु तरका नंबर 9

240
राह-केतु
ह मु तरका का असर होगा
राह बहृ पत नंबर 2 ला.क . सफ़ा 148/9
राह सरज
ू जब ख़ाना नंबर 10 म उ िसफ 22 साल।
राह चंद फज वहम व िचंता से दीवाना होवे।
राह बध
ु मौत क िनशानी जब ख़ाना नंबर 1 म,औलाद के िब न।
राह सरज
ू बध
ु ु नेक न होवे।
शािदयां एक से यादा िफर भी गहृ त का सख
बशतिक शु िकसी और ह का साथ ह न बन रहा हो।
ला क ाथ
राह चं सनीचर औरत का सख
ु ह का होगा। खासकर जब ख़ाना नंबर 12 म
ह । ला.क . सफ़ा 225/4 जीम
ल े
राह चं बहृ पत चं बहृ पत के नेक फल पर कोई बरा
ु असर न होगा। औरत
का सख
ु ह का खासकर ख़ाना नंबर 12 म।
िक
राह शु सरज
ू औरत क सेहत र ी। (िदमागी कमजोरी दीवानगी) जब ख़ाना
नंबर 1 म।
ता
िव

राह बध
ु चं सरज
ू वािलद पानी म डब
ू मरे ।

राह सनीचर जब दोन मु तरका। राजदारी। इ छाधारी सांप ला.क . 76/3
जब सनीचर देखता हो राह को। हसद से तबाह होवे।
केतू सरज
ू औलाद का मंदा हाल।
केतू बहृ पत नंबर 2 ला.क . सफ़ा 148/9
केतू शु जब ख़ाना नंबर 1 म औलाद के िब न।
केतू बध
ु मौत क िनशानी।
केतु सनीचर तीसरा ईसतकलाल। जब तक कोई और तीसरा ह शािमल न हो
ह नदारद नेक। जब तीसरा ह साथ आ िमले नतीजा मंदा होगा।
केतू मंगल बहृ पत भाई लंगड़ा जो जो 45 साल उ तक मददगार िफर बेमायनी।
केतू सरज
ू बध
ु चं बािलद डब
ू मरे ।
केतू सरज
ू शु जब ख़ाना नंबर 1 म औरत क िदमागी कमजोरी दीवानगी
वगरैह।
केतू सनीचर नंबर 6 ला.क . सफ़ा 296 जज
ु 3 व 318(ख़ाना उ 70 साल)

241
तीन ह
तीन ह मु तरका या बाहम ु ी म
ह असर
मंगल सरजू बध ु नंबर 1 ला.क . सफ़ा 211 जज ु 2
व चं 7
मंगल सनीचर कोई और मंगल सनीचर का तीसरा साथ का ह शराप देने वाला मंदे
तीसरा फल का होगा।
मंगल सनीचर मय पापी रात िदन मसीबत ु पर मसीबत
ु होवे।

मंगल सनीचर मय शराप या बददयाु देने म बहृ पत क ताकत का आदमी
ला क ाथ
बहृ पत कम कजाई होगा। जो उसके सामने रहे गा बरबाद होगा। चोर
का चोर साधु मरवाये। बीमा रयां, खवािहशात बद। ला.क .
ल े
198/15
मंगल सनीचर मय बध ु खयालात पर बरा ु असर होगा। मगशाला
ृ िगनते ह।
मंगल सनीचर मय बध ु ला.क . सफ़ा 270जज ु 6
िक
नंबर 8
मंगल सनीचर मय सरज ू जब ख़ाना नंबर 11 म ह ख़द ु तो झठा ू न बनेगा दिनया
ु को
ता
झठाू कहे गा। मगर धन उमदा।
िव

मंगल सनीचर चं जब ख़ाना नंबर 11 म ह ला.क . 211 जज ु 3


जब ख़ाना नंबर 1 म ह बीमारी का घर होगा।

जब ख़ाना नंबर 2 म ह फलबहरी ु होवे।
मंगल बहृ पत चं बहृ पत ख़ाना नंबर 2 का फल िकसमत म िमलेगा। पीपल
बङ और नीम तीन मु तरका और एक ही जङ का दरखत
होगा।
मंगल शंु बध ु जब ख़ाना नंबर 3-7 म ह शादी और औलाद म मंदे नतीजे।
मंगल शु बध ु नंबर 7 ला.क . सफ़ा 239 जज ु 10

मय राह/कतू
बहृ पत बध ु सनीचर या तीन िकसी भी जगह मु तरका या बहृ पत सनीचर से बध ु
नंबर 7 का तालक।ू ला.क . 165/28 व 166/30
बहृ पत शु बध ु नं 7 गऊ ास होगा।
सनीचर शु बध ु ला.क . 240/11व 12
बध
ु चं शु िदमागी सदमात ला.क . सफ़ा 198 जज ु 20
बधु नंबर 7 चं शु ला.क . सफ़ा 239 जज ु 8
चं बहृ पत नंबर २ ला.क . सफ़ा 212/6 व सफर 152 जज ु 2
चं बहृ पत शु कभी शाह कभी मंलग कभी खशहाल ु कभी तंग होगा। ला.क .
151/1, 161/12 व 167/35

242
चार ह
ह असर
चं बहृ पत शु नंबर२लाल िकताब सफ़ा १५२ जज़
ु १
मंगल न
सरज
ू चं शु रात िदन मसीबत
ु पर मसीबत
ु होवे।
सरज
ू बहृ पत शु शादी के िदन से िकसमत जागेगी। औरत रं ग वभाव व
िकसमत म नेक होगी।
सरज
ू बहृ पत सनीचर तीन जब ख़ाना नंबर ६ म ह । हर जगह कदर व मंजलत होवे।
इ जत रे खा उतम।
ला क ाथ
सरज
ू बहृ पत मु तरका ला.क . सफ़ा १९८ जज
ु १९
सरज
ू बहृ पत बध ू और बहृ पत के असर पर कोई बरा
सरज ु असर न होगा। नेक
ल े

फल होगा।
िक
चार ह असर
बहृ पत चं सरज
ू मंगल बहृ पत ख़ाना नंबर २ क िकसमत रे खा का उतम फल
ता
होगा। उतम गु िजसे सब णाम करगे। और उपदेश
िव

लगे।

बध
ु सनीचर सरज
ू मंगल चार न ह तो एक ही आदमी लाख क ताकत का
होगा।
बध
ु चं शु मंगल ु असर होगा। लङक क शादी के िदन से
सब का बरा
नेक असर होगा। ला.क . सफ़ा २२१/२
बध
ु चं शु सनीचर बदफै ल, बदिकरदार बदचलन होगा।
बध
ु सरज
ू शु सनीचर फटा पतंग। दहशत परे शानगी। उस घर ही क िजस घर म
िक ये चार ै ेह।
ह बठ
चं मंगल शु सनीचर ११ ला.क . सफ़ा २११ जज
ु ४
चं बध
ु बहृ पत शनी नंबर२ ला.क . सफ़ा २४२ जज़
ु १२
बहृ पत चं शु शिन राह "पंचायत" - ध ने भगत क गऊय राम चरावे। िम ी का
माधो िकसमत का धनी होगा। बहृ पत क जबरद त
िकसमत रे खा सही और दरसत।
ु ला.क . १५७ फरमान
१२२/२

243
आंख :- आंख का खोल या डे ला या पतला
ु ू चं का होता ह।ै दाय
का वजदू सरज
आंख का डे ला सरज,
ू बाय आंख का डे ला चं नजर बीनाई का मािलक सनीचर और
नजर के असर का मािलक मंगल होगा। आंख क गोलाई, लंबाई, गहराई वगरैह बध
ु व
बहृ पत यािन गहराई अंदर को धस जाना या घस
ु जाना बहृ पत का तालक
ू सनीचर से
और बाहर को िनकले होना उभार बहृ पत का तालक
ू सरज
ू चं से, गोलाई या श ल
वगरैह बध
ु से मतलका
ु होगी। आंख = (चं का ख़ाना नंबर ४)

कनपटी या पङपङी
ु ु :- सनीचर का हडैकवाटर ख़ाना नंबर ८ होगा।
ला क ाथ
ह क का कौआः- दाय तरफ राह बाय तरफ केतू दर यान म सनीचर
तालू :- ख़ाना नंबर ८ बगरै ह के होगा।
ल े
तमाम ह इक े ह असर होगा
िक
ख़ाना नंबर म
ख़ाना नंबर २ म हकमरान
ता
िव

ख़ाना नंबर ३ म िमसल राजा सािहबे इकबाल।



ख़ाना नंबर ८ म हकमरान- आली मतबा- िसफ अपने आम को बढावे।
ख़ाना नंबर ९ म हकमरान-सािथय को बढा कर ख़द
ु भी बढावे।
अरमान नंबर 181
इ म जोितष क बनाई इ जनम कु डली
ह त रे खा - इ म जोितष और सामु क म राशीय के एक ही नंबर
मुक रर ह। कु डली वाले क जो जनम राशी का नंबर होता ह।ै इ म जोितष
वाले वो हद
ं सा सब से ऊपर क चौकोर जगह म िलखते ह। इस नंबर को वो
लोग जनम लगन िगनते ह। इ म सामु क म यही ख़ाना नंबर एक दे दया
गया ह।ै ता क बार बार न िगनना पङे क हर एक ह जनम लगन से कौनसे
नंबर के घर म ह।ै या यूं कहो क पंजाब म कु डली के बारह खान क शकल
प े तौर पर मुक रर ह।ै खवाह इ म जोितष वाले ऊपर के चौकार ख़ाना म
जनम राशी के नंबर

244
का हदं सा िलख दव े । खवाह सामु क वाले उस ऊपर के चौकोर को ख़ाना
नंबर 1 दे दव
े । बात एक ही ह।ै
कंु डली क श ल
1 मेख़ बे ज़े 7 तुला
अिलफ
2 बृख जीम जनम कंु डली 8 बृचक
ड़े
3 िमथुन चे रे 9 धन

4 कक 10 मकर
बड़ी हे दाल जाल
ला क ाथ
5 संह ख़े डाल 11 कुं भ
ल े
6 क या 12 मीन
फरजन कसी क जनम राशी या जनम लगन क राशी है संह। िजसका
िक
नंबर है 5 वां। जोितष वाले तो िलखगे ख़ाना अलफ म हद ं सा नंबर 5 -बे म 6 और
आिखर या बातरतीब जे म हद ं सा नंबर 4 िलखगे। सामु क वाले ख़ाना अलफ म
हद ं सा नंबर 1- बे म हद ं सा नंबर 2- और बातरतीब आिखर जे म हद ं सा नंबर
ता
12 िलखग। जोितष वाले ख़ाना नंबर बे को कहगे क वो बे वाला ख़ाना जनम
िव

लगन से दस ू रे नंबर पर ह।ै सामु क वाल के िलये बे होगा ख़ाना नंबर 2-वगैरह।

ख़ाना अलफ से दोन इ म वाल ने शु करना ह।ै जोितष म वो लगन कहलाता ह।ै
सामु क म वो अलफ का मुकाम ख़ाना नंबर 1 होता ह।ै गोया ख़ाना नंबर एक म
हद ं सा नंबर एक िलखने से सामु क म राशी नंबर एक ''मेख'' मुराद नह हो
जाती वो लगन ह।ै सामु क वाल को धोका नह लगता। य क ला.क . के
फरमान व अरमान यही बुिनयाद मान कर िलखे गये ह। अलफ को 1 बे को 2 जीम
को 3 चे का 4 वगैरह बातरतीब हद ं से दक
े र िलखी इ कु डली मुंदरजा जैल
होगी। ख़ाना नंबर चे म 4 का हद ं सा दख े कर
लाल िकताब क प क कंु डली
जोितष वाले कहगे क वो चे का घर कक
2 12
राशी नंबर 4 ह।ै मगर नह दरअसल ये घर
अिलफ
सामु क म ख़ाना नंबर 4 और जोितष म 3 जनम कुं डली
11
जनम लगन से चौथा घर ह।ै सामु क म 1
राशी और नछ र (प ह कु डली म चे 10
4
ला.क . सफ़ा 97) बाद म उङा ही दया गया
ह।ै नछ र पहले छोङ दये थे। कु डली के 5 7 9

हद ं से बदलने से 6 8

245
सामु क वाल ने लगन से हरइक घर िगन िलया। अब ये राशी नंबर का हद
ं सा
नह लगे। या यूं कहो क सामु क वाले एक प कु डली बना कर इस म सबसे
ऊपर के चौकोर म एक का हद
ं सा िलख कर तमाम 12 खान म हद
ं से िलख दगे।
और जहां सामु क वाल का हद
ं सा नंबर एक है इस घर म जोितष वाल क
बनायी इ कु डली के इस घर के हद
ं से वाले ह को िलख दगे जो हद
ं सा क
इ ह ने जनम राशी का सबसे ऊपर के चौकोर खाने म िलखा ह।ै अब सामु क
वाल क कु डली के िहसाब से हर ह का पता लग गया क वो जनम लगन से
कौन से घर म ह।ै इस तरह जब पता लग गया क हरएक खाने म कौन कौन सा ह
ला क ाथ
है तो ला.क . के मुतािबक जवाब दख
े ना शु कर।
चं कु डली िजस घर म जोितष वाल ने लफज चं का ह िलखा हो उस
ल े
घर को जनम राशी वाले घर का नंबर लगा कर तमाम खान म 12 हद
ं से पूरे कर
िक
दगे। इस तरह पर जहां भी एक का हद
ं सा आवे वो घर सामु क म पहला ख़ाना
होगा। चं कु डली के दख
े ने के िलये। मसलन जनम राशी है िसहं या राशी नंबर 5
ता
जोितष क कु डली को जनम
िव

सामिु क क प क कु डली राशी का नंबर िदया जोितष क चं कु डली


2 12 6 4 8 6

5 7
3 1 11 7 च 9 च
3 5
4 10 8 2 10 4

5 7 9 9 11 1 11 1 3

6 8 10 12 12 2

अब सामु क के िहसाब से एक कु डली तो जनम कु डली कहलायी।


दस
ू री चं कु डल दोन का फक ये होगा क जनम लगन म चं का ह ख़ाना
नंबर 3 पर आ गया और चं कु डली म वही चं ख़ाना नंबर 5 पर हो गया।
य क जनम राशी दोन हालत म िसहं राशी नंबर 5 फज कर िलया था। अब
दोनो कु डिलय का जुदा जुदा हाल ला.क . के फरमान व अरमान के िहसाब से
जुदा जुदा दख
े ा गया।
फक हालात म ये होगा क चं कु डली का असर अचानक और सहवन
और भूले भुलाये कभी कभी जािहर होगा और वो भी महादशा के खाली रखे

246
ए साल म और धोके के ह के साल म। ये होगा प ा भेद िजसे राशी फल
कहकर शक का फायदा उठायगे। राशीफल व हफल का फक वगैरह जुदी जगह
िलखा गया ह।ै
इ म जोितष म जनम कु डली बनाने का तरीका
बमूजब इ म जोितष:- सूरज िगना जायेगा िजस राशी नंबर म
नंबर राशी 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
नाम राशी का मेख़ बृख िमथुन कक संह क या तुला बृचक धन मकर कुं भ मीन
याद सूरज फ 3 4 5 6 6 6 6 6 6 5 4 3
राशी फ दन घड़ी
नाम महीना बैसाख जेठ हाड़ सावन भाद असौज का तक म धर पोह माघ फागन चेत
ला क ाथ
एक घङी होगी बराबर होती राशी नंबर 1--12=3 घङी राशी नंबर4-9=6घङी

} }
ल े
है 24 िमनट के राशी नंबर2-11= 4 घङी राशी नंबर5-8=6 घङी
राशी नंबर 3-10=5 घङी राशी नंबर6-7=6 घङी
िक
व पैदाइश 5 बजे सुबह सनीचर वार 2 चेत स वत 1992 मुतािबक 14-
3-1936 जं ी मसनफा पंिडत दव
े ी दयाल 1936 का सफ़ा नंबर 13 पर 14 से 17
ता
िव

माच वाली कु डली बनी बनाई मौजूद ह।ै िजस म िसफ़ चं मा का ह नह िलखा
आ। जंतरी के सफ़ा 12 ख़ाना नंबर दाखला औकात राशी चं मा के मुतािबक

13-3-1936 से शु करके चं को ख म कया ह।ै इतवार 15-3-36 तक यािन
13-3-36 को चं मा आ बृ चक राशी म 30 घङी 45 पल(टाइम चलता है
मशस का लाहौर व मशस का फक सफ़ा 54 पर जो 32 मंट िलखा ह)ै तलूया
आफताब के बाद और रहग
े ा बृ चक म इतवार के दन 15-3-36 वकत 35 घङी
19 पल तक। गोया 14-3-36 का चं मा बृ चक राशी म ही था। जो ख़ाना नंबर 8
म िलख दगे। बध
ु सनीचर शु
2 12
लगन क बुिनयाद तलवा आफताब से 3 1 11
मंगल सरज

होती ह।ै िजस के िलये सफ़ा 49 मददगार
4 10
होगा और िजसके मुताबक 6-06 बजे तक कुं भ केतु बहृ पत राह

लगन या राशी नंबर 11 होगा। 14-3-36 को 5 7 9



सूरज 6 8

247
--िनकलना िलखा है सफ़ा 49 पर 7-38 बजे तक मीन राशी म और इसके बाद मेख
िबरख वगैरह तरतीबवार दज ह। इस ब े का वकत है 5 बजे सुबह। मगर जंतरी म
4-30 बजे सुबह से लेकर 6-06 बजे सुबह तक कुं भ लगन म सूरज िनकलना िलखा
है । जो लाहौर और मशस के फक से 32 मंट बाद तक यािन 6-06 जमा 32 मंट
या 6-38 तक रहग े ा। इसिलये इस ब े का जनम लगन आ कुं भ या राशी नंबर 11
या सबसे ऊपर क चौकोर के खाने म जहां क हद ं सा नंबर 12 िलखा है अब असल
कु डली के िलये हदं सा नंबर 11 मय ख़ाना नंबर 11 वाले ह उस चौकोर म कर
दगे। जनम कु डली जोितष क
A
11 सरज

मंगल 10 9 8
12 बध
ु सनीचर बह
ृ पत
शु राह
ला क ाथ
1 7

ल े
2 4 6
केतु
3 5
िक
चं कु डली म िजस खाने म चं मां ऊपर
के िहसाब से आवे वो ख़ाना ऊपर के चौकोर मे िलख चंदर कंु डली B
ता
कर वही ह नकल कर दवे। ऊपर क िमसाल 8 बहृ पत
6
िव

राह
से ला.क . के िहसाब से वही जोितष वाली 7
9 च 5
जनम कु डली सामने वाली होगी। िसफ

10
हदं सा नंबर बदला गया। बाक वही ह
बध
ु सनीचर 4
बद तूर जोितष वाले जो जनम कु डली म थे शु
िलखे गये ह। 11
सरज
ू 1 3
अब इ म जोितष वाली चं कु डली भी मंगल 2
लाल कताब के मुतािबक सामने वाली होगी। 12 केतु
तरीकाः- कु डली B म िजस घर म
चंदर िलखा ह वहा हद ं सा नंबर 11 जो
C
2 सरज ू
D जनम मंगल 1 12 11
2 बध
ु सनीचर बह
ृ पत राह लगन था 3 बध सनीचर बहृ पत
12 ु
3 शु 1 11 शु राह
सरजू िलखा तो
मंगल च 4 10
सामने

4 10 वाली
कु डली 5 7 9
केतु
5 7 9
ई। 6 8

6 केतु 8

248
अब बमूजब ला.क . िजस घर म हद ं सा नंबर एक िलखा गया है वो घर सबसे
ऊपर कर लगे। या आखरी चं कु डली हसब जैल होगी।
खुलासतन लाल कताब के मुताबक जवाब दख े ने के िलये आिखर पर िसफ
दो कु डिलयां िनशान नंबर सी जनम कु डली और िनशान नंबर डी जनम कु डली
होगी।
असर म फक या होगा :- जनम कु डली प ा और लगातार फल-चं
कु डली अचानक और सहवन कसमत का नजारा होगा।
12 बह
ृ पत
राह 10
11
1 च 9
2
ला क ाथ
बध
ु सनीचर 7
3 शु
ल े
सरज
ू 8
मंगल 5
6
4 केतु
िक
1) जौतष क बुिनयाद जनम वकत का लगन ह।ै िजस का वकत दो दो घंटे लगातार
एक ही होता ह।ै फरजन दो बजे से लेकर बजे तक पैदा शुदा ब के िलये एक ही
ता
िव

लगन होगा और एक ही लगन के सब ही क कसमत का जवाब तकरीबन एक ही


होगा।

2) इ म सामु क म 12 साला या नाबािलग ब े क रे खा का इतबार नह िगनते।
ऊपर के दोन वहम का जवाब दोन इ म क कु डिलय के िमल जाने पर
दरू होगा। ले कन हो सकता है क आिखर पर वो कु डिलयां कसी तरह भी न
िमल। एैसी हालत म दोन का गलत समझ लेना मुनािसब न होगा। फक ये होगा
क इ म जोितष वाली कु डली ने िसफ इस श स का जाती हाल बोला तो ह त
रे खा क कु डली इस ब े क गुजसता पुशत का हाल बतायेगी। यािन अगर उस
हसत रे खा वाली कु डली के जवाब उस श स से न िमल तो उसके बाप (1) बाबे
(2) दादे (3) ज र जा िमलगे। एैसी हालत म िपतृ या मातृ ऋण क वजह फक का
सबब होगा। मगर कु डली गलत न समझी जायेगी। इसिलये एैसे इ म जोितष
/ह त रे खा वाले टेवे के िलये सबसे पहले ऋण का उपाय कर। इस फक का ये
मतलब न लेव क दोनो इ म क कु डिलय पर नजरसानी ही न क जाव क फक
या ह।ै ले कन मकसद ये है क चंद दखे भाल क और फर भी फक ही रहा तो
ऊपर का इलाज मददगार होगा। मगर ज री बात तो ये होगी क फक िनकाल ही
िलया जावे।

249
कसमत का हाल बमूजब फरमान लाल कताब
आप का शुभ नाम व मु त कल पता..............................................
पैदाइश (जनम व )..........................जनम
दन..................तारीख...............महीना..................साल
संवत..................प ............. दनमान....................मुतािबक बिहसाब
अं जी जनम वकत..................................................तारीख महीना सन
ईसवी.............................................तलुवा आफताब............ग ब
आफताब................मुकाम
पैदाइश............................................तारीख तहरीर............... आज
उ जारी ह.ै.....................साल......................
इ म जोितष क जनम कु डली चं कु डली
ला क ाथ
जं ी या पि का)
ल े
िक
(बामिजब

ता
िव


दायां हाथ बायां हाथ
12 खान के मुतािबक
मोटी मोटी बात के िलये
अरमान सफ़ा 103 से
108 माली हालत
अरमान नंबर 59 से 62
ख़शी गमी अरमान 55/56
औलाद अरमान 115/119
शादी अरमान156 से 160
पेशा कारोबार अरमान
16-17
मकान अरमान 50 से 55
व 192
सेहत बीमारी अरमान
197/198, उ अरमान
195/197 व ला.क . सफ़ा
316 ता 321

250
ला.क . सफ़ा 124-127 ह त रे खा से जनम कु डली क खानापरी
ू अरमान सफ़ा 107
व 133 ता 142 व 250 ता 254
ह हाथ पर िनशानी ख़ाना नंबर ह हाथ पर िनशानी ख़ाना नंबर
होगा होगा
बहृ पत बध

सरज
ू सनीचर
चं राह
शु केतू
मंगल नेक मंगल बद
ला क ाथ
''ला.क . म फरमान नंबर 181 के मतािबक
ु वही''
ल े
इ म जोितष क जनम कु डली आखरी चं कु डली
िक
2 12 2 12
3 3
ता
1 11 1 11
िव

4 10 4 10

5 7 9 5 7 9
6 8 6 8

ह तरे खा से कु डली फालतू चं कु डली

2 12
3 1 11
4 10

5 7 9
6 8

251
ह क जांच भाल
बमजब
ु ज म कुं डली बमजब
ु च कुं डली
अपने घर म महदद
ू या बंद पङा हआ :-
अरमान सफ़ा 10
ऊंच ह ला.क . सफ़ा 114
घर के ह ला.क . सफ़ा 114
प के घर के ह ला.क . सफ़ा 97
नीच ह ला.क . सफ़ा 114
मंदे ह अरमान सफ़ा 21
िनरप ह अरमान सफ़ा 24
ला क ाथ
जागते ह अरमान सफ़ा 17
सोये ह अरमान सफ़ा 17
ल े
जागते ह अरमान सफ़ा 17
सोये घर अरमान सफ़ा 17
िक
पहले घर के ह अरमान सफ़ा 23
बाद के घर के ह 23
ता
साथ लाये खजाने सफ़ा 2
िव

हक िकय से लेगा सफ़ा 2



गरै से लेगा सफ़ा 2
हर ह का सभाओ

ह बमजब
ू जनम बमजब
ू चं ह बमजब
ू जनम बमजब
ू चं
कु डली कु डली कु डली कु डली
बहृ पत 112-121 ता 125 बध ु 178 ता 185
132-170 जज ु 11
सरजू 133 ता 138, सनीचर 191 ता 195,
179 (8-10) 179(9)
चं 70-71-144 ता राह 202 ता 206,
148, 36, 179-7 179(5)
शु 145-156, 179(6) केतू 209 ता 216,
179 (2 ता 4)
मंगल 166 ता 170 मंगल 173 ता 176
नेक बद

252
वषफल का राजा हकमरान अरमान सफ़ा 92 ता 94
6 साल 2 1 3 6 2 6 6 3
बहृ पत सरज
ू चं शु मंगल बध ु सनीचर राह केतू

उ के कौन कौन से साल म िकस िकस ख़ाना नंबर के ह बोलगे(अरमान सफ़ा 94)
1 2 3 4
ला क ाथ 5 6 7 8 9 10 11 12

आम धोके के ह उ म साल ब साल (अरमान नंबर 82 ता 86)


ल े
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24
िक
25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36
37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48
49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60
ता
िव

61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72
73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84

85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96
97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108
109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120
नाबािलग टव े ा अरमान सफ़ा 19
उ 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
ख़ाना 7 4 9 10 11 3 2 5 6 12 1 8
दर यानी ह (हर ह - राजा ह मरान)अरमान सफ़ा 79
दौरा होवे बहृ पत सरज ू चं शु मंगल बध ु सनीचर राह केतु
शु केतू सरज ू बहृ पत मंगल मंगल च राह मंगल सनीचर
दर यान बहृ पत चं सरज
ू शु सनीचर मंगल बध ु केतु राह
आखरी सरज ू मंगल च बधु शु बहृ पत सनीचर राह केतु
िह सा
महादशा म धोके के ह क तरतीब अरमान सफ़ा 79 से 92
सरजू चं केतू मंगल बध ु शिन राह ख़ाना 8 ख़ाना 9 बहृ पत शु ख़ाना 12

253
और या है - सालवार हाल
(1) मु तरका खानदान का असर :-
1 बाप बेटे व दीगर रशतेदार हक क (अपना खन) ू के इस जगह नीचे ही िदये हए
सालाना नतीज के मु तरका असर का फल खानदान मु तरका का ह व ु ी के
ख़ाना नंबर के िहसाब से सालवार हाल होगा। यािन अगर (अगले सफ़ा पर)
मायने :- 1. जो र तेदार िजंदा न ह उसक बजाये कु डली वाले का ख़द ु अपना ही ह
( र तेदार से मतलका)
ु होगा। र ते म कई एक होने क हालत म बङा या उनम पहला
कािबले िगनती होगा।
उ का साल वषफल का राजा रािश नंबर वजीर धोके का ह महादशा का ह दर यानी ह नतीजा
अज ज म व त ह िकस ख़ाना नंबर का ह िकस ख़ाना नंबर का आम उ ह देगा चलते ह गे मु तरका
1 1
2 1
ला क ाथ
3 1
4 2
5 2
ल े
6 2
7 3
िक
8 3
9 3
10 10
ता
11 10
िव

12 10

13 11
14 11
15 11
16 12
17 12
18 12
19 4
20 4
21 4
22 5
23 5
24 5
25 6
26 6
27 6
28 7
29 7
30 7

254
और या है - सालवार हाल
बहृ पत (बाबा) सरज
ू (ख़द ु ) चं (माता ) शु ( ी ) मंगल (भाई ) बध
ु (बिहन ) सनीचर
(हम उ रशतेदार। उ म तो बराबर मगर रशतेदारी म पु त या पु त का फक) राह
(ससराल)
ु केतू (लङका) िगने जाव तो बाबे का नतीजा

उ का साल वषफल का राजा रािश नंबर वजीर धोके का ह महादशा का ह दर यानी ह नतीजा
अज ज म व त ह िकस ख़ाना नंबर का ह िकस ख़ाना नंबर का आम उ ह देगा चलते ह गे मु तरका
31 8
32 8
ला क ाथ
33 8
34 9
35 9
ल े
36 9
37 1
िक
38 1
39 1
40 2
ता
41 2
िव

42 2
43 3

44 3
45 3
46 10
47 10
48 10
49 11
50 11
51 11
52 12
53 12
54 12
55 4
56 4
57 4
58 5
59 5
60 5

255
और या है - सालवार हाल
िलखगे जहां िक कु डली वाले का बहृ पत ह।ै माता का जहांिक चं । वगरैह वगरैह। सरज

दोबारा न होगा। य िक वो ख़द ु अपना ह।ै
(2) अपने से सातव का हाल :- सरज
ू (ख़दु अपना आप) को दर यान

उ का साल वषफल का राजा रािश नंबर वजीर धोके का ह महादशा का ह दर यानी ह नतीजा
अज ज म व त ह िकस ख़ाना नंबर का ह िकस ख़ाना नंबर का आम उ ह देगा चलते ह गे मु तरका
61 6
62 6
ला क ाथ
63 6
64 7
65 7
ल े
66 7
67 8
िक
68 8
69 8
70 9
ता
71 9
िव

72 9
73 1

74 1
75 1
76 2
77 2
78 2
79 3
80 3
81 3
82 10
83 10
84 10
85 11
86 11
87 11
88 12
89 12
90 12

256
और या है - सालवार हाल
और तीन पशत
ु ऊपर क तरफ और तीन नीचे क तरफ िगन कर अपने सातव का हाल
सालाना होगा। बाप बेटे म (अरमान नंबर 57) बध
ु क खास नाली (अरमान नंबर 162)
बािलग शु और नाबािलग बध ु होगा।

उ का साल वषफल का राजा रािश नंबर वजीर धोके का ह महादशा का ह दर यानी ह नतीजा
अज ज म व त ह िकस ख़ाना नंबर का ह िकस ख़ाना नंबर का आम उ ह देगा चलते ह गे मु तरका
91 4
92 4
ला क ाथ
93 4
94 5
95 5
ल े
96 5
97 6
िक
98 6
99 6
100 7
ता
101 7
िव

102 7
103 8

104 8
105 8
106 9
107 9
108 9
109 1
110 1
111 1
112 2
113 2
114 2
115 3
116 3
117 3
118 9
119 9
120 9

257

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