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लालकिताब 1940
लालकिताब 1940
के
अरमान
1940
िह दी िल यांतरण
िमलख राज बाघला सखिवं
ु दर शमा
चंडीगढ़ संग र
(फ़ािज का वाले) (िपंड - कांझला)
ीक
िकस
* इस पु तक क िब इस शत पर क गई है क काशक़ क
पूव अनुमित के िबना यह पु तक अपने मूल आवरण अथवा
कसी अ य कार से ापार ारा उधारी पर पुन: िव य, या
फर कराये पर न दी जायेगी, न बेची जायेगी।
बहृ पत शु चंदर बध
ु
" िसधी बारह - - नौ िनधी - मोह - माइ - आकाश,
राह केतु सनीचर मंगल सरज
ू
राई घटे न ितल बढे - म छ - भाई - काश।"
आ हािज़र ए।
ह के इलावा िसफ़ नौ िनधी बारह िसि के हरफ़ ख़ाली बचते ह। यही
दो ह फ़ दिुनयादार ने ब े का नाम रखा। इसीिलये िसफ़ नाम पर ही बाज़ ने
क़ मत का असर माना ह।ै (1) नौ ह जरब बारह रािश कु ल 108 गांठ क माला
का सीधा उ टा च र माना गया ह।ै जो 35 साला च र का पहला व दस
ू रा िह सा
होता ह।ै (2) मुक मल इ सान के नाम से पहले 9X12 = 108 का हद
ं सा िलखते
ह।
1
आगाज़
बुध (आकाश) और बृह पत (हवा) को गांठ लगाकर बांध लेने वाली चीज को ब ा
िगना तो ब े क हर गांठ से नौ ह क िमलायी इ चमक इं सानी क़ मत का
खज़ाना इ और इन सब गांठो से गांठा आ सामु क का इलम सब भेद के
खोलने वाला मुकरर आ। िजसम बंद मु ी को ह कु डली माना गया। तो
चंदर माता शु के तु औरत
1 सुख
2 12 आमदन
सूरज ज म दन
भाई बंद
िज म मुत लका
4 10 दिुनया
3
धन
मंगल
ला क ाथ
बृह पत
ख़राक
7
5
सनीचर
ल े
औलाद धरम
जायदाद बाबा
6
बुध रा 8 9
िक
वा दन
े और औरत क
तरफ से र तेदार
मौत बीमारी
2
आगाज़
आगे क बजाये पीछे को दख
े ने वाला ख़ाना नंबर 8 मौत नमानी का फं दा िगना ह।ै
अरमान नंबर 2
ह त रे खा या योितष के मजमुआ से या दोन म से कसी एक के ज रये
से दस
ू रे को पैदा कर लेने वाले मजमून को इ म सामु क कहा ह।ै िजससे ह ती से
ने ती या ने ती से ह ती का भेद खुलता है या ख़ासीयत से इसके मुत लका ठोस
हाथ म आ जाने वाली चीज या ठोस चीज से उसका हवाई और ख़याली असर का
पता चल जाता है और इस ह बुत के हवाई व बदनी मैदान का अंदर-बाहर या
ला क ाथ
इ सानी व ख़दाई राज का बाहमी ता लुक चलता ह।ै
अरमान नंबर 3
ल े
ह बुत के झगङे के मािलक इं सानी िज म के िह से और उनक हर इक
िक
ताक़त। ह त रे खा के तमाम जुज। कु डली क 12 रािशयां और 9 ह क चाल व
बाहम लगाव झुकाव का पैदा करदा असर। क़ मत का क़ र मा या ख़दाई म
ता
िव
अरमान नंबर 4
ह त रे खा व योितष क बुनयादी चीज के मुकररा मैदान से हर श स
क क़ मत का मैदान मुकरर करके एक अ स से असल चीज क हालत या नकल
से असल और असल से नकल करके असल मकसद या बात का पूरा पता चल जाता
ह।ै (रा के तु का ता लुक उन ह म िज़कर ह)ै।
सफ़े द कागज (बुध) पर फटकङी (बुध) से िलखा आ चंदर क रोशनी
या पानी म नजर न पङा। ले कन जब सूरज का साथ या आग का ता लुक आ तो
वही गुमनाम ह फ़ सफ़े दी से ख़द-ब-ख़द याह हो गये। ब इसी तरह रा के तु
(मशनोई शु गृह ती दिुनया म) बुध के आकार म घूम रहे ह और सूरज चंदर के
रा ते म ख़द-ब-ख़द पैदा हो जाते ह।
3
आगाज़
अरमान नंबर 5
दिुनया क 12 तरफ और हरइक तरफ का इ म सामु क म ता लुक
रािश कुं डली का ख़ाना नंबर मालक ह तरफ ता लुक
मेख 1 मंगल त त वजूद िज म के तमाम अजूं-और तमाम
नेक दिुनयादार का अलैहदा अलैहदा
होते ए और फर इक े एक
होकर काम करने क िह मत
व ताक़त (मा नंद राजा व रै यत)
िबरख 2 शु मोह माया तमाम चीज क िस त का
एैजान.......
िमथुन 3 बुध आकाश मु तिलफ़ चीज या ताक़त का
ला क ाथ
एक ही वजूद या एक ही जुज म
इक े होकर काम करना। मद
ल े
औरत के जोङे से ब ा बनना।
कक 4 चंदर शुमाल धन दौलत-शांित- धरती माता-
मश रक़ सब का सहारा।
िक
संह 5 सूरज मश रक़ रोशनी- ह-आग- क़ मत क
चमक।
क या 6 बुध शुमाल अंद नी अ ल- भाखया भाव
ता
अपार- र तेदार-न ारा खलक।
िव
4
आगाज़
गज क रा के साथ होने पर आसमान नीले रं ग वाला बृह पत को िसफ़ एक
तरफ का मािलक कर दग
े ा। दस
ू रे िह से के िलये बृह पत चुप होगा।
ख़ाना नंबर 8-11 म सनीचर का रा के तु का ता लुक-
ख़ाना नंबर 8 सनीचर का हड
ै ाटर ह।ै जहां क रा के तु नेक बदी के
कारनाम सनीचर को प च
ं ाते ह। उन कारनाम को साथ लेता आ ख़ाना नंबर
11 म जाकर सनीचर दोन जहान के गु (बृह पत का घर) के दरबार म ख़दा को
हािज़र नािज़र कह कर फ़ै सला करे गा। िजसम बृह पत क रजामंदी ज री होगी।
कुं डली के 12 ख़ाने
ला क ाथ
मकान का ता लुक (अरमान नंबर ख़ाना इ सान का ता लुक अरमान
95) से मुत लका नंबर नंबर 94 से मुत लका
ल े
चार दीवारी मय तै ज़मीन के गोशे 1 ह - नमक
मकान का वा ता यािन घर है या 2 सुभाव (नेक ) - भूक
िक
बैठक, गु दवारा है या िज़बह ख़ाना
वगैरह।
ता
मकान के साजो सामान वासते 3 िजगर - ख़ून - मीठा
िव
5
आगाज़
कु डली के 12 खाने
असर मुत लका ख़ाना ह त रे खा के जुज
नंबर
(माता, भुआ, मासी, फू फ वगैरह)।
}
2 अगुंिलयां (लंबाई,छोटाई,सीधी,टेढी)
ी ता लक
(औरत, बेवा औरत या माशूका) पेशानी पर ितलक क ख़ास जगह
बदनामी या चालाक क शोहरत B12 हथेली व अंगुिलय का मय अंगूठा
ु
व चमक। * अंदर या बाहर को झुकाव। नाख़ून
मद औरत का बाहमी साथ पांवो के ।
अपनी जाती ख़ासीयत( हानी, िज मानी, A6 चेहरा व पेशानी का हाल। नाख़ून
*
ला क ाथ
दमाग़ )मकानात के इद िगद क चीज का हाथ के । इ सान ख़द कस ह का ह।ै
ता लुक
ल े
मकानात का बनना वगैरह। पराई दौलतका 7 िज म के बाल। हथेली क हर हालत
िमलना। का हाल।
मद का ता लक
}
दिुनया म नाम कस हस
ै ीयत का होगा। 1 हाथ पर ख़ास िनशान ।
िक
कु दरती तौर पर तबीयत का झुकाव 4 च शंख सदफ। अंगुिलय पर जौ के
या होगा। िनशान।
ु
ता
सेहत व आम बरताओ 10 बङी ितकोन, बङी मु तैल
िव
6
आगाज़
अरमान नंबर 6
हाथ व पाव क अंगुली के नाख़ून के िसरे से कलाई व टखने तक और 9
ह व 12 रािश क कु डली से 12 तरफ के दर यानी मैदान म बनातात,
जमादात, इ सानात(तो क़ म क़ म के लोग), हव
ै ानात, मकान आम व ख़ास व
जाये रहायश, वाब, शगुन, माल - मवेशी, च रं द, प रं द, द रं द, दो त व
दु मन, ज़हर व अमृत, दु यावी दीगर सािथय और इ म याफ़ा वगैरह से जो
सामु क के ज री िह से ह। व से पहले ही िलखे ए 9 िनधी 12 िसि के
खज़ाने क कमी बेशी के मुत लका कु दरती और अनिमट (जो िमटाये न जा सक)
ला क ाथ
लेख या मनामे को िसफ़ पढा ही जा सकता ह।ै मगर इसम अपनी मज के
मुतािबक अदली बदली नह क जा सकती। भेद िसफ़ श क बात को द त करके
ल े
शक़ का फायदा उठा लेने क गुंजाइश ह।ै जो हफल और रािशफल क िमलावट
के व त आ करती ह।ै यही एक बात इस इ म का ख़ास मतलब ह।ै
िक
हफल व रािशफल
1.) जब कोई ह अपनी मुकरर रािश (यािन वो रािश िजसके क वो घर
ता
िव
7
आगाज़
दस
ू रे एैवज तक नौबत नही आने दते। ये हालत भी उनक ख़दाई शरीक़ होने क
होगी। कोई न कोई तबादला दया ही गया। हफल फर भी न टला।
2.) हफल को अगर राजा कह ता रािशफल इसका साथी वजीर होगा।
हर ह कौन कौन से घर (रािश नंबर) म रािशफल का ह गा।
‘'बृह पत''
कु डली के ख़ाना नंबर......6.......म.........के तु का उपाय नेक फल पैदा करे गा।
कु डली के ख़ाना नंबर.....7.......म.........चंदर के उपाय से नेक फल पैदा होगा।
पापी ह मय बुध के साथ...मुत लका ह हरएक के अलैहदा अलैहदा उपाय से
ला क ाथ
नेक हो।
‘'सूरज''
ल े
i सूरज कभी रािशफल का नह होता।
ii िसवाये ख़ाना नंबर 1 व 5 के सूरज िजस रािश म बैठा हो इस रािश का
िक
मािलक ह या उस रािश नंबर के मािलक ह का ''साथी ह'' रािशफल का हो
जाएगा। एैसी हालत म उस रािशफल म हो जाने वाले ह के िलये उस के दु मन
ता
िव
8
आगाज़
"चंदर"
चंदर हम
ं ेशा रािश फल का होता ह।ै खासकरः-
ख़ाना नंबर ....3...म....... चंदर से पूरा नेक मंगल होगा जो दिुनया क तमाम
जंग व जदल और मैदाने जंग म पूरी फ़तेह दग
े ा।
ख़ाना नंबर....7............म............ पूरा नेक असर ल मी अवतार होगां
ख़ाना नंबर ...8 ...........म.............मौत के यम को मारने वाला यमराज लंबी
उ दन
े े वाला होगा।
"शु "
ला क ाथ
ख़ाना नंबर..........4.............म .........बृह पत का उपाय नेक असर दग
े ा।
"मंगल"
ल े
ख़ाना नंबर ........6............म.....सनीचर का उपाय नेक फल पैदा करे गा।
ख़ाना नंबर .......4.........म (मंगलीक)...........चंदर का उपाय मददगार होगा।
िक
"बुध"
1.ख़ाना नंबर.....9......म या ख़ाना ख़ाना नंबर 9 के तमाम ही ह को ( वाह
ता
िव
9
* िमले = ये िकताब म िहले लग रहा है
आगाज़
4 ख़ाना नंबर 9 म इतफा कया सूरज और मंगल मु तरका इक े ही आ जाव
वाह बुध ख़ाना नंबर 3 म हो वाह ख़ाना नंबर 9 म तो बुिनयाद ख़ाली तो न
करे गा मगर न ख़द बोलेगा न उनको बोलने दग
े ा लसूङे क िगटक का हाल होगा
मंदे मायन म दोन ह को सुला दग
े ा। और ख़द भी सोया आ होगा। चमगादङ
के मेहमान। जहां हम लटके वहां तुम लटको। उपाय ख़ासः- अरमान नंबर 62 से
94 -'' ह न म मदद'' के मुतािबकः- नाक म सुराख़ कर दन
े ा । बुध क तमाम
गङबङ से बचायेगा।
''सनीचर''
ख़ाना नंबर......... 3............म........... के तु का उपाय नेक फल दग
े ा।
ला क ाथ
ख़ाना नंबर...6....म...रा का उपाओ इ छाधारी सांप (मददगार) कर दग
े ा।
ख़ाना नंबर......9.. म...........बृह पत का उपाय यागी गु क तरह मदद दग
े ा।
ल े
'' रा ''
िक
रा रािशफल का होगा ख़ाना नंबर...1...म........सूरज का उपाय मदद करे गा
रा रािशफल का होगा ख़ाना नंबर....7..म........सनीचर का उपाय मदद करे गा
'' के तु''
ता
िव
}
1- बािलग़ शुदा ह नाबािलग़ ह
( योितष म)
2- 9 ह 12 रािशयां
3- क़ मत का ह क़ मत को जगाने वाला ह
4- एक दो तीन क तरतीब से बाद के घर के ह जब क वो अपनी
पहले घर के ह जब क वो अपनी अपनी मुकरर जगह से चल कर कसी
जगह से िमले* ए ह । दस
ू री मुकरर जगह ह ।
10
आगाज़
नंबर के िहसाब से बोलने वाला वजीर बनता ह।ै ले कन अगर एैसे राजा और
वजीर म कु डली के पहले घर और बाद के घर म होने का सवाल भी साथ झगङा
खङा करे तो पहल घर वाले बेशक़ आम असूल पर वजीर बनता होवे। मगर अब
वो राजा हो जाएगा और बाद के घर वाला इसका वजीर बनेगा। बेशक़ वो राजा
बनने का हकदार ह।ै
कौन हफल का राजा मरान कौन रािशफल का इसका साथी वजीर होगा
होगा
योितष म :-
5. ख़ाना नंबर 1 के ह (या मकान ख़द ख़ाना नंबर 9 के ह या मकान ज ी
ला क ाथ
साखता)
6. ह का इसके अपने कायम होने क ह क बाहम ि का असर।
ल े
हालत का असर।
7. तख़त का मािलक ह अपने तख़त के रािश नंबर के िहसाब से उ पर बोलने वाले
िक
दौरा तक। ह। अपने रािश नंबर म बोलने क याद तक
यािन 3 साल।
ता
8. महादशा म धोके का 12 साला च । तमाम उ पर धोके का 12 साला च
िव
11
आगाज़
और मख स ह दोन म से कसी भी हाथ पर से िलये ए हर तरफ अपने अपने घर
का िजसम क वो पाये जाय असर करने वाले ह गे। औरत का यही हाल उ ट हाथ से
होगा।
ii ह का िनशान हथेली पर और अंगुिलय क पो रय पर रािश का िनशान प े
असर का होता ह।ै ले कन इसके बरिख़लाफ़
हफल का होगा रािशफल का होगा
20 अंगुिलय क पो रय पर िजस ह का हथेली पर िजस रािश का िनशान हो।
िनशान हो। उस ह क वो रािश ( वाह एक उस रािश का मािलक ह ओर
मुकरर रािश हो वाह उसके िलये दो हथेली के उस रािश नंबर म िजस
ला क ाथ
मुकरर ह ) िजसका क वो घर का मािलक नंबर पर क वो िनशान पाया
ह कहलाता है और उस रािश नंबर के जावे। होने वाले तमाम ह रािश
ल े
तमाम ह िजस रािश नंबर क पोरी पर क फल के ह गे।
वो ह िनशान पाया जावे। हफल का होगा। ii अंगुली क पोरी पर अगर कसी
िक
नंबर पर उसी नंबर क रािश के
इलावा कसी गैर रािश का िनशान
ता
पाया जावे तो वो रािश िजसका क वो
िव
12
आगाज़
अपनी मुकरर जगह क बजाये जब म छरे खा काग रे खा वगैरह कसी और जगह वा या
ह तो िजस ह क रािश या प े घर म बािलहाज़ा बुरज व रे खा वो वा या होवे। उस ह
क पूजना से नेक फल होगा। मसलन म छ रे खा बुध क िसर रे खा पर वा या हो तो
सनीचर व बुध क चीज क पालना यािन याह प रं द व क वे क पालना करना
मुबा रक अगर शु पर हो तो याह गाये वगैरह को पूजना पालना मुबा रक फल पैदा
करे गा।
जुज़ 22
ला क ाथ
आम तौर पर जनम कु डली हफल का असर आम तौर पर चंदर कु डली रािशफल का असर
13
आगाज़
क क़ मत क उलझन पैदा करने वाली चीज ह ह।ै िजसका असर ब ''र सी
जल गई - मगर ब न गया '' क िमसाल से जािहर ह।ै र सी को मोङ तोङ कर
इधर उधर प े तौर पर कये रखने वाली चीज का नाम ह ह।ै जो ''र सी का ब ''
है । उ ख़ म इ मगर क़ मत का ता लुक चलता रहा।
अरमान नंबर 9
अं ेजी िहसाब म रात के 12 बजे के बाद दस
ू रा दन शु होता ह।ै मगर
इ म सामु क म सूरज िनकलने से नया दन शु होता ह।ै यािन रात को गुजरे
ए दन का िह सा लेकर नये सूरज से दस
ू रा दन शु िगनगे।
ला क ाथ
ह ते म ह का दन एक दन म ह का व त
बृह पत.........वीरवार सूरज िनकलने से दन का पहला िह सा
ल े
सूरज..............इतवार दन के पहले िह से के बाद मगर प दोपहर से
पहले।
िक
चंदर.........सोमवार चांदनी रात
शु ..........शु रवार अंधेर प और चानन प क दर यानी या
ता
अमावस क रात।
िव
14
और न ही कभी धोका दग
े ा। बि क मौत भी उसी दन और उसी दन के उसी व त
न होगी। बेशक़ चं मा के िहसाब से (लाल कताब सफ़ा 320 जुज 9) मौत का वो
दन आवे। बशत क कु डली म भी वो ह (वही िमसाल मंगल जो ऊपर कहा
वगैरह) कायम होवे। कायम क तारीफ़ जुदी जगह िलखी ह।ै) बाक हालत म
जब क जनम दन तो कसी ह का हो और जनम व त कसी और ही ह का हो
तो एैसी हालत म जनम दन और जनम व त के ह क सब हालत हफल
रािशफल बराबर के ह या बाहमी दो ती दु मनी के नतीजे का असर होगा।
1. जनम व त को िगनते ह....... क़ मत का ह और हफल का।
ला क ाथ
2. जनम दन को िगनते ह......... क़ मत के ह को जगाने वाले ह का प ा घर
मसलन पैदाइश हो सोमवार ब-व प शाम। अब रा (जनम व त
ल े
का ह) होगा चंदर (जनम दन) के प े घर नंबर 4 म। यािन कु डली वाले के िलये
जब कभी और जो भी ख़ाना नंबर 4 का असर होगा रािशफल का होगा। िजसका
िक
चंदर के उपाय से नेक असर होगा या रा इस श स के ख़ाना नंबर 4 क चीज पर
बुरा असर करने के व त रािश फल का होगा। वाह वो ह (जनम व त का)
ता
िव
15
आगाज़
अरमान नंबर 10
क़ मतः- हरइक क़ मत के ह को (अरमान नंबर 122 से मुत लका)
क़ मत रे खा कहते ह। िजसके जागने का व त क़ मत के असर का व त होगा।
क़ मत के ह कई एक ह तो वा सब बाहम पूरे मददगार ह गे। सबसे अ छी
क़ मत बृह पत का क़ मत का ह होता ह।ै
" क़ मत का ह":- सबसे उ म दजा पर वो ह होगा। जो रािश का
ऊंच फल दन
े े का (लाल कताब सफ़ा 114 फ़रमान नंबर 113) मुकरर ह।ै जो हर
ला क ाथ
तरह से कायम-साफ और द त हो और इसम कसी तरह से भी ''साथी ह'' होने
बामुकािबल के ह या दु मन ह का बुरा असर न िमला आ होवे। उसके बाद
ल े
प े घर का ह-घर का मािलक ह -दो त ह का बना आ दो त ह। क़ मत
का मािलक ह होगा।
िक
क़ मत के ह क तलाश क तरतीबः- सबसे पहले १२ रािशय के
ऊंच फल दन
े े वाले ह क तलाश कर। फर 9 ह से जो उमदा हो ले लेव और
ता
िव
16
आगाज़
क़ मत के ह को जगाने वाला हः- जब पहले घर म कोई ह न हो
तो बाद के घर के ह सोये ए माने जाते ह। एैसी हालत म क़ मत के ह को
जगाने वाले ह क तलाश क ज रत होगी और अगर बाद के घर ख़ाली ह तो
ख़ाना नंबर को जगाने वाले ह के उपाओ क ज रत होगी जो क ख़ाली ह।ै ( ह
का जागना और ख़ाना नंबर का जागना दो जुदी जुदी बात ह)।
अगर कसी िपतरी रन (खानदानी पाप िजसका जुदा िज़कर ह)ै महादशा या
दस
ू रे सबब से क़ मत का ह सो जावे न बरबाद या गुम ही हो जावे तो सब से
ला क ाथ
पहले ऊपर क़ मत के ह क तलाश क तरतीब से ख़ाली खान के घर के मािलक
ह को जगा द। यािन इसका उपाय कर। बशत क वो क़ मत के ह के बराबर का
ल े
ह होवे। या दो त होवे। इस के बाद महा दशा के व त म काम दन
े े वाले ह लवे।
बाद अजां दु मन ह क दु मनी हटाद या रािशफल क हालत का फायदा
िक
उठाव। अगर ये भी काम न दे सके तो सूरज को कायम कर। अगर ये भी मदद न दव
े े
तो पापी ह और सबसे आिख़र पर बुध का उपाय कर।
ता
िव
ब बृह पत
सनीचर
केतु
मंगल
ख़ाना नंबर को
सूरज
चंदर
चंदर
चंदर
शु
रा
बुध
जगाने वाले ह
ख़ाना नंबर 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
क़ मत का असरः- अरमान नंबर 114 दख े ।
क़ मत का फ़ै सलाः- उ के िलहाज़ से धोके के ह व वषफल और
रािश नंबर के बोलने वाले ह का मु तरका नतीजा क़ मत का फ़ै सला करे गा।
िमयाद उपाय - रयायती चालीस दनः- चूं क िगनती के लंबे
िहसाब को इस इ म म उङाने के िलये 28 नछतर और 12 रािश को बाद म छोङ
ही दया जाता ह।ै इसिलये दोन क जमा (28+12) कु ल 40 दन रयायती तक
कम अज कम या यादा से यादा 43 दन तक उपाय का असर पूरा होगा।
िजसक िनशानी व त से पहले ही नेक ह का असर हो जाने के व त दो त ह क
चीज क कु दरती िनशानीयां और बुरे ह क िमयाद
17
40 दन बाद तक रहने वाली हालत म पापी ह क िनशानीयां आ करती ह।
दौरान उपाय 40 दन क नसफ या चौथाई िमयाद म भी नसफ या चौथाई असर
मालूम होने लग जाया करता ह।ै
अरमान नंबर 11
कसी ताक़त के ह क पहचान (i) (ब ये ह त रे खा)
िजस कसी श स म िजस ह क ताक़त यादा होगी वो श स यादा
ताक़त वाले ह क चीज का यादा इ तैमाल करने का आदी न होगा। मसलन
ला क ाथ
सूरज को नमक माना है और मंगल को मीठा। अब सूरज वाले क आम आदत होगी
क वो यादा नमक इ तेमाल करने का आदी न होगा और अपनी कमी पूरी करने
ल े
के िलये मीठा यादा इ तेमाल करने का आदी होगा। इसी तरह मंगल कायम
वाला मीठा यादा इ तेमाल न करे गा। नमक का यादा आदी या नमक यादा
िक
िमकदार म खाने वाला होगा।
(ii) ब ये कु डलीः- बंद मु ी के खान (1-7-4-10) के ह वाह
ता
िव
18
ह त रे खा म 21 साला उ से रे खा बािलग़ और 12 साला उ तक
नाबािलग़ िगनते ह।मगर कु डली म वषफल के िहसाब से उ म िजस दन से
(सबसे पहली दफा)सूरज का राज या दौरा शु हो जावे। उस दन से तमाम ह
बािलग़ िगने जाते ह। वाह उ 21 साल से कतनी ही कम या यादा होवे।
(ii) सूरज अगर कु डली के ख़ाना नंबर 1-5-11 (जनम लगन को ख़ाना
नंबर एक रखते ए) म वाह अके ला वाह और ह के साथ होवे तो जनम दन
से ही तमाम ह बािलग़ िगने जाएंगे।
(iii) सूरज का दौरा शु होने से पहले इ सान पर इसके अपने िपछले
कम का फ़ै सला (अमुमन 7 या 8 साला उ या हर सातव या आठव साल) असर
कया करता ह।ै जो तबदीली का जमाना आ करता ह।ै
अरमान नंबर 13
ला क ाथ
नाबािलग़ ब ा (12 साल उ तक) क रे खा का कोई इतबार नही
होता। मुम कन है क एैसी उ तक वो प े असर क रे खा ह वे या तबदील हो
ल े
जाने वाली ह ।
इ म योितष म :- ब े क बंद मु ी या कु डली के ख़ाना नंबर 1-7-4-
िक
10 ख़ाली ह या उन खान म िसफ़ पापी ह या बुध अके ला (पापी ह और बुध
दोन म से िसफ़ एक) हो तो इस क क़ मत का हाल 12 साल उ तक श क
होगा। एैसी हालत म ब ा (नाबािलग़) क क़ मत (जब क सूरज का ता लुक
ता
अरमान नंबर 12 न आ हो) पर मुंदरजा जैल असर होगाः-
िव
उ का
साल 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
कस खाने के
ह का असर लगे 7 4 9 10 11 3 2 5 6 12 1 8
रािश ख़ म
िपतृ ह
सनीचर
12 साला धोके
बृह पत
सूरज
चंदर
मंगल
शु
मौत
के तु
बुध
रा
का ह
19
नाबािलग़ हालत म ''12 साला धोके का च र'' का ख़याल ज री रख (िजसका
मु फ़सल िज़कर अरमान नंबर 113 A म आ ह)ै 12 साला धोके के च र का ह
(साल नंबर के िहसाब से) तख़त का मािलक ह होगा और ह फल का और ख़ाना
नंबर के ह रािशफल के ह गे।
अरमान नंबर 14-15
मद-औरत, मां-बाप, बिहन-भाई, बङा-छोटा, दायां-बायां, बाप-बेटा,
मां-धी, रात- दन, जनम-मरण, शु व आिख़र, आकाश व हवा, नर ह व ी
ह, नेक -बदी सब को गांठ लगाने वाला ब ा और इसक लगायी इ गांठ ह
ला क ाथ
शक़, अदल व रहम से इ साफ, रा के तु मु तरका शु तमाम गृह थ क शादी
ग़मी, ह त रे खा व योितष के सामु क के फ़रमान व अरमान, जनम कु डली व
ल े
चंदर कु डली के दोन जहान के मािलक बृह पत क हवा के आने जाने के रा ते,
िक
बुध के ख़ाली खलाव के आकाश क अकल, सूरज क रोशनी व सनीचर के अंधेरे
क मु तरका जगह मौत नमानी या उ का आिख़री व त सबसे पहले दख
े ा जावे।
ता
मगर कसी दस
ू रे को जािहर न कया जावे। ये भेद क ताक़त असल ताक़त होगी।
िव
20
अरमान
नंबर
17 सब ही ह नीच फल क रािश के (लाल कताब सफ़ा 114 फ़रमान
नंबर 113 ह )
18 एक ही घर म ब त यादा ह मगर नाकस या नीच ह ह ।
19 चौङी रे खा-कई तरफ क ि से टकराये ए दु मन ह।
20 म म रे खा - ब त दु मन ह बामुकाबल
21 साफ रे खा - प े घर के ह - या घर के ह मगर कायम गहरी रे खा-
ऊंच घर के ह। (ऊंचफल क रािश के ह - लाल कताब सफ़ा
ला क ाथ
114)
22 सनीचर के बामुकािबल इसके दु मन ह (सूरज चंदर मंगल - लाल
ल े
कताब सफ़ा 105) ल ज बामुकाबल असतलाहत (लफज क
तारीफ़) म खोलकर िलखा ह।ै
िक
23 अपने से सातव घर को दख े ने वाले खान के ह यािन ख़ाना नंबर 3-
6 के ह (तीसरा 9व को दख े ता है मगर 9वां तीसरे को नह दख े ता।
इसी तरह छटा बारव को दख े ता है मगर 12वां छटे म अपना असर
ता
िव
21
अरमान
नंबर
27 दौरा वाला ह अपने दौरा के व त सबसे पहले उस घर पर अपना
असर जािहर करे गा जहां क वो कु डली म बैठा होवे। इसके बाद
अपने दु मन ह पर ( वाह वो दु मन ह उस घर म ह जहां क वो
ख़द बैठा था)। बाद अजां दो त पर और फ़र अपने बराबर के ह
पर। अगर कसी घर म एक से यादा ह बैठे ह तो वो दौरा वाला
ह हर इक ह से ऊपर क तरतीब से बारी बारी टकरायेगा।
(दु मन से) और दो ताना बरताव करे गा। (दो त से)। अगर एक ही
ला क ाथ
घर म दौरा वाले ह के कई दो त ही या कई दु मन ह ही बैठे ह तो
हचाल क तरतीब से (बृह पत के बाद सूरज के बाद चंदर वगैरह)
ल े
असर करे गा। अगर कु डली के खान म दो त ह जुदा और दु मन
ह जुदे घर म ही ह वे तो खान क तरतीब से (नंबर 1 के बाद नंबर
िक
2 के बाद नंबर 3 वगैरह) बरताव करे गा।
टकराव या बरताव पर पैमाना ताक़त :- जब दौरा या त त का
मािलक ह और रािश नंबर के ह बाहम टकराव पर हो जावे
ता
िव
22
अरमान
नंबर
बेजान पर
ह
मंगल
रा
के तु
सूरज
चंदर
शु
बुध
23
से मुराद िसफ़ बृह पत से होगी या मंगल अब बृह पत के बाद के घर का ह ह।ै
एक ही घर का ह जब द और घर को दख
े मसलन ख़ाना नंबर ३ दख
े ता ह।ै
ख़ाना नंबर ९ और ख़ाना नंबर ११ को। अब ख़ाना नंबर ९-११ दोन ही घर के
ह ख़ाना नंबर ३ म बैठे ए ह से बाद के घर के ह ह गे।
(बे) पहले घर वाले ह अपने बाद के घर म अपना फल िमलाया करते ह। जब
बोल क चंदर दु मनी करता है शु से तो मुराद होगी क चंदर है पहले घर म
शु से।
क़ायम ह
जो ह हर तरह से दु त और अपना असर बग़ैर कसी दु मन ह क
ला क ाथ
िमलावट के साफ साफ और कायम रख रहा हो। यािन रािश नंबर-प े घर या ि
वगैरह कसी तरह से भी उसम दु मन का असर न हो और न ही वो कसी दु मन
ल े
ह का साथी ह बन रहा हो।
िक
ह का घरः- ह क अपनी मुकरर रािश (लाल कताब सफ़ा 114 घर का मािलक
होने क ऊंच या नीच फल क रािश) इस ह के िलये इस ह का घर कहलाता ह।ै
मसलन ख़ाना नंबर 3-6 बुध के िलये।
ता
िव
24
अरमान
नंबर
30 रे खा क दु त हालत के असर से मुराद ह के क़ायम होने क हालत
का असर और टू टी फू टी रे खा के असर से मुराद ह के कायम न होने
यािन दु मनी भाव वाली हालत या मंदी हालत का होने क हालत से
मुराद होगी। दु त हालत म ह क ऊंच हालत और टू टी फू टी क
हालत म ह क नीच हालत भी शािमल होगी।आगे दये ए
अरमान नंबर 31 ता 56 म ि के सब घर ख़ाली माने गये ह।
31 बृह पत होवे अपने प े घर ख़ाना नंबर 2 म और ख़ाना नंबर 6
म हो सनीचर या सूरज या चंदर।
ला क ाथ
(32-33 काम दव े से दरू रहने वाला)
32 सूरज होवे अपने प े घर ख़ाना नंबर 1 म और ख़ाना नंबर 7 म
ल े
हो बुध।
33 चंदर होवे अपने प े घर ख़ाना नंबर 4 म और ख़ाना नंबर 7 म हो
शु । चंदर शु मुशतरका अपने प े घर ख़ाना नंबर 4 या ख़ाना
िक
नंबर 7 म और ि के नंबर 10 व 1 खाने ख़ाली ह ।
34 चंदर शु मु तरका प े घर ख़ाना नंबर 4 म और ख़ाना नंबर
ता
10 म सनीचर मां का नेक असर िमला होगा।
िव
मुत लका
138 से
25
तो चंदर का घर ही इस ख़ाना नंबर 4 म आ बैठने वाले ह को नेक
फल का कर दग े ा। वाह चंदर इस ह का साथी ह हो या न हो।
ले कन अगर चंदर अपने घर से बाहर मगर कायम या द त होवे।
मगर इस ह का साथी ह न होवे तो वो दो ती या दु मनी का
अपना असर जैसा भी क इसका अपने घर से बाहर के घर म हो
कायम रखेगा ख़ाना नंबर 4 ख़ाली और इधर उधर हर तरह से ख़ाली
तो तमाम ही ह र ी होते ए भी अके ला चंदर का घर ही (चंदर क
भी परवाह नह क वाह कै सा ही मंदा होवे मगर होवे ख़ाना नंबर
4-10 से बाहर) मुकाबला करे गा और उ म फल दग े ा। अगर चंदर
ला क ाथ
के घर बैठने वाला ह चंदर का साथी ह बन रहा हो तो चंदर हम ं ेशा
नेक फल दग े ा। वाह वो ह चंदर का दु मन ही हो। चंदर से कोई
ल े
दु मनी नह करता। चंदर ख़द ही अपना फल बंद कर दया करता ह।ै
ले कन एैसी हालत म चंदर अपना नेक फल दन े ा बद तूर कायम
िक
रखेगा।
39 चंदर बुधः- 1) चंदर पहले घर म और बुध बाद के घर क ि के
ता
िहसाब से या दोन चंदर के घर (ख़ाना नंबर 4) म इक े हो जाव तो
िव
41
} धन रे खा
या
}
इक े दोनो म से कसी एक के प े घर म
बैठ जाव और हर हालत म ि के घर ख़ाली ह
धन े रे खा तो मंगल बद को भी मंगल नेक कर लगे या मंगल
बद का तु म बद भी उङा दगे और जंग व जदल- दु यावी गृह त
(चंदर मंगल के ता लुक) म हर तरह का नेक फल होगा।
42 चंदर शनीचर :- अगर दोन मु तरका चंदर के घर ख़ाना नंबर 4
म या दोन
26
या साथी ह हो जाव। िपतृ रे खा का असर होगा। सनीचर एैसी
हालत म कु डली वाले के िलये इ छाधारी मददगार सांप मगर गैर
के िलये ख़ूनी सांप होगा। चंदर खुनी कु आ होगा। दस
ू रो के िलये।
कु डली वाले के िलये मानसरोवर इ त वाला होगा।
43 शु शनीचरः- 1) शु पहले घर म होता आ सनीचर को दख
े ता
होवे तो सनीचर क तरह इसके दस
ू रे साथी इसका धन खाते जाव या
वो दस
ू र को िखलावे।
2) दोन ही शु के प े घर मु तरका ह । िनहायत करीबी र तेदार
ला क ाथ
इसका धन खा जाने वाले ह गे।
3) दोन ही सनीचर के प े और सनीचर के जाती घर ख़ाना नंबर
ल े
10 म। सनीचर के काले क ङे के भौन क तरह बेशुमार गृह ती इसके
साथी ह गे खाने वाले और िखलाने वाल क क़ मत का धन खाने
िक
पीने के िलये हर तरह से काफ होगा। मकानात ब त बनगे। वाह
अपने वाह दस
ु र को बना दव
े ।
ता
4) दोन मु तरका सनीचर के घर ख़ाना नंबर 10 म और मुकाबला
िव
27
47 शु मगंलः- दोनो मु तरका बृह पत के प े घर (ख़ाना नंबर 2) म
तो ससुराल खानदान से मीठी खांड क तरह का उमदा असर व
दौलत का फ़ायदा होवे।
48 बुध अके लाः- बृह पत के प े घर नंबर 2 म या अपनी ऊंची रािश के
फल के ख़ाना नंबर 6 म अके ला मगर हर दो हालत म ि के सब घर
ख़ाली और बुध हर तरह से अके ला ही हो तो बुध का अपना असर
उ म और ''राज योग '' होगा।
49 बुध सूरजः- 1) बुध जब सूरज को या सूरज बुध को दख
े ता हो या
ला क ाथ
दोनो बुध के प े घर (ख़ाना नंबर 7) या दोन साथी ह या दोनो
सूरज के ऊंच घर (ख़ाना नंबर 1) म ह तो उमदा असर होगा।
ल े
2) दोन बृह पत के प े घर (ख़ाना नंबर 2) म मु तरका या इक े हो
रहे ह यािन सूरज नंबर 8 और बुध नंबर 2 म तो असर िज मानी
िक
दमाग़ी उमदा मगर माली ह का।
बुध शनीचरः- (1) दोनो मु तरका या दोन बाहम ि से िमल रहे
ता
ह या साथी ह हो जाव तो प रं दा होता आ उङने वाले बाज क
िव
28
51 मंगल नेक बृह पतः- दोन कसी तरह भी बृह पत के प े घर
ख़ाना नंबर 2 म इक े हो रहे ह तो औरत खानदान या ससुराल का
ता लुक होगा। ले कन ख़ाना नंबर 8 म उन दोन के इक े होने से
( ु ी वगैरह या मु तरका ही) कु डली वाले के अपने ही खानदान
वाल के हालात पर असर होगा।
52 मंगल बद व सूरजः- अके ले मंगल को सूरज का ता लुक मंगल नेक
करता ह।ै ले कन मंगल बद (मु फ़सल जुदी जगह िलखा है क कन
कन हालत म मंगल को मंगल बद लगे) को सूरज क मदद या मंगल
बद से सूरज का ता लुक मंदे हाल और करीबी र तेदार क मौत
ला क ाथ
वगैरह होगा।
53 दो ह मु तरका वाह बाहम दो त ह या दु मनः-
ल े
बंद मु ी के अंदर के ह हवाला अरमान नंबर 1(सूरज -बृह पत-
िक
मंगल-शनीचर) मय बुध अपने प े घर का। हवाला अरमान नंबर
50 म से कोई ख़ाना नंबर 1-7-4-10 (बंद मु ी के खाने) और ख़ाना
नंबर 2 (गु दवारा धम मं दर के अंदर) जान पर (यािन मुत लका
ता
िव
29
पहले घर के ह का असर तीसरे घर के ह म भी िमल सकता ह।ै
एैसी हालत म तीसरे घर म इक े होने वाले ह का मंदा हीअसर न
लगे। हो सकता है क वो मौका के मुतािबक नेक फल के ह । तीसरा
रिलया ते घर गिलया (तीसरा घर िमला तो पहला बरबाद या ख़राब
आ) मगर पहला रिलया ते तीसरा गिलया न लगे।
55 जो पहले घर का असर बाद के घर म िमलने का नतीजा ये होगा क
जब तक नंबर 16 से पीछे से बाद के घर म कसी ह का बुरा असर
आना बंद न हो जावे या पहले िमला है घर के बुरे ह क याद तक
ला क ाथ
बाद के घर के ह का नेक असर न होगा। यही असूल ख़ाना नंबर 8
के ह का नंबर 2 के ह के िलये होगा। ले कन अगर ख़ाना नंबर 8
ल े
म सूरज बृह पत या चंदर म से कोई भी अके ला अके ला या कोई दो या
तीन ही मु तरका बैठ जाव तो ख़ाना नंबर 8 न आगे को ख़ाना नंबर
िक
12 को और न ही पीछे को ख़ाना नंबर 2 को दख
े ेगा। बि क ख़ाना
नंबर 8 का एैसा असर िसफ़ ख़ाना नंबर 8 म ही बंद आ िगना
जायेगा। गोया मौत के घर को (सूरज बृह पत चंदर मु तरका) योगी
ता
िव
30
ले कन अगर वो ह उन का दु मन हो तो वो ख़द ही बरबाद होगा
और उन ह के असर को अपने बैठने वाले घर क चीज पर न फै लने
दग
े ा। (दो से यादा ह का उस घर के अंदर अंदर का बाहमी
ता लुक दस
ू री जगह दज ह।ै (अरमान नंबर 151 के आिख़री नोट म)
57 बाप बेटे क मु तरका क़ मत- दोन क क़ मत का जुदा जुदा
असर 100 फ़ सदी क ु ी से िमला आ असर िगना जाता ह।ै दोन
के वषफल के िहसाब से त त के मािलक ह से जो ह (बृह पत के
बाद सूरज के बाद चंदर के बाद शु के बाद मंगल वगैरह) असर क
ला क ाथ
तरतीब से पहली तरफ का हो वो दोन क मुशतरका क़ मत का
असर लेने के व त अब त त का मािलक ह और ह फल का होगा।
ल े
दोन क जुदी जुदी उ के साल के िहसाब से रािश नंबर के बोलने के
ह को जुदा जुदा दोन के िलये रािशफल के लगे। यािन दोन क
िक
मु तरका क़ मत का हाल दख
े ने के िलये त त का मािलक ह तो
दोन के िलये एक ही ऊपर के ढंग से िलया आ होगा। मगर उ के
ता
िलहाज़ से रािश नंबर के बोलने वाले ह दोन के अपने अपने और
िव
31
अंगूठाः- रा के तु मु तरका का मशनोई शु (दु यावी मुह बत का
ता लुक) लाल कताब सफ़ा 31 के जुज (अंगूठे क पोरीयां)
अिलफ) नाख़ून वाली पोरी..के तु से मुत लका। (बे) (बचपन-फै लना-
मरजी)
दर यानी पोरी ........रा से मुत लका। जवानी, िसकु ङना, दलील
िनचली पोरी..शु प ा हसे मुत लका बुढापा, टू ट फू ट क रे त(बुध
का पैदा हो जाना)-इ क़।
दर यानी गांठ अंगूठे क नाख़ून वाली पोरी के तु का
ल े
को तारे ।
सीधा रहःे- के तु होवे....ख़ाना नंबर 6 म.......अपने दु मन को मारे
िक
के तु होवे........ 9 म.......वालदनै को तारे यािन नेक असर दव े े।
अदरं को झुकेः- के तु होवे........3 म............ भाइय से तंग करावे।
ख़ाना नंबर 12
32
(iii) अंगूठे क िनचली पोरी क जङ पर हो जौ का िनशान चंदर होवे
रा के तु दोन के मु तरका काम करने के मैदान यािन ख़ाना नंबर 8 क जङ ख़ाना
नंबर 4 ''नाभी'' (अरमान नंबर 59) म (मगर दोन ह का साथ न हो वहां ख़ाना
नंबर 4 म और िसफ़ चंदर अके ला ही ख़ाना नंबर 4 म हो) तो इस श स क उ
लंबी और बुढापा उमदा असर का होगा और इसका जनम शुकल प का
होगा।
(1) रा के तु मु तरका - हवाई ताक़त (बेजान चीज पर) के कारोबार करने के
मैदान ख़ाना नंबर 2 को मशनोई शु मानते ह।ै मगर रा के तु मय सनीचर
ला क ाथ
मुशतरका या तीन के इक े सांस (जानदार चीज पर) के काम करने के मैदान
ख़ाना नंबर 8 को मशनोई शु का मैदान नह मान लेते। रा के तु िसफ़ दोन के
ल े
िलये ख़ाना नंबर 2 अंगूठे क िनचली पोरी पर उन का बैठक ख़ाना ह।ै
सनीचर का हड
ै कवाटर सनीचर के साथ या तीन का बैठक ख़ाना
िक
नंबर 8 माना गया ह।ै ख़ाना नंबर 8 म बृह पत सूरज या चंदर क हालत का असर
जुदा दज ह।ै
ता
(2) - हरइक पोरी क जङ पर चंदर का असर िसफ़ उ के एक ही िह सा म िज़कर
िव
33
कु डली दमाग़ शु जारी कु डली दमाग़ सनीचर जारी
का का का का
ख़ाना ख़ाना ख़ाना ख़ाना
2 2 बृह पत से मु तरका- 2 7 शु से मु तरका।
शादी क वािहश- जंदगी बढने क
इ क़ के बाद का गलबा। वािहश। (अ ज उ
बूढी औरत 100 चूहे नह ।)
खाकर िब ली हज को 3 10 बुध से मु तरका।
जावे। 37 ता70/72साला जायका।
उ तक। 4 4 चंदर से मु तरका
3 3 मंगल से मु तरका। इ क़ - दो ती - मुलाकात -
ला क ाथ
से पहली उ फत। वालदन ै ी उ फत - इ क़ - और
मुह बत १ से १५ साला गलबा इ क़ के
ल े
उ तक। मु तरका मजमूआ का
4 4 चंदर से मु तरका। दो ती, असर।
मुलाकात, उ फत, इ क़ 5 15 बृह पत से मु तरका -
िक
और गलबा इ क़ का ख़ ारी
मजमूआ। 6 16 के तु से मु तरका -
5 5 बृह पत से मु तरका। इ तकलाल
ता
िव
34
बृह पत जारी
बृह पत (शरीफाना) 11 35 चंदर से मु तरका-
वा यात गुजरते ए
2 2 शु से मु तरका-
क याद।
शादी क वािहश। इ क़ 12 12 रा से मु तरका
राजदारी
के बाद का गलबा। गु सूरज ( दमाग़ी)
5 20 बृह पत से मु तरका
घ टाल। सौ चूहे खाकर
इ त बुज़ग
िब ली हज को चली। 37 22 जाती अक़ल
6 23 के तु से मु तरका
ला क ाथ
से 70/72 साला उ तक। पसंदीदगी
7 24 बुध से मु तरका
3 17 मंगल से मु तरका -अदल हौसला।
ल े
या मुि सफ िमजाजी। 8 25 पापी ह से मु तरका
नकल करने क
4 21 चंदर से मु तरका-हमदद ताक़त।
िक
बह िपयापन का
या रहम िमजाजी। सूरज, झगङा -फसाद
9 26 बृह पत से मु तरका
ता
5 20 सूरज से मु तरका-इ त
मसखरगी।
िव
35
बुध (अंद नी अक़ल) चंदर जारी
1 37 सनीचर से मु तरका - 7 31 शु से मु तरका-रं ग प म फक दध
ू
राग से दही और दोन क श ल और रं ग म
2 38 बृह पत से मु तरका- फक का मािलक यािन अगर बुध माता
जबानदानी ख़ानदान को उजाङे तो चंदर िपता के
3 39 मंगल से मु तरका - ख़ानदान को मारे ।
वजह सबब द रयाफत 8 32 सनीचर से मु तरका- सफाई, शा तगी,
ला क ाथ
करने क ताक़त। ढीलापन, जािहरा मानसरोवर तो अंदर से
ल े
कपट क खान।
4 40 चंदर से मु तरका- 9 33 बुध से मु तरका- इ म रयाजी के असूल
िक
मुकाबला एक चीज का 10 34 मंगल बद से मु तरका - जगह मकाम क
दस
ु री से याद, पूरा धोके बाज और तैरते को डु बा लेने
ता
वाला।
िव
36
नाभी से ऊपर िसर क तरफ का िह सा रा क राजधानी और नाभी से नीचे पांव
क तरफ का िह सा के तु क राजधानी माना गया ह।ै लाल कताब सफ़ा 201
दोन पा टयां मंगल क “नाभी” मगंल बद क जगह या मंगल का मुंह ह।ै मंगल क
दोनो रािशयां नंबर 1-8 को िमलाने वाली कु डली क नाभी ख़ाना नंबर 4
मुकरर ह।ै जो रािशय के िहसाब से और ह के प े घर के िलहाज़ से िसफ़ चंदर
को ही दे दया गया ह।ै चंदर कभी ह फल का नह माना गया। हम
ं ेशा ही
रािशफल का होता है और ख़ाना नंबर 4 सनीचर के जाती असर के घर ख़ाना नंबर
10 का सेहन या मैदान िगना ह।ै िजसम सनीचर का फ़ै सला यािन क वो
(सनीचर) कु डली म जैसा भी होवे होगा। सबसे आिख़री फ़ै सला बृह पत का
ला क ाथ
होगा। यािन कुं डली म बृह पत िजस हस
ै ीयत का होगा। वैसा ही ख़ाना नंबर 4 का
आख़री फ़ै सला होगा। इस घर से चंदर का ता लुक जुदी जगह िलखा ह।ै (यािन
ल े
चंदर के ख़राब होने पर इसका अपना घर ही चंदर क दयालुता मेहरबानी क
पूरी ताक़त का होता ह।ै) कु डली म मौत के खाने नंबर 8 का भेद का रा ता चंदर
िक
क ग़ैबी ताक़त का च मा ख़ाना नंबर 4 या कु डली क नाभी का ता लुक मौत से
होने या करने वाले रा ते म रा के तु का असर नह माना गया। चंदर के पानी क
ता
नदीयां कु दरत के अ स को दमाग़ के रा ते से हाथ क हथेली क रे खाय से
िव
37
अरमान नंबर 60
35 साला च र- ह क आम िमयाद के साल का मजमूआ 35 साल होता ह।ै
ये 35 साला िमआद 35 साला च र कहलाता ह।ै ह का 35 साला च र और
उ का 35 साला च र (या इ सान का 35 साला च र) दो जुदी जुदी बात ह।
फ़रजन "एक श स के ज म दन से ही बृह पत का दौरा शु आ। बाक ह एक
के बाद दस
ू रा यािन बृह पत (6 साल), सूरज (2 साल), चंदर (1 साल), शु (3
साल), मंगल (3 साल), बुध (2 साल), सनीचर (6 साल), रा (6 साल), के त(ु3
साल) कु ल 35 साल का दौरा तमाम ह ने इसक 35 साला उ तक ही पूरा कर
ला क ाथ
दया ले कन हो सकता है क इसका पहला ह बृह पत के बजाये सनीचर शु
ल े
होवे और जनम दन क बजाये सातव साल से शु होवे। अब तमाम ह तो 35
साल म ही दौरा पूरा कर लगे। जब क आख़री ह का आख़री दन होगा। इस व त
िक
इ सान क उ 35 साला ह का दौरा जमा 6 साल जब अभी सनीचर या उ का
पहला ह शु भी न आ था यािन कु ल उ 41 साल हो चुक होगी। जो 35
ता
साला च र के िहसाब से इ सान का दस
ू रा 35 साला दौरा होगा। अब िजस दन
िव
से ह का दस
ू रा दौरा शु आ। यािन िजस दन जनम दन से शु होने वाला
ब
ह दस
ू री दफा शु आ। उस दन से िजन ह ने पहले बुरा असर दया था वो
अब अपनी दस
ू री चाल म बुरा असर न दग। ये ज री नह क क वो बुरा फल दन
े े
वाला अ छा फल ही दव
े । मगर अब बुरा फल न दग
े ा।
तोते क 35 - ( बुध के ह का भेद) तोते क 35 के कु डली के खान का गौर से
मुलाहजा कर तो.........कु डली का ख़ाना नंबर 9 कह नह िमलेगा। बुध का ये
ख़ाना नंबर 9 वो ख़द ख़ाना नंबर 9 एक अजब हालत का ह।ै िजसका िज़कर जुदी
जगह दज ह।ै यही ख़ाना नंबर 9 एक चीज है जो इ सान व हव
ै ान म फक कर दत
े ा
है और तमाम ह क बुिनयाद है या दोन जहान क हवा बृह पत असल ह।ै इस
35 के 11 ख़ाने दरअसल बुध के 12 खान क हालत बताते ह । यािन ख़ाना नंबर
10 के बुध को सनीचर, 2 के बुध को बृह पत वगैरह िजस तरह क इस तोते क
35 क कु डली म िलखे ह लगे। यािन असर के िलये बुध के अपने असर क बजाये
दये
38
ए ह क हालत का असर लगे।
अरमान नंबर 61
िसर - ( दमाग़ी ताक़त रा क , ढा चा बुध का) कु डली का ख़ाना नंबर 12
माथा - कु डली का ख़ाना नंबर 2 (हवाई ख़याल म तमाम ताक़त का रा के तु
क बैठक का मैदान मशनोई शु क जगह)
चेहरा - (आकार बुध का चेहरे क
पसंदीदगी खूबसूरती के तु) ख़ाना नंबर 6 यािन
चेहरा ख़ाना नंबर 6 और िसर ख़ाना नंबर 12 दोन का दरिमयान माथा ख़ाना
शुमाल
नंबर 2 होगा।
के तु ख़ाना नंबर 6
चेहरा का मािलक
ला क ाथ बृह
4
ंबर
पत
ान
ख़
ान
ान
ख़
ान
ल े
मा
र
चंद
ंबर
था
रा बुध क
दाय ा
िक
सनीचर ख़ाना नंबर 10 सूरज ख़ाना नंबर 1
का गोल
ब ा
गो ल
िसर का
मग़ रब मश रक़
ढांचा
दायरा
मरकज़
बधु
ता
रा
7
ंबर
ख़
िव
ान
ान
ान
ान
ख़
ंबर
बाजु
रा
कर
ब
12
चेह
शूक
जनुब
ख़ाना नंबर 5- मु तकिबल. ख़ाना नंबर 9 -माजी..नंबर 11- दिुनया का अंदर।
नंबर 8 - दिुनया से बाहर।
चौङाई - के तु क ताक़त, लंबाई- बृह पत क ताक़त। (सूरज सनीचर दोन का
मािलक गु )
गोराई - बाहर को उभार - बुलंदी - बुध क ताक़त। प ती - गहराई नीचे अंदर को
दबना रा क ताक़त
ऊपर क ताक़त का घटना बढना ह क ु ी के दज क ताक़त के घटने या बढने
से मुराद होगी।
100 फ़ सदी ु ी क हालत म दो ह एक दस ू रे के यादा नजदीक या एक ही हो
जाते या िमल जाते ह।ै
50 फ़ सदी पर हालत पर उनका दर यानी फासला नसफ रह जाता ह।ै या दोन
क ताक़त आधी
39
आधी बाहम िमल जाती ह।ै
25 फ़ सदी पर िसफ़ एक चौथाई िमलते ह। यािन तीन चौथाई वो एक दस
ू रे से दरू
रह जाते ह।
(लाल कताब सफ़ा 43) ख़ाना नंबर 2 को पेशानी माना ह।ै पेशानी पर
ितलक लगाने क जगह। (दोन भव का दर यान व नाक का आिख़री िह सा का
मरकज़) असल पेशानी या ख़ाना नंबर 2 क असल जगह ह।ै इस ितलक के िनशान
क जगह को छोङकर बाक तमाम पेशानी क जगह ख़ाना नंबर 2 का बाक
मैदान ह।ै इस बाक मैदान म रा के तु क बैठक या ख़ाना नंबर 8 का असर भी
ला क ाथ
आना माना ह।ै ख़ाना नंबर 2 का ये मैदान ख़ाना नंबर 6 को भी दख
े ता ह।ै
खुलासतन ितलक क ख़ास जगह (बृह पत का ख़ाना नंबर 2) रा के तु क
ल े
मु तरका क बैठक क जगह (मशनोई शु क रािश भी ह)ै का दरवाजा ह।ै दस
ू रे
लफज म ख़ाना नंबर 8 को रा के तु क सनीचर के साथ होने क बैठक िगन तो
िक
इस बैठक या यम के दीवानखाना का दरवाजा ख़ाना नंबर 2 रा के तु दोन क
मु तरका (मगर सनीचर के बहस
ै ीयत मौत का यम) बैठक होगी। िजसम सनीचर
ता
िव
40
ख़ाना नंबर 4 बढाता है चंदर को। ख़ाना नंबर 2 बढाता है बृह पत को। दोन
िमले िमलाये (माता िपता) वालदन
ै या अके ला बृह पत जो दोन जहान का
मािलक है होगा। जो ब े को मदद दन
े े के िलये ख़ाना नंबर 5 म सूरज के साथ और
ख़ाना नंबर 11 म सनीचर के साथ जा िमलता ह।ै बृह पत क इस लंबाई को सब
क लंबाई िगनते ह।ै वाह चेहरे क कहो वाह पेशानी क ।
लाल कताब सफ़ा 43 क जुज नंबर (1) चेहरे क चौङाई = ख़ाना नंबर
6 के के तु से या ख़ाना नंबर 6 से िजस कदर बृह पत का साथ होवे उसी कदर चेहरा
लंबा होगा। िजस कदर कम असर या ता लुक बृह पत का ख़ाना नंबर 6 से हो
उसी कदर चेहरा चौङा होगा। िजस कदर चेहरे क लंबाई यादा उसी कदर नेक
ला क ाथ
असर यादा होवे साथ लाई ई ज़ाती क़ मत का।
(सफ़ा 43 क जुज 3) पेशानी क चौङाई-ख़ाना नंबर 2 के बृह पत से या
ल े
ख़ाना नंबर 2 से िजस कदर के तु का साथ होवे। इसी कदर पेशानी चौङी होगी।
िजस कदर कम असर या ता लुक के तु का ख़ाना नंबर 2 से होवे। इसी कदर पेशानी
िक
लंबी होगी। िजस कदर पेशानी क चौङाई बढे । इसी कदर नेक असर यादा होवे।
तमाम मुत लका दिुनया का।
ता
मुखतसरन के तु जब बृह पत के साथ या बृह पत के घर म हो तो
िव
41
क जगह िगनते ह।
ख़ाना नंबर 2 म ह का असर मय ख़ाना नंबर 8 के
जुज नंबर (7):-पेशानी पर क वे के पांव का िनशान। ख़ाना नंबर 8 के
मंदे ह का असर मंगल बद वगैरह का।
जुज नंबर 8():- पेशानी पर टू टी फू टी लक र। ख़ाना नंबर 2 मे बृह पत
या के तु के दु मन ह।
लाल कताब सफ़ा 43 के जुज नंबर (9) :-खानानंबर 2 व ख़ाना नंबर 6
का फ़ै सला ख़ाना नंबर 8 को साथ लेकर होगा।
जुज नंबर (10):- पेशानी पर ितलक क जगह के तु का िनशान ख़ाना
ला क ाथ
नंबर 2 म हर तरह से अके ला के तु।
जुज नंबर (11):-चौङे चेहरे म :- बृह पत क बजाये रा के साथ -
ल े
सनीचर क ख़दगजाना ताक़त (लाल कताब सफ़ा 35 - दमाग़ के खाने नंबर 7 से
12) ह गी।
िक
लंबा चेहराः- बृह पत के साथ व ता लुक से के तु म सनीचर क
हमददाना ताक़त (लाल कताब सफ़ा 36 दमाग़ के खाने 13 से 16) ह गी।
ता
जुज नंबर 12 से 15:- मद के िलये पेशानी व चेहरा िजन िजन हालत म
िव
अ छे िगने गये ह वही हालत औरत के हाल के िलये उलट मायन क ह गी।
ब
जुज नंबर (16) माथे पर सुख रगाय:- ख़ाना नंबर 2 म मगंल बुध या
सूरज बुध ह ।
माथे पर स ज रं ग रगाय :- ख़ाना नंबर 2 म अके ला बुध या रा बृह पत
मुशतरका ह ।
चेहरे पर तमाम हः-
बृह पत-नाक व माथा बुध- दांत. नाक का अगला िसरा गांठ
सूरज-दाय आंख का डल
े ा सनीचर-बाल(भव व पलक के ख़ासकर)
चंदर- बाय आंख का डल
े ा रा - ठोडी
शु - ख़सारा के तु- कान
मंगल दोन ह ठ ऊपर का मंगल नेक और नीचे का मंगल बद
अरमान नंबर 62/94 बजज 92
द ती कताब म दज कया गया है और इ म कयाफा के ख़ास ख़ास जुज दस
ू रे
िह स म िमलाये गये ह।ै
42
हर इ सान कस ह का है (ब ये याफा)
बृह पत के ह के बल होने का-इस श स का माथा चूहे के माथे क तरह
तंग सा न होगा। न ही वो दमा क बीमारी वाला या नाक कटा आ का होगा।
इसका बोलना चलना बैठना वगैरह गु क तरह शाहाना गंभीर और नेक होगा।
हाथ क पहली या तजनी अंगुली लंबी होगी। मगर कटी इ या र ी हो चुक न
होगी। तबीयत म सुथरे (लापरवाह िजस म कसी से भी मुह बत क बू न हो) क
तरह का ख़ापन न होगा और न ही जानवर को िजबह करने वाले कसाई क
ला क ाथ
तबीयत का होगा। रं ग िज म व चेहरे का सोने क तरह दमकने वाला होगा। मगर
ध े या धङ े क मरज वाले क तरह जद रं ग हो चुका न होगा। आंखे म त शेर क
ल े
तरह रोशन मगर डरावनी न ह गी। मुंदरजा जैल म से बृह पत क उ म
िनशानीयां साथ ह गी।
िक
हानी हाथ..लाल कताब सफ़ा 47 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 4
नाक...................लाल कताब सफ़ा 112A व 112B
ता
िव
43
सफ़े दी नह ) शा तं वभाव। चौङाई वाला चेहरा। चकोर या घोङे क आंखो क
तरह क आंखो वाला। दस
ू रे क बात म हां से हां िमलाकर फर उस दस
ू रे को नम
सा जवाब दक
े र और उसके दल को मना कर अपनी तरफ कर लेने वाला। िलबास
म सफ़े दी पसंद। िज म का िनचला िह सा (नाभी या नाफ से नीचे या पांव क
तरफ का िह सा पले ए हाथी क तरह भारी भ ा सा और बेडौल न होगा।
मुंदरजा जैल बात का साथ होगा।
मुतफ़रक हाथ... लाल कताब सफ़ा 48 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 6
ला क ाथ
ख़दद ती तहरीर.....लाल कताब सफ़ा 71 फरमान नंबर 83
अंग फङकना............लाल कताब सफ़ा 74 फ़रमान नंबर 89
ल े
शु के बल ह वाला रं ग म सफ़े द (दह के सफ़े द रं ग क झलक दध
ू के
सफ़े द रं ग क नही) चेहरा गोल मोल सा खूबसूरत। आंखे बैल क आंखो क तरह
िक
क मगर म ताना और आशकाना ढंग क । ख़सारे बुलंद व पुरगो त व गोल।
तबीयत म एैश पसंद (कोई रोये कोई हस
ं े मगर वो ख़द अपने आप म ख़श) और
ता
िव
हरदम अपने आप को औरतो क तरह संवारता रह।े मुंदरजा जैल बात का साथ
ब
होगा।
मशलशी हाथ.....लाल कताब सफ़ा 47 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 3
मंगल नेक के बल ह वाला एक तरफा तबीयत। दहाना (मुंह का)
कशादा। दोन ह ठ यकसां वे सुख रं ग। आंखे सुख और शेर क तरह डरावनी और
खुंखार सी। बृह पत व चंदर सूरज क िनशानीयां भी साथ िमलती सी मालूम
ह गी। गुंब द (मीनार) क तरह ऊपर से उभरा आ और भारी मगर नीचे पांव क
तरफ से हलका होगा। मुंदरजा जैल का साथ होगा।
मुर बा हाथ...... लाल कताब सफ़ा 47 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 2
मुंह का दहाना......... लाल कताब सफ़ा 68 फ़रमान नंबर 73
बाजू लंबे..................लाल कताब सफ़ा 70 फ़रमान नंबर 79
मंगल बद ज लाद कसाई और हाथ पर आग और छु री साथ िलये
फरता सा मैदाने
44
जंग का िमतलाशी (ढू ंढ कर पाने वाला ख़द कोिशष करके लङ पङने वाला) आंखे
खुंखारी म शेर क तरह और सुख़ मगर िहरण क तरह क भी। यािन दोन हालत
म से पता न चले क कस से िमलती ह। कद काठ का उमदा लंबी उ वाला। ख़द न
जले मगर ''हरजां क रोद कदम शरीफाना - न फसल र बी शुद न खरीफाना'' क
तासीर वाला। आवाज म दहाङने क गूंज व भारीपन और अपने आप म ही मौत
का यम हो कर चलने वाला होगा। मुंदरजा जैल बात का साथ होगा।
पेट पर िसकन या बल....लाल कताब सफ़ा नंबर 45 फ़रमान नंबर 65
ला क ाथ
छाती....................... लाल कताब सफ़ा नंबर 70 फ़रमान नंबर 80
बुध के ह के बल वाला कबूतर क आंखो से िमलती इ आंख वाला
ल े
मगर डरपोक। चाल म मसक न िब ली क तरह का। जबान मासूम लङ कय क
तरह क मगर जाद ु क ताक़त क । दांत शानदार। बह िपयापन (नकल करने या
िक
संवाग उतारने क ताक़त) दजा कमाल। जबान को होठ पर फे रने क आम आदत।
गु् तगू म तेज र वानी। बात बात म फज व कयासी महल बना दव
े े मगर
ता
िव
45
वाला होगा। बात म पता न लगने दग
े ा क उसका असली मतलब या ह।ै दोन
पहलू चार तरफ़ घूम जाने वाला होगा। अगर मदद पर आ तो दस
ू रे क मदद को
पूरा करने के िलये अपना सब कु छ कु रबान कर दग
े ा। प ा हठधम होगा। अगर
बरिख़लाफ़ पर हो तो मुकािबल वाले का सब कु छ बरबाद व ज़हरीला कर दग
े ा
और िसफ़ दु यावी तमाशा दखला दग
े ा। वाह दु मन का और अपना दोन का
ही कु छ न रह।े सुनने क बजाये आंख से ही काम लेगा। दस
ू र पर सांप आ
िनकलने क तरह का डर पैदा कर दग
े ा। कान छोटे। अलहद
ै ा बैठने का आदी होगा।
मुंदरजा जैल का साथ होगा।
ला क ाथ
िज म पर बाल................. लाल कताब सफ़ा 45 फ़रमान नंबर 66
अब ............................ लाल कताब सफ़ा 68 फ़रमान नंबर 74
ल े
हाथ क रहनुमायी........... लाल कताब सफ़ा 49 फ़रमान नंबर 68
िक
छंक........................... लाल कताब सफ़ा 74 फ़रमान नंबर 88
तालु (हलक़ का कोआ)..लाल कताब सफ़ा 72(10) फ़रमान नंबर 84
ता
पापी ह मुशतरका - ह क का कौआ ख़ाना नंबर 8 िजसम दांयी तरफ
िव
46
झगङालु हाथ... लाल कताब सफ़ा 48 फ़रमान नंबर 67 जुज नंबर 8
वाब....................... लाल कताब सफ़ा 75 फ़रमान नंबर 91
हाथ के नाख़ून.......... लाल कताब सफ़ा 68 फ़रमान नंबर 72
छ क ......................... लाल कताब सफ़ा 74 फ़रमान नंबर 88
हथेली क गहराई ...... लाल कताब सफ़ा 49 फ़रमान नंबर 68
के तु बल वाले के कान बङे बङे । भंवो का दर यानी िह सा बुलंद बि क ऊपर
बाहर को उभरा आ सा। िज म खूब मजबूत ख़ास कर टांगो का िह सा भारी।
गाजर क तरह उसका िज म नीचे से मोटा और ऊपर िसर क तरफ से हलका।
ला क ाथ
तबीयत नेक दरवेश (कु ा-सूअर या साधु) क होगी। मुंदरजा जैल का साथ
होगा।
ल े
गरदन पर िसकन या बल.......लाल कताब सफ़ा 45 फ़रमान नंबर 64
िक
अंगूठा व अगुंिलयां (छोटे छोटे).. लाल कताब सफ़ा 48 फ़रमान नंबर 67
जुज 8
ता
उं गलीयां लंबी...............लाल कताब सफ़ा 49 फ़रमान नंबर 68 जुज 10
िव
47
इ सान िजस ह का साबत हो वो ह उसे ख़ाना नंबर 9 का काम दग
े ा। बेशक़ वो
कु डली म कह ही हो।
इ सान का कोई ह ख़तम हो गया न हो गया या मर ही
तो नह गया
बृह पत - िसर पर चोटी या बोदी क जगह के बाल ख़द-ब-ख़द ही
( कसी बीमारी या टटरी से नह ) ख़तम हो जाव यािन उङ जाव और िज द िसर
क नंगी सी रह जावे या वो अपने गले म हरदम माला या त बीह (पूजा पाठ के
ला क ाथ
िलये गांठे दे दक
े र या मनके वगैरह इक े करके कं ठी सी बना लेते ह) डाले रखने का
आदी हो जावे तो समझ लो क इसका बृह पत (ख़द इसक जाती क़ मत इस
ल े
दिुनया के ता लुक के िलये) ख़तम आ।
िक
सूरज - अजाय िज मानी (िज म के अंग या िह से) को हरकत करने या
कराने क ताक़त (ख चना या फै ला दन
े ा) जाती रहे या इसके मुहं से हरदम थूक
ता
जारी होता रहे तो सूरज ख़तम क िनशानी होगी।
िव
48
रा - हाथ के नाख़ून झङ जाव। दमाग़ी ख़रािबयां।
दु मन के ता लुक के दख
औलाद के दख
ु ।
के तु- पाव के नाख़ून झङ जाव पेशाब क बीमा रयां या
ु । मंदे असर का।
न ह वाले क मदद
} ह
ख़तम
हो गया।
बात मदद दग
े ी।
ब
चंदर क मदद के िलए दस
ू र क आशीवाद बज़ रआ पैरी पौना वगैरह कह कह
कर काम कर। खबर पहले ही िमलने पर बुढ़ापे तक ये बात काम दग
े ी।
शु न वाले को पोशाक का ख़याल रखना बाल कायम रहने तक मददगार
होगा।
मंगल बरबाद वाले को सुरमा सफ़े द का इ तेमाल एैन शबाब तक मददगार
होगा।
बुध बरबाद वाले को नाक छेद दनेा या सुराख़ कर दनेा। दांत सफ़ा रखना ढलती
जवानी तक मददगार होगा।
सनीचर बरबाद वाले को मसवाक या दातुन का इ तेमाल आंखो का पानी खु क़
होने तक या बाल के सफ़े द होने तक मददगार होगा।
रा बरबाद वाले को िसर पर चोटी या बोदी का कायम करना। खानदान से
अलहद
ै ा होकर
49
ख़द मुखतयारी न करना या सुसराल से ता लुक न तोङना मुबा रक होगा।
के तु बरबाद वाले को कान म सुराख़ करना। उ औलाद व सफर म मदद दग
े ा।
अरमान नंबर 92
1- पानी से भरा आ घङा -शनीचर ख़ाना नंबर 11 म ु ी ख़ाली
दध
ू ................................. चंदर ख़ाना नंबर 4 म ु ी ख़ाली
क या, लङक , फू ल ....... बुध ख़ाना नंबर 6 म ु ी ख़ाली
याह शादी-.................... शु ख़ाना नंबर 7 म ु ी ख़ाली
ला क ाथ
2. लकङी ...................... सनीचर ख़ाना नंबर 3 म
हिथयार या औजार - सनीचर चंदर मु तरका
}
3. कु ा - के तु
} बुलंद आवाज
ल े
आगे से उ ट छ क- रा नीच असर का िब ली - रा बुध का साथ
िक
जानवर मंडराने लग। खासकर बुध होवे ख़ाना नंबर 12 का। (यािन रा के तु का
भी साथ ख़ाना नंबर 12/6 म होवे)।
ता
4. नेक जानवर - काला कु ा (पूरा काला) ऊंच रा । गाय - शु ख़ाना नंबर 12।
िव
ता लुक सेहन म
रा ते
50
होगा और हो सकता है क पानी का तालूक भी िनकलते वकत (मकान से
बाहर िनकलते ए) दाय हाथ पर सेहन म ही हो। इधर उधर कसी और
जगह न होगा। औलाद का फल उ म और क़ मत ख़द अपनी का असर
चढते सूरज क तरह उमदा होगा।
चंदर - ये ह सूरज से िमलता ह।ै मकान के अ वल तो अंदर ही वना
मकान के बाहर क चार दीवारी के ऐन साथ लगा या लगता आ और
दौलत का मािलक ह।ै
तै जमीन और धन
िव
दाय या बाय मा नंद चौक दार (पहरे दार) होगा। मकान का दरवाजा
शुमालन जनूबन होगा। क े या प े होने क कोई खास शत नह ।
मंगल बद- मकान का दरवाजा िसफ़ जनूब म होगा। मकान के साथ या
ऊपर मकान के दरखत का साया आग हलवाई क ह ी का साथ होगा।
मकान म या मकान के साथ कि तान या शमसान भूिम होगी। लाव द
का साथ होगा और हो सकता है क ख़द वा इ सान भी काला काना या
लाव द होवे। अगर क़ मत भली होगी तो उसे इस म रहने का इतफाक
ही नह होगा।
के हम - साये
बतायेगा
इद िगद
51
दरखत का साथ होगा। (पीपल का दरखत बृह पत, बङ चंदर, शहतूत या
लसूहङा बुध होता ह।ै इसिलये बृह पत या चंदर के दरखत का साथ न
होगा और अगर होगा तो वो घर बुध क दु मनी का पूरा सबूत दग
े ा)
सनीचर - ये ह सूरज के उ ट चलता ह।ै मकान का शारे आम का बङा
दरवाजा (अंदर के दरवाजे कसी भी ह म नह माने गये) मगरब म
चार दीवारी से
मुतलका होगा
वाह
52
केतु िखङक यां दरवाजे
पोते तीन से याद न ह गे। अगर एक ही लङका तो 3 पोते। अगर तीन
बद अचानक धोके
बतायेगा हवाये
लङके तो एक पोता। या एक ही लङका एक ही पोता कायम होगा। इस
मकान के दो तरफ काटता आ रा ता होगा। साथ का हमसाया
मक
ान
मकान कोई न कोई ज र िगरा आ बरबाद या कु के आने जाने का
खाली मैदान बरबाद सा होगा।
मकान क श ल िजस ह क मुकरर श ल
(लाल कताब सफ़ा 124 अरमान नंबर 117)
से िमलती होवे वो मकान उस ह का होगा।
मकान म हर गोशे के दये ए ह अपने अपने मकान म अपना अपना
असर जािहर कर दया करते ह जैसा क वो कु डली म बैठे ह ।
ला क ाथ
शुम
रब
ाल
शुमाल
मग़
ल े
मश
ाल
(पुजा पाठा नह )
बृह
शुम
रक़
के तु आ क़बत
पत
पुजा थान
पुज
मेह
द
ाप
िक
मा
वा
ाठ
र
न
चंद
शी
(प
नव
ुजा
आ
ाज़
पा
सब
ंित
शा
था
का
न
ख़
नह
ैर
दधू
)
ता
वा
ह
बध
ु गबं
ु दक
िव
जंग व जदल
रा
औ
शु
दु
मंगल
मन
मी
को
ील
यल
ीघ
रक़
जन
मश
ूब
जनुब
मग़
ूब
जन
रब
53
मौते और आग के नुक़सान ब त ह गे। फांसी का वाकया भी हो सकता ह।ै
ब चुक- (दर यान से बाहर को मछली के पेट क तरह उठा आ)। काग रे खा का
असर दग
े ा। ख़ानदानी नसल घटती जावे। आिख़र पर ख़द भी लावलद होगा।
यािन अगर बाबे तीन भाई ह तो बाप दो भाई और आिख़र पर ख़द अके ला और
आइं दा लाव द होगा।
भुजा बल हीन- (बाजू के बगैर या बाजू कटे ए मद क श ल का) मौत ही मौत।
मुदा पर मुदा दखलावे। अगर कोई शादी भी इस मकान म होवे तो शादी वाला
ला क ाथ
मद या औरत िजसक वहां शादी ई हो रं डवा और बेवाह होवे।
पांच कोना- पांच गोशे वाला। औलाद का दख
ु और उन क बरबादी क कारवाईयां
ल े
व दखलावे।
िक
मुंदरजा बाला गोशे मकान क दीवार बनने से पहले कािबले गौर ह गे।
ह कु डली क मकान के िहसाब से द ती क जांच
ता
कु डली के ख़ाना नंबर 9 वाले ह का मुत लका मकान इस कु डली वाले
िव
54
कुं डली कस मकान को जािहर करे गा कुं डली कस मकान को जािहर करे गा
का ख़ाना का ख़ाना
नंबर नंबर
1 ख़द साखता। अपना 7 ी घर व लङ कय क तरफ के
बनाया आ मकान। र तेदार के घर के मकान
2 ससुराल का मकान 8 उस श स के ज ी घर का
3 भाई का घर। ताये मुत लका क तान या शमसान
चाचे का मकान। भूिम क जगह।
4 माता खानदान। मासी- 9 ज ी मकान। बजुरग के बनाये
फू फ का मकान। ए।
ला क ाथ
5 औलाद के बनाये ए 10 वो मकान िजसम क कम अज
मकान। कम ३ साला लगातार रहा हो।
6 नानका घर। नानी नाने 11 खरीद करदा मगर ख़द न बनायह ।
ल े
का मकान। 12 हमसाय के मकानात।
मकान से ह द ती दख े ते वकत िजस तरह से क़ मत का ह ढू ंढते ह। उसी तरह
िक
ही तरतीब वार हर खाने म से ह ढू ंढगे। मकान क श ल िजस ह से िमल जावे।
वो ह कु डली म िजस जगह हो वो द त िगना जायेगा। िजस ह का असर इसके
ता
मुत लका मकान म दख े ना हो। उसे बुध क खाली जगह (मकान के दर यान खाली
िव
55
ख़ाना नंबर 2-3-5-6-8-9-11-12 गमी का सबब करने वाले हो सकते ह। सूरज
दन का मािलक तो सनीचर रात का। अगर दन का मािलक सूरज आ तो रात का
मािलक चंदर भी ह।ै गोया राहत व आराम म चंदर व सनीचर का झगङा आ।
सूरज ग़मी ग़मी
1
11
2 12
ग़मी ख़शी ग़मी
4 10
3
ला क ाथ
ख़शी ख़शी
7
5
ल े
ग़मी ख़शी ग़मी
6 8
िक
9
ग़मी ग़मी
जािहरा तो चंदर गैबी ताकत का मािलक ह।ै सूरज जािहरा मदद करता है और
ता
िव
56
ख़ाना नंबर िजसका 10 1 2 3 4 5 6 7 8 9 आगे कोई 10 11 12
सनीचर फल दग
े ा फक र साधू
िनशान ह तादाद म 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 हो तो 22 23 24
अरमान नंबर 97
लाल कताब के फरमान नंबर 58 सफ़ा 32 जुज 3 और फरमान नंबर 97 को
इक ा ही दख
े तो एक ही मालूम ह गे। फ़क िसफ ये है क सफ़ा 32 जुज 3 पर जौ के
िनशान के िलये िलखा है क ''पोरी क जङ'' पर हो और फरमान नंबर 97 म िलखा
है क ''िह सा पर'' िनशान होवे। पोरी क जङ पर िनशान से मुराद है क उस पोरी
ला क ाथ
के िलये जो घर कु डली म मुकरर कया ह।ै चंदर उस घर को दख
े ता ह।ै मसलन
ल े
नाख़ून वाली पोरी को के तु का घर ख़ाना नंबर 6 माना ह।ै अब चंदर इसे दख
े ता है
से मुराद होगी क चंदर ख़ाना नंबर 2 म ह।ै पोरी पर िनशान से मुराद ये है क
िक
चंदर है ही इस घर म जो घर क इस पोरी के िलये मुकरर ह।ै
जायदादी सुख (वालदन
ै ी सुख सागर का तालुक नह )
ता
(ये अरमान नंबर 58 व 98 का िह सा ह।ै)
िव
57
पोरी क जङ और पोरी पर - िनशान क पहचान :- ये िनशान चंदर के आधे
आकार के दो िनशान से िमल कर बनता ह।ै िजस तरफ का
1 c
िह सा बङा होवे। वो तरफ चंदर के ख़तम होने क होगी। यािन
A
इस बङे िनशान क हद के बाद चंदर न होगा या चंदर इस बङे 2 c
A
3 c
िनशान क हदबंदी से पहली पोरी म (इस पोरी क पहली
A
पोरी िजसम क या िजस के िसरे पर क वो बङा िनशान होवे)
होगा।
ला क ाथ
ख़त A - A फरजन बङा खत है और लक र A - C - A छोटी लक र। अब िह सा
ल े
नंबर A1 म (नाखुन वाले िह सा पर) लक र A - A बङी ह।ै या दस
ू री लक र A - C
िक
- A नाखुन वाले िह सा म ही रह गयी ह।ै इस हालत म जौ का िनशान नाखुन
58
अरमान नंबर 99
आम बरताव मुत लका दिुनया व ख़द सा कारा कु डली के ख़ाना नंबर ६ से
दख
े ा जायेगा। ख़ाना नंबर ६ के मािलक ह का इस बात से कोई तालुक नह । इस
घर म दो त ह कु डली वाले के मददगार और दु मन ह इसके बरिखलाफ ह गे।
अरमान नंबर 100
ख़च बचत- चंदर धन सनीचर खजानची होता ह।ै दोन क हालत जेब क
हालत बतायेगी।
आमदन का हाल दख
े ा जायेगा ...ख़ाना नंबर .......................11 से
ला क ाथ
ख़च का हाल दख
े ा जायेगा...........ख़ाना नंबर.....................12 से
बचत का हाल दख
े ा जायेगा ख़ाना नंबर....... 9 से (बजुरग क तरफ का
ल े
ता लुक)
बचत अज जाती कमाई दख
े ा जायेगा ख़ाना नंबर.......................2 से
िक
बचत अज औलाद कमाई दख
े ा जायेगा ख़ाना नंबर ..................... 5 से
खच पर काबू पाना
ता
}
1) बृह पत सूरज मु तरका मगर नेक घर के । बचत ख़द ब
िव
}
1. बुध बृह पत 2. शु बृह पत खच वाहमखाह होता
3. सनीचर सुरज मु तरका ह । मगर साथी वगैरह न ह । जावे आमदन वाह हो
या ना हो।
अगर बृह पत का साथ सूरज या सनीचर म से कसी खच व आमदन महदद
ू
को भी न िमले यािन सूरज या सनीचर दोन म से कोई
एक भी बृह पत क रािश या दो ती वगैरह के तालूक
म न होवे।
} ह गे।
अगर खच घटावे तो
आमदन ख़दबख़द घटे।
बाक बचत वही रह।े जो
मुकरर ह।ै
सनीचर और मंगल जायदाद के मािलक ह। चंदर बृह पत सोने चांदी क दौलत के
मािलक ह।
59
अरमान नंबर 100 B
कजा व जायदाद ज ी म इज़ाफ़ा - औसत जंदगी
ख़ाना नंबर 11 व 12 क तफ़रीक़ का नतीजा होगा। कुं डली म 9 ह से
जीतने ह उ दा (क़ायम या दो त वगैरह) ह इतने िह से नेक और जीतने ह मंदे
उतना िह सा बुरा होगा। दोन क तफ़रीक़ व आख़री औसत का नतीजा फ़ै सला
होगा। मसलन 9 ह से 5 अ छे और 4 मंदे हो तो आमदन ख़च के िलहाज़ से एक
बाक दे जाएगा।
ला क ाथ
9 जमा 5 अ छे ह = 14
9 मनफ 4 बुरे ह = 5 } 14 जमा 5 तक़सीम 2 वा ते औसत दो क
19/2 क 9 ½ ख़द
ल े
बचत आख़री 12 रािश क औसत के िलए 19/2 को 12 पर तक़सीम
िक
कया तो ..................... 19/2 X 1/12 = 19/24
जायदाद ज ी का नतीजा उ के हर 35 साला च र म कर दग
े ा। यािन
ता
िव
}
नेक बदी ख़ाना-नंबर 9 के ह "तोहफ़ा" जो दस
ू र के िलए ज म पर साथ लाएगा
क औसत और ख़ाना नंबर 2 के ह "तोशा "जो आखरी दम अपने साथ ले जाएगा।
60
औसत आमदन माहवार (ख़द जाती)
ऊंच घर के ह-कायम ह या क़ मत के ह के िहसाब से यािन जो
भी सबसे बल होवे। इसके िलहाज सेः-
नाम ह पये कै फ़यत
बृह पत 11 अगर कोई दो ह इक े ह और उ दा तो उन इक े शुदा क
सूरज 10 रकम का मजमुआ होगा। मसलन सूरज बृह पत मु तरका 21
पये।
ला क ाथ
चंदर 9 मंगल सनीचर मु तरका = 18 पये
शु 6 बृह पत सनीचर मु तरका = 21.5 पये
ल े
मंगल 7.5 बृह पत चंदर मु तरका = 21 पये
िक
बुध 3 चंदर सूरज मु तरका = 20 पये
सनीचर 10.5 बुध सूरज मु तरका = 13 पये
ता
रा 8 मंगल चंदर मु तरका = 16.5 पये
िव
61
ऊपर िलखी इ आमदन व ख़च जाती कमाई से होगी। या कजा लाकर या कसी
और ढंग से पया लेकर इस कज से खच करके बाक कु छ बचा जायेगा।
बंद मु ी के अंदर के खान के ह वाला या ख़ाना नंबर 11 म कोई भी नर
ह वाला अपनी जाती कमाई से सब कु छ आमदन खच व बचत करे गा। बाक य के
िलये ये शत न होगी। आरजी उधार को कजा नह िगनते। कजा वो होगा। जो बाबे
ने िलया पोते तक मार करता चला जावे। मंगल सनीचर डाकु ह। जब इक े ह और
िसफ दोन ही ह । जब इनके साथ साधु ह बृह पत का साथ हो जावे। िसवाये
ख़ाना नंबर 2 के बृह पत के तो ''माकू ल आमदन होते ए भी कजाई'' होगा।
खासकर बाप क तमाम ज ी चीज के खतम होने तक।
ला क ाथ
मंगल सनीचर के ख़ाना नंबर 10 म राजा होगा। जब तक कोई और ह
साथी न हो। मगर सनीचर मंगल के प े घर ख़ाना नंबर 3 म िनधन कं गाल होगा।
ल े
जायदाद हो सकती है मगर नकद माल न होगा।
िक
धन दौलत के नामः- ( लाल कताब सफ़ा 298/5 ता 304/20)
1) चंदर मंगल मु तरका े धन होगा। (खासकर ख़ाना नंबर 3 का) और दान
क याण से बढने वाला धन होगा। अगर ये दोन ह ख़ाना नंबर 10-11 म या
ता
िव
62
से ऊपर शाही धन।
हर इक धन रे खा का मुफिसल हाल जुदी जगह िलखा ह।ै ख़ाना नंबर 3 के
दु मन ह या दु मन ह का तखत क मालक यत का जमाना धन हािन, चोरी,
िबलावजह फ़ालतू खचा और नुकसान का सबब होता है और ख़ाना नंबर 11 धन
रे खा क आमदन का होगा या धन रे खा ख़ाना नंबर 11 के रा ते आती है और ख़ाना
नंबर 3 के रा ते चली जाती है या तीसरी पु त पर धन रे खा का रा ता बदला आ
होता ह।ै
माया तेरे तीन नाम - परसू परसा परसराम
ख़ाना नंबर 3 मे धन रे खा का नाम होगा = परसू
ख़ाना नंबर 11 मे धन रे खा का नाम होगा = परसा
ला क ाथ
1 9 5
ख़ाना नंबर(ख़द) (बुजुग) (औलाद) म धन रे खा का नाम होगा = परस राम
खुला तन बंद मु ी के अंदर के घर म कोई ह न हो तो अपने साथ कु छ न
ल े
लाया। सब ही ह बंद मु ी के अंदर ही सब ह ह व तो मद क माया दरखत का
साया इस के साथ ही उठ गया।
अरमान नंबर 101 से 108
िक
ह व रािशय का बाहमी तालूक
नंबर 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
ता
रािश का मेख िबरख िमथुन कक िसहं क या तुला बृ छक धनु मकर कुं भ मीन
िव
मािलक मंगल नेक शु बुध चंदर सूय बुध शु मंगल बृह पत सनी सनी बृह पत
के तू बद रा
ब
बृह
ऊंच सूय चंदर रा पत बुध सनी के तु मंगल शु
रा के तु
नीच सनी के तु मंगल के तु सूरज चंदर रा बृह- बुध
पत रा
प ा घर सूरज बृह पत मंगल चं बृह पत के तु शु सनी बृह पत सनी बृह पत रा
बुध मंगल बद
हफल का मंगल नेक रा सनी चंदर सूरज बुध शु मंगलबद बृह पत सनी सनी बृह
के तू बृह पत या के तू पत
रा
रािश फल रा सनी शु सूरज सूरज सनी बुध बुध
मंगल बृह पत बृह पत के तू
के तू मंगल रा
सनी
63
ख़ाना नंबर 2 का नीच नह होता और ये ख़ाना रा के तु (िसफ दोन ) क
मु तरका बैठक ह।ै िजस के रािशफल का ह नह ह।ै यानी क इस ख़ाना के ह
अपना अपना या अपने अपने कम (पुन पाप का बजाते ख़द अपनी जान से
मुत लका) के करने कराने का ख़द अखितयारी ह।ै
ख़ाना नंबर 5 का ऊंच नीच दोन ही िह से नही होते। अपनी ख़द जाती
िज मानी/औलाद ख़द क क़ मत का ह ह।ै
ख़ाना नंबर 11 का ऊंच नीच दोन िह से नही होते। ये आम दिुनया
मुत लका से क़ मत का लेन दन
े ह।ै
ख़ाना नंबर 8 का ऊंच नह होता। कोई मौत को नह मार सकता। िसवाय
ला क ाथ
चंदर के जो दल क शांित व गैबी मदद वगैरह ह।ै (दिुनया को माता तो इ सान को
ब ा। माता के पेट म ब े क तरह रहने वाला)।
ल े
ख़ाना नंबर 3 का सनीचर हफल म माया धन दौलत नकद से दरू होगा।
िक
मगर जायदाद के िलये मंदा न होगा। अगर जायदाद के िलये मंदा हो भी तो
कािबले उपाय ह।ै
अरमान नंबर 108
ता
िव
64
के िलये या ह को रािश के िलये मान और ये नीच फल क रािश का ह बुरे असर
से मुत लका होगा। या िजस क ( वाह रािश क उस मुत लका ह के िलये कहो
वाह ह के िलये उस रािश के ता लुक से समझो) नीयत बद िगनी जायेगी। हर
इक रािश के कसी खास ह के िलये खास खास ता लुक (बुरा या भला) क और
हरइक ह कसी खास रािश के िलये खास खास ता लुक का मुकरर कया गया ह।ै
इस तरह पर मुकरर कये ए जोङे म से जब कोई ह अपनी मुकरर रािश क
बजाये कसी और ह क ता लुकदार रािश म जा बैठे तो वा ह जो चल कर
ला क ाथ
दस
ू री जगह जा बैठा ह।ै कु डली वाले क क़ मत पर वैसा ही असर करे गा। जैसा
क वो दस
ू री जगह जाकर हो गया ह।ै
ल े
हक ु ी 1- ह त रे खा म रे खा क शाख या रे खा के उतार झुकाव को इ म
योितष म ह ु ी िगनते ह।
िक
2- कु डली के बारह खानो को एक बङे मकान क बारह कोठिङयां फज़ कर। हर
इक ख़ाना क लक र को उस कोठङी क दीवार समझ तो खयाल आयेगा क
ता
िव
कु डली के अंदर के चार खाने चार चार दीवार वाले चार खाने ह। िजस म साथ
ब
लाया आ खज़ाना िगना गया ह।ै बाक 8 खाने िसफ तीन तीन दीवार से बने ए
आधे आधे मकान क तरह क 8 मशलशे ह। िजनम कु डली वाले का आधा आधा
िह सा िगन कर कु ल आठ से आधा या चार पूरे घर और ह। गोया ब े के कु ल आठ
घर हो गये। या पहला घर अपना जनम का िज म और आठवां ख़ाना मौत ह।ै ह
को लै प मािनय। सब कोठिङयो के दरवाजे कसी न कसी तरफ खुलते ए माने
गये है या एक घर म चमकते या जलते ए लै प क रोशनी इस के दरवाजे से दस
ू रे
के अंदर जाती इ मानी गयी ह।ै रोशनी के इस तरह दस
ू रे के घर प च जाने के ढंग
को ह क ु ी (दख
े ना) कहलाती ह।ै लाल कताब सफ़ा 103 क सबसे पहली
और ऊपर क सतर क हरइक ह अपने से सातव (इसी तरह फलाने घर के ह
फलाने घर को 100 फ सदी, 50 फ सदी या 25 फ सदी क नजर से) दख
े ता है से
मुराद है क वो अपने उस घर से अपने से बाद के घर को दख
े ता है या उस का अपने
बैठे ए घर का असर वो अपने बाद वाले म भी प च
ं ा रहा ह।ै
65
मगर ये मतलब नह है क वो अपने से बाद वाले सातव घर के ह के असर को
अपनी तरफ अपने बैठे ए ख़ाना नंबर म ख च कर ला रहा ह।ै ख़ाना नंबर 8 मौत
का घर उ टा दख
े ता ह।ै यािन क वो अपना असर ख़ाना नंबर 2 क तरफ भेजता
ह।ै ये ख़ाना नंबर 2 गो सब के िलये रा के तु क मु तरका बैठक के असर (पाप पुन
का मक़ाम) का मुकरर ह।ै मगर इस नंबर 2 म ख़ाना नंबर 8 से आने वाले असर म
तमाम पापी ह (रा के तु के इलावा सनीचर) का जुज भी शािमल ह।ै
रािशय के बगैर िसफ ह से ही हर खाने का असर दख
े ने का ढंग
ला क ाथ
दख
े लो क हर एक ह कै सा ह।ै वाह वो कु डली के कसी भी खाने म
हो। जैसा उस बैठे ए ह का कु डली के िहसाब से होगा। वैसा ही उस का असर
ल े
(इस जगह दये ए ख़ाना नंबर पर होगा) फरजन बृह पत शु कु डली म र ी ह
तो इस न शे के मुतािबक ख़ाना नंबर 2 पर भी इन का र ी असर होगा।
िक
नंबर1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 कै फ़यत
बुध बृह पत बुध बृह पत बृह पत बुध शु मंगल बृह पतसनीचर सनीचररा हर ख़ाना नंबर म
ता
िव
बृह पत का साथ
इस जगह दये ए
सनीचर मंगल
सूरज मंगल सनीचर
के तु शु
ब
ह का जुदा जुदा
असर दख
े गे। जैसा
भी वो असर होवे
वैसा ही इस ह का
दये ए खाने
पर का होगा।
66
नही ह।ै वो ये ह।
}
दख
े ता है ख़ाना नंबर 3-9 को बुध के ह क अलैहदा ही कहानी है जो जुदी
दख
े ता है ख़ाना नंबर 6-12 को िलखी ह।ै खुलासतन नंबर 3 से नंबर 9 को
दख
े ता है ख़ाना नंबर 8-2 को दख
े ता आ बुध या नंबर 9 म बैठा आ बुध। नंबर
12 से नंबर 6 को दख
े ता आ बुध। सब ही ह का फल बेमायनी कर दत
े ा ह।ै वाह
वो तमाम एक तरफ और बुध अके ला ही मुकाबला पर वाह वो इसके दो त ह या
दु मन। वाह वो इस के साथ ही ह या उस से अलैहदा मुकाबला पर।
ख़ाना नंबर 8 पीछे को दख
े ता ह।ै इसी असूल पर नंबर 8 ने नंबर 2 को
ला क ाथ
दख
े ा और नंबर 2 ने नंबर 6 को तो नंबर 8 का असर नंबर 6 म 25 फ सदी होगा
और नंबर 6 ने नंबर 12 को दख
े ा तो नंबर 8 का असर नंबर 12 म चला गया या
ल े
नंबर 8 अपना असर नंबर 12 म 25 फ सदी डालता ह।ै अब नंबर 2 म 100
िक
फ सदी नंबर 8 का असर िमला है और नंबर 12 म 2-6 क मारफत 25 फ सदी
नंबर 8 का असर िमला होता ह।ै गोया नंबर 2 दख
े ता है 25 फ सदी नंबर 12 को।
ता
100 फ सदी और अपने से बाद के सातव को दख
े ने का फक
िव
67
खांड (एैसी िमलावट को बुध क िमलावट कहते ह) और इस पहले घर वाले ह का
वही असर रहग
े ा। जैसा क वो पहले घर म था। मगर जब कोई ह अपने से बाद के
सातव को दख
े े तो न िसफ दख
े ने वाले ह का असर उस घर म ( ह म नह ) एैसे
िमला आ होगां जैसे एक टांग कटे आदमी को दस
ू री टांग लगा दी गयी। (दो चीज
का इक े होकर काम करना। मगर अपने अपने वजूद को न छोङना ये िमलावट
मंगल क कहलाती ह)ै बि क इस पहले घर वाले ह का असर बाद वाले के िलये
िब कु ल उ ट होगा। यािन अगर पहले घर वाले का पहले घर म नेक असर था तो
ला क ाथ
बाद के घर म िमलने के वकत वो पहला असर अगर नेक था तो बाद वाले के िलये
बुरा ही होगा। मगर पहले का ख़द अपने िलये जैसा क वो होवे वैसा ही रहग
े ा।
ल े
" ह का असर ह म'' और '' ह का असर दस
ु रे ह के घर म'' और इन का
फकः-
िक
1) पहले घर के ह का असर बाद के घर के ह म िमल जाने से मतलब ये
होगा क पहले घर के व बाद के घर के ह का असर एक ही हो गया या बाद के घर
ता
िव
68
िलये बदल दया या बाद के घर के ह के िलये वो ख़ाना नंबर ही कसी और असर
का हो गया। यािन उन ह ने अपना अपना पहला असर इस घर क तमाम चीज
पर बदल कर दया। जब ह से ह िमला था तो अमली तौर पर ये फक आ था क
पहले घर के ह ने बाद के घर के ह के असर को बदला था। यािन बाद के घर का
असर िजस म क वो ह िजसका असर क बदला गया बैठा था। िसफ अपना ही
बदला आ असर इस ख़ाना क िसफ उन चीज पर कया जो चीज क उस असर
बदला जाने वाले ह क और उस घर क िजस म बैठा आ...... क वो असर म
बदला जाने वाला ह था थ । अगर ब त ह ह तो उन ह ने िजन का असर
ला क ाथ
बदला गया अपने बदले ए असर का सबूत िसफ उन ही चीज पर दया जो चीज
क उस खाने क उन ह से मुतलका ह । मसलन बुध व शु दोन ही का प ा घर
ल े
ख़ाना नंबर 7 ह।ै िजसम ऊपर से ख़ाना नंबर 1 का असर िमल सकता ह।ै फज कर
िक
क ख़ाना नंबर 1 म है सूरज और नंबर 7 म ह शु बुध। अब सूरज का असर दोन
म िमल गया। यािन शुं व बुध दोन ही सूरज क तरह चमकने लगे और सूरज का
ता
असर नंबर 7 वाल के िलये अपना पहले घर म ऊंच हालत का होने क बजाये उ ट
िव
69
सातव क ु ी असर करे गी बाद के घर पर िजस क वजह से उस घर का जो ह
उस कु डली वाले का जैसा भी ता लुकदार होवे । उस पर असर दग
े ा। मगर
कु डली वाले पर सीधा असर न होगा। मसलन बाद के घर म सातव िमलावट क
हालत म शु है तो असर होगा बाद के घर का शु पर उ ट कर या औरत जात के
ता लुकदार या कु डली वाले के ससुराल वगैरह पर अपने असर का उ टा
असर.....होता होगा। अगर पहले घर का कु डली वाले को मंदा फल िमल रहा है
तो उस मंदे फल का उ ट अ छा फल िमलता जायेगा। कु डली वाले के उस ह के
मुत लका र तेदार को जो बाद के घरो के ह से कु डली वाले के साथ संबंध हो।
ला क ाथ
यािन मंगल हो तो भाई बुध हो तो बिहन वगैरह।
रा के तु बाहम बराबर भी ह दो त भी है और एक दस
ु रे के सातव रहने के
ल े
असूल पर दस
ू रे का असर उ टाते भी ह।ै वो कब कबः-
सूरज या चंदर के साथ रा सूरज या चंदर के साथ तो
ख़ाना नंबर क चीज पर
िक
रा का असर
के तु का असर
होवे के तु होगा
के तु से ख़द ख़द रा से ख़द ख़द
बाहमी असर सूरज का चं का बाहमी असर सूरज का चं का
ता
ता लुक असर असर ता लुक असर असर
िव
रािश
-
ख़ाना नंबर क चीज का ख़द रा का मुक मलअसर फरमान नंबर 177 म िलखा ह
1 दो त फल नेक नेक 7 दो त म म बल
ख़ाना नंबर क चीज का ख़द के तु का मुक मलअसर फरमान नंबर 179 म िलखा ह
ब
बैठक बैठक नेक उ
2 बराबर हर दो
रा -के तु
िन फ़ नेक 8 बराबर ३ पापी
ह
िन फ़ िन फ़ सुख
3 उं च - नेक नेक 9 उं च - नेक नेक
4 दो त - नेक िन फ़ 10 दो त रािश
फल म म िन फ़
5 बराबर - नेक नेक 11 बराबर - िन फ़ िन फ़
6 उं च - नेक नेक 12 उं च - नेक म म
7 दो त रािश िन फ़
फल
बैठक
बल 1 दो त
नेक उ
- नेक नेक
8 बराबर तीन
पापी ह
नेक िन फ़ सुख 2 बराबर बैराठक-के तु िन फ़ नेक
9 नीच - हण हण 3 नीच - िन फ़ िन फ़
10 दो त - म म िन फ़ 4 दो त रािश
फल
नेक िन फ़
11 बराबर - नेक िन फ़ 5 बराबर - नेक नेक
12 नीच - हण िन फ़ 6 नीच - िन फ़ हण
घरका - बल म म घर का - बल बल
70
रा के तु के अपने से सातव के ता लुक के िलये अरमान नंबर 176 भी दख।
सूरज/चंदर हण रा के तु क नीच हालत म (जब दोन ही नीच) हण
होता है और हण क याद ( हण का सा अंधेरा) रा क 2 साल के तु क 1 साल
दोन इक े ह तो 3 साल यादा से यादा होगी।
य क हो सकता है क सूरज हो ख़ाना नंबर 12 म चंदर हो ख़ाना नंबर 6म
और रा भी हो ख़ाना नंबर 12 म }और के तु भी हो ख़ाना नंबर 6 म }
मंगल बदः- मुफिसल जुदी जगह िलखा ह।ै ये ह हर तरह से जािलम और ू र
होता ह।ै (वासते जान व उ और दौलत व धन सब के िलये मंदा)।
मंगलीकः- िसफ ख़ाना नंबर 4 का मंगल मंगलीक होगा। मां, नानी, सास, जनानी
ला क ाथ
औरत क उ पर हमला करता ह।ै मगर धन दौलत पर हमला नह करता। मंगल
बद क तरह।
ल े
मु तरका असर क िमकदार
िक
अरमान नंबर 109
कायम हो या
दखेता होवे
हर-दख
े ा जानेवाला या दस
ू रे हमसाया(मु तरका होने वाले) हक ताकत होगी
ता
बृह पत सूरज च शु मंगल बुध सनीचर रा के तु
िव
71
िमकदार और नीचे का जुज दख
े ने वाले ह क ताकत से मुराद होगी।
िमलावट का ता लुक)
अंधेरा (सनीचर का) मान कर इस म सूरज क रौशनी मानी गयी ह।ै बृह पत जो
दोन जहान का मािलक ह।ै सूरज - सनीचर दोन के साथ होता आ माना ह।ै
72
होती है और रोशनी म भी आ करती ह।ै मसलन शीशे का एक ब स हो तो इस के
अंदर खाली जगह म भी हवा होगी और बाहर उस बकसे के भी हवा होगी। बुध का
शीशा अंधेरे को भी और रोशनी को भी दोन तरफ अंदर बाहर होने दे दग
े ा। मगर
वो शीशा या बुध कभी हवा को अंदर से बाहर या बाहर से अंदर न जाने दग
े ा। यही
दु मनी बुध क होगी बृह पत से या बुध के आकाश क खाली जगह म क़ मत को
जािहर करने वाला ब ा सूरज या सनीचर को जुदा जुदा और इक े ही होने हवाने
क इजाजत बुध क ताकत से दे दग
े ा या बुध का शीशा ही बृह पत के दोन जहान
ला क ाथ
म गांठ लगा दग
े ा और ये गांठ ही ह है या ये आकाश ही सब के िलये इक ा गांठा
आ मैदान है या यही अक़ल और बुध सब तरफ गांठे लगा रही ह।ै
ल े
अरमान नंबर 113
िक
लाल कताब सफ़ा 114 पर दी इ फ़े ह र त के नंबर 8-9 पर रा के तु का
िजकर है और नंबर 6 पर बुध का। गौर से दख
े तो मालूम होगा क रा ख़ाना नंबर
ता
12 म घर का मािलक ह भी िलखा है और ख़ाना नंबर 12 म ये नीच भी िलखा ह।ै
िव
73
या दम घुटजाने या घट जाने पर नतीजा मंदा होगा। इसके बरिखलाफ अगर रा
को बुध के खाली आकाश म खुला ही मैदान िमलता जावे मगर वो ख़ाना नंबर 12
के माने ए आकाश क बजाये बुध के खाली आकाश म ही हो तो रा का फल
उसका अ छा बि क उमदा असर दग
े ा या रा को बुध का घर ख़ाना नंबर 6 या
बुध का साथ िमले तो नेक असर दग
े ा। रा है भी बुध का दो त। इसिलये दोन के
बाहम साथ से दोन का फल उमदा होगा या दोन ही ख़ाना नंबर 6 म ऊंच फल के
और दोन म से हर इक या दोन ही ख़ाना नंबर 12 मे मंदे फल के ह गे। रा को
ला क ाथ
फज तौर पर अगर आसमान माने तो ये फज दीवार बृह पत को साफ कह दग
े ी
क एै बृह पत तू मेरे ऊपर गैबी जगह (दस
ू री दिुनया) या मेरे नीचे इधर इ सानी
ल े
दिुनया म एक ही तरफ रहो। गोया रा ने बृह पत को दो जहान म से िसफ एक ही
िक
तरफ कर दया या रा के साथ पर बृह पत दोन जहान म से एक तरफ के िलये
वो (बृह पत) चुप ही िगना जायेगा।
ता
के तु - जब बुध के साथ हो तो या वो बुध के घर ख़ाना नंबर 6 म हो तो नीच
िव
74
ख़ाना नंबर 8 म मंगल सनीचर क बुरी नजर को ख़ाना नंबर 2 का मािलक
बृह पत दख
े कर ही पहचान लेगा। मगर बोलेगा नही। इस बुरे नजर के असर को
बृह पत जब ख़ाना नंबर 2 से ख़ाना नंबर 6 के मािलक के तु के हां भेजेगा तो वहां
बुध भी होने से के तु बोल कर (बुध क ताकत) बता दग
े ा। (कु े को मौत के यम
नजर आ जाने पर कु ा पहले ही बोल कर बता दग
े ा) हाथी रा का िज म है तो
इस का सूंड बुध ह।ै शु अगर के तु का िज म है तो बुध इसक टेढी दम
ु ह।ै
रा जब बृह पत के घर या बृह पत के साथ हो तो नीच फल का होगा।
के तु जब बुध के साथ या बुध के घर हो तो मंदे फल का होगा।
ला क ाथ
बुध िजसे कु े क दम
ु माना ह।ै जब के तु से अलैहदा ख़ाना नंबर 12 म हो
तो वो ख़ाना नंबर 6 के सब ही ह को र ी कर दग
े ा। वाह वो बुध के दो त ह
ल े
वाह वो बुध के दु मन।
ह क अपनी रािश - हर ह अपनी मुकरर रािश म नेक फल दग
े ा बेशक
िक
इसक वो रािश कसी दस
ु रे ह का प ा घर मुकरर हो चुका ह।ै मसलन-
रािश कस ह क कौन से ह का प ा इस रािश नंबर म कस ह का
ता
नंबर रािश है घर मुकरर हो चुका है फल नेक होगा।
िव
75
बुध मंगल बद मंगल नेक शु चंदर सूरज बृह पत
76
अंडा मैना लड़क पांव क खरािबयाँ
ला क ाथ
बकरी घास हरी दाल मसूर औरत हरदो मुह बत लाल गाय कताब दम
7
खेती क ज़मीन
ल े
भोड़ी गाय पहला लड़का गाय सफ़े द हानी नु स क मज मेढ़क
नज़र बद वाला
फू ल टू टा आ ब े का जनम लेना समंदर िमग क बीमारी अफ़वाह
8
हर तरह से स ज़ कदमा
राग आलू रथ गाड़ी नकारा ख क
दीमक बाज़ू के बग़ैर िज म गैबी मदद या आमदन
चमगादड़ स ज़
िक
मं दर मि जद गु -
9
मगरम छ सांप
िब छू मौत तालु
माश सालम
मकान काले
गाय च रं द
सनीचर
याह रं ग
सुरमा
कौआ
लोहा
क ड़े
बज़ रआ दौलत छत
सरस ससुराल
पूरा याह कु ा
मािलखौिलया झोला
ठोड़ी नाना नानी
गंदी नाली गक
ु ा ज़बान का
औलाद का सुख
नीलम
क ा धुआं
वाब
का खोपड़ी
रा
तदव
ला क ाथ
तदव
ल े िचड़ा परदश
ू रा लड़का
पेशाब गाह
इमली ितल
रीढ़ क ह ी
दो रं गा कु ा
े
गधा सूअर
के ला फोड़े
सुनना
के तु
चूहा
कान
िक दस
ता
पहला लङकाः- औलाद म सबसे पहला ही लङका इकलौता लङका कहलाता ह।ै
िव
मगर औलाद म लङक के बाद का लङका मगर लड़को मे पहला लङका होगा
ब
पहला लङका।
ह क िनशानी - हर ह अपना असर अपनी मुतलका चीज से अपना असर
जािहर कर दग
े ा। नर ह नर पर और ी ह ी जात पर असर करगे। ी ह
(चं शु र) मय बुध के साथ जब नर ह ह व नेक फल होगा।
इ सान क उ और ख़ाना नंबरो क उ का 100 साला च र का फक
इनसान क उ खतम हो या न हो मगर ख़ाना नंबर क उ खास वकत तक
मुकरर ह। जो मुकरर वकत पर खतम िगनी जायेगी। इ सानी उ के िलये सनीचर
के हाल म लाल कताब सफ़ा 316 ता 321 मुफिसल िलखा है और ख़ाना नंबर क
उ लाल कताब सफ़ा 321 के हाथ के खाका के हािसया म दी इ ह।ै यािन-
खाने क उ 100 75 90 85 औलाद 80 85 मौत बुज़ग 90 धम अ थान 90
ख़ाना नंबर 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
77
फक ये है क कसी श स क 120 साला उ ही हो जाये या हो जाने वाली मालूम
होती होवे तो इस के िलये हरएक ख़ाना क चीज का यादा से यादा अरसा िसफ
मगर कसी दस
ू रे का इस पर या इसम कोई असर न हो रहा हो) तो वह अपनी कु ल
ब
उ तक असर दत
े ा रहग
े ा या इस क उ होगी ख़ाना नंबर 5 लाल कताब सफ़ा
तो उसके असर के िलये लाल कताब सफ़ा 116 ख़ाना नंबर 3 म दये ए साल
शािमल होगा।
78
दौरा असर का शु दरिमयान आिख़र ह का असर का शु दरिमयान आिख़र
ह का व त दौरा व त
बृह पत6 दर यान के तु बृह पत सूरज बुध 2 यकसां चंदर मंगल बृह पत
हो। यादा से यादा िसफ दो दफा ही महादशा आ सकती ह।ै अगर कसी िपतरी
ब
ऋण या बजुरग के पाप के सबब से एक महादशा का ह अपनी याद उ के 35
साला च र के आखरी 35 व साल खतम हो और इतफाकन दस
ू रा महादशा का
ह उ के दस
ू रे 35 साला च र के शु साल से ही जारी हो जावे तो पहली
महादशा का आखरी साल और दस
ू री महादशा का पहला साल या दोन का
दर यानी साल दो दफा िगना जायेगा यािन महादशा का कु ल अरसा दोन
महादशा के मजमुआ से न िसफ एक साल कम होगा बि क पहली का आखरी साल
और दस
ू री का शु वाला साल या दर यानी साल वाह वो दोनो महादशाय
लगातार ह वाह दर यान म कु छ फक दक
े र ह वे। साफ साल होगा या दर यानी
साल महादशा का तो न होगा। मगर याद म िसफ़ िगना जायेगा या वषफल के
िहसाब और रािश नंबर के ह बोलने के िहसाब से कोई एैसा ह आ जावे जो
महादशा वाले का दु मन ह हो तो पहली महादशा का आिखरी साल भी साफ
साल होगा। मसलन शु क महादशा होती है 20 साल । जब एैसी
79
हालत वाली दोन ही शु क महादशा आ जावे तो दो दफा क 20 साल के
िहसाब से कु ल 40 साल के अरसे से एक साल कम या 39 साल का कु ल जमाना
दोन महादशा का होगा और दर यानी 20 वां साल साफ साल होगा। सबसे
लंबी महादशा है भी शु क ही। इसिलये माना है क सारी उ म कसी श स का
बुरे से बुरा जमाना 39 साल ही जयादा से जयादा हो सकता ह।ै िजसके दर यानी
साल को महादशा का साल न िगनेग। कु डली म महादशा वाले ह क दो
हालत- 1) जब कसी ह के ''बराबर के '' ह र ी ह । मगर वो ख़द र ी न हो।
ला क ाथ
ले कन वषफल के िहसाब से वो िजस साल तखत का मािलक बने और उ के साल
ल े
के िहसाब से रािश नंबर के ह बोलने पर वो ख़द भी र ी हो जाये तो िजस दन से
वो कु डली के रािश नंबर के ह बोलने के टकराव पर ख़द र ी आ। उस दन से
िक
वो महादशा म हो गया माना जायेगा। बेशक वो तखत पर पहले ही आ चुका हो।
2) जब कोई ह कु डली म ख़द भी र ी होवे और उस के बराबर के ह भी र ी ह
ता
िव
80
आम असर जैसा भी क उस का कु डली म मौका के मुतािबक इस खास खास
िपतृ ह
महादशा का :-
10 बृह पत
चंदर
ह
मंगल
सूरज
के तु
रा
11 शु
}
उ
साल
आम तबदीली
हालत
1
2
3
4
5
6
7
8
9
81
कु डली म अपनी अपनी जगह ऊंच फल के ही या उस महादशा वाले के ''साथी
ह'' या उनके साथ ही एक ही ख़ाना म कयूं न ह सो जाया करते ह। यही हाल
दो त ह का होगा। जो िसफ मातम पुर ती करके चले जाया करते ह। ले कन ख़द
बुरा नह करते और न ही महादशा वाले का मंदा फल अ छा करते ह। महादशा
वाले के िलये इसके महादशा के जमाने म जखम पर नमक डालने का असर करते
ह।
महादशा के असर के वकत महादशा वाले ह का कु डली के िसफ उस
ख़ाना नंबर का िजसम क वो ह बैठा हो और इ ह चीज पर जो चीज क उस ह
ला क ाथ
(महादशा वाले) क उस बैठे ए ख़ाना क मुतलका ह पर मंदा असर होता ह।ै
''बराबर के '' ह का जो महादशा वाले के महादशा शु होने के वकत उस
ल े
महादशा वाले के लंये सो जाते ह। सोया आ असर भी िसफ उन ही चीज से
िक
मुतलका होगा जो क वो बराबर के ह उसे दे सकते थे उस खाने/उन खान के
िहसाब से िजस म क वो महादशा वाला ह और वो बराबर वाले कु डली म बैठे
ह । यािन क अगर महादशा न होती तो जो असर उनका हो सकता था। वो अब
ता
िव
82
म िलखी गयी ह)ै क क़ मत बि क उ तक बेमायनी होगी और बािलग के िलये ये
धोका इस ह का जो उ के िहसाब से मालूम होता होवे रािशफल का होगा। यािन
शक का फायदा उठाया जा सकता ह।ै
धोके के ह का ध ा
िजस तरह से उ का पहला 35 साला च र जब दब
ु ारा आता है तो अपने
पहले दौरा के बुरे ह के असर म तबदीली कर दया करता ह।ै उसी तरह ही ये 12
साला धोके का च र महादशा के जमाना म और उ आम के जमाना म (हर ह
ला क ाथ
क महादशा के साल के अरसा का उ से टु कङा) जब दस
ू री दफा (एक ही ह का
दस
ू री दफा धोके का साल) आवे तो सोये ए ह के असर को जगा दया करता है
ल े
और तबदीली हालात कया करता ह।ै वाह भली तरफ हो वाह बुरी तरफ। िजस
िक
का उपाय फरमान नंबर 23 लाल कताब सफ़ा नंबर 10 पर िलखा ही आ ह।ै
धोके का 12 साला च र
ता
सूरज चंदर के तु मंगल बुध शनीचर रा मौत िपतरी बृह पत शु र रािश
िव
ह खम
ब
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24
25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36
37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48
49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60
61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72
73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84
85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96
97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108
109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120
तरीका इ तमाल जुदा िलखा ह।ै
83
ऊपर िलखा आ च र दख
े ने का ढंग
महादशा के वकत वाह कसी भी ह क हो। यादा से यादा 1 से 40 तक
हद
ं से उसी तरतीब से िलख लगे। िजस तरह क ऊपर क फ़े ह र त म दखलाये ह।ै
गोया 12 खान म हद
ं से िलखे मौजूद ह।ै मगर ऊपर इन खान क पेशानी पर
ह के नाम न िलख। अब िजस ह क महादशा शु होवे। पहली दफा या पहली
ही महादशा वाले ह का नाम एक के हद
ं सा वाले ख़ाना के ऊपर िलख द और
बाक ह को न शा म दी इ तरतीब से यािन सूरज के बाद के खाने म चंदर के
ला क ाथ
बाद के खाने म के तु वगैरह। अब िजस हद
ं से क पेशानी पर कोई ह िलखा आ
होगा वो साल उस धोके वाले ह के असर का महादशा के महादशा के साल म
ल े
तबदीली हालात का होगा। महादशा म पङा आ वाह कोई भी ह हो। ले कन
अगर दो महादशा लगातार एक के बाद दस
ू री शु हो जाव तो दोन के दर यान के
िक
साल वाले हद
ं सा के ह का असर िब कु ल न होगा। ले कन बाक य का बद तूर
होगा। यािन क महादशा िगनी तो पूरे साल ही जायेगी। मगर दर यानी साल
ता
िव
84
म कस कस ह के धोके का साल है मालूम करना है तो िजस जगह अब हद
ं सा
नंबर 1 िलखा ह।ै वहां उ का वो साल नंबर िलख दव
े । िजस साल क महादशा
शु इ और महादशा मजकू रा क याद के बराबर हद
ं से उ के साल के
तरतीबवार िलख कर उ के साल का साल नंबर दख
े ल। इस दये ए न शे म तो
महादशा क याद के साल नंबर है यािन हद
ं सा नंबर 1 से मुराद है क महादशा
का पहला साल। हद
ं सा नंबर 2 से मुराद है महादशा का दस
ू रा साल। फरजन
कसी क 23 साला उ म शु क महादशा शु ई तो जहां अब नंबर 1 का
ला क ाथ
हद
ं सा िलखा है वहां 23 का हद
ं सा िलखा तो नंबर 2 क जगह 24 वां हद
ं सा उ
के साल का हो जायेगा या इस तरह हद
ं से िलख लेने पर उ के साल म महादशा
ल े
क याद का हर इक साल नंबर मालूम हो जायेगा।
पहली महादशा शु के 20 व साल खतम इ और दस
ू री भी 20 व साल
िक
शु इ। गोया 20 वां साल दोन महादशाय का दर यानी साल आ। ये
दर यानी 20 वां साल। असर दख
े ने के िलये िमटा ही दया। यािन इस 20 व साल
ता
िव
85
ह िगने जायगे। यािन िसफ वही दु मन ह जो शु के सामने लाल कताब सफ़ा
105 फरमान नंबर 119 क फ़े ह र त म दु मन के खाने म िलखे ह।ै बाक जो ह
रह गये वो बृह पत व मंगल ह जो शु के बराबर के ह। वो चुप या सो गये िगने
जायगे और सनीचर बुध के तु तीन शु के दो त ह। वो िसफ मातम पुर ती करके
चले जाएंगे।
दस
ू री तरफ तखत का मािलक ह व रािश नंबर बोलने वाले ह का
मु तरका असर भी साथ होगा। महादशा का 11 वां साल शु के िलये महादशा के
ला क ाथ
जमाना म रयाायती साल होगा। ऊपर क न शा क पेशानी के खाने रािश
खतम- मौत-िपतरी ह का मतलब ये होगा। कः-
ल े
1) मौत - इस श स के ख़ाना नंबर 8 म जो ह ह वो िगने जायगे। उन साल क
हद
ं सा क पेशानी पर जहां क ल ज़ मौत िलखा ह।ै अगर ख़ाना नंबर 8 इस श स
िक
क कु डली का खाली हो तो ल ज़ मौत के खाने के नीचे िलखे ए हद
ं स वाले
साल धोके के साल न ह गे और अगर ख़ाना नंबर 8 (बमूजब जनम कु डली) कोई
ता
िव
86
फरजन उ जारी के साल धोके क फ़े ह र त म है बुध। उधर वषफल के िहसाब से
उ के जारी साल का ह या रािश नंबर के िहसाब से जारी उ का ह भी बुध ही
आ जावे तो बुध धोके का ह होगा। यािन अगर एक ही साल म वषफल का ह या
रािश नंबर बोलने का ह और धोके क फ़े ह र त का ह एक ही हो जाव तो वो
ह आम उ के िलहाज से धोके का ह होगा।
(1) और अगर आम उ म धोके का ह और महादशा क फ़े ह र त का
धोके का ह एक ही हो जावे तो वो ह मौत तक क नौबत के िलये धोका दे दग
े ा।
(2) धोके के ह का ज री नह क नीच ह ही होवे। सबसे ऊंच होता
ला क ाथ
आ भी हर इक ह धोके का ह िगना जाता ह।ै वाह वो लाख ऊंच हालत का ही
यूं न हो।
ल े
नाबािलग क हालत म या नाबािलग रहने के दन तक ये धोका हफल
िक
का या प ा धोका होगा और उ ही खतम कर दन
े े तक हो सकता ह।ै मगर बािलग
क हालत या बािलग होने के दन से ये धोका रािश फल का (यािन कािबल उपाय)
ता
होगा। मगर हर दो हालत म धोका होगा ज र। वो कस बात म? हर इक ह के
िव
87
के वकत ख़ाना नंबर 1 से मुराद बैसाख का महीना लगे। िजसके बाद दस
े ी नाम के
बारह महीने ह गे। यािन नंबर 1 बैसाख 2 ये 3 आषाढ़ 4 सावन 5 भाद 6
अ सूज 7 का तक 8 म धर 9 पोह 10 माघ 11 फा गुन 12 चेत तरतीब वार ह गे।
फर दस
े ी महीन के मुतािबक अं ेजी तारीख भी दख
े ी जा सकती ह।ै साल और
महीने के बाद खास दन के िलये इसी न शा म िसफ़ 1-32 तक हद
ं से िलख कर
नंबर 1 के हद
ं सा वाले खाने पर जनम दन अरमान नंबर 9 का ह िलख कर
तमाम ह पूरे कर ल।
ला क ाथ
धोके के च र क याद एक साल होती ह।ै मगर इस एक साल म से भी
ल े
आगे पूरा वकत दख
े ने के िलये हर इक ह के तखत के मालक यत के जमाने के दौरा
म इस के शु दर यान व आिखर पर के दस
ू रे सािथय का ता लुक भी दख
े ल। जो
िक
क अरमान नंबर 113A म दज ह।ै
महादशा दरअसल कसी ह के कसी एक खास िह सा क ताकत के सो
ता
िव
जाने से मुराद होती ह।ै िजस तरह क तमाम िज म से कोई अंग नाकारा हो जावे।
ब
कसी ह का कु डली के 12 ही खान के असर का सो जाना ह के न हो जाने से
मुराद होती ह।ै
महादशा के जमाना म महादशा वाले ह पर इसके दु मन ह का असर
इस ह क अपनी मुतलका रे खा का यकायक टू ट जाना या मौत क िनशानी होती
ह।ै महादशा के जमाना म महादशा वाले ह से इस के दो त ह का मातम
पुर ती के िलये ही आ िमलना इस ह का अपनी मुतलका रे खा खतम होने से पहले
ही दस
ू री रे खा का शु हो जाना होगा। यािन वो मौत क िनशानी होते ए भी उ
व जंदगी का मािलक होगा। बि क तबदीली हालात क िनशानी होगी।
दो ह क महादशा - अगर कसी वकत दो ह महादशा के मालूम होते
ह तो जो उन दोन म से र ी हो जाएगा वो महादशा का होगा।
मशनुई ह और असल ह के टोले म से मशनुई हालत
88
वाल से जो र ी होगा वो महादशा का होगा। मसलन सूरज और मशनुई सूरज
(शु बुध) दोन ही टोले श हो जाव तो मशनुई िह से का जुज यादा र ी होवे
तो वो महादशा का होगा।
कायम ह या दरुसत और नेक बुिनयाद का ह - कभी महादशा का न
होगा और हर ह जहां क वो रािशफल का ह।ै (अरमान नंबर 6 नीच कहलायेगा।
मगर महादशा का न होगा। य क कािबल उपाय ही हो चुका ह।ै)
महादशा म कौन कौन से ह कतने कतने साल सोये ए ह गे।
ला क ाथ
महादशा बृह पत सूरज चंदर शु मंगल बुध सनी रा के तु
का ह
ल े
सनीचर मंगल बृह पत बृह पत शु बृह पत बृह पत बृह पत बृह पत
6 बद 6 2 6 1 6 16 8 6
ह जो सो जायगे
सनीचर के तू 3 1
ब
6 मंगल
6
कु ल साल 15 6 10 20 7 17 19 18 7
ऊपर क फ़े ह र त म िजस तरतीब से ''बराबर के ह'' िलखे ह। वो उसी
तरतीब से एक के बाद दस
ू रा सोते ए होते चले जायगे। िजन ह के सामने कोई
हद
ं सा नह िलखा गया वो ह िनरप िगने जायगे।
बृह पत- क कु ल महादशा 16 साल होती ह।ै मगर इसक महादशा के
जमाना म सो जाने वाले ह के िमजान कु ल 15 साल ह।ै ये एक साल का फक
बृह पत अपनी महादशा के वकत बहस
ै ीयत गु अपना जाती असर के िलये रखा
करता ह।ै जो इसक महादशा का शु होने का ही साल होता ह।ै या यूं कहो क
बृह पत क महादशा के कु ल 15 साल मंदे और 16 साल
89
कु ल म से महादशा का पहला ही साल बृह पत क अपनी मज का होता ह।ै इसी
तरह ही बृह पत हर एक सोने वाले ह का पहला साल भी दस
ू रे ह क तरफ से
ख़द बृह पत क गु यायी के िलये रख लेता ह।ै िजसम भी बृह पत का अपनी मज
का फल होगा। इस तरह पर 16 साला महादशा के अरसा के साल म बृह पत का
ख़द अपना अख यार कस कस साल आ।
बृह पत क महादशा के वकत सो जाने वाले ह सनीचर 6 साल रा 6
साल और के तु 3 साल यािन बृह पत क महादशा के वकत तमाम पापी ह 15
ला क ाथ
साल क याद के होते ह।ै बृह पत क महादशा शु होवे तो उस महादशा का :-
साल नंबर 1 पहला- बृह पत ख़द अपनी गु यायी का ले गया।
ल े
(2-3-4-5-6-7)
}
सनीचर के 6 साल म से सनीचर का पहला मगर बृह पत का
दस
ू रा साल बृह पत सनीचर से गु दान का ले गया।
िक
}
रा के 6 साल ये आठवां साल है बृह पत क महादशा का मगर
(8-9-10-11-12-13) म से रा का होगा पहला साल। बृह पत रा से गु दान
ता
िव
90
महादशा के वकत म कन कन ह पर महादशा का असर न मानगे।
महादशा म होवे तो कौन कौन से ह बद तूर ह गे।
बृह पत िसवाये पापी ह के सब और ह बद तूर ह गे।
सूरज िसवाये मंगल बद के बाक और सब ह बद तूर ह गे।।
चंदर बुध शु सूरज रा के तु
शु सूरज चंदर रा के तु
मंगल सूरज चंदर बृह पत के तु बुध रा नदारद
ला क ाथ
बुध सूरज चंदर शु रा के तु नदारद
सनीचर सूरज चंदर मंगल बुध शु रा ।
ल े
रा सनीचर बुध के तु सूरज नदारद।
के तु चंदर शु मंगल रा सूरज नदारद व बुध नदारद
िक
महादशा का असर ह मुतलका क चीज के असर के ज रया भी जािहर
और सबूत दे दत
े ा ह।ै
ता
िव
91
}
पाप रा ः- परसा चलाने वाला परसू मगर परसे कु हाङे का साथ न होगा।
के तुः- िसफ खाली परसा या परसा कु हाङा। कु हाङे वाले का साथ न
होगा।
}
पापी सनीचर:- परशराम। परसू परसा दोन क जमा यािन कु हाङा व
कु हाङे वाला दोन ही इक े।
नेक व बद }
मंगल के दो िह से सूरज बुध (नेक) के तु,
सूरज सनीचर (बद) रा , } शु होता ह।ै
सूरज सनीचर (रात दन इक े ही) खाली बुध होते ह।ै अगर बुरी खासीयत म ह
तो रा नीच या मंगल बद होगा।
ला क ाथ
असरः- मशनुई बनावट के ह का असर खास खास बात का होगा।
मशनुई बृह पत औलाद क पैदाइश का मािलक होगा।
ल े
मशनुई सूरज सेहत का मािलक होगा।
मशनुई चंदर वालदन ै ी ख़ून (नतफा) का ता लुक
िक
मशनुई शु दु यावी सुख बजज औलाद
मशनुई मंगल औलाद जंदा रखने का मािलक (बेल-स जी का मािलक ह)ै।
मशनुई बुध इ त - शोहरत
ता
िव
92
िमल सके ले लव। फरजन कसी श स क शादी का वाकया प ा िमल गया ह।ै
पहली शादी का (अगर कई दफा शादी हो तो पहली शादी का दन ही िगनने के
कािबल होगा)। जो इसक 17 साला उ म उ म इ। यािन 17 साल उ से शु
शु हो गया। अगर शादी का साल महीना दन मालूम न हो और पहली शादी क
औरत का मौत का दन महीना या साल ही मालुम होवे तो औरत के गुजर जाने या
शु के खतम होने का साल होगा। लाल कताब सफ़ा 116 ख़ाना नंबर 3 म हर ह
क दी इ आम िमयाद म शु का अरसा 3 साल दया ह।ै 17 साल उ म शादी
इ तो इसका शु का ह 17 से शु हो गया मान कर 3 साल यािन 19 साल उ
ला क ाथ
के आिखर तक रहा। अगर 17 साल उ म औरत मर गई तो 17 व साल या औरत
के मरने के दन शु खतम आ या औरत क मौत के दन से 3 साल पहले से चल
ल े
कर मरने के दन तक शु का दौरा था।
वषफल बनाने के िलये ह का दौरा यािन कौन ह कस ह के पहले
िक
या बाद अपना असर दग
े ा। लाल कताब सफ़ा नंबर 7 पर तरतीब वार दया ह।ै
यािन सबसे पहले बृह पत के बाद सूरज के बाद चंदर वगैरह आखरी 9 वां नंबर
ता
के तु का ह।ै ह क आम याद के साल क तादाद और तरतीब भी लाल कताब
िव
93
पहचानः-
पहला साल या हद
क वषफल दरुसत है या गलत। उ के शु होने का
ं सा नंबर 1 िजस ख़ाना म हो। वहां दखे क पेशानी पर कौनसे
ह का नाम िलखा ह।ै दरु त हालत म हद ं सा नंबर 1 के खाने वाला ह इसक
कु डली के ख़ाना नंबर 9 या ख़ाना नंबर 1 म होगा या उस श स का ज ी मकान
हद ं सा नंबर 1 के ख़ाना के ह से िमलता या वो श स ख़द उस ह का होगा।
जनम के दन का ह (इतवार के िलये सूरज, सोमवार के िलये चंदर वगैरह) भी
हदं सा नंबर 1 के ह का हो सकता ह।ै इस जांच के िलये मंगल और सनीचर या
सूरज और बुध या सूरज और चंदर एक ही िगने जायगे। वरना लाल कताब सफ़ा
ला क ाथ
113 पर दया आ वषफल इ तेमाल कर। अगर ऊपर िजकर करदा बात से कोई
भी दरुसत मालूम न होवे यािन हद ं सा नंबर 1 से न िमल तो कोई और वाकया
ल े
लेकर वषफल बनाव।
उ के कौन से साल म कस रािश नंबर (ख़ाना नंबर) के ह असर
िक
दगे
हर खाने म उ के 3 साल ह गे
ता
ख़ाना
नंबर उ के साल
िव
94
एक दन का हाल
i) हर इक श स क क़ मत का आगाज इसके जनम वकत के ह (अरमान
नंबर 9)के शु होने से िगना जाता ह।ै यािन इस क क़ मत का दन जनम वकत
से शु करके 24 घंटे बाद तक मुक मल होगा।
ii) योितष क बनाई इ कु डली (जनम कु डली हो या चंदर कु डली)
जो लाल कताब के इ म सामु क के मुताबक ख़ाना नंबर 1 दक
े र तैयार कर ली
हो (अरमान नंबर 181) या ख़ाना नंबर एक से ही शु होने वाली इ म सामु क
ला क ाथ
क कु डली बात क बुिनयाद होगी।
नाबािलग कु डली (अरमान नंबर 12)
ल े
पहले हफते म - (जनम वकत से शु करके उ के पहले सात दन का
िक
अरसा) ख़ाना नंबर 1 दी इ वाली कु डली मौजूद ह।ै क़ मत का असर दख
े ने के
िलये।
ता
(अलफ) त त के मािलक ह के िलये (यािन वषफल वाली
िव
95
वाले िहसाब का'' होगा। जो क 32 दन क तरतीब का ह।ै 32 दन (एक महीना)
के बाद धोके के ह का ''12 महीने के िहसाब वाला'' च र िलया जाएगा। फर
एक साल क उ के बाद ''120 साल म हर साल के असर का'' धोके का ह साथ
दख
े गे। हर हालत म धोके के ह का ध ा न भूल जाएग।
ii) दस
ू रे हफते से 12 हफते तक - तखत के मािलक ह, रािश नंबर
के बोलने वाले ह, धोके के ह का च र वगैरह सब के सब पहले हफते क उ
वाले ह गे। िसफ कु डली म थोङा सा फक होगा वो ये क िजस खाने को पहले नंबर
1 का हद
ं सा दया था दस
ू रे हफते के शु होने के वकत से अब हद
ं सा नंबर 2 दक
े र
ला क ाथ
बाक सब खाने बातरतीब मुक मल कर करगे। तीसरे हफते के शु वकत से उसी
एक नंबर का हद
ं सा दया जाने वाले खाने को नंबर 3 का हद
ं सा दक
े र बाक
ल े
खान के नंबर बातरतीब कर लगे। गज क 12 हफते तक इसी तरह ही हद
ं सा नंबर
िक
12 तक चलाया जाएगा। 12 हफतो क उ हो चुकने पर (जब क 9 ह 12 खान
म घूम गये िगने जाएंगे या 9X12=108 क माला का च र पूरा हो जायेगा) कु ल
ता
उ के िलये ही वाह उ का 85वां दन ही हो 10000 वां दन हो। कु ल गुजरी
िव
96
से लगे जो 3-3 साल के फक पर (अरमान नंबर 113A) बोलते ह मगर एक दन
म असर के िलये हर इक खाने के ह क याद फ ख़ाना िसफ़ दो घंटे होगी। एक
दन के बाद एक महीना तक असर के िलये ह के 35 साला च र के हर ह के
हद
ं स को दन म लगे। एक महीने के बाद एक साल तक इ ह हद
ं स क लाल
कताब सफ़ा 123 ख़ाना नंबर "िमयाद दन" क यूिनट लगे। धोके के ह का दौरा
भी ''आम उ के साल ” वाला होगा। िजसका दौरा एक महीना तक 32 दन
वाला, एक साल क उ तक ''12 महीने के च र वाला'' और 120 साल क उ
तक ''एक साल वाला च र'' होगा। ले कन :-
ला क ाथ
i) अगर जनम वकत (पैदाइश का खास वकत) मालुम न हो मगर जनम दन मालुम
हो तो उ गुजरी इ के कु ल दन लगे और सात बारह क तकसीम वाला ऊपर
ल े
िलखा असूल इ तेमाल करगे।
िक
ii) अगर जनम वकत और जनम दन दोन ही मालूम न ह त कसी खास वा या
को लेकर बनाये ए वषफल क मदद लगे।
ता
iii) (अलफ) - नाबािलग हालत म अगर जनम वकत व जनम दन मालूम न ह
िव
97
और रािश नंबर के तमाम खान क याद के एक च र म 36 साल िगने ह।
क़ मत का हाल दख
े ने के िलये वषफल वाले ह को राजा और रािश नंबर वजीर
क जोङी 35 और 36 साला जुदी याद होने के सबब इक ी न चल सक । इस एक
साल के फक म चलने वाला ''धोके का ह'' का जुदा च र होता ह।ै वषफल के दो
च र 35X2=70 साल और रािश नंबर के दो च र 36X2=72 साल या इ सान
70-72 का जब हो जावे तो बाप बेटे क क़ मत एक जगह इक ी मानी ह।ै यािन
बाप कािबले इतबार (बिलहाजा क़ मत ख़द बाप क अपनी क़ मत) न रहा।
ला क ाथ
70 और 72 के फक का िसफ एक 71 वां साल ''धोके के ह'' का अरसा माना ह।ै
िजसम महादशा के जमाने के अरसा के 40 साल के धोके वाले असर के िलये 40
ल े
दन का आम उपाय या 40 रयायती दन का अरसा माना ह।ै
अरमान नंबर 114
िक
ह का उपाय
(अलफ) ह बुत के झगङे क तरह ह को ह और रािश को बुत माने तो हफल
ता
िव
98
आम इ सानी खुराक या सब अनाज िमले िमलाये मुकरर ह। शु क मदद के िलये
गाय को अपनी खुराक का िह सा दव
े । काग रे खा और धन दौलत क हानी सनीचर
क मंदी िनशानी कौवे को रोटी का िह सा दव
े या औलाद के िलये दिुनया के दरवेश
कु े को अपनी खुराक का टु कङा ब शे।
(बे) हर ह क मशनुई हालत म दो ह होते ह। जब कोई ह मंदा हो
जावे। तो उसक मशनोई हालत मे दये ए दो ह म से उसी एक ह को हटाने के
िलये िजसके हट जाने से नतीजा नेक हो जावे। कोई और ह कायम करे । जो बुरे
फल के िह से के दन
े े वाले ह को गुम ही या नेक कर दव
े े। मसलन सनीचर मंदा
ला क ाथ
होवे.......तो उस के मशनुई हालत के जुज ''शु - बृह पत'' म से बृह पत के हटाने
के िलये अगर बुध कायम कर तो शु बाक रह जाएगा। अब शु के साथ बुध
ल े
िमलने पर सनीचर नेक होगा।
िक
ii) लाल कताब म िलखे ए उपाय के इलावा हर इक प े ह का उपाय
तो लाल कताब के मुतािबक ही लगे।
iii) हर इक ह क मशनु हालत म दो ह इक े माने गये ह। प े ह का
ता
िव
99
मार दने े के पाप म इसका लङका दख
ु भोगने का सबब होगा। यािन कु डली वाले
पर इस के बाप के पाप का बोझ भी हो सकता ह।ै िजस वकत तक के तु व बृह पत
का उपाय न कर िपतरी रन का बोझ लङके क 16 ता 24 साला उ तक दरू न
होगा। इसी तरह ही सब ह का हाल हो सकता ह।ै वाह एैसे श स के (कु डली
वाले के ) अपने ह लाख राज योग ही यूं न ह । बुरा असर दो ह का होगा और
उपाय भी दो ह का करना होगा।
िपतृ ऋणः- से मुराद खु फया असर होता है और धोके के ह या उसके ध े से
जािहर हो जायेगा। गुनाह तो कोई करे मगर सजा इसक कोई और भुगते। मगर
भुगतेगा इस गुनाह करने वाले का असल करीबी ता लुकदार।
ला क ाथ
ख़ाना नंबर 9 के ह से मुराद होती ह।ै जब इस घर म या इस घर के मािलक
ह यािन बृह पत क कसी दस ू रे घर म कोई और ह (एक या एक से यादा) जो
ल े
या तो बाहम दु मनी पर ह या वो दोन या हर इक बृह पत क ताकत को खराब
करते या बृह पत के असर म जहर िमलाते ह तो िपतृ ऋण होगा।
िक
रा को बृह पत के चुप करवाने वाला िगना ह।ै वो अगर बृह पत का
मुंह बंद करके ख़द मंदी हालत का असर बृह पत के ता लुक से (यािन या तो वो
बृह पत के घर म हो या बृह पत के प े घर म) दव े े तो िपतृ ऋण का बोझ होगा।
ता
िव
100
4) धोके के ह का जो छु पा छु पाया होता ह।ै इलाज भी दख
े लेना
ज री होगा।
5) अगर लङका लङक बाप के िलये दोन ही मंदे फल वाले पैदा हो
जाव तो सूरज लङका बुध लङक या लङक के गले म तांबे का टु कडा मुबा रक
होगा। जो बुध को दबा लेगा।
6) पापी ह के साथ जब वह अके ले अके ले क बजाये कोई दो इक े
ह तो मंगल को कायम करना मुबा रक होगा। बशत क उस कु डली वाले का
अपनी कु डली के िहसाब से मंगल रािश फल का हो। यािन अगर मंगल ख़ाना
ला क ाथ
नंबर 1 या 3 या 8 म होवे तो मंगल का उपाय न होगा। बुध काम दग
े ा।
इसी तरह ही ी ह (चं शु र) म बुध क ताकत मदद दग
े ी।
ल े
बशत क बुध ख़ाना नंबर 3-6-7 या 9 का न हो। एैसी हालत म बृह पत काम
िक
दग
े ा।
सूरज सनीचर के झगङे म बृह पत मददगार होगा। बशत क वो
ख़ाना नंबर 2 का न हो। एैसी हालत म मंगल मददगार होगा।
ता
िव
101
ह व रािशयाँ
बृह पत सूरज चंदर शु मंगल बुध सनीचर रा के तु
बृह पत
उ मामू को
तकलीफ 7
तालीम 24
तीथ 20
सुख 4
दौलत 2
(बद)
बीमारी 31
दु मनी 40
सुख 4
ग़म 14 नुक़सान 5 दु मन 40
दौलत 12 िपता र ी 10 ⅕
102
अरमान नंबर 116-117
लाल कताब सफ़ा 123 - 124 म अ तलाही बात ह जो ह त रे खा और
इ म योितष को बाहम िमलाकर इ म सामु क क बुिनयाद ह।
अरमान नंबर 118 (बारह खान क चीज)
12
103
का हाल - दस
ू र क मदद से पैदा करदा हालत- आकाश - िजगर - खून - मकान के
साजो सामान वासते आरायश - आम खुशी गमी क औसत हालत - खुशी गमी क
रे खा - ठ गी। इस घर म i) चं हम
ं ेशा रािशफल का होगा। ii) सनीचर रािशफल का
होगा। लाल कताब सफ़ा 128 जुज (3) सफ़ा 260/261 ख़ाना नंबर 3।
ख़ाना नंबर 4 माता का ता लुक - समुंदर पार सफर - समुंदर का सफर - खुशी
- साथ लायी इ - चं क चीज - माता खानदान - मासी फू फ का मकान - मोती
अनिबध बगैर सुराख दध
ू रं ग सफे द - बृह पत का धन, बवकत जवानी - शुमाल
मशरक - खाली तै जमीन - दल - दध
ू - धन दौलत - कु दरती तौर पर तबीयत का
ला क ाथ
झुकाव या होगा। च र- शंख - सदफ - अंगुिलय पर जौ का िनशान।
इस घर म 1) शु र रािशफल का होगा। 2) मंगल बद (मंगलीक)
ल े
रािशफल का होगा। 3) के तू रािशफल का होगा। लाल कताब सफ़ा 128 जुज
िक
नंबर (4) सफ़ा 226 ख़ाना नंबर 4 जुज (1-4)
ख़ाना नंबर 5 औलाद का ता लुक - औलाद नरै ना - शोहरत - औलाद का धन
दौलत व क़ मत - औलाद को सुख - औलाद के जनम दन से अपने बुढापे तक
ता
िव
दस
ू र क मदद से पैदा करदा - मश रक - रोशनी-हवा - औलाद के बनाये ए
ब
मकान। बचत अज तरफ औलाद - हवास खेमा - 5 इं यां - हाजमा - औलाद व
अपने खून का ता लुक - नेक क मश री - रफतार गुफतार - तहरीर - अंगुिलयो
के दर यान खाली जगह। लाल कताब सफ़ा 129 जुज (5)
ख़ाना नंबर 6 माता िपता के या औलाद के ता लुक के ज रये बन जाने वाले
र तेदार। िजन का र तेदारी का ता लुक ख़द कु डली वाले के ता लुक के बगैर
ही हावे। इ सान ख़द कस ह का ह।ै चेहरा व पेशानी क हालत। दस
ु र से पायी
इ चीज (माता िपता के र तेदार )
बुध क चीज। हमदद (फोक ), मामू- फू ल क खुशबू बदबू- फोका पानी-
नानका घर (नाने नानी का) आम बरताव - सा कारा। मरने के बाद बाक रहे
ओ क हालत - शुमाल - हमसाये - मकान के इद िगद क चीज। प े नाङ -जायका
- साग स जी - फू ल प ।
इस घर म 1) बृह पत रािशफल का होगा। 2) सूरज के ख़द अपने बुरे
असर के िलये बुध का उपाय मददगार होगा।
104
3) मंगल इस घर म रािशफल का होगा। 4) सनीचर रािशफल का होगा।
के तू क चीज - औलाद का सुख। हमदद (स ी) खािलस खटाई - सफर
आम - मरने के बाद बाक रहने वाल क हालत - पाताल - जाती खासीयत
( हानी, िज मानी, दमागी) - नाखून हाथ के - वालदन
ै क तरफ से र तेदार
नानके वगैरह - कद व कामत - हथेली व अंगुिलय क तनासब का असर।
लाल कताब सफ़ा 129 जुज 6 के तु ख़ाना नंबर 6 अरमान नंबर 178
ख़ाना नंबर 7 जनम अ थान - कहां का बासी।
शु र क चीज साथ लायी इ - ी घर - लङ कय के र तेदार के घर -
ला क ाथ
िम ी के जर - घी जद - शादी - मकानात वगैरह (जायदाद) - वकत जवानी - जनूब
मगरब - जािहरदारी - बे नी तै िज म (िज द) - पल तर सफे दी मकान - कबीला
ल े
क पैदाइश और परव रश - मकानात का बनना - पराई दौलत का िमलना
(बज रया बुध क नाली) - िज म के बाल - हथेली क हर हालत का हाल। लाल
िक
कताब सफ़ा 244/245 ख़ाना नंबर 7 जुज (1-5)
बुध क चीज साथ लायी इ - कौतबाह - अंद नी अकल - बिहन - पोते,
ता
चेहरा।
िव
105
ख़ाना नंबर 9 ज ी बजुरगाना - बचत अज बजुरगां - कम धम - ज ी मकान
बजुरग के बनाये ए। सांस - परोपकार - बजुरग (बाप दादा) क उ - बजुरग
का नेक ता लुक (कु डली वाले से) - कु डली क़ मत (ख़द अपनी) क बुिनयाद -
बचपन का जमाना ख़द जाती - बचपन का जमाना वालदन
ै क हालत - दस
ू र क
मदद से पैदा करदा हालत - गैबी दिुनया - मूल जङ - क ा प ा मकान - हर िह से
क अंद नी पैमाइश - आराम या हरामखोरी - अंगुिलय पर सीधे या लेटे खत।
इस घर म 1) बुध सबसे मंदा ह होगा। िजस के िलये अरमान नंबर 178
(लाल गोली) नाक छेदना (अरमान नंबर 62/94 - बुध नाकस का उपाय) 2)
ला क ाथ
सनीचर रािशफल का होता ह।ै (लाल कताब सफ़ा 130 जुज 9) इस घर के ह
शु उ म और हर इक ह अपने शु होने के दन से अपनी पूरी उ ( ह क )
ल े
तक फल दगे।
ख़ाना नंबर 10 जाती सनीचर का (िवरासत) साथ लायी इ चीज िपता
िक
का सुख - तीन साल लगातार रहायश का मकान - म ारी होिशयारी - मकान
जायदाद (सनीचर क चीज) मारफत बजुरगां - गमी जहमत - दख
ु अज ता लुक
ता
दीगरां गैर हक क - नमक याह - तेल - वकत शादी - सामान खुराक - बव
िव
106
ससुराल का सुख - हमसाय के मकान - खचा जाती - दमागी हरकत - ख़दगज -
कजा - ससुराल बजाते ख़द - शुमाल मगरब(बृह पत) - जनूब मशरक(रा ) -
आसमान (रा बृह पत) - ह ी - आबाद या वीराना - खटाई - ी ता लुक (जोङे
का साथ) - ी ता लुक बेवाह औरत माशुका वगैरह - हथेली - अंगुिलयां मय
अंगुठा का अंदर या बाहर को झुकाव - हथेली पर बृह पत के सीधे खत - अंगुिलय
पर बृह पत के च र शंख सदफ - नाखून पाव के - चालाक या बदनामी क
शोहरत क चमक -हथेली पर बृह पत के ख़त - अंगुिलय पर बृह पत के िनशान
ख़ाना नंबर 4 पर िलखे ए के इलावा - इस घर म बुध सबसे बुरा ह।ै जो रािशफल
ला क ाथ
का होगा बज रया के तू का उपाय। (लाल कताब सफ़ा 131/132 जुज 12 रा
ख़ाना नंबर 12 अरमान नंबर 176)
ल े
ii) बारह खाने अगर कु डली म हर इक खाने को एक घर मांन िलया जावे तो
िक
इसक ि से ता लुक रखने वाला ख़ाना उस मकान का सेहन होगा। घर वाल ह
का अपने मकान के सेहन पर अपना हक होगा। बेशक ह का घर कु डली के बाद
ता
के नंबर का ही यूं न हो। सेहन माने ए खाने के ह के असर का आखरी फै सला
िव
107
कु डली के खान म मकान व सेहन का ता लुक
अगर घर होवे तो सेहन होगा कौन सेहन का अगर घर होवे तो सेहन होगा कौन सेहन का
ख़ाना नंबर ख़ाना नंबर मुि सफ ह होगा ख़ाना नंबर ख़ाना नंबर मुि सफ ह होगा
1 7 मंगल 7 1 शु
2 8 चं (उ ) 8 2 मंगल बद
5 9 बृह पत 11 3 बुध
ल े
6 12 के तू 12 6 रा
िक
अरमान नंबर 119 - रा के तू के हाल म िलखा ह।ै
ता
अरमान नंबर 119 के जुज - रे खा के कई मु तरका ह से कु डली का
िव
108
घर क अदली बदली- बैठा होने क रािश या ि के ता लुक म कु डली के कसी
भी खाने म (िसवाये ख़ाना नंबर 10 के जहां क वो सनीचर क मदद का
उ मीदवार होता ह)ै हर तरह से कु ल अके ला ही होवे। कु डली वाले पर कभी बुरा
असर न दग
े ा। एैसा श स बेशक कसी दस
ू रे क मदद न पायेगा और न ही वो ख़द
कसी दस
ू रे क मदद करने के एैसा कािबल होगा। बि क वो अके ले डड
ं े क तरह के
दर त क मािनद (बांस पहाङी इलाका-शनीचर क हकू मत, खजूर-चं के वीरान
खुले मैदान या स बाग बगीचे चं क राजधानी) होता आ भी तमाम दिुनया के
बरिखलाफ़ अपनी क़ मत को ख़द जाती मेहनत और कोिशष से कामयाब बना
ला क ाथ
लेगा।
अगर कसी िपतृऋण (िपतृऋण या फराइज ज री। बजुरग के करजे
ल े
यािन बजुरग ने जनम दया तो ख़द औलाद बनानी, इ ह ने पाला पोषा तो ब
िक
को हर तरह से कािबल बनाना, खैरात ली तो दान दन
े ा वगैरह वगैरह ब े पर बाप
के करजे ह।) या अपने बजुरग के पाप के सबब एैसा बृह पत अपने पहले दौरे या
कु डली वाले क उ के पहले 35 साला च र म नाकारा सािबत होवे तो कसी
ता
िव
109
ख़ाना नंबर 10 म नीच होता ह)ै। फक र के डड
ं े म दु मन पर (इ सानी दु मन या
इन दो को छोङकर बाक सात ह से कोई ह जो दु मन हो कर इस कु डली म
वा या ह ) जबरद त डड
ं े क तरह के सांप का असर दग
े ा। हवाई ताकत और आंख
क चालाक क रहनुमाई के साथ से प थर पर आवाज ही से प लक र और
फज याह िनशान ( दल चं मा) से नाकारा याह प थर के पहाङ को दमकते ए
जद सोने क हस
ै ीयत का कर दग
े ी। बशत क सनीचर और बृह पत दोन का ही
असर कायम हो। यािन एैसा श स शराबखोरी (शनीचर जायल) या खैरात का
ला क ाथ
माल लेकर खाने वाला। दस
ू र के मु त माल पर नजर रखने वाला (बृह पत
बरबाद) न हो। बि क वो सबके मािलक से िसफ अपनी क़ मत का िह सा मांगने
ल े
वाला साबर व शाकर होवे तो सनीचर क माया दोन जहान के मािलक बृह पत
गु के पाव क गुलाम होगी।
िक
िह सा दोयम - बृह पत सनीचर दोन ह हर तरह से अके लेः-
(अलफ) जब दोन ही ह एैसी हालत के और दोन ही नीच घर के (सनीचर नीच
ता
िव
110
मगर ख़द उस के अपने िलए बीमा रयां व वािहशात बद क िनशािनयां होगी।
िह सा सोयम - जब सनीचर और बृह पत दोनो बाहम साथी ह हो जाव और
सूरज का राज या त त क मालक यत के जमाना का दौरा आ जावे- (अलफ) जब
सनीचर व बृह पत दोन उमदा हालत के ह तो सूरज अपना पुरजोर असर दग
े ा।
अब चूं क बृह पत और सनीचर दोन उमदा हालत के है इसिलये ऊ म फल और
नेक नतीजे ह गे।
(बे) बृह पत व सनीचर ह तो साथी ह मगर दोन ही नीच हालत या नीच घर
के तो सूरज के राज के व या त त क मालक यत के जमाना म जब तक राज
ला क ाथ
दरबार के ता लुक से कमाया आ या पाया आ धन दौलत बरबाद और ख़द उस
ल े
श स का कोई अंग (िज म का िह सा) खराब न हो जावे। सूरज और सनीचर का
दु मनाना और पुरजोर बुरा असर ख म न होगा।
िक
(जीम) अगर बृह पत व सनीचर के बाहम साथी ह होने पर दोन म से
(i) सनीचर तो उमदा हालत का मगर बृह पत होवे रददी हालत का तो सूरज के
ता
राज या त त क मालक यत के व मुक़दमा जहमत बीमारी के ज रये इस श स
िव
111
के बुरज का िह सा यादा भारी मालूम होवे। वही तरफ बल िगनी जाएगी।
यािन अगर बृह पत क तरफ का िह सा भारी हो जावे। ब त बङा बृह पत या
नम हाथ का बृह पत होगा और दोन ह बृह पत और शु र ख़ाना नंबर 2 म व
मंगल न िगना जाएगा। शु र क तरफ का िह सा भारी हो जावे िनहायत बङा
शु र होगा। दोन ह बृह पत शु र ख़ाना नंबर 7 म और मंगल न लगे।
अरमान नंबर 121
(म बृह पत का चं या शु र या दोन से ता लुक िलखा ह)ै
ला क ाथ
अरमान नंबर 122
बृह पत दोन जहान या अंदर बाहर दोन तरफ का मािलक िगना गया
ल े
ह।ै उसक अंद नी ताकत ख़दी (िज म इ सान, ख़द अपना वजूद या ख़द अपने
वजूद म या अपने िलये। अपने आप से मुतलका या बंद मु ी म साथ लायी इ
िक
चीज- ख़ाना नंबर 4 ऊंच बृह पत), हवा - मुह बत,(हर दो हक क व गैर हक क )
मोह या मेर (मेरा अपना आप) कहलाती है और बे नी चाल (दस
ू र से मुतलका-
ता
िव
दस
ू रे जहान म साथ ले जाने के िलये चीज दिुनया से बे नी बरताव वगैरह।)
ब
क़ मत या क र मा कु दरत कहलाती ह।ै
क़ मत रे खा - अरमान नंबर 10 म मुफिसल िलखा ह।ै
कोहसार और समंदर : (लाल कताब सफ़ा 157 जुज 2 फारसी लफज कोह
पहाङ का िसलिसला और समुं ) बृह पत के ता लुक म हाथ का खाका दख
े ने से
मालुम होगा क कु डली के ख़ाना नंबर 9 को एैसी जगह माना ह।ै िजस के एक
तरफ शु र का बुज ख़ाना नंबर 7 और दस
ू री तरफ चं का बुज ख़ाना नंबर 4
वा या ह। लाल कताब सफ़ा 40 पर तोते क 35 को दख
े ने से मालूम होगा क
बृह पत को गंगा ( हद
ं ो तान का एक बङा और मतबरक द रया) और आम
इसतलाह म दोन जहान क हवा भी माना ह।ै गोया पानी और हवा का बाहमी
ता लुक रखने वाली चीज िगनी गयी ह।ै पानी क खासीयत है क वो हम
ं ेशा नीचे
क तरफ बहता ह।ै ता क इसक सतह हमवार हो जावे और सब क कमी बेशी
बराबर हो जावे। (सनीचर को प थर पहाङ माना है और
112
पानी चं ह।ै) हवा क खासीयत है क गम से फै लती और ऊपर को उठती ह।ै अब
बृह पत के दोन जहान ख़ाना नंबर 2 (रा के तू क मु तरका बैठक) और ख़ाना
नंबर 9 ब े क पैदाइश क जगह का ता लुक साफ करने के िलये मालूम आ क
ख़ाना नंबर 7 शु क ख़ क का ांड और चं के समुं क गैबी दिुनया के
दर यान म बैठने वाला बृह पत या ख़ क और पानी दोन पर ही रहने वाली हवा
जब ख़ाना नंबर 9 से चलती है और जब ब ा ख़ाना नंबर 9 म आ जाने के बाद इस
दिुनया म आगे चलता है तो पहला ही मकाम या पङाव सनीचर का हड
ै कवाटर या
ख़ाना नंबर 8 आ िनकलता ह।ै जो मौत का घर है और मंगल व सनीचर क
ला क ाथ
मु तरका मालक यत ह।ै (लाल कताब सफ़ा 97) गोया ख़ाना नंबर 9 से चले ए
ब े या बृह पत क हवा के साथ शु र चं तो पहले ही थे। मंगल सनीचर और आ
ल े
िमले। अगर मंगल नेक के बुज ख़ाना नंबर 3 क हद और सनीचर क उ रे खा एक
तरफ ए तो सूरज क सेहत या तर रे खा ख़ाना नंबर 5 और मंगल बद ख़ाना
िक
नंबर 8 क हदबंदी भी इस जगह सनीचर के हड
ै कवाटर के साथ आ लगी। सनीचर
ख़द पहाङ है मगर पहाङ बृह पत क हवा को रोक नह सकता। हां अगर पानी से
ता
लदी इ हवा के रा ते म एैसे ढंग पर आ जावे क हवा पहाङ से टकरा जावे तो हवा
िव
से पानी उतार लेगा। बा रश होगी मगर हवा खाली होकर फर आगे बढेगी या
ब
हट कर वािपस आयेगी। मगर सनीचर के ख़ाना नंबर 10 के मकाम को अगर
बृह पत के ख़ाना नंबर 9 से िमलाने के िलये खत ख च या उ रे खा का ख दख
े जो
सनीचर के कोहसार क चीज है तो मालूम होगा क ख़ाना नंबर 8 सनीचर का
पहाङ का ख हवा को रोक नह सकता। दख
े ता ही रह जाता ह।ै (सांप आज तक
टकटक लगाये दख
े ता चला आता है और बृह पत के इ तजार म बैठा ह।ै) ये हवा
आगे बढी तो ख़ाना नंबर 11 आमदन बृह पत का घर मगर सनीचर क कुं भ रािश
पानी से भरा आ घङा (वही पानी जो अभी ऊपर सनीचर ने बृह पत क हवा से
िनकाल िलया था) िजस के साथ ही ख़ाना नंबर 12 खच सनीचर क दस
ू री रािश
''मीन'' मछली तङप रही ह।ै ये ख़ाना नंबर 12 रा के हाथी का भी है यािन
बृह पत गु के िलये हाथी भी आ गया। का खयाल छोङा हाथी क सवारी
चुपचाप हो कर ली। बृह पत जद और रा नीला िमले तो स ज रं ग आ। बुघ ख़द
आ िनकला। गोया बृह पत के जद रं ग का पता ही न चला क कहां चला गया ह।ै
नीले रं ग रा से दो ती करके
113
बुध ने अपनी िसर रे खा खङी कर दी। अब बृह पत ने रा के हाथी से बचना है या
रा का जाल काटना ह।ै अपने दो त के तू को याद करता ह।ै ये के तू चूहा भी बनता
है कु ा भी होगा गधा भी है कान भी होगा और छलावा भी माना ह।ै (लाल कताब
सफ़ा 115) गऊ माता भी होता ह।ै (लाल कताब सफ़ा 118 जुज 9) और गऊ
माता शु र भी ह।ै (लाल कताब सफ़ा 115) शु म के तू ज र माना ह और बुध
भी शु र का जुज ह।ै इसिलये जब शु र बन गया तो बुध और के तू दोन ही शु र
के अंदर ही लपेटे गये। के तू तो बृह पत के बराबर का ह।ै ये छलावा बना गु को
िह मत दी। चूहे ने रा का जाल काटा। गधे को अपने मतलब के िलये बाप कहा।
ला क ाथ
बुध क िसर रे खा क दीवार क कावट से आगे बढा तो के तू के घर ख़ाना नंबर 6
म जा िनकला। मगर वहा भी बुध मौजूद ह।ै इसिलये वहा गऊमाता बना और भाग
ल े
कर ख़ाना नंबर 2 म जा प च
ं ा। य क ख़ाना नंबर 6 और ख़ाना नंबर 2 के
िक
दर यान कोई कावट क दीवार नही और ु ी म भी ख़ाना नंबर 2 दख
े ता है
ख़ाना नंबर 6 को और ये ख़ाना नंबर 2 तो ह ै ही गाय का अ थान या शु र क
ता
अपनी रािश िबरख जो बृह पत का प ा घर मुकरर ह।ै ये ख़ाना नंबर 2 ही एक
िव
घर ह।ै जहां गाये प े तौर पर खङी है गृह त ह।ै रा के तू क मु तरका बैठक ह।ै
ब
िजस म ख़ाना नंबर 8 के असर का सनीचर का वही ता लुक आ जाता है या
मशनोई शु र खाली बृह पत हवाई ताकत का गु और दन
ु यावी गाय गु ारा
सब बृह पत के पहलू ह। गोया बृह पत क हवा अब सनीचर के पहाङ के िसलिसले
क दीवार से टकराकर ख़ाना नंबर 2 म वही समु दर ले जाती ह। जो बृह पत के
साथ ख़ाना नंबर 9 से लगा आ चं के समु ं ख़ाना नंबर 4 म मौजुद था। इस तरह
पर ख़ाना नंबर 9 व ख़ाना नंबर 2 जब बाहम िमले तो ख़ाना नंबर 2 कम धम
कोहसार कहलाया। ख़ाना नंबर 9 कम धम समुं या द रयाये गंगा आ। िजस म
हवाई ताकत का साथ आ या ख़ाना नंबर 2 म बृह पत क असल ताकत पायी
गयी या ख़ाना नंबर 9 को िनिध िस ी का मािलक सुधामा (सुध साधू बृह पत
गु , मां माता मान इ त) तो ख़ाना नंबर 2 को ध ा भगत (प थर से बृह पत
दोन जहान का मािलक) मुराद होगी। िजसक गाय राम चरावे यािन ख़ाना
नंबर 2 म।
114
सनीचर बृह पत शु र और रा के तू 5 क पंचायत मानी गयी है या िजस वकत
भी ये सब ह यािन बृह पत मय शु र और पापी ह बाहम मु तरका ह या ु ी
से बाहम िमल रहे ह । बृह पत क ऊ म हालत (मुतलका दु यावी गृह त) होगी।
य क ख़ाना नंबर 2 (हथेली पर) के गु के सामनेः-
सनीचर का बुज है - ख़ाना नंबर 10 सांप कान बंद कये मगर टकटक लगाये
चुपचाप।
सूरज का बुज है ख़ाना नंबर 1 बंदर बना बैठा जो फूं क
}
नह मार सकता। बृह पत क ताकत हवा को ढू ंढता ह।ै ख़ाना नंबर 2 के बृह पत के
के तू का बुज है ख़ाना नंबर 6 कु ा दरवेश गाय। सामने रा हाथी ख़ाना
ला क ाथ
नंबर 12 म बंधा आ
होगा। रा अपने कान लंबे कर के के तू के ख़ाना नंबर 6 के साथ नंबर 12 को
ल े
िमलाकर गु के ख़ाना नंबर 2 क जङ म उपदश े क खाितर ख़द चुप होगा मगर
बृह पत चुप न होगा।
िक
बुध शु र का बुज है ख़ाना नंबर 7 शादी रे खा, बुध ख़द - िसर रे खा बुध क ।
मंगल का बुज है ख़ाना नंबर 3 और रािश नंबर 3 िमथुन, तजनी क जङ बुध क
रािश।
ता
िव
115
चं :- उ , धन, दौलत और वालदनैी नेक ता लुक (नर मादा हर दो औलाद का)
शु र :- िज म या बुत क िम ी। गृह ती सुख। औलाद क पैदाइश म मदद या
खराबी।
मंगल :- िज म म खून कायम रहने तक जंदगी का नाम और दिुनया म औलाद
और उन के आगे औलाद दर औलाद कायम रख कर बेल (पौद)े क तरह बढाना
और उन का नाम या उन के नाम से सब का नाम बढाना या दिुनया म नाम बाक
या पैदा कर दन
े ा। ख़द कु डली वाले म कौतबाह से अलहद
ै ा ब ा पैदा करने क
ताकत। िज म म जोर, ह बुत को इक ा पकङे रखने क िह मत।
ला क ाथ
बुध :- औलाद का र तेदार से ता लुक। (लङ कयां-लङ कय क नसल का
बढ़ाना।) ख़द कु डली वाले म कौतबाह खाली िवषय क ताकत। कु डली वाले
ल े
और औलाद के िलये दस
ू र से िमलने िमलाने के िलये मैदान खुला करना या खाली
आकाश क तरह इन सब के िलये हर तरफ जगह खाली करके मैदान बढा दन
े ा।
िक
सनीचर :- औलाद क पैदाइश के शु होने का वकत। जायदादी ता लुक। मौत
के बहाने।
ता
रा
िव
116
साहबे औलाद (कौन बाल ब व कबीला और प रवार वाला होगा)
}
कु डली वाले के िलये-
}
हो जाने के सब ही घर खाली ह यािन ख़ाना नंबर औलाद होगी।
2 या 6 का शु र हर तरह से अके ला हो
चं कु डली का औलाद के बारे म कोई ता लुक न होगा।
117
शु र के तू मु तरका ख़ाना नंबर 1 म और बुध न हो (सामने के दांत खतम) लाव द
या चं शु र बाहम बामुकािबल हो और पापी ह या दु मन घर का साथ हो जावे। होगा
}
(ख़ाना नंबर 5 व 9 का खास फक सफ़ा 120 अरमान नंबर 124 से पहले िलखा ह)ै
ख़ाना नंबर 5 या 9 म या नंबर 3 या 9 म पापी ह ह या औलाद के िब (मोत)
सूरज हो ख़ाना नंबर 6 म और मंगल हो ख़ाना नंबर 10 या 11 म तो लङके पर लङका मरता जावे।
ब
मंगल शु र या बुध के दु मन ह औलाद क उ कम या औलाद को न करते ह।ै
i) शु र बुध मंगल तीन ख़ाना नंबर 3 ु ी खाली हो ख़ाना नंबर1या शादी और औलाद
ii) शु र बुध मय रा या के तू ख़ाना नंबर 7 } म गङबङ।
मंगल शु र या बुध के दो त ह औलाद क उ लंबी या औलाद को आबाद वे कायम करते ह।ै
शु र क दो त ह (ख़द शु र नह ) लङके पैदा करते ह।ै
बुध या बुध के दो त ह लङ कयां पैदा करते ह।ै
ख़ाना नंबर 3-5-11 म अगर बुध हो तो लङ कयां पहले और ज र कायम ह गी नर औलाद क शत नह ।
शु र के दो त ह
ख़ाना नंबर 3-5-11 म (ख़द शु र नह ) ह तो लङके ज र कायम ह गे लङ कय क शत नही।
}
चं ख़ाना नंबर 6म हो तो लङ कयां ही लङ कयां ह गी। मगर आपस म साथी ह न बन
के तू ख़ाना नंबर 4म हो तो लङके ही लङके ही पैदा ह गे। रहे ह (लाल कताब सफ़ा 326
सनीचर चं का ता लुक।)
तादाद औलाद शु र बुध या दोन मु तरका से िजतने दरू बृह पत हो या िजतने
118
दर यानी घर ह । कायम रहने वाली तादाद औलाद उतनी होगी। कम अज कम -
िजसम से नर मादा ऊपर िजकर कए ढंग पर दख लग।
औलाद का वालदन ै को सुखः- ख़ाना नंबर 1-3-5 के ह क अ छी या मंदी
हालत से जािहर हो जायेगा।
वालदनै व औलाद का बाहमी ता लुक एक दो तीन चार हद 12 क
तरतीब से अगर कु डली म ह
पहले दर यानी आखरी या तो असर या होगा।
घर म घर म बाद के घर म
बृह पत बुध पैदाइश औलाद ज र बुध बृह पत बाहम
}
ला क ाथ
बुध बृह पत होगी बुध के व से बामुकािबल हो जाव
वािलद दिुखया तो लङ कयां ज र
ल े
बरबाद या ख म ही कायम होगी लङको
होगा। क शत नह होगी।
िक
मंगल बृह पत बुध औलाद (नर) कायम
मंगल बुध बृह पत औलाद (नर) कायम
ता
िव
119
एक के बाद दीगरे दौरा म मंदा हो जावे। 39 साल यादा से यादा मंदा रह सकता
ह।ै
ख़ाना नंबर 5 म सूरज या बृह पत के दु मन ह से औलाद बरबाद होगी।
ले कन ख़ाना नंबर 9 म एैसे दु मन ह का दो त/दु मन ह अपने दन क औलाद
को ज र कायम रखेगा। फरजन ख़ाना नंबर 5 म सनीचर और नंबर 9 म मंगल हो
तो मंगलवार के दन वाली औलाद ज र कायम रहग े ी।
अरमान नंबर 124
क़ मत का असर
ख़ाना नंबर 9 के ह क़ मत के बुिनयादी ह होते ह। इस खाने म ख़ाना
ला क ाथ
नंबर 3 और ख़ाना नंबर 5 के ह का असर भी आ िमलता ह।ै औलाद क पैदाइश
के दन से ख़ाना नंबर 5 का असर न िसफ ख़ाना नंबर 9 म जाने लग जाता ह।ै
ल े
बि क बाप बेटे क मु तरका क़ मत 70-72 साला सवाल पैदा करने लग जाता
ह।ै ख़ाना नंबर 3 का असर कु डली वाले के अपने जनम से ही ख़ाना नंबर 9 म
िक
िमलता माना ह।ै औलाद क पैदाइश के दन से पहले ख़ाना नंबर 5 का असर ख़ाना
नंबर 9 म गया वो बाप बेटे क मु तरका क़ मत पर असर नह करता। बि क
ता
ख़ाना नंबर 9 क दस ू री चीज यािन कम धम और कु डली वाले के अपने बुजुग के
िव
120
का उ के दस
ू रे 35 साला च र पर या क़ मत क बुिनयाद पर उ के पहले 35
साला च म ख़ाना नंबर 3 का असर होगा और दस
ू रे 35 साला च र म ख़ाना
नंबर 5 का असर क़ मत क बुिनयाद पर होगा। खुला तन उ के दस
ू रे 35 साला
च र म ख़ाना नंबर 5 का असर ख़ाना नंबर 3 के असर पर बल होता आ
क़ मत क बुिनयाद पर होगा। हर हालत म ख़ाना नंबर 5 बल होता है और
ख़ाना नंबर 3 नीचे दब जाने वाला। ख़ाना नंबर 9 का अपना असर हर व साथ
होगा।
पहले घर के ह बाद के घर के ह को अपनी दिृ के वकत जगा दया
ला क ाथ
करते ह। अगर बाद के घर म कोई ह न हो तो वो ख़ाना सोया आ िगना जाता
ह।ै फरजन ख़ाना नंबर 11 म तो कोई न कोई ह मौजूद ह। मगर ख़ाना नंबर 3
ल े
खाली है तो इस हालत म ख़ाना नंबर 11 के ह सोये ए माने जाएंगे िजन को
िक
जगाने के िलये क़ मत को जगाने वाले ह क ज रत होगी। (अरमान नंबर 10)
बाद के घर के ह जागने के दन से क़ मत का जागना मुराद होगी। इस तरह पर
ता
(यािन ख़ाना नंबर 3 या 5 के ह का दौरा आया तो नंबर 9 के ह जारी हो गये।)
िव
अगर ख़ाना नंबर 9 के ह मुंदरजा जैल खास खास साल म जाग तो नीचे दया
ब
आ असर पैदा होगा। िजस साल से (वषफल के िहसाब) पहले घर के ह का
पहला दौरा शु होवे। उस साल से बाद के घर के ह जाग पङे ह गे और उस साल
से पहले वो सोये ए माने जाएंगे।
बृह पत के ख़ाना नंबर 9 म - मुंदरजा जैल खास खास व म जागे ए
ह का असर
बुध का इस घर से ता लुक जुदी जगह भी दज ह।ै
बृह पत:- जब उ के 16व साल शु से जारी हो जावे। िनहायत मुबारक फल
दग
े ा। शु र का साथ यािन एैसी हालत म शु र बृह पत मु तरका ख़ाना नंबर 9 म
ह तो ी भाग म काग रे खा (मगर तीथ या ा 20 साल उ म) का मंदा फल दग
े ा।
चं के साथ से यािन चं बृह पत मु तरका ख़ाना नंबर 9 म। मातृ िह सा क
मदद। तीथ या ा 20 साल और उ म। दोन का साथ यािन चं बृह पत शु र
मु तरका नंबर 9 म। कभी अमीरी के समंदर
121
क ठाठ। कभी गरीबी म रे त के ज़र क भी चमक न होगी।
सूरजः- जब 22 व साल उ के शु हो जावे मुबा रक फल दग
े ा। राजदरबार
मुबा रक फल। वालदन
ै के िलये मुबारक। अपनी उ लंबी बाप क उ लंबी बाबे
क उ लंबी होगी। शु र का साथ यािन शु र सूरज मु तरका ख़ाना नंबर 9 म।
ी भाग म काग रे खा। मगर तीथ या ा उ म 20 साल उ म फल दव
े े।चं का
साथ यािन चं सूरज मु तरका नंबर 9 म। मातृ िह सा क मदद। 20 साल तीथ
या ा उ म। दोन का साथ यािन चं शु र सूरज मु तरका नंबर 9 म। कभी
ला क ाथ
अमीरी का समु ं ठाठ दव
े े। कभी गरीबी म रे त के जर क भी चमक न होवे। सूरज
ल े
जब ख़ाना नंबर 9 म हो तो ख़ाना नंबर 5 भी रोशन और नेक असर दग
े ा।
चं :- जब 24 साला शु उ म जारी हो तो जो ऊपर चं बृह पत, चं सूरज,
िक
चंदर बृह पत शु र ,चंदर सूरज शु र का ऊपर िलखा ह।ै
चं जब ख़ाना नंबर 9 म हो तो ख़ाना नंबर 5 भी चं का अंद नी तौर पर
ता
िव
नेक असर दग
े ा। य क ये घर सूरज का माना ह।ै िजसके सामने चं जुदा और
ब
जािहरा फल न दग
े ा।
शु र:- जब उ के 25 व साल शु होवे तो मंगल बद का नीचे िलखा असर दग
े ा।
मंगल (नेक):- जब उ के 13 वे साल शु होवे तो तबदीली उस क पैदाइश पर
उसके वालदन
ै के पास दौलत का भंडारा कायम होगा। हकू मत का साथ होगा।
फर मंगल के वकत से वही उमदा हालत जो बवकत पैदाइश वालदन
ै क थी
होगी।
मंगल (बद):- जब उ के 15 व साल शु होवे तो तबदीली मजहब, पैदाइश म
राज़। वालदन
ै क माली हालत उसके जनम से खराब होकर मंगल बद के जमाना
के खतम पर दरु त होगी।
बुध:- जब उ के 34 व साल शु होवे तो ऊपर िलखा मंगल बद का असर दग
े ा।
पापी ह जब एैसे ढंग पर शु होव क उन के असर का दस
ू रा दौरा उ के मुंदरजा
122
जैल साल से शुं होवे तो :-
सनीचर:- 60व साल मुबा रक अगर शु र का साथ हो यािन शु र सनीचर
मु तरका ख़ाना नंबर 9 म ह या शु र बृह पत दोन का साथ यािन शु र
सनीचर बृह पत नंबर 9 म ह तो हर दो हालत म उ म फल दग
े ा।
चं का साथ या चं सनीचर ख़ाना नंबर 9 म :- खराब असर। चं का फल मंदा
िमला होगा।
बृह पत चं दोन का साथ यािन चं सनीचर बृह पत ख़ाना नंबर 9 म
खराब असर। चं का फल मंदा िमला होगा। सनीचर के साथ रा या के तु नंबर 9
ला क ाथ
म िनहायत मुबारक। भारी कबीला और धन दौलत शाहाना होगा।
रा :- जब उ के 42व साल भी शु होता होवे मुबारक। खचा ब त बङा मगर
ल े
कबीले क बेहतरी म होगा। औलाद के िलये गैर मुबारक होगा। भाई बहन से
िक
इतफाक रखने से बरकत होगी। औलाद 21 साल फक वाली कायम और मददगार
होगी।
ता
के तू:- 48 साल उ के शु से जारी। ख़द अपने िलये मुबा रक। सफर दरपेश रह।े
िव
123
उ तक। सनीचर 60 से 60 साल कु ल 120 साल तक वगैरह वगैरह ऊपर का फल
दगे। वषफल के िहसाब से ख़ाना नंबर 9 वाले का असर इसके अपनी आम तौर पर
शु होने क याद क बजाये जनम दन से ही शु होता हो तो वो ह जनम दन
से अपनी उ के अरसा तक ही ऊपर का फल दग
े ा यािन बुध 34 साल मंगल 28
साल सनीचर 60 साल वगैरह।
खलासतन ख़ाना नंबर 9 के तमाम ह जब कभी भी शु होव वो अपनी
अपनी आम उ क याद तक फल दगे। िसवाये सनीचर के जो 60 साल फल दग
े ा
ला क ाथ
और उमदा। इस तरह ख़ाना नंबर 9 म शु र या बुध और मंगल बद सबसे मंदे और
सनीचर नंबर 9 म सबसे उ म और सबसे लंबा अरसा 60 साल का होगा।
ल े
ख़ाना नंबर 2 म :- सब ह ऊपर ख़ाना नंबर 9 के िलए िलखा आ तमाम
िक
फल उ के आिखरी िह सा म दगे। यािन ख़ाना नंबर 9 म अगर सनीचर का फल
60 साल िलखा है तो वो उ के शु क तरफ से 60 साल बुढापे क तरफ को होगा
ता
और यही सनीचर ख़ाना नंबर 2 म 60 साल होगा मगर मौत के दन क तरफ से
िव
124
सूरज शु र मु तरका ह = हवाई ताकत का मािलक बृह पत होगा। सोना वगैरह
ठोस हालत क चीज का ता लुकदार न होगा।
i) कु डली म जब शु र नीच हो (शु र नंबर 6 म) तो सूरज मंगल बृह पत का फल
मंदा होगा और
ii) जब पापी ह या के तू का फल मंदा होवे तो बृह पत का फल भी मंदा होगा।
ii) जब सूरज या चं उमदा न ह (अरमान नंबर 108 फै र त हण) बृह पत क
हवा िनहायत सद बफानी तूफान क हवा क तरह क़ मत के असर को सुला दग
े ी
या क़ मत का आम दन
ु यावी असर मंदा ही होगा या ह क क़ मत होगी।
iv) जब मंगल न हो (मंगल बद हो) तो बृह पत भी न होगा। यािन आकाश बेल
ला क ाथ
होगी। जो िजस दर त पर चढ जावे उसे तबाह कर दग
े ी।
v) जब बुध का साथ हो तो बुध फौरन बृह पत को अपने दायरा म बांध लेगा और
ल े
बृह पत या सनीचर का सांप बनकर या सूरज क करन होकर बाहर िनकलेगा।
िक
यािनः-
1) यािन बृह पत अके ला या/अपने दो त चं के साथ ही हो बुध क रािश 3-6
या/बुध के प े घर 7 म और बुध को दख
े े बृह पत या दख
े े चं बृह पत।
ता
िव
2) वाह बुध दख
े े बृह पत को/या बृह पत चं मु तरका को बुध क रािश 3-6 म
या प ा घर 7 म या म से।
ब
यािन 3 म बुध दख
े सकता है 11-9 को या 11-9 म से 3 को
यािन 6 म बुध दख
े सकता है 12 को या 2-12 म से 6 को
यािन 1 म बुध दख
े सकता है 7 को या 7 म से नंबर 1 को
3) वाह कसी और तरह भी ब ये ु ी वगैरह बुध क राख - रे त बृह पत क
गैबी हवा या गृह ती ताकत सोने वगैरह म िमल जावे।
लाख पित होता आ भी मुसीबत पर मुसीबत दख
े ता चला जावे मगर
अकल क कोई पेश ना जायेगी।
एैसी हालत म अगर सूरज चं वगैरह उमदा ह (बमूजब अरमान नंबर
108) और सनीचर उमदा (बमूजब अरमान नंबर 168) तो क़ मत उमदा होगी।
फै सला हक म होवे।
4) ले कन अगर बृह पत अके ला या बृह पत चं इक े या दोन चं या
बृह पत म से कोई एक अपने ऊंच घर ख़ाना नंबर 2 या 4 म (या ख़द बुध
नंबर 2-4 म या दोन मु तरका के साथ
125
ही िमल बैठ वाह कसी भी घर) हो जाव तो बुध दु मनी क बजाये मदद दग
े ा।
चं का पूरा नेक असर होगा।
5) अके ले अके ले चं या बृह पत को बुध मार लेगा। दध
ू म रे त या सोने म राख
वाह कलई का टांका या कोढ पैदा कर दग
े ा।
6) नेज अरमान नंबर 180 (बृह पत बुध मुशतरका वगैरह) दख
े ।
बृह पत जब दो या दो से यादा ह के साथ हो जावे या उन को दख
े ता हो
जो ह क आपस म दु मन ह (बुध या मंगल क वो ताकत जो मंगल या बुध नर
ह या ी ह या मखनस ह के दर यान होने पर रखते ह क शत न होगी और
ला क ाथ
न ही उन ह क बृह पत से दु मनी क शत होगी) तो वो उनक बाहम वाली
दु मनी हटा दग
े ा। ये मतलब नही है क दो ती ही पैदा करवा दग
े ा। दो ती पैदा
ल े
करवाने वाला चं ह।ै
बृह पत व सनीचर का बाहमी ता लुक
िक
1) बृह पत के घर म सनीचर बुरा फल न दग
े ा। मगर सनीचर के घर ख़ाना नंबर
10 म बृह पत नीच फल का होगा।
ता
िव
2) (बृह पत सनीचर मु तरका) जुदी जगह िलखा ह।ै बृह पत दोन जहान क
ब
हवा का मािलक है और िसफ नेक िह सा का यािन जब तक हवा म सद (चं )
गम (सूरज) और नेक क हालत(मंगल नेक) मौजूद हो। बृह पत दोन जहान के
मायन का होगा। ले कन जब कोई भी और हालत इस म िमली तो बृह पत िसफ
एक हालत का मािलक होगा।
बृह पत का रा से ता लुक
1) रा के ता लुक से बृह पत चुप हो जाता ह।ै मगर कायम ज र होता ह।ै सोना
(बृह पत) रा के ता लुक म पीतल होगा। बृह पत को अगर चं क मदद िमल
जावे तो दु मन को मार लेता ह।ै पीतल पर पानी लगे तो नीला रं ग रा अलैहदा
होने लगेगा। यही रा जब सनीचर के लोहे पर लगे (लोहा व नीला थोथा) तो
तांबा (सूरज) होगा।
2) रा हाथी के िसर क लहर तो बृह पत इसक पेशानी होगी। दोन मु तरका
होने क वजह से हाथी का िसर द तरबूज क श ल म बंट गया। ब दोन ह
के मु तरका होने पर आमदन क नाली दोरं गी होगी।
126
अरमान नंबर 131
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बहृ पत बहृ पत 2 मतलका
ु गहृ ती इसक
सरज
बध
ु
ू
}
कायम राज योग मंगल 2
या
आवाज पर िसर कटा द और
इसके पसीने क जगह खन
ू
बहृ पत बाहम बहा द।
सरज
ू
चं
}
कायम इकबालमंद ु ी
िसवाये
3-11
ला क ाथ
बहृ पत 1 राग रं ग का खाब
ू शानदार बहृ पत 2 िपता क उ के खतम करने
तंबू ा बजने लगा। कल
ू का बध
ु 8 के इलावा ख़द
ु अपनी (16 से
ल े
आम इ म परा
ू दजा। 19 म)उसका तोशा भी खराब
बहृ पत 1 इसका मामली
ू तांबा भी सोने करे । बहन बेवाह मामू तबाह।
िक
या दो त या क िक़ मत (बहृ पत) देवे। बहृ पत 2 ह मरान आसदा
ू हाल
हो क मदद 2 या 4 ला.क . 156/2 केतू 2
बहृ पत 2 िम ी के काम से सोना। बहृ पत 2 नर औलाद के िब न या
ता
िव
127
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बहृ पत 3 शेर क सवारी का साथ जारी उ के आिखर तक ख़द
ु
बहृ पत 3
जारी होगा। ला.क .135/3
खशहाल।
ु भागवान।
बहृ पत 4
सनीचर 2 } अपने िलये उमदा िक़ मत
वाला होवे।
चं 3
बहृ पत 3
} इकबालमंद। धन रे खा।
एैसा धन भाइय को तारे ।
बहृ पत 4
चं 2 } दु यावी बलं
वालदन
ु दी म अगर
ै से बढ कर न हो तो
शु कर 3 } कमअजकम उनके बराबर
ला क ाथ
बहृ पत 3 उध रे खा। िजसका दो त का तो ज र होगा। मािनद
सनीचर 4 } उसी को लटू कर अमीर हो ''मां पर धी िपता पर घोङा
ल े
जावे। ला.क . 296/4 होगा ''। ला.क . 150/14
बहृ पत 3
} उध रे खा दौलत के बहृ पत 4
} दोन ह का जदा
ु जदा
ु और
िक
सनीचर 9 ता लक
ु म। ला.क .296/4 सरज
ू 1 दोन का उ म फल होगा ।
बहृ पत 9
} सनीचर क उध रे खा का बहृ पत 4
} उध रे खा मगर सबसे उ म
ता
सनीचर 9 परा
ू नेक असर होवे। सनीचर 9 और सबको तारने वाली हालत
िव
बहृ पत 4
}
मु तरका रहम हमदद ।
महंु क हवा से ही बात को
सनीचर 10
चं 1
} सख
ु हो।
128
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
का अरसा 7 साल तकलीफ इसका तोशा भी बरबाद करे ।
ू के ता लक
हो। (सरज ु से ला.क . 284/4
ख़ाना नंबर 5 का असर केतू बहृ पत 6 12 िपता क उ के इलावा
पर होगा।) लीद म मािनक बध
ु 12 } इसका बाक छोङा। तोशा
प थर म मोती क ताकत तक भी खराब कर देवे।
होगी। बहृ पत 7 सफर से ज र िजंदा घर
बहृ पत 5
} इ म से खबू दौलत कमावे। वािपस आवे। भाइय से तंग
ला क ाथ
शु कर 5 औलाद क मारफत बढे । दिखया।
ु अपने पेट के अनाज
बहृ पत 5 िक़ मत का िनहायत असर क मेहनत क ज री शत।
}
ल े
चं 9 नेक। इसक पानी क ी धन से/म बरकत। ख़द
ु
मामली
ु सी नाव बङे भारी अपनी कमाई िम ी म जावे।
िक
जहाज का काम देवे। तराजू क डं डी क बोदी क
बहृ पत 5 बहृ पत के वकत से िक़ मत तरह सब का बोझ सहारे ।
}
ता
सनीचर 9 का असर होवे। मफिसल
ु िम ी का माधो। चने क रोटी
िव
129
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
औलाद से मह म होगा। और हर तरह से जागतृ
अपनी औलाद का सख
ु न (जागती िक़ मत का जमाना
पावे। मतब ने वगरैह होवे। होगा।)
और वो (मतब ना) तो बहृ पत 9 ला. क . सफ़ा 161 जज
ु 12
आराम पावे मगर कु डली और अरमान नंबर 124 म
वाला उस मतब
ु ने से भी िलखे हए के इलावा बजरगा
ु
ला क ाथ
कोई फायदा ना पावे। '' जोङ क मारफत बढे गा। द रयाये
भाई जोङ खायगे होर'' का गंगा को हवा म चलने क
ल े
िहसाब होगा। अगर चं भी ताकत क तरह क िक़ मत
ख़ाना नंबर 7 म साथ हो होगी और सब क िक़ मत
िक
जावे तो शमा के परवाने क इसके द रया का प न होगी।
तरह इ क़ क लहर म िदमागी ख़ाना नंबर 19
ता
चलने वाला होगा और अगर बहृ पत का जाती असर
िव
सरज
ू भी न हो जावे। मजहब हानी। 161/11, 12
ब
नाकामयाब आिसक व 157/2 ला.क .
और तबाह होगा। बहृ पत 9 मंदा फल होगा।
बहृ पत 7
चं 7 } बचपन म तकलीफ हो। चं
बध
ु
5
3
} ला.क . 159/5
बहृ पत 8 ख़द
ु अपनी िक़ मत म हार बहृ पत 9 उमदा फल होगा।
न होगी। बाबा बेशक उससे चं
पहले मर चका
ु हो। मगर बाप बध
ु
3
5
} ला.क . 159/5
क और ख़द
ु अपनी उ बहृ पत 9 मंदा भी और शाहाना भी।
लंबी होगी। अब ये ख़ाना
नंबर 8 मारगअ थान न
शु कर 3-5
चं 5-3
} ला.क .161/2
होगा बि क बहृ पत क बहृ पत 9 ससराल दौलतमंद और
दौलत सोना और हरदम बढे मंगल 3 } ु
दौलत दव।
प रवार तर क पर होगा।
130
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बहृ पत 9 िक़ मत का नेक और उमदा बहृ पत 10 िचऊंटी के महंु से आटे का
सनीचर 5 } असर सनीचर के वकत से सनीचर 9 } जरा तक भी छीन लेने वाला
शु । धन दौलत उमदा। (उध रे खा) होगा। ला.क .
मगर औलाद के िलये मंदा ही 160/9
लगे। मफिसल
ु बहृ पत बहृ पत 10 आग के वाकयात ह ।
सनीचर मु तरका म िलखा सनीचर 9 } बहृ पत चं (बहृ पत क
ला क ाथ
ह।ै सरज
ू देखता चीज सोना, हवाई, जद रं ग,
बहृ पत 9 तीन घर और तीन ह से हो चं क चीज चांदी, बजाजी
}
ल े
मंगल 3 बहृ पत का ही असर होगा। के काम से नफे। मगर
सरज
ू 5 और उमदा और उ म। सनीचर क मतलका
ु
िक
बहृ पत 10 आकबत अंदेश। मगर माया आिशया सामान व काम मंदा
क क पना। नीच बहृ पत। फल दव।
ता
िपता धन दौलत न ही िजंदा बहृ पत 10 लाल िकताब सफ़ा 158/2
}
िव
बहृ पत 10
जी होगा। ला.क . 144/1
फक र को रोटी देकर
बहृ पत 10
सरज
ू 5 } शािदयां एक से यादा होवे।
131
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चं से मु तरका पेशानी बहृ पत 12 िदमागी ख़ाना नंबर 12 राह
वा यात गजरते
ु हए क याद। से मु तरका। राजदारी। परा
ू
बहृ पत 11 न िसफ िपता के सख ु से यागी। माया पर पेशाब क
बध
ु 3 } खाली या मंुतजर होगा धार मारने वाला। राज छोङ
बि क गहृ त रे खा सीधी फक र होवे।
खङी माकल ू आमदन िफर बहृ पत 12
भी कजाई ही होगा। लाभ सनीचर 9 } माया क मह ु बत से दरू गो
माया यादा। उध रे खा
ला क ाथ
यादा मगर लालच से क या माया पर पेशाब क
बरबाद होवे। धार मारने वाला। ला.क .
ल े
बहृ पत 11
मंगल 3 } बजाते ख़द
ससराल
ु
ु ओरै अपने
को मबा
ु रक (वासते बहृ पत 12
160/8
म मद का सख ु ह का।
}
िक
धन दौलत) मगर अपने सनीचर 12 बहृ पत चपु होगा।
खिशय
ु (अपने ही खानदान राह 12
के) क मौत से दिखया।
ु बहृ पत 12 म ीय (माता व औरत
}
ता
}
बहृ पत 11 ला.क . 167/40 चं 12 वगरैह) का सख ु ह का। चं
िव
बृह पत क ु ी व आम ह से ता लुक
बृह पत रा मु तरका- बुध होगा। टु िनया तोता स ज रं ग। खाली बुध।
ख़ाना नंबर ६
132
मामू को अपनी बजाये के तू क महादशा का अरसा 7 साल तकलीफ होगी। के तू को
कु ा भी माना है और गऊ माता भी। इसिलये गाय को (जब बृह पत नीच होवे)
कु े क गंदगी क खुराक का आदी बना दग
े ा। (लाल कताब सफ़ा 118 ख़ाना
नंबर 3 का हद
ं सा नंबर 9)।
बृह पत बुध /शूककर:- बृह पत बुध ला.क . 166/30 बृह पत शु र ला.क .
167/33-34 ख़द बृह पत तो न बोलेगा मगर उसक िम ी बोले सोना न होवे।
बेइ ती और तकलीफ जर व माल क हद से यादती के सबब चोट क जगह
बेिहस हो कर सो जावे। फोक उ मीद। शेखिच ली क कहािनयां सुन सुना कर
दन गुजारे । नंगो के घर भूखे मेहमान आये। हस
ं हस
ं ा कर भूखे सो गये का हाल
ला क ाथ
होवे। (बृह पत बुध क बाहम ु ी 158/3, 159/4)
बृह पत चं ः- चावल िजस कदर बूढा या बाप दादे के वकत का होता जावे।
ल े
क़ मत बढती जावे। अकल जावे धन और आवे का हाल रह।े लाल कताब
िक
167/35-37
बृह पत शनीचरः- ी गनेशाय नमः सब के पूजने क जगह होगी। लाल कताब
160/10
ता
िव
बृह पत के तूः- मामू मर तो बेशक हमसाये मारे जाय तो दरुसत। मगर बृह पत का
ख़द जाती बुरा फल न होगा।
ब
अरमान नंबर 133
सूरज क लाली :- िनकलते सूरज क लाली से मुराद मंगल सूरज मु तरका।
यािन शु उ या जनम से अ छा व उमदा हाल और छु पते या ढलते सूरज क
लाली से मुराद बुढापे क तरफ या िपछली अव था म मंगल सनीचर क मु तरका
उ म फल क हालत होगी।
सूरज िनकलने का वकत
ब े के माता के पेट म आने के वकत या दन से ही शु िगन सकते ह।ै
ले कन आम दिुनयां म सूरज का इस दिुनया म जािहर होने का व और ब े के
पैदा होने या इस दिुनया क हवा म जािहर होने से लेते ह। (लाल कताब सफ़ा
नंबर 379 फरमान नंबर 113-115 के दर यान म)। इस तरह बाज औकात 9
महीने का ही फक पङ जाया करता ह।ै िजस क वजह से तमाम ही ह अपने अपने
मुकरर याद पर असर करने म धोका दे जाया करते ह। असर तो ज र करते ह।
ले कन मुकररा वकत या दन का फक हो जाता ह।ै इस बात क
133
दरु ती इसिलये भी ज री है क तमाम ह कब बािलग़ ए दख
े ना ज री होता
ह।ै (अरमान नंबर 13)
ख़ाना नंबर 9 सूरज क रोशनी जािहर होने का असल मुकाम िगना ह।ै
इसिलये कु डली म जहां सूरज वाकया हो। वहां से ख़ाना नंबर 9 तक िजतने घर
सूरज पीछे हो या सूरज वाकया होने के घर और ख़ाना नंबर 9 के दर यान िजतने
घर ह दख
े क इन म कौन कौन से ह वाकया ह। उन घर के ह क आम याद
का मजमूआ सूरज िनकलने क याद म फक का हद
ं सा होगा। (आगे पीछे होने के
ल ज़ क शक दरू करने के िलये एक दो तीन हद बारह तक क तरतीब से कु डली
ला क ाथ
के खाने िगने जाएंगे। ख़ाना नंबर 9 से पहले घर म यािन 1 से 8 सूरज हो तो कहगे
क सूरज ख़ाना नंबर 9 से पीछे ह।ै अगर 10 से 12 म हो तो बोलेग क सूरज ख़ाना
ल े
नंबर 9 के बाद ह।ै)
ह क याद बृह पत 6, सूरज 2, चं 1 वगैरह का 35 तक होगी। अगर
िक
सूरज ख़ाना नंबर 9 से पीछे ही हो तो दर यानी घर के ह क याद जमा करगे।
यािन सूरज का असर इतना (जमा कया जाने वाला िह सा) अरसा और लेकर
ता
अपनी आम याद से दरेी पर असर करे गा।
िव
134
यादा से याद असर दन
े े लग जायेगा जनम दन से पहले ही।
िमसाल नंबर 2 म सूरज है ख़ाना नंबर 2 म यािन नंबर 9 और ख़ाना नंबर 2
के दर यान रा 6, शु र 3, मंगल 6, बुध 2, सनीचर 6, चं 1 और के तू 3 यािन
कु ल 27 दन या/महीने यादा से याद जनम दन के बाद सूरज का असर जािहर
होगा। याद िगनते वकत सूरज क ख़द अपनी याद 2 का हद
ं सा नह िगनते
मगर ख़ाना नंबर 9 म जो ह ह।ै उसक याद शािमल कर लेते ह। िजतना अरसा
सूरज फक दग
े ा। इतना ही अरसा बाक सब ह फक दे कर जनम दन से पहले या
बाद म असर दन
े ा शु करगे।
अरमान नंबर 134
ला क ाथ
सूरज
ल े
सूरज अपने जनम से दस
ू र क मदद करने क ताकत का मािलक है और इसे
रोशनी माना ह।ै सद (चं ) गम (बजाते ख़द अपनी सूरज क ताकत) लाली
िक
(मंगल) और खाली जगह म हर वकत मौजूद होना (बुध का आकाश) इसके ज री
पहलू ह। इसिलये सूरज के बगैर क़ मत एक अंधेरी चीज है और हवा (बृह पत) के
बगैर सूरज क गम से भरी इ क़ मत ख़द कु डली वाले और इसके दीगर
ता
िव
135
सूरज के साथ शु र का साथ और ता लुक ख़द शु र के फल म मंदे फल क जमीन
पर बेहद गम का असर होगा यािन ह जबरद त मगर बुत ह का सूरज बुध इक े
सेहत उमदा। सूरज-शु र मु तरका=बृह पत, शु -बुध मु तरका=मशनोई
सूरज, सूरज-सनीचर=मंगल बद या बुध खाली। सूरज बल और सनीचर
कमजोर हो तो िज मानी सेहत कमजोर होगी।
सनीचर का तालूकः- (सूरज बंदर सनीचर सांप। दोन क लङाई का हाल
दु मनी का सबूत ज़हन
े नशीन करायेगा।) कु डली म एक दो तीन क तरतीब से
जब सूरज हो सनीचर से पहले घर म तो सनीचर जो सूरज का लङका िगना गया
ला क ाथ
ह।ै सूरज के फल म कोई बुरा और दु मनाना असर न दग
े ा और सूरज का फल उमदा
होगा। ले कन अगर सनीचर पहले घर म हो और सूरज बाद के घर म तो सनीचर
ल े
अपना याह असर सूरज क रोशनी म िमलाता और क़ मत म ध बे लगाता
िक
रहग
े ा। चं सद , मंगल लाली, बृह पत हवा और बुध खाली जगह का रोशनी पर
या सूरज क पैदा करदा क़ मत पर कोई बुरा असर न होगा।
ता
2) अिलफ़:- अगर सूरज सनीचर दोन ही इक े एक घर म मु तरका होव तो बुध
िव
का खाली असर पैदा होगा मंगल बद होगा िजस के मंदे नतीजे होते ह।
ब
(बे):- अगर सूरज को बाप (कु डली वाला श स) मान तो कु डली वाले का हाल
जब क सूरज के साथ ख़द सूरज के दो त ह ह अपने बाप से उमदा होगा। ले कन
अगर सूरज के साथ दु मन ह ह तो एैसे श स (कु डली वाले) क औलाद का
मंदा हाल और बाप (कु डली वाले) के िलये औलाद क क़ मत कोई अ छे असर
क न होगी।
3) मंगल क लाली िनकलते और िछपते सूरज के साथ होती ह।ै िजस कदर सूरज
क उ बढती जावे। मंगल क लाली सूरज क रोशनी म ही िछपती जाया करती है
और जुदी नजर नह आती। मगर होती है ज र अंदर ही िछपी इ। िजस कदर
लाली और रोशनी का िमलाव यादा होगा। उसी कदर सूरज क उमदा क़ मत
का असर यादा होगा। या लाली के बगैर सूरज क वो शान न होगी। जो लाली का
सूरज के अंदर यादा शािमल होने पर। रोशनी के बगैर लाली कसी को नजर न
आयेगी या इसम याही का ही असर होगा या
136
सूरज के बगैर मंगल नेक क जगह मंगल का असर बुरा या मंगल बद (मंगल म
सनीचर क बदी का असर) होगा।
4) दु मन ह के इलावा सूरज का ख़द अपना मंदा असर िनहायत
पोशीदा और िछपे ढंग पर या रात म सोये ए क तरह खवाब म पैदा होने क
तरह जािहर होगा। मगर सनीचर का असर दन दहाङे बरसरे बाजार तमाम
दिुनया के सामने खङा करके क ल करने क तरह पर जािहर होगा।
5) सूरज का शु र से दु मनाना है या सूरज के पास िम ी होती ही नह ।
ला क ाथ
चं म सूरज क आधी रोशनी होताी ह।ै य क वो सूरज के दरवाजे का िभखारी
ह।ै सूरज कसी सवाली को िम ी क खैरात न दग
े ा और अगर दग
े ा तो चांदी और
ल े
मोती दग
े ा। खैरात न दव
े े तो बेशक न दव
े े और अगर दग
े ा तो जंदगी दग
े ा सनीचर
िक
क तरह मौत न दग
े ा। अगर बखशीस न दव
े े तो सनीचर क तरह फक र क झोली
से उ टा माल िनकाल ही लेने का बरताव न करे गा। कसी का सवाली न होगा।
ता
बि क अगर हो सके तो कसी के सवाल को पूरा कर दग
े ा। ख़द चोटे खायेगा और
िव
बढेगा। मगर दस
ू र पर चोट मारना जायज न रखेगा।
ब
अरमान नंबर 135-136
सूरज का दस
ू रे ह से बाहमी ता लुक
1) लाल कताब सफ़ा नंबर 201 पर ''िज म व ह का ता लुक'' दो
पा टय म िलखा ह।ै हरएक ह के बाद लफज ''का'' िलख तो मतलब साफ हो
जाएगा।
2) सूरज के तू का बाहमी साथः- के तू शु र का असर है और शु र या के तू
दोन ही सूरज के दु मन ह।ै अब के तू क औरत या कु डली वाले के लङके क औरत
खूब मोटी ताजी िमजा ह का सारं गी भारी होगी। मुंह फाङ कु े क तरह भ कने
वाली लङके का गृह त बरबाद करने वाली होगी और ख़द लङका कु डली वाले
को इस क (बाप क ) राजदरबार क कमाई म ध ा लगाने वाला या बरबाद करने
वाला साबत होगा। कु ा सूरज क तरफ मुंह करके रोयेगा। कु े को मौत
137
के यम नजर आयगे। या बुरे वकत क िनशानी का सबूत दग
े ा।
सूरज से दु मन ह का ता लुक
1) अपने घर क रािश ख़ाना नंबर 5 म दु मन ह को भी कु डली वाले
क जान क मदद करने क ताकत पैदा कर दग
े ा। मगर कु डली वाले क औलाद
को दु मन ह के बुरे असर से नह बचा सकता।
2) ख़द सूरज जब दु मन ह क रािश या उनके प े घर आ तो िजस
ख़ाना नंबर म आ उस ख़ाना क मुतलका चीज पर वही असर बुरा कर दया जो
सूरज पर ख़द हो जाना था। ले कन जब दु मन ह के साथ ही कसी घर म हो
ला क ाथ
बैठा तो दु मन ह का फल उस खाने क मुतलका चीज पर बुरा कर दया िजस
खाने म क सूरज और वो दु मन ह बैठे थे। ले कन अगर इतफा कया सूरज के
ल े
साथ सूरज का मददगार और दु मन ह भी बैठा होवे तो दु मन ह का बुरा असर
िक
बजाये इसके क कु डली वाले पर बुरा होवे। इस ह क मुतलका चीज पर बुरा
कर दया जो चीज क उस ह क मुतलका ह जो ह क सूरज के मददगार क ह।
यािन अपनी बला सूरज ने इस मददगार पर टाल दी।
ता
िव
138
अरमान नंबर 137
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
}
सरज
ू कायम मामु वगरैह को सरज
ू क
बहृ पत कायमऔर राज योग तरह चमक ली िक़ मत
ख़ाना नंबर 9 का मािलक बना दे। ख़द
ु
बध
ु 4 चमके सबको चमकावे।
सरज
ू 1 या ु पदैा करे , पदैा
ल मी ख़द मगर दोन तरफ क
ला क ाथ
सरज
ू मय दो त क कराई िमलने क परवाह ीय (शु कर) पर
ह मंगल या चं न होगी। दु यावी कामयाबी मेहरबान न होगा।
ल े
या बहृ पत व बरकत का मािलक सरज
ू 2 दिल ी-आलसी-िनधन हो।
ला.क . 175/10 मंगल 1
िक
सरज
ू 1 वािलद बचपन म ही मर चं 12
शु कर 7 जावे। सरज
ू 4 ज री सफर के नेक
ता
िव
सरज
ू 1 माली मरतबा ओर नतीजे। ला.क . 218/3
ब
चं 2 जायदाद वाला होवे। सरज
ू 4 आग के वाकयात ह । जब
सनीचर 11 बहृ पत 10 दोन ह का मु तरका
सरज
ू 2 ससराल
ु खानदान व दौरा हो बहृ पत (सोना
अपने गहृ ती (अपनी वगरैह), चं (चांदी कपङा
औरत के ता लक
ु से बाल वगरैह) के काम या सामान
ब चे वगरैह) सािथय के मबारक
ु फल दगे। मगर
िलये अगर पानी म सीधा सनीचर (लोहा लकङी
अपना अकस देने वाला वगरैह) के काम या सामान
अपनी तरह सब क मंदा फल दगे।
िक़ मत व इ जत को सरज
ू 4 राजदरबार से मतलका
ु
बढाने वाला हो। तो अपने बहृ पत 10 सफर के नेक नतीजे।
माता िपता क तरफ के च क़ायम सीप म मोती ह ।
र तेदार
139
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सरज ू 4 े
मौत िदन क वकत द रया सरज ू 5 राह के वकत तक िनधन
चं 4 नदी या चलते पानी से राह 5 या कम दौलत होवे। िसफ
सनीचर 10 होगी। चं 4 खाली खचा ही चलाता
सरज ू 4 मत ु मल िमजाज । जावे।
मंगल कायम सरज ू 5 कायम परा ू इकबाल मंद।
सरज ू 4 चं 4
मंगल 10 आंख से काना होवे। बहृ पत 9 या क़ायम
ला क ाथ
सरज ू 4 नामद वना बजिदल। ु सरज ू 5 राजयोग।
चं 1 बध ु 4
शककर ू 7 बहृ पत 9 या क़ायम
ल े
सनीचर सरज ू 5 बहृ पत का परा ू उ म फल
सरज ू 4 दिनया
ु का पराू आराम मंगल 3 होगा।
िक
चं 4 होगा। सीप म मोती ह गे बहृ पत 9/12
खाली 10 या तीन क़ायम
सरजू 5 िदमागी ख़ाना नंबर 20 सरज ू 5 शािदयां एक से जयादा ह ।
ता
सरज ू का जाती अकल बहृ पत 10
िव
140
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सरज ू 6 लङके पर लङका मरता बङा भाई ज र होवे। वना
मंगल 10 जावे। अ प आयू होगा। गाय क
सरज
ू 7 औरत का सख ु र ी करे । सेवा और शरण हंमेशा
सफर म मौत न हो या नेक फल िदलावे। िदमागी
सफर से िजंदा वापसी ख़ाना नंबर 25 (पापी
ज र होगी। िदमागी ह से मशतरका)
ु नकल
ख़ाना नंबर 24 (हसद) करने क ताकत
ला क ाथ
का मािलक होगा। बेहद बह िपयापन क तरह के
तबाहकन ु गु सा। सरज ू का मािलक होगा।
ल े
बदिमजाजी। ख़दगज ु , सरज ू 9 ला.क . सफ़ा 161 जज ु 3
खशामद,
ु शोहरत, और अरमान नंबर 124 म
(िदखलावा) व मशहरी िलखे के इलावा अपनी उ
िक
पसंद। मगर िक़ मत म लंबी ,अपने बाप क उ
अंधेरे क तरह क िजंदगी लंबी, अपने बाबे क उ
ता
होगी। िदमागी ख़ाना नंबर लंबी , खानदानी नसल
िव
24 बध ु से मशतरका
ु लंबी। (लङका, पोता ,
हौसला। ला.क . 142/16 पङपोता) भी लंबी उ के।
ब
सरज
ू 7 औरत क सेहत खराब। िदमागी ख़ाना नंबर 26
शु कर 1 िदमागी कमजोरी। भोलापन बहृ पत से
दीवानगी। मु तरका। मसखरगी (हद
सरज ू 7 अै जन से यादा हो तो बेवकफ ू )
शु कर 7 बध।ु ला.क .सफा 128/10,
सरज
ू 7 िक़ मत क हार और हर 164/23
शु कर 1 तरह से मार। आग म सरज ू 9/3 जवानी से (३४ साल उ
मय िज म या मकान जलते बध ु 5 के बाद) िक़ मत जागेगी।
सनीचर हए क तरह के दख ु क सरज ू 9 दोन ह का फल र ी।
या जलन। तपेिदक वगरैह। बध ु 3 बधु दोन को ही बेवकफ ू
राह गजिक िम ी खराब या सनीचर 11 े
बना देव। बरी ु िजंदगी।
जल जावे। दख ु का पतला।
ु सरज ू 10 राजदरबार के मतलकाु
सरज
ू 8 अब ये ख़ाना मारग च क़ायम ज री सफर के नेक
अ थान न होगा। उ लंबी नतीजे।
िक़ मत नेक।
141
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सरज ू 10 वालदनै बचपन म ही सरज
ू 11 उ 12 साल होवे।
शु कर 4 मर जाव।
सरज ू 10 उ 12 िदन हो। चं 5
चं 5
सरजू 10 उ 22 साल होवे।
राह 11
सरज ू 10 दसर
ू क मौत
ला क ाथ
सनीचर 10
या
ल े
सरज ू सरूज मशनोई म तोहमत या बदनामी सरज
ू 12 मतमइल
ु िमजाज।
या शु कर बुध मंगल कायम हर तरह से शाितं वाला
सनीचर मशनोई सनीचर से ख़द ु नाहक आ मरे होवे।
िक
या हर दो शु कर बहृ पत या मारा जावे।
142
दख
ु मुसीबत गैबी हमले िज भूत तमाम फज और वहम क बुरी हवाय)
चं व चं का घर ख़ाना नंबर 4:- नेक क खास िसफत (अरमान
नंबर 38 दख
े । चं (माता) से बढ कर ब े का तमाम दिुनया म और कौन मददगार
ह होगा। जो सांप क मादा सांपनी से भी उस के ब को छु ङा लाता है और सांप
क नसल बाक ह।ै
चं :- सूरज जमा बृह पत :- रोशनी व हवा का मािलक या हर इक या हर
इक के दल का मािलक चं ह।ै बुध (अकल) कायम हो तो चं का बुरा फल न
होगा। चं अगर शांित का मािलक है तो सनीचर के साथ से यािन चं सनीचर
ला क ाथ
मु तरका होने पर चं क माया (धन दौलत) सनीचर के याह रं ग क तरह याह
मुंह माया होगी। यािन उसका चांदी का िपया भी हर तरह से याह या खोटा सा
ल े
मालूम होगा। गो खािलस चांदी का ही (ऊंच चं ख़ाना नंबर 2) यूं न होवे।
सनीचर का बजाते ख़द भी असर जहर भरा या खूनी कु आं या दध
ू म जहर या ठ डे
िक
मीठे पानी के कु एं म याह काली जहर िमली इ होगी। सनीचर के मकान आराम
दन
े े क बजाये दख
ु का सबब ह गे। ला.क . 220/4
ता
सनीचर क उदासी वैराग दल को शांित क जगह दल क क पना
िव
म जलाता रहग
े ा। चं अगर धन दौलत है तो सनीचर खजानची। गोया इसका धन
ब
अगर उमदा भी होवे तो इसका खजांची या पये रखने का ब सा एैसा होगा जो
ख़द मािलक को ख़द इसके अपने आराम के िलये इस ब से म से पया िनकालना
एैसा होगा जैसा क एक जहर िमले सांप के िसर से मनी का छीनने के िलये सांप के
पास जाना। सनीचर अगर बृह पत का मददगार था तो चं का दु मन आ।
हालां क चं (जब चं का असर ु ी के िहसाब से उन ह म िजन का क चं
लाल कताब सफ़ा 105 पर दु मन दखलाया गया ह।ै (शु र बुध मय तीन पापी
ह) िमल जावे। नेक नतीजा होगा। ले कन अगर वो ह िजनका क चं दु मन
ठहराया गया ह।ै अपना असर चं म िमला द तो चं ख़द अपना नेक फल दन
े ा बंद
कर लेगा और नतीजा मंदा होगा।) बजाते ख़द एैसी ताकत का मािलक है क अगर
वो (चं ) जब बाहम दु मनी वाले ह के दर यान हो तो उनक बाहम वाली
दु मनी हटा कर उनक आपस म दो ती पैदा करवा दत
े ा ह।ै बृह पत ने तो िसफ
दु मनी हटायी थी। मगर दो ती नह पैदा क । बेशक चं अके ला एक तरफ हो
और सारी दिुनया (बाक सब ह) दस
ू री तरफ (माता एक तरफ बाक सब इसके
143
साथी बाल ब े वगैरह दस
ू री तरफ) चं मदद ही दग
े ा।
अगर सनीचर बजाते ख़द अके ला चं के साथ होने पर जहर पैदा करने
वाला आ तो इसके एैजंट रा व के तू क बुराई चं के साथ ही (ख़द चं के घर
ख़ाना नंबर 4 म या एैसे घर जहां क चं (बैठा हो) न चल सक । रा हाथी बन कर
चला। ले कन जब द रया म प च
ं ा (द रया चं ) तो ख़द रा का अपना साया
इसके पाव म जाल (रा -तदआ
ू ) क तरह हो बैठा। फर रा भूचाल बना तो िजस
जगह द रया नदी या कोई और पानी आया (लाल कताब फरमान नंबर 7 सफ़ा 6)
तो लहर आगे न जा सक । गोया रा उन घर पर ही असर के िलये चलता रहा
जहां क चं का पानी न आया। बरअकस इसके यही रा जब सूरज के घर या सूरज
ला क ाथ
के साथ आया तो और भी गम से िपघल कर सूरज वाकया होने के घर और उस के
(सूरज के वाकया होने के ) बाद के घर पर और भी गम होकर चलने लगा।
ल े
के तू छलावा बन कर बृह पत (हवा) को साथ लेकर सनीचर (मकान) क
िक
एैजंसी म होता आ चं के सफर के रा ते आया यानी शरा-ए-आम क हवा मकान
म सीधी ही आने लगी। (लाल कताब सफ़ा 82 जुज 20) माता के दल के टु कङे या
इसके ब े हवा-ए-बद का िशकार होने लगे। माता को दख
ु आ। मगर ख़द माता
ता
िव
पर हमला न आ। इस दख
ु के पैदा करने का सबब भी चं के िलये िसफ़ सनीचर ही
आ। अगर मकान न होता तो ये मौत का बहाना न होता। यही हवा तूफान बनी।
ब
चं के समुं के पानी को ऊंचा नीचा कया। मगर चं को समुं से यािन समुं के
पानी को समुं क जगह से उठा कर कसी और जगह न ले जा सक । िम ी फक
जो चं लेकर शांित से अपनी तै म डालता गया। के तू के कु े ने द रया अबूर करना
चाहा। जब इस के कान म पानी पङा या कु े को इसक टांगो ने हार दी कु ा आगे
न जा सका।
के तू के ये कान और दम
ु या ह? कु डली का ख़ाना नंबर 8 के तू के कान ह।
जब चं जो उ का मािलक ह।ै ख़ाना नंबर 8 म होवे। वहां रा न होगा। (िजस
जगह रा हो बृह पत चुप होता ह।ै फक र क कु टया म हाथी (रा ) फक र को
तंग करता ह।ै मगर कु टया म कु ा आराम दत
े ा ह।ै इसिलये बृह पत ने रा को
संभालने से इ कार कया। चुप हो गया। िजस फक र के पास हाथी होगा। वो ग ी
नशीन साधु हो या इस एक दिुनया का बृह पत होगा। दोन जहान का मािलक न
होगा। रा (हाथी) का िज म ख़ाना नंबर 12 म माना है तो ख़ाना नंबर 6 रा के
िलये सूंड क जगह होगी।)
144
या जहां रा न हो बृह पत बोल पङता ह)ै। जहां पानी हो वहां अकस भी हो सकता
ह।ै (साया) या सूरज क रोशनी भी हो सकती ह।ै
रा गुम आ। चं के तू का दु मन है और हर इक क नसल बढाना (गो
ख़द अपनी नह । यािन माता क उ लंबी नही होती जब क चं ख़ाना नंबर 8 म
हो) चं क बि श ह।ै चं क दु मनी क वजह से कु े के कान इतने लंबे ए क
वो लटकने लगे। (चं ख़द के घोङे के कान लटकते नही। चं के दु मन के लटके ।
अगर बुध क बकरी इ तो वा भी कान लंबे करवा गई। सनीचर के सांप के कान तो
इतने गुम ए क िसफ़ िनशान ही रह गया)। कान लंबे उ लंबी। (लाल कताब
ला क ाथ
सफ़ा 68 फरमान नंबर 75) पागल होकर कु ा इतना भागा क वो दस दन तक
(कु डली का ख़ाना नंबर 10) इस का पसीना चं का पानी भी मुंह के रा ते जबान
ल े
से कतरा कतरा होकर टपकने लगा। (बुध जबान के तु कु ा दोन ही बुध के तु इक े
िक
होने पर चं का पानी या चं मा का असल असर कतरा कतरा होकर बाहर चला
जायेगा)। ले कन जब तक वो चं के पानी से दरू रहा। इस क मौत न इ या पानी
से पागल कु ा मर जाता ह।ै इसी तरह जब तक के तू चं से दरू रहा लोग को
ता
िव
145
दम
ु सीधी इ (12 साल तक कु े क दम
ु सीधी न इ बुध का गोल दायरा ही रही।
पागल कु े क दम
ु सीधी हो गयी।) तो पागल कु े का िसर दम
ु आवाज दांत (सब
बुध के िह से ह)ै दिुनया के सब गृह तीय पर बुरा असर करग यािन ख़ाना नंबर
12 का बुध ख़ाना नंबर 6 के सब ह का फल र ी कर दग
े ा। ले कन अगर के तू के
िह से जो बुध के माने ह। इस से अलैहदा ख़ाना नंबर 12 म (ख़ाना नंबर 6 पाताल
है और ख़ाना नंबर 12 आसमान यानी कु ा इतना बङा पागल हो जावे क पाताल
से लेकर आसमान तक हो जावे। टांगे पाताल म ह ख़ाना नंबर 6 और िसर दांत दम
ु
आवाज आसमान म ख़ाना नंबर 12 म) न हो तो के तू का बुरा असर न होगा। वाह
ला क ाथ
ये कु ा ख़ाना नंबर 6 म बैठकर ख़ाना नंबर 12 को दख
े े या ख़ाना नंबर 8 का असर
बरा ता ख़ाना नंबर 12 ही ख़ाना नंबर 6 म िमल जावे।
ल े
खुला तन :- (1) ि लोक का भेद ख़ाना नंबर 3 से ख़ाना नंबर 9 म नौ ही ह से
िक
जािहर आ। जहां क गैबी और जािहरा दोन जहान का मािलक बृह पत था।
िजसने दिुनया को ये खबर दन
े े के िलये गृह तीय का घर शु र ख़ाना नंबर 2 को
प ा घर बनाया। िजसम आने के बाद चले जाने का पैगाम या मौत का म भी
ता
िव
146
सब ह का भेदी है और बृह पत सबको जानने वाला ह।ै दोन ही ह रा के तू के
िसर ओैर पांव को पहचान सकते ह।
(2) रा के तू दीवार बन कर िसफ़ रा ता रोक सकते ह और ये दीवारे
हम
ं ेशा चलने वाली ह। इसिलये इनके दरू होते ही उन ह का असर वही उमदा
होगा। जो हो सकता ह।ै ले कन जब ये हाथी व कु ा घोङे के साथ ही एक मकान म
बंधे ह (ख़ाना नंबर 6 म जब के तु था तो अपने से सातव या ख़ाना नंबर 12 म रा
था) तो तवेला मवेिसयां होगा (लाल कताब सफ़ा 81 जुज 12)। जो बाक सात या
रा के तू (मु तरका मशनोई शु र) का नतीजा शु र गृह त का ख़ाना नंबर 7 है
ला क ाथ
(कु डली का)। िजसम शु र के साथ ही बुध को भी माना ह।ै ता क कु े के टु कङे ना
हो जाव और के तू इस इ म म लङका भी माना ह।ै इसिलये ही ख़ाना नंबर 7 शु र
ल े
बुध मुशतरका होने पर मुबा रक ओैर शु र बुध मु तरका से मशनोई सूरज होगा।
िक
ख़ाना नंबर 6 म जब के तू को माना था तो इस का दस
ू रा साथी रा ख़ाना
नंबर 12 म और बृह पत दोन (रा के तू) को चलाने वाला ख़ाना नंबर 2 म बैठा
ता
ह।ै ख़ाना नंबर 2 म बृह पत है और गुरदवारा इसम ख़ाना नंबर 8 का असर आया।
िव
147
ने ख़ाना नंबर 4 म और सनीचर ने चं से जो ख़ाना नंबर 4 का मािलक है से अपनी
दु मनी के वभाव का सबूत दया। इस च के बुरे और भले हो जाने के सबब से
चं ने सबक उ क ताकत अपने काबू कर ली ओैर सब क उ का मािलक आ
और तमाम ही के सफर म अपना असर डालने क ताकत पकङी। ये रा के तू का
कु ा ह क म कौआ बन बैठा। इसी गां (गाय) कां (क वा) और कु े क सेवा के िलये
(या सनीचर से बचाव के िलये) अपनी रोटी के तीन टु कङे ि लोक म आराम के
वासते गऊ ास के नाम पर अलैहदा रखे। यािन बुध के खाली ढांचे म रा के तू
पकङे गये। ख़ाना नंबर 9 और 12 के बुध ने सब ह को मारा तो ख़ाना नंबर 2 के
बुध ने सब को तारा भी ह।ै िसफ़ ख़ाना नंबर 4 है जहां क बुध म रा के तू का
ला क ाथ
ता लुक नह वो राजयोग ह।ै
चं का दु मन ह से ता लुक
ल े
(1) जब चं पहले घर म हो और दु मन ह बाद के घर म तो चं ख़द अपना नेक
िक
फल उस दु मन ह को दन
े ा बंद कर दग
े ा।
(2) जब दु मन ह और चं इक े ह तो चं और दु मन ह दोन का ही फल र ी
होगा।
ता
िव
148
अरमान नंबर १४६
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चं कायम जायदाद गरै माकला
ू चं 1 नौह सास का ता लक
ु मां
ज र पदैा हो। या िमले। शु कर 7 बेटी क तरह नेक और
पराई अमानत पास रह उमदा होगा। मगर शादी
जावे। और लेने वाला औलाद म गङबङ होवे।
वािपस न आवे। िदल क
परी
ू शांित हो।
चं 1
बहृ पत 4
} हर िकसम क सवारी का
ु और नफा होवे।
सख
ला क ाथ
चंद क़ायम ज री सफर मतलका
ु सनीचर 10
सरज
ू 4/10 राजदरबार के नेक नतीजे। चं 2 लाल िकताब सफ़ा 151/1
ल े
बहृ पत 10/4 नफे और हर तरह से चं 2 दोन ह का अलहदैा
िक
फायदा होवे। बहृ पत 4 अलहैदा और उ म फल
चं कायम घर क हालत सोने क ै से कम नेक
होगा। वालदन
सरज 6 जगह िम ी के तवे ह । मंदा न होगा। बि क बढे गा।
ता
ू
िव
149
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चं 3 (बरी
ु भली) दोन तरफ क
बहृ पत 9
बध ु 5
} उमदा नतीजा होगा।
यादा। शरारत का माकल
जवाब देने क ताकत व
ू
चं 3 आदत हो।
ु ी चं 4 िदमागी ख़ाना नंबर 28
11/9 खाली कु डली म मंगल बद शु कर से मु तरका।
ला क ाथ
हरिगज न होगा। मंगल परानी
ु याद दासत क
वाह िकसी घर हो नेक ताकत। ला.क . 218/1,
होगा। िदमागी ख़ाना नंबर 220/3 शु कर का बरा
ु
ल े
27 गौर व खोज क फल न होगा। सनीचर का
ताकत। ला.क . 152/2 1/3 अरसा (12 साल)
िक
मंगल से मु तरका । गंदी औलाद पदैा होने का वकत
मह ु बत से दर।ू दनयावी
ु होगा।
ता
ता लक ु म िदल का बहत चं 4 फक र को रोटी देकर
िव
150
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
च 4 चं 5 बज रया/मतलका ु राज-
और
सरज
और
चं
ू
बहृ पत 2/9
क़ायम
5
कायम
4
} इकबाल मंद होवे।
च
ु 11
6
}दरबार समंु पार लंबे लंबे
सफर के नेक नतीजे ह ।
िदमागी ख़ाना नंबर 30
दबाव बोझ मसावीपन क
ताकत। केतू से मु तरका।
बध ु 10 } के बज रया/मतलका
ु जस ै ा मंुह वस ै ी चपेट। अ छे
ला क ाथ
ितजारत (बघु के काम) से अ छा बरेु से बरा। ु अगर
नेक नतीज ह गे। उजाङे तो चं िपता
ल े
चं
राह
4
10 } राह का मंदा असर बध ु पर
होगा। यािन िसर फट जावे। चं 6
खानदान को तारे ।
माता भाग र ी। बाक 6
िक
चं 4 बारौब मगर गु से वाला बध ु 12 बचने वाले मकान क
मंगल 10 } होगा। अहले सरकार से तरह क हालत। तिकया
ता
फायदा उठाने वाला। मसािफर
ु का सा हाल।
िव
}
िचङीय से बाज लङाने क च 6 कुं डली वाले क माता
ताकत। मंगल (बद)4या उससे पहले मर जावे।
चं
सरज ू
5
10 } उ 12 िदन होवे। मंगल
बध ु
8
6
(उसके बचपन म ही।)
एैसा श स माता से पहले
चं 5 उ 12 साल होवे। या गजरु जावे।(बचपन म ही)
सरज ू 11 } बधु 8 ऊपर क हर दो हालत म
चं 5 मंदा फल होवे। मंगल }
6/12 अगर दोन िजंदा ह तो
बहृ पत 9
बध
ु 3 } चं न
तो साथ
हो।
और नही दोन ही एक दसरे
े
देखता मंद बि क दोन ही
हो दिखया
ु हो।
ू के
151
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चं 7 अकल क बारीक या सनीचर से मु तरका
ु ी ु पहचं दजा कमाल।
खाली ख़दाई ढीलापन। जािहरा
अगर फक री भी तो सबसे मानसरोवर मगर अंदर
अ वल ऊंच दजा क और से कपट क खान। ला.क .
नेक असर क । िदमागी 215/17
ख़ाना नंबर 31 शु कर से चं 9 अरमान नंबर 124 ख़ाना
ला क ाथ
मु तरका रं ग प म फक नंबर 9 के इलावा। ला.क .
वगरैह क ताकत। दधु से 161/12 िदमागी ख़ाना
ल े
दही और दोन क शकल नंबर 33 इ म रयाजी के
और रं ग म फक का चं 9 िक़ मत का िनहायत नेक
िक
मािलक। ला.क . 218/1 बहृ पत 5 असर। पानी क मामली
ु
चं 7 बचपन म तकलीफ हो। सी िक ती उसे बङे भारी
ता
बहृ पत 7 बहरी जहाज का काम
िव
152
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
चलने वाली ह वाह चं 11 न िसफ़ कु डली के ख़ाना नंबर
धोका देने वाली बाजारी बध ु 3 3 भाई बंद का मंदा फल होगा।
औरत या माशका)ू बि क बाक बचने वाले मकान
बरबाद कर। (नाजायज (ला.क .80/8) का भी नेक असर
खचा धन दौलत क भी (अगर कोई एैसा ज ी हो भी)
बरबादी करगी) ला.क . हर तरह से जायल और खराब
220/4 होगा।
ला क ाथ
चं 10 ख़ु क कएंु ख़दबख़द चं 11 दोन ह का अपना अपना
सरजू 4
}
ु
पानी देव। ला.क .
ु
बध ु }5 असर होगा। और नेक।
ल े
बहृ पत 4 220/5 चं 12 जायदाद का फल म धम।
चं 11 दीमागी ख़ाना नंबर35 िदमागी ख़ाना नंबर 36 राह से
िक
पेशानी वाकयात गजरे
ु मु तरका। वकत गजरे ु मद
हए क याद। बहृ पत से पछताये। ''आता है याद मझकोु
मु तरका। ला.क . गजरा
ु हआ जमाना।'' कभी हम
ता
214/14 भी बाइकबाल थ। ''पदम
िव
सलतानु बोद''।
ब
चं 11 ला.क .सफ़ा 212/7 चं 12 दिल ी। आलसी। िनधन
दो त ह3
दु मन ह 3
सरज
ू
मंगल 1
}2 होवे।
सनीचर
}
राह 12 सख ु ह का। चं चपु होगा।
153
नोट के नीचे जुज नंबर ९) इस ह क आम याद (तीन साला दौरा) के वकत म
पहले साल म मगंल का फल शािमल और मंगल बल होगा। दर यानी िह सा या
साल म इस ह का ख़द अपना फल (रा के तू का मु तरका असर) और आखरी
साल म खाली बुध का असर होगा।
बुध लङक (कौतबाह) शु र िज म क िम ी (बुत) और मंगल खून (मैदाने
जंग)। ब ा पैदा करने क ताकत िगने गये है यािन लङक के िज म म िजस दन से
कौतबाह (माहवारी आयाम का खून) ब ा पैदा करने क ताकत पैदा होवे। उस
दन से ये ह रा के तू के मु तरका असर का मैदाने जंग शु र के नाम से िगना
ला क ाथ
जायेगा और शु र के नतीजे के तू (लङके ब े) क छलावे क तरह के रं ग ढंग पैदा
कर दगे। बुध कु डली के कसी भी घर म हो जब शु र से अलैहदा हो और अपना
ल े
फल वहां से........... जहां क बुध बैठा हो। उठा कर शु र म िमला दग
े ा। (बुध के
िक
हाल म मुफिसल िलखा ह।ै) यािन शु र और बुध जब अलैहदा अलैहदा होकर
कु डली म ु ी के िहसाब से आमने सामने के घर म वा या हो जाव। तो चकवे
चकवी के चं क रात म अके ले अके ले होने का असर (लाल कताब सफ़ा 209 नीचे
ता
िव
154
}
शु र होवे ख़ाना नंबर 3 म और बुध होवे ख़ाना नंबर 9 म दोन का फल र ी होगा। हालां
शु र होवे ख़ाना नंबर 9 म और बुध होवे ख़ाना नंबर 3 म क दोन दो त ह। वजह ये क
बुध ख़ाना नंबर 9 के तमाम
ह और ख़ाना नंबर 9 के
तमााम ता लुकदार घर के
ह के असर क बुिनयाद
खोखली कर दग े ा।
}
शु र होवे ख़ाना नंबर 6 म और बुध होवे ख़ाना नंबर 12 म दोन का फल र ी य क
ख़ाना नंबर 12 का बुध
ख़ाना नंबर 6 के तमाम ह
का फल खराब कर दग
} े ा।
ला क ाथ
शु र होवे ख़ाना नंबर 12 म और बुध हो ख़ाना नंबर 6 म दोन का ऊंच फल य क
ख़ाना नंबर 6 का के तू सब
को ऊंच करता ह।ै
ल े
शु र होवे ख़ाना नंबर 8 म और बुध हो ख़ाना नंबर 2 म
िक }
दोन का फल र ी। मौत का
ख़ाना पीछे को दख े ता ह।ै
और मारग अ थान ह।ै शु र
होवे ख़ाना नंबर 2 म और बुध हो ख़ाना नंबर 8 म
ता
}
बुध बृह पत के घर म
बृह पत क दु मनी पर
शु र को भी नह छोङता
िव
और मुदा शु र नंबर 8 का
असर ख़ाना नंबर 2 म जाता
ब
ह।ै
4) अगर शु र व बुध दोन ही मु तरका ह तो मशनोई सूरज का असर होगा। नेक मायन
म। (लाल कताब सफ़ा 291 ऊपर से छटी सतर)
शु र का बृह पत से ता लुक
बृह पत के ख़ाना नंबर 9 म शु र हो-औलाद के िलये मंदा-तीथया ा उमदा।
बृह पत के ख़ाना नंबर 12 म शु र हो-धनदौलत ऊंच शु र क मगर औरत क सेहत
(कदरे ) मंदी।
बृह पत के घर ख़ाना नंबर 2 म शु र का उ म 60 साल ये 60 साल सनीचर क आमदन
होगी। जब सनीचर ख़ाना नंबर 9 म होवे।
शु र के ख़ाना नंबर 7 म बृह पत हो बृह पत के िलये सोने क जगह िम ी होगी। ला.क .
146/6-7
इन दोन ह के इक े होने के वकत शु र का फल पोशीदा (िजस तरह सूरज के िलये
बुध का हाल ह।ै) और बृह पत का जािहरा होगा।
शु र का सनीचर से ता लुक
अगर शु र से सूरज ने दु मनी क और ऊपर से जािहरा अपनी गम को
भेज कर अपनी तिपश से जलाया तो
155
सनीचर ने नीचे से खु फया ही आकर शु र को पूरी ही मदद दी। यही सनीचर के
सांप को िम ी क मदद होगयी। सूरज और सनीचर के दरमयान ये शु र या ह?
ै
िसफ़ रा के तू (जो इस के मशनोई हालत के जुज ह या इसी ऊपर को उभारने
(सनीचर से) और नीचे को दबाने (सूरज से) क वजह से शु र जो टू ट फू ट म होगा
रे त बनेगा और रे त होगी बुध क चीज या बुध ख़दबख़द पैदा हो गया।) जो सनीचर
के एैजंट ह। मतलब ये क जब शु र को सनीचर क मदद िमली या शु र को
सनीचर ने मदद दी तो रा के तू भी शु र के मददगार हो गये। दस
ू री हालत म जब
सूरज बरिखलाफ होवे शु र के तो मदद दग
े ा शु र को सनीचर। यािन जब औरत
ला क ाथ
क नेक उसे मदद न दव
े े। औरत क शैतानी क ताकत ही सब दु मन को मातहत
करवा दग
े ी।
ल े
शु र का रा से ता लुक:- शु र और रा मु तरका होने पर िसफ़
िक
बुध ही रह जायेगा। यािन रा जब शु र के साथ ह बुध का फू ल तो होगा (बुध
रा दो त) मगर शु र का फल (के तू) न होगा। (बुध के तू बाहम दु मन ह)। रा न
ता
िसफ़ औरत क सेहत और औलाद को िबगाङता ह।ै बि क शु र क ल मी भी मंदा
िव
फल दग
े ी। मगर बुध क फोक इ त और शोहरत ख़द कु डली वाले क ज र
ब
बरकरार रहग
े ी।
शु र का चं से फकः- बारीक उङने वाली जरा जरा इ इ िम ी
को शु र और तमाम जमकर एक ही तै बनी इ िम ी को चं क धरती माता
कहते ह। इन दो ह का मेल दही और दध
ु का मेल ह।ै गो शु र ने कसी को नीच
नह कया। मगर मंगल बद ने ी (शु र) को भी नह छोङा और हर तरह से
बि क इसक मौत तक का भी असर दया ह।ै
अरमान नंबर 149
शादी
दो गृह तीय को अलैहद अलैहदा रखते ए एक कङी से जोङने वाली चीज
आम दिुनयादार क नजर म शादी और ह चाल म मंगल क ताकत का नाम रखा
गया ह।ै यही मंगल के खून क कङी लङक और औरत म फक क कङी है और इसी
वजह से शादी म मंगल गाये जाते ह। अगर मंगल नेक
156
हो (मंगल को सूरज या चं क मदद िमली इ) तो शादी ख़ाना आबादी करने
वाला मंगल होगा। ले कन अगर मंगल बद (मुफिसल मंगल बद म िजकर ह।ै) तो
बंदर कला (सूरज को सनीचर से बंधा आ करना या सूरज इस काबल न हो क
मंगल को मदद दे सके । खु क और सीधे मायन क तरह ऊपर को खङी क इ
लकङी को सनीचर माना ह।ै इसी असूल पर थ म। सतून मकान क चारदीवारी
छत के बगैर खङी दीवार सनीचर क चीज मानी ह।) होगा। िजस से शादी क
खुशी क बजाये शु र ी ल मी का सुख सागर एक गंदा दख
ु का भंवर होगा।
मंगल बद का वीराना होगा। िजसम सूरज क रौशनी क चमक तक न होगी। दन
ला क ाथ
क बजाये सनीचर क याह रात का साथ होगा। बुध के खाली आकाश म मशनोई
शु र के बानी रा के तू क बैठक ख़ाना नंबर 8 सनीचर का हड
ै ाटर होगा।
ल े
शादी क दोन लक र- (लाल कताब सफ़ा 238 जुज 6)
िक
शादी क दो लक र शु र और बुध माने गये ह। बुध से ऊपर क लक र मद से
मुतलका और शु र से नीचे क लक र औरत से मुतलका (िमली इ) मानी गयी ह।ै
ता
शु र और बुध म से अगर एक ही ह कायम हो तो हाथ पर िसफ एक ही शादी क
िव
157
बुध शु र अगर कु डली के पहले घर म ह और मंगल बद बाद के घर म वा या
हो :- दो शाखी का मुंह हथेली के बाहर को रहने वाली शादी क दो शाखी रे खा
होगी।
बुध शु र ह बाद के घरो म और मंगल बद होवे पहले घर म:- दो शाखी का
हथेली के अंदर क तरफ मुंह होने वाली शादी रे खा होगी।
मंगल बद एैसी हर दो हालत म अगर शु र पर बुरा असर दे रहा हो तो
औरत बायस खराबी और अगर बुध बुरा असर दे रहा हो तो मद बायस खराबी
होगा।
ला क ाथ
और अगर बुध शु र जुद जुदा ही ह और मंगल बद का कु डली म ता लुक
हो जावे। तो कु दरती सबब खराबी का सबब ह गे।
ल े
नोटः- ी ह (चं शु र) जब नर ह (सूरज बृह पत मंगल) के साथ
िक
मु तरका या साथी ह हो जाव तो भी शादी रे खा से मुराद होगी। बशत क एैसी
हालत म सनीचर का ता लुक भी (जङ रािश प ा घर ु ी या साथी हक
ता
हालत का हो जाना) हो जावे। एैसी हालत म ऊपर िजकर क इ तमाम शत के
िव
158
बुध को को दख
े ता हो उस का दो त ह तो मद क उ लंबी होगी।
बुध को दख
े ता हो उस का दु मन ह तो मद क उ छोटी होगी।
शु र बुध मु तरका को दख
े ता हो दोन का मु तरका दो त ह दोन क उ लंबी
होगी।
शु र बुध मु तरका को दख
े ता हो दोन का मु तरका दु मन ह दोन क उ
छोटी होगी।
शु र को दख
े ता होवे उसका दो त ह (शनीचर) और बुध को दख
े ता हो
उसका दु मन ह चं तो औरत क उ लंबी और मद पहले चल जावे।
बुध को दख
े ता हो उसका दो त ह (सूरज रा ) और शु र को दख
े ता हो उसका
ला क ाथ
दु मन ह (सूरज चं रा ) तो मद क उ लंबी और औरत पहले चल जावे।
शु र को दख
े ता हो उसका दु मन ह (सूरज चं रा ) और बुध को दख
े ता हो
ल े
उसका दो त ह तो मद कायम वाह इसक औरत कई दफा मरती या हटती
िक
जावे।
बुध को दख
े ता हो उसका दु मन ह (चं ) और शु को दख
े ता हो उसका दु मन
ह (सूरज चं रा ) तो औरत कायम रह।े वाह उसके मद मरते या हटते जाय।
ता
िव
159
कोई मतलब न दव
े े।
अगर ऊपर क दोन हालत म शु र या बुध उ ट खान म बैठे ह तो
नतीजा उ टा हो सकता ह।ै
ी या नर ह के घर से मुराद ी या नर ह का शु र या बुध के साथ ही
मुशतरका घर म हो जाने से मुराद न ली जायेगी। बि क मुराद ये है क ऊपर क
शत (मद एक औरत अनेक या उ टा उ ट वगैरह) िसफ इस वकत होगी जब क ी
ह या नर ह अपनी अपनी रािश से बाहर बि क वो अपनी अपनी रािश को दख
े ते
तक भी न ह या वो शु र या बुध से कसी तरह भी साथी ह न बन रहे ह ।
ला क ाथ
रं ग व वभाव:-
सूरज बुध का ता लुक औरत का रं ग व वभाव जािहर करे गा। कु डली म
ल े
अगर सूरज पहले घर म हो और बुध बाद के घर म तो औरत का रं ग व वभाव
िक
उमदा होगा। और नेक असर का। बशत क सनीचर दखल न दव
े े। अगर बुध पहले
घर मे हो और सूरज बाद के घर म तो औरत के रं ग और वभाव म मंदा असर
ता
शािमल होगा।
िव
160
राह का साथ (शु बधु का राह से ता लक)
ु ु दिल दु मन मौत गमी।
दख
केतू का साथ (शु बधु का केतू से ता लक)
ु एैश फलना फलना
ू ु वगरैह।
खशी
अरमान नंबर 150 ता 153
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शु कर कायम िसर क े रे खा का शु कर 1 औरत क सेहत खराब ।
बध
ु 3/6 ऊ म फल होगा। चं का `राह 7 िदमागी कमजोरी।
बरा
ु फल न होगा। झगङ दीवानगी वगरैह।
का फै सला हक म होवे। शु कर 1 औरत क सेहत खराब ।
ला क ाथ
अगर शु कर र ी तो चं सरज
ू 7 िदमागी कमजोरी।
का बरा
ु फल(जबिक चं दीवानगी वगरैह।
ल े
}
}
भी र ी हो।) िसफ माता क शु कर 1 नौहं सास का हरदम
जान पर हो सकेगा। चं 7 झगङा। क पना ।
िक
शु कर 1 फटे तरबज
ू (फट)
ू क तरह शककर
ू िक़ मत क हर तरह से
तबीयत का वभाव और मय 1 हार व हािन मंदा हाल।
ता
गहृ ती सख
ु का हाल सनीचर िज म या मकान आग म
िव
161
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शु कर अपने िलये मशनोई शु कर शादी और औलाद म
ु ी खाली शु कर (राह केतू
मशतरका)
ु का नेक
मंगल
बध ु
} 3 गङबङ।
162
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शककर
ू 4 न िसफ राह या बध ु क शु कर 4 ी व औलाद का फल
ुि खाली आखरी उ (बध ु 34 राह बध ु 6 बहत देर बाद नेक होगा।
जारी 10 42) शु कर का औलाद खास कर बध ु क कल ु उ
का फल र ी होगा। बि क े
34साल क बाद अ छा
भआ,ु फफ ू , आम गहृ ती होगा। शु कर 5 वतन क
व औलाद के दख ु बि क मह ु बत। िदमागी ख़ाना
दरअसल पानी म कु डली नंबर 25 बहृ पत से
ला क ाथ
वाले क शादी या भआ ू मु तरका।
वगरैह क शादी से पहले शु कर 5 औलाद क मारफत बढे
ू जाव। कु डली वाले के
ल े
डब बहृ पत 5 और बरकत पावे। इ म से
घर का कवा ु इसके मामू खबू दौलत कमावे।
खानदान पर भी उनको शु कर 6 िदमागी ख़ाना नंबर 6
िक
खाक याह कर देने का ु ी खाली िदलच पी प क मह ु बत।
ु असर करे । शादी के
बरा काम िकये बगरै न
ता
बाद यही कवा ु कु डली छोङना। औलाद के िलये
िव
163
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शु कर 6 कु े को घी हजम न होगा शु कर 8 अ वल तो शादी बहत देर
केतू 6 वाला हाल। औरत बांझ ु ी खाली बाद वना औरते मरती
होगी। जाव। मामू खानदान और
शु कर 7 िदमागी ख़ाना नंबर 7 बध ु ससराल ू घर दोन
िु खाली से मशतरका।
ु िजंदगी खानदान को तबाह
बढने क ताकत(अ ज से करने वाला हो। आतशक
ु है लंबी उ से नह ।)
मराद सोजाक खरीदने वाला हो।
ला क ाथ
खरबजे ू को देख कर गोबर-दही क िमलावट से
खरबजा ू रं ग बदले।ला.क . िब छू पदैा होने क तरह
ल े
234/5, 244/८ दसर
ू के िलये स ज
कदमा सािबत होवे। बाहर
िक
शु कर 7 नामद वना बजिदल
ु होवे। खचू कय ु म िगरने वाले
चं 1 गधे क तबीयत का होवे।
ता
सरज ू 4 ला.क . सफ़ा 162 जज ु 15
िव
164
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
शु कर 10 सेहत उमदा वाला हो। िसवाये औलाद के मंदे फल
ु ी खाली ला.क . 233/3 के शु कर हर तरह से
शु कर 11 मद खानदान या मद के ऊंच फल देगा। तमाम
बधु 3 मतलका
ु खाऊ यार मराद ु तरफ क माया उसक
ह गे। औरत अपने मद के औरत के साथ होगी। जहां
िखलाफ न ही अपनी मज कोई मददगार न हो उस
ला क ाथ
वाल को और न ही अपनी क औरत क िक़ मत
लङिकय को धन दौलत मदद देगी। मगर औरत क
ल े
दे सके। बि क अपनी सेहत ह क होवे।
लङिकय वगरैह का धन 3) बहृ पत ,सरज,ू चं
िक
भी अपने मदके(आदिमय ) तीन ह का नेक फल
खानदान को िखला देगी। साथ होगा। अगर नेक न
या झगङे फसाद म बरबाद हो मंदा तो हरिगज न
ता
करवा देगी। जािहरा वही होगा।
िव
165
165
अरमान नंबर 154 ता 158
मंगल नेक
ये ह बुलंद होने। नेक करने क जागती इ उमंग, रशक, नेक वािहश और
अपने िज म के िलये दस
ू र से मदद लेने क ताकत का मािलक ह।ै मंगल का बुध से
ता लुक दो चीज को इक ा करके काम का नतीजा नेक कर लेने क खसलत होती
ह।ै वो दो चीज गो जुदा जुदा ह गी मगर बाहम िमल कर काम का नतीजा नेक
होगा। बुध (जमाने क अकल) गो इसका दु मन ह।ै मगर इसके साथ वो बुरा फल
न दग
े ा। मंगल बुध का बाहम िमलाप कोई एैसा बुरा न होगा। मगर होगा कदरे
ला क ाथ
बुरा ही । मसलन मंगल ने जब चं क मदद पायी तो सब उमदा मंगल नेक होने
पर वो चं का दध
ू और ख़द अपना जुज खांड मीठा ले आया। दध
ू जुदा ह।ै खांड
ल े
जुदी। बुध शािमल आ अकल ने िमलावट क दध
ु म खांड डाल दी। दध
ू को खांड म
घोल कर एैसा िमलाया क वो जुदी मालूम न इ। ये िमलावट बुध क ताकत या
िक
अकल से इ। दध
ू मीठा होने पर और भी उमदा आ। मगर बुध क अकल से वो
िसफ पीने के काम का ही रह गया। अब अगर चाह क दध
ू को अलैहदा करके खांड
ता
िव
166
(हाथ पर ख़ाना नंबर 3 क जगह क चरबी) ब त बढ कर अंगूठे क चरबी को और
बृह पत के ख़ाना नंबर 2 को एक ही कर दव
े े। तो शु र ब त बङा आ। कु डली
वाला औलाद से मह म आ और बृह पत ने अपना काम छोङकर खाली शु र का
काम करना शु कया। कु डली म यही हालत उस वकत होगी जब शु र और
बृह पत दोन तो ह आपस म ु ी पर और मंगल दोन म से कसी एक तरफ का
साथ ले लेवे। यािन इन दोन म से कसी एक के साथ ही हो बैठे। शु र से िमला तो
ब त बङा शु र और अगर बृह पत से िमला तो नम हाथ का बृह पत या शु र क
तासीर वाला बृह पत होगा।
(2) इसी तरह मंगल बद ख़ाना नंबर 8 वाले िह सा क चरबी अगर बुध व
ला क ाथ
चं के बुरज को एैसा यकसां कर के िमला दव
े े तो मंगल बद का बुध व चं दोन
पर बुरा असर होगा। िजसका िजकर अरमान नंबर 160-161 म आ ह।ै
ल े
मंगल नेक को बुरे असर क तरफ से रोकने वाला बुध (िसर रे खा) है जो
दरुसत हो।
िक
मंगल बद को बुरे असर क तरफ से रोकने वाला चं ( दल रे खां) है जो
दरुसत हो।
ता
अके ला ही मंगल (हर तरफ से अके ला) शेर तो होगा मगर जंगल (बुध) के
िव
बगैर शेर होगा। या बकरी (बुध) क जगह खांड (मंगल ख़द मंगल क चीज) खाने
ब
वाला पालतु शेर होगां िजसम शेर क शेरी या बकरी के खून से पैदा इ इ
खूंखारी न होगी। एैसे अके ले मंगल क शेरी या बकरी क तासीर का फै सला ख़ाना
नंबर 4 के ह करगे।
मंगल का सनीचर से ता लुक
(1) मंगल सनीचर मुशतरका का खास असर इसी अरमान म आगे दज ह।ै
(2) रा के तू दोन ह सनीचर का वभाव रखते ह। या सनीचर म नेक व
बद दोन ही तरफ चल जाने क ताकत होती ह।ै ले कन मंगल एैसा नेक और एैसा
साफ है क इसम अगर जरा भी बुराई क तरफ चलाने क उकसाहट हो जावे तो
फर पीछे न हटेगा और अगर कोई जरा सी शरारत या बुरा असर करने वाला
मंगल का साथी हो जावे। तो मंगल अपना सारा ही जोर उसे दे दग
े ा। यािन अगर
मंगल के साथ सनीचर आ िमले तो मंगल ख़द तो बुध क तरह खाली ही हो
जाएगा। ले कन सनीचर क ताकत दोगुना कर दग
े ा। सनीचर बीनाई का मािलक
ह।ै मगर इस नजर से पहाङ फट जावे क ताकत का मािलक मंगल ह।ै नजर खराब
हो गयी सनीचर का असर होगा। नजर लग गयी मंगलबद का असर होगा।
167
सामने आये ए को पहचान लेना। िलखे को दख
े कर पढ लेना ये सनीचर क ताकत
ह।ै मगर दमाग के हाथी रा क सवारी करके एक जगह बैठे ही सैकङ मील क
खबर को दख
े ..............आना मंगल क ताकत है
मंगल का के तू से ता लुक
दो के तू (एक असल के तू दस
ू रा ऊंच मशनोई के तू यािन शु र सनीचर
मु तरका अरमान नंबर 113A मशनोई ह) इक े ही मु तरका या बाहम ु ी
पर ह तो मंगल दो गुना नेक होगा।
मंगल का रा से ता लुक
ला क ाथ
रा तो मंगल का अपना ही हाथी ह।ै िजस का मंगल ख़द महावत ह।ै ले कन
अगर रा (हाथी) मंगल (शाही महावत) से दरू हो जावे तो ये हाथी अपने महावत
ल े
को उसके बाजू (मंगल) से पकङे गा। यािन मंगल और रा क दु मनी का सबूत
इ सान के बाजुय क तकलीफ या नाभी के दख
ु पेट क खरािबयां पहला सबूत
िक
ह गी। मंगल रा मुशतरका मुक मल हाथी क सवारी (लाल कताब सफ़ा 76
जुज 4) होग राजा होगा। मगर उ ट हो जाने पर यही राजा या हाथी अपनी ही
ता
फौज को मार दत
े ा ह।ै गंदा हाथी होगा।जब क इसम मंगल रा मुशतरका तो ह
िव
168
ये दोन मशतरका
ु ह मंुदरजा जल ै वाकयात के िदन से ऊपर का िदया हआ असर देना
शु करगे। यािन इनका असर उस खाने का िजसम िक वो बठ ै े हए ह जािहर होने से
पहले अपनी िनशानी ज र देगा। िनशानी उस िदन होगी जब मंगल या सनीचर दोन
ही तखत क मालक यत के िहसाब या रािश नंबर के ह बोलने के वकत इक े आ
होव। यािन जब वो इस ढं ग पर आकर िमल तो िजस खाने म वो कु डली म िलखे ह ।
उस ख़ाना के नीचे दी हइ चीज का वा या होगा। जो उनके असल िमलाव का सबत ू
देगा।
जनम कौन से वाकया से िनशानी दगे
कु डली
म ह ख़ाना
नंबर
1 िजस िदन एैसा श स राजदरबार म कारोबार शु करे दोन ह मंगल
िमले हए असर दगे।
ला क ाथ
5 िजस िदन एैसे श स के यहां औलाद पदैा हो तो असर शु हो सरजू
जायेगा।
2 िजस िदन एैसे श स का ससराल ु का ता लक ु बन जावे या शादी शु कर
ल े
होवे बहृ पत से मु तरका
7 ी से ी ता लक ु (भोग) होवे। शु कर
9 िजस िदन एैसे श स के गहृ त म य लंबा चौङा आडं बर हू पत
िक
मािनद मेला हो मगर बहस ै ीयत दान य बजरग ु से मतलका ु हो।
12 िजस िदन एैसे श स के गहृ त म य लंबा चौङा आडं बर बहृ पत
मािनद मेला हो मगर बहस ै ीयत दान य ख़द ु जाती मतलका ु हो।
ता
िव
169
मंगल का सूरज से ता लुक
सूरज के बगैर मंगल िसवाये मंगल बद के और कु छ न होगा। जहां सूरज होगा
मंगल का असर हम ं ेशा मंगल नेक का होगा। जब मंगल को सूरज क मदद न िमली।
मंगल वही मौत का फ र ता ख़ाना नंबर 8 का मािलक होगा। सूरज भी जब मंगल
से िमले तो ऊंच फल का होगा। मंगल तमाम मुतलका दिुनया म चमक और रौशनी
ह।ै चमक और रौशनी है ही उस वकत जब सूरज िनकला आ होवे।
मशनोई मंगल नेक = सूरज बुध मुशतरका मंगल सनीचर-सनीचर के घर ख़ाना
नंबर 10 म मंगल राजा होगा। जब तक क कोई और ह मंगल के साथ न हो। या
मंगल को न दख े ता होवे। और न ही कसी दु मन ह का एैसा मंगल साथी ह बन
ला क ाथ
रहा हो। मगर मंगल के घर ख़ाना नंबर 3 म सनीचर िनधन कं गाल (माल दौलत
नकद न होगा मगर जायदाद ज र होगी या उमदा हो सकती ह)ै होगा।
अरमान नंबर 159
ल े
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
िक
मंगल 1 िदमागी ख़ाना नंबर 8 मंगल 1/7 ै मझे
आ बल ु मार के काम
ु ी खाली सरज
ू से मशतरका।
ु बहृ पत के बरेु नतीजे। मगर
ता
िव
170
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
मंगल 2 धन दहे ज साजो सामान मंगल 3 ै मझे
आ बल ु मार के काम
वगरैह। ला.क . 150/15 व बहृ पत या के बरेु नतीजे। मगर
163/20 व 43/10 व सरज
ू या 7 कु डली वाले के औरत के
164/25 तर क पकङे चं मदद होती रहे । या वो
या तर क देवे। िक सा बध
ु या 3 उनको देता रहे गा।
कोताह दसर
ू क मदद सनीचर या
ला क ाथ
करे तो आमदन बढे वना दोन 7
घटे। मंगल बद ख़ाना नंबर मगल 3 आ बल ु मार के काम
ै मझे
ल े
2 269-3 बध
ु 9/11 के बरेु नतीजे। औरत
मंगल 3 िदमागी ख़ाना नंबर 17 खानदान को मदद
िक
अदल या मनिसफ
ु िमलती रहे ।
िमजाजी। बहृ पत से मंगल 3 शादी और औलाद म
ता
मशतरका।
ु िकसी पर शु कर 3 गङबङ हो।
िव
171
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
मंगल 4 औलाद के िवघन ज र मंगल 7 औलाद दर औलाद गहृ थ
पापी ह 9 ह गे। मामु व ससराल ु को शु कर 1 बढे प रवार। दौलत का
खा पी कर तबाह करे । भ डार और हर तरह से
मौत का पलेगी चहा ू होगा। सख ु हो।
मंगल 4 हौसला व इ जत बाकमाल मंगल 1/7 आ बल ै तं ू मझेु मार के
चं 3 हो। शरारत का माकल ू बहृ पत काम के बरेु नतीजे। मगर
ला क ाथ
जवाब देने वाला होव। सरजू या 1/7 कु डली वाले के अपने
मंगल 4 दोन ह का परा ू मंदा चं औरबध ु या खानदान को मदद होती
बध ु 12 फल। मौत और गरीबी का सनीचर या वाह रहे । या वो देता रहे गा
ल े
मारा हआ। बेवकफ ू सा होवे। दोन 7 उनको।
मंगल 4 मंगल 8 सबसे छोटा भाई जब 8 वष
िक
बद मय चं ला. क . 270/8 म हो तो िफर कोई और
मंगल 4 माता बचपन म गजर ु जावे। भाई ना हो या ना रहे । तदंूर
ता
चं 6 वना दोन दिखया।
ु मंगल बरबादी क िनशानी हो।
िव
172
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
िक सा वाला तखम
ु बद मंगल 10 अहल सरकार से फायदा
कहलाया जा सकता ह।ै चं 4 उठावे। बारौब गु से वाला
ला.क . 162/15-16 व होवे।
258/14 मंगल 10 आंख से काना होवे।
मंगल 10 सनीचर के घर मंगल राजा चं 5
होगा। जब से और जब तक मंगल 10 पोते पङोते वाला(उ लंबी
ला क ाथ
मंगल को कोई और ह न सनीचर 3 ु अपनी सांप कौवे क
ख़द
ै भी
देखता हो। वालदन उ ) जायदाद कायम मगर
ल े
मािनद राजा ह । बशतिक नकद दौलत म िनधन।
िक
मंगल अकेला हो। वना मंगल 10 पोते पङोते। ख़द
ु अपनी
दु मन ह के साथ सनीचर 3 उ बहत लंबी जायदादी
उनके वकत से और वकत चं 4 फल बहत मंदा मगर धन
ता
िव
ु उ ट होवे।
तक सब कछ कम होने क शत न होगी।
ब
ु नर औलाद के िलये मंगल बद मय
ख़द
बङी उ तक तरसे या सनीचर 10 ला.क . 270/8
औलाद देर बाद होवे। मंगल 12 अपनी माता से पहले ही
मंगल 10 आंख से काना हो। बध
ु 8 ु जावे।
बचपन म गजर
सरज
ू 4 मगर चं या
मंगल 10 लङके पर लङका मरता सरज
ू का
सरज
ू 6 जावे। ता लक
ु न होवे।
अरमान नंबर 160-161
मंगल बद
ये ह हर इक बदी का मािलक, तुखम बद, शुतर बेमुहार हर काम टेढा (तुखम क
नाली या पे ाब गाह तक भी न सीधी) चं के समुं को जला दन े े वालां (मंगल बद
है ही तब जब क मंगल हो चं के ख़ाना नंबर 4 म। ले कन मंगल के घर ख़ाना नंबर
३ म चं न हो। या मंगल का चं या सूरज क मदद न िमली होवे) बुराई के िलये
हसद व क ना से पेट भरे ए (ऊंट क पानी से या चं से मुह बत
173
नही। रे त का दो त है या बुध का ता लुकदार ह।ै) हर इक के पांवो म सनीचर के
सांप क र सी का फं दा डालने वाला और लकिङय क बजाये (सनीचर ख़ क
लकङी माना है और इ सान को मार कर लकङी क तरह सुखा लेने वाला मंगल
बद ह।ै) आदिमय के जंदा िजसम को आग म झोकने वाला और एक दो तीन क
बोली पर बात खतम करने वाला तीन आंख का फ र ता अजल माना ह।ै सनीचर
के मारे ए तो बचते दख
े े गये ह। मगर मंगल बद का मारा आ फर जंदा होता न
दख
े न सुना गया।
मंगल नेक से फक
ला क ाथ
मंगल नेक जब कु डली म हो तो वो ह सबसे पहले इ सानी क़ मत म
उस ह क चीज से नेक शु करे गा (यािन अपने असर के वकत उसक िनशानी
ल े
होगी) जो ह क सबसे ऊंच और नेक होवे। मगर मंगल बद सबसे पहले िनहायत
मंदे ह से िमल कर उसके मंदे असर क मुतलका चीज से अपने आने क िनशानी
िक
दग
े ा।
सनीचर से फक
ता
जान से मार दन
े े वाली जहर या तेज हिथयार से फौरन मर जाना बङे
िव
174
2) मंगल के साथ - मंगल क रािश (ख़ाना नंबर 1-8) म सूरज न हो
या सूरज कसी दस
ू रे घर म (ख़ाना नंबर 6-7-10 या 12) म हो या सूरज अपने
कसी दु मन ह के ता लुक से (शु र ख़ाना नंबर 7, रा 5-9, के तू 3-6 यािन उन
तीन ह म से कसी के साथ इस जगह दये ए घर म सूरज भी हो जावे) खराब
असर का हो रहा हो या सूरज क तरह मंगल को चं क मदद भी न िमल रही हो
तो मंगल को मंगल बद ही िगनगे।
3) मंगलीक ख़ाना नंबर 4 का मंगल बद होता ह।ै िजसका बुरा असर
चार औरत (कु डली वाले क मां, नानी, सास जनानी) पर मौत तक होगा।
ला क ाथ
ले कन अगर ख़ाना नंबर 8 म या ख़ाना नंबर 4 म चं या सूरज या बृह पत हो तो
ख़ाना नंबर 8 मौत का घर न होगा यािन कु डली वाले क उ ज र लंबी होगी।
ल े
बाक बात म बेशक मंगल बद का धुंया आता रह।े जो बाद म कोई िगनने िगनाने
वाला न होगा। फज बेमायनी सा अंधेरा जमाना होगा।
िक
4) मंगल को सूरज बृह पत चं क मदद भी िमल गई होवे। ले कन
अगर सनीचर या मंगल के दु मन ह (बुध के तू लाल कताब सफ़ा 105) का साथ
ता
हो जावे तो सब कु छ िमला िमलाया मंगल बद हो जायेगा।
िव
175
घर म तो दिुनयादार के बे नी र तेदार (हक क नह वैसे आम करीबी हो
मंदे हाल।
मंगल बद का इलाज
1) शुतर बेमुहार के क ना के नुकस इसके दल क बात इसके नाखून से
ला क ाथ
जािहर कर दगे। य क इसका दल या चं नह होता। या ऊंट को इसके पांवो के
ल े
नाखून के तू (क ना) सजा दलाते ह या वो के तू के बुरे असर को बरबाद करने के
ब
बद को भी िशवजी माना ह।ै (लाल कताब सफ़ा 281 नीचे क दो सतर 272 ऊपर
भ डारा िलये फरता है या जहां चं होगा वहां मंगल बद न होगा। जहां मंगल बद
176
हरे (जानदार सूखा आ नह ) दरखत पर गले म लाल कं ठी वाला तोता (लाल
कं ठी वाला तोता बृह पत क नकल करे गा यािन मंगल बुध से बेशक सोना ना
होगा जो बृह पत क मलक यत ह।ै मगर बृह पत क नकल या मल मा ज र
होगा। खाली ट ट करने वाला तोता न होगा।) जो बृह पत दोन जहान के मािलक
(हर दो हवा) गु क आवा ज क नकल अपनी 35 के हरफ से रं ग िबरं ग के पर
वाली मैना को सुना रहा ह।ै और िजसके नीचे दध
ू दन
े े वाली मगर मगने डाल कर
मुंह पर दाढी लटकाये ए पहाङी व मैदानी बकरा मगर बकरी (दिुनया म दध
ू दन
े े
वाला बकरा मौजूद होता दख
े ा गया ह।ै यािन इसम बकरे के नर होने के चीज भी
ला क ाथ
मौजूद और दध
ू भी दव
े े।) भेङ क तरफ दख
े रहा ह।ै प रं दो म चमगादङ के नाम से
भी ये बुध जाहर होता ह।ै ह चाल म तोते क 35 म कु डली के ख़ाना नंबर 9 को
ल े
उङाकर अपना भेद खोल गया ह।ै (अरमान नंबर 60 लाल कताब सफ़ा 40) ।
िक
ये बुध का भेद इ सान और हव
ै ान म अकल का दायरा ह।ै अगर नम आ तो
इतना क कलई का नाम पाया। अगर ताकत और क़ मत पकङी तो हीरा स ज
रं ग जबान पर रखते ही दम बाहर कर दन
े े वाला आ। गोल अ डा बना तो लेटा
ता
िव
177
गो तूं (वो मािलक) ख़द नह ह।ै मगर तूं का जलवा या क र मा या अकस ज र ह।ै
यािन क़ मत को अपनी मज के मुताबक िलख तो नह सकते मगर िलखे को पढने
के िलये कोिशष ज र ह।ै अकल व सुराख बरतने और कु रे दने से घटता नह ।
इ लत मलौल का नतीजा ह बुत का झगङा गो होता नह ( ह बुत इक े चलते
ए को हजरते इ सान माना कहते ह।) मगर होता भी ज र ह।ै (वकत रहलत चल
जाने के वकत) ये होते ए भी न होना या बुध का होना कहलाता ह।ै
मां पहले क धी
लङक को बुध और माता को चं माना ह।ै माहवारी अ याम का खून
लङक को माता बनाता ह।ै नर ब े म ब ा पैदा करने के मादे के दन से लङके
ला क ाथ
(के तू) से बाप (बृह पत) कहलाया। के तू व बृह पत दोन दरवेश एक ही ह। के तू
पाताल का मािलक था (ख़ाना नंबर 6) तो रा आसमान का मािलक (ख़ाना नंबर
ल े
12) आ। दोन क दर यानी खाली जगह बुध ने संभाल ली पहले आकाश आ
या बुध लङक बना तो बाद म पानी आया (चं आ) या माता बनी। मतलब ये क
िक
अगर बुध नेक आ तो माता धमा मा और नेक इ। अगर बुध िबगङा तो अकल
मारी गयी तो चं र ी आ और माता गंदी बनी और सनीचर क सांपनी अपने ही
ब को खाने लगी।
ता
िव
बुध का दस
ू रे ह से ता लुक
ब
ु ी म साथी - कु डली के खान म अगर बुध पहले घर म हो तो बुध का असर
बल होगा चं पर।
कु डली के खान म अगर चं पहले घर म हो तो चं का असर
बल होगा बुध पर
एक ही घर म मुशतरका बुध व कोई और ह बुध का फल र ी होकर दस ू रे
को बढा दग े ा।
हर तरह से खाली व अके ला बुंध दु मन ह के घर क पूरी नेक हालत पैदा
कर दगे ा।
ii) बृह पत के साथ रा हो तो बृह पत चुप होगा। मगर बृह पत के साथ
या बृह पत क ि म बुध हो तो बृह पत का नाश होगा। रा के साथ बुध हो तो
दोन बुध रा ऊंच और के तू के साथ हो बुध तो बुध घर का मगर के तू नीच होगा।
यािन के तू ऊंच होगा बृह पत के साथ।
iii) आम तौर पर िजस कु डली म के तू कायम या ऊंच हो इस
कु डली म बुध/रा नीच या नर ह / ी ह से िघरा आ होगा। (के तू
बल)
178
2) िजस कु डली म बुध कायम या ऊंच हो उस म के तू उस म के तू नीच दब ु ल
(कमजोर) होगा। ले कन अगर-
3) दोन ही एक ही हालत या ताकत के ह तो लङका लङक (बुध के तू) दोन ही
एक ही ताकत और हालत के ह गे। या जब लङका
और लङक एक ही बटन से इक े पैदा ह तो लङका के तू बरबाद या खतम होगा।
4) अगर के तू के घर ख़ाना नंबर 6 म या के तू के साथ बुध होवे तो के तू नीच होगा।
बुध नीच न होगा। बि क ऊंच होगा।
5) अगर रा ख़ाना नंबर 12 म बुध के साथ हो तो बुध नीच। ले कन रा ऊं च
होगा।
ला क ाथ
6) खत AB बुध क रे खा ह।ै जो शु र के बुज म जा िनकलती ह।ै हाथ म यही खत
सूरज क तर रे खा कहलाता ह।ै
A B
ल े
7) खत DC बृह पत क रे खा है जो 2 12
िक
चं से बृह पत म जा िनकलती ह।ै 3 1 11
और िपतृ रे खा कहलाती ह।ै
8) खत BA के नीचे क तरफ क
ता
4 10
िव
179
सनीचर कु डली म 1 से 5 व 12 कसी भी घर म होवे।
13) बुध िजस रािश म बैठा होवे। अगर उस रािश के घर का मािलक ह धन रािश
नंबर 9 म जा बैठे तो शादी और गृहसथ म इस ह के फल के मंदे नतीजे ह ग जो
ह एैसी हालत का नंबर 9 म बैठा हो ( वाह वो बुध का दो त हो वाह दु मन)।
इस मुसीबत के वकत रा के तू का उपाय इनके अपने अपने दो त ह का मंदा फल
हटा कर नेक कर दग
े ा यािन बुध या सनीचर या के तू के िलये रा का उपाय, शु र
या रा के िलये के तू का उपाय, चं व सूरज बृह पत के िलये मंगल नेक का उपाय,
मंगल के िलये बृह पत का उपाय मगर बुध के िलये अपने फल पर ये शत न होगी।
ला क ाथ
(अरमान नंबर 6 बुध नंबर 9 दख
े )
बुध का अ डा
ल े
अकल का बीज नह मगर अकल क नकल ही बुध का अ डा ह।ै जो
कु डली के ख़ाना नंबर 9 म पैदा होता ह।ै ह कु डली म।
िक
खङा अ डा (मैना-आम बकरी) बुध कु डली के ख़ाना नंबर 2,4,6 म होगा
लेटा आ अ डा (भेङ) बुध कु डली के ख़ाना नंबर 8-10 म होगा
ता
गंदा अ डा बुध कु डली के ख़ाना नंबर 12 म होगा
िव
180
इस सातव क शत से दरू ह मगर ह दोन जुदा जुदा तो बुध िजस घर म बैठा हो।
वो (बुध) उस घर के तमाम ह का और उस घर म उनके बैठे ए होने का अपना
अपना असर शु र के बैठे होने वाले घर म नाली लगा कर िमला दग
े ा। यािन दोन
घर का असर िमला िमलाया आ इक ा ही िगना जायेगा। फक िसफ ये आ क
शु र अपने घर का असर बुध बैठा होने वाले घर म नह ले जाता। मगर बुध अपने
बैठा होने वाले घर का असर उठा कर शु र बैठा होने वाले घर म जा िमलाता ह।ै
क सा कौताह जब कभी शु र के घर का राज हो या रािश नंबर के ह बोलने का
वकत आ जावे। तो शु र बैठा होने वाले घर म बुध बैठा होने वाले घर का असर
ला क ाथ
साथ िमला आ िगना जायेगा। मगर बुध बैठा होने वाले घर के तखत क
मालक यत या रािश नंबर के घर के ह के बोलने के वकत अके ले ही उन ह का
ल े
होगा। िजन म क बुध बैठा हो। शु र बैठा होने वाले घर के ह का असर बुध वाले
घर म िमला आ न िगना जायेगा।
िक
बुध शु र के इस तरह असर िमलाने के वकत अगर बुध कु डली म शु र
से बाद के घर म बैठा हो तो बुध का अपना जाती असर बुरा असर होगा और अगर
ता
बुध कु डली म शु र से पहले घर म बैठा हो और उठा कर अपने बैठा होने वाले
िव
181
के साथ िमल रहे ह और रा के तू का अपना उधर राज या रािश नंबर पर इक े होने
का भी वकत ह)ै कु डली वाले के िलये मारग अ थान का भयानक जमाना होगा।
ले कन अगर ये शत पूरी न ह या बुध होवे शु र से पहले घर म तो ये मंदा जमाना
न होगा। मंदा जमाना िसफ रा के तू के दौरा के वकत का होगा। शु र या बुध के
दौरा के वकत ये लानत न होगी।
इस बुध क नाली का खास फायदा मंगल से मुतलका ह।ै बाज वकत मंगल
को सूरज क मदद िमलती इ मालूम नही होती या चं का साथ होता आ मालूम
नह होता। इस नाली क वजह से मंगल को मदद िमल जाती ह।ै और मंगल जो
सूरज चं के बगैर मंगल बद होता ह।ै मंगल नेक बन जाता ह।ै इसी तरह ही मंगल
ला क ाथ
बुध बाहम दु मन ह।
मंगल के बगैर शु र क औलाद कायम नह रहती। बुध जब मंगल के साथ
ल े
होवे। तो वो लाल क ठी वाला तोता होगा और ख़द उठकर और मंगल को साथ
िक
उठाकर शु र से िमला दग
े ा या शु र क औलाद बचा दग
े ा। िजससे कु डली वाला
ला औलाद न होगा। एैसी हालत म बुध या शु र के बाहम पहले या बाद के घर म
होने पर बुध के जाती असर क बुराई क शत न होगी। भलाई का असर ज र
ता
िव
182
(और मुहं के ऊपर के जबाङे के ) तो अब मंगल बुध का साथ न होगा न ही बृह पत
पर काबू होगा या उस श स या औरत के अब औलाद का जमाना खतम हो चुका
होगा। जब क ये दांत आकर चले गये या खतम हो गये। दांत गये दत
ं कथा गयी।
बृह पत खतम तो लाऔलाद आ।
अरमान नंबर 163 से 165
सनीचर सूरज के बाहमी झगङे क तरह बुध बृह पत क खास दु मनी
का मुफिसल िजकर अरमान नंबर 125 से 129 म िलखा ह।ै
बृह पत रा (जद * नीला) = बुध (सबज रं ग) बुध कायम तो शु र चं
ला क ाथ
और मंगल बद का बुरा असर न होगा
मंगल बद व बुध मुशतरका सनीचर नीच फल का होगा।मंगल बुध मुशतरका =
ल े
क ठी वाला तोता बृह पत क नकल कर लेगा। बुध अपनी नसफ याद तक जुदा
असर जािहर न कर सके गा। मंगल को बुध मंगल बद बनायेगा। जब मंगल पहले ही
िक
बद हो। यािन सूरज क मदद मंगल को न हो। वना बुध चुप होगा। खु फया दु मनी
करे गा।
ता
बुध शु र = मशनोई सूरज बुध सूरज मुशतरका का पूरा नेक असर औरत
िव
पर होगा।
ब
बुध रा बाहम दो त ह। शु र बुध क तरह जब इक े ह तो मुबा रक।
अगर जुदा जुदा होकर ु ी म आ िमल तो दोन का ही फल र ी होगा। कु डली म
जब बुध बाद के घर म हो और बृह पत होवे बुध से पहले घर म तो उ के पहले
34 साल तक बृह पत का असर नेक होगा। िजस दन 34 साल के बाद बुध शु
होगा बृह पत का असर मंदा हो जायेगा। अगर उ ट हालत म ह तो नतीजा उ ट
होगा।
बुध शु र का दो त ह।ै ले कन मंगल के साथ हो जावे तो शु र को शेर के
दांत दखा दग
े ा या शेर गाय पर हमला कर दग
े ा। हालां क मंगल शु र दो त ह।
अके ला बुध हर तरफ से खाली। बगैर धूप जंगल होगा। दस
े परदस
े क जंदगी और
लालच का सबब होगा। एैसा बुध अपनी नसफ याद या 17 साल तक कोई भी
बुरा या भला असर न दग
े ा। मगर तजारत म फायदा ही रह।े रा के तू जब अके ले
ही ह और बुध कसी एक के साथ हो जावे तो मौत क िनशानी होगी। खासकर
जब बुध या रा या के तु का दौरा और वकत होवे।
183
बुध का तमाम ह से ता लुक
ह सूरज चं - शूककर बृह पत मंगल रा के तू सनीचर
ता लुक होगा पारा दही म पानी राख शेर के हाथी का कु े क कलई
बुध का मािनद A* दांत सूंड दम
ु
A* दही से पानी िनकालना हो तो दही पर (शु पर) कपङा (चं ) रख द
और ऊपर (कपङे के ) राख (बुध) िबछा द। दही खराब न होगा। बि क पानी सब
राख पी जायेगी। यािन बुध चं को खा लेगा। मगर शु र को जरा भी खराब न
होने दग
े ा।
ला क ाथ
सूरज को अगर बंदर मान तो बुध इसक दम
ु होगा। लंगूर क दम
ु के काम
मश र ह। के तू कु े क दम
ु ने कु े को पागल कया। िजस कु डली म बुध नीच हो
ल े
के तू का फल भी पागल कु े क तरह मंदा होगा।
बुध का भेद
िक
(अलफ) अरमान नंबर 181 के मुतािबक जब कु डली हर तरह से
मुक मल हो और ख़ाना नंबर 1 का हद
ं सा दक
े र हर तरह से बात खतम हो चुक हो
ता
तो बुध का खास भेद या बुध क तबीयत दख
े ने के िलये मुदरजा जैल असूल होगा।
िव
184
नाम ह बहृ पत सरजू चं शु कर मंगल बध ु सनीचर राह केतू िमजान
कुं डली म िजस 4 3 6 5 5 3 12 2 8
घर का है
ह क ताकत 6/9 9/9 8/9 7/9 5/9 4/9 3/9 2/9 1/9 45/9= 5
ख़ाना नंबर क े
िहंदसो को ह 24/9 27/9 48/9 35/9 25/9 12/9 36/9 4/9 8/9 219/9=
3
क ताकत से 24-9
जरब
कु ल िमजान 24 3/9 म से पूरे पूरे हद ं से छोङ द तो 3/9 बाक रहा। जो
सनीचर क ताकत ह।ै जो ख़ाना नंबर 12 म बैठा ह।ै ये आ बुध का वभाव यािन
बुध ख़ाना नंबर 3 म अके ला बैठा ह।ै वो ख़ाना नंबर 12 म बैठे ए सनीचर के
ला क ाथ
वभाव का है और अरमान नंबर 168
राह 2 सनीचर
के मुताबक ऊपर दी इ कु डली म 12
ल े
सरजू
(पहले घर म रा बाद म के तू और बधु 1
11
आखर पर सनीचर) सनीचर का जाती 3
िक
वभाव ''खराब '' फल का ह।ै इसिलये 4
बहृ पत 10
जब बुध का वकत होगा सनीचर
ता
दोगुना मंदा फल दग े ा। य क बुध व ५
िव
7
सनीचर दोन ही खराब वभाव के ह। शककर ू 9
मंगल
ब
(बे) बुध का वभाव िजस ह से 6 8
चंदर के तु
िमलता हो उपाय उस ह व बुध दोन
को िमला कर करना होगा।
2) ख़ाना नंबर 3 या 9 के बुध के िलये अरमान नंबर 178 म लाल गोली क मदद
लेव। मगर खयाल रहे क अगर बुध नेक वभाव सािबत होवे तो लोहे क बजाये
शी े क गोली लेव। िजस पर या िजस म वो रं ग कर या शािमल होवे जो रं ग क
उस ह का ह।ै िजस ह के वभाव का क बुध ऊपर के ढंग का सािबत आ होवे।
ख़ाना नंबर 12 के बुध के िलये न ह वाले क मदद (अरमान नंबर
62/94 बजज 92) का इलाज या के तू (कु ा रं ग िबरं ग याह सफे द मगर सुख न
हो) का कायम करना मुबा रक होगा।
''असल बुध''
असल बुध खाली खलाव, सफे द कागज, शी ा और फटकङी होगा। जब
इस पर जरा सी मैल या कसी भी और ह का ता लुक आ तो इस क गोलाई का
मरकज मालूम करना एैसा ही मुश कल होगा जैसा क जमीन का म र मान लेना।
इसिलये इसक जांच मुक मल कर लेना ज री होगी।
185
अरमान नंबर 166-167
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध
ु सनीचर वही असर जो बध
ु ख़ाना बध
ु 2 16 से 19 साला उ के
बामका
ु नीच नंबर 2 व बहृ पत ख़ाना बहृ पत 6/7 दर यान न िसफ िपता क
िबल उ खराब करे । बि क उस
बध
ु बहृ पत नंबर 6 का ह।ै का तोशा भी बरबाद करे ।
बामका
ु ला.क . 150/16
बल बध
ु 3 ऊंच फल और धपू के बगरै
ला क ाथ
बध
ु 1 िदमागी ख़ाना नंबर 37 ु ी खाली जंगल होगा। पहली बहन
ल े
ु ी खाली सनीचर से मशतरका
ु राग होगी और मबारक
ु असर
का मािलक। सरज
ू का क । िदमागी ख़ाना नंबर
िक
असर नेक होगा। मगर 39 मंगल से मु तरका।
ख़द
ु बध
ु का अपना असर वजह सबब क ताकत का
ता
तजारत िहकमत स ज मािलक हो।
िव
राह 1 बध
ु 3 न िसफ कु डली के ख़ाना
बध
ु 2 िदमागी ख़ाना नंबर 38 चं 11 नंबर 3 (भाई बंद) का मंदा
ु ी खाली बहृ पत से मशतरका
ु फल होगा बि क बाक 3
जबानदानी। इ जत मान बचने वाले मकान का
का सरोवर। नेक असर।
186
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध ु 3 उ दा असर (ला.क . सफ़ा असर। िदली ताकत
च 11 80 जज ु 8) भी (अगर कोई िनक मा। ख़दकशी।
ु
जारी एैसी ज ी हो भी) हर तरह राजयोग 280/6
से जायल और खराब बध ु 4 ला.क . 285/12
होगा। सरज ू 5 राजयोग
बध ु 3 िसर क े रे खा होगी। बहृ पत 9
शु कर कायम चं नीच का बरा ु फल न कायम
ला क ाथ
ु ी खाली होगा। बध ु 5 िदमागी ख़ाना नंबर 41
बध ु 3 िसर क े रे खा का ि खाली सरजू से मु तरका। इंसानी
ल े
शु कर र ी उमदा असर तो होगा। खसलत उमदा।औलाद का
ु ी खाली लेिकन अगर चं नीच बरा
ु असर न होगा। न ही
िक
होवे तो र ी चं का बरा ु मकान का ज ी असर जो
फल होने से न केगा। बाक 5 बचने वाले मकान
ता
िसवाय सौतेली माता का होता है (ला.क . सफ़ा
िव
187
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध ु 6 असर क । ऊंच फल या घर झगङ का फै सला हक म
ुि खाली का बध। ु ख़ाना नंबर 2 के होवे। ला.क . 283/1
जा री ह के ु ी के ता लक ु बध ु 6 औरत अमीर खानदान से
से फै सल होगा। ऊंच फल सनीचर 9/11 और खशनसीब ु होवे।
का सािबत होने पर उ म बध ु 6 माता बचपन म ही गजर
ु
फल। यािन ला.क . मगंल 4/8 जावे। वना दोन दिखया ु
216/19अलफ, 283/1 व ला.क . 281/7
ला क ाथ
280/6 बध ु 6 िमसल राजा।
बध ु 6 राजयोग बज रया कागजी चं 6
ल े
जब उं च हो कारोबार। छापाख़ाना बध ु 6 ी व औलाद दोन का
और वगरैह अज पबिलक। शु कर 4 फल बहत देर बाद नेक
मगर नेक और ईमानदारी होगा। खासकर बध ु क
िक
बहृ पत क़ायम का धन साथ देवे। जायदादी उ 34 साल के बाद अ छा
फल उमदा। सनीचर क े होगा।
या सनीचर क़ायम मतलका काम के नेक बध 7
ता
ु ु वीरान जंगल च रं द से
िव
188
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध ु 8/12 माता से पहले ही बचपन बध ु 10 समंु पार लंबे सफर के
मंगल 6 म गजरु जावे। वना दोन चं 4 बज रया/मतलका ु नेक
लेिकन चं या दिखया
ु ह गे। नतीजे ह गे।
सरज ू का ला. क . सफ़ा 281/8-9 बध ु 11 एैजन।
ता लक ु न होवे चं 5
बध
ु 8 िपता क उ खतम करने बध ु 11 चं के वकत बाक 3
बहृ पत 2 के इलावा (ख़द ु अपनी 16 चं 3 बचने वाले मकान क
ला क ाथ
से 19 साला उ तक) इस हालत क तरह (ला.क .
का तोशा भी खराब करे । सफ़ा 80 जज ु 8) का
ल े
बिहन,भआ,माम
ु ू तबाह। िक़ मत का हाल होगा।
बध
ु 9 तमाम ही ह व ख़ाना बध ु 12 ख़ाना नंबर 6 का कल ु
िक
नंबर 9 का असर जायल। असर और ख़ाना नंबर 6
सब क जङ म पारा डाले। के तमाम ह का असर
ु के दो त ह
वाह वो बध ( वाह बध ु के दो त ह
ता
िव
189
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
बध ु 12 े
क िलये बराु असर होगा। बध ु 12 बेएैतबारी। मंदे काम।
जा री या अपनी जान पर ख़ाना सनीचर 6 जायदाद उङा देवे।
नंबर 6 का बरा ु असर पदैा
करने के िलये ख़ाना नंबर बध ु 12 राजदरबार क आमदन के
6 वाल को बरबाद करे गा। सरज ू 6 इलावा राज दरबार का
लेिकन अगर वो ह ख़ाना ु खराब कर देवे।
ता लक
ला क ाथ
नंबर 6 म बरेु असर कर
देने वाले ह तो उनके बध ु 12 िपता क उ बरबाद और
ल े
मतलकु न का मदद देगा। बहृ पत 6 ख म के इलावा िपता का
मगर गरीबी का साथ न तोशा तक भी खराब करे ।
िक
देगा। और अमीरी का भी
उसे अपनी जान के िलये बध ु 12 माता भाग र ी। ख़दकशी
ु
कोई भी फायदा न होगा। चं 6 तक नौबत मगर बवजह
ता
बध ु 12 राह का फल र ी होगा। गरीबी न होगी।
िव
राह 6
ब
बध ु 12 केतू का फल र ी होगा। बध ु 12 मंगल का बरा
ु फल और
ेकतू 6 मंगल 6 र ी हालत कर देगा। बहन
बधु 12 शु कर ख़द ु नीच होता ह।ै भाई मौत के यम ह गे।
शु कर 6 बध ु व शु कर दोन का
दोन घर का फल र ी बध ु 12 ु जावे।
माता बचपन म गजर
होगा। मंगल 4 वना दोन दिखया।
ु
अरमान नंबर 168 ता 170
सनीचर
ये ह पापीय के टोले का मािलक और अपनी ताकत म अके ला सानी ह।ै
अगर ये गक करने म बदनाम आ तो एक ही ल हा म तारने वाला भी ज र ह।ै
शु र को गाये और सनीचर को भस माना गया ह।ै शु र के तू का दो त है और के तू
सनीचर का एैजंट ह।ै सनीचर व के तू = सनीचर को भैर (लाल कताब सफ़ा 118
ह नंबर 7) के तू को कु ा माना है भैर का कु ा। के तू को गाय (लाल कताब सफ़ा
११८ ह नंबर ९) शु र को िम ी और गोबर।
190
गाय का गोबर। काम दव
े क नाली के तू को माना गया ह।ै गाय को सब गऊ माता
कहते ह और सनीचर को कसी ने अ छा नह कहा। गाय बैल क िसफत से हम
कोई मतलब नह । इ म सामु क के ह के तू के ता लुक म हम दख
े ना है क
कामदव
े का कौन क ङा ह।ै गाय का ब ा जवान आ कामदव
े क ताकत पैदा हो
जाने पर वो अपनी माता को पहचान नह सकता या शु र कामदव
े (के तू) क
दो ती म सब कु छ भूल जाता ह।ै मगर सनीचर क भस के ब े ने जवानी म काम
दव
े के वकत अपनी मां को पहचान िलया।
मतलब ये क सनीचर गो बदनाम ह।ै मगर कामदव
े का क ङा नह ह।ै के तू
ला क ाथ
को लङका भी माना ह।ै हर इक अपने ब े को बचाता और पालता ह।ै मां ब े क
मुह बत सब को मालूम ह।ै मगर सांपनी (सनीचर को सांप भी माना है । सांप क
ल े
मादा को सांपनी कहते ह) अपने ब को खा जाती ह।ै के तू को सूअर माना ह।ै जो
गोली लगने के वकत गोली चलने क जगह आकर दम दग
े ा। मगर सनीचर मार
िक
पङने या मार करने के वकत चार तरफ चल जाता ह।ै मंगल का शेर भी पानी म
तैरते वकत सीधा तैरता है और खुंखारी के वकत रा के हाथी को चुप करा लेता ह।ै
ता
मगर सनीचर के सामने अपना फल सनीचर को ही दे दग
े ा। बुध तो सनीचर के
िव
191
क दोन का िनशान न िमले। हालां क बृह पत के सामने ये बुराई नह करता।
िजस कदर सनीचर के मुकाबला पर इसके दु मन ह तादाद म बढते जाव।
सनीचर अपने रा त को बढाता जायेगा। ये ख़द बुराई नह करता। बि क उसके
एैजंट रा के तू बुराई वाल के काम इस के पास फै सले के िलये लाते ह। बुरे काम
का नतीजा बुरा ही होता ह।ै बुरा ही फै सला करना हो इसीिलये ही बदनाम ह।ै
मकान
(सनीचर जब रा के तू के ता लुक से नेक असर का सािबत हो और रा या के तू
के साथ ही बैठा हो तो मकानात बनगे। जब रा के तू के साथ ही मगर बुरे असर का
ला क ाथ
हो तो बने बनाये मकानात भी सब बरबाद और िबकवा दग
े ा।)
सनीचर का सांप सब को डग
ं मारता ह।ै मगर इकलौते लङके (सूरज)
ल े
और हामला औरत के सामने ख़द अंधा हो जाता ह।ै हालां क बीनाई का ये ख़द
मािलक ह।ै सनीचर मकान का मािलक है मगर सनीचर का सांप यागी होने का
िक
सबूत दत
े ा ह।ै सांप कभी अपना िबल बना कर नह रहता। सूरज का बंदर भी
अपना घ सला नह बनाता। मगर ज रत के वकत सांप को सनीचर क जमीन
ता
ख़दबख़द ही फट कर पनाह दे दत
े ी ह।ै सनीचर के काले क ङे लाख उपाय कर अपने
िव
192
ु रबानीककेे बकरे
हह कक कुकरबानी बकरे
सनीचर-
सनीचर द:-ु मन दु मनह सेहबचाव के िलये
से बचाव के सनीचर ने अपनेने पास
िलये सनीचर केतराू दो एैकेसतूे दोह
अपनेराहपास
एैैसंटे बनाये
ऐज ह ऐैजहए ह। िक वो एसनीचर
ंट बनाये ह कक वो जगह
सनीचर फौरन ू कफौरन
क दसरे
जगह करबानी
ु दस े ह। राह
रे क देकुतरबानी
ू िदला
कदला दत
ु े े ह। राको केमशनोई
े तू मशतरका तू मुशतरका
शु करको मशनोई
माना शु रजब
ह।ै इसिलये मानासनीचर ह।ै इसिलये
को सरज ू जब कासनीचर
टकराव
को सू र ज का टकराव तं ग करे तो वो अपनी जगह
तंग करे । तो वो अपनी जगह शु कर औरत को मरवा देता ह।ै या सरज शु र औरत को मरवा
ू सनीचर के झगङे दत
े ा है याम
सू र ज सनीचर के झगङे म औरत मारी जावे ग ी या एै
औरत मारी जावेगी। या एैसे कु डली वाले क औरत पर उन दोन ह क दु मनी कास े कु डली वाले क औरत पर
उन दोन ह क दु मनी का असर जा प च ं ेगा। न सूरज ख़द बरबाद होगा न
असर जा पहंचेगा। न सरज ू ख़द ु बरबाद होगा न सनीचर य िक वो बाहम बाप बेटा ह।
सनीचर य क वो बाहम बाप बेटा ह।
सरज ू ख़ाना नंबर ६ सनीचर ख़ाना नंबर १२ = औरत पर औनत मरती जावे।
सूरज ख़ाना नंबर 6 सनीचर ख़ाना नंबर 12 = औरत पर औनत मरती जावे।
ला क ाथ
चं सनीचरचं सनीचर राह= औरत रा = कोऔरत
सखु हलका या हलका
को सुख औरत बरबाद
या औरत हो। बरबाद हो।
बुधबध ु :- :-बुध
बधु नेनेभीभीअपने
अपनेबचाव के िलये
बचाव के िलये शुशु कर
र सेसेदोदोतीतीरखी रखीह।ह। ै ै वो
वोभी
भी अपने
अपने
ल े
दो त श
दो शुु कर
र कोकोहीहीअपनी अपनीबला बलाममडाला
डाला करताकरता हह।ै या याडालडाल दगदेे गा।ा। चं बु ु ध मशतरका-
बध मुु शतरका
- बकरी
बकरी ू दध
दध देू गदग े ी मगने
ी मग ने डालडाल
कर। कर।
द रयादमरयारे त दधमू रेमतिमदध ू ी। चं
म िमु ी।
बध इकचं े ह बुतो धमरगे
इक माम।
े ह ु तो
िक
मरगे मामु । ल :- मंगलबद (भाई) अपनी बला केतू (लङके) पर डालता ह।ै शेर कु े को
मंग
मंगल :- मंगलबद (भाई) अपनी बला के तू (लङके ) पर डालता ह।ै शेर कु े
मरवा देगा।
ता
को मरवा दग े ा।
िव
सरजू ख़ाना नंबर ६ मंगल ख़ाना नंबर १०- लङके पर लङका मरता जावे। (भाई
सूरज ख़ाना नंबर 6 मंगल ख़ाना नंबर 10 - लङके पर लङका मरता जावे।
ब
भतीजे को मरवाये
(भाई भतीजे को )मरवाये)
शु शरु कर :- शु :- शरु (औरत)
कर (औरत) शैतानौतान वभाव। वभाव। ख़दख़द ु अपनीबला
अपनी बलाकुकु डली डलीवाले
वाले कक
माता
मातापर परजाजाधक े ले।ले।
धके
चं चंशु शरु कर बामुबामकाबल
काबलु - माता- माताअंअंधधीीहोवे
होवे।।
बृहबहृ पत पत:-:- बृबह हृ पतपत ने अपनासाथी
ने अपना साथी केतकेु ही
तु करबानी
हीु कु रबानी
के िलये के रखा
िलयेह।ैरखा
बहृ पत ह।ै
बृह पत हो ख़ाना नंबर 5 म और के तू कसी और घर म अब अगर बृह पत क
हो ख़ाना नंबर ५ म और केतू िकसी और घर म अब अगर बहृ पत क महादशा आ जावे। तो
महादशा आ जावे तो के तू के ख़ाना नंबर 6 का फल र ी होगा। औलाद का नह जो
केतू के ख़ाना नंबर ६ का फल र ी होगा। औलाद का नह जो ख़ाना नंबर ५ क चीज ह।ै
ख़ाना नंबर 5 क चीज ह।ै मामु को के तू क महादशा 7 साल तकलीफ होगी।
मामु को केतू क महादशा ७ साल तकलीफ होगी।
रा - के तू :- ख़द अपना आप िनभायेग ।
सूरराह
ज और केतचं ू :- ख़द अपनाउनके
केु िलये आप अपने
िनभायेअपनेग । हाल म दज ह।ै
सरज
नोटः- ू मंऔर गलचंऔर के िलये पत इे अपने
बृह उनक साफअपने हाल म दज
के मािलक ह।ै ए दस
होते ू रे क तो मदद
करगे और नाजायज
नोटः- मंगलतौर और परबहृ एकपत को दस
इ साफ ू रेकपर यादती
े मािलक होतेकरते
हए दसरे नह
ू कदख े तोसकते
मदद।करगेमगर।
जब नाजायज
और ख़द ही मुतौर सीबत पर म
एकह को तोदसरे
गरीब
ू परके तू को मरवाते
यादती करते नह ह। देख सकते। मगर जब ख़द ु ही
मसीबत
ु म ह तो गरीब केतू को मरवाते ह।
193
193
सनीचर का अपने एैजंट के साथ होने पर अपना जाती असर यािन सनीचर का
अपना वभाव इस कु डली वाले के िलये और ख़द सनीचर के ख़ाना नंबर 10
क चीज पर या असर दग े ा।
पहले घर दर यान आखरी सनीचर का कै फ यत
म हो म हो घर म हो असर होगा
रा सनीचर के तू ख़राब पहले दर यानी और बाद के
के तू सनीचर रा नेक घर से कु डली के एक दो
रा के तू सनीचर ख़राब तीन से हद 12 तक क
के तू रा सनीचर नेक िगनती के िहसाब से पहला
ला क ाथ
सनीचर रा के तू ख़राब दर याना आखरी घर होगा।
सनीचर के तू रा नेक यािन 3-5-7 नंबर के घर म
रा के तू सनीचर सनीचर का 3 पहला घर, 5 दर यान और
ल े
अपना ख़राब 7 आखरी ख़ाना होगा।
सनीचर रा के तू सनीचर का सनीचर के तू मुशतरका और
िक
अपना नेक रा मुकाबला पर हो तो
रा सनीचरके तू ख़राब सनीचर के तू का फल उमदा
ता
सनीचरके तू रा सनीचर का और नेक होगा। ले कन अगर
िव
194
याही से भरी इ। इन दोन क दु मनी से शु र का फल र ी होगा। ख़ाना नंबर
और 12 म उ ट होगा। ख़ाना नंबर 6 म सूरज और 12 म सनीचर तो औरत पर
औरत मरती जावेगी।
सनीचर का दस
ू रे ह से ता लुक
ख़ाना नंबर 3 या 7 म (लाल कताब सफ़ा 194/14 और 194/17-20 म मुफिसल
िलखा ह)ै
सनीचर दख
े ता हो सूरज को - िज मानी कमजोरी।
25 फ सदी पर - कू ल के इ म के इलावा इ म रयाजी भी होगा।
(लालिकताब
सफ़ा 194/8)
होगी होगी
12 दन जब चं ख़ाना नंबर 5 म शु र के तू दोन बरबाद
ब
सूरज ख़ाना नंबर 10 या न ।
12 महीने सूरज सनीचर मुशतरका 30 साल बुध बृह पत नंबर 2 या रा
बृह पत के घर म। बृह पत नंबर 3
9 साल सूरज चं ख़ाना नंबर11 म। 35 साल चं बुध रा मु तरका।
10 साल चं के तू ख़ाना नंबर 1 म। 40 साल रा हो बृह पत के साथ
ख़ाना
12 साल चं नं 5 और सूरज नंब 11 नंबर 9 या 12 म।
15 साल चं रा ख़ाना नंबर 1 म। 45 साल बुध के तू 12 या रा बृह पत
20 साल बृह पत रा नंबर 2 या बुध नंबर 6
बृह पत नंबर ६ 50 साल चं रा नंबर 5
22 साल सूरज रा नंबर 10 या नंबर 56साल चं रा बुध ख़ाना नंबर 2
या 5 म। 11 म।
25 साल चं रा नंबर 6 म या मंगल 60 साल चं बुध नंबर 2
बद और साथी।
195
उ साल ह का ता लुक उ साल ह का ता लुक
होगी होगी
70 साल के तू बृह पत नंबर 9 या 100 साल 5)चं सूरज बृह पत कायम।
सनीचर के तू नंबर 6 120 साल चं बृह पत ख़ाना नं 12 म।
म या सनीचर चं न 7 म। अ प आयू
75 साल चं रा मु तरका नं 9म। 8X8 कु ल 64 यादा से जयादा 8
80 साल चं बृह पत नंबर 4 म। दन महीने साल हर आठवां साल मंदा।
90 साल चं कायम नं 10 या नंबर जहमत व खतरा जान।
11 म जानवर से खतरा मौत होगा।
100 साल के तू बृह पत ख़ाना नंबर 12 1) बृह पत ब त से दु मन ह से
म और चं कायम। या िघरा हो।
ला क ाथ
2) चं बृह पत ख़ाना नं 5 2) ख़ाना नंबर 9 म बुध बृह पत
म। शु र।
ल े
3) मंगल नंबर 1-2-7 सूरज 3) ख़ाना नंबर 9 म बुध बृह पत के
नंबर 4 ब त से दु मन।
िक
4)नर ह कायम या चं को 4) चं रा नंबर या नंबर 8 म।
मदद दे रहे ह ।
बामूजब चं लाल कताब सफ़ा 320 जुज नंबर 9 अगर चं रा मु तरका
ता
होकर कसी भी रािश म ह तो जुज नंबर 9 म दी इ उ के साल क तादाद
िव
196
हो का ता लक
ु मौत का बहाना हो का ता लक
ु मौत का बहाना
या होगा या होगा
अ प आयु होगा जानवर से खतरा मौत। बध
ु बहृ पत बाहम बामकािबल
ु अधरं ग से मरे
सनीचर नंबर ६ बध
ु नंबर ३-१०-११ एजन बध
ु बहृ पत मशतरका
ु नंबर ३ म। स नपात से मरे
}
१) बध
ु हो ख़ाना नंबर १२ चं नंबर १० सनीचर नंबर४ िदन पानी से मौत होवे
२) चं बध
ु मशतरका
ु और सरज
ू िदन साफ हो वकत
ला क ाथ
बरबाद। राह या केतू से मशतरका
ु जब भी मौत गंज
ू ने क
३) चं बध
ु ख़ाना नंबर ४ म। ख़दकशी
ु करे । िकसी का दौरा आवे। िनशानी होगी।
ल े
१) बध
ु सनीचर ख़ाना नंबर ४ चं सनीचर नंबर ४ परदेस म मरे ।
२) बध
ु चं सनीचर मु तरका या खनी
ू होगा। बाक सब हालत म या मात ृ भमी
ू या अपने
िक
ू कायम होवे।
ु ी म और सरज चं सनीचर नंबर ७ गहृ थ म।
ु बर ११ कैद म मरे ।
सनीचर हो ख़ाना नंबर ३म बधनं राह केतू से बध
ु मशतरका
ु और
ता
िव
शु कर नंबर १-सरज
ू नंबर ७ मय तपेिदक से मरे । सनीचर भी जङ रािश या ु ी से िबजली या सांप से
ब
दु मन या पापी ह देखता या साथी ह हो जावे। मौत होवे।
सरज
ू बध
ु चं मशतरका
ु ख़ाना घोङे से िगर कर मरे
नंबर ४ म
बध
ु सरज
ू सनीचर मशतरका
ु नंबर ७ िसर कटने से मौत
या सरज
ू सनीचर नंबर ७ होवे।
197
२) ले कन अगर ख़ाना नंबर ५ म सूरज बृह पत ख़द तो न ह । मगर उन दोन के
दु मन ह बैठे ह तो जब बृह पत या सूरज का दौरा (तखत क मालक यत का
जमाना) होगा। बीमारी आ दबायेगी। (अगर ख़ाना नंबर ८ खाली ही हो। तो
सेहत उमदा होगी।)
ऊपर क दोन हालत म बृह पत क दु मनी या बृह पत से इस के दु मन के
टकराव से बीमारी क िनशानी औलाद क होगी। यािन उस के हां औलाद पैदा
होने वाली होगी। य क बृह पत औलाद क पैदाइश का मािलक ह।ै (मुफिसल
औलाद म दख
े )
और दस
ू रा फक ये होगा। क जब बृह पत ख़द तखत का मािलक हो कर चले
ला क ाथ
और अपने घर म दु मन बैठा दख
े े । तो एैसे श स क औलाद (वो ब ा अभी
औरत के पेट म ह)ै पैदा होकर खतम हो जायेगा। तो बीमारी खतम होगी। (ये
ल े
औलाद गािलबन (लङक ) बुध जो बृह पत का दु मन है होगी। इस तरह बृह पत
िक
को एक तो अपने घर के दु मन का झगङा और दस
ू रा औरत के पेट म बुध का झगङा
तंग करे गा)।
ले कन जब बृह पत ख़द ख़ाना नंबर ५ म हो या उसका दो त सूरज हो। तो
ता
िव
198
अरमान नंबर 175
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सनीचर 1 िदमागी ख़ाना नंबर 1 कंगाल मगर जायदाद
शु कर से मशतरका।
ु होगी। भाई बंदो से खराबी
इ क़ जबानी। ईधंन, सखी
ू 153/4,198/17
लकङी। आग का क ङा। सनीचर 3 पानी से मौत हो। अपने ही
काग रे खा वे म छ रे ख का चं 10 कए
ु से। उध रे खा। चोर
ला क ाथ
मु तरका। ईमानदारी म डाकू िफर भी मंदा हाल।
बददयानती का ब ज। सनीचर 4 िपत ृ रे खा। चं क
ल े
मगर शु कर का पतंग। जायदाद उमदा फल।
िक
सनीचर 2 िदमागी ख़ाना नंबर 7 िदमागी ख़ाना नंबर 4
(शु कर से मशतरका)
ु ु बत के तमाम िह से।
मह
ता
िजंदगी बढने क वािहश। चं से मशतरका।
ु खनी
ू
िव
(दनयावी
ु तर क से मराद
ु और पानी के िकनारा और
ब
ह।ै लंबी उ का मतलब न कए
ु पर का सांप होगा। या
लगे।) जायदाद ज ी मंदा फल
सनीचर 2 बात को महंु क हवा से देगी। ला.क . 213/9
बहृ पत 4 ताङ लेगा। अपनी ख़द
ु सनीचर 4 औरत वाह बेवाह बतौर
मखतयारी
ु और नंबरदारी चं 10 फज दु यावी या माशका
ू
के वकत अपनी उ के वगरैह धन दौलत बरबाद
आिखर तक अपने िलये कर या करा द। चं का
उमदा िक़ मत का मािलक। असर मंदा और बल।
सनीचर 3 िदमागी ख़ाना नंबर 10 - सनीचर का म धम। सांप
जायका बध
ु से मशतरका।
ु को दध
ू िपलाना मबा
ु रक
ू िज म। दौलत के
मजबत फल देगा।
िलये िनधन
199
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सनीचर 4 िपत ृ रे खा। चं क सनीचर 6 सनीचर के तमाम फल को
चं 3 जायदाद का उमदा और बध ु 12 बध
ु बरबाद करे । बेइतबारी
नेक असर होवे। मंदे काम। बध
ु के हाल म
सनीचर 4 उध रे खा िजस का दो त मफिसल
ु िलखा ह।ै
बहृ पत 3 हो उसे ही बरबाद कर के सनीचर 7 िदमागी ख़ाना नंबर 17
ख़द ु अमीर हो जावे। शु कर से मशतरका।
ु
ला क ाथ
ला.क . 296/4 ऊंच सनीचर का फल।
सनीचर 4 ला.क .14-/13, 225/4-5 िजंदगी बढने क वािहश
ल े
चं 2 (अ ज तर क से मराद ु
सनीचर 5 िदमागी ख़ाना नंबर 15 है लंबी उ से मतलब नह
िक
बहृ पत से मशतरका।
ु ह।ै) सनीचर ख़ाना नंबर 7
ख़ु ारी। मकदमा,
ु जहमत, या 3 का ता लक ु बाक
बीमारी का आम झगङा ह से ला.क . सफ़ा
ता
िव
200
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सनीचर 7 हिथयार से मौत हो। सनीचर 9 औलाद के िब न। मामु,
चं 7 मंगल 4 ससराल
ु सब को खा पी
सनीचर 8 जहमत बीमारी मौत का कर बरबाद कर जावे।
ु म नजर क
सबब। बढापे मगर ख़द
ु अपनी ज ी
तकलीफ या धोका होवे। हालत उमदा रहे । मौत का
िदमागी ख़ाना नंबर 14 तो लेगी चहा
ू होगा।
ला क ाथ
तक बर ख़दपसं
ु दी।
सनीचर 9 िदमागी ख़ाना नंबर 9 सनीचर 9 गो माया यादा होगी मगर
ल े
बदला लेने क ताकत। बहृ पत 12 माया पर पेशाब क धार
िक
अगर ख़द
ु बदला न ले मारने वाला होगा। ला.क .
सके तो औलाद को बदला 300/5 जीम
लेने क नसीहत कर जावे।
ता
िव
201
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
सनीचर 9/11 कदरतु क तरफ से कोई का ता लक ु यािन सनीचर
मंगल 3 ु वाकया मौत वगरैह
बरा े
11 क साथ ऊपर भी
ु देने वाला न होगा।
दख िजकर ह।ै
मंगल सनीचर का नेक सनीचर 11 भागवान होवे।
असर होगा। चं 6
े
सनीचर 9/11 रफाये आम क फायदे और सरज ू 10
शु कर 7 आराम क परी ू ताकत और मंगल 10
ला क ाथ
नेक असर। ख़द ु भी आराम सनीचर 11 आली मतबा। साहबे
पावे। चं 2 जायदाद होवे।
ल े
सनीचर 9 ला.क . 95/1 सरज ू 1
शु कर 3 सनीचर 11 सनीचर व सरज ू दोन का
िक
सनीचर 9/11 मां बाप दोनो क तरफ से बध ु 3 फल र ी। बरी ु िजंदगी। बध
ु
चं 4 हर तरह से उमदा िक़ मत सरज ू 9 दोन ह को बेवकफ ू
और भला लोग होगा। बना देव।े
ता
सनीचर 10 िदमागी ख़ाना नंबर 13 सनीचर 12 िदमागी ख़ाना नंबर 12
िव
}
सनीचर 10 हर िकसम क सवारी का राह ीय (माता औरत वगरैह
बहृ पत 4 सख ु नसीब होगा। सनीचर 12 का सख ु ह का। चं चपु
चं 1 चं होगा।)
सनीचर 11 िदमागी ख़ाना नंबर 11 सनीचर मद का सख ु हलका।
सनीचर का जाती असर। राह
जखीरा जमा करने क बहृ पत
} 12 बहृ पत चपु होगा।
202
अरमान नंबर 176
रा
रा - बाक ह क तरह रा के तू क ऊंच हालत व नीच हालत का
अलैहदा िज़ नह कया गया।
असतलाह म िजस चीज का कोई रं ग न हो। नीला रं ग दया जाता ह।ै
न शे म समुं का रं ग िजसक गहराई लाइ ताह ह।ै नीला माना है और आसमान
भी हर तरह से साफ हो नीला नजर आता ह।ै दही (शु र) और दध
ू (चं ) क रं गत
म भी यही फक है क दध
ू रं ग सफे द होगा। मगर दही क सफै दी म नीलगो शािमल
ला क ाथ
होगी। चोट लगने पर खून जम जावे नीला िनशान होगा। ये रं ग हर रं ग पर चढ
जाता है और िसफ़ सनीचर का याह रं ग ही इसको छु पा सकता ह।ै सनीचर लोहे
ल े
के याह रं ग और रा पूरे याह (घना याह) रं ग म माना ह।ै िज म के िह स म
दमाग म नकल व हरकत क ताकत माना ह।ै जो हसद व क ना के नाम से भी याद
िक
होता ह।ै चलती गाङी म रोङ अटकाना। मासूम बेगुनाह को गुनहगार ठहरा कर
सजा के मातम से क ा धुआं पैदा करना इस का काम ह।ै बैठे बैठे कसी के खून करने
ता
िव
का खयाल पैदा कर दन
े ा या दल म अचानक कसी बात का फरना (भासरना)
ख़दबख़द बगैर सोच या कसी के बताये आ जाना इस का क र मा ह।ै सनीचर के
ब
साथ बैठा सांप को मनी का काम दत
े ा ह।ै सांप क जहर चूसने का मनका। ख़दबख़द
उङकर जहर के पास जाकर जहर को चूस कर अपने आप म िमला लेता है और
जहर आलूदा को बरी कर दत
े ा ह।ै एैसा सांप इ छाधारी और हर जगह मदद करने
वाला सांप होता ह।ै सांप के िलये ये मनी अंधेरे म रोशनी का काम दत
े ी ह।ै सनीचर
के लोहे के साथ ये चमक प थर का काम करता ह।ै ख़द तो अपनी जगह से नह
िहलता लोहे को अपनी तरफ ख चता ह।ै धातूओ के अंदर ये जंग या जंगार बन
जाता ह।ै जब सूरज से िमला तो सूरज हण या पाप का अंधेरा इसक रौशनी के
सामने कर दत
े ा ह।ै बृह पत को पीतल कया तो नीले रं ग के जंग म दख
े ा गया। चं
के दध
ू म नीला रं ग होने पर वो शु र का दही आ। बुध के हीरे म सबको काट दन
े े
क िह मत दी। मगर ख़द बुध के हीरे को इसी क मामूली नम सी चीज कलई से
कटवा दया। मंगल के शेर को न द से सुलाये रखा। के तू के कु े को कु े के दांतो के
रा ते
203
इसके पागलपन के मादे से दस
ू र को भी पागल कया। इ सान को हसद ने जला
दया । जहां सांप को मनी क हालत म िमला उसके जहर चूसने का दो त बना।
तो उसे दस
ू री तरफ डर भय दक
े र दिुनया को बचाया। क सा कोताह ये अपने घर
म आम साधारण हालत या घर का भी ह।ै और नीच भी ह।ै बुध के साथ या अकल से
ऊंच होता ह।ै या आकाश के खुल मैदान होने क वजह सेरा का आसमान जमीन
म भूचाल भी ह। हाथी का सूंड तो द रया म इसी हाथी के अकस से तदय
ू े का जाल
भी ह।ै बुध का दो त तो जबान 'बुध' का तंदय
ू ा भी ह।ै मामूली दमाग म नकल व
हरकत क लहर लाता तो शेर ''बहादरु ' को सुलाता भी ह।ै रािशय म सबसे
ला क ाथ
आखरी रािश नंबर १२ संभाल कर बात का आिखर भी हो जाता ह।ै अगर िसर
उ टी खोपङी ( दमाग का ख़ाना नव ३ के तू से मु तरका यार या वालदन
ै ी
ल े
मुह बत िजसका मुफिसल िजकर शु र के खान अरमान नंबर ५९ म ह)ै इस क
िक
ऊंच हालत है तो ट ी या पाख़ाना के रा ते का मुंह । गुदा इसका रा ता के तू से
मु तरका और के तू के बराबर का होने क हालत ह।ै
ता
ऊंच हालत
िव
204
पैदा करने वाला। दु मन ह के वकत। मुकदमात फौजदारी का पैदा होना। चोरी
धोखादह े ी गबन क इ लत का ता लुक आम होगा।
बनावट
सूरज सनीचर मुशतरका = बुध होगा। िजसम रा क शरारत का वभाव होगा।
मंगल बद और सनीचर मुशतरका = रा बुरी नीयत का होगा।
दो मंगल मु तरका (मंगल ख़द अके ला मय मंगल मशनोई के जुजवी ह) = रा
होगा नेक नीयत का।
रा बृह पत मुशतरका = बृह पत चुप होगा मगर बृह पत खतम ही न होगा।
बृह पत चं मुशतरका मय रा = बृह पत और चं म से कसी का भी फल खराब
ला क ाथ
न होगा।
रा चं मुशतरका या बामुकािबल = चं का असर म धम। दल कर फज वहम
ल े
दीवाना बना दव े े।
बृह पत चं -शनीचर शु र मय रा = 5 क पंचायत ब त उ म फल। क़ मत
िक
का धनी होगा।
रा चं सनीचर/या रा चं बृह पत मुशतरका = औरत का सुख ल मी का सुख
हलका होगा। खासकर मीन रािश म।
ता
िव
205
वही ह गी जो रा क ह। के तू का रं ग िबरं ग होगा। मगर लाल रं ग का साथ ज र
होगा। जो बुध होगा। मगर असर के तू का ही होगा।
रा क दो अमली
रा का िनशान जाल या पदम ह।ै हाथी भी कहलाता ह।ै द रया म इसी
हाथी के िलये दरयायी जाल तदय
ु ा भी हो जाता ह।ै जब रा चं के ता लुक म हो
जावे। रा बुध का दो त ह।ै और जबान बुध क चीज ह।ै मगर ये जबान का तदय
ु ा
भी बन जाता ह।ै और जबान को थुथलाने क बीमारी भी कर दत
े ा ह।ै जब रा
बृह पत क रािश म हो।और उस रािश म बैठा आ बुध के टकराव या ु ी म आ
ला क ाथ
जाये।
2) रा का भूचाल चं से क जाता ह।ै (मुफिसल चं म िलखा ह।ै) और
ल े
चं बैठा होने वाले घर से आग नह जा सकता। ले कन सूरज के ता लुक से आतशी
िक
मादे क लहर और भी गम होकर आगे बढेगी। सूरज अपने घर म बैठे ह को
कु डली वाले क मदद पर खङा करता है और सूरज जब अपने दो त ह और
दु मन ह के साथ ही हो तो दु मन ह का असर अपने दो त पर डाल दत
े ा ह।ै
ता
िव
206
रा हो के तू होगा असर होगा
ख़ाना ख़ाना
नंबर म नंबर म
1 7 पैदाइश के व स त आंधी, बा रश, नाना-नानी वकत पैदाइश
मौजूद-40 साला उ तक दोन का फल खराब वा ते ख़द
मुतलका ख़ाना नंबर 1
2 8 25 साल उ तक के तु का फल उमदा 26 शु से दोन
का मंदा फल होगा।
ला क ाथ
3 9 दोन का उ म और ऊंच रािश का।
4 10 24/48 साला उ तक चं का फल म म। बाद अजां
ल े
45 सो दोन का उ म फल होगा।
5 11 दोन का दु मनाना और खराब।
िक
6 12 दोन का उ म और ऊंच रािश का।
7 1 पैदाइश नानके घर। दोन ह का फल र ी वा ते ख़द
ता
मुतलका ख़ाना नंबर 7
िव
8 2 के तू का उ म रा का खराब फल होगा।
ब
9 3 दोनो का खराब बाप और ससुराल के िलये। भाई बंद दिुखया कर।
10 4 बाप के िलये उमदा माता के िलये खराब। ख़द अपनी सेहत भी मंदी।
11 5 अपने िलये उ म औलाद पर मदां असर।
12 6 दोनो का खराब और नीच हालत का।
मुंदरजा बाला असर उस वकत होगा। जब रा या के तू रािश नंबर के घर
के ह बोलने के िहसाब से जारी हो जाव। तखत क मालक यत के जमाना म रा
या के तू का उन ह से टकराव या दो ती होगी। जो उन के तखत क मलक यत के
जमाना मे रािश नंबर के िहसाब से बोलगे। रा का असर पोशीदा और के तू का
असर जािहरा आ करता ह।ै
2) मन मंदर दरवेश कलंदर - मन (चं ) मंदर (बृह पत) या चं बृह पत
मुशतरका मन का मंदर आलीशान होगा। दरवेश(बृह पत या के तू)कलंदर
(तमाशा के जानवर का मािलक बुध) बुध बृह पत, बुध के तू, रा के तू मय बुध
इक े ह तो मन के मं दर म कलंदर के तमाशे दगे।
207
अरमान नंबर १७७
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
राह 1 औलाद के िव न। ख़दपसं
ु दी का मािलक
बध
ु 1 होगा।
राह 1 औरत क सेहत खराब। राह 6 राह का फल र ी होगा।
शु कर 1 िदमागी कमजोरी। बध
ु 12
दीवानगी। राह् 7 लालिकताब सफ़ा 241/17
ला क ाथ
राह 5 कडली
ु वाले क औलाद राह 7 औरत क सेहत र ी
(लङका) के 21 साला उम शु कर 1 (िदमागी खरािबयां।)
ल े
तक बाबे पोते का झगङा राह 7 शादी और औलाद म
होगा। यािन बाबा होगा तो शु कर 7 गङबङ होवे।
िक
पोता न होगा। कु डली बध
ु 7 लालिकताब सफ़ा 239/9
वाले क ख़द
ु अपनी उ राह 9 आौलाद 21 साल फक
ता
िव
208
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
राह 10 उ 22 साल तक होगी। ह।ै िफर भी राह औरत क
सरज
ू 11 सेहत मंदी कर देगा।
राह 12 िदमागी ख़ाना नंबर 12 राह ीय (औरत व माता) का
राजदारी। खचा हाथी का। चं 12 सख
ु ह का।
राह क शरारत िफजल
ू सनीचर
ला क ाथ
खिफया
ु ही काम म खच। राह मद का सख
ु ह का। चं
राह 12 गो शु कर नंबर 12 म चं 12 चपु ही होगा। बहृ पत
ल े
शु कर 12 ऊंच बहृ पत खामोश होगा।
अरमान नंबर 178
िक
के तू
तूं कौन, म वाहमखाह िबन बुलाया मेहमान। जब दो रं गी इ इ सान
ता
िव
209
इसक नेक और खूबी को याद रखता और बदी को भूल जाता ह।ै
भेद :- बृह पत के ता लुक से के तू उं च होगा और जहां के तू उं च होगा वहाँ सब का
गोल दायरा और बे-बुिनयाद भी कर दन
े े वाला बुध बुरा फल न दन
े े पायेगा। अगर
बाप को क मत ने मदद न दी तो उसका के तू (लड़का या लड़के क कुं डली के
िहसाब से के तू के दौरा शु होने का ज़माना) तबदीली हालत ज र दग
े ा। इस क
गैर हाजरी म बुध का आकाश बृह पत क खाली और ठहरेी ई हवा से भरपूर
होगा। मगर हवा को चला कर सब जगह क कमी बेशी के पी पूरा करने वाला
बृह पत दो जहान का मािलक क तरह दो रं गी का बलवान िबन बुलाया आ
ला क ाथ
महमान आ हािजर होगा। तेज़ी से आया तो तूफ़ान कहलाया अगर बंद खड़ा हो
गया तो दम घ टने का ज़माना होगा। मगर मौत न होगी सु ती और बेहोशी
ल े
(मुरदापन सा ज़माना) ज र होगी। हाथी के िसर और लंबे सूंड वाले रा का
मुक़ाबला करना इसी दरवेश का काम ह।ै बृह पत के तु (बृह पत) हवा के तु
िक
(तूफान) ने हर चंद कोिशश क क मुसा फ़र के कपड़े उतरवा द। मगर ये काम
िसफ़ सूरज क गम ने ही करवाया यानी के तु ने बृह पत को चलाया बृह पत ने
ता
बुध के बुरे असर पर गलबा पाया। मगर दोन का असल मतलब सूरज क गम से
िव
210
से अलहद
ै ा हो जायेगा और लाली के घटते ही गम पैदा होगी या के तू को कायम
करने के िलए सनीचर मंगल बुध का उपाओ कर। ये िसफ़त बेर (गोल लाल बेर) म
भी मौजूद ह।ै मगर हो सकता है क इसम कोई बुध का पोल भी हो। इसिलए लोहे
क गोल गोली पर मंगल का रं ग जमकर मतलब हल कर। ये लाल मगर लोहे क
गोली सब ह को अपनी अपनी जगह कर दग
े ी। ह के असर म तबदीली नह
कर सकते िसफ़ उनको दरू त चाल (उनक अपनी अपनी जैसी भी हो पर लगा
सकते ह)ै
के तू का घर ख़ाना नंबर 6:- के तू कु ा माना तो बुध को कु े क दम
ु । दम
ु
ला क ाथ
वाले कु े का घर ख़ाना नंबर 6 मुक रर ह।ै िजस म बुध और के तू इक े माने ह।ै
(लाल कताब सफ़ा 100 अरमान नंबर 106) दोन ह क प बात या प ा
ल े
घर होने क हालत म ये ख़ाना नंबर 6 बमूजब ला.क . सफ़ा 97 फरमान नंबर
िक
103 िसफ के तू का ही माना है और बुध शु के साथ ख़ाना नंबर 7 म जा िमला है
जो नेक ह।ै कु क दम
ु , शु क दम
ु , गाय क दम
ु ी क गुत बन गई। ये दम
ु जब
शु से हटी या औरत ने िसर के बाल कटवाये। गाये से हटी- बैल गाये लंडवा ए।
ता
िव
के तु कु े से हटी कु ा आधा रहा। सांप सनीचर से हटी िसफ सांप का िसर ही बाक
ब
रहा। हाथी का सूंड कटा वो महत
ं बाबा ब का ह वा आ। गज क जब बुध
अपनी जगह छोड़कर यािन ख़ाना नंबर 6 से 12 रािशय के आिखर पर नंबर 12 म
ही जा प च
ं ा तो कु े क दम
ु सीधी ई। कु ा पागल आ। सांप क अके ली िसरी
सांप से और भी यादा नुकसान करने लगी। सूरज का बंदर दम
ु कटाये आदमी आ
तो पागलपन का तालूक आ। शु क ी ने िसर मुंडवाया मातम क िनशानी या
दीवाना शु जनाहकार औरत ई। बाप बेटे के िमलाप म फक उड़ा बैठी। चं के
घोड़े धन दौलत जायदाद क आमदन क नाली उ टने लगी। दोन जहान के
मािलक बृह पत ख़ाना नंबर 12 बृह पत का घर ह।ै गु ने िसर पर राख (बुध)
डाली। क सा कोताह बुध नंबर 12 ने बृह पत गु (ख़ाना नंबर 12 का बृह पत)
को दन
ु यावी बुध अकल दी। इसका आ म यान बंद आ। गु ख़ाना नंबर 12 से
हटा ख़ाना नंबर 2 म जा बैठा। जो गु क असल जगह ह।ै िजसम रा के तू क
बैठक है और िजसे पापी ह क बैठक ख़ाना नंबर 8 दख
े रहा है और िजसके सामने
क नजर पर बृह पत के दो त
211
के तु का घर नंबर 6 ह।ै गु ख़ाना नंबर 2 म बैठा है तो इस का दस
ू रा साथी दरवेश
कु ा इसके चरण म ख़ाना नंबर 6 (पाताल) का िनवासी ह।ै गु म िह मत है क
वो ख़ाना नंबर 2 गु दवारा से पाताल के ख़ाना नंबर 6 म दख
े ता है और पाताल के
ख़ाना नंबर 6 से वो गु बृह पत आसमान ख़ाना नंबर 12 म जा िनकलता ह।ै
बृह पत ख़ाना नंबर 2 और 12 का मािलक ह।ै ख़ाना नंबर 2 गु का
गुरदवारा रा के तू क बैठक दिुनया का मशनोई शु सब गोरख धंधा और ख़ाना
नंबर 12 गु क समािध क जगह या गृहि तय के सुख क जगह या “शु उं च
का थान ह।ै ख़ाना नंबर 6 दोनो के दर यान म ह।ै िसफ बृह पत ही ख़ाना नंबर 6
ला क ाथ
के रा ते अपने ख़ाना नंबर 12 म जा सकता ह।ै य क नंबर 6 के दोन रा त के
आिखर पर बृह पत के ही दोन घर ह। ये बृह पत क कु टया के तु का ख़ाना नंबर 6
ल े
कु े क असल मलक यत के मुकाम म िसफत है क वो अपने घर आये ह को
िक
वाह वो के तु के दो त ह या दु मन कभी बरबाद न होने दग
े ा। मुकाबलतन
बृह पत ख़द बुध से तंग होता है और दिुनया का बृह पत साधु अपने सामने से बुध
क राख को उठा उठा कर लोग म बांटता ह।ै (बुध को राख माना है अरमान नंबर
ता
िव
212
ही का हाल युं न हो। के तू क माता “शु भी ख़ाना न० ६ म नीच फल का होगा।
पापी ह क खसलत का भेद - जहां कह भी लफज पापी ह होगा
“शनीचर रा के तु तीन ही ह से मुराद होगी। रा के तु मु तरका को पाप कहते
ह। और “शनीचर उनका मुनिसफ ह।ै
रा के तू भी शनीचर का ही वभाव रखते ह।
पापी ह का वभाव ये है क:-
(1) जब कभी भी कोई दु मन ह अके ला ही उनके मुकाबला पर हो तो वो उस
दु मन ह ही क ताकत को जायल करते ह।
ला क ाथ
(2) जब दो दु मन ह उनके मुकाबला पर हो जाव या यादा तो मुकाबला पर के
दु मन ह क ताकत ख म करने के िलये पापी ह क ताकत भी दग
ु नी या और
ल े
यादा हो जावेगी। युं यूं दु मन ह तादाद म यादा होते जाव पापी ह क
िक
पाप करवाने या करने क िह मत और भी बढती जावेगी। और:-
(3) जब कसी पापी ह अके ले के मुकाबला पर का दु मन ह कसी एैसे ह को
ता
साथ लाकर मुकाबला पर हो जावे जो ह क पापी ह का दो त हो तो एैसी
िव
213
(4) पापी ह जब अपने बराबर के या दो त ह से मु तरका हो जाव तो भी
अनथ या पाप ही करगे। मसलन के तू “शनीचर बृहसपसत मुशतरका ह तो औलाद
पर हवाये बद के अचानक हमल से औलाद क मौते ह गी।
(5) पापी ह से कोई एक जब अपने दो त पापी ह ही से िमले( लाल कताब
सफ़ा 105 पर मुक रर कये ए से) तो िनहायत नेक फल दग
े ा। मसलन “शनीचर
रा “ शेष नाग इ छाधारी मददगार सांप होगा। रा के तु मुशतरका म से जो
कु डली के पहले घर मे होगा। वो अपना फल दस
ू रे म िमला दग
े ा। यािन दिृ के
वकत म बाद के घर म होने वाले का असर नेक होगा। पहले घर वाले के नेक असर
ला क ाथ
होने क “शत ख़ाना नंबर के िहसाब से होगी। अगर दिृ का तालूक न हो यािन
ल े
ख़ाना नंबर 5-11-2 म तो मंदा फल होगा। अरमान नंबर 176 –
(6) शनीचर का ख़द जाती वभाव अरमान नंबर 168 ( रा के तु “शनीचर से
िक
पहले या बाद के घर म वाली फै र त) से जािहर होगा।
(7) रा व के तु का बाहमी वभाव और उनका सूरज व चं से तालूक अरमान
ता
नंबर 108 ( हण क फह र त) म दज ह।ै
िव
214
को (बुध) क कौतबाह ने तलाश करबाया। मगर के तू को शु ने ख़द ढू ंढा और
फलना फु लना पाया। के तू ख़द बृह पत के बराबर का है और बृह पत हरएक पर
मेहरबान ह।ै इसिलये जब शु क मदद करने वाला के तू अगर कसी वजह से ख़द
ही र ी हो जावे तो बृह पत के उपाय से के तू को मदद िमलेगी और के तू आगे शु
को मंगल से छु ड़ा कर ठीक कर दग े ा। बुध म नुकस है क शु के साथ बैठा आ भी
मंगल के साथ िमल कर मंगल बद बन कर शु को बरबाद करता ह।ै मगर के तू
अपने बु यादी ह शु क ज र मदद ही करे गा। वाह वो ख़द कतना ही दस ू रे
दु मन से बरबाद हो जावे। शु और के तू दोन ही एक ए या जब दोन ही नीच
ए। गाय और कु ा दोन ही गंद (गुंह) खाने लगे। ये कलयुग क िनशानी इ।
ला क ाथ
(10) के तू क तीन पाया शकल का मुंह िजस बुज क तरफ हो तो समझगे क के तू
अपना असर िमला रहा है या डाल रहा ह।ै उस बुज म िजस क तरफ क इसके डड ं ो
ल े
का मुंह ह।ै डड
ं के मुंह का ख कु े के मुहं का ख होगा।
(11) के तू क तीन टांगे बृह पत बुध मंगल ह। इसीिलये “शु क जान माना गया
िक
ह।ै
रा के तू क दस
ू रे ह से नाखून बाजी
दल का भेद शनीचर क आंख क बीनाई ने बाहर जािहर कर दया। अभी
ता
िव
}
के तू का असर...पांव के नाखुन पर दाय पावं पर - के तू का अरसा आम यािन 3
साल होगा।
बाये पांव पर...के तू क महादशा 7 साल
बुरी हालत या के तू क कु ल उ 48
साल का अरसा (नेक असर) होगा
215
चूं क रा के तू एक दस
ू रे के सातव होते ह। बाहम दो त भी ह। एक दस
ू रे क बनी
बनायी िबगाड़ भी दत
े े ह। ( वाह एक क नेक हो या बद दस
ू रा नेक को बद और
बदी को नेक कर दग
े ा।) िजस जगह घर के ह बनते ह वहां ही उं च भी हो जाते ह।
इस असूल पर अगर रा हाथ के दाय िह सा पर असर दे रहा हो तो के तु पांव के
बाय िह से पर असर दे रहा होगा और हरइक अंगुली मय अंगूठे के नाखुन से उनका
बाक ह से तालुक जािहर कर दग
े ा। यािन रा के तु का असर बाक ह से
जािहर होगा।
ला क ाथ
अंगूठे से शु का :- ( वाह अंगूठा हाथ का वाह पांव का। के तू मुशतरका या
मशनोई शु कु डली म ख़ाना नंबर 2 रा के तू क मुशतरका बैठक है और तमाम
ल े
तरफ से िबगड़ी इ बात क िबगड़ी को बनाने वाली चीज ढला ढु लाया शु होता
ह।ै यािन अंगूठा इन दोन ही ह का मैदान ह।ै िजसम रा के तू का दो ताना या
िक
8-2
मैदान एक न शुद दो शुद के रं ग िबरं ग क झलक दग
े ा।
216
अरमान नंबर 179
ह ख़ाना असर ह ख़ाना असर
नंबर नंबर
केतू 1 औलाद के िव न ह । केतू 6 िदमागी ख़ाना नंबर 14 शनीचर
शु 1 से मशतरका।
ु तक बर
केतू 2 ला.क . 163/20, ख़दपसं
ु दी।
164/25 केतू 6 केतू का फल र ी होगा।
केतू 3 न िसफ कु डली वाले बध ु 12
को अपने भाई बंदो से केतू 6 कु े को घी हजम न होने का
िद कत होगी। बि क शु 6 हाल होगा। औरत बांझ होगी।
ला क ाथ
लड़क जात (लड़क
क ससराल)
ु का केतू 7 शादी औलाद म गड़बड़ होवे।
ल े
फल मंदा होगा। शु 7
ला.क . 315/7 बध
ु 7
िक
केतू 4 िदमागी ख़ाना नंबर
16 ई तकलाल काम केतू 8 केतू का असर सोया हआ। कु े
ता
म लगा रहना। वाह क न द कम होती ह।ै मगर
िव
217
अरमान न० 180
दो इक े ह एक ही घर म बरा
ु फल(मौत) न दग।े
खासकर (1) नंबर 1-2-7-10 म। (2) ख़ाना नंबर 11 म अपन अपना फल होगा।
ख़ाना बहृ पत सरज ू मु तरका ख़ाना बहृ पत सरज
ू मशतरका
ु
नंबर (शरे दमकता सोना) नंबर (शरे दमकता सोना)
दोनो िदमागी ख़ाना नंबर 20 आराम दोनो दिनया
ु का परा
ू आराम हो।
मशतरका
ु होवे। ख़ाना
दोन इ जत बजरगी
ु का मािलक। अंदर नंबर 1 म
और बाहर से नेक हो। राजदरबार
ला क ाथ
बा - से नेक तालक
ू व तर क मगर बहृ पत चं मु तरका(छतर)
मकािबल
ु ू के
िकसमतअख यार िकसी दसरे
ल े
हाथ म होगा। यािन िजस िजस दोन चं का परा
ू नेक असर होगा।
राशी नंबर म ह उस उस राशी के मशतरका
ु िदल क परी
ू शांित होवे।
िक
घर के मािलक के तालक
ु का या बा- कु डली म अपने दो त ह
असर होगा। ला.क . 194/3, 193/4 मकािबल
ु से पहले घर म ह तो अपने से
ता
दोन ला.क . 194/7 दोन बाद अगर बाद के घर
िव
नंबर 1 मशतरका
ु ह तो पहले घर को मदद
ब
दोन ज री सफर मतलका
ु राजदरबार ज र दगे। िदमागी ख़ाना
बाहम देख के नेक नतीजे ह । नंबर 21 हमदरदी या रहम
रहे और िमजाजी का मािलक होगा।
चं कायम
दोन नतीजा यादा मंदा। ि का
}
मु तरका यादा दजा मंदेपन क यादती दोन शु मंगल
को केतू का दजा होगा। मशतरका
ु शु शनीचर नेक फल दवे।
देखे। के बा- मंगल शनीचर
दोन फै सला हक म होने क कोई मकािबल
ु
मशतरका
ु तस ली न होगी। शनीचर अगर
को बजाते ख़द
ु नेक तो कदरे उमदा
शनीचर वना स त खराबी होवे। दोन सबसे उ म ल मी।
देखे मशतरका
ु
218
ख़ाना बहृ पत चं मु तरका ख़ाना बहृ पत चंदर मशतरका
ु
नंबर (छतर) नंबर (छतर)
दोन मंगल :- सबसे उतम ल मी होगी। दोन िदमागी ख़ाना नंबर 39 - वजह सबब क
मु तरका सरज
ू :- तािजर। अहले कलम को बध
ु ताकत
दसर
ू को भी फायदा पहंचे का िदमागी ख़ाना नंबर 40 - मकाबला
ु एक
बज रया ठोस हािजर माल। साथ चीज का दसरी
ू से
को देखे बध:-तजारत
ु (दलाली) फायदा िदमागी ख़ाना नंबर41-इ सानी खसलत
अजीम होवे। िदमागी ख़ाना नंबर 42 रजामंदी का
ला क ाथ
या साथ हो शु :-शादी के िदन से धन दौलत मािलक होगा।
आगे बढना बंद होवे बि क घटना दोन बध
ु का साथ नंबर 2-4 का और नंबर 2-4
ल े
शु हो जावे। को के इलावा दसरे
ू घर का बहृ पत के हाल
शनीचर बहृ पत का धन शादी के म अरमान नंबर 125 ता 129 मफिसल
ु
िक
िदन से आगे और बढना शु होता िलखा ह।ै मंदाफल होगा। वाह
}
ह।ै लाख पित िफर भी मसीबत
ु पर मसीबत।
ु
ता
िव
219
ख़ाना बहृ पत चं मु तरका ख़ाना बहृ पत चंदर मशतरका
ु
नंबर (छतर) नंबर (छतर)
नंबर 4 बनते जाने क तरह सख
ु सागर नंबर 9 दबा हआ धन होगा। जो
जारी नेक हो जावे। िदल क परी
ू शांित दरखत क अ छी जगह पर
हो। नेक से नेक से नेक होता होने वाली जड़क तरह चं
चला जावे। पानी क नाव हवाई बहृ पत के वकत िजस का
जहाज का काम देवे। ला.क . इसके वषफल से पता चलेगा।
159/7 व 219/1 िफर उपर को यािन नीचे से
दरखत के उपर के िह से म
ला क ाथ
नंबर 5 चं बहृ पत से िमला हआ सरज
ू नेक असर करने क तरह
उतम फल देगा। यािन अब सरज
ू िफर चल पड़े गा। और कु डली
ल े
का फल दोन क जगह बलं
ु द और वाले के अपने काम आयेगा।
नेक होगा। ला.क . 301/5 ू शांित और बड़के
िदल क परी
िक
दर त क तरह वालदन ै
नंबर 6 ु और केतू के तालक
बध ू से यािन (बज ग ) का परा
ू नेक और
ता
जसै ा भी उनका हाल हो वो इन उतम साया होगा। चं क
िव
220
ख़ाना बहृ पत चं मु तरका ख़ाना बहृ पत शु
नंबर (छतर) नंबर (क लर जमीन)
नंबर 10 क दम
ु लंबी तो सवारी को या दोन दोन का फल खराब। सोने म
जारी मदद बाप क दाढी उमदा तो बेटे मु तरका िम ी िमली हई।मगर औरतक
को या सहारा"। िसफ िदखलावे या बा- मदद िमलती रहे । ला.क .
ै क
क शान (वो भी वालदन मकािबल
ु 167/33
अपनी) मगर लड़का दसर
ू का दोन नर औलाद के िब न। सोने क
िनगरान होगा। नंबर 2 जगह िम ी तो होगी। मगर वो
नंबर 11 रफाये आम के काम। दसरो
ू का िम ी आम िम ी से क मती
ला क ाथ
तार। मगर अपनी िकसमत (अपने असर क हालत क होगी। या
ल े
ु के मालक ख़ाना
पेट का तालक) िम ी के काम से सोना और
नंबर 3 के ह ह गे। अगर ख़ाना सोने के काम से राख हािसल
िक
नंबर 3 खाली ही हो तो ख़ाना होगी। ला.क . 144/1
नंबर 11 के ह सोये हए ही िगने दोन नं 3 खशहाल
ु भागवान होगा।
ता
जायगे। ख़ाना नंबर 5 का ख़ाना दोन िम ी भरी तेज आंधी क तरह
िव
221
ख़ाना बहृ पत शु ख़ाना बहृ पत मंगल
नंबर नंबर
दोन को अगर बध ु का भी साथ हो जावे। दोन नं 2 ला.क . 282/12
बधु का (बध ु नं ब र 7) तो आंधी क िम ी बध ु नंबर6
साथ नं ७ भरी हवा से बध ु का शीशा अगर दोन नं 6 ला.क . 282/14
और नही तो शु बध ु मशनोई बध ु नंबर 2
सरज ू का असर (धन दौलत न बहृ पत बध ु
सही खराक ु अ न-पानी) तो (औखली-फक र क गदड़ी) ू
ज र पदैा रखेगा। जद गस ै दोन आवाज क हालत ( ला.क .
होगी। वाह दोन जहरीली ही मु तरका फरमान नंबर 87 सफ़ा 73)
ला क ाथ
हो। ला.क . 144/1 फै सला करे गी िक दोन
दोन नं 9 दिनया
ु का परा ु आराम। मशतरका
ु म बल कौन ह।ै दोनो
ल े
ह मशतरका
ु होने का फल
अरमान नंबर 130 जज ू (अ) म
िक
बहृ पत मंगल िजकर ह।ै बध ु बहृ पत एक ही
(जजवी
ु सोना-नेक-अंकु श, बद ढाल) घर म होने पर आकाश म हवा
बंद वाली हालत होगी। अगर एैसी
ता
दोन हरदम मदद मदा मददे ख़दा। ु हालत म कु डली म शनीचर
िव
मशतरका
ु िनहायत उतम असर। हौसला उमदा होवे तो कछु भरोसा व
ब
अंद नी व गबैी ताकत क मतलब होगा।(वासते धन दौलत)
मदद होगी। ला.क .166/31-32 वना फोक तबाह करने वाली
उमीद होगी।
दोनो को मखालफत ु मदा न होगी। बि कदोन ह अपना ही बेड़ी डोब म लाह
शनीचर धन दोलत के िलये महावन उ बा होगा। िपता क उ और उसके
देखे (ला.क .सफ़ा 322) का नेक मकािबल ु धन दौलत पर तबाही कर देगा।
असर होगा। मगर कबीला का भारी बौझ उस
के जु मे होगा। दोन ह के
मंगल बद मखालफत ु मदा, र तेदारो क बामकािबल
ु या आमने सामने
का तालक ू मौत, मातम, रं ज व गम आम होने क ि अगर :-
ह गे। 100 फ सदी हो.....िनहायत
खराबी का असर होगा।
दोन दोन ह का िनहायत ही 50 फ सदी हो..खराब असर होगां
नंबर 2 उतम फल होगा। 25 फ सदी हो..मामली ू असर
नंबर 7 ला. क . सफ़ा 255 जज़ ु 2 होगा।
222
ख़ाना बहृ पत बध
ु ख़ाना बहृ पत बध
ु
नंबर नंबर
दोन ह अगर बहृ पत कु डली के क ख़द
ु अपनी औलाद न होवे।
बा पहले घर म हो तो बहृ पत का मतब ने रखे। फालतू और
मकािबल
ु 34 साल उ तक अ छा फल बेमायनी खचा।
}
जारी होगा। 35 से बध
ु का बरा
ु असर दोन
शु होगा। लेिकन अगर बध
ु मशतरका
ु
पहले घर का हो । तो बध
ु का और चं सफर का बरा
ु नतीजा होवे।
ला क ाथ
34 साल उ तक अ छा असर बा
ल े
और 34 तक बहृ पत का मंदा मकाबल
ु
फल होगा। 35 से बध
ु का असर बहृ पत शनीचर
िक
िनक मा और बहृ पत का (फक र क झोली)
उमदा शु होगा। दोन दोन क मशतरका
ु धन रे खा
ता
िव
बहृ पत कायम
} दोन का मशतरका
ु होगी। जो धन िक शादीके िदनसे
ब
और बध
ु उं च घर म मु तरका बढने लगे। (कु डली वाले क
असर राजयोग होगा। कागजी शादी)। एैसे श स म कौत
कारोबार छापाख़ाना वगरैह खयाल। सोच िवचार क ताकत
अज पविलक नेक असर देवे। दजा कमाल होगी। िजंदगी
ईमानदारी का धन साथ देवे। (अ ज) बढने क ताकत ख़ु ारी
बहृ पत ला.क . सफ़ा 153/3 मगर हसद से बरी होगा। एैसे
बध
ु नं 2 श स क िकसमत का फै सला
दोन नं 3 साबर व शाकर होवे। ख़ाना नंबर 11 के ह करगे।
दोन नं 6 इबादतगार होवे।ला.क .286/13दोन ु अलहैद अलहैदा और
िबलकल
दोन
नंबर 7 कभी शाह कभी मलंग कभी
खशहाल
ु कभी तंग एैसे मद/औरत मकािबल
ु
ह
} ि से भी न िमलते ह का हाल
बाहम बा- अरमान नंबर 120 म िजकर ह।ै
जब दोन 100 फ सदी के
223
ख़ाना बहृ पत सनीचर ख़ाना बहृ पत सनीचर
नंबर नंबर
दोन ह खान म बाहम देख रहे ह । तो इशक न होगा। चं उं च का नेक
बा मशतरका
ु ही होने का असर फल साथ होगा। इस जगह अगर
मकाबल
ु दग। चं साथ भी होवे। तो चं न या
जारी बहृ पत देखता हो शनीचर को र ी न होगा। दु यावी तोहफा
दोन 50फ सदी पर-इलम ितलसमात होगा। ला.क . 158/2
ि म जादगरी।
ु दोन औसत दजा िजंदगी वाला।
25 फ सदी योग अ यास का नंबर 3 ( य िक शनीचर ख़ाना नं 3 म
मािलक हो। िनधन हो जाता ह।ै आखरी उ
ला क ाथ
शनीचर देखता हो बहृ पत को म आराम पावे।
तो:- कदरती
ु तौर पर िजसमानी दोन नं ब र साधारण हालत जस ै ी िक बाक
ल े
कमजोरी और धनदौलत हलका 4-5-6 म ह के िहसाब से होवे।
होगा। दोन धन बरबाद मगर जायदाद
िक
दोन को शु :-एैसे श स का धन नंबर 7 उमदा। लड़क (बध ु का दौरा) क
देखता हो मािनंद िम ी का पहाड़होगा। पदैाइश से धन दौलत (बहृ पत
ता
िदखलावा बहत िकसमत कम। का) खासकर बरा ु फल होगा।
िव
224
ख़ाना बहृ पत सनीचर ख़ाना बहृ पत सनीचर
नंबर नंबर
}
दोन चं या बरकत बढनेवाली आसरी
ू माया होगी जो दसर
ू को
नंबर 7 शु या मगरम छ रे खा तबाहकरे ।
और मंगल का असर होगा। दोन नं11 इ क़ म दजा मअतदल का होगा।
}
कायम यादोन दसर
ू के िलये मददगार इ छाधारी
ला.क . 307/ बे (i) (ii) बज रया (ला.क . 153/4 व 213/10)
दोन चं या नीचे को मंुह िकये ि नं11 हरदम साया करने वाला सांप
ला क ाथ
नंबर 7 याशु या ु अरसा के
या कछ म इक ेह होगा। बि क लोहे को पारस का
12 और मंगल बद (यािन जब से दोन काम देगा। एैसा श स माया पर
ल े
न या न या नीच हका नंबर 12 पेशाब क धार मारने वाला होगा।
नीच होवे। दौरा शु होवे) म इस का धन एैसा होगा जो ख़द
ु
ला.क . 300/5 जीम
िक
बरकत घटने वाली मगरम छ खरचे और खाये मगर दसर
ू को
रे खा होगी। कोई फायदा या नकसान
ु न होगा।
ता
िव
दोन दर याना असर (धन का)ये घर शादी के िदन से धन औरभी बढे गा।
नंबर 8 दोन शु मंगल -या मगरम छ रे खा
ब
अब मागअ थान न होगा। उ
ज र लंबी होगी। नंबर 12 होगी। अगर चं न तो आरजी
दोन ू चं 7 या वकत क मगरम छ रे खा होगी।
म छ रे खा और उध रे खा क परी
नंबर 9 बलवान ताकत का। ख़द
ु अपने शु या शु या चं या मंगल म से जो ह
िलये नेक असर होगा। (दु यावी मंगल कायम होवे मगरम छ रे खा उस
नेज ला.क . 296/4
225
ख़ाना बहृ पत सनीचर ख़ाना सरज
ू च
नंबर नंबर
दोन 12/7शु होने का िदन होगा। इसी चं को खु क कएं ु पानी देने
ु ख़दबख़द
ु
च या तरह और बढने का अरसा और देखे लग जाय। चं का फल चं क
शु या िदन अ छे और कायम (िसफ सरज
ू नसफ याद यािन 12 साल तक
मंगल शु या चं या मंगल म से मगर ू के नीचे दबा रहने के बाद
सरज
कायम कोई एक या तीन ही बाक ू नं अलहैदा और सरज
सरज ू क तरह उतम
जारी ह का मगरम छ रे खा से 1 न हो होगा।
ला क ाथ
कोई तालक
ू न होगा।) ह के दोन नं1 िमसल राजा होवे।
दौरा और शु होने का िदन होगा। दोन नं२ हािन होवे।
ल े
सरज
ू चं (रथ) दोन नं3 मतलब पर त होगा।
िक
खािलस/बड़ का दध
ू दोन नं4 मौत द रया नदी से िदन के
दोन सरज
ू का परा
ू उतम फल होगा। शनीनं10 वकत होगी।
ता
मशतरका
ु मगर औरत से मखालफत।
ु दोन नं5 िजंदगी भर आराम रहे ।
िव
बढापा
ु खास कर उमदा होगा। दोन नं6 माता िपता के कतल से ख़द
ु भी
ब
दोन िदल क ताकत म सरज
ू का मय राह मौत पावे। बशतिक ख़ाना नंबर 2
बा - नेक और उतम असर होगा। या केतू खाली हो।
मकािबल
ु ला.क . 192/1 } दोन 11 उ 9 साल होवे।
दोन के मंगल बद और केत:-ू िनहायत सरज
ू शू
बा - बरी
ु िजंदगी। ला.क . 194/5 (लाल म नर)
ू
मकािबल
ु लाख पित होता हआ भी न रात दोन हवाई बहृ पत का फल होगा।
ै । हरदम
आराम न िदन चन मशतरका
ु
दिखया
ु होवे। दोन ै बचपन म गजर
वालदन ु जाव।
बध:-कौत
ु िदल।ला.क .195/11 बा - िजस घर म शु होवे उस
मंगल बद या एैजन मकािबल
ु
पापी ह या शु
लाल िकताब सफ़ा 224/4
226
ख़ाना सरज
ू शु ख़ाना सरज
ू बध
ु
नंबर नंबर
घर का हाल खराब होगा। शु असर देगा।औरत का रं ग व वभाव
क मतलका
ु चीज का। सरज
ू (आि मक शि )सफ़ा वनेक होगा।
का ख़द ू के बठ
ु या सरज ै े होने दसरो
ू क बजाये ख़द
ु अपनी और
}
वाले घर पर शु का बरा
ु असर अपने हाथ क पदैा करदा कमाई
न होगा। पर भरोसा और सबर करने वाला
दोन नं7 औरत से झगड़ा होवे। होगा। िजस का नतीजा नेक होगा।
ला क ाथ
सरज
ू मंगल या वा ख़द
ु सा ता (अपने आप
(तलवार-लाल(हीरे मोती) - लाल (रं ग) अमीर बना हआ) मद होगा। उमदा
ल े
दोन लाली का उतम फल। दोन का सेहत होगी।(ला.क .सफ़ा 196/14)
िक
मशतरकासाफ
ु िदली म उतम फल होगा। िसर रे खा और सेहत रे खा के
उ 100 साल खासकर ख़ाना िमलने क जगह का जािवया।
ता
नंबर 1 या 2 म। ला.क . 192/2, 194/4, 195/9
िव
दोन नं9 आहली मतबा होगा। दोन के चं या बहृ पत:- मंदे नतीजे ह गे।
ब
नंबर 10 अजीज से जर व माल का बा - शनीचर :-नेक फल दोन दु मन
झगड़ा होवे। मकािबल
ु (सरज
ू और शनीचर) अपना अपना
दोन न शनीचर नंबर 11 भागवान नेक काम करते जाव।
10 म और चं नंबर 6:-
सरज
} होवे। सरज
ू कायम सरजका
ू परा
ू
ू बध
ु और बध
ु उं च घर नेक असर।
(पहाड़- शीशा) ु अपनी कलम के ज रये
ख़द
दोन गो बध ू के
ु चपु होगा। (सरज राजदरबार से बरकत पावे। नेक
मशतरकासाथ
ु म) मगर ी क िदमागी और ईमानदारी का धन साथ देवे।
ताकत िनहायत उतम होगी। या ू देखे बध
सरज ु को 100 फ सदी
उसक जबान का लफज प थर पर :- बध
ु क ताकत जदी
ु जािहर
पर लक र का न होगी। सरज
ू को मदद ही होगी।
ी धर म (मद के
227
ख़ाना सरज
ू शु ख़ाना सरज
ू बध
ु
नंबर नंबर
ू देखे
सरज के ससराल)
ु सरज
ू क चमक मद बेशक इतना नफा अपनी जान
ु को जारी होगी। या वो अमीर ह गे।
बध के िलये न पा सके।
ु देख नेक फल सरज
बध ू के नेक असर "आर ढांगा पार ढांगा िबच ट लम
सरज
ू को से िम ी दर.और
ू शीशे क तरह ट लीयां आवण कंू जा देन ब चे
चमक और बढे गी। नदी नहावन च लीयां।" चलते हए
50 फ सदी से:- दु यावी तजरबा
ु रहट क तरह हरदम आमदन जारी
ला क ाथ
उमदा। फ वारे का उठता हआ और ताजा
25 फ सदी से :- इ म जौितष पानी क तरह क िकसमत का
ल े
उमदा। मािलक हो। मगर राजदरबार से
चं न :-िदमागी सदमात ह गे। कोई एैसा नफा न पावेगा।
िक
दोन नं 5 उमदा सेहत होगी। औलाद पर
शनी नं 9 बरा
ु असर न होगा। सरज
ू शनीचर
ता
िव
228
ख़ाना सरज
ू सनीचर ख़ाना शु चं
नंबर नंबर
सनी देखताभी होगा। ला.क . का घर कु डली वाले क ससराल
ु
ू को 50 फ सदी पर- इ
हो सरज म मकानात 214/15 और माता का घर मामु तरफ इस
जारी (शनीचर क मतलका
ु चीज तरह दोन ही घर का मंदा हाल
का काम) होगा। होगा।
ू तब:ै। ला.क . 168/18
दोन नं 5 मजबत दोन माता न होगी अगर होगी तो अंधी
दोन नं 6 सोने क जगह िम ी के तवे मशतरका
ु होगी। (मफिसल
ु ला.क . सफा 18
ला क ाथ
बध
ु चं रोटी पकाने के ह गे। अगर कोई फरमान नंबर 39) नौह सास का
दोन उसका लड़का सेहत व आंख झगड़ा होगा। मंदा असर उपर क
ल े
कायम से र ी म त मलंग सा होवे। वो दोन बात का शादी के िदन से
िक
18 साल के बाद गया हआ िगनते ह।
सोना िफर वािपस िदला देगा। दोन को
ता
दोन नं 9 दौलतमंद मगर मतलब पर त सरजदे
ू खे ला.क . 224/1
िव
229
ख़ाना शु च ख़ाना बध
ु चं
नंबर नंबर
दोन मा बाप दोन क तरफ से से बाहर िकसी और जगह और
नंबर 4-7 ख़ािलस और ख़द
ु भला लोग ि हर तरह से खाली। या मां बेटी
शनीचर होगा। ही अकेली ही तो इकबालमंद ह गे।
नं 10-11 ही अकेली ही तो इकबालमंद ह गे।
दोन नंबरएैजन धन दौलत उमदा होगा। िदल का
4-7 सरज
ू लड़िकय क तरह शरमीला डरपोक होगा।
ला क ाथ
नं५ होगा मगर बध
ु ु न होगा। दोन को मंगल बद:-उ ख़द
ु तो अपनी
दोन नं 7 माता क आंख पर झगड़ा देखे- उमदा(लंबी) मगर मामु तरफ
ल े
ु होवे। ला.क .
दोन नं 8 बि क नजर गम खरािबयां।
िक
224/1, 301/5 काफ बहृ पत या
नामद वना बजिदल।
ु अपने ही सरज
ू या
} नेक असर होगा।
ता
कारनामो क वजह से चं का शनीचर
िव
धन और शु से गहृ ती सख
ु दोन ि म यक तरफा तबीयत वाला।
ब
बरबाद पावे। बदचलनी क मज बा - 100 फ सदी-िनहायत खराब असर।
ू भी हो सकता है
का तालक मकािबल
ु 50 फ सदी-खराब असर।
या होगा। 25 फ सदी --- मामली
ू खराब।
बध
ु चं (टिनया
ु तोता) हर हालत म धन क हार न होगी।
दोन दोन मंदे शनीचर का फल दगे। ू खराब असर देगा।
िदल का तालक
मशतरका
ु चं न लगे। चांदी क जगह िदल बकरी का होगा। बजिदल(बज
ु
या बाहम कलई होगी। चं का फल र ी बकरी बध
ु , िदल चं )
ि म होगा। गलबा इ क़ बायस दोन ख़दकशी।
ु वजह गरीबी न होगी।
तबाही होगा। जब अपने अपने नंबर 4 बि क िदल न होने का सबब होगा।
घर म ह । लेिकन जब दोन या गलबा इ क़ का सबब होगा।
मशतरका
ु और अपने अपने घर ला.क . 224/3
230
ख़ाना बध
ु चं ख़ाना मंगल शु
नंबर नंबर
दोन खनी
ू मगर िमसल राजा।अकल रहने वाला होवे। दोन हालत म
नंबर 6 कायम मात ृ रे खाका नेक असर ससराल
ु अमीर ह गे। लाव द न
मगर ख़द
ु अपनी नजर कम ह गे।
होवे। ला.क . 214/13, दोनो जनाकार। एै याश। इसका धन
215/18बी , 219/2, नंबर 3 अपने ही भाई बंदो को तारने
ला क ाथ
दोन लाख पित िफर भी दिखया।
ु वाला होगा।
नंबर 7 अकल मदद न देवे। बाक 6 दोन माता के भाई बंद (नर आदमी)
ल े
बचने वाले मकान सा हाल रहे । नंबर 4 खराबी का सबब ह गे। वो ख़द
ु
िक
तिकया मसािफर
ु होगा। माता भी तबाह होव। या दरअसल पानी
पर मसीबत
ु होवे। दोन आसदा
ू हाल मगर िनंदक। हरइक
दोन औरत खानदान से दौलत आवे। नंबर 8 क बदखोई करने वालाहो िदमागी
नंबर 2 ससराल
ु के घर ही ख़ाना नंबर 8 हमला रोकने क
िह मत का मािलक होवे।
231
ख़ाना मंगल शु ख़ाना मंगल बध
ु
नंबर नंबर
दोन िनधन और झगड़ाल।ू मामली
ू दोन ीक िदमागी ताकत उतम होगी।
नंबर 10 सी िम ी क डली पर लंबा मु तरका पहाड़क तरह सरस ज और उतम
झगड़ा करने वाला होवे। जारी शनीचर का फल होगा। िसफ इस
ला. क . 285/9 क जबान का लफज जो प थर पर
ु (राये तोता)
मंगल बध लक र होगा। या बहृ पत गु से
दोन लाल क ठी वाला तोता होगा। सन
ु कर बोली हइ जबान होगी।
ला क ाथ
मु तरका राये तोता बोल कर नकल कर दोनो मजबत
ू िजसम। औरत खानदान
लेने वाला। खासकर बहृ पत नंबर 1 को तारे ।
ल े
या गु क नकल कर लेने दोन ससराल
ु दौलत मंद और दौलत
ु बकरी के नंबर 2 देव। धन दौलत मबा
वाला तोता। चं बध ु रक।
िक
िदल वाला (िब ली देखी या दोन धन दौलत के बहत गम देखेगा।
आयी तोता मर गया। वाह नंबर 3 ला. क . 285/10
ता
िव
िब ली छहे
ू भी न) टिनया
ु तोता दोन ु उं च है मगर
बेशक इस घर म बध
ब
जो िसफ ट ट ही करता ह।ै र ी नंबर 4 ख़ाना नंबर 3 चोरी का और धन
फल का होता ह।ै मगर ये लाल चले जाने का दरवाजा िगना गया
रं ग के साथ वाला प का बध
ु ह।ै
होगा। यािन चं बध
ु 'द रया का दोन अपनी जात पर बरा
ु असर न होगा।
रे त' और मंगल बध
ु मीठे म रे त नंबर 6
होगी। िजसके असर को हटाना दोन वही असर जो उपर नंबर ३म िलखा
मशिकल
ु होगा। मंगल को नंबर 7 ह।ै ला.क . 256/4
मंगल बद तक कर सकता ह।ै ु के दांत होने के
मंगल का शेर बध
लाल रं ग का फक खन
ू गले पर सबब अपने घरम शु क गाय पर
लगाये खन
ू कर िदया खन
ू कर भी हमला कर देगा। हालांिक बध
ु
िदया का अलाम लगा कर शु दो त ह और मंगल शु
बदनाम और दिखया
ु बना देगा। दो त। मगर िफर भी गहृ त
मंगल के साथ बध
ु चपु होगा।
232
ख़ाना मंगल बध
ु ख़ाना शु बध
ु
नंबर नंबर
दोन बरबाद और जहर के वा यात। वाह िकसी भी घर ह । (िसवाये
नंबर 7 वजह ये िक बध
ु अपनी नाली ख़ाना नंबर 4 के जहां िक दोन
233
ख़ाना शु बध
ु ख़ाना शु बध
ु
नंबर नंबर
दोन शु नीच फल का होवे।मसलनदोन लेिकन अगर ि म होते हए
मु तरका ख़ाना नंबर 6 तो िसर क े बा - अपने से सातव ह । तो दोन का
जारी रे खा चं के बरेु फल से तो मकािबल
ु ु के
फल बाहम न िमलेगा। या बध
बचायेगी। मगर औलादके िब न जारी बगरै शु पागल और शु के
देर बाद होना या उ कम का बगरै बध
ु िसफ फल
ू होगा। फल
होना वगरैह शु नीच का फल न बन सकेगा। ि के घर म
ला क ाथ
होगा। िसर क े रे खा बध
ु होते हए अगर बध
ु ख़द
ु मंदा होवे।
क उं च हालत का नाम ह।ै शु ु इसके मंदे फल को रोक
तो बध
ल े
से मतलका
ु नह ह।ै नही सकता। और जब मंदा बध
ु
िक
दोन जब दोन ह ि के खान होवे। और शु से पहले घर का
बा - क शत से बाहर ह । तो िजस तो शु म बध
ु का मंदा फल होगा।
ता
मकािबल
ु घर म शु हो वहां बध
ु अपना गहृ त के मंदे नतीजे ह गे।
िव
234
ख़ाना शु बध
ु ख़ाना शु बध
ु
नंबर नंबर
दोन मंदा हाल होगा। ख़द
ु एैसा ु के व
बध म बाप क सब
नंबर 4 श स बदफै ल बदिकरदार गंदे उ मीद पर पानी फेर देगा।
जारी
ला.क . चालचलन का मािलक होगा। दोन साहबे अकल।
२१४/20
एैसी हालत म चं अगर दरु त नंबर 10
होवे तो शु का बरा
ु असर न दोन अजीज से जदाई।
ु
होगा। नंबर 11
दोन शु के पतंग का हाल होगा। दोन दोन का फल र ी होगा।
ला क ाथ
नंबर 5 (लाल िकताब सफ़ा 232-233) नंबर 12
ल े
मगर औलाद पर बरा
ु असर न मंगल चं (मधपान-
ु दध
ु म शहद)
होगा। दोन मतलका
ु दिनया
ु से मदद।
िक
दोन शु का ह का बध
ु का उमदा। मु तरका
नंबर 6 जो उपर िजकर हआ। दोनो बहृ पत:- सबसे उतम ल मी।
ता
ला.क . 285/11 मु तरका -महावन उ । यार दो त क
िव
235
ख़ाना मंगल चं ख़ाना मंगल चं
नंबर नंबर
दोन नं २ ला.क . 303 जज
ु 11 दोन होगी। मगर उ लंबी होगी।
दोन धन े रे खा (ला.क . सफ़ा मु तरका मंगल अपना फल शनीचर को
नंबर 3 ु 11) के नेक धन का जारी
306 जज ह क बजाये एक ही ह या
उतम असर। ला.क . 399/5बे शनीचर क दगनी
ु ताकत हो
मंगलबद नंबर 4 ला.क . 270/8 जायेगी। या दसरे
ू भाइय क
और चं िकसमत का िह सा भी इसी के
ला क ाथ
दोन ै े का पतर
लालची पस ु ला.क . पास आ जायेगा। और हो सकता
नंबर 7 215/18 है िक दसरे
ू भाई बहत ही मामली
ू
ल े
दोन मौत हादसा से होवे। लालची ै ीयत के होव। और वो ख़द
हस ु ही
नंबर 10 वहमी - लालची बलं
ु द हो जावे। सांप और शेर क
िक
नंबर 11 ला.क . 212/5, 216/18 मु तरका तबीयत होगी। यािन
मंगल शनीचर (नारयल- छहारा)
ु आजज को माफ और जािलम को
ता
ि म चू हा मु तरका कमान कतल ही कर के छोड़े गा। इसका
िव
सेहत के मतलका
ु ला.क . सफ़ा घर डाका के कािबल होगा। या
ब
198/18-19 धन क यादती देख कर हो
दोन िजसमानी ताकत उमदा। इन दो सकता ह।ै िक इसके हां डाके के
मु तरका डाकय
ू का िजकर खासतौर वाकयात होव।
पर मंगल के हाल अरमान नंबर
145 से 158 म दज ह।ै एैसी
कुं डली वाला दसरे
ू मदा पर दोन बहृ पत-मगर बहृ पत नंबर 2
हरदम मौत क तरह छाया मु तरकाका न हो। लोग को सरा देने
ु सरज
रहने वाला होगा। छपते ू को देखे वाला बहृ पत होगा। मगर ख़द
ु
क लाली क तरह बढापे
ु म या साथ अपने िलये महावन उ गबैी मदद।
िकसमत का असल उमदा जोर होवे मददे मदा और यार दो त क
होगा। बीमारी जब होगी स त परी
ू मदद होगी। माकल
ू आमदन
होगी। और जान का धोका देती िफर भी कजाई होगा।
मालम
ू
236
ख़ाना मंगल सनीचर ख़ाना मंगल सनीचर
नंबर नंबर
दोन सेहत के िलये ला.क . सफ़ा दोन 10 पानी क बजाये दध
ू से पले
मु तरका 198/19 – बीमा रयां वाशात चं नं 4 दर त क तरह उतम िकसमत
को देखे बद। का मािलक। बारौब या गु सा।
या साथ बहृ पत नंबर 2 का साथ- अब अहले सरकार से खास नफा
होवे ये गु भी चोर म सरगना पावे। सरकारी मलाजमत
ु ज र
होगा। कु डली वाले के िलये होवे। मंगल नेक का धन बढता
धन दौलत का नतीजा उमदा चले।
ला क ाथ
होगा। चं शनीचर (िवसग) कछआ
ु
दोन अपने रशतेदार को उजाड़े । फटा हआ दध
ु
ल े
नंबर 1 बीमा रयां मतलका
ु खन
ू होव।
िक
ला.क . 259/15, 255/3-10 दोन मोटर लारी या लोहे क चीज
दोन नं 2 ला.क . 258/13 मु तरकावगरैह या दीगर हिथयार होगा।
\दोन नं3 ला.क . 255/3 व 314/लाम जो शनीचर या चं के अपने
ता
िव
237
ख़ाना चं सनीचर ख़ाना चं सनीचर
नंबर नंबर
दोन मदद। मददे मदा दौलत का म। मगर मकान वगरैह जायदाद
मु तरका फल उमदा। एैसा धन औलाद के ज र होगी।
से ि हाथ लगे। ु चं क रािश ह।ै जोशनीचर
नंबर 4 ये ख़द
वाह शु :- मौत परदेस म। इसका के पहाड़के तले पानी बहा देगा।
साथ धन िम ी का पहाड़। जािहरदारी मौत द रया नदी से होगी रात के
जारी उमदा मगर अंदर खराब औरत वकत अगर सरज
ू का साथ हो तो
ला क ाथ
(ससराल
ु खानदान औरत के मौत द रया नदी से िदन को होगी।
ै ) के काम आवे।
वालदन दबाया हआ धन होगा। जो चल
ल े
ै ा ही जािहरदारी
मंगल:-धन वस पड़ता ह।ै लाव द होने पर या मौत
िक
का मगर वो भाई बंदो, ताये चाचे के बाद दसर
ू के काम आयेगा।
के काम आवे। चाल चलन भी गंदा होगा। औरत
ता
दोन धन रे खा :- (चं शनीचर क ) क कबतरबाजी
ू (बेवाह फज या
िव
238
ख़ाना चं सनीचर ख़ाना सनीचर शु
नंबर नंबर
नंबर 5 जो चं के समंु के पानी म (काला रं ग-िबजली-लोहा)
जारी गक होकर गोता देने का बायस दोन दो त ह। या याह रं ग
होगा। (किपला) गाय पर िबजली जादू
दोन ु व केतू क रािश ह)ै
(ये बध मंतर शनीचरका बराु असर न
नंबर 6 दिनया
ु के कु े होगा। शनीचर क िबजली को
ू के घर जवाई कु ा।
1. ससराल शु िम ी म दबा देने (Earthing
2. बिहन के घर भाई कु ा। िबजली को जमीन म गाड़ िदया
ला क ाथ
3. नानके घर दोहता कु ा। करते ह) का काम देगी। मकान
इसका धन बरबाद करगे। चं के उपर लोहे क सलाख से
ल े
शनीचर दोन क िम ी खराब। मकान िबजली या शनीचर के
नकद माल व मकान दोनां का बरेु असर से तबाह न होगा। जहां
िक
फल र ी। याह गाय मौजदू हो या िजस
नंबर 7 ी झगड़ से िजंदगी तबाह। मकान के उपर लोहे क सलाख
िदल और आंख क बीमा रयां होवे। वहां शनीचर क अपनी
ता
िव
239
ख़ाना चं सनीचर ख़ाना सनीचर शु
नंबर नंबर
दोन जानी एै याश होगा। हमदद। िकसमत नेक और
मु तरका उमदा नतीजे ह । वालदन ै का
ख़ाना नं१ सखु सागर लंबा और नेक ।िसर
दोन ला.क . 313/1 दाल रे खा और उ रे खा के िमलने
नंबर 3 का जािवया कायम। ला.क .
दोन िनहायत करीबी रशतेदार सफ़ा 196/14
ख़ाना इसका धन दौलत खब ु खा पी दोन नेक फल हर दो (सरज ू सनीचर)
नंबर 7 जायगे। ला.क . 313/सीन मु तरकाका- बध ु का फल नदारद।
ला क ाथ
दोन नंबर जायदाद क जायदाद वाला। मय सरज ू
9/12 ी सख
ु परा। ू या तीनो
ल े
बहृ पत मु तरका
नंबर 5/6 दोन ख़दकशी।
ु जो बवजह गरीबी न
िक
या के बा - होगी।
मु तरका मकािबल
ु
या बा - चं
ता
िव
मकािबल
ु दोनो चं हमदद । माता िपता क बाहमी
दोन बेशुमार गहसथी
ृ साथी अपनी के साथ नेक मआफकत ु व उनका सखु
ब
ख़ाना लड़क लड़क के रशतेदार ि या सागर लंबा।
नंबर 10 उस क कमाई से परव रश नंबर 4 म
पायगे। ला.क . 313/1 रे दोन
दोन सनीचर का बरा ु असर न होगा। खानानं२खनी ू होगा।
ख़ाना बि क जायदाद बनेगी। मौत भी सनीचर ला.क . 280/3
नंबर 10 परदद
ु न होगी। नकद या बध ु नं 2
सरज ू 4 बेशक कम होगा। दोन
दोन मु तरका नेक फरामोश होगा।
नंबर 12 नंबर 7
बध
ु नं 6 जानी एै याश होगा। सनीचर ला.क . 164/22
दोन बधु नं 9
नंबर 12 ला.क . 313/ सीन दोन हमदद। माता िपता क बाहमी
सनीचर बध ु (गांव) मु तरका नेक मआफकत ु व उनका सख ु
दोन एक सांप दसरा ू उड़ने वाला। ख़ाना सागर लंबा।
मु तरका नंबर 9
240
राह-केतु
ह मु तरका का असर होगा
राह बहृ पत नंबर 2 ला.क . सफ़ा 148/9
राह सरज
ू जब ख़ाना नंबर 10 म उ िसफ 22 साल।
राह चंद फज वहम व िचंता से दीवाना होवे।
राह बध
ु मौत क िनशानी जब ख़ाना नंबर 1 म,औलाद के िब न।
राह सरज
ू बध
ु ु नेक न होवे।
शािदयां एक से यादा िफर भी गहृ त का सख
बशतिक शु िकसी और ह का साथ ह न बन रहा हो।
ला क ाथ
राह चं सनीचर औरत का सख
ु ह का होगा। खासकर जब ख़ाना नंबर 12 म
ह । ला.क . सफ़ा 225/4 जीम
ल े
राह चं बहृ पत चं बहृ पत के नेक फल पर कोई बरा
ु असर न होगा। औरत
का सख
ु ह का खासकर ख़ाना नंबर 12 म।
िक
राह शु सरज
ू औरत क सेहत र ी। (िदमागी कमजोरी दीवानगी) जब ख़ाना
नंबर 1 म।
ता
िव
राह बध
ु चं सरज
ू वािलद पानी म डब
ू मरे ।
ब
राह सनीचर जब दोन मु तरका। राजदारी। इ छाधारी सांप ला.क . 76/3
जब सनीचर देखता हो राह को। हसद से तबाह होवे।
केतू सरज
ू औलाद का मंदा हाल।
केतू बहृ पत नंबर 2 ला.क . सफ़ा 148/9
केतू शु जब ख़ाना नंबर 1 म औलाद के िब न।
केतू बध
ु मौत क िनशानी।
केतु सनीचर तीसरा ईसतकलाल। जब तक कोई और तीसरा ह शािमल न हो
ह नदारद नेक। जब तीसरा ह साथ आ िमले नतीजा मंदा होगा।
केतू मंगल बहृ पत भाई लंगड़ा जो जो 45 साल उ तक मददगार िफर बेमायनी।
केतू सरज
ू बध
ु चं बािलद डब
ू मरे ।
केतू सरज
ू शु जब ख़ाना नंबर 1 म औरत क िदमागी कमजोरी दीवानगी
वगरैह।
केतू सनीचर नंबर 6 ला.क . सफ़ा 296 जज
ु 3 व 318(ख़ाना उ 70 साल)
241
तीन ह
तीन ह मु तरका या बाहम ु ी म
ह असर
मंगल सरजू बध ु नंबर 1 ला.क . सफ़ा 211 जज ु 2
व चं 7
मंगल सनीचर कोई और मंगल सनीचर का तीसरा साथ का ह शराप देने वाला मंदे
तीसरा फल का होगा।
मंगल सनीचर मय पापी रात िदन मसीबत ु पर मसीबत
ु होवे।
ह
मंगल सनीचर मय शराप या बददयाु देने म बहृ पत क ताकत का आदमी
ला क ाथ
बहृ पत कम कजाई होगा। जो उसके सामने रहे गा बरबाद होगा। चोर
का चोर साधु मरवाये। बीमा रयां, खवािहशात बद। ला.क .
ल े
198/15
मंगल सनीचर मय बध ु खयालात पर बरा ु असर होगा। मगशाला
ृ िगनते ह।
मंगल सनीचर मय बध ु ला.क . सफ़ा 270जज ु 6
िक
नंबर 8
मंगल सनीचर मय सरज ू जब ख़ाना नंबर 11 म ह ख़द ु तो झठा ू न बनेगा दिनया
ु को
ता
झठाू कहे गा। मगर धन उमदा।
िव
242
चार ह
ह असर
चं बहृ पत शु नंबर२लाल िकताब सफ़ा १५२ जज़
ु १
मंगल न
सरज
ू चं शु रात िदन मसीबत
ु पर मसीबत
ु होवे।
सरज
ू बहृ पत शु शादी के िदन से िकसमत जागेगी। औरत रं ग वभाव व
िकसमत म नेक होगी।
सरज
ू बहृ पत सनीचर तीन जब ख़ाना नंबर ६ म ह । हर जगह कदर व मंजलत होवे।
इ जत रे खा उतम।
ला क ाथ
सरज
ू बहृ पत मु तरका ला.क . सफ़ा १९८ जज
ु १९
सरज
ू बहृ पत बध ू और बहृ पत के असर पर कोई बरा
सरज ु असर न होगा। नेक
ल े
ु
फल होगा।
िक
चार ह असर
बहृ पत चं सरज
ू मंगल बहृ पत ख़ाना नंबर २ क िकसमत रे खा का उतम फल
ता
होगा। उतम गु िजसे सब णाम करगे। और उपदेश
िव
लगे।
ब
बध
ु सनीचर सरज
ू मंगल चार न ह तो एक ही आदमी लाख क ताकत का
होगा।
बध
ु चं शु मंगल ु असर होगा। लङक क शादी के िदन से
सब का बरा
नेक असर होगा। ला.क . सफ़ा २२१/२
बध
ु चं शु सनीचर बदफै ल, बदिकरदार बदचलन होगा।
बध
ु सरज
ू शु सनीचर फटा पतंग। दहशत परे शानगी। उस घर ही क िजस घर म
िक ये चार ै ेह।
ह बठ
चं मंगल शु सनीचर ११ ला.क . सफ़ा २११ जज
ु ४
चं बध
ु बहृ पत शनी नंबर२ ला.क . सफ़ा २४२ जज़
ु १२
बहृ पत चं शु शिन राह "पंचायत" - ध ने भगत क गऊय राम चरावे। िम ी का
माधो िकसमत का धनी होगा। बहृ पत क जबरद त
िकसमत रे खा सही और दरसत।
ु ला.क . १५७ फरमान
१२२/२
243
आंख :- आंख का खोल या डे ला या पतला
ु ू चं का होता ह।ै दाय
का वजदू सरज
आंख का डे ला सरज,
ू बाय आंख का डे ला चं नजर बीनाई का मािलक सनीचर और
नजर के असर का मािलक मंगल होगा। आंख क गोलाई, लंबाई, गहराई वगरैह बध
ु व
बहृ पत यािन गहराई अंदर को धस जाना या घस
ु जाना बहृ पत का तालक
ू सनीचर से
और बाहर को िनकले होना उभार बहृ पत का तालक
ू सरज
ू चं से, गोलाई या श ल
वगरैह बध
ु से मतलका
ु होगी। आंख = (चं का ख़ाना नंबर ४)
कनपटी या पङपङी
ु ु :- सनीचर का हडैकवाटर ख़ाना नंबर ८ होगा।
ला क ाथ
ह क का कौआः- दाय तरफ राह बाय तरफ केतू दर यान म सनीचर
तालू :- ख़ाना नंबर ८ बगरै ह के होगा।
ल े
तमाम ह इक े ह असर होगा
िक
ख़ाना नंबर म
ख़ाना नंबर २ म हकमरान
ता
िव
244
का हदं सा िलख दव े । खवाह सामु क वाले उस ऊपर के चौकोर को ख़ाना
नंबर 1 दे दव
े । बात एक ही ह।ै
कंु डली क श ल
1 मेख़ बे ज़े 7 तुला
अिलफ
2 बृख जीम जनम कंु डली 8 बृचक
ड़े
3 िमथुन चे रे 9 धन
4 कक 10 मकर
बड़ी हे दाल जाल
ला क ाथ
5 संह ख़े डाल 11 कुं भ
ल े
6 क या 12 मीन
फरजन कसी क जनम राशी या जनम लगन क राशी है संह। िजसका
िक
नंबर है 5 वां। जोितष वाले तो िलखगे ख़ाना अलफ म हद ं सा नंबर 5 -बे म 6 और
आिखर या बातरतीब जे म हद ं सा नंबर 4 िलखगे। सामु क वाले ख़ाना अलफ म
हद ं सा नंबर 1- बे म हद ं सा नंबर 2- और बातरतीब आिखर जे म हद ं सा नंबर
ता
12 िलखग। जोितष वाले ख़ाना नंबर बे को कहगे क वो बे वाला ख़ाना जनम
िव
लगन से दस ू रे नंबर पर ह।ै सामु क वाल के िलये बे होगा ख़ाना नंबर 2-वगैरह।
ब
ख़ाना अलफ से दोन इ म वाल ने शु करना ह।ै जोितष म वो लगन कहलाता ह।ै
सामु क म वो अलफ का मुकाम ख़ाना नंबर 1 होता ह।ै गोया ख़ाना नंबर एक म
हद ं सा नंबर एक िलखने से सामु क म राशी नंबर एक ''मेख'' मुराद नह हो
जाती वो लगन ह।ै सामु क वाल को धोका नह लगता। य क ला.क . के
फरमान व अरमान यही बुिनयाद मान कर िलखे गये ह। अलफ को 1 बे को 2 जीम
को 3 चे का 4 वगैरह बातरतीब हद ं से दक
े र िलखी इ कु डली मुंदरजा जैल
होगी। ख़ाना नंबर चे म 4 का हद ं सा दख े कर
लाल िकताब क प क कंु डली
जोितष वाले कहगे क वो चे का घर कक
2 12
राशी नंबर 4 ह।ै मगर नह दरअसल ये घर
अिलफ
सामु क म ख़ाना नंबर 4 और जोितष म 3 जनम कुं डली
11
जनम लगन से चौथा घर ह।ै सामु क म 1
राशी और नछ र (प ह कु डली म चे 10
4
ला.क . सफ़ा 97) बाद म उङा ही दया गया
ह।ै नछ र पहले छोङ दये थे। कु डली के 5 7 9
हद ं से बदलने से 6 8
245
सामु क वाल ने लगन से हरइक घर िगन िलया। अब ये राशी नंबर का हद
ं सा
नह लगे। या यूं कहो क सामु क वाले एक प कु डली बना कर इस म सबसे
ऊपर के चौकोर म एक का हद
ं सा िलख कर तमाम 12 खान म हद
ं से िलख दगे।
और जहां सामु क वाल का हद
ं सा नंबर एक है इस घर म जोितष वाल क
बनायी इ कु डली के इस घर के हद
ं से वाले ह को िलख दगे जो हद
ं सा क
इ ह ने जनम राशी का सबसे ऊपर के चौकोर खाने म िलखा ह।ै अब सामु क
वाल क कु डली के िहसाब से हर ह का पता लग गया क वो जनम लगन से
कौन से घर म ह।ै इस तरह जब पता लग गया क हरएक खाने म कौन कौन सा ह
ला क ाथ
है तो ला.क . के मुतािबक जवाब दख
े ना शु कर।
चं कु डली िजस घर म जोितष वाल ने लफज चं का ह िलखा हो उस
ल े
घर को जनम राशी वाले घर का नंबर लगा कर तमाम खान म 12 हद
ं से पूरे कर
िक
दगे। इस तरह पर जहां भी एक का हद
ं सा आवे वो घर सामु क म पहला ख़ाना
होगा। चं कु डली के दख
े ने के िलये। मसलन जनम राशी है िसहं या राशी नंबर 5
ता
जोितष क कु डली को जनम
िव
5 7 9 9 11 1 11 1 3
च
6 8 10 12 12 2
246
ए साल म और धोके के ह के साल म। ये होगा प ा भेद िजसे राशी फल
कहकर शक का फायदा उठायगे। राशीफल व हफल का फक वगैरह जुदी जगह
िलखा गया ह।ै
इ म जोितष म जनम कु डली बनाने का तरीका
बमूजब इ म जोितष:- सूरज िगना जायेगा िजस राशी नंबर म
नंबर राशी 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
नाम राशी का मेख़ बृख िमथुन कक संह क या तुला बृचक धन मकर कुं भ मीन
याद सूरज फ 3 4 5 6 6 6 6 6 6 5 4 3
राशी फ दन घड़ी
नाम महीना बैसाख जेठ हाड़ सावन भाद असौज का तक म धर पोह माघ फागन चेत
ला क ाथ
एक घङी होगी बराबर होती राशी नंबर 1--12=3 घङी राशी नंबर4-9=6घङी
} }
ल े
है 24 िमनट के राशी नंबर2-11= 4 घङी राशी नंबर5-8=6 घङी
राशी नंबर 3-10=5 घङी राशी नंबर6-7=6 घङी
िक
व पैदाइश 5 बजे सुबह सनीचर वार 2 चेत स वत 1992 मुतािबक 14-
3-1936 जं ी मसनफा पंिडत दव
े ी दयाल 1936 का सफ़ा नंबर 13 पर 14 से 17
ता
िव
माच वाली कु डली बनी बनाई मौजूद ह।ै िजस म िसफ़ चं मा का ह नह िलखा
आ। जंतरी के सफ़ा 12 ख़ाना नंबर दाखला औकात राशी चं मा के मुतािबक
ब
13-3-1936 से शु करके चं को ख म कया ह।ै इतवार 15-3-36 तक यािन
13-3-36 को चं मा आ बृ चक राशी म 30 घङी 45 पल(टाइम चलता है
मशस का लाहौर व मशस का फक सफ़ा 54 पर जो 32 मंट िलखा ह)ै तलूया
आफताब के बाद और रहग
े ा बृ चक म इतवार के दन 15-3-36 वकत 35 घङी
19 पल तक। गोया 14-3-36 का चं मा बृ चक राशी म ही था। जो ख़ाना नंबर 8
म िलख दगे। बध
ु सनीचर शु
2 12
लगन क बुिनयाद तलवा आफताब से 3 1 11
मंगल सरज
ू
होती ह।ै िजस के िलये सफ़ा 49 मददगार
4 10
होगा और िजसके मुताबक 6-06 बजे तक कुं भ केतु बहृ पत राह
247
--िनकलना िलखा है सफ़ा 49 पर 7-38 बजे तक मीन राशी म और इसके बाद मेख
िबरख वगैरह तरतीबवार दज ह। इस ब े का वकत है 5 बजे सुबह। मगर जंतरी म
4-30 बजे सुबह से लेकर 6-06 बजे सुबह तक कुं भ लगन म सूरज िनकलना िलखा
है । जो लाहौर और मशस के फक से 32 मंट बाद तक यािन 6-06 जमा 32 मंट
या 6-38 तक रहग े ा। इसिलये इस ब े का जनम लगन आ कुं भ या राशी नंबर 11
या सबसे ऊपर क चौकोर के खाने म जहां क हद ं सा नंबर 12 िलखा है अब असल
कु डली के िलये हदं सा नंबर 11 मय ख़ाना नंबर 11 वाले ह उस चौकोर म कर
दगे। जनम कु डली जोितष क
A
11 सरज
ू
मंगल 10 9 8
12 बध
ु सनीचर बह
ृ पत
शु राह
ला क ाथ
1 7
च
ल े
2 4 6
केतु
3 5
िक
चं कु डली म िजस खाने म चं मां ऊपर
के िहसाब से आवे वो ख़ाना ऊपर के चौकोर मे िलख चंदर कंु डली B
ता
कर वही ह नकल कर दवे। ऊपर क िमसाल 8 बहृ पत
6
िव
राह
से ला.क . के िहसाब से वही जोितष वाली 7
9 च 5
जनम कु डली सामने वाली होगी। िसफ
ब
10
हदं सा नंबर बदला गया। बाक वही ह
बध
ु सनीचर 4
बद तूर जोितष वाले जो जनम कु डली म थे शु
िलखे गये ह। 11
सरज
ू 1 3
अब इ म जोितष वाली चं कु डली भी मंगल 2
लाल कताब के मुतािबक सामने वाली होगी। 12 केतु
तरीकाः- कु डली B म िजस घर म
चंदर िलखा ह वहा हद ं सा नंबर 11 जो
C
2 सरज ू
D जनम मंगल 1 12 11
2 बध
ु सनीचर बह
ृ पत राह लगन था 3 बध सनीचर बहृ पत
12 ु
3 शु 1 11 शु राह
सरजू िलखा तो
मंगल च 4 10
सामने
च
4 10 वाली
कु डली 5 7 9
केतु
5 7 9
ई। 6 8
6 केतु 8
248
अब बमूजब ला.क . िजस घर म हद ं सा नंबर एक िलखा गया है वो घर सबसे
ऊपर कर लगे। या आखरी चं कु डली हसब जैल होगी।
खुलासतन लाल कताब के मुताबक जवाब दख े ने के िलये आिखर पर िसफ
दो कु डिलयां िनशान नंबर सी जनम कु डली और िनशान नंबर डी जनम कु डली
होगी।
असर म फक या होगा :- जनम कु डली प ा और लगातार फल-चं
कु डली अचानक और सहवन कसमत का नजारा होगा।
12 बह
ृ पत
राह 10
11
1 च 9
2
ला क ाथ
बध
ु सनीचर 7
3 शु
ल े
सरज
ू 8
मंगल 5
6
4 केतु
िक
1) जौतष क बुिनयाद जनम वकत का लगन ह।ै िजस का वकत दो दो घंटे लगातार
एक ही होता ह।ै फरजन दो बजे से लेकर बजे तक पैदा शुदा ब के िलये एक ही
ता
िव
249
कसमत का हाल बमूजब फरमान लाल कताब
आप का शुभ नाम व मु त कल पता..............................................
पैदाइश (जनम व )..........................जनम
दन..................तारीख...............महीना..................साल
संवत..................प ............. दनमान....................मुतािबक बिहसाब
अं जी जनम वकत..................................................तारीख महीना सन
ईसवी.............................................तलुवा आफताब............ग ब
आफताब................मुकाम
पैदाइश............................................तारीख तहरीर............... आज
उ जारी ह.ै.....................साल......................
इ म जोितष क जनम कु डली चं कु डली
ला क ाथ
जं ी या पि का)
ल े
िक
(बामिजब
ु
ता
िव
ब
दायां हाथ बायां हाथ
12 खान के मुतािबक
मोटी मोटी बात के िलये
अरमान सफ़ा 103 से
108 माली हालत
अरमान नंबर 59 से 62
ख़शी गमी अरमान 55/56
औलाद अरमान 115/119
शादी अरमान156 से 160
पेशा कारोबार अरमान
16-17
मकान अरमान 50 से 55
व 192
सेहत बीमारी अरमान
197/198, उ अरमान
195/197 व ला.क . सफ़ा
316 ता 321
250
ला.क . सफ़ा 124-127 ह त रे खा से जनम कु डली क खानापरी
ू अरमान सफ़ा 107
व 133 ता 142 व 250 ता 254
ह हाथ पर िनशानी ख़ाना नंबर ह हाथ पर िनशानी ख़ाना नंबर
होगा होगा
बहृ पत बध
ु
सरज
ू सनीचर
चं राह
शु केतू
मंगल नेक मंगल बद
ला क ाथ
''ला.क . म फरमान नंबर 181 के मतािबक
ु वही''
ल े
इ म जोितष क जनम कु डली आखरी चं कु डली
िक
2 12 2 12
3 3
ता
1 11 1 11
िव
4 10 4 10
ब
5 7 9 5 7 9
6 8 6 8
2 12
3 1 11
4 10
5 7 9
6 8
251
ह क जांच भाल
बमजब
ु ज म कुं डली बमजब
ु च कुं डली
अपने घर म महदद
ू या बंद पङा हआ :-
अरमान सफ़ा 10
ऊंच ह ला.क . सफ़ा 114
घर के ह ला.क . सफ़ा 114
प के घर के ह ला.क . सफ़ा 97
नीच ह ला.क . सफ़ा 114
मंदे ह अरमान सफ़ा 21
िनरप ह अरमान सफ़ा 24
ला क ाथ
जागते ह अरमान सफ़ा 17
सोये ह अरमान सफ़ा 17
ल े
जागते ह अरमान सफ़ा 17
सोये घर अरमान सफ़ा 17
िक
पहले घर के ह अरमान सफ़ा 23
बाद के घर के ह 23
ता
साथ लाये खजाने सफ़ा 2
िव
252
वषफल का राजा हकमरान अरमान सफ़ा 92 ता 94
6 साल 2 1 3 6 2 6 6 3
बहृ पत सरज
ू चं शु मंगल बध ु सनीचर राह केतू
उ के कौन कौन से साल म िकस िकस ख़ाना नंबर के ह बोलगे(अरमान सफ़ा 94)
1 2 3 4
ला क ाथ 5 6 7 8 9 10 11 12
61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72
73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84
ब
85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96
97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108
109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120
नाबािलग टव े ा अरमान सफ़ा 19
उ 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
ख़ाना 7 4 9 10 11 3 2 5 6 12 1 8
दर यानी ह (हर ह - राजा ह मरान)अरमान सफ़ा 79
दौरा होवे बहृ पत सरज ू चं शु मंगल बध ु सनीचर राह केतु
शु केतू सरज ू बहृ पत मंगल मंगल च राह मंगल सनीचर
दर यान बहृ पत चं सरज
ू शु सनीचर मंगल बध ु केतु राह
आखरी सरज ू मंगल च बधु शु बहृ पत सनीचर राह केतु
िह सा
महादशा म धोके के ह क तरतीब अरमान सफ़ा 79 से 92
सरजू चं केतू मंगल बध ु शिन राह ख़ाना 8 ख़ाना 9 बहृ पत शु ख़ाना 12
253
और या है - सालवार हाल
(1) मु तरका खानदान का असर :-
1 बाप बेटे व दीगर रशतेदार हक क (अपना खन) ू के इस जगह नीचे ही िदये हए
सालाना नतीज के मु तरका असर का फल खानदान मु तरका का ह व ु ी के
ख़ाना नंबर के िहसाब से सालवार हाल होगा। यािन अगर (अगले सफ़ा पर)
मायने :- 1. जो र तेदार िजंदा न ह उसक बजाये कु डली वाले का ख़द ु अपना ही ह
( र तेदार से मतलका)
ु होगा। र ते म कई एक होने क हालत म बङा या उनम पहला
कािबले िगनती होगा।
उ का साल वषफल का राजा रािश नंबर वजीर धोके का ह महादशा का ह दर यानी ह नतीजा
अज ज म व त ह िकस ख़ाना नंबर का ह िकस ख़ाना नंबर का आम उ ह देगा चलते ह गे मु तरका
1 1
2 1
ला क ाथ
3 1
4 2
5 2
ल े
6 2
7 3
िक
8 3
9 3
10 10
ता
11 10
िव
12 10
ब
13 11
14 11
15 11
16 12
17 12
18 12
19 4
20 4
21 4
22 5
23 5
24 5
25 6
26 6
27 6
28 7
29 7
30 7
254
और या है - सालवार हाल
बहृ पत (बाबा) सरज
ू (ख़द ु ) चं (माता ) शु ( ी ) मंगल (भाई ) बध
ु (बिहन ) सनीचर
(हम उ रशतेदार। उ म तो बराबर मगर रशतेदारी म पु त या पु त का फक) राह
(ससराल)
ु केतू (लङका) िगने जाव तो बाबे का नतीजा
उ का साल वषफल का राजा रािश नंबर वजीर धोके का ह महादशा का ह दर यानी ह नतीजा
अज ज म व त ह िकस ख़ाना नंबर का ह िकस ख़ाना नंबर का आम उ ह देगा चलते ह गे मु तरका
31 8
32 8
ला क ाथ
33 8
34 9
35 9
ल े
36 9
37 1
िक
38 1
39 1
40 2
ता
41 2
िव
42 2
43 3
ब
44 3
45 3
46 10
47 10
48 10
49 11
50 11
51 11
52 12
53 12
54 12
55 4
56 4
57 4
58 5
59 5
60 5
255
और या है - सालवार हाल
िलखगे जहां िक कु डली वाले का बहृ पत ह।ै माता का जहांिक चं । वगरैह वगरैह। सरज
ू
दोबारा न होगा। य िक वो ख़द ु अपना ह।ै
(2) अपने से सातव का हाल :- सरज
ू (ख़दु अपना आप) को दर यान
उ का साल वषफल का राजा रािश नंबर वजीर धोके का ह महादशा का ह दर यानी ह नतीजा
अज ज म व त ह िकस ख़ाना नंबर का ह िकस ख़ाना नंबर का आम उ ह देगा चलते ह गे मु तरका
61 6
62 6
ला क ाथ
63 6
64 7
65 7
ल े
66 7
67 8
िक
68 8
69 8
70 9
ता
71 9
िव
72 9
73 1
ब
74 1
75 1
76 2
77 2
78 2
79 3
80 3
81 3
82 10
83 10
84 10
85 11
86 11
87 11
88 12
89 12
90 12
256
और या है - सालवार हाल
और तीन पशत
ु ऊपर क तरफ और तीन नीचे क तरफ िगन कर अपने सातव का हाल
सालाना होगा। बाप बेटे म (अरमान नंबर 57) बध
ु क खास नाली (अरमान नंबर 162)
बािलग शु और नाबािलग बध ु होगा।
उ का साल वषफल का राजा रािश नंबर वजीर धोके का ह महादशा का ह दर यानी ह नतीजा
अज ज म व त ह िकस ख़ाना नंबर का ह िकस ख़ाना नंबर का आम उ ह देगा चलते ह गे मु तरका
91 4
92 4
ला क ाथ
93 4
94 5
95 5
ल े
96 5
97 6
िक
98 6
99 6
100 7
ता
101 7
िव
102 7
103 8
ब
104 8
105 8
106 9
107 9
108 9
109 1
110 1
111 1
112 2
113 2
114 2
115 3
116 3
117 3
118 9
119 9
120 9
257