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मिस्तष्क का दौरा / Stroke - कारण, लक्षण

और िचिकत्सा

हमारे शरीर में मिस्तष्क को प्राणवायु (Oxygen) और पोषक तत्वों की िनरंतर


आपूितर् रक्त वािहकाओं से रक्त के द्वारा की जाती है। जब भी इन रक्तवािहकाओं में िकसी
कारण क्षित पहुचती है या अवरोध िनमार्ण होता है तब मिस्तष्क के कुछ िहस्सों को रक्त की
आपूितर् बंद हो जाती है। िजस तरह ह्रदय को रक्त की आपूितर् न होने पर हृदयघात / Heart
attack आ जाता है, उसी प्रकार मिस्तष्क के कुछ िहस्से को 3 से 4 िमिनट से ज्यादा रक्त न
िमलने पर प्राणवायु (Oxygen) और पोषक तत्वों के आभाव में नष्ट होने लगता है, इसे ही
मिस्तष्क का दौरा / Stroke या Brain Attack भी कहते है।

मिस्तष्क का दौरा / Stroke के कारण क्या है ?

मिस्तष्क का दौरा / Stroke होने के मुख्यतः 2 कारण पाए जाते है।

1. Ischemic Stroke - अरक्तता मिस्तष्क का दौरा


2. Hemorrhagic Stroke - रक्तस्त्राव मिस्तष्क का दौरा

एक तीसरे प्रकार का भी मिस्तष्क का अस्थाई दौरा होता है िजसमे Stroke के लक्षण कुछ
िमनटों से लेकर कुछ घंटो तक ही रहते है और बाद में ठीक हो जाते है। इसे Transient
Ischemic Attack या TIA कहा जाता है। यह इस बात की चेतावनी देता है की आपको
कोई समस्या है और इसका इलाज न कराने पर िनकट भिवष्य में आपको Stroke पड़ सकता
है।
1) Ischemic Stroke - अरक्तता मिस्तष्क का दौरा

Stroke होने का यह सबसे आम कारण है। लगभग 80 से 85 % लोगो में मिस्तष्क का दौरे
कारण यही होता है। यह मिस्तष्क के िकसी रक्तवािहनी के संकीणर् होने या अवरोध िनमार्ण होने
के कारण होता है। इसके प्रमुख 2 कारण है :

Thrombotic Stroke - इस प्रकार के मिस्तष्क के दौर में मिस्तष्क के रक्त वािहनी में खून
के जम जाने के कारण या थक्के / clot के कारण अवरोध िनमार्ण हो जाता है। िजन रोिगयों में
खून के अंदर Cholesterol का प्रमाण ज्यादा होता है, ऐसे रोिगयो के रक्तवािहनी में भीतरी
स्तर पर Fats जमा हो जाता ही िजसे plaque कहते है। इस जमा हुए plaque पर खून का
थक्का जमा हो जाने पर धीरे-धीरे पूरी रक्तवािहनी में अवरोध िनमार्ण हो जाता है
और मिस्तष्क के उस िहस्से को रक्त न िमलने पर Thrombotic stroke पड़ जाता है।

Embolic Stroke - इस प्रकार के मिस्तष्क के दौर में रक्त का थक्का या इं जेक्शन या


सलाइन द्वारा गलती से रक्त वािहनी में प्रवेश िकया हुआ हवा का छोटा बुलबुला मिस्तष्क के
िकसी छोटी रक्तवािहनी में फसने के कारण रक्तवािहनी में अवरोध िनमार्ण हो जाता है
और मिस्तष्क के उस िहस्से को रक्त न िमलने पर Embolic stroke पड़ जाता है।

2) Hemorrhagic Stroke - रक्तस्त्राव मिस्तष्क का दौरा

मिस्तष्क के िकसी रक्तवािहनी में रक्तस्त्राव होने के कारन होने वाले इस मिस्तष्क के दौरे बेहद
गंभीर होते है। उच्च रक्तचाप, रक्त वािहनी की जन्मजात िवकृित या रक्त वािहनी में फुलाव
(Aneursyms) के कारण मिस्तष्क में रक्तस्त्राव हो सकता है।
मिस्तष्क का दौरा / Stroke के क्या लक्षण है ?

Stroke के लक्षण मिस्तष्क के में यह िकस जगह पड़ा है और िकतनी क्षित हुई है इस बात पर
िनभर्र करता है। मिस्तष्क के दौरे में लक्षण अचानक होते है और इनमे िनम्न लक्षण शािमल है :

शरीर के एक ही तरफ के चेहरे, हाथ या टांग में सुन्नपन, चीिटया दौड़ना या कमजोरी सा महसूस
होना।

अचानक लड़खड़ाना, चक्कर आना, शरीर का संतुलन िबगड़ना।

भ्रम की िस्तिथ।

बोलने या समझने में मुिश्कल।

धीरे या अस्पष्ट बोलना।

एक या दोनों आँ खों से देखने में किठनाई।

तेज िसरददर् होना।

जी मचलना और उलटी होना।

ऊपर िदए गए लक्षणों को तुरत


ं पहचानने के िलए और मिस्तष्क के दौरे के रोिगयों की तुरत

पहचान और उन्हें अस्पताल ले जाकर उपचार कराने के िलए आप FAST की मदद ले सकते है।
FAST का मतलब है -

F - Face (Facial Weakness) : रोगी को हँ सने के िलए कहे। उसका चेहरा, होठ और
आँ ख एक तरफ लटक जाए तो यह मिस्तष्क के दौरे का लक्षण है।
A - Arms (Arm Weakness) : रोगी को हाथ उठाने और सामने फ़ैलाने के िलए कहे।
अगर रोगी का एक हाथ उठ न पाए और उठ पाने पर जल्द िनचे झुक जाए तो यह मिस्तष्क के
दौरे का लक्षण है।
S - Speech (Speech Difficulty) : रोगी से कुछ सवाल पूछे। अगर वो ठीक से बोल न
पाए और उसकी आवाज लड़खड़ाए, छोटे वाक्य भी मुिश्कल से बोले तो यह मिस्तष्क के दौरे का
लक्षण है।
T - Time (Time to Act) : ऐसी िस्तिथ में रोगी को तुरत
ं डॉक्टर के पास अस्पताल में
पहुचाना चािहए। पहले 3 घंटे के golden period में रोगी को उपचार प्राप्त होने पर मिस्तष्क
के दौरे से होने वाले क्षित से बचाया जा सकता है।
मिस्तष्क का दौरा / Stroke िकसे हो सकता है ?

Stroke होने का खतरा िनम्निलिखत व्यिक्तयों को अिधक होता है :

1. उचरक्तचाप (Hypertension), मधुमेह (Diabetes), ह्रदय रोग (Heart Disease) या


उच्च LDL Cholesterol से पीिड़त रोगी।
2. मधुमेह के रोिगयों में Stroke की जोिखम 2 से 3 गुना ज्यादा होती है।
3. िजनके पिरवार में िकसी को मिस्तष्क का दौरा / Stroke का इितहास है।
4. उच्च रक्तचाप के 40 से 50 % रोिगयों में मिस्तष्क का दौरा / Stroke होने की आशंका
होती है।
5. 55 साल से ज्यादा के व्यिक्त।
6. Sickle Cell Anemia या Migraine के रोगी।
7. तनावग्रस्त व्यिक्त।
8. िनयिमत शराब और तंबाखू का सेवन करने वाले या धूम्रपान करने वाले व्यिक्त।
9. जन्मजात रक्तवािहनी के रोगी।
10. िजनका वजन ज्यादा है।
11. जो सुस्त रहते है और िकसी प्रकार का कोई व्यायाम नहीं करते है।
12. जो गभर्िनरोधक गोिलया, Hormones की गोली ले रहे है।

मिस्तष्क का दौरा / Stroke से बचने के िलए क्या करना चािहए ?

Stroke से बचने के िलए िनम्निलिखत उपाय करना चािहए :

शराब, तम्बाखू और धूम्रपान बंद करे।

अगर आप उचरक्तचाप (Hypertension), मधुमेह (Diabetes), ह्रदय रोग (Heart


Disease) या उच्च LDL Cholesterol से पीिड़त है तो िनयिमत डॉक्टर से जाँच कराते रहे
और डॉक्टर की सलाह अनुसार दवा लेते रहे।

फल, सिब्जया इत्यािद समतोल आहार लेना चािहए।

तनाव से दू र रहे।

िनयिमत व्यायाम और योग / प्राणायाम करे।

अगर आप मोटापे के िशकार है तो अपना वजन िनयंित्रत रखे। पढ़े Weight Loss
अगर आपको बार-बार सरददर् की परेशानी होती है तो िचिकत्सक से इसकी जाँच कराना
चािहए। िचिकत्सक के सलाह अनुसार CT Scan या MRI द्वारा जाँच हो सकती है।

अगर आपको कोई तकलीफ नहीं है िफर भी 30 वषर् के होने के पश्च्यात साल में एक बार
डॉक्टर से अपनी शारीरक जाँच करा लेना चािहए।

िवश्व में हर 40 से 45 िमिनट में िकसी न िकसी को मिस्तष्क का दौरा / Stroke आता है। हर 3
िमिनट में मिस्तष्क का दौरा / Stroke के वजह से िकसी व्यिक्त की मृत्यु हो जाती है। ह्रदय
रोग और Cancer के बाद यह तीसरा सबसे बड़ा जानलेवा रोग है। अगर हम सब थोड़ी से
सावधानी बरते, FAST के िनयम को याद रखे और लोगो तक इस सन्देश को पहुचाए, तो इस
रोग से मिस्तष्क में होने वाली क्षित और दुष्प्रभावो को काफी हद तक रोका जा सकता है।

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