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मै डॉ वंदना पांडे मनोविज्ञान विभाग , कला एवं मानविकी संकाय एकलव्य विश्वविद्यालय

परिवार की ओर से, मै हमारी कुलाधिपति डॉ सुधा मल्लैया जी, उपकुलाधिपति श्रीमती पूजा
मल्लैया जी , रति मल्लैया जी का तथा हमारे कुलपति महोदय डॉ पवन कुमार जैन जी का एवं
कुलसचिव डॉ प्रफुल्ल शर्मा जी का और उपस्थित आप सभी श्रोतागण का स्वागत वंदन
अभिवंदन करती हू।

आज प्रत्येक व्यक्ति डिजिटल मीडिया का उपयोग कर रहा है वह अपने से संबंधित सारी


महत्त्वपण
ू जानकारी एक डिजिटल मीडिया के माध्यम से आपस में शेयर कर रहे है जिस
इंस्ट्रूमेंट का हम उपयोग कर रहे है वो एक इंस्ट्रूमें ट है अतः कुछ मानसिक रूप से विकृत
व्यक्ति इस जानकारी का कई बार दरु पयोग भी करते है अतः पासवर्ड है क कर लेते है इन
सभी परे शानियों या समस्या से बचने के लिए आज जरुरत है कि हम अपने को जागरूक रखे
अतः यही आज के इस कार्यकर्म का उद्देश है अतः इस कार्यक्रम के प्रारभ में सर्वप्रथम मै हमारी
बहुमख
ु ी प्रतिभा की धनी, हमारी एकलव्य वि.वि॰ की कुलाधिपति डॉ सध
ु ा मल्लैया जी को
आमंत्रित करना चाहूगी वो आये और अपने शब्दों से हमें अनुग्रहित करे । जिनको सुनने के लिए
हम सभी सदा आतुर रहते है डॉ. सुधा मल्लैया जी -------

धन्यवाद मैडम आपने अपने अमल्


ू य्र समय में से कुछ क्षण निकालकर हमारा मार्गदर्शन किया ,
आपका सहहृदया धन्यवाद ।

इसके पश्चात ् में हमारे कुलपति महोदय सरल ह्रदय के व्यक्ति सभ


ु ाशी डॉ. पवन कुमार जैन जी
से आग्रह करुगी की वो आये और हमारे webinar के विषय पर संछिप्त प्रकाश डाले ---------

आपका सहहृदया धन्यवाद----------- सर

अब कार्यक्रम को दिशा दे ते हुए मै हमारे मुख्य अतिथी माननीय डॉ वरुण कपूर जी को पूरे
एकलव्य परिवार की और से आमंत्रित करने के पर्व
ू में उनका संछिप्त परिचय दे ना चाहूगी।
संछिप्त शब्द का प्रयोग इसलिए कर रही हूँ क्योकि माननीय कपरू सर ने जीवन में उन
उचाइयो को छुआ है जिन्हें शब्दों की सीमा में बाध्ना संभव नहीं है आपने अपनी प्रारं भिक
शिक्षा मैकेनिकल इंजीनियरिंग, एन.आई.टी त्रिची, तमिलनाडु से की है प्रारं भिक अनुभव के तोर पर
श्री धीरू भाई अंबानी के सानिध्य में रिलायंस industry के सहायक के रूप में कार्य का अनुभव
हुआ, इसके बाद आपने जीवन को नई दिशा दे ते हुए, आप आई.पी.एस – भारतीय पलि
ु ष सेवा में
शामिल हुए एवं नयी उचाईयो को छुआ । आप तीन जिलो में धार, सीहोर, और रतलाम जैसे
जगह में एस.पी रहे है इसके बाद आपने छतरपुर, रतलाम, और उज्जैन में डी.आई.जी के पद पर
कार्य किया. इसके पश्चात ् ऐ.डी.जी.पी के पद पर इंदौर में कार्यरत रहे है फिर आप आई.जी.पी
पद पर पलि
ु स रे डियो ट्रें निग
ं स्कूल इंदौर व ऐ.डी.जी.पी नारकोटिक्स इंदौर में पदस्थ रहे है
वर्तंमान समय में आप ऐ.डी.जी.पी रुस्तमजी सशत्र पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय इंदौर में
कार्यरत है

राष्ट्रीय अनभ
ु व के साथ साथ आपके अंतर्राष्ट्रीय अनभ
ु व भी बहुत अनक
ु र्णीय है आप दे श के
साथ साथ अनेक राष्ट्रों में पलि
ु स सलाहकार की भमि
ू का का निर्वाहन करते हुये संयुक्त राष्ट्र में
भी परिवेक्षक की भूमिका निभाई है । साथ ही भारत सरकार की विदे श मंत्रालय एवं संयुक्त
राष्ट्र अमेरिका में प्रशिक्षण दे कर दे श का मान बढाया है आपके द्वारा की गयी सराहनीय सेवाओ
के लिए भारत सरकार द्वारा आपको 2008 में सम्मानित किया गया। वीरता के लिए राष्ट्रपति
महोदय द्वारा आपको पुरस्कृत किया गया एवं प्रशिक्षण में उत्कृष्टता के लिए माननीय केंद्रीय
मंत्री द्वारा सम्मानित किया जा चूका है । सामाजिक कार्य में आपकी रूचि एवं अनुभव आने
वाली पीडियो को दिशा प्रदान करती है । समाज में व्याप्त बुरी विधाओ को दरू करने में
आपका प्रयास अनुकर्णीय है खासकर नशीली दवाओ के दरू
ु पयोग कार्यो के लिए दस हज़ार बच्चो
को जागत
ृ करने के लिए आपके द्वारा चलाया गया “Yes to Life” अभियान बहुत ही महत्वपर्ण
ू है
.

साइबर सुरक्षा जागरूकता पूरे भारत मे अब तक 485 सत्र आप स्कूल, कॉलेज, संस्थानो ,
सगठनों मे, जिसमे लगभग 350,000 से अधिक नागरिकों ने 2 घंटे लंबे अत्यधिक संबाद मे,
जागरूक किया, जो की भारत के साथ साथ अन्य दे शो जैसे जापान, सिंगापूर, मलेशिया मे भी
रहे है

आपकी रूचि सिर्फ सामाजिक कार्यो में नहीं अपितु लेखन में भी है आपके द्वारा किया गया
साइबर अपराध एवं साइबर सुरक्षा में शोध आने वाली पीड़ी को मार्गदर्शित करता रहे गा ।
आपके द्वारा किया गया शोध राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय जनरल में प्रकाशित हो चुके है । साइबर
सुरक्षा से संबंधित किये गए आपके असाधारण कार्यो के लिए आपको सम्मानित किया गया है
एवं निम्न परु स्कारों से विभषि
ू त किया गया है जैसे – ऐ.पी.जे अब्दल
ु कलाम राष्ट्रीय उत्कृष्टता
पुरस्कार 2015 व 2016 में क्रमशा एवं आई .सी.टी. वर्ल्ड कम्युनिकेशन अवार्ड एवं अखिल भारतीय
आई.टी एसोसिएशन सम्मान आदि।

आपके विभति
ू यों के व्याख्यान करने के लिए मेरे शब्दकोष में शब्द बहुत ही कम है . इसी
प्रकार आपके द्वारा किये गए कार्यो के लिए सामाजिक एवं आर्थिक कार्यो के लिए “गिनीज़ बुक
ऑफ़ वर्ल्ड” रिकॉर्ड में आपका नाम शामिल है .

साइबर सुरक्षा में मानद डॉक्टरे ट की उपाधि प्राप्त करने वाले आप एशिया के पहले पलि
ु स
अधिकारी है .

अब में अपने शब्दों को विराम दे ते हुए अपने मख्


ु य अथिति को आमंत्रित करना चाहूंगी
की वो आये और अपने शब्दों से हमे माग्रदर्षित करे .

धन्यवाद् सर

इसके पश्चात ् में श्री H.N Tiwari सर को आमंत्रित करना चाहूंगी की वो आये और हमारे मुख्य
अतिथि और उपस्थित सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करे .

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