बहू की विदा

You might also like

You are on page 1of 21

बहू की विदा

विनोद रस्तोगी
पात्र पररचय
•जीिनलाल -50
•राजेश्िरी-46
•रमेश- 22
•कमला-19
•प्रमोद-23
पदाा हटता है
जीिनलाल खिड़की के पास िड़े हैं
जीिनलाल और प्रमोद में बातचीत
जीिनलाल का बारात की िाततरदारी
ठीक से न करने का आरोप
जीिनलाल का 5 हजार रुपये की
फरमाइश करना
जीिनलाल ने िुद की बेटी गौरी के
वििाह में भरपूर धन ददया था
जीिनलाल रमेश से मरहम लाने को
कहता है
जीिनलाल दे खने जाते है कक माली ने अब तक झूला
क्ूंू नहीूं डाला
प्रमोद कमला को ददलासा दे ता है
कमला प्रमोद को विश्िास ददलाती है
कक िह िुश है
कमला , प्रमोद और राजेश्िरी में बातें
होती है
राजेश्िरी मानती है कक जीिनलाल
पैसों के लालची हैं
राजेश्िरी प्रमोद को पैसे दे ती है
राजेश्िरी भी अपने पतत को समझाने
की कोशशश करती है
बाहर से हॉना की आिाज़ आती है
जीिनलाल शमठाई की थाली मँगिाते
हैं
रमेश सच्चाई बताता है तो
जीिनलाल उदास हो जाते हैं
जीिनलाल शशमिंदा होकर कमला को
विदा करने के शलए मान जाते हैं

You might also like