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मूल धातु क्रिया वततमान प्रत्यय अथत

गम् (गच्छ) जाना गच्छक्रत जाता है


हस् हसना हसक्रत हसता है
नृत् + अ + क्रत नाचना नततक्रत नाचता है
वस् रहना वसक्रत रहता है
कृष्(कष्त)+ अ + क्रत जोतना कषतक्रत जोतता है
क्रनन्द् क्रनन्ददा करना क्रनन्ददक्रत क्रनन्ददा करता है
खा् खाना खादक्रत खाता है
वह् ले जाना, वहना वहक्रत ले जाता है
िीड् खेलना िीडक्रत खेलता है
त्यज् छोडना, त्याग त्यजक्रत छोडता है
रक्ष् रक्षा करना रक्षक्रत रक्षा करता है
फ़ुल्ल् फ़ुलना फ़ुल्लक्रत फ़ुलता है
मूल धातु क्रिया वततमान प्रत्यय अथत
अज्त कमाना अजतयक्रत कमाता है
चर् चरना चरक्रत चलता है
खेल् खेलना खेलक्रत खेलता है
ललख् ललखना ललखक्रत ललखता है
धाव् दौडना धावक्रत दौडता है
व् बोलना वदक्रत बोलता है
अच्त पूजा करना अचतक्रत पूजा करता है
जप् जपना जपक्रत जपता है
नन्द् प्रसन्दन होना नन्ददक्रत प्रसन्दन होता है
भक्ष् भक्षण करना भक्षयक्रत खाता है
ज्ञा जानना ज्ञानाक्रत जानता है
पत् गगरना पतक्रत गगरता है
मूल धातु क्रिया वततमान प्रत्यय अथत

कथ् कहना कथयक्रत कहता है


ग्रह् ग्रहण करना ग्रह्नाक्रत लेता है
दा देना ददाक्रत देता है
याच् माांगना याचक्रत माांगता है
श्रु सुनना शृणोक्रत सुनता है
प्रच्छ पूछना पृच्छक्रत पुछता है
इष् इच्छा करना इच्छक्रत इच्छा करता है
नी ले जाना नयक्रत ले जाता है
दृश् देखना पश्यक्रत देखता है
पा पीना क्रपबक्रत क्रपता है
स्था ठहरना क्रतष्ठक्रत ठहरता है

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