You are on page 1of 42

rT₹U T TU ˙ ` T4 ` T´ ₹ T U K

1
T T

`ि 74 ि `ि T T ˙ ि न ` rT U r Tि 5`, ग
¸न U ि `
T िनि5U 5`- T T ि ि U 5` I ¸ rT `, ि औ T
न िU V `
˙ि U ¸ T ˙ T ˙ T न˙ ` ि Uि U औ T िन `न` rT ग
T `
Tन ˙ ` ˙ ि U 5` 5 I Tन VU, ि ि T औ T ` U
न¸˙ न T न`
` ि Ц Ц T ` ि T नTनT 4 5` ग˙ r Tह औ T न
न`
UT ˙ ¸ T `I T T ि T ि T T ि3 UT औ
rT ग T ` U˙ T T `UT 5` I

rT U TT ˙ ` T ` T T U 5 5 7 -ि 7
` ग UT˙ ि न` न िग T T न T T ग T 5`- rT U T T `ि
न ` ग5 `
T U 5`, ह ि D 5T ि औ 5 T न T ™¸ U U
5` I 5 rT U T U ˙ ` TT T T U 5˙ िन ˙ ि U न` T ` ि
T T ˙ `
ि 4 औ ि T T न UT 5` I 5 7 -ि 7 ˙ U¸ ˙ ( T ` 5Tि
Ц `
औ ˙ ि U ग ` ग` T ˙ ग न T िन T fi ` िU ि न T ग ˙औ
ग, , ` T-
ग T ` ¸?` ग ˙ ि5U) T िU T िU न`, ˙ ि U न`
औ 5
rT ˙ग ` Tि ˙ नT ˙ U 5˙ Tन`, 5 T ग न` न ` ि औ
T नन
ि T ` ˙ UT 5` I

5 5 न 5 ˙ r न T Tि5Ц ि rT U नि ˙ औ न ि5U T ˛ िU
˙ि T न न , ,
T T औ न ` ि U Tि ˙ ` T™` TrT ` ` ि Ц w`
नTगЦ ि U D T ग UT 5` UT 5` I ˙ि T न ` न¸ ` 51 Ц ( )
िWि U T Tि
Tि 'न T ग ' ` T ` DT न T T ग T 5` औ rTि U ¸ T , T िन
T fi
` िU ि नTग , ह ¸ 3 Tन˙ ˙ औ ग ` - T ग न˙ ˙
T ˙ ` ि Ц
नि5U Tि T T न` औ ह ` ग` Tन` ` ि Ц ह T U T न ि T 5` I
˙ ` , TT ˙ ` T ` rT U T T U 5 T 5 7 -ि 7 rT U
TU˙ ` T ` T T U 5 न` ि T ˙ Dि4 ग U औ T
ि5 नU 5 ` T ˙ Ц wT 4 औ Tन T T न UT 5` I

0 ` ` ¸ T T
TT ( ), T 5U ि
…. न 2020
rT₹

T T U 5 T 5 7 -ि 7 rT U T Tि T ` T ` rT U T
T
U 5 न` ` ि Ц rTि U ग` T ˙ग न ` T- ग T fi ` ¸ ?` ग˙औ ह ¸
¸ T, ,
नTग ˙ 4 न T न` ` 7ि ` न T T ग T 5` I

T ि , ` ग UT˙ ि न` न िग (न ि T ,न ि T
िन ि 7 , `) न `ह ग Tन औ न T ` T `ि Ц T औ
¸ r T न T yTि U UT 5` I `
िग ` T T , Tन ि T ˙ औ rT U ` T 5 U ि
˛ न` ह 7 -ि 7 नT T Tि5 ि T 5` I 5 7 -ि 7 T
T नन ˙ ` िU U
T गV UT औ rT U T Tि T ` T ` T T T U 5˙ ` ि Ц UT-िन
T
`ग TI

T ि , ग¸ TU ` 5 TT `Ц ग` - Tr T ˙ ग न 5` T Tि औ T
`
¸ह ˙ T 5 5` I ह 3 T न T, U` T औ ` T `
T न Tि T ˙ T U न` ` ि Ц JANVIKAS ` U5U 1997 गह I

T ि , ि िr T , ि नT ` ˙औ ि `
T ` r 5 ˙` ि Ц T
ि T औ T गV UT T T `U 5` I 5 UU ि T ` ि Ц ि ि U
Tि ˙ औ ि T ˙
` T ` ˙U T 5 ˙ T न UT 5` I T ि T ग¸ TU ि `
˙ `
ि ` नि5U Tि T ˙ औ ¸ ˙ नT नऔ न ि3
िU ¸ िनि U
न` न T ग T न 5` I

ि T न T ` ि Ц, ` :
http://paryavaranmitra.org.in/
U˛ Uि U T ह` 4

T ` 7ि ` `ि औ rT U न˙ न T ¸ ि3 िU, T Tि T,
ि ि ` Tन
˙ 5`, ` T T T5 औ िन rT V ` ˙ U T औ T T T नन ˙ Tग
न` U Tि5 U 5` I 5 U Tन ग˙ ` न ग¸ KT T न˙ `न` औ
`5U न T न` 5T UT ` गT, T 5 5 r ¸ िन ि U ` गT ि rि
ि ˙ ` िनि5U
ि T ˙ औ ि5U ˙ ` UT न 5 ˙ ि T TЦI

T U T ˙ गU 5 औ T नन ि4 ` 5 न ग¸ KT औ 3 Tन T
¸ T `ि Ц 5 5` I

5 7 -ि 7, rT U T T ˙ T T T िU T न¸ Tन ` िन T औ T `
ि Ц औ नTग ˙ ` ि T ˙ T ग न` ` T™` T U 5 T T T˙
™¸U U 5` I 5
ि T U˙ DT%T UT 5` Tि ˙ 3 Tन ˙ ` T ` T नन ि T ˙
औ Tि
ि T U ˙ ` िन T औ T U 5` I 5 rT U ` ` ग औ
`
ग˙ rTि U न` T ` T ` rT ˙ िU ` `5U T
`ग TI

ह 7 -ि 7 ि ि U 5` :

•T T U 5 औ ि ि T Tि T

•T T T T `न` rT U T Tि T rि T

• rT U T 5 U ि

• िU 4 न 7˛

5 7 ि 7 T5 T T न न T ˙ ि5U DT 5T T ग न T न UT 5`
U
ि T T ˙ औ T ˙ 5 Tन UT 5` I Ц िन , ¸ , ि U औ
T`
Tि ि TЦ˙ T ˙ औ Tन ि T ˙ ग` Tन` 5T 5 ग I
T´ ₹ T U K औ₹ ि िU T TिU T

T U 5˙ UT˙ ि T न T Ц ™˙ r 5` I 5 T ि U औ T ˙गU T ˙गU


T ˙
T T `UT 5` ि ` ि ि T T न ¸िनि U 5 UT 5` I न T ह 7` न` न `
7 T न` T
5 "औ T T न T ˙3 T ˙ ` T ` औ Tन ि T ˙ ` Tन ˙
`
न¸ V T ` T™` T न` औ T™ न` ग˙ UT" ` V rTि U
ि T 5` I T T ˙ ` ˙ि U 5 ` ि T T - नT U 5
, िन ि T
5rTिग UT औ Tि औ T ि T औ िन T U rT T 5 , ि
ि U5I
5T ` ि न ˙ T T , Tन ि T ˙ ` ˙ T T `न` Ц ˙ ˙ ¸4
T `
UU ि T ` 5Tि न` ि T Ц U औ 4U˙ T Tि
T TT 5 r ि T िन rTЦ T न` ` U T न UT 5T 5` I
5 T UT 5 5` ि T T ˙ ि ि ि ` yUT T TU
UU ि T
TT5 न `न` ` ि Ц T T rT T 5 I
ि ि T T Tि T ` ¸ ?` Tr ˙ Tि 5 :
1. ि7 T नन , ` yTिन औ U न T ˙ ि ि ि ` yUT
2. िन ि U TU˙ न ` गTUT 5` T rT ` T5U
3. िन `न` ि T ˙ Ц V UT औ िन ˙ U UT
4. T ि T ˙ T ि ` ि T Tनऔ ि ¸ िन
5. T िन ˙ ि T न¸ ` UT
6. T ` T ˙ ि ` ि T T `5
7. T औ Tि D 3 T न UT ` ि T T ि T न
8. rT न rT ग T ` ि Ц “ ™ ” ि ™T U T T
9. T ि T `
10. ि T िन ˙ Tन TनT

–1

T TिU T औ₹ T´ ₹ ˙₹ r˛ि T ₹ `ि ˙
Tन न औ UU ि T r ि T 5Tन ग ि 5T˙U ( 5T ग `ि TT ˙ग , 2002)
˙ ¸4 T T T (UNEP) `ि T T T , (2005)
+ 20 T , T न औ T ि3 UT ` ि Ц Tन न T (2012)
r न T (2012)
T Tन न ` T न ि T, ( `न` , 2016)
T´ T ` TT rT₹U दTUU ˙ ( T TU औ₹ T TU )
r˛ि T

rT U T Tि T, Tन Tि T ˙ औ ` ि4 ग T T, ग न`, T
T न न औ UU ि T T T, औ 5 ¸ िनि U न` ि U Tन rि
ि ˙ ग` न¸ Tन 5˙ TЦ ग¸ KT न T न˙ `U 5`, TTि5U U 5 5` I

T T , नह ि W

-2
U ₹T T ए K TU (2010) 3 SCC 402

U 5 न` T ` T T ` TनT न T 5`I िन ˙ ` ˙ ` ि नT w` ि न
T ˙ T Tन` T 5` 5 I 5 T ˙ rT U Tन ˙ TU` 5 औ ि U ¸ T ˙ ` ि नT
T 5` 5 I w` ि न T ˙ 7 न¸ T U ` ि ˙ 5 T नि ˙ 5T ि T
औ T ˙ 7न U नT T U 5 ि T TUT 5`I T T हUनT 5 ¸ T 5` ि 5 5 T T न` ` T 5 5 ` 5T 5`I ह 74 , 5U `
` 5™ ` ि T औ ह िन ´ T ि Ц 5 I“
TU˙( TT औ T T ) न` नि5U Tि T ( हЦ ) ` T ` 5 `
˙ ि U 5` T ` ?` ग fi U T नन 5˙ T 5` I हЦ T ˙ TT
िनि U
ि T ˙औ T ˙ ` T `Ц DT UT T U, न- Ơ¸ 7ि 5` I ि T

नT ` नTग T ˙ V ` न ग , yTनUT, गT , r T TिU ` 5
` Tि ि T ` T5 5 TU` 5 , ` न` ि T न Tि T ˙ Tनन ` T
` Dि4 ग U
T T U T T T UT T™ ‘ि ’ ` T ` Tग T ग`I

rT U ˙ ि T न ` U न ˙ ` Tिन T Tन, T U˛ न¸ ` 21, 48A औ 51A (g) DT


%T
हЦ ` ग न` rT U ` T T T T ि T 5` I

-3
¸ ` द २१: ि Dि4 ` T T `ि5 4U˙ UT ` ि ि T T 3 Tि U ि T ` न¸ T 5
˙ि U ि T TЦगT, T न5 I˙
¸ ` द 48 (A): T , ˛ ि औ ¸ T न ¸िन औ `yTिन Tि ˙ ` ˙गि U न` T
T ` गT औ ि ि U T गT ˙ औ ? ˙ U T ¸ TV औ T5 ¸ ˙ न ˙ ` औ ¸ T `ि Цऔ न` T िU ` न` ` ि Ц TЦगT
¸ ` द 51 A (g): rT U ` w` नTग T 5 U D 5 गT ि 5- T ˛ िU T ,ि `
Uग U न, , न औ 5 , T ` औ T ˙ न ` U T Tि T ` िU TrT
`

rT U ˙ ि T न T न¸ ` 3 १ Ц Ц T ि ि T T न UT 5` न `
ि T गT ˙ 7 `UT 5` I T T न` 5T ि न ` ि T न T
` r िU ि™ न 5 ˙ ि ग¸ KT न Tि 5` I

Ц 4Tv औ 4 TUT 43 न ` ि T TЦ िr U 5` I 43
TUT
` ि न T Tन ग T ` T 5 न T ˙ r 5` I T T औ नग Tि T ˙ T 5 ˙ `
Tिन
UD 5`, न ` Ц ि U TUT ¸िनि U औ ¸ ि U न` `, ि
Tन िनि U औ
T ˛ िU T न˙ T T `न` औ ` ¸ Tऔ ¸ T ` ि Цr T™ T I

न` ि T Tि 5:

ि U 5 T T न˙ `न` T ि T;
ि औ ¸5 ` T ि T;
4Tv T T , 4 UT औ T ` rT T ˙ ;
िन ` ¸ ि4 T ि T ;
T औ Tन 4Tv ¸ T `ि Ц नTऔ T ¸ Tि rT ग T T ि TI
-4
न ` ि T T T ि T Tि 5 (rT U ` TT ` Tि
िन ):

` ¸ ¸ ि4 ˙ ि िU नT K ` T (AIR 1990 SC 2060)


¸rT ¸ T नT ि 5T T (AIR 1991 SC 420)
Ц . . `5UT नT नT (2006 SCC 213)
हन न ह न (AIR 2005 SC 3136)
िW न T न` न `न ि िV7 Ц˙ T ह7˛ ऑफ़ Ц˙ Tह
(2011 8 SCC 574)
™`7 ऑ K T˙ नT ˙U ि ˙5 T (2010 3 SCC 402)
Ц . . `5UT नT नT (AIR 2002 SC 1515)
¸ T नT T Uि नT ¸ (AIR 2006 SC 2893)
ि ¸ T T ह˙ ग ` 4 न Ц ि Ц न नT न T 7 ˛ 7`4 न Ц
िЦन
(2009 9 SCC 737)
`W ि ि7 न ` ` नT िन न ऑ ह˙ ि T (AIR 1996 SC 2715)
Ц िन ˙ नT .Ц न T (AIR 1999 SC 812)
न T T ˙ न न T rT U ˙ (AIR 2000 SC 3751)

Ц ˛ . . `5UT नT िन न ऑफ़ ह˙ ि T (ग˙गT 7` न ` ` V ि
) AIR 1988 SC 1037)
एम्. सी. मेहिा (सािाजवनक कार्ों के वलए प्रवसद्ध एक ि नागररक) T T
चमाशोधनशालाओं के ल्किलार् जब िक वक िो जल प्रदू षण को रोकने के वलए
आिश्यक उपचार संर्ंत्र स्थावपि नही ं कर लेिे - उन्हें पवित्र नदी गंगा में
अपने व्यापार अपवशष्ों को छोड़ने से रोकने हेिु एक जनवहि
र्ावचका दार्र की गई थी। चमा शोधनशालाओं को कई िषों से उनके अनुपचाररि
अपवशष् जल के नदी में प्रिावहि होने से पहले उपचाररि करने के वलए
प्राथवमक उपचार संर्ंत्र स्थावपि करने की वदशा में आिश्यक कदम उठाने के वलए
कहा गर्ा था। नदी में बहाए जाने िाले घरे लू सीिेज के पानी की
िुलना में चमाशोधनशालाओं से वनकलने िाले अपवशष् को दस गुना अवधक
हावनकारक माना गर्ा है। अदालि ने उन चमाशोधनशालाओं को बंद करने
का आदेश वदर्ा जो प्राथवमक उपचार संर्ंत्रों को स्थावपि करने की वदशा
में कदम उठाने में विर्ल रहे क् ोवक इससे भारिीर् सं विधान के अनुच्छे द 21 के
िहि जीिन के अवधकार का उल्लं घन होिा है ।

संविधान के अनुच्छे द 48 ए में राज्य को नीवि वनदेशक ित्व के


िहि, राज्य को पर्ाा िरण की रक्षा एिं सुधार और जंगलों एिं
िन्यजीिों की सुरक्षा के वलए वनदेश वदर्ा गर्ा है। इस वनवि के वनधाा रण
ने पर्ाा िरण की रक्षा से संबंवधि र्ह नीवि वनदे श न वसर्ा सरकार पर, बल्कि
देश की अदालिों पर भी कानूनी दावर्त्व
वनधाा ररि कर वदर्ा है। अनुच्छे द 51 ए (जी) प्रत्येक झील नवदर्ो ं और िन्य
नागररक पर िनो, ो, जीिन सवहि
प्राकृ विक पर्ाा िरण की रक्षा और सुधार, एिं जीिो ं के प्रवि दर्ाभाि
रिने का मौवलक किाव्य वनधाा ररि करिा है । इसके अनु सार ही, सिोच्च न्यार्ालर् और
उच्च न्यार्ालर्ों ने भारि के सं विधान के अनुच्छे द 32 और 226 के द्वारा प्राप्त क् षेत्रावधकार
वजसके अंिगाि उन्हें मौवलक अवधकारों और अन्य कानूनी अवधकारो के
प्रििान के वनदे श जारी करने के अवधकार प्राप्त हैं, का इस्तेमाल पर्ाा िणीर्
न्यार् को सुवनविि करने में वकर्ा है ।
बॉक्स 5
संवैधानिक KT₹ ˙ का अनधकार
को वदए गए इस मौवलक अवधकार के िहि सिोच्च न्यार्ालर् को मौवलक अवधकारों के संरक्षण हेिु वनदेश, आदेश, और ररट

ावनक अवधकार है जो मौवलक अवधकारों और अन्य कानूनी अवधकारों के प्रििान के वलए उच्च न्यार्ालर्ो ं

पर्ाा िरणीर् न्यार् को बढािा दे ने के वलए, भारिीर् न्यार्पावलका ने इस


प्रकार संिैधावनक प्रािधानों का विस्तार करिे हुए मानिीर् गररमा और
पर्ाा िरण की रक्षा के िास्ते मानिावधकार और पर्ाा िरण को र्ुक्त वकर्ा
है। इसने 'नागररक’ शब्द के दार्रे को व्यापक बनाकर कौन मुद्दई हो के वनर्म
में ढील लािे हुए
सािाजवनक कार्ों के प्रवि सं स्थानो, गैर-सरकारी संगठनों और अन्य पक्षों
ि नागररको, को पर्ाा िरण
संरक्षण के वलए कार्ा करने में असमथा लोगों की नुमाइंदगी करने
और उनकी ओर से र्ावचका दार्र करने की अनु मवि प्रदान की है ।

मुद्दई होने के वनर्म को दो िरीकों से संशोवधि वकर्ा गर्ा है-


प्रविवनवध द्वारा और नागररक द्वारा। प्रविवनवध द्वारा र्ावचका की ल्कस्थवि में कोई व्यल्कक्त
जो पीवड़िों के हक में िैसे लोगों के मानिावधकार उल्लंघन के
ल्किलार् जो अपनी गरीबी, विकलांगिा र्ा सामावजक र्ा आवथाक रूप से
िंवचि ल्कस्थवि के कारण अपने मौवलक अवधकारों के न्यावर्क प्रििान
के वलए अदालि का रुि नही ं कर सकिे, के दािों को
सदासई भाि से अग्रसाररि करने की अनु मवि प्रदान की गई है । गरीब और आवदिासी लोगों की
ओर से काम करने िाले एनजीओ और पर्ाा िरण कार्ाकिाा ओं ने इस प्रविर्ा
का उपर्ोग कर अदालिों का रुि वकर्ा है। नागररक के द्वारा
र्ावचका सािाजवनक वशकार्ि के वनिारण के वलए एक मंच प्रदान करिा है जो
एक व्यल्कक्त की ख़ास वशकार्ि के बजार् समाज को प्रभाविि करिा है ।
rT₹U T ₹T ₹U िT ₹ (ए U)

₹T ₹U िT ₹ (ए U) T

Цन 7 T ˙ , न˙ ` ˙ औ T ˛ िU ˙ T न ˙ ` ˙ ˙ि U T ˙ ` T -
T
T T नन ि T ˙ T Uन, Dि4 ˙ औ ˙ िK ` ˙ि U T5U
औ िU िU
¸5` T न` औ हन ` ¸ ?` T T ˙ िग T ˙ ` rT औ U िन 7T न ` ि Ц Ц
ि `
Tि िन T 5` I

2012 , Ц नि5U Tि T T ` r T ग` ि ि5 T B ग ˙ ग न न T
rT U T ˙ (2012) 8 SCC 326, 347) ¸न T ह U` 5Ц ¸ 7 न` h Ц ˙ ि ` y
िन `न` 5`U¸ औ
T T ˙ U T Цन 7 ` ` ˙ `7 T ˙rT नT ि नT न` 5`U¸
r
ि औ rT T T ˙ Цन 7 3 TनT˙ U U ि TI ह ` T T,
U
T T न` TT ˙ 4ि ` ` T 5 U ि ि िन ` Tग 5
न` ` 5 `
T ि Ц गЦ T T ˙ ि 3 TनT˙ U U न` T5 I

₹T ₹U िT ₹ T गठ
Цन 7 T ग न T 5 U ि ि िन , 2010 ` Tन न ` 5 5`, U Tि , ह `
ि T
` , ि4 T˙ औ ि TЦ˙ T नन ` T T न ˙ T T T औ िन ˙ि U 5 I Цन
7 T ग न 18
4 2010 5 ि नह ि W , ि ` ह ` Tन ` ि Ц ग5 ` V
¸ न T ग T 5`
` ह T ˙ T न 5 ह 2011 ` ¸V 5 I

T T ˙ 5-ि ˛ िU ` T , ि T ग न िन T˙ ि U
ि T ˙
ि T ग T T:

 rT U T T T (Ц . . `5UT न T न T , 1986), ह˙ ि न ि हन
-
ग Ц4न न T िन न ऑफ़ ह˙ ि T (1996), ˙ T ` न ˙7
नT Ц ˛ न T ((1999) औ (2001))

 rT U T ि ि ग ( ˙ ` Tिन T TT ˙ T ™T 186 T 7 2003)

 T T T नन ˙ ि ि U न` औ rT ˙ग ` Tग न` ` ि Ц
rT U T
˙U T Tि

ि T˙ (05) ` ˙ 3 Tि U 5`:

K ` - Tन (नह ि W ) K ` , K T ˙ , ˙ T , 5 T T, ि5 T ` ,
ि W `
T T T न ` (Цन 7 ) औ ि W 5 Tि U ` ˙ ` K ` ि T `
5` I

5 `- -r T 5 ` T 5 5` औ ह ` , T 3 Tन औ K ग T Tि
5I

ि ` - ¸ `, ि ` T 5 5` ि 5 Tि U ` ˙ न- औ T
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------न T ग 5 ` `
T 5T T , ग¸ TU औ ग T ह ` ि UT 5` I

T ` - T ` T ि 5 TUT ि3 U 5` औ ` ` Tि T
ि ˙ गT ,
? T, ि 5T , T ˙ , ि ि , ˙ T न औ िन T 5औ K ` TU ˙
5न T
U` 5 I

ि ` ि ` T ि 5 ` ह 5` औ ` ` , Uि न T ¸ , ˙T
` , न T7 ,
¸ ¸ ` औ ` 5 Tि U ` ˙ T UT 5`I

Цन 7 T ˙ 7 न Tि औ ि ` y न˙U 5 ` 4 ˙ ` 5 5`I 5 T Tन

ि ` ˛ िU औ T - - - -ि ¸ह ˙ ` T` T UT 5` I

Цन 7 ि िन ` न¸ T Tि Tि औ ि ` y 4 ˙
न U ˙%T 10 ` न 5 ˙ ि ि U 20 5 ग I ि ` िन
¸ ि4 rT U ` ¸ % T T ` T
` 5 T T T 5 U 5` I 4 ˙ िन ¸ ि4 Ц न ि िU ि T
5 T TT
िन T U ि T ` न¸ T ` TU 5` I
ए U िTि , 2010 ( ¸ ˛K 1) ` ˙ द₹ ि4िUU िTि :

Цन 7 ि िन , 2010 ( न¸ 1) िन ि ि U ि िन Tि 5:

( िन T U T िन ˙ ) ि िन , 1974
( िन T U T िन ˙ ) ि िन , 1977
न ( ˙ ) ि िन , 1980
T ¸( िन T औ िन ˙ ) ि िन , 1981
T ( ˙ ) ि िन , 1986
T िन Tि T ि िन , 1991
` ि ि UT ि िन , 2002

ए U ˙ ´ ₹ UT ` ?- ˛ U Dि4:

Ц ' ˛ U Dि4 ' T5U T ¸ ` T T ि T ˙ ` िन 7T ` ` ि Ц ि7 ‰न


T
UT 5` I

Цन 7 ि िन 2010 ` T T 18 (2) ` न¸ T ˛ U Dि4 Tि 5 – :

 िr TU 5 ि T 5
 िU ™ 5 ह ˙ िK T Tि 5`
 T िU ` 5 न` T ˛w¸ ` T ` T नन िUिनि 5`
 ि ि U ि ˛ U Ц 7 5`
 ि T िr T िUिनि UT 5
 ह r िUिनि ˙3 T T ˙ ग न ` ` ि ग` T ˙ग न

' ˛ U Dि4' िrDि4 Ц ि ™˛ U DT%T `U` 5Ц ह Dि4 w


T w V
` rTि U T ि 4 UT 5 ह ` ˙U गU T T ग T 5` I ˛ U Dि4 ि
Dि4 गU
ि , िU T िr TU ि T न` 4 UT न 5 ˙ 5` I
–6
˛U
Dि4

न `U न T न T T औ न ˙ T (िन 9 2012)
ग T T ˙ ` न न T rT U ˙ (िन 18 ¸ T ह 2013)
ि U TV न T T औ न ˙ T (िन 1 4 2014)

T T ˙ , V न5 ˙ ि िU 3 Tन ` U 5 िU5 5T˙ B ग 3 Tि
U 5` I
T ` rT ˙ T 3 Tन ` ˙ ` ग` U T 5 U` 5 I ह ि Ц, Ц ˛U
Dि4
3 Tन ` T िन T 5 न` 4 UT न5 ˙ 5` I ह r Dि4 T5` 5 ` T
िन T 5 T न5 ,˙ ि?U 5` T न5 ,˙ ह T Tि ` ˙ UT 5`I

ह U 5` T DT%T 5 5:

ििU औ `-ि ` T T T ˙ औ ` ˙rTि U न T T


T ˙ `
न Tन 5 U` 5 I Ц ि3 िU ˙ , ह r Dि4, Dि4 ˙ T 5 T िन T ि
` ग` T
˙3 T Tि 5` T ˙ ` ˙ UT 5` I

rT U ` ˙ि T न T न¸ ` ५१ Ц ( ), w` नTग , T ˛ िU T Tऔ ¸ T
न`
TЦ ि UD िन T U UT 5` I

ए U ` TU˙ ˛ िU
ि ` T ` ˙ि U T नन ` UTि ` ˙ि U न T न T
˙ T ` T
` गT Цन 7 ि िन 2010 न¸ 1 िWि U ि िन ˙
Tि 5 I˙

 T न T `- ह ` T न न ि T Tि 5 ि `ि Dि4 T T
Tि Dि4 T
ि Ц गЦ T `ि 5 ` ि T ` U न ` ि Ц T ह गह 5 I

ह ` ` Tि T ` Tि न5 ˙5 Tि ि T ˙ि5UT ` T
T न ˙ T T Tि U 5 U` 5 I

T ` ˙ ˙ि U UTि - T ` ˙ ˙ि U T िन ` T
T™ि 5` I ह Ц ि3 िU T Tि 5 , 5T ` Tिन Tि न`
UD ˙ िन rT न` ि 5 U` 5 औ
rU5U5 :

1. ?` ` T ` ₹ ¸ दT ˙ rTि U ₹ ` TU` T´ ₹ ₹T - T5 `
ि Ц, नग Tि T ि T ˙ T T नग ` ` rT िन 7T ` ` `
5 न` T ` ग ˙ औ
¸ T ˙ ` ि Ц ग˙r T औ 4Tv T ( 6 U T ˙ ` T5 `UT 5`)I
T Tि U: (hindustantimes.com Ц ˙ financialexpress.com)
–7
`TTि िT T ₹ ˙ ओ₹ ` ि ि UT ` T₹ ¸ दT ˙ rTि U
₹ ` TU`
T U ˙` द दT ₹

` -हन T ह 7िन˙ ग 5˛ ि िन 7 नT rT U ˙ (िन 18 ¸ T ह, 2013)

` ` T - T ¸ नग Tि T TT T ˙ न ˙ ˙ ` ˙Tन `ि T, Ц
ग`
T ˙ग न ` -----Цन Tहि7˙ ग 5˛ ` िन 7 T T Цन 7 ` Ц ` न T ि T ग TI ˙ ˙
,
िन T 3 Tन ,˙ ` ि ˙3 Tन ,˙ 4UT ˙ औ िन T ˙ ` 5U ` ` 3 Tि U
ि T ग T T,
ि ` T न¸ Tन 5˙ 5T TI ˙ ˙ T ?T ि54T ¸ 5 T T औ 5 नग Tि T
ि िन 2000 न¸ ` न¸ T न U` T न5 ˙ ि T ग T TI ग` T ˙ग
न न`
नT ` ˙ T न T ` 5 न` `, िन ˙ ` न¸ T न5 ˙ 5 न` औ नग Tि T ि T
˙ TT
न T न` िन ि Ц T न` ` T ि ि TI

Цन 7 न` 4 ग` T ˙ग न ` ` न न¸ िU `U` 5Ц ि7 :

ि 3 Tन ˙ ˙ ि3 U 5`, 5 ˛ T िन T न ` 5 `r ` ि U 5 न` T T 5` I ˙
T
ि U Tन r ि गU Tन न` ` ि Ц T 5` औ T ` िन T ˙ औ ि ˙ T ह
` Tन
rTि U UT 5` I ˙ ` ग5 ` ` 5 ` न` T ¸ ग , T ¸ ग¸ KT ि U
न`
` ि Ц T 5` 5T ` िन Tि ˙ ` 4Tv rTि U UT 5`… ` 3 T, TU िU T
5T˙ U
ि ` T ˙ ` ˙ 5 ग`I ह T , 4 ग5 ˙ न गिUि ि
न¸ िU
`न` T िU rT T िन 4Tv औ T `ि Ц िU T T न U` 5 I

U T ि ˙ 5 नT ¸ िन 4 T ˙ि ग T T िन (25 ` , 2015)

नग Tि T ि िन 2000 औ ˙ T नग Tि T ि िन 1911 ` T T न ˙
T ग न`
नग Tि T औ ˙ T िन ˙ ि UT ` ि , गT T T T 5 `
िन T
U T ि ˙5 औ ग ˙ T T Ц Tि T T गह I ` ˙ ¸ ` 3 Tन ˙ ` ˛ U
T न ˙ 57TЦ T न` Ц ˙ T™ ˙ औ ? ˙ T न` U I ¸ग औ T `हT
˙ T T
¸K˙ ग ` T T¸ ग T औ T िन ि h 5 ग TI Ц न 7 न` ` न
न¸ िU औ T T ि ि T ˙ न` न` ` Tिन Tि ˙ T िन 5न न` T
T5 U 5` I
ि T ˙ ` िनि UT न` िन Tि ˙ ` 4Tv औ T िU V
` rTि U ि T 5` I ¸ 4 5 T औ ¸5 T न ` 3 T न ¸ T ` ि ि
T ¸िनि U न` ि T
ि 5`I

Цन 7 न` ि T ˙ िन ´ ि T ि ` ` rि 5T हT ` `
¸4 3 T न 3 T न T˙ U U न` ` ि Ц U T T T ह औ ग ` fi ` ि Ц
गिU ----------------------------------------------------------------------------------------- 5- Tि 5
नT T
T I
2. T´ ₹ T ˙ िU ¸ T - 7 िन TU T ˙ T 7 T ि T ग T 5` I

ि U: kaziranga-national-park.com and india.com)


–8
ि5U न T rT U ˙ (िन 18 ि U , 2012)

T ˙ गT T BTन ( 5` 7` Tह7) rT U ` U न- T ह ग ˙ T 5` औ ह ¸™ T
TिU ˙ औ ˙ ग T न ˙ ि न ` ˙ ग r , 5T , T औ गग`ि7 िč फ़न Tि 5,
Tि
? Ц नUT 5` I

` , ि5U 3 T न िन T ` न` ˙ ˙ि U ि T ˙ ि ` V `, T
औ न
˙ T ,औ T T ˙ गT T BT न ` ि T ` औ ` T न¸ िU
गह
िन ˙ि U T न औ नन गिUि ि ˙ ` ि T T ˙ गT ` T ˙ ` न `
¸ T `
ि Ц िन ´ `न` ` ि Ц NGT ` ˙ ि TI

ि न T T न न िन ˙ T T न ि Ц ™ न- ह˙7 r5 T T Tन ˙ औ B ग ˙ (ह˙ न-
ि ˙ग ह T ह , ,
ि U ™` न, Ц T ि , Ц U` 7 न T न` T ह T ह, ˙` Ц 7T ,
U` ि ,
˙ 7 नTन` T ह T ह ˙ औ Ц ` ™ T˙ ) 3 T नT गह I

Ц न 7 न` िन T ि T ˙ ` औ B िग ह T ह ˙ U T rT ` ˙ न` T
5
ि T ` ` T5 3 T न T˙ U U न` T िन ´ ि TI

T ˙ ` न नT नT7 T (िन- -7 ह, 2015)

Ц Цन , T ˙ ` न ि ` V ` नT7 T T औ T ि3 िU
T
न` ि UT 5` ` T T Ц ` न ि T ग TI ¸ % ि T U ` DT Tि
नT ˙ `
˙ ˙ि U ि ˙ TT T ˙ ` ि न T गT औ ` ˙ ˙ ` 5 rि

िन T ˙ ` 5 ` ˙ ि िU T 5 I˙

Ц न 7 न` 5 ह`4 नT ˙` 5 ` T औ T ि3 िU ि ` V ` िन
T ˙
िU rT ?न` ` 5 ` ` न 4 T ि TIr ि ग Uन,
िन T U˙ 5Tिन, r ि 3 T ˛ िU Uन औ U7 ` T ` न¸ Tन ` ˙ r T
ि3 िU औ T
?न` T ` ` 5rि औ 5 ` ` T न` ˙ 7` V 7 5ЦI
3. T ´ ि 4T DT ¸ T - T िन 4Tv Ц ¸ ि U, 43 Ц˙
TUT औ ` ¸ ि4 Tि rTि U ि T ग T 5` I T ` ि
T ˙
`ि r W˙ न T ग` - न¸ T न T िन 4Tv िU rT T न` T 5
औ 5
T ` ˙U¸ UT UT 5 - Цन 7 T T ि T U 5 गTI -8 T5 ™¸U
UT 5`I

ि U: hindustantimes.com
–9
T ´ ि 4T ¸ T ˙ KT ` TU` द˛ ` ¸ ?` T U ˙ ` द दT ₹

¸ 7 ¸ 5T ि ˙ग Tह7 न T ऑ ह˙ ि T ह˙ ि न ˙ T U T ˙ ि (िन 18
ि ˙ 2012)

¸ 7 ¸ 5T ि ˙ग T ह 7 ` िन Tि ˙ न` नह ि W (ि िन न औ
िन ˙ ) िन
2000 ` rT TT न ` T ` Цन 7 ` Ц ` न T ि TI T 4 T
ह™` T , ि न T ˙ ˙ि U ि T ˙ ` न¸ िU T™ ि Ц Tि , न` औ
Tि7 ˙ ` T न, `
TU U ˙ग U औ T िन - नD3T T ग, िन Tि ˙ ` Tन 5T TI
िन
न` िन ि ` ि ¸ ˙ औ ˛5 ˙ ` rTि U ि TI ह न` न `
Tि , 4Tv औ न
˙¸ T57 ` T , ि 4 T , ¸ UT औ WT ि ि T ˙ ि5U 5 िU
4Tv
T ि ЦI

Цन 7 न` ` Tि Tि ि T ˙ T T िन ˙ T T न न5 ˙ 5 औ 5T:

“ `V TनT T UT 5` ि 5 `ि U FUT ` T T
िU UT 5`, T T T T नUT 5` औ ि Dि4 ` 4Tv rTि U UT 5` U:
ि 5Ц
ि U T ` ि 5 U ह ` ˙ि T न ` न¸ ` 21 rTि U ` गTI T िन
4Tv Tन
U` 5Ц, ि ि न ि ™ `7 औ 3 T न ¸ि 5 ¸िनि U न T Tि5Ц
ि िन ˙ T ?T ह `
T न ि T TЦ I“

Tन ि न T rT U ˙ ( ` 10 न ˙ 2016)

2014 , Ц ¸T औ T ि ˛, Tन ि न` Ц न 7 ` T T Tन `
ि W U` T ¸ ` U˙ 5 Tन न` औ न ˙ ¸ ग T न` ` ि Ц Ц Tि T
T
I 5 Tि T r 5` ` 5 T ˙ ` Ц 5` I ि W U` T ¸ ˙
`
T 4V ग˙r 4Tv U ` 5 ि नTग ग˙r T ˙ `7 5 औ हन ˙
` ि ि?U ¸ T ` औ नTग 5 I

Ц न 7 न` ि W ` T ¸ ' T TU T ' ` V ि U ि T 5`
औ 5 T ग¸ KT ¸ T `ि Ц ह ` औ िन ´ T U ि Ц 5 I हन ¸ T न`
T5न ˙ (15 T ि )
िU ˙ , िन T 3 ˙ ` न T, िK ˙ ि5U Tि™ T ि r T ` ¸ `
न`
िU ˙ गTनT औ T न 4Tv T¸ ` rT ˙ ` T ` T ग V UT T न` T ` T
Tि 5I
4. T गिUि िT T द˛ ` T WU ` ˙ ˙िTU T´ ₹ ₹ T -( 9 िन
TU
T ˙ T 5 T Tि T ग T5)

ि U - greenstitched.com and hindustantimes.com


–9
˙5 ¸ T नT ` ` न Uि नT न ˙7 (िन 20 T 2014)

ह ि ` ` ग T गT 15 ` 20 ˙ गT ह T T न ˙ T T r T
गTU` 5Ц
ि T न ˙ T T T Ц Tि T T गह I ` T T न` ि न T ि U T ˙ ˙ ˙` ˙
Tि U 5 5` 5 औ न 5 Ц ˙ ˙ गT ह ह T ह ˙ ` r U ि3 U T r ि न` ˙ ग ¸4 DT
T ि ˙ , rT 5` 5 I ` औ ि 5 ` T , न¸ T U ि न` r ि
ग U औ U5 ` T न िU ि Tऔ T न ग¸ KT ि TI

Цन 7 न` T िन ˙ ` ि Tि 5 ह Tह ˙ ` ि T 4
T T ह ` औ िन ´ ˙ T T न न 5 ˙ न` T ह T ह ˙ ˙ `I

न नT ` T (िन 6 ह 2014)

r T ` 5 औ ` T Tि7 ˙ ` न `ि Ц ` गT न, ˙ 4न 5 औ ह U 5
` न 3 T न` ` ` 4T ˙ औ ` T न` ` T ` T िन T fi ` िU
ि Ц नTग TT ` न T ि T ग T TI हन ˙ ` Tि ˙ T ˙ न न` r T
˙
िनT ि न¸ िU ` न¸ T U ि औ ` T िन 5न ि TI
ह ` T T,
ि ˛ ¸U औ T 7 ` ि Ц न ` 7 `7 T औ T ™ Tि ग ` T ?
TUT TU
r? ` ग 5 ` 7 `ि T औ T 4V िन औ T ¸ ` T 5 5T
TI

ह T, T ¸औ ,औ ि ˙ न ` ˙ ˙ि U T नन T T न ˙ T W˙ न ि T
गT
T T T नT

Ц न 7 न` T न` ` 5 ` 24 ` ` गT न ˙ न` T ` ि TI

ह ि Ц, ि न` , T ¸ औ िन ` ˙ ˙ि U T ¸ह ˙ ` T ` ि
T ि Tऔ
िन ´ ि T ि िन ˙ T नन T Tन˙ Tग न` ` ि Ц ि
T T न औ ¸ि
ि T ˙ 5T UT ` rT TЦI
ए U ` TिK T द T ₹ ₹ ` ि T

ि T ˙ ` ि िन ` ि Ц ह Tि T ( ` न T ) ि TT
न 5 ˙ ¸न T U
ग T ऑ Ц न : T5 ` r U T नT 5 I 5T T ि , T ™ T 5 न` `, ि
,
Tि T ( ` न T ) 60 ि न ˙ U ` ि ` T U 5` I

T 5 U ि (D 5T औ ि T) िन , 3○११ ` िन ८ ` न¸ T
ह Tि T ( ` न T ) ि ` ` T T 3 Tन ` ि ™ T
ि ि T UT ` ˙ U गU
UT: T rT गU: T 5`U¸ 5 5, ` T ि ™T ` TT ` T™ न` `
ि Ц ि ि U V ` Tि ˛ U ि ि T ™¸U T U
5` T ि ` ि ™T
V ` िU TU ` T ि ™ ™ TT ˙ि U ` ` 3 Tन िन
ि ि U `
T T r` T `गI

` 4 ˙ TЦ

Ц 7 TT T

ि ि U ि ˛ U ि ि `KT T T

ि ` ` Tि T ˙ 4 T UT 5` ि ` T™ T िU
ि3 िU ह˙ िगU गह 5 I Ц ` ि T U ि?U ` ि r
िUिनि ` rT r Tन ि T T UT 5` औ िUि T ह ` T T
T˙ ग TU 5` औ Ц ` ग` r T T U 5` I

ह ` िU 4, 2019 Цन 7 न` T U U 5˙ ` ि Ц ह- T हि ˙ग ¸
U
Iन` न न ि7 ‰न ( ` ि4 Ц˙ ) VT, 2011 ` U5U ि r Tि T
Цन 7
7 ऑन T हन T औ ` ` T™ ि T T UT 5` IЦ ि?U
ि नT T V ` ि3 U 5Ц Цन 7 ` ¸% औ न ` T ` r
ि r ग5 ` ह-
Tह ` Цन 7 T T T 7 7T UT
5`I (https://ngtonline.nic.in/efiling/mainPage.drt)

ए U ए TिK T ` िUए U¸

Цन 7 ` ि ि ` ¸ UTि ि Ц ` Tि T ि ` ¸ ` T TT
न T ि T ग T 5 , 1000
` ` ¸ ` T T ि T T UT 5` Iि ` ¸ ` T TT ि T TUT
5`, ` TT
ि `गЦ ¸ ` ` 1 िU U ` T ¸ ` 5 UT 5` ि नU ¸ 1000
` (िन 12, T 5 U T Tि ( ि T औ ि T) िन , 2011) 5` Iह-
Tहि ˙ग ` ि Ц, ¸ T r¸गUT न rT U `ि T T UT 5` औ ऑन
T हन T गह Tि T ` T ˙ V
T U 5` I
यानिका का शीघ्र निस्तारण

राष्र ीर् हररि अवधकरण अवधवनर्म २०१० एक र्ास्ट-टर ै क प्रविर्ा और छह


महीने के भीिर र्ावचका (आिेदन र्ा अपील) के वनणार् वदए जाने को
अवनिार्ा करिा है। र्ह अवधवनर्म की धारा १८ (३) में प्रदान वकर्ा गर्ा है ।

१ अगस्त २०१८ से राष्र ीर् हररि अवधकरण ने र्ावचकाकिाा को एक उत्तर के वलए


संबंवधि अवधकाररर्ो
(उत्तरदािाओ) से सपं का करने और र्ावचका को दार्र करने समर् उसी उत्तर को
र्ावचका के साथ संलग्नं
करने का वनदे श वदर्ा है, वजससे अवग्रम नोवटस वदर्ा जाना अवनिार्ा हो गर्ा
है।

िावदर्ों को त्वररि उपचार प्रदान करने के वलए, ऐसे व्यल्कक्तर्ो ं को सामान्यिः


उत्तरदािाओं से संपका कर उन्हें उत्तर दे ने के वलए कम से कम १५ वदन का समर् दे ना चावहए।
प्रावधकाररर्ों को अपना उत्तर र्ा िो संबंवधि व्यल्कक्त को (अवधमानिः ई-मेल के
माध्यम से) दे देना चावहए र्ा उत्तर को संबंवधि िेबसाइट पर जल्द से
जल्द डाल दे ना चावहए। र्वद कोई व्यल्कक्त अवधकरण के पास जािा है, िो प्राप्त
प्रविविर्ा का भी उल्लेि अवधकरण के समक्ष दार्र र्ावचका में वकर्ा
जाना चावहए।

शीघ्र िाद वनस्तारण से न के िल िादकारी लाभाल्किि होिे हैं अवपिु


र्ह संभाविि पर्ाा िरणीर् क्षवि को भी रोकने में सक्षम होिा है ।

उपिार-अिुतोष, क् षनतपूनति (मुआवजा) और पुिर् स्ािपि

T 5 U ि ि िन T T १५, ि औ न¸ १
िनि
T िU ` ि?U ˙ न¸U औ िU िU T ` ि Ц T न` T ि T
T न U 5` I
5 ि िU ™ ˙ िK ¸ न 3 T नT औ T न¸ Tन 5T `
ि ЦЦT
` r ि U 5 T U न` r न¸ िU `UT 5` I १○ Ц` T ˙ T
UT 5` 5T˙
T िU िU ` V T न ि T ग T TI

11
द˛ औ₹ T´ ₹ िU ` ि?U ˙ KT₹ औ₹ ¸ T
T T नT न नT ि , T औ न ˙ T (िन 13 27 2015)
नT Ц ¸ `, T T T ¸ िU ि िU, Ц ¸ ˙
T 5 U ि ` 4 ˙ T ` T U ि TI 5 न˙ ` T T ि T ि
ि T िनग (ि ), T5 T न`5V 7 7 ™ ( ` Цन 7 ), U` औ T ˛ िU ग` िनग ( Цन ) औ न ¸˙ ह ि ` ि ` T T ˙ ¸4 V
हT ˙` T ˙ ¸ ˙ ` 1630 T rTि U 5Ц `I
¸ ` औ ¸न T ` ि T T TT ¸% V ` ¸ ˙ ` ¸5 ` ˙ ` ?न`
`
T ˙ ि T नT गिUि ि ˙ ` ि Ц ि T ग T T T
U TI ¸ ` ¸5 U 5˙ ` न` T ˙ ि T ˙ ` 5 न` T ` िन ` ˙ि U
`I ह ` T T, ¸ ˙ न` 5T
ि r ि ` ¸न 5 , औ ` T 5T 57T न` ` T , T ` T 5T ` ˙ ग ˙ T
?`
` T न` ि न T 5 T, ि ` T , नन T हऔ T ˙ ?न`
`
ि ` न 5न Tग ि T ि न` ?न` T ` ¸ T ˙ ि ˙UT ˙ r
T ि TI

ि ` ि Ц, 5 T?T 5न` T ` T ˙ ¸ ˙ T T TЦ गЦ Tन ¸ हT T
Ц
T5 ˛ TI ि T न TЦ˙ ि U T ˙ औ ¸न Tह ` ि न T ¸ V
गह I˙U न¸ T , Цन 7 न` नT ` ` ि Tि ` ¸ ˙ ि
T ` न¸ Tन ` V
951,920,000 ` T r¸ गUT न औ `4 , T ग T िU ` ि Ц ¸न3 T नT
T गU
`V 50 T ` T r¸ गUT न I

Ц T ` नT ` ग T T - T हन ि ि 7` औ (िन 19 ह 2015)

` , िन Tि ˙ न` गTT ि Bग( ` ग T T - T हन ि ि 7` )
औ B िग
गिUि ि T rT ि T औ िन 7T न T
` T r T T नI
ह `
ग T न U7 ` T r ग¸ KT rTि U 5ह औ ˛ ि rि औ ि 5 ग¸
KT rTि U 5ह औ ˛ ि 5 गह I िन ˙ , T न िन T Tि T
˙ T ™ ˙न T `
T ` UT T, `ि न 5 न` B ग ` ि T ह T T ह न5 ˙ I

T 5 U ि न` िr ` T™ U˙` T , T ˙` ˙ 4 T
ि TI U न¸ T , ि न` B ग िन ´ ि T ि ` r औ rि `
T T ` r fi T r¸ गUT न औ 5 न , ि न औ T T T fi T T™ि िन T न
Tि 5` औ ¸ T Tन
I

50 T ` ¸ U Tि ` ` `4 ` T औ ५ T ` िन ˙ ` T T
न` `I ह ` T T, w` ` rTि U ˛ ि r ि औ ि U Tन ` ि Ц 2
T ` `
¸ ` T 5 T TI
r ` ि Ц T ˙ Tि 5:

Ц `न` न T ग T T (िन 8 ` 2015)

W 7 ¸ Ц ` ऑ ` ि7 T ह 7 ि ि 7` नT िन न ऑ ह˙ ि T
(ऑ 10
¸ T ह 2013)
अपील

अवधकरण के एक आदे श र्ा वनणार् से व्यवथि कोई भी व्यल्कक्त आदेश के संचर्न की


विवथ से 90 वदनों केभीिर उच्चिम न्यार्ालर् में अपील दार्र कर सकिा है । उच्चिम न्यार्ालर् समर्-
सीमा को माफ़ कर सकिा है बशिे वक न्यार्ालर् संिुष् हो की
अपीलकिाा के पास अपील को वनधाा ररि समर्ािवध में पेश न कर पाने का
पर्ाा प्त कारण है।

िवीितम तकिीक का उपयोग

त्वररि पर्ाा िरण न्यार् प्रदान करने के वलए प्रौद्योवगकी का उपर्ोग राष्र ीर् हररि
अवधकरण द्वारा अपनाई गई एक नई रणनीवि है । इसमें शावमल है :

 राष्र ीर् हररि अवधकरण में ई-र्ाइवलंग (जैसा वक ऊपर कहा गर्ा है)
की शरुआि पर्ाा िरण संबंधी मामलों में त्वररि कार्ािाही के
वलए की गर्ी है।
 विवशष् स्थानों और सूचना के वलए वजर्ोटैवगंग का उपर्ोग प्रामावणक
सबूि इकट्ठा करने और पर्ाा िरणीर् मुकदमेबाजी में िुच्छ
अनुप्रर्ोगों को कम करने में मदद कर सकिा है।
 िीवडर्ो-कॉन्फ्रें वसंग िकनीको ं का ििामान उपर्ोग महत्वपूणा
भौगोवलक दू ररर्ो ं के बािजूद,
िास्तविक समर् में राष्र ीर् हररि अवधकरण की पीठों को वदल्ली से जोड़िा
है।
िU ₹4 िU ि T

निपण्णी 1 - महत्वपूणि भारतीय पयािवरणीय नवधाि

1. जल (प्रदू षण निवारण त्ा नियंत्रण) अनधनियम, 1974

जल प्रदू षण के वनिारण िथा वनर्ंत्रण और जल की स्वास्थ्यप्रदिा बनाए


रिने र्ा पूिाा िस्था में लाने के वलर्े, पूिोक्त प्रर्ोजनों को
विर्ाल्किि करने की दृवष् से जल प्रदू षण वनिारण िथा वनर्ंत्रण बोडों (कें
द्रीर् और राज्य प्रदुषण वनर्ंत्रण बोडा ) की स्थापना के वलर्े, उनसे
सम्बल्किि शल्कक् तर्ााँ और कृ त्य ऐसे बोडों को प्रदत्त और समनुदेवशि करने
के वलर्े और उनसे सम्बल्किि विषर्ों के वलर्े उपबि करने के वलर्े
अवधवनर्म ।

2. वायु (प्रदू षण निवारण और नियंत्रण) अनधनियम, 1981

िार्ु प्रदू षण के वनिारण िथा वनर्ंत्रण और उपशमन के वलर्े और पूिोक्त


प्रर्ोजनों को विर्ाल्किि करने की दृवष् से बोडों बोडों (कें द्रीर् और
राज्य प्रदुषण वनर्ंत्रण बोडा ) की स्थापना के वलर्े, उनसे सम्बल्किि शल्कक्तर्ााँ और
कृ त्य ऐसे बोडों को, प्रदत्त और समनुदेवशि करने के वलर्े और उनसे
सम्बल्किि विषर्ो ं का उपबि करने के वलर्े अवधवनर्म ।

3. पयािवरण (संरक्षण) अनधनियम, 1986

पर्ाा िरण के संरक्षण और सुधार का और उनसे सम्बल्किि विषर्ो ं का


उपबि करने के वलर्े अवधवनर्म । के न्द्रीर् सरकार को ऐसे सभी उपार् करने
की शल्कक्त होगी जो िह पर्ाा िरण के संरक्षण और उसकी गुणित्ता में सुधार
करने के वलर्े आिश्यक समझे । िदनुसार, वनम्ांवकि विषर्ों पर वनर्म
बनार्े गए हैं :

• िटीर् विवनर्मन क् षेत्र


• पाररल्कस्थविकी वचह्न र्ोजना/इको माका स्कीम
• पर्ाा िरण के प्रवि संिेदनशील क् षेत्र
• पर्ाा िरणीर् मंजूरी
• पर्ाा िरण मानक
• ििरनाक अपवशष् प्रबं धन
• पाररल्कस्थविकी का नु कसान
• ध्ववन प्रदू षण
4. वन्य जीव संरक्षण अनधनियम, 1972

िन्य प्रावणर्ो, पवक्षर्ो ं और पादपों के सरक्षणं के वलर्े िथा


उनसे सम्बल्किि र्ा प्रासवगकं र्ा आनुषंवगक
विषर्ों का
उपबि करने के वलर्े अवधवनर्म । अवधवनर्म का उद्दे श्य इस देश के िन्य जीिन
की प्रभािी रूप से रक् षा करना और िन्यजीिों और इसके व्युत्पादन में
अिैध वशकार, िस्करी और अिैध व्यापार को वनर्ंवत्रि करना है ।

5. वि संरक्षण

 वि (संरक्षण) अनधनियम, 1980


िनों के संरक्षण का िथा उससे सम्बल्किि अथिा उससेआनुषंवगक
र्ा प्रासंवगक विषर्ो ं काउपबि करने के वलर्े अवधवनर्म । र्ह कें द्र सरकार
की पूिा स्वीकृ वि के वबना िनों के अनारक् षण र्ा िन भूवम के गैर-िन
प्रर्ोजनों के उपर्ोग को प्रविबं वधि और वनर्ंवत्रि करिा है ।

 अिुसूनित जिजानत और अन्य परं परागत वि निवासी (वि


अनधकारों की मान्यता) अनधनियम, 2006
िन में वनिास करने िाली ऐसी अनुसूवचि जनजाविर्ों और अन्य परं
परागि िन वनिावसर्ों के , जो ऐसे िनों में पीवढर्ो ं से वनिास कर
रहे हैं, वकन्तु उनके अवधकारों को अवभवलल्किि नही ं वकर्ा जा सका है,
िन अवधकारों और
िन भूवम में अवधभोग को मान्यिा देने और वनवहि करने; िन भूवम
में इस प्रकार वनवहि िन अवधकारों को अवभवलल्किि करने के वलए सरं
चना का और िन भूवम के सम्बि में अवधकारों को ऐसी मान्यिा
देने और वनवहि करने के वलए अपे वक्षि साक्ष्य की प्रकृ वि का उपबं ध करने के वलए अवधवनर्म ।

 भारतीय वि अनधनियम, 1927


भारिीर् िन अवधवनर्म, 1927 - िनो, िन उपज के अवभिहन और इमारिी लकड़ी और अन्य िन
उपज पर दे र् शुि से सम्बद्ध विवध के समेकन के वलए अवधवनर्वमि वकर्ा गर्ा
। अवधवनर्म में िनों से संबंवधि कानून, िन उपज के अवभिहनऔर
इमारिी लकड़ी और अन्य िन उपज पर लगाए जाने िाले शुि
को शावमल करने का प्रर्ास वकर्ा गर्ा है ।

6. जैवनवनवधता अनधनियम, 2002

जैिविविधिा के संरक्षण, इसके ज्ञान के उपर्ोग से उद्


अिर्िों के सिि उपर्ोग और जैि भूि र्ार्दो
संसाधनो,
से उवचि और साम्यापूणा वहस्सा बाँटाने और उससे सम्बल्किि र्ा उसके
आनुषंवगक विषर्ो ं का उपबि करने के वलर्े अवधवनर्म। जबवक भारि
जैिविविधिा और उससे सम्बल्किि सहबद्ध पारम्पररक और समसामवर्क ज्ञान पद्धवि में
समृद्ध है।
निप्पणी २- भारत का राष्ट्र ीय मािवानधकार आयोग

U: https://nhrc.nic.in

Tन Tि T ` T , 4U˙ UT, TनUT औ Dि4 ग T ` ˙ि U Ц ` ि T


िr `U 5
˙ि T न T T wTr U ि ` गЦ 5 T ˙U T ˙ि T ˙ ि ि औ rT
U TT ˙ TT
Uन 5` I

rT U ` T T न Tि T ग 3TनT ˙ ` Ц ि िन , T न Tि
T ˙
ि िन १९९ 3 T T Tन Tि T ˙ ` ˙ औ ˙ न `ि Ц गह I
ग ` T fi
ि िन T T १3 ि U ि T ग T 5` औ ह ` T T Tन Tि
T ˙ ` W˙ न T ह U 5 ` W˙ न T T T5 ि TU˙ T˙
Tि 5` I ग Tन
ि T ˙ ` ˙ ि U ˙ि ˙ औ ˙U T ि U˙ Tr न UT 5` औ
T
न ` rT TT न ` ि Ц ि T UT 5` I ग न UT ` Tन
ि T ˙ ` िU
T ग V UT ` T न` ` ि Ц ि ` T 5` औ Tन Tि T T UT ` ` न `
T ™
ि U¸ ˙U T ™ r r ि5U T ˙ ` T ˙ TTि5U UT 5` I
निप्पणी 3- सूििा का अनधकार अनधनियम, 2005

स्रोि: https://rti.gov.in/

नागररकों को सूचना उपलब् ध कराना

नT T ि T ि िन 2005 T नT ` ि Ц नTग ˙ ` न¸ ˙ िU
K `न`
T ि ` `UT 5` I र्ह कावमा क एिं प्रवशक्षण विभाग, कावमा क, लोक वशकार्ि और
पेंशन मंत्रालर् द्वारा की
गई एक पहल है, जो नागररकों को प्रथम अपीलीर् प्रावधकाररर्ो, पीआईओ आवद के
वििरणों की त्वररि िोज
के वलए नागररकों को आरटीआई पोटा ल गेटिे प्रदान करिा है,
इसके अविररक्त भारि सरकार और राज्य सरकारों के िहि विवभन्न
सािाजवनक प्रावधकरणों द्वारा िेब पर प्रकावशि आरटीआई से संबंवधि
जानकारी /
िुलासे िक पहुंच बनािा है ।

सूचना का अवधकार अवधवनर्म का उद्दे श्य

सूचना का अवधकार कानून का मूल उद्दे श्य नागररकों को सशक् त बनाना, सरकार
के काम में पारदवशािा और जिाबदेही को बढािा देना, भ्रष्ाचार पर
अंकु श करना है और हमारे लोकिंत्र को लोगों के वलए साथा क िरीके से
काम में लाना है। एक सुचना से र्ुक्त नागररक, शासन के वलििों पर
आिश्यक सिका िा रिने के वलए बेहिर सु सल्किि होिा है और सरकार को
शावसिों के प्रवि अवधक जिाबदे ह बनािा है । अवधवनर्म नागररकों को सरकार की गविविवधर्ों के बारे में सूवचि
रिने की वदशा में एक बड़ा कदम है ।
r´ ए ˙ ग` ठ ` िUए

ि UT

ग UT˙ ि Цन िग , Цन T न 7 ि™ हन ह˙ ि T: न` न न ि7 ‰न -
(V7 ` ` -
` न, Цन T न 7 Ц˙ ™`न`ि ि 7 ` 7™ , 2017).

ि UT 4T

ग UT˙ ि Цन िग , Цन T 7 नि 4 हन ह˙ ि T हन Цन T न 7 7 नि 4:
न 7 ™ ™
ह ` 4 ऑन ग ि™ ? Tि U - ` `न 5न `, ( 7 न 2019) ˛ 125-143

ग UT˙ ि Цन िग , Цन T न 7 ™ ˛ Ц˙ T ह7 7 T ह हन ह˙ ि T: ` ग¸
`7 Ợ` Ц˙
¸ि Ц˙ 7 T ह हन ™ ˛ हन Цन T न 7 T ह7˛ , Tि U- ™ ` न 7 न ,
ि न T5 ` 7न,
नT T, `न ` ह UT औ ` ह ( ..........2019) ˛ 222-246

ग UT˙ ि Цन िग , Ц ` 7 Цन T न 7 ि™ हन ह˙ ि T: हन ` न Ц˙
हन ` ¸ Цन T न 7 T ह7˛ : ि ˙ ि Ц हन Ц˙ ` ि4 , Tि U -
` T औ `ग T `न T
(ह˙ 7` ि7 T 2018) ˛ 209-228

ग UT˙ ि Цन िग , 5˛ न T ह7˛ Ц˙ Цन T न 7 7`4 न हन ह˙ ि T: Ц ¸ि


नT Æ ि ह˙ 7 ` ™ ि ि7 ग` न 7 न` न न ि7 ‰ न , हन 7, ,
T ह7˛ Ц˙ Ц4न हन Цन Ц ऑफ़ Цन T न 7 T हि , Tि U- Ц. `Ц Ц˙ ह.
T˙ 7 (Ц Ц 2015) ˛ 123-154.

U`

ग UT˙ ि Цन िग , न` न न ि7 ‰ न , ह˙ ि T: ह ि ˙ग Ц ¸? 7
Tह ऑफ़ Ц 4` T ह , Цन T न 7 Tि Ц˙ (2019) 49 (2-3) ˛ 153-
162.

ग UT˙ ि Цन िग , `ि ˙ ग T ™ ग ि ि न न` न न ि7 ‰न ऑफ़
ह˙ ि T: T ह Ц˙
? Цि न न ऑफ़ Ц˙ Tह 7 (28 ग™ 2018)
(https://doi.org/10.1017/als.2018.28 ) ि िन ि 7 `
ग UT˙ ि Цन िग , न` न न ि7 ‰न ऑफ़ ह˙ ि T: ि ि न- `ि ˙ ग,
Tह˙ ि7ि Ц 7T Ц˙
न 7´िन 7 , न ऑफ़ Цन T न 7 Ц˙ `न` 7 (4` Цि न) (2017) 29(2-3), ˛
82-88
ग UT˙ ि Цन िग , Цन T न 7 ि™ हन ह˙ ि T: न` न न ि7 ‰
न Ц˙ Ц 7 , 7 T˙ न` न Цन T न 7 न (2016) 5(1), ˛ 175-205

ग UT˙ ि Цन िग , ि™ ऑफ़ ¸ 7 ऑफ़ ह˙ ि T: Ц `
7, ि ( ¸ T ह 2016), ˛ 392-401

ग UT˙ ि Цन िग , न` न न ि7 ‰न ऑफ़ ह˙ ि T: Ц ™`न`
ि ˙ ि T ऑफ़ ह˙ 7 न` न Цन T न 7 , Цन T न 7 D¸ (2014) 16(3), ˛
183-202

ग UT˙ ि Цन िग , Ц ` 7 Цन T न 7 ि™ हन ह˙ ि T ि 4`
` 7 न` न न
ि7 ‰न : Ц ™` हन T ह7 T ` 4 न ह Ц ह˙ 7 न` न न ऑफ़ ™`न`
` 7 (2013) 06: 04 25-36 ह Ц Ц Ц न 1923-6654 (print) ह Ц Ц Ц न 1923-6662 (ऑन
T हन)

ग UT˙ ि Цन िग , 5˛ न T ह7˛ Ц˙ Цन T न 7 हन ह˙ ि T: Ц ` ि
ह˙ 7 ` ™ ि ि7 ग` न,
Цन T न 7 D¸ (2012)14, ˛ 200-218

ग UT˙ ि Цन िग , Ц न ि7 ‰न ह˙ ि T, न ऑफ़ Цन T न 7 (2010)
22(3)
461-474
T´ ₹ ि
502, T Ц ` ,rT ह T T नग ,
U` ˛,
5 T T 380059,
ग¸ TU, rT U
: +91-79-26851321
ई- ` U: paryavaranmitra@yahoo.com

You might also like