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मुखपृ

सा ह यकार क वेबप का

वष: 4, अंक 70, अ टू बर( थम), 2019

अरमान दल के

वकास पाठ

हसरत ब त थी द ल ल गा ने क
ह म ने उ न को द ल म ब सा क र दे ख ल या
वा ह श ज गी चा ह त ब ढ़
उ स चा ह त क आ ग म
खु द को ज ला क र दे ख ल या ।
न द ग ई चै न ग या
लु ट ग या सा रा अ र मा न
वा ह श द बी क द बी र ह ग
पू रा न आ ए क भी अ र मा न
या र मो ह ब त म त क र ना इ स ज मा ने क ,
ह सी ना से ,
इ न के ब द ल ते ह ह र प ल ते व र
औ र ढ ल ते ह अ ल ग - अ ल ग रं ग म
ह म ने स भी रं ग म
खु द को रं ग क र दे ख ल या ।
ये तु ह रं ग ले गी अ प नी रं ग म
न ह ब चे गा कु छ भी उ न के स वा ,
ऐ से ये तु ह ब खे र दे गी
इ न को क द र न ह चा ह त क ,
ह म ने इ न को चा ह क र भी दे ख ल या ।
या रो ब च क र र ह ना
इ न क का त ल मु कु रा ह ट से
य ही अ दा हो ती है इ न क तु ह फं सा ने क ।
ह स र ते अ ब ना र ही द ल ल गा ने क
ह म ने या र क क ती म
खु द को डु बो क र दे ख ल या ।
कृपया रचनाकार को मेल भेज कर अपने वचार से अवगत कराय

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