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PLI Scheme For Large Scale Electronics Manufacturing - 01 Apr 2020
PLI Scheme For Large Scale Electronics Manufacturing - 01 Apr 2020
-33004/99
सी.जी.-डी.एल.-अ.-01042020-218990
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CG-DL-E-01042020-218990
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असाधारण
EXTRAORDINARY
भाग I—खण्ड 1
PART I—Section 1
प्राजधकार से प्रकाजित
PUBLISHED BY AUTHORITY
जिषय: बडे पैमािे पर इलेक्ट्रॉजिकी जिजिमााण के जलए उत्पािि संबद्ध प्रोत्साहि योििा (पीएलआई)
1. पृष्ठभूजम
1.2 िैजिक इलेक्ट्रॉजिकी जिजिमााण में भारत की जहस्ट्सेिारी िषा 2012 में लगभग 1.3% से बढकर िषा
2018 में 3.0% हो गई है । इलेक्ट्रॉजिक हाडािेयर का घरे लू उत्पािि िषा 2014-15 में ₹1,90,366
करोड (29 जबजलयि अमरीकी डालर) से बढकर िषा 2018-19 में ₹4,58,00,000 करोड (70
जबजलयि अमरीकी डालर) हो गया है । घरे लू इलेक्ट्रॉजिकी हाडािेयर के जलए मांग में तेिी से िृजद्ध
अर्ाात िषा 2025 तक लगभग 400 अरब अमरीकी डालर (लगभग ₹26, 00,000 करोड) होिे की
उम्मीि के सार् भारत इलेक्ट्रॉजिकी के मि में आयात के कारण तेिी से बढ रहे जििेिी मुद्रा बजहगामि
को िहि िहीं कर सकता है।
1.3 अन्य योििाओं के तहत इलेक्ट्रॉजिकी जिजिमााण के जलए अपेजक्षत सीजमत राहत के बाििूि, अन्य बडी
जिजिमााण अर्ाव्यिस्ट्र्ाओं की तुलिा में जिजिमााण क्षेत्र की इि कजमयों को िूर करिे के जलए एक
मेकेजिज्म की िुररत है।
1.4 उभरते हुए अिसरों के सार् समाि स्ट्तर: इलेक्ट्रॉजिकी हाडािेयर जिजिमााण क्षेत्र को प्रजतस्ट्पधाा करिे िाले
िेिों के सार् असमाि स्ट्तर की कमी का सामिा करिा पडता है। उद्योग (आईसीईए और एलीजसिा) के
अिुमाि के अिुसार इलेक्ट्रॉजिकी जिजिमााण क्षेत्र पयााप्त अिसंरचिा, घरे लू आपूर्ता श्ृख
ं ला और
रसि; जित्त की उच्च लागत; गुणित्तायुक्ट्त जिद्युत की अपयााप्त उपलब्धता; सीजमत जडिाइि क्षमताओं की
कमी और उद्योगों के द्वारा अिुसंधाि और जिकास पर कम ध्याि कें दद्रत करिे के कारण लगभग 8.5% से
11% की कमी से िूझ रहा है ।
1.5 इलेक्ट्रॉजिकी पर राष्ट्रीय िीजत (एिपीई 2019) : एिपीई 2019 का लक्ष्य जचपसेट सजहत मुख्य संघटकों
को जिकजसत करिे और जिि स्ट्तर पर प्रजतस्ट्पधाा करिे के जलए उद्योगों के जलए सक्षम िातािरण बिािे
हेतु िेि में क्षमताओं को प्रोत्साजहत और संचाजलत करके भारत को इलेक्ट्रॉजिकी जसस्ट्टम जडिाइि एंड
जिजिमााण (ईएसडीएम) के जलए िैजिक हब के प प में स्ट्र्ाजपत करिा है।
2. उद्देश्य : बडे पैमािे पर इलेक्ट्रॉजिकी जिजिमााण के जलए उत्पािि संबद्ध प्रोत्साहि योििा (पीएलआई) घरे लू
जिजिमााण को बढािा िेिे और इलेक्ट्रॉजिक उपकरणों और अधाचालक पैकेजिंग सजहत इलेक्ट्रॉजिकी मू्य
श्ृंखला में बडे जििेि को आकर्षात करिे के जलए एक जित्तीय प्रोत्साहि का प्रस्ट्ताि करती है।
3. प्रोत्साहि की मात्रा : इस योििा के अंतगात पात्र कं पजियों को यर्ा पररभाजषत आधार िषा के बाि पांच (5)
िषा की अिजध के जलए पैरा 7 में यर्ापररभाजषत भारत में जिजिर्मात और लजक्षत खंडों में िाजमल िस्ट्तुओं की
उत्तरोत्तर बढती जब्ी (आधार िषा पर) पर 4% से 6% तक का प्रोत्साहि दिया िाएगा।
4. लजक्षत खंड : यह योििा के िल लक्ष्य खंडों यािी मोबाइल फोि और जिजिर्िाष्ट इलेक्ट्रॉजिक संघटकों के जलए
लागू होगी (िैसा दक अिुबध
ं -ख में जिस्ट्तार से दिया गया है) ।
5. पात्रता : योििा के तहत सहायता के िल भारत में लजक्षत खंडों के जिमााण में लगी कं पजियों को ही प्रिाि की
िाएगी। इसमें एफडीआई िीजत पररपत्र 2017 में यर्ापररभाजषत अिुबंजधत जिजिमााता िाजमल होंगे ।
5.2 पात्रता बढे हुए जििेि और जिर्मात िस्ट्तुओं की िृजद्धिील जब्ी (िैसा दक व्यापार के सामाि से अलग है)
की सीमा के अधीि होगी। एक आिेिक को प्रोत्साहि के संजितरण के जलए पात्र होिे के जलए सभी सीमा
ितों को पूरा करिा अजििाया होगा। अहाता सीमा माििंड अिुबध
ं -क में जिस्ट्तार से दिए गए
हैं ।
[भाग I—खण्ड 1] भारत का रािपत्र : असाधारण 3
5.3 उत्पािि संबद्ध प्रोत्साहि योििा के तहत पात्रता दकसी अन्य योििा के तहत पात्रता और जिलोमत: को
प्रभाजित िहीं करे गी।
6. योििा का कायाकाल: योििा के तहत सहायता आधार िषा के बाि पांच (5) िषा की अिजध के जलए प्रिाि
की िाएगी िैसा दक पैरा 7 में पररभाजषत दकया गया है ।
6.1 यह योििा आिेिि प्राप्त करिे के जलए िुप में 4 महीिे की अिजध के जलए खुली रहेगी, जिसे बढाया िा
सकता है ।
6.2 उद्योग से प्रजतद्या के आधार पर योििा को दकसी भी समय आिेिि के जलए दफर से खोला िा सकता
है ।
6.2.1 आरं जभक आिेिि की अिजध के बाि प्राप्त आिेििों के जलए आिेिक के िल योििा के िेष कायाकाल के
जलए प्रोत्साहि हेतु पात्र होंगे।
7. आधार िषा: उत्तरोत्तर जििेि की गणिा और जिर्मात माल (व्यापार के सामाि से अलग) की उत्तरोत्तर
जब्ी के जलए जित्तीय िषा 2019-20 को आधार िषा के प प में मािा िाएगा ।
8. प्रोत्साहि पररव्यय
8.1 कु ल प्रोत्साहि: योििा के तहत अपेजक्षत िार्षाक प्रोत्साहि पररव्यय और संचयी प्रोत्साहि पररव्यय इस
प्रकार है:
8.2 प्रजत कं पिी प्रोत्साहि: अजधकार प्राप्त सजमजत द्वारा तय की गई सीजलंग के आधार पर आधार िषा से प्रजत
कं पिी प्रोत्साहि जिजिर्मात माल (रेडेड माल से अलग) की उत्तरोत्तर जब्ी पर लागू होगा ।
9. संगणिा का आधार
9.1 जिभागों और मंत्रालयों/एिेंजसयों और सांजिजधक लेखापरीक्षक के संलग्ि प्रमाणपत्रों के सार् प्रस्ट्तुत दकए
गए जििरणों के आधार पर उत्तरोत्तर जििेि और जिर्मात िस्ट्तुओं की जब्ी का आकलि दकया
िाएगा।
9.2 संबंजधत जिभागों/मंत्रालयों के परामिा से एमईआईटीिाई द्वारा कायाात्मक दििाजििेि िारी दकए
िाएंगे।
4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1]
10.1 योििा के तहत आिेिि भारत में पंिीकृ त दकसी भी कं पिी द्वारा दकया िा सकता है।
10.2 सभी पहलुओं में पूणा एक प्रारं जभक आिेिि जियत तारीख से पहले िमा करिा होगा। आिेिि की
प्रारं जभक िांच के बाि पािती िारी की िाएगी। पिाती को पीएलआई योििा के तहत अिुमोिि के
प प में िहीं जलया िाएगा।
10.3 पात्र आिेििों का जिरं तर आधार पर मू्यांकि दकया िाएगा और अिुमोिि के जलए जिचार दकया
िाएगा ।
10.4 ऐसे पात्र आिेिकों को प्रोत्साहि िारी दकया िाएगा, िो आिश्यक थ्रेसहो्ड को पूरा कर रहे हैं और
जििके संजितरण िािे सही पाए िाते हैं।
11.2 इस तरह की िोडल एिेंसी एक पररयोििा प्रबंधि एिेंसी (पीएमए) के प प में काया करे गी और समय-
समय पर एमईआईटीिाई द्वारा सौंपे गए सजचिीय, प्रबंधकीय और कायाान्ियि संबंधी कायों के जलए
सहायता प्रिाि करिे और अन्य जिम्मेिाररयों को पूरा करिे के जलए जिम्मेिार होगी । पीएमए के
जिस्ट्तृत गठि, कामकाि और जिम्मेिाररयों के बारे में जिस्ट्तृत िािकारी योििा संबंधी दििाजििेिों में
िी िाएगी।
11.3 पीएलआई योििा के कायाान्ियि से संबंजधत गजतजिजधयों को संचाजलत करिे के जलए पीएमए अन्य
बातों के सार् सार् जिम्िजलजखत के जलए जिम्मेिार होगी:
11.3.3 योििा की प्रगजत और प्रििाि के संबंध में आंकडों का संकलि जिसमें स्ट्कीम के तहत कं पजियों
के जलए जिर्मात सामािों की िृजद्ध और जििेि की जब्ी िाजमल है।
12.1 सी ई ओ, िीजत आयोग, सजचि, आर्र्ाक काया मंत्रालय, सजचि व्यय जिभाग, सजचि, एमईआईटीिाई,
सजचि रािस्ट्ि जिभाग, सजचि डीपीआईआईटी और डीिीएफटी को िाजमल करते हुए एक अजधकार
प्राप्त सजमजत (ईसी) गरठत की िाएगी।
12.2 अजधकार प्राप्त सजमजत (ईसी) अिुमोिि के जलए योििा के तहत पररयोििा प्रबंधि एिेंसी द्वारा पात्र
पाए आिेििों पर जिचार करे गी।
[भाग I—खण्ड 1] भारत का रािपत्र : असाधारण 5
12.3 अजधकार प्राप्त सजमजत (ईसी) जिधााररत प्रद्या के अिुसार संजितरण के जलए पररयोििा प्रबंधि एिेंसी
द्वारा िांच और जसफाररि दकए गए िािों पर जिचार करे गी।
12.4 अजधकार प्राप्त सजमजत (ईसी) योििा के तहत पात्र कं पजियों की उिके जििेि, रोिगार सृिि, उत्पािि
और मू्यिधाि के संबंध में समय-समय पर समीक्षा करे गी।
12.5 योििा के कायाकाल के िौराि अजधकार प्राप्त सजमजत (ईसी) द्वारा प्रोत्साहि की िरों, सीमाओं, लजक्षत
खंडों और पात्रता माििंड को संिोजधत दकया िा सकता है।
12.6 योििा दििाजििेिों में कोई संिोधि करिे के जलए अजधकार प्राप्त सजमजत (ईसी) को भी अजधकृ त दकया
िाएगा।
12.7 योििा के दििाजििेिों में अजधकार प्राप्त सजमजत (ईसी) के जिस्ट्तृत गठि, कायाप्रणाली और जिम्मेिाररयों
को जिस्ट्तार से बताया िाएगा।
सौरभ गौड, संयुक्त सजचि
अिुबध
ं -क
पात्रता थ्रेसहो्ड माििंड
खंड प्रस्ट्ताजित आधार िषा से उत्तरोत्तर आधार िषा से जिजिर्मात
प्रोत्साहि िर जििेि िस्ट्तुओं की उत्तरोत्तर जब्ी
मोबाइल फोि
िषा 1: 6% ₹1,000 करोड 4 िषा से िषा 1: ₹4,000 करोड
िषा 2: 6% िषा 2: ₹8,000 करोड
(चालाि का मू्य अजधक
िषा 3: 5% संचयी न्यूितम (करोड): िषा 3: ₹15,000 करोड
₹15,000 और
अजधक)* िषा 4: 5% िषा 1: 250 िषा 4: ₹20,000 करोड
िषा 5: 4% िषा 2: 500 िषा 5: ₹25,000 करोड
िषा 3: 750
िषा 4: 1,000
मोबाइल फोि
₹200 करोड 4 िषा से िषा 1: ₹500 करोड
*पात्रता के जलए, चालाि मू्य पर ध्याि दिए जबिा, जिर्मात िस्ट्तुओं की सभी उत्तरोत्तर जब्ी (लजक्षत खंडों के तहत
िाजमल) पर जिचार दकया िाएगा।
**घरे लू कं पजियों को ऐसी कं पजियों के प प में पररभाजषत दकया िाएगा िो िषा 2017 के एफडीआई के िीजतगत
पररपत्र में पररभाजषत भारतीय िागररकों के स्ट्िाजमत्ि में हैं। दकसी भी कं पिी को जििासी भारतीय िागररकों के
'स्ट्िाजमत्ि' िाली कं पिी के प प में तब मािा िाता है िब इसमें 50% से अजधक पूंिी दकसी जििासी भारतीय
िागररकों और/या भारतीय कं पजियों के पास होती है, िो अंततः दकसी जििासी भारतीय िागररकों के स्ट्िाजमत्ि और
जियंत्रण में होती हैं।
अिुबध
ं -ख
पीएलआई योििा के तहत पात्र इलेक्ट्रॉजिक उपकरणों की सूची
्.सं. माल (िस्ट्तु ओं ) का जििरण
1. एसएमटी संघ टक
2. रां जिस्ट्टर, डायोड, र्ाइररस्ट्टर आदि सजहत जडस्ट््ीट अधा चालक उपकरण ।
3. इले क्ट्रॉजिक अिुप्र योगों के जलए प्रजतरोधक, कै पे जसटर आदि सजहत जिजर्य सं घटक ।
4. मुदद्रत सर्का ट बोडा (पीसीबी), पीसीबी ले जमिे ट, प्रीप्रेि, फोटोपोजलमार दफ्में, पीसीबी मुद्रण
स्ट्याही ।
5. इले क्ट्रॉजिक अिु प्र योगों के जलए सें सर, रां स ड्यू सर, एक्ट्चु ए टर, द्स्ट्टल ।
2. Objective: The Production Linked Incentive Scheme (PLI) for Large Scale Electronics Manufacturing
proposes a financial incentive to boost domestic manufacturing and attract large investments in the
electronics value chain including electronic components and semiconductor packaging.
3. Quantum of Incentive: The Scheme shall extend an incentive of 4% to 6% on incremental sales (over
base year) of goods manufactured in India and covered under target segments, to eligible
companies, for a period of five (5) years subsequent to the base year as defined in Para 7.
4. Target Segments: The Scheme shall only be applicable for target segments namely mobile phones
and specified electronic components (as detailed in Annexure B).
5. Eligibility: Support under the Scheme shall be provided only to companies engaged in manufacturing
of target segments in India. This shall include contract manufacturers as defined in the FDI Policy
Circular of 2017.
5.1. Each application shall be limited to one (1) of the target segments.
8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1]
5.2. Eligibility shall be subject to thresholds of incremental investment and incremental sales of
manufactured goods (as distinct from traded goods). An applicant must meet all the threshold
conditions to be eligible for disbursement of incentive. Eligibility threshold criteria are detailed in
Annexure A.
5.3. Eligibility under Production Linked Incentive scheme shall not affect eligibility under any other
Scheme and vice-versa.
6. Tenure of the Scheme: Support under the Scheme shall be provided for a period of five (5) years
subsequent to the base year as defined in Para 7.
6.1. The Scheme shall be open for applications for a period of 4 months initially which may be
extended.
6.2. The Scheme may also be reopened for applications anytime during its tenure based on response
from the industry.
6.3. For applications received post the initial application period, applicants shall only be eligible for
incentives for the remainder of the Scheme’s tenure.
7. Base Year: Financial Year 2019-20 shall be treated as the base year for computation of incremental
investment and incremental sales of manufactured goods (as distinct from traded goods).
8. Incentive Outlay
8.1 Total Incentive: The expected annual incentive outlay and cumulative incentive outlay under the
Scheme is as follows:
INR Crore
Year 1 5,334
Year 2 8,064
Year 3 8,425
Year 4 11,488
Year 5 7,640
Total 40,951
8.2. Incentive Per Company: The incentive per company will be applicable on incremental sales of
manufactured goods (as distinct from traded goods) over base year subject to ceilings as decided by
the Empowered Committee.
9. Basis of Computation
9.1. Assessment of incremental investment and sales of manufactured goods shall be based on details
furnished to the Departments / Ministries / Agencies and Statutory Auditor certificates.
9.2. Functional Guidelines will be issued by MeitY in consultation with concerned Departments /
Ministries.
10.3. Eligible applications will be appraised on an ongoing basis and considered for approval.
10.4. Incentive shall be released to eligible applicants, meeting the required thresholds and whose
disbursement claims are found to be in order.
10.5. Incentives under the Scheme will be applicable from 01.08.2020.
ANNEXURE A
Incremental
Proposed Incentive Incremental Sales of Manufactured
Segment Investment over Base
Rate Goods over Base Year
Year
INR 200 Crore over 4 Year 1: INR 500 Crore
Years
Year 2: INR 1,000 Crore
Mobile Phones
Cumulative Minimum Year 3: INR 2,000 Crore
(Domestic (Crore):
Year 4: INR 3,500 Crore
Companies) ** Year 1: 50
Year 2: 100 Year 5: INR 5,000 Crore
Year 3: 150
Year 4: 200
INR 100 Crore over 4 Year 1: INR 100 Crore
Specified Years
Year 2: INR 200 Crore
Electronic
Components Cumulative Minimum Year 3: INR 300 Crore
(detailed in (Crore):
Year 4: INR 450 Crore
Annexure B) Year 1: 25
Year 2: 50 Year 5: INR 600 Crore
Year 3: 75
Year 4: 100
*For eligibility all Incremental Sales of Manufactured Goods (covered under target segments)
irrespective of Invoice Value shall be considered.
**Domestic Companies shall be defined as those which are owned by resident Indian citizens as defined in
the FDI Policy Circular of 2017. A company is considered as ‘Owned’ by resident Indian citizens if more than
50% of the capital in it is beneficially owned by resident Indian citizens and/or Indian companies, which are
ultimately owned and controlled by resident Indian citizens.
ANNEXURE B
Uploaded by Dte. of Printing at Government of India Press, Ring Road, Mayapuri, New Delhi-110064
and Published by the Controller of Publications, Delhi-110054. ALOK KUMAR Digitally signed by ALOK KUMAR
Date: 2020.04.01 18:15:11 +05'30'