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Nasnalism in India
Nasnalism in India
in 30 Sept, 2021
र्गत ससहं पर मक
ु दमा और फााँसी
• भगत सिंह के सिए 23 मरर्च 1931 को ररजगरुु और िख ु देव के िरथ िरहौर िेंट्रि
जेि में फराँिी दी गयी थी.
• भगत सिंह और बी.के . दत्त ने ‘िेंट्रि अिेंबिी’ में एक ‘जोसखम-रसहत’ बम फे कर
थर.
• 8 अप्रैि, 1929 को सदल्िी में िेंट्रि अिेंबिी िे भगत सिंह को सगरफ्तरर सकयर
गयर थर, इिके पश्चरत् जेि में सबतरयर गयर िमय, उनके जीवन कर िवरचसिक
महत्त्वपर्ू च भरग है.
• इन िोगों पर पहिर मक ु द्दमर ‘सदल्िी बम’ मरमिे में र्िरयर गयर, सजिमें दोनों को
दोषी ठहररयर गयर और मृत्यदु डं की िजर िनु रई गई.
• भगत सिहं पर िॉन्डिच की हत्यर िे जडु े िरहौर षड्यत्रं मरमिे में भी मक
ु दमर र्िरयर
गयर थर.
• वह जेि में कै सदयों को ररजनीसतक बंदी कर दजे देने की मराँग को िेकर हुई भख ू
हडतरि में भी शरसमि थे.
र्गत ससंह
नरथ िरन्यरि (अध्यक्ष), ररम प्रिरद सबसस्मि, जोगेश र्द्रं र्िजी तथर र्द्रं शेखर
आिरद थे. िरि 1928 में र्ंद्रशेखर आिरद के नेतत्त्ृ व में सदल्िी के सफरोजशरह
कोििर मैदरन में ‘सहंदुस्तान ररपसलिकन एसोससएशन’ कर नरम बदिकर
‘सहदं ु स्तान सोशसिस्ट ररपसलिकन एसोससएशन’ (Hindustan Socialist
Republican Association- HSRA) कर सदयर गयर सजिकर उद्देश्य भररत में
एक िमरजवरदी, गर्तंत्रवरदी ररज्य की स्थरपनर करनर थर.
अर्किर ब्िैक मनी वरिे िोग परिी को र्दं र सदयर करते थे. अब यह िभं व नहीं होगर
र्कयोंसक अब कै श में िेन-देन न होकर बॉन्ड ख़रीदे जरयेंगे. परिी को बॉन्ड देने वरिों की
पहर्रन बैंक के परि होगी. अर्किर बोगि परसिचयराँ पैिों कर जगु रड करके र्नु रव िडती हैं.
इि पर अब रोक िग िके गी र्कयोंसक उन्हें परिी फण्ड के रूप में बॉन्ड तभी सदए जर िकें गे
जब उनको सपछिे र्नु रव में कम-िे-कम 1% वोि समिे हों.
आकच सिक पररषद के सवदेश मसं त्रयों की होने वरिी बैठक की पवू च िध्ं यर पर, अमेररकर ने
आकच सिक क्षेत्र में हो रही िैन्य गसतसवसियों में बढ़ोत्तरी के बररे में सर्तं र व्यक्त की है.
• िदन में मतदरन के िमय अपने ररजनीसतक नेतत्ृ व के सनदेशों की अनज्ञु र की है.
इिकर तरत्पयच यह है सक यसद कोई िदस्य सकिी भी मद्दु े पर परिी के सव्हप के सवरुद्ध
(अथरचत् सनदेश के सवरुद्ध मतदरन करतर है यर मतदरन िे सवरत रहतर है) करयच करतर
है तो वह िदन की अपनी िदस्यतर खो िकतर है.
5. यह असिसनयम िंिद और ररज्य सविरनमंडिों दोनों पर िरगू होतर है.
इस असिसनयम के तहत अपवाद
िदस्य सनमनसिसखत कुछ पररसस्थसतयों में सनयोग्यतर के जोसखम के सबनर दि पररवतचन कर
िकते हैं.
• यह असिसनयम एक ररजनीसतक दि को अन्य दि में सविय की अनमु सत देतर है,
यसद मि ू ररजनीसतक दि के दो-सतहरई िदस्य इि सविय कर िमथचन करते हैं.
• यसद सकिी व्यसक्त को िोक िभर कर अध्यक्ष यर उपरध्यक्ष अथवर ररज्य िभर कर
उपिभरपसत यर सकिी ररज्य की सविरन िभर कर अध्यक्ष यर उपरध्यक्ष अथवर सकिी
ररज्य की सविरन पररषद् कर िभरपसत यर उपिभरषपसत र्नु र जरतर है, तो वह अपने
दि िे त्यरगपत्र दे िकतर है यर अपने करयचकरि के पश्चरत् अपने दि की िदस्यतर
पनु ः ग्रहर् कर िेतर है.
अध्यक्ष की र्ूसमका में पररवतभन की आवश्यकता क्यों है?
अध्यक्ष के पद की प्रकृसत: र्ाँसू क अध्यक्ष के पद कर करयचकरि सनसश्चत नहीं होतर है,
इिसिए अध्यक्ष पनु : सनवरचसर्त होने के सिए अपने ररजनीसतक दि पर सनभचर रहतर है. अतः
यह सस्थसत अध्यक्ष को स्वसववेक के बजरए िदन की करयचवरही को ररजनीसतक दि की
इच्छर िे िंर्रसित करने कर मरगच प्रशस्त करती है.
पद से संबंसित अंतसनभसहत सवरोिार्ास: उल्िेखनीय है सक जब अध्यक्ष सकिी सवशेष
ररजनीसतक दि िे यर तो नरममरत्र (डी ज्यरू ) यर वरस्तसवक (डी फै र्किो) रूप िे िंबंसित
होतर है तो उि सस्थसत में एक अिच-न्यरसयक प्ररसिकरर् के तौर पर उिे (अध्यक्ष) सनयोग्यतर
िबं िं ी यरसर्करएं िौपनर यसु क्तिगं त और तरसकच क प्रतीत नहीं होतर है.
दि-पररवतभन सवरोिी काननू के तहत सनयोग्यता के सबं ि ं में अध्यक्ष द्वारा सकए
जाने वािे सनर्भय से सबं ंसित सविंब पर अंकुश िगाने हेतु: अध्यक्ष के िमक्ष िंसबत
सनयोग्यतर िंबिं ी मरमिों के सनर्चय में सविंब के कररर्, प्ररय: ऐिे उदरहरर् िरमने आए हैं
जहरं िदस्यों को अपने दिों िे सनयोग्य घोसषत सकए जरने पर भी वे िदन के िदस्य बने रहते
हैं.
मेरी राय – मेंस के सिए
• सद्वतीय प्रशरिसनक ििु रर आयोग की “शरिन में नैसतकतर” नरमक शीषचक िे
प्रकरसशत ररपोिच में और सवसभन्न अन्य सवशेषज्ञ िसमसतयों द्वररर सिफरररश की गई है
सक िदस्यों को दि-पररवतचन के आिरर पर सनयोग्य ठहररने के मद्दु ों के िंबंि में
सनर्चय ररष्ट्ट्रपसत/ररज्यपरि द्वररर सनवरचर्न आयोग की ििरह पर सकयर जरनर र्रसहए.
• जैिर सक उच्र्तम न्यरयरिय ने कहर है, जब तक सक “अिरिररर् पररसस्थसतयर”ं
उत्पन्न नहीं हो जरती हैं, दिवीं अनिु र्ू ी के तहत सनयोग्यतर िंबंिी यरसर्करओ ं पर
अध्यक्ष द्वररर तीन मरह के भीतर सनर्चय सकयर जरनर र्रसहए.
• िंिदीय िोकतंत्र के अन्य मॉडिों/उदरहरर्ों कर अनिु रर् करते हुए यह िसु नसश्चत
सकयर जरनर र्रसहए सक अध्यक्ष तिस्थ रूप िे सनर्चय कर िके . उदरहरर् के सिए,
सििेन में यह पररपरिी रही है सक आम र्नु रवों के िमय ररजनीसतक दि अध्यक्ष के
सवरुद्ध सनवरचर्न हेतु सकिी भी उममीदवरर की घोषर्र नहीं करते हैं और जब तक
अन्यथर सनिरचररत नहीं हो जरतर, अध्यक्ष अपने पद पर बनर रहतर है. वहरं यह भी
पररपरिी है सक अध्यक्ष अपने ररजनीसतक दि की िदस्यतर िे त्यरग-पत्र दे देतर है.
• वषच 1951 और वषच 1953 में, भररत में सविरन मडं िों के पीठरिीन असिकरररयों के
िममेिन में इि सिसिश मॉडि को अपनरने हेतु एक प्रस्तरव परररत सकयर गयर थर.
• हरिराँसक, पहिे िे ही सविरसयकर के पीठरिीन असिकरररयों के मध्य इि बरत पर
र्र्रच र्ि रही है सक सवशेष रूप िे िदस्यों के दि पररवतचन िे िबं सं ित मरमिों में,
अध्यक्ष के पद की “गररमर” को कै िे िरु सक्षत सकयर जरए. इि िदं भच में, िोकतरसं त्रक
परंपरर और सवसि के शरिन को बनरए रखने के सिए शीषच अदरित द्वररर िझु रए गए
उपरयों को अपनरने की तत्करि आवश्यकतर है. उल्िेखनीय है सक एक ितकच
िंिद, दक्षतरपर्ू च करयच करने वरिे िोकतंत्र की नींव कर सनमरचर् करती है और
‘सवश्व रे बीज सदवि’ के अविर पर, कें द्र िरकरर द्वररर वषच 2030 तक ‘कुत्तों से होने वािे
रेबीज के उन्मूिन के सिए राष्ट्रीय कायभयोजना’ (National Action Plan for dog
Mediated Rabies Elimination – NAPRE) कर अनरवरर् सकयर गयर है.
करयचयोजनर कर प्रररूप मत्स्य परिन, पशपु रिन और डेयरी मंत्ररिय के पररमशच िे ‘ररष्ट्ट्रीय
रोग सनयंत्रर् कें द्र’ (NCDC) द्वररर तैयरर सकयर गयर है.
रेबीज की होता है?
‘रे बीज’ (Rabies) एक घरतक सकंतु सनरोध्य वरयरि बीमररी (Preventable Viral
Disease) है. यह बीमररी सकिी परगि जरनवर द्वररर करि िेने, यर खरोंर् देने पर व्यसक्तयों
और और परितू जरनवरों में फै ि िकती है.
• रे बीज, ज्यरदरतर र्मगरदड, रै कून, स्कंक और िोमसडयों और कुत्तों जैिे जंगिी
जरनवरों में परयर जरतर है. और दसु नयर भर में रे बीज िे होने वरिी ज्यरदरतर मौतें,
कुत्ते के करिने िे होती हैं.
• रे बीज वरयरि, व्यसक्त के कें द्रीय तसं त्रकर तत्रं को िक्
ं समत करतर है.
• यसद सकिी व्यसक्त को ‘रे बीज’ के िंपकच में आने के बरद उसर्त सर्सकत्िर देखभरि
नहीं समिती है, तो इिकर वरयरि सदमरगी बीमररी कर कररर् बन िकतर है, अंततः
सजिके पररर्रमस्वरूप व्यसक्त की मृत्यु भी हो िकती है.
• परितू जरनवरों को िीकर िगरकर, वन्यजीवों िे दरू रहकर और िक्षर्ों के शरू ु होने
िे पहिे िभं रसवत जोसखम के बरद सर्सकत्िर देखभरि प्ररि करने िे ‘रे बीज’ को
रोकर जर िकतर है.
‘रेबीज’ कै से फै िता है?
रे बीज वरयरि, िक्ं समत जरनवर की ‘िरर’ यर ‘मसस्तष्ट्क/तसं त्रकर तत्रं के ऊतकों’ (जैिे सक
सछिी हुई त्वर्र, यर आख ं ों, नरक यर महंु की श्ले ष्ट्मर सझल्िी के मरध्यम िे) के िरथ िीिे
िंपकच में आने िे फै ितर है.
सच
ं रर्
रे बीज वरयरि, के वि स्तनिरररयों को प्रभरसवत करतर है.
Prelims Vishesh
Cyclone Gulab :-
• हरि ही में, चक्वात गि
ु ाब भररत के पवू ी ति िे िकररयर है.
उष्ट्र्कसटबि
ं ीय चक्वातों के बारे में:
• यह तीव्र घर्ू चन करने वरिर तफ ू रन है, जो उष्ट्र्कसिबंिीय महरिरगरों के ऊपर उत्पन्न
होतर है.
• यह इन्हीं क्षेत्रों िे अपने सवकरि हेतु आवश्यक ऊजरच प्ररि करतर है.
• इिके कें द्र में सनमन दरब होतर है. इिके मध्य / कें द्र में एक शरंत व मेघरसहत क्षेत्र
सनसमचत हो जरतर है, सजिे "चक्वात की आाँख" कहते हैं.
• इि आंख के र्तसु दचक नेत्रसभसत्त की ओर मेघ िसपचिरकरर में बढ़ते रहते हैं.
अनुकूि पररसस्िसतयााँ
• 27 सडग्री िेसल्ियि िे असिक तरपमरन वरिी सवस्तृत िमद्रु ी ितह;
• कोररओसिि बि की उपसस्थसत;
• ऊध्वरचघर पवनों की गसत में पररवतचन;
• पहिे िे सवद्यमरन कमजोर सनमन दरब कर क्षेत्र तथर
• िमद्रु ति प्रर्रिी के ऊपर ऊपरी सवर्िन.