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Title: Need to ban import of synthetic Menthol.

शी स यपाल िसंह (स भल): म सरकार का यान अित मह वपूण िवषय िसंथेिटक मथॉल के दुपभाव से भारतीय पाकृ ितक मथॉल, िकसान व उ पाद को बचाने क ओर
आकृ करना चाहता हँ भारतीय मथॉल ऑयल एवं उ ोग एक िनयातो मुख उ ोग है यह उ ोग करीब 25 लाख िकसान , िजनम पमुखतः मेरी लोक सभा ेत स भल
सिहत उ र पदे श, िबहार, पंजाब व म य पदे श के ेत शािमल ह, क जीिवका का साधन है लघु व छोटे उ पाद का यह उ ोग िकसान क जीिवका का भी एक मात
साधन है इसके िनयात से भारी माता म िवदे शी मुदा का भी अजन होता है मथॉल क खेती करके िकसान ारा मथॉल ऑयल का उ पादन िकया जाता है जो िक बड़े
पैमाने पर खा पदाथ , सौ दय पसाधन एवं फामा उ ोग म एक क चे माल के प म पयोग िकये जाते ह हाल ही म कुछ िवदे शी क पिनयॉ नई तकनीक का पयोग
करके पैटोिलयम पदाथ व केिमकल ारा िसंथेिटक मथॉल का िनमाण कर रही ह और िसंथेिटक मथॉल को भारतीय बाजार म पाकृ ितक मथॉल क तुलना म काफ कम
मू य पर बे च रही ह इसका दु पभाव भारतीय िवदे शी िविनमय पर भी है िव ीय वष 2012-13 म 5514.28 करोड़ पये , 2013-14 म 4526.80 करोड़ पये , 2014-
15 म 3160.29 करोड़ पये और 2015-16 म 1021.06 करोड़ पये िवदे शी मुदा का अजन हआ है इसम भारी िगरावट आई है इस ि थित को दे खते हए ऐसा लगता है
िक भारतीय िकसान िनकट भिव य म इतने कम मू य पर मथॉल का उ पाद नह कर पायगे और पूरे भारतीय मथॉल उ ोग का भी समापन हो जाएगा लाख िकसान,
मजदूर बे रोजगार हो जायगे और आजीिवका का बहत बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा
मेरा माननीय कृ िष मंती जी से िनवे दन है िक िकसान और भारतीय मथॉल उ ोग के िहत म िसथेिटक मथॉल आयात पर पूण पितबंध लगाया जाए, िनयातक को पो साहन
िदया जाए और भारतीय मथॉल क उ नत पजाित यथाशीध उपल ध कराने क कृ पा कर, िजससे यहॉ का िकसान मथॉल उ पादन म पित हे टेयर म वृि होने पर बाजार
क पित पधा म कम मू य पर भी मथॉल ऑयल बे चकर अपने प रवार क आजीिवका चला सक

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