Professional Documents
Culture Documents
कारतूस Sol
कारतूस Sol
Page No 133:
Question 1:
Answer:
किन ि काों निि, वजीर अिी कन नगरफ़्तार करिे के निए िों गि में िे मा डािे बैठा था। पूरी फौि उसके साथ थी।
Question 2:
Answer:
वजीर अिी िे कई बरसनों से अोंग्रेजनों की आँ ि में धूि झनोंककर उिकी िाक में दम कर रिा था। इसनिए वे वजीर
अिी से तोंग आ चुके थे।
Question 3:
Answer:
किन ि िे सवार पर िजर रििे के निए इसनिए कहा क्नोंनक धूि के उड़िे से उसिे अोंदाि िगाया नक िनग ज़्यादा
हैं और वजीर कन ढू ों ढ़ रहे हैं ।
Question 4:
Answer:
सवार िु द वजीर अिी था िन नक बहुत बहादु र था और शत्रु ओों कन ििकार रहा था।
Question 1:
वजीर अिी के अफ़सािे सुिकर किन ि कन रॉनबिहुड की याद क्नों आ िाती थी?
Answer:
वजीर अिी रॉनबिहुड की तरह साहसी, नहम्मतवािा और बहादु र था। वह भी रॉनबिहुड की तरह नकसी कन भी
चकमा दे कर भाग िाता था। वह अोंग्रेजी सरकार की पकड़ में िहीों आ रहा था। कम्पिी के वकीि कन उसिे मार
डािा था। उसकी बहादु री के नकस्से सुिकर ही किन ि कन रॉनबिहुड की याद आती थी।
Question 2:
सआदत अिी कौि था? उसिे वजीर अिी की पैदाइश कन अपिी मौत क्नों समझा?
Answer:
सआदत अिी वजीर अिी का चाचा और िवाब आनसफउदौिा का भाई था। िब तक आनसफउदौिा के कनई
सन्ताि िहीों थी, सआदत अिी की िवाब बििे की पूरी सम्भाविा थी। इसनिए उसे वजीर अिी की पैदाइश उसकी
मौत िगी।
Question 3:
सआदत अिी कन अवध के तख्त पर नबठािे के पीछे किन ि का क्ा मकसद था?
Answer:
सआदत अिी आराम पसोंद अोंग्रेजनों का नपट् ठू था। अोंग्रेज किन ि कन उसे तख्त पर नबठािे का मकसद अवध की
धि सम्पनत्त पर अनधकार करिा था। उसिे अोंग्रेजनों कन आधी सम्पनत्त और दस िाि रूपये नदए। इस तरह सआदत
अिी कन गद्दी पर बैठिे से उन्हें िाभ ही िाभ था।
Question 4:
कोंपिी के वकीि का कत्ल करिे के बाद वजीर अिी िे अपिी नहफ़ाजत कैसे की?
Answer:
कोंपिी के वकीि की हत्या करिे के बाद वजीर अिी आिमगढ़ भाग गया और वहाँ के िवाब िे उसकी सहायता
की। उसे सुरनित घागरा पहुँ चा नदया। तब से वह वहाँ के िों गिनों में रहिे िगा।
Question 5:
Answer:
सवार, वजीर अिी था। वह किन ि के िे मे में कारतूस िे िे आया था और बड़ी चतुराई से वजीर अिी का कमन चारी
बिकर आया। िाते समय किन ि िे िाम पूछा तन उसिे वजीर अिी बताया। वजीर अिी कन सामिे दे िकर किन ि
हक्का-बक्का रह गया।
Question 1:
िे फ़्टीिें ट कन ऐसा क्नों िगा नक कोंपिी के खििाफ़ सारे नहों दुस्ताि में एक िहर दौड़ गई है ?
Answer:
िे फ़्टीिें ट कन िब किन ि िे बताया नक कोंपिी के खििाफ़ केवि वजीर अिी ही िहीों बखि दनिण में टीपू सुल्ताि,
बोंगाि में िवाब का भाई शमसुद्दौिा भी है । इन्हनोंिे अफ़गानिस्ताि के बादशाह शाहे जमा कन आक्रमण के निए
निमत्रों ण नदया है । यह सब दे िकर िे फ़्टीिें ट कन आभास हुआ नक कोंपिी के खििाफ़ पूरे नहन्दू स्ताि में िहर दौड़
गई है ।
Question 2:
Answer:
वजीर अिी कन उसके िवाबी पद से हटा नदया गया और बिारस भे ि नदया गया। नफर किकत्ता बुिाया तन वजीर
अिी िे कोंपिी के वकीि, िननक बिारस में रहता था, उससे नशकायत की परन्तु उसिे नशकायत सुििे की िगह
िरीिनटी सुिाई। इस पर वजीर अिी कन गुस्सा आ गया और उसिे वकीि का कत्ल कर नदया।
Question 3:
Answer:
वजीर अिी अकेिा ही घनड़े पर सवार हनकर अोंग्रेजनों के िे मे में पहुँ च गया और किन ि कन नदिाया नक वह भी
वजीर अिी के खििाफ़ है । उसिे किन ि से अकेिे में नमििे के निए कहा। किन ि माि गया और वजीर अिी के
दस कारतूस माँ गिे पर उसिे दे नदए परन्तु िाते-िाते अपिा िाम बता गया निससे किन ि हक्का-बक्का रह गया।
Question 4:
Answer:
वजीर अिी कन अोंग्रेजनों िे अवध के तख्ते से हटा नदया पर उसिे नहम्मत िहीों हारी। वजीफे की रकम में मु खिि
डाििे वािे कोंपिी के वकीि की भी हत्या कर दी। अोंग्रेजनों कन महीिनों दौड़ाता रहा परन्तु नफर भी हाथ िहीों आया।
अोंग्रेजनों के िे मे में अकेिे ही पहुँ च गया, कारतूस भी िे आया और अपिा सही िाम भी बता गया। इस तरह वह एक
िाँ बाज नसपाही था।
Page No 134:
Question 1:
Answer:
इस पोंखि में वजीर अिी के साहस और वीरता का पररचय है । वह थनड़े से सैनिकनों के साथ िोंगि में रह रहा था।
अोंग्रेजनों की पूरी फ़ौि उसका पीछा कर रही थी नफर भी उसे पकड़ िहीों पाई।
Question 2:
गदन तन ऐसे उड़ रही है िै से नक पूरा एक कानफ़िा चिा आ रहा हन मगर मु झे तन एक ही सवार िजर आता है ।
Answer:
यह कथि िे फ़्टीिें ट का है । िब वजीर अिी अोंग्रेजनों के िे मे में अकेिा ही आ रहा था परन्तु इतिी तेजी से आ रहा
था, इतिी धूि उड़ रही थी नक मािनों कई सैनिक आ रहे हन, पूरा एक कानफ़िा आ रहा हन। िे फ़्टीिें ट कहता है
सैनिक तन एक ही िजर आ रहा है ।
Question 1:
खििाफ़, पाक, उम्मीद, हानसि, कामयाब, विीफ़ा, िफ़रत, हमिा, इों तेजार, मु मनकि।
Answer:
खििाफ़ – नवरूद्ध
पाक – पनवत्र
उम्मीद – आशा
हानसि – प्राप्त
कामयाब – सफि
विीफ़ा – छात्रवृनत
िफ़रत – घृणा
हमिा – आक्रमण
मु मनकि – सोंभव
Question 2:
आँ िनों में धूि झनोंकिा, कूट-कूट कर भरिा, काम तमाम कर दे िा, िाि बख्श दे िा, हक्का बक्का रह िािा।
Answer:
(क) आँ िनों में धूि झनोंकिा − कानति कत्ल करिे के बाद इतिी सफ़ाई से भागे नक नसपानहयनों की आँ िनों में धूि
झनोंक दी।
(ि) कूट-कूट कर भरिा − झाँ सी की रािी में दे शभखि कूट-कूट कर भरी थी।
Question 3:
कारक वाक् में सोंज्ञा या सवनिाम का नक्रया के साथ सोंबोंध बताता है । निम्ननिखित वाक्नों में कारकनों कन रे िाों नकत
कर उिके िाम निखिए −
(ि) कोंपिी के खििाफ़ सारे नहों दुस्ताि में एक िहर दौड़ गई।
Answer:
सोंबोंध कारक
(ि) कोंपिी के खििाफ़ सारे नहन्दु स्ताि में एक िहर दौड़ गई।
अनधकरण कारक
Question 4:
नक्रया का निों ग और वचि सामान्यत: कतान और कमन के निों ग और वचि के अिु सार निधान ररत हनता है । वाक् में
कतान और कमन के निों ग, वचि और पुरुष के अिु सार िब नक्रया के निों ग, वचि आनद में पररवतनि हनता है तन उसे
अखिनत कहते हैं ।
नक्रया के निों ग, वचि में पररवतनि तभी हनता है िब कतान या कमन परसगन रनहत हनों;
अत: कतान और कमन के परसगन सनहत हनिे पर नक्रया कतान और कमन में से नकसी के भी निों ग और वचि से प्रभानवत
िहीों हनती और वह एकवचि पुखल्लों ग में ही प्रयुि हनती है ।
Answer:
Page No 135:
Question 5:
(ि) सवार िे पूछा आपिे इस मकाम पर क्नों िे मा डािा है इतिे िावििर की क्ा जरूरत है
(ग) िे मे के अोंदर दन व्यखि बैठे बाते कर रहे थे चाँ दिी नछटकी हुई थी और बाहर नसपाही पहरा दे रहे थे एक
व्यखि कह रहा था दु शमि कभी भी हमिा कर सकता है
Answer:
(ि) सवार िे पूछा, “आपिे इस मकाम पर क्नों िे मा डािा है ? इतिे िाविशकर की क्ा जरूरत है ?”
(ग) िे मे के अोंदर दन व्यखि बैठे बातें कर रहे थे । चाँ दिी नछटकी हुई थी और बाहर नसपाही पहरा दे रहे थे । एक
व्यखि कह रहा था, “दु श्मि कभी भी हमिा कर सकता है ।”
Page No 133:
Question 1:
Answer:
किन ि काों निि, वजीर अिी कन नगरफ़्तार करिे के निए िों गि में िे मा डािे बैठा था। पूरी फौि उसके साथ थी।
Question 2:
Answer:
वजीर अिी िे कई बरसनों से अोंग्रेजनों की आँ ि में धूि झनोंककर उिकी िाक में दम कर रिा था। इसनिए वे वजीर
अिी से तोंग आ चुके थे।
Question 3:
Answer:
किन ि िे सवार पर िजर रििे के निए इसनिए कहा क्नोंनक धूि के उड़िे से उसिे अोंदाि िगाया नक िनग ज़्यादा
हैं और वजीर कन ढू ों ढ़ रहे हैं ।
Question 4:
Answer:
सवार िु द वजीर अिी था िन नक बहुत बहादु र था और शत्रु ओों कन ििकार रहा था।
Question 1:
वजीर अिी के अफ़सािे सुिकर किन ि कन रॉनबिहुड की याद क्नों आ िाती थी?
Answer:
वजीर अिी रॉनबिहुड की तरह साहसी, नहम्मतवािा और बहादु र था। वह भी रॉनबिहुड की तरह नकसी कन भी
चकमा दे कर भाग िाता था। वह अोंग्रेजी सरकार की पकड़ में िहीों आ रहा था। कम्पिी के वकीि कन उसिे मार
डािा था। उसकी बहादु री के नकस्से सुिकर ही किन ि कन रॉनबिहुड की याद आती थी।
Question 2:
सआदत अिी कौि था? उसिे वजीर अिी की पैदाइश कन अपिी मौत क्नों समझा?
Answer:
सआदत अिी वजीर अिी का चाचा और िवाब आनसफउदौिा का भाई था। िब तक आनसफउदौिा के कनई
सन्ताि िहीों थी, सआदत अिी की िवाब बििे की पूरी सम्भाविा थी। इसनिए उसे वजीर अिी की पैदाइश उसकी
मौत िगी।
Question 3:
सआदत अिी कन अवध के तख्त पर नबठािे के पीछे किन ि का क्ा मकसद था?
Answer:
सआदत अिी आराम पसोंद अोंग्रेजनों का नपट् ठू था। अोंग्रेज किन ि कन उसे तख्त पर नबठािे का मकसद अवध की
धि सम्पनत्त पर अनधकार करिा था। उसिे अोंग्रेजनों कन आधी सम्पनत्त और दस िाि रूपये नदए। इस तरह सआदत
अिी कन गद्दी पर बैठिे से उन्हें िाभ ही िाभ था।
Question 4:
कोंपिी के वकीि का कत्ल करिे के बाद वजीर अिी िे अपिी नहफ़ाजत कैसे की?
Answer:
कोंपिी के वकीि की हत्या करिे के बाद वजीर अिी आिमगढ़ भाग गया और वहाँ के िवाब िे उसकी सहायता
की। उसे सुरनित घागरा पहुँ चा नदया। तब से वह वहाँ के िों गिनों में रहिे िगा।
Question 5:
Answer:
सवार, वजीर अिी था। वह किन ि के िे मे में कारतूस िे िे आया था और बड़ी चतुराई से वजीर अिी का कमन चारी
बिकर आया। िाते समय किन ि िे िाम पूछा तन उसिे वजीर अिी बताया। वजीर अिी कन सामिे दे िकर किन ि
हक्का-बक्का रह गया।
Question 1:
िे फ़्टीिें ट कन ऐसा क्नों िगा नक कोंपिी के खििाफ़ सारे नहों दुस्ताि में एक िहर दौड़ गई है ?
Answer:
िे फ़्टीिें ट कन िब किन ि िे बताया नक कोंपिी के खििाफ़ केवि वजीर अिी ही िहीों बखि दनिण में टीपू सुल्ताि,
बोंगाि में िवाब का भाई शमसुद्दौिा भी है । इन्हनोंिे अफ़गानिस्ताि के बादशाह शाहे जमा कन आक्रमण के निए
निमत्रों ण नदया है । यह सब दे िकर िे फ़्टीिें ट कन आभास हुआ नक कोंपिी के खििाफ़ पूरे नहन्दू स्ताि में िहर दौड़
गई है ।
Question 2:
Answer:
वजीर अिी कन उसके िवाबी पद से हटा नदया गया और बिारस भे ि नदया गया। नफर किकत्ता बुिाया तन वजीर
अिी िे कोंपिी के वकीि, िननक बिारस में रहता था, उससे नशकायत की परन्तु उसिे नशकायत सुििे की िगह
िरीिनटी सुिाई। इस पर वजीर अिी कन गुस्सा आ गया और उसिे वकीि का कत्ल कर नदया।
Question 3:
Answer:
वजीर अिी अकेिा ही घनड़े पर सवार हनकर अोंग्रेजनों के िे मे में पहुँ च गया और किन ि कन नदिाया नक वह भी
वजीर अिी के खििाफ़ है । उसिे किन ि से अकेिे में नमििे के निए कहा। किन ि माि गया और वजीर अिी के
दस कारतूस माँ गिे पर उसिे दे नदए परन्तु िाते-िाते अपिा िाम बता गया निससे किन ि हक्का-बक्का रह गया।
Question 4:
Answer:
वजीर अिी कन अोंग्रेजनों िे अवध के तख्ते से हटा नदया पर उसिे नहम्मत िहीों हारी। वजीफे की रकम में मु खिि
डाििे वािे कोंपिी के वकीि की भी हत्या कर दी। अोंग्रेजनों कन महीिनों दौड़ाता रहा परन्तु नफर भी हाथ िहीों आया।
अोंग्रेजनों के िे मे में अकेिे ही पहुँ च गया, कारतूस भी िे आया और अपिा सही िाम भी बता गया। इस तरह वह एक
िाँ बाज नसपाही था।
Page No 134:
Question 1:
Answer:
इस पोंखि में वजीर अिी के साहस और वीरता का पररचय है । वह थनड़े से सैनिकनों के साथ िोंगि में रह रहा था।
अोंग्रेजनों की पूरी फ़ौि उसका पीछा कर रही थी नफर भी उसे पकड़ िहीों पाई।
Question 2:
गदन तन ऐसे उड़ रही है िै से नक पूरा एक कानफ़िा चिा आ रहा हन मगर मु झे तन एक ही सवार िजर आता है ।
Answer:
यह कथि िे फ़्टीिें ट का है । िब वजीर अिी अोंग्रेजनों के िे मे में अकेिा ही आ रहा था परन्तु इतिी तेजी से आ रहा
था, इतिी धूि उड़ रही थी नक मािनों कई सैनिक आ रहे हन, पूरा एक कानफ़िा आ रहा हन। िे फ़्टीिें ट कहता है
सैनिक तन एक ही िजर आ रहा है ।
Question 1:
निम्ननिखित शब्नों का एक-एक पयान य निखिए −
खििाफ़, पाक, उम्मीद, हानसि, कामयाब, विीफ़ा, िफ़रत, हमिा, इों तेजार, मु मनकि।
Answer:
खििाफ़ – नवरूद्ध
पाक – पनवत्र
उम्मीद – आशा
हानसि – प्राप्त
कामयाब – सफि
विीफ़ा – छात्रवृनत
िफ़रत – घृणा
हमिा – आक्रमण
मु मनकि – सोंभव
Question 2:
आँ िनों में धूि झनोंकिा, कूट-कूट कर भरिा, काम तमाम कर दे िा, िाि बख्श दे िा, हक्का बक्का रह िािा।
Answer:
(क) आँ िनों में धूि झनोंकिा − कानति कत्ल करिे के बाद इतिी सफ़ाई से भागे नक नसपानहयनों की आँ िनों में धूि
झनोंक दी।
(ि) कूट-कूट कर भरिा − झाँ सी की रािी में दे शभखि कूट-कूट कर भरी थी।
Question 3:
कारक वाक् में सोंज्ञा या सवनिाम का नक्रया के साथ सोंबोंध बताता है । निम्ननिखित वाक्नों में कारकनों कन रे िाों नकत
कर उिके िाम निखिए −
(क) िों गि की नजों दगी बड़ी ितरिाक हनती है ।
(ि) कोंपिी के खििाफ़ सारे नहों दुस्ताि में एक िहर दौड़ गई।
Answer:
सोंबोंध कारक
(ि) कोंपिी के खििाफ़ सारे नहन्दु स्ताि में एक िहर दौड़ गई।
अनधकरण कारक
Question 4:
नक्रया का निों ग और वचि सामान्यत: कतान और कमन के निों ग और वचि के अिु सार निधान ररत हनता है । वाक् में
कतान और कमन के निों ग, वचि और पुरुष के अिु सार िब नक्रया के निों ग, वचि आनद में पररवतनि हनता है तन उसे
अखिनत कहते हैं ।
नक्रया के निों ग, वचि में पररवतनि तभी हनता है िब कतान या कमन परसगन रनहत हनों;
किन ि िे वजीर अिी कन िहीों पहचािा। (यहाँ नक्रया कतान और कमन के भी कारण प्रभानवत िहीों है )
अत: कतान और कमन के परसगन सनहत हनिे पर नक्रया कतान और कमन में से नकसी के भी निों ग और वचि से प्रभानवत
िहीों हनती और वह एकवचि पुखल्लों ग में ही प्रयुि हनती है ।
Answer:
Page No 135:
Question 5:
(ि) सवार िे पूछा आपिे इस मकाम पर क्नों िे मा डािा है इतिे िावििर की क्ा जरूरत है
(ग) िे मे के अोंदर दन व्यखि बैठे बाते कर रहे थे चाँ दिी नछटकी हुई थी और बाहर नसपाही पहरा दे रहे थे एक
व्यखि कह रहा था दु शमि कभी भी हमिा कर सकता है
Answer:
(ि) सवार िे पूछा, “आपिे इस मकाम पर क्नों िे मा डािा है ? इतिे िाविशकर की क्ा जरूरत है ?”
(ग) िे मे के अोंदर दन व्यखि बैठे बातें कर रहे थे । चाँ दिी नछटकी हुई थी और बाहर नसपाही पहरा दे रहे थे । एक
व्यखि कह रहा था, “दु श्मि कभी भी हमिा कर सकता है ।”