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Subject : Sociology

Class : B.A.
Year/ Semester: I Year
Name of the paper : Introduction to Sociology
Topic: Socialization
Sub Topic : Meaning and definitioms of Socialization
Key Words : Characteristics, factors
By
Dr. Pratibha
Assistant Professor (Guest Faculty)
Department of Sociology
Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith Varanasi
Email:pratibhasingh993555@gmail.com
समाजीकरण :
• समाजशास्त्र में समाजीकरण की अवधारणा का प्रयोग उन प्रक्रियाओं के लिए क्रकया जाता
है जजनके द्वारा व्यजतत को सामाजजक- सांस्त्कृततक संसार से पररचित कराया जाता है ।
सामाजजक सीख की वह प्रक्रकया जजसके द्वारा एक जैववक प्राणी सामाजजक प्राणी के रूप में
पररवततित होता है , समाजीकरण की प्रक्रिया कहिाती है ।
अर्थ एवं पररभाषा :-
• समाजीकरण की प्रक्रिया की आरं लिक वववेिना में लसग्मंड फ्रायड , मीड , सी. एि . कूिे
तथा इमाइि दख ु ीम ने ववशेष योगदान क्रकया जबक्रक बाद के वषों में पारसंस , िैंडडस ,
िैपलिन , क्रकम्बि यंग तथा अनेक दस ू रे ववद्वानों ने ववलिन्न पक्षों के आधार पर
समाजीकरण की प्रकृतत तथा इसके महत्व पर प्रकाश डािा ।
• ग्रीन ( A.W. Green ) के अनस ु ार - “ समाजीकरण वह प्रक्रकया है जजसके द्वारा बच्िा
अपनी सांस्त्कृततक ववशेषताओं , आत्म एवं व्यजततत्व को प्राप्त करता है । “
• ककम्बल यंग ( Kimball Young ) के अनुसार – “ समाजीकरण वह प्रक्रकया है जजसके द्वारा
व्यजतत अपने सामाजजक और सांस्त्कृततक क्षेर में प्रवेश करता है । समाज के ववलिन्न
समूहों का सदस्त्य बनता है तथा जजसके द्वारा उसे समाज के मूल्यों और तनयमों को
स्त्वीकार करने की प्रेरणा लमिती है । “
• आगबनथ ( Ogburn ) के अनस ु ार – “ सामाजीकरण वह प्रक्रकया है जजसके द्वारा व्यजतत
अपने समूह के आदशि , तनयमों के अनुसार व्यवहार करना सीखता है । “
• पारसंस ( T. Parsons ) के अनुसार – “ व्यजतत द्वारा सामाजजक मूल्यों को सीखने तथा
उनका अन्तरीकरण करने को ही समाजीकरण कहा जाता है । “
समाजीकरण की ववशेषताएं :-

• सामाजजक सीख की प्रक्रिया


• सांस्त्कृततक सीख का समावेश
• अनक ु रण से प्रिाववत
• तनरं तरता
• आत्म का ववकास
• अनक ु ू िता का गण

• एक सापेक्षक्षक प्रक्रकया
व्यक्तत के समाजीकरण को प्रभाववत करने वाले सामाक्जक
सांस्कृततक कारक -
• पररवार
• िीडा समह ू
• लशक्षण संस्त्थाएं
• वववाह
• नातेदारी
• ववलिन्न संस्त्थाएं एवं संध
• आस-पास का पररवेश
• मानक एवं आदशि
• प्राथलमक एवं द्ववतीयक सामाजजक संबंध
संदभथ ग्रंर् सच
ू ी:

• 1. अग्रवाि , गोपाि कृष्ण ( 2015 ) , समाजशास्त्र ; एस. बी. पी. डी.


पजलिलशग ं हाउस , आगरा ।
• 2. लसंह , गोपी रमण प्रसाद (2018) , समाजशास्त्र ; लमश्रा ट्रे डडंग कारपोरेशन
, वाराणसी
• 3 . नयन , राजीव , समाजशास्त्र ; ग्रीन िीफ पजलिकेशन , वाराणसी
धन्यवाद

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