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िवमल कमार
तावना
शायद नेपोिलयन बोनापाट क जीवन का सबसे आकषक पहलू था, उनक साधारण शु आत। उ ह ने ांसीसी
ांित क एक जनरल से लेकर स ा नेपोिलयन बोनापाट तक का सफर तय िकया। वे 11 नवंबर, 1799 से लेकर
18 मई, 1804 तक च रप लक क पहले काउिसल क प म ांस क शासक रह। 18 मई, 1804 से लेकर 6
अ ैल, 1814 तक वे नेपोिलयन थम क प म ांस क स ा और इटली क राजा थे। 20 माच से 22 जून,
1815 क बीच थोड़ से समय क िलए उ ह िफर से स ा क पदवी िमली। नेपोिलयन का सामा य जीवन से स ा
तक का सफर वा तव म भावशाली था। उनक सै य श य और इ छाश क मजबूती ने एक ढ़
इ छाश वाले तथा ितभाशाली य व का उ थान देखा, िजसक ुिटयाँ आिखरकार उनक पतन का कारण
बन ।
िकसी भी भूिमका म वे प म क इितहास क अब तक क सबसे यश वी य व म से एक ह। वे ांसीसी
रा य क सै य िव तार क िलए समिपत थे, िजसक िलए उ ह ने सै य संगठन और िश ण म ांित ला दी। उ ह ने
िश ा म सुधार लाने का यास िकया और रोमन चच क साथ दीघकालीन समझौता कायम िकया।
नेपोिलयन क कई सुधार ने ांस क सं थान और प मी यूरोप क अनेक िह स पर अिमट छाप छोड़ी। कई
देश ने अपनी नाग रक िविध संिहताएँ बनाते समय नेपोिलयिनक कोड को आदश प म अपनाया। हालाँिक उ ह ने
अंत म ांस क सीमाएँ पहले से छोटी कर द , लेिकन अपने जीवनकाल म उ ह ने ब त स मान अिजत िकया
और इसीिलए उ ह इितहास का एक महान नायक माना गया।
नेपोिलयन ने खुद कछ नए सै य योग िकए, जैसे—िम म तैनात िडिवजनल ायर और तोप को समूह म
रखना। इसक अलावा उ ह ने ब त से ोत से बेहतरीन रणनीितयाँ सीख और आधुिनक कत ांसीसी सेना का
इ तेमाल करते ए कछ बड़ी जीत हािसल क । दुिनया भर क सै य अकादिमय म उनक अिभयान का अ ययन
िकया जाता ह और उ ह सामा यतः अब तक का एक महानतम कमांडर माना जाता ह। उ ह ने िसफ दस वष से
कछ अिधक समय म यूरोप क लगभग सभी श शाली देश से लड़ाई क । उ ह ने यूरोप क अिधकांश प मी
तथा म य मु यभूिम पर क जा िकया। नेपोिलयन ने स तक लड़ाई या गठबंधन ारा अपना िव तार जारी रखा।
अ ूबर, 1812 म, लीपिजग क लड़ाई म नेपोिलयन को पराजय िमली और उ ह ग ी छोड़ने क िलए िववश
होना पड़ा। कई महीने बाद उ ह िनवािसत करक ए बा ीप भेज िदया गया। उ ह ने नाटक य ढग से वापसी क ,
जो ह ड डज क प म िस ह, लेिकन िफर से वे 18 जून, 1815 को वाटरलू क लड़ाई म बुरी तरह परा त
ए। इसक कछ ही समय बाद उ ह ने अं ेज क सामने आ मसमपण कर िदया, तब उ ह िनवािसत करक सट
हलेना ीप पर भेज िदया गया, जहाँ छह वष बाद उनका िनधन हो गया। अपनी सै य उपल धय क अलावा
नेपोिलयन को नेपोिलयिनक कोड क थापना क िलए भी याद िकया जाता ह। कछ लोग क नजर म ‘ बु
तानाशाह’ रह नेपोिलयन ने भाई-भतीजावाद क सु यव थत नीित अपनाई। उ ह ने बोनापाट प रवार क ब त से
सद य को अपने अधीन देश का राजा बना िदया। उ ह ने नजदीक िम को सरकार म मह वपूण पद स पे,
लेिकन नेपोिलयन क पतन क बाद इनम से कोई भी लंबे समय तक स ा म नह रह सका। कवल एक भतीजे
नेपोिलयन तृतीय ने बाद म उ ीसव सदी म ांस पर शासन िकया।
आरिभक जीवन
नेपोिलयन का ज म 15 अग त, 1769 को कोरिसका क अजेिशयो शहर म आ था। ांस ने स 1768 म एक
इटािलयन ीप कोरिसका को अपनी सीमा म िमला िलया था, इसिलए एक इटािलयन क प म ज म लेने क
बावजूद नेपोिलयन आिधका रक प से ांसीसी नाग रक थे। उनक माता-िपता ब त संप तो नह थे, लेिकन वे
अिभजात वग से संबंध रखते थे।
नेपोिलयन द बोनापाट क प म ज मे नेपोिलयन ने बाद म अिधक ांसीसी लगने वाला नाम ‘नेपोिलयन
बोनापाट’ अपना िलया। वे एक वक ल काल बोनापाट क चौथी संतान थे, िज ह स 1778 म ांस क लुई
सोलहव क अदालत म कोरिसका का ितिनिध बनाया गया था। उनक प नी मा रया लेिटिजया रमोिलनो का
नेपोिलयन क बचपन पर काफ भाव रहा। वे एक िव ोही, अ यव थत, उ ंड और मुँहजोर बालक थे, िजसक
िलए उ ह ‘रबुिलयन’ यानी तोड़-फोड़ करनेवाले का उपनाम िदया गया। कवल उनक माँ का स त अनुशासन ही
उ ह कछ सीमा तक बांध सकता था।
एक कलीन और कछ भावशाली प रवार क काल बोनापाट ने खूबसूरत और ढ़ इ छाश क वािमनी
लेिटिजया से उस समय िववाह िकया था, जब वे िसफ 14 वष क थ । उ ह ने साथ िमलकर ब त मु कल समय
म आठ ब का पालन-पोषण िकया। हालाँिक नेपोिलयन ने अपने अभाव त और संघषशील शु आती जीवन क
बार म एक म बनाने का यास िकया, लेिकन वे उस समय अिधकांश कोरिसकन प रवार क तुलना म अिधक
संप थे। उनक समृ पृ भूिम और पा रवा रक संपक ने ही उ ह बाद क वष म अ ययन क पया अवसर
उपल ध कराए।
काल बोनापाट
उनक मूल देश पर ांसीसी क जे का ब त से कोरिसकावािसय ने िवरोध िकया, िजनका नेतृ व पा कल
पाओली ने िकया। काल बोनापाट पाओली क पाट म शािमल हो गए, लेिकन जब िवरोध को कचल िदया गया तो
पाओली को भागना पड़ा। अ य कोरिसकावािसय क तरह बोनापाट ने भी ांसीिसय से समझौता कर िलया और
ज दी ही उ ह स 1771 म अजेिशयो क याियक िजले का कर िनधारक िनयु कर िदया गया। स 1778 म
उ ह ने अपने दो बड़ बेट जोसेफ और नेपोिलयन का दािखला कल ऑफ ऑटन म करा िदया। यहाँ पर नेपोिलयन
ने च सीखी, लेिकन वे कभी भी इस भाषा पर पूरा अिधकार नह कर पाए। अंत तक वे पेिलंग म कमजोर रह,
हालाँिक नौ वष क आयु से उनक िश ा च कल म ई। महा ीपीय ांस म आने क बाद कछ समय तक
नेपोिलयन अपने आपको िवदेशी मानते रह। उ ह ने कभी भी अपने नए देश क परपरा और पूव ह को नह
अपनाया। वे अपनी िश ा और अपने ान म हमेशा वभावतः एक कोरिसकावासी रह।
नौ वष क आयु म नेपोिलयन ाय क िनकट एक छोट से शहर ‘ि येन-ली-शेटो’ क च सै य कल म भत
ए। हालाँिक उ ह ने च बोलना सीख िलया था, लेिकन वे तब भी अ छ-खासे इटािलयन लहजे म बोलते थे।
अपने िश क क िलए नेपोिलयन एक आदश और ितभाशाली िव ाथ थे। खासकर गिणत म िजसम उ ह सबसे
अिधक अंक िमलते थे। कल इ पे टर का कहना था िक गिणत और भूगोल क ओर नेपोिलयन का झुकाव उ ह
नौसेना क िलए उपयु बनाएगा। दूसर िवषय म उ ह िसफ पास होने यो य अंक िमलते थे।
स 1784 म ि येन से ेजुएशन करने क बाद नेपोिलयन ने पे रस क अिभजात एकोल रॉयल िमिलटयर म
दािखला िलया। यहाँ उ ह ने एक वष क भीतर दो वष य कोस पूरा िकया। यहाँ पाया गया िक उ ह गिणत और
भूगोल का ब त अ छा ान ह। इसक आधार पर उ ह ने पहले नौसेना संबंधी काम ढढ़ा, लेिकन आिखरकार
उ ह ने आिटलरी का अ ययन िकया। सोलह वष क आयु म ेजुएशन करने क बाद नेपोिलयन आिटलरी क
सेकड ले टनट क प म ांसीसी सेना म भत हो गए।
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1798 तक सै य क रयर
स 1789 म ांित क शु आत तक नेपोिलयन वेलस और ऑ जोन म गै रसन यूटी पर तैनात रह। इस दौरान
उ ह ने पहले ांितकारी और बाद म जेकोिबन क िलए संघष हतु कोरिसका और पे रस म लगभग दो वष क
छ ी ली। वह राजतं वािदय , ांितका रय और कोरिसकन रा वािदय क बीच एक तीनतरफा संघष था। उ ह ने
वालंिटयर क एक रजीमट म ले टनट कनल का पद हािसल कर िलया। जब अगली गरिमय म जेकोिबन को
स ा से बेदखल िकया गया तो वे मु कल से अपना पद बचा पाए, लेिकन नेपोिलयन ज दी ही अिधक क र
रा वादी नेता पा कल पाओली से उलझ गए और उ ह जून, 1793 म अपने प रवार क साथ ांस भागना पड़ा।
एक कोरिसकन साथी क मदद से नेपोिलयन को टल पर घेरा डाले ांसीसी सै यबल म आिटलरी कमांडर
िनयु कर िदया गया। टल क लड़ाई ने उ ह उनका वा तिवक सै य अवसर िदया। टल क घेराबंदी क दौरान
उ ह ने मह वपूण िकल पर क जा िकया और ि िटश नौसेना तथा थलसेना पर बमबारी करते ए उ ह पीछ हटने
पर मजबूर कर िदया। उ ह ने तोप लगाई और बंदरगाह म मौजूद ि िटश जहाज को उड़ाने क धमक देते ए उ ह
भागने पर िववश कर िदया। इस लड़ाई क दौरान नेपोिलयन क जांघ म गोली लगी, लेिकन वे शहर पर पुन :
अिधकार करने म सफल रह। उनक उस अ ुत रण-कौशल को देखते ए उ ह ि गेिडयर जनरल क प म
पदो ित िमल गई।
युवा नेपोिलयन
अब एक ि गेिडयर जनरल क प म बोनापाट ने इटली म लड़ाई लड़ रही सेना म काय िकया। यहाँ उ ह ने
किमटी ऑफ प लक से टी का यान अपनी ओर ख चा और ांितकारी नेता मै सीिमिलयन रोबेसिपयर क छोट
भाई ऑग टन रोबेसिपयर क िनकट सहयोगी बन गए। 1794 म मै सीिमिलयन रोबेसिपयर क पतन क साथ उनसे
जुड़ सभी लोग को जेल म डाल िदया गया। नेपोिलयन को भी स कच क पीछ जाना पड़ा, लेिकन दो स ाह क
भीतर उ ह छोड़ िदया गया।
नेपोिलयन बेरोजगार थे और तुक सेना या यहाँ तक िक ऑ िलया पर नौसैिनक धावे म शािमल होने पर िवचार
कर रह थे। आिखरकार वे डायर टरी क एक सद य पॉल बरास क साथ चले गए। पॉल ने इस युवक क उ साह
को पहचाना और स 1795 म एक राजतं वादी भीड़ को दबाने क िलए उनका इ तेमाल िकया। नेपोिलयन न
कवल पूरी तरह वफादार थे, ब क समय पड़ने पर वे िनदयी भी हो सकते थे। उ ह यूले रये पैलेस म कॉ वट क
र ा कर रह कामचलाऊ बल का भार स पा गया। जब राजतं वािदय और ांितका रय ने 3 अ ूबर को रा ीय
स मेलन क िखलाफ एक हिथयारबंद िवरोध दशन िकया तो नेपोिलयन ने हमलावर को भगाने क िलए तोपखाने
का इ तेमाल िकया। उ ह ने घुड़सवार सेना क एक युवा अिधकारी जोआिचम मुराट, जो बाद म नेपोिलयन क
र तेदार बने, क मदद से इन तोप पर अिधकार िकया था। हालाँिक पूर पे रस म घमासान संघष चल रहा था,
तथािप नेपोिलयन ने बाद म यह ड ग मारी थी िक उ ह ने ‘गोिलय क एक बौछार’ म सड़क को खाली करा िदया
था। इस जीत ने उ ह आक मक िस , समृ और नई डायर टरी, खासकर उसक नेता बरास का संर ण
िदलाया। कछ ही स ाह क अंदर वे बरास क पूव ेिमका जोसिफन िड यूहरनैस से रोमांस करने लगे, िजनक
साथ उ ह ने 9 माच, 1796 को िववाह कर िलया।
िववाह क कछ समय बाद नेपोिलयन को ांसीसी सेना का पूण िनयं ण ा हो गया, िजसका उपयोग उ ह ने
इटली पर एक सफल चढ़ाई क िलए नेतृ व करने म िकया। अपने िम व यवहार और अपने सैिनक क साथ
नजदीक क कारण उ ह ‘द िलिटल कॉरपोरल’
जोसिफन िड यूहरनैस
(न हा नायक) का उपनाम िमला। वे अपने अिधकतर सैिनक को नाम से पहचानते थे।
उ ह ने ऑ यन को ल बारडी से भगा िदया और पपल ट स क सेना को हराया, य िक पोप पायस ष म ने
लुई सोलहव क ह या का िवरोध िकया था। ांस ने दो छोट पपल इलाक को अपने रा य म िमलाते ए बदला
िलया, लेिकन नेपोिलयन ने रोम पर चढ़ाई करने और पोप को ग ी से उतारने क डायर टरी क आदेश को
अनदेखा कर िदया।
स 1797 क आरभ म बोनापाट ने ऑ या पर चढ़ाई क और उसे एक शांित समझौता करने क िलए िववश
कर िदया। इसक कारण ई क पो क संिध ने ांस को उ री इटली क अिधकांश े पर िनयं ण िदला िदया।
एडिमरल होरािशयो ने सन
ांस ने नीदरल स और तेजी से िवकिसत हो रह औ ोिगक े राइनलड को भी अपने अधीन कर िलया था।
एक पूव शत क अनुसार ऑ या को वेिनस का वादा िकया गया था, लेिकन नेपोिलयन ने एक बड़ी सै य टकड़ी
क साथ वेिनस पर चढ़ाई कर दी। आ मसमपण क िलए िववश वेिनस क लगभग 1,000 वष क आजादी समा
हो गई। बाद म स 1797 म बोनापाट ने इटली म कछ ांसीसी भु ववाले इलाक को िससलपाइन रप लक क
प म एक कत िकया। कल िमलाकर इटली म ऑ यन और सिदिनयन सेना को कचलते ए और क पो
संिध क िलए िववश करते ए गठबंधन क साथ यु को समा करने म नेपोिलयन क भूिमका मह वपूण थी।
इसक बाद उनका दजा एक रा ीय नायक का हो गया। अगले वष बोनापाट को इटली क सेना का कमांड िमल
गया, जहाँ कई पुराने जनरल क ऊपर उ ह पदो त िकया गया। वे जनरल नेपोिलयन को संदेह और ितर कार क
ि से देखते थे, लेिकन लड़ाई क मैदान म उतरने और िकए गए वाद ने उ ह दु यवहार पीि़डत सैिनक से
सराहना और िव ास िदलाया। म टनोट, मा डोवी, आरकोला और रवोली सिहत ब त-सी लड़ाइय म बोनापाट ने
बूढ़ होते ऑ यन जनरल को दरिकनार कर अपने आपको अपने समय क एक मुख सैिनक क प म थािपत
िकया। अब तक वे ांस और यूरोप म लगभग पूण भु व हािसल कर चुक थे।
अब कवल ि टन ही ऐसा देश था, जो ांस से यु कर रहा था। नेपोिलयन ि िटश सेना क साथ सीधी लड़ाई
से डरते थे, इसिलए उ ह ने अपना यान िम क ओर लगा िदया। िम ऑटोमन सा ा य क अंतगत था, जो पूव
दुिनया क साथ ि टन क यापार माग म एक मह वपूण े था। नेपोिलयन ने भूम य सागर क मा यम से ि िटश
यापार को तोड़ने क योजना बनाई।
1 अग त, 1798 को अबुक र क यु म एडिमरल होरािशयो ने सन ने ांसीसी सेना को परा त कर िदया।
इससे न कवल नेपोिलयन का िम अिभयान िवफल हो गया, ब क उ ह स क गु से का भी सामना करना
पड़ा। स कछ समय से उ री अ का म भूभाग हिथयाने क कोिशश कर रहा था।
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जनरल नेपोिलयन बोनापाट
नेपोिलयन को पारप रक सै य िवचारधारा का
यापक ान था और वे वा तिवक जीवन क प र थितय म उनका
सफलतापूवक योग करते थे। उनक अपने श द म—‘म साठ लड़ाइयाँ लड़ा और मने ऐसा कछ नह सीखा
जो म शु म नह जानता था।’
इटािलयन अिभयान क दौरान उनक मु यालय क समकालीन पिटग म उ ह दुिनया क पहली दूरसंचार णाली
इ तेमाल करते ए िदखाया गया ह।
बरास
स 1797 क म य म ए चुनाव क बाद राजतं वादी पाट क ताकत बढ़ गई, िजससे डायर टरी म बरास और
उनक सहयोिगय को परशानी हो गई। बदले म राजतं वािदय ने नेपोिलयन पर इटली को लूटने और ऑ यन क
साथ िनरकश यवहार करने का आरोप लगाया। अपनी सेना क मदद से बोनापाट ने 4 िसतंबर को सभी
राजतं वािदय को पे रस से भगा िदया। बरास और उनक रप लकन सहयोिगय को पुनः िनयं ण िमल गया,
लेिकन वे नेपोिलयन और उनक सै य कमांड पर अ यिधक िनभर थे। िदसंबर म पे रस लौटने तक नेपोिलयन
बोनापाट िवजेता नायक बन चुक थे, जो िकसी भी डायर टर से अिधक लोकि य थे।
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1798-99 का िम अिभयान
ांस और यूरोप क अिधकांश िह स पर अपना अिधकार थािपत करने क बाद भी नेपोिलयन अं ेज क हमल
से परशान थे। उ ह श शाली अं ेज सेना , खासकर उसक नौसेना का सामना करने क यथता का पता था।
उस समय ि टन भारत क साथ अपने यापा रक संपक क सुर ा क िलए उ सुक था। वह माग भूम य सागर क
जलमाग और िफर थल म ऑटोमन सा ा य से होते ए
िम म यु करते ए ि िटश
जाता था। उस समय ऑटोमन सा ा य का एक ांत रहा िम उस माग म रणनीितक थान पर था। नेपोिलयन का
इरादा िम पर अिधकार करने और इस कार भारत क साथ ि िटश यापार को बािधत करना था। इस अिभयान
क प रणाम और लागत क बार म संदेह होने क बावजूद डायर टर इससे तुरत सहमत हो गए, य िक वे लोकि य
जनरल को क से दूर देखना चाहते थे। नेपोिलयन ने अपने िम अिभयान म बड़ी सं या म वै ािनक को शािमल
िकया, जो ान और िश ा क ित उनक समपण का ढ़ संकत था। बहरहाल, ब त लोग इसे अपने वा तिवक
सा ा यवादी उ े य को िछपाने का उनका तरीका मानते ह। वहाँ क गई ब त सी खोज म रोजेटा टोन ब त
मह वपूण था। नेपोिलयन ने खुद को ऐसे य क प म दिशत करते ए थानीय लोग का समथन जीतने क
कोिशश क , जो उन लोग को ऑटोमन दमन से आजाद कराने आया था। यहाँ तक िक उ ह ने इसलाम क
उ य क भी शंसा क । नेपोिलयन क सेना ने 9 जून को मा टा पर अिधकार कर िलया।
1 जुलाई को नेपोिलयन और उनक सेना ि िटश रॉयल नेवी से सफलतापूवक बचते ए एले जि या प चे।
उनका सामना तुरत म य पूव म एक पूव श मेम यूक से आ। वे िपरािमड से लगभग 4 मील दूर थािपत थे
और उ ह डर था िक इस लड़ाई म पराजय उनक ताकत को पूरी तरह समा कर देगी। उ ह ने 25,000 से लेकर
1,00,000 तक क घुड़सवार सेना भेजी और लड़ाई तुरत समा हो गई। हालाँिक वे सं या म काफ अिधक थे,
लेिकन नेपोिलयन ने मु य प से अपनी रणनीित क वजह से लड़ाई म िवजय हािसल क ।
उनक सैिनक ने खोखले वग (हॉलो ायर) बनाए, हर साइड बाहर क ओर थी िजसक अंदर तोप और
आपूितयाँ सुरि त रखी थ । इससे एक सश र ा णाली बनी, िजसने साथ-ही-साथ सैिनक का हर िदशा म
बाहर क ओर फायर करना आसान बनाया। कल िमलाकर कवल 300 ांसीसी सैिनक मार गए, जबिक लगभग
6,000 िम क मूल िनवासी मार गए।
उस समय अं ेज क पास एडिमरल होरािशयो ने सन क कमांड म दुिनया क सबसे श शाली नौसेना थी।
ांसीिसय ने थल पर
ांसीसी सैिनक
भारी िवजय ा क और वे मानते थे िक िम क तट पर उनक साथ मौजूद छोटा बेड़ा सुरि त था; ि िटश
जहाज कवल खुले समु क ओर से ही हमला कर सकते थे।
1 अग त को ि िटश बेड़ ने ांसीसी यु पोत को अबुक र क खाड़ी म खड़ पाया। वे एक मजबूत र ा मक
पं म खड़ थे, लेिकन कछ ि िटश जहाज भूिम और ांसीसी पं क बीच घुसने म सफल हो गए। इसक बाद
ि िटश टकि़डय ने दोन ओर से आ मण िकया और आिखरकार दो ांसीसी पोत को छोड़कर सभी पर या तो
अिधकार कर िलया गया या उ ह न कर िदया गया। दो जहाज िगलुम टल और जेनेर बच िनकले, लेिकन पहले
जहाज को ज दी ही मा टा पर ि िटश िवजय क म म पकड़ िलया गया।
नील क इस लड़ाई म ांसीसी पराजय िवफल र ा मक रणनीित क वजह से ई, लेिकन इसक मु य वजह
ांसीसी जहाज पर लोग क कमी थी िजसम ‘युवा और उ त’ सैिनक थे।
कल िमलाकर लगभग 250 ि िटश और 1,700 ांसीसी मार गए। बोनापाट और उनक बचे ए सैिनक थल
तक सीिमत हो गए। भूम य सागर म ांस क थित को मजबूत करने का उनका ल य पूरी तरह िवफल हो गया।
इसक बावजूद उनक सेना िम म ताकत बढ़ाने म सफल रही। हालाँिक उ ह बार-बार रा वादी िव ोह का
सामना करना पड़ा।
स 1799 क आरभ म नेपोिलयन ने अपना यान सी रया क ऑटोमन ांत पर लगा िदया, जो आधुिनक इ ाइल
ह। सं या म मजबूत होने क बावजूद ऑटोमन सैिनक का अनुभवी और स म ांसीसी सेना से कोई मुकाबला
नह था। उ ह ने ऑटोमन सैिनक क साथ कई लड़ाइय म सेना को जीत िदलाई।
बरस क लड़ाई ने अपना दु भाव िदखा िदया था। सेना लड़ाइय से थक चुक थी और रोग तथा अपया
आपूितय से कमजोर हो चुक थी। नेपोिलयन ए क िकले को जीतने म िवफल रह और मई म िम लौटने क
िलए िववश ए। 25 जुलाई को ऑटोमन सैिनक ने जमीन पर और अबुक र क समु म ांसीसी टकि़डय पर
हमला कर िदया। नेपोिलयन उ ह हराने म सफल रह, लेिकन आिखरकार स 1799 म उ ह िम छोड़ना पड़ा। वे
अपने अिधकार वाले इलाक को अपने सैिनक को स पकर आ गए, लेिकन उन पर लगातार ि िटश और ऑटोमन
आ मण होते रह। शेष सैिनक ने आिखरकार ि िटश सैिनक क सामने आ मसमपण कर िदया, लेिकन उससे
पहले हर तीन म से एक क मौत हो चुक थी।
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18 ूमैयर का त तापलट
यह आक मक त तापलट वह घटना ह, िजसने ांस म डायर टरी क अंतगत सरकारी यव था को पलट िदया।
इसे अ सर ांसीसी ांित क एक भावशाली अंत और नेपोिलयन बोनापाट क तानाशाही क िलए माग श त
होने क प म देखा जाता ह। िम म बोनापाट ने अखबार और िड पैच क मा यम से यूरोपीय मामल पर
िनगरानी रखने का यास िकया था। ांसीसी तटीय बंदरगाह को अव करक ि िटश जहाज क अ थायी
रवानगी का लाभ उठाते ए 23 अग त, 1799 को वे अचानक समु ी रा ते से ांस क िलए रवाना हो गए। उनक
राजनीितक िवरोिधय ने उन पर अपने सैिनक को छोड़कर भाग आने का आरोप लगाया, लेिकन यह त य अपनी
जगह ह िक उ ह डायर टरी से पे रस लौट आने का आदेश िमला था। हालाँिक असं य ांसीसी जीत से सै य
थित सुधरी थी, लेिकन गणतं कगाल हो चुका था और व अ म डायर टरी ांसीसी जनता म काफ
अलोकि य हो चुक थी िजससे आंत रक अशांित बढ़ रही थी।
पाँच डायर टर म से एक ऐबे िसये ने सबसे पहले त तापलट क योजना बनाई। पूव म कई जीत हािसल करने
क बाद नेपोिलयन का जनता ने िजस उ साह से वागत िकया था, उससे िसये को लगता था िक उनक त तापलट
म जनरल बोनापाट का होना अ याव यक ह, लेिकन िसतंबर, 1799 म िम से लौटने क बाद बोनापाट ने
घटना को इस चतुराई से घुमा िदया िक त तापलट से स ा िसये क नह , ब क उनक झोली म आ िगरी।
इस त तापलट म मुख अवरोध खुद सेना म ही थे। जीन बै ट ट जॉडन जैसे कछ जनरल रप कनवाद म
भरोसा करते थे; कछ अ य जैसे बनाडोट खुद को ही ांस पर शासन करने म स म मानते थे। अपने गुण क
अनु प बोनापाट ने चालाक से सबक भावना को यान म रखा और अपने इराद को गु रखा।
सेना क एक कांटर टर कॉलोट ने त तापलट क िलए दो िमिलयन क िदए। योजना यह थी िक पहले सैिनक
डायर टर को यागप देने क िलए िववश करगे और िफर दोन प रषद को एक नया संिवधान बनाने क िलए एक
आ ाकारी आयोग िनयु करने हतु तैयार िकया जाएगा। इस योजना म बोनापाट क भाई लुिसयन, जो तब
काउिसल ऑफ फाइव ह ड क पीकर थे, एक अ य डायर टर रोजर डकोस और टलीरड शािमल थे।
18 ूमैयर, 9 नवंबर क सुबह, त तापलट क ित सहानुभूित रखनेवाले काउिसल ऑफ ए डस क कछ
सद य , ने अपने सहयोिगय को जेकोिबन ष यं क बार म चेताया और उ ह पे रस छोड़ने क िलए िववश िकया।
िसये और रोजर डकोस ने डायर टर क पद से इ तीफा दे िदया। टलीरड ने बरास को भी ऐसा करने क िलए
िववश कर िदया। बाहर बगीचे म सैिनक क उप थित उ ह िवरोध क िनरथकता बताने क िलए पया थी। तीन
डायर टर का यागप एकता को ख म करने क िलए पया था, लेिकन दो जेकोिबन डायर टर —गोहीर और
मौिलन ने इ तीफा देने से इनकार कर िदया। मौिलन बच िनकले, लेिकन गोहीर को बंदी बना िलया गया। हालाँिक
दोन प रषद को त काल भंग नह िकया गया और उनक बैठक जारी रही।
उस सुबह बाद म बोनापाट क नेतृ व म सैिनक ने िनयं ण अपने हाथ म ले िलया। उ ह ने लेिज लेिटव प रषद
को िततर-िबतर कर िदया और बोनापाट, िसये तथा डकोस को सरकार चलाने क िलए अ थायी काउिसल िनयु
कर िदया।
ांित से ऊब चुक ांसीसी जनता ने त तापलट का वागत िकया। लोग अब बु मान और सु ढ़ शासन
चाहते थे। जेकोिबन ांितका रय क ितरोध को तुरत कचल िदया गया, कछ िवरोध करने वाले जेकोिबन
लेिज लेटर को िनवासन दे िदया गया और अ य को िगर तार कर िलया गया।
िसये को उ मीद थी िक वे नई शासन यव था पर हावी ह गे, लेिकन बोनापाट ने त तापलट करते ए अपने
उ थान को पूण स ा ा करने क साथ पूरा िकया। उ ह ने संिवधान तैयार िकया और थम काउिसल क प म
अपना चुनाव सुिन त िकया, िजसने उ ह अ य दो से अिधक श दी। इसक अित र उ ह ने सीनेट को िनयु
िकया और सीनेट ने संिवधान क या या क । बोनापािट ट सीनेट ने उ ह िड ारा शासन करने क अनुमित
दी, िजससे रा य प रषद और ि यूनेट कवल सजावटी व तु बनकर रह गए।
थम काउिसल—18 ूमैयर क त तापलट क बाद 1799 से 1804 तक ांस सरकार को द काउिसलेट क
प म देखा जाता था। इस अविध क दौरान थम काउिसल क प म नेपोिलयन बोनापाट ने अपने आपको ांस
म मुख ताकत क प म थािपत कर िलया था, लेिकन अभी खुद को स ा घोिषत नह िकया था। नई सरकार
तीन संसदीय असबिलय से बनी थी : काउिसल ऑफ टट जो िवधेयक तैयार करता था, ि यूनेट जो िबना मतदान
िकए उन पर चचा करता था और लेिज लेिटव असबली जो िबना उन पर चचा िकए मतदान करती थी। कायकारी
अिधकार तीन काउिसल म िनिहत थे, िज ह दस वष क िलए चुना जाता था। समय क साथ नेपोिलयन ने घटना
को अपने िहसाब से भािवत करते ए थम काउिसल क प म अपनी ताकत बढ़ाई और दो अ य काउिसल
तथा उसक साथ असबिलय को कमजोर कर अपने अधीन बना िदया। इस कार उ ह ने चतुराई से ए र टो िटक
संिवधान को एक अ य तानाशाही म बदल िदया। 7 फरवरी, 1800 को प प से भािवत िकए गए चुनाव
ने नेपोिलयन को अ य दो काउिसल से अिधक कायकारी श याँ दान करते ए थम काउिसल का दजा
सुिन त कर िदया। सं ेप म, अब वह वन मैन गवनमट थे।
शु आती राजा क तरह बोनापाट ने कई थायी सुधार िकए, जैसे—क ीकत और उपयोिगतावादी
पिसयासिनक यव था, एक कर णाली, एक क ीय बक, िविध संिहताएँ और सड़क तथा िनकास णािलय क
यव था। उ ह ने रा ीय सं थान , उ िश ा, एक याियक यव था और िव क अंग , बक , संिहता और
ईमानदार अनुशािसत म श क परपरा क िलए आव यक धनरािश सृिजत क या उसे बढ़ाया।
स पर चढ़ाई
कां ेस ऑफ एरफट का मु य उ े य स- ांसीसी गठबंधन को बनाए रखना रहा था, लेिकन 1811 तक
दोन देश क बीच संबंध ब त तनावपूण हो गए। स 1807 म अपनी पहली मुलाकात क बाद से स क जार
एले जडर थम और नेपोिलयन क दो ताना य गत संबंध बन गए थे, लेिकन वे ांस क साथ संबंध तोड़ने क
िलए सी अिभजात तं क ओर से गहर दबाव म थे। उस संबंध का िगरावट क ओर जाने का पहला संकत यह
था िक स म महा ीपीय यव था क योग म ढील िदया जाना नेपोिलयन को ोध िदला रहा था। स 1812
तक एले जडर क सलाहकार ने ांसीसी सा ा य पर आ मण करने और पोलड पर िफर से क जा करने क
योजना सुझाई। पोलड क सीमा पर बड़ी सं या म सै य टकि़डयाँ तैनात क गई। स ारा यु क तैया रय
क खबर िमलने पर नेपोिलयन ने अपनी ड आम को लगभग 4,50,000-6,00,000 य य क िवशाल बल
तक िव तृत करना शु कर िदया। िव तृत सी इलाक पर हमला करने क िखलाफ नेपोिलयन को बार-बार दी गई
चेतावनी को पूरी तरह उपेि त कर िदया गया। उ ह ने एक आ ामक अिभयान क िलए अपनी सेना को तैयार
िकया।
23 जून, 1812 को नेपोिलयन ने स पर चढ़ाई शु क । पोिलश रा वािदय और देशभ से अिधक सहयोग
ा करने क यास म नेपोिलयन ने उस यु को ‘दूसर पोिलश यु ’ (पहला पोिलश यु स, पिसया और
ऑ या से पोलड क आजादी का था) का नाम िदया। पोिलश देशभ िवभािजत पोलड क सी िह से को ड
डची ऑफ वारसा म शािमल िकए जाने और पोलड का एक नया रा य बनाए जाने क इ छा रखते थे, लेिकन
नेपोिलयन ने इससे इनकार कर िदया। उ ह डर था िक इससे पिसया और ऑ या ांस क िखलाफ यु म उतर
आएँगे। उ ह ने सी दास को मु करने क अनुरोध को भी अ वीकार कर िदया, य िक उ ह डर था िक यह
उनक पीछ एक ि़ढवादी िति या को े रत कर सकता ह।
नेपोिलयन एक िनणायक संघष क उ मीद कर रह थे, लेिकन िमखाइल बोगडानोिवच बाकले िड टॉली क नेतृ व
म िसय ने चतुराई से इसे टाल िदया। वे स म और अंदर क ओर लौट गए। मोले क म ितरोध का एक
छोटा यास िकया गया (16-17 अग त), लेिकन इस े म यु क एक ंखला म सी हार गए। नेपोिलयन
ने आगे बढ़ना जारी रखा। अपनी रणनीितक वापसी क दौरान िसय ने धन-संपदा को उजाड़ने का दाँव चला।
उ ह ने फसल को जला िदया और पशु को मार डाला, तािक ांसीिसय क पास खाने को कछ न हो। भूख क
अित र स क जानलेवा सद ांसीसी सैिनक पर भारी पड़ रही थी। अपनी चढ़ाई क पहले आठ स ाह क
दौरान ही अिभयान क मुख लड़ाई से पहले नेपोिलयन क ड आम का मुख िह सा आधा रह गया। यह स
कछ तो आपूित क क मोचाबंदी और कछ रोग , भाग जाने और हताहत होने क वजह से था। मु य लड़ाई से
पहले हजार सैिनक मह वहीन और छोटी-मोटी लड़ाइय म गँवा िदए गए। 7 िसतंबर, 1812 को बोरोिडनो म
नेपोिलयन क पास 1,35,000 से अिधक सैिनक नह थे। कम-से-कम 30,000 लोग एक श ु इलाक म लगभग
600 मील अंदर एक छोटी और खूनी जीत ा करने म गँवा िदए गए। इसका नतीजा मा को का उनक ऊपर
संघषरिहत क जा था।
लगातार पीछ हटने क अपनी अ थायी रणनीित क िलए आलोचना क िशकार बाकले क जगह कतुजोव को
लाया गया। कतुजोव ने बाकले क रणनीित को जारी रखा, लेिकन अंततः उ ह ने 7 िसतंबर को मा को से बाहर
लड़ाई क िलए ललकारा। दोन सेना को बराबर ित ई। सी प म हताहत क सं या थोड़ी अिधक थी।
हालाँिक नेपोिलयन परािजत नह ए थे, लेिकन सी सेना भी डटी रही और उसने ांसीसी सेना का मुकाबला
िकया। इस यु ने उ ह वह िनणायक जीत नह िदलाई िजसक उ ह उ मीद थी। सी सेना पीछ हट गई और
मा को से पीछ चली गई।
अब नेपोिलयन मा को म वेश करने म समथ थे और उनका अनुमान था िक मा को क हार इस यु को
समा कर देगी तथा एले जडर थम शांित समझौता कर लगे, लेिकन शहर क सै य पिसयासक और कमांडर-
इन-चीफ िफयोदोर रो तोपिचन आ मसमपण
नेपोिलयन क मा को से वापसी
का अपमान सहने क िलए तैयार नह थे। उ ह ने मा को को जला देने क आदेश िदए। ांस पर िनयं ण खो देने
क डर से नेपोिलयन एक महीने क अंदर मा को से वापस चले गए। इस वापसी से उ ह और नुकसान आ।
लगभग 6,50,000 टलाइन सैिनक क साथ अिभयान शु करने वाले नेपोिलयन क सेना म बेरिजना नदी को
पार करते ए बचने क िलए (नवंबर, 1812 म) िसफ 40,000 लोग थे। इस अिभयान म लगभग 4,00,000 सी
हताहत और लाख नाग रक मौत क मुकाबले ांसीिसय को 5,70,000 सैिनक क ित सहनी पड़ी।
q
छठ गठबंधन क लड़ाई
स 1812-13 क सिदय क दौरान सी और ांसीसी दोन अपनी-अपनी िवशाल ितय से उबरने का यास
कर रह थे। इस अविध क दौरान यु नह ए, लेिकन पोलड म एक छोटी सी सी सेना ने ांसीसी सैिनक को
परशान करना जारी रखा। आिखरकार पोलड म मौजूद 30,000 सैिनक वहाँ से जमन रा य क ओर चले गए।
पोलड से क गई भितय क साथ िमलकर नेपोिलयन ने कल 1,30,000 सैिनक क सेना बना ली। यह सेना
बढ़ती रही, य िक नेपोिलयन का ढाई लाख जमन सैिनक क साथ कल 4,00,000 ांसीसी सैिनक क सेना का
ल य था।
स म नेपोिलयन क ित से ो सािहत होते ए पिसया ज दी ही उस गठबंधन म शािमल हो गया िजसम अब
स, यूनाइटड िकगडम, पेन और पुतगाल थे। नेपोिलयन ने जमनी म कमान सँभाली और ज दी ही गठबंधन देश
पर पराजय क झड़ी लगा दी। सबसे अिधक नुकसान डन क लड़ाई म आ, िजसम गठबंधन बल क एक
लाख से अिधक लोग मौत का िशकार ए।
इन आरिभक सफलता क बावजूद नेपोिलयन क िखलाफ श ु क सं या बढ़ती रही, य िक वीडन और
ऑ या भी गठबंधन म शािमल हो गए थे। आिखरकार िलपिजग म बैटल ऑफ नेशंस (16-19 अ ूबर) म
ांसीसी सेना को अपने दुगने आकार क बल ारा पराजय का सामना करना पड़ा। कछ जमन रा य ने लड़ाई
क म य ही पाला बदल िलया, िजससे ांस क थित और कमजोर हो गई। यह नेपोिलयिनक यु म से सबसे
लंबा यु था। इसम दोन प म कल िमलाकर 1,20,000 लोग हताहत ए।
इसक बाद नेपोिलयन मब प से वापस ांस लौट गए, लेिकन उनक सेना अब पाँच लाख गठबंधन
सैिनक क मुकाबले 1,00,000 से भी कम रह गई थी। अब ांसीसी चार ओर से िघर ए थे। ि िटश सेनाएँ
दि ण से दबाव डाल रही थ , जबिक गठबंधन बल जमन रा य से अंदर आ रह थे। ांसीसी सेनाएँ अब एक
अप रहाय पराजय को कछ िदन क िलए टाल सकती थ ।
यूक वेिलंगटन
रह थे। उस िदन क लड़ाइय का प रणाम यह रहा िक ा े ास ने वेिलंगटन क सेना को लूशर क नेतृ व
म पिसया क मदद क िलए जाने से रोक िदया। यह अिधक िवशाल गठबंधन सेना को टकड़ म बाँटने क
नेपोिलयन क रणनीित थी, तािक वे अलग से उन पर आ मण करक उ ह नुकसान प चा सक।
पिसयन सेना क पीछ हटने से वह वे शहर म प च गई थी और यह सहज प म सेना का िव यास िबंदु बन
गया। पिसयन चीफ ऑफ टाफ जनरल ऑग ट वॉन नेसेनाउ ने पिसयन सेना को िट ी तक ले जाने क योजना
बनाई, जहाँ से सेना वेिलंगटन क सहायता क िलए जा सकती थी, लेिकन सेना क एक िह से क राइन क ओर
पीछ हटने और उसक अिधकांश िह से क वे क ओर वापस जाने क वजह से िनयं ण छट गया था। यहाँ
नेसेनाउ ने वेिलंगटन क बाई ओर प चने का फसला िकया। उ ह ने पहली, दूसरी और चौथी कोर क साथ भोर म
चलना शु िकया। जनरल बुलो वॉन डनिव ज क अगुआई म दूसरी कोर िलगनी म उप थत नह थी, लेिकन
बाद म 17 और 18 माच क रात क समय प च गई।
17 माच को नेपोिलयन क अधीन थ माशल ाउची 30,000 लोग क सेना क साथ पिसया पर हमला करने क
आदेश का इतजार कर रह थे। नेपोिलयन ने आदेश देने म देर लगाई, इसिलए ाउची ने यह अिभयान देर से शु
िकया। यह िवलंब नेपोिलयन क पराजय का आिखरी कारण था। पिसया क सेना क मु य भाग क पहचान म
मू यवान समय न हो गया। सेना को वे प चने से रोकने म काफ देर हो चुक थी, जहाँ से वह वेिलंगटन क
सहायता क िलए जा सकती थी।
18 माच को उ री सेना क दािहनी शाखा क साथ नेपोिलयन ने वे क लड़ाई म ले टनट जनरल बैरन जोहान
वॉन थेलमन क नेतृ व म पिसया क िपछली र क सेना से मुकाबला िकया। िलगनी म पिसया क हार क बाद
ा े ास म वेिलंगटन क थित कमजोर हो गई थी। 17 माच क तूफानी आ मण क दौरान वेिलंगटन अपनी
सेना को पीछ हटाते ए वाटरलू क अपने मु यालय से लगभग एक मील दि ण म म ट सट जीन पर पहले से
खोजी गई पहाड़ी तक ले आए। माशलनेय क नेतृ व म ांसीसी उ री सेना ने उनका पीछा िकया। नेपोिलयन पूव
िनयोिजत रणनीित क अनुसार माशल नेय से आ िमले।
इस लड़ाई म 73,000 ांसीसी सैिनक शािमल थे; जबिक गठबंधन सेना म लगभग 67,000 सैिनक थे। ढाई
पिसयन सै य कोर इस लड़ाई म शािमल थी, िजसने पूरी तरह शािमल पिसयन क सं या को 48,000 तक प चा
िदया।
वाटरलू म वेिलंगटन क पास अपने दािहनी शाखा क िलए बेस क प म मजबूत होजोम ट फाम था और उनक
बाई ओर कई अ य फाम थे। अभी यु शु भी नह आ था िक नेपोिलयन को अपनी पहली बड़ी सम या से
ब होना पड़ा। दो िदन पहले िलगनी से पिसया क सेना क भागने क बाद से उसक थित क बार म अिन त
नेपोिलयन को वेिलंगटन क सेना पर हमला बोलने क आव यकता लग रही थी।
लड़ाई होजोम ट पर एक आ मण क साथ लगभग 10 बजे शु ई, लेिकन मु य हमले को घंट िवलंिबत कर
िदया गया, जब तक िक िपछली रात क वषा से गीली जमीन ांसीसी सैिनक का भार उठाने क िलए पया प
से सूख नह गई। क चड़ ने पैदल सेना और घुड़सवार सेना को भी मोचा सँभालने म बािधत िकया।
आिखरकार ांसीसी तोपखाने ने लगभग 11.35 बजे वेिलंगटन क पहाड़ी क ओर गोिलयाँ बरसाई, लेिकन
गठबंधन सेना पर उसका यािशत भाव नरम जमीन क वजह से कम हो गया िजसने तोप क कई गोल क भाव
को सोख िलया। इसक अित र वेिलंगटन ने चतुराई से अिधकांश गठबंधन सेना को पहाड़ी रखा क पीछ लगाया,
तािक सेना को गोलीबारी से बचाया जा सक। ांसीसी यु रणनीित का एक मह वपूण त व यह उ मीद थी िक
वेिलंगटन होजोम ट क सुर ा क िलए अपने रजव बल को अपने दािहनी ओर लगाएँग।े एक समय ांसीसी
भगाए जाने से पहले फाम क आँगन म घुसने म सफल हो गए थे, लेिकन फाम पर उनक हमले आिखरकार
िवफल हो गए और वेिलंगटन को अपनी रजव सेना क इ तेमाल क ज रत नह पड़ी। होजोम ट एक यु क
अंदर यु बन गया और उस पूर िदन उसक सुर ा ने हजार मू यवान ांसीसी सैिनक को अपनी ओर ख चा,
जबिक कछ को छोड़कर वेिलंगटन क रजव सेनाएँ उसक क म रह ।
नेपोिलयन क पराजय
म सफल रह , िजसक बाद पिसयन क भारी या मण ने उ ह बाहर खदेड़ िदया। सबसे अंत म ओ ड गाड
भागे, जो चच और क गाह क र ा कर रह थे। िदन क अंत तक ांसीिसय को भारी नुकसान हो चुका था।
ांसीिसय ारा ला हाये सट पर क जे क वजह से वेिलंगटन क क क कमजोर होने क साथ ही नेपोिलयन
ने अपनी आिखरी रजव सेना दुजय इपी रयल गाड को यु म लगा िदया। भारी गोलीबारी क बीच से आगे
िनकलते ए पहले से सं या म कम हो चुक िमडल गाड क 5 बटािलयन ने ि िटश, सिवक और नासो
टकि़डय सिहत गठबंधन सेना क थम पं को हरा िदया। इसी बीच जनरल वॉन जीथेन क पहली पिसयन सै य
कोर क कछ अंग आिखरकार वहाँ वेिलंगटन क बाई सेना पर से दबाव कम करने म मदद करने प च गए थे,
इससे वेिलंगटन को अपने कमजोर क को मजबूत करने का मौका िमल गया।
ांसीसी गाड बटािलयन आगे बढ़ती रही और थित संकटपूण हो गई। चास क नीदरल स िडिवजन को आगे
क ओर भेजा गया। चास ने ांसीिसय का आगे बढ़ना रोकने क िलए अपनी आिटलरी को आगे भेजा। उनक
गोलीबारी िवजेता ेनेिडयर को बगल तक ले गई। इससे भी गाड बटािलयन का आगे बढ़ना नह का, इसिलए
चास ने अपनी पहली ि गेड को ांसीिसय पर हमला करने का आदेश िदया।
इसी बीच प म क ओर मेटलड क नेतृ व म 1,500 ि िटश गाड अपने आपको ांसीसी तोप से बचाने क
िलए लेट ए थे। वे एक साथ उठ और उ ह ने वाइट लक रज से गोिलयाँ बरसाते ए इपी रयल गाड को
भ च ा कर िदया। गोलीबारी का जवाब देने क िलए ांसीसी घुड़सवार सेना फल गई। 10 िमनट तक गोिलय क
आदान- दान क बाद सं या म कम हो चुक ांसीिसय ने डगमगाना शु कर िदया। यह संगीन क हमले क िलए
संकत था, लेिकन िफर एक नई ांसीसी शासर बटािलयन सामने आई। ि िटश गाड पीछ हट गए और ांसीिसय
ने उनका पीछा िकया। इपी रयल गाड अ यव था और भगदड़ म िछतरा गए। ांसीसी पं य म आतंक क लहर
दौड़ गई। वेिलंगटन ने िबलकल सही अनुमान लगाया था िक इपी रयल गाड ारा पीछ हटना, उसे देखने वाले
सभी ांसीसी सैिनक का मनोबल तोड़ देगा, इसिलए वह कोपेनहगेन (उनका पसंदीदा घोड़ा) पर सवार ए और
अपना हट लहराया जो एक जनरल क आगे बढ़ने का संकत था। लंबे समय से लड़ते ए थक चुक एं लो-
गठबंधन पैदल सेना अपनी पं य से आगे क ओर बढ़ी और वापस लौटते ांसीिसय पर टट पड़ी।
गठबंधन क पर असफल हमले क बाद ांसीसी इपी रयल गाड ने ि िटश क िखलाफ एक आिखरी लड़ाई क
िलए ला हाये सट क दि ण म अपनी तीन बटािलयन क रजव बल को एकि त िकया। ले टनट जनरल सर
हनरी ंटन क नेतृ व म दूसरी एं लो-गठबंधन िडिवजन म जनरल एडम क िब ेड और 5व ि गेड क एक
िह से क ओर से िकए गए हमले ने उ ह म क थित म डाल िदया। अध संगिठत इकाइय म बच गए सैिनक
लड़ते ए ला बेल एलायंस क ओर लौटने लगे। इसी दौरान कनल ू हा कट ने जनरल क ोन का आ मसमपण
करवाया। ऐसा ला हाये सट क आस-पास क े से ला बेले एलायंस क ओर वापस लौट रह एक अध संगिठत
वग यूह क िवनाश क दौरान आ।
िजस समय इपी रयल गाड को वापस खदेड़ा जा रहा था, उसी समय पिसयन ने आिखरकार ांसीिसय को
लसनोइट गाँव से बाहर खदेड़ िदया। जीथेन क सैिनक िड एलन और लोबू क बीच क जगह म घुस गए और
पीछ से ांसीिसय क जगह ले ली। लसनोइट क क जे क बाद पूरा ांसीसी मोचा एं लो-गठबंधन सेना और
पिसयन क आगे बढ़ने क साथ िबखरना शु हो गया। आिखरी संगिठत ांसीसी सेना म ला बेल एलायंस नामक
सराय क पास मौजूद ओ ड गाड क दो बटािलयन शािमल थ । यह आिखरी रजव सेना थी और नेपोिलयन का
एक य गत बॉडीगाड उसम शािमल था। नेपोिलयन ने उ मीद क थी िक यिद वे ढ़ रह तो ांसीसी सेना उनक
पीछ आ सकती ह, लेिकन जब यह वापसी एक भगदड़ म बदल गई तो वे गठबंधन घुड़सवार सेना से बचाव क
िलए वग यूह बनाने क िलए मजबूर हो गए। उ ह ने ला बेल एलायंस क दोन ओर एक-एक कल िमलाकर दो
वग यूह बनाए।
नेपोिलयन ने वग यूह का नेतृ व िकया, जो इनक (सराय) दािहनी ओर उभरी ई जमीन पर बनाए गए थे।
उ ह ने ऐसा करना जारी रखा, जब तक िक उ ह इस बात का भरोसा नह िदला िदया गया िक वे लड़ाई हार चुक ह
और उ ह वहाँ से वापस लौट जाना चािहए। पिसयन ने वग यूह को बाई ओर से उलझाया और जनरल एड स
ि गेड ने दािहनी ओर से वग यूह पर हमला िकया। अँधेरा होने क साथ ही दोन वग यूह रणभूिम से अपे ाकत
यव थत म म ांस क ओर वापस लौटने लगे, लेिकन दुभा यवश ांसीसी तोपखाना और उनक बाक हर
चीज अं ेज और पिसयन क हाथ पड़ गई। पीछ लौट रह गाड हजार भागते ांसीिसय से िघर गए, जो अब
िकसी संगिठत इकाई का अंग नह थे। ि िटश और गठबंधन घुड़सवार सेना ने राि लगभग 11.00 बजे तक भागते
ांसीिसय का पीछा िकया। जनरल जॉन नेसेनाउ क नेतृ व म पिसयन ने रात भर उनका पीछा िकया।
18 जून, 1815 को यूक ऑफ वेिलंगटन और गेबाड लेबेर त वॉन लूशर क हाथ वाटरलू क लड़ाई म
नेपोिलयन क आिखरी हार ई। राि लगभग 9.00 बजे वेिलंगटन और लूशर क मुलाकात ई, िजसका अथ था
िक लड़ाई ख म हो चुक थी।
वॉन लूशर
वाटरलू म एं लो-गठबंधन बल क लगभग 15,000 सैिनक मार गए और घायल ए। पिसयन को कल
िमलाकर 7,000 सैिनक का नुकसान आ। नेपोिलयन क सेना म मृत और घायल क सं या 25,000 थी। उनक
8,000 सैिनक को बंदी बना िलया गया।
वाटरलू म ांसीसी हार और वे क लड़ाई म नेपोिलयिनक यु क आिखरी लड़ाई क बाद नेपािलयन को
ग ी से उतार िदया गया और वे कछ समय क िलए फरार रह। 15 जुलाई, 1815 को अंततः उ ह ने रॉकफोट
बंदरगाह पर खड़ एच.एम.एस. बेलरोफन जहाज पर औपचा रक प से ि िटश क सामने आ मसमपण कर िदया।
इसक बाद उ ह िनवािसत करक सट हलेना भेज िदया गया, जहाँ स 1821 म उनक मृ यु हो गई।
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सट हलेना पर िनवासन और मृ यु
नेपोिलयन को बंदी बना िलया गया और िफर 15 अ बू र, 1815 म िनवािसत करक उ ह सट हलेना ीप भेज
िदया गया। अपने कछ सहयोिगय क साथ वहाँ रहने क दौरान उ ह ने अपने सं मरण िलखवाए और खुद को
िगर तार करने वाल क आलोचना क । सट हलेना म रहने क दौरान अिधकांश समय बीमार रह नेपोिलयन क 5
मई, 1821 को मृ यु हो गई। उनक अंितम श द थे, ‘ ांस, सेना, सै य मुख, जोसिफन।’ उनक िवरासत को
जनरल मारबोट जैसे उनक िनकट सहयोिगय म बाँट िदया गया। उ ह ने जनरल मारबोट को ‘ ै यूर द ला ांस’
पर अपना लेखन जारी रखने को कहा था। नेपोिलयन ने अपनी वसीयत म िसयेन क तट पर दफनाए जाने क इ छा
जािहर क थी, लेिकन उ ह सट हलेना म दफनाया गया। स 1840 म उनक अवशेष को ांस म ि जेट बेल-
पॉल ले जाया गया और लेस इनवेली स, पे रस म दफना िदया गया। उस समय से लाख लोग उनक मकबर को
देखने जा चुक ह।
मृ यु का कारण
कई अवसर पर नेपोिलयन क मृ यु का कारण िववाद का िवषय बना ह और यह िववाद अब तक जारी ह।
नेपोिलयन क य गत िचिक सक ांिस को एंटोमारची ने मृ यु माणप म पेट क कसर को नेपोिलयन क मृ यु
क वजह बताई। स 1955 म नेपोिलयन क अनुचर लुईस माचड क डाय रयाँ कािशत ई। उ ह ने मृ यु से पहले
क कछ महीन म नेपोिलयन का वणन िकया ह। उनक वणन ने ब त सार लोग को यह िन कष िनकालने क िलए
े रत िकया िक उ ह आसिनक (सँिखया) जहर देकर मारा गया था। उस समय कभी-कभार आसिनक को जहर देने
क िलए इ तेमाल िकया जाता था, य िक इसे लंबे समय तक िदए जाने पर उसका पता नह चलता था। आसिनक
को वालपेपर म और यहाँ तक िक कछ पेटट औषिधय म भी इ तेमाल िकया जाता था। इससे उनक शव क
किथत प रर ण को समझा जा सकता ह। स 2001 म ांस क ासबग फोरिसक इ टी यूट क पा कल िक ज
ने नेपोिलयन क मौत क बाद संरि त नेपोिलयन क बाल क एक गु छ क जाँच म पाए गए आसिनक लेवल क
एक अ ययन से इन दाव को और बल िदया। यह लेवल सामा य क मुकाबले सात से अड़तीस गुना तक अिधक
था।
बाल को छोट भाग म काटना और हर भाग का अलग से िव ेषण करना शरीर म आसिनक संक ण का एक
िह टो ाम उपल ध कराता ह। नेपोिलयन क बाल का यह िव ेषण बताता ह िक बीच-बीच म बड़ी डोज ली गई,
लेिकन वह घातक नह थी। आसिनक ने नेपोिलयन को ब त कमजोर कर िदया और वह उनक शरीर म बस गया।
हाल क िव ेषण बताते ह िक स 1805, 1814 और 1821 म िलए गए सपल म नेपोिलयन क बाल म
आसिनक क इसी कार क संक ण पाए गए। पे रस पुिलस म टॉ सीकोलॉजी क मुख मु य जाँचकता इवान
रकाडट ने कहा िक यिद आसिनक उनक मृ यु का कारण होता तो वे कई वष पहले मृ यु का िशकार हो जाते।
ुप ने अनुमान लगाया िक इस मामले म आसिनक का सबसे संभा य ोत कोई हयर टॉिनक हो सकता था।
एंटीबायोिट स क खोज से पहले आसिनक िसिफ स क िलए भी यापक तौर पर इ तेमाल होने वाला, अ भावी
उपचार था। इससे यह अनुमान लगाया गया िक नेपोिलयन उस रोग से पीि़डत हो सकते थे।
नेपोिलयन क डॉ टर ारा िकए गए उनक उपचार म उनक मृ यु से त काल पहले उनक आँत को साफ
करने क िलए एंटीमॉनी पोटिशयम टार ट, िनयिमत एनीमा और मक रक ोराइड क एक 600 िम ा डोज क
साथ उनक िचिक सा शािमल थी। सैन ांिस को मेिडकल जाँचकता िवभाग क शोधकता क एक समूह का
अनुमान ह िक इस उपचार क वजह से नेपोिलयन को पोटिशयम क गंभीर
यु कौशल
नेपोिलयन को यूरोप म आधुिनक पेशेवर अिनवाय सेना क अवधारणा लाने का ेय िदया जाता ह। यह एक नई
चीज थी िजसका बाद म अ य रा ने अनुसरण िकया। उ ह ने ांसीसी सै य णाली म ब त नए योग नह
िकए, लेिकन िपछले िस ांतवािदय और पूव ांसीसी सरकार से मु ह त से हण िकया। हालाँिक उ ह ने
पहले से मौजूद चीज का िव तार या िवकास िकया। सबसे बड़ी सै य इकाइय क प म िडिवजन क जगह कोर
आ गए। आिटलरी को रजव तोपखान म एक कत िकया गया। टाफ णाली अिधक अ थायी हो गई और
घुड़सवार सेना िफर से ांसीसी सै य िस ांत म एक मह वपूण संगठन बन गई।
सै य े म नेपोिलयन का सबसे बड़ा भाव यु क संचालन म रहा। ांितकारी और नेपोिलयिनक काल क
दौरान श और ौ ोिगक बड़ पैमाने पर थर रही, लेिकन 18व सदी क संचालन संबंधी रणनीित म यापक
पुनगठन आ। घेरा डालना ब त कम, लगभग मह वहीनता क िबंदु पर प च गया। श ु सेना को कवल मात
देने क नह , ब क उनक िवनाश क एक नई नीित उभरी। श ु क इलाक पर चढ़ाई िव तृत मोच पर होती थी।
इस कार रणनीितक अवसर क चुरता आई, िजसने यु को अिधक महगा और अिधक िनणायक बना िदया।
िकसी यूरोपीय श क िलए हार का मतलब अब िसफ अलग-थलग पड़ इलाक को खोने से कह अिधक था।
इस बात पर बहस क जा सकती ह िक नेपोिलयन क आरिभक सफलता ने उनक पतन क बीज बोए। 18व सदी
क अप रवितत स ा णाली म ऐसी िवनाशकारी पराजय क आदत न होने क वजह से ब त से देश ने ांसीसी
भाव क तहत अपने अ त व को मु कल म पाया। इसने िव ोह , यु और सामा य अ थरता को े रत िकया,
जो 1815 तक महा ीप को जकड़ रहा।
ांस म कछ लोग मानते ह िक नेपोिलयन ने देश म कानून और यव था क अभाव को समा कर िदया। यह
भी कहा जाता ह िक नेपोिलयिनक यु ने ांित को शेष यूरोप म फला िदया। रा ीय एक करण क आंदोलन
और रा रा य क उदय, खासकर इटली और जमनी म उन े पर नेपोिलयन क शासन से े रत ए हो सकते
ह।
नेपोिलयन क कद क बार म म
चिलत धारणा क िवपरीत नेपोिलयन ब त अिधक नाट नह थे। स 1821 म उनक मृ यु क बाद ांसीसी
अथ म ांसीसी स ा का कद 5 फ ट 2 इच रकॉड िकया गया। यह शाही (ि िटश) अथ म 5 फ ट साढ़ 6 इच
या 1.686 मीटर होता ह। इस कद क साथ वे 19व सदी क एक औसत ांसीसी से थोड़ लंबे थे। उनक जीवन म
ही मीि क िस टम शु हो गया था, इसिलए यह वाभािवक था िक वे अपने अिधकांश जीवन म फ ट और इच म
मापे जाते। एक ांसीसी इच 2.71 सटीमीटर होता ह और एक शाही इच 2.54 सटीमीटर। इस गलत गणना क
अित र उनको िदया गया नाम ली पेिटट कपोरल भी म उ प करता ह, य िक गैर- ांसीसी गलती से ‘पेिटट’
को ‘छोट’ क अथ म लेते थे। वा तव म यह आम िसपािहय से उनक अंतरगता क वजह से यार से बुलाया जाने
वाला नाम ह। साथ ही वे अपनी अिभजात र क सेना से भी िघर रहते थे, जो छह फ ट या उससे भी लंबे सैिनक
से बना था।
दंड संिहता
1791 म लुईस माइकल ली पेलेिटयर, द सट फगू ने रा ीय िवधानसभा म एक नई अपराध संिहता तुत क
थी। उ ह ने प िकया िक वे कवल ‘वा तिवक अपराध ’ को गैर-कानूनी मानते ह, न िक ‘अंधिव ास,
सामंतवाद और कर यव था तथा शाही शासन ारा उ प छोट-मोट अपराध को’। उ ह ने ‘अंधिव ास से
उ प ’ अपराध को सूचीब नह िकया, लेिकन इसम िन त प से ईशिनंदा, िवधिमता, धमिवरोध और जादू-
टोना तथा शायद यिभचार, रता और समिलंगी सहवास शािमल था। इस कार इन सभी पूव अपराध को अपराध
क ेणी से बाहर कर िदया गया। स 1810 म नेपोिलयन क शासन म एक नई अपराध संिहता जारी क गई।
पहले वाले क तरह और शायद कबेसेरस क भाव म उसम धािमक अपराध या समिलंगी गितिविधय क िखलाफ
ावधान नह थे।
अ य देश म संिहताएँ
हालाँिक नेपोिलयन संिहता पहली संिहता नह थी, वह सबसे भावशाली थी। उसे नेपोिलयन क समय ए यु
क दौरान ांसीिसय ारा अिधकार िकए गए कई देश म अपनाया गया, इसिलए वह इटली, नीदरल स,
बै जयम, पेन, पुतगाल और उनक पूव उपिनवेश क िनजी िविध णाली का आधार बनी। 1900 म पूर जमन
सा ा य क िलए पहले सामा य नाग रक संिहता बगरिलशेज गेसे जबुक क आरभ तक राइन क बाएँ तट पर थत
जमन े म नेपोिलयन संिहता इ तेमाल म लाई जाती थी।
वस, जमन और ऑ यन संिहताएँ अपने आपम भावशाली अ य संिहताएँ थ । हालाँिक इनम भी ांसीसी
संिहता का कछ भाव महसूस िकया जा सकता ह। इस कार स और ाय ीपीय देश क अपवाद क साथ
आधुिनक महा ीपीय यूरोप क देश क नाग रक िविध णािलयाँ नेपोिलयन संिहता से भािवत रही ह। इस कार
यह संिहता नेपोिलयन क सबसे थायी िवरासत रही।
ांसीसी नेपोिलयन संिहता से अपनाए गए अ य े क िविध संिहता का उ ेख करते ए भी
‘नेपोिलयिनक कोड या नेपोिलयन संिहता’ का इ तेमाल िकया जाता ह, खासकर यूबेक क नाग रक संिहता।
लुिसयाना क नाग रक संिहता म नेपोिलयन संिहता क कछ प ह, लेिकन वह रोमन और पेिनश कानूनी परपरा
पर अिधक आधा रत ह।
नेपोिलयन िव मान कानून को सभी ांसीसी लोग क िलए एक मानक कानून से बदलना चाहते थे। उ ह ने
पहले ही ांसीसी कर णाली म सुधार ला िदया था, िजससे उनक शाही खजाने म लगभग 700 िमिलयन क
वािषक आए। यह पैसा आय पर कर और वाइन, तंबाक तथा नमक जैसी व तु पर लगाए गए शु क से आया।
स 1800 म उ ह ने बक ऑफ ांस थािपत करते ए िव ीय यव था म और सुधार िकया। नेपोिलयन ने
उसक गठन म भूिमका नह िनभाई। उसक देखभाल स 1801 से एक सरकारी आयोग ारा क गई। उ ह ने
संिहता को पूरी तरह भािवत करने क िलए अपनी िविश पिसयासिनक मता का इ तेमाल िकया।
नाग रक संिहता का मुख गुण यह था िक हर ांसीसी य कानून क सामने समान था। यह कइय क िलए
वरदान था। हालाँिक जबिक उ ह ने तलाक से धािमक प हटा िदया, उनक कई मत ने ांित क बाद मिहला
क िलए िनधा रत वतं ता को सीिमत कर िदया। उदाहरण क िलए, मिहला को चल संपि या संपदा म
वतं यापार करने क अनुमित नह दी गई, लेिकन उ ह ऐसा करने से पहले अपने पितय से अनुमित लेनी पड़ती
थी। उ ह ने तलाक कानून को स त बनाया और िपता को अपने घर क शासक क प म अिधकार िदया गया।
वे अपने ब को उ रािधकार से वंिचत कर सकते थे। उ ह ने सावजिनक काय का एक काय म शु करने म
ब त दूरदिशता िदखाई, िजसम नहर व बंदरगाह का िनमाण और सड़क क थित सुधारते ए उ ह बेहतर और
अिधक सुरि त बनाना और डाक क साथ अिधक स ती बरतना शािमल था।
ब त क िलए िश ा का तर बढ़ा, लेिकन अिधकतर ब े उनक नए िवशेषीकत और हाई कल से लाभ नह
उठा पाए। उ ह ने िनजी कल क थापना को ो सािहत िकया और समुदायवार सा रता क बीज बोए। कभी
आलोचना को सहन न करने वाले य होने क वजह से नेपोिलयन ेस पर टट पड़। उ ह ने अखबार को
ितबंिधत कर िदया। अंत म कछ को छोड़कर सभी अखबार बंद हो गए।
िसिवल कोड या नाग रक संिहता आिधका रक प से 1804 म अिधिनयिमत क गई और 1807 म उसे ‘कोड
नेपोिलयन’ का नाम िदया गया। वह सभी ांसीसी े और इलाक पर लागू होता था और साथ ही ांसीसी
भाव क प रिध म मौजूद देश ारा भी अपनाया गया। आज नाग रक संिहता कई यूरोपीय िविध णािलय का
आधार ह।
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नेपोिलयन बोनापाट क संपूण सं मरण 1815-1821
बेलोरोफोन जहाज पर आ मसमपण क बाद नेपोिलयन को एक अ य जहाज—नॉरथंबरलड ारा सट हलेना भेज
िदया गया। इस जहाज क कमचा रय को जहाज तैयार करने क िलए कवल दो िदन का अ प समय िदया गया था।
नेपोिलयन क मूित
इस जहाज म लगभग दस फ ट चौड़ा और पूर जहाज म फला एक भोजन-क था, एक सैलून और दो किबन
थे। स ा को बाई ओर का किबन िदया गया, िजसम उनका सफरी िब तर रख िदया गया था। दािहनी ओर का
किबन एडिमरल को िदया गया। यह फसला िकया गया िक सैलून को एक सामा य क क प म इ तेमाल िकया
जा सकता ह। डाइिनंग टबल भोजन-क क अनु प था और नेपोिलयन सैलून क ओर पीठ करक उस पर बैठते
थे। एडिमरल हर िदन अपने एक दो अिधका रय को राि भोज क िलए आमंि त करते थे। नवगिठत 53वाँ बड रात
क भोजन क समय बजाया जाता था।
10 अग त को नॉरथंबरलड ने चैनल पार कर िलया और अब जमीन नजर नह आ रही थी। जहाज का माग इस
तरह तय िकया गया था िक उसे िब क क खाड़ी और कप िफिन टर को पार करना था। हवा अ छी थी, लेिकन
रोशनी और गरमी अ यिधक थी। नेपोिलयन अपने किबन म अिनयिमत समय पर ना ता करते थे। वे हर सुबह
अपने एक सहयोगी को तय क गई दूरी, हवा का ख और उनक या ा से संबंिधत अ य चीज पूछने क िलए
भेजते थे। वे काफ पढ़ते थे, लगभग चार बजे तैयार होते थे और प लक सैलून म आते थे। यहाँ वे पाँच बजे तक
एक पाट क साथ शतरज खेलते थे, िफर एडिमरल घोषणा करते थे िक िडनर मेज पर लग चुका ह। सबको यह
पता था िक नेपोिलयन िडनर पर शायद ही कभी पं ह िमनट से अिधक यतीत करते थे, लेिकन यहाँ दो कोस म ही
लगभग डढ़ घंट लगते थे। इससे उ ह ब त िचढ़ होती थी, लेिकन वे उसे दिशत न करते ए हमेशा शांत रहते थे।
वे न तो भोजन क नई यव था और न ही यंजन क गुणव ा क कभी आलोचना करते थे। दो अनुचर जो
उनक करसी क पीछ खड़ रहते थे, उनक आ ा क ती ा करते थे। पहले एडिमरल को स ा क सामने कई
कार क यंजन परोसने क आदत थी, लेिकन उनक िति या इतनी ठडी होती थी िक यह आदत छोड़ दी गई।
इसक बाद एडिमरल कवल नौकर को यह बता देते थे िक या सही रहगा। नेपोिलयन आम तौर पर चुप रहते थे,
जैसे िक उ ह वह भाषा समझ म नह आ रही हो। हालाँिक वह भाषा च थी। यिद वे बोलते थे तो वह कछ
तकनीक या वै ािनक सवाल पूछने क िलए होता था या एडिमरल िजन लोग को कभी-कभार िडनर पर बुलाते थे,
उनसे कछ श द बोलने क िलए।
कॉफ िदए जाने क त काल बाद स ा उठ जाते थे और डक पर चले जाते थे। उनक बाद ड माशल और
लास कसेस उठ जाते थे। इससे एडिमरल कॉकबन परशान हो जाते थे, िज ह ने अपने अिधका रय क सामने अपना
आ य कट िकया, लेिकन मदाम बर ड, िजनक मातृभाषा अं ेजी थी, ने बहादुरी से जवाब िदया, ‘‘ ीमा !
‘यह मत भूिलए िक आपका अितिथ एक ऐसा य ह, िजसने दुिनया क एक बड़ िह से पर शासन िकया ह और
वे राजा कभी उनक मेज पर बुलाए जाने क स मान क िलए तरसते थे।’
‘‘सही बात ह।’’ एडिमरल ने जवाब िदया और तब से उ ह ने नेपोिलयन क आदत से तालमेल िबठाने क िलए
हर संभव यास िकया। उ ह ने टबल पर बैठने का समय कम कर िदया और बाक लोग क िडनर ख म करने से
पहले ही नेपोिलयन और उनक सािथय क िलए कॉफ का ऑडर दे देते थे। स ा अँधेरा होने तक डक पर टहलते
रहते थे। अपने किबन म लौटने क बाद वे अपने कछ सािथय क साथ िवं ट एट उन खेलते थे और लगभग आधे
घंट म िव ाम करने चले जाते थे।
15 अग त क सुबह उनक सभी सािथय ने उनक सामने उप थत होने क अनुमित माँगी। वे इस मुलाकात क
वजह नह जानते थे। उस िदन उनका ज मिदन था, िजसे शायद वे िबलकल ही भूल गए थे।
अगले िदन उ ह ने कप िफिन टर पार कर िलया और 21अग त तक अ का क तट क साथ-साथ मिडरा क
ओर अपनी या ा जारी रखी। नेपोिलयन सामा यतः पूरी सुबह अपने किबन म ही रहते थे और अ यिधक गरमी क
वजह से वे ब त हलक प रधान पहनते थे। वे ठीक से सो नह पाते थे और अकसर रात म उठ जाते थे। वे मु य
प से पढ़ने म य त रहते थे। अकसर सट हलेना या िजन देश से वे लोग गुजर रह थे, से संबंिधत िकसी पु तक
को अनुवाद क िलए काउट लास कसेस क पास भेज देते थे। नेपोिलयन िकसी िवषय पर बातचीत शु करते थे या
िकसी िपछले िदन क बातचीत को आगे बढ़ाते थे और जब वे पूर डक क आठ या नौ च र लगा लेते थे तो वे
लारबोड क ओर क दूसरी तोप पर जाकर बैठते थे। जहाजकिमय ने ज दी ही इस रोज क आदत पर यान देना
शु िकया और इसिलए उस तोप को उस समय से स ा क तोप कहा जाने लगा। यह पर नेपोिलयन अकसर
घंट तक बात करते रहते थे।
22 अग त को मिडरा िदखने लगा और रात को वे बंदरगाह पर प च गए। वे रसद लेने क िलए एक-दो िदन
वहाँ क। उस समय नेपोिलयन अ व थ थे। अचानक एक अंधड़ उठा हवा रत और अ का क रिग तान क
दमघ ट गरमी से भरी ई थी। 24 अग त क शाम को उ ह ने िफर से सफर शु िकया और आराम से और िफर
तेजी से आगे बढ़। स ा ने अपने मनोरजन म एक खेल शािमल िकया। वे एक साधारण शतरज िखलाड़ी थे और
जहाज पर कोई ब त अ छा िखलाड़ी नह था। उ ह ने मजाक म पूछा, ‘‘कसा हो, यिद वे उ ह लगातार हराए, जो
उससे बेहतर िखलाि़डय को हराते ह?’’ िवं ट एट उन को छोड़ िदया गया, य िक वे ब त ऊचे दाँव क साथ
खेलते थे और नेपोिलयन को जुए से घोर िवर थी।
एक रात एक नी ो कोड़ से बचने क िलए जहाज पर चढ़ आया, िजसक वजह से काफ शोर और हलचल हो
गई। एक युवा जहाजकम किबन म जाते लास कसेस से िमलकर और यह सोचते ए िक वे नेपोिलयन को सूिचत
करने जा रह ह, ने उनका कोट पकड़ा और अ यंत िचंितत वर म बोला, ‘‘ओह सर! स ा को मत बताइए! उ ह
किहए िक यह शोर एक दुघटना क वजह से ह।’’ सं ेप म, जहाजकम ने बोनापाट क िलए अ यंत स मान और
िचंता दरशाई और अकसर संकत या श द ारा नािवक को उ ह कोई असुिवधा न होने देने का िनदश िदया। वे
कभी-कभार इस यवहार पर यान देते थे।
1 िसतंबर को उ ह ने खुद को कप िड वड ीप क अ ांश पर पाया। अब हर चीज खुशहाल या ा का संकत
दे रही थी, लेिकन समय ब त धीर गुजर रहा था। लास कसेस ने उनक पु को अं ेजी िसखाने का काम अपने
िज मे िलया था और स ा ने भी अं ेजी सीखने क इ छा जािहर क । ज दी ही वे थक गए और उसे छोड़ िदया।
लंबे समय तक उसे िफर से शु नह िकया गया। उनका आचरण और उनक आदत हमेशा वही होती थ वे
लगातार संतु , धैयवान और मजािकया रहते थे। एडिमरल ने धीर-धीर अपनी िहचक छोड़ दी और अपने महा
बंदी म िदलच पी लेने लगे। उ ह ने शाम क नमी को देखते ए िडनर क बाद डक पर आने से होने वाले खतर क
बार म स ा को बताया। स ा इसक बाद कभी-कभार उनका हाथ पकड़कर लंबी बातचीत करते थे, कभी-
कभार नौसैिनक मामल पर, दि ण म ांसीसी संसाधन पर और भूम य सागरीय े क बंदरगाह और प न म
उ ह ने जो सुधार िकए, उनक बार म बातचीत करते थे िज ह एडिमरल काफ यानपूवक सुनते थे।
इसी बीच नेपोिलयन ने यान िदया िक लास कसेस ब त य त थे और उ ह ने उनक जनल पर एक नजर डाली
िजससे वे अिधक असंतु नह ए, िफर भी उ ह ने यान िदया िक कछ सै य िववरण और घटनाएँ यु क िवषय
क साधारण जानकारी देते ह। इससे वे अपने सं मरण िलखने क िलए े रत ए। आिखरकार स ा िन य पर
प चे और शिनवार, 9 िसतंबर को उ ह ने अपने सिचव को अपने किबन म बुलाया और उसे टल क घेरबंदी क
बार म कछ चीज नोट कराई। भूम य रखा क पास प चने पर वे यहाँ लगातार पूव क ओर से बहने वाली
यापा रक पवन म फस गए। 16 िसतंबर को वहाँ काफ वषा ई िजससे नािवक को ब त खुशी ई, जो बा रश
चाहते थे। जब स ा दोपहर को टहलने क बाद डक पर गए, तभी तेजी से वषा होने लगी, लेिकन इसक वजह से
उ ह ने अपने रोजाना क काम नह छोड़। उ ह ने बस अपना िस े ेटकोट मँगाया, िजसम जहाज क
कमचा रय क काफ िदलच पी थी। 23 िसतंबर को उ ह ने भूम य रखा पार कर ली। वह जहाजकिमय क बीच
काफ उ साह और अ यव था का िदन था। उस िदन वह समारोह था, िजसे अं ेज नािवक ‘ि ंग’ कहते ह।
उस िदन िकसी को नह ब शा जाता और आम तौर पर िकसी और से अिधक अिधका रय को घसीटा जाता ह।
एडिमरल िज ह ने पहले इस समारोह का एक खतरनाक िववरण देते ए मजा िलया था, ने अब ब त िश ता से
अपने अितिथय को इसम शािमल होने क असुिवधा और उपहास से छट दे दी। इस पूर उ छखल समारोह क
दौरान नेपोिलयन का पूरा स मान िकया गया। उनक ित पूर स मान क साथ मनाए गए इस उ सव क बार म
जानकारी िमलने पर उ ह ने इस अनोखे समारोह म नेप यून और उनक कमचा रय क सामने सौ नेपोिलयन तुत
िकए जाने का आदेश िदया; एडिमरल ने सतकता और साथ ही न ता क वजह से इसका िवरोध िकया।
उ ह ने िजस ज दबाजी म इ लड छोड़ा था, जहाज क रगाई अभी-अभी पूरी ई थी और इस प र थित ने
नेपोिलयन को दो िदन तक अपने क तक सीिमत कर िदया था, िजनक ाणश ब त सही थी। अब अ ूबर
का महीना आरभ हो चुका था और वे िगनी क खाड़ी म जा रह थे, जहाँ वे बॉरबन उप ीप क िलए िनकले एक
ांसीसी जहाज से िमले। उ ह ने क टन क साथ बात क िजसने यह जानकारी िमलने पर िक नेपोिलयन जहाज म
ह, अपना आ य और खेद य िकया। हवा का ख उलटा था और जहाज ब त धीर-धीर बढ़ रहा था। नािवक
एडिमरल पर बड़बड़ा रह थे, िज ह ने आम माग से अलग रा ता अपना िलया था। आिखरकार वे अपनी या ा क
अंत तक प चे। 14 अ ूबर को एडिमरल ने उ ह सूिचत िकया िक उस िदन सट हलेना नजर आने क उ मीद ह।
वे अभी टबल से उठ ही थे िक उनक कान म ‘जमीन!’ क चीख आई। स ा ीप को देखने क िलए आगे गए,
लेिकन वह अब भी मु कल से िदख रही थी। अगली सुबह िदन िनकलने क समय उ ह वह ीप प प से
िदखाई िदया।
आिखरकार इ लड से िनकलने क लगभग स र िदन बाद और पे रस छोड़ने क एक सौ दस िदन बाद नेपोिलयन
सट हलेना प चे। बंदरगाह म ै न क ब त से जहाज थे, जो उनसे अलग कर िदए गए थे और िज ह वे सोच
रह थे िक वे पीछ छोड़ आए ह। था क िवपरीत नेपोिलयन ज दी तैयार हो गए और डक पर प च गएः वे ीप
को देखने क िलए आगे गगवे तक गए। उ ह ने बादल तक ऊचे असं य िनजन पहाड़ से िघरा आ एक कार
का गाँव देखा। हर पहाड़ क येक समतल जगह, येक िछ और येक िशखर पर एक तोप रखी ई थी।
स ा ने अपने च मे से भिव य को देखा। उनक चेहर क भाव म कोई प रवतन नह आ। वे ज दी ही डक से
चले गए और लास कसेस को बुलाते ए अपने दैिनक काय म लग गए। एडिमरल जो ब त ज दी तट पर चले
गए थे, शाम को काफ थक एऐ लगभग छह बजे लौट। वे ीप क िविभ िह स म घूमते रह। आिखरकार
उ ह लगा िक एक जगह उनक बंिदय क िलए उपयु रहगी। उस थान म मर मत क ज रत थी, िजसम दो
महीने लग सकते थे। उनका आदेश था िक जब तक ांसीिसय क वागत क िलए एक घर तैयार न हो जाए, तब
तक उ ह जहाज न छोड़ने िदया जाए। हालाँिक वे अपनी िज मेदारी पर उ ह अगले िदन तट पर ले गए।
16 अ ूबर को िडनर क बाद एडिमरल और ड माशल बर ड तट पर जाने क िलए एक नौका म उतर। जब
वे गुजर तो सभी अिधकारी डक पर जमा हो गए और अिधकतर जहाजकम रा त पर खड़ हो गए। स ा ने नौका
म कदम रखने से पहले जहाज क क टन को बुलवाया और उनसे िवदा लेते ए इ छा जािहर क िक वे
अिधका रय और जहाजकिमय तक उनका ध यवाद प चा द। ये श द उन सबक िलए िज ह ने उन श द को
समझा या उनक िलए िजनको वह समझाया गया, ब त रोमांचक तीत ए। उनक शेष सेवक लगभग आठ बजे
उतर। उ ह ने स ा को अपाटम स म पाया, जो उ ह स पे गए थे। कछ िमनट बाद वे ऊपर अपने चबर म गए।
उ ह जे स टाउन म एक कार क सराय म ठहराया गया था, जहाँ कवल एक छोटी सी सड़क या दो च ानी
पहाड़ क बीच एक सँकरी घाटी म बनाए गए घर क पं थी।
अगले िदन स ा , ड माशल और एडिमरल ल गवुड तक गए, िजसे स ा क आवास क िलए चुना गया था।
लौटते समय उ ह ने शहर से लगभग दो मील दूर एक छोटा सा िवला देखा, िजसक साथ एक पैिविलयन था। वह
ीप क एक यापारी िम टर बालक ब का आवास था। नेपोिलयन को यह थान पसंद आया और एडिमरल क
भी यह राय थी िक उनक िलए वहाँ रहना बेहतर होगा। यिद स ा को शहर लौटना होगा तो उनक दरवाजे पर खड़
संतरी और उसक आस-पास क भीड़ उ ह उनक चबर तक सीिमत कर देगी।
पैिविलयन एक नोकदार पहाड़ी पर एक कार का ी मकालीन आवास था, जो घर से लगभग तीस या चालीस
कदम दूर था, जहाँ वह प रवार अ छ मौसम म रहने का अ य त था। उसे स ा क अ थायी िनवास क िलए
िकराए पर ले िलया गया और वे त काल उसम रहने आ गए। शहर से वहाँ तक वाहन क आने-जाने वाली एक
सड़क थी और इस िह से म घाटी कम ऊबड़-खाबड़ थी। लास कसेस को तुरत बुलवाया गया।
जब वे पैिविलयन तक प चाने वाले घुमावदार रा ते पर बढ़ तो उ ह ने नेपोिलयन को दरवाजे क देहरी पर खड़
ए देखा। उनका शरीर कछ झुका आ था और उनक हाथ पीठ पीछ थे। उ ह ने अपनी सामा य और साधारण वद
तथा सु िस हट पहन रखी थी। स ा अकले थे। उ ह ने थोड़ा चलने का यास िकया, लेिकन पैिविलयन क
िकसी भी ओर कोई समतल जमीन नह थी, वह िवशाल च ान से िघरा था, िफर भी उ ह ने अपने साथी का हाथ
पकड़कर स लहजे म बातचीत शु क । जब नेपोिलयन सोने जा रह थे तो नौकर ने पाया िक िब तर क
नजदीक वाली एक िखड़क खुली थी। उ ह ने उसे खूब अ छी तरह बंद कर िदया, तािक हवा अंदर न आए
िजसक ित स ा ब त संवेदनशील थे। लास कसेस एक ऊपरी क म चले चले गए। अनुचर दरवाजे क देहरी
क पास अपने-अपने लबाद म लेट गए। ायस म नेपोिलयन क पहली रात इस कार बीती।
एक अं ेज अिधकारी को उनक गाड क प म उनक साथ घर म ठहराया गया था और उनक गितिविधय पर
नजर रखने क िलए दो नॉन-कमीशंड अिधका रय को घर क पास तैनात िकया गया। अगले िदन नेपोिलयन ने
अपनी िड टशन जारी रखी, िजसम वे कई घंट य त रह और िफर बगीचे म टहलने चले गए। यहाँ वे बालक ब
प रवार क दो लड़िकय से िमले, जो लगभग चौदह वष क खुशिमजाज लड़िकयाँ थ , िज ह ने उ ह फल भट
िकए और उ ह ऊटपटाँग सवाल से अिभभूत कर िदया। नेपोिलयन उनक आ मीयता से िव मत ए, िजसक उ ह
आदत नह थी। लड़िकय क जाने क बाद उ ह ने कहा, ‘‘हम एक मुखौट वाले बॉल (अं ेजी नृ य) म थे।’’
अगले िदन ना ते क िलए एक िचकन लाया गया। स ा ने उसे खुद काटा और इसे अ छी तरह कर पाने पर
उ ह हरानी ई, य िक उ ह ने एक लंबे समय बाद ऐसा कछ िकया था। कॉफ उ ह इतनी खराब लगी िक उसक
चु क लेने क बाद उ ह लगा िक उ ह जहर िदया गया ह और उ ह ने वह वापस भेज दी।
सुबह काम म बीत जाती थी; शाम को नेपोिलयन कभी-कभार पड़ोस क िवला तक जाते थे, जहाँ वह लड़िकयाँ
उ ह खेल म उलझा लेती थ ।
‘इटली का अिभयान’ लगभग पूरा हो गया था और ला कसेस ने ताव रखा िक शहर म मौजूद नेपोिलयन क
अ य समथक को हर सुबह आकर िम का अिभयान, काउिसलेट का इितहास आिद क अनुवाद म मदद करनी
चािहए। इस सुझाव ने पूव स ा को स कर िदया, इसिलए उसी समय से उनक एक-दो सहयोगी िनयिमत प
से ितिदन उनक िड टशन िलखने क िलए आते थे और िडनर तक रहते थे। 53व रजीमट क कनल ारा भेजे
गए एक तंबू को फलाकर पैिविलयन को िव तृत कर िदया गया। उनक रसोइए ने ायस म अपना िनवास बना
िलया। क से मेज का कपड़ा िलया गया, लेट लगाई गई और इस नई यव था क बाद पहला िडनर एक कार
का उ सव था।
एक िदन िडनर क समय नेपोिलयन क नजर एक यंजन पर पड़ी, िजस पर बादशाह क हाथ उकर गए थे।
‘उ ह ने कसे उसे खराब कर िदया ह!’ वे िच ाए और यह महसूस करने से नह रह पाए िक स ा इपी रयल
लेट पर क जा करने क ज दबाजी म थे, जो िन त प से उसक नह थी। सामान म एक किबनेट था िजमस
ब त से फलक थे, जो उ ह पोप और अ य शासक ारा िदए गए थे, लुई अठारहव क कछ प थे िज ह 20
माच को यूले रये से अपने आक मक िनकास क वजह से अपनी िलखने क मेज पर छोड़ आए थे और
नेपोिलयन क बार म गलत और हािनकारक अफवाह फलाने क उ े य से िलखे गए ब त से अ य प थे।
स ा कभी भी चार बजे से पहले तैयार नह होते थे। चार बजे वे बगीचे म टहलने जाते थे। उ ह अपने एकांत
क वजह से इसम कोई खराबी नह लगती थी। िम टर बालक ब क अनुरोध पर अं ेज िसपािहय को हटा िलया
गया था। एक छोट से कज क ऊपर ितरपाल ख च िदया गया था। और उसम एक करसी तथा मेज रख दी गई थी।
यहाँ नेपोिलयन ने अपने सं मरण का एक बड़ा िह सा िलखवाया। शाम म जब वे बाहर नह जाते थे तो वे
सामा यतः बातचीत को यारह या बारह बजे तक ख चने का यास करते थे।
इस कार समय िबना िकसी प रवतन या बाधा क बीत रहा था। सिदय म मौसम खुशनुमा हो जाता था। एक
िदन अपना रोज का काम ख म होने पर नेपोिलयन ने शहर क ओर टहलना शु िकया, जब तक िक सड़क और
जहाज न िदखने लगे। वापसी म उ ह ीमती बालक ब और ीमती टअट िमल , जो बंबई से इ लड लौटने क
म म थ । स ा ने उनसे भारत क परपरा , था और एक लंबी समु ी या ा से खासकर मिहला को होने
वाली असुिवधा क बार म बात क । उ ह ने ीमती टअट क अपने देश कॉटलड क बात क , ओिसयन क
ितभा पर चचा क और अपनी मिहला साथी को अपनी रगत को बनाए रखने पर बधाई दी।
जब वे इस तरह बात कर रह थे, कछ भारी बोझ-से लदे दास उनक िनकट से गुजर। ीमती बालक ब ने उ ह
दूसरा माग लेने का संकत िकया; लेिकन नेपोिलयन ने यह कहते ए ह त ेप िकया, ‘‘मदाम, बोझ को देख!’’
जब उ ह ने ऐसा कहा, कॉच मिहला जो अब तक अ यंत उ सुकता से नेपोिलयन क िवशेषता को देख रही थ ,
अपनी िम क कान म फसफसाई, ‘‘ओ गॉड! या आदमी ह और उनम िकतना धैय ह! मने उनक बार म जो
धारणा बनाई थी, वे उससे िकतने अलग ह!’’ इसक तुरत बाद नेपोिलयन िफर से उतनी दूर चलकर मेजर हडसन
क घर प चे। इस मुलाकात ने वहाँ िनयु अिधका रय को काफ सतक कर िदया।
गवनर ने एक बॉल आयोिजत िकया िजसम ांसीिसय को िनमंि त िकया गया। लगभग उसी समय लास कसेस
ल गवुड तक यह देखने गए िक उनक वागत क िलए या- या तैया रयाँ क गई ह। वापस आने पर उनक रपोट
ब त अ छी नह थी। अब ायस म उ ह छह स ाह से अिधक समय हो चुका था, िजसक दौरान नेपोिलयन
लगभग उतने ही कद थे िजतने जहाज म। इसका असर उनक वा य पर पड़ रहा था। लास कसेस ने अपनी राय
दी िक स ा उतने स त नह ह, जैसा आम तौर पर उनक बार म माना जाता ह और यह उनक शरीर क नह ,
ब क मन क मजबूती थी िजसने उ ह मैदान और किबनेट क प र म म सफलता िदलाई। इस िवषय पर बोलते
ए नेपोिलयन ने वयं महसूस िकया िक ‘ कित’ ने उ ह दो िविच िवशेषताएँ दी ह—एक िकसी भी समय या
िकसी भी थान पर सोने क मता; दूसरा, खाने या पीने म िकसी कार क अित करने क यो य न होना। उ ह ने
कहा, ‘‘अगर म अपनी सीमा से थोड़ा भी बढ़ जाऊ तो मेरा पेट तुरत िव ोह कर देता ह।’’ उ ह जरा-सी बात पर
िमतली आ जाती थी और जरा सी वायु प रवतन से जुकाम लग जाता था।
10 िदसंबर 1815 को किदय को ल गवुड भेज िदया गया। नेपोिलयन ने उस सुबह ना ते पर िम टर बालक ब
को आमंि त िकया और ब त स लहजे म उनसे बातचीत क । लगभग दो बजे एडिमरल कॉकबन क आने क
घोषणा ई; उ ह ने एक कार क शिमदगी क साथ वेश िकया। बोनापाट ने ायस म उनक ऊपर थोपे गए
ितबंध और शहर म रह रह उनक अनुचर क साथ िकए जा रह यवहार क िवरोध म एडिमरल का वागत करना
बंद कर िदया था, िफर भी उस अवसर पर उ ह ने एडिमरल क साथ इस तरह का यवहार िकया, मानो कछ आ
ही न हो।
आिखरकार उ ह ने ायस छोड़ा और ल गवुड क िलए िनकले। नेपोिलयन घोड़ पर सवार ए, एक छोटा, तेज
और खूबसूरत जानवर जो कप से उनक िलए लाया गया था। उ ह ने शासस ऑफ द गाड क वद पहनी और
उनक ग रमामय लहजे तथा खूबसूरत चेहर पर खास तौर पर िनगाह जाती थी। एडिमरल उनक सेवा म त पर थे।
ल गवुड क वेश ार पर उ ह ने श से सुस त एक गाड पाया, िजसने उनक यश वी बंदी का वागत
िकया। उनका घोड़ा, िजसे परड क आदत थी और जो म क बजने से डर रहा था, ने गेट क आगे जाने से
इनकार कर िदया, जब तक िक नेपोिलयन ने उसे े रत न िकया और उनक र क ने शंसा क ि से यह सब
देखा।
एडिमरल ने ब त यान से ल गवुड म छोटी-छोटी चीज बताई। उ ह ने वयं सारी यव था का िनरी ण िकया,
िजसम एक बाथ म भी था। बोनापाट हर चीज से संतु थे और एडिमरल काफ खुश नजर आए। उ ह ने
बदिमजाजी और ितर कार क उ मीद क थी, लेिकन नेपोिलयन ने काफ मजािकया यवहार िदखाया।
घर म वेश एक कमर क ारा था, िजसे एक बैठक और भोजन क क दोहर उ े य से बनाया गया था।
यह अपाटमट ाइग म क ओर जाता था, उसक आगे एक तीसरा क था, जहाँ ब त अँधेरा था। उसे स ा क
मानिच और पु तक क िलए भंडार क प म इ तेमाल िकया जाना था, लेिकन बाद म उसे भोजन क म बदल
िदया गया।
स ा का चबर इस अपाटमट म दािहनी ओर था और उसे दो समान भाग म िवभािजत िकया गया था, िजसम
एक किबनेट और एक शयनक था। एक बाहरी गैलरी ानघर का काम करती थी। स ा क चबर क दूसरी
ओर भवन क दूसर कोने पर मदाम म थोलन, उनक पित और उनक पु क अपाटमट थे, िज ह बाद म स ा क
पु तकालय क प म इ तेमाल िकया गया।
घर क इस िह से से अलग भूतल पर एक छोटा सा चौकोर क था, जो रसोईघर का िव तार था, वह लास
कसेस को स पा गया था। िखड़िकय और िब तर पर परदे नह थे। फन चर साधारण और कम थे। बर ड और
उनका प रवार दो मील क दूरी पर र स गेट नामक
सट हलेना म नेपोिलयन
एक थान पर रहते थे। जनरल गौरगॉड और िम टर ओ’ िमयरा और र क का नेतृ व करने वाला अिधकारी
एक तंबू म सोते थे। वह घर एक बगीचे से िघरा आ था। सामने और काफ गहर दर से िवभािजत 53व रजीमट
का िशिवर था, िजसक िविभ दल बगल क पहाि़डय पर तैनात थे।
स ा क घरलू यव था म यारह लोग शािमल थे। ड माशल सामा य िनरी क थे, द म थोलन घरलू बंध
देखते थे, लास कसेस फन चर और संपि क देखभाल क िलए थे और जनरल गौरगौड क पास अ तबल का
बंधन था। हालाँिक इन यव था ने नेपोिलयन क सहयोिगय म असंतोष को े रत िकया। लास कसेस वीकार
करते ह िक वे अब एक प रवार क सद य नह थे, जो सभी क िहत म अपना बेहतरीन यास करते ह। वे ऐसा
कछ नह कर रह थे िजसक आव यकता थी। वे यह भी कहते ह, ‘एडिमरल ने हमार साथ अपने िववाद क म य
कई बार ज दबाजी म कहा िक सभी लोग म िन त प से स ा ही सबसे अ छ वभाव क, िन प और
समझदार थे।’
पहली बार वहाँ आने पर वे ीप पर रहने वाले कछ चीिनय क क जे वाली बैरक और ल गवुड फाम नामक
थान को देखने गए। इटली का अिभयान अब पूरा हो चुका था, नेपोिलयन ने उसम सुधार िकया और अ य िवषय
पर िलखवाया। यह उनक सुबह का काम था। वे आठ और नौ बजे क बीच भोजन करते थे। मदाम म थोलन
नेपोिलयन क दािहनी ओर, लास कसेस बाई ओर और गौरगौड, म थोलन तथा लास कसेस का पु उनक िवपरीत
िदशा म बैठते थे। पट क गंध अब तक न जाने क वजह से वे भोजन क मेज पर दस िमनट से अिधक नह बैठते
थे और मीठा बगल वाले अपाटमट म तैयार िकया जाता था, जहाँ कॉफ पेश क जाती थी और बातचीत शु होती
थी। मोिलयेर, रसीन और वॉ टयर क य पढ़ जाते थे और हमेशा कॉन ल क एक ित न होने पर खेद य
िकया जाता था। िफर वे ‘ रवरिसस’ खेलते थे, जो युवाव था म नेपोिलयन का पसंदीदा खेल रहा था।
नेपोिलयन ने अपनी िनंदा करने वाला एक लेख पढ़ा और अं ेजी अखबार म िदए गए अपने रतापूण यवहार
क वणन क िवपरीत अपने और पिसया क रानी क बीच आदरपूण बात क आदान- दान का उ ेख िकया।
दूसरी ओर, नेपोिलयन क ल गवुड और ायस म रहने क दौरान दो साधारण नािवक अलग-अलग समय पर
संत रय को झाँसा देकर नेपोिलयन क झलक पाने म सफल रह। उन लोग ने नेपोिलयन म जो िदलच पी िदखाई,
उसे देखने क बाद उ ह ने कहा, ‘यह क रता ह! हाँ, क पना दुिनया पर राज करती ह।’
सट हलेना म नेपोिलयन क साथ यवहार क संबंध म अं ेज मंि य क िनदश को पूरी तरह उनक सुर ा क
ि कोण से तैयार िकया गया था। एक अं ेज अिधकारी को लगातार उनक टबल पर होना था। हालाँिक इस
आदेश को भाव म नह लाया गया था। एक अिधकारी को नेपोिलयन क हर बार बाहर जाने क समय उनक साथ
होना था। इस आदेश को कछ िनधा रत सीमा क अंदर समा कर िदया गया, य िक नेपोिलयन ने ऐसी शत पर
बाहर जाने से ही इनकार कर िदया था। लगभग हर िदन अपने साथ असहजता और िशकायत का नया कारण लेकर
आता था। नेपोिलयन क िखड़िकय क नीचे और दरवाज क बाहर संत रय को तैनात िकया गया था। वैसे यह
आदेश िन त प से दूसर क उ सुकता से होने वाली परशानी से उ ह बचाने क िलए िदया गया था।
ांसीिसय को ीप क िनवािसय से िकसी कार का वतं यवहार नह रखने िदया गया था; लेिकन यह
सावधानी स ा क सुर ा क िलए आव यक थी। लास कसेस िशकायत करते ह िक पासवड बराबर बदल िदए
जाते थे, तािक वे लगातार िकसी अ यािशत अपमान क आशंका और उलझन म रह। वे आगे कहते ह,
‘नेपोिलयन ने एडिमरल को एक िशकायत भेजी िजसका कोई समाधान नह िकया गया।’
इन िशकायत क बीच एडिमरल ने नेपोिलयन का प रचय कछ मिहला से कराना चाहा; लेिकन उ ह ने कभी
अपमान और कभी िश ाचार का यवहार वीकार न करते ए उससे इनकार कर िदया। हाँ, वे 53व रजीमट क
कनल क अनुरोध पर उसक एक अिधकारी से िमलने क िलए तैयार हो गए। उस अिधकारी क जाने क बाद
नेपोिलयन काफ देर तक बगीचे म टहलते रह। वे एक जगह एक फल को देखने क िलए ण भर क और अपने
साथी से पूछा िक या वह िलिल का फल ह। वह वाकई एक खूबसूरत फल था। उनक िदमाग म उस समय जो
िवचार था, वह प था। इसक बाद उ ह ने बताया िक वह िकतनी बार ज मी ए और कहा िक लोग अब तक
सोचते थे िक वे कभी उन दुघटना क िशकार नह ए, य िक उ ह ने उन दुघटना को यथासंभव गु रखा
था।
वह िदसंबर क अंत का समय था। एक िदन टहलने और क चड़ म लड़खड़ाने क बाद बोनापाट लौट तो उ ह ने
अं ेजी अखबार का एक पैकट पाया, िजसका ड माशल ने उनक िलए अनुवाद िकया। इसम वे देर तक य त
रह और उनम कािशत साम ी पर चचा करने म अपना िडनर भूल गए। िडनर क परोसे जाने क बाद लास कसेस
अनुवाद को जारी रखना चाहते थे, लेिकन नेपोिलयन ने उनक कमजोर ि का यान रखते ए उ ह परशान
करना उिचत नह समझा और कहा, ‘हम कल तक ती ा करनी चािहए’।
कछ िदन बाद एडिमरल य गत प से उनसे िमलने प चे और वह सा ा कार अ छा रहा। कछ उ साहपूण
चचा क बाद यह यव था क गई िक नेपोिलयन अब से ीप पर वतं तापूवक घूम सकगे और उनका अनुसरण
करने वाला अिधकारी एक दूरी बनाए रखेगा और आगंतुक को ल गवुड क िनरी क क प म एडिमरल क
वीकित से नह , ब क ड माशल क अनुमित से उनसे िमलाया जाएगा। हालाँिक इन रयायत को ज दी ही
वापस ले िलया गया।
30 िदसंबर को एक पोल िपय तकोव क , िजसे पीछ छोड़ िदया गया था, लेिकन िजसने अनुनय-िवनय से अं ेज
सरकार को मना िलया था, बोनापाट क साथ आ गया। नववष क िदन जब उनक छोटी सी पाट एक साथ क गई
तो नेपोिलयन ने उस मौक क भावना म बहते ए यह आ ह िकया िक वे साथ ही ना ता करगे और समय
िबताएँग।े वह हर िदन इस कार क कोई नई चीज लेकर आता था।
14 अ ैल, 1816 को नए गवनर सर हडसन लो सट हलेना प चे। इस घटना क बाद आरोप और यारोप क
एक अनवरत झड़ी लग गई, िजसम नेपोिलयन क जीवन क अंितम पाँच वष लगातार य त रह। इससे न कवल वे
और उनसे जुड़ लोग काफ परशान रह, ब क शायद इसक वजह से उनका जीवन ज दी समा हो गया।
इस तु छ लड़ाई क गित को िव तार से बताना दु ह होगा, लेिकन िजस िवषय से नेपोिलयन क जीवन का
इतना बड़ा िह सा जुड़ा ह, उसे छोड़ा नह जाना चािहए। ये िववरण उनक समिपत शंसक ला कसेस से िलये
जाएँग,े तािक ऐसी िकसी चीज से बचा जा सक जो नेपोिलयन क िखलाफ प पात जैसा लगे।
नए गवनर क पहली बार आने पर यानी 16 अ ैल को नेपोिलयन ने उनसे िमलने से इनकार कर िदया, य िक वे
वयं बीमार थे और गवनर ने मुलाकात क िलए पहले से नह पूछा था। दूसरी बार आने पर गवनर से मुलाकात
कराई गई और लगता ह िक नेपोिलयन ने पहली नजर म ही पूव ह बना िलया था, य िक उ ह ने अपने अनुचर क
आगे यह िट पणी क िक ‘गवनर भयंकर ह और उनका चेहरा ब त क प ह’। हालाँिक उ ह ने वीकार िकया िक
उ ह इतनी ज दबाजी म कछ िन कष नह िनकालना चािहए। गवनर ने िफर 30 अ ैल को नेपोिलयन से मुलाकात
क और यह सा ा कार ब त कलहपूण था।
नेपोिलयन ने अपने ित सहयोिगय क यवहार को लेकर गवनर क साथ तक-िवतक िकया। उ ह ने कहा िक
उ ह उनसे गलत यवहार करने का कोई अिधकार नह ह, जो उनक समक और कभी-कभी उनक वामी थे।
इसक बाद उ ह ने उस अपमान क बात क जो अं ेज ने उ ह सट हलेना भेजकर िकया था। वे उ ह ितल-ितल
करक मारना चाहते थे। उनका यवहार कलेि यंस भी बुरा था, िज ह ने मुराट को गोली मारी थी। उ ह ने आ मघात
क कायरता क बात क , सट हलेना क छोटी सीमा और भयावह जलवायु क िशकायत क और कहा िक उनका
जीवन एक बार म ले लेना दयालुता होगी।
सर एच. लो ने कहा िक हर संभव सुिवधा क साथ लकड़ी का एक घर उनक इ तेमाल क िलए इ लड से चल
पड़ा ह। नेपोिलयन ने त काल उससे इनकार कर िदया और कहा िक उ ह घर नह , ब क एक ज ाद और एक
ताबूत चािहए। वह घर एक मजाक था, मौत देना उन पर उपकार करना होगा। कछ िमनट बाद नेपोिलयन ने स
1814 क अिभयान क कछ रपोट उठाई, जो मेज पर पड़ी थ और सर एच. लो से पूछा िक या उ ह ने वह
िलखा ह। लास कसेस यह कहते ए िक गवनर ने हाँ म जवाब िदया, इस सा ा कार का अपना वणन समा कर
देते ह, लेिकन ओ’ िमयरा क अनुसार, नेपोिलयन ने कहा िक वह मूखता और झूठ से भरा पड़ा ह। गवनर
काफ सौ यता से जवाब देते ए न ता से पीछ हट गए। नेपोिलयन ने अपने ोधपूण लहजे म फटकारना जारी
रखा, अ यंत बुर लहजे म उनक साथ दु यवहार िकया और अपने नौकर को कॉफ का एक कप िखड़क से बाहर
फकने को कहा य िक वह गवनर क पास क एक मेज पर थोड़ी देर पड़ा था।
ल गवुड या ह स गेट आने वाले सभी य य से यह अपे ा क जाती थी िक वे ांसीिसय क साथ ई
बातचीत क बार म गवनर या सर थॉमस रीड को रपोट द। ल गवुड हाउस और मैदान पर ब त से अित र संतरी
तैनात कर िदए गए।
िकसी अ यंत नम और धुँध भर मौसम म नेपोिलयन कई िदन तक बाहर नह गए। लांटशन हाउस से एक क
बाद एक संदेशवाहक और प लगातार आते-जाते रह। गवनर नेपोिलयन से िमलने क िलए आतुर थे और प
प से अिव ास से भर ए थे, हालाँिक ल गवुड क िनवासी उनक आवाज क कारण उनक वा तिवक
उप थित क ित आ त थे। उ ह ने काउट बर ड क साथ इस बार म कछ बात क िक उनक एक अिधकारी
को ितिदन नेपोिलयन से िमलना चािहए। वे वयं भी अकसर ल गवुड जाते थे और आिखरकार कछ किठनाई क
बाद वे नेपोिलयन से उनक बेड चबर म मुलाकात तय करने म सफल हो पाए। यह मुलाकात लगभग पं ह िमनट
चली। कछ िदन पहले उ ह ने िम टर ओ’ िमयरा को बुलवाया था और बंदी से संबंिधत ब त से सवाल पूछ थे।
एक नई नाली बनाने क योजना बनाते ए कई बार घर क चार ओर तथा िखड़िकय क सामने च र लगाए थे,
जो उनक अनुसार मवेिशय क गुजरने से बचने क िलए खोदा जाना था।
5 मई क सुबह नेपोिलयन ने अपने सजन ओ’ िमयरा को बुलवाया। उ ह नेपोिलयन क बेड चबर म ले जाया
गया, िजसका वणन इस कार िकया गया था—‘वह लगभग चौदह गुना बारह फ ट का और दस या यारह फ ट
ऊचा कमरा था। दीवार पर भूरा नानक न लगा था िजन पर आम हर बॉडर बनाने वाले कागज से बॉडर और
िकनारा बना आ था और उन पर किटग नह थी। िबना िघरनी वाली दो छोटी िखड़िकयाँ िजनम से एक ऊपर
चढ़ी ई थी और दाँतेदार लकड़ी क एक टकड़ से बँधी ई थी, 53व रजीमट क िशिवर क ओर खुलती थी।
िखड़िकय क परदे सफद कपड़ क थे, एक छोटी सी अँगीठी और उससे िमलते-जुलते ेट और फायर आयरन थे,
लकड़ी का एक साधारण मटलपीस था, जो सफद रगा आ था, िजसक ऊपर उनक पु क एक छोटी सी
संगमरमर क अध ितमा थी। मटलपीस क ऊपर मा रया लुइसा का िच और युवा नेपोिलयन क चार या पाँच िच
टगे ए थे, िजनम से एक पर उनक माँ ारा कढ़ाई क गई थी। थोड़ी दािहनी ओर सा ा ी जोसिफन का िच
टगा था और बाई ओर पो सदम म नेपोिलयन ारा ा ड रक द ेट का अलाम चबर वॉच टगा था, जबिक
दािहनी ओर कॉ सुलर घड़ी थी िजस पर बी संकता र खुदा आ था और वह मा रया लुईसा क बाल क एक चेन
ारा नानक न लाइिनंग म ठक एक िपन से लटका आ था। दािहने कोने म हर िस क क परद क साथ छोटा
सादा लोह का िशिवर बेड टड था, िजस पर उसका वामी मरगो और ऑ टरिल ज क मैदान म लेटा था।
िखड़िकय क बीच म दराज वाला एक संदूक था और अगले अपाटमट क ओर खुलने वाले दरवाजे क बाई ओर
हरी प य वाला एक बुककस था। हर रग क चार-पाँच बत क आधार वाली करिसयाँ कमर म यहाँ-वहाँ रखी
ई थ । िपछले दरवाजे क आगे नानक न से ढका एक परदा था और उसक तथा अँगीठी क बीच सफद ल ग
ॉथ से ढका एक पुराने फशन का सोफा था िजस पर सफद मािनग गाउन, सफद ढीले ाउजस और टॉिकग
पहने नेपोिलयन टक लगाए ए थे। उनक िसर पर चारखाने वाला एक लाल माल था और उनक शट का कॉलर
टाई क िबना खुला आ था। वे उदास और परशान लग रह थे। उनक सामने कछ िकताब क साथ एक छोटी सी
गोल मेज थी। उसक नीचे कालीन पर उन िकताब का ढर िबखरा आ था, िज ह वे पढ़ चुक थे। सोफ क दूसरी
ओर अपने पु को अपनी गोद म िलए ए सा ा ी मा रया लुइसा का िच टगा आ था। अँगीठी क सामने अपने
हाथ को छाती क पास मोड़ ए और अपने एक हाथ म कछ कागज िलये लास कसेस खड़ थे।
कभी ांस क महा स ा रह नेपोिलयन क पुरानी शानो-शौकत म से बस बाएँ कोने म एक बि़ढया वाश
हड टड रह गया था, िजसम एक चाँदी का बेिसन और चाँदी का पानी का जग था। ‘इस अवसर पर ओ’ िमयरा
को बुलवाने का नेपोिलयन का उ े य उनसे यह पूछना था िक भिव य म उनक पार प रक यवहार म वे उसे
गवनर क जासूस क प म देख या उनक िचिक सक क प म?’ इस पर डॉ टर ने एक िनणायक और
संतोषजनक जवाब िदया। नेपोिलयन ने ओ’ िमयरा से कहा, ‘मेर बेडचबर म गवनर ने मेर साथ ई मुलाकात क
दौरान िजन चीज का ताव रखा, उनम एक शु आती ताव था आपको बाहर भेजना और यह िक म आपक
थान पर उनक अपने सजन को रख लू।ँ उ ह ने यह बात दोहराई और वे अपने उ े य को ा करने क िलए
इतने उ सुक थे िक मेर प इनकार क बावजूद बाहर जाते समय वे मुड़ और िफर से यह ताव रखा।’
11 मई को गवनर ने एक उ ोषणा जारी क िजसम ‘ ीप पर रहने वाले िकसी भी य को जनरल बोनापाट
या उनक अनुचर से प - यवहार करने से ितबंिधत िकया गया था। ऐसा करने पर उ ह त काल िगर तार करक
उपयु काररवाई क जाएगी।’ सर हडसन लो क तेज नजर से कछ भी नह बच पाया। नेपोिलयन ने कहा,
‘‘गवनर ने अभी-अभी बर ड को एक िनमं ण भेजा ह िक जनरल बोनापाट लेडी मोइरा से िमलने क िलए
लांटशन हाउस आएँ। मने बर ड को कहा िक उसका कोई उ र न द। यिद वे वाकई चाहते थे िक म उनसे िमलूँ
तो वे लांटशन हाउस को सीमा क भीतर रख सकते थे, लेिकन यह जानते ए िक ऐसा चाहने पर मुझे एक र क
क अधीन होकर जाना होगा, ऐसा िनमं ण भेजना मेरा अपमान करना था।’’
इसक तुरत बाद गठबंधन देश क घोषणा आई और संसद क अिधिनयम ारा एक यु बंदी और यूरोप क
शांित म बाधा प चाने वाले य क प म नेपोिलयन बोनापाट क नजरबंदी को उिचत ठहराया गया था। इस
िवधेयक क हाउस ऑफ लॉ स म पेश िकए जाने पर उसक िखलाफ िवरोध क दो आवाज उठ । ये थ लॉड
हॉलड और यूक ऑफ ससे स क । इन आिधका रक द तावेज म ांसीिसय का गु सा शांत करने या उनका
उ साह बढ़ाने का कोई यास नह िकया गया था। अपनी अधीनता क अित र नेपोिलयन को अपने समथक क
असहनीय हा य िवनोद से संतु होना पड़ता था। जैसा िक ऐसी प र थितय म लोग क साथ अकसर होता ह, वे
कभी-कभी आपस म असहमत होते थे और उनक िचड़िचड़ाहट और गु से का कछ िह सा अपने मुख पर
िनकलता था। वे ऐसी छोटी-छोटी घटना को िदल से लगा लेते थे। एक अवसर पर उ ह ने कड़वाहट से कहा,
‘‘म जानता िक मेरा पतन हो गया ह; लेिकन इसे तुम लोग क बीच महसूस करना पड़ता ह! म जानता िक
य अकसर नासमझ और आ ामकता क ओर झुका आ होता ह। इसिलए जब मुझे अपने आप पर संदेह
होता ह तो म पूछता , या यूले रये म मेर साथ ऐसा यवहार िकया जाता? यह मेरी परी ा ह।’’
नेपोिलयन क समथक और दूसर ने सर हडसन लो क च र को काला करने का भरसक य न िकया ह और
यह िदखाने क कोिशश क ह िक उनका एकमा उ े य नेपोिलयन को परशान करना और उनक जीवन को
दयनीय बनाना था। अब हालाँिक इस बात पर सवाल उठाए जा सकते ह िक सर हडसन लो स ा युत स ा क
िनगरानी करने क नाजुक प र थित म डाले जाने क िलए उपयु य थे या नह , लेिकन इसम कोई संदेह नह
ह िक उस अिधकारी क ीप पर प चने से ब त पहले झगड़ और िशकायत शु हो चुक थ और उन िशकायत
क कित यह बताती ह िक उन बंिदय को संतु करना ब त किठन था। यह कहा गया ह िक स ा वहाँ पर
ब त बीमार थे। उ ह िबना िकसी सेवक क ‘एक िपंजड़ म’ बंदी िकया गया था और उनक अनुचर को उनसे दूर
रखा गया था तथा उ ह यायाम से वंिचत कर िदया गया था। लास कसेस क जनल म कछ पृ आगे हम स ा
को अ छ वा य म पाते ह और जैसे ही यह घोषणा क गई िक ल गवुड उनक आगमन क िलए तैयार ह, इस
बात पर जोर िदया गया िक कारापाल उ ह उनक इ छा क िव जाने क िलए िववश करना चाहते थे। वे अपना
सव अिधकार दशाना चाहते थे, ल गवुड म पट क गंध ब त अि य थी आिद। नेपोिलयन वयं जाने क िलए
तैयार थे और तब तो ब त परशान हो गए, जब काउट बर ड और जनरल गौरगॉड ल गवुड से इस सूचना क साथ
आए िक वह थान अभी तक रहने यो य नह ह। उनक नाराजगी इस बात से बढ़ गई िक बर ड और गौरगॉड
ारा यह सूचना ा करने क कछ ही िमनट बाद काउट म थोलन इस सूचना क साथ आए िक ल गवुड म
सबकछ तैयार ह। उ ह शायद यह लगा िक उनक सहयोगी उनसे झूठ बोलकर उ ह वे चीज मानने क िलए े रत
कर रह थे, जो उनक अपनी सुिवधा क अनुसार था। हम यह भी देखना चािहए िक वह यव थत िवरोध जो सर
हडसन लो क िखलाफ इतने िव तार से चलाया गया, उसक शु आत एडिमरल कॉकबन क सामने ही हो चुक
थी। उनसे मुलाकात करने से इनकार कर िदया जाता था; उन पर सनक , घमंडी और गु ताख होने का आरोप
लगाया गया और वयं नेपोिलयन ने उसका नाम ‘शाक’ रखा था। उनक अपने शांत वभाव ने ही शायद अिधक
िहसक घटना को होने से रोका।
आिखरकार वह लकड़ी का घर आ गया और गवनर ने नेपोिलयन से इस बात पर परामश करने क िलए उनक
ती ा क िक उसे कसे और कहाँ थािपत िकया जाए। बगल क एक कमर म इस िववाद को सुनने वाले लास
कसेस कहते ह िक वह िववाद लंबा और शोरगुल से भरा था। वे नेपोिलयन क श द म इसका योरा देते ह और
हम उनक बयान क सर हडसन लो क वणन क साथ तुलना करने का लाभ िमलता ह, जो उ ह ने 17 मई, 1816
को ि िटश सरकार को स पा था। ये दोन िववरण ब त कम िभ ह। नेपोिलयन वीकार करते ह िक वे आपे से
बाहर थे िक उ ह ने उ भाव-भंिगमा क साथ गवनर का वागत िकया, उ ह गु से म देखा और घर क आने क
उनक सूचना का कोई उ र नह िदया। उ ह ने कहा िक उ ह कछ नह चािहए, न ही वे कछ हण करगे, य िक
उ ह लगता ह िक उ ह िवष या तलवार से मौत क घाट उतारा जाना ह। िवष देना किठन, होगा लेिकन उनक पास
तलवार से ऐसा करने का उपाय ह। उनक शरीर क पिव ता को भंग नह िकया जाना चािहए और सैिनक उनक
घर म न घुस और उनक शव को न र द। इसक बाद उ ह ने सर हडसन लो ारा उ ह अपने घर म लेडी लुडन से
िमलने का िनमं ण िदए जाने का उ ेख िकया ह और कहा िक ‘जनरल’ क संबोधन से उ ह अपनी टबल पर
आमंि त करने से अिधक प र कत रता क बात और नह हो सकती थी, तािक उ ह अपने अितिथय क िलए
उपहास या मनोरजन का िवषय बनाया जा सक। उ ह उनको ‘जनरल’ बोनापाट बुलाने का या अिधकार था? उ ह
सर हडसन लो या दुिनया म और िकसी क भी ारा उनक पद से वंिचत नही िकया जा सकता ह। यिद लेडी
लुडन उनक सीमा क भीतर होत तो वे िन त प से उनसे िमलने क कपा करते, य िक वे िकसी मिहला
क साथ कठोर िश ाचार क िलए आ ह नह करते, लेिकन उ ह यह समझना चािहए था िक वे उस मिहला को
स मान दे रह ह। वे खुद को एक यु बंदी नह मानते, ब क वे अ यंत घृिणत िव ासघात ारा अपनी वतमान
थित म प चे ह। कछ और कहने क बाद उ ह ने उस घर, जहाँ उ ह जाना था, का एक बार और िज िकए
िबना गवनर को चलता कर िदया। इस बदिक मत घर क दुभा य का यहाँ उ ेख िकया जा सकता ह। उसे ब त
िववाद क बाद खड़ा िकया गया था, लेिकन यह दुभा यवश एक चारदीवारी और सजावटी रिलंग से िघरा आ था।
नेपोिलयन क िदमाग म त काल यह बात आई िक यह िकलेबंदी ह; उ ह यह समझाना किठन था िक नाली और
कटहरा उनक सुर ा क िलए ह। जैसे ही इस आपि क बार म पता चला, सर हडसन लो ने आदेश िदया िक
जमीन को समतल िकया जाए और रिलंग हटा ली जाए, लेिकन इस काम क पूरा होने से पहले ही नेपोिलयन का
वा य इतना खराब हो गया िक उ ह वहाँ से हटाने क अनुमित नह दी जा सकती थी और वे उस घर म कभी
नह जा पाए।
ऐसा लगता ह िक नेपोिलयन को यह महसूस हो गया था िक उनका यवहार काफ आ ामक था। उ ह ने कछ
िदन बाद अपने अनुचर क साथ मेज पर बैठ ए यह वीकार िकया िक उ ह ने ब त बुरा यवहार िकया था और
िकसी भी दूसरी थित म वे अपने यवहार क िलए शिमदा हो जाते। उ ह ने कहा, ‘‘हो सकता ह मुझे उ ह थोड़ा
ोध दिशत करते या जाते समय अपने पीछ दरवाजे को भड़ाक से बंद करते देखने क चाह रही हो।’’ ये कछ
श द हम नेपोिलयन क वभाव का अ छा प रचय देते ह। वे भु व िदखाना पसंद करते थे, लेिकन उनक
आ ामक भाषा का जवाब शांित और अ यंत धैय से िदया गया िजसक उ ह आदत नह थी और अपने गु से का
कोई असर न होने पर वे बाद म और ोिधत हो गए।
सर हडसन लो क साथ उनक िववाद क बार म यहाँ िदए गए उदाहरण शायद पया ह गेः लास कसेस, ओ
‘िमयरा और नेपोिलयन क अ य सहयोिगय ारा और भी बात बताई गई ह और उ ह ने भी हमेशा उ ह आ ामक
बताया ह। नेपोिलयन ने वयं शांित क समय इस बात को वीकार िकया ह। 18 अग त, 1816 को गवनर क साथ
सबसे िहसक िववाद क बाद िजसने अंततः दोन प क बीच िकसी भी िश ाचार क गुंजाइश को पूरी तरह ख म
कर िदया; उ ह ने माना िक उ ह ने गवनर क साथ ब त बुरा यवहार िकया, य िक उ ह ने बार-बार और जान-
बूझकर उ ह गु सा िदलाया और कहा िक सर हडसन लो ने कभी भी अस मान दिशत नह िकया। उ ह ने शायद
िसफ यह िकया िक वे अचानक वहाँ से चले जाते थे।
िनवािसत को अपया भोजन क आपूित क ब त िशकायत क गई और उनक ारा बार-बार यह आरोप
लगाया गया िक उनक पास खाने क िलए कछ भी नह ह। कहा गया िक वाइन भी ब त घिटया थी। इतनी खराब
िक उसे पीना असंभव था और हर य को एक िदन म एक बोतल िमलती थी, िजसे लास कसेस हा या पद
प से कम बताते ह। नेपोिलयन ने मािसक अनुपात म अपनी लेट को न करने का संक प िलया और चूँिक वे
जानते थे िक ई ट इिडया क कछ क टन ने उस एक लेट क िलए एक सौ अशफ देने का ताव िकया ह,
तािक उनक मृित सँजोई जा सक तो उ ह ने िन य िकया िक िजसे बेचा जा रहा ह, उसे तोड़ िदया जाना चािहए।
हिथयार को न कर िदया गया और ऐसा कोई िनशान नह छोड़ा गया, जो यह दशा सकते ह िक वे कभी उनक
रह थे। कवल उन छोट ग ड़ को छोड़ िदया गया था, जो कछ िडश कवर पर कढ़ ए थे। ये अंितम िच
नेपोिलयन क सहयोिगय क िलए स मान का िवषय थे। उ ह उदासी और धािमकता क भावना से मृित िच
क प म देखा जाता था। जब लेट को तोड़ने का ण आया तो लास कसेस नौकर क पीड़ा और दुःख क
भावना क गवाह थे। वे िजन व तु को बड़ी चाहत क साथ लेकर आए थे, उन पर अपने स मान का हथौड़ा
नह चला सकते थे।
वापसी या ा पर जा रह ई ट इिडया क जहाज िनयिमत प से सट हलेना ीप पर आते थे, जो वहाँ पानी लेने
और र क सेना क इ तेमाल क िलए गनपाउडर रखने क िलए कते थे। ऐसे अवसर पर लोग अकसर उस
िस बंदी को देखने क िलए उ सुक होते थे। ऐसी मुलाकात का यान रखा जाता था, तािक नेपोिलयन को
अजनिबय क बेवकफाना उ सुकता से परशानी न हो, िजसक ित उनक ब त अ िच थी। जो लोग उनसे िमलना
चाहते थे, उ ह सबसे पहले गवनर को आवेदन देना पड़ता था, जो उनक नाम काउट बर ड को भेजते थे। घर क
ड माशल क प म काउट उन लोग क ाथना को नेपोिलयन तक प चाते थे और अनुकल जवाब िमलने क
थित म मुलाकात का समय िनधा रत करते थे।
िजन लोग से िमलने क िलए नेपोिलयन तैयार होते थे, वे मु य प से उ पद थ और िविश लोग, दूर थ
देश क या ी या िव ान क दुिनया म अपने आपको थािपत करने वाले य होते थे, जो स ा क अनु ह क
बदले उ ह िदलच प जानका रयाँ दे सकते थे। उनसे िमलनेवाले उनम से कछ लोग ने अपनी बातचीत का वणन
कािशत िकया ह और सबने इन मुलाकात म नेपोिलयन ारा अ यंत शालीनता, िश ता और स ावना क
दशन क बात कही ह। उनक सवाल हमेशा अ यंत कौशलपूण और िकसी ऐसे िवषय पर होते थे िजनसे सामने
वाला य सुप रिचत होता था, तािक उसे कोई ऐसी नई और अनोखी जानकारी देने क िलए े रत िकया जा
सक, जो उसक पास हो।
अग त, 1817 म लाइरा का मुख रहते ए क टन बेिसल हॉल ने स ा क साथ मुलाकात क िजनक बार म
वे कहते ह, ‘‘बोनापाट मुझे उन तसवीर और अध ितमाओ से काफ िभ लगे, जो मने देखी थ । उनका चेहरा
और शरीर काफ चौड़ा और चौकोर लग रह थे—वा तव म मेर सामने जो भी वणन आया था, उससे अिधक बड़
थे उनका मोटापा, जो इस समय तक अ यिधक माना जा रहा था, िकसी भी तरह से अिधक नह था। इसक िवपरीत
उनक चमड़ी कसी ई और मजबूत लग रही थी। उनक गाल म रग का नामोिनशान नह था। वा तव म उनक
वचा आम चमड़ी क बजाय संगमरमर जैसी अिधक लग रही थी। उनक माथे पर झु रयाँ नह थ और न ही उनक
चेहर क िकसी भी िह से पर कोई िशकन थी। उनक वा य और फित म कोई कमी नह िदख रही थी। हालाँिक
इस समय तक इ लड म आम तौर पर यह माना जाने लगा था िक वह ब त से रोग से त होकर तेजी से
अ व थ हो रह ह और उनक ऊजा पूरी तरह ख म हो चुक ह। उनका बोलने का लहजा कछ धीमा, लेिकन पूरी
तरह िविश था। वे अपने सवाल का जवाब सुनने म काफ धैय और सौ यता िदखाते थे और पूरी बातचीत क
दौरान काउट बर ड का िज िसफ एक बार आ। उनक आँख क चमक और कभी-कभार चकाच ध कर देने
वाली अिभ य को अनदेखा नह िकया जा सकता था। हालाँिक वह कोई थायी चमक नह थी, य िक वह तभी
उ ेखनीय होती थी, जब वे खास िदलच पी वाली िकसी बात से उ ेिजत होते थे। इससे अिधक सौ यता दिशत
करने क क पना नह क जा सकती। म उसे लगभग स दयता और दयालुता का दशन कह सकता , जो पूरी
बातचीत क दौरान उनक िवशेषता पर हावी रहा। इसिलए यिद वे इस समय खराब वा य और आ मिव ास
क कमी से जूझ रह थे तो अपने पर िनयं ण करने क उनक श आम धारणा से कह अिधक असाधारण थी,
य िक उनका पूरा बताव, उनक बात करने का ढग और उनक चेहर क अिभ य िबलकल सही वा य और
सहज मानिसक अव था का संकत देती थी।’’
ऐसे आगंतुक क साथ यदा-कदा होने वाली मुलाकात म नेपोिलयन का यवहार उससे इतना अलग होता था,
जो वे उन अिधका रय क ित लगातार बरकरार रखते थे िजनक क टडी म उ ह रखा गया था। हम मु कल से
यह संदेह कर पाते ह िक वे इनम से एक प र थित म अिभनय कर रह थे। िम टर इलीस ने अनुमान लगाया िक या
तो वे अपनी अनवरत िशकायत क ारा इ लड म अपनी िदलच पी बनाए रखना चाहते थे, जहाँ उनक
खुशफहमी थी िक एक पाट उनक अनुकल ह या उनक परशान िदमाग को गवनर को िचढ़ाने म एक य तता
िमलती थी। सर हडसन लो क ओर से सुलह करने का हर यास परशानी क नई वजह उ प करता था। वे
फाउिलंग पीस ल गवुड भेजते थे और उ ह इसक बदले नेपोिलयन का यह जवाब िमला िक जहाँ कोई खेल न हो,
वहाँ फाउिलंग पीस भेजना उनका अपमान ह। एक बॉल म आमंि त िकए जाने पर ांसीसी दल ने जोरदार
नाराजगी जताई और आलोचना क । एक बार सर हडसन लो ने इ लड से आए ढर सार कपड़ और अ य व तुएँ
िभजवाई, जो उनक िवचार से ल गवुड म काम आ सकते थे। इस पर काफ नाराजगी जताई गई। उ ह ने कहा िक
उनसे कगाल क तरह यवहार िकया जा रहा ह। उन व तु को गवनर क घर म ही रखा जाना था और
स मानपूवक उस घर म एक सूची भेजी जानी थी, िजसम यह कहा जाता िक यिद वे चाह तो ये चीज उनक
इ तेमाल क िलए भेजी जा सकती ह।
ऐसा अनुमान पहले ही य िकया जा चुका ह िक यह िचढ़ काफ हद तक नेपोिलयन क सहयोिगय क आहत
गव क वजह से थी, जो िन त प से उनसे अिधक दोषदश थे। उ ह ने एक अवसर पर ओ’ िमयरा क साथ
बातचीत म वयं इसे वीकार िकया। उ ह ने कहा, ‘‘िन त प से लास कसेस सर हडसन से ब त िचढ़ ए थे
और मेर िदमाग म मौजूद छिव बनाने म उ ह ने मह वपूण योगदान
नेपोिलयन और य दी रा
स 1799 म ए क घेराबंदी क दौरान नेपोिलयन ने िफली तीन को य दी रा बताते ए एक घोषणा तैयार
क , हालाँिक उ ह ने उसे जारी नह िकया। बहरहाल, उस घेराबंदी म वे अं ेज से हार गए और वह योजना कभी
काया वत नह हो पाई। नेपोिलयन एंड होली लड म नाथन शउर सिहत कछ इितहासकार मानते ह िक वह घोषणा
पूरी तरह चार क उ े य से क गई थी और नेपोिलयन एक य दी देश क िनमाण को लेकर गंभीर नह थे।
नेपोिलयन क िवरासत
य िदय क भिव य पर नेपोिलयन का अ य भाव उनक नाम से दज िकसी भी आदेश से कह अिधक
श शाली था। म य यूरोप क सामंती बेि़डय को तोड़ते ए और ांसीसी ांित क समानता को लागू करते ए
उ ह ने य दी मु क िलए उससे अिधक काम िकया, िजतना उनसे पहले क तीन सिदय क दौरान आ था।
वे टफिलया प रष नेपोिलयन क पतन क बाद तक अ य जमन ांत क िलए एक आदश बन गई और राइन ांत
क नेपोिलयन या उनक ितिनिधय क अधीन होने क प रणाम व प उन ांत म य िदय क थित थायी प से
सुधर गई। हन और बोन दोन नेपोिलयन क िस ांत क उदारता क ित आभार य करते ह। खासकर जमन
य िदय ने हमेशा नेपोिलयन को जमनी म य िदय क मु का एक मु य वतक माना ह। कहा जाता ह िक जब
य दी कलनाम चुन रह थे, तो उनम से कछ ने ‘श थेल’ नाम अपनाते ए अपना आभार कट िकया, जो
‘बोनापाट’ का अनुवाद ह। इसक बाद य दी ब तय म नेपोिलयन क कायकलाप क बार म कहािनयाँ चिलत हो
गई।
q
िन कष
राि लगभग 9.00 बजे वेिलंगटन और लूशर क मुलाकात ई िजसका अथ था िक लड़ाई ख म हो चुक थी।
वाटरलू म एं लो गठबंधन बल क लगभग 15,000 सैिनक मार गए और घायल ए। पिसयन को कल िमलाकर
7000 लोग का नुकसान आ। नेपोिलयन क सेना म मृत और घायल क सं या 25,000 थी। उनक 8000
सैिनक को बंदी बना िलया गया।
वाटरलू म ांसीसी हार और वे क लड़ाई म नेपोिलयिनक यु क आिखरी लड़ाई क बाद, नेपािलयन को
ग ी से उतार िदया गया। वे अं ेज क आगे आ मसमपण करने से पहले कछ समय क िलए फरार रह। इसक
बाद उ ह िनवािसत करक सट हलेना भेज िदया गया, जहाँ स 1821 म उनक मृ यु हो गई।
वाटरलू म लॉयन मारक डच ारा उस थान पर बनाया गया ह, जहाँ पर यह माना जाता ह िक िपंरस ऑफ
आरज ज मी ए थे।
रणभूिम का वतमान इलाका उससे काफ अलग ह, जो वह स 1815 म रहा होगा। स 1820 म डच राजा
िविलयम थम ने उस थान पर एक मारक क िनमाण क आदेश िदए, जहाँ यह माना जाता था िक उनका पु ,
िपंरस ऑफ आरज ज मी आ था। यहाँ पर एक िवशाल टीला बनाया गया िजसम वेिलंगटन क जलम न सड़क
सिहत रणभूिम क दूसर भाग से ली गई 3,00,000 यूिबक मीटर िम ी का इ तेमाल िकया गया। कहा जाता ह
िक बरस बाद उस थल पर आने क बाद वेिलंगटन ने िशकायत क —
नेपोिलयन कानून
‘‘उ ह ने मेरी रणभूिम को बरबाद कर िदया।’’
यह नाटा य , िजसने दो शता दयाँ देख , अठारहव सदी का अंत और उ ीसव सदी क शु आत और
िजसने दो दुिनया देख , राजतांि क यूरोप और आधुिनक यूरोप, अपनी आिखरी िवरासत क प म कई थायी
िवरासत छोड़कर गया। उनक पतन क बावजूद उनक पिसयासिनक और कानूनी सुधार ांस म बरकरार रह और
बाद म अ य यूरोपीय सरकार ने उसे आदश प म अपनाया, खासकर नेपोिलयिनक कोड को। उ ह ने लगभग
अकले दम पर रा य िनयंि त पुिलस और सावजिनक शै िणक तं क साथ आधुिनक, क ीकत यूरो िटक रा
बनाया। इसक अलावा िवयना क स मेलन क साथ ‘वैधता’ क अवधारणा यूरोपीय संबंध क भावी िविध बन
गई। ेट ि टन ने ांस क िखलाफ ितशोध क काररवाई को रोकने क िलए स मेलन म इस िस ांत को पेश
िकया; अंत म वह राजतं को बहाल करने का तक बन गया। हालाँिक राजतं क बहाली से ांस को अपनी
पारप रक सीमाएँ वापस िमल गई। वह सारी यव था संतुलन और थरता क एक अवधारणा पर आधा रत थी।
यूरोप क िकसी भी रा को ब त अिधक े ीय ताकत हािसल करने क अनुमित नह दी जा सकती थी; कां ेस
आ ामकता क थान पर े ीय वैधता का एक राजनियक शासन थािपत करने क उ मीद कर रहा था, जो
अंतररा ीय संबंध का मागदशन करता।
नेपोिलयन क बचपन क यह िदलच प घटना ‘मेमोयस ऑफ िड डचेस द अर स’ से ली गई ह—‘‘एक िदन
उनक एक बहन ने उन