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Chakra
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4 years ago
आज के बाद ग्रहों
से बिल्कुल भी डरने की जरूरत
नहीं. बल्कि ग्रहों को अपनी एनर्जी
ठीक करने के लिये भी यज
ू करें .
ब्रह्मांड में बदलती ग्रहों की चाल
पंच तत्वों पर सीधा प्रभाव डालती
है . पंच तत्व हर क्षण हमारे स्थल
ु
और सूक्ष्म शरीर को प्रभावित करते
हैं. इस तरह ग्रहों की उर्जा लोगों के
आभामंडल व एनर्जी चक्रों को हर
क्षण प्रभावित करती है .
इस उर्जा को संजीवनी उपचार में
यज
ू करने से बड़े ही असरदार
नतीजे मिलते हैं.
आज मै इसकी तकनीक और
संकल्प बता रहा हूं. इसे अपनाकर
तत्काल जीवन की धारा बदली जा
सकती है . मन से समझें और ध्यान
से अपनायें. इससे न सिर्फ अपने
उर्जा चक्रों को जाग्रत कर लेंगे
बल्कि ग्रहों के हर तरह के दष्ु प्रभाव
बिना किसी उपाय के खत्म कर
लेंगे.
*ग्रह संजीवनी का मल
ू मंत्र…..*
ऊं. ह्रौं जूं सः माम पालय पालय सः
जंू ह्रौं ऊं.
1. सर्य
ू ग्रह से कहें - हे ग्रहाधि पति
सूर्य दे व आपको मेरा प्रणाम है .
आप मेरे मणिपरु चक्र को पीली
उर्जा से उपचारित करके
शक्तिशाली बनायें. मुझे सफल
और तेजस्वी बनायें. आपका
धन्यवाद है .
को लाल उर्जा से उपचारित करके शक्तिशाली बनायें. मेरे आत्मबल को स्थिर करें. जीवन में समृद्धि सुख स्थापित
करें. आपका धन्यवाद है.
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With 7 comments
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Categories: shiv sadhak
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