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PODAR INTERNATIONAL SCHOOL

Question Bank 2 (2021-22)


Answer Scheme

Subject: Hindi Std. VI

General Instructions:
• The paper has Six sections:
Reading-Objective
Grammar-Objective
Grammar-Subjective
Chapter-Subjective
Poem- Subjective
Writing-Subjective
• Read the questions carefully and then answer.

Reading-Objective

Q.1 िनम्निलिखत गद्यांश को ध्यानपूवर्क पिढ़ए तथाप्र� के िलए उिचत िवकल्प


समय बह�त मूल्यवा होता है । यह धन से भी ज्यादा क�मती ह; क्योंिक यिद धन को ख च
कर िदया जाए तो उसे पनु ः प्रा� िकया जा सकता , लेिकन यिद हम एक बार समय को गँवा
देते है, तो इसे पनु ः प्रा� नहीं कर सकते । समय के बारे में एक सामान्य कहावत है
“समय कभी िकसी क� प्रती�ा नहीं क है ।” यह िबल्कु पथृ ्व पर जीवन के अिस्तत क�
तरह ही सत् है, अथार्त िजस तरह से पथृ ्व पर जीवन का होना सत् है, ठीक उसी तरह से
यह कहावत भी िबल्कु सत् है । समय िबना िकसी �कावट के िनरंतर चलता रहता है ।
इस संसार मे िजसने भी समय क� कद क� है, उसने सख ु के साथ जीवन गज ु ारा है और
िजसने समय क� बबार्द क�, वह खदु ही बबार् हो गया है । समय का मूल् उस िखलाड़ी से
पूिछए, जो सेकंड के सौवे िहस्स से पदक चूक गया हो । स्टेश पर खड़ी रेलगाड़ी एक िमनट
के िवलंब से छूट जाती है । छात् को तो समय का मूल् और भी अच्छ तरह समझ लेना
चािहए, क्यों इसक� कद करके वे अपने जीवन के ल�य को पा सकते है ।
i. गद्या के अनस
ु ार सबसे क�मती क्य है? [1]
a. जीवन
b. अनशाु सन
c. समय
d. खेल

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ii. सखु के साथ जीवन को िकसने गजु ारा? [1]
a. िजसने दिन
ु या मे खूब धन कमाया
b. िजसने मीठी वाणी बोली
c. िजसने समय क� कद क�
d. िजसने समय को बबार् िकया

iii. समय का सही मलू ्यिकस िखलाड़ी को पता होता है? [1]
a. िजसने अिधक अंतर से पदक गँवा िदया हो
b. िजसने भाग्य के भरोस रहकर पदक गँवा िदया हो
c. िजसने मामूली अंतर से पदक गँवा िदया हो
d. िजसने कमर् करके भ पदक गँवा िदया हो

iv. समय क� कद करने से छात् को क्य लाभ होता है? [1]


a. वे स्वस जीवन जीते है ।
b. वे मेधावी बनकर आगे बढ़ते है ।
c. वे अपने जीवन के ल�य को पा सकते है ।
d. वे लोकिप् होकर जगमगाते है ।

v. समय िकस प्रकाचलता रहता है? [1]


a. िबना िकसी �कावट के िनरंतर
b. कभी-कभी �क-�ककर
c. िकसी के िलए कम िकसी के िलए ज्याद
d. िनरंतर �कावट के साथ

Grammar-Objective

Q.2 िनद�शानुसार उिचत िवकल्प चुिनए।


i. ‘सरल’ शब्द के िलए उमावस्था �प चुिनए [1]
a. सरलता
b. सरलतर
c. सरलतम
d. सरला
िवशेषण GB 82

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ii. ‘उठना’ िक्रया प्र प्रेरणाथ �प चिन
ु ए। [1]
a. उठाना
b. उठावाना
c. उठवाना
d. उठववाना
िक्रय GB 87

iii. ‘इस समय िशमला में ठंड पती होगी ।’ वाक्य का उिच काल भेद चिन
ु ए। [1]
a. सामान्यभिवष्यत्ल
b. सामान्यवतर्माकाल
c. संिदग् वतर्माकाल
d. अपणू र वतर्माकाल
काल GB 92

iv. ‘मख
ू � मे थोड़ा पढ़ा-िलखा’ अथर के िलए सही लोकोि� चिन
ु ए। [1]
a. लोगों क� िस्थितयों में अंतर
b. एक प्रयास से दो ला
c. अंधो मे काना राजा
d. प�रश्रम में श
लोकोि� WS 67

Grammar- Subjective

Q.3 िनम्निलिखतप्र�को िनद�शानुसार हल क�िजए ।


i. ‘यह िकताब अलमारी में रखी थी।’ वाक्य में प्रयु� िवशेषण शब्द । [1]
यह
िवशेषण GB 80
ii. ‘माँ झाड़� से घर साफ कर रही है ।’ कमर के आधार पर िक्रया भेद िलिख। [1]
सकमर् िक्र
िक्रय WS 56
iii. ‘सूरज उगा था ।’ वाक्य काकाल भेद िलिखए । [1]
पूणर् भूकाल
काल GB 90

Chapter-Subjective

Q.4 िनम्निलिखत प्र�ों के उ�र िलि


i. िचिड़या वाले ने मोर के दोनों बच् को लेिखका को क्यों दे िद? [2]
िचिड़या वाले ने मोर के दोनो बच्च को लेिखका को इसिलए दे िदया क्योंिक वह नह

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चाहता था िक उनके पंजों से दवा बनाने के िलए कोई उन्हें खरीदकर ले जाए और म
दे ।
नीलकं ठ TB 48

ii. लेिखका ने नीलकं ठ के चोंच क� प्रशंसा में क्य? [2]


लेिखका ने नीलकं ठ के चों क� प्रशं मे कहा िक वह अपनी िजस नुक�ली चोच से सपर
के टुकड़े कर सकता था, उसी से मेरी हथेली पर रखे भुने चने ऐसी कोमलता से, हौले से
उठाकर खाता था िक हँसी आ जाती थी ।
नीलकं ठ TB 49

iii. कुब्ज को अलग बंद िकया तो उसने क्या िकया [1]


कु ब्ज को अलग बंद िकया तो उसने दाना-पानी छोड़ िदया और जाली पर िसर पटक-
पटककर स्वय को घायल कर िलया ।
नीलकं ठ WS 15

Poem-Subjective

Q.5 िनम्निलिखत प्र�ों के उ�र िलि


i. दादू दयाल ने मायारस और रामरस क� क्यािवशेषता बताई है? [2]
दादू दयाल मायारस और रामरस क� िवशेषता बताते ह�ए कहते हैं ि जहाँ धन, पद और
प्रित��पी मायारस मनुष्यके कोमल मन को पत्थ क� तरह कठोर बना देता है । वही
राम नाम का रस पत्थ मन वाले मनुष्य को भ मक्ख क� तरह कोमल बना देता है ।
दादू दयाल के दोहे WS 23

ii. स्वाथ मनषु ् के मन मे क्य उत्पन करता है? [1]


स्वाथ मनषु ् के मन मे अपने और पराए का भाव उत्पन करता है ।
दादू दयाल के दोहे TB 73

Writing-Subjective

Q.6 देश क� सीमाओं पर जवान जब सतकर् होकर पहरा देते हैं, तभी हम अपने घरों में चैन [5]
सो पाते हैं। देश क� सरु �ा में सैिनकोंके योगदान का वणर्न करते 100 से 120
शब्दों में एक िनबंध िल ।
Q.7 आपक� िबिल्डं मे ह�ई चोरी क� िशकायत करते ह�ए पुिलस अिधकारी को 70-80 शब्द [5]
मे एक पत लगभग िलिखए ।

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