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वार्षिक परीक्षा प्रश्नपत्र, सत्र 2021–22

र्वषय र् िं दी, कक्षा – आठ

समय:2घिंटे पूर्ाांक:40

र्िदे श:(1) इस प्रश्न पत्र के तीन खंड हैं -क, ख तथा ग ।

(2) प्रत्येक खंड के सभी प्रश्ननं के उत्तर दे ना अननवार्य है।

(3) सभी खंडनं के उत्तर क्रमानुसार तथा स्वच्छतापूवयक निखें।

खिंड– क (पठि एविं व्याकरर्)

प्रश्न1- र्िम्नर्िखखत गद्ािंश को पढ़कर र्दए गए प्रश्नोिं के उत्तर दीर्िए- (5)

र्ह घटना सन् 1899 की है |उन नदननं कनिकाता में प्लेग हुआ था | शार्द ही कनई ऐसा घर बचा था जहााँ र्ह
बीमारी न पहुाँ ची हन |ऐसी नवकट स्थथनत में भी स्वामी नववेकानंद और उनके कई नशष्य रननगर्नं की सेवा में जुटे हुए थे
|वे अपने हाथनं से नगर की गनिर्ााँ और बाज़ार साफ़ करते थे और नजस घर में प्लेग का कनई मरीज़ हनता था, उन्हें
दवा आनद दे कर उनका उपचार करते थे |उसी दौरान कुछ िनग स्वामी नववेकानंद के पास आए |उनका मुस्खर्ा
बनिा “स्वामी जी,इस धरती पर पाप बहुत बढ़ गर्ा है इसनिए प्लेग की महामारी के रूप में परमेश्वर िनगनं कन दं ड दे
रहे हैं पर आप ऐसे िनगनं कन बचाने का र्त्न कर रहें हैं |ऐसा करके आप भगवान के कार्ों में बाधा डाि रहें हैं
|”मंडिी के मुस्खर्ा की ऐसी बातें सुनकर स्वामी जी गंभीरता से बनिे,“आप सब नवद्वान र्ह तन जानते ही हनंगे नक
मनुष्य इस जीवन में अपने कमों के कारण कष्ट और सुख पाता है |ऐसे जन व्यस्ि कष्ट से पीनित हैं और तिप रहें हैं
और र्नद दू सरा व्यस्ि उसके घावनं पर मरहम िगा दे ता है तन वह स्वर्ं ही पुण्य का अनधकारी बन जाता है |अब
र्नद आपके अनुसार प्लेग से पीनित िनग पाप के भागी हैं तन हमारे कार्यकताय इन िनगनं की मदद कर ,पुण्य के भागी
बन रहे हैं |स्वामी जी की बात सुनकर सभी भौंचक्के रह गए |

क. स्वामी नववेकानंद और उनके नशष्य प्लेगग्रस्त कनिकाता में क्या कर रहे थे?

ख. सन् 1899 में कनिकाता में क्या घटना घनटत हुई ?

ग. मंडिी के मुस्खर्ा के अनुसार प्लेग फैिने का क्या कारण था ?

घ. स्वामी नववेकानंद के अनुसार पुण्य का अनधकारी कौन है ?

ङ. ‘पुण्य’शब्द का नवपरीताथयक शब्द क्या है ?

प्रश्न2- र्िम्नर्िखखत प्रश्नोिं के उत्तर र्िदे शािुसार दीर्िए – (2X5=10)

क. र्िम्नर्िखखत में से र्कन्ी िं दो की सिंर्ि कीर्िए-


i. उपरर+उि

ii. नहत+उपदे श

iii. नारी+ईश

ख. रे खािंर्कत शब्ोिं के र्वपरीतार्िक शब् र्िखकर ररक्त स्र्ाि भररए (कोई दो)–

i. एक राजनीनतक पाटी कन अल्पमत नमिा ,वहीं दू सरी पाटी ...............से जीती |

ii. ईश्वर अनवनाशी है और संसार के सभी प्राणी ……………… हैं |

iii. नवश्व के अनेक नहस्नं में, कहीं जिवार्ु आर्द्य है तन कहीं ..............|

ग. र्िम्नर्िखखत वाक्ािंशोिं में से र्कन्ी िं दो के र्िए उपयुक्त स्र्ािापन्न शब् र्िखखए –

i. बहुत बढ़ा-चढ़ा कर कही गई उस्ि

ii. जन सहन न कर सके

iii. अनुकरण करने र्नग्य

घ. र्िम्नर्िखखत समस्तपदोिं में से र्कन्ी िं दो का समास-र्वग्र कर उिका िाम भी र्िखखए –

i. र्थाशस्ि

ii. पंचरत्न

iii. प्रनतनदन

ङ. र्िम्नर्िखखत में से नकन्हीं दन वाक्यनं कन उनचत अनवकारी शब्दनं से पूरा कीनजए –

i. वह सुबह आठ बजे ................ उठे गा |

ii. ............... इतना नवनाश, अब तन कुछ दर्ा नदखाओ |

iii. हमें ...................पढ़ना चानहए |

(खिंड ख-सर् त्य)

प्रश्न3-र्िम्नर्िखखत पद्ािंश को पढ़कर िीचे र्दए गए प्रश्नोिं के उत्तर दीर्िए - (4)


नपंजरे का पंछी कहता है ,

“तुम नपंजरे का संगीत सीख िन |”

वन का पंछी कहता है ,

“ना,मैं नसखाए-पढ़ाए गीत नहीं गाना चाहता |

नपंजरे का पंछी कहता है ,

“भिा मैं जंगिी गीत कैसे गा सकता हाँ ?

वन का पंछी कहता है ,

आकाश गहरा नीिा है , उसमें कहीं कनई बाधा नहीं है |”

नपंजरे का पंछी कहता है ,

“नपंजरे की पररपाटी,कैसी नघरी हुई है चारनं तरफ़ से !”

क. वन का पंछी क्या सीखने से मना कर दे ता है ?

ख. वन के पंछी के अनुसार आकाश का क्या आकर्यण है ?

ग. नपंजरे का पंछी नकसकी तरफ़दारी कर रहा है ?

घ. ‘पररपाटी’ शब्द का क्या अथय है ?

प्रश्न4- र्िम्नर्िखखत प्रश्नोिं में से र्कन्ी िं दो प्रश्नोिं के उत्तर सिं क्षेप में र्िखखए- (2X2=4)

क. नचजुकन जब सदाकन से नमिने आई तब अपने साथ क्या िाई और नकस काम के निए िाई?

ख. दनननं पंछी एक दू सरे कन क्यनं नहीं समझ पाते?(दन पंछी कनवता के आधार पर)

ग. कागज़ क्रेन क्लब की थथापना का क्या उद्दे श्य था ?

प्रश्न 5-र्िम्नर्िखखत प्रश्नोिं में से र्कसी एक प्रश्न का उत्तर र्वस्तार से र्िखखए- (1X3=3)

क. कहीं कनई र्ुद्ध नहीं हन रहा नफर भी आज नवश्व कन शां नत की सबसे अनधक आवश्यकता क्यनं नज़र आती
है ?

ख. आपके नवचार से दनननं पनिर्नं में ज़्यादा सुखी कौन-सा पिी है ?कारण के साथ निस्खए |
(रचिात्मक िेखि)

प्रश्न6- र्दए गए र्वषयोिं में से र्कसी एक र्वषय पर सिंवादोिं की रचिा कीर्िए- (3)

क. नए साि के संकल्पनं (न्यू-ईर्र रे ज़नल्यूशन) के बारे में बातचीत करते हुए, रमन और राघव के संवादनं कन
निस्खए|

अर्वा

ख. प्रनतर्ननगता में भाग िेने से संबंनधत,दन नमत्रनं की बातचीत कन संवादनं के रूप में निस्खए|

प्रश्न7- क.नवद्यािर् के पुस्तकािर् में नहं दी पनत्रकाएाँ उपिब्ध कराने का अनुरनध करते हुए प्रधानाचार्ाय जी कन पत्र
निस्खए । (5)

अर्वा
ख.नबजिी का नबि सही करवाने हे तु नबजिी नवभाग के अनधकारी कन पत्र निस्खए|

प्रश्न8- र्दए गए र्वषयोिं में से र्कसी एक र्वषय पर 100-120 शब्ोिं में अिुच्छेद र्िखखए– (6)

क. “र्नद मैं भारत का प्रधानमंत्री हनता”

संकेत नबंदु-*भूनमका *भावी र्नजनाएाँ *तैर्ाररर्ााँ *उपसंहार

ख. “कननवड की मार वैक्सीन असरदार”

संकेत नबंदु-*भूनमका *वैक्सीन से हनने वािे िाभ *वैक्सीन न िेने के दु ष्पररणाम *उपसंहार

ग. “पवयत-प्रकृनत का सौंदर्य”

संकेत नबंदु-*भूनमका *पवयतनं का सौंदर्य *आपका अनुभव *उपसंहार

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