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लुइस एल. ह
उन सबक िलए, जो आईने क जादू क खुशी का अनुभव करने क िलए
तैयार ह
वागत ह
‘िमरर वक’ (खुद से ेम करो) पर मेर 21 िदवसीय कोस म आप सब ि यजन का वागत ह। यह मेर लोकि य वीिडयो कोस ‘लिवंग
योरसे फ’ (खुद से ेम करो) पर आधा रत ह। अगले तीन ह त म आप सीखगे िक कसे िसफ एक आईने म देखकर आप अपने जीवन म
बदलाव ला सकते ह।
‘खुद से ेम करो’—अपनी आँख म गहराई से देखना और एफमशंस ( ढ़ वचन) दोहराना— वयं से ेम करना सीखने और दुिनया को
एक सुरि त एवं ेम करने वाले थान क प म देखने क िलए मुझे िमला सबसे भावी तरीका ह। म लोग को िमरर वक (खुद से ेम करो)
करना तब से िसखा रही , जब से म एफमशंस िसखा रही । सीधे श द म, जो कछ भी हम कहते या सोचते ह, वह एक एफमशन ह।
आपक वयं से क गई सभी बात, आपक मन म चल रह िवचार एफमशंस क एक धारा ह। ये एफमशंस आपक अवचेतन क िलए संदेश ह,
जो सोच और यवहार क अ य त तरीक थािपत करते ह। सकारा मक एफमशंस आपक अंदर उपचारा मक िवचार और सोच का रोपण
करते ह, जो आ मिव ास और आ मस मान िवकिसत करने म तथा मानिसक शांित और आंत रक खुशी उ प करने म आपका सहयोग
करते ह। सबसे मजबूत एफमशंस वे होते ह, िज ह आप अपने आईने क सामने जोर से दोहराते ह। आईना वयं क बार म आपक भावना
को आपक पास ितिबंिबत करता ह। वह तुरत आपको एहसास करा देता ह िक कहाँ आप वयं को रोक रह ह और कहाँ आप खुले ए तथा
वािहत ह। वह आपको प प से िदखाता ह िक यिद एक खुिशय भरा, प रपूण जीवन चािहए तो आपको अपने कौन से िवचार बदलने
क आव यकता होगी।
जब आप खुद से ेम करना सीखगे, तो आप अपने कह श द और अपने िकए काय क ित और अिधक जाग क हो जाएँगे। आप पहले
अपना िजतना यान रखते थे, उससे कह अिधक गहर तर तक अपना यान रखने लगगे। जब आपक जीवन म कछ अ छा होता ह, तो आप
आईने क सामने जाकर कह सकते ह, ‘‘शुि या, शुि या, यह तो ब त शानदार बात ह! ऐसा करने क िलए शुि या!’’ यिद आपक साथ कछ
बुरा होता ह, तो आप आईने क पास जाकर कह सकते ह, ‘‘ठीक ह, म तुमसे ेम करता , यह जो अभी आ ह, बीत जाएगा, लेिकन म
तुमसे ेम करता और हमेशा क गा!’’
हमम से अिधकांश लोग क िलए आईने क सामने बैठना और वयं का सामना करना शु आत म मु कल होता ह, इसिलए हम इस ि या
को ‘खुद से ेम करो’ (काम) कहते ह। लेिकन जब आप यह काम करते रहते ह, तो आप वयं क ित कम आलोचना मक होने लगते ह
और यह काम आईने क साथ एक खेल का प लेने लगता ह। ब त ज द आपका आईना—आपका साथी बन जाता ह, दु मन क थान पर
एक ि य िम बन जाता ह।
खुद से ेम करो सबसे यारा उपहार ह, जो आप वयं को दे सकते ह। ‘हाय दो त’ या ‘अ छ लग रह हो’ या िफर ‘यह िकतना मजेदार
काम ह न?’ कहने म िसफ एक सेकड लगता ह। िदन भर म कई बार वयं को ऐसे छोट—छोट सकारा मक संदेश देना ब त मह वपूण होता
ह। िजतना अिधक आप वयं क शंसा करने क िलए, वयं को पसंद करने क िलए और मु कल समय म वयं का समथन करने क िलए
आईने का इ तेमाल करगे, आपका वयं क साथ संबंध उतना ही गहरा और आनंददायक होता जाएगा।
आप सोच रह ह गे, इस काय म क िलए 21 िदन य ? या आप वा तव म िसफ तीन ह त म अपना जीवन पूरी तरह बदल सकते ह?
शायद पूरी तरह नह , लेिकन आप बदलाव क बीज तो बो ही सकते ह। जब आप खुद से ेम करना जारी रखगे, तो ये बीज मन क नई एवं
व थ आदत क प म िवकिसत होने लगगे, जो आपक िलए खुिशय भर, प रपूण जीवन क ार खोल दगे। तो आइए, शु कर।
जब आप अपना िमरर वक आरभ करते ह, तो आपको यह काम ब त आसान ब क मूखतापूण भी लग सकता ह, जो चीज म आपको अगले
21 िदन म करने क िलए क गी, शु आत म उनम से कई आपको बदलाव लाने क ि से ब त आसान लग सकती ह। लेिकन मने सीखा ह
िक सबसे आसान काम अकसर सबसे मह वपूण होते ह। आपक सोच म आया एक छोटा सा बदलाव आपक जीवन म ब त बड़ बदलाव ला
सकता ह।
हम हर िदन एक अलग िवषय को संबोिधत करगे। म उस िवषय पर अपने कछ िवचार क साथ शु आत क गी और िफर आपको एक
िमरर वक ए सरसाइज दूँगी, िजसका अ यास म चा गी िक आप िदन भर कर, आप सुबह क समय अपने बाथ म क आईने क सामने यह
अ यास करने से शु आत कर सकते ह और िफर िदन भर आप जब भी िकसी आईने क सामने से गुजर या िखड़क क काँच म अपना ितिबंब
देख, तो इस अ यास को दोहरा सकते ह। घर से बाहर िनकलने पर आप अपने साथ एक छोटा आईना रख सकते ह और जब भी कछ िमनट
का समय िमले, िमरर वक कर सकते ह।
मेरा आपसे आ ह ह िक जब आप िमरर वक शु कर तो अपने साथ एक डायरी रख। सं ेप म अपने िवचार और भावनाएँ उसम िलखते
जाएँ, तािक आपको अपनी गित का अंदाजा होता रह। म आपको ितिदन एक दैिनक अ यास दूँगी, िजसम कछ न ह गे, जो आपको
शु आत करने म मदद करगे। मेरा मानना ह िक हमम से येक क अंदर एक श ह, सावभौिमक श से जुड़ी एक उ ‘आ म’ श ,
जो हमसे ेम करती ह, हम सँभालती ह और हम हर कार क समृ दान करती ह, दैिनक आपको इस श से जुड़ने म मदद करगी,
आप देखगे िक आपक अंदर वह सबकछ ह, िजसक आपको बढ़ने और बदलने क िलए आव यकता ह।
म आपको ितिदन एक ‘हाट थॉट’ (िदल क बात) भी दूँगी, जो आपक िमरर वक म सहयोग करगा और एक एफमशन दूँगी, जो उस िदन
क िवषय को काया वत करने म आपक मदद करगा। अंत म म एक गाइडड मेिडटशन तुत क गी। मेरी सलाह ह िक आप सोने से पहले
शांित से बैठ और सोच िक कसे ये िवचार आपक जीवन को थोड़ा आसान और ब त बेहतर बना सकते ह। मेिडटशन का तरीका आप पु तक
म पढ़ सकते ह या यिद आप चाह, तो उसका ऑिडयो सं करण सुन सकते ह, िजससे यह िलया गया ह।
पहले िदन क िलए आपका ‘हाट थॉट’ (िदल क बात) म खुले मन का और हणशील
यिद हम अपने जीवन म कछ अ छा लाने क िलए िमरर वक कर रह ह, लेिकन हमारा एक िह सा ह, जो िव ास नह करता िक हम इस
लायक ह, तो हम उन श द पर िव ास नह करगे, जो हम आईने म देखते ए कहते ह। हम एक ऐसे िबंदु पर प च जाएँग,े जब हम सोचना
शु कर दगे िक ‘िमरर वक काम नह करता’।
इस धारणा का सच तो यह ह िक ‘िमरर वक काम नह करता’, वयं िमरर वक से या उन ढ़ वचन (एफमशंस) से जो हम बोलते ह, कोई
संबंध नह ह। सम या यह ह िक हम इस बात पर िव ास नह करते िक हम उन सब अ छी चीज क लायक ह, जो जीवन हम दे सकता ह।
यिद यही आपक धारणा ह, तो ढ़तापूवक किहए—म खुले मन का और हणशील ।
आपका पहले िदन का यान (मेिडटशन) वयं से ेम करना (ऑिडयो डाउनलोड का पहला िदन)
हमम से येक क पास अपने आपसे और अिधक ेम करने क मता ह। हमम से येक ेम िकए जाने का अिधकारी ह। हम अिधकार ह
—अ छा जीवन जीने का, व थ रहने का, ेम पाने और ेम करने का तथा समृ होने का। और हम सबक अंदर मौजूद उस छोट से ब े
को अिधकार ह—एक अ ुत वय क बनने का। तो आप अपने आपको ेम से िघरा आ देख। अपने आप को स , व थ और संपूण देख
और अपने जीवन को उस प म देख, जैसा आप उसे बनाना चाहते ह, सार िववरण देते ए यह जान ल िक आप उसक लायक ह।
और िफर अपने दय से ेम लेकर उसे वािहत होने द, अपने शरीर को भरते ए उसे बाहर जाने द। क पना कर िक िजन लोग को आप
ेम करते ह, वे आपक दोन ओर बैठ ह, उस ेम को अपने बाई ओर बैठ लोग क ओर वािहत होने द और उ ह सुखद िवचार ेिषत कर,
उ ह चार ओर से ेम और समथन से घेर द और उ ह शुभकामनाएँ द, त प ा अपने दय क ेम को अपने दािहनी ओर बैठ लोग क ओर
वािहत होने द। उ ह उपचारा मक ऊजा, ेम, शांित और काश से िघरने द। अपने ेम को तब तक पूर कमर म वािहत होने द, जब तक िक
आप ेम क एक िवशाल वृ क अंदर न आ जाएँ। ेम को घूमते ए महसूस कर, जब वह आपक शरीर से बाहर िनकलता ह और िफर कई
गुना बढ़कर आपक पास वापस आता ह।
‘ मे ’ स◌ृि का सबसे श शाली उपचारा मक बल ह। आप इस ेम को दुिनया म लेकर जा सकते ह और चुपचाप उन सब लोग क
साथ बाँट सकते ह, िजनसे आप िमलते ह। वयं से ेम कर, एक—दूसर से ेम कर। इस ह को ेम कर और यह जान ल िक हमसब एक ह
और यही सच ह।
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दूसरा िदन
अपने आईने को अपना िम बनाना
आज आप बुिनयादी िमरर वक यायाम का अ यास शु करनेवाले ह, अपने आप को और अपनी पुरानी धारणा क पर
बारीक से देखना सीखनेवाले ह।
यह आपक िमरर वक का दूसरा ही िदन ह। आप वयं को ेम करना और पसंद करना सीखना शु ही कर रह ह। अपने काम म डट रह, वह
येक िदन, जब आप अपने और अपने जीवन क बार म सोचने क इस नए तरीक का अ यास करगे, आपको उन पुराने और नकारा मक
संदेश को िमटाने म मदद करगा, जो इतने िदन से आप साथ लेकर चल रह ह। ज दी ही आप पहले से अिधक मुसकराने लगगे और आपको
आईने म देखना आसान लगने लगेगा। कछ ही िदन म आपको अपने कह एफमशंस सच तीत होने लगगे।
अब म चा गी िक आप एक छोटा जेबी आईना िनकाल या अपने बाथ म क आईने क सामने जाएँ, बस आराम से खड़ होकर साँस ल,
आईने म अपने आपको देख। िफर अपने नाम का योग करते ए कह, (आपका नाम) म तुमसे ेम करता । म सच म, सच म तुमसे ेम
करता ।
चिलए, हम इसे िफर कहते ह, दो बार और म तुमसे ेम करता । म सच म, सच म तु ह ेम करता । म तुमसे ेम करता , म सच म,
सच म तु ह ेम करता ।
कसा महसूस हो रहा ह? आप ईमानदारी िदखाते ए कह सकते ह िक यह कछ अजीब या बेवकफ भरा लग रहा ह। य िक शु आत म
यह वा तव म अजीब और बेवकफ भरा काम लगता ह या शायद आपको यह एक मु कल काम लगता हो।
ऐसा महसूस करने म कछ गलत नह ह। वयं को िबना शत ेम करना एक ऐसी चीज ह, जो आपने पहले कभी नह क ह, अपने आपको
ये भावनाएँ महसूस करने द, जो कछ भी आप महसूस कर रह ह, वह एक शु आत ह, आरभ करने क िलए एक उ म थान।
म जानती िक वयं को ‘म तुमस◌े प◌ेम करता/करती ’ कहना आप म से कई लोग क िलए ब त मु कल ह। म यह भी जानती िक
आप ऐसा कर सकते ह और मुझे ब त गव ह िक आप इस काम म डट ए ह। िमरर वक आगे जाकर आसान हो जाएगा, म वादा करती ।
िफर भी, यिद आपको ‘म तुमसे ेम करता/करती ’ कहना ब त मु कल लग रहा ह, आप इससे कछ आसान चीज से शु आत कर सकते
ह, जैसे आप यह कहने क कोिशश कर सकते ह—म तु ह◌ं प◌ेम करना सीखने क िलए तैयार , म तु ह ेम करना सीख रहा ।
जब आप अपने आईने म देख, तो म चाहती िक आप क पना कर िक आप नसरी क िकसी ब े से बात कर रह ह। अब अपने नाम का
योग करते ए इस भीतरी ब े से कह, ‘(नाम) म तुमसे ेम करता , म सच म, सच म तुमस◌े प◌ेम करता ।’
िजतना अिधक आप अपने िमरर वक का अ यास करगे, उतना ही यह आसान होता जाएगा, लेिकन याद रख िक इसम समय लगेगा,
इसीिलए म चा गी िक आप अपने िमरर वक का अ यास बार—बार करने क आदत डाल। एक बार सुबह उठते ही इसे कर, जब भी आप
कह जाएँ, अपने साथ एक जेबी आईना लेकर चल, तािक आप उसे बार—बार िनकालकर वयं से एक ेम भरा एफमशन कह सक।
आइए, एफम कर—म सुंदर , म अ ुत , मुझे कोई भी आसानी से ेम कर सकता ह।
अब जबिक आप अपने िमरर वक क तीसर िदन पर ह, या आप अपने िम —अपने आईने क साथ अिधक िनकटता महसूस कर रह ह?
येक िदन जब आप िमरर वक का अ यास करते ह, आप अपने आप से थोड़ा और अिधक ेम करने लग सकते ह। िदन पर िदन आपक
िलए आपक सकारा मक एफमशंस कहना और उनम सच म िव ास करना आसान होता जाता ह।
वयं को ेम करने का सबसे अ छा तरीका ह, अतीत क सभी नकारा मक संदेश को बाहर िनकाल देना और वतमान पल म रहना,
इसिलए आज म आपक साथ आपक ‘ वयं से बातचीत’ को बदलने पर काम क गी—उन बात को जो आप वयं से अपने मन म कहते ह।
अकसर हम अपने माता—िपता, अपने िश क और अ य अिधकारपूण लोग क आरिभक संदेश को वीकार कर लेते ह। शायद आपको
भी ‘ब क तरह रोना बंद करो’, ‘तुम कभी अपना कमरा साफ नह करते’ और ‘तुम अपना िब तर य नह ठीक करोगे?’ जैसी बात कही
गई ह गी और आपने वह सब िकया होगा, जो लोग ने आपको करने क िलए कहा होगा, तािक आपको उनका ेम िमल सक। जब आप छोट
थे, तो शायद आपक मन म यह धारणा बन गई होगी िक आप कछ िन त काम करने पर ही लोग ारा वीकार िकए जाएँगे, वीकित और
ेम सशत थे, हालाँिक यह याद रखना उिचत होगा िक दूसर क वीकित साथकता क उनक िवचार पर आधा रत थी और उनका आपक
अपनी यो यता से कोई लेना—देना नह था।
ये आरिभक संदेश हमारी वयं से बातचीत (से फ—टॉक) म योगदान देते ह। हम िजस कार मन—ही—मन वयं से बात करते ह, वह
वा तव म मह वपूण ह, य िक वही हमार बोले ए श द का आधार बन जाता ह। वह एक मानिसक वातावरण तैयार करता ह, िजसम हम
काम करते ह और हमार अनुभव को हमारी ओर आकिषत करता ह। यिद हम अपने आप को छोटा समझगे, तो हमार िलए जीवन का अथ
ब त कम रह जाएगा; हालाँिक यिद हम अपने आप से ेम करते ह और अपनी सराहना करते ह, तो जीवन एक अ ुत खुशी भरा उपहार बन
सकता ह।
यिद आपक जीवन म दुःख ह या आप अधूरापन महसूस करते ह, तो अपने माता—िपता को या ई र को दोष देना और यह कहना िक सब
उनक गलती ह—ब त आसान होगा; हालाँिक यिद आप ऐसा करते ह, तो आप अपनी प र थितय म, अपनी सम या म और अपनी
परशािनय म जकड़ रहगे। दोष देनेवाले श द आपको आपक दुख से मु नह िदलाएँगे।
आपक श द म ब त श होती ह, इसिलए जो कछ भी आप कहते ह, उ ह ब त यान से सुनना शु कर। यिद आप वयं को
नकारा मक या सीिमत करनेवाले श द का उपयोग करते ए सुनते ह, तो आप उ ह बदल सकते ह। यिद म कोई नकारा मक कहानी सुनती ,
तो म उसे घूम—घूमकर सबक सामने दोहराती नह । मुझे लगता ह िक वह कहानी काफ दूर तक आ चुक ह और म उसे वह छोड़ देती ।
हालाँिक यिद म कोई सकारा मक कहानी सुनती , तो उसे सबको सुनाती ।
यिद आप अ य लोग क साथ कह बाहर ह, तो यान से सुन िक वे या कह रह ह और िकस तरह कह रह ह। देिखए िक या आप उनक
कही बात को उन चीज से जोड़ सकते ह, जो वे जीवन म अनुभव कर रह ह? ब त, ब त से लोग अपने जीवन ‘चािहए’ म िबता रह ह।
‘चािहए’ एक ऐसा श द ह, िजसे सुनने क मेर कान ब त अ य त ह। जब भी म इसे सुनती , ऐसा लगता ह िक कोई घंटी बजी ह। मने लोग
को एक पैरा ाफ म एक दजन बार इस श द का योग करते सुना ह। और यही वे लोग ह, जो सोचते रहते ह िक उनक जीवन म इतनी
कठोरता य ह, या यह िक वे िकसी एक प र थित से बाहर य नह आ पाते, वे उन चीज क ऊपर पूरा िनयं ण रखना चाहते ह, िज ह वे
िनयंि त नह कर पा रह ह। वे या तो दूसर को गलत सािबत करने म य त रहते ह या खुद गलितयाँ करते रहते ह।
आप अपने िमरर वक क दौरान सकारा मक से फ—टॉक ( वयं से बातचीत) का अ यास कर सकते ह, अपने बार म िसफ सकारा मक
बात करक और िसफ सकारा मक एफमशंस दोहराकर। यिद आपक बचपन क कोई नकारा मक बात उभरकर सामने आती ह, तो आप उसे
एक सकारा मक बात म बदल सकते ह। उदाहरण क िलए, ‘तुम कभी कोई काम सही ढग से नह कर सकते!’ बदलकर ‘म एक यो य य
, और म हर उस काम को कर सकता , जो मुझे िदया जाता ह’, एफमशन बन सकता ह। जब आप वयं को और दूसर को सुनगे, तो आप
या कहते ह और कसे व य कहते ह, इस चीज क ित अिधक सचेत हो पाएँग।े यह जाग कता आपको आपक से फ—टॉक ( वयं से
बातचीत) को एफमशंस म बदलने म मदद करगी, जो आपक शरीर और मन का उपचार करक उनका पोषण करगे। िकतना अ ुत तरीका ह,
वयं को ेम करने का!
आइए एफम कर—म अतीत क सभी नकारा मक संदेश को मु करता । म वतमान पल म जीता ।
तीसर िदन क िलए आपका ‘हाट थॉट’ मेर पास हमेशा एक िवक प होता ह
हमम से अिधकांश लोग क पास ‘हम कौन ह’ को लेकर मूखतापूण िवचार ह और ‘जीवन को कसे िजया जाना चािहए’ क बार म अनेक
कठोर िनयम ह। आइए, हम ‘चािहए’ श द को अपनी श दावली से हमेशा क िलए िनकाल देते ह। चािहए एक ऐसा श द ह, जो हम कदी बना
देता ह। जब भी हम ‘चािहए’ का योग करते ह, हम वयं को या िकसी और को गलत ठहरा रह होते ह। हम जो कह रह ह, उसका वा तव म
अथ ह—ब त अ छा नह ।
अब आपक चािहए क सूची म से या हटाया जा सकता ह? चािहए श द को ‘सकता ह’ से बदल द। ‘सकता ह’ आपको बताता ह िक
आपक पास एक िवक प ह और िवक प वतं ता ह। हम इस बात क ित जाग क होना चािहए िक हम जीवन म जो कछ भी करते ह, वह
अपनी पसंद से करते ह। ऐसा कछ भी नह ह, जो हम करना ही ह। हमार पास हमेशा एक िवक प होता ह।
आपका तीसर िदन का यान—आप ेम पाने क अिधकारी ह (ऑिडयो डाउनलोड का तीसरा िदन)
अपने आपको ेम से िघरा आ देख। अपने आप को स , व थ और प रपूण देख। अपने जीवन को उस प म देख, जैसा आप उसे
बनाना चाहते ह, िव तृत िववरण क साथ, यह जान ल िक आप उसक अिधकारी ह। िफर अपने दय से ेम ल और उसे वािहत होने द,
अपने शरीर को उपचारा मक ऊजा से भरते ए। अपने ेम को पूर कमर म और पूर घर म बहने द, जब तक िक आप ेम क एक िवशाल वृ
म न आ जाएँ। ेम को घूमते ए महसूस कर, तािक जैसे वह आपक अंदर से िनकल रहा ह, वैसे ही आपक पास लौटकर आए।
ेम सबसे श शाली उपचारा मक बल ह, उसे अपने शरीर म बहने द। आप ेम ह और ऐसा ही ह।
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चौथा िदन
अपने अतीत से मु होना
आज आप शु करगे—जाने देना, दोष मु करना, माफ करना और आगे बढ़ना
कल आपका िदन कसा रहा? या आपको लगता ह िक आप अपने अतीत क कछ दद मन से िनकालकर अपनी से फ—टॉक को
सकारा मक िदशा म ले जाना सीख रह ह? मुझे आप पर ब त गव हो रहा ह िक आप वयं से इतना ेम करते ह िक ितिदन यह अ यास कर
रह ह और अपने िमरर वक का उपयोग अपने िदमाग म चल रह पुराने काय म को बदलने क िलए कर रह ह।
हम जब छोट ब े थे, तभी से वह येक संदेश, जो हम ा आ, वह येक बात जो हमने कही, वह येक काम जो हमने िकया, वह
येक चीज जो हमने अनुभव क , हमार अंतर क फाइिलंग किबनेट म, हमारी आँत म, हमार सौर जाल म दज होकर संगृहीत ह, मुझे यह
क पना करना अ छा लगता ह िक हमार अंदर छोट—छोट संदेश वाहक ह और हमार सभी िवचार और अनुभव टप म रकॉड हो जाते ह,
िज ह ये संदेश वाहक उिचत फाइल म लगा देते ह।
हमम से कई लोग ऐसी फाइल जमा करते रह ह, िजनम ‘म होिशयार नह ’, ‘म यह काम कभी नह कर पाऊगा’, ‘म कोई काम सही ढग
से नह कर सकता’ जैसे लेबल लगे ए ह। हम पुराने, नकारा मक टप क ढर क नीचे दबे ए ह।
आज हम उन न ह संदेश वाहक को च कानेवाले ह। हम अपना िमरर वक करगे और अपने अंतर म नए संदेश भेजगे—म जाने देने को
तैयार । म दोष मु कर रहा । म माफ करने को तैयार । संदेश वाहक ये नए संदेश लगे और कहगे, ‘ये या ह? इ ह कहाँ फाइल करना
ह? हमने इ ह पहले कभी नह देखा ह।’
या आप क पना कर सकते ह िक िकतना अ ुत होगा, यिद आप ितिदन अपने अतीत को भूलने का एक नया तरीका सीख ल और
अपने जीवन म सामंज य ला सक? मेर ि य जनो, आपने अपना ितिदन का िमरर वक करक इसक शु आत कर दी ह। हर िदन आप अतीत
क परत को, अतीत क बोझ को साफ करते जा रह ह। िजतनी बार आप आईने क सामने एक एफमशन बोलते ह, आप एक परत हटा देते ह।
आपक अतीत क कौन सी परत ह, जो आपको एक स और प रपूण जीवन जीने से रोक रही ह? वे कौन से बोझ ह, जो आपको वयं को
और आपक अतीत को माफ करने से रोक रह ह?
मुझे लगता ह िक हम इन बोझ को पहचानने म किठनाई होती ह, य िक हम ईमानदारी से नह जानते िक हम िकन चीज को जाने देना ह,
हम जानते ह िक हमार जीवन म या ठीक नह हो रहा ह और हम जानते ह िक हम अपने जीवन म या चाहते ह, िफर भी हम यह नह जानते
िक कौन सी चीज हम रोक रही ह।
आपक जीवन म हर चीज उसका आईना ह, जो आप ह। िजस कार एक आईना आपक छिव को ितिबंिबत करता ह, उसी कार आपक
अनुभव आपक आंत रक मा यता को ितिबंिबत करते ह। आप सचमुच अपने अनुभव को देखकर िनधा रत कर सकते ह िक आपक
मा यताएँ या ह। यिद आप अपने जीवन म मौजूद लोग पर नजर डालगे, तो आप देखगे िक वे सभी लोग कछ हद तक उन मा यता को
ितिबंिबत करते ह, जो आपक वयं अपने बार म ह, यिद काय थल पर हमेशा आपक आलोचना होती रहती ह, तो शायद इसिलए, य िक
आप वयं आलोचना मक ह और अब वे अिभभावक बन गए ह, िजसने बचपन म आपक आलोचना क थी।
याद रख—जब आपक जीवन म कछ ऐसा हो रहा ह, िजससे आपको सहजता महसूस न हो रही हो, तो आपक पास अपने अंदर झाँककर
पूछने का अवसर ह, ‘म इस अनुभव म कसे योगदान दे रहा ? मेर अंदर ऐसा या ह, जो मानता ह िक म इसका अिधकारी ? म इस धारणा
को कसे बदल सकता ? कसे म अपने आपको और अपने अतीत को माफ करक छोड़ देना और आगे बढ़ना सीख सकता ?
आइए एफम कर—म अपनी पुरानी सीमा और धारणा को छोड़ रहा । म उ ह जाने दे रहा और म शांित महसूस कर रहा ।
आपका चौथे िदन का यान—एक नया दशक (ऑिडयो डाउनलोड का चौथा िदन)
महा िचिक सा क एक दशक क ओर एक नया ार खुलता आ देख—ऐसी िचिक सा, िजसे हमने पहले नह समझा ह। हम उन सब
अिव सनीय मता क बार म सीखने क ि या म ह, जो हमार अंदर ह और हम अपने उन िह स क संपक म आना सीख रह ह, िजनक
पास जवाब ह और जो हम उन तरीक से रा ता िदखाने और मागदशन करने क िलए मौजूद ह, िजनम हमारी सव भलाई ह।
इस नए ार को पूरा खुलता आ देख और क पना कर िक आप उसम िचिक सा क िविभ व प क तलाश करने क िलए वेश कर
रह ह, य िक िचिक सा का अथ अलग—अलग लोग क िलए अलग—अलग होता ह। हम म से कछ लोग क पास ऐसे शरीर होते ह, िज ह
िचिक सा क आव यकता होती ह; कछ लोग क िदल को िचिक सा क आव यकता होती ह; कछ लोग क मन ऐसे होते ह, िज ह िचिक सा
क आव यकता होती ह। इसिलए हम येक य क आव यकता क अनुसार िचिक सा क िलए खुले और हणशील ह। हम य गत
िवकास क िलए उस ार को पूरा खोल देते ह और यह जानते ए अंदर वेश करते ह िक हम सुरि त ह, और यही सच ह।
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पाँचवाँ िदन
अपने आ मस मान का िनमाण करना
आज आप सीखगे— वयं को स मान, आभार और इस एहसास क साथ ेम करना िक आपका शरीर, मन और आ मा ऐसे
चम कार ह, िजनक सराहना क जानी चािहए।
आज सुबह उठने क बाद आपको कसा महसूस आ? या आप मुसकराए, जब आपने आईने म देखकर कहा, ‘म तु ह ेम करता । ि य,
म सच म तु ह ेम करता ! या आप इस बात पर िव ास करने लगे ह? कछ ही िदन क िमरर वक क बाद आप देख सकते ह िक इसने
आपक जीवन म बदलाव लाना शु कर िदया ह। हो सकता ह, आज आप कछ अिधक मुसकराएँ, जब आप आईने म देखगे और आपको
अपना खूबसूरत चेहरा िदखाई देगा तो आप काफ बेहतर महसूस कर सकते ह। आप अपने बार म पहले से काफ अ छा महसूस कर सकते
ह। या आप उस य को ेम करने लगे ह, उसे वीकार करने लगे ह, िजसे आप आईने म देखते ह?
ेम एक ब त बड़ी चम कारी िचिक सा ह, अपने आप को ेम करने से हमार जीवन म चम कार होते ह, मने देखा ह िक सम या चाह कछ
भी हो, उसे सुलझाने का सबसे अ छा तरीका ह, अपने आप से ेम करना शु कर देना।
वयं को ेम करने का मतलब ह, अपनी हर चीज क ित ब त सारा स मान होना, आंत रक भी और बा भी, यह आपक शरीर, मन और
आ मा क चम कार क ित गहर आभार क भावना ह। वयं को ेम करना, इस हद तक वयं क सराहना करना ह िक वह आपक िदल को
पूरी तरह भर दे, जब तक िक वह आपक ‘आप’ होने क खुशी से छलकने न लगे।
अपने आप को सच म ेम करना तब तक असंभव ह, जब तक िक आपक पास आ म—अनुमोदन और आ म— वीकित न हो। या आप
वयं को ब त यादा डाँटते रहते ह और हमेशा खुद क आलोचना करते रहते ह? या आपको लगता ह िक आप िकसी क ेम क लायक नह
ह? या आप अ त य तता और अ यव था म रहते ह? या आप ऐसे ेिमय और सािथय को आकिषत करते ह, जो आपको छोटा महसूस
कराते ह? या आप अपने शरीर क साथ अ वा यकर खाने क चुनाव और तनावपूण िवचार ारा दु यवहार करते ह?
यिद आप अपना भला होने से िकसी कार रोकते ह, तो यह वयं को ेम न करने क ि या ह। मुझे अपने साथ काम करनेवाली एक
मिहला याद ह, जो कॉ ट ट लस पहनती थी। जब उसने अपना िमरर वक करना शु िकया, तो वह अपने बचपन क एक डर को मु करने
लगी। कछ िदन बाद उसने िशकायत क िक उसक कॉ ट ट लस उसे इतना परशान कर रह थे िक वह उ ह पहन ही नह पा रही थी, जब
उसने उ ह उतारा, तो चार तरफ देखने पर उसे पता चला िक उसक ि लगभग सामा य हो गई थी, िफर भी उसने पूरा िदन यह कहते ए
िबताया िक ‘मुझे िव ास नह हो रहा ह, मुझे िव ास नह हो रहा ह।’ यह उसका एफमशन था। अगले िदन, उसे िफर से कॉ ट ट लस
पहनने पड़। उसने वयं को िव ास नह करने िदया िक उसने अपनी सामा य ि वापस पा ली थी और उसक अिव ास क पुि हो गई।
ांड ने उसे वही िदया, जो उसने माँगा था, ऐसे श शाली होते ह हमार िवचार।
सोच िक जब आप एक न ह से ब े थे तो िकतने िनद ष, िकतने अ छ थे! ब को अ छा बनने क िलए कछ नह करना पड़ता; वे पहले
से ही अ छ होते ह और वे ऐसा जताते ह, जैसे वे यह बात जानते ह । वे जानते ह िक वे ांड क क म ह, उ ह जो चािहए, उसे माँगने म वे
डरते नह । वे अपनी भावना को आराम से अिभ य कर लेते ह। आपको पता चल जाता ह िक कब आपका ब ा नाराज ह, ब क आस
—पड़ोस म सबको पता चल जाता ह। जब आपका ब ा खुश होता ह, तब भी आपको पता चल जाता ह—उनक मुसकराहट से कमर म
काश फल जाता ह। वे ेम से सराबोर होते ह।
न ह ब को यिद ेम नह िमलेगा तो वे मर जाएँग।े जब हम बड़ हो जाते ह, तो ेम क िबना जीना सीख जाते ह या जीने क कोिशश
करते ह। लेिकन ब े यह बरदा त नह कर सकते, न ह ब े अपने शरीर क हर िह से से ेम करते ह।
आप भी कभी ऐसे ही थे, हम सब ऐसे ही थे, िफर हम अपने आस—पास क बड़ लोग क बात सुनने लगे, िज ह ने डरना सीख िलया था
और हम अपनी भ यता से इनकार करने लगे।
आज आप सारी आलोचना और से फ—टॉक को अलग कर द। अपनी पुरानी मानिसकता को छोड़ द—वह मानिसकता, जो आपको डराती
ह और बदलाव का िवरोध करती ह। दूसर क आपक बार म जो राय ह, उसे बाहर िनकाल द।
एफम कर—म ब त अ छा , म ेम पाने क यो य ।
पाँचव िदन क िलए आपका हाट थॉट— म जो , उसक िलए वयं को ेम करता ।
या आप क पना कर सकते ह िक िकतना अ छा होता, यिद आप िबना िकसी क आलोचना का सामना िकए अपना जीवन जी पाते? या
पूरी तरह सहज महसूस करना, िब कल चैन से रहना अ ुत नह होगा? आप सुबह यह जानते ए उठ िक आपका िदन ब त अ छा बीतेगा,
य िक आपको सबका ेम िमलेगा और कोई आपको छोटा महसूस नह कराएगा। आप िकतना अ छा महसूस करगे!
पता ह या? आप वयं को यह सब दे सकते ह। आप वयं क साथ रहने क अनुभव को अपनी क पना का सबसे अ छा अनुभव बना
सकते ह। आप सुबह उठकर वयं क साथ एक और िदन िबताने क खुशी महसूस कर सकते ह।
आपका पाँचव िदन का यान—आ मिव ास क िलए एफमशंस (ऑिडयो डाउनलोड का पाँचवाँ िदन)
म सभी प र थितय का सामना करने क िलए पूरी तरह यो य ;
म वयं क बार म अ छा महसूस करने का िनणय लेता ;
म अपने वयं क ेम क कािबल ;
म अपने वयं क दो पैर पर खड़ा ;
म अपनी श को वीकार करता और उसका उपयोग करता ;
मेर िलए वयं क बार बोलना सुरि त ह, म इस जगह और इस समय जैसा ,
िब कल उसी प म वीकार िकया जाता ।
मेरा आ मिव ास ऊचा ह, य िक म जो , उसका स मान करता ।
मेरा जीवन हर िदन और शानदार होता जा रहा ह।
हर नया घंटा जो लाता ह, म उसे जानने क िलए त पर रहता ।
म न ब त कम और न ब त यादा और मुझे िकसी क सामने वयं को सािबत नह करना ह।
जीवन हर संभव तरीक से मेरा समथन करता ह। मेरी चेतना ेमपूण, सकारा मक एवं ऐसे व थ िवचार से भरी ह, जो मेर अनुभव म
ितिबंिबत होते ह।
म वयं को जो सबसे बड़ा उपहार दे सकता , वह ह िबना शत यार। म जैसा , िब कल उसी प म वयं को ेम करता ।
म अब वयं को ेम करने क िलए अपने हर कार से उ म होने का इतजार नह करता।
q
छठा िदन
अपने अंदर क
आलोचक को बाहर िनकालना
आज आप वयं को आँकने क और आ मालोचना क आदत से मु होना तथा वयं को कम समझने क आव यकता से आगे
िनकलना सीखगे।
आज अपने आईने म देखकर कछ पल वयं को बधाई देने क िलए िनकाल। आपने वयं को ेम करने और पसंद करने क शु आत कर दी
ह या कम—से—कम आपक अंदर ऐसा करने क इ छा उ प होने लगी ह। आप इस िकया म जहाँ भी ह , अब तक जो गित आपने क
ह, उसका ज न मनाएँ। म आपका और िमरर वक क ित आपक ितब ता का ज न मनाता ।
आप िजतना अिधक िमरर वक करगे, आप उतने ही जाग क अपनी से फ—टॉक क ित होते जाएँग।े यिद आज म आपसे आपक
आंत रक संवाद का टप चलाने क िलए क , तो वह कसा होगा? या आप उसम नकारा मक एफमशंस सुनगे, जैसे ‘म िकतना मूख ’, ‘म
िकतना बेकार ’, ‘मुझसे कोई नह पूछता िक म या चाहता ’, ‘दुिनया म इतने अिववेक लोग य ह?’ इ यािद। या आपक अंदर क
आवाज िनरतर हर चीज को जमा करती रहती ह? या आप दुिनया को आलोचना भरी नजर से देख रह ह? या आप हर चीज का आकलन
करते ह? या आप आ म—तुि म खड़ ह?
हमम से कई लोग क आँकने और आलोचना करने क आदत इतनी मजबूत होती ह िक हम उसे आसानी से छोड़ नह सकते। म भी
लगातार िशकायत करनेवाली, आ म—दया से भरपूर आ करती थी। मुझे वयं पर तरस खाने म मजा आता था। मुझे नह पता था िक म ऐसी
थितयाँ बनाए रखती थी, िजनम मुझे वयं पर तरस खाना पड़। उन िदन म इससे अ छा कछ नह जानती थी।
आपका िमरर वक करना इतना मह वपूण इसिलए ह, य िक यह आपको आकलन और नकारा मक से फ—टॉक क ित ती ता से सचेत
करता ह और ज दी—से—ज दी आपक अंदर क आलोचक को बाहर िनकाल देता ह। आप तब तक अपने आप को ेम नह कर पाएँगे, जब
तक आप वयं को कम समझकर जीवन को खराब करने क आव यकता से आगे नह िनकल जाएँग।े
एक न ह ब े क प म आप जीवन क ित िकतने खुले ए थे। आप दुिनया को आ य क नजर से देखते थे। जब तक कोई चीज
आपको डराती नह थी या कोई आपको नुकसान नह प चाता था, तब तक आप जीवन को उसी प म वीकार कर लेते थे जैसा वह था।
आगे जाकर जब आप बड़ ए, आप दूसर क िवचार वीकार करने लगे और उ ह अपने िवचार बनाने लगे। आपने आलोचना करना सीख
िलया।
मेरी अंततः िजस चीज ने मदद क वह यह थी िक मने वयं क बात सुनना शु कर िदया। म अपने अंदर क आलोचक को जान गई और
मने अपनी आ म—आलोचना को बंद करने क ओर काम करना शु कर िदया। मने अपने आईने क सामने सकारा मक एफमशंस बोलने शु
कर िदए, िबना वा तव म जाने िक उनका मतलब या था। म बस उ ह बार—बार बोलती गई। मने आसान एफमशंस से शु आत क —‘म
वयं को ेम करती ’, ‘म वयं को पसंद करती ।’ िफर म इनक साथ आगे बढ़ी—‘मेर िवचार मायने रखते ह। म वयं क आलोचना करने
क आव यकता को मु कर रही । म दूसर क आलोचना करने क आव यकता को मु कर रही ।’
कछ समय बाद मने यान िदया िक सकारा मक बदलाव आने लगे थे। जब आप अपने भीतरी आलोचक को बाहर िनकालने क ओर काम
करगे, तो आपको भी बदलाव नजर आने लगगे। मेरा मानना ह िक आलोचना से हमारी आ मा मुरझाने लगती ह। यह ‘म िकसी काम का नह
’ क धारणा को पु करती ह। यह िन त प से हमारा सव े बाहर नह लाती। लेिकन जब आप अपने भीतरी आलोचक को बाहर
िनकालते ह, तो आप अपने उ व क संपक म आ जाते ह।
तो आइए जाँच कर— या आप अपने मन म सकारा मक एफमशंस का टप चलाना सीख रह ह? या आप अपने िवचार पर यान देकर
नकारा मक िवचार को सकारा मक एफमशंस म बदल रह ह?
िमरर वक करने से आप अपनी अंद नी आवाज क ित और जो बात आप वयं से करते ह, उसक ित अिधक सचेत हो जाएँगे, िफर
आप हर समय अपने पर बात लेने क आव यकता से मु हो पाएँगे और जब आप ऐसा करगे, तो आप देखगे िक आप अब दूसर क अिधक
आलोचना नह करते।
जब आप जैसे ह, वैसे ही वयं को वीकार कर लेते ह, तब आप वचािलत प से दूसर को भी वैसे ही रहने देते ह, जैसे वे ह। िफर
उनक छोटी—छोटी आदत आपको यादा परशान नह करत । आप दूसर को जैसा आप चाहते ह, वैसा देखने क आव यकता को अपने अंदर
से िनकाल देते ह।
िफर जब आप दूसर को आँकना छोड़ देते ह, तो वे भी आपको आँकने क आव यकता से मु हो जाते ह। हर कोई मु हो जाता ह।
हमारी भावनाएँ हमार िवचार क ि याएँ ह। हम उनक ित कोई शम या अपराध—बोध महसूस करने क आव यकता नह ह। ये एक
उ े य क पूित करते ह और जब आप अपने मन और शरीर से नकारा मक िवचार बाहर िनकालते ह, तो आप अपने भीतर दूसरी, अिधक
सकारा मक भावना और अनुभव क िलए जगह बनाते ह।
आइए एफम कर—अब मेर िलए अपने भीतरी आलोचक को बाहर करक ेम क ओर बढ़ना सुरि त ह।
छठ िदन क िलए आपका हाट थॉट— म जैसा , िब कल उसी प म वयं को ेम करता और वीकार करता ।
हम सबक जीवन म ऐसे े होते ह, िज ह हम वीकार करने और ेम करने लायक नह समझते। यिद हम वा तव म वयं से नाराज होते
ह, तो अकसर वयं को कोसने लगते ह। हम शराब, िसगरट या स का गलत इ तेमाल करने लगते ह। हम आव यकता से अिधक खाने
लगते ह। एक सबसे बुरा काम, जो हम करते ह और जो हम सबसे यादा नुकसान प चाता ह, वह ह वयं क आलोचना करना। हम
आलोचना करना बंद करना होगा। एक बार जब हम वयं क आलोचना करने क आदत छोड़ दगे, तो आ यजनक प से दूसर क
आलोचना करना भी बंद कर दगे। हम समझते ह िक येक य हमारा ितिबंब ह और जो चीज हम दूसर म देखते ह, वह हम वयं म भी
देख सकते ह।
जब हम िकसी क िशकायत करते ह, तो वा तव म हम अपनी िशकायत कर रह होते ह। जब हम वयं को वा तव म वीकार और ेम कर
पाएँगे, तो िशकायत करने क िलए कछ नह रह जाएगा। हम वयं को चोट नह प चा सकते और हम िकसी और को भी चोट नह प चा
सकते। आइए, हम ण ल िक अब हम िकसी बात क िलए वयं क आलोचना नह करगे।
आपका छठ िदन का यान— हम जैसे ह, वैसे होने क िलए वतं ह (ऑिडयो डाउनलोड का छठा िदन)
संपूण होने क िलए हम वयं को पूण प से वीकार करना चािहए। इसिलए अपने िदल क दरवाजे खोल द और अपने हर िह से क िलए
उसम ढर सारी जगह बनाएँ—वे िह से िजन पर आपको गव ह। वे िह से, जो आपको ल त करते ह। वे िह से, िज ह आप अ वीकार करते ह
और वे िह से, िज ह आप ेम करते ह। ये सब िह से आप ही ह। आप सुंदर ह, हम सब सुंदर ह। जब आपका िदल वयं क िलए ेम से
भरपूर होगा, तब आपक पास दूसर क साथ बाँटने क िलए ब त कछ होगा।
अब इस ेम को आप अपने कमर म भरने द और उन सब लोग म फलने द, िज ह आप जानते ह। मानिसक प से आप उन लोग को
कमर क म य म रख, िजनक आप परवाह करते ह, तािक वे आपक िदल से छलकते ेम को ा कर सक।
अब इन सब लोग क अंदर क ब को ऐसे नाचते देख, जैसे ब े नाचते ह, कदते ह, िच ाते ह और कलाबािजयाँ खाते ह, खुशी से भर
ए, अपने अंदर क ब े को सव े प म अिभ य करते ए और आप अपने अंदर क ब े को दूसर ब क साथ खेलने क िलए जाने
द। अपने ब े को नाचने द, अपने ब े को सुरि त और वतं महसूस करने द, अपने अंदर क ब े को वह सब बन जाने द, जो वह कभी
बनना चाहता था।
आप े , संपूण और प रपूण ह तथा आपक अ ुत दुिनया म सबकछ अ छा ह और यही सच ह।
q
सातवाँ िदन
वयं को ेम करना : आपक पहले स ाह क समी ा
आज आप देखगे िक आप िकतनी दूर आ गए ह और आपने अपनी पुरानी मा यता से मु होने और भिव य क संभावना
क तलाश करने क िदशा म या हािसल िकया ह।
बधाई, ि यजनो! आपने िमरर वक का पहला स ाह पूरा कर िलया ह। मुझे आप पर ब त गव ह िक आप इस कोस से जुड़ रह और िपछले
सात िदन म अ यास करते रह।
िमरर वक समय लेता ह और मुझे ब त खुशी ह िक आपने इसे सीखने क िलए वयं को 21 िदन िदए ह। िजतना अिधक आप अ यास
करगे, उतना ही यह आसान होता जाएगा। कोई बात नह , यिद आप अभी भी आईने म देखते समय थोड़ा असहज या मूखतापूण महसूस करते
ह। वयं को—म तुमको ेम करता , म सच म तुमको ेम करता कहना हमम से अिधकांश लोग क िलए शु म मु कल होता ह। ये ेम
भर श द वयं को पूरी सहजता क साथ कह पाने म कई स ाह या एक महीना भी लग सकता ह। लेिकन जब आप इ ह और अिधक आसानी
से कह पाएँग,े तो आप अपने जीवन म सकारा मक बदलाव देखगे।
िपछले सात िदन म आपने अपने आईने को अपना िम और थायी साथी बनने क िलए आमंि त िकया ह। आपने सीखा ह िक िकस तरह
वह आपको उन चीज क ित अिधक जाग क होने म मदद करगा, जो आप कहते ह या करते ह। आपने अपनी से फ—टॉक सुनने और
अपने सकारा मक एफमशंस का अ यास करने क िलए समय िनकाला ह।
म एक बार िफर इस बात पर जोर देना चाहती िक िमरर वक करना ेम क एक स ी ि या ह, सबसे बढ़कर ेम भरा उपहार, जो आप
वयं को दे सकते ह। हर िदन जब आप अपना िमरर वक का अ यास करगे, तो वयं से थोड़ा और अिधक ेम करने लगगे। वयं से ेम
करने का सबसे अ छा तरीका ह, अपने अतीत क सार कबाड़ को िनकाल फकना—वे सार आ म—िव ेषण, वे पुरानी कहािनयाँ, जो आपको
आगे बढ़ने से रोकती ह, तािक आप वतमान पल म रह सक। हम सबक आदत होती ह, उन नकारा मक बात पर िव ास करने क , जो हम
बचपन से सुनते आए ह। जब आप इन नकारा मक एफमशंस को सकारा मक बात म बदल सकगे और आईने म देखकर उनका अ यास कर
सकगे, तब आप इन पुराने घाव म से कछ को भुलाकर आगे बढ़ पाएँगे।
हर िदन जब आप अपना िमरर वक करते ह, आप अपने अतीत क परत हटाते जाते ह। जो भी आप आईने म एक एफमशन कहते ह, आप
इन परत म से एक और कावट हटाते ह। इन परत को बनने म कई साल लगे ह, जो ईट क तरह क ऐसे लॉ स से बनी ह, िज ह ने एक
िवशाल दीवार का िनमाण कर िदया ह। इन परत को पूरी तरह तोड़ने म समय लगेगा, लेिकन आप एक लॉक से शु आत कर सकते ह। जब
भी आप एक लॉक या एक परत हटाएँगे, आप और अिधक काश एवं ेम को अंदर आने क जगह दगे। जब आप आईने म कह अपने
सकारा मक एफमशंस म िव ास करने लगगे, तब यह खूबसूरत ेम आपक अतीत क दीवार से और यादा अंदर आएगा। चाह सम या कोई
भी हो, उसे सुलझाने का सबसे अ छा तरीका ह वयं को ेम करने लगना।
यिद आप जब—तब अपने भीतरी आलोचक को आपका मजाक बनाते या कोई नकारा मक िट पणी करते सुनते ह, तो कोई बात नह ,
आपक पास हमेशा आपका दो त और साथी—आपका आईना ह, िजसक पास आप जा सकते ह। अपनी आँख म गहराई से देख और कह, ‘म
ेम पाने का अिधकारी ’ और अपना अ छा काम जारी रख।
आइए एफम कर—म िमरर वक क साथ वयं को ेम करने क इस स ाह का ज न मना रहा । अब म चेतना क नए िव तार म जा रहा
, जहाँ म वयं को अलग तरह से देखने क िलए तैयार ।
सातव िदन क िलए आपका हाट थॉट— मेर सभी अनुभव मेर िलए सही ह
िजस पल हमारा ज म आ, उसी पल से हम िविभ दरवाज से गुजर रह ह। वह एक बड़ा दरवाजा और एक बड़ा बदलाव था तथा उसक
बाद से हम कई—कई दरवाज से गुजर ह।
हम इस जीवन म उन सभी चीज से सुस त होकर आए ह, िजनक हम जीवन को संपूण और शानदार तरीक से जीने क िलए
आव यकता होती ह। हमार पास वह सारी बु और ान ह, िजसक हम आव यकता ह। हमार पास वे सारी यो यताएँ और ितभाएँ ह,
िजनक हम आव यकता ह। हमार पास वह सारा ेम ह, िजसक हम आव यकता ह। हमारा जीवन हम समथन देने और हमारी देखभाल करने
क िलए ह। हम इस बात को जानने और इस पर िव ास करने क आव यकता ह।
दरवाजे िनरतर खुलते और बंद होते रहते ह; यिद हम अपने आप म कि त होकर रहते ह, तो हम हमेशा सुरि त रहगे, चाह हम िकसी भी
दरवाजे से गुजर रह ह । यहाँ तक िक जब हम इस ह क अंितम दरवाजे से गुजरगे, तब भी अंत नह होगा। वह िसफ एक नई या ा क
शु आत होगी। इस बात पर िव ास कर िक बदलाव को अनुभव करना अ छा होता ह।
आज एक नया िदन ह। हम अनेक अ ुत, नए अनुभव ह गे। हम लोग ेम करते ह, हम सुरि त ह।
यह आपक िमरर वक का ब त मह वपूण िदन ह। मेरा हाथ थामे और हम साथ म आपक आईने क पास चलते ह। अपनी आँख म गहराई से
देख। आपक आईने म आपको जो वय क नजर आ रहा ह, उसक पर देख और अपने भीतरी ब े का अिभवादन कर।
इस बात से कोई फक नह पड़ता िक आपक उ या ह; आपक अंदर एक न हा सा ब ा ह, िजसे ेम और वीकित क आव यकता ह।
यिद आप एक मिहला ह, तो चाह आप िकतनी भी आ मिनभर ह , आपक अंदर एक न ह सी ब ी ह, जो ब त नाजुक ह और मदद चाहती ह।
यिद आप एक पु ष ह, तो चाह आप िकतने भी आ मिव ासी ह , आपक अंदर एक छोटा सा ब ा ह, जो अपनापन और ेह चाहता ह।
जब आप आईने म देखते ह, तो या आपको आपका भीतरी ब ा नजर आता ह? या यह ब ा खुश ह? यह ब ा आपको या बताने क
कोिशश कर रहा ह?
िजस—िजस उ से आप गुजर ह, वह आपक अंदर ह—आपक चेतना म और आपक मृित म एक ब े क प म, जब कछ गलत होता
था, तो आप सोचने लगते थे िक आप म ही कोई कमी ह। ब को लगता ह िक यिद वे हर काम सही ढग से करगे, तभी उ ह उनक माता—
िपता ेम करगे और सजा भी नह दगे।
हम अकसर पाँच वष क आयु क आस—पास अपने अंदर क टप को बंद कर देते ह। हम यह िनणय इसिलए लेते ह, य िक हम लगता ह
िक हमार अंदर कछ कमी ह और हम अब इस ब े से कोई मतलब नह ह।
हमार अंदर एक अिभभावक भी होता ह और हमम से अिधकांश लोग क मामले म अंदर का यह अिभभावक अंदर क ब े को लगभग
लगातार डाँटता रहता ह। यिद आप अपने आंत रक संवाद को सुन, तो आप इस डाँट को सुन सकते ह। आप उस अिभभावक को कहते ए सुन
सकते ह िक आप या गलत कर रह ह या यह िक आप िकसी काम क नह ह।
तो इस कार हमने अपने बचपन म अपने आप से एक लड़ाई क शु आत क और खुद अपनी भी उसी कार आलोचना करने लगे जैसी
हमार माता—िपता हमारी करते थे। तुम बेवकफ हो, तुम िकसी काम क नह हो, तुम कोई काम सही ढग से नह करते, यह िनरतर आलोचना
एक आदत बन गई। अब वय क होने पर हमम से अिधकांश या तो अपने भीतर क ब े क पूरी तरह उपे ा कर देते ह या उस ब े को उसी
कार कमी का एहसास कराते ह, जैसे बचपन म हम कराया जाता था। हम इस प ित को बार—बार दोहराते ह।
जब भी आपको डर लगे, समझ ल िक वह आपक अंदर का ब ा ह, जो डर रहा ह, वय क को डर नह लगता, िफर भी उसने संपक तोड़
िलया ह और वह ब े क िलए उपल ध नह ह, इस वय क को और इस ब े को एक—दूसर क साथ संबंध िवकिसत करने क आव यकता
ह।
आप अपने अंदर क ब े से कसे जुड़ सकते ह? इसक िलए पहला कदम होगा अपने िमरर वक क मा यम से ब े को जानना, कौन ह यह
ब ा? यह ब ा य दुखी ह? आप इस ब े को सुरि त और ेमपूण महसूस करने म मदद करने क िलए या कर सकते ह?
आप जो कछ भी करते ह, उसक बार म अपने भीतरी ब े से बात कर। म जानती , यह आपको मूखतापूण लग सकता ह, लेिकन यह
उपाय काम करता ह। अपने भीतरी ब े को यह एहसास कराइए िक चाह जो हो जाए, आप न कभी उससे मुँह मोड़गे और न ही उसे छोड़गे,
ब क हमेशा उसक िलए उपल ध रहगे और उसे ेम करगे।
आपका भीतरी ब ा िसफ इतना चाहता ह िक उस पर यान िदया जाए और उसे सुर ा और ेम िमले। यिद आप िदन भर म थोड़ा सा
समय िनकालकर अपने भीतर मौजूद उस न ह से ब े से जुड़ना शु कर दगे, तो आपका जीवन काफ बेहतर हो जाएगा।
आइए एफम कर—म अपने भीतर क ब े को ेम करने और वीकार करने क िलए तैयार ।
आठव िदन क िलए आपका हाट थॉट— म अपने भीतरी ब े को ेम से गले लगा रहा
अपने भीतरी ब े का यान रख, वह ब ा ही ह, जो डर रहा ह। वह ब ा ही ह, िजसे दद हो रहा ह। वह ब ा ही ह, िजसे पता नह ह िक
उसे या करना ह।
अपने ब े क िलए उपल ध रह, उसे गले लगाएँ और ेम कर तथा उसक आव यकता को पूरा करने क िलए जो कर सकते ह, कर।
यह सुिन त कर िक आपक ब े को पता हो िक चाह कछ भी हो जाए, आप उसक िलए हमेशा उपल ध रहगे। आप न कभी उससे मुँह
मोड़गे और न ही उसका साथ छोड़गे। आप इस ब े को हमेशा ेम करगे।
आज आप और आपका भीतरी ब ा कसा ह? या अब आप दोन एक—दूसर को कछ बेहतर समझने लगे ह? मने पाया ह िक अपने
भीतरी ब े क साथ काम करना अतीत क घाव को भरने म ब त मददगार सािबत होता ह। हम हमेशा अपने अंदर मौजूद उस डर ए न ह
ब े क भावना क साथ संपक म नह रहते।
यिद आपका बचपन मौिखक और शारी रक लड़ाइय से भरपूर था, तो आपक मानिसक प से वयं को चोट प चाने क आदत हो सकती
ह। जब आप ऐसा करते ह, तो आप अपने भीतरी ब े क साथ भी उसी बरताव को जारी रखते ह। हालाँिक उस भीतरी ब े क पास जाने क
िलए कोई जगह नह ह।
हमम से कई क पास एक ऐसा भीतरी ब ा ह, जो खोया आ और एकाक ह और उपेि त महसूस करता ह। शायद िपछले काफ समय से
हमारा अपने भीतरी ब े से जो एकमा संपक रहा ह, वह उसे डाँटने और उसक आलोचना करने तक सीिमत रहा ह। िफर हम सोचते ह िक
हम दुःखी य ह। हम अपने ही एक अंश क उपे ा करक अंदर से खुश कसे रह सकते ह?
आइए, आज हम अपने िमरर वक का उपयोग अपने माता—िपता क सीमा से पर जाकर अपने अंदर मौजूद न ह से खोए—खोए ब े से
जुड़ने क िलए कर। आइए, हम अपने अतीत को माफ कर द और इस खूबसूरत भीतरी ब े को ेम करना शु कर द। इस ब े को यह
जानने क आव यकता ह िक हम उसक परवाह करते ह।
हमम से अिधकांश लोग ने अतीत क कई भावनाएँ और तकलीफ दफन कर दी ह। अपने भीतरी ब े से ेम करना सीखने म समय लगेगा।
आप िजतना समय चाहते ह, ले ल, इन अ यास को बार—बार दोहराएँ। म वादा करती िक आप अपने ल य तक प च जाएँग।े
आपका भीतरी ब ा अभी भी उन िवचार को मानता ह, जो आपने ब त पहले िवकिसत कर िलए थे। यिद आपक माता—िपता क िवचार
स त थे और अब आप अपने ित ब त स त ह या आप अपने इद—िगद दीवार बना लेते ह, तो आपका भीतरी ब ा शायद अभी भी आपक
माता—िपता क िनयम का पालन कर रहा ह। यिद आप अभी भी हर गलती क िलए वयं को छोटा महसूस कराते ह, तो आपक भीतरी ब े क
िलए सुबह यह सोचते ए उठना िकतना भयावह होगा िक ‘पता नह आज मेर माता/िपता िकस बात पर मुझ पर िच ानेवाले ह।’
अतीत म जो हमार माता—िपता ने हमार साथ िकया, वह उनक चेतना का प रणाम था। अब हम अिभभावक ह। हम अपनी चेतना का
उपयोग कर रह ह। यिद आप अभी भी अपने भीतरी ब े क देखभाल करने क िलए मना कर रह ह, तो आप वयं क आ ोश म फसे ह।
िनरपवाद प से इसका अथ ह िक अभी भी कोई ह, िजसे माफ करने क आपको आव यकता ह। वह कौन सा आ ोश ह, िजसे जाने देने क
आपको आव यकता ह? वह कौन सी बात ह, िजसक िलए आपने अभी भी वयं को माफ नह िकया ह?
अभी क िलए क पना कर िक आपने अपने भीतरी ब े का हाथ पकड़ा आ ह और कछ िदन आप हर जगह साथ—साथ जानेवाले ह।
देिखए, आपको िकतने आनंददायक अनुभव हो सकते ह। यह बात आपको मूखतापूण लग सकती ह, लेिकन कपया ऐसा करक देख। यह सच
म काम करता ह। खुद क िलए और अपने भीतरी ब े क िलए एक शानदार जीवन क रचना कर। ांड िति या य करगा और आपको
अपने भीतरी ब े और वय क वयं का उपचार करने क तरीक िमल जाएँग।े
आपक बचपन क आरिभक िदन चाह जैसे भी रह ह —सुखद या दुःखद—अब आप और िसफ आप ही अपने जीवन क िलए िज मेदार ह।
आप या तो अपना समय अपने माता—िपता क िशकायत करते ए िबता सकते ह या ेम को अंगीकार कर सकते ह।
मेर अनुसार ेम सबसे बड़ा इरजर (िमटानेवाला) ह। यह सबसे गहरी और सबसे ददनाक याद को भी िमटा देता ह, य िक ेम िकसी भी
अ य चीज से अिधक गहराई तक जाता ह। एक पल क िलए सोच—आप एक दद भरा जीवन चाहते ह या िफर एक खुिशय से भरा जीवन?
श और िवक प हमेशा आपक अंदर होते ह। अपनी आँख म देख और अपने आप को और अपने भीतरी ब े को ेम कर।
आइए, एफम कर—म अपने भीतरी ब े को ेम करता । अब म अपने जीवन क िलए वयं िज मेदार ।
नौव िदन क िलए आपका हाट थॉट— म बदलने और आगे बढ़ने क िलए तैयार ।
आप नई चीज सीखने क िलए तैयार ह, य िक आप कछ भी नह जानते। आप पुरानी अवधारणाएँ छोड़ने क िलए तैयार ह, य िक अब वे
आपक िलए काम नह करत । आप अपना यवहार देखकर यह कहने क िलए तैयार ह िक ‘म अब यह नह करना चाहता।’ आप जानते ह िक
आप जो ह, उससे और अिधक बन सकते ह। एक बेहतर य नह , य िक उसका अथ होगा िक आप अभी उतने अ छ नह ह, जो िक सही
नह ह, ब क आप जो वा तव म ह, उससे और अिधक।
बढ़ना और बदलना रोमांचक होता ह, भले ही ऐसा करने क िलए आपको अपने अंदर मौजूद कछ क द चीज को देखना पड़।
हमम से कई लोग दैिनक आधार पर दद या बीमा रय क साथ रहते ह। वह हमार जीवन का एक छोटा सा अंश हो सकती ह या उसका बड़ा
अंश हो सकती ह। आज आप अपने िमरर वक का उपयोग एक नए ार को खोलने क िलए करगे, जो आपको अपने शरीर को ेम करना
िसखाएगा और आपक दद का उपचार करगा।
कोई भी य दद क साथ नह रहना चाहता, लेिकन यिद आपको दद ह, तो आप उससे या सीख सकते ह? चूँिक दद शारी रक और
मानिसक, दोन तरह क बीमा रय को अिभ य कर सकता ह, इसिलए यह प ह िक शरीर और मन, दोन ही उसक ित संवेदनशील होते
ह।
हाल ही म मेर सामने इसका एक अ ुत उदाहरण आया, जब मने दो छोटी लड़िकय को पाक म खेलते देखा। एक ब ी ने खेल—खेल
म दूसरी क बाँह पर मारने क िलए अपना हाथ उठाया, उसका हाथ उसक बाँह क संपक म आता, उससे पहले ही दूसरी ब ी क मुँह से
िनकला, ‘आह!’ पहली ब ी ने अपनी सहली क ओर देखकर पूछा, ‘‘तुमने ‘आह’ य कहा? मने तो अभी तु ह छआ भी नह ?’’ उसने
जवाब िदया, ‘‘म जानती थी िक मुझे दद होगा।’’
शरीर हमार जीवन क हर चीज क तरह हमार अंद नी िवचार और धारणा का आईना ह। वह हमेशा हमसे बात करता रहता ह, बस
हमार पास सुनने क िलए समय होना चािहए। म मानती िक हर दद और बीमारी को अपने शरीर म हम ही पैदा करते ह। हमार शरीर क
येक कोिशका हमार सोचे ए येक िवचार और कह ए येक श द का जवाब देती ह।
शरीर हमेशा सव म वा य ा करने क कामना करता ह, चाह हम कछ भी करते ह । हालाँिक यिद हम शरीर को अ वा यकर
भोजन और गलत िवचार से नुकसान प चाते ह, तो हम अपनी ही परशानी बढ़ा लेते ह।
दद हमार पास कई प म आता ह—कोई पीड़ा, कोई चोट, पैर क सूजी ई उगिलयाँ, कोई खर च, कफ का जमाव, बेचैनी भरी न द,
िमचली महसूस होना, कोई रोग इ यािद। वह हम कछ बताने क कोिशश करता ह। दद वह तरीका ह, िजससे शरीर हमारा यान आकिषत
करने क िलए लाल झंडा फहराता ह—हम यह सूचना देने का अंितम यास करता ह िक हमार जीवन म कह कछ गड़बड़ ह।
जब हम दद महसूस होता ह, तो हम या करते ह? आमतौर पर हम दवाई क िड बे से या दुकान से गोली लेकर खा लेते ह। जब हम ऐसा
करते ह, तो हम अपने शरीर से कहते ह, ‘‘चुप हो जाओ! म तु हारी आवाज नह सुनना चाहता।’’ आपका शरीर थोड़ी देर क िलए शांत हो
जाएगा, लेिकन िफर फसफसाहट लौट आएगी—इस बार पहले से कछ तेज। क पना क िजए िक आप अपने दो त को मह वपूण बात बता
रह ह और वह सुन नह रहा ह, तो या होगा? आप दोबारा वह बात कहगे, शायद और जोर से, यिद वह तब भी नह सुनेगा तो शायद आप
नाराज हो जाएँगे और हो सकता ह, आप उस पर हाथ भी उठा द या दुखी और उपेि त महसूस करते ए चुप हो जाएँगे।
कभी—कभी लोग वा तव म बीमार होना चाहते ह। हमार समाज म हमने दद और बीमारी को िज मेदारी या अि य प र थितय से बचने का
वैध तरीका बना िदया ह। यिद हम ‘नह ’ कहना नह सीख पाते, तो हम अपने थान पर ‘नह ’ कहने क िलए िकसी बीमारी का आिव कार कर
लेते ह।
हालाँिक िकसी एक िबंदु पर आकर आपको जो हो रहा ह, उस पर यान देना ही पड़ता ह। वयं को अपने शरीर क आवाज सुनने द,
य िक मूल प से आपका शरीर व थ रहना चाहता ह और उसे आपक सहयोग क आव यकता होती ह।
हर उस दद क बार म सोच, जो आपको एक िश क क प म होता ह, जो आपको बताता ह िक आपक चेतना म कह कोई गलत िवचार
ह। आप जो मान रह ह, कह रह ह, कर रह ह या सोच रह ह, उसम कह कछ ह, जो आपक अ छ क िलए नह ह। म हमेशा मुझे ख च रह
उस शरीर क क पना करती , जो कहता ह, ‘कपया यान द!’ जब आप िकसी दद या बीमारी क पीछ क मानिसक पैटन को जान लेते ह, तो
आपक पास िमरर वक क मा यम से उस पैटन को बदलने और बीमारी को रोकने का मौका होता ह।
या आप अपने शरीर क ओर यान देने और उस आव यकता को मु करने क िलए तैयार ह, जो आपक दद म योगदान देती ह? यिद
हाँ, तो अपने िमरर वक को शु कर द और अपने शरीर को ेम करना तथा दद को दूर करना सीख ल।
आइए, एफम कर—म अपने शरीर को ेम करता । मेर शरीर को येक तर पर जो भी चािहए, वह देकर म उसका अिधकतम वा य
लौटा दूँगा।
दसव िदन क िलए आपका हाट थॉट— म अपने शरीर क संदेश को यान से सुनता
शरीर जीवन क अ य सभी चीज क तरह, आपक अंद नी िवचार और धारणा का आईना ह। येक कोिशका आपक सोचे ए येक
िवचार और कह ए हर श द का जवाब देती ह।
प रवतन क इस दुिनया म, आप सभी े म लचीला होने का चुनाव करते ह। आप अपने जीवन और अपनी दुिनया क गुणव ा म सुधार
लाने क िलए अपने आप को और अपनी मा यता को बदलने क िलए तैयार ह। आपका शरीर आपको ेम करता ह, चाह आप उसक साथ
कसा भी यवहार करते ह , आपका शरीर आपक साथ संवाद करता ह और अब आप उसक संदेश को सुनते ह। आप संदेश— ा क
इ छक भी रहते ह।
आप यान देते ह और आव यक बदलाव करते ह। आप अपने शरीर को ेम करते ह और उसे अिधकतम वा य वापस देने क िलए हर
एक तर पर िजस चीज क आव यकता होती ह, वह देते ह। आप एक आंत रक श का आ ान करते ह, जो आव यकता होने पर हमेशा
आपक पास होती ह।
आपका दसव िदन का यान— वा य क िलए सकारा मक एफमशंस (ऑिडयो डाउनलोड का दसवाँ िदन)
यहाँ कछ सकारा मक एफमशंस िदए ह, जो आपक वा य और उपचार का समथन करगे। इ ह बार—बार दोहराते रह—
म उन खाने क चीज का आनंद लेता ,
जो मेर शरीर क िलए अ छी ह।
म अपने शरीर क येक कोिशका को ेम करता ।
म वा य क िलए अ छी चीज का चुनाव करता ।
मेर मन म वयं क िलए स मान ह।
म एक व थ बुढ़ापे क िलए त पर , य िक अभी म अपने शरीर क ेम से देखभाल करता ।
म लगातार अपने वा य म सुधार लाने क नए तरीक खोजता रहता । म अपने शरीर को येक तर पर उसक आव यकता क चीज
देकर उसे अिधकतम वा य वापस देता ।
उपचार होता ह, म अपने मन को रा ते से हटाकर अपने शरीर क बु को ाकितक प से उसक उपचार का काम करने देता ।
मेर पास एक िवशेष र क फ र ता ह, मुझे हर समय दैवीय मागदशन और सुर ा िमलती ह।
उ म वा य मेरा दैवीय अिधकार ह और म अब उस पर दावा कर रहा । म अपने व थ शरीर क िलए आभारी , म जीवन से ेम
करता , म अकला य , िजसका मेर खाने क आदत पर िनयं ण ह।
अगर म चा तो िकसी भी समय वयं को कछ खाने से रोक सकता । पानी मेरा ि य पेय ह, म अपने शरीर और मन को साफ करने क
िलए ढर सारा पानी पीता ।
अपने मन को सुखद िवचार से भरना व थ होने का सबसे तेज रा ता ह।
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यारहवाँ िदन
अ छा महसूस करना,
अपने ोध को मु करना
आज आप अपने ोध को संबोिधत करगे—कसे उस पर काररवाई करक आप उसे याग सकते ह,
इससे पहले िक वह आपको बीमार कर दे और
कसे आप अपने अंदर सकारा मक भावना क िलए अिधक थान बना सकते ह।
ितिदन वयं से बात करना और वयं को बताना िक आप को ेम िकया जाता ह, कसा लगता ह? अपने आईने म देख और कछ पल
िनकालकर वयं को बधाई द। आपने अपनी भावना म गहराई से देखा ह और अतीत से मु होना शु कर िदया ह। अब आप अपने मन म
सकारा मक एफमशंस का टप चलाना सीख रह ह। अब तक क अपनी गित का ज न मनाएँ, म आपका और िमरर वक क ित आपक
ितब ता का ज न मनाती ।
जब आप अपने अतीत को खोद रह थे और अपनी भावना को मु कर रह थे, तब आपको कछ नाराजगी भरी भावनाएँ िमली ह गी,
िजनका िनशाना आप या आपक जीवन क कोई िवशेष घटना रही होगी, इसिलए आज म आपको माफ करने और अंदर क गु से को रहा करने
म मदद क गी, तािक आप वयं क बार म अ छा महसूस कर।
गु सा एक ईमानदार भावना ह। लेिकन जब इसे कट म य या संसािधत नह िकया जाता, तो यह अंदर ही अंदर, शरीर म संसािधत होने
लगता ह और आमतौर पर िकसी बीमारी या िशिथलता का प ले लेता ह।
हम आमतौर पर बार—बार एक ही बात पर नाराज होते रहते ह। जब हम नाराज होते ह, तो हम लगता ह िक हम अपनी नाराजगी य
करने का अिधकार नह ह, इसिलए हम उसे िनगल लेते ह और िफर हम असंतोष, कड़वाहट या अवसाद का सामना करना पड़ सकता ह,
इसिलए बेहतर यही होगा िक हम अपने गु से का सामना कर और जब भी गु सा आए, उसे बाहर िनकाल द।
यिद आपको अपना गु सा शारी रक प से य करने का मन हो, तो कछ तिकए ले ल और उ ह मारना शु कर द, अपने गु से को
वाभािवक प से बाहर िनकालने म डर नह , आपने पहले ही लंबे समय तक अपनी भावनाएँ दबाकर रखी ह। अपने गु से क ित शिमदगी
या अपराध—बोध महसूस करने क कोई आव यकता नह ह।
गु से से िनपटने का सबसे अ छा तरीका ह, उस य से खुलकर बात करना, िजससे आप नाराज ह। जब आपका िकसी पर जोर से
िच ाने का मन होता ह, तो आपक अंदर लंबे समय से गु सा दबा होता ह। ऐसा अकसर इसिलए होता ह, य िक आपको लगता ह, आप
सामनेवाले य से खुलकर बात नह कर सकते। इसिलए गु सा बाहर करने का दूसरा अ छा तरीका ह, आईने म मौजूद य से बात
करना।
िमरर वक आपक सारी भावनाएँ बाहर िनकालने म मदद करगा। मेरी एक छा ा को अपना गु सा बाहर िनकालने म मु कल हो रही थी।
बौ क प से वह अपनी भावनाएँ समझती थी, लेिकन वह उ ह बाहर कट नह कर पा रही थी। जब उसने अपने िमरर वक क मा यम से
वयं को अपनी भावनाएँ य करने क अनुमित दी, तो वह अपनी माँ और शराबी बेटी क ऊपर िच ाने और उ ह तरह—तरह क नाम से
बुलाने म स म हो गई। अपनी नाराजगी बाहर िनकालने क बाद उसे ऐसा लगा, जैसे उसक ऊपर से ब त बड़ा बोझ हट गया हो। बाद म, जब
उसक बेटी उससे िमलने आई, तो वह मिहला उसे बार—बार गले लगाने से वयं को नह रोक पाई। ऐसा इसिलए संभव हो पाया, य िक
उसने अपना दबा आ गु सा बाहर िनकाल िदया था और ेम क िलए जगह बना दी थी।
ब त से लोग मुझे बताते ह िक दूसर य क ित अपने गु से को बाहर िनकाल देने क बाद से वे िकतने खुश ह। ऐसा लगता ह, जैसे
कोई बोझ हट गया हो।
अपने अंदर झाँक और जान िक आपक गु से का जवाब ह और आप उसे खोज लगे। ब त वा य द होता ह यान करना और क पना
करना िक आपका गु सा आराम से आपक शरीर से बाहर जा रहा ह। उस य क पास ेम भेज, जो आपक गु से का क ह और देख िक
कसे आपका ेम उस अशांित को दूर कर देता ह, जो आप दोन क बीच ह। सामंज यपूण बनने क िलए तैयार हो जाएँ। शायद आपक
नाराजगी आपको याद िदला रही ह िक आप दूसर क साथ अ छी तरह संवाद नह कर रह ह। इस बात को जान लेने पर, आप इसे ठीक कर
सकते ह।
आइए एफम कर—मेरी अपनी भावनाएँ होने म कोई बुराई नह ह, आज म जो महसूस कर रहा , उसे सकारा मक तरीक से य कर
रहा ।
आपका यारहव िदन का यान— आपका उपचारा मक काश (ऑिडयो डाउनलोड का यारहवाँ िदन)
अपने दय क क म गहराई से जाकर तेज रगीन काश क एक छोट से िबंदु को देख, िकतना सुंदर रग ह। यह आपक ेम और
उपचारा मक ऊजा का क ह। काश क उस िबंदु को धड़कते ए देख। जब वह धड़कना शु करता ह, तो बढ़ने लगता ह और आपक दय
को भर देता ह। इस काश को अपने शरीर से गुजरते ए अपने िसर से लेकर अपने पैर क पंज और उगिलय तक फलते ए देख। आप इस
सुंदर रगीन काश म अपने ेम और उपचारा मक ऊजा क साथ पूरी तरह चमक रह ह। अपने पूर शरीर को इस काश क साथ थरथराने द,
अपने आप से कह—अपनी ली ई हर साँस क साथ, म और अिधक व थ होता जा रहा ।
इस काश को अपने शरीर से रोग को साफ करक जीवंत वा य लौटाते ए महसूस कर। िफर इस काश को अपने अंदर से िनकलकर
चार िदशा म फलने द, तािक आपक उपचारा मक ऊजा उन सबको छ ले, िज ह उसक ज रत ह। िकतने सौभा य क बात होगी िक आप
अपना ेम, काश और अपनी उपचारा मक ऊजा को उन लोग क साथ बाँट पाएँ, िज ह उपचार क आव यकता ह। अपने काश को
फलकर अ पताल , निसग हो स, अनाथालय , जेल , मानिसक िचिक सालय और िनराशा भरी अ य सं था म जाने द और वहाँ उ मीद,
ान और शांित आने द। उसे अपने शहर क हर उस घर म फलने द, जहाँ भी दद या क ह। अपने ेम, काश और उपचारा मक ऊजा से
उन लोग को राहत द, िज ह उसक आव यकता ह।
इस ह पर एक ऐसे थान का चयन कर, िजसे आप व थ करना चाहते ह , वह थान दूर भी हो सकता ह और आपक िब कल पास भी।
अपने ेम, काश और उपचारा मक ऊजा को उस थान पर कि त कर और उसे संतुलन और सामंज य म आते देख, उसे प रपूण होते ए
देख। ितिदन कछ पल िनकालकर अपना ेम, काश और उपचारा मक ऊजा अपने चुने ए थान पर भेज।
हम जो देते ह, वह कई गुना बढ़कर हमार पास वापस आता ह। अपना ेम दूसर को द और ऐसा ही ह।
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बारहवाँ िदन
अपने डर पर काबू पाना
आज आप अपने ऊपर डर क िनयं ण को नाकाम करना सीखगे और िव ास करना सीखगे िक जीवन आपक देखभाल कर
रहा ह।
अपने आईने म देख, एक गहरी साँस ल और उस खूबसूरत य क ओर एक चुंबन उछाल, जो आपक ओर देख रहा ह। आप िदन पर
िदन और मजबूत होते जा रह ह। आईने का शुि या, िजसने आपको अतीत से मु होकर सकारा मक िवचार को मन म जगह देने म मदद
क , जीवन आपको ेम करता ह और म भी!
आज आपका िमरर वक ऐसी भावना पर काम करगा, जो आपको अपने आप को ेम करने से, दूसर को माफ करने से और उस खुशहाल
जीवन को जीने से रोकता ह, िजसक आप अिधकारी ह। यह भावना ह डर।
डर आज पृ वी पर अिनयंि त प से फल रहा ह—यु क प म, ह या, लालच और अिव ास क प म, डर अपने आप पर िव ास
क कमी ह, जब आप अपने डर पर काबू पा लगे, तो आप जीवन पर भरोसा करने लगगे, आप इस बात पर भरोसा करने लगगे िक जीवन
आपका खयाल रख रहा ह।
अपनी अंतररा ीय बे टसेलर ‘फ ल द िफयर... एंड ड इट एनी वे’ म सूजन जेफस ने िलखा ह, ‘‘यिद जीवन म िकसी िब कल नई चीज
को करने से सबको डर लगता ह, िफर भी ब त से लोग उस चीज को कर रह ह, डर क बावजूद, तो हम िन कष िनकालना चािहए िक डर
‘सम या’ नह ह।’’ वे मानती थ िक असल मु ा वयं डर नह ह, ब क यह ह िक हम उसे िकस तरह पकड़कर रखते ह। हम डर का
सामना ताकत क थित से कर सकते ह या लाचारी क थित से, अतः यह त य िक हमार अंदर डर ह, अ ासंिगक हो जाता ह।
आप अपने डर को िकतनी मजबूती देते ह?
जब आपक मन म कोई डरावना िवचार आता ह, तो वा तव म वह िसफ आपक सुर ा करने क कोिशश करता ह, जब आप शारी रक
प से डर जाते ह, तो आपको खतर से बचाने क िलए आपक शरीर म ए नालाईन पंप होता ह, और ऐसा ही तब भी होता ह, जब आप अपने
मन म कोई डर पैदा कर लेते ह।
मेरा सुझाव ह िक आप अपना िमरर वक करते समय अपने डर से बात कर, आप कह सकते ह—‘‘म जानता िक तुम मेरी सुर ा करना
चाहते हो, मुझे खुशी ह िक तुम मेरी मदद करना चाहते हो और म तु हारा शुि या अदा करता ।’’ इस बात को वीकार कर िक आपक
भयभीत सोच आपका खयाल रखना चाहती ह।
अपने डर को यान से देखने और िमरर वक क दौरान उसे संबोिधत करने से आप इस बात को समझने लगगे िक आप वयं आपका डर
नह ह। अपने डर क बार म उस तरह से सोच जैसे आप एक िफ म क न पर छिवयाँ देखते ह—जो चीज आप न पर देख रह होते ह,
वे वा तव म वहाँ नह होत , वे चलती—िफरती तसवीर िसफ से युलाइड क म होती ह, जो एक लैश म चली जाती ह। आपक डर भी
इतनी ही तेजी से आते जाते रहगे, बशत आप उ ह पकड़कर रखने क िजद न कर।
डर िसफ आपक मन क एक सीमा ह। आपको डर होता ह बीमार पड़ने का या नौकरी छटने का या अपने िकसी ि यजन को खोने का या
अपने साथी क अलग हो जाने का, िफर डर एक सुर ा तं बन जाता ह; हालाँिक इससे कह अिधक श शाली होगा आपका िमरर वक
करना, तािक आप डरावनी थितय को मन म बार—बार बनने से रोक सक।
म मानती िक हमार पास ेम और डर क बीच िवक प होता ह। हम बदलाव का डर अनुभव करते ह, बदलाव न होने का डर महसूस
करते ह, भिव य का डर और जोिखम उठाने का डर महसूस करते ह। हम घिन ता से डरते ह और हम अकलेपन से भी डरते ह। हम लोग क
यह जान लेने से डरते ह िक हम या चािहए और हम कौन ह और हम अतीत को मु करने से डरते ह। लेिकन मन एक साथ दो पर पर
िवरोधी िवचार को पकड़कर नह रख सकता और डर क पे म क दूसर छोर पर ेम होता ह। ेम वह चम कारी कायकता ह, िजसक हम
सब को तलाश ह, जब आप वयं को ेम करते ह, तो आप वयं का खयाल रख सकते ह।
जब आपको डर लगे, तो वयं को याद िदलाएँ िक इसका मतलब ह, आप वयं को ेम नह करते और आपको वयं पर भरोसा भी नह
ह, यह धारणा िक आप िकसी काम क नह ह, अकसर आपक डर क जड़ म होती ह। लेिकन जब आप वयं को पूण प से ेम और पसंद
करने लगगे, तो अपने डर पर काबू पाने लगगे।
वह सब कर, जो आप अपने िदल, अपने शरीर और अपने मन को मजबूत करने क िलए कर सकते ह। अपने आईने और अपने अंदर क
ताकत क ओर देख।
आइए, एफम कर—सबकछ ठीक ह, मेरी सव भलाई क िलए सबकछ काम कर रहा ह, म सुरि त , ेम मेरी ताकत ह। िसफ ेम ही
स य ह।
बारहव िदन क िलए आपका हाट थॉट— म हमेशा पूरी तरह संरि त रहता
याद रख—जब आपक मन म कोई भयभीत करनेवाला िवचार आता ह, तो वह िसफ आपक सुर ा करने क कोिशश कर रहा होता ह। उस
डर से कह, ‘मुझे खुशी ह िक तुम मेरी मदद करना चाहते हो।’ उसक बाद उस डर को संबोिधत करते ए एक एफमशन कह। डर को वीकार
कर और शुि या कह, लेिकन उसे मजबूती या मह व न द।
आपका बारहव िदन का मेिडटशन— एक सुरि त और ेम भरी दुिनया बनाना (ऑिडयो डाउनलोड का बारहवाँ िदन)
आज और हर एक िदन को सीखने का समय मान, एक नई शु आत मान, यह बदलने और िवकिसत होने का, एक नए तर पर अपनी
चेतना को खोलने का और नए िवचार एवं सोच क नए तरीक पर िवचार करने का तथा हम िजस दुिनया म जीने का सपना देखते ह, उसक
क पना करने का अवसर ह। हमारी क पना दुिनया क रचना करने म मदद करती ह। मेर साथ चलकर अपने आप को और अपनी पृ वी को
नए और श शाली तरीक से देख।
एक ऐसी दुिनया क क पना कर, जहाँ सबक पास गौरव हो, जहाँ हर कोई, चाह वह िकसी भी जाित या रा ीयता का हो, सश और
सुरि त महसूस कर। ब को हर जगह मह व और ेम िमलता देख, य िक ब क ित हर कार का दु यवहार पूरी तरह गायब हो चुका
ह। कल को अपने क मती समय का उपयोग ब को मह वपूण चीज िसखाने म करते ए देख, जैसे वयं को कसे ेम करना चािहए,
संबंध कसे बनाने चािहए, अिभभावक कसे बनना चािहए, पैस को सँभालकर आिथक प से सुरि त कसे होना चािहए। िफर सभी बीमार
लोग को व थ होते देख, बीमा रय को अतीत क चीज बनते देख, य िक डॉ टर लोग को व थ और िफट रखना सीख चुक ह। दद और
क को गायब होते देख और अ पताल को आवासीय इमारत म बदलते देख।
क पना कर िक सभी बेघर को घर िमल चुक ह और उन सब लोग क िलए रोजगार उपल ध ह, जो काम करना चाहते ह। जेल को
किदय और गाड म समान प से आ म—मू य और आ म—स मान का िनमाण करते देख, तािक वहाँ से जीवन से ेम करनेवाले िज मेदार
नाग रक रहा ह । चच को उनक िश ण से पाप और अपराध—बोध को दूर करते ए और उनक िद य भ यता को य करने और अपने
िलए सव अ छाई ा करने म उनक सद य का समथन करते देख। सरकार को वा तव म जनता का खयाल रखते देख, जहाँ सबक
िलए याय और दया उपल ध हो। हर यवसाय म ईमानदारी और िन प ता लौटते ए देख, य िक लालच अब एक अनजान चीज बन चुका
ह। मिहला और पु ष को गौरव क साथ रहने क िलए एक—दूसर को सश करते देख, य िक िहसा मक गितिविधयाँ पूरी तरह ख म हो
चुक ह। शु , साफ पानी और पौि क आहार और व छ हवा को हम सबक िलए मानक क प म देख।
अब आइए, बाहर चलते ह और व छ बा रश को महसूस करते ह। बा रश क कने पर बादल छट जाते ह और सूरज क िनकलने क साथ
हम एक खूबसूरत इ धनुष देखते ह। साफ हवा पर यान द, उसक ताजगी को सूँघ, निदय और झील म चमकता आ पानी देख। रसीली
वन पितय पर यान द—घने वन, बेशुमार फल और फल तथा स जयाँ जो सबको उपल ध ह।
दुिनया भर म सबको सामंज य क भावना क साथ शांित और ब तायत का आनंद लेते देख, जब हम अपनी बाँह नीचे करक अपने िदल क
दरवाजे खोल, तो आकलन, आलोचना और पूव ह को पुराने जमाने क चीज बनकर लु होते देख, सीमा को ढहते और अलगाव को
गायब होते देख, सबको एक होते देख—स े भाई बहन, जो एक दूसर क परवाह करते ह।
अपने ह को, अपनी धरती माँ को व थ और पूण होते और ाकितक आपदा को न होते देख और िफर धरती माँ को राहत क साँस
लेते और शांित का सा ा य फलते देख।
अ य सकारा मक चीज क बार म भी सोच िज ह आप इस धरती पर होते देखना चाहगे। जब आप इन िवचार को अपने मन म रखकर
उनक क पना करते ह, तो आप इस नई, सुरि त और ेम भरी दुिनया क िनमाण म मदद करते ह।
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तेरहवाँ िदन
अपने िदन क शु आत ेम क साथ करना
आज आप जानगे िक आपका िदन शु करने का तरीका आपक िदन भर क अनुभव को िनधा रत कर सकता ह। आप सीखगे
िक कसे सकारा मकता क श हर चीज को भलाई क िलए बदल सकती ह।
बधाई हो! आपने इस कोस क पहले बारह अ यास पूर कर िलये ह। आपने सीख िलया ह िक िकस कार िमरर वक क औजार का उपयोग
करक आप अपने िवचार क पैटन को बदल सकते ह और अ व थ भावना को बाहर िनकाल सकते ह। या आप िमरर वक क श को
महसूस करने लगे ह? या आप महसूस करने लगे ह िक कसे यह आपक जीवन म बदलाव ला सकता ह?
आज आप सीखगे िक कसे आप अपने जीवन क िविश े क उपचार क िलए िमरर वक का उपयोग कर सकते ह। आइए, शु आत
करते ह, आपक िदन आरभ करने क तरीक से। या आप जानते थे िक सुबह का पहला घंटा मह वपूण होता ह? आप उसे कसे िबताते ह, यह
आपक िदन भर क अनुभव को िनधा रत करगा।
आज आपने िदन का आरभ कसे िकया? जब आप सुबह उठ, तो आपक मुँह से िनकलने वाले पहले श द या थे? या आपने िकसी बात
क िशकायत क ? या आपने उन चीज क बार म सोचा, जो आपक जीवन म अ छी नह चल रही थ ? आप जैसे अपना िदन शु करते ह,
अकसर वैसे ही अपना जीवन भी जीते ह।
जब आप सुबह सबसे पहले बाथ म क आईने म देखते ह तो या कहते ह? जब आप नहाते ह तो या कहते ह? जब आप तैयार होते ह
तो या कहते ह? आप काम पर जाने क िलए घर से कसे िनकलते ह? या आप ऐसे ही दरवाजे क बाहर िनकल जाते ह या पहले कोई अ छी
सी बात कहते ह? कार म बैठने क बाद आप या करते ह? या आप जोर से कार का दरवाजा बंद करक काम पर जाने क बार म बड़बड़
करते ह या रा ते म िमलनेवाले िफक को कछ कहते ह?
ब त से लोग अपने िदन क शु आत ‘ओह िशट! िफर सुबह हो गई, अब उठना पड़गा, स यानाश!’ क साथ करते ह। यिद आपका िदन क
शु आत करने का ऐसा बेकार तरीका ह, तो आपका िदन अ छा नह बीतेगा—कभी भी, यह संभव ही नह ह। यिद आप सुबह क बुरी शु आत
करने क पूरी कोिशश करते ह, तो आपका िदन भी बुरा ही बीतेगा।
मने कई वष से एक छोटा सा िनयम बनाया आ ह। जैसे ही मेरी न द खुलती ह, म अपने िब तर म और अंदर तक घुस जाती और रात
क अ छी न द क िलए अपने िब तर को ध यवाद देती , म कछ देर ऐसे ही िब तर म लेटी रहती और िफर अपने िदन क शु आत
सकारा मक िवचार क साथ करती , म वयं को कछ ऐसी बात कहती —आज का िदन अ छा ह, आज का िदन सच म ब त अ छा होनेवाला ह। िफर
म उठती , बाथ म म जाती और अपने शरीर को ठीक से काम करने क िलए ध यवाद देती ।
म थोड़ी देर िचंग भी करती , मेर बाथ म क दरवाजे पर एक ए सरसाइज बार ह, िजसक उपयोग से म अपने पूर शरीर को च कर
सकती , म बार को पकड़ती , अपने घुटन को तीन बार छाती क पास लाती और िफर अपनी बाँह क बल लटक जाती , मने पाया ह
िक सुबह क समय िचंग करने से मेरा शरीर व थ और लचीला बना रहता ह।
थोड़ी देर क िचंग क बाद म एक कप चाय बनाती और उसे लेकर वापस अपने िब तर म चली जाती , मुझे अपने िब तर से ेम ह,
मने अपने िब तर का हड बोड िवशेष प से ऐसे कोण पर बनवाया ह, िजससे म पढ़ते या िलखते समय उसक सहार बैठ सक।
शरीर और मन क िचंग करना मेरा सुबह का अनु ान ह, िफर म उठना शु करती , बाक क िदन का सामना करने से पहले म खुद
को दो घंट देने क कोिशश करती , म चाहती िक अपने सार काम आराम से कर पाऊ, मने इ मीनान से काम करना सीख िलया ह।
यिद आप एक य त माँ या िपता ह, िज ह ब को कल जाने क िलए तैयार करना पड़ता ह या अगर आपको काम पर ज दी जाना होता
ह, तो यह मह वपूण ह िक अपने िदन को सही तरीक से शु करने क िलए आप वयं को कछ समय द, ब क म तो सुबह यह अित र
समय पाने क िलए और ज दी जाग सकती । भले ही आपक िलए वयं को िसफ 10 या 15 िमनट दे पाना संभव हो, लेिकन यह ब त
मह वपूण ह, यह समय आपक वयं क देखभाल का ह।
जब आप सुबह जागते ह, तो कोई ऐसा काम करना, जो आपको अ छा लगता हो और वयं से कछ ऐसा कहना, जो आपको अ छा
महसूस कराता हो, मह वपूण होता ह। एक ऐसे िदन को गित द, जो आपक िलए सव े िदन हो, आपको अपने जीवन म ये बदलाव एक
साथ लाने क आव यकता नह ह। बस सुबह क िलए एक िनयम का चुनाव क रए और शु आत कर दीिजए। जब आपको उस िनयम क
आदत हो जाए, तो दूसरा िनयम ले लीिजए और अ यास करते रिहए। अपने आप को उसम डबो देने क आव यकता नह ह। याद रिखए—
बात अ छा महसूस करने क ह।
आइए, एफम कर—आज म एक अ ुत नए िदन और एक अ ुत नए भिव य का िनमाण कर रहा ।
आपका तेरहव िदन का िमरर वक अ यास
1. जब आप सुबह जागकर अपनी आँख खोल, तो वयं से ये एफमशंस कह—गुड मॉिनग मेर िब तर, इतने आरामदायक होने क िलए
शुि या! म तुमको ेम करता/करती । आज का िदन ब त शुभ ह, सबकछ ठीक ह, मेर पास वह सब करने क िलए समय ह, जो मुझे करना
चािहए।
2. अब थोड़ी देर आराम से बैठ और इन एफमशंस को अपने मन म वािहत होने द, िफर उ ह अपने िदल म और शरीर क बाक िह स म
महसूस कर।
3. जब आप उठने क िलए तैयार ह , तो अपने बाथ म क आईने क सामने जाएँ, गहराई से अपनी आँख म देख। उस खूबसूरत, स , शांत
य को देखकर मुसकराएँ, जो आईने म से आपको देख रहा ह।
4. आईने म देखते समय ये एफमशंस बोल—गुड मॉिनग (नाम), म तुमको ेम करता/करती । म सच म, सच म तुमको ेम करता/करती ।
आज हम कछ अ ुत अनुभव होनेवाले ह और िफर वयं को कोई अ छी बात किहए, जैसे—ओह, आज तुम ब त अ छ लग रह/रही हो।
तु हारी मुसकराहट सबसे अ छी ह। म कामना करता/करती िक तु हारा आज का िदन ब त शानदार हो।
तेरहव िदन क िलए आपका हाट थॉट— म जीवन क िलए नए दरवाजे खोल रहा
आप जीवन क गिलयार म खड़ ह और आपक पीछ कई दरवाजे बंद हो चुक ह। ये दरवाजे ितिनिध व करते ह, उन चीज का जो अब
आप न करते ह न उनक बार म सोचते ह, उन अनुभव का जो अब आपको नह होते। आपक आगे दरवाज का एक अंतहीन गिलयारा ह,
िजनम से येक—एक नए अनुभव क िलए खुलता ह।
जब आप आगे बढ़, तो वयं को उन अ ुत अनुभव क िलए दरवाजे खोलते देख, जो आप पाना चाहते ह। वयं को खुशी, शांित,
वा य, समृ और ेम क िलए दरवाजे खोलते देख। समझ, क णा और माशीलता क िलए दरवाजे खोलते देख। वतं ता क िलए, व
—मू य एवं आ मस मान और वयं क ेम क िलए दरवाजे खोलते देख, ये सब आपक सामने ह। आप सबसे पहले कौन सा दरवाजा
खोलगे?
िव ास रख िक आपक भीतर का मागदशक उन तरीक से आपका नेतृ व कर रहा ह, जो आपक िलए सबसे अ छ ह और इसक ारा
आपक आ या मक िवकास का िनरतर िव तार हो रहा ह। इस बात से कोई फक नह पड़ता िक कौन सा दरवाजा खुल रहा ह या कौन सा बंद
हो रहा ह, आप हमेशा सुरि त ह।
आपका तेरहव िदन का मेिडटशन— ेम क िलए सकारा मक एफमशंस (ऑिडयो डाउनलोड का तेरहवाँ िदन)
इन एफमशंस को अपनी चेतना म भर जाने द, यह मानते ए िक ये आपक िलए सच हो जाएँगे। इनका अ यास बार—बार करते रह, खुशी
क साथ।
समय—समय पर म उनसे पूछता , िज ह म ेम करता िक म कसे उ ह और यादा ेम कर सकता । म ेम भरी आँख से साफ—
साफ देखने का चुनाव करता । म जो देखता , उसे ेम करता , म अपने जीवन म ेम और रोमांस को आकिषत करता और अब म इसे
वीकार करता । कोने—कोने म ेम फला ह और मेरी पूरी दुिनया म खुिशयाँ भरी ह। म उस ेम का आनंद लेता , जो मुझे रोज िमलता ह।
म आईने म देखकर यह कहने म सहज महसूस करता िक ‘म तुमको ेम करता , म सच म, सच म तुमको ेम करता ।’ म अब यार,
रोमांस, खुशी और जो कछ भी अ छा जीवन मुझे देना चाहता ह, उसे पाने क यो य , म ेम से िघरा आ , सबकछ ठीक ह। म िकसी ऐसे
क साथ आनंददायक, अंतरग र ते म , जो सच म मुझे ेम करता ह। म सुंदर और मुझे सब ेम करते ह। म जहाँ भी जाता , लोग मुझे
ेम से िमलते ह। म िसफ व थ संबंध को आकिषत करता , मेर साथ हमेशा अ छा यवहार होता ह। म अपने जीवन म िमले इतने ेम क
िलए ब त आभारी , मुझे वह हर जगह िमल जाता ह।
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चौदहवाँ िदन
वयं को ेम करना—आपक दूसर स ाह क समी ा
आज आप िमरर वक म अपनी गित क समी ा करगे और जीवनया ा म वयं को अिधक समय और ो साहन देना सीखगे।
मुझे आप सब पर िकतना गव हो रहा ह मेर ि यजनो! यहाँ हम अपने दूसर स ाह क अंत तक प च गए ह और वहाँ आप अपने दो त क
सामने, अपने आईने क सामने खड़ होकर हर िदन नए तरीक सीख रह ह और उनका अ यास कर रह ह, िजनक मदद से आप अपने जीवन म
और अिधक ेम ला सकते ह। आप यार, खुशी और उन सभी अ छी चीज क अिधकारी ह, जो जीवन आपको दे सकता ह।
आप िमरर वक करने म अभी भी थोड़ा मूखतापूण और असहज महसूस कर सकते ह। कोई बात नह , म आपसे क गी िक जब आप
ितिदन नए अ यास आरभ करते ह तो धैय से काम ल, बदलाव मु कल हो सकता ह और आसान भी हो सकता ह। याद रख िक यह खुद को
ेम करने और वीकित दान करने क या ा ह और अपने सम त यास को वीकार कर।
आप पहले ही इतना कछ ा कर चुक ह। आपने देखा ह िक कसे आपका आईना आपक कही बात और आपक िकए काम क ित
आपको और अिधक जाग क करने म मदद करता ह। आप उन चीज को जाने देना सीख रह ह, जो आपक िलए अ छी नह ह। आप अपनी
से फ—टॉक ( वयं से क गई बात) क ित अिधक जाग क हो रह ह, आप अपने कह श द को यान से सुनकर उ ह सकारा मक
एफमशंस म बदलना सीख रह ह। आप अपने भीतर क आलोचक को एक शंसक म बदलना भी सीख रह ह, जो आपक यास और बदलाव
क िलए ितब ता क शंसा करगा, यह सब आपक िलए ब त अ छा ह।
आपका भीतरी ब ा िपछले दो स ाह म अ यास का िवषय था और आपने बहादुरी से दोन का सामना िकया। खुद क एक बड़ी सी
जयकार कर! आपने अपने भीतर क ब े को अपना प रचय िदया और अब आप समझने लगे ह िक यह न हा सा जीव या महसूस करता ह,
आपको इस ब े को अपनी बाँह म लेकर यह समझाने का समय भी िमल रहा ह िक वह िकतना सुरि त ह और आप उसे िकतना ेम करते
ह। मुझे आप पर ब त गव ह िक आपने वयं को ेम करने क ओर इतना बड़ा कदम उठाया ह।
इन पहले 14 अ यास क बाद आप सीख रह ह िक कसे आपका शरीर आपक अंद नी िवचार और धारणा को ितिबंिबत करता ह,
आप अपने शरीर क संदेश पर यान देने लगे ह। आप अपने शरीर को वह ेम भरा पोषण देने लगे ह, िजसक उसे आव यकता ह—
उ साहवधक िवचार और सकारा मक एफमशंस, आप यह भी देख रह ह िक आप िकतना अ छा महसूस कर सकते ह, जब आप अपनी स ी
भावनाएँ य करते ह, भले ही वे नकारा मक ह , आपको उस मेहनत क िलए और उन अ यास क िलए भी वयं को बधाई देनी चािहए, जो
आप दूसर क ित अपने ोध को समा करने क िलए कर रह ह। यह ऐसा उपचारा मक अनुभव ह, जो वा तव म आपका जीवन बदल
सकता ह।
अपने डर को समझकर और िमरर वक क दौरान उसे संबोिधत करक आपने इस स ाह एक और मह वपूण पाठ सीखा ह—आप वयं
अपना डर नह ह। डर िसफ आपक मन क एक कमजोरी ह। आपक पास हमेशा ेम और डर क बीच एक िवक प रहता ह।
आपने इस स ाह मेर एक पसंदीदा िस ांत का अ यास भी िकया ह—आप जैसे अपने िदन क शु आत करते ह, अकसर वैसे ही अपना
जीवन भी जीते ह। मुझे यह जानकर ब त खुशी हो रही ह िक आप अपने िदन क शु आत ेम भर िवचार क साथ करने का यास कर रह ह।
यह आपक िदन क बाक समय क िलए एक सकारा मक टोन सेट करता ह।
आपने देखा िक िसफ 14 िदन म आपने िकतना कछ सीख िलया ह? िमरर वक क इस नए अनुभव से गुजरते ए वयं को हर कार का
ो साहन देते रिहए, हमेशा जान लीिजए िक म आपक साथ । आइए, एफम कर—म यहाँ , दुिनया—ये िमरर वक मुझे जो भी अ ुत चीज
िसखा रहा ह, उसक ित खुला आ और हणशील।
चौदहव िदन क िलए आपका हाट थॉट— म िसफ अपनी भ यता देखना चाहता
अपने मन से और अपने जीवन से येक नकारा मक, हािनकारक, डरावना िवचार और सोच दूर करने का चुनाव कर। अब िकसी भी
कार क हािनकारक िवचार या बातचीत को न सुन, न उसका िह सा बन। आज आपको कोई नुकसान नह प चा सकता, य िक आप चोट
खाने म िव ास करने से मना कर रह ह। आप हािनकारक भावना म िल होने से मना कर रह ह, चाह वे िकतनी भी उिचत तीत हो रही
ह । आप हर उस चीज से ऊपर उठ रह ह, जो आपको नाराज या भयभीत करने क कोिशश करती ह। हािनकारक िवचार का आपक ऊपर
कोई भाव नह हो रहा ह।
आप िसफ वह कह रह ह और सोच रह ह, जो आप अपने जीवन म चाहते ह। आपक िलए जो भी करना आव यक ह, उसक िलए आप
वयं ही पया ह। आप उस श क साथ एकाकार ह, िजसने आपको बनाया ह, आप सुरि त ह। आपक दुिनया म सबकछ ठीक ह।
आपका चौदहव िदन का मेिडटशन— अपनी श को महसूस क िजए (ऑिडयो डाउनलोड का चौदहवाँ िदन)
इस नए िदन का खुली बाँह और ेम क साथ वागत कर, अपनी श को महसूस कर, अपनी साँस क श को महसूस कर, अपनी
आवाज क श को महसूस कर, अपने ेम क श को महसूस कर, अपनी माशीलता क श को महसूस कर, अपनी बदलने क
इ छा को महसूस कर।
आप सुंदर ह। आप एक िद य, भ य जीव ह। आप सब अ छी चीज क अिधकारी ह—कछ नह , सब अ छी चीज क, अपनी श को
महसूस कर, और उसक साथ शांित से रह, य िक आप सुरि त ह।
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तीसरा स ाह
पं हवाँ िदन
वयं को और िज ह ने आपको दद िदया ह, उ ह माफ करना
आज का पाठ माफ करने क बार म ह— वयं को और उ ह, िज ह ने आपको चोट प चाई ह, माफ करक अपने िदल को वयं
को ेम करने क नए तर पर ले जाने क बार म ह।
िपछले दो ह त म आपने उन कई धारणा से मु होने क िदशा म काम िकया ह, जो आपको बदलने से रोक रही थ । म जानती यह
आसान काम नह था, इसिलए वयं को अपनी गित का ज न मनाने क िलए समय द, आज आपको आईने म देखकर इतना ह का महसूस
करते ए कसा लग रहा ह? एक गहरी साँस अंदर ख च, अब साँस छोड़ते ए कह, ‘‘आह! म अपने अतीत को जाने दे रहा और मुझे ब त
अ छा लग रहा ह!’’
माशीलता (माफ करना) हम सभी क िलए एक मु कल े ह, हम ऐसे लॉ स का िनमाण कर लेते ह, जो हम कई वष तक जकड़
रहते ह। मेरा हाथ थाम, और हम साथ म अपने आपको और दूसर को, िज ह ने हम चोट प चाई ह, माफ करना सीखने क ओर काम करते
ह। आप ऐसा कर सकते ह।
माफ वयं को ेम करने क िलए हमार िदल क दरवाजे खोलती ह। यिद आपको वयं को ेम करने म कोई सम या ह, तो आप एक
अ माशीलता क थित म फस सकते ह। हमम से कई लोग वष तक दुभावनाएँ पालकर बैठ रहते ह। हम िकसी क अपने साथ िकए िकसी
काम क वजह से आ मतु महसूस कर सकते ह। म इसे आ मतु असंतोष क कारावास म फसा होना कहती । हम सही सािबत हो जाते ह,
लेिकन खुश कभी नह हो पाते।
आप मुझसे असहमत होकर कह सकते ह, ‘‘लेिकन आप नह जानत , उस य ने मेर साथ या िकया था। वह माफ करने लायक नह
ह।’’ जब आप माफ करने क िलए तैयार नह होते, तो वयं क साथ ब त गलत करते ह। मन म कड़वाहट रखने का मतलब ह, ितिदन जहर
का एक च मच पीना। वह जहर आपक अंदर जमा होकर आपको नुकसान प चाता ह। अपने आप को अतीत से बाँधे रखकर व थ और
वतं रहना असंभव ह।
एक ब त बड़ा आ या मक पाठ, जो आप सीख सकते ह, वह ह—इस बात को समझ लेना िक हर य हर ण िजतना अ छा कर
सकता ह, कर रहा ह। लोग अपनी—अपनी समझ, जाग कता और ान क साथ इतना ही कर सकते ह। िनरपवाद प से, जो लोग दूसर क
साथ दु यवहार करते ह, उनक साथ बचपन म दु यवहार आ होगा। िजतना अिधक उनक साथ ई िहसा का तर होगा, उतना ही अिधक
उनक अंदर का दद होगा और उतना ही अिधक वे उसे दूसर पर िनकाल सकते ह। इसका अथ यह नह ह िक उनका बरताव वीकाय या य
ह। हालाँिक आपक अपने आ या मक िवकास क िलए, आपको उनक दद का एहसास होना चािहए।
िजस घटना को आपने अपने अंदर दबाकर रखा ह, वह बीत चुक ह—शायद ब त पहले। उसे जाने द, वयं को उससे मु होने द, अपने
बनाए इस य गत कारावास से बाहर आएँ और जीवन क धूप म कदम रख। यिद थित जारी रहती ह, तो वयं से पूछ िक आप वयं को
इतना कम य समझते ह िक अभी तक उस बात को बरदा त कर रह ह। आप ऐसी थित म य रहते ह?
आपक पास एक िवक प ह—आप उस बात म अटककर कड़वाहट से भर रह सकते ह या वे छा से अतीत को माफ करक उसे जाने
देकर वयं का भला कर सकते ह और एक खुिशय भर, प रपूण जीवन क िनमाण क ओर कदम बढ़ा सकते ह। आप अपने जीवन को जैसा
बनाना चाहते ह, बनाने क िलए वतं ह, य िक आपक पास चुनाव करने क वतं ता ह।
आज क पाठ का उ े य ह, आपक आ मस मान को उस तर तक बढ़ाने म आपक मदद करना िक आप अपने जीवन म िसफ ेम भर
अनुभव को वेश करने द। कपया िहसाब बराबर करने क कोिशश म अपना समय बरबाद न कर। उससे कोई काम नह बनेगा। जो आप
दूसर को देते ह, वह हमेशा आपक पास लौटकर आता ह। इसिलए अतीत को छोड़ द और वयं को ेम करने पर काम कर, िफर आपको
एक शानदार भिव य िमल सकता ह।
मने एक ब त मह वपूण पाठ सीखा ह िक जब आप लोग को माफ करने का काम करते ह, तो उनक पास जाकर यह कहना आव यक
नह ह िक आपने उ ह माफ कर िदया। कभी—कभी ऐसा करने का आपका मन हो सकता ह, लेिकन आपको ऐसा करने क आव यकता नह
ह। माफ म सबसे बड़ा काम आपक िदल म और आपक आईने क सामने िकया जाता ह। याद रख, माफ शायद ही कभी दूसर क िलए होती
ह। वह आपक िलए ही होती ह।
मुझसे कई लोग ने कहा िक उ ह ने वा तव म िकसी को माफ कर िदया ह और िफर दो—एक महीने बाद उनक पास उस य का फोन
या इ—मेल आया, िजसम उसने माफ कर देने क िवनती क थी। ऐसा अिधकतर आईने क सामने माफ का अ यास करने क बाद होता ह।
इसिलए जब आप आज क पाठ म िमरर वक का अ यास कर, तो अपने आप को गहराई से अपनी भावना का अनुभव करने द।
आइए, एफम कर—जब म वयं को माफ करता , तो दूसर को माफ करना आसान हो जाता ह।
माफ एक चम कारी उपचार ह, िजसक हम सबको तलाश रही ह। शायद आज आप काफ ह का और अ छा महसूस कर रह ह गे। अपनी
आजादी का ज न मनाएँ और अपने आप को ेम से िघर जाने द।
वा तव म, हमारा आज का िवषय ेम ह, आप िकसी पुराने ेम से मु होना चाहते ह गे या िकसी टट र ते को जोड़ना चाहते ह गे या िफर
आपको एक नए ेम क तलाश होगी। म चाहती िक आप अभी अपने आईने म देख। या आप उस अ ुत और ेम करनेवाले य तो
देख रह ह, जो आईने म से आपको देख रहा ह? यह सबसे मह वपूण य ह, िजसे आप जानते ह—आप खुद!
यिद आप िकसी र ते को सुधारना चाहते ह, तो सबसे पहले आपको वह र ता सुधारना होगा, जो आपका वयं आपसे ह। कोई भी आपक
साथ य होना चाहगा, जब आप वयं अपने साथ नह होना चाहते? जब आप वयं अपने साथ खुश रहते ह, तब आपक बाक सब र ते भी
सुधरने लगते ह। एक स िच य दूसर क िलए ब त आकषक होता ह। यिद आपको और अिधक ेम क तलाश ह, तो आपको वयं
को और यादा ेम करने क आव यकता ह। आसान सी बात ह।
इसका मतलब ह कोई आलोचना नह , कोई िशकायत नह , िकसी पर कोई दोष नह , कोई रोना नह और अकले रहने का चुनाव नह करना।
इसका मतलब ह वतमान पल म अपने आप से ब त संतु होना और ऐसे िवचार को सोचने का चुनाव करना, जो आपको अभी अ छा
महसूस कराएँ।
ेम को अनुभव करने का कोई एक तरीका नह ह, य िक हर य उसे अलग तरीक से अनुभव करता ह। हम म से कछ को वा तव म
ेम का अनुभव करने क िलए, पश ारा या गले लगाए जाने ारा ेम को महसूस करने क आव यकता होती ह। कछ लोग को ‘म तुमसे
ेम करता ’ या ‘आई लव यू’ सुनने क आव यकता होती ह। कछ अ य लोग को ेम का दशन देखने क आव यकता होती ह, जैसे—
फल का उपहार। अकसर हम ेम को उस प म वीकार करना पसंद करते ह, िजस प म उसे बदले म दिशत करने म हम सहज महसूस
करते ह।
मेरा सुझाव ह िक आप अपने आईने का उपयोग करक ितिदन वयं को ेम करने क ओर लगातार काम कर, िजस पल संभव हो, अपने
ेम भर एफमशंस कहते रह। खुद क ित अपने बढ़ते ेम का दशन कर। वयं को ेम और रोमांस क दावत द। वयं से लाड़ कर, वयं
को िदखाएँ िक आप िकतने खास ह। जीवन हमेशा हमार अंदर क भावनाएँ हम ितिबंिबत करता ह। जब आप ेम और रोमांस क अपनी
आंत रक भावनाएँ िवकिसत करगे, तो आपक अंतरगता क बढ़ती भावना को साझा करने क िलए सही य चुंबक क तरह आपक ओर
आकिषत होगा।
यिद आप अकलेपन क सोच से पूणता क सोच पर जाना चाहते ह, तो आपको अपने अंदर और अपने आसपास एक ेम भरा मानिसक
वातावरण तैयार करना पड़गा। ेम और रोमांस क सभी नकारा मक िवचार को दूर चले जाने द। ब क आप िजससे भी िमल, उसक साथ
यार, शंसा और वीकित साझा करने क बार म सोच।
जब आप वा तव म उसे ेम करगे जो आप ह, तो आप कि त, शांत और सुरि त रहगे और घर म और बाहर भी आपक संबंध ब त
अ छ रहगे। आपको लोग और प र थितय क ित अपनी िति या म बदलाव िदखाई देगा। वे मामले जो कभी आपक िलए अ यिधक
मह वपूण थे, अब आपको उतने मह वपूण नह लगगे। नए लोग आपक जीवन म वेश करगे और शायद कछ पुराने लोग गायब हो जाएँगे,
पहले यह डरावना लग सकता ह, लेिकन यह ताजगी भरा और रोमांचक भी हो सकता ह।
याद रख—जब आप खुिशय भरी बात सोचगे, तो आप एक स िच य ह गे। सब लोग आपक साथ रहना चाहगे और आपक सभी
र ते सुधरगे और पनपगे।
आइए, एफम कर—मेर अ त व क क क गहराई म ेम का एक अंतहीन ोत ह। म खुद ेम ।
मेर फसबुक पेज पर आपक प और िट पिणय से मुझे लगा िक आपम से कई लोग अपने जीवन म काफ तनाव से जूझ रह ह। या आप
जानते ह िक आप इतना तनाव य महसूस करते ह? तनाव जीवन और उसक अप रहाय िनरतर प रवतन क ित डर पी िति या ह। तनाव
एक सामा य श द बन गया ह—हम इसका उपयोग अपनी भावना क िज मेदारी लेने से बचने क िलए करते ह, िवशेष प से अपने डर
क । लेिकन अगर आप तनाव क डर क साथ तुलना कर सक और समझ सक िक तनाव महसूस करना वा तव म एक भययु िति या ह,
तो आप अपने जीवन म तनाव क आव यकता को समा कर सकते ह।
एक शांत, िन ंत य न डरा आ होता ह न तनावपूण, इसिलए अगर आप तनाव महसूस कर रह ह, तो वयं से पूछ िक आपको िकस
बात का डर सता रहा ह। कई लोग क पास िचंता क एक लंबी सूची होती ह, िजनम काम, पैसा, प रवार और वा य सबसे ऊपर होते ह।
तब आपक िचंता का िवषय होता ह िक कसे डर को दूर करक सुरि त महसूस करते ए जीवन म आगे बढ़ा जाए। जब आप ऐसा करगे, तो
आप अपने नकारा मक, बाधा उ प करनेवाले िवचार को सकारा मक िवचार म बदल पाएँगे, जो शांित, खुशी, सामंज य और एक
तनावमु जीवन का िनमाण करते ह।
एक अिभ य ह, िजसका म अकसर उपयोग करती —‘संभावना क सम ता’, मने इसे यूयॉक म अपने एक आरिभक िश क से
सीखा था। इस अिभ य ने हमेशा मेर मन को मेरी सोची ई संभावना से पर ले जाने क िलए मुझे जगह दी, उन सीिमत मा यता से
ब त आगे िजनक साथ म बड़ी ई थी।
एक ब ी क प म म समझ नह पाई थी िक मेर बड़ ने मुझ पर आलोचना का िजतना भार डाला था, उसम से वा तव म मुझे िकतना
िमलना चािहए था और िकतना नह , वह एक तनावपूण या िनराशाजनक िदन क उनक िति या होती थी। लेिकन म उनक आलोचना को
सच मान लेती थी और अपने बार म जो नकारा मक िवचार और धारणाएँ मने अपने अंदर समािहत कर ली थ , वे ऐसी सीमाएँ थ , िज ह ने मेर
जीवन को कई वष तक भािवत िकया। म बेवकफ या अजीब या मूख िदखती भले ही नह थी, लेिकन िन त प से महसूस वैसा ही करती
थी।
वयं क बार म और जीवन क बार म हमारी अिधकांश मा यता का िनमाण हमार पाँच वष क होने तक हो जाता ह। हम िकशोराव था म
आने तक उ ह थोड़ा बढ़ा सकते ह और शायद थोड़ा ब त वय क होने तक भी, लेिकन कल िमलाकर बदलाव ब त कम होता ह। यिद म
आपसे पूछ िक आप कोई िवशेष धारणा य बनाकर बैठ ह, तो काफ संभावना ह िक आपका जवाब आपक बचपन क िकसी घटना से जुड़ा
होगा।
हम अपनी पंचवष य चेतना क सीमा म रहते ह। ये सीमाएँ अकसर हम संभावना क सम ता को अनुभव और अिभ य करने से
रोक देती ह। हम ऐसी बात सोचने लगते ह, जैस—
े ‘म उतना होिशयार नह ’, ‘म यव थत नह ’, ‘मेर पास आव यकता से अिधक काम
ह’, ‘मेर पास समय नह ह’ इ यािद। आपम से िकतने लोग मा यता क सीमा को अपने को रोकने दे रह ह?
आपक पास िवक प ह—या तो इन सीमा को वीकार कर या इनक पर जाएँ। याद रख—िजन सीमा को आप महसूस करते ह, वे
आपक मन म होती ह और उनका वा तिवकता से कोई लेना—देना नह होता। जब आप अपनी सीिमत मा यता को छोड़ना सीख लगे और
वयं को संभावना क सम ता क ओर बढ़ने क अनुमित दगे, तो आपको पता चलेगा िक आप वा तव म ब त अ छ ह। आपक पास पूरी
यो यता ह। आपक पास िजतना काम ह, वह आप पूरा कर सकते ह और आपक पास पया समय ह। आप हर कार क संभावना को देख
सकते ह और आप असाधारण काम करने म स म ह।
आइए, एफम कर—म ितिदन और अिधक आ मिव ासी और कशल बन रहा , मेरी यो यता क कोई सीमा नह ह।
स हव िदन क िलए आपका हाट थॉट— म अपने अंदर संभावना क सम ता अनुभव करता ।
आपक िलए संभावना क सम ता का या अथ ह? उसे सभी सीमा क पर जाता सोच। अपने मन को ‘यह काम नह हो सकता’, ‘इससे
कछ नह होगा’, ‘मेर पास पया समय नह ह’—जैसे िवचार क पर जाने द। आप सीमा को पालकर इसिलए बैठ रहते ह, य िक वे
आपक िलए मह वपूण ह। लेिकन सीमाएँ आपको संभावना क सम ता को अिभ य और अनुभव करने से रोकती ह। हर बार जब आप
‘मुझसे नह होगा’ सोचते ह, तो वयं को सीमा म बाँध लेते ह। या आप अपनी आज क सोच क पर जाने क िलए तैयार ह?
आपका स हव िदन का मेिडटशन—एक तनावमु जीवन क िलए एफमशंस (ऑिडयो डाउनलोड का स हवाँ िदन)
नकारा मक, भयभीत सोच आपक जीवन म और अिधक तनाव ले आती ह। यहाँ कछ एफमशंस िदए गए ह, जो आप कह भी बोल सकते
ह, अपने आईने क सामने, कार म, अपने द तर म, जब भी आपक मन म नकारा मक िवचार आने लग।
1. म अपने सार डर और संशय जाने देता और जीवन मेर िलए आसान एवं सहज हो जाता ह।
2. म अपने िलए एक तनावमु दुिनया का िनमाण करता ।
3. म धीर—धीर साँस लेता और छोड़ता और हर साँस क साथ और अिधक आराम महसूस करता ।
4. म एक यो य य और म हर वह काम कर सकता , जो मुझे िदया जाता ह।
5. म कि त और एका िच और म ितिदन और अिधक सुरि त हो रहा ।
6. म जो महसूस करता , उसे य करना सुरि त ह।
7. म िकसी भी थित म शांत बना रह सकता ।
8. मुझे िव ास ह िक म िदन भर म सामने आई िकसी भी सम या का सामना कर सकता ।
9. म जानता िक तनाव िसफ डर का एक प ह, म अपने सभी डर को मु करता ।
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अठारहवाँ िदन
अपनी समृ पाना
या आप चम कार, धन, समृ और चुरता क िलए चुंबक क समान ह? आज आप सीखगे िक वयं को ा करने क िलए
तैयार कर लेने पर आप चुंबक क समान कसे बन सकते ह।
यह सही समय ह िक आप पीछ जाकर अपनी दैिनक म वे नो स देख, जो आपने इस कोस क आरभ म िलखे थे। या आप देख रह ह िक
आपने िकतना कछ सीख िलया ह? या आप देख सकते ह िक अब आप आईने क सामने अपने एफमशंस कहने म िकतना सहज महसूस
करने लगे ह? आप चम कार क िलए एक चुंबक ह!
या आप मानते ह िक आप धन, समृ और चुरता क िलए भी एक चुंबक ह? दुिनया म िकतनी चुरता ह, जो इतजार कर रही ह िक
आप उसका अनुभव कर। आप कभी खच नह कर सकते, उतना धन ह। आप िजतनी क पना कर सकते ह, उससे अिधक खुशी ह। आप
अपने पूर जीवन म िमल सक, उससे कह अिधक लोग ह। यिद आप इस बात को पूरी तरह समझ सक, तो आपको एहसास होगा िक आपको
हर वह चीज ा हो सकती ह, िजसक आपको आव यकता ह और पाने क इ छा।
हमार भीतर क श हम एक पल म हमार सबसे यार सपने और भारी चुरता देने क िलए तैयार रहती ह। या आप उसे ा करने क
िलए तैयार ह? यिद आपको कोई चीज चािहए, तो ांड यह नह कहता िक ‘म इसक बार म सोचूँगा।’ वह त काल िति या य करता ह
और उसे भेज देता ह। हालाँिक आपको उसे ा करने क िलए बाँह खोलकर तैयार रहना चािहए।
मने देखा ह िक कभी—कभी जब लोग मेर लै स म आते ह, तो वे अपनी बाँह छाती पर मोड़कर बैठते ह। इस तरह वे िकसी चीज को
अपने अंदर कसे जाने दगे? अपनी बाँह को िव तार से फलाना एक अ ुत ि या ह, तािक ांड आप पर यान देकर िति या य कर।
म आपको इसी समय ऐसा करने का आमं ण देती , खड़ हो जाएँ, अपनी बाँह फलाएँ और कह, ‘म ांड क सारी अ छाई और
चुरता क िलए खुला आ और हणशील । अब इस बात तो अपनी छत से िच ाकर कह, तािक सब सुन सक!
समृ का अथ कई चीज से हो सकता ह—पैसा, यार, सफलता, आराम, स दय, समय, ान। आप अपनी चुरता क बार म बात करने
और सोचने से समृ क रचना करते ह। आप अपने अभाव क बार म बात करने और सोचने से समृ क रचना नह कर सकते। जब आप
अभाव पर यान कि त करते ह, तो और अभाव उ प होता ह। गरीबी क सोच और यादा गरीबी लाती ह, आभार क सोच और चुरता
लाती ह।
आपका िमरर वक एक ब त श शाली औजार ह, जो आपक जीवन म समृ लाने म मदद करगा, जब आप ांड क चुरता को
अपने अनुभव म वािहत होने दगे, तो आप वह सबकछ पा सकते ह, िजसे आप पाना चाहते ह। इसक िलए िसफ अ यास क और आपक
आईने क आव यकता ह।
जो कछ आप देते ह, वह लौटकर आपक पास आता ह। हमेशा यिद आप जीवन से लेते ह, तो जीवन आपसे लेगा। यह इतना आसान ह।
आपको लगता होगा िक आप चोरी नह करते, लेिकन या आप उन पेपर स और ट स क िगनती करते ह, जो आप ऑिफस से घर ले
जाते ह? या आप ऐसे य ह, जो समय चुराता हो या दूसर से उनका स मान छीनता हो? ये सब चीज ांड को बताती ह, ‘म वा तव म
जीवन म अ छा पाने लायक नह , मुझे उसे छीनना पड़ता ह, चुराना पड़ता ह।’
उन मा यता क ित सचेत रह, जो शायद आपक जीवन म धन और समृ क वाह म कावट डाल रही ह । िफर उन मा यता को
बदलने क िलए िमरर वक का उपयोग कर और नई, चुर सोच उ प कर। यिद आपको पैस क सम या ह तो सबसे अ छा उपाय ह,
समृ सोच का िवकास करना।
म कई वष से समृ क दो एफमशंस का योग कर रही , जो मेर िलए ब त अ छी तरह काम कर रह ह। ये आपक िलए भी काम
करगे। ये ह—मेरी आय म िनरतर वृ हो रही ह और म जहाँ जाती , मुझे समृ िमलती ह।
जब आपक जीवन म कछ अ छा आता ह, तो उसे ‘हाँ’ कह, वयं को अ छा ा करने क िलए खोल द। अपनी दुिनया को ‘हाँ’ कह।
अवसर और समृ सौ गुना बढ़ जाएगी। िदन म एक बार अपनी बाँह फलाकर खड़ हो जाएँ और खुशी से कह—म ांड क संपूण चुरता
क िलए खुला और हणशील । शुि या, िजंदगी!
जीवन आपक बात सुनेगा और िति या य करगा।
आइए, एफम कर—जीवन मेरी सभी आव यकता क चुरता से पूित करता ह। मुझे जीवन पर िव ास ह।
आपका अठारहव िदन का मेिडटशन— समृ ा करना (ऑिडयो डाउनलोड का अठारहवाँ िदन)
आप अपने धन क अभाव क बार म बात करक या सोचकर कभी समृ नह पा सकते। यह यथ सोच ह और आपको चुरता नह िदला
सकती। अभाव म रहना और अिधक अभाव उ प करता ह, गरीबी क सोच और अिधक गरीबी लाती ह। आभारी सोच चुरता लाती ह।
कछ ऐसी वृि याँ और एफमशंस ह, जो समृ को िन त प से प च से बाहर रखती ह। दूसर लोग से उनक अिधक धन क कारण
ेष रखने से आपक और आपक वाह क बीच एक दीवार खड़ी हो जाती ह और नकारा मक एफमशंस, जैसे—‘मेर पास कभी पया पैसे
नह होते’ और ‘पैसे िजतनी तेजी से आते ह, उससे अिधक तेजी से चले जाते ह’ सबसे बुरी गरीब सोच का तीक ह। ांड कवल उसी बात
क िलए िति या य कर सकता ह, जो आप वयं क और जीवन क बार म मानते ह। पैस क बार म आपक जो भी नकारा मक िवचार ह,
उनक जाँच कर और िफर उ ह जाने देने का िनणय ल। उ ह ने अतीत म आपक साथ अ छा नह िकया ह और भिव य म भी वे आपका अ छा
नह करगे।
आप मजे क िलए कभी—कभार एक लॉटरी का िटकट खरीद सकते ह, लेिकन उसे जीतने पर या यह सोचने पर िक उससे आपक
सम या का हल िमल जाएगा, अिधक यान न द। यह अभाव क सोच ह और लंबे समय तक आपक िलए अ छी नह रहगी। लॉटरी जीतना
शायद ही कभी िकसी क जीवन म सकारा मक प रवतन लाता ह, ब क अिधकांश लॉटरी िवजेता पहले दो वष क अंदर ही अपनी जीत क सार
पैसे उड़ा देते ह और अकसर पहले से भी अिधक िव ीय सम या से िघर जाते ह। यिद आपको लगता ह िक लॉटरी जीतने से आपक
सम या का अंत हो जाएगा, तो आप ब त गलत सोचते ह, य िक उससे आपक चेतना म प रवतन नह आता। वा तव म आप ांड से
कह रह ह, ‘म िकसी अनायास सफलता क अलावा जीवन म कछ अ छा पाने यो य नह ।’ यिद आप अपनी सोच बदलकर ांड क
चुरता को अपने अनुभव म वािहत होने देते ह, तो आप वे सभी चीज पा सकते ह, जो आपको लगता ह िक लॉटरी जीतने से िमल सकती ह।
और आप उ ह अपने पास रख पाएँगे, य िक वे चेतना क अिधकार से आपक ह गी।
एफम करना, घोिषत करना, यो य होना और अनुमित देना वे कदम ह, जो आपक लॉटरी म जीते जानेवाले धन से कह अिधक धन
आकिषत कर सकते ह। अपनी चेतना को धन क बार म नए िवचार क ओर खोल और वह धन आपका होगा।
यिद आप अपने जीवन म और अिधक धन और समृ लाना चाहते ह, तो पूरी भावना क साथ ये एफमशंस दोहराएँ—
‘म धन क िलए एक चुंबक । हर कार क समृ मेरी ओर आकिषत होती ह।
काय थल म मुझे ब त शंसा िमलती ह और पया मुआवजा िमलता ह।
म एक ेम भर, चुर, सामंज यपूण ांड म रहता और म आभारी ।
म उस असीिमत समृ क िलए खुला , जो हर जगह या ह। आकषण का िनयम मेर जीवन म िसफ अ छा लाता ह।
म गरीबी क सोच से समृ क सोच म जाता , और मेरी आिथक थित इस बदलाव को ितिबंिबत करती ह। मेर पास हर जगह से
और हर य से अ छी चीज आती ह।
म अपने जीवन क हर अ छी चीज क िलए आभार य करता । हर िदन मेर िलए अ ुत नए आ य लेकर आता ह।
म अपने िबल का भुगतान ेम से करता और हर चेक िलखते समय खुशी महसूस करता । चुरता मुझम से वतं ता से वािहत होती
ह।
म सव म का अिधकारी और अब म सव म को वीकार करता ।
म धन क ित अपने संपूण ितरोध को मु करता और उसे खुशी से अपने जीवन म आने क अनुमित देता ।
मेरा भला हर जगह से और हर य से आता ह।
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उ ीसवाँ िदन
अपने आभार क वृि को जीना
आज का िदन समिपत ह, जीवन को उसक िदए अनेक उपहार क िलए, शुि या कहने क िलए और यह सीखने क िलए िक
ितिदन एक आभार क वृि क साथ कसे िजया जा सकता ह।
या आप जानते थे िक समृ और आभार साथ—साथ चलते ह? म अनंत ान क साथ एकाकार होने और अनंत श ारा समिथत
होने क िलए हमेशा आभारी रहती । मने देखा ह िक ांड को आभार से ेम ह। िजतना अिधक आभारी आप ह गे, उतनी ही अ छी चीज
आपको िमलगी, जब म अ छी चीज कहती , तो मेरा ता पय िसफ भौितक व तु से नह होता। मेरा मतलब उन सब लोग , थान और
अनुभव से ह, जो जीवन को इतने शानदार तरीक से रहने लायक बना देते ह।
आप जानते ह िक आपको िकतना अ छा महसूस होता ह, जब आपका जीवन यार, खुशी, वा य और रचना मकता से भरा होता ह और
आपको हरी बि याँ और पािकग क जगह िमल जाती ह? हमारा जीवन ऐसे ही जीने क िलए बना ह। हमारा जीवन ऐसा ही हो सकता ह अगर
हम आभारी रह। ांड एक उदार, िवशाल नदी ह और उसे सराहना पाना पसंद ह।
उस समय क बार म सोच जब आप अपने िकसी िम को कोई उपहार देते ह। यिद वह िम उसे देखकर मुँह बनाता ह या कहता ह, ‘यह
मेरी टाइल का नह ह’ या ‘ऐसी चीज मेर काम कभी नह आएगी’, तो आपको भिव य म कभी उसे कोई उपहार देने क इ छा नह होगी।
दूसरी ओर, यिद उसक आँख खुशी से चमकने लगती ह और वह स और आभारी होता ह, तो जब भी आप ऐसी कोई चीज देखगे, जो उसे
पसंद आ सकती ह, तो आप उसक िलए लेना चाहगे।
काफ समय से म येक शंसा और येक उपहार को इस िवचार क साथ वीकार करती —म इसे खुशी और आनंद और आभार क
साथ वीकार करती । मने सीख िलया ह िक ांड को यह अिभ य अ छी लगती ह और मुझे िनरतर अ छ—अ छ उपहार िमलते रहते
ह।
िजस समय आप सुबह उठते ह, उसी पल से आभारी होना शु कर द, यिद आप िदन क शु आत ‘शुि या मेर िब तर, रात क अ छी न द
क िलए’ कहने से करते ह, तो इस शु आत से आपको आभारी होने क िलए और ब त सी बात सोचने म आसानी होगी। म जब तक िब तर से
उठती , तब तक शायद अपने जीवन क 80 या 100 िविभ लोग , थान , चीज और अनुभव क ित आभार य कर चुक होती ।
शाम को सोने जाने से ठीक पहले, अपने िदन क समी ा कर और अपने सभी अनुभव क िलए खुशी और आभार महसूस कर—चुनौतीपूण
अनुभव क िलए भी यिद आपको लगता ह िक आपसे कोई गलती हो गई थी या आपने कोई ऐसा िनणय ले िलया, जो पूरी तरह सही नह था,
तो वयं को माफ कर द।
आपने िजतने सबक सीखे ह, उन सबक िलए आभारी रह, जो सबक ददनाक थे, उनक िलए भी। ये छोट—छोट खजाने ह, जो आपको िदए
गए ह। उनसे सीख लेने पर आपका जीवन बेहतर क िलए बदल जाएगा। जब आप अपना कोई अँिधयारा प देख, तो आनंिदत हो जाएँ। इसका
मतलब यह ह िक आप िकसी ऐसी चीज को जाने देने क िलए तैयार ह, जो आपक जीवन को बािधत कर रही थी। उस समय आप कह सकते
ह—‘मुझे यह िदखाने क िलए शुि या, तािक म इसका उपचार करक आगे बढ़ सक।’
आज और हर िदन िजतने पल अपने जीवन क येक अ छी चीज क िलए आभारी होकर िबता सकते ह, िबताएँ। यिद अभी आपक जीवन
म अ छी चीज कम ह, तो वे बढ़ जाएँगी, यिद अभी आपक जीवन म चुरता ह, तो वह बढ़ जाएगी। इस थित म हर तरफ जीत ह। आप खुश
ह और ांड खुश ह, यह आभार क वृि आपक जीवन क चुरता म वृ करती ह।
आज जब आप लोग से बातचीत कर, तो उ ह बताएँ िक उ ह ने जो आपक िलए िकया ह, उसक िलए आप उनक िकतने आभारी ह।
से समैन, वेयरा, डािकया, िनयो ा, कमचारी, िम , प रवार और पूणतः अजनबी लोग, सबसे कह। आइए, हम इस दुिनया को आभार भर
आदान— दान का थान बनाने म मदद कर।
आइए, एफम कर—म खुशी से जीवन को देता और जीवन ेम से मुझे लौटाता ह।
उ ीसव िदन क िलए आपका हाट थॉट— म िवन ता क साथ उपहार लेता और देता
मेर अंतर क गहराई म आभार का एक अनंत ोत ह, म अब इस आभार को अपने दय, शरीर, म त क, चेतना, अपने संपूण अ त व
को भरने क अनुमित देता । यह आभार मुझम से िनकलकर सभी िदशा म फल जाता ह, मेरी दुिनया क येक चीज को छता ह और मेर
पास और बढ़कर लौटता ह, िजससे म और अिधक आभारी महसूस क । िजतना अिधक आभार म महसूस करता , उतना म इस बात क ित
जाग क होता िक ांड क आपूित अंतहीन ह।
शंसा और वीकित िदन क हर एक पल चम कार क िलए श शाली चुंबक का काम करते ह। तारीफ समृ क उपहार क तरह होती
ह। मने उ ह िवन ता से वीकार करना सीख िलया ह। यिद कोई मेरी तारीफ करता ह, तो म मुसकराकर ‘शुि या’ कह देती ।
‘आज’ जीवन क ओर से एक पिव उपहार ह। म अपनी बाँह फलाकर ांड ारा दी जानेवाली संपूण समृ का वागत करती ।
िदन या रात क िकसी भी समय म उसे अपने पास आने दे सकती ।
ांड हर संभव तरीक से मेरा समथन करता ह। म एक ेम भर, चुर, सामंज यपूण ांड म रहती और म उसक िलए आभारी ।
हालाँिक जीवन म ऐसे समय भी आते ह, जब ांड मुझे देता ह, लेिकन म उसे वापस कछ देने क थित म नह होती। म ऐसे कई लोग क
बार म सोच सकती , िज ह ने ऐसे समय मेरी ब त मदद क , जब म उ ह िकसी भी तरह उसक बदले म कछ दे नह सकती थी। हालाँिक
बाद म मने भी दूसर क मदद क थी और इसी कार जीवन चलता रहता ह। म उस चुरता और आभार म आराम और खुशी महसूस करती
, जो इस समय मेर पास ह।
आपका उ ीसव िदन का मेिडटशन : काश आ गया ह (ऑिडयो डाउनलोड का उ ीसवाँ िदन)
यह अ यास दो लोग क िलए ह, इसिलए अपने िकसी िम या प रवार क सद य को इसम शािमल कर ल। अपने साथी क ओर मुँह करक
बैठ जाएँ। एक दूसर क हाथ पकड़ ल और एक—दूसर क आँख म देख। एक अ छी, गहरी साँस ल और आपक मन म जो भी डर हो, उसे
बाहर िनकाल द। एक और गहरी साँस ल, अपने आकलन को बाहर िनकाल द और वयं को िसफ इस य क साथ रहने द।
जो आप अपने साथी म देखते ह, वह आपका ितिबंब ह, आपक अंदर जो ह, उसका ितिबंब, हम सब एक ह। हम एक ही हवा म साँस
लेते ह। हम एक ही पानी पीते ह। हम एक ही पृ वी क खा पदाथ खाते ह। हमारी एक समान इ छाएँ और आव यकताएँ ह। हम सब व थ
रहना चाहते ह। हम सब ेम करना और पाना चाहते ह। हम सब आराम से और शांित से रहना चाहते ह और हम समृ होना चाहते ह। हम
सब अपना जीवन पूणता क साथ जीना चाहते ह।
वयं को अपने साथी को ेम से देखने क अनुमित द और उस ेम को वापस पाने क िलए तैयार रह। यह जान ल िक आप सुरि त ह।
अपने साथी क िलए उ म वा य एफम कर। ेम भर र ते एफम कर, तािक आपका साथी हर समय ेम करनेवाले लोग से िघरा रह।
समृ एफम कर, तािक आपका साथी आराम से रह सक। अपने साथी क िलए आराम और सुर ा एफम कर। यह जानते ए िक जो आप
देते ह, वह कई गुना बढ़कर आपक पास लौटता ह, अपने साथी क िलए हर चीज म उ म गुणव ा एफम कर, आप इसक यो य ह। अपने
साथी को इसे वीकार करने क िलए तैयार देख और ऐसा ही होगा।
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बीसवाँ िदन
ब को िमरर वक िसखाना
ब े भी जीवन क तनाव का सामना करते ह। आज आप ब क साथ िमरर वक करना सीखगे और चम कार होते देखगे।
आप लगभग इस कोस क अंत म आ चुक ह और आप इसे ब त खूबसूरती से कर रह ह। म आपक ितब ता और समपण क सराहना
करती । ितिदन जब आप अपने िमरर वक का अ यास करते ह, तो अपने आप को ेम का उपहार देते ह, और ितिदन जब आप अपने
िमरर वक का अ यास करते ह, तो उन पुरानी, नकारा मक मा यता को जाने देते ह, िज ह आप इतने िदन से लेकर चल रह थे। आिखर ये
नकारा मक मा यताएँ आई कहाँ से? हमने उ ह बचपन म अपना िलया था। हमने हर उस श द को अवशोिषत कर िलया, जो हमसे कहा गया
था। िजतना अिधक हमने अपने माता—िपता या अ य बड़ को अपने बार म नकारा मक बात कहते सुना, उतना ही अिधक हम उन बात पर
िव ास करने लगे।
बड़ होने क दौरान हम अकसर एक—दूसर से र और पीड़ादायक श द कहते थे और एक—दूसर को छोटा अनुभव कराते थे। लेिकन
हम ऐसा य करते थे? हमने ऐसा बरताव करना कहाँ से सीखा? हमम से कई लोग को हमार माता—िपता या अ यापक बेवकफ, मूख या
आलसी कहते थे या िफर शैतान या बेकार कहते थे। शायद हम ऐसी बात सुनकर दुखी हो जाते थे, लेिकन हम उ ह मान लेते थे। तब हम
एहसास नह था िक ये मा यताएँ िकतना क दगी या हमारी शम और दद िकतनी गहराई से अंतः थािपत हो जाएँग।े
पीछ मुड़कर इस कोस क कछ सबसे मु कल पाठ क बार म सोच। वे पाठ, िजनम आपने उन मा यता को जाना, जो आपको अव
कर रही थ । जब आप अपना िमरर वक और दैिनक कर रह थे, तो या आपको ऐसा लगा िक वे मा यताएँ अिधकतर आपक बचपन क पुराने
दद से उपजी थ ?
मुझे कल म नह िसखाया गया था िक मेर श द क चुनाव का असर मेर जीवन पर होगा। मुझे िकसी ने नह िसखाया िक मेर िवचार
रचना मक थे, िक वे वा तव म मेरी िनयित का िनमाण कर सकते थे या यह िक जो म मौिखक प से बोलती थी, वह मेर पास जीवन क
अनुभव क प म लौटकर आएगा। मुझे कभी िकसी ने नह िसखाया िक म ेम क लायक थी या म जीवन म अ छी चीज पाने क अिधकारी
थी। िन त प से मुझे िकसी ने नह िसखाया िक जीवन मेरा समथन करने क िलए था।
हम अपने ब क िलए यह सब बदल सकते ह। एक सबसे मह वपूण चीज, जो हम उनक िलए कर सकते ह, वह ह उ ह इस मूल स ाई
क याद िदलाना िक उ ह सब ेम करते ह। माता—िपता क प म हमारी भूिमका हर समय सही होने या हर काम सही करने क नह ह,
ब क ेम करने और स दय होने क ह।
आज क ब को हमार बचपन क तुलना म कह अिधक मु का सामना करना पड़ता ह। उ ह तेजी से दुिनया क गंभीर थित क बार
म खबर िमलती रहती ह और उ ह िनरतर मु कल चुनाव करने पड़ते ह। ब े िजस कार इन चुनौितय का सामना करते ह, उससे सीधे
ितिबंिबत होता ह िक वे वा तव म अपने बार म या सोचते ह। िजतना अिधक ब े वयं को ेम और स मान दगे, उनक िलए जीवन म सही
िनणय लेना उतना ही आसान होगा।
यह मह वपूण ह िक हम अपने ब म वतं ता और श क भावना उ प कर और साथ ही ये ान भी िक वे आज क दुिनया म
बदलाव ला सकते ह। सबसे ऊपर तो यह मह वपूण ह िक हम उ ह वयं को, जैसे और जो वे ह, ेम करना िसखाएँ और ये समझना िसखाएँ
िक चाह कछ भी हो, वे ब त अ छ ह।
ब े हम उ मीद से देख रह ह और हमार कह येक श द को सुन रह ह। आप सकारा मक बात और एफमशंस का चमकता आ
उदाहरण बन, जब आप उन बात म िव ास करने लगगे, तो आपक ब े भी करगे।
अपने जीवन म ब को उसी कार का पोषण द, जैसे आप वयं को पोषण देना सीख रह ह। याद रख—िकसी क पास पूरी तरह सही
ब ा या पूरी तरह सही माता—िपता नह ह। हम कभी—न—कभी गलत िनणय ले ही लेते ह। यह सीखने और बढ़ने क ि या का सामा य
सा िह सा ह। मह वपूण यह ह िक आप अपने ब े को िबना शत ेम कर और सबसे मह वपूण यह ह िक आप वयं को िबना शत ेम कर।
िफर देख िक आपक ब क और आपक जीवन म कसे चम कार होते ह!
आइए, एफम कर—म जो बनना चाहता , वह बन सकता । म जो करना चाहता , वह कर सकता । संपूण जीवन मेरा समथन करता
ह।
बीसव िदन क िलए आपका हाट थॉट—म अपने ब से खुलकर बातचीत करता/करती
ब क साथ बातचीत का माग खुला रहना अ यिधक आव यक ह, िवशेष प से उनक िकशोराव था म, ब को अकसर ‘ऐसा मत
कहो’, ‘ऐसा मत करो’, ‘ऐसा मत सोचो’, ‘ऐसे मत बनो’, ‘ऐसे मत िदखाओ’ जैसी बात कही जाती ह। जब वे हर समय िसफ ‘मत करो, मत
करो, मत करो’ सुनते रहते ह, तो वे बातचीत करना बंद कर देते ह।
िफर जब ब े बड़ हो जाते ह, तो माता—िपता िशकायत करते ह, ‘मेर ब े कभी मुझे कॉल नह करते।’ वे कॉल य नह करते? य िक
संवाद का रा ता बंद हो चुका ह, इसिलए।
जब आप अपने ब क साथ खुले रहगे—‘दुखी होने म कोई बुराई नह ह’ और ‘तुम मुझसे इस बार म बात कर सकते हो’ जैसे
सकारा मक वा य का उपयोग करते ए और उ ह उनक मन क बात कहने क िलए ो सािहत करगे, तो संवाद क रा ते िफर से खुल जाएँगे।
बधाई हो, ि यजनो! आज आपक 21—िदवसीय िमरर वक अिभयान का अंितम िदन ह। यह आपको आपक जीवन क सबसे बड़ खजान म
से एक क िनकट ले आया ह—अपने आपको ेम करने क उपहार क िनकट।
म जानती , यह सफर आसान नह था। रा ते म आपको कछ ठोकर और कावट िमल , लेिकन आपने उ ह पार कर िलया। मुझे आप पर
ब त गव ह!
इस पूर सफर क दौरान आपने अपने िमरर वक का उपयोग अपनी से फ—टॉक ( वयं से बातचीत) क जाँच करने, अपने भीतरी
आलोचक को शांत करने, िज ह ने आपको चोट प चाई, उ ह माफ करने, पुराने डर को भुला देने और पुरानी मा यता एवं नकारा मक
िवचार क पैट स को मु करने म मदद करने क िलए िकया। ऐसा करने म आपने अपने अंदर खजाने का एक भंडार खोल िलया ह।
मेरी आपक िलए कामना ह िक आप हमेशा याद रख िक एक चीज ह, जो हर सम या का उपचार कर देती ह और वह ह, आपका वयं से
ेम करना। जब आप ितिदन वयं को और अिधक ेम करने लगगे, तो आपका जीवन आ यजनक प से बेहतर हो जाएगा। आप वयं भी
बेहतर महसूस करगे। आपको वह नौकरी िमल जाएगी, जो आप चाहते ह। आपको िजतने धन क आव यकता ह, वह आपको िमल जाएगा।
आपक संबंध म सुधार आएगा, नकारा मक संबंध दूर हो जाएँगे और नए संबंध बनने लगगे।
हालाँिक आपने यह कोस पूरा कर िलया ह, लेिकन आपका िमरर वक अभी शु ही आ ह। यह ऐसी चीज ह, िजसका अ यास आपको
ितिदन करना होगा। इस बात क पूरी संभावना ह िक आपको रा ते म आगे जाकर और कावट िमलगी और शायद कछ घुमाव भी। लेिकन
आप उनक िलए तैयार ह गे। आप वयं को सँभाल लगे, अपने आईने म देखगे और वयं को याद िदलाएँगे िक आप ेम पाने क अिधकारी ह।
आप जैसे ह, उ म ह। आप जीवन म सभी अ छी चीज पाने क अिधकारी ह। आप चम कार क िलए एक चुंबक ह।
अपने आईने को साथ लेकर चल, उसम से आपको देख रह सुंदर य को याद िदलाते रह िक आप उसे पूर िदल से ेम करते ह।
आइए, एफम कर—जब म वयं क ित और अपने िमलनेवाले सभी लोग क ित ेम जताता , तो ेम सीधे लौटकर मेर पास आता ह।
अपने ‘आ टर वड’ म म आपक िलए 12 तरीक क एक सूची छोड़ रही , िजनसे आप अब वयं को ेम कर सकते ह। उ ह उस अ छ
काम क यादगार समझ ल, जो आपने िपछले तीन स ाह म िकया ह और याद रख—म आपको ेम करती ।