You are on page 1of 54

भारतीय रे ल िसगनल इं जीिनयरी और दूरसंचार सं थान

िसकं दराबाद-
दराबाद-500017
ट.
ट.सी.5
सी

दश#न: इ%रसेट को अंतरा#'ीय (स)* का संथान बनाना, जो ,क अपने


मानक व .नद/ श0च1 वयं तय करे .
ल2य:
ल2य: (श3ण के मा5यम से सगनल एवं दरू संचार कम#य6 क7
गण
ु व9ा म! सध
ु ार तथा उनक7 उ<पादक 3मता म! व)ृ * लाना

इस इ%रसेट नो>स म! उपल?ध क7 गई सामAी, केवल माग#दश#न के


लए (तुत क7 गयी है । इस .नयमावल या रे लवे बोड# के अनद
ु े श6 म!
.नFहत (ावधान6 को .नकालना या प%रवत#न करना मना है .

भारतीय रे ल सगनल इंिजनीयर एवं दरू संचार संथान


सकंदराबाद - 500 017

अगत 2015 म! जार


ट.
ट.सी.
सी.5
संचार संथापन6 के लए अ0थGग तथा सज# संर3ण

)वषय सच
ू ी

I.सं. अ5याय पJ
ृ सं.
1 सज# तथा संचार संथापन6 पर उसका (भाव 1

2 अ0थGग के मूल स*ांत 8

3 सज# संर3ण उपकरण! (एसपीडी) 12

दरू संचार संथापन6 के लए अ0थGग (णाल का


4 23
आरडीएसओ )व.नद/ श
स व दस
ू ं उपकरण6 के अ0थGग एवं बॉिTडंग (णाल
5 36
के लए अUयासाथ# कूट
6 दरू संचार उपकरण6 के लए सज# सुर3ा उपकरण 45

7 अनुबंध 1 50

1. पJ
ृ 6 क7 संZया - 28
2. जार करने क7 तारख - अगत, 2015
3. Fहंद और अंAेजी संकरण म! कोई )वसंग.त या )वरोधाभास होने पर इस
)वषय का अंAेजी संकरण ह माTय होगा।

© इ%रसेट
“यह केवल भारतीय रे ल6 के (योगाथ# बौ)*क संप)9 है । इस (काशन के ,कसी भी भाग को
इ%रसेट, सकंदराबाद, भारत के पव
ू # करार और ल_खत अनम
ु .त के `बना न केवल फोटो कॉपी,
फोटोAाफ, मेbनेFटक, ऑिdटकल या अTय %रकाड# तक सीमत नहं, बिeक पन
ु ः (ाg क7 जाने वाल
(णाल म! संAFहत, (सा%रत या (.तकृ.त तैयार नहं ,कया जाए।”

http://www.iriset.indianrailways.gov.in
अ"याय 1
सज और उस
उसके संकेत एवं दरू संचार संथापन पर )भाव

1.1 परचय:
परचय:

संकेत एवं दरू संचार )णाल , जैसे इले./ॉ1नक इंटरलॉ2कं ग, 3डजीटल एि.सल काउं टर, /ै क स2क6स,
ISDN ए.सच; ज, ओएफसी संचार, डाटा नेटवक, 1नयं>ण संचार, आ@द भारतीय रे ल म; सरु C त और
सच
ु ाD Dप से /े न संचालन के लए लगातार चौबीस घंटे काय करते हI। इन )णालय म; बहुत ह
अKयाध1ु नक उपकरण;, जैसे ICs, माइOो)ोसेसर और माइOोकं/ोलर का इतेमाल 2कया गया है ,
िजन पर सज वोQटे ज और धारा का )भाव पड़ता है । इसलए इन उपकरण को सज से सरु C त
करना बहुत आवSयक है , िजससे उपकरण का 1नरं तर संचालन स1ु निTत 2कया जा सके और इनके
नक
ु सान से होने वाला )1तथापन कUमत भी बचा सक;।

1.2 सज के कारण हI:

• लाइट1नंग 3डचाज
• इंड.ट व लोड का ऑन/ऑफ करने (जैसे /ांसफामर, कॉइQस, मोटर)
• इि[नशन और इलेि./क आ2कग का अवरोध (जैसे वेिQडंग )ोसेस)
• ]यज़
ू तथा स2कट _ेकर कU @/`पंग
• एक ह पावर लाइन म; अaय बड़े उपकरण म; पावर संOमण
• पावर सbलाई कंपनी dारा होने वाल खराबी के कारण
• शाट स2कट

इरसेट 1 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज और उस
उसके संकेत एवं दरू संचार संथापन पर )भाव

1.2.1 सज के परणाम:


परणाम:

• उपकरण dारा दे ने वाले सेवा म; अवरोध।


• स2कट या उपकरण के )1तथापन कUमत।

IEC (इaटरनेशनल इले./ोटे कनीक कमीशन) dारा कई दे श म; 2कए गए एक अ"ययन म; पता


चला है 2क लाइट1नंग के कारण जो नक
ु सान (नक
ु सान कU कUमत) होता है वह उपकरण को
संभालने म; लापरवाह से होने वाले नक
ु सान के बाद म; आता है । (तालका 1.1. को दे ख;)

कारण ु सान (कुल नक


नक ु सान कU % म; )
लापरवाह 36.1%

सज 27.4%

चोर 12.9%

बाढ़ / आंधी 6.9%

अaय 16.7%

तालका 1.1. `वभaन कारण से होने वाला नक


ु सान (नक कUमत))
ु सान कU कUमत

1.3 लाइट1नंग कैसे होते है ?

लाइट1नंग, मेघ गजन और oबजल वाला तफ़


ू ान के मौसम म; बादल समह
ू मे उपिथत `वqुत भार
के संचयन के कारण होते है । उrणक@टबंधत और शीतोrण >
े  म; मेघ गजन और oबजल वाला
तफ़
ू ान और परणामवDप लाइट1नंग कU अलग-अलग )2Oया होते है ।

उrणक@टबंधीय >
े  म; मेघ गजन और oबजल वाला तफ़
ू ान, गरम तफ़
ू ान (heat storms) के {प
म; जाना जाता हI। यह ऊपर कU ओर उठती हुई गरम हवाओं dारा ठं डी हवा को नीचे ध.का दे ने के
कारण होता है । इससे कई 2कलोमीटर म; फैले एक या कई बादल कोशकाओं का गठन होते हI।

समशीतोrण >
े ो म;, मेघ गजन और oबजल वाला तफ़
ू ान, ललाट तफ़
ू ान (frontal storms) के Dप
म; जाना जाता है । इसम; ठं डी ललाट तफ़
ू ान (frontal storm) गम हवा को ऊपर कU ओर ध.का
दे ती है । इससे बादल कोशकाओं का गठन होता है , जो कई 2कलोमीटर म; Oमक Dप से फैले होते
हI।

बादल कोशका (cloud cell) के क;„ कU तरफ का यह )बल वाय)


ु वाह के 1न…नल†खत )भाव हI।

क) बफ 2Oटल धनाKमक Dप से (Positively) उिजत होता है ।


ख) पानी कU बद
ूं ; ऋणाKमक Dप से (negatively) उिजत होता है ।
ग) उrणक@टबंधीय >
े  म; गम तफ
ू ान के मामले म; धनाKमक भार का केa„ वातावरण के ऊपर
भाग (लगभग 10,000 मीटर) और ऋणाKमक भार का केa„ 1नचले भाग (लगभग 5,000
मीटर) म; िथत रहता है ।
घ) समशीतोrण >
े  म; ललाट तफ
ू ान के मामले म; धनाKमक भार का केa„ वातावरण के ऊपर
भाग (लगभग 6,000 मीटर) और ऋणाKमक भार का केa„ 1नचले भाग (लगभग 2,500 मी.)
म; िथत है ।

इरसेट 2 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज और उस
उसके संकेत एवं दरू संचार संथापन पर )भाव

बादल के 1नचले ऋणाKमक उिजत भाग `वqुत-िथर Dप से (electro-statically) उसके सीधे


नीचे का ज़मीन पर धनाKमक भार लाता है । इमारत और पेड जैसे उठाए हुए संरचनाओं म; ये
धनाKमक भार अधक मा>ा म; केa„ कृत हो जाते है । इससे एक †खंचाव के 1नमाण होने पर,
ऋणाKमक भार ज़मीन कU ओर Kवरत होगा, िजसे “टे bड ल डर” कहा जाता है । जब लाइट1नंग
शD
ु होती है , यह टे प ल डर बादल से ज़मीन कU ओर आती है । यह टे प ल डर बहुत
चमकदार नह ं होती है ले2कन एक छोट दरू के लए )सारत होती है और थोडी दे र के लए
बंद हो जाता है , 2फर अलग @दशा म; बढ़ती है और 2फर से बंद हो जाती है । यह )2Oया कई
बार दोहराता है , जो ऋणाKमक भार से भरा एक घम
ु ावदार पथ बनाता है । ये उ’च ग1त के
इले./ोन वायु कU अणओ
ु ं को अय1नत करते है इस )कार /ोक के लए एक संवहन पथ
)दान करता है । जब टे प ल डर ज़मीन के कर ब आते है एक मजबत
ू `वqत
ु ीय े> उKपaन
होता है जो पथ के ऋणाKमक भार को तटथ करने के लए ज़मीन पर से धनाKमक भार को
संचालत करता है । इसे लौटने वाला /ोक या “/ मर” कहा जाता है । यह लौटने वाला /ोक
टे प ल डर से बहुत अधक चमकदार होता है । इसलए लाइट1नंग धनाKमक आयन का )वाह
है , जो अधकतर प“ ृ वी पर का उठाए हुए संरचनाओं से उपर बादल कU तरफ होता है ।
लाइट1नंग के Dप म; हम जो @दखता है , वह वातव म; ज़मीन से बादल के तरफ जाने वाला
एक )वाह है । लौटने वाला /ोक ह लाइट1नंग म; ती” )काश, गम• और आवाज़ का –ोत है ।
लाइट1नंग एक ह बादल के भीतर या `व`वध बादल के बीच भी होते है । ले2कन हमार चंता
का `वषय बादल और ज़मीन के बीच का लाइट1नंग है , जो आंशक या पण
ू  Dप से S&T
उपकरण को खराब कर सकता है ।

इरसेट 3 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज और उस
उसके संकेत एवं दरू संचार संथापन पर )भाव

लाइट1नंग )2Oया का सारांश 1नकालने पर 1न…नल†खत बात; `वचार म; लाने यो[य है ।

• बादल के अंदर ऋणाKमक `वqुतीय भार बनता है ।


• `वqत
ु ीय े> का आध.य।
• धनाKमक भार का ज़मीन पर इकšा होना।
• वायु का भंग के फलवDप टे प ल डर का बनना।
• `वqुतीय े> का और आध.य।
• ती” उ"वगामी धनाKमक / मर का उKपaन।
• धनाKमक उ"वगामी / मर और नीचे कU ओर का टे प ल डर का एक> होना।
• चालकUय पथ का तैयार होना।
• ›Sय लाइट1नंग ]लैश।

1.4 लाइट1नंग के भौ1तक )भाव

लाइट1नंग के भौ1तक )भाव 1न…नल†खत हI :

• हवा का तापमान 30,0000K तक


• )ेशर शॉक वेव (pressure shock wave) का सज
ृ न
• 10 KA से 200 KA परमाण तक धारा कU )वाह
• 1 से 10 मलयन वोQटस का भार `वभवांतर (potential difference)

संयोग से, ऊपर @दए गए )भाव †णक (थोड़ी दे र के लए) है और इलेि./कल तथा इले./ॉ1नक
संथापन को सरु C त रखने के लए इसको उचत सरु ा )2Oयाओं dारा `वसजन 2कया जाना है ।
लाइट1नंग के कारण उKपaन सज धारा 3 मानदं ड से बताया जाता है:

• सज आयाम (amplitude)


• सज dारा उसके अधकतम मान तक पहुँचने के लए लया गया समय
• सज dारा उसके अधकतम परमाण के आधे भाग तक घटने के लए लया गया समय

इरसेट 4 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज और उस
उसके संकेत एवं दरू संचार संथापन पर )भाव

उदाहरण:
उदाहरण: 10 KA, 8/20µs अथात 10KA आयाम का सज उसके अधकतम मान तक पहुँचने के
लए 8 माइOो सेकंड और अधकतम परमाण के आधे भाग तक घटने के लए 20 माइOो सेकंड
लेते है ।

च> 1.1
1.1 सज धारा के मानदं ड

सामाaय Dप से, लाइट1नंग कU गंभीरता के अनस


ु ार हम 200 kA 10/350µs, 50 kA 10/350
µs, 15 kA 8/20 µs परमाण वाले सज से जझ
ू ते हI।

वO के भीतर का >
े , लाइट1नंग सज के हा1नकारक ऊजा को दशाता है ।

1.5 लाइट1नंग संर ण >


े  के स¥ांत:

लाइट1नंग )हार 1न…न )कार के हो सकते हI:

1. उपकरण क पर सीधे )हार


2. अ)Kय )हार (1न…नगामी चालक के मा"यम से प“ृ वी से जुड़े oबजलरोधक के उपयोग के
बावजूद)

• गैQवे1नक किbलंग, सज के साथ संपक म; आने वाले धातु चालक dारा
• समानांतर सतह के कारण कपैसट व किbलंग के )भाव से कैपासट; स किbलंग
• सज ग1त`वध या 3डचाज पाथ के समानांतर चालक के कारण इaड.ट व किbलंग,

अतः 2कसी भी इलेि./कल संथापन के लए सरु ा े> कU अवधारणा समझना चा@हए। संर ण
े> का अंकन और तालका म; `ववरण के साथ सहसंबध
ं के लए कृपया च> 1.2 दे ख;।

च>.
च>. 1.2
1.2 लाइट1नंग संर ण >

इरसेट 5 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज और उस
उसके संकेत एवं दरू संचार संथापन पर )भाव

>
े `ववरण
LPZ0A डायरे .ट /ाइक ; पण
ू  लाइट1नंग धारा; पण
ू  चुंबकUय े>
LPZ0B नो डायरे .ट /ाइक ; आंशक लाइट1नंग या इa«य
ू ड धारा; पण
ू  चुंबकUय े>
LPZ1 नो डायरे .ट /ाइक ; आंशक लाइट1नंग या इa«य
ू ड धारा; डै…पड चुंबकUय >

LPZ2 नो डायरे .ट /ाइक ; इa«य
ू ड धारा; और अधक डै…पड चुंबकUय >

तालका 1.2 लाइट1नंग संर ण >


े  कU ¬या­या

लाइट1नंग संर ण े> कU पहचान होने पर, ये करने कU आवSयकता है:

1. इ.वी-पोटे िaशयल बोिaडंग सटम )दान करना, िजसम; बाहर अथग सटम को भीतर इ.वी-
पोटे िaशयल बसबार से जोड़ा होता है ।
2. `व1नद® श के अनस
ु ार सज अरे टर का )ावधान, जो अथग )णाल से जुड़े हो।
• पावर एं/ पॉइंट पर /ानसायaट को .लIप और 2फ़Qटर करने के लए
• सज वोQटे ज म; चरणब¥ तर के से हा1नर@हत तर तक कमी स1ु निTत करने के लए

अथग )णाल को अ"याय-2 म; , सज अरे टर को अ"याय-3 म; चचा कU गयी है और अथग के बारे
म; RDSO `व1नद® श को अ"याय -4 म; )तत
ु 2कया गया है ।

इरसेट 6 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज और उस
उसके संकेत एवं दरू संचार संथापन पर )भाव

वत1ु न±
न±:

1. सज म; जो वोQटे ज और धारा है , वह संचालन वोQटे ज और धारा से ______________ है ।


2. बफ 2OटQस ______________ उिजत है , जब2क पानी कU बँद
ु े __________ उिजत है ।
3. लाइट1नंग के दौरान हवा ___________ 3ड³ी केल`वन तक गम होता है ।
4. oबजल चमकने से उKपaन वीqुतीय धारा कU परमाण _________ के बीच होता है ।
5. लाइट1नंग के परणामवDप उKपaन `वभवांतर ___________ होते है ।
6. 200KA, 10/350µs सज का मतलब _______________ है ।
7. लाइट1नंग संर ण े> LPZA का मतलब __________ है ।
8. लाइट1नंग संर ण े> LPZ1 का मतलब ____________ है ।
9. कौन सा लाइट1नंग संर ण े> सीधे )हार के अंतगत आता है ______________?
10. वायम
ु ड
ं ल के भाग म; , धनाKमक भार म"य ________________ म; तथा ऋणाKमक भार म"य
_______________ म; होता है ।

`वषय1न±
`वषय1न±:

1. सज .या है , और इसके कारण .या-.या है ?


2. लाइट1नंग कैसे होते है?
3. लाइट1नंग के भौ1तक )भाव .या-.या है?
4. लाइट1नंग का )हार 2कतने )कारके होते है?
5. लाइट1नंग संर ण े> के बारे उQलेख कर; । लाइट1नंग संर ण >
े पहचानने के बाद .या करना
होता है ?
6. सज के मानदं ड .या-.या है, और उसे कैसे )1त1नधKव करते है ?

इरसेट 7 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
अथग के मूल स¥ांत

अ"याय 2
अथग के मल
ू स¥ांत

2.1 अथग का रहय हटाना (Earthing de-


de-mystified):
mystified):
अथग के बारे म; जो सबसे पहला सवाल @दमाग म; आता है , '.या प“
ृ वी एक अ’छा चालक है?
प“
ृ वी, पदाथ त“य के अनस
ु ार एक खराब चालक है । तालका 2.1 इसकU प`ु µ करती है :

पदाथ )1तरोधकता
कोपर 1.7 X 10-6 ओ· मीटर
जीआई (GI) 10-7 ओ· मीटर
भीगी म¹ी (Wet soil) 10 ओ· मीटर
नम म¹ी (Moist soil) 100 ओ· मीटर
सख
ू ी म¹ी (Dry Soil) 1000 ओ· मीटर
¼ (Bed rock)
बेड रॉक 10000 ओ· मीटर

2फर अथग .य 2कया जाता है ?

हम अथग का सहारा इसलए नह ं लेते है 2क यह एक अ’छा चालक है , ले2कन अथ एक आदश


इ.वी-पोटे िaशयल सतह है । हर जगह प“ ृ वी का `वभव को बढ़ाने के लए बहुत अधक भार कU
आवSयकता होती है । दस
ू रे श½द म; , लगाए गए >@ु ट, धारा का )भाव केवल थानीय तर पर ह
महसस
ू होता है । जनरे शन / /ांसमशन )णाल के मामले म; >@ु ट धारा –ोत कU तरफ लौट जाता
है तथा अaय मामल म; सज, उपकरण को बाइ-पास कर दे ता है ।

पदाथ गण
ु और अथ कU इ.वी-पोटे िaशयल सतह संबध
ं ी त“य को समझने के बाद, अब हम; अथ
इले./ोड के तरफ "यान दे ने कU आवSयकता है, अथात, अथग के लए )य¾
ु चालक, उसका
रचना, आकार इKया@द।

2.2 अथ )1तरोध:


)1तरोध:

2.2.1 अथ )1तरोध .या 1नधारत करता है?

जब हम अथ )1तरोध कU बात करते है , तो दो घटक पर `वचार 2कया जाना है : इले./ोड का


)1तरोध और इले./ोड से अथ का )1तरोध।

इले./ोड का )1तरोध उपयोग 2कए गए पदाथ का )1तरोध होता है (अथात, इले./ोड के रचना और
आकार के अनस
ु ार)। पµ Dप से, हम; धािKवक वतए
ु ं जैसे जी.आई / कॉपर इले./ोड का इतेमाल
करना पड़ता है , िजससे इले./ोड )1तरोध 1 ओ· से कम रहे (<<1 ohm).

`वqुतीय >
े के )सार के लए प“
ृ वी का )1तरोध ह 'इले./ोड से अथ का )1तरोध’ है । यह
महKवपण
ू  है .य2क इले./ोड dारा प“
ृ वी म; धारा का )वेश `वqत
ु ीय >
े था`पत करता है िजससे
`वभवांतर उKपaन होता है । 'इले./ोड से अथ का )1तरोध', जो म¹ी का )1तरोधकता के साथ-साथ
इले./ोड के Áयाम@/ और आकार पर 1नभर करता है , भी कम होना आवSयक है , िजससे अथ
)1तरोध (इले./ोड )1तरोध और इले./ोड से अथ के )1तरोध को मला कर) 1 ओ· से कम हो।

इरसेट 8 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
अथग के मूल स¥ांत

इले./ोड से अथ )1तरोध 1न…न पर 1नभर करते है :

• इले./ोड के Áयाम@/ और आकार पर


• म¹ी का )1तरोधकता

2.2.2 पाइप इले./ोड

पाइप इले./ोड के मामले म; , इले./ोड से अथ का )1तरोध:

R= (ρ/2πL)[ln{8L/2.7183 D}]

जहाँ, L इले./ोड कU लंबाई, D ¬यास तथा ρ म¹ी का )1तरोधकता है ।

उपरो¾ स>
ू से, आसानी से 1नrकष 1नकाला जा सकता है 2क इले./ोड पदाथ का इले./ोड से अथ
का )1तरोध के मान तय करने म; कोई भू मका नह ं है । य@द इले./ोड कU लंबाई अधक हो तो
इले./ोड से अथ का )1तरोध कम होता है । हालां2क, इले./ोड )1तरोध को कम से कम रखने के
लए इले./ोड धािKवक (जीआई/कोपर) होना चा@हए, िजसकU चचा 2.2.1 म; पहले ह हो चक
ु U है ।

एक बहुत महKवपण ू  बात कU ओर "यान दे ना चा@हए कU यह ज{र नह ं है 2क दो समानांतर


इले./ोड, इले./ोड से अथ )1तरोध को अवSय आधा कर दे ता है । य@द इले./ोड कU लंबाई L है ,
इले./ोड से अथ का )1तरोध के लए, मटट के 1नणायक @हसे के Dप म; हमको o>Áया L का
गोलाध म; म¹ी को मानना होगा। इसका मतलब है 2क )Kयेक इले./ोड को o>Áया L गोलाध म;
मटट कU आवSयकता होती है । इस )कार, एक इले./ोड के साथ, इले./ोड से अथ का )1तरोध
R हो तो, अगर दो इले./ोड के बीच कU दरू 2L हो तब, दो इले./ोड के साथ यह R/2 हो सकता
है ।

2.2.3 ि/प या bलेट इले./ोड

ि/प इले./ोड/bलेट इले./ोड के मामले म;, इले./ोड से अथ का )1तरोध 1न…न )कार से @दया
जाता है :

R= ρ/2πL [ln (8L/T) + ln (L/h)-2+ (2h/L)-(h/L) 2]

जहाँ L लंबाई, h गाड़ने कU गहराई, T मोटाई है ।

दे खा जा सकता है 2क L का म­
ु य )भाव होता है , वह T का अQप )भाव होता है।

अनेक वषÈ तक, इलेि./कल सब टे शन म; बड़े >


े फल के अथग bलेट से अथग )दान 2कया
जा रहा था, जो उ’च 'इले./ोड से अथ )1तरोध’ कU समयाओं का समाधान नह ं कर सका। अंत
म; , उपरो¾ स>
ू का 1न@हताथ समझने पर `वqुत इंजी1नयर ने सब-टे शन के लए इले./ोड ³ड
का )ावधान करना शD
ु कर @दया।

2.2.4 अथ )1तरोध को कम करने के प¥1तयाँ:

जैसे 2क इले./ोड से अथ का )1तरोध मटट कU )1तरोधकता पर 1नभर है , इसे घटाना पड़ता है ।
ऐसा करने के लए सबसे आसान तर का है

इरसेट 9 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
अथग के मूल स¥ांत

• ग«ढा म; नमक, लकड़ी का कोयला और रे त का मËण मलाकर


• अथ एaहाaसमेaट पदाथ मलाकर
• बड़े अथग इले./ोड का उपयोग करके
• अथ इले./ोड को िजतना हो सके उतना गहराई म; गाड़कर
• समानांतर अथ इले./ोड लगाकर, िजसके बीच कU दरू 10 मीटर हो

`व`वध म@¹य के )1तरोधकता:


)1तरोधकता:

म¹ी )1तरोधकता ओ·-


ओ·-से.मी.
मी. म;
सतह म¹ी, द…
ू मट ,, आ@द 100 - 5,000
चकनी म¹ी 200 - 10,000
रे त तथा कंकड़ 15,000 - 100,000
चूना पKथर 10,000 - 1,000,000
शेल 500 - 10,000
रे तीला पKथर 2,000 - 200,000
³ेनाइट,, बसॉQट, आ@द 100,000
गला हुआ नाइस ् 5,000 - 50,000
लेट आ@द 1,000 - 10,000

तालका 2.2.

जब अधक सं­या म; अथ )णालय पर "यान रखना होता है , इसके उपचार पर "यान रखना भी
मिु Sकल होता है । इसलए अनरु ण म¾
ु अथ )दान करने का सफारश 2कया गया है । इसम;
आवSयक Dप से बोरंग कU हुई अथ `पट म; बेaटोनेट .ले जैसे अथ एaहाaसमेaट पदाथÈ से भरा
जाता है । )Kयेक पाइप इले./ोड से संबं धत एक `पट म; कम से कम 20Kg बेaटोनेट .ले के
उपयोग कU सफारश 2कया जाता है । य@द कम मा>ा म; बेaटोनेट .ले का उपयोग करते है तो
शD
ु आत म; हमको कम )1तरोधकता मलेगी ले2कन समय बीतने के साथ )1तरोधकता बढ़े गी।

2.2.5 रंग अथ )णाल :


)णाल :

रंग अथ )णाल म; 1न…नल†खत शामल है:

1) बाहर (oबिQडंग के बाहर) लगाए गए अथ इले./ोड का इि.व-पोटे िaशयल बॉिaडंग रंग के Dप
म; 2कया जाता है ।
2) उपकरण क के अंदर इि.व-पोटे िaशयल बसबार या रंग का )ावधान।
3) बाहर और भीतर रंग को आपस म; जोड़ना।

इरसेट 10 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
अथग के मूल स¥ांत

वत1ु न±
न±:

1. अथ खराब चालक होने के बावजद


ू , अथ को सरु C त साधन कU तरह चुनने का कारण
__________________________ है ।
2. सख
ू ी मटट कU )1तरोधकता ___________________ है ।
3. गील मटट कU )1तरोधकता ______________________ है ।
4. __________________________ )णाल म; फॉQट धारा अपने –ोत कU ओर वापस आते है ।
5. इले./ोड से अथ )1तरोध काफU _______________ चा@हए।
6. इले./ोड के आकार और `वतार पर 1नभर मानदं ड _____________ है ।
7. इले./ोड से अथ )1तरोध को कम करने के लए, इले./ोड कU लंबाई ____________ रखना होगा।
8. दो इले./ोड का उपयोग करने से )1तरोध आधा हो जाता है , जब दोन इले./ोड के बीच कU दरू
______________ हो।
9. जब ि/प या bलेट इले./ोड का उपयोग 2कया जाता है , उसका कौनसा मानदं ड, अथ )1तरोध के
ऊपर अKयाधक )भावी होगी। ______________________.
10. मटट कU )1तरोधकता को कम रखने म; _______________ कारक मदद करती है ।

`वषय1न±
`वषय1न±:

1. अथ खराब चालक होने के बावजूद हम अथग .य करते हI?


2. अथ )1तरोध को कौन-कौन से कारक 1नधारत करते है ?
3. `वभaन )कार के म@¹य कU )1तरोधकता परमाण बताय;?
4. मटट कU )1तरोधकता को कैसे कम 2कया जा सकता है ? इसकU अवध .या है और कैसे 2कया
जाता है ?
5. रखरखाव म¾
ु अथ कU जDरत कब होता है और इसे कैसे बनाया जाता है?
6. रंग अथ के बारे म; `ववरण कर; ।

इरसेट 11 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

अ"याय 3
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

3.1 एसपीडी के )कार तथा मापदं ड:

एसपीडी के )कार संर ण वग पर 1नभर करते है , जो परणामवDप `वचाराधीन LPZ (लाइट1नंग
संर ण े>) पर भी 1नभर है । एसपीडी के वग है:

.लास-A, .लास-B, .लास-C और .लास-D

एस.पी.डी का वग चाहे कोई भी हो, हर एक के लए तालका 3.1. म; @दए गए तकनीकU मापदं ड
महKवपण
ू  है ।

मापदं ड चÍ आशय


नोमनल वोQटे ज U0 पावर सbलाई सटम िजसके लए एसपीडी लगा रहे हो
अधकतम लगातार ऑपरे @टंग वोQटे ज िजसे एसपीडी से जोड़ा
1नधारत वोQटे ज UC
जा सकता है
वोQटे ज, िजसको एसपीडी सहन कर सक; (या सरु C त Dप से
अथायी ओवर वोQटे ज UT `व’छे @दत कर सक;) जब एक `वशµ अवध के लए लागू
2कया जाता है (5 मिQल सेकaड या 200 मिQल सेकaड)
सज अवथा के तहत एसपीडी के टमनल पर )1तबंधक
वोQटे ज संर ण तर UP वोQटे ज (`वभaन सज धारा/नॉमनल धारा के लए
उिQल†खत)
सहनीय वोQटे ज UW इaसल
ु ेशन सहनीय तर (4 तर; , 1.5/2/4/6 KV)
10/350µs धारा का अधकतम मान िजसको संभाला जा
इ…पलस धारा Iimp सक; (.लास-A पर ण मQ
ू यांकन के लए उपयोग 2कया
जाता है )
8/20µs का IN के 15 इ…पQस िजसका सहन कर सक;
नोमनल 3डचाज धारा In
(.लास-B पर ण मQ
ू यांकन के लए उपयोग 2कया जाता है )
`वतरण )णाल dारा `वतरत धारा जो एस.पी.डी dारा सुरC त
फालो-अप धारा If
Dप से बझ
ु ा जा सक;।
रे पाँस समय Tr स2Oयण (.लोज़र) समय

तालका 3.1 एसपीडी के मापदं ड

3.2.1 .लास-
.लास-A संर ण (लाइट1नंग संर ण)
ण):

.लास-A संर ण अवSय Dप से 2कसी इमारत के ऊपर लगा हुआ एक बाहर लाइट1नंग चालक है ,
जो डाउन चालक के मा"यम से ³ाउं ड से जुड़ा रहता है ।

जैसे च> 1.3 म; दशाया है , इमारत के बाहर का परवेश LPZ0 (लाइट1नंग संर ण >
े -0) के
अंतगत आता है । इस >
े म; लाइट1नंग ऊजा का 50% भू म म; अंतरत हो जाता है । बचे हुए
50% पावर केबल, टे ल कॉम केबल, आ@द के मा"यम से इमारत म; )वेश करता है ।

इरसेट 12 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

.लास-A संर ण के `वषय म; यह "यान रखा जाता है 2क:

क) लाइट1नंग चालक संगल पाइक/मQट पल पाइक/डोम )कार के हो सकते है ।


ख) लाइट1नंग चालक संरचना को पश नह ं करे गा
ग) 80 मीटर या अधक ऊंचाई के संरचना के लए डाउन चालक उ’च वोQटे ज (HV) म; 1नधारत
होगा (/ांडड
े कोपर चालक का 50 वग म.मी.Oॉस से.शन)। अaय जगह के लए 40म.मी.
x 6 म.मी. MS ि/प इमारत से अलग करते हुए।
घ) समक `वqुत काउं टर पाट से तालमेल करके इमारत के लए .लास-A संर ण कU
उपल½धता स1ु निTत करना चा@हए। यह उपल½ध है , ऐसी कQपना नह ं करनी चा@हए।
ङ) माइOोवेव या सेQयल
ु र टावर के लए .लास-A संर ण )दान करने कU जवाबदार S&T
`वभाग कU होती है । इन टावर के लए डाउन चालक )दान करने कU आवSयकता नह ं है ।
टावर के कोण इसका काम करते है । हालां2क, इले./ोड को टावर के पाया से जोड़ा जाएगा
और रंग अथ )दान 2कया जाएगा। इस रंग को उपकरण क के बाहर रंग और भीतर रंग
के साथ जोडा जाएगा।
च) य@द रे .टांगल
ु र वेवगाईड का उपयोग 2कया जाता है तो, वेवगाईड को आवरण (शीथ) नह ं
होता है ; इसलए इसका टावर के ढांचा के साथ )ेरक जोड़ होता है और उपकरण कU ओर सज
का )वाह नह ं होता है । य@द अÓडाकार वेवगाईड का उपयोग 2कया जाता है तो आवरण
वेवगाईड और टावर के ढांचा के बीच इaसल
ु ेशन )दान करते है । इसलए एिaटना तर पर
वेवगाईड dारा आक`षत सज उपकरण कU ओर जा सकते है । इस खतरे से बचने के लए,
वेवगाईड अथग 2कट के dारा अÓडाकार वेवगाईड को टावर के ढांचा के साथ जोड़ा जाता है ।
)Kयेक 2कट म; दोन छोर पर लग के साथ एक मीटर लंबी कोपर कU रसी होती है । रसी के
एक छोर वेवगाईड के बाÔ भाग से धीरे से सफ आवरण को छÕलके सोQडर से जोड़ा होता है ।
दस
ू र छोर को टावर के ढांचा के साथ बोQट dारा लगाया जाता है । वेवगाईड अथग हर 10
मीटर के अंतराल पर 2कया जाता है ।

च> 3.1. .लास


.लास - A संर ण
इरसेट 13 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

3.2.2 .लास-
.लास-B संर ण:
ण:

कृपया च> 1.2 दे ख;, जो LPZ दशाता है । .लास-B संर ण पहले चरण का संर ण होता है ,
या1न इि.वपम; ट से पहले, म­
ु य `वतरण पैनल पर। ये एसपीडी आक चौ`पंग स¥ांत पर काय
करते हI।

लाइट1नंग धारा, जो संभालते हI:

10/350µs के पQस
100kA का आयाम, N तथा E के बीच
50kA का आयाम, R/Y/B तथा N के बीच
.लास-B SPD )Kयेक फेज़ और aय/
ू ल तथा aय/
ू ल और अथ के बीच लगाए जाते हI।
RDSO `व1नद® श के अनस
ु ार .लास-B SPD के मानदं ड तालका 3.2 म; @दए गए हI।

मानदं ड मान / सीमा


नोमनल वोQटे ज (U0) 230 V
अधकतम लगातार ऑपरे @टंग वोQटे ज (Uc) >253 V
अथायी ओवर वेQटे ज (Ut) 300 V
R/Y/B तथा N के बीच लाइट1नंग इ…पQस धारा >50kA, 10/350µµs )Kयेक फेज़ के लए
N तथा E के बीच लाइट1नंग इ…पQस धारा >100kA, 10/350µµs

रे पॉaस समय (Tr) <200ns
वोQटे ज संर ण तर (Up) <1.5kV
शाट स2कट सहनीय तथा बैक अप ]यज़
ू के oबना
>10kA
फोलो-अप धारा शमन मता (Isc)
ऑपरे @टंग तापमान / RH 70°C / 95% RH

तालका 3.2 .लास-


.लास-B अरे टर के मानदं ड

उपरो¾ तालका को दे खने के बाद पाठक के मन म; 1न…न )Ù आते हI।

1. aय/
ू ल और अथ के बीच संर ण का रे @टंग फेज़ और aय/
ू ल के बीच का संर ण रे @टंग से
उ’चतर .य होता है?
2. फालो-अप धारा का .या मतलब है ? फॉलो अप धारा का शमन .य करना है?

इसके जवाब हI:-


1. य@द आसपास म; कह ं लाइट1नंग का सीधे )हार होता है तो, उस थान का `वभव सब टे शन
या /ांसफामर अथ कU तलु ना म; बहुत Áयादा हो जाता है । इसलए aय/ू ल और अथ के बीच
संर ण का रे @टंग फेज़ और aय/ू ल के बीच का संर ण से उ’चतर रे @टंग का होता है ।
2. सज इ…पQस का `वसजन के लए एसपीडी माग बनाता है । ये बनाए गए माग पर पावर
सbलाई )णाल भी धारा भेजती है , िजसे “फालो-अप धारा” कहते है । फालो-अप धारा का
परमाण जो शाट स2कट धारा के समान है , वह ]यज़
ू या CB को @/प और चालक म; तनाव
पैदा कर सकते है । ले2कन, फालो-अप धारा लाइट1नंग )ेरत धारा कU तल
ु ना म; धीरे से बढ़ती
है , इसलए शमन 2कया जा सकता है ।

इरसेट 14 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

3.2.3 .लास-
.लास-C संर ण

.लास-C संर ण प¥1त म; कम लेट Úू वोQटे ज के साथ काय म सज संर ण )दान करने के लए
तेजी से काय करने वाला MOV लगे होते है । यह फेज़ और aय/
ू ल के बीच लगाया जाता है । यह
50 KA, 8/20µs पQस सज रे @टंग तक का "यान रखता है ।

.लास-C SPD एक एकल सग


ु @ठत साधन होगा। अधक मा>ा म; MOV समानांतर Dप म; कभी
)दान नह ं 2कए जाएंगे।

.लास-C SPD के 1न…नल†खत अ1तर¾ `वशेषताएं हगी:

• जब साधन `वफल हो जाता है , इिaडकेशन लाल दशाता है ।


• जब एिजंग या अनेक सज को संभालने के कारण बहुत अधक मा>ा म; ल केज धारा
)वा@हत होना शD
ु होता है तब, साधन का थमल `वयोजन।
• रमोट मॉ1नटरंग के लए `वभव म¾
ु कांटे.ट।

RDSO `व1नद® श के अनस


ु ार .लास-C SPD के मानदं ड तालका 3.3 म; @दए गए हI।

मानदं ड मान/
मान/सीमा
नोमनल वोQटे ज (U0) 230 V
अधकतम ऑपरे @टंग वोQटे ज (UC) 300 V
R/Y/B तथा N के बीच लाइट1नंग इ…पQस धारा >10kA, 8/20µs )Kयेक फेज़ के लए

रे पॉaस समय (Tr) <25ns
वोQटे ज संर ण तर (Up) <1.6kV
ऑपरे @टंग तापमान / RH 70°C / 95%RH
तालका 3.3 .लास-
.लास-C SPD के मानदं ड

.लास-B तथा .लास-C SPD के )ावधान च> 3.2 म; दशाए गए है ।

च> 3.2. .लास-


.लास-B और .लास-
.लास-C सज अरे टर का )ावधान

इरसेट 15 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

कृपया इसका "यान रखा जाए कU:


कU:

1. य@द सbलाई/ डाटा / टे ल कॉम लाइन (AC/DC) ओवरहे ड लाइन या 2कसी इमारत के नज़द क
लगे केबल (भू म के ऊपर) या उपकरण क के बाहर 2कसी थान के मा"यम से पहुँचाया
जाता है , तो ऐसे थान पर अ1तर¾ .लास C एरे टर का इतेमाल 2कया जायेगा।
2. .लास B या .लास C SPD के दोन तरफ लगे चालक कU कुल लंबाई 50 से. मी. से कम
रहनी चा@हए। अaयथा, च> 3.2 म; दशाए गए अनस
ु ार V )कार का कने.शन का उपयोग
कर; ।

च> सं 3.3 .लास-


.लास-B तथा .लास-
.लास-C SPD को कने.ट करने वाले चालक कU लंबाई से संबं धत
)1तबंध

इन SPD को जोड़ने के लए उपयोग 2कए गए चालक का इंड.टaस 1µH )1त मीटर होता है ।
इसका मतलब है 2क 1µs म; 1kA व`ृ ¥ से 1kV वोQटे ज बनता है । इसलए उनकU लंबाई म;
ऐसे )1तबंध को दे खा जाना चा@हए।
3. .लास-B SPD को जोड़ने वाले चालक का आकृ1त 16 वग म.मी. और .लास-C SPD का
6 वग म.मी. होगा।

3.2.4 .लास-
.लास-D संर ण

इले./ॉ1नक उपकरण से जड़
ु े सभी बाÔ डाटा/पावर सbलाई (AC/DC) लाइन म; चालक के दोन
छोर पर .लास-D SPD लगाये जाते हI।

.लास-D SPD म; MOV और GD तथा इनके संयोजन होते हI। इनके रे @टंग वाQटे ज (सbलाई) के
आधार पर @दए जाते है । इन SPD के 1न…नल†खत अ1तर¾ `वशेषताय; हगी।

1. उपकरण `वफल होने पर इिaडकेशन (लाल दशाते है )।


2. कालक य या बहुत सारे सज को संभालने से जब यह अधक ल केज धारा )वाह होने
लगता है तब थमल `वयोजन।
3. रमोट मॉ1नटरंग के लए `वभव म¾
ु कांटे.ट।

RDSO `व1नद® श के अनस


ु ार .लास D SPD के मानदं ड तालका 3.4 म; @दए गए हI।

इरसेट 16 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

पावर लाइन संर ण:


पावर लाइन संर ण के लए उपकरण, .लास-D )कार कU होगी। इसम; उसकU )Kयाशत आयु तथा
खराबी मोड संबध ं ी सचू ना )दशत करने कU ¬यवथा रहे गी, जो खराब हुए एसपीडी )1तथा`पत
2कए जाने हे तु स`ु वधा उपल½ध कराएगा। यह थमल 3डसकनेि.टं ग )कार का होगा तथा रमोट
मॉ1नटरंग के लए पोटे िaशयल ÛU कांटे.ट से सिÁजत रहे गा। 1न…नल†खत `वशµताओं स@हत
IEC 61643-1 तथा VDE -0675 पॉइंट 6 के अनस
ु रण म; संर ण 2कया जाएगा।

`वभaन स2कट के लए


मानदं ड
24V
24V 48V 60V 110V 230V
नोमनल वोQटे ज (U0) 24V 48V 60V 110V 230V
अधकतम लगातार आँपरे @टंग
30V 60V 75V 150V 253V
वोQटे ज (Uc)
1नधारत भार धारा (IL) 16A 16A 16A 16A 16A
नोमनल 3डचाज धारा (ln) 8/20
≥700A ≥700A ≥700A ≥2KA ≥2KA
माइOो सेकंड
अधकतम 3डचाज धारा (Imax)
≥2 KA ≥2 KA ≥2 KA ≥5 KA ≥5 KA
8/20 माइOो सेकंड
वोQटे ज संर ण तर (Up) ≤200 V ≤350 V ≤500V ≤700V ≤1100V
ं समय (Tr)
रे पॉस ≤25 ns ≤25 ns ≤25 ns ≤25 ns ≤25 ns

तालका 3.4 .लास D SPD के मानदं ड

सगनलंग / डाटा लाइन सरु ा

)Kयाशत कायकाल और `वफल SPD के )1तथापन के लए `वफलता मोड को दशाने के लए
इन उपकरण म; )ाथमकता के तौर पर इिaडकेशन दशाने का काय होगा। य@द इस उपकरण म;
कोई ऐसा साधन हो, जो डाटा/सगनलंग लाइन के सीर ज़ म; आता है , मॉ«यल
ु म; “मेक oबफोर
_ेक” स`ु वधा होगी, िजससे bलगेबल मॉ«यल
ु बाहर 1नकालने से लाइन नह ं कटता है । यह संर ण
1न…न `वशेषताओं के साथ IEC 61643-21 तथा VDE 0845 Pt. 3 का पालन करना चा@हए।

मानदं ड `वभaन स2कट के लए


नोमनल वोQटे ज (UO) 5 12V 24V 48V
अरे टर 1नधारत वोQटे ज (UC) 6V 13V 28V 50V
1नधारत भार धारा (IL) ≥250mA ≥250mA ≥250mA ≥250mA
कुल 3डचाज धारा (lN) 8/20 माइOो सेकंड ≥20KA ≥20KA ≥20KA ≥20KA
लाइट1नंग पर ण घारा 10/350 माइOो सेकंड ≥2.5 A ≥2.5KA ≥2.5KA ≥2.5KA
वोQटे ज संर ण तर (UP) ≤10V ≤18V ≤30V ≤70V

तालका
तालका 3.5

@टbपणी:
@टbपणी: उपरो¾ मानदं ड म; कम भaनता वीकारयो[य होगा।

इरसेट 17 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

3.3 SPD के चयन के लए गणना:


गणना:

उदाहरण-
उदाहरण-1: एकल अनावत
ृ संरचना (कृपया च> 3.4 दे ख;):

.लास -A संर ण कU उपल½"ता को "यान म; रखते हुए, (लाइट1नंग संर ण सटम म; लाइट1नंग
अरे टर, डाउन चालक और अथग को सि…मलत 2कया जाता है ) 50% सज भू म म; चला जाएगा
ऐसा माना जा सकता है । वातव म; , लाइट1नंग सज का Áयादातर मा>ा तो अ’छÕ तरह से लगे
हुए .लास - A सटम dारा भू म म; भेज @दया जाता है । शेष बचा सज लगभग 50% होगा।
अतः बचे हुए 50% सज पर उ’च सरु ा सीमा के साथ `वचार 2कया जाता है ।

इसका मतलब, ls/2 शेष है , जहाँ ls लाइट1नंग के dारा उKपaन सज धारा है । इसलए पावर
सbलाई का )Kयेक लाइन (3 फेज, 4 लाइन) ls/2 का 25% लेता है । अथात 200 kA, 10/350
माइOो सेकंड सज के लए )Kयेक पावर सbलाई लाइन को 25 kA, 10/350 माइOो सेकंड सज से
संर ण कU जDरत होती है। जैसा 2क पहले ह चचा कU जा चुकU है, फेज से aय/
ू ल के बीच का
SPD कU रे @टंग 25 kA, 10/350 माइOो सेकंड, तथा aय/
ू ल से अथ SPD कU रे @टंग 50 kA,
10/350 माइOो सेकंड होती है ।

च> 3.4. एकल अनावत


ृ संरचना के लए एसपीडी का 1नधारण

उदाहरण-
उदाहरण-2: समान अथ )1तरोध के साथ दो 1नकटवत• संरचना (कृपया च> 3.5 दे ख;):

इस मामले म; , )Kयेक इमारत म; उपयोगताओं पर आने वाल सज धारा Is/2 के 50% होगी,
या1न Is/4 (.य2क .लास-A संर ण dारा Is/2 पहले से ह अथ पर पारत हो जाती है )। इसलए
200kA, 10/350 माइOो सेकंड के सज के मामले म; )Kयेक पावर लाइन म; Is/4 के एक चौथाई
धारा होगी, या1न 12.5kA, 10/350 माइOो सेकंड।

इरसेट 18 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

च> 3.5. समान अथ )1तरोध के साथ दो 1नकटवत• संरचनाओं के लए


एसपीडी रे @टंग का 1नधा
1नधारण

उदाहरण-
उदाहरण-3: भaन अथ )1तरोध के साथ दो 1नकटवत• संरचना (कृपया च> 3.6 दे ख;):

मानो कU Ra तथा Rb Oमशः संरचना ‘क’ और ‘ख’ के अथ )1तरोध हI। सज धारा Is का 50%
.लास-A संर ण dारा "यान रखता है मानते हूए, संरचना ‘क’ और ‘ख’ म; उपयोगताओं पर आने
वाल सज धारा 1न…न स>
ू दे ता है ।

La = (ls/2) / [1+Ra/Rb] lb = (ls/2) / [1+Rb/Ra]

इस )कार, य@द संरचना ‘ख’ के अथ )1तरोध Áयादा हो तो उसको कोई हानी नह ं होता है बिQक
‘क’ संरचना को हानी होता है ।

च> सं 3.6 भaन अथ )1तरोध के साथ दो 1नकटवत• संरचनाएं

इसलए, हमेशा हम 1नकटव1त संरचनाओं म; अथग के लए इि.वपोटे िaशयल बॉिaडंग कU ¬यवथा
करते हI। यहाँ 1नकटव1त का मतलब है , दो संरचनाओं के बीच कU दरू 20 मीटर से कम हो।

इरसेट 19 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

3.4 एसपीडी के `वqुतचुंबकUय (इले./ोमै[ने@टक)


टक) )1तर ा दजा

अभी तक चचा 2कए गए एसपीडी के .लास के आलावा, IEC (इंटरनेशनल इले./ो टे क1नकल
कमीशन) ने एसपीडी के `वqुतचुंबकUय )1तर ा .लास को परभा`षत 2कया है । इसे तालका 3.6
म; तालकाब¥ 2कया है ।

आने वाले उपयोगता लाइन कU सं­या पर आधारत अनम


ु ा1नत सज के अनस
ु ार .लास B या C
या D कU रे @टंग के साथ-साथ इसके )1तर ा .लास को भी चुनना पड़ता है ।

Ucc (1.2/50 माइOो सेकंड Isc (8/20 माइOो सेकंड


IEC 61000-4-5
वेव शेप का ओपन स2कट वेव शेप का शाट स2कट
के अनस
ु ार .लास
सहनीय वोQटे ज तर) सहनीय धारा तर)
1 4 kV 2 kV
2 2 kV 1 kV
3 1 kV 0.5 kV
4 0.5 kV 0.25 kV

तालका सं 3.6 एसपीडी के `वqत


ु चंब
ु कUय )1तर ा .लास

च> 3.7 सामाaय मोड और अंतर य (differential)


differential) मोड

सामाaय या असमे@/क मोड:


मोड: डाइइलेि./क नक
ु सान के खतरा के साथ स2Oय चालक तथा अथ के
बीच अत-¬यतता (फेज़-अथ या aय/
ू ल-अथ)।

अंतर य अथवा समे@/क मोड:


मोड स2Oय चालक के बीच अत-¬यतता (फेज-फेज या फेज-aय/
ू ल),
खास करके इले./ॉ1नक उपकरण के लए खतरा होता है ।

3.5 सज संर ण साधन म; से कुछ 1न…न )कार हI:


1. पाक गैbस (एयर गैप)
2. गैस 3डचाज 6यब
ू (GDT)

इरसेट 20 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

3. ज़ेनर डायोड (अवलांची डायोड)


4. मेटल ऑ.साइड वेरटर (MOVs)
5. /ांसोबेस
6. रले
7. ]यज़

8. पीट सीआर (पोिज़ट व टे …परे चर को-ए2फशएंट रोसटर)
9. ट बीयु (/ानसायंट ½लॉ2कं ग य1ू नट)

.लास – B एसपीडी .लास – C एसपीडी

.लास – (B+C) एसपीडी .लास – D एसपीडी

च> 3.8 .लास B, C, (B+C) और D एसपीडी


इरसेट 21 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सज संर ण उपकरण; (एसपीडी)
एसपीडी)

वत1ु न±
न±:

1. सज संर ण उपकरण को ________ .लॉसेस म; बांटा गया है ।


2. ं समय का मतलब ____________ समय है ।
एसपीडी का रे पॉस
3. .लास A संर ण _____________ के dारा @दया जाता है ।
4. ऐं@टना और संचार उपकरण के बीच अगर अÓडाकार वेवगाइड का उपयोग 2कया गया हो तो उसको
_________ के अंतराल अथ करना चा@हए।
5. .लास B संर ण _____________ तर है , यह संर ण ___________ म; )दान 2कया जाता है ।
6. .लास B एसपीडी ___________ सßांत पर काय करती है ।
7. .लास B एसपीडी को aय/
ू ल और ________ के बीच )दान करना चा@हए।
8. aय/
ू ल से अथ और aय/
ू ल से फेज़ दोन संर ण म; 2कसका रे @टंग अधक होना चा@हए?
__________________.
9. .लास C संर ण dारा दे खभाल करने वाला सज रे @टंग ______________ है ।
10. इले./ॉ1नक उपकरण के डाटा और पावर सbलाई लाइन म; ________ .लास संर ण लगाना
चा@हए।
11. .लास B या .लास C एसपीडी संर ण के दोन तरफ उपयोग 2कये गए चालक कU कुल लंबाई
___________ से कम होना चा@हए।
12. जोड़ने के लए चालक के आकार:
क) .लास B एसपीडी _____ वग म.मी. होना चा@हए।
ख) .लास C एसपीडी _____ वग म.मी. होना चा@हए।

`वषय1न±
`वषय1न±:

1. `वभaन एसपीडी के तकनीकU मानदं ड कU सच


ू ी बनाएं।
2. एसपीडी के `वभaन .लास .या-.या है? .लास-A संर ण के बारे म; वणन कर; ।
3. .लास-B संर ण और उसका मानदं ड के बारे म; वणन कर; ।
4. .लास-C संर ण और उसका मानदं ड के बारे म; वणन कर; ।
5. .लास-D संर ण और उसका मानदं ड के बारे म; वणन कर; ।
6. aय/
ू ल से अथ संर ण का रे @टंग फेज़ से aय/
ू ल संर ण से Áयादा .य है?
7. फोलो-अप धारा का .या मतलब है ? इसको .य बझ
ु ाना चा@हए?
8. पहला तर और दस
ू रा तर के संर ण से आप .या समझते है?

इरसेट 22 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

अ"याय 4
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

4.1 परचय

आरडीएसओ `व1नद® श सं.RDSO/SPN/TC/197/2008 म; संकेत एवं दरू संचार संथापन के लए


अथग )णाल कU `व1नद® श को शामल 2कया गया है । यह इस अ"याय म; )तत
ु है ।

ये `व1नद® श दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल कU सामाaय, परचालन, तकनीकU,
1नrपादन, टाइप टे ट और वीकरण पर ण संबध
ं ी आवSयकताओं के लए उिQल†खत हI।

ये `वशµथाय; अथग के लए भारतीय टांडड कोड IS 3043-1987 पर आधारत हI।

4.2 अथग )णाल के उßेSय:


य:

एक अथग )णाल का उßेSय एक टे शन के नीचे का सतह और उसके आस पास के >


े िजतना
नज़द क संभव हो उतना एक समान पोटे िaशयल और लगभग शa
ू य या पण
ू  अथ पोटे िaशयल )दान
करना है । इस का उßेSय आम तौर पर यह स1ु निTत करना है 2क सजीव भाग के आलावा
उपकरण के सभी भाग अथ पोटे िaशयल पर हगे, साथ-साथ यह भी स1ु निTत करना है 2क
ऑपरे टर और संबं धत हर समय अथ पोटे िaशयल पर हगे। टे शन के नीचे और आसपास इस तरह
के समान पोटे िaशयल वाले जमीनी सतह )दान करने से, इतनी कम दरू म; पोटे िaशयल म; कोई
बड़ी अंतर नह ं हो सकते हI िजससे शाट स2कट या अaय असामाaय घटनाओं होने से एक संबं धत
को शॉक लगे या घायल हो जाए। कभी-कभी अथ का उपयोग एक थान से दस
ू रे थान तक
स2कट म; धारा )वा@हत करने के लए भी 2कया जाता है , जैसे टे ल ³ाफ, आ@द म; । इस )कार अथ
का उßेSय 1न…नल†खत म; से एक या एक से अधक हो सकते हI।

1. आवरण या अaय अनावत


ृ भाग को अथग करके शॉक से कमय को सरु ा दे ने के लए।
2. ½लॉक उपकरण, असंतु लत HF सीरयल स2कट, असंतु लत तीन फेज पावर सbलाई )णाल ,
आ@द म; वापसी पथ )दान करने के लए।
3. सज अरे टर और लाइट1नंग `वसजक जैसे सरु ा उपकरण का अथग करके अनु चत उ’च
वोQटे ज के 1नमाण से र ा करने के लए।
4. केबल के मेटालक शीथंग और आमरंग कU अथग dारा `वqुतचुंबकUय ¬यवधान (EMI) तथा
रे 3डयो आव`ृ á ¬यवधान (RFI) के कारण उKपaन होने वाला वोQटे ज तथा धारा का रोक/कम
करके उपकरण के सरु ा और `वâसनीयता स1ु निTत करने के लए।
5. पावर सbलाई )ेरत )णालय जैसे सरु ा उपकरण के काय म और तरु ं त संचालन स1ु निTत
करने हे तु भार >@ु ट धाराओं के लए पथ )दान करने के लए।

4.2.1 सटम अथग तथा इि.वपम; ट अथग:

)णाल कU सरु ा के लए धारा वहन करने वाला चालक का अथग सामाaयतया जDर होता है ,
और आम तौर पर इसे सटम अथ•ग कहलाता है । जब2क मानव जीवन, जानवर और स…प`á कU
सरु ा के लए आवSयक, धारा वहन न करने वाला चालक का अथग सामाaयतः इि.वपम; ट
अथग के Dप म; जाना जाता है ।

इरसेट 23 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

4.3 श½दावल :
श½दावल : इस दतावेज़ के )योजन के लए 1न…नल†खत परभाषाय; लागू होगी।
1. ब3डंग चालक - इि.वपोटे िaशयल बॉिaडंग )दान करने वाला एक सरु ाKमक चालक।
2. अथ - पिृ “व का सच
ु ालक `वतार, िजसका कोई भी oबंद ु पर `वqुतीय `वभव परं परागत Dप
म; शa
ू य माना जाता है ।
3. अथ इले./ोड - एक चालक या चालक का एक समह
ू जो अथ के साथ घ1नµ संपक म; होते
है और अथ तक `वqुतीय कने.शन )दान करता है ।
4. अथग चालक - म­
ु य अथग टमनल से अथ इले./ोड को (या जब अथ बस नह होता है
तब एक संथापना का इि.वपोटे िaशयल बॉिaडंग चालक) या अथग के अaय साधनो से
जोड़ने वाला एक सरु ाKमक चालक।
5. अथ ³ड - oबजल के उपकरण और धातु संरचनाओं के लए एक आम ³ाउं ड )दान करने
के लए प“ृ वी म; गाड़ा हुआ और आपस म; जुड़े गए चालक के )णाल ।
6. अथ मैट - एक ³ाउं 3डंग )णाल , जो C तीज के समांतर @दशा म; गाड़ा हुआ चालक से बना
हुआ ³ड और >@ु ट धारा को प“ ृ वी म; भेजने का )योग म; आता है तथा एक
इि.वपोटे िaशयल बॉिaडंग चालक के Dप म; भी काय करते है ।
7. `वqत
ु से वतं> अथ इले./ोड - एक दस
ू रे से इतनी दरू पर था`पत अथ इले./ोड ता2क
उनमे से एक म; )वा@हत होने वाला अधकतम घारा दस
ू र के `वभव म; उQलेखनीय असर
नह ं करता है ।
8. इि.वपोटे
इि.वपोटे िaशयल बॉिaडंग - `वभaन अनावत
ृ तथा बाहर चालकUय भाग को वातव म; एक
समान `वभव पर रखने वाला `वqुतीय कने.शन।
9. इि.वपोटे
इि.वपोटे िaशयल लाइन या रे खा - एक 1निTत समय पर समान `वभव वाले oबaदओ
ु ं का
oबंदप
ु थ (locus)।
10.
10. अनावत भाग
ृ चालकUय भा ग - उपकरण के एक चालकUय भाग िजसे छुआ जा सकता है और एक
लाइव @हसा नह ं है ले2कन >@ु टय कU िथ1त म; लाइव बन सकते है ।
11.
11. कायाKमक अथग - `वqुत उपकरण के समु चत काय के लए आवSयक अथ कने.शन।
12.
12. म­
ु य अथग टमनल अथग काय के लए, सरु ाKमक चालक और कायाKमक अथग के
चालक को जोड़ने के लए )दान 2कए गए टमनल या बार (जो एक इि.वपोटे िaशयल चालक
है )।
13.
13. ³ाउं 3डंग इले./ोड के आपसी )1तरोध - यह एक इले./ोड पर धारा म; 1 एि…पयर परवतन
करने से दस
ू रे इले./ोड पर होने वाला वोQटे ज का परवतन के समान है और इसे ओã…स म;
दशाया जाता है ।
14.
14. `वभव ढलान (gradient) - िजस @दशा म; अधकतम है उस @दशा म; मापा गया य1ू नट लंबाई
पर `वभवांतर।
15.
15. सरु ाKमक चालक - एक चालक जो oबजल के झटके से सरु ा के उपाय कU तरह उपयोग
म; लेते है और 1न…न 2कसी भी भोग को जोड़ने के लए 1नयत है :
क) अनावत
ृ चालकUय भाग
ख) बाÔ चालकUय भाग
ग) म­
ु य अथग टमनल
घ) –ोत का अथ 2कया गया oबंद ु या एक कृo>म aय/
ू ल

इरसेट 24 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

16.
16. )1तरोध >
े (केवल अथ इले./ोड के लए) - जमीन का सतह े> (एक अथ इले./ोड के
आसपास) िजस पर एक महKवपण
ू  वोQटे ज ढ़ाल मौजद
ू हो सकता है ।
17.
17. टे प वोQटे ज - प“
ृ वी कU सतह पर दो oबaदओ
ु ं के बीच का संभा`वत `वभवांतर, जो एक
कदम से अलग 2कया हो और जो अधकतम `वभव ढ़लान कU @दशा म; एक मीटर किQपत
2कया गया है ।
18.
18. टच वोQटे ज - अथ कU हुई धािKवक संरचना और प“
ृ वी कU सतह पर एक oबंद ु के बीच जो
सामाaय अधकतम C तीज पहुँच के बराबर है और लगभग 1 मीटर कU दरू पर `वभवांतर।

4.4 म¹ी कU )1तरोधकता


)1तरोधकता:
कता:

4.4.1 म¹ी कU )1तरोधकता पर म¹ी कU )कृ1त का )भाव:


)भाव:

म¹ी कU )1तरोधकता नमी,, म¹ी कU रासाय1नक मलावट और नमी म; `वल न नमक कU सां„ता
पर 1नभर करती है । कण के आकार, `वतरण का )कार और पै2कं ग कU समीपता भी )1तरोधकता
को )भा`वत करती है, .य2क इस कारक dारा म¹ी म; नमी को बनाए रखने कU तर के को
1नयंo>त करते है । इनम; से बहुत कारक थानीय Dप से या मौसम के अनस ु ार बदलते रहते हI,
इसलए )1तरोधकता एक थान से दस ू रे थान तक ह नह ं बिQक मौसम के साथ भी बदलती हI।
इसके अलावा, े> जहाँ म¹ी तर कृत होते है , )भावी )1तरोधकता अaत1न@हत भव
ू ä
ै ा1नक गठन
पर भी 1नभर करती है ।

4.4.2 म¹ी कU )1तरोधकता पर नमी का )भाव:


)भाव:

नमी कU मा>ा म¹ी कU )1तरोधकता को 1नयंo>त करने वाले कारक म; से एक है । लगभग 20


)1तशत नमी के ऊपर )1तरोधकता बहुत कम )भा`वत होती है ; जब2क, नमी 20 )1तशत से कम
होने से )1तरोधकता आकिमक Dप से बढ़ती है । इसलए नमी म; कुछ )1तशत के अंतर से भी,
अथ कने.शन कU )भावशीलता म; बहुत फक पड़ेगा अगर नमी कU मा>ा 20 )1तशत से नीचे हो
जाये। म¹ी म; नमी कU सामाaय मा>ा सख
ू ा मौसम म; 10 )1तशत तथा गील मौसम म; 35
)1तशत के बीच होती है, और एक अनम
ु ा1नत औसत शायद 16 से 18 )1तशत हो सकती है ।

4.4.3 म¹ी कU )1तरोधकता पर तापमान का )भाव:


)भाव:

तापमान भी मटट कU )1तरोधकता को )भा`वत करता है । हालां2क, यह केवल तापमान का


ÛUिज़ंग पॉइंट के आसपास और 1नचे रहने का परणाम है, मतलब अथ इले./ोड ऐसे गहराई म;
था`पत 2कया जाना चा@हए जहाँ Ûाट )वेश ना कर सके।

म¹ी के लए )1तरोधकता का तापमान गण


ु ांक नेगट व है , ले2कन ÛUिज़ंग पॉइंट से ऊपर के
तापमान के लए यह नगÓय है । लगबग 20⁰C पर, )1तरोधकता म; परवतन लगभग 9 )1तशत
)1त 3ड³ी सेिQशयस है । 0⁰C के नीचे, म¹ी म; जो पानी है वह ÛUज़ होना शD
ु कर दे ता है और
तापमान गण
ु ांक म; भयंकर व`ृ ¥ लाता है , इसलए जैसे जैसे तापमान कम होते जाता है
)1तरोधकता बहुत अधक बढ़ने लगता है । इसलए, यह सफारश कU जाती है 2क ऐसे > े  म;
जहाँ तापमान काफU कम होने कU उ…मीद हो, अथ इले./ोडå को Ûॉट (ठं ढ़) लाइन से नीचे अ’छÕ
तरह से था`पत 2कया जाना चा@हए। जहाँ भार स@दय के मौसम होते हI, यह सतह से 2 मीटर
नीचे हो सकता है , जब2क हQके ठं ड के मौसम म; केवल कुछ स;ट मीटर तक ह ठं ड घस
ु सकता है

इरसेट 25 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

या शायद जमीन ÛUज नह ं भी हो सकता है । अथ इले./ोड जो ठं ड कU गहराई से नीचे संचालत


नह ं होते वष के मौसम के दौरान उनके )1तरोध म; बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है । यहाँ तक कU
Ûॉट लाइन से नीचे गाड़ने से भी कुछ बदलाव होता है , .य2क ऊपर म¹ी जब जम जाती है,
यह म¹ी )1तरोधकता म; एक 1नणायक व@ृ ß )तत
ु करती है और सामाaय )1तरोधकता वाल
म¹ी से जुड़े इले./ोड के सOUय लंबाई को छोटा करने पर इसका )भाव पड़ता है ।

4.5 अथ `पट का थान:


थान

जहाँ `वकQप हो, जगह का चुनाव म¹ी के 1न…नल†खत )कार म; से वर यता के Oम म; एक का


2कया जाना चा@हए:

क) गील कUचड वाल ज़मीन


ख) चकनी म¹ी, द…
ु म¹ी म¹ी, कृ`ष यो[य भू म, रे त कU कम मा>ा के साथ मËत द…
ु मट
म¹ी
ग) चकनी म¹ी और द…
ु म¹ी को अलग-अलग अनप
ु ात म; रे त, कंकड और पKथर के साथ
मलाके
घ) नम और गील रे त, पीट

सख
ू ी रे त, चूने कU कंकड, चूने कU पKथर, ³ानइट और Áयादा पKथर वाल ज़मीन टालना चा@हए,
और सभी जगह जहाँ ज़मीन के सतह के 1नकट ह )ाकृ1तक पKथर होता है , टालना चा@हए।

)ाकृ1तक Dप से बहुत सख
ू ी नह ं है ऐसी जगह चुनना चा@हए। पानी भरा हुआ अवथा, हालां2क,
आवSयक नह ं है , जहाँ तक म¹ी रे त या कंकड वाला नह ं हो, .य2क साधारणतया नमी कU मा>ा
15 से 20 )1तशत से ऊपर होने से कोई लाभ नह ं होते है । पानी कU बहाव वाला जगह (जैसे
नद तल) टालना चा@हए .य2क इन अवथाओं म; लाभदायी नमक कU मा>ा परू तरह से 1नकल
जा सकता है ।

4.6 अथ इले./ोड:


/ोड:

4.6.1 इले./ोड के )1तरोध म; आकार का )भाव:


)भाव:

फैला हुआ )णाल के अलावा अaय सभी इले./ोड के साथ, `वभव म; गरावट का बड़ा @हसा म¹ी
म; इले./ोड सतह के कुछ फ़Uट के अंदर पाया जाता है , .य2क यहाँ घारा कU घनता अधकतम
होती है । एक कम सम³ )1तरोध )ाæ करने के लए इले./ोड के 1नकट उपिथत मा"यम म; घारा
कU घनता िजतना संभव हो कम होना चा@हए। इसके लए ऐसे 3डज़ाइन करना चा@हए जो घारा कU
घनता को इले./ोड से दरू के साथ अKयंत तेजी से कम कर; । एक @दशा कU आयाम को अaय दो
@दशाओं कU तल
ु ना म; बड़ा रख के इस आवशयकता को )ाæ 2कया जाता है , इस तरह से एक
पाइप, डंडा या प¹ी कU )1तरोध समान सतह े>फल का bलेट से बहुत कम होती है । )1तरोध,
हालां2क इले./ोड के सतह े>फल के आनप
ु ा1तक नह ं है ।

इरसेट 26 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

4.6.2 सामाaय )कार के अथ इले./ोड का )1तरोध:


)1तरोध:

bलेट इले./ोड:
/ोड:

एक bलेट कU अथ के साथ लगभग )1तरोध कU गणना इस )कार कU जी सकती है :


R = ρL/A, या1न )1तरोध = ()1तरोधकता x लंबाई) / े>फल
जहाँ, ρ = म¹ी कU )1तरोधकता Ω.मीटर म; , तथा
A = bलेट के दोन बाजओ
ु ं का >
े फल (वग मीटर म; )

जहाँ एक bलेट का )1तरोध अपेC त मान से अधक होता है , दो या अधक bलेट को समानांतर
Oम म; उपयोग 2कया जा सकता है और उस समय कुल )1तरोध )य¾
ु bलेट कU सं­या `वपर त
अनप
ु ात म; होता है , बशत® 2क )Kयेक bलेट एक दस
ू रे के )1तरोध >
े के बाहर था`पत 2कया गया
हो। इसम; सामाaय Dप से 10 मीटर का भaनता जDर होती है ले2कन आम तौर पर उपयोग
करने वाले bलेट के लए कुल )1तरोध उपरो¾ स>
ू से )ाæ मान से 20 )1तशत से अधक नह ं है
यह स1ु निTत करने के लए 2क 2 मीटर कU भaनता काफU है । दस
ू र भaनता म; भी, आम तौर
पर दो bलेट समांतर म; उपयोग करना Áयादा 2कफायती है , )Kयेक एक समान आकार का हो न
2क दो अलग-अलग आकार के। इसलए )य¾
ु आकार साधारणतया 1.2 मीटर x 1.2 मीटर से
अधक नह ं होते है ।

ि/प या चालक इले./ोड:


/ोड:

जहाँ उ’च )1तरोधकता वाला म¹ी कम )1तरोधकता वाले से गहर सतह पर होते है , वहाँ इनके
`वशेष लाभ होते हI। 1न…न स>
ू )1तरोध R के मान दे ता है ।

R = [(100ρ/2 π l) log (2l2 /wt)] ohms


जहाँ, ρ = म¹ी कU )1तरोधकता Ω.मीटर म;
l = ि/प कU लंबाई सेaट मीटर म;
w = इले./ोड कU गाड़ने कU गहराई सेaट मीटर म; , तथा
t = चौडाई (ि/प के संदभ म; ) या ¬यास का दग
ु ना (चालक के लए) सेaट मीटर म;

कृ`ष कायÈ से इनके नक


ु सान होने से बचाने के लए इन इले./ोड कU थापना म; "यान @दया
जाना चा@हए।

इले./ोड के लंबाई म; व`ृ ¥ के साथ अथ )1तरोध पहले तेजी से और बाद म; धीरे से धटती है।
आमतौर पर इतेमाल 2कये जाने वाले चालक के आकार और गहराई े> का )भाव बहुत छोटा
होता है ।

)1तरोध कम करने के लए य@द कई ि/प इले./ोड समानांतर Oम म; जोड़ने कU आवSयकता


होती है तो ये समांतर लाइन म; था`पत 2कया जाना चा@हए या वे एक oबंद ु से )सारत कर
सकते हI। पव
ू  मामले म; 2.4 मीटर कU दरू म; लगे दो ि/bस के )1तरोध उनमे से 2कसी एक कU
¬य3¾गत )1तरोध से 65 )1तशत कम होते है ।

इरसेट 27 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

4.6.3 अथ इले./ोड के लए धातु का चयन:


चयन:

इले./ोड साम³ी )ारं भक अथ )1तरोध को यq`प )भा`वत नह ं करता है , साम³ी का चयन करने
म; यह "यान रखना चा@हए 2क िजस )कार के म¹ी म; )योग 2कया जायेगा वहाँ जंग के लए
अवरोध होना चा@हए। बहुत से )कार के म@¹य म; 2कए गए पर ण से यह दे खा गया है 2क
कोपर, चाहे @टन से मढ़ा हुआ या नह ं, परू तरह से संतोषजनक है (इस उप खÓड म; द गई
सावधा1नय के अधीन), 12 साल के लए गाड़ @दए गए 150 म.मी. x 25 म.मी. x 3 म.मी.
आकार कU नमन
ू  के वजन म; औसत नक
ु सान 2कसी भी हाल म; 0.2 )1तशत )1त वष से अधक
नह ं पाया गया। तदनस
ु ार पर ण म; )य¾
ु असरु C त लोहे के नमन
ू ो म; औसत नक
ु सान (उदाहरण
के लए क’चा लोहा, ता«य लोहा, नरम इपात) 2.2 )1तशत )1त वष जैसे अधक होते है । नरम
इपात के लए गाQवनाइिज़ंग dारा `वशेष तथा पµ Dप से थायी सरु ा दे ना होता है । पर ण
@दखाता है 2क, गाQवनाइçड नरम इपात, कोपर कU तल
ु ना म; थोड़ा सा घ@टया है जो 0.5 )1तशत
)1त वष से अधक औसतन नक
ु सान नह ं दे ता है । केवल कुछ मामल म; इन सभी पर ण म;
ऐसा संकेत था 2क जंग Kवरत ग1त से होता है और इन मामल म; ये संकेत बहुत महKवपण
ू  नह ं
थे।

4.6.4 अथ इले./ोड कU सतह पर धारा


धारा कU घनता:
घनता:

2कसी अथ इले./ोड को ऐसे 3डज़ाइन 2कया जाना चा@हए िजसम; सटम के लए पयाæ लो3डंग
मता हो, िजसका यह एक @हसा है । अथात यह अथ पथ के उस oबंद ु पर, जहाँ इसको सटम
का 2कसी भी अवथा म; संचालन के लए था`पत 2कया गया है , oबना `वफल हुए उजा को
अप¬यय करने म; स म होना चा@हए। `वफलता मलू तः इले./ोड के सतह पर अKयधक तापमान
व`ृ ¥ के कारण होता है और इस तरह यह धारा कU घनता और अवध के साथ म¹ी कU `वqुत
और थमल गण
ु का फलन होता है ।

सामाaयतया म¹ी म; )1तरोध का नेगट व तापमान गण


ु ांक होता है , िजससे लगातार धारा लो3डंग
इले./ोड )1तरोध म; )ारं भक कमी लाता है और फलवDप )य¾
ु वोQटे ज के लए अथ `वफलता
धारा म; व`ृ ¥ होती है । जैसे म¹ी-इले./ोड इंटरफेस से म¹ी कU नमी दरू हो जाती है, हालां2क,
)1तरोध बढ़ जाता है और अंततः अनंत हो जाएगा य@द तापमान म; व`ृ ¥ पयाæ हो।

संचालन के तीन िथ1तय पर `वचार करने कU आवSयकता है, या1न सामाaय )णाल संचालन कU
तरह लंबी अवध कU लो3डंग, सीधी अथ कU गई )णाल म; `वफलता िथ1त कU तरह अQपावध
ओवरलो3डंग और चनगार शमन कॉइQस dारा सरु C त )णालय म; `वफलता िथ1त कU तरह लंबे
अवध का ओवर लो3डंग।

अंतरराèीय तर पर `वशेषä dारा इस `वषय पर कुछ )ायोगक काय 2कए गए, िजसम; कम
)1तरोधकता वाला द…
ु मट या चकनी म¹ी म; गोलाकार इले./ोड का सीमत )योग करके आदश
पर ण 2कए और 1न…नल†खत 1नrकष उभर कर आयी:

क) )णाल के सामाaय असंतल


ु न के कारण लंबी अवध के लो3डंग अथ इले./ोड कU `वफलता का
कारण नह ं होगा, बशत® 2क इले./ोड सतह पर धारा कU घनता 40A/m2 से अधक न हो।
आमतौर पर कम )1तरोध अथ को सरु C त करने कU आवशयकता के अनस
ु ार इसके कम सीमा
को लागू 2कया जाएगा।
इरसेट 28 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

ख) कम अवध के ओवरलोड पर `वफल होने का समय `वशµ लो3डंग के `वपर त अनप


ु ात म; होता
है , िजसे i2 dारा बताते है , जहाँ i इले./ोड के सतह पर धारा कU घनKव है । जाँची गई म¹ी के
लए, अधकतम उचत धारा कU घनKव 1न…न स>
ू दे ता है ।

I = 7.5 X 103/√ (ρt) A/m2


जहाँ t = अथ `वफलता कU अवधी (सेकंड म; ), तथा
ρ = म¹ी कU )1तरोघकता (Ώ.m म; )

अनभ
ु व इंगत करता है 2क यह स>
ू bलेट इले./ोड के लए उपय¾
ु है ।

4.6.5 सरु ाKमक चालक का Oॉस से.शनल एरया:


एरया:

)Kयेक सरु ाKमक चालक का Oॉस से.शनल >


े फल, जो सbलाई केबल या केबल आवरण का
@हसा नह ं बनता है , 2कसी भी मामले म; 1न…न से कम नह ं होगा:

क) 2.5 वग म.मी., य@द मैके1नकल संर ण )दान 2कया गया हो और


ख) 4 वग म.मी., य@द मैका1नकल संर ण )दान नह ं 2कया गया हो

4.6.6 अथ )1तरोध कU मापन:


मापन:

• अथ )1तरोध, अथ टे टर के उपयोग से मापा जाता है ।


• अथ टे टर एक वोQटे ज –ोत और )1तरोध कU परमाण ओã…स म; दशाने के लए एक मीटर
के साथ एक चार टमनल साधन हI
• अथ टे टर मटट कU )1तरोध तथा इले./ोड कU )1तरोध बताता है, ले2कन अथ इले./ोड
)1तरोध बहुत ह कम होने कU वजह से उपे ा कर सकता है ।
• अथ टे टर म; खं@ू टयां (spikes), डंड,े वायर, आ@द सहायक साम³याँ भी होते है ।

च> 4.1. अथ टे टर

4.6.7 अथ )1तरोध मापने कU )ायोगक प¥1तयाँ:

अथ )1तरोध कU मापन म; )य¾


ु प¥1तयाँ 1न…न )कार हI।
• फाल ऑफ पोटे िaशयल प¥1त
• डेड अथ प¥1त जो एक दो टमनल प¥1त है
• .लIप ऑन टे ट प¥1त

इरसेट 29 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

4.6.8 अथ पर ण के स¥ांत:

अथ कU )1तरोधकता को चार टमनल उपकरण से मापा जाता है । च> 4.2 म; दशाए अनस
ु ार चार
छोटे आकार के इले./ोड को सीधी लाइन म; समान अंतर पर एक जैसे गहराई म; गाड़ @दया जाता
है । टमनल C1 & C2 को धारा रे फरे aस इले./ोड तथा P1 & P2 को पोटे िaशयल या `वभव
रे फरे aस इले./ोड कहते है । चार अलग-अलग ल ड वायर इले./ोड को उपकरण के चार टमनल से
जोड़ते है , इसी वजह से इसे चार टमनल प¥1त कहते है ।

नीचे च> म; C1 और C2 को धारा रे फरे aस रो«स तथा P1 और P2 को पोटे िaशयल (वोQटे ज)


रे फरे aस रो«स कहते है ।

च> 4.2. अथ पर ण कU स¥ांत

4.6.9 अथ )1तरोध मापन का फाल ऑफ पोटे िaशयल (3 टमनल)


ल) प¥1त:
प¥1त:

तीन टमनल प¥1त म; C1 और P1 को शाट 2कया जाता है । य@द वात`वक अथ इले./ोड
(C1) और धारा रे फरaस इले./ोड C2 के बीच कU दरू 100 फUट हो तो C1 और P2 के बीच
कU दरू 62 फUट होनी चा@हए।

)1तरोध R इस तरह @दया जाता है

R = V/I, V वोQट मीटर कU र 3डंग (वोQट म;) है और I अमीटर कU र 3डंग (एि…पयर म; ) है ।

च> 4.3. फाल ऑफ पोटे िaशयल प¥1त - 3 टमनल प¥1त

इरसेट 30 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

च> 4.4. अथ )1तरोध मापन का 3 टमनल प¥1त

4.7 अथ इले./ोड का )भाव का >


े :

अथ इले./ोड के चार ओर के भू म `पंड, जहाँ `वqुत चाज का फैलाव होता है , को )भाव का े>
कहा जाता है और इले./ोड के चार @दशाओं म; धारा कU )सारण होती है । इले./ोड के चारे ओर
िथत प“ ृ वी कU `पंड को समान मोटाई के अलग-अलग कवच से बना हुआ मान लया जा सकता
है । इले./ोड के सबसे नज़द कU कवच का > े फल सबसे कम होगा, इसलए इसका अथ )1तरोध
अधक होगा और जैसे-जैसे कवच कU दरू बढ़ती जाएगी तल े>फल बढ़ता जाएगा और अथ
)1तरोध कम होता जाएगा।

च> 4.5. अथ इले./ोड के )भाव का >


इसी कारणवश इले./ोड लगाते व¾ यह "यान दे ना ज{र है 2क अथ रोड के बीच कU दरू इतनी
हो 2क एक दस
ू रे के )भाव म; न आए। अथ )1तरोध को कम करने के लए य@द मQट पल
इले./ोड का )योग करते है तब भी यह 1नयम का पालन करना चा@हए।

इरसेट 31 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

च> 4.6. C का गलत थापना च> 4.7. C का सह थापना

4.7.1 दो इले./ोड
./ोड के साथ अथ )1तरोध:
)1तरोध:

जब दो अथ लगाया जाना है , तब दोन इले./ोड के बीच कU दरू कम से कम इले./ोड कU लंबाई


के दोगन
ु ा या उससे अधक होनी चा@हए।

च> 4.8. अथ इले./ोड कU सह थापना

4.7.2 अथ )1तरोध मापने कU डेड अथ प¥1त (दो टम


टमनल प¥1त)
प¥1त):

यह अथ )1तरोध मापने कU सबसे आसान प¥1त है , िजसमे पानी कU पाइप को दस


ू रे टमनल कU
तरह उपयोग 2कया जाता है।

इस प¥1त म; C1 को P1 के साथ और P2 को C2 के साथ शाट 2कया जाता है । अथ इले./ोड


को C1-P1 के साथ और पानी के पाइप को C2-P2 के साथ जोड़ा जाता है ।

इस )णाल से सीर ज़ म; लगे दो इले./ोड के )1तरोध मापा जाता है – गाड़े गए डंडे का और पानी
कU पाइप )णाल का।

4.7.3 डेड अथ प¥1त म; लए जाने वाले सावधा1नयाँ:

1. पानी कU पाइप )णाल इतना `वतत


ृ होना चा@हए 2क )1तरोध नगÓय हो।
2. पानी कU पाइप )णाल पण
ू त
 या धािKवक होना चा@हए, िजसम; कोई इaसल
ु ेशन किbलंग या
]ल;ज न हो।
3. पर णाधीन अथ इले./ोड को पानी पाइप )णाल से काफU दरू रखना चा@हए जो )भाव का
े> से बाहर हो।
इरसेट 32 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

च> 4.9. डेड अथ प¥1त से अथ )1तरोध का मापन

नोट
नोट:- अधकांश घटनाओं म; म¹ी म; बहते हए कुछ /े धारा हगे और जब तक इसके )भाव को
समाæ करने के लए कुछ कदम नह ं उठाये जाते, यह मापी गई परमाण म; गंभीर >@ु टयाँ पैदा कर
सकती है । य@द पर ण धारा कU आव`ृ á /े धारा कU आव`ृ á के सामान हो तो इसका उaमल
ू न
बहुत क@ठन हो जाता है और एक हाथ से संचालत जनरे टर वाला अथ टे टर का उपयोग करना
यो[य होगा। ये अथ टे टर साधारणतया डायरे .ट धारा (DC) उKपaन करते है और इसके जनरे टर
शा]ट पर रोटर धारा रवसर तथा संOोनस रे ि.टफायर लगा होता है िजससे टे ट स2कट म;
)Kयावत• धारा (AC) भेजता है तथा मापन के लए परणामी `वभव को संशोधत करके एक सीधा
पढ़ने वाला म`ू वंग कॉइल ओ· मीटर dारा दशाया जाता है । म¹ी म; /े धाराओं का उपिथ1त
उपकरण म; पॉइंटर कU अिथर चाल से बताते है , ले2कन जनरे टर हIडल कU ग1त को बढ़ाने या
घटाने से यह 1नकल जाते है ।

धारा के –ोत को एक डबल वाउं ड (wound) /ांसफामर dारा सbलाई से अलग 2कया जायेगा।
टे ट करने के समय, जहाँ संभव हो टे ट इले./ोड को अथग )णाल से अलग रखा जायेगा।

आम तौर पर सहायक इले./ोड हQके ट ल का 12.5 म.मी. ¬यास वाला डंडे को जमीन म; 1
मीटर गहराई म; गाड़ा जाता है ।

सभी पर ण इले./ोड और धारा इले./ोड ऐसे लगाये जाएंगे ता2क वे एक दस


ू रे के )1तरोध े>
से वतं> हो। अगर टे ट इले./ोड रोड, पाइप या bलेट के Dप म; हो तो इसे सहायक धारा
इले./ोड C से कम से कम 30 मीटर कU दरू पर लगाया जायेगा और सहायक पोटे िaशयल
इले./ोड B को उन दोन के म"य म; रखा जायेगा।

4.7.4 .लIप ऑन प¥1त dारा अथ )1तरोध का मापन:


मापन:
अभी तक चचा 2कये गए फॉल ऑफ पोटे िaशयल प¥1त बहुत ह `वâसनीय और सबसे सह प¥1त
है । ले2कन इसका कुछ कमयाँ भी है , जैसे:
• इसम; बहुत समय और गहन Ëम लगते है ।
• )Kयेक ³ाउं ड इले./ोड को मापे जाने वाले )णाल से अलग करना पड़ेगा।
• कुछ परिथ1तय म; अलग करना संभाव नह ं होता है।
इरसेट 33 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

.लIप ऑन टे ट प¥1त oबना खूंट का 2कया जाता है , अथात इसम; अथ खूं@टय का उपयोग नह ं
होता है । यह अथ चालक को उपकरण से 1नकाले oबना 2कया जाता है । इस प¥1त म; एक लप

स2कट म; äात वोQटे ज )ेरत 2कया जाता है और परणामी धारा कU बहाव को मापा जाता है तथा
लप
ू )1तरोध कU गणना कU जाती है । इस प¥1त को çयादातर बड़े इलेि./कल और इले./ॉ1न.स
संथापन म; उपयोग 2कया जाता है , जहाँ पर बहुत सारे अथ थान को कम समय और Ëम के
साथ करने कU जDरत होती है ।

च> 4.10.
10. .लIप ऑन अथ टे टर

4.8 अथ 3डटे


3डटे .टर
.टर स2कट:
ट:

अथ )1तरोध का मॉ1नटरंग करने के लए एक सरल अथ 3डटे .टर स2कट का आरे ख नीचे च>
4.11 म; दशाया है । जब अथ )1तरोध का मान बढ़ता है उदाहरण के लए >1ओ·, रले रल ज हो
जाता है और बज़र तथा LED इिaडकेशन को स2Oय करते है । रले का गरना )ीसेट के जरए
संयोजन 2कया जा सकता है । AR एक वोQटे ज संचालत रले है ।

च> 4.11.
11. अथ 3डटे
3डटे .टर
.टर स2कट

इरसेट 34 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार संथापन के लए अथग )णाल के आरडीएसओ `व1नद®
`व1नद® श

वत1ु न±
न±:

1. S & T संथापन के लए उचत आरडीएसओ. `व1नद® श _____________________ है ।


2. अथग )दान करने का म­
ु य उßेSय _______________ है ।
3. सज अरे टर और लाइट1नंग 3डचाजर _______________ के बनने से संर ण )दान करता है ।
4. सटम अथ ____________ के साथ जुड़ा हुआ है ।
5. उपकरण अथ __________ के साथ जुड़ा हुआ है ।
6. टे प वोQटे ज का मतलब है , अथ म; दो क;„ के बीच का `वभवांतर िजसे ___________ दरू के
अंतराल म; रखा जाता है ।
7. ³ाउं डेड मेटालक संरचना और प“
ृ वी कU सतह के बीच के `वभवांतर को ____________ वोQटे ज
कहा जाता है ।
8. मटट कU )1तरोधकता को )भा`वत करता एक कारक का नाम बताएं। ______________
9. अथ इले./ोड के लए 2कसी एक संगल म¹ी का नाम का उQलेख कर; । ______________
10. अथ इले./ोड कU )1तरोध को मापने कU एक प¥1त ____________ है ।

`वषय1न±
`वषय1न±:

1. अथग )णाल का उqेSय .या है?


2. सटम अथग और उपकरण अथग म; .या अंतर है ?
3. 1न…न पद को परभा`षत कर; :
(क) बॉिaडंग चालक (ख) अथ ³ड (ग) अथ मैट
4. 1न…न पद को समझाएं:
क) इलेि./कल वतं> अथ इले./ोड
ख) इ.वी-पोटे िaशयल बॉिaडंग
ग) इ.वी-पोटे िaशयल लाइन
5. 1न…न पद को समझाएं:
क) पोटे िaशयल ³े3डएंट ख) सरु ाKमक चालक
6. नीचे @दए गए पद के बीच .या अंतर है?
क) टे म वोQटे ज ख) टच वोQटज.
7. मटट कU )1तरोधकता .या है ? इसको )भा`वत करने वाला कारक .या-.या है?
8. अथ इले./ोड कU थान का चयन करते समय आप 2कन कारक पर `वचार कर; गे?
9. )य¾
ु अथ इले./ोड का )कार .या-.या है ? )Kयेक का लाभ के बारे म; उQलेख कर; ।
10. फॉल ऑफ पोटे िaशयल प¥1त के dारा अथ )1तरोध कैसे मापा जाता है? आरे ख के साथ समझाएं।

इरसेट 35 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता

अ"याय 5
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता
(आरडीएसओ `व1नद® श सं.RDSO/SPN/197/2008)

5.1 उqेSय:

इस दतावेज म; सॉलड टे ट घटक के साथ सगनलंग उपकरण के लए अपनाए जाने वाले
अथग और बॉिaडंग )णाल को शामल 2कया गया है, जो सज, लाइट1नंग dारा सटम म; आये
/ांसयaट तथा ओवर वोQटे ज, सब-टे शन िवचंग, आ@द के कारण होने वाला नक
ु सान के )1त
अ1तसंवेदनशील होते हI। इन सगनलंग उपकरण म; इले./ॉ1नक इंटरलॉ2कं ग, समाकलत पावर
सbलाई उपकरण, 3डिजटल ए.सल काउं टर, डेटा लॉगर आ@द शामल है ।

5.2 संदभ
IS 3043 अथग के लए काय सं@हता
ANSI/UL/ 467 ³ाउं 3डंग तथा बाँिaडंग उपकरण
IEEE 80 AC सब-टे शन ³ाउं 3डंग म; सरु ा के लए IEEE मागदशन
सब-टे शन ³ाउं 3डंग म; इतेमाल थायी कने.शन के यो[यता
IEEE 837
के लए ट; डड
IEC 62305 लाइट1नंग के †खलाफ संर ण

5.3 अ’छे अथग )णाल कU `वशेषताय;

(क) उKकृµ इलेि./कल कनेि.ट`वट

i) कम )1तरोध और इलेि./कल )1तबाधा


ii) पयाæ आयाम के चालक, जो oबना 2कसी ]यिू ज़ंग या यांo>क खराबी के उ’च `वफलता
धारा को सहने म; स म।
iii) 1न…नतर अथ )1तरोध स1ु निTत करता है 2क ऊजा सबसे सरु C त संभा¬य तर के से जमीन
म; फैलाए जाते है ।
iv) अथ स2कट )1तबाधा िजतना कम हो, उतना उ’च आव`ृ á लाइट1नंग असर दस
ू रे पथ कU
तल
ु ना म; ³ाउं ड इले./ोड पथ से )वा@हत हगे।

ख) उ’च सं ारण )1तरोध

i) ³ाउं 3डंग चालक, इले./ोड और कने.शन के पदाथ का चुनाव महKवपण


ू  है , .य2क
अथग )णाल के अधकतर @हसे वषÈ तक जमीन म; गड़े रह; गे। कॉपर सामाaयतया
उपयोग 2कये जाना वाला पदाथ है । अपने वाभा`वक उ’च चालकता के अ1तर¾ कोपर
³ाउं 3डंग थान के संदभ म; अaय धातओ
ु ं कU तल
ु ना म; अ.सर कैथो3डक होता है ,
िजसका मतलब है 2क सभी वातावरण म; सं ारण कU संभावना कम होती है ।

ग) मेका1नकल मज़बत
ू और `वâसनीय

इरसेट 36 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता

5.4 वीकाय अथ )1तरोध मQ


ू य

अथ बस बार म; वीकाय अथ )1तरोध का मQ


ू य 1 ओ· से Áयादा नह ं होगा।

5.5 अथग और बॉिaडंग )णाल के घटक

क) अथ इले./ोड घ) इि.व-पोटे िaशयल अथ बसबार


ख) अथ एनहाaसम; ट पदाथ ङ) कaनेि.टं ग केबल तथा टे प/ि/प, और
ग) अथ `पट च) अaय सभी संबं धत साम³याँ

5.6 अथग और बॉिaडंग )णाल का 3डज़ाइन

5.6.1 अथ इले./ोड

च> 5.1. अथ इले./ोड

क) अथ इले./ोड, लचीले, कम काबन ट ल के वá


ृ ाकार डंड से बनाया जाएगा, जो अंडरराइटस
लॅ बोरे टर स (UL) के 467-2007 या नवीनतम आवSयकताओं को परू ा करने के लए बाहर
सतह पर कोपर के साथ आण`वक Dप से अनव
ु ¥ (bonded) होते हI। ऐसे कॉपर बडेड ट ल
कॉड राँड को इसके सम³ श3¾, सं ारण )1तरोध, भू म तक कम )1तरोध पथ और 2कफायती
के कारण पसंद 2कया जाता है ।
ख) अथ इले./ोड UL लटे ड होगा और aयन
ू तम 17.0 म.मी. ¬यास तथा aयन
ू तम 3.0 मीटर
लंबी होगी।
ग) कॉपर बॉिaडंग कU aयन
ू तम मोटाई 250 माइOोन कU होगी।
घ) मा2कग: UL मा2कग, )Kयेक इले./ोड पर 1नमाणकता का नाम या ¬यापारक नाम, लंबाई,
¬यास, कैटे लॉग सं­या आ@द छपा होना चा@हए।
ङ) अथ इले./ोड को ›`µगत Dप से, माइOोन गेज का उपयोग करके कोपर का लेप कU मोटाई
और आयाम का जाँच 2कया जा सकता है । अगर वां1छत हो तो आप1ू त के समय म; सbलायर
इस तरह के 1नर ण के लए ¬यवथा करे गा।

5.6.2 अथ एनहाaसम; ट पदाथ

च> 5.2. अथ एनहाaसम;


एनहाaसम; ट पदाथ

इरसेट 37 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता

अथ एनहाaसम; ट पदाथ एक उ’चतर चालकUय पदाथ है , जो अथग )भावकारता म; सध


ु ार करता
है , `वशेष Dप से अपयाæ चालकता वाले >
े  म; (पथर ल भू म, नमी म; भaनता वाले े> म;,
रे तील म¹ी आ@द)। यह अथ इले./ोड और ज़मीन के संपक े> कU चालकता को बेहतर बनाता
है । इसकU 1न…नल†खत `वशेषताएं होगी:

क) म­
ु य Dप से ³ाफाइट और पोट लड
I सीम; ट से मलकर बनेगी। ब;टोनाइट तKव नगÓय होगी।
ख) उ’च चालकता होगी, पिृ “व कU अवशोषण मता और नमी को रोक रखने का मता बढ़ाता
है ।
ग) गैर-सं ारक )कृ1त के हगे, पानी म; कम `वलेयता (solubility) ले2कन अKयाधक आ„ ता³ाह
होगा।
घ) 0.2 ओम-मीटर से कम )1तरोधकता होगी। उस पदाथ के 20 से.मी. .यब
ू बनाकर उसके दोन
छोर पर )1तरोध माप के )1तरोधकता कU पर ण कर सकते है । अगर वां1छत हो तो आप1ू त
के समय म; सbलायर इस तरह के 1नर ण के लए ¬यवथा करे गा। )1तरोधकता के लए
राèीय/अंतरराèीय )योगशाला से )ाæ आवशयक )माण प> भी )तत
ु करना होगा।
ङ) सख
ू ा या गारा Dप म; उपयोग के लए उपय¾
ु होगा।
च) चालकता को बनाए रखने के लए पानी कU 1नरं तर उपिथ1त पर 1नभर नह ं करे गा।
छ) थायी एवं रखरखाव म¾ु होगा और अपने जमी हुई अवथा म;, समय के साथ लगातार अथ
)1तरोध को िथर रखेगा।
ज) -10°C से +60°C परवेश तापमान के बीच थमल िथर रहे गी।
झ) समय के साथ `वघ@टत, गल कर और घल
ू कर नह ं बहे गा।
ञ) आवधक चािजग उपचार कU आवSयकता नह ं होगा और न ह )1तथापन और रखरखाव।
ट) 2कसी भी )कार के इले./ोड और `वभaन )1तरोधकता वाल सभी )कार के म@¹य के लए
उपय¾
ु होगा।
ठ) म¹ी को या थानीय जलतर को )द`ू षत नह ं करे गा और भराव े> के लए पयावरण के
अनक
ु ू ल आवSयकताओं को परू ा करे गा।
ड) `वफोटक नह ं होगा।
ढ) जलना, आँख या चम म; जलन नह ं करे गा।
ण) मा2कग: अथ एaहांसमेaट पदाथ सीलबंद, नमीरोधक थैल म; आप1ू त कU जाएगी। ये थैल पर
1नमाणकता के नाम या ¬यापरक नाम, मा>ा आ@द के मा2कग 2कया जाएगा।

5.6.3 बैक2फल
2फल साम³ी

खुदाई म; 1नकल मटट बैक2फल के लए उपय¾


ु होता है , ले2कन 2कसी भी बड़े पKथर को छान
कर हटा लेना चा@हए और यह स1ु निTत 2कया जाता है 2क इले./ोड के आसपास यह अ’छÕ तरह
से जमा हुआ रहे । अपनी अ…ल य और सं ारक )कृ1त कU वजह से रे त, नमक, कोक, राख और
भम जैसे साम³ी का उपयोग नह ं 2कया जायेगा।

5.7 इकाई अथ `पट कU 1नमाण: @ट`पकल संथापना आरे ख सं­या SDO/RDSO/E&B/001 दे ख;।

क) 100 म.मी. से 125 म.मी. ¬यास वाला एक ग«ढा लगभग 2.8 मीटर कU गहराई तक ऑगर/
खोदा जायेगा।
ख) अथ इले./ोड को इस ग«ढे म; था`पत कर; गे।

इरसेट 38 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता

ग) इले./ोड के शीष पर धीरे से मार के इसे म¹ी म; घस


ु ा @दया जायेगा। यहाँ इले./ोड के 1नचले
तल पर )ाकृ1तक म¹ी है ऐसा माना जाता है ता2क aयन
ू तम 150 म.मी. इले./ोड )ाकृ1तक
म¹ी के भीतर घस
ु ा रहे ।
घ) अथ एaहांसमेaट पदाथ (कम से कम लगभग 30-35 2क.³ाम) गारा के Dप म; ऑगड/खोदे हुए
ग«ढे म; भरा जायेगा और सेट होने @दया जायेगा। पदाथ के सेट होने के बाद, मËण कU
संरचना (अथ इले./ोड+अथ एaहांसमेaट पदाथ) का ¬यास ग«ढे कU परू लंबाई को कवर करते
हुए कम से कम 100 म.मी. ¬यास कU होगी।
ङ) ग«ढे के शेष भाग बैक2फल म¹ी dारा भरा जायेगा, जो ऑगरंग/खद
ु ाई के दौरान बाहर 1नकाल
लया जाता है ।
च) 150 म.मी. x 25 म.मी. x 6 म.मी. के एक कोपर कU प¹ी को उपकरण क म; और अaय
अथ `पट (य@द कोई हो तो) से म­
ु य इ.वी-पोटे िaशयल अथ बसबार से कने.शन के लए
म­
ु य अथ इले./ोड के साथ ए.सोथमकल वेQड 2कया जाएगा।
छ) ए.सोथमक वेQड साम³ी UL सच
ू ीब"द होगा और IEEE 837 के )ावधान के अनस
ु ार
एनएबीएल/आईएलएसी सदय )योगशालाओं dारा पर ण 2कया जाएगा।
ज) म­
ु य अथ `पट उपकरण क म; िथत म­
ु य इ.वी-पोटे िaशयल अथ बसबार के यथासंभव
1नकट लगाएंगे।

5.8 मिQटपल अथ `पट )दान करके लप


ू अथ का 1नमाण
क) कुछ थान पर, उ’च म¹ी )1तरोधकता के कारण एक अथ इले./ोड/`पट के लए अथ
)1तरोध ≤1 ओ· संभव नह ं भी हो सकता है । ऐसे परिथ1तय म; , लप
ू अथ )दान 2कया
जाएगा िजसम; एक से अधक अथ `पट शामल 2कये जाएंगे। आवSयक अथ `पट कU सं­या
पहले से ह संथा`पत अथ `पट के )1तरोध के आधार पर 1नधारत कU जाएगी। एक अथ `पट
के लए ऊपर उिQल†खत प¥1त अaय अथ पीट के लए भी दोहराया जाएगा।
ख) दो लगातार अथ इले./ोड के बीच कU दरू aयन
ू तम 3 मीटर और अधकतम अथ इले./ोड के
दग
ु नी लंबाई तक हगे, या1न लगभग 6 मीटर।
ग) एक लप
ू बनाने के लए ये अथ `पट को ए.सोथमक वेिQडंग तकनीक का उपयोग करके 25
म.म. x 2 म.म. कॉपर टे प से इंटरलंक 2कया जाएगा।
घ) इंटरकनेि.टं ग टे प ³ाउं ड लेवल के नीचे 500 म.म. से Áयादा गहराई म; गाड़े रह; गे। यह
इंटरकने.टे ड टे प भी अथ एaहानसंग मËण से कवर 2कया हुआ रहे गा।

च> 5.3. ए.सोथमक वेQडेड अथ टमनल

इरसेट 39 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता

5.9 अथ )1तरोध का मापन:


मापन IS: 3043 के पैरा 37 के अनस
ु ार फॉल ऑफ पोटे िaशयल प¥1त से सभी
ु य इि.व-पोटे िaशयल बसबार (MEEB) म; अथ )1तरोध मापा
अथ `पट को इaटरकने.ट करके म­
जाएगा।

5.10 1नर ण च; बर
क) `पट के ऊपर समतल समaट पलतर के साथ एक 300 x 300 x 300 म.मी. (भीतर
आयाम) के कांOUट च; बर )दान 2कया जाएगा। अथ `पट को ढकने के लए एक कांOUट
ढ.कन, काला रं ग से रं गा हुआ, खींचने के लए हुक के साथ लगभग 50 म.मी. मोटा )दान
2कया जाएगा।
ख) अथ `पट के आसपास फश का तर का "यान रखना होगा कU कने.टर कांOUट कU द वार के
बहुत भीतर या बाहर कU ओर 1नकला न हुआ हो।
ग) कवर के `पछले @हसे पर, काले पर)ेëय पर पीले रं ग से पर ण कU तार ख और औसत
)1तरोध का मQ
ू य लखा होगा।

5.11 इि.व-
इि.व-पोटे िaशयल अथ बसबार तथा उपकरण से इसका कने.शन और उपकरण क म; सज
संर ण साधन:
साधन: `वशµ ब3डंग कने.शन के आरे ख सं. SDO/RDSO/E&B/002 दे ख;।

5.11.
11.1 इि.व पोटे िaशयल अथ बसबार:
बसबार: )Kयेक उपकरण क के लए एक इ.वी-पोटे िaशयल अथ बसबार
होगा या1न आईपीएस/बैटर चाजर क तथा E1 रले क । हर एक कमरे म; लगे इ.वी-
पोटे िaशयल अथ बसबार को सब-इ.वी-पोटे िaशयल अथ बसबार (SEEB) कहा जाता है ।
आईपीएस/बैटर चाजर क म; िथत इि.व-पोटे िaशयल अथ बसबार जो .लास B SPD तथा
म­
ु य अथ `पट से सीधे जड़
ु े रहते है , मेन इ.वी-पोटे िaशयल अथ बसबार (MEEB) कहा जाता है ।

EEB म; बॉिaडंग चालक को लगाने के लए उचत आकार का 1छ„ पहले से ह 2कए रह; गे। ये
EEB इमारत कU द वार से अलग (insulated) रख;गे। )Kयेक EEB को 60 म.मी. ऊंचाई कU
कम वोQटे ज के इंसल
ु ेटर के साथ द वार पर था`पत 2कया जायेगा। इस अन)
ु योग के लए उपय¾

इंसल
ु ेटर इaसल
ु े@टंग और आग )1तरोधक गण
ु वाला रह; गे। EEB कU थापना और रखरखाव म;
आसानी के लए कमरे के फश कU सतह से 0.5 मीटर कU ऊंचाई पर था`पत 2कया जायेगा।
EEB पर सभी टमनेशन ि)ंग वाशर के साथ कोपर के ल[स dारा 2कए जाएंगे।

5.12 बॉिaडंग कने.शन:


शन: परवाह अथ लप
ू के )भाव को कम करने और इ.वी-पोटे िaशयल बॉिaडंग )दान
करने के लए, "टार )कार” के बॉिaडंग कने.शन कU जDरत होती है । ऐसे ह , कमर म; लगे
)Kयेक SEEB बॉिaडंग चालक के मा"यम से सीधे MEEB से जुड़े होते हI। इसके आलावा कमर
म; िथत उपकरण/रै क अपने SEEB से सीधे जुड़े रह; गे। बॉिaडंग चालक अपने संबं धत ल[स से
ए.सोथमक वेिQडंग dारा लगाए जाएंगे।

5.13 सभी कने.शन, या1न उपकरण से SEEB और SEEB से MEEB तक बॉिaडंग चालक का D@टंग
िजतना संभव हो उतना छोटा और सीधा होगा और कम मोड के साथ अaय oबजल के तार से
अलग रहे गा। हालां2क, SPD से MEEB का कने.शन िजतना संभव हो उतना छोटा oबना मोड का
होगा।

5.14 इ.वी-पोटे िaशयल बसबार और अथ इले./ोड से अलग-अलग उपकरण का कने.शन के लए घटक
के आयाम और साम³याँ नीचे @दए गए अनस
ु ार हगे।
इरसेट 40 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता

घटक / बाँ3ड़ंग मे@टरयल आकार


म­
ु य इि.व-पोटे िaशयल अथ बसबार कोपर 300X25X6mm
(MEEB) (aयन
ू तम)
सब इि.व-पोटे िaशयल अथ बसबार कोपर 150X25X6mm
(SEEB) (aयन
ू तम)
टे नलेस ट ल नट और बोQ6स के मQट /Iड संगल कोर PVC 10 वग म.मी.
साथ कोपर ल[स dारा )Kयेक उपकरण इंसल
ु ेटेड कोपर केबल IS:694
से SEEB के अनस
ु ार
टे नलेस ट ल नट और बोQ6स के मQट /Iड संगल कोर PVC 16 वग म.मी.
साथ कोपर ल[स dारा SEEB से इंसल
ु ेटेड कॉपर केबल IS:694
MEEB के अनस
ु ार
टे नलेस ट ल नट और बोQ6स के मQट /Iड संगल कोर PVC 16 वग म.मी.
साथ कोपर ल[स dारा सज संर ण इंसल
ु ेटेड कॉपर केबल IS:694
3डवाइज़ (SPD) से MEEB के अनस
ु ार
MEEB से म­
ु य अथ इले./ोड मQट /Iड संगल कोर PVC 35 वग म.मी.
इंसल
ु ेटेड कॉपर केबल IS:694
के अनस
ु ार (डुिbलकेटे ड)
लप
ू अथ के मामले म; म­
ु य अथ `पट कोपर टे प 26X2 म.मी.
से अaय अथ `पट

अथग और बॉिaडंग )णाल


)णाल के आरे ख

अथग और बॉिaडंग )णाल के आयाम के साथ परू ा ले-आउट )णाल चालू होने के बाद
आप1ू तकता dारा )तत
ु 2कया जायेगा।

वारं ट

अथग और बॉिaडंग )णाल कU आप1ू त, थापना और चालू करने के लए आप1ू तकता परू तरह
िज…मेदार होगा। ऐसी )णाल कU वारं ट चालू करने के तार ख से 60 माह कU होगी। इस अवध के
दौरान, अनु चत साम³ और बरु कार गर कU वजह से अथग )णाल म; 2कसी भी तरह के
`वफलता के मामले म; आप1ू तकता dारा 1नःशQ
ु क सेवा )दान 2कया जाएगा।

अथग और बॉिaडंग )णाल


)णाल का रख रखाव

रखरखाव कायOम म; अथग )णाल चालक और घटक का सKयापन, `वqुत 1नरं तरता कU
सKयापन, अथ )1तरोध कU मापन, घटक और चालक के पन
ु बधन आ@द 2कया जाना चा@हए।

इरसेट 41 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता

च> 5.4. सं व दस
ू ं संथापन के लए अथग ¬यवथा

इरसेट 42 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता

च> 5.5. सगनलंग संथापन के लए @ट`पकल अथग और बॉ3डंग ¬यवथा

इरसेट 43 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए अथग एवं बाँिaडंग )णाल के लए काय सं@हता

वत1ु न±
न±:

1. अ’छÕ अथग )णाल कU एक `वशेषता ______________ है ।


2. अथ इले./ोड के लए __________ जगह अनप
ु य¾
ु है ।
3. बसबार म; वीकाय अथ )1तरोध मQ
ू य __________ होना चा@हए।
4. अथग और बॉिaडंग )णाल के दो घटक का उQलेख कर; । ________, ___________
5. अथ इले./ोड हाई टे aसाइल और लो काबन ट ल रोड पर बाहर सतह म; _______________ से
आण`वक बंधन के साथ होना चा@हए।
6. अथ एनहाaसमेaट पदाथ ______________ होना चा@हए ता2क अथग को Áयादा )भा`वत कर
सके।
7. अथ `पट कU गहराई ____________ मीटर होनी चा@हए।
8. लप
ू अथ का 1नमाण _______________ अथ `पट के उपयोग से कर सकते हI।
9. MEEB का मतलब ______________________
10. SEEB का मतलब ___________________

`वषय1न±
`वषय1न±:

1. अथग का महKव .या है?


2. अ’छÕ अथग )णाल के `वशेषताएं .या-.या है?
3. अथग और बॉिaडंग )णाल के लए जDर घटक; .या-.या है?
4. अथग और बॉिaडंग )णाल के 3डजाइन को समझाएं।
5. य1ू नट अथ `पट .या है? इसका 1नमाण कैसे होता है?
6. लप
ू अथ का 1नमाण समझाएं।
7. बॉिaडंग घटक के साम³ी और उनकU आयाम का उQलेख कर; ।
8. अथ एनहाaसम; ट पदाथ कU `वशेषताएं .या-.या है?
9. सं एवं दस
ू ं उपकरण के लए सावज1नक बॉिaडंग कU जDरत .य है?
10. रसाय1नक अथग .या है?

इरसेट 44 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार उपकरण के लए सज संर ण उपकरण

अ"याय
अ"याय 6
दरू संचार उपकरण के लए सज संर ण उपकरण
(RDSO/SPN/TC/98/2011 Rev 0)

यह `व1नद® श भारतीय रे लवे के दरू संचार/डाटा लाइन साइड उपकरण के सरु ा के लए सज संर ण
उपकरण के चयन तथा पर ण का 1नधारण करता है । इस `व1नद® श म; IEC 61643-21 के
अनस
ु ार पारभा`षक श½दावल कU उपयोग कU गई है ।

6.1 सामाaय आवSयकताएं

6.1.1 उपकरण IEC 61643-21/ITU-T K11/12/30 या अaय समक अंतराèीय/राèीय टIडड का


पालन करना चा@हए और उस टIडड/सफारश का सभी उपय¾
ु पर’छे द के लए आम तौर पर
इस `व1नद® श म; @दए गए मानदं ड (या समक मानदं ड) का समा`वµ करता है ।

6.1.2 सरु ा उपकरण के लए रे 3डयोएि.टव पदाथ या अaय हा1नकारक पदाथ नह ं अपनाना चा@हए।

6.1.3 उपकरण के संचालन के दौरान तापमान का बढ़ना ¬य3¾गत सरु ा के लए जो†खम नह ं होना
चा@हए।

6.1.4 `वqुतीय `वशेषताएं – जहाँ भी लागू हो, एसपीडी के हर एक नमन


ू े के लए 1नमाणकता 1न…न
)ाचलक परमाण पेश करना चा@हए। ये परमाण ऐसे होने चा@हए जो कU उपकरण के 1नयत
संचालन पर )भाव न डाले।

• इaसल
ु ेशन )1तरोध
• सीर ज़ )1तरोध
• कपासटaस
• 1नवेशन घाटा
• )1तगमन (return) घाटा
• 1नयर एंड Oॉस टॉक
• धारा )1त2Oया समय

6.2 टमनल तथा कने.टस: एसपीडी के टमनल तथा कने.टर IEC 61643-21 अथवा अaय
समक अंतराèीय/राèीय टIडड को परू ा करना होगा।

एसपीडी म; )य¾
ु सभी सज सरु ाKमक घटक (जैसे GD 6यब
ू , PTC, आ@द) उपय¾
ु ITU/
IEC या अaय समक टIडड/सफारश का पालन करना चा@हए।

• bलगेबल एसपीडी bलग 2कये हुए अवथा म; कंपन पर ण का पालन करना चा@हए।
• bलगेबल एसपीडी जब बेस या IDC मॉ«यलु म; लगाया जाता है , तब अ’छे से लगना चा@हए
िजससे कU अ’छा `वqत
ु ीय कने.शन बने।
ु े@टंग भाग गैर Áवलनशील/आग को वयं बझ
• ढांचा के इaसल ु ाने वाला होना चा@हए।

इरसेट 45 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार उपकरण के लए सज संर ण उपकरण

• एसपीडी आग का जो†खम, `वqुतीय जो†खम या ज़हर ला भाप कU उKसजन के oबना अपने


अKयधक खींचाव `वफलता मोड तक सरु C त तर के से पहुँच जाना चा@हए।
• सभी अथ ल ड एसपीडी के अंदर एक साथ जुड़े होने चा@हए तथा जब इसको IDC मॉ«यल

म; लगाएंगे तब अथ से जुड़ना चा@हए।
• एसपीडी का लगाना या 1नकालना एसपीडी के 1नrपादन म; )भाव नह ं डालना चा@हए।

6.3 दरू संचार/


ार/डाटा
डाटा उपकरण के लाइन साइड म; )दान 2कए जाने वाले एसपीडी के मापदं ड:
ए.सच; ज म; ³ाहक काड के सरु ा के लए ³ाहक लाइन म; लगने वाला सरु ा उपकरण
(ए.सच; ज क के पहले टमनेशन पॉइंट पर उपल½ध 2कया जाना चा@हए, या1न 2क MDF पर)
उपकरण म; aयन
ू तम घटक के Dप म; GD 6यब
ू (वोQटे ज )1तबंधक साधन) जैसे वोQटे ज
िवचंग साधन और PTC जैसे वयं बहाल होने वाला घारा )1तबंधक साधन होना चा@हए।

क) अरे टर IDC मॉ«यल


ु (इaसल
ु ेशन 3डbलेसम; ट कने.शन मॉ«यल
ु ) म; bलगेबल होना चा@हए, िजसे
आम तौर पर LSA 3डसकने.शन ½लॉक अथवा Oोन )कार के MDF/IDF से जाना जाता है ।
उपकरण अपने सभी सहायक साम³य के साथ पण
ू  होना चा@हए जैसे 2क अथ टमनल को
`वतत
ृ करने कU ¬यवथा आ@द।
ख) अधकतम लगातार डीसी वोQटे ज - 170 V
ग) नोमनल धारा: 120mA
घ) कुल नोमनल 3डचाज धारा (8/20µs पQस): 10kA
ङ) घारा )1तबंधक तथा वोQटे ज )1तबंधक उपकरण के लए नोमनल AC 3डचाज/लाइन से अथ के
बीच AC @टकाऊपन : 1 सेकaड के लए 2.5A rms
च) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-³ाउं ड के बीच 1 KV/µs पQस पर जांचा हुआ:
1000V
छ) DC पाक ओवर वोQटे ज: 230V (-20% से +30%)
ज) संचालन तापमान सीमा: -10⁰C से +60⁰C
झ) सापे आ„ ता: 5% से 95%
ञ) )वेशन कU 3ड³ी संर ण: IP20
ट) बIड`व«थ: कम से कम 2.3MHz
ठ) वायर कU सं­या: 1 पेअर/10 पेअर
ड) वोQटे ज )1तबंधक उपकरण शाट स2कट मोड म; बंद होना चा@हए और धारा )1तबंधक उपकरण
उ’च )1तरोध या ओपन स2कट मोड म; बंद होना चा@हए।
ढ) वेकिQपक स`ु वधा (³ाहक के माँगने पर): उ’च )1तरोध के लए इिaडकेशन/धारा )1तबंधक
उपकरण के ओपन स2कट अवथा म; ।

6.4 )ाइमर 3डिजटल म.स (FXS/FXO/hot line/4wire E & M के लए) के एनालॉग पोटÈ के
लए सरु ा उपकरण (2 वायर / 4 वायर) पीडी म.स क के 1नकट केबल के पहले टमनेशन
पॉइंट पर )दान करना चा@हए। यह उपकरण 2/4 वायर DTMF टे ल फोन, 2 वायर गेट टे लाफोन
जैसे वॉइस आव`ृ á पर कायरत स2कट के संर ण के लए भी उपयोग 2कया जा सकता है । 4
वायर स2कट के लए दो 2 वायर उपकरण या एक 4 वायर उपकरण का उपयोग करना चा@हए।
ये मोडेम, LAN ए.सट; डरे जैसे उपकरण के लए भी उपयोग करना चा@हए।

इरसेट 46 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार उपकरण के लए सज संर ण उपकरण

कने.शन प¥1त: Oू/oबना Oू टमनेशन/बेस के साथ bलगेबल उपकरण/LSA टमनेशन/RJ11


(³ाहक के आवSयकतानस
ु ार)
क) अधकतम लगातार डीसी वोQटे ज: 170V
ख) कुल नोमनल 3डचाज धारा (8/20µs पQस): 10kA
ग) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-³ाउं ड के बीच 1 KV/µs पQस: 1000V
घ) वोQटे ज )1तबंधक उपकरण का DC पाक ओवर वोQटे ज: 230V (-20% से +30%)
ङ) संचालन तापमान सीमा: -10⁰C से +60⁰C
च) सापे आ„ ता: 5% से 95%
छ) )वेशन कU 3ड³ी संर ण: IP20
ज) बIड`व«थ: कम से कम 2.3MHz
झ) वायर कU सं­या: 2 वायर/4 वायर
ञ) वोQटे ज )1तबंधक उपकरण शाट स2कट मोड म; बंद होना चा@हए।
ट) नोमनल लोड धारा: 120mA

6.5 इथरनेट LAN (10 Base-


Base-T, 100 base-
base-Tx)
Tx) पर कने.शन के लए नोड के संर ण हे तु डाटा
संर ण उपकरण:
उपकरण:
क) अधकतम लगातार डीसी वोQटे ज: 6V DC
ख) कुल नोमनल 3डचाज धारा लाइन-³ाउं ड (8/20µs पQस): 2.5kA
ग) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-लाइन (1KV/µs पQस): 18V
घ) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-³ाउं ड के बीच (1KV/µs पQस): 1000V
ङ) संचालन तापमान सीमा: -10⁰C से +60⁰C
च) सापे आ„ ता: 5% से 95%
छ) 3ड³ी संर ण: IP20
ज) कने.शन प¥1त: RJ45
झ) बIड`व«थ: 100MHz
ञ) वायर कU सं­या: 4

6.6 पावर ओवर इथरनेट इथरनेट के साथ LAN (10 Base-


Base-T, 100 base-
base-Tx)
Tx) पर कने.शन के
लए नोड के संर ण हे तु डाटा संर ण उपकरण। यह उपकरण IP आधारत या>ी स`ु वधाओं के
लए भी उपयोग 2कया जा सकता
सकता है ।
क) अधकतम लगातार डीसी वोQटे ज: 57V DC
ख) कुल नोमनल 3डचाज धारा लाइन-³ाउं ड (8/20µs पQस): 5kA
ग) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-लाइन (1KV/µs पQस): 180V
घ) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-³ाउं ड के बीच (1KV/µs पQस): 1000V
ङ) संचालन तापमान सीमा: -10⁰C से +60⁰C
च) सापे आ„ ता: 5% से 95%
छ) संर ण का 3ड³ी: भीतर अन)
ु योग के लए IP20 तथा बाहर अन)
ु योग के लए IP54
ज) कने.शन प¥1त: RJ45
झ) बIड`व«थ: 100MHz
ञ) वायर कU सं­या: 8

इरसेट 47 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार उपकरण के लए सज संर ण उपकरण

6.7 गीगा oबट इथरनेट (1000


1000 Base-
Base-T) पर कने.शन के लए नोड के संर ण हे तु डाटा संर ण
उपकरण (IEC 61643-
61643-21 के अनस
ु ार)
ार):
क) अधकतम लगातार डीसी वोQटे ज: 3.2V DC
ख) कुल नोमनल 3डचाज धारा लाइन-³ाउं ड (8/20µs): 2.5kA
ग) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-लाइन (1KV/µs पQस): 10V
घ) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-³ाउं ड के बीच (1KV/µs पQस): 1000V
ङ) संचालन तापमान सीमा: -10⁰C से +60⁰C
च) सापे आ„ ता: 5% से 95%
छ) संर ण का 3ड³ी: IP20
ज) कने.शन प¥1त: RJ45
झ) बIड`व«थ: 500MHz
ञ) वायर कU सं­या: 8

6.8 पावर ओवर इथरनेट इथरनेट के साथ गीगा oबट इथरनेट (1000
1000 Base-
Base-T) पर कने.शन के लए
नोड के संर ण हे तु डाटा संर ण उपकरण। यह उपकरण IP आधारत या>ी स`ु वधाओं के लए
भी उपयोग 2कया जा सकता है ।
क) अधकतम लगातार डीसी वोQटे ज: 57V DC
ख) कुल नोमनल 3डचाज धारा लाइन-³ाउं ड (8/20µs): 5kA
ग) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-लाइन (1KV/µs पQस): 180V
घ) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-³ाउं ड के बीच (1KV/µs पQस): 1000V
ङ) संचालन तापमान सीमा: -10⁰C से +60⁰C
च) सापे आ„ ता: 5% से 95%
छ) संर ण का 3ड³ी: भीतर अन)
ु योग के लए IP20 तथा बाहर अन)
ु योग के लए IP54
ज) कने.शन प¥1त: RJ45
झ) बIड`व«थ: 500MHz
ञ) वायर कU सं­या: 8

6.9 RS485
RS485 इaटरफेस के लए संर ण उपकरण:
उपकरण:
क) अधकतम लगातार डीसी वोQटे ज: 13V DC
ख) कुल नोमनल 3डचाज धारा लाइन-³ाउं ड (8/20µs): 10kA
ग) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-लाइन (1KV/µs पQस): 40V
घ) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज लाइन-³ाउं ड के बीच (1KV/µs पQस): 1000V
ङ) संचालन तापमान सीमा: -10⁰C से +60⁰C
च) सापे आ„ ता: 5% से 95%
छ) संर ण का 3ड³ी: भीतर अन)
ु योग के लए IP20 तथा बाहर अन)
ु योग के लए IP54
ज) कने.शन प¥1त: Oू/oबना Oू टमनल
झ) बIड`व«थ: 5MHz
ञ) संर ण कU जाने वाला वायर कU सं­या: 2
ट) नोमनल लोड धारा: 100mA

इरसेट 48 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
दरू संचार उपकरण के लए सज संर ण उपकरण

6.10 25 वाट वीएचएफ बेस टे शन सेट के लए को-


को-एि.सयल केबल पर )दान 2कए जाने वाले
संर ण उपकरण:
उपकरण:
क) अधकतम लगातार डीसी वोQटे ज: 180V
ख) नोमनल लोड धारा: 1A
ग) नोमनल 3डचाज धारा (8/20µs) कोर-³ाउं ड: 10kA
घ) इ…पQस )1तबंधक वोQटे ज/लेट Úू वोQटे ज कोर-³ाउं ड के बीच (1KV/µs पQस): 1000V
ङ) संचालन तापमान सीमा: -10⁰C से +60⁰C
च) सापे आ„ ता: 5% से 95%
छ) संर ण का 3ड³ी: उपकरण के पास IP20 तथा एं@टना के पास IP54
ज) कने.टर: BNC/N/UHF कने.टर या 2कसी अaय कने.टर (³ाहक के `व1नद® श के अनस
ु ार)
झ) बIड`व«थ: aयन
ू तम 200MHz
ञ) )वेशन घाटा: 136-174 MHz म; अधकतम 0.2dB
ट) पवर संभालने कU मता: 50 वाट
ठ) `वशµ )1तरोध: 50 ओ·

6.11 230V
230V AC पर काम करने वाले और याड माटर क , टे शन माटर क आ@द उपभो¾ा के
लए
परसर म; रखे जाने वाले दरू संचार उपकरण के पावर सbलाई पोट के संर ण के लए:
क) इन उपकरण म; कम से कम तीन 3 `पन भारतीय )कार के सॉकेट होने चा@हए ।
ख) खराब/अि’छ अवथा दशाने वाला इिaडकेशन के साथ )दान 2कया जाएगा।

इरसेट 49 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
अनब
ु ध
ं -1

अनब
ु ंध -1

एसपीडी के लए IEC और अaय टIडड:

लाइट1नंग इले./ोमैगने@टक इ…पQस के `व{¥ सरु ा:

IEC 61312-
61312-1 – सामाaय स¥ांत
IEC 61312-
61312-2 – संरचनाओं के अंदर शीिQडंग, बाँ3डंग और अथग।
IEC 61312-
61312-3 - सज संर ण उपकरण कU जDरत।
IEC 61312-
61312-2 – मौजूदा संरचनाओं म; उपकरण कU सरु ा।

IEC 62305-
62305-1 भाग-
भाग-1: लाइट1नंग के `व{¥ संरचनाओं के संर ण,
ण, सामाaय स¥ांत: यह पद और
परभाषाओं, लाइट1नंग धारा मानदं ड, लाइट1नंग dारा खराoबयाँ, संर ण कU जDरत; तथा उपाय,
संरचनाओं तथा सेवाओं के संर ण के लए मल
ू भत
ू मानदं ड और LPS घटक पर लाइट1नंग के
)भाव का अनक
ु रण मापदं ड का परचय दे ते हI।

IEC 62305-
62305-2 भाग-
भाग-2: खतरा )बंधन:
न: यह खतरा आंकलन प¥1त, संरचनाओं और सेवाओं के लए
खतरे के घटक का आंकलन का परचय दे ते हI।

IEC 62305-
62305-3 भाग-
भाग-3: भौ1तक
भौ1तक Dप से न. जो†खम:: यह लाइट1नंग संर ण
ु सान और जान कU जो†खम
)णाल (LPS), टच या टे प वोQटे ज के कारण जी`वत )ा†णय कU चोट के `व{¥ संर ण के
उपाय से संबं धत है और यह एलपीएस के 3डजाइन, थापना, रखरखाव और 1नर ण के लए एक
@दशा1नद® श )दान करता है ।

IEC 62305-
62305-4 भाग-
भाग-4: संरचनाओं के अंदर के इलेि./क तथा इले./ॉ1न.स )णालयाँ: यह
लाइट1नंग इले./ोमैगने@टक पQस, सामाaय स¥ांत, संरचनाओं के अंदर के अथग तथा बॉ3डंग,
मैगने@टक शीिQडंग तथा लाइन D@टंग, सज संर ण उपकरण के आवSयकताओं, मौजद
ू ा संरचनाओं
म; उपकरण के संर ण के बारे म; समझाते हI।

IEC62305
IEC62305-
62305-5 भाग-
भाग-5: सेवाएं: यह दरू संचार लाइन; (फाइबर ऑिbटक लाइन और धािKवक चालक
लाइन), पावर लाइन; और पाइप लाइन से संबं धत हI।

IEC 61643-
61643-1 – SPD के 1नषपादन आवSयकताएं और पर ण प¥1तयाँ।
IEC 61643
61643-
43-12 – SPD का चयन और अन)
ु योग सßांत।
IEC 61643-
61643-LP – SPD का अन)
ु योग।

UL 1449 – संकरण 3: UL1449 तीसरा संकरण बार-बार †णक वोQटे ज को सीमत करने
वाला उपकरण जो 50/60 Hz स2कट, 1000 वोQट या उससे कम के लए लागू होते है । दस
ू रा
संकरण से इसम; वोQटे ज को बढ़ाया गया है , िजसम; 600 वोQट या उससे कम को शामल 2कया
है ।

ANSI/IEEE C62-
C62-41: सफारश कU गई )था म; , सज वोQटे ज का मल
ू , असरु C त स2कट म;
धटना कU दर तथा वोQटे ज तर, )1त1नधक सज वोQटे ज का तरं ग कU आकार, ऊजा, –ोत और
)1तबाधा आ@द को शामल 2कया गया है ।

इरसेट 50 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण
अनब
ु ध
ं -1

AS/NZS 1768-
1768-2007: लाइट1नंग संर ण:
ण: यह टIडड लाइट1नंग कU वजह से ¬य3¾य और
संप`áय को होने वाला खतर से संर ण के लए मागदशन )दान करते है । ये सफारश; `वशेष
Dप से 1न…नल†खत अन)
ु योग को समा`वµ करते हI।

क) ¬य3¾य के संर ण, बाहर, जहाँ उनको लाइट1नंग )हार के )Kय )भाव से खतरा हो सकता
है और भीतर जहाँ उनको इमारत के अंदर आने वाला लाइट1नंग धारा के अ)Kय )भाव से
खतरा हो सकती है ।
ख) जहाँ `वफोटक या Áवलनशील पदाथ रखे हो या खदान जैसे कई )कार के इमारत या
संरचनाओं के संर ण।

इमारत म; लाइट1नंग )हार से संवेदनशील इले./ॉ1नक उपकरण (फै.स मशीन, मोडेम, कंbयट
ू र,
आ@द) के या उससे संबं धत सेवाओं के संर ण।

इरसेट 51 ट .
ट .सी.
सी.5 संचार संथापन के लए अथग तथा सज संर ण

You might also like