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Shri Charnarvind Dhod Lyrics
Shri Charnarvind Dhod Lyrics
कमल को घोल
व को धोल
ल्ल
द्र
ल्ल
हृ
त्र
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न्य
श्री
हु
र्श
ष्टि
चि
ष्टि
न्ह
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श्री
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श्री
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स्व
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गदा को धोल
तोरण को धोल
ष्ण
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त्य
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क्षि
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ष्य
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न्ह
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ष्य
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र्या
म्पू
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र्या
र्ण
.
ज को धोल
अंकुश को धोल
सुद न को धोल
च सुद न ध अ शो ता , चरणमां ध ते मन लो ता ॥
बलवान तेज पु षना साथमा , च सुद न र तेमना हाथ मा ॥
वललभ तेजनु मुखार द शोभतु , तेज को सू नु काशतु ॥
के शा मेवा तेजो मय पुंज , ला भ मा ड नु प ॥
असुर माया वादीना ते म जाय , ऐनी कृ तेज थ भ थाय ॥
पु षो मे च तो कर मा ध , वी पोताना जाणी ने र करी ॥
व थ ड ल गोपीयु , र करी ह च रो या ॥
छाया करी भ स सम ने , ध वाम अंगुली ह नी ॥
ऐज च जेने र पर धय , बलवान कालक तेना भयतो ह ॥
छाप तल एज भ श गाजती , तेज भ श ऊपर राजता ॥
च सुद न ध अ शो ता , चरणमां ध ते मन लो ता ॥
विं
रि
व्हा
ज्या
ष्टि
क्त
क्त
रु
क्र
क्र
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र्श
रे
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शि
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र्षा
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क्त
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रे
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रे
रे
रे
रे
रे
अ दल को धोल
अ दलनु ध , भुजीए अ सा ॥
ऐउना पद अ ज पर, तन मन धन जाऊ वारी ॥
अ दलनो भाव तो, अ अलौ क जानो ॥
तेना स , भाव रसा क मानो ॥
आ चार उप शा, चार शा जानो ॥
ए बेऊ मलीने अ कोण, एम मनमां मानो ॥
पू प मद ण, उ र वाणी क ता ॥
आ चार चार खुंट, चरण मां र ता ॥
आ चार शाना उपनाम, एना रा ॥
वायु अ नै , इशान ऐम धा ॥
पृ पावन धा, चरण कमल सु वारी ॥
भ ल थई, एवु मन चारी ॥
आ धा काश अ दश, भ जन सा ॥
आ स रसा क भाव, ना रा ॥
चरण सरोज ना भाव, जे जन त गाता ॥
अंधकार म शा, ऐमना स जाता ॥
आ क जे सुर, वेद स गाता ॥
आ तेथी स अंधकार, माणोकना जाता ॥
तेम जेना दये ऐ चरण, कृपा क राजता ॥
अंधकार अ न स , नीस ते जनना ॥
वड़ी भाव अ कोण नो, अ सेवा प क ये ॥
योग अने संयोग, उभय मनमा लहीये ॥
चार हर संयोग बहार सेवा , योग मां ते रण मेवा ॥
आठ ऐना लीला रसा क भाव , जे न क ने मुखसु गाय ॥
तेना उरमां अ राजे , जेना श पर णु का गाजे ॥
अ दलनु ध , भुजीए अ सा ॥
ऐउनां पद अ ज पर, तन मन धन जाऊ वारी ॥
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र्व
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क्ति
ष्ट
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कमल को घोल
जव को धोल
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