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संवाद लेखन

1. पुस्तक मााँगने को लेकर एक छात्र और छात्रा के बीच हुए संवाद को ललखखए।


धीरज – गीता ! मुझे अपनी पुस्तक दे दो।

गीता- क्या तुम्हारे पास पुस्तक नह ं है ?

धीरज - नह ं, मेरे पास यह पुस्तक नह ं है।

गीता - पर, तुम्हार पुस्तक कहााँ गई ?

धीरज - मेर पस्


ु तक खो गई है।

गीता - ठीक है, तुम मेर पुस्तक से काम कर लो।

धीरज - मैं अपना काम करके तम्


ु हार पस्
ु तक वापस कर दाँ गा।

गीता - जब भी तुम्हे आवश्यकता पड़े, मेर पुस्तक ले लेना।

2. ककसी वस्तु को लेकर भाई - बहन के बीच होने वाले झगडे के संवाद ललखखए।

र ता- मोहन, तम
ु ने मेरा खखलौना क्यों ललया ?

मोहन - मैं कुछ दे र खेलकर इसे लौटा दाँ गा।

र ता - नह ं, मझ
ु े मेरा खखलौना अभी चाहहए।

मोहन - पर, क्यों ?

र ता - क्योंकक तम
ु ढं ग से नह ं खेलते हो और मेरा खखलौना तोड़ दोगे।

मोहन - नह ं, द द ! मैं ढं ग से खेलाँ गा।

र ता - नह ं, तुम हर बार ऐसा ह कहते हो।

मोहन - मैं सच कह रहा हाँ द द ! इस बार खखलौना नह ं तोडंगा।

र ता - अच्छा ठीक है, लेककन ध्यान से खेलना।

मोहन - ठीक है द द , धन्यवाद।

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