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कक् -5

पुनरावृि�
( अप�ठत ग�ांश , वे �दन भी क्या �दन थे और ईदगाह )

�� 1 -नीचे �दए ग�ांश को पढ़कर पूछे गए ��� के उ�र दीिजए –

एक िचिड़या थी | उसने एक पोटली बना ली थी और अच्छा या बुरा जो भी उसके साथ होता था वह


एक छोटा सा पत्थर उस पोटली म� डाल देती थी| कु छ ही �दन� म� उसक� पोटली ब�त भारी हो गई
थी | इस कारण वह िचिड़या अब उड़ नह� पा रही थी | कु छ और �दन बीतने पर उसका चलना –
�फरना भी मुिश्कल हो गया था| हम भी अगर पुरानी अि�य बात� को भूलकर भिवष्य के पथ पर
अ�सर नह� ह�गे तो हम भी कभी वतर्मान का आनंद नह� ले पाएँगे |

क – िचिड़या पोटली म� क्या डाल देती थी? -


क ) रोटी
ख ) पत्थर
ग ) फू ल
उ�र –

ख – िचिड़या उड़ क्य� नह� पा रही थी?


क ) पोटली के भारी होने के कारण
ख ) िचिड़या के भारी होने के कारण
ग ) िचिड़या का मन नह� था उड़ने का इस कारण
उ�र –

ग – कु छ और �दन बीतने पर क्या �आ?


क ) िचिड़या ने नई पोटली बना ली
ख ) िचिड़या उस जगह से चली गई
ग ) िचिड़या क� पोटली भारी हो गई
उ�र –
�� 2 – कहानी ‘ईदगाह ’ के आधार पर बताइए �क हािमद के पास कु ल �कतने पैसे थे ?

उ�र – ...........................................................................................................................................
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�� 3 – िवज्ञान कथ‘वे �दन भी क्या �दन थे’ के आधार पर बताइए �क कु म्मी के हाथ जो �कताब आई थी वह
कब छपी होगी ?
उ�र – ...........................................................................................................................................
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