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Part 1
Part 1
व ुत े :-
q1
व ुत बल व ुत े
q q2
q3
व ुत बल :-
व ुत े क उप के कारण -
अनु योग :-
E.F.
M.F.
Class : XII व ुत आवेश तथा े
जैसे - आरे टे ड योग
अनु योग - 1. वा डे ाफ ज न
घषण से पूव
A B
(e- का व नमय)
नमय
A घषण / रगड़ B
जो व तु e- हण करती है।
eg.1
घषण के पूव
A B
कांच क छड़ रेशम
घषण के प ात्
(e- का व नमय)
नमय
A घषण / रगड़ B
कांच क छड़ रेशम
+Ve - Ve
eg.2
घषण के पूव
A B
घषण के प ात्
(e- का व नमय)
नमय
A B
घषण / रगड़
-Ve +Ve
Class : XII व ुत आवेश तथा े
eg.3
घषण के पूव
A B
घषण के प ात्
(e- का व नमय)
नमय
A घषण / रगड़ B
eg.4
घषण के पूव
A B
वूलन कारपेट/ऊन ला टक क छड़
घषण के प ात्
(e- का व नमय)
नमय
A घषण / रगड़ B
तकषण
+
+
+
+ +
धनावे शत + +
काँच क छड़ +
+
+
काँच क छड़
तकषण
-
-
-
- -
- -
-
-
एबोनोइट छड़ -
एबोनोइट छड़
आकषण
+
+
+
-
+
-
-
-
काँच क छड़
एबोनोइट छड़
Class : XII व ुत आवेश तथा े
न कष :- समान कृ त के आवेश के बीच तकषण होता है व वपरीत कृ त के आवेश के बीच आकषण
होता है।
व ुत आवेश :–
प ाथ
कण परमाणु
ना भक
ोटोन यू ोन
इले ोन
अथवा
अथवा
कहलाता है।
आवेश एक अ दश रा श है।
आवेश के मा क
1. M.K.S. प त-I=
q = I.t
= ए पीयर x sec
Class : XII व ुत आवेश तथा े
2. S.I. प त म - कूलॉम (Columb's)
1C = 3 x 109 टै ट कूलॉम
लॉ
1C = एब कूलॉम
आवेश का वमीय सू -
I=
q=Ixt
= A1 T1
= [ M0 L0 T1 A1 ]
1 C क प रभाषा –
q=Ixt
य द I = 1 Amp
t = 1 Sec
q=1x1
q=1C
य द कसी चालक म 1 Amp धारा 1 Sec तक वा हत होती है तो चालक पर उ प न आवेश 1 C कहलाता है।
आवेश के गुण :
1. समान कृ त के आवेश के म य तकषण होता है जब क असमान कृ त के आवश के म य आकषण होता है।
आवेश का वांटम -
कसी व तु, पदाथ या चालक पर उ प थत आवेश e- पर उप थत आवेश के मान का सदै व पूण गुणज होता है।
अत: प है क आवेश का वतरण सदै व पैकेट या बंडल के प म होता है इसे आवेश का वांटम कहते है।
q = ± ne
n = 1, 2, 3, 4, 5, 6 . . . .
Class : XII व ुत आवेश तथा े
n≠ , , , ....
n = 0 then q = 0
q=
वाक कण
q=
q = 1.6 x 10-19
10 c = 1 वांटा
आवेश के अ य मा क :
1 फैराडे = 96500C
आवेश के लघु मा क :
1 mC = 10-3 C
1 C = 10-6 C
1 nC = 10-9 C
1 pC = 10-12 C
इस नयम के अनुसार घषण से पूव कुल आवेश घषण के प ात् कुल आवेश के तु य होता है।
घषण से पूव
A B
q1 = 0 q2 = 0
qt = q1 + q2 = 0
घषण के प ात्
घषण या रगड़
A B
qt = q1 + q2 = +5 -5
5 = 0
Class : XII व ुत आवेश तथा े
Q. 1 1 C आवेश म कतने e- थानांत रत होते है ?
Sol:— q = n e
q=1c
e = 1.6 x 10-19
n=?
q = n x 1.6 x 10-19
19
n=
n=
n=
n=
n= = 6.25 x 1018
Sol:— = 1 C = 10-6 C
16 C = 16 x 10-6 C
e = 1.6 x 10-19 C
n=?
q = 16 x 10-6 C
q=ne
n=
n=
n = 10 x 10-6 x 1019
n = 10-5 x 1019
n = 1 x 1014 इले ॉन
n=?
q=ne
n = 10 इले ॉन
वण प व ुतदश -
वण प व ुतदश म काँच का बना पा या जार होता है जसम एक चालक छड़ च ानुसार रबड़ काक के मा यम से जार
के मुँह पर संयो जत होती है। इस चालक छड़ का ऊपरी सरा धा वक गोलक से नीचला सरा दो वण प तय से संयो जत
होता है। जब कोई धनावे शत काँच क छड़ धा वक गोलक के संपक म लाई जाती है तो आवेश का वभाजन हो जाता है
लया जाता है। " ेरण ारा आवेशन म जब कोई आवे शत व तु अनावे शत चालक व तु के समीप ले जाती है तो
सरे पर समान कृ त का आवेश उ प न हो जाता है। इसे ेरण ारा आवेशन कहते है।"
माना AB एक अनावे शत चालक छड़ है जसके समीप धनावे शत काँच क छड़ ले जाने पर A सरा ऋणावे शत
इले ोन क कमी
Class : XII व ुत आवेश तथा े
ेरण ारा आवेशन को हम दो चालक गोल के मा यम से भी समझ सकते है।
1. दो व तु के म य घषण के प ात् सरी व तु के मान म वृ 9.1 ng है, तो थाना त रत इले ॉन क सं या एवं कुल
आवेश क गणना कर ?
हल :- व तु के मान म वृ = 9.1 ng
m = 9.1 ng
∆m
m = 9.1 x 10-9 gm
∆m
m = 9.1 x 10-12 kg
∆m
me = 9.1 x 10-31kg
m = n me
∆m
∆
n=
.
n= .
n = 10+19 e-
आवेश = ऋणा मक
मोल म अणु क सं या
Class : XII व ुत आवेश तथा े
N= x Na
N= x 6.023 x 1023
जल म 2 H व 1 O परमाणु होते है अत: जल म 10e- व 10 P+ है। e- व P+ पर समान तथा वपरीत कृ त के आवेश होते है।
q = N x 10e
q = 1.337×
q1 q2
r
(i) कूलॉम के अनुसार दोन आवे शत कण के म य थर वै ुत आकषण- तकषण बल दोन आवे शत कण के आवेश
F q1 q2 ..................................(i)
(ii) कूलॉम के अनुसार दोन आवे शत कण के म य कायरत आकषण- तकषण दोन आवेश के म य क री के वग के
1
F ................................(ii)
r2
समी (i) व (ii) से
q 1q 2
F
r2
Kq1q 2
F=
r2
जहाँ K = समानुपाती नयतांक या कूलाम नयतांक या थर वै ुत बल नयतांक
जहां CGS प तम
k=1
F=
F= डाईन
Class : XII व ुत आवेश तथा े
M.K.S. प तम
1
K = 9 x 109
4 o
F= × Newton
K का सू -
∵ =
K=
K का मा क -
K का वमीय सू
[ ]
= [ ]
K क नभरता
- मा यम क कृ त पर
K क प रभाषा :
K=
य द q1 = q2 = 1C
r=1m
K=F
ε0 के संदभ म -
K=
का मा क =
= × . × ×
= 8.85 × 10-12
कूलॉम बल क वशेषताएँ
1. कूलॉम बल क कृ त : आकषणीय व तकषणीय
2. कूलॉम बल क नभरता
iii) मा यम क कृ त पर
रहता है ।
कूलॉम बल के उपनाम
संर ी बल :
F1
q1 q2
F2
| F1 | | F2 |
F1 F2
F1 F2 0
के य बल :
कूलॉम बल को के य बल भी कहा जाता है य क दोनो आवे शत कण ारा एक सरे पर आरो पत बल दोन आवेश के के
को मलाने वाली या रेखा के अनु दश कायरत होता है ।
Class : XII व ुत आवेश तथा े
q1 q2
F1 F2
कूलॉम नयम का स दश न पण :
माना q1 तथा q2 दो आवे शत कण पर पर r री पर उप थत है । q1 आवे शत कण ारा q2 पर आरो पत बल माना F12 है तथा
q2 आवे शत कण ारा q1 पर आरो पत बल माना F21 है तो
F12
q1 q2
r 12 r 21
F21
| r 12 | = | r 21 |
r 12 = r 21
r = r
21 12
समीकरण (ii) से
kq q
F21 12 2 ( r 12 )
r
kq q
F21 12 2 r 12 ........... (iii)
r
समी. (i) व (iii) से
kq1q 2
r 12
F12 2
r
F21 kq1q 2 r
r2
12
F12
1
F21
F12 F21
Class : XII व ुत आवेश तथा े
न कष :
अत: प है क कूलॉम नयम यूटन क ग त के तीसरे नयम ( या त
या- या) के नयम क अनुपालना करता है ।
हल : दया गया है क -
9e F1 F2 2 c
r
(r )
K 9e q
F1
2
K 4e q
F2
q(r )2
संतुलन अव था म
F1 F2 0
Kq9e Kq4e
2
(r )2
9 4
2
(r )2
9 2
4 (r )2
2
9
4 r
3
2 r
3
r 2
2 3r 3
5 3r
3
r
5
: दो Q प रमाण के ब आवेश पर पर r री पर थत है । उनके म य ब पर q प रमाण का तीसरा आवेश रखा जाता
है । इसका मान एवं कृ त या हो क नकाय अ धकतम संतुलन (स पूण नकाय) म रह ?
हल : दया गया है क -
Class : XII व ुत आवेश तथा े
F1
'
F
Q q F2 Q
r
r ` r
2 2
KQQ
F1
r2
KQq
F' 2
r
2
F1 F' 0
KQQ KQq
2
0
r2 r
2
KQQ KQq
2
0
r2 r
2
Q 4q
Q
q
4
q1 q2
r
जब दोन आवे शत कण नवात म उप थत हो तो
Kq1q 2
Fv
r2
1
K ( o fuokZr ds laxr fo |rq 'khyrk )
4 0
Class : XII व ुत आवेश तथा े
1 q1q 2
Fv .............................. (i)
4 0 r 2
जब दोन आवे शत कण के म य मा यम उप थत हो तो
Kq1q 2
Fm
r2
1 q 1q 2
Fm .............................. (ii)
4 r 2
समी. (i) व (ii) से
1 q1q2
Fv 4 0 r 2
Fm 1 q1q 2
4 r 2
Fv 4
Fm 4 0
Fv
Fm 0
r / K
0
Fv
r / K
Fm 0
r 1
0
Fv
1
Fm
Fv Fm
r / K मा कहीन, वमाहीन रा श है ।
r
0
0r
8.85 1012 80
C2
8.85 1011 8
N.m 2
11 C2
70.8 10
N.m 2
: नवात् म रखे दो ब वत् आवेश के म य बल 18 N है । य द 1 mm मोटाई तथा 6 परावै ुतांक क एक काँच क
प ट् टका इन आवेश के म य रख द जाये, तब बल का मान ात क जए ?
हल : दया गया है क -
Fv 18N, r 6
Fv
r
Fr
Fv
Fm
r
Fm 3N
kq1q 2
Fm
r2
1 q 1q 2
Fm
4 r 2
q1q 2
Fm
4 0 r r 2
q1q 2
Fm
4 0 ( )r 2
1
0
Class : XII व ुत आवेश तथा े
q1q 2
Fm
1
4 0 ( )r 2
0
Fm 0
माना q1, q2, q3 .......... qn आवे शत कण परी ण आवेश q0 से r1, r2, r3 ............. rn रीय पर अव थत है । अत:
Fn
F3
F2
r1 q0 F1
q1 r2
r3
q2
r1 rn
r2 q3
r3
rn qn
kq q
अत: q1 आवे शत कण ारा q0 पर बल F1 12 0 r 1
r1
kq q
अत: q2 आवे शत कण ारा q0 पर बल F2 22 0 r 2
r2
kq q
अत: q3 आवे शत कण ारा q0 पर बल F3 32 0 r 3
r3
kq q
Fn n2 0 r n
rn
kq q kq q kq q kq q
Ft 12 0 r 1 22 0 r 2 32 0 r 3 ...... n2 0 r n
r1 r2 r3 rn
: 4c के अन त आवेश X-अ पर मश:: 1m, 2m, 4m, 8m, ..... पर रखे ह इन आवेश के कारण मूल ब पर रख
1C आवेश पर बल ात क जए ?
Class : XII व ुत आवेश तथा े
हल :
1C F1 A F2 B F3 C F4 D
O
4 c 4 c 4 c 4 c
1m
2m
4m
8m
K 1 4 106
F1 आरो पत (A से O क तरफ)
(1)2
K 1 4 106
F2 आरो पत (B से O क तरफ)
(2)2
K 1 4 106
F3 आरो पत (C से O क तरफ)
(4)2
K 1 4 106
F4 आरो पत (D से O क तरफ)
(8)2
अ यारोपण स ांत से
F F1 F2 F3 ......
1 1 1 1
F K 1 4 10 6 2 2
2
2
...........
(1) (2) (4) (8)
a
S
1 r
1
a : थम पद = 1
1
1
1
r : सावअनुपात = 4
1 4
1
Class : XII व ुत आवेश तथा े
1 4
S
1 3
1
4
4
F K 1 4 106
3
4
F 9 109 1 4 106
3
F 48 103 N (O क तरफ)
हल : A B C D
2cm
4cm
8cm
अ यारोपण स ांत से
F2 F3 F1 Ft
1 1 1
Ft K 4 1012
4 10
4
36 10 4
4 104
k 4 1012
Ft
36 104
Class : XII व ुत आवेश तथा े
9 109 1012
Ft
9 104
Ft 109 1012 104
Ft 101
Ft 10 N (B क तरफ)
व ुत े :
कसी आवे शत कण के चार तरफ उ प न वह े जसम वह अ य आवे शत कण ारा आकषण-
आकषण तकषण बल का अनुभव
करता है व ुत े कहलाता है ।
q
q
q
q
व ुत े
व ुत े क ती ता / व ुत े साम य (E)
कसी इकाई परी ण आवेश पर कायरत थर वै ुत बल व ुत े क ती ता के तु य होता है ।
F
E
q0
य द q 0 1C
EF
E एक स दश रा श है ।
E का मा क :
F N
q0 C
E का वमीय सू :
M1L1T2
[M1L1T3 A 1 ]
A1T1
E का अ य मा क
Class : XII व ुत आवेश तथा े
W
V
q0
Fd
V
q0
V E d
V
E
d
Volt
E
meter
ब आवेश के कारण व ुत े क ती ता :-
q0
q p
r
कूलॉम नयम से
Kqq
0
E
r2
व ुत े क ती ता से
F
E
q0
Kqq 0
E
r 2q 0
Kq
E
r2
Kq
F1 2 r
r
1
: स करो E
r3
Kq
E 2 r
r
r (r) r
r r r
r
r
r
Class : XII व ुत आवेश तथा े
Kq r
तो E 2
r r
Kq r
E 3
r
1
E 3
r
व ुत ुव :-
जब दो समान प रमाण के तथा वपरीत कृ त के आवेश पर पर अ प री (2a) पर उप थत होते है तो इस कार बना नकाय
व ुत ुव कहलाता है ।
HCl H+ — Cl-
व ुत ुव आघूण :-
व ुत ुव नकाय म कसी एक आवेश के प रमाण तथा दोन आवेश के म य क री के गुणनफल को व ुत ुव आघूण
कहते है ।
A C
-q +q
2a
व ुत ुव आघूण ( P ) = कसी एक आवेश का प रमाण -q से +q को मलाने वाला स दश
P q 2a
P एक स दश रा श है ।
P का मा क
P q 2a = कूलॉम मीटर
P क दशा
-q से +q क तरफ
P का अ य मा क
= डेबाई (Debye)
AP r a
Kq
E1 (P से A क तरफ)
(r a) 2
+q आवेश के कारण ब P पर व ुत े क ती ता
Kq
E2 (CP दशा म)
(CP)2
CP r a
Kq
E2 (CP दशा म)
(r a)2
अत: ब P पर कुल व ुत े क ती ता
E E 2 E1 (CP दशा म)
Kq Kq
E 2
(r a) (r a)2
1 1
E Kq 2
2
(r a) (r a)
(r a)2 (r a)2
E Kq 2 2
(r a) (r a)
r 2 a 2 2ra (r 2 a 2 2ra)
E Kq
(r 2 a 2 ) 2
r 2 a 2 2ra r 2 a 2 2ra)
E Kq
(r 2 a 2 )2
Kq 4ra
E
(r 2 a 2 )2
Class : XII व ुत आवेश तथा े
2(Krq 2a)
E
(r 2 a 2 )2
q 2a P
2KrP
E
(r 2 a 2 )2
व ुत ुव क नर पर उप थत कसी ब पर व ुत े क ती ता का प रकलन:-
रकलन
माना AC एक व त
ु ुव है जसके के ब O से नर के अनु दश r री पर एक ब P उप थत है जहाँ प रणामी
व ुत े क ती ता ात करनी है
E 2 Sin
E 2 cos
E p
E1 cos
r
E1 E2
E1 Sin
A C
-q +q
a O a
2a
-q आवेश के कारण ब P पर व ुत े क ती ता
Kq
E1 (PA दशा म)
(AP)2
AOP म
(AP)2 r 2 a2
Kq
E1 2 (PA दशा म)
r a2
Class : XII व ुत आवेश तथा े
+q आवेश के कारण ब p पर व ुत े क ती ता
Kq
E2 (CP दशा म)
(CP)2
COP से
(CP)2 r 2 a 2
Kq
E2 2 (CP दशा म)
r a2
अत: ब P पर
Kq
E1 E2
(r a 2 )
2
Ev E1 sin E2 sin
E1 E2
Ev E1 sin E1 sin 0
Kq
E2 cos
(r a2 )
2
AOP से
A a
cos
K AP
(AP)2 r 2 a 2
AP r 2 a
2Kq a
तो E 2 2
(r a ) r 2 a 2
Class : XII व ुत आवेश तथा े
Kq 2a
E 1
(r 2 a 2 )(r 2 a2 ) 2
Kq 2a
E 1
1
(r 2 a 2 ) 2
q 2a P
KP
E 3
2 2 2
(r a )
हल : दया गया है क -
n = 12,
बूंद क या = ?
बूंद का भार = व ुत बल
mg = qE ............. (i)
m
ले कन
V
m V
4 3
m r ............. (ii)
3
q ne ...................... (iii)
4 3
r g 3neE
3
Class : XII व ुत आवेश तथा े
3neE
r3
4g
1
3neE 3
r
4g
रा शय के मान रखने पर
1
3 12 1.6 1019 2.55 104 3
r 3
4 3.14 1.26 10 9.8
r 9.8 107 m
हल : दया गया है क -
q = 5x10-44C
F = 2.25 N
F 2.25
E 4.5 104 N / C
q 50 104
हल : दया गया है क -
q = 1.6 x 10-19C
O
2a = 1.28 A 1.28 10 10 m
P = q x 2a
= 2.048 x 10 -29 c × m
: वायु म एक- सरे से 30 cm री पर रखे दो छोटे आवे शत गोल पर मश: 2 x 10-7 C तथा 3 x 10-7 C आवेश ह ।
उनके म य बल ात करो ?
हल : दया गया है क -
q1 = 2 x 10-7 C
q2 = 3 x 10-7 C
Class : XII व ुत आवेश तथा े
30
r cm 0.3m
100
Kq1q 2
F
r2
9 109 2 10 7 3 10 7
F
(0.3)2
F 600 105
F 6 102 105
F 6 103 N
: दो एक समान तथा बराबर आवेश को 3 मीटर क री पर रखने पर उनके म य 1.6 यूटन का तकषण बल काय करता
है । येक आवेश का मान होगा ?
हल : दया गया है क -
q1 = q2 = 1 C
r=3
F = 1.6 N
Kq1q 2
F
r2
9 109 q 2
1.6
(3)2
9 109 q 2
1.6
9
1.6
9
q2
10
16 10 10 q 4 10 5
10
q 4 105
10
q 40 105 101
q 40 106 40 C
Class : XII व ुत आवेश तथा े
: कसी व तु को 5 x 10-19 C से धनावे शत करने के लये उसम से नकाले गये इले ॉन क सं या होगी ?
हल : दया गया है क -
q = 5 x 10-19 C
e = 1.6 x 10-19 C
q = ne
50 1019
n
1.6 1019
हल : दया गया है क -
P = 3.4 x 10-30 cm
q = 1.6 x 10-19 cm
P = q x 2a
3.4 10-30
2a
1.6 10-19
3.4
10-30 10+19 2a
1.6
2.12 10-11 2a
2a 2.12 10-11 m
O
: एक इले ॉन व ोटॉन 1 A री पर थत ह । नकाय का ुव आघूण है ?
हल : दया गया है क -
2a = 1 A = 1 x 10-10
O
P = q x 2a
P = 1.6 x 10-29 C x m
मा यम नरपे व ुतशीलता r o
1 o
1 8.85 1012
C2
8.885 1012
Nm 2
: व ुत े E म रखे q आवेश पर कायरत बल कतना होता है ?
हल : व ुत े E म रखे q आवेश पर कायरत बल F qE होता है ।
हल : mg qE (q=ne)
mg ne E (n=1)
mg e E
N
E 55.73 1012
C
: आवेश के C.G.S. तथा SI मा क के नाम ल खये । इनके म य या स ब ध है ?
SI - C (कूलॉम)
1 C = 3 x 109 टै ट कूलॉम
सम व ुत े म ुव पर कायरत बल आघूण :-
माना AC एक व ुत ुव है जसे एक समान व ुत े म कोण पर रखा गया है इस ुव पर समान प रमाण के
पर तु वपरीत दशा म बल कायरत होते ह जो मलकर बल यु म का नमाण करते है जसे बल आघूण कहते है । जसके
भाव म यह ु व ुत े क दशा म व था पत होता है ।
व
Class : XII व ुत आवेश तथा े
+qq F1=qE
2a
F2=qE
A
-qq B
अत: ुव पर कायरत बल
F1 qE ( E क दशा म)
F2 qE ( E के वपरीत दशा म)
ABC से
1 BC
sin
K AC
BC
sin
2a
BC 2asin तो
qE 2asin
E q 2asin
P q 2a
PE sin
PE
एक स दश रा श है ।
का मा क :-
Class : XII व ुत आवेश तथा े
N
cm N m Joule
c
का वमीय सू = [M1L2T-2]
Case 1 :- यद 0 PE
PE sin
0
Case 2 :- य द 900 PE
PE sin
PE
max PE
C
+q
B'
A' 2a
+q E
-q
2
-q 1
A
अत: व ुत े म व
ु पर कायरत बल आघूण :
PE sin
dw d
dw PE sin d
2
1
w dw
2
1
w PE sin d
2
w PE[ cos ]
1
w PE[cos 2 cos 1 ]
w PE[ cos 2 cos 1 ]
w PE[cos 1 cos 2 ]
Class : XII व ुत आवेश तथा े
Case 1 :- य द 1 00 2 900
w PE[cos 1 cos 2 ]
w PE[cos 0 cos 90]
w PE[1 0]
w PE
Case 2 :- य द 1 00 2 1800
w PE[cos 1 cos 2 ]
w PE[cos 0 cos180]
w PE[1 ( 1)]
w PE[2]
w 2 PE
Case 3 :- य द 1 900 2 1800
w PE[cos 1 cos 2 ]
w PE[cos 90 cos180]
w PE[0 ( 1)]
w PE
ुव म सं चत व ुत थ तज ऊजा :-
एक समान व ुत े म व ुत ुव को शू य ऊजा तर से कोण तक घुमाने म कया गया काय व ुत ुव म
सं चत थ तज ऊजा के तु य होता है ।
w PE[cos 1 cos 2 ]
1 900
2
w PE[cos 90 cos ]
w PE[0 cos ]
w PE cos
व ुत बल रेखाएँ :-
व ुत बल रेखाएँ वे का प नक रेखाएँ होती है जो व ुत े क ती ता क दशा को कट करती है ।
या
+q
Class : XII व ुत आवेश तथा े
व ुत बल रेखा का नमाण :-
1. एकल धनावेश के कारण :
एकल धनावेश के कारण व ुत बल रेखाएँ धनावेश से ार भ होती है और अनंत पर समा त हो जाती है । इस थतम
यह गोलाकार े न मत करती है ।
गोलाकार ( व ुत े )
+q
-q
+q -q
E=0
+q
+q
उदासीन े
Class : XII व ुत आवेश तथा े
व ुत बल रेखा के गुण :-
1. यह का प नक रेखाएँ होती है ।
E
अ य मह वपूण
: दो ब आवेश 5C तथा 5C पर पर 1 cm क री पर रखे ह । इनके म य ब से 0.30 m क री पर (i)
अ ीय थ त म तथा (ii) नर ीय थ त म व ुत े क ती ता क गणना क जए ?
हल : दया गया है क
q = 5x10-66C
2a = 1 cm = 10-2 m
r = 0.30 m = 30 x 10-2 m
2KP
(i) अ ीय थ त म
r3
2 9 109 5 10 6 90 10 3 10 2
(30 10 2 )3 (30 10 2 )3
9 10 10 3 10 2 9 104 102
27000 106 27 103 106
9 102 103
0.333 105
27
0.333
105 3.33 10 2 10 2
1000
Class : XII व ुत आवेश तथा े
3.33 104 यूटन/कूलॉम
KP
(ii) नर ीय थ त म E 3
r
9 109 5 10 6 10 2
(30 10 2 )3
45 109 10 8
27 10 3 106
1.67 101 10 3
N
1.67 104
C
: दो आवेश 1000 C पर पर 2 mm र थत है, व ुत ुव को 15 x 104 N/C के एक समान व ुत े म े
0
से 30 कोण पर रखा गया है । ुव पर कायरत बलाघूण क गणना क जए ?
हल : दया गया है क
q = 1000 = 10-3 C
2a = 2 mm = 2 x 10-3 m
E = 15 x 104 N/C
30 0
PE sin
q (2a) E sin
1
106 104 30
2
10 2 15
15 102 Nm
: एक ब आवेश q1 2C ब A (2m, 1m) पर तथा सरा ब आवेश q1 5C ब B (-2m, 4m) पर
अव थत है । q1 पर q2 ारा लगाया गया बल ात क जए ?
हल : दया गया है क
Kq1q 2
F
r2
Class : XII व ुत आवेश तथा े
r (x 2 x1 )2 (y 2 y 1 )2
r ( 2 2)2 (4 1)2
r 25 5
हल : qE ma
q
a E
m
q
a
m
ae q e m p
ap q p m e
ae m p
ap m e
: दो प रमाण म समान वजातीय आवेश पर पर कुछ री पर रखे ह उनके म य F यूटन बल कायरत है । य द एक आवेश
का 75% सरे आवेश को थाना त रत कर दया जाये तब उनके म य बल पूव मान का कतना गुना हो जायेगा
Kq1q 2
हल : F
r2
Kq 2
F
r2
75 3q
q' q
100 4
3q
q'
4
शेष q q'
3q
q
4
4q 3q
4
q
4
Class : XII व ुत आवेश तथा े
वृ q q'
3q
q
4
7q
4
q
F' K
4
7 Kq 2
F' 2
16 r
7
F' F
16
: दो समान धातु के गोले 10 C एवं 20 C आवेश से आवे शत कये गये ह य द इनको एक सरे के स पक म लाकर
अलग कर पुन: उसी री पर रख दया जाये तब दान अव था म बल का अनुपात ात क जये ?
हल :
10 C r 20 C
K 10 106 ( 20) 10 6
F
r2
10 C 20 C
5 C 5 C
25 10 12
F' K
r2
200 1012 K
F1 r2
F' 25 10 12 K
r2
F1 8
F' 1
Class : XII व ुत आवेश तथा े
: भुजा a वाले एक समबा भुज के शीष A और B पर समान आवेश q है । भुज के ब C पर व ुत े का
प रमाण ात क जये ? C
a a
A q q B
a
हल :
E1 E E
2
C
600
a a
A q q B
a
Kq Kq
E1 2
, E2
(a) (a)2
2 2
Kq Kq Kq Kq
E 2 2 2 2 2 cos
(a) (a) (a) (a)
2 2
Kq Kq
E 2 2 2
(a) (a)
2
Kq
E 2 (2 1)
(a)
Kq N
E 3
(a)2 C
हल : दया गया है क
KQ1Q 2
F
r2
Q Q1 Q 2
Class : XII व ुत आवेश तथा े
KQ1 (Q Q1 )
F
r2
KQ1Q KQ12
F 2
r2 r
dF KQ K
2 (1) 2 (2Q1 )
dQ1 r r
dF KQ 2KQ1
2
dQ1 r r2
dF
0
dQ1
KQ 2KQ1
0
r2 r2
KQ 2KQ1
r2 r2
Q 2Q1
Q
Q1
2
: दो ब आवेश q1 तथा q2 के म य री 3 m है । इन आवेश का योग 20 C है । य द एक आवेश सरे आवेश को
0.075 N के बल से तक षत कर तब दान आवेश के मान ात करो ?
हल : दया गया है क
q1 q 2 20 C ......... (i)
Kq1q 2
F 0.075 N
r2
Kq1q 2
0.075 N
9
0.075
q1q 2
109 103
75
q 1q 2
1012
(q1 q 2 ) 10 106
q1 q 2 105
q1 q 2 20 106
2q1 105 (2 1)
2q1 3 105
3
q1 10 5
2
q1 1.5 105
1.5
q1 105
10
q1 15 105 101
q1 15 106
q1 15C
q1 q2 20C
q2 20C 15C
q2 5C
हल : दया गया है क
E cons tant
qE mg
a g
Class : XII व ुत आवेश तथा े
qE ma
q
a E
m
q
a
m
q
a E
m
qp
ap E
mp
qD
aD E
mD
q
a E
m
qp qD q
ap : a D : a :: : :
mp mD m
qp qp 2qp
: :
mp 2mp 4mp
1 1
1 : : 2 :1 :1
2 2
: कोई इले ॉन 2.0 x 104 N/C प रमाण के एक समान व ुत े म 1.5 cm री तक गरता है । े का प रमाण
समान रखते ए इसक दशा उ मत कर द जाती है तथा अब कोई ोटॉन इस े म उतनी ही री तक गरता है ।
दोन करण म गरने म लगे समय क गणना क जए । इस प र थ त क 'गु व के अधीन मु पतन' से तुलना
क जए ?
हल : दया गया है क
- - - + + +
-e +e
+ + + - - -
mg qE
ag
mea qE
mea neE (n 1)
ma eE
Class : XII व ुत आवेश तथा े
eE
ae
me
1 2
s ut at
2
u0
1
S 0 at 2
2
1 2
S at
2
1
1.5 102 35 1014 t 2
2
1.5 102 2 2
t
35 1014
3
1010 t 2
35
t 0.085 1019
0.29
t 108
100
t 29 10 10
t 2.9 10 9 sec
eE
II ap
me
3.2 1015
ap
1.67 1027
Class : XII व ुत आवेश तथा े
3.2 1015 1027
ap
1.67
1 2
S at
2
1.5 102 2
t2
1.91 1012
t 2 1.57 10 14
t 1.57 1014
t 1.25 10 7 sec
: a भुजा वाले समबा भुज ABC के शीष पर तीन आवेश +2a, -q तथा -q को मश:: A, B एवं C च के अनुसार
रखा गया है । इस नकाय का ुव आघूण ात क जये ?
A
+2q
a a
B -q C
a
हल : दया गया है क
P
P1 P2
600
+2q A
600
a a
B -q C
a
P1 P2 P
R P2 P2 P2
R 3P
R 3qa
हल : दया गया है क
P 4 109 Cm
E 5 104 NC1
30 0
PE sin
1
4 109 5 104
2
10 10 5
104 Nm
हल : दया गया है क
q1 10 106 C
q 2 10 106 C
2a 2cm 2 102
P q 2a
P 10 10 6 2 10 2
P 10 10 8 2 10 7
r 60cm 60 102
Class : XII व ुत आवेश तथा े
2KP
अ ीय E
r3
2 9 109 2 10 7
E
(60 10 2 )3
36 102
E
216000 106
36 102
E
216 103 106
E 0.166 10 2 10 3
E 0.167 10 5
N
E 1.67 104
C
नर ीय रेखा पर व ुत े क ती ता
Kp Ea
Ee
r3 2
0.83 10 यूटन/कूलॉम
4
O
2 cm 900
D +Q -Q C
हल : दया गया है क
OA के लए
ADC से
AC 2 AD 2 CD 2
AC 2 2 2 2 2
AC 2 4 4
AC 8
Class : XII व ुत आवेश तथा े
AC 4 2
AC 2 2 cm
AC 2 OA
OA 2 2
OA 2 102 m
Kq K 2Q 2 KQ
E1
r 2 2 2
( 2 10 ) 2 10 4
Kq K Q KQ
E2
r 2 2 2
( 2 10 ) 2 104
Kq K 2Q 2 KQ
E3
r 2 2 2
( 2 10 ) 2 104
Kq K Q 2 KQ
E4 2
4
r ( 2 102 )2 2 10
E' E1 E2
2KQ KQ
E' 4
2 10 2 104
KQ
E'
2 104
E'' E3 E4
2KQ KQ
E'' 4
2 10 2 104
KQ
E''
2 104
90 0
cos 0
KQ 2 KQ 2
E 4
4
0
2 10 2 10
KQ 2
E 2 1
2 10
Class : XII व ुत आवेश तथा े
KQ
E 2
2 101
E 9 2 103 102
N
E 9 2 105
C
BA के समा तर
हल : दया गया है क
q=10-8 q=10-8
E1 O E2
(2) (1)
(i) (-0.1,0,0)
0.1,0,0) m -0.1,0,0)
0.1,0,0) m
E E1 E2
Kq Kq
E 2
r2 r
Kq Kq
E 2
( 0.1) ( 0.1)2
Kq Kq
E
0.01 0.01
E0
हल (ii) E E1 E2
Kq Kq
E 2
(0.3) (0.1)2
Kq Kq
E
0.09 0.01
Kq Kq
E
0.09 0.01
Kq 100 Kq 100
E
9 1
Class : XII व ुत आवेश तथा े
Kq 100 9 Kq 100
E
9
Kq 100
E (1 9)
9
E 109 10 8 10 3
N
E 1 104
C
हल (iii) E1 E2
E1 cos E2 cos 0
( नर त)
E E1 sin E2 sin
2Kq 2 9 109 10 8 1
E 2
sin 450 E
r (0.1)2 2
18 10 8 109 1 18 10
E E 6.36 103 N/C
0.1 1.414 2 0.01414
: चार समान आवेश येक q मान का, a भुजा वाले वग के चार कोन पर थत है । येक आवेश पर शेष आवेश के
कारण प रणामी बल ात क जए ?
Kqq
हल : दया गया है क F1 2 (BC दशा म )
a
Kqq
F2 2 (DC दशा म )
a
F1 व F2 का प रणामी बल
F F1 F2 2F1 F1 cos 900
2
Kq 2 Kq 2
2
F 2 2 0
a a
Kq 2
2
F 2 2
a
Class : XII व ुत आवेश तथा े
Kq 2
F 2 2
a
Kqq
F3 (AC दशा म )
(AC)2
AC a 2 a 2
AC 2a 2
AC a 2
Kq 2
AC (AC दशा म )
(a 2)2
Kq 2 Kq 2 Kq 2 1
F F F3 F 2 2 F 2 2
a (a 2)2 a 2
हल : दया गया है क
q q q 0
B C B A
kq2
F
q/2 r2 q/2 q q/2
B A C A
3q 3q
4 4
q q/ 2 3q
C r A
2 4
q
3q
2
B r C 4
Kq 3q
3 Kq 2 3
F' 2 2 4 F' F' F
r 8 r2 8