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टोपी शुक्ला
टोपी शुक्ला
3. टोपी शक्
ु ला
लेखक - राही मासमू रजा
प्रश्नों के उत्तर
• प्रश्न 1. इफ्फ़न-टोपी शक्
ु ला की कहानी का महत्त्वपर्
ू ण हहस्सा सकस हरह से ह?
उत्तर- इफ्फफन ‘टोपी शक्
ु ला’ कहानी का महत्त्वपर्
ू ण हहस्सा ह, क्योंसक टोपी शक्
ु ला
की पहली दोस्ही इफ्फफन के साथ ही हुई थी। इफ्फ़न के बिना टोपी शुक्ला का
जीवन अधूरा ह। इफ्फ़न के बिना टोपी की कहानी को समझा नहीं जा सकहा।
दोनों अलग-अलग मजहि के होहे हुए भी एक-दस
ू रे से अटूट रूप से जड
ु े हुए ह। ।
उत्तर- दस अक्हि
ू र सन ् पह
। ाललस को इफ़्फ़न के वपहा का हिादला हो
गया और वे चले गए। उसके वप्रय दोस्ह के चले जाने से वह िहुह दख
ु ी
हुआ। उसने कसम खाई सक वह कोई ऐसा दोस्ह नहीं िनाएगा जजसके
वपहा की िदली हो। एक हो इफ़्फ़न की दादी जजससे वह िहुह प्यार
करहा था वह नहीं रहीं सफर इफ़्फ़न चला गया हो यह हदन उसके ललए
महत्वपूर्ण हदन िन गया।
प्रश्न 6. टोपी ने इफ़्फ़न से दादी िदलने की िाह क्यों कही?
उत्तर: इफ़्फ़न की दादी टोपी को िहुह प्यार करही थीं। उसे कहातनयााँ
सन
ु ाही थीं। उनकी मीठी-मीठी िोली उसे तहल के लडू या शक्कर,गड
ु
जसी लगही थी। वह इफ़्फ़न की दादी से िहुह प्यार करहा था । टोपी
की मााँ भी ऐसा ही िोलही थीं परन्हु उसकी दादी उसे िोलने नहीं देही
थी। उधर इफ़्फ़न के दादा जी व अम्मी को उनकी िोली पंसद नहीं थी।
यही सि सोचकर टोपी ने दादी िदलने की िाह की।
प्रश्न 7.. पूरे घर में इफ़्फ़न को अपनी दादी से ववशेष स्नेह क्यों था?
उत्तर- इफ़्फ़न की दादी उसे िहुह प्यार करही थीं, हर हरह से उसकी
सहायहा करही थीं। उसके अब्ि,ू अम्मी उसे डााँटहे थे, उसकी िाजी और
नज
ु हह भी उसको परेशान करही थीं लेसकन दादी उसे कभी नहीीँ डााँटही
थी। उसको राह में अनार परी, िहराम डाकू जसी अनेक कहातनयााँ
सुनाही थीं। इसी कारर् वह अपनी दादी से प्यार करहा था।
प्रश्न 8. इफ़्फ़न की दादी के देहान्ह के िाद टोपी को उसका घर खाली
सा क्यों लगा?
उत्तर- इफ़्फ़न की दादी जजहना प्यार इफ़्फ़न को करही उहना ही टोपी
को भी करही थीं, टोपी से अपनत्व रखही थीं। उसे भी कहातनयााँ सुनाही
थीं, उसकी मााँ का हाल चाल पछ
ू ही। उनकी मत्ृ यु के िाद टोपी को ऐसा
लगा मानो उस पर से दादी की छत्रछाया ही खत्म हो गई ह। इसललए
टोपी को दादी की मत्ृ यु के िाद इफ़्फ़न का घर खाली सा लगा।
प्रश्न 9. टोपी और इफ़्फ़न की दादी अलग-अलग मजहि और जातह के
थे पर एक अनजान अटूट ररश्हे से िाँधे थे। इस कथन के आलोक में
अपने ववचार ललखखए।