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Varni Abhinandan Granth

Folder No. 012085


Granth Name Varni Abhinandan Granth
Author Khushalchandra Gorawala
Publisher Varni Hirak Jayanti Mahotsav Samiti
Edition 1
Year 1950
Pages 716

वर्णी अभभनंदन ग्रंथ

फोल्डर नं. ०१२०८५


ग्रन्थ वर्णी अभभनंदन ग्रंथ
लेखक खुशालचन्र गोरावाला
प्रकाशक वर्णी भहरक जयंती महोत्सव सभमभत
आवृभि १
प्रकाशन वषष १९५०
पृष्ठ ७१६

मुख्य टाइटल
भवषयसूची ----------------------------------------------------------------------------------------------------------- ३
प्रकाशकीय ----------------------------------------------------------------------------------------------------------- ७
सम्पादकीय--------------------------------------------------------------------------------------------------------- १०
आभार ------------------------------------------------------------------------------------------------------------- १४
श्रद्ांजभल संस्मरर्ण --------------------------------------------------------------------------------------------------- ३
दशषन तथा धमष ------------------------------------------------------------------------------------------------------- १
अभस्त नाभस्त वाद ----------------------------------------------------------------------------------------------- ३
शब्द नय --------------------------------------------------------------------------------------------------------- ९
स्याद्वाद औऱ सप्तबंगी ------------------------------------------------------------------------------------------ २०
जैन दशषन का उपयोभगतावाद एवं सांख्य तथा वेदान्त दशषन --------------------------------------------------- २६
जैन प्रमार्ण चचाष में आचायष कु न्दकु न्दकी देन ------------------------------------------------------------------- ३७
जैन न्याय का भवकास ----------------------------------------------------------------------------------------- ४६
आत्म और अनात्म --------------------------------------------------------------------------------------------- ६१
बौद् प्रमार्ण भसद्ान्तों की जैन समीक्षा ------------------------------------------------------------------------ ६५
जैन दशषन ------------------------------------------------------------------------------------------------------ ७९
जैन धमष तथा दशषन -------------------------------------------------------------------------------------------- ८६
जगतकी रचना और उसाक प्रबन्ध ----------------------------------------------------------------------------- ९५
मानव जीवन में जैनाचार की उपयोभगता ------------------------------------------------------------------- १०५
अनन्तकी मान्यता ------------------------------------------------------------------------------------------- ११४
अहहसाकी पूवष परम्परा -------------------------------------------------------------------------------------- ११९
जैनधमष में अहहसा ------------------------------------------------------------------------------------------- १२४
जैनाचार तथा भवश्व समस्याएं ------------------------------------------------------------------------------- १३२
जैन धमष की ओर एक दृभि ----------------------------------------------------------------------------------- १४२
वेदनीय कमष और परीषह ------------------------------------------------------------------------------------ १४६
अहहस की साधना ------------------------------------------------------------------------------------------- १५२
जीव और कमष का भवश्लेषर्ण ---------------------------------------------------------------------------------- १५८
भशक्षा की दृभि से समाभधमरर्ण का महत्त्व ------------------------------------------------------------------- १६०
प्रत्येक आत्मा परमात्मा है ----------------------------------------------------------------------------------- १६३
जैन प्रतीक तथा मूर्ततपूजा ----------------------------------------------------------------------------------- १६७
जैन धमष में काल रव्य ---------------------------------------------------------------------------------------- १७२
जैन धमष तथा सम्पभि --------------------------------------------------------------------------------------- १७६
इभतहास साभहत्य ------------------------------------------------------------------------------------------------- १९३
जैन धमष का आदद देश --------------------------------------------------------------------------------------- १९३
जैनाचायष और बादशाह मोहम्मदशाह ----------------------------------------------------------------------- १९८
राष्ट्रकू ट काल में जैन धमष ------------------------------------------------------------------------------------ १९९
कौलधमष का पररचय ----------------------------------------------------------------------------------------- २०७
भगवान महावीर की भनवाषर्ण भूभम -------------------------------------------------------------------------- २११
ताभमल प्रदेश में जैन धमाषवलम्बी ---------------------------------------------------------------------------- २१५
मथुरा के प्राचीन टीले --------------------------------------------------------------------------------------- २२३
मथुरा से प्राप्त दो नवीन जैनाभभलेख ------------------------------------------------------------------------- २२९
पुरातत्त्व की शोध औऱ जैनों का किषव्य ---------------------------------------------------------------------- २३२
महावीर स्वामी की पूवष परम्परा ---------------------------------------------------------------------------- २३७
भारतीय इभतहास और जैन भशलालेख ----------------------------------------------------------------------- २४३
कारकलका भैररस राजवंश ---------------------------------------------------------------------------------- २४७
ग्वाभलयर का तोमरवंश और उसकी कला ------------------------------------------------------------------- २५३
प्राचीन भसन्ध प्रान्त में जैन धऱ्म ----------------------------------------------------------------------------- २५९
कु ण्डलपुर अभतशय क्षेत्र ------------------------------------------------------------------------------------- २६६
पौराभर्णक जैन इभतहास -------------------------------------------------------------------------------------- २७०
साद्ष भद्वसहस्राभितक वीर शासन ---------------------------------------------------------------------------- २९२
संस्कृ त साभहत्य के भवकास में जैन भवद्वानों का सहयोग ------------------------------------------------------ ३१०
स्वामी समन्तभर तथा पाटभलपुत्र --------------------------------------------------------------------------- ३१९
भतलोयपण्र्णिी और यभतवृषभ ------------------------------------------------------------------------------ ३२३
जैन साभहत्य और कहाभन ------------------------------------------------------------------------------------ ३५८
जैन साभहत्यमें राजनीभत ------------------------------------------------------------------------------------ ३६१
सागारधमाषमृत और योगशास्त्र ------------------------------------------------------------------------------- ३७०
सम्यक्तत्वकौमुदी के किाष ------------------------------------------------------------------------------------- ३७५
स्वामी समन्तभरका समय और इभतहास -------------------------------------------------------------------- ३८०
काव्यप्रकाश संकेतका रचनाकाल ---------------------------------------------------------------------------- ३९५
महाकभव रइधू ----------------------------------------------------------------------------------------------- ३९८
पाइय साभहत्यका हसहावलोकन ----------------------------------------------------------------------------- ४१६
प्रश्नोिर रत्नमालाका किाष ----------------------------------------------------------------------------------- ४१९
जैन कथाओंकी योरूप यात्रा --------------------------------------------------------------------------------- ४२३
उिराध्ययन सूत्र का भवषय ---------------------------------------------------------------------------------- ४२६
औपपाभतक सूत्र का भवषय ----------------------------------------------------------------------------------- ४३२
धवलादद भसद्ान्त ग्रन्थों का पररचय ------------------------------------------------------------------------ ४३७
अज्ञात नाम कतृषक व्याकरर्ण --------------------------------------------------------------------------------- ४४१
कन्नड़ भाषा को जैनों की देन -------------------------------------------------------------------------------- ४४५
एक अज्ञात कन्नड़ नाटककार --------------------------------------------------------------------------------- ४५०
भारतीय अश्वागम ------------------------------------------------------------------------------------------- ४५३
जैन पुरार्णों के स्त्रीपात्र -------------------------------------------------------------------------------------- ४५६
संतों का मत ------------------------------------------------------------------------------------------------- ४६०
मध्ययुगीन सन्तसाधना के जैन मागषदशषक ------------------------------------------------------------------- ४६५
भारतीय ज्योभतष का पोषक जैन ज्योभतष ------------------------------------------------------------------- ४६९
भारतीय गभर्णत के इभतहास के जैन स्रोत -------------------------------------------------------------------- ४८५
आयुवेदका मूल प्रार्णवाद ------------------------------------------------------------------------------------ ५०५
स्वास््य के मूल आधार -------------------------------------------------------------------------------------- ५०७
धमषप्रचार और समासजसेवा --------------------------------------------------------------------------------- ५१०
जैन समाज का रूप भवज्ञान ---------------------------------------------------------------------------------- ५१४
बुन्देलखण्ड ------------------------------------------------------------------------------------------------------- ५१६
मातृभूभमके चरर्णों मं भवन्ध्यप्रदेशका दान -------------------------------------------------------------------- ५१६
भगररराज भवन्ध्याचल ---------------------------------------------------------------------------------------- ५२३
खजुराहा के खण्डहर ----------------------------------------------------------------------------------------- ५२७
बुन्देलखण्डमें नौ वषष ---------------------------------------------------------------------------------------- ५३७
बुन्देलखण्ड का स्त्री समाज----------------------------------------------------------------------------------- ५४३
स्व पं. भशवदशषनलाल वाजपेयी ------------------------------------------------------------------------------ ५४९
स्व. बाबू कृ ष्र्णबलदेवजी वमाष ------------------------------------------------------------------------------- ५५७
बुन्देली लोक कभव ईसुरी ------------------------------------------------------------------------------------ ५६३
गुरूवर गर्णपभतप्रसाद चतुवेदी ------------------------------------------------------------------------------- ५७३
जीवनके खण्डहर -------------------------------------------------------------------------------------------- ५७८
अभागा ------------------------------------------------------------------------------------------------------ ५८३
मनसुखा और कल्ला ----------------------------------------------------------------------------------------- ५८७
मैं मन्दादकभनकी धवलधार ---------------------------------------------------------------------------------- ५९०
सुजान अहीर ------------------------------------------------------------------------------------------------ ५९१
महाभारत काल में बुन्देलखण्ड ------------------------------------------------------------------------------ ५९३
भचत्रा ------------------------------------------------------------------------------------------------------------- ६०५

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