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अतिरिक्त अभ्यास प्रश्न पत्र (2023-2024)

त िंदी (ब) कोड सिंख्या 085

कक्षा – दसवी िं

तिर्ाारिि समय : 3 घिंटे पूर्ाांक : 80

सामान्य निर्दे श –

 इस प्रश्न-पत्र में र्दो खंड हैं - ‘अ, तथा ’ब’।


 खंड ‘अ’ में उपप्रश्नों सनहत 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं । नर्दए गए निर्दे शों का पालि करते हुए
कुल 40 प्रश्नों के ही उत्तर र्दीनिए।
 खंड ‘ब’ में वर्णिात्मक प्रश्न पूछे गए हैं , आं तररक नवकल्प भी नर्दए गए हैं ।
 निर्दे शों को बहुत सावधािी से पनिए और उिका पालि कीनिए।
 र्दोिों खंडों के कुल 18 प्रश्न हैं । र्दोिों खंडों के प्रश्नों के उत्तर र्दे िा अनिवार्ण है ।
 र्थासंभव र्दोिों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रम से नलखखए।

खिंड – अ (वस्तुपिक प्रश्न)

प्रश्न 1. निम्ननलखखत गद्ांश को ध्यािपूवणक पढ़कर इसके आधार पर सवाणनधक उपर्ुक्त उत्तर वाले नवकल्प
चुिकर नलखखए – (1x5=5)

इसरो िे चंद्रर्ाि–3 अनभर्ाि को सफल बिािे के नलए निस र्दक्षता का पररचर् नर्दर्ा, वह पूरी र्दु निर्ा के
नलए एक नमसाल है । इस अनभर्ाि की बारीनकर्ों में िाकर उसे सफल बिािे का िैसा काम नकर्ा, वैसा
अन्य क्षेत्रों में भी इसनलए नकर्ा िािा चानहए, क्ोंनक कई बार निमाण र् कार्ों की गुर्वत्ता र्ा नफर उिकी
नडज़ाइि र्दोर्म र्दज़े की रहती है ।
चंद्रर्ाि–3 की सफलता के पीछे चंद्रर्ाि–2 की असफलता से नलए गए सबक भी हैं । 2019 में िब
चंद्रर्ाि–2 अपिा अनभर्ाि पूरा िहीं कर पार्ा था, तब र्दे शवानसर्ों को निराशा हुई थी। कुछ र्दे शों के
लोगों िे तो इसरो का मज़ाक उड़ाते हुए र्हााँ तक कहा था नक भारत एक गरीब र्दे श है और उसे पहले
अपिी बुनिर्ार्दी समस्याओं को र्दूर करिा चानहए। र्ह भी कहा गर्ा था नक आखखर भारत चााँ र्द पर िािे
का सपिा ही क्ों र्दे ख रहा है ? इसरो िे इि सभी आलोचकों के मुाँह बंर्द कर नर्दए। इि आलोचकों को इस
पर ध्याि र्दे िा चानहए नक भारत एक ओर िहााँ गरीबी से पार पािे की हर संभव कोनशश कर रहा है , वहीं
नवज्ञाि एवं तकिीकी क्षेत्र में भी अपिे कर्दम तेज़ी से बढ़ा रहा है । वास्तव में र्ही वह उपार् है , निससे वह
आत्मनिभणर बि सकता है । सरकार िे वतणमाि कालखंड को अमृतकाल का िाम नर्दर्ा है और र्ह संकल्प
नलर्ा है नक 2047 तक भारत को नवकनसत र्दे श बिािा है । (साभार – र्दै निक
िागरर्)

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(1) ‘चंद्रर्ाि–3 की सफलता के पीछे चंद्रर्ाि–2 की असफलता से नलए गए सबक भी हैं ’ -
कथि पढ़कर सही नवकल्प का चर्ि कीनिए -
(i) असफलता से हम सीख लेते हैं ।
(ii) असफलता हमें सोचिे पर नववश करती है ।
(iii) सफल होिे के नलए असफलता आवश्यक है ।
(iv) सफल होिे के नलए गुर्वत्ता आवश्यक िहीं है ।

नवकल्प

(A) कथि (i) सही है । (B) कथि (i) व (ii) सही है ।


(C) कथि (ii) व (iii) सही है । (D) कथि (iii) व (iv) सही है ।

(2) चंद्रर्ाि–3 की सफलता में नकसकी भूनमका सवाण नधक महत्वपूर्ण है ?

(A) वैज्ञानिकों की (B) सरकार की (C) र्दे शवानसर्ों की (D) तकिीकी नवशेषज्ञों की

(3) ‘बुनिर्ार्दी सुनवधाओं’ से क्ा आशर् है ?


(A) नबिली, पािी, सड़कें (B) स्कूल, कॉलेि, अस्पताल
(C) भोिि, कपड़ा, मकाि (D) नशक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार

(4) ‘इसरो िे इि सभी आलोचकों के मुाँह बंर्द कर नर्दए’ कथि से निष्कषण निकलता है - इसरो िे
(A) आशातीत सफलता प्राप्त की।
(B) अनभर्ाि पूरा िहीं नकर्ा ।
(C) वतणमाि कालखंड को अमृतकाल कहा ।
(D) इस अनभर्ाि में नकसी की िहीं सुिी।

(5) निम्ननलखखत कथि (A) तथा कारर् (R) को ध्यािपू वणक पनढ़ए। उसके बार्द नर्दए गए नवकल्प में से कोई
एक सही नवकल्प चुिकर नलखखए।

कथि (A) – आत्मनिभणर बििे के नलए अन्तररक्ष के क्षे त्र में कर्दम बढ़ािा आवश्यक है ।
कारर् (R) – भारत को 2047 तक नवकनसत राष्ट्र बिािा है ।

(A) कथि (A) गलत है , नकंतु कारर् (R) सही है ।


(B) कथि (A) और कारर् (R) र्दोिों ही गलत हैं ।
(C) कथि (A) सही है और कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या है ।
(D) कथि (A) सही है नकंतु कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या िहीं है ।

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प्रश्न 2. निम्ननलखखत गद्ां श को ध्यािपूवणक पढ़कर इसके आधार पर सवाण नधक उपर्ुक्त उत्तर वाले
नवकल्प चुिकर नलखखए – (1x5=5)

राष्ट्रीर् पाठ्यक्रम फ्रेमवकण 2023 में प्रस्तानवत बर्दलाव स्कूली नशक्षा के स्वरूप और उसके द्वारा
नवद्ानथणर्ों के शैनक्षक नवकास की दृनष्ट् से बहुत महत्वपूर्ण रचिात्मक, सुनवचाररत और सकारात्मक हैं ।
इसमें पहला सबसे महत्वपू र्ण बर्दलाव सीखिे के कौशलों पर बल र्दे िा है । िए फ्रेमवकण में इस बात पर बल
है नक नवद्ाथी की ि केवल ज्ञाि में बढ़ोतरी हो बखि वह िर्ा ज्ञाि अनिणत करिे के कौशल, ज्ञाि को
िीवि में लागू करिे और सॉफ्ट खस्कल्स व पेशेवर कौशल अनिणत करके समाि के नलए अनधक उपर्ोगी
िागररक बि सके। पाठ्यक्रम में नवनभन्न मूल्ों पर भी बल नर्दर्ा गर्ा है । इिमें लोकताखिक मूल्ों का
सम्माि, पर्ाण वरर् की रक्षा, गररमा, नवनवधता की सराहिा, िीवर्दर्ा, समािता आनर्द शानमल हैं । र्दूसरा
महत्वपूर्ण बर्दलाव नवद्ानथणर्ों को नवषर् चुििे में छूट र्दे िा है । नवद्ानथणर्ों को सीखिे की आज़ार्दी र्दे िे व उन्हें
कररर्र में फाँसे रहिे की बिार्, अपिी रुनचर्ों को आगे बढ़ािे की सुनवधा र्दी गई है । तीसरा महत्वपूर्ण
बर्दलाव सीखिे में भाषाओं और उिमें भी भारतीर् भाषाओं पर बल र्दे िा है । इस प्रस्ताव में भारतीर्
भाषाओं पर बल र्दे िे से एक तो नवद्ानथणर्ों को अपिी भाषाएाँ सीखिे का अवसर नमलेगा, साथ ही भारत
की अन्य भाषाओं को सीखिे से उन्हें भारत से गहि पररचर् प्राप्त करिे में मर्दर्द नमलेगी।
(साभार – अमर उिाला)

(1) गद्ां श की नवषर्वस्तु का आधार है –


(A) भारतीर् भाषा (B) नवर्दे शी नशक्षा
(C) बाल केखित नशक्षा (D) परं परागत नशक्षर्

(2) सीखिे के कौशलों पर बल नर्दर्ा िािा क्ों आवश्यक है ?


(A) नवर्दे शों से प्रनतस्पधाण के नलए (B) कौशल पररवतणि के नलए
(C) सामानिक लाभ के नलए (D) व्यखक्त के संपूर्ण नवकास के नलए

(3) ‘लोकतां नत्रक मूल्ों’ से क्ा अनभप्रार् है ?


(A) लोगों के नलए आवश्यक मूल् (B) मूल्परक प्रश्नों को पू छिा
(C) लोकतंत्र का महत्व बतािा (D) लोककथाओं को महत्व र्दे िा

(4) अपिी रुनच के अिुसार नवषर् चर्ि करिे को महत्वपूर्ण बर्दलाव क्ों मािा गर्ा है ?
(A) नवद्ालर्ी नशक्षा का उपर्ोग होगा
(B) नवद्ाथी रुनचपूर्ण तरीके से सीख सकेंगे
(C) बच्ों में मािनसक तिाव बढ़ रहा है
(D) परं परागत रूप को बर्दलिे के नलए

(5) निम्ननलखखत कथि (A) तथा कारर् (R) को ध्यािपू वणक पनढ़ए। उसके बार्द नर्दए गए नवकल्प में से कोई
एक सही नवकल्प चुिकर नलखखए।

कथि (A) – सभी को भारतीर् भाषाएाँ सीखिी चानहए।


कारर् (R) – इससे नवनभन्न संस्कृनतर्ों का ज्ञाि हो सकेगा।

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(A) कथि (A) गलत है , नकंतु कारर् (R) सही है ।
(B) कथि (A) और कारर् (R) र्दोिों ही गलत हैं ।
(C) कथि (A) सही है और कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या है ।
(D) कथि (A) सही है नकंतु कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या िहीं है ।

प्रश्न 3. निर्दे शािुसार ‘पर्दबंध’ पर आधाररत पााँ च बहुवैकखल्पक प्रश्नों में से नकन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर
र्दीनिए- (1x4=4)

(1) भौनतक िीवि से निराश मीरा िे घर–पररवार त्याग नर्दर्ा।


वाक् में रे खां नकत पर्दबंध है –
(A) संज्ञा पर्दबंध (B) सवणिाम पर्दबंध

(C) नवशेषर् पर्दबंध (D) नक्रर्ा पर्दबंध

(2) भीड़ की अनधकता के कारर् पुनलस िुलूस को रोक िहीं सकी। - वाक् में रे खां नकत पर्दबंध है –
(A) सवणिाम पर्दबंध (B) नक्रर्ा पर्दबंध

(C) नवशेषर् पर्दबंध (D) अव्यर् पर्दबंध

(3) खखड़की के बाहर अब र्दोिों कबूतर रात-भर खामोश और उर्दास बैठे रहते हैं - वाक् में
नवशेषर् पर्दबंध है –
(A) खखड़की के बाहर (B) अब र्दोिों कबूतर रात-भर

(C) खामोश और उर्दास (D) बैठे रहते हैं

(4) कॉलम 1 कॉलम 2 के साथ सही नमलाि कीनिए और सही नवकल्प चुिकर नलखखए –
कॉलम 1 कॉलम 2

1 इसनलए सोिा ही हमेशा आगे आता i नक्रर्ानवशेषर् पर्दबंध


रहता था।
2 वहााँ तीि से अनधक आर्दनमर्ों को प्रवेश ii संज्ञा पर्दबंध
िहीं नर्दर्ा िाता था।
3 वकील िे नशकार्त की परवाह िहीं की iii नक्रर्ा पर्दबंध
उल्टा उसे भला–बुरा सुिा नर्दर्ा।
4 बाइनबल और र्दूसरे पावि ग्रंथों में िूह iv नवशेषर् पर्दबंध
िाम के एक पै गंबर का नज़क्र नमलता है ।

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(A) 1–(i), 2–(iii), 3–(iv), 4–(ii) (B) 1–(ii), 2–(i),
3–(iv), 4–(iii)

(C) 1–(iii), 2–(iv), 3–(i), 4–(ii) (D) 1–(i), 2–(iv),


3–(iii), 4–(ii)

(5) मेरे और उिके बीच में केवल र्दो साल का अंतर रह गर्ा था। - वाक् में सवणिाम पर्दबंध है –
(A) मेरे और उिके बीच (B) केवल र्दो साल का

(C) रह गर्ा था (D) मेरे और उिके

प्रश्न 4. निर्दे शािुसार ‘रचिा के आधार पर वाक् भेर्द’ पर आधाररत पााँ च बहुवै कखल्पक प्रश्नों में से
नकन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर र्दीनिए- (1x4=4)

(1) ‘उन्हें र्दु निर्ा का हमसे ज़्यार्दा तिुरबा है और रहे गा।’ – रचिा के आधार पर वाक्–
भेर्द है –

(A) नमश्र वाक् (B) सरल वाक्

(C) संर्ुक्त वाक् (D) संर्ुक्त एवं सरल वाक्

(2) ‘ठीक चार बिकर र्दस नमिट पर सुभाष बाबू िु लूस लेकर आए।‘ - वाक् का नमश्र
रूप िहीं होगा –
(A) िै से ही चार बिकर र्दस नमिट हुए, सु भाष बाबू िु लूस लेकर आए।
(B) िब चार बिकर र्दस नमिट हुए, सु भाष बाबू िु लूस ले कर आए।
(C) ठीक चार बिकर र्दस नमिट हुए और सुभाष बाबू िुलूस लेकर आए।
(D) ठीक चार बिकर र्दस नमिट पर मािो सुभाष बाबू िुलूस लेकर आए।
(3) निम्ननलखखत में से उपर्ुक्त नमश्र वाक् छााँ नटए –
(A) तभी कहीं पास से उसे मधुर गीत गूाँिता सुिाई नर्दर्ा।
(B) शैलेंद्र िे रािकपूर िैसे स्टार को ‘हीरामि’ बिा नर्दर्ा।
(C) कलकत्ता में आि तक इतिी खिर्ााँ एक साथ नगरफ़्तार िहीं की गईं।
(D) ितीज़ा सुिार्ा गर्ा, तो वह रो पड़े ।
(4) ‘संसार की रचिा भले ही कैसे ही हुई हो लेनकि धरती नकसी एक की िहीं है ।‘ रचिा के
आधार पर वाक्–भेर्द है –
(A) संर्ुक्त वाक् (B) नमश्र वाक्

(C) सरल वाक् (D) सरल एवं संर्ुक्त वाक्

(5) निम्ननलखखत में से उपर्ुक्त सरल वाक् छााँ नटए –

(A) वसोवा में िहााँ आि मेरा घर है , पहले र्हााँ र्दूर तक िं गल था।

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(B) शुद्ध सोिा अलग है और नगन्नी का सोिा अलग।
(C) वैसे भी नर्दमाग की रफ़्तार हमेशा तेज़ ही रहती है ।
(D) अब वह भी मिे करता है और हम भी।

प्रश्न 5. निर्दे शािुसार ‘समास’ पर आधाररत पााँ च बहुवैकखल्पक प्रश्नों में से नकन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर
र्दीनिए- (1x4=4)

(1) ‘गिराि’ – समस्तपर्द कौि-से समास का उर्दाहरर् है ?

(A) तत्पुरुष समास (B) नद्वगु समास


(C) अव्यर्ीभाव समास (D) बहुव्रीनह समास
(2) ‘आिीवि’ – समस्तपर्द का नवग्रह है –
(A) िीवि भर (B) नबिा िीवि के
(C) आगामी िीवि (D) िीवि के साथ
(3) कॉलम 1 कॉलम 2 के साथ सुमेनलत कीनिए और सही नवकल्प चुिकर नलखखए –

कॉलम 1 कॉलम 2

1 अखथथिाल i अव्यर्ीभाव समास

2 दृग–सुमि ii द्वं द्व समास

3 सुबह–शाम iii तत्पुरुष समास

4 बेघर iv कमणधारर् समास

(A) 1–(iii), 2–(iv), 3–(ii), 4–(i) (B) 1–(i), 2–(iv),


3–(ii), 4–(iii)

(C) 1–(iii), 2–(iv), 3–(i), 4–(ii) (D) 1–(i), 2–(iii),


3–(iv), 4–(ii)

(4) ‘उच्ाकां क्षा’ – समस्तपर्द कौि से-समास का उर्दाहरर् है ?


(A) तत्पुरुष समास (B) नद्वगु समास
(C) कमणधारर् समास (D) द्वं द्व समास

(5) ‘र्दीिबंधु’ – समस्तपर्द का नवग्रह है –


(A) र्दीि है िो बंधु (B) र्दीि का बंधु है िो
(C) र्दीि का बंधु (D) र्दीि के नलए बंधु

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प्रश्न 6. निर्दे शािुसार ‘मुहावरे ’ पर आधाररत छह बहुवैकखल्पक प्रश्नों में से नकन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर
र्दीनिए- (1x4=4)

(1) सैनिकों, शत्रु का सामिा करिे के नलए .................लो ।


ररक्त थथाि की पूनतण के नलए उपर्ुक्त नवकल्प का चर्ि कीनिए –

(A) हनथर्ार उठा (B) सामाि बााँ ध


(C) सर से कफ़ि बााँ ध (D) आवाज़ उठा

(2) रे खां नकत अंश के नलए कौि–सा मुहावरा प्रर्ुक्त करिा उनचत रहे गा?
वह व्यापार करिे के र्ोग्य िहीं है क्ोंनक उसे अनधक मुिाफा कमािा िहीं आता।

(A) पााँ च से र्दस बिािा (B) र्दो से चार बिािा

(C) तीि से छह बिािा (D) एक से र्दो बिािा

(3) ‘नकसी को धोखा र्दे िा’ अथण के नलए उपर्ुक्त मुहावरा है –

(A) आाँ खों से बोलिा (B) आड़े हाथों लेिा


(C) काम तमाम कर र्दे िा (D) आाँ खों में धूल झोंकिा

(4) अभी तो बहुत मज़े कर रहे हो, िब वानषणक परीक्षाएाँ आएाँ गी तो ..................
िाएगा।

(A) र्दााँ तों पसीिा आ (B) आटे –र्दाल का भाव मालूम हो


(C) नर्दमाग चक्कर खािे लग (D) आाँ धी रोग हो

(5) ‘िज़र पड़िा’ मुहावरे का अथण है –

(A) कुछ नर्दखाई र्दे िा (B) अचािक नर्दखाई र्दे िा


(C) कुछ समझ आिा (D) अचािक छु प िािा

(6) मुहावरे और अथण के उनचत मेल वाले नवकल्प का चर्ि कीनिए –

(A) आवाज़ उठािा – नवरोध करिा (B) ख़ूि िलािा – थक िािा


(C) चेहरा मुरझािा – र्दु खी होिा (D) िाि बख्क्क्ष र्दे िा– िािे र्दे िा

प्रश्न 7. निम्ननलखखत पर्दर्ां श को पढ़कर प्रश्नों के सवाण नधक उपर्ुक्त नवकल्पों का चर्ि कीनिए–
(1x5=5)

नवपर्दाओं से मुझे बचाओ, र्ह मेरी प्राथणिा िहीं

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केवल इतिा हो (करुर्ामर्)
कभी ि नवपर्दा में पाऊाँ भर्।
र्दु ख–ताप से व्यनथत नचत्त को ि र्दो सां त्विा िहीं सही
पर इतिा होवे (करुर्ामर्)
र्दु ख को मैं कर सकूाँ सर्दा िर्।
कोई कहीं सहार्क ि नमले
तो अपिा बल पौरुष ि नहले ;
हानि उठािी पड़े िगत में लाभ अगर वंचिा रही
तो भी मि में ि मािूाँ क्षर्।।

(1) कनव नवपर्दाओं से अपिे आप को बचािे का आग्रह क्ों िहीं करता ?

(A) ईश्वर पर भरोसा ि होिे के कारर्


(B) शत्रु िहीं होिे के कारर्
(C) अपिे पुरुषाथण पर भरोसा होिे के कारर्
(D) अपिे को साहसी मिािे के कारर्

(2) ‘र्दु ख–ताप से व्यनथत नचत्त’ – में ‘र्दु ख–ताप’ से क्ा अनभप्रार् है ?
(A) कष्ट्–पीड़ा (B) मािनसक–शारीररक र्दु ख
(C) भाविात्मक और शारीररक र्दु ख (D) आं तररक और बाहर् र्दु ख

(3) कनव के अिुसार र्दु ख पर िर् कैसे की िा सकती है ?

(A) ईश्वर की कृपा से (B) अपिे आत्मबल से


(C) ईश्वर की प्राथणिा से (D) र्दु खों का सामिा करके

(4) निम्ननलखखत कथि (A) तथा कारर् (R) को ध्यािपूवणक पनढ़ए। उसके बार्द नर्दए गए नवकल्प में से
कोई एक सही नवकल्प चुिकर नलखखए।

अनभकथि – नवपर्दाओं को र्दूर करिे की प्राथणिा ईश्वर से िहीं करिी चानहए।

कारर् – सुख–र्दु ख िीवि में आते –िाते रहते हैं ।

(A) कथि (A) गलत है , नकंतु कारर् (R) सही है ।

(B) कथि (A) और कारर् (R) र्दोिों ही गलत हैं ।

(C) कथि (A) सही है और कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या है ।

(D) कथि (A) सही है नकंतु कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या िहीं है ।

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(5) पर्दर्ां श में कौि सा िीवि-कौशल निनहत है –

(A) हानि–लाभ में नवचनलत ि होिा (B) अपिे पुरुषाथण पर नवश्वास रखिा
(C) नकसी की सहार्ता ि लेिा (D) नवपर्दाओं से बचिे की प्राथणिा ि करिा

प्रश्न 8. निम्ननलखखत प्रश्नों के उत्तर र्दे िे के नलए उपर्ु क्त नवकल्प का चर्ि कीनिए- (1x2=2)

(1) ‘कंपिी बाग के मुहािे पर धर रखी गई है र्ह 1857 की तोप’ पंखक्त में ‘धर’ से क्ा
अनभप्रार् है ?
(A) संभालिा (B) लािा

(C) धरोहर (D) रखिा

(2) ‘कर चले हम नफ़र्दा’ कनवता नकसे संबोनधत करके नलखी गई है ?


(A) र्दे शवानसर्ों को (B) िौिवािों को
(C) ििता को (D) सैनिकों को

प्रश्न 9. निम्ननलखखत गर्दर्ां श को पढ़कर प्रश्नों के सवाण नधक उपर्ुक्त नवकल्पों का चर्ि कीनिए-
(1x5=5)

वह स्वभाव से ही बड़े अध्यर्िशील थे। हरर्दम नकताब खोले बैठे रहते और शार्र्द नर्दमाग को आराम र्दे िे
के नलए कभी कॉपी पर, नकताब के हानशर्ों पर नचनड़र्ों, कुत्तों, नबखिर्ों की तस्वीरें बिार्ा करते थे।
कभी-कभी एक ही िाम र्ा शब्द र्ा वाक् र्दस-बीस बार नलख डालते। कभी एक शेर को बार-बार सुंर्दर
अक्षरों में िकल करते। कभी ऐसी शब्द-रचिा करते निसमें ि कोई अथण होता ि सामंिस्य। मसलि एक
बार मैंिे उिकी कॉपी पर र्ह इबारत र्दे खी – स्पेशल, अमीिा, भाइर्ों-भाइर्ों, र्दरअसल, भाई-भाई।
राधेश्याम, श्रीर्ुत राधेश्याम, एक घंटे तक – इसके बार्द एक आर्दमी का चेहरा बिा हुआ था। मैंिे बहुत
चेष्ट्ा की नक इस पहे ली का कोई अथण निकालूाँ, लेनकि असफल रहा। और उिसे पू छिे का साहस ि हुआ।
वह िौवी ं िमात में थे , मैं पााँ चवी ं में। उिकी रचिाओं को समझिा मेरे नलए छोटा मुाँह बड़ी बात थी।

(1) छोटा भाई बड़े भाई की रचिाओं को क्ों समझिा चाहता था ?


(A) उत्सुकतावश (B) निज्ञासावश
(C) सीखिे के नलए (D) समझिे के नलए
(2) बड़े भाई साहब हरर्दम नकताब खोले क्ों बैठे रहते थे ?
(A) अध्यर्िशील होिे के कारर् (B) पररश्रमी होिे के कारर्
(C) कुछ िहीं समझ आिे के कारर् (D) उर्दाहरर् थथानपत करिे के कारर्
(3) उिकी शब्द रचिा में सामंिस्य क्ों िहीं था ?
(A) नवचारों में अखथथरता (B) शब्द संरचिा का अभाव
(C) उद्दे श्यहीिता (D) समर् नबतािे के नलए

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(4) ‘एक बार मैंिे उिकी कॉपी पर र्ह इबारत र्दे खी’ – इस पंखक्त में ‘इबारत’ का अथण
है -
(A) शेर (B) नवचार
(C) तथ्य (D) लेख

(5) निम्ननलखखत कथि (A) तथा कारर् (R) को ध्यािपूवणक पनढ़ए। उसके बार्द नर्दए गए
नवकल्प में से कोई एक सही नवकल्प चुिकर नलखखए।

अनभकथि – भाई साहब स्वभाव से ही बड़े अध्यर्िशील थे।


कारर् – वे हरर्दम नकताबें पढ़ते रहते थे।

(A) कथि (A) गलत है , नकंतु कारर् (R) सही है ।


(B) कथि (A) और कारर् (R) र्दोिों ही गलत हैं ।
(C) कथि (A) सही है और कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या है ।
(D) कथि (A) सही है नकंतु कारर् (R) कथि (A) की सही व्याख्या िहीं है ।

प्रश्न 10. निम्ननलखखत प्रश्नों के उत्तर र्दे िे के नलए उपर्ु क्त नवकल्प का चर्ि कीनिए-(1x2=2)

(1) निम्ननलखखत में से कौि–सा/से वाक् ‘झेि की र्दे ि’ से मेल खाता है /खाते हैं ?
(i) बौद्ध र्दशणि में वनर्णत ध्याि की पद्धनत की र्ार्द नर्दलाता है ।
(ii) उि लोगों की र्ार्द नर्दलाता है िो िगत को िीिे र्ोग्य बिाए हुए हैं ।
(iii) िीिा नकसे कहते हैं , उस नर्दि मालूम हुआ।
(iv) िेचर की सहिशखक्त की एक सीमा होती है ।
(A) केवल (i) (B) (i) और (ii)

(C) (i) और (iii) (D) (iii) और (iv)

(2) निम्ननलखखत कथिों पर नवचार कीनिए और उपर्ुक्त कथि चुनिए –

(A) आर्दशण को व्यवहार में प्रर्ोग करिा ही शुद्ध सोिे में तााँ बा नमलािा है ।
(B) व्यवहार को आर्दशण तक ले िािा ही शुद्ध सोिे में तााँ बा नमलािा है ।
(C) लाभ–हानि का नहसाब लगाए नबिा आर्दशों पर चलिा तााँ बे में सोिा नमलािा है ।
(D) व्यवहारवार्दी लोग ही शुद्ध सोिे में तााँ बा नमलाते हैं ।

खिंड – ब (वर्ािात्मक प्रश्न)

प्रश्न 11. निम्ननलखखत प्रश्नों में से नकन्हीं र्दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में नलखखए -
(3x2=6)

(1) ‘डार्री का एक पन्ना’ के सुभाष बाबू और ‘कारतूस’ के वज़ीर अली की र्दे शभखक्त का

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तुलिात्मक नवश्लेषर् कीनिए।

(2) िो सामानिक नहत के नलए अपिे व्यखक्तगत प्रे म का र्हााँ तक नक अपिे िीवि का बनलर्दाि र्दे ता है ,
समाि ि केवल उसको र्ार्द रखता है बखि उसके बनलर्दाि को व्यथण िहीं िािे र्दे ता। ‘ततााँ रा-वामीरो
कथा’ कहािी के आधार पर कथि की समीक्षा कीनिए।

(3) ‘अब कहााँ र्दूसरों के र्दु ख से र्दु खी होिे वाले’ कहािी में मिुष्य के बढ़ते स्वाथण एवं लालच से पर्ाण वरर्
एवं पशु -पनक्षर्ों पर पड़ रहे प्रनतकूल प्रभाव को बतार्ा गर्ा है । कथि की नववेचिा कीनिए ।

प्रश्न 12. निम्ननलखखत प्रश्नों में से नकन्हीं र्दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में नलखखए -
(3x2=6)

(1) कबीर और मैनथलीशरर् गुप्त िे मिुष्य होिे के नलए मिुष्यता का होिा अनिवार्ण मािा
है , कैसे ?
(2) एक नवद्ाथी भी सैनिक की तरह ही होता है । सैनिक से प्रे ररत होकर आप अपिी
नज़म्मेर्दाररर्ों और चुिौनतर्ों का निवाण ह कैसे करें गे ?
(3) वषाण ऋतु में प्रकृनत के पल-पल बर्दलते सौंर्दर्ण का वर्ण ि अपिे शब्दों में कीनिए।

प्रश्न 13. निम्ननलखखत प्रश्नों में से नकन्हीं र्दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में नलखखए -
(3x2=6)

(1) ‘हररहर काका’ की िैसी खथथनत समाि में अिे क बुिुगों की है । आपके नवचार से इि खथथनतर्ों का
निम्मेर्दार कौि है और कैसे ? उनचत उर्दाहरर्ों से स्पष्ट् कीनिए।

(2) ‘सपिों के-से नर्दि’ में लेखक िे स्कूल के साथ-साथ नद्वतीर् नवश्व के बारे में चचाण क्ों की होगी?
उनचत तकों द्वारा स्पष्ट् कीनिए।

(3) अाँग्रेिी सानहत्य के मास्टर साहब िे कहा, “तीि बरस से र्ही नकताब पढ़ रहे हो, तु म्हें तो सारे
िवाब ज़बािी र्ार्द हो गए होंगे। इि लड़कों को अगले साल हाई स्कूल का इम्तहाि र्दे िा है । तुमसे पारसाल
पूछ लूाँगा। कथि पर नटप्पर्ी कीनिए।

प्रश्न 14. निम्ननलखखत में से नकसी एक नवषर् पर नर्दए गए संकेत- नबन्र्दु ओं के आधार पर लगभग
100 शब्दों में एक अिुच्छेर्द नलखखए - (5x1=5)

(1) जी-20 तिखि सम्मेलि

● आवश्यकता
● महत्व
● भारत पर प्रभाव
(2) बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा

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● क्ा है
● क्ों
● प्रभाव
(3) मेिी अन्तरिक्ष यात्रा

● क्ा है
● नवस्तार
● समापि
प्रश्न 15. (1) आप सौम्य / सौम्या हैं l अपिे नवद्ालर् की अटल प्रर्ोगशाला के नलए आधुनिक
उपकरर् माँगवािे के नलए प्रधािाचार्ण को पत्र नलखखए निससे नवद्ाथी नवज्ञाि के क्षे त्र में िए-िए प्रर्ोग कर
सकें । (शब्द-सीमा लगभग 100 शब्द) (5x1=5)

अथवा

(2) आप ए-64, कृष्णा िगर, नर्दिी निवासी अिर् /अिर्ा हैं l सरकार की ‘िि धि र्ोििा’ पर
अपिे नवचार व्यक्त करते हुए नकसी प्रनतनित समाचार-पत्र के संपार्दक को पत्र नलखखए l
(शब्द-सीमा लगभग 100 शब्द)

प्रश्न 16. निम्ननलखखत में से नकसी एक नवषर् पर लगभग 60 शब्दों में सूचिा नलखखए -
(4x1=4)

(1) आप अपिे स्कूल के नवद्ाथी पररषर्द के खेल सनचव हैं l नवद्ालर् में होिे वाले ‘खेल नर्दवस’ पर
आर्ोनित होिेवाली नवनभन्न प्रनतर्ोनगताओं के नवषर् में सभी नवद्ानथणर्ों को िािकारी र्दे िे हे तु
एक सूचिा तैर्ार कीनिए l

अथवा

(2) आपके क्षेत्र में नवनभन्न आर्ु वगण वषण के बच्ों के नलए ‘सां स्कृनतक मेले’ का आर्ोिि नकर्ा िा
रहा है l िि कल्ार् संगठि का अध्यक्ष होिे के िाते सभी क्षेत्रवानसर्ों को इसकी िािकारी र्दे ते
हुए एक सूचिा नलखखए l

प्रश्न 17. निम्ननलखखत में से नकसी एक नवषर् पर लगभग 40 शब्दों में नवज्ञापि नलखखए -
(3x1=3)

(1) आपके इलाके में एक िई इलेक्ट्रोनिक की र्दु काि खुली है । इसके प्रचार के नलए एक आकषणक
नवज्ञापि तैर्ार कीनिए।

अथवा

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(2) ‘रक्तर्दाि नशनवर’ के प्रचार के नलए एक आकषणक नवज्ञापि तैर्ार कीनिए।

प्रश्न 18. (1) ‘उड़ि तश्तरी’ नवषर् पर लगभग 100 शब्दों में लघुकथा नलखखए l (5x1=5)

अथवा

(2) आप रोहि/रम्या हैं । आवारा पशुओं के कारर् होिे वाली समस्याओं की िािकारी र्दे ते हुए िगर
निगम अनधकारी को ई-मेल नलखखए। (शब्द-सीमा लगभग 100 शब्द)

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