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फ़ोन

ये फ़ोन मेरा वक़्त खाए जा रहा है

महत्वपूर्ण लम्हों को गुमाए जा रहा है ,

कभी घंटे भर-कभी दो घंटे कभी पूरा दिन खा जाता है

ये फ़ोन मेरे अस्तित्व को मिटाए जा रहा है ,

सबसे बातें करना, निश्छल ठहाके लगाना, परिवार के साथ वक़्त गुजरना

न जाने क्यूँ ये उनकी जगह कब्जाए जा रहा है ,

कितोबों के ढेर ,उनकी लाइनों में गुम रहना


ये अब सपने से लगतें हैं

ये फ़ोन अब मुझे वास्तविकता से हटाये जा रहा हैI

बहिर्मुखी से अन्तर्मुखी बना देना

ये उसकी सबसे बड़ी उपलब्धि है ,


वो जनता है लोगो के मन पर कब्ज़ा करना

इसलिए तो , सबको अपनी उँगलियों पे नचाये जा रहा है

जिंदगी की आधी उम्र फ़ोन में गुजार देना

वाकई ...कितना अजीब है ना ये

लोगों की उम्र घटाए जा रहा है ,

लोग समझ नहीं पाते फ़ोन का उनकी जिन्दगी में प्रवेश ,


और दीमक की तरह उनकी ज़िन्दगी के महत्वपूर्ण लम्हों को घुनना

वाकई ....उम्र रूपी थाम को खाए जा रहा है ,


ये फ़ोन मेरा वक़्त खाए जा रहा है

महत्वपूर्ण लह्मों को गुमाए जा रहा है ,

अंकित यादव

प्राथमिक शिक्षक , के वि भेल जगदीशपुर


9315268187

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