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COMMUNICATION SYSTEM (संचार व्यवस्था
COMMUNICATION SYSTEM (संचार व्यवस्था
G
4. IN 1970 DISCOVERY OF OPTICAL FIBRE
IN
H
C
A
O
C
होता है ।
1. TRANSDUCER :- THE DEVICE WHICH CONVERTS ONE FORM OF ENERGY OF SIGNAL INTO OTHER
FORM IS CALLED TRANSDUCER.
▶ऐसी यक्ति
ु जो सिग्नल की ऊर्जा को एक रूप से दस
ू रे रूप में परिवर्तित करता है ट्रांसइयस
ू र कहलाता
G
4. NOISE:- THE UNWANTED SIGNALS MIXED DURING THE TRANSMISSION OF SIGNAL THROUGH
COMMUNICATION CHANNEL IS CALLED NOISE
▶वह अवांछित संकेत जो संचार माध्यम में सच
ू ना संकेतों से मिल जाता है उसे शोर कहते हैं।
IN
5. TRANSMITTER:- THE DEVICE WHICH CONVERTS INFORMATION SIGNAL INTO SUITABLE FORM TO
TRANSMIT THROUGH IT IN TRANSMISSION CHANNEL IS CALLED TRANSMITTER.
▶ऐसी यक्ति
ु जो सच
ू ना संकेतों को उपयक्
ु त रूप में परिवर्तित करता है जिससे इसे संचार माध्यम में प्रेषित किया जा सके प्रेषित्र
कहलाता है ।
H
6.RECIEVER:-THE DEVICE WHICH RECEIVES THE SIGNAL FROM COMMUNICATION CHANNEL AND
CONVERT INTO TO BASIC INFORMATION SIGNAL IS CALLED RECEIVER. ▶वह व्यवस्था जो प्रेषित से भेजे गए
माड्यल
ू ेटेड सिगनलो को संचार चैनल से ग्रहण करता है तथा उनको उनके मल
ू रूप में परिवर्तित करता है अभिग्राही कहलाता है ।
C
7. ATTENUATION:- THE LOSS OF STRENGTH OF A SIGNAL WHILE PROPAGATING THROUGH A
MEDIUM IS KNOWN AS ATTENUATION
A
▶सिग्नल को माध्यम से गज
ु रने में उसकी क्षमता में कमी आ जाती है इसे क्षीणता कहते हैं।
10. RANGE:- THE LARGEST DISTANCE BETWEEN A SOURCE AND DESTINATION UPTO
WHICH THE SIGNAL IS RECEIVED WITH SUFFICIENT STRENGTH IS CALLED RANGE. ▶स्रोत तथा गंतव्य के
बीच कि वह महत्तम दरू ी जहां तक संकेतों को वास्तविक क्षमता पर प्राप्त किया जा सके परास कहलाता है ।
E
11. BANDWIDTH:- THE FREQUENCY RANGE OVER WHICH AN EQUIPMENT OPERATES IS CALLED
BANDWIDTH.
A
▶आवतिृ का वह परास जहां तक कोई यंत्र कार्य कर सकें वह उसका बैंडविथ कहलाता है ।
12. MODULATION:- METHOD OF SUPERIMPOSING SIGNAL WAVE ONTO THE CARRIER WAVE IS
CALLED MODULATION.
N
निम्न आवत्ति
ृ वाले सच
ू ना संकेतों को उच्च आवत्ति
ृ वाले वाहक तरं ग पर अध्यारोपित करने की प्रक्रिया मॉड्यल
ू र कहलाता है ।
13. DEMODULATION:- THE METHOD OF RETRIVAL OF INFORMATION FROM CARRIER WAVE AT THE
RECEIVER TERMINAL IS CALLED MODULATION.
▶निम्न आवत्ति
ृ वाले सच
ू ना संकेतों को उच्च आवत्ति
ृ वाले वाहक तरं गों से अलग करने की प्रक्रिया विमॉड्यलि
ू न कहलाती है
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अलग अलग होता है और इनके लिए अलग-अलग संचार व्यवस्था की आवश्यकता होती है जो दिए गए संकेतों के आवत्ति ृ के परास
पर निर्भर करता है
IN
TYPE OF SIGNAL FREQUENCY RANGE BANDWIDTH
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Video signal 4.2MHz
TV signal 6MHz
C
BANDWIDTH OF TRANSMISSION MEDIUM
A
▶SIMILAR TO THE THE MESSAGE SIGNALS DIFFERENT TYPES OF TRANSMISSION MEDIA OF A
DIFFERENT BAND BEATS YOU CAN SAY THAT FOR THE THE HIGHER FREQUENCY RANGE WE NEED
DIFFERENT MEDIA FOR LOWER FREQUENCY RANGE WE NEED DIFFERENT MEDIA.
▶ सचू ना संकेतों के तरह अलग-अलग संचरण माध्यम का बैंडविथ अलग अलग होता है जैसे आप कह सकते हैं की उच्च आवत्ति
ृ वाले
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सचू ना संकेतों के लिए अलग माध्यम की आवश्यकता होगी तथा निम्न आवतिृ वाले सच ू ना संकेतों के लिए अलग माध्यम की
आवश्यकता होगी।
▶THE COMMONLY USED TRANSMISSION MEDIA WIRE FREE SPACE AND OPTICAL FIBRE
▶साधारणतया उपयोग होने वाले संचरण माध्यम तार मक्
ु त आकाश तथा ऑप्टिकल फाइबर हैं
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IN
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A
THE COVER OF AIR MOLECULES AROUND THE THE SURFACE OF EARTH IS CALLED ATMOSPHERE
OF EARTH. IN THE ATMOSPHERE OF EARTH THERE ARE MANY GASES AVAILABLE. MOST OF THE
PART IS NITROGEN OXYGEN HYDROGEN OR CARBON DIOXIDE. THE DENSITY OF ATMOSPHERE
DECREASES WHEN WE GO UPWARD. ALTHOUGH THERE ARE NO ANY SIGNIFICANT DIVISION LINES
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नियत हो और यह 200 केल्विन के करीब हो तो इस परत को समताप मंडल करते हैं। इसके उपरी भ|ग पर लगभग 20 किलोमीटर
मोटाई का ओजोन परत रहता है । यह 300 नैनोमीटर से कम आवति
ृ वाले विद्यत
ु चब
ंु कीय तरं गों को अवशीवित कर लेता है ।
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1. GROUND WAVE PROPAGATION 2. SKY WAVE PROPAGATION
IN
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GROUND WAVE PROPAGATION:- In this method of propagation radio waves Moves along the surface of
Earn you can say that ground in this method transmitter and receiver antenna should be near Earth. The
frequency of ground wave should be e lesser than 1.5 MHz.
तरं ग संचरण कि इस प्रक्रिया में रे डियो तरं गे पथ्
ृ वी के पष्ृ ठ के अनदि
ु श गमन करती है इन इन तरं गों को भ तरं गे कहते हैं इस प्रक्रिया
A
SKY WAVE PROPAGATION- In this method of propagation radio waves of high frequency reflects from
N
SPACE WAVE PROPAGATION- In this method of propagation radio waves of very high frequency moves
directly from transmission antenna to receiving antenna. Frequency of space wave is of the range of 30 MHz.
तरं ग संचरण कि इस प्रक्रिया में अत्यधिक उच्च आवत्ति ृ वाले रे डियो तरं गे प्रेषित्र एंटीना से ग्राही एंटीना तक सीधे पहुंचती है ।
अंतरिक्ष तरं ग संचरण कहलाते हैं। अंतरिक्ष तरं ग की आवत्ति
ृ 30 MHz के बीच होती 12
SPACE WAVE PROPAGATION- IS THE PROPAGATION OF RADIO WAVE OF ULTRA HIGH FREQUENCY
THESE WAVES CAN REACH MORE THAN THE WAVES OF SKY WAVE PROPAGATION. THIS
PROPAGATION OF WAVE CAN BE DONE BY TWO TYPES
► 1. DIRECT FROM ONE ANTENNA TO OTHER ANTENNA.
► 2. BY SATELLITE COMMUNICATION
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तथा ग्राही एंटीना के परास के योग के बराबर होता है |
MICROWAVES TRANSMISSION
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SATELLITE COMMUNICATION
►BY SPACE WAVE PROPAGATION IT IS NOT POSSIBLE DIRECTLY TO SEND RADIO WAVES SIGNAL
FORM ONE ANTENNA TO OTHER ANTENNA WHICH IS VERY FAR FOR ORE GEOGRAPHYCAL
STRUCTURE IS NOT SUITABLE IN THIS CASE WE USE SATELLITE COMMUNICATION IN WHICH RADIO
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WAVE OF ULTRA HIGH FREQUENCY TRANSMITS FROM ONE ANTENNA TO SATELLITE AND IT AGAIN
SENT FROM SATELLITE TO ANOTHER ANTENNA SATELLITES ARE GEOSTATIONARY SATELLITES
►अंतरिक्ष तरं ग संचरण के दद्वारा एक एंटीना से दस ू रे बहुत दरू एंटीना तक रे डियो तरं ग को पहुंचाना बहुत आसान नहीं है और जहां
की भौगोलिक स्थिति उपयक् ु त नहीं हो वहां यह सं
भ व नहीं है इस स्थिति में अत्यधिक उच्च आवत्ति ृ वाले रे डियो तरं गों को एक एंटीना
A
से दस
ू रे एंटीना तक पहुंचाने के लिए हम संचार उपग्रहों का उपयोग करते हैं इसमें एक एंटीना से रे डियो तरं ग निकलकर संचार उपग्रह
तक जाते हैं पनु ः यह संचार उपग्रह से प्रसारित होकर वापस पथ् ृ वी तक आते हैं जो ग्राही एंटीना के द्वारा ग्रहण किए जाते हैं।
N
1. Dipole Antenna: The antenna which has two separate poles is called Dipole type antenna.
• ऐसा एंटेना जिसमें दो भिन्न ध्रव
ु हो उन्हें दविधव
ु एंटीना कहते हैं।
2. MONOPOLE ANTENNA-THE ANTENNA WHICH HAS ONLY A CENTRE AND ITS CONDUCTOR
DISTRIBUTED AROUND IT IS CALLED MONOPOLE ANTENNA.
• ऐसा एंटेना जिसमें सिर्फ एक केंद्र हो और सारे चालक इसके चारों ओर व्यवस्थित हो उसे एक ध्रव
ु ी एंटीना कहते हैं
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