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जीवन, खुशी व

श्रीमद भगवत गीता


जीवन, खुशी व श्रीमद भगवत गीता

सत्र १ - खुशी का रहस्य


सत्र २ - दिव्यत्व का ज्ञान
सत्र ३ - भाग्य बिलने की कला

प्रस्तुतकताा

अंतर्ाा ष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत संघ


संस्थापकाचाया: श्री श्रीमद ए.सी.भक्तिवेदां त स्वामी प्रभुपाद
जीवन, खुशी व श्रीमद भगवत गीता

सत्र १ - खुशी का रहस्य

 क्यं

 बाधाएं

 कहााँ

 कैसे
जीवन: एक झलक
हमारा जीवन

प्रतीक्षालय

दशाक

शतर्ं ज की
बबसात
समानतायें

दवदभन्नतायें
समानतायें
आहार दनद्रा भय मैथुन
नींद खतर्ा

आत्महत्या अभाव

व्यसन बदल की चयट


तनाव
जन्म क्ा है ? हम कहााँ से आये हैं
??
मृत्यु क्ा है ? हम यहााँ से कहााँ जाने
वाले हैं ??
पुनजजन्म
एक कल्पना या वास्तदवक्ता ?
मैं आक्तखर् हाँ कौन ???
हमार्े शर्ीर् का मूल्य क्ा है ??

डॉ. है री मोनसें
शरीर की कीमत : केवल ११०
मैं यह अस्थायी शर्ीर् नहीं हाँ

मैं साश्वत आत्मा हूँ


प्रमाण ?
तका : सामान्य ज्ञान

प्र
मा

1
तका : कार्ण और् प्रभाव

प्र
मा

1
बवज्ञान: मृत्यु का समीप अनुभव
P
r
प्र
o
o
मा
f

2
बवज्ञान: पूवा जन्म की यादें

प्र
मा

3
सास्त्र: श्रीमद भगवद गीता

प्र
मा

4
मुझे दे खना है !
गुलाब के फूल में इत्र ?
बीज में तेल ?
लकड़ी में अबि ?
दू ध में घी ?
गन्ने में गुड़ ?
भौबतक बवज्ञान : लम्बाई
र्सायन बवज्ञान : अम्लता
जीव बवज्ञान : सूक्ष्मजीव
आत्मा कय दे खने की प्रबिया है !
शर्ीर् के स्थूल अंश

• पृथ्वी
• जल
• अबि
• वायु
• आकाश
शर्ीर् के सूक्ष्म अंश

• मन
• बुक्ति
• अहं कार्
आत्मा
मन

शर्ीर्
मृत्यु पर् नष्ट् ?
मृत्यु पर् नष्ट् ?

आत्मा :
सत – दित – आनंि
हर् शर्ीर् में एक ?
हर् शर्ीर् में एक ?
आकार् ?

3
पदाथा - आकार्हीन / आत्मा उन्हें
आकार् दे ती है
बनवास ?
हृद - दे शे
शर्ीर् के साथ बदलाव ?
शर्ीर् के साथ बदलाव ?
माप ?
बाल की नयक का १/१०,००० भाग
बाल की नयक का १/१०,००० भाग
क्ा आत्मा और् पर्मात्मा एक ही है
?
क्ा आत्मा पर्मात्मा बन सकती है ?
गुण में एक, मात्रा में बभन्न
आत्मा कभी पर्मात्मा नहीं बन
सकती
बनयंत्रण में बभन्नता
बनयंत्रण में बभन्नता
आत्मा का स्वभाव

वेिांत सूत्र (१.१.१२):


आनंद्मयो
अभ्यासात
खुशी में बाधाएं ?
समस्याएं
वास्तबवक समस्याएं

१) सब के दलए समान

२) कोई इन्हें नही ं िाहता हो

३) कोई इन्से भाग नही ं सकता


१. जन्म
२. मृत्यु
३. जर्ा
४. व्याबध
५. शर्ीर् और् मन : अबधयाक्तत्मक
६. अन्य जीवयं से - अबधभौबतक
७. प्राकृबतक बवपदाएं : अबधदै बवक
सामान्य समाधान : भूल जाओ !!
कहााँ कर् र्हे हैं हम खुशी की खयज ?

Text
भयजनालय

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मबदर्ालय

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बवद्यालय
ग्रंथालय

Text
दु खालय

Text
सही चीज़ की खयज – गलत जगह पर्
ददा अबनवाया है पर् पीड़ा वैकक्तिक
भौबतक प्रगबत
भौबतक प्रगबत
हााँ !!!

अस्थायी सुख

कयई स्थायी समाधान नहीं

आगामी समस्याएं
भौबतक प्रगबत
असीबमत जानकार्ी

अबवलंबबत संचार्

वैबिक संपका

शार्ीरर्क समस्याएं

संबंधयं में दू र्ी

अश्लीलता में बढ़त


पर्माणु उजाा : शां बत के बलए ?

PEACE

OR

PIECES ???
WWI खबर् के अनुसार्
दजतने लोग सन १ ए.डी. –
१८९९ ए.डी तक युद्ों में मरे
– उनसे तीन गुना लोग
दसर्ज २०वी ं सिी में युद्ो के
कारण मरे

२०वी ं शताब्दी:
मानव इदतहास
की सबसे
बदशाहीन गबत
ददा : अप्राकृबतक परर्क्तस्थबत का लक्षण
सारांश
क्यं खुशी की खयज ?
मनुष्य और् पशु जीवन की तुलना कहााँ कर् र्हे हैं हम खुशी की
मैं कौन हाँ ? (साित आत्मा) खयज?
आत्मा के हयने के प्रमाण एस संसार् कय दु खालय कहा गया है
आत्मा कय कैसे समझें ? सही चीज़ की खयज – गलत जगह पर्
आत्मा का चरर्त्र – आनंद्मयय अभ्यासात ददा अबनवाया है – पीड़ा वैकक्तिक

हमें खुश र्हने से क्ा र्यक र्हें हैं कैसे कर् र्हे हैं हम यह खयज ?
? क्ा भौबतक प्रगबत समाधान है ?
वास्तबवक समस्याएं ददा : अप्राकृबतक परर्क्तस्थबत का लक्षण
जन्म, मृत्यु, जर्ा, व्याबध
अबधयाक्तत्मका, अबधभौबतका,
अबधदै बवका कल: भगवान समाधान
और उनसे
सामान्य समाधान : भूल जाओ ! अपने वास्तबवक परर्क्तस्थबत में पुनः
हमारा सम्बन्ध
स्थाबपत हयना
धन्यवाद
!!!

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