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LHG Hindi CLD Day1
LHG Hindi CLD Day1
प्रस्तुतकताा
क्यं
बाधाएं
कहााँ
कैसे
जीवन: एक झलक
हमारा जीवन
प्रतीक्षालय
दशाक
शतर्ं ज की
बबसात
समानतायें
दवदभन्नतायें
समानतायें
आहार दनद्रा भय मैथुन
नींद खतर्ा
आत्महत्या अभाव
डॉ. है री मोनसें
शरीर की कीमत : केवल ११०
मैं यह अस्थायी शर्ीर् नहीं हाँ
प्र
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1
तका : कार्ण और् प्रभाव
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1
बवज्ञान: मृत्यु का समीप अनुभव
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2
बवज्ञान: पूवा जन्म की यादें
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3
सास्त्र: श्रीमद भगवद गीता
प्र
मा
ण
4
मुझे दे खना है !
गुलाब के फूल में इत्र ?
बीज में तेल ?
लकड़ी में अबि ?
दू ध में घी ?
गन्ने में गुड़ ?
भौबतक बवज्ञान : लम्बाई
र्सायन बवज्ञान : अम्लता
जीव बवज्ञान : सूक्ष्मजीव
आत्मा कय दे खने की प्रबिया है !
शर्ीर् के स्थूल अंश
• पृथ्वी
• जल
• अबि
• वायु
• आकाश
शर्ीर् के सूक्ष्म अंश
• मन
• बुक्ति
• अहं कार्
आत्मा
मन
शर्ीर्
मृत्यु पर् नष्ट् ?
मृत्यु पर् नष्ट् ?
आत्मा :
सत – दित – आनंि
हर् शर्ीर् में एक ?
हर् शर्ीर् में एक ?
आकार् ?
3
पदाथा - आकार्हीन / आत्मा उन्हें
आकार् दे ती है
बनवास ?
हृद - दे शे
शर्ीर् के साथ बदलाव ?
शर्ीर् के साथ बदलाव ?
माप ?
बाल की नयक का १/१०,००० भाग
बाल की नयक का १/१०,००० भाग
क्ा आत्मा और् पर्मात्मा एक ही है
?
क्ा आत्मा पर्मात्मा बन सकती है ?
गुण में एक, मात्रा में बभन्न
आत्मा कभी पर्मात्मा नहीं बन
सकती
बनयंत्रण में बभन्नता
बनयंत्रण में बभन्नता
आत्मा का स्वभाव
१) सब के दलए समान
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भयजनालय
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मबदर्ालय
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बवद्यालय
ग्रंथालय
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दु खालय
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सही चीज़ की खयज – गलत जगह पर्
ददा अबनवाया है पर् पीड़ा वैकक्तिक
भौबतक प्रगबत
भौबतक प्रगबत
हााँ !!!
अस्थायी सुख
आगामी समस्याएं
भौबतक प्रगबत
असीबमत जानकार्ी
अबवलंबबत संचार्
वैबिक संपका
शार्ीरर्क समस्याएं
PEACE
OR
PIECES ???
WWI खबर् के अनुसार्
दजतने लोग सन १ ए.डी. –
१८९९ ए.डी तक युद्ों में मरे
– उनसे तीन गुना लोग
दसर्ज २०वी ं सिी में युद्ो के
कारण मरे
२०वी ं शताब्दी:
मानव इदतहास
की सबसे
बदशाहीन गबत
ददा : अप्राकृबतक परर्क्तस्थबत का लक्षण
सारांश
क्यं खुशी की खयज ?
मनुष्य और् पशु जीवन की तुलना कहााँ कर् र्हे हैं हम खुशी की
मैं कौन हाँ ? (साित आत्मा) खयज?
आत्मा के हयने के प्रमाण एस संसार् कय दु खालय कहा गया है
आत्मा कय कैसे समझें ? सही चीज़ की खयज – गलत जगह पर्
आत्मा का चरर्त्र – आनंद्मयय अभ्यासात ददा अबनवाया है – पीड़ा वैकक्तिक
हमें खुश र्हने से क्ा र्यक र्हें हैं कैसे कर् र्हे हैं हम यह खयज ?
? क्ा भौबतक प्रगबत समाधान है ?
वास्तबवक समस्याएं ददा : अप्राकृबतक परर्क्तस्थबत का लक्षण
जन्म, मृत्यु, जर्ा, व्याबध
अबधयाक्तत्मका, अबधभौबतका,
अबधदै बवका कल: भगवान समाधान
और उनसे
सामान्य समाधान : भूल जाओ ! अपने वास्तबवक परर्क्तस्थबत में पुनः
हमारा सम्बन्ध
स्थाबपत हयना
धन्यवाद
!!!