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Child Acts

Investigation
Number Charge- Pendency
Cases Reported of sheeting Conviction
Laws in 2016 Victims rate Rate Rate

Child and Adolescent Labour


(Prohibition and Regulation)
Act,
1986 (CALPRA) 204 384 94.6% 63.4% 47.1%

Immoral Traffic (Prevention)


Act,
1956 56 69 100% 58.5% 10.5%

Human Trafficking (Section


370 &
370A ofIndian Penal Code) 340 763 85.2% 44.8% 18.2%

Prohibition of Child Marriage


Act,
2006 326 327 84.6% 42.1% 14.7%

Protection of Children from


Sexual Offences Act, 2012 36022 36321 94.2% 31.8% 29.6%

Source: Crime in India, 2016; National Crime Records Bureau


Protection of Children from Sexual
Exploitation Act 2012
(POCSO)
बच्चों का यौन शचषण
• विचार करने के कारक
– शक्ति और विश्वास गविकी
– अपराधी की आयु
– अपराधी का व ोंग और रूपरे खा
– पीव़िि बच्े का व ोंग और रूपरे खा
– • Children from lower socio-economic backgrounds. e.g.:- living in very
close proximity increasing chances of access to the child by a potential
offender, lack of adult supervision when mothers are at work, etc. •
Children with low self esteem • Children who are questioning their
sexuality • Children who are isolated and have limited peer
support/friend circle • Children who have an unhealthy or
dysfunctional home atmosphere.
– दु र्व्यिहार के रूप - शारीररक और गैर- शारीररक
बच्े शचषण के बारे में क्चों नहीों बच िे हैं ?
• बच्े डरिे हैं वक चग उनका भरचसा नहीों करें गे।
• बच्चों कच अपराध की भािना महसूस हचिी है वक शायद
यह िास्ति में उनकी ग िी है ।
• हर बार जब बच्े दु र्व्यिहार की घटना के बारे में बाि
करिे हैं , िच िे घटना कच याद कर के विर से घटना की
पी़िा कच महसूस कर रहे हैं ; और बच्े दु र्व्यिहार कच
याद नहीों रखना चाहिे हैं ।
• बच्े डरिे हैं वक वजस र्व्क्ति ने उनके साथ दु र्व्यिहार
वकया, िह उन्हें प्यार करना बोंद कर दे गा या उनकी
िजह से मुसीबि में प़ि जाएगा।
• बच्े कच अपराधी द्वारा यह विश्वास वद ाया जािा है वक
उनका ररश्ता सामान्य है । कभी-कभी बच्े कच एहसास
नहीों हचिा है वक उसका शचषण वकया जा रहा है ।
• प्रविशचध की आशोंका और आगे की गाव याों भी एक
बच्े कच चुप रहने के व ए मजबूर करिी हैं ।
• आम िौर पर, बच्चों कच अपनी भािनाओों के बारे में बाि
करने के व ए प्रचत्सावहि नहीों वकया जािा है और जब िे
अपनी भािनाओों के बारे में बाि करिे हैं ियस्क सुनिे
नहीों हैं या विश्वास नहीों करिे हैं ।
पुव स की भूवमका
• बच्चों कच बताएों : यह सही नहीों है कचई ब़िा या उससे अवधक
शक्तिशा ी गुप्ाों गचों कच छु ए, या उन्हें अपने गुप्ाों गचों कच छूने के व ए
कहें , या उनके और उनके जननाों गचों (genitals) की िस्वीरें ेने के
व ए कहें ।
• सुरक्षित, असुरक्षित और भ्रक्षित करने वाले स्पर्श पर बच्चों कच
वशविि करें । कुछ स्पशय (जैसे मााँ बच्े कच ग े गाना) स्पष्ट रूप से
सुरविि हैं ; कुछ (जैसे एक असुविधाजनक ग े या चुोंबन या वनजी
भागचों कच छूना) स्पष्ट रूप से असुरविि हैं ।
• ‘कन्फ्यूक्ष ोंग टच ’िह है जब बच्ा इस बाि कच ेकर अवनविि
हचिा है वक उसे छूने पर क्ा महसूस हचिा है । उन्हें भ्रवमि करने
िा े स्पशय के बारे में बाि करने से उन्हें महसूस हचने में मदद
वम ेगी वक िे क्ा महसूस करिे हैं ।
Prevention of Child Marriage Act
बा वििाह के पररणाम
• बा वििाह बच्चों कच अच्छे स्वास्थ्य, पचषण, क्षर्िा और क्ष ों सा,
र्चषण और र्चषण से िुक्ति के उनके मू अवधकारचों से िोंवचि
करिा है ।
• जब शादी में शावम चग बच्े हचिे हैं , िच उनके र्रीर और
क्षििाग कच गोंभीर और जघन्य खतरे िें डाल क्षिया जाता ै ।
• अक्सर बच्े कच इस बाि की जानकारी भी नहीों हचिी है वक
पररणाम के रूप में उसका िास्ति में क्ा इों िजार है ।
• बा दु ल्हनचों कच अक्सर अपने सािाक्षजक नेटवकश िें अचानक
क्षगरावट का अनुभि हचिा है । इस िरह के सामावजक अ गाि
अन्य चुनौवियचों का सामना करिे हैं जच उनके स्वास्थ्य, विकास
और कल्याण कच बढािा दे ने की उनकी िमिा कच सीवमि करिे
हैं ।
यवद बा वििाह वनकट भविष्य में हचने
िा ा है
• िचनचों कॉन्ट्रैक्तटों ग पाक्षटश यचों के घर पर जाएँ , और मािा-वपिा कच इस बारे
में अिगि कराएाँ वक बा वििाह कानून के िहि एक दों डनीय अपराध है
और उन्हें वििाह न करने की स ाह दें ।
• अक्षभभावकचों / ररश्तेिारचों / सिुिाय के बुजुगों से बाि करें और उन्हें
जागरूक करें और कचवशश करें और उन्हें बा वििाह के क्तख ाि मनाएों ।
• कचवशश करें और बच्े कच बा वििाह और उसके प्रभाि से अिगि कराने
के व ए उससे बाि करें । बच्े कच क्तथथवि कच समझने में मदद करें और
बच्े कच बिाएों वक यह उसका / उसका अवधकार है वक िह शादी न करे ।
• बाल क्षववा के क्तखलाफ अक्षभभावकचों कच सिझाने के क्षलए पोंचायत,
स्थानीय नेताओों, क्षर्िकचों, सरकारी अक्षिकाररयचों / लचक सेवकचों या
एक स्थानीय एनजीओ की सहायिा ें।
• क्तथथवि की बारीकी से क्षनगरानी करें ।
यवद वििाह िियमान में हच रहा है
• बा वििाह रचकने के व ए क्षनषेिाज्ञा जारी करने के क्षलए उसे /
उसके क्षलए एक न्याक्षयक िक्षजस्ट्रे ट कच तुरोंत ररपचटश करें ।
• क्षववा के साक्ष्य एकत्र करें (जैसे वक िस्वीरें , वनमोंत्रण, वििाह
प्रयचजनचों के व ए वकए गए भुगिान की रसीदें )
• उन अपराक्षियचों की एक सूची बनाएों जच वििाह में भाग ेने,
प्रदशयन करने, समथयन करने, प्रचत्सावहि करने और मदद करने या
इसमें भाग ेने के व ए वजम्मेदार हैं ।
• यवद बच्े कच बाल क्षववा के क्षलए िजबूर, ििकाया या
िचक्ष त चने का खतरा ै , या यवद बच्े के जीिन के व ए
जचक्तखम है , िच बच्े कच ित्का सुरिा और सहायिा प्रदान करें ।
अगर बा वििाह पह े से हच गया है
• वििाह के साक्ष्य एकत्र करें (जैसे वक िस्वीरें , वनमोंत्रण, शादी के
प्रयचजनचों के व ए वकए गए भुगिान की रसीद, गिाह)
• उन अपरावधयचों की एक सूची बनाएों , जच वििाह में भाग ेने,
प्रदशयन करने, समथयन करने, प्रचत्सावहि करने और मदद करने या
इसमें भाग ेने के व ए वजम्मेदार थे।
• याद रखें वक ऐसे अपराधचों में शावम मवह ाएों भी अपराधी हैं ,
हा ाों वक उन्हें कारािास की सजा नहीों दी जा सकिी है । इसव ए
जहाों जरूरि हच िहाों वगरफ्तारी की जाए।
• एक बार बचाि के बाद बच्चों कच वचवकत्सा सहायिा, कानूनी
सहायिा, परामशय और पुनिाय स सहायिा सवहि सभी सहायिा
और सहायिा प्रदान करें ।
• बच्े कच अदा ि में बार-बार पेश न करें ; दचनचों साक्ष्य और क्रॉस-
परीिा उसी वदन िक हचिी है जहाों िक सोंभि हच
Juvenile Justice (Care and Protection
of Children)
बच्चों के नैविक विकास के चरण
• चरण 1 - वशशु
• स्टे ज 2 - टॉड रहुड
• स्टे ज 3 - पूियस्कू ी (िीन से साि सा )
• चरण 4 - (साि से दस िषय)
• चरण 5 - वकशचर
जुिेनाइ क्राइम के क्ा कारण हैं ?
• जन्म के पूवश कारक, वजसमें शराब या डरग्स और जन्मजाि
विसोंगवियचों के व ए जन्मपूिय जचक्तखम शावम है ।
• िनचवैज्ञाक्षनक, व्यव ार और िानक्षसक कारक। जच बच्े
िुव्यशव ार या उपेिा के क्षर्कार हैं या क्ष ों सा के सोंपकश में हैं , िे
असामावजक र्व्िहार प्रदवशयि करने, क्षचोंता और अवसाि से
पीव़िि हचने, स्कूल िें चुनौक्षतयचों का सामना करने और नशी ी
दिाओों या शराब का सेिन करने की सोंभािना रखिे हैं ।
• पररवार की सोंरचना, विशेष रूप से गरीब मािा-वपिा के बच्े,
एक अपिानजनक घर और एकल-िाता-क्षपता के घर हैं जहाों
एक बच्े कच लोंबे सिय तक असुरक्षित छचड़ क्षिया जाता ै ।
• स किी प्रभाव, विशेषकर सहकमी समूह वजसमें
असािाक्षजक और अपरािी साथी शावम हैं ।
सहकमी के प्रभाि कच िब बढाया जा सकिा है जब
बच्े का अपने मािा-वपिा या सकारात्मक ियस्क रच
मॉड के साथ न्यूनिम सहभावगिा हच।
• स्कूल की नीक्षतयाों, विशेष रूप से क्षनलोंबन और
क्षनष्कासन। वन ोंबन और वनष्कासन के
पररणामस्वरूप अपराधी र्व्िहार में िृक्ति हच सकिी
है ।
• अड़चस - पड़चस का िा ौल
बच्चों की दे खभा और सुरिा की जरूरि
है
• अपिानजनक क्तस्थक्षत िें र ने वाले बच्े
– बच्चों कच श्रम कानूनचों के उल्लोंघन के अोंिगयि काम
करिे पाया गया
– बच्ा भीख माों गिा वम ा
– वकसी भी सशस्त्र सोंघषय, नागररक अशाों वि या प्राकृविक
आपदा से पीव़िि या प्रभाविि
– वकसी ऐसे र्व्क्ति के साथ रहने िा ा बच्ा, वजसने
वकसी बच्े कच घाय , शचषण या दु र्व्यिहार वकया हच या
बच्े की सुरिा के व ए पाररि वकसी कानून का
उल्लोंघन वकया हच।
बच्चों कच साथ दु र्व्यिहार का खिरा
• एक ऐसे र्व्क्ति के साथ रहने िा ा बच्ा, वजसने बच्े कच जान से मारने
की धमकी, घाय , शचषण या दु र्व्यिहार की धमकी दी हच।
• वकसी ऐसे र्व्क्ति के साथ रहने िा ा बच्ा, वजसने वकसी अन्य बच्े कच
मार डा ा, उसके साथ दु र्व्यिहार वकया, उसकी उपेिा की या उसका
शचषण वकया और इस बाि की सोंभािना है वक प्रश्न में मौजूद बच्े की
हत्या, दु र्व्यिहार, शचषण या उपेिा हच सकिी है
• बच्ा वजसके साथ यौन शचषण, यािना, दु र्व्यिहार या वकसी गैरकानूनी
काम की सोंभािना है
• बच्ा जच कमजचर पाया जािा है और नशी ी दिाओों के दु रुपयचग या
िस्करी में शावम हचने की सोंभािना है
• बच्ा वजसके साथ अनुवचि ाभ के व ए दु र्व्यिहार हचने की सोंभािना है
• बच्ा जच वििाह की आयु प्राप् करने से पह े वििाह के जचक्तखम में है और
बच्े के मािा-वपिा, अवभभािक, पररिार के सदस्चों आवद कच इस िरह के
वििाह के व ए वजम्मेदार ठहराया जा सकिा है ।
वबना सहारे के बच्े
• मािा-वपिा या वकसी के वबना दे खभा के वबना रहने िा े बच्ा
• पररत्यि(abandoned) या शरणागि (surrendered) बा क
• गुम या भागा हुआ बच्ा वजसके मािा-वपिा उवचि जाों च के बाद नहीों वम
सकिे
• बच्ा ग ी या स़िक में रहिा है
• बच्ा वबना वकसी घर या वकसी वनिास के वम ा
• वबना वकसी साधन के बच्े कच पाया गया
• अनविट या अिम मािा-वपिा या अवभभािक के साथ रहने िा े बच्ा
• िह बच्ा जच मानवसक रूप से बीमार, मानवसक या शारीररक रूप से
अिम हच, टवमयन या ाइ ाज बीमारी से पीव़िि हच, वबना मािा-वपिा या
अवभभािकचों या वकसी के समथयन या उनकी दे खभा के व ए कचई ना हच।
वकशचर न्याय में पुव स की भूवमका
• रचकथाम (prevention)(यह सुवनविि करना वक बच्े कानून
के विरचध में न आएों ),
• डायिसयन (बच्चों कच औपचाररक आपरावधक न्याय प्रणा ी से
दू र रखा जािा है और पुनरािृवि कच रचकने के व ए समुदाय
आधाररि और पुनथथाय पना(restorative) प्रवक्रयाओों में ),
• सोंरिण (मानि अवधकारचों के उल्लोंघन और शचषण और
दु रुपयचग से बच्चों)
• वमशन केि युिा उल्लोंघनकिाय ओों कच दों वडि करने के व ए
नहीों बक्ति समाज में सही रास्ते पर िापस ाने में मदद
करने के व ए है ।
वकशचर न्याय में पुव स की भूवमका
• वकसी भी माम े में एक बच्े कच ॉक-अप या जे में या
ियस्क आरचपी र्व्क्ति के साथ नहीों रखा जाना चावहए।
• नजदीकी पुव स स्टे शन से CWPO कच बच्े के थथानाों िरण में
दे री नहीों हचनी चावहए।
• वकसी भी माम े में बच्े कच वकसी भी िरह से हथक़िी या
भ्रूण नहीों वदया जाना चावहए।
• बच्े कच िु रोंि उन पररक्तथथवियचों के बारे में सूवचि वकया जाना
चावहए वजसमें उसे सरकार की दे खरे ख में व या जा रहा है ।
• उपयुि वचवकत्सा सहायिा जहाों आिश्यक हच, पुव स द्वारा
प्रदान की जानी चावहए।
• जहााँ आिश्यक हच एक दु भावषया(interpreter) की सहायिा
प्रदान की जानी चावहए।
• बच्े कच भचजन उप ब्ध कराया जाना चावहए।
• पुव स स्टे शन में वकसी भी बा पीव़िि का सािात्कार नहीों
व या जाना चावहए।
• बच्े से वकसी भी बयान पर हस्तािर नहीों व या जाना
चावहए।
• बच्े के साथ क्रूर और अपमानजनक िरीके से र्व्िहार नहीों
वकया जाना चावहए।
• पुव स कच यह सुवनविि करना चावहए वक आरचपी र्व्क्ति
और बच्े के बीच कचई सोंपकय नहीों है ।
Abolition of Child Labour Act
बा श्रम के पररणाम
• बच्चों कच आकक्तिक और अन्य चचटें जैसे वक कटौिी, ज न और मरच़ि,
फ्रैक्चर, थकान और चक्कर आना, काम पर अत्यवधक भय और बुरे सपने
से अिगि कराया जािा है ।
• यौन शचषण, विशेष रूप से ियस्कचों द्वारा ़िवकयचों का यौन शचषण,
ब ात्कार, िे श्यािृ वि, जल्दी और अिाों वछि गभाय िथथा, गभयपाि, यौन
सोंचाररि रचग (एसटीडी) और एचआईिी / एड् स, डरग्स और शराब।
• शारीररक दु र्व्यिहार वजसमें शारीररक दों ड, दचषारचपण, विश्वासघाि,
मौक्तखक हम े, अस्वीकृवि, अपमान और बुरी वटप्पणी जैसे भािनात्मक
दु र्व्यिहार शावम हैं ।
• भािनात्मक उपेिा जैसे वक पाररिाररक प्रेम और स्नेह से िों वचि हचना,
वजसके पररणामस्वरूप अके ापन और वनराशा हचिी है ।
• भचजन, कप़िे , आश्रय और वचवकत्सा उपचार की
पयाय प् र्व्िथथा की कमी जैसी शारीररक उपेिा।
• स्कू ी वशिा के अभाि में शैिवणक यचग्यिाएाँ और
उच् कौश गायब हच जािे हैं और इस प्रकार
गरीबी में अपना जीिन नष्ट कर दे िे हैं ।
• ियस्क श्रवमकचों के साथ बच्चों की प्रविस्पधाय
वनराशाजनक िेिन और िेिन की ओर े जािी है ।
बा माम चों में पुव स की भूवमका
• सािात्कार का PEACE िरीका अपनाएों
– िैयारी और यचजना (Preparation and Planning),
– सों ग्न और वनमाय ण िा मे (Engage and Build
Rapport),
– गणना करना (Account),
– स्पष्टीकरण और आगे के प्रश्न (Clarification and
Further Questions) और
– समापन (Ending)
िैयारी और यचजना (Preparation and
Planning)
• जानें क्ा हुआ, कैसे हुआ और क्चों हुआ
• माम े कच अच्छी िरह से समझने के व ए वक क्ा जानकारी एकत्र करने
की आिश्यकिा है ;
• यह वनधाय ररि करना वक क्ा साक्ष्य पह े से उप ब्ध है और इसे कैसे प्राप्
वकया जा सकिा है ;
• क्ा सबूि की जरूरि है और यह कैसे प्राप् वकया जा सकिा है इसका
आक न करना; िथा
• ररकॉवडिं ग वडिाइस, स्टे शनरी, थथान और मािा-वपिा / अवभभािक / करीबी
ररश्तेदार या पररिीिा अवधकारी की उपक्तथथवि के साथ-साथ कानूनी
अनुरचध सवहि सािात्कार का ॉवजक्तस्टक्स िैयार करना।
• याद रखें - बच्े के सिोिम वहि और सबूिचों की सटीकिा में,
सािात्कारकिाय ओों कच बच्े की भािनात्मक और शारीररक आिश्यकिाओों
पर ध्यान दे ना चावहए।
सों ग्न और वनमाय ण िा मे (Engage and
Build Rapport)
• बच्े के बग में बैठच और सीधे उसके सामने नहीों।
एक खु ी बॉडी ैंग्वेज अपनाएों और बच्े की उम्र और
विकास के व ए उपयुि भाषा का उपयचग करें ।
• बच्े के सािात्कार में मौजूद अपने और वकसी अन्य
र्व्क्ति का पररचय दें ।
• पूछें वक क्ा बच्ा जानिा है वक िह िहाों क्ूों है । सर
भाषा में समझाएों वक आप घटना के बारे में प्रश्न पूछना
चाहिे हैं
• िा मे -वनमाय ण के व ए पयाय प् समय समवपयि करना
महत्वपूणय है ।
• इस चरण के दौरान flexible रहें ।
सों ग्न और वनमाय ण िा मे (Engage and
Build Rapport)
• बच्े कच बिाएों वक आप उसे या उसके बारे में
बेहिर जानना चाहिे हैं और उसके बारे में सीखना
चाहिे हैं ।
• बच्े से इस बारे में पूछें: स्कू में पसोंदीदा विषय,
खा ी समय के दौरान पसोंदीदा गविविवधयााँ ,
पसोंदीदा वकिाबें, खे , या विल्में।
• इस चरण के दौरान आपकच बच्े कच सच बिाने के
महत्व पर जचर दे ना चावहए।
गणना करना (Account)
• आपकच बच्े के ध्यान की अिवध, पचषण सोंबोंधी जरूरिचों और
शारीररक कायों पर ध्यान दे ना चावहए।
• यवद बच्ा बहुि परे शान हच जािा है या बहुि बेचैन हच जािा है , िच
सािात्कार कच रचकना प़ि सकिा है । जब बच्े कच इसकी
आिश्यकिा हच िच ब्रेक या पुनवनयधाय ररि सािात्कार ें।
• उसे जच कुछ भी हुआ, उसका अपने शब्चों में िणयन करने के व ए
कहें ।
• याद रखें वक शाों ि रहें और रे खाों वकि करें वक आपकी भूवमका यह
समझने के व ए है वक क्ा हुआ। दृढ रहें , ेवकन सम्मानजनक
भी रहें । आक्रामकिा बच्े कच बोंद करने या पीछे धके ने (िकय)
का कारण हच सकिी है ।
स्पष्टीकरण और आगे के प्रश्न
(Clarification and Further Questions)
• एक बार जब बच्ा घटनाओों की अपनी र्व्ाख्या प्रदान करना
समाप् कर े िा है , िच पूछिाछ का चरण शुरू हच सकिा
है ।
• इस चरण का उद्दे श्य अनु प ब्ध जानकारी या अवधक वििरण
प्राप् करना और उन विसोंगवियचों कच स्पष्ट करना है जच बच्े
ने अपने स्पष्टीकरण के दौरान कहा था।
• अविररि जानकारी प्राप् करिे समय, बच्े की उम्र और
पररपक्विा के व ए उपयुि भाषा का उपयचग करें ।
• बच्चों और वकशचरचों में विचारचों कच र्व्िक्तथथि करने की ियस्क
िमिा नहीों हचिी है । उन्हें जानकारी सोंसावधि करने के व ए
अवधक समय की आिश्यकिा हच सकिी है ।
समापन (Ending)
• सािात्कार के बाद, बच्े द्वारा किर वकए गए
महत्वपूणय वबोंदुओों कच सोंिेप में सुवनविि करें वक
आप सही ढों ग से समझ गए हैं ।
• बच्े कच यह सत्यावपि करने के व ए कहें वक
आपने सही िरीके से समझा है ।
• पूछें वक क्ा बच्े के पास कचई प्रश्न हैं और अपनी
प्रविवक्रयाओों में ईमानदार रहे । बच्े से कभी झूठ न
बच ें।
Points to Remember
• The police officers interacting with the child should take care of their body language, gestures, eye
movements, expressions and tone of speaking should be aimed at making the child feel
comfortable and secure and not intimidate the child in any way.
• The police officer interacting with the child should behave at all times as a well wisher of the child
and keep the best interest of the child uppermost as the basis of all their actions.
• In no circumstances should bad, abusive or negative language be used with the child.
• The police officer interacting with the child should not violate the personal space of the child and
should not have physical contact with the child, as far as possible.
• The police officer should not cause any physical or mental suffering to the child.
• The police officer interacting with the child should not consume any form of tobacco or any other
addictive substance while interacting with the child.
• The police officer should not talk on the mobile phone or check it for other communication during
interaction with the child.
• The police officer should not act in aggressive manner in the presence of child.
• The police officer interacting with the child should have requisite knowledge of child related
legislations.
`
• All procedures should be followed keeping in mind the child's self-
respect and dignity.
• The Child Welfare Police Officer (CWPO) should be in civil dress
during interactions with the child.
• It should be ensured that the child is not kept at the police station
overnight under any circumstances.
• The child's privacy and confidentiality of personal details should be
maintained at all times.
• An F.I.R should be filed within 24 hours in case of a child found
missing. In cases of children missing for more than 15 days, a case
of trafficking should be registered.
• The police officer interacting with the child should listen carefully
and respectfully to everything the child says and should consider it
carefully.
• Availability of a woman police officer/female social worker
while interacting with a girl child should be ensured.
• Protection to the child victim and her family should be
provided.
• It should be ensured that there is no contact between the
accused and the child victim during the police inquiry and
identification of the accused.
• Conducive atmosphere should be created before
interacting with the child.
• The child and his or her family should be informed about
the availability of paralegal volunteers and support persons.
Dos and Don’ts for the police
• When the victim/offender appears to be a child, treat the person as
a child.
• If there is a doubt as to the victim or offender’s age, there is no
documentary proof available, or there is a dilemma as to whether
the person is a child, take the decision in favour of juvenility and
produce the person before the CWC, JJB, or the Special Court, as
the case may be, for age determination.
• Collect documentary proof of age of the victim and the accused
promptly.
• If the child is studying in a school, collect the birth certificate or
matriculation certificate from school. If this is unavailable, birth
certificate issued by a Municipal authority or Panchayat should be
obtained from the parents.
• If no documentary proof is available, inform the CWC or the
prosecutor or Special Court so that they can order an ossification
test or latest medical age determination test.
• Do not ask doctors to conduct an ossification test or latest medical
age determination test without seeking an order from the CWC/
Juvenile Justice
• Charges under all relevant laws and provisions related to children
should be applied if the victim is below 18 years.
• Aggravated charges under Sections 6 or 10, POCSO Act should be
filed if the victim of penetrative sexual assault or sexual assault is
below 12 years.
• If the victim of rape is below 16 years, charge should be filed under
Section 376(2)(i), IPC, apart from the relevant provisions under the
POCSO Act.

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