You are on page 1of 24

ववास्तत भगवतत सवाधनवा.

आजकल ववास्ततशवास्त कवा बबोलबवालवा हहै । एक सवामवान्य सस घर कबो ववास्तत कस इतनस जटटिल ननयमम मम बवाबाँध टदियवा जवातवा हहै
कक जजन्हम पढ़कर मनष्त य न कसवल भ्रममत हबो जवातवा हहै वरन जजनकस घर पपरत
र्ण : ववास्तत अनतसवार नहहह हबोतस, वस शहकवाओह कस
घसरस मम आ जवातस हह। ऐसस मनतष्य यवा तबो अपनवा घर बदिलनवा चवाहतस हह यवा शहककत मन सस घर मम ननववास करतस हह। ववास्तत
ववजवान कवा स्पष्टि अरर्ण हहै चवारम टदिशवाओह सस ममलनस ववालह ऊजवार्ण तरह गम कवा सहततलन...। यटदि यस तरह गम सहततमलत रूप सस
आपकबो पवाप्त हबो रहह हह, तबो घर मम स्ववास्थ्य व शवाहनत बनत रहस गत अन्यरवा ववास्तत दिबोष सस हबोनस ववालस दिष्त पभवाव कतछ इस
तरह कस हहै -

आररर्णक समस्यवाएह-

आररर्णक उन्ननत न हबोनवा, धन कवा कहहह उलझ जवानवा, लवाभम कवा दिस रह सस ममलनवा, आय सस अरधक व्यय हबोनवा, आवश्यकतवा
हबोनस पर धन कक व्यवस्रवा नवा हबो पवानवा, धन कवा चबोरह हबो जवानवा आटदि।

पवाररववाररक समस्यवाएह-

वहैववाटहक सहबहधम मम ववववादि, अलगवाव, ववववाह मम ववलम्ब, पवाररववाररक शतततवा हबो जवानवा, पडबोमसयम सस सहबहध बबगडनवा,
पवाररववाररक सदिस्यम सस ककसत भत कवारर अलगवाव, ववश्ववासघवात आटदि।
सहतवान सहबहधत रचन्तवाएह-

सहतवान कवा न हबोनवा, दिस रह सस हबोनवा, पतत यवा स्तत सहतवान कवा न हबोनवा, सहतवान कवा गलत मवागर्ण पर चलस जवानवा, सहतवान कवा गलत
व्यवहवार, सहतवान कक मशकवा व्यवस्रवा मम कममयवाह रहनवा आटदि।

व्यवावसवानयक समस्यवाएह-

कहैररयर कस सहह अवसर नहहह ममल पवानवा, ममलस अवसरम कवा सहह उपयबोग नहहह कर पवानवा, व्यवसवाय मम लवाभम कवा कम
हबोनवा, सवाझसदिवारम सस ववववादि, व्यवावसवानयक पनतद्वन्द्ववतवा मम वपछडनवा, ननौकरह आटदि मम उन्ननत व पबोमबोशन नहहह हबोनवा,
हस्तवान्तरर सहह जगह नहहह हबोनवा, सरकवारह ववभवागम मम कवाम अटिकनवा, महत्ववाकवाहकवाओह कवा पपरवा नहहह हबो पवानवा आटदि।

स्ववास्थ्य समस्यवाएह-

भवन कस मवामलक और पररववार जनम कक दिघ


त टि
र्ण नवाएह, गहभतर रबोग, व्यसन हबोनवा, आपरस शन हबोनवा, मत्म यत आटदि।

कवानपनत ववववादि, दिघ


त टि
र्ण नवाएह, आग, जल, ववायत पकबोप आटदि सस भय, रवाज्य दिण्ड, सम्मवान कक हवानन आटदि भयहकर परररवाम
दिस खनस कबो ममलतस हह।

चबोरह कक समस्यवाएह-
ककसत घर मम चबोरह क्यम हबोतत हहै ? सरत कवा कक कमत और मवामलक कक लवापरववाहह। लसककन आप यककन नहहह करम गस कक
ववास्ततदिबोष भत ककसत घर मम चबोरह करवानस मम अहम भपममकवा ननभवातवा हहै । घर मम कतछ उत्पन्न ववास्ततदिबोष भत चबोरह कस मलए
जजम्मसदिवार हबोतवा हहै ।

घर मस अदृश्य शजक्तयवाबाँ भत पवसश करतत हहै जजसकस कवारर पररववार कस सदिस्यम कवा मवानमसक सहततलन बबगडतवा रहस तवा हहै
और तनवाव महस सस
त हबोतवा रहस तवा हहै । ककसत नस कतछ कर टदियवा हहै अरववा दिस खनस मम तबो सब ठठीक हहै परन्तत आपकस वपतर रुष्टि
हहै यससवा ननदिवान ननकलतवा हहै ..आटदि..आटदि..।

इन सब समस्यवा कस ननववारर हस तत हह आज कवा यह लसख हहै जजसमस पतरर्ण ववरध-ववधवान दिस रहवा हपह। यह "ववास्तत भगवतत"
सवाधनवा हहै जजससस समस्त पकवार कस ववास्ततदिबोषबो कवा ननववारर हबोतस दिस खवा गयवा हहै । इस सवाधनवा सस मशघ लवाभ दिस खनस ममलतवा
हहै ,यह सवाधनवा वहैटदिक कस सवार तवाहतबोत्क भत हहै । इसमस सवाधनवा सस पतवर्ण हह सवामगत कबो तयवार रखस और सवाधनवा कस मवाध्यम सस
स्वयह हह अपनस ववास्तत कबो दिबोषमतक्त करस तबो आपकबो अलग हह आनहदि कवा अनतभततत हबोगवा।

ककसत भत शतभ अवसर पर पवातत इस कमर्ण कबो सम्पवाटदित कर लसनवा चवाटहए । यटदि हम ववशसष मतहपतर्ण पर कर लम तबो कई
दृजष्टि सस यस बहतत हह अदत
त ववधवान सवाबबत हबोगवा,टदिशवा पपव,र्ण वस्त व आसन श्वसत यवा रक्त हमगस ।

सवाधनवा सवामगत:-
पपजन सवामगत मम आप "ववास्तत भगवतत महवायहत" और "हहह शजक्त मवालवा",कतमकतम ममरश्रित आधवा ककलबो अकत कक
व्यवस्रवा कर लम और जबो भत सवामवान्य पपजन सवामगत और पतष्प आटदि हम,उनकक भलह भवाबाँतत व्यवस्रवा कर लम ।

ववरध-ववधवान:-

पतष्प सस जल नछडकतस हतए स्वजस्तववाचन करम -

ॐ स्वजस्त न इहदबो वद्ध


म श्रिववात स्वजस्त नत पपषवा ववश्ववसदिवात ।

स्वजस्त नस्तवारयर अररष्ट्टनसममत स्वजस्त नबो बह


म स्पनतदिर्ण धवातत ॥

द्यनौत शवाहनतत अहतररक गतह शवाहनतत परम रवत शवाहनतरवापत

शवाहनतरबोषधयत शवाहनतत। वनस्पतयत शवाहनतववर्णश्वस दिस ववात

शवाहनतरर्णह्म शवाहनतत सवर्णगहत शवाहनतत शवाहनतरस व शवाहनत सवा

मवा शवाहनतरस रध। यतबो यतत सममहसस ततबो नबो अभयह कतरु ।

शहन्नत कतरु पवाजवाभ्यबो अभयह नत पशतभ्यत। सतशवाहनतभर्णवतत ॥

ॐ मसवद्ध बतवद्ध सटहतवाय श्रित मन्ममहवागरवारधपतयस नमत l

सहकल्प-
ॐ ववष्रवत वर्णष्रवत वर्णष्रत:, ॐ अद्यरह्मरबोऽजह्न द्ववततय परवाधर श्रित श्वसतववारवाहकल्पस वहैवस्वतमन्वन्तरस ,

अष्टिवाववहशनततमस कमलयतगस, कमलपरम चररस जम्बपद्वतपस भरतखण्डस भवारतवषर पतण्य(अपनस नगर-गवाहव कवा नवाम)कसतस
बनौद्धवावतवारस वतरववक्रमवाटदित्यनप
म तस

(वतर्णमवान सहवत),तमसऽब्दिस क्रबोधत नवाम सहवत्सरस उत्तरवायरस (वतर्णमवान) ऋतबो महवामहगल्यपदिस मवासवानवाह मवासबोत्तमस
(वतर्णमवान)मवासस (वतर्णमवान)पकस (वतर्णमवान)नतरनौ (वतर्णमवान)ववासरस (गबोत कवा नवाम लम )गबोतबोत्पन्नबोऽहह अमतकनवामवा (अपनवा
नवाम लम)सकलपवापकयपपवक
र्ण ह सववार्णररष्टि शवाहनतननममत्तह सवर्णमहगलकवामनयवा-

श्रितनतस्मत्म यबोक्तफलपवाप्त्यरर मनसजप्सत कवायर्ण मसद्धयरर श्रित महवामत्म यतहजय सवाटहत्य सनौभवाग्य ववास्तत कमत्यवा पपजनह च अहह
कररष्यस। ( यटदि इतनवा नवा बबोलतस बनस तब भत मवात टहहदिह मम अपनवा सहकल्प बबोलकर जल भपमम पर छबोड दिम )

ननम्न महत बबोल कर मलखस गए अहग पर अपनस दिवाटहनस हवार कवा स्पशर्ण करस -

हहह नह पवादिवाभ्यवाम नमत -( दिबोनम पवाव पर ),

हहह मम जवानतभ्यवाम नमत - ( दिबोनम जहघवा पर )

हहह भह कटिहभ्यवाम नमत - ( दिबोनम कमर पर )

हहह गह नवाभ्यस नमत -( नवामभ पर )

हहह वह हदियवाय नमत -( हदिय पर )


हहह तस बवाहतभ्यवाम नमत -( दिबोनम कहधस पर )

हहह ववाह कहठवाय नमत - ( गलस पर )

हहह सहत मख
त वाय नमत - ( मख
त पर )

हहह दिम नसतवाभ्यवाम नमत -( दिबोनम नसतम पर )

हहह ववाह ललवाटिवाय नमत -( ललवाटि पर )

हहह यवाह मध्र्


त नस नमत -( मस्तक पर )

हहह नमबो भगवतस ववासतदिसववाय नमत -( पतरस शरहर पर )

नमस्कवार महत :-

हहह श्रित गरसशवाय नमत।

हहह इष्टि दिस वतवाभ्यबो नमत।

हहह कतल दिस वतवाभ्यबो नमत।

हहह गवाम दिस वतवाभ्यबो नमत।


हहह स्रवान दिस वतवाभ्यबो नमत।

हहह सवरभ्यबो दिस वसभ्यबो नमत।

हहह गतरुवस नमत।

हहह मवात म वपत म चररकमलभ्यबो नमत।।

अब सवामनस बवाजबोटि पर जजस पर श्वसत यवा रक्त वस्त बबछवा हतआ हबो,उस पर तवाम्बस कक रवालह स्रवावपत कर उस पर
महवायहत कबो स्रवावपत कर अगकक्रयवा करम -

गरपनत पपजन

हवार मम पतष्प लसकर गरपनत कवा आववाहन करम .

ॐ गह गरपतयस इहवागच्छ इह नतष्ठ : |

और अब हवार मम पतष्प लसकर ननम्न महत कवा उच्चवारर करतस हतए भगववान न गरपनत कस सवामनस छबोड दिम -

गजवाननम्भपतगरवाटदिससववतह कवपत्र जम्बप फलचवारुभकरम न।

उमवासततह शबोक ववनवाशकवारकह नमवामम ववघ्नसश्वरपवादिपहकजम न।


ननम्न महत कवा उच्चवारर करतस हतए रबोडस रबोडस अकत कस दिवानस महवायहत पर अवपर्णत करम -

नवगह आववाहन -

अजस्मन नवगहमहडलस आववाटहतवात सय


प वार्णटदिनवगहवा

दिस ववात सतपनतजष्ठतवा वरदिवा भवन्तत ।

जपवाकतसतम सहकवाशह कवाश्यपसयह महदिद्यतनतम न I

तमबोररहसवर्णपवापघ्नह परतबोS जस्म टदिववाकरम न II

ॐ ह्सनौ: श्रितह आह गहवारधरवाजवाय आटदित्यवाय स्ववाहवा

दिरधशहखततषवारवाभह कतरबोदिवारर्णव सहभवम न I

नमवामम शमशनह सबोमह शहभबोमतक


र्ण त टि भपषरम न II

ॐ श्रितह क्रकह हवाह चह चन्दवाय नमत

धररतगभर्ण सहभपतह ववद्यतत्कवाहनत समपभम न I

कतमवारह शजक्तहस्तह तह महगलह परवाम्यहम न II

ऐह ह्सनौ: श्रितह दवाह कह गहवारधपतयस भनौमवाय स्ववाहवा

वपयहगतकमलकवाश्यवामह रुपसरवापनतमह बतधम न I


सनौम्यह सनौम्यगतरबोपसतह तह बतधह परमवाम्यहम न II

ॐ हवाह क्रकह टिह गहनवारवाय बतधवाय स्ववाहवा

दिस ववानवाहच ऋषतनवाहच गतरुह कवाहचन सजन्नभम न I

बतवद्धभपतह बतलबोकसशह तह नमवामम बह


म स्पनतम न II

ॐ हहह श्रितह खतह ऐह ग्लल गहवारधपतयस बह


म स्पतयस रतहठ: ऐहठ: श्रितहठ: स्ववाहवा

टहमकहत दि मर
म वालवाभह दिहै त्यवानवाह परमह गतरुम न I

सवर्णशवास्त पवक्तवारह भवागर्णवह परमवाम्यहम न II

ॐ ऐह जह गह गहस श्वरवाय शतक्रवाय नमत

नतलवाहजन समवाभवासह रववपततह यमवागजम न I

छवायवामवातरड सहभत
प ह तह नमवामम शनहैश्चरम न II

ॐ हहह श्रितह गहचक्रवनतर्णनस शनहैश्चरवाय क्लहह ऐहस: स्ववाहवा

अधर्णकवायह महवावतयर चहदवाटदित्य ववमदिर्ण नम न I

मसहटहकवागभर्णसहभपतह तह रवाहतह परमवाम्यहम न II

ॐ क्रकह क्रकह हपबाँ हपबाँ टिह टिह कधवारररस रवाहवस रह हहह श्रितह भह स्ववाहवा

पलवाशपतष्पसहकवाशह तवारकवागह मस्तकम न I

रनौदह रनौदवात्मकह घबोरह तह कसततह परमवाम्यहम न II


ॐ हहह क्रहप क्रपररूपतरस कसतवस ऐह सनौ: स्ववाहवा

अब हवार जबोडकर स्ततनत करम .

ॐ रह्मवा मतरवाररजस्तपतरवान्तकवारह भवानततशमश भपममसतबो बतधश्च गतरुश्च शतक्रत शनन रवाहतकसतवत सवरगहवात मतन्रवा सटहतवाय
शवाजन्तकरवा भवन्तत ॥

ननम्न महत कवा उच्चवारर करतस हतए रबोडस रबोडस अकत कस दिवानस महवायहत पर अवपर्णत करम -

षबोडशमवातक
म वा आववाहन -

ॐ गनौरह पद्यवा शचतमसधवा सवाववतत ववजयवा जयवा |

दिस वससनवा स्वधवा स्ववाहवा मवातरबो लबोकमवातरत ||

हृटटि पतजष्टि तरवा ततजष्टिस्तरवाततजष्टिरवात्मन: कतलदिस वतवा : |

गरसशसनवारधकवा ह्यहैतवा वद्ध


म नौ पपज्यवाश्च नतष्ठतत ||

ॐ भपभतव
र्ण त स्व: षबोडशमवातक
म वाभ्यबो नमत ||

इहवागच्छइह नतष्ठ ||
अब हवार जबोडकर ननम्न महत कवा उच्चवारर करतस हतए यन्त पर कतमकतम ममरश्रित अकत डवालम -

ॐ जयहतत महगलवा कवालह भदकवालह कपवामलनत |

दिग
त वार्ण कमवा मशववाधवातत स्ववाहवा स्वधवा नमबोस्ततस्तस ||

अनयवा पपजयवा गनौमवार्णटदि षबोडश मवातत पतयन्तवाह न मम |

कलश पपजन-

हवार मम पतष्प लसकर वरुर कवा आववाहन करम -

अजस्मन कलशस वरुरह सवाहगह सपररववारह सवायतध सशजक्तकमवाववाहयवामम,

ॐ भपभतव
र्ण : स्व:भबो वरुर इहवागच्छ इहनतष्ठ। स्रवापयवामम पपजयवामम॥

और अब कलश कवा पहचबोपचवार पपजन कर लम ,तत्पश्चवात घत


म यवा नतल कस तसल कवा दिहपक पज्वमलत कर लम और सतगजन्धत
अगरबत्तत भत,और इसकस बवादि हवार मम जल लसकर ववननयबोग करम .
ॐ अस्य श्रितपवारपनतष्ठवामहतस्य रह्मवा-ववष्रत-रुदवा ऋषयत ऋग्यजतसवार्णमवानत छन्दिवाहसत पवारशजक्तदिर वतवा आह बतजह हहह
शजक्तत क्रम ककलकह अजस्मन यहतस श्रित सनौभवाग्य ववास्तत कमत्यवा यन्त पवार पनतष्ठवापनस ववननयबोगत !

इसकस बवादि यहत कबो एक हवार मम लसकर तरवा दिस


त रस हवार सस कतश,यवा अगभवाग टिपटिह हतयत दिव
प वार्ण लसकर यहत पर स्पशर्ण करतस जवाएबाँ.

ॐ आह हहह क्रम यह रह लह वह शह षह सह हम ॐ कह सह हह सत हहह ॐ आह हहह क्रम अस्य सनौभवाग्य ववास्तत कमत्यवा यन्त पवारवा इह पवारवात ।

ॐ आह हहह क्रम यह रह लह वह शह षह सह हम ॐ कह सह हह सत हहह ॐ आह हहह क्रम अस्य सनौभवाग्य ववास्तत कमत्यवा यन्त जतव इह जस्रतत ।

ॐ आह हहह क्रम यह रह लह वह शह षह सह हम ॐ कह सह हह सत हहह ॐ आह हहह क्रम अस्य सनौभवाग्य ववास्तत कमत्यवा यन्त सवर्वेंटदयवारत

ववाहड-मनस्त्वकचकत: श्रिबोतजजह्ववा-घवार-पवारवा इहवागत्य इहहै व सतखह रचरह नतष्ठन्तत स्ववाहवा ।

ॐ मनबो जपनतजतष
र्ण तवामवाज्यस्य बह
म स्पनतयर्णजमममन्तनबोत्वररष्टिम यजह समममह दिधवातत ।

ववश्वस दिस ववास इह मवादियन्तवाम ॐ पनतष्ठ ।।

एष वहै पनतष्ठवा नवाम यजबो यत तसन यजसन यजन्तस ! सवर्णमसव पनतजष्ठतह भवनत ।।

अजस्मन सनौभवाग्य ववास्तत कमत्यवा यहतस्य सतपनतष्ठतवा वरदिवा भवन्तत ।

कफर गहध , पतष्पवाटदि सस पहचबोपचवार ( स्नवान , चन्दिन , पतष्प , धपप- दिहप , नहैवसद्य एवह आरतत ) पपजन करम और यहत कस षबोडश
सहस्कवारम कक मसवद्ध कस मलए १६बवार ननम्न मन्त कवा उच्चवारर करतस हतए अकत डवालतस जवाएबाँ-

ॐ ववास्तबोष्पतस पनत जवानतद्यस्मवान स्ववावसशबो अनमत वबो भववान यत्वस महस पनततन्नबो जतषस्व शन्नबो भव द्ववपदिस शह
चतष्त प्दिस स्ववाहवा |
ॐ ववास्तबोष्पतस पतररबो न एरध गयस्फवानबो गबोमभ रश्वस मभररदिबो अजरवासस्तस सख्यस स्यवाम वपतसव पततवान्पनतन्नबो जतषस्य
शन्नबो भव द्ववपदिस शह चततष्प्दिस स्ववाहवा |

कफर हवार मम कतमकतम ममरश्रित अकत लसकर उस यन्त पर ननम्न महत बबोल कर अवपर्णत कर दिम -

अस्य यहतस्य षबोडश सहस्कवारवात सम्पद्यन्तवाम

ननम्न महत कवा ८ बवार उच्चवारर करतस हतए यन्त पर कतमकतम ममरश्रित अकत अवपर्णत करम .

चतष
त जष्टि यबोरगनत स्रवापन-

ॐ आववाहयवाम्बहह दिस वत यबोरगनत परमसश्वररहम न । यबोगवाभ्यवाससन सन्ततष्टि परवाध्यवान समजन्बतवात ।।

चतष
त ष्ठठी: यबोरगनतभ्यबो नमत

अब हवार जबोडकर हवार मम पतष्प लसकर सनौभवाग्यलरमत ध्यवान करम और ध्यवान महत कस उच्चवारर कस बवादि उस पतष्प कबो यन्त
पर अवपर्णत कर दिम -

ॐ यवा सवा पदवासनस्रवा,

ववपतल-कटटि-तटिह, पद-
दिलवायतवाकत।

गम्भतरवावतर्ण-नवामभत, स्तन-भर-

नममतवा, शतभ्र-वस्तबोत्तरहयवा।।

लरमत टदिव्यहैगज
र्ण सन्दहै त। मणर-

गज-खरचतहैत, स्नवावपतवा हस म-

कतम्भहैत।

ननत्यह सवा पद-हस्तवा, मम वसतत गह


म स , सवर्ण सनौभवाग्य,सवर्ण-मवाहगल्य-यतक्तवा।।

इसकस बवादि यन्त मम सनौभवाग्य लरमत कक पनतष्ठवा करम .

हवार मम अकत लसकर ननम्न महत उच्चवाररत करम -

“ॐ भपभतव
र्ण त स्वत सनौभवाग्यलरमत, इहवागच्छ इह नतष्ठ,

एतवानन पवाद्यवाद्यवाचमनतय-स्नवानतयह, पतनरवाचमनतयम न।”

आसन :-

आसनवानवाररपतष्पवाणरसमपर्णयवामम।

आसन कस मलए फपल चढवाएह


पवाद्य :-

ॐअश्वपपवरररमध्यवाहहजस्तनवादिपबबोरधनतम न।

रश्रियहदिसवतमतपह्वयसश्रितमवार्णदिसवतहजतषवातवाम न।।

पवादियबो:पवाद्यहसमपर्णयवामम।

जल चढवाएह

यन्त कस सवामनस ममठवाई कवा भबोग अवपर्णत करम ।

हवार मम अकत लसकर महतबोच्चवारर करम :-

ॐ तयम्बकह यजवामहस सतगजन्धहत पतजष्टि वद्धर्णनम न । उववार्णरुकममव बन्धनवान्मत्म यबोम्मतक


र्ण तय मवामत
म वाम न ।। (इस महत कवा ११
बवार उच्चवारर करम )

कफर ननम्न मन्तम कवा मवात १ बवार हह उच्चवारर करनवा हहै और यन्त पर अकत डवालतस जवानवा हहै -
ॐ तयम्बकवायहै नमत

ॐ आद्यस लरम्यहै नम:

ॐ ववद्यवालरम्यहै नम:

ॐ सनौभवाग्य लरम्यहै नम:

ॐ अमत
म लरम्यहै नम:

ॐ लरम्यहै नम:

ॐ सत्य लरम्यहै नम:

ॐ भबोगलरम्यहै नम:

ॐ यबोग लरम्यहै नम:

ॐ वसतन्धरवायहै नमत

ॐ उदिवारवाङ्गवायहै नमत

ॐ हररण्यहै नमत

ॐ हस ममवामलन्यहै नमत

ॐ धनधवान्य कयर नमत

ॐ मसद्धयस नमत

ॐ स्तहैर सनौम्यवायहै नमत

ॐ शतभपदिवायहै नमत

ॐ नप
म वसश्म गतवानन्दिवायहै नमत

ॐ वरलरम्यहै नमत

ॐ वसप
त दिवायहै नमत

ॐ शतभवायहै नमत
ॐ टहरण्यपवाकवारवायहै नमत

ॐ समतद तनयवायहै नमत

ॐ जयवायहै नमत

ॐ मङ्गलवायहै नमत

ॐ दिस व्यहै नमत

ॐ ववष्रत वकतस्रल जस्रतवायहै नमत

ॐ ववष्रतपत्न्यहै नमत

ॐ पसन्नवारयहै नमत

ॐ नवारवायर समवारश्रितवायहै नमत

ॐ दिवाररद्र्य ध्वहमसन्यहै नमत

ॐ सवरपदव ववाररण्यहै नमत

ॐ नवदिग
त वार्णयहै नमत

ॐ महवाकवाल्यहै नमत

ॐ रह्म ववष्रत मशववाजत्मकवायहै नमत

ॐ बतकवाल जवान सम्पन्नवायहै नमत

ॐ भतवनसश्वयर नमत

ॐ पजवापतयस नमत

ॐ टहरण्यरस तसस नमत

ॐ दिध
त ष
र्ण वार्णय नमत

ॐ रगरहशवाय नमत

ॐ रगररशवाय नमत
ॐ अनघवाय नमत

ॐ भतजङ्ग भपषरवाय नमत

ॐ भगवार्णय नमत

ॐ रगररधन्वनस नमत

ॐ रगररवपयवाय नमत

ॐ कमजत्तववाससस नमत

ॐ पतरवारवातयस नमत

ॐ भगवतस नमत

ॐ पमधवारधपवाय नमत

ॐ मत्म यतञ्जयवाय नमत

ॐ सपरमतनवस नमत

ॐ जगद्व्यवावपनस नमत

ॐ जगद्गतरवस नमत

ॐ व्यबोमकसशवाय नमत

ॐ महवाससन जनकवाय नमत

ॐ चवारुववक्रमवाय नमत

ॐ रुदवाय नमत

ॐ भपतपतयस नमत

ॐ स्रवारवस नमत

ॐ अटहभतथ्
र्ण न्यवाय नमत

ॐ टदिगम्बरवाय नमत
ॐ अष्टिमपतय
र्ण स नमत

ॐ अनसकवात्मनस नमत

ॐ स्ववाजत्त्वकवाय नमत

ॐ शद्ध
त ववगहवाय नमत

ॐ शवाश्वतवाय नमत

ॐ खण्डपरशवस नमत

ॐ अजवाय नमत

ॐ पवाशववमबोचकवाय नमत

ॐ मड
म वाय नमत

ॐ पशतपतयस नमत

ॐ दिस ववाय नमत

ॐ महवादिस ववाय नमत

"हहह शजक्त मवालवा" सस "ववास्तत भगवतत" महत कस पहलस और बवादि मम "हहह" बतज महत कवा ३-३ मवालवा करम और २१ मवालवा जवाप
"ववास्तत भगवतत" महत कवा करम -
ववास्तत भगवतत महत-

ॐ हहह नमबो भगवतत ववास्तत दिस वतवायहै नमत ||

om hreem namo bhagawati vastu devataayei namah

हवार जबोडकर आद्य शजक्त सस कमवा यवाचनवा करम -

न महतह नबोयहतह तदिवपच नजवानस स्ततनतमहबो

न चवाह्ववानह ध्यवानह तदिवपच नजवानस स्ततनतकरवात ।

नजवानस मतदवास्तस तदिवपच नजवानस ववलपनह

परह जवानस मवातस्त्व दिनतसररह क्लसशहररह

ववधसरजवानसन दववरववरहस रवालसतयवा


ववधसयवाशक्यत्ववात्तव चररयबोयवार्णच्यतनतरभपत न ।

तदिस तत न कहतव्यह जननन सकलबोद्धवाररणर मशवस

कतपततबो जवायसत क्वरचदिवप कतमवातवा न भवनत

परम रव्यवाह पततवास्तस जननन बहवत सहनत सरलवात

परह तसषवाह मध्यस ववरलतरलबोहह तव सततत ।

मदिहयबोयहत्यवागत समतरचतममदिह नबो तव मशवस

कतपततबो जवायसत न क्वरचदिवप कतमवातवा न भवनत

जगन्मवातमवार्णतस्तव चररससववा न ररचतवा

न ववा दित्तह दिस वव दववरमवप भय


प स्तव मयवा ।

तरवावपत्वह स्नसहह मनय ननरुपमह यत्पकतरुषस

कतपततबो जवायसत क्वरचदिप कतमवातवा न भवनत

पररत्यक्तवादिस ववा ववववध ससववाकतलतयवा

मयवा पहचवाशततसररधकमपनततस तत वयमस

इदिवानतहचसन्मवातत तव यटदि कमपवा

नवावप भववतवा ननरवालहबबो लहबबोदिर जननन कह यवामम शररह

श्वपवाकबो जल्पवाकबो भवनत मधतपवाकबोपमरगरवा

ननरवातहकबो रह कबो ववहरनत रचरह कबोटटिकनकहैत

तववापरर करर ववशनत मनतवरर फलममदिह

जनत कबो जवानततस जननन जपनतयह जपववधनौ

रचतवाभस्म लसपबो गरलमशनह टदिक्पटिधरबो

जटिवाधवारह कहठस भतजगपतहवारह पशतपनतत


कपवालह भपतसशबो भजनत जगदिहशहैकपदिवतह

भववानन त्वत्पवाणरगहरपररपवाटिहफलममदिह

न मबोकस्यवाकवाहकवा भवववभव ववाहछवावपचनमस

न ववजवानवापसकवा शमशमणत ख सख
त सच्छवावप न पतनत

अतस्त्ववाह सय
त वाचस जननन जननह यवातत मम वहै

मड
म वारत रुदवारत मशवमशव भववानतनत जपतत

नवारवारधतवामस ववरधनवा ववववधबोपचवारहै त

ककह रूकरचहतन परहै नक


र्ण म तह वचबोमभत

श्यवामस त्वमसव यटदि ककह चन मय्यनवाधस

धत्सस कमपवामतरचतमहब परह तवहैव

आपत्सत मग्नत स्मररह त्वदिहयह

करबोमम दिग
त र करुरवारर्णवसमश

नहैतच्छदित्वह मम भवावयसरवात

कतधवातष
म वातवार्ण जननतह स्मरह नत

जगदिह ब ववरचतमत ककह

पररपपरर्ण करुरवाजस्त रचन्मनय

अपरवाधपरह परवावत
म ह नटह मवातवा

समतपसकतस सततह

मत्समत पवातकक नवाजस्त

पवापघ्नत त्वत्समवा नटह

एवह जवात्ववा महवादिस वव


यरवायबोग्यह तरवा कतरु

इसकस बवादि मवातवारवानत कक आरतत सहपन्न करम और महवायहत कबो पपजन स्रल मम हह स्रवावपत कर दिम और पररववार कस सवार
पसवादि गहर करम .यस महत्वपपरर्ण ववधवान व यन्त आपकस जतवन कबो उन्ननत सस यतक्त और बवाधवाओह सस ववहहन करस ,यहह मह
मवाबाँ भगवतत और मसरस सदिगतरुदिस व कस श्रित चररम मम पवारर्णनवा करतवा हपबाँ । उजम्मदि करतवा हप आप सभत सवाधनवा पयबोग सस लवाभ
उठवानस हस तत अपनस इच्छवाशजक्त कबो मजबपत बनवायसगस ।

You might also like