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चचौंसठ ययोगगिनन ततंत.

आददिशककत कक सनधक सक सम्बन्ध हह इस शब्दि कक कजिसमम प्रककतत यक ऐसन शककत कक बयोध हयोतक जियो उत्पन्न करनम और
पकलन करनम कक दिकतयत्व तनभकतन हह कजिसनम भन इस शककत कक शरणमम खखदि कयो समरपर्पित कर ददियक उसम फफिर फकसन
प्रककर फक गचतंतककरनम फक कयोई आवश्यकतक नहहतं वह परमकनन्दि हयो जिकतक हह चचौंसठ ययोगगितनयकतं वस्तखतत मकतक
आददिशककत फक सहकयक शककतयय कम रूप मम मकनन जिकतन हह । कजिनकक मदिदि सम मकतक आददिशककत इस सतंसकर कक रकजि
ककजि चलकतन हह एवतं शकक षष कम अतंत ककल मम यम मकतक
क क शककतयकतं वकपस मकम आददिशककत मम पखनत रवलहन हयो जिकतन हह और
ससफिर्पि मकम आददिशककत हह बचतन हह फफिर सम पखनतनर्पिमकर्पिण कम सलए । बहखत बकर दिम खनम मम आतक हह फक लयोगि वगिर्गीकरण करनम
लगि जिकतम हह और उसन वगिर्गीकरण कम आधकर पर सकधकगिण अन्य सकधकय कयो हहन - हम य दृकषष सम दिम खनम लगि जिकतम हह
कययफक उनकक नजिर मम उनकम द्वकरक पपकजित रूप कयो वम मल
प यक प्रधकन समझतम हह और अन्य कयो द्रवतनय भकव सम दिम खतम
हह जिबफक ऐसक उगचत नहहतं हह हर सकधक कक दिस
ख रम सकधक कम सलए सम भकव हयोनक चकदहए मह फकन्तख नहततक दृकषषकयोण
और अध्यककत्मकतक कम आधकर पर यददि दिम खक जिकयम तयो न तयो कयोई उच्च हह न कयोई हहन हम आरकधनक करतम हह तयो कयोई
अहसकन नहहतं करतम यह ससफिर्पि अपनन मकनससक शकतंतत और सतंतखकषष कम सलए हह और अगिर कयोई दिस
प रक करतक हह तयो वह भन
इसन उदमश्य फक पपतर्गी कम सलए । अब अगिर हम अपनम रवषय पर आ जिकएम तयो इस मत्क यख लयोक मम मकत क शककत कम कजितनम भन
रूप रवदियमकन हह सब एक हह रवरकष महकमकयक आद्यशककत कम अतंगि,भकगि , रूप हह सकधकय कयो वम कजिस रूप कक सकधनक
करतम हह उस रूप कम सलए तनधकर्पिररत व्यवहकर और गिखणय कम अनखरूप फिल प्रकप्त हयोतक हह । चचौंसठ ययोगगितनयकतं वस्तखतत मकतक
दिगि
ख कर्पि फक सहकयक शककतयकतं हह जियो समय समय पर मकतक दिगि
ख कर्पि फक सहकयक शककतयय कम रूप मम ककम करतन हह एवतं दिस
ख रम
दृकषषकयोण सम दिम खक जिकयम तयो यह मकतक
क क शककतयकतं ततंत भकव एवतं शककतययसम पररपपररत हह और मखख्यतत ततंत जकतनयय कम
सलए प्रमखख आकषर्पिण कक कमद हह ।

कजिन नकमय कक अकस्तत्व समलतक हह वम इस प्रककर हह :-

१. बहखरूपक, २. तकरक, ३. नमर्पिदिक, ४. यमन


ख क, ५. शकतंतत, ६. वकरुणन, ७. कममकरह, ८. ऐन्दह, ९. वकरकहह, १०. रणवनरक, ११.
वकनरमखखन, १२. वहषणवन, १३. ककलरकतत, १४. वहद्यरूपक, १५. चगचर्पिकक, १६. बमतकलह, १७. तछिनमककस्तकक, १८. वष
क भकननक,
१९. ज्वकलक ककसमनन, २०. घषवकरक, २१. करककलह, २२. सरस्वतन, २३. तबरूपक, २४. ककौबमरह, २५. भकलखकक, २६. नकरससतंहह,
२७. तबरकजिक, २८. रवकषकनन, २९. महकलक्ष्मन, ३०. ककौमकरह,३१. महकमकयक, ३२. रतत, ३३. करकरह, ३४. सपर्पिश्यक, ३५.
यककणन, ३६. रवनकयकक, ३७. रवन्द्यकवकसलनन, ३८. वनरकखमकरह, ३९. मकहम श्वरह, ४०. अकम्बकक, ४१. ककमकयनन, ४२.
घषकबकरह, ४३. स्तखतत, ४४. ककलह, ४५. उमक, ४६. नकरकयणन, ४७. समखदक, ४८. बकह्मन, ४९. ज्वकलकमखखन, ५०. आग्नमयन, ५१.
अददितत, ५२. चन्दककतंतत, ५३. वकयखबमगिक, ५४. चकमखतंडक, ५५. मपततर्पि, ५६. गितंगिक, ५७. धपमकवतन, ५८. गिकतंधकरह, ५९. सवर्पि मतंगिलक,
६०. अकजितक, ६१. सपयर्पि पखतन, ६२. वकयख वनणक, ६३. अघयोरक, ६४. भदककलह

सकधनक कम लकभ:-

फकसन भन प्रककर कक मनयोककमनक पखणर्पि करनम हम तख इससम ततषण सकधनक दिस


ख रक कयोइ नहह हयो सकतक हह ,यह रवधकन कसलयखगि
मम सशघ फिलप्रदि हह । कजिनकक रववकह नक हयो रहक हयो,कजिनकयो नयोकरह नहह समल रहक हयो, कजिनकयो व्यकपकर मम उन्नतत नहहतं
समल रहक हयो,कजिनकक आगरर्पिक कजिवन खरकब हयो,कजिनकयो प्रमम मम असफिलतक समल रहक हयो,कजिनकयो सकधनक मम बकर बकर
असफिलतक समल रहक हयो,कजिनकयो परहकक मम असफिलतक समल रहक हयो,कजिनकक स्मरणशककत कमजियोर हयो,कजिनकक
स्वकस्थ्य खरकब हयो,कजिनकम घर मम कखछि फकयक करकयक हयो,कजिनकम वकस्तख मम दियोष हयो,कजिनकम रपतख अप्रसन्न हयो,कजिनकयो
ककलसपर्पि दियोष कम ककरण कजिवन मम असफिलतक समल रहक हयो,तयो यमसम व्यककतययो कम सलयम "यह दिल
ख भ
र्पि सकधनक करनक अत्यतंत
जिरुरह हह ",इस सकधनक सम सभन प्रककर कम लकभ प्रकप्त फकयम जिक सकतम हह ।

ययोगगिननयय सम कयोइ भन ककयर्पि सशघ सम्पन्न करवकयक जिक सकतक हह । इस सकधनक कयो महकसशवरकतत कम पवर्पि पर करनम सम
सभन सकधनकओ मम सफिलतक प्रकप्त फकयक जिक सकतक हह । फकसन भन शकबर मतंत जिकप सम पदहलम यह रवधकन अवश्य करम तयो
मतंत ससरद कक अवसर द्रवगिखणणत हयोतक हह ।

वहसम तयो इस सकधनक मम एक रवशमष सकमगन कक प्रययोगि करनम सम लकभ ज्यकदिक प्रकप्त फकयम जिक सकतम हह । इस दिल
ख भ
र्पि सकमगन
कक नकम हह " पकरदि चचौंसठ ययोगगिनन गिखदषकक " जियो अषष सतंस्ककरहत हयोतक हह । कजिसकम तनमकर्पिण कम समय लकगिकतकर शखद
पकरदि पर ग्यकरह रुद मतंतयो कम सकर ककमकख्यक मतंत कक जिकप फकयक जिकतक हह और गिखदषकक तनमकर्पिण कम बकदि उसकक उपययोगि
करनम सम सशघ फिल प्रकप्त हयोतम हखयम दिम खम गियम हह । इस गिदख षकक कयो ययोगगिनन बनजि मतंतयो सम हह प्रकण-प्रततकषठत करनक पडतक हह
और कच्चम दिध
प सम रुदकसभषमक करनक पड़तक हह । यह सकरक रवधकन करनम सम गिखदषकक मम बहयोत ज्यकदिक शककत और कमतक
तनमकर्पिण हयोतक हह ,जियो हमकरम सलए लकभदिकयक हह ।
सकधनक रवगध-रवधकन:-

इस सकधनक कयो सयोमवकर रकतत मम यक अमकवस्यक/पखणणर्पिमक कम रकतत मम सम्पन्न करम । सकधनक कम शखरुआत मम गिणमश मतंत
और गिखरुमतंत कक जिकप भन करलम,अगिर आपकम कयोइ गिखरु नक हयो तयो " OM GAM GURU TATTVAAY GAM OM NAMAH"
padh ke devaadhidev shiv ko guru rup mein pranaam kar lein/ फकसन पकत मम सशवसलतंगि रखम और सशवसलतंगि कक
सकमकन्य पखजिन करम ,जिल भन चढकयम । एक सफिमदि रतं गि कक पखषप अपनक मनयोककमनक बयोलतम हखए सशवसलतंगि पर अरपर्पित करम ।
64 ययोगगिनन मतंत कयो एक-एक बकर पढनक जिरुरह हह परतं तख आप मम पकततक हयो तयो 1,3,5,7,11.....108 कक सतंख्यक मम आप
ज्यकदिक मतंत कक उच्चकरण कर सकतम हह । यह तकतंतयोत्क बनजि मतंतयो सम यक
ख त ययोगगिनन मतंत हह ,कजिसकक अगधषठकतन दिम रव
लसलतकम्बक हह ,जियो सकधक कक कयोइ भन इच्छिक पखणर्पि कर सकतन हह ।

ययोगगिनन मतंत जिकप सम पखवर्पि और अतंत मम "ॐ नमत सशवकय" कक जिकप भन करनक जिरुरह हह । आगिम ययोगगिनन मतंतयो कयो बयोलतम हखए
फकसन भन प्रककर कम सशवसलतंगि पर अषषगितंध यखकत चकवल चढकयम-

चचौंसठ ययोगगिनन मतंत :-

१. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन ककलह तनत्य ससदमकतक स्वकहक ।

२. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन कपसलनन नकगिलक्ष्मन स्वकहक ।

३. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन कखलक दिम वन स्वणर्पिदिमहक स्वकहक ।


४. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन कखरुकखल्लक रसनकरक स्वकहक ।

५. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन रवरयोगधनन रवलकससनन स्वकहक ।

६. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन रवप्रगचत्तक रकतरप्रयक स्वकहक ।

७. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन उग रकत भयोगि रूपक स्वकहक ।

८. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन उगप्रभक शखक्रनकरक स्वकहक ।

९. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन दिहपक मखककतत रकतक दिम हक स्वकहक ।

१०. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन ननलक भखककत रकत स्पशकर्पि स्वकहक ।

११. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन घनक महक जिगिदिम्बक स्वकहक ।

१२. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन बलककक ककम समरवतक स्वकहक ।

१३. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन मकत क दिम वन आत्मरवद्यक स्वकहक ।

१४. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन मखदक पपणकर्पि रजितककपक स्वकहक ।

१५. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन समतक ततंत ककौलक दिहकक स्वकहक ।


१६. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन महकककलह ससदमश्वरह स्वकहक ।

१७. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन ककममश्वरह सवर्पिशककत स्वकहक ।

१८. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन भगिमकसलनन तकररणन स्वकहक ।

१९. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन तनत्यकलहतंनक ततंतकरपर्पितक स्वकहक ।

२०. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन भहरुण्ड तत्त्व उत्तमक स्वकहक ।

२१. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन वकह्नवकससनन शकससतन स्वकहक ।

२२. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन महवजमश्वरह रकत दिम वन स्वकहक ।

२३. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन सशवदित


प न आददि शककत स्वकहक ।

२४. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन त्वररतक ऊध्वर्पिरमतकदिक स्वकहक ।

२५. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन कखलसखतंदिरह ककसमनन स्वकहक ।

२६. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन ननलपतककक ससरददिक स्वकहक ।


२७. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन तनत्य जिनन स्वरूरपणन स्वकहक ।

२८. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन रवजियक दिम वन वसखदिक स्वकहक ।

२९. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन सवर्पिमङ्गिलक तन्तदिक स्वकहक ।

३०. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन ज्वकलकमकसलनन नकगगिनन स्वकहक ।

३१. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन गचतक दिम वन रकतपखजिक स्वकहक ।

३२. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन लसलतक कन्यक शखक्रदिक स्वकहक ।

३३. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन डकफकनन मदिसकसलनन स्वकहक ।

३४. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन रकफकनन पकपरकसशनन स्वकहक ।

३५. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन लकफकनन सवर्पितन्तमसन स्वकहक ।

३६. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन ककफकनन नकगिनकततर्पिकक स्वकहक ।

३७. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन शकफकनन समतरूरपणन स्वकहक ।

३८. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन हकफकनन मनयोहकररणन स्वकहक ।


३९. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन तकरक ययोगि रकतक पण
प कर्पि स्वकहक ।

४०. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन षयोडशन लततकक दिम वन स्वकहक ।

४१. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन भखवनमश्वरह मतंततणन स्वकहक ।

४२. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन तछिन्नमस्तक ययोतनवमगिक स्वकहक ।

४३. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन भहरवन सत्य सखकररणन स्वकहक ।

४४. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन धपमकवतन कखण्डसलनन स्वकहक ।

४५. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन बगिलकमख


ख न गिरु
ख मतप तर्पि स्वकहक ।

४६. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन मकततंगिन ककतंषक यखवतन स्वकहक ।

४७. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन कमलक शखकल सतंकस्रतक स्वकहक ।

४८. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन प्रककतत बह्ममन्दह दिम वन स्वकहक ।

४९. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन गिकयतन तनत्यगचततणन स्वकहक ।


५०. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन मयोदहनन मकतक ययोगगिनन स्वकहक ।

५१. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन सरस्वतन स्वगिर्पिदिमवन स्वकहक ।

५२. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन अन्नपपणर्गी सशवसतंगिन स्वकहक ।

५३. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन नकरससतंहह वकमदिम वन स्वकहक ।

५४. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन गितंगिक ययोतन स्वरूरपणन स्वकहक ।

५५. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन अपरककजितक समककप्तदिक स्वकहक ।

५६. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन चकमखतंडक परर अतंगिनकरक स्वकहक ।

५७. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन वकरकहह सत्यमककफकनन स्वकहक ।

५८. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन ककौमकरह फक्रयक शककततन स्वकहक ।

५९. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन इन्दकणन मखककत तनयकन्तणन स्वकहक ।

६०. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन बह्मकणन आनन्दिक मपतर्गी स्वकहक ।

६१. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन वहषणवन सत्य रूरपणन स्वकहक ।


६२. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन मकहम श्वरह परकशककत स्वकहक ।

६३. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन लक्ष्मन मनयोरमकययोतन स्वकहक ।

६४. ॐ ऐतं हहतं शनतं शन दिगि


ख कर्पि सकच्चदिकनतंदि स्वकहक ।

पखजिन कम बकदि सशव जिन कक आरतन करम और एक बकर फफिर उनसम अपनक मनयोककमनक पखणर्पि करनम हम तख प्रकरर्पिनक करम । सकधनक
सम्पपणर्पि हयोतम हह चढकयम हखए चकवल सशवसलतंगि कम उपर सम तनककलकर सरख ककत रख दिम और दिस
ख रम ददिन जिल मम प्रवकदहत कर
दिम ।

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