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गगोचर ककण्डलली मम सर

स र्य आपककी जन्मककण्डलली कके चन्द्र रराशशि सके परापांचवम भराव मम भ्रमण
कर रहरा हहै । रह ससरर्य करा सबसके अशिभक गगोचर हहै , आपकगो बहकत हली सतकर्य एवपां सरावधरान
रहनके ककी जरूरत हहै । आपकके करारर्य स्थल पर सस्थततररापां पसणत
र्य ररा आपकके ववपरलीत हहोंगग
और आपकगो मरातनसक कष्ट पहकहचरा सकतग हह। अगर गगोचर ककण्डलली मम दस स रके अन्र ग्रह
भग शिकभ सस्थतत मम नहलीपां हह तगो आपकरा स्वरास्थ्र खरराब हगो सकतरा हहै और आप अपनके
ककरके हकए वरादहों कगो न तनभरा परानके ककी वजह सके अपमरातनत महस सस कर सकतग हह। रह
गगोचर आपककी सपांतरानहों कके शलए भग शिभ क नहलीपां हहै , उनमम सके ककसग एक करा स्वरास्थ्र
आपकके शलए चचन्तरा करा करारण बन सकतरा हहै ।

भराद्र महलीनके कके ददौररान ससरर्य इस गगोचर ककण्डलली मम हगोगरा (16-17 अगस्त सके 16-17

शसतम्बर तक)।
चन्द्रमरा गगोचर ककण्डलली मम अपनग रराशशि सके ग्ररारहवम भराव मम भ्रमण कर रहरा हहै । रह एक
अतत शिभ
क गगोचर हहै और एक-दगो ददन करा समर आपकके शलए कराफकी सख
क दरारक हगोगरा।
आप अपनके सभग प्ररत्नहों मम सफल हहोंगग और आपककी लगोकवप्ररतरा आपकके शमतहों,
सपांबपांचधरहों और सहकशमर्यरहों मम बढके गग। आपकगो अप्रत्रराशशित अन्र सगोत - रह कगोई
प्रततरगोचगतरा ररा तनवकेशि भग हगो सकतरा हहै - सके धन प्ररासपत हगोगग। आपकरा घरके लस जगवन
सकखमर हगोगरा और खकशशिरहों सके भररा हगोगरा।
गगोचर ककण्डलली मम मपांगल आपककी जन्मककण्डलली कके चन्द्र रराशशि सके परापांचवम भराव मम भ्रमण
कर रहरा हहै । रह एक शिकभ गगोचर नहलीपां हहै और आपकगो बहकत सरारली समस्रराओपां करा
सरामनरा करनरा पड़ सकतरा हहै । आप अपनके वररष्ठ अचधकरारररहों कके सराथ गहरके वववराद मम
फपांस सकतग हह और आपकगो उनकरा कगोपभराजन बननरा पड़ सकतरा हहै । आपकगो ककसग दबग
हकई अशभलराषरा कके करारण तनरराशि हगोनरा पड़ सकतरा हहै । आपकके ररश्तकेदरार आपककी आलगोचनरा
कर सकतके हह और आपकगो अपनग सपांतरानहों कके करारण मरानशसक परके शिरातनरहों करा सरामनरा
करनरा पड़ सकतरा हहै ।
गगोचर ककण्डलली मम बकध आपककी जन्मककण्डलली कके चन्द्र रराशशि सके चदौथके भराव मम भ्रमण कर
रहरा हहै । रह बहकत हली शिभ
क गगोचर हहै और सरारली चगजम फरारदके मन्द शसद्ध हगोगग। रदद आप
ककसग शशिकरा सम्बन्धग, बदौवद्धक, सरापांस्ककततक ररा कलरात्मक करारर्यों मम लगग हह, तगो कराफकी
उन्नतत हगोगग। रदद आप व्ररापरार कके ककेत मम हह तगो आप कराफकी तकेजग सके आगके बढम गग।
आपककी आर मम बढगोत्तरली हगोगग और आपकके रहन-सहन कके स्तर मम सकधरार हगोगरा। रदद
आप नदौकरली ककी तलराशि मम हह तगो आपकगो मदौकरा शमल सकतरा हहै और बदढि़ररा
ढ प्रस्तराव भग
शमल सकतरा हहै ।
गगोचर ककण्डलली मम बह
क स्पतत आपककी जन्मककण्डलली कके चन्द्र रराशशि सके आठवम भराव मम
भ्रमण कर रहरा हहै । रह गगोचर कराफकी अशिभ
क हहै । आपकगो सरावधरान एवपां सचकेत रहनरा
चरादहए। आपकगो स्वरास्थ्र सपांबपांधग परके शिरातनरहों करा सरामनरा करनरा पड़ सकतरा हहै अथवरा
आपकगो कगोई छगोटली दघ
क ट
र्य नरा करा सरामनरा करनरा पड़ सकतरा हहै । आपकगो दभ
क रार्यग्रवशि
नककसरान उठरानरा पड़ सकतरा हहै अथवरा ककसग कदठन पररसस्थतत करा सरामनरा करनरा पड़
सकतरा हहै । आपकगो ककछ थकरानके वरालली ररातरारम भग करनग पड़ सकतग हह , सजसकरा उचचत
फल भग आपकगो नहलीपां शमलकेगरा। आप खद
क कगो कराफकी लराचरार महससस करम गग और सरामरान्र
करारर्यों मम भग आपकगो कराफकी परके शिरानग महससस हगोगग।
गगोचर ककण्डलली मम शिक्र
क आपककी जन्मककण्डलली कके चन्द्र रराशशि सके परापांचवम भराव मम भ्रमण
कर रहरा हहै । रह गगोचर अत्रन्त शिकभ हहै । आप कई मरामलहों मम भराग्रशिरालली हहोंगग और
अपनके सभग प्ररत्नहों मम आपकगो सफलतरा प्ररापत हगोगग। आपकगो तनवकेशि , मनगोरपां जन और
कलरात्मक/रचनरात्मक करारर्यों सदहत एक सके अचधक सगोतहों सके धन प्ररासपत हगोगग। आप
शिरापांत ददमराग, पररारली सगोच, धराशमर्यक बकवद्ध एवपां सहरानकभसतत जतरानके वरालली हहोंगग। रदद आपकरा
कगोई प्रकेम-प्रसपांग हहै , तगो आप दगोनहों एक-दस
स रके कके और ज्ररादरा करलीब आरमगके। अगर आप
अवववरादहत हह, तगो आपकगो बहकत जल्द जगवनसराथग ककी प्ररासपत हगोगग।
गगोचर ककण्डलली मम शितन आपककी जन्मककण्डलली कके चन्द्र रराशशि सके नदौवम भराव मम भ्रमण कर
रहरा हहै । रह एक अशिभ
क गगोचर हहै और आप कई मरामलहों मम दभ
क रार्यग्रशिरालली हगो सकतग हह।
करारर्यस्थल पर पररसस्थततररापां आपककी चचन्तरा करा सगोत हगो सकतग हह और आपकगो नदौकरली
छगोड़नग भग पड़ सकतग हहै ररा तबरादलरा हगो सकतरा हहै । अगर आप व्ररापरार कके ककेत मम हह
तगो पररसस्थततरहों मम बदलराव कके करारण रह मपांद हगो सकतरा हहै । आपकके वपतरा करा
स्वरास्थ्र और उनककी ककशिलतरा आपककी चचन्तरा करा करारण हगो सकतरा हहै । आमदनग कके
मककराबलके आपकके व्रर मम ववक द्ध हगोगग और आपकगो अपनरा सपांतकलन बनरानके मम ददक्कतहों करा
सरामनरा करनरा पड़ सकतरा हहै । ककसग दरस स्थ स्थरान पर आपकके जरानके करा करारर्यक्रम रद्द हगो
सकतरा हहै , क्रहोंकक वहरापां रहनके वरालके ककसग व्रसक्त सके आपकगो हतगोत्सरादहत समराचरार शमल
सकतरा हहै ।
गगोचर ककण्डलली मम रराहक आपककी जन्मककण्डलली कके चन्द्र रराशशि सके तगसरके भराव मम भ्रमण कर
रहरा हहै । रह एक शिभ क गगोचर हहै । आपकरा जगवन सख क मर और खकशशिरहों सके भररा हगोगरा।
आप कराफकी सराहसग, सकक्रर और उत्सराहली हहोंगग। आप कगोई नररा करारर्य शिकरू करम गग और
उसके समर पर सफलतरापसवक
र्य समरापत भग करम गग। अपनके पकेशिके सके सपांबपांचधत आपकगो तनकट
स्थरानहों ककी छगोटली-छगोटली ररातरारम करनग पड़ सकतग हह और आप बहकत सरारके नरके लगोगहों सके
शमलम गग, सजनसके भववष्र मम आपकगो लराभ प्ररापत हगोगरा। रदद आप ठके ककेदरार ररा कगोई
ऐजकेन्ट ररा आपसततर्यकतरार्य हह तगो आपकगो बहकत सरारके नरके मदौकके प्ररापत हहोंगके।
गगोचर ककण्डलली मम ककेतक आपककी जन्मककण्डलली कके चन्द्र रराशशि सके नदौवम भराव मम भ्रमण कर
रहरा हहै । रह ककेतक करा सबसके अशिभ
क गगोचर हहै और आपकगो बहकत हली सरावधरान एवपां सचकेत
रहनरा चरादहए। ककसग अप्रत्रराशशित पररसस्थततवशि, दरस स्थ बहैठके ककसग व्रसक्त सके आपककी
अपकेकरारम खत्म हगो सकतग हह। इसकके अलरावरा, आपकगो ककछ तनरराशिरा हगो सकतग हहै और
अतनसश्चततरारम आपककी सपांभरावनराओपां कगो धकपांधलली कर सकतग हह। रदद अन्र ग्रह भग शिकभ
गगोचर ककण्डलली मम नहलीपां हहै तगो आपकगो हरातन उठरानग पड़ सकतग हहै और सबसके बकरली
सपांभरावनरा हहै कक आप अनथर्य घटनरा, रराजनहैततक ररा सरामरासजक अशिरापांतत ररा सरकरारली
नगततरहों मम अचरानक बदलराव ककी शशिकरार हगो सकतग हह।

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