You are on page 1of 18

दादाजी की ऩें सिर

भाइकर

+ Q WSZ
पऩछरी पिरक्षण मात्रा भें जैक औय उनके दादा िे सभरने के
फाद अफ हभ उिके दादाजी के फचऩन को फपय िे माद कयते दादाजी की ऩें सिर
हैं. एक िाभान्म यात को रड़के ने अऩनी भाॉ िे शुबयात्रत्र
कहा, उन्हें ऩुच्ची दी औय फपय िोने चरा गमा. िोते िभम भाइकर
उिने एक िऩना दे खा. िऩने भें उिने अऩनी ऩें सिर को
सरखते हुए िन
ु ा. ऩें सिर रड़के के कागज, उिकी भेज,
दयिाजे औय फ़शश आदद की कहाननमाॊ सरख यही थी. िे
कहाननमाॉ फकतनी योभाॊचकायी थीॊ! जॊगर भें उनकी उत्ऩत्त्त
के फकस्िे औय योभाॊचक मात्राएॊ त्जििे िो उि रड़के के घय
तक ऩहुॊची, जहाॊ रड़के ने उन्हें चाॊदनी यात भें उत्िाह के
िाथ नत्ृ म कयते दे खा.

कई िार फाद दादाजी ने उि भॊत्रभुग्ध उड़ान के फाये भें जैक


को फतामा. औय अफ जैक ठीक उिी कभये भें िोता है . जैक
को दादाजी की कहाननमों भें ऩूया पिश्िाि है , औय फपय िो घय
िापऩि आकय िीधे उि ऩें सिर को ढूॊढता है . िहाॊ ऩय एक
नमा जाद ू उिका इॊतजाय कयता है .
रड़के ने अऩने पऩता को ऩत्र सरखा. फपय उिने अऩनी ऩें सिर नीचे यखी औय त्रफस्तय ऩय रेट गमा.
फपय एक ककशश-ककशश ध्िनन िुनाई ऩड़ी.

उिने अऩनी भाॉ को शुबयात्रत्र कहा औय ऩुच्ची दी. िफकुछ ऩें सिर, कागज ऩय कुछ सरख यही थी.

शाॊत था. घय चाॊदनी भें िोमा था. रड़का अऩने त्रफस्तय भें "भुझे माद है ," ऩें सिर ने सरखा. "भुझे माद है जफ भैं ऩहरी
िऩने दे खता यहा. ऩें सिर कागज ऩय यखी थी. फाय इि घय भें आई थी. भैं अऩने दोस्तों के िाथ एक फक्िे
भें फॊद थी. हभ िबी अरग-अरग यॊ ग के थे. रड़के को िो
ऩेत्न्िरें उऩहाय भें सभरीॊ थीॊ."
"भुझे िह दक
ु ान बी माद है , जहाॉ िे हभें खयीदा गमा था. "औय कागज - िहाॊ तभाभ प्रकाय के कागज - चचकने, भोटे ,
िहाॊ ऩय अरभारयमाॉ स्माही की फोतरों िे बयी थीॊ औय ऩतरे, दनु नमा बय िे कागज थे. ओह, उन्होंने उि अॉधेये भें
ऩें ट्ि के फक्िे िैननकों की तयह एक कताय भें िजे थे." भुझे क्मा जफयदस्त कहाननमाॊ िुनाईं!"
"भझ
ु े िह जॊगर माद है जहाॉ
ऩें सिर फनने िे ऩहरे हभ यहते
थे. भैं एक फहुत ऊॉचे ऩेड़ की
टहनी थी. भैं िऩनों भें अबी बी
खद
ु को हिा भें रहयाते हुए
भहिि
ू कयती हूॉ."
फपय रड़के के कभये भें
हल्के हिा के एक झोंके ने
कागज को उड़ामा.
फपय जैि-े जैिे कागज ने अऩनी
कहानी िन
ु ाई, िैि-े िैिे ऩें सिर
ने उिे सरखा . . .
"भुझे मह बी माद है फक जफ फहुत िे रकड़हाये ऩेड़ों को "भझ
ु े बी माद है िो मात्रा," भेज बी अफ कहानी भें शासभर हो
काटने आमे. भुझे माद है - भोटे औय बायी तनों का खीॊचना गई. "तेज ऩानी की धाय भें तैयना औय रहयों के थऩेड़े औय
औय नदी की योभाॊचकायी मात्रा," कागज ने कहा. फपय त्रफजरी की आयी के ब्रेड की आिाज बी भुझे माद हैं.”
"औय फपय िकशशॉऩ भें शाॊनत छा गई
का औय फपय भझ
ु े फकिी ने फड़े प्रेभ िे
तयाश कय एक भेज फनामा."

जफ ऩें सिर ने भेज की कहानी सरखी तफ


कभये भें फाकी िबी शाॊत थे.
"क्मा तम्
ु हें जॊगर के उन शरु
ु आती ददनों
की माद आती है ?" दयिाजे ने धीये िे
खुरते हुए कहा. "हभायी उम्भीदें औय
िऩने? क्मा हभ जॊगर भें ियु क्षक्षत यहें गे
मा दनु नमा की मात्रा कयें ग?े हभ रोग एक
रॊफा िपय तम कय चुके हैं, रेफकन रड़के
को अबी फहुत दयू जाना है .”
रड़के ने अऩने त्रफस्तय भें कुछ हरचर
की. कभये के रकड़ी के पशश ऩय चाॊदनी
पैरी थी.
"हभ आऩ िफ िे ऩहरे आए हैं," पशश के रकड़ी के ऩटयों ने कहा.
"हभ कोरताय औय नभक ऩय जीते थे औय हभें िभद्र
ु की हिा के नभकीन
"इि घय के ननभाशण िे फहुत ऩहरे हभ एक फड़े जहाज का दहस्िा थे.
झोंके फेहद ऩिॊद थे. काश, हभ उि हिा को फपय िे भहिि
ू कय ऩाते!"
जहाज भें ऩीरे यॊ ग की ऩार औय एक कारा झॊडा था."
ऩुयानी रकड़ी की खखड़की खर
ु ी औय उनिे कहा, रड़का उठ फैठा, उिकी आॉखों भें चभक थी. दयिाजा अऩने
"तभ
ु उिे जरूय भहिि
ू कय ऩाओगे." कब्जों ऩय नाचने रगा, ऩें सिर भेज िे रुढ़ककय पशश की
फपय यात की हिा ऩागरों की तयह कभये भें घुिी. चाॊदनी भें तैयने रगी, औय कागज, खखड़की िे फाहय उड़ गमा.
शहय के फाहय, ऊऩय आिभान भें उड़ता हुआ कागज अॊत भें फपय ऩें सिर, कागज, दयिाजे, औय फ़शश की उन कहाननमों को,

जॊगर भें एक ऩेड़ की िफिे ऊॊची शाख ऩय जाकय रटका. हिा ने टुकड़े-टुकड़े कयके पाड़ ददमा।
ऩक्षक्षमों ने उन फकस्िे-कहाननमों के टुकड़ों को
अऩने घोंिरों भें फुना औय उन कहाननमों को
अऩने फच्चों को िुनामा. जॊगर के िबी जानियों
ने िो कहाननमाॊ िुनीॊ. फपय िे कहाननमाॊ जॊगर भें
ऩेड़ों के िफिे ऊॊचे ऩत्तों िे रेकय ऩेड़ों की गहयी
जड़ों तक पैर गईं. अफ िो कहाननमाॉ जॊगर भें
िापऩि आ गई थीॊ.
ऩय उि रड़के का क्मा हुआ? जफ िो फड़ा हुआ तो उिने दनु नमा
उि रड़के को तो अबी फहुत दयू जाना था? के भहािागयों को ऩाय फकमा.
जफ िो िभद्र
ु ी मात्रा कयने के सरए फहुत फढ़
ू ा हो गमा, तो िो िभद्र
ु के
फकनाये एक रकड़ी के घय भें यहने रगा जहाॉ िो अऩने ऩोते जैक को,
अऩनी कहाननमाॉ िन
ु ाता था. यात को िो िऩनों के िभद्र
ु भें िोता था.
फपय, एक यात जफ उिके कभये भें तेज हिा चरी तफ उिने जैक को
अऩने फचऩन की कहानी िुनाई. फपय दयिाजा नाचने रगा था, औय
ऩें सिर अऩनी नोक ऩय खड़े होकय पशश की चाॊदनी भें चगयकय रप्ु त हो
गई.
"िो िफ तम्
ु हाये ही कभये भें हुआ था, जैक. तम्
ु हाये शहय िारे घय भें ."
फपय जफ जैक शहय िापऩि गमा तो
िफिे ऩहरे िो अऩने कभये भें गमा.
फपय जैक ने ताय के कोट हैंगय को भोड़कय एक हुक फनामा औय
िो पशश ऩय रेट गमा औय उिने रकड़ी के ऩुयाने ऩटयों
उिे फपय उिने ऩटयों के फीच की दयायों को कुये दा. तफ उिे अऩनी
के फीच की दयायों को कुये दा. िहाॊ उिे कुछ बी नहीॊ
खद
ु की ऐिी कई चीजें सभरीॊ त्जन्हें िो खो चक
ु ा था औय शामद
ददखा. िहाॊ घोय अॉधेया था.
अफ बूर बी गमा था. अॊत भें , उिे िहाॊ एक ऩुयानी ऩें सिर सभरी!
उिने ऩें सिर िे अऩने नोट-ऩैड ऩय
एक ये खा फनाई. उिके फाद जैक ने
अऩने दादाजी को धन्मिाद का एक
िुॊदय ऩत्र सरखा. ऩत्र के अॊत भें उिने
सरखा, "भझ
ु े िो ऩें सिर सभर गई
है !”
फपय भाॉ ने आकय उििे शब
ु यात्रत्र
कहा औय उिके फाद िो िोने चरा
गमा.
ऩें सिर, कागज ऩय ऩड़ी यही.
िफ कुछ शाॊत था.
समाप्त

खयोंच-खयोंच! ऩें सिर ने सरखना शुरू फकमा.


"कई िारों िे भैं अॊधेये भें ऩड़ी थी. िहाॊ भेये िाथी थे -
एक भुड़ी पऩन, िोने का एक ऩुयाना सिक्का औय व्हे र
की हड्डी का एक फटन. उन्होंने भुझे फकतनी फदढ़मा
कहाननमाॊ िन
ु ाईं! व्हे र फटन ने िो कहानी फताई जफ
िो एक भहान व्हे र का दहस्िा था औय.....
...... रेफकन िो एक दि
ू यी कहानी है .

You might also like