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प्रगतिशील भविष्य की ओर सुश्री मायावती
प्रगतिशील भविष्य की ओर सुश्री मायावती
ग तशील भ व य क ओर सु ी मायावती
आभा बंसल ूस : 43 | फ़रवरी 2020
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चंदावती दे वी, नैना दे वी और मायावती नाम अनेक ले कन व एक ह। समथक म मायावती बहन जी के नाम से मश र रही सु ी
मायावती जी 1995 से लेकर आज तक भारतीय राजनी त का एक जाना-माना चेहरा रही ह। मायावती जी को द लत वग क थम
म हला मु यमं ी बनने का सौभा य ा त आ है। वतमान म मायावती जी ब जन समाज पाट क अ य ा ह। भारतीय राजनी त म
सफल कुछ चु नदा म हला म इनका नाम अ णी है। दबे-कुचले और कमजोर वग के लोग क मदद करने, अपराध मु शासन दे ने
तथा संपूण समाज क भलाई करने के संक प के साथ अपने राजनै तक क रयर क शु आत करने वाली बसपा अ य सु ी मायावती
जी चार बार उ र दे श के शासन क बागडोर संभाल चुक ह। 1995 म उ र दे श क मु यमं ी पद पर ये नयु तो भारत क
राजनी त म एक बड़ी हलचल का कारण बनी।
गरीब और पछड़ी जा त के प रवार क एक अंतमुखी लड़क के लए व के सबसे बड़े लोकतं के सबसे बड़े रा य क मु यमं ी
बनने तक का सफर तय करना सहज नह था। इनक माता रामवती वयं अनपढ़ थ , फर भी अपने ब च को श त और यो य बनाने
म उ ह ने कोई कमी नह क । पता भुदयाल जी डाक-तार वभाग म एक व र ल पक पद से सेवा नवृ ए थे।
2012 से लेकर 2018 के म य तक का सफर इनके लए अव य अनुकूल नह रहा। परंतु समय के साथ मायावती द लत वग क
पहचान बन चुक ह। अपने राजनै तक कायकाल क अव ध के दौरान मायावती ने द लत के उ थान के लए अनेक काय कए।
चुनावी टकट के लए धन लेन,े पाट के मं य के गलत ढं ग से धन लेने और वशालकाय मू तय पर धन का य करने जैसे ववाद के
कारण इनक ग रमा धू मल भी ई। इनक पाट के स ा म न आने का एक कारण इनके शासन का नरंकुश होना भी रहा।
सु ी मायावती ने अपना जीवन एक सामा य द लत प रवार से शु कया था, आज ये द लत वग क राजनी त का चमकता सतारा
कही जा सकती ह। यह मुकाम इ ह ने अपनी मेहनत, कमठता और अपने ल य के त डटे रहने पर ही ा त कया है। ये द लत वग
क सबसे बड़ी सश नेता ह तभी तो इनके समथक ने भी आव यकता पड़ने पर अपना सहयोग इ ह सदै व दया है। द लत वग का
व ास सदा इनके साथ रहा है, द लत के दल म इ ह ने अपने लए एक खास थान बना लया है। आईये दे ख क इनक कुंडली
2019 के धानमं ी पद क मु य दावेदार के प म या कहती है-
ज म कुंडली व ेषण
सु ी मायावती का ज म कक ल न एवं मकर रा श म आ। ज म कुंडली म रा येश एवं पंचमेश मंगल व स तमेश श न का पंचम भाव
ु ए ु ए
म यु त संबंध पाराशरी राजयोग है, जो ू र ह मंगल व श न से बना है तथा इनके साथ रा का संयु होना उ ह द लत का बल
सहयोग मलने का संकेत दे ता है। नव ह म श न द लत वग के कारक ह ह, श न क दशमेश के साथ यु त का काय े द लत
वग से बना रही है। ज मप ी म सूय वग म है। शासन चलाने के लए सूय एवं मंगल का बलवान होना ज री होता है। च लत कुंडली
म सूय व बुध स तम क थान म थत ह। श न का क े श होकर कोण भाव म योगकारक मंगल के साथ योग म होना इनके क रयर
के लए शुभफलदायक सा बत आ।
आयेश शु का अ म भाव म होना इनके घो षत एवं अघो षत दोन तरह क संप का वामी होने का सूचक है। आय भाव म थत
केतु बल दे ने के साथ-साथ मनोबल भी दे रहा है य क यहां केतु मंगल के मृग शरा न म थत है। आय भाव को य द एक से
अ धक ह दे खते ह या आय भाव म थत ह तो ब त अ धक मह वाकां ी बनाता है। कुंडली म मंगल, श न और रा आय
भाव को दे ख रहे ह तथा केतु वयं वहां थत है। यह भाव समथक का भी है, सामा जक छ व के लए चतुथ भाव और चतुथश क
थ त का वचार कया जाता है। चतुथश अ म भाव अथात बाधा के भाव म है इस लए ववाद क थ त भी इनके साथ बनी रही।
इनका पंचम और स तम भाव दोन ब त अ धक पी ड़त है, स तम भाव म सूय और चं के एक साथ होने के कारण वैवा हक जीवन का
सुख इ ह नह मल पाया।
सु ी मायावती जी क कुंडली म आयेश क दशा वशेष शुभफलदायक रहेगी। श न क साढ़े साती इ ह वरोधी दल के सव च नेता के
प म था पत करने का काय कर सकती है। इसके साथ ही इनके भा येश गु भी अ ू बर 2018 से इनक ज मरा श से एकादश भाव
पर गोचर करने लगगे। ल न से पंचम भाव पर गु का गोचर होने के कारण भा य भाव, आय भाव और ल न भाव सभी एक साथ स य
हो जायगे। इस समय रा का गोचर इनके ज मल न पर ही चल रहा है। माच 2019 से रा ादश भाव म गोचर कर चतुथ भाव और
अ म भाव दोन को ग त दगे। इस समय म इ ह मनोनुकूल ग और छु पे ए लाभ ा त होने के संकेत मल रहे ह। कुल मलाकर यह
कहा जा सकता है क वतमान दशा शुभ है और गोचर इ ह पूण प से अपना सहयोग दे रहा है।
मायावती क कुंडली म श न क महादशा म मंगल क अंतदशा 11-2006 से 1-2008 तक चली। यह अव ध उनके लए उ म रही।
उनक कुंडली म श न योगकारक नह है परंतु अपने ही न म वृ क रा श म मंगल के साथ थत है। श न क महादशा मई 1994
म शु ई। श न ने काफ उतार-चढ़ाव दखाए और उसक महादशा 2012 तक वशेष शुभ रही। वतमान म बुध महादशा म आयेश
शु क दशा भावी है। यह अंतदशा अग त 2019 तक रहेगी। इसके बाद आने वाली अंतदशाएं सूय, चं , मंगल और रा क रहगी।
ये सभी दशाएं इनके लए शुभ फलदायक सा बत होने वाली ह। इस समय इन पर श न साढ़े साती का थम चरण चल रहा है। श न
साढ़े साती आने वाले पांच साल तक रहेगी और आने वाले चुनाव क अव ध म इ ह श न साढ़े साती के भाव म ही रहना होगा।
द लत उ थान क जो प रपाट मायावती ने रखी है उसम इ ह ने कांशीराम और अ बेडकर के मूल वचार को कट कया है। आने वाले
समय म मायावती सफ द लत को ही नह वरन् सभी जा तय को राजनै तक य दे कर आने वाले समय म अपनी थ त को मजबूत
कर सकती ह।
जीवन घटना म
1977: श का के प म क रयर क शु आत।
1984: श का क नौकरी छोड़ कर बसपा म वेश और अपने पहले लोक सभा चुनाव अ भयान का ारंभ।
1989 लोकसभा चनाव म उनक पाट ने 13 सीट पर जीत हा सल क ।
1989: लोकसभा चुनाव म उनक पाट न 13 सीट पर जीत हा सल क ।
1995: उ र दे श क मु यमं ी के प म चुनी ग ।
1997: दोबारा मु यमं ी के प म चुनी ग ।
2001: कांशीराम क उ रा धकारी घो षत क ग ।
2002: एक बार फर उ र दे श क मु यमं ी बन ।
2007: चैथी बार उ र दे श क मु यमं ी नयु ।
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