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मल
ू संस्करण के ललए लेखक की प्रस्तावना ........................................................................................ 3
वततमान संस्करण के ललए प्रस्तावना .................................................................................................. 6
पररचय ...................................................................................................................................... 8
एक व्यलि, लजसने थॉमस ऄल्वा एलडसन के साथ व्यावसालयक भागीदारी करने का सोचा।............................. 8
आच्छाशलि (दौलतमदं बनने की ओर पहला कदम) ............................................................................ 16
लवश्वास (दौलतमदं बनने की ओर दसू रा कदम) .................................................................................. 27
अत्मसझु ाव (दौलतमदं बनने की ओर तीसरा कदम) ......................................................................... 37
लवलशष्ट ज्ञान (दौलतमदं बनने की ओर चौथा कदम) ............................................................................ 40
कल्पना (दौलतमदं बनने की ओर पााँचवा कदम)................................................................................ 47
सव्ु यवलस्थलत योजना (दौलतमंद बनने की ओर छठवााँ कदम) ................................................................ 54
लनणतय (दौलतमदं बनने की ओर सातवााँ कदम).................................................................................. 72
लगन (दौलतमदं बनने की ओर अठवााँ कदम) .................................................................................. 79
मास्टर माआडं की शलि प्रेरक बल (दौलतमदं बनने की ओर नवााँ कदम) .................................................. 87
सेक्स रूपातं रण का रहस्य (दौलतमदं बनने की ओर दसवााँ कदम) .......................................................... 92
ऄतं मतन (दौलतमदं बनने की ओर ग्यारहवााँ कदम) ............................................................................ 101
मन (दौलतमदं बनने की ओर बारहवााँ कदम) .................................................................................. 106
छठी आलं िय (दौलतमदं बनने की ओर तेरहवााँ कदम) .......................................................................... 109
डर के छह भतू ो को कै से लनकाला जाए .......................................................................................... 114
आस पस्ु तक के हर ऄध्याय में धन कमाने के ऐसे रहस्य बताए गए है, लजन्हें 500 से ऄलधक ऄलत दौलतमदं लोगो की लजंदगी
को सावधानीपवू तक काफी वि तक लवश्ले षण करने के बाद खोजा गया है।
आन रहस्यो का ज्ञान अज से पच्चीस वषत पवू त एंड्रू कानेगी के माध्यम से ज्ञात हुए थे। जब मैं एक लड़का था, तब कन्नी नामक
ईस वृद्च व्यलि ने आन रहस्यो के बारे में मझु े बताया था। लफर वह कुरसी में बैठ गए और ऄपनी चमचमाती हुइ अाँखों से यह देखने लगे
लक मेरे ऄंदर पयातप्त लदमाग है या नहीं? मैं ईनकी बातो को समझ पा रहा हाँ या नहीं?
जब ईन्होंने देखा लक मैं ईनकी बातो को समझ चक ू ा ह,ाँ तो ईन्होंने मझु से पछ
ू ा लक क्या मैं ऄगले 20 वषत हााँ बीस वषत या लफर
आससे ऄलधक ईन परुु षो, मलहलाओ और सपं णू त लवश्व को देने के ललए तैयार हाँ या नहीं? जो आन रहस्यो के ऄभाव में ऄसफल जीवन
व्यतीत कर रहे है। मैंने सहमलत में सर लहला लदया और लमस्टर कानेगी के सहयोग द्वारा मैंने ऄपने आस वादे को परू ा लकया।
आस पस्ु तक में वे रहस्य है, जो हजारो सफल लोगो के जीवन के हर पहलू को देखकर ज्ञात हुए है। एड्रं ू कानेगी का वह जादभू रा
सत्रू , लजसने ईनका भाग्य बदल लदया, हर ईस व्यलि तक पहुचाँ ना चालहए, लजसके पास यह खोजने या लफर जानने के ललए वि नहीं है
लक कोइ व्यलि दौलतमदं कै से बनता है। ईन्होंने सोचा लक शायद वह आन लनयमो की जााँच पड़ताल करके लोगो तक आस रहस्य पहुचाँ ा
सकें गे, लजन्हें आसकी सख्त जरुरत है। ईन्हें आस बात का लवश्वास था लक आन रहस्यो को स्कूल और कॉलेजो में पढाया जा सकता है और
ऄगर आस ज्ञान को ऄच्छे तरह से पढाया जाए तथा स्कूल की लशक्षा में सम्मललत कर ललया जाए तो स्कूल में लवद्यालथतयों को कम समय
लबताना पड़ेगा।
चाल्सत एम् स्वाब और ईनके जैसे कइ नौजवानों के साथ ईनके ऄनभु वो ने, लमस्टर कानेगी की आस बात को पख्ु ता कर लदया
लक स्कूलों में जो कुछ भी पढाया जाता है, ईसका व्यापार और संपलि कमाने से दरू दरू तक कोइ लेना देना नहीं है। ऄतं में वह एक
लनणतय पर पहुचाँ े लक ऄगर आन रहस्यो को लोगो तक पहुचाँ ाया जाए तो ऄन्य लोग भी ईतने ही सफल हो सकते है। ईनकी आस कोलचगं ने
कइ लोगो के भाग्य बदल लदए।
लवश्वासवाले ऄध्याय में वह तरीका ऄमल में लाया गया है, लजसने यनू ाआटेड स्टेट्स स्टील कारपोरे शन की वह अचर्यतचलकत
करनेवाली कहानी ललखी गइ है। आस कल्पना को वास्तलवक रूप में रूपांतरण एक नौजवान व्यलि ने लकया, लजसके द्वारा कानेगी ने लसद्च
लकया लक यह फामल तू ा हर लकसी पर सामान रूप से काम करता है। आस रहस्य का एक एप्लीके शन नौजवान चाल्सत एम् स्वाब के ललए
बहुत बड़ा भाग्य बदलनेवाला कराक सालबत हुअ—दोनों ही मामलो में। वह चाहे पैसा हो या लफर ऄवसर। ऄगर उपरी तौर पर बात
की जाए तो आस एप्लीके शन के फॉमतल ू े ने 600 लमललयन डॉलर का फायदा लकया।
ये तथ्य—हााँ, आसे तथ्य ही कहेंग,े लमस्टर कानेगी के करीब हर व्यलि को पता था। अपको यह जानना जरुरी है लक यह
पस्ु तक तब अपको बहुत फायदे दे सकती है, जब अपको पता हो लक लजंदगी में अपको क्या चालहए?
बीस वषत के प्रैलक्टकल टेस्ट के बाद आन रहस्यो को 1 लाख से ज्यादा मलहला और परुु षो ने ऄपने लनजी लाभो के ललए
ईपयोग लकया। कआयों ने ऄपने भाग्य बदल ललए जबलक कइ ऄपनी घर में खलु शयााँ और सामंजस्य पाने में सफल हो गए।
ईस रहस्य को मैंने आस पस्ु तक में कम-से-कम सौ बार दोहराया है। आसे सीधे तौर पे नाम न लेकर, आसे सफल कायों के द्वारा
दशातया गया है। जो लोग तैयार है और आसकी खोज में लगे है, वे तुरंत आसे पहचान सकते है। आसीललए लमस्टर कानेगी ने आसे बड़ी
शांलतपवू तक लबना कोइ नाम लदए मझु े बतलाया है।
ऄगर अप आसे प्रयोग करने के ललए तैयार है तो अप आस रहस्य को हर ऄध्याय में कम-से-कम एक बार जरूर पहचान
जाएाँगे। काश मैं तुम्हे बता सकता लक अप कब तैयार है? अप स्वयं से ही आसे खदु पहचान लेंगे लक अप कब आन रहस्यो को स्वीकार
करने के ललए तैयार है?
जब मैं आस पस्ु तक को ललख रहा था, मेरा बेटा, जो ईस समय कॉलेज के ऄलं तम वषत में था। ईसकी कहानी ऄध्याय दो में है,
लजसने ऄपने ललए वह रहस्य खोजा, लजससे ईसने ऄपनी दलु नया ही बदल ली। ईसे ध्यान से पढे। ईसने आस जानकारी का ईपयोग कुछ
आस तरह लकया लक वह आस लस्थलत में पहुचाँ गया जहााँ से ईसने एक अम अदमी के एवरे ज वेतन से ऄलधक वेतन पर नौकरी करना प्रारंभ
लकया। ईसकी यह कहानी लवलधवत ऄध्याय दो में बताइ गइ है। ऄगर अप हताश है, अपके पास कलठनाइयााँ है, अप फै ल हो गए है,
ये नाम ईन सैकड़ो जाने माने लोगो में से कुछ नामो को ही दशात रहे है। ऄमेररकी लोग, लजनकी ईपललब्धयााँ चाहे वे अलथतक
हो या लफर कोइ और ईपललब्ध। ईन व्यलियों ने आस बात को लसद्च लकया है लक वे आन लनयमो को समझकर, ऄमल में लाकर, उाँचाआयों
को छूते है। मैं लजन सफल लोगो को जानता ह,ाँ सभी ने आस रहस्य को ऄमल में लाकर सफलता को ऄपने द्वार पर बल ु ाया है। मैंने कभी
ऐसे सफल व्यलि को नहीं देखा, जो आन रहस्यो को जाने लबना दौलतमदं बन गया हो। आन बातो को ध्यान में रखकर मैं आस लनणतय पर
पहुचाँ ा लक ये रहस्य ईससे कहीं ज्यादा महत्वपणू त है, लजसे लोकलप्रय रूप से लशक्षा कहा जाता है।
ऄच्छा एक बात बताए लशक्षा क्या है? जहााँ तक लशक्षा का सवाल है, स्कूल की लशक्षा आन सभी लोगो ने कम ही ऄलजतत की
थी। जॉन वनमेकर ने एक बार बताया था लक ईन्हें स्कूली लशक्षा आतनी ही हालसल हुइ है, लजतना स्वचाललत यंत्र को पानी की
अवश्यकता होती है। हेनरी फोडत ने तो दसवी तक पढाइ नहीं की। मैं लशक्षा के महत्व को घटा नहीं रहा ह।ाँ बस मैं आतना कहना चाह रहा
हाँ ऄगर अपने ऄलधक लशक्षा हालसल नहीं की है तो भी ये रहस्य अपको ईन ईपलब्धयों तक पहुचाँ ा सकते है और अपको धनवान बना
सकते है।
मैं लजस रहस्य की बात कर रहा ह,ाँ वह लकसी ऄध्याय में ईभरकर सामने अ जाएगा। यह तभी होगा जब अप ईन्हें प्राप्त करने
के ललए तैयार है। जैसे ही वे अपके सामने अए, चाहे वह पहला ऄध्याय हो या लफर ऄंलतम। थोड़ी देर ठहररए और ईस वि का अनंद
लीलजए।
ऄध्याय एक में ईस व्यलि की कहानी है जो मेरा लमत्र है। ईसने आस रहस्य को ऄमल में लाकर बहुत व्यावसालयक
ईपललब्धयााँ हााँलसल की। जो आस रहस्य को पख्ु ता करने के ललए काफी है।
यह याद रखें लक आस पस्ु तक की बाते और कहालनयााँ तथ्यों पर अधाररत है न लक कल्पनाओ पर। आस पस्ु तक को ललखने का
ईद्ङेश्य ईन महान सावतभौलमक लनयमो को ईन लोगो तक पहुचाँ ाना है, जो लोग आसे प्राप्त करने के ललए तैयार है, लसफत बताना ही नहीं
बलल्क यह भी बताया जाएगा लक क्या करना है और कै से करना है, लजससे अप सफलतम शरुु अत कर सके ।
ऄंत में मैं अपको एक छोटा सा सझु ाव देना चाहगाँ ा, जो अपको कानेगी के रहस्य को पहचानने में मद्ङ करे गा। वह यह है—
सभी ईपलब्धयााँ, सभी दौलतमदं लोग, लसफत एक लवचार से ही शरुु अत लकए है। ऄगर अप आन रहस्यो को पकड़ने के ललए तैयार है तो
अपने आस रहस्य के अधे भाग को प्राप्त कर ललया है। ऄब अपको बस अधे भाग को पहचानने की जरुरत होगी।
जब ‘सोचे और दौलतमंद बने’ पहली बार 1937 में प्रकालशत हुइ तो आसे ईस वि की सबसे बड़ी लहट सालबत हुइ। डेल
कानेगी की लकताब ‘How to win friends and Influence people’ और नामतन लवंसेंट पील की पस्ु तक ‘The Power of
positive Thinking’ के साथ यह लकताब भी ईन परुु षो और मलहलाओ के एक जरुरी लकताब बन गइ, लजन्हें जीवन और ऄपने
कै ररयर में सफलता चालहए।
15 लमललयन से ऄलधक लकताबो की लबक्री हो चक ु ी है। यह पस्ु तक लाखो लोगो को गरीबी, हताशा, लनराशा से लनकलकर
समृलद्च की ओर जाने के रास्ता लदखानेवाली रौशनी सालबत हुइ।
अपके मन में यह प्रश्न जरूर अता होगा लक ये नेपोललयन लहल कौन है और आनकी लफलॉसफी का स्त्रोत क्या है? मैं बताता
ह,ाँ नेपोललयन लहल का जन्म वलजतलनया के एक बीहड़ गााँव एक गरीब पररवार में सन 1883 में हुअ था। वह 12 वषत की अयु में ऄनाथ
हो गए थे और ईनके ररश्तेदारो ने ईनकी देख रे ख की। गरीबी की वजह से ईन्हें लशक्षा प्राप्त करने में कलठनाइ हुइ। लफर भी गरीबी से
लनकलकर वे ऄपने समय के सबसे बड़े व्यवहाररक लवद्यवानो में से एक थे।
13 वषत की अयु में ईन्होंने लेखन कररयर की शरुु अत कसबे के समाचारपत्र में लस्रंगर के रूप में की। लस्रंगर?? एक ररपोटतर,
जो पैसे के लहसाब से ऄपने अस-पास की खबरों को समाचारपत्र पर में ललखता है। गरीबी से लनकलने के ईनके सघं षत के बाद ईन्हें आस
बात को जानने की लजद्ङ पड़ गइ लक लोग सपं लि कमाने और ऄपनी लजदं गी में खलु शयााँ पाने से दरू क्यों रह जाते है?
ऄपनी लजंदगी को सही गलत से अगे बढाने के ललए ईन्होंने काननू और पत्रकाररता दोनों को पढाइ की। ररपोटतर के रूप में
ईनके कररयर ने ईन्हें काननू की पढाइ करने में मद्ङ की। ईन्हें ईम्दा ब्रेक तब लमला, जब ईन्हें प्रलसद्च व्यलियों की सफलतम कहानी
ललखने का मौका लमला।
ईन्होंने ईन सफलतम व्यलियों में से एक साक्षात्कार लवश्वास प्रलसद्च स्टील मैगनेट, लमस्टर कानेगी को ललया। कानेगी आस
पत्रकार द्वारा आतना प्रभालवत हुए लक ईन्होंने आस पत्रकार को आतना कलमशन का ऑफर कर लदया लजससे ईनकी लजदं गी के पच्चीस वषत
कट सकते थे। यह प्रोजेक्ट था - ईन्हें दलु नया के 500 सफलतम लोगो के साक्षात्कार लेने थे। लजससे यह पता लगाया जा सके लक ऐसा
कोइ सफलता का सत्रू लनकलकर अये लजसे एक अम आनसान भी ईपयोग कर सके और सफल हो सके ।
ईन व्यलियों में ईस वि के सबसे सफलतम और रइस लोग शालमल थे। ईनमे थॉमस ऄल्वा एलडसन, एलेग्जेंडर िाहम बेल्ल,
हेनरी फोडत, चाल्सत एम.् स्वाब, लथयोडोर रोसवैल्ट, लवललयम ररंगली जलू नयर, जॉन वनमेकर, लवललयम जेंलनंग्स ब्रायन, जॉजत इस्टमैन,
वडु रो लवल्सन, लवललयम एच. टाफ्ट, जॉन डी. रॉकफे लर, ऍफ़. डब्लू वल ू वथत और भी कइ ऐसे लोग जो अज आतने प्रलसद्च नहीं है। आस
दौरान एंड्रू कानेगी लहल के मेंटर बन गए, ईन्हें ईस सफलता के फॉमल तू ा को ढूंढने में मद्ङ करने लगे।
सोचे और दौलतमंद बनने की सफलता ने ईन्हें एक व्यावसालयक नेता, लेक्चरर और एक लेखक के तौर पर स्थालपत कर
लदया और लहल को करोड़लत बना लदया।
नेपोललयन लहल की मृत्यु एक बेहतरीन, सफल और लंबे कररयर के बाद सन 1970 में हुइ थी। ईनके लेखन ने सिर वषो तक
लाखो लोगो का एक मागतदशतन का काम लकया।
आस पस्ु तक का मख्ु य ईद्ङेश्य कतइ नहीं बदलेगा। यह नेपोललयन लहल की पस्ु तक है न लक मेरी। मैंने अज के दौर के लहसाब से
ईन कहालनयो को लडलीट कर लदया है, जो 1930 के काल में महत्वपणू त थी और ईन परुु षो और मलहलाओ की कहालनयो को ईदाहरण
के तौर पे जोड़ लदया है, जो 21 वीं सदी के लहसाब से ईपयोगी है, लजन्होंने ऄभी हाल लफलहाल ईन लनयमो का पालन करके सफलता
की उाँचाआयााँ छुइ है।
नेपोललयन लहल के सफलतम कहालनयों के साथ अप ईन व्यलियों से भी लमलेंगे, लजन्होंने अज के समय के ईच्चतम
ईपलब्धयााँ हालसल की है जैसे लबल गेट्स, मेरी के ऐश, ऄनातल्ड, रे क्रोच, माआकल जॉडतन और ऄन्य।
नेपोललयन लहल के द्वारा लसद्च लकए गए दौलतमदं बनने के लनयम भी अज के पाठको के ललए भी ईतने ही ईपयोगी एवं
महत्त्वपणू त है। जो आन लनयमो को समझ जाएाँगे और आस लफलॉसफी को ऄमल में लाएाँगे वे लोग सफलता और खलु शयों को ऄलधक
अकलषतत करें ग,े बजाय ईन लोगो के जो लोग आन लनयमो को स्वीकार करने से मना कर देंगे।
लवचारों में ऄसीम शलि होती है। ऄगर आन लवचारों में ईद्ङेश्य, दृढ लनचर्य और मजबतू आरादों का समावेश हो जाए तो अप
दौलतमदं बन सकते है एवं वह सब कुछ हालसल कर सकते है, जो अपने सोचा हुअ है।
एडलवन सी. बन्सत ने यह खोज लनकाला लक कै से लवचार शलि से धनवान बना जा सकता है। आस खोज में सफलता पहले
प्रयास में नहीं हालसल हुइ, बलल्क वह धीरे -धीरे प्राप्त हुइ। आस महान रहस्य की खोज की शरुु अत, बन्सत की ईस चाहत से हुइ, जो ईसे
महान एलडशन का व्यावसालयक भागीदार बनाने के ललए दृढ प्रलतज्ञ थी। बन्सत की ईस आच्छा शलि की सबसे बड़ी बात यह थी लक वह
स्पष्ट थी लक ईसे एलडसन के साथ काम करना है, न लक एलडशन के दफ्तर में काम करना है। अप बन्सत की कहानी को ढगं से पलढए, ऺ
ईसकी सोच वास्तलवकता में कै से तब्दील हुइ? लफर अपको वे 13 लनयम बेहतर समझ अएाँग,े जो अपको दौलतमदं बनाते है।
जब बन्सत के मन में यह लवचार कौंधा, तब वह आस हालत में नहीं था लक वह आस पर कोइ कदम ईठा सके । ईसके रास्ते में दो
चनु ौलतयााँ थी, पहली यह लक एलडशन से ईसकी कभी मल ु ाकात नहीं हुइ थी, न ही एलडशन ईसे जानता था। दसू रा यह, ईसके पास रे ल
का भाड़ा देने का आतना पैसा नहीं था लक वह ऑरें ज, न्यू जेसी तक पहुचाँ सके । ये चनु ौलतयााँ आतनी पयातप्त तो थी लक ऄलधकतर व्यलियों
के अत्मलवश्वास को डगमगा दे और ईनकी सोच यहीं पर दम तोड़ दे।
परंतु ईसके आरादे आतने कमजोर नहीं थे। वह दृढ प्रलतज्ञ था। ईसने हार नहीं मानी, बलल्क लबना लटके ट मालगाड़ी से यात्रा करके
इस्ट ऑरें ज पहुचाँ गया।
ईसने एलडशन के प्रयोगशाला में खदु का पररचय लदया, और कहा लक वह आस ऄलवष्ट्कारक के साथ व्यवसाय करने अया
हुअ है। काफी समय के पचर्ात् एलडशन ने आस पहली मल ु ाकात का खल ु ासा कुछ आसप्रकार लकया था, वह मेरे सामने एक सामान्य
पयतटक की तरह खड़ा था, परंतु ईसके चेहरे का तेज देखकर यह पता चल गया था लक वह लजस कारणवश यहााँ अया है, ईसके ललए
दृढ प्रलतज्ञ है। आतने साल के ऄनभु व में मझु े यह ज्ञान हो गया था लक ऄगर लकसी चीज को लदल से चाहो तो सारी कायनात तुम्हे ईससे
लमलाने की कोलशश में जटु जाती है। मैंने भी ईसके मजबतू आरादों को भााँपकर ईसे एक मौका लदया दे लदया था । और ईसने आस बात को
परू ी तरह से लदमाग में बैठा ललया था लक ईसे आस सफलता को पाकर ही रहना है। धीरे -धीरे ईसके कायों ने भी यह लसद्च कर लदया लक मैंने
ईसको मौका देकर कोइ गलती नहीं की थी। ईस नौजवान बन्सत ने ईस वि एलडशन से क्या कहा यह ईतना महत्त्वपणू त नहीं था, लजतना
लक ईसने आस बारे में सोचा लक ईसे एलडशन के साथ में काम करना है। आसबात पर एलडशन ने भी ऄपनी सहमलत जताइ थी।
ऄगर लवचार शलि की यह बात हर पाठक तक पहुचाँ जाए तो ईसे सपं णू त लकताब पढने की कोइ जरुरत नहीं है।
बन्सत ऄपने पहले ही साक्षात्कार के बाद एलडशन के व्यवसाय में भागीदार नहीं बन गया था। बलल्क ईसे एलडशन के ऑलफस
में बहुत ही कम मेहनताना में काम करने का ऄवसर प्राप्त हुअ था। यह कायत ऐसा था, जो एलडशन के ललए बहुत कम ईपयोगी था पर
बन्सत के ललए बहुत ऄलधक महत्त्वपणू ।त आस ऄवसर ने बन्सत को ऄपने होनेवाले भागीदार को ऄपनी व्यापार कुसलता लदखाने का मौका
लदया था। ईसका होनेवाला भागीदार वहााँ ईसके काम को परख सकता था।
कइ महीने बीत चक ु े थे, पर ऄपरोक्ष रूप से ऐसा कुछ भी घलटत नहीं हो रहा था। लजससे बन्सत ऄपने ईस लनलचर्त लक्ष्य तक
पहुचाँ सके , जो ईसने ऄपने लदलो-लदमाग में संजो रखा है। पर ईसके मन में कुछ ऐसी प्रलक्रयाए चल रही थी, लजनका पररणाम बाद में
लनकला। पर तब तक वह ऄपने मनो-मलष्ट्तष्ट्क में एलडशन का व्यावसालयक पाटतनर बनने के ऄपने लवचार पर और दृढता पवू तक सोचने
लगा था।
मनोवैज्ञालनको ने यह सही कहा है ‘जब कोइ लवचार लदमाग पर हावी हो जाए, तो वह वास्तलवकता में अपके सामने प्रकट हो
जाता है।’ बन्सत पणू तत या एलडशन के साथ काम करने के ललए तैयार था और वह तब तक दृढप्रलतज्ञ होकर लगा रहा, जब तक ईसने वह
हालसल नहीं कर ललया, लजसे वह आतने समय से खोज रहा था।
ईसने कभी आस बात के ललए नहीं लवचार लकया आतना परे शान होने की क्या जरुरत है। चलो, सेल्समैन की नौकरी ऄसानी से
लमल जायेगी। बलल्क ईसने यह लवचार लकया, मैं यहााँ पर एलडशन के साथ व्यवसाय करने के ललए अया ह।ाँ मैं तब तक पीछे नहीं हटूाँगा,
एक ऄस्थायी हार पर प्रयास करना छोड़ देना, ऄसफलता का सबसे अम कारण होता है। हर लकसी को कभी-न-कभी आस
गलती का एहसास जरूर होता है।
अर याँू डबी जो बाद में देश के सफलतम बीमा एजेंट बने, वह ऄपने ऄंकल की यह कहानी बताते है लक ईस समय सोना के
पीछे लोग पागल थे, तब ईनके ऄक ं ल को भी ऄन्य व्यलियों की तरह सोना का भतू सवार हो गया था और वह पलचर्म की तरफ सोना
खोजने और ऄमीर बनने लनकले। ईन्होंने कभी यह नहीं सनु ा था लक लदमाग सबसे बड़ा सोना का लनमातता है न लक जमीन। वह खदु ाइ
करने के ललए लनकल पड़े। बेशक यह मलु श्कल था पर सोना की ईनकी भख ू लनलचर्त थी।
कइ हफ्तों के मजदरू ी के बाद, ईन्हें एक चमचमाता हुअ ऄयस्क प्राप्त हुअ। ईन्हें आस ऄयस्क को बाहर लनकालने के ललए
मशीन की जरुरत पड़ी। लजसके ललए वह तुरंत ऄपने घर वीललयम्सबगत, मेरीलैंड वापस अ गए। ऄपने ररश्तेदारो और पड़ोलसयों को आस
सफलता के बारे में समझाया। ईनकी बातो ने सबको सम्मोलहत कर ललया तथा सभी ने लमलकर पैसा आकट्ठा लकया और ईस मशीन को
खरीदकर, ईसी खान में भेज लदया। डबी और ईसके ऄक ं ल लफर से ईसी खान में काम करने पहुचाँ गए।
‘हाडत नॉक्स लवश्वलवद्यालय’ से लडिी लेने के कुछ लदनों बाद लमस्टर डबी ने बीमा एजेंट के रूप में कायत करना प्रारंभ कर लदया
क्योंलक ईन्हें सोना की खानवाले कांड से यह पता लग गया था लक जरुरी नहीं की ‘न’ का ऄथत ‘न’ ही हो।
एक दोपहर वह ऄपने ऄंकल के गेहाँ पीसनेवाली परु ानी मशीन लमल में बैठे हुए थे। ईनके ऄंकल के पास बहुत जमीन थी।
लजसके अस-पास ईन खेतो में काम करनेवाले मजदरू रहा करते थे। डबी को बैठे हुए कुछ देर ही हुए थे लक तभी, धीरे से दरवाजा खल ु ा
और एक मजदरू की छोटी सी बच्ची ऄदं र घसु अइ तथा दरवाजे के ठीक बगल में खड़ी हो गइ।
ऄंकल ने ईसकी और देखा और बड़ी तेज गरु ातते हुए बोले तुझे क्या चालहए?
ईस बच्ची ने बड़ी मासलू मयत से जवाब लदया, मेरी मम्मी ने ऄपने पचास सेंट मगं ाए है।
‘मैं नहीं दगंू ा’ ऄक
ं ल ने लचल्लाते हुए जोड़ा ‘दफा हो जाओ यहााँ से’ ‘ठीक है’ ईस लड़की ने जवाब लदया। पर वह कहीं नहीं
गइ।
लफर ऄक ं ल ऄपने काम पर लग गए। काम में आतना तल्लीन हो गए लक ईन्हें पता ही न चला लक वह लड़की ऄभी भी खड़ी
थी। कुछ देर जब ईन्होंने पलटकर देखा तो ईस बच्ची को खड़ा पाया। वह लफर से लचल्लाए जाती हो यहााँ से? या लफर मैं भगाउाँ?
यह पस्ु तक ईन लोगो के ललए सहायक होगी, जो ऄपने लदमाग के लवचारों को ऄसफलता के डर से हटाकर सफलता की ओर
एकाि करना चाहते है।
हम सभी में एक और कमी यह पाइ जाती है लक हम ऄपने ऄनभु व, ऄपनी ऄसफलताओ और ऄपनी अदतों को देखकर हर
लकसी के बारे में राय बना लेते है। कुछ लोग आस लकताब को पढते हुए कह सकते है लक ऄमीर बनने का कोइ लसद्चांत नहीं है। क्योंलक वे
आस बात को जानते ही नहीं है लक ऄमीर लोगो की मनः लस्थलत क्या होती है? अलखर ईनकी परू ी लजंदगी गरीबी, कंजसू ी और
ऄसफलताओ में गजु री है।
ये लनयम बहुत कोइ कलठन नहीं है, बहुत ही असान है। हमें पता है लक अप ऄमल में ला सकते है।
आससे पहले लक हम ऄगले ऄध्याय की तरफ बढे, मैं बताना चाहगाँ ा लक आसमें दो ऐसे लोगो की लजंदलगयों की कहानी है,
लजन्होंने ऄपनी लजंदगी में बड़े लवस्मयकारी बदलाव लाए।
मैं तुम्हे यह भी बताना चाहता हाँ लक ये दोनों व्यलि मझु से काफी करीब है। एक मेरा ऐसा करीबी दोस्त है, लजसे मैं 25 सालो
से जानता हाँ और दसू रा मेरा बेटा है। आन दो व्यलियों की ऄचंलभत कर देनेवाली सफलता में ऄगले चैप्टर में बताए गए लसद्चांत का बड़ा
योगदान रहा है।
जब एडलवन सी बन्सत ईस ऑरें ज न्यू जेसी में मालगाड़ी से ईतर तो ईसके लदमाग में यह कतइ नहीं अया लक वह लसफत एक
अगतं क ु है बलल्क वह एक राजा की तरह महससू कर रहा था। जब ईसने थॉमस ऄल्वा एलडशन के दफ्तर की ओर रुख लकया तो ईसका
मन काम पर लग गया था। ईसने मन ही मन खदु को एलडशन के सामने खड़ा पाया। ईसने यह पाया लक एलडशन ईसे लजदं गी भर का
जनू नू एवं चाहत परू ा करने के ललए ऄपने साथ काम करने का मौका दे रहे है।
बन्सत की चाहत लसफत एक ईम्मीद नहीं थी, न ही लसफत एक साधारण सी आच्छा थी बलल्क वह आससे भी कहीं ज्यादा थी। यह
एक ज्वलंत चाहत थी, लजसके ललए वह कुछ भी कर गजु रने को तैयार था। सबसे बड़ी बात यह थी लक ईसने मन में यह लनचर्चय कर
ललया था लक ईसे यह हालसल ही करना है। मतलब ईसकी चाहत लनलचर्त थी। ईसका ईद्ङेश्य दृढ था।
जब वह एलडशन से लमला तो यह चाहत बन्सत के ललए नइ नहीं थी बलल्क यह ईसके मन में लंबे समय से सबसे ऄलधक हावी
आच्छा थी। हो सकता है लक शरुु अत में यह चाहत लसफत एक आच्छा ही रही हो पर जब वह एलडशन के सामने खड़ा हुअ तो वह लसफत
एक आच्छा मात्र नहीं थी, बलल्क ईससे भी कहीं मजबतू थी। कहीं दृढ थी।
कुछ वषो बाद, वह लफर से ईसी दफ्तर में एलडशन के सामने खड़ा हुअ, जहााँ वह पहली बार लमला था।
आस बार ईसकी चाहत वास्तलवकता में तब्दील हो चक ु ी थी। वह एलडशन के साथ व्यवसाय करने लगा था। ईसके मन में
सबसे हावी सपना वालस्तवकता में तब्दील हो चक ू ा था। अज जो लोग बन्सत को जानते है और ईनसे इष्ट्यात करते है। वह बस आसललए
लक ईन्हें लगता है लक बन्सत को भाग्य की बदौलत एलडशन के साथ काम करने का मौका लमला था। ऄसल में ईन लोगो ने बन्सत को
सफलता हालसल करने के बाद देखा हुअ था। सच कहाँ तो ईन लोगो ने कभी ईसके सफल होने के कारणों पर गौर ही नहीं लकया।
एलडशन के ऑलफस में काम करते हुए पााँच वषत बीतने के बाद भी बन्सत को सफल होने की कोइ भी ईम्मीद नहीं लदख रही थी।
न ही ऐसा कुछ हुअ था, लजससे वह एलडशन के साथ व्यवसाय में भागीदार हो सके । हर लकसी के ललए वह एलडशन के दफ्तर में काम
करनेवाले सैकड़ो व्यलियों में से एक था पर वह ऄपने मन पहले लदन से ही एलडशन के व्यवसाय का पाटतनर बन चक ु ा था।
बन्सत की कहानी एक दृढ आच्छाशलि का बेहतरीन ईदाहरण है। बन्सत सफल आसललए हुअ क्योंलक ईसके मन में आससे बड़ी
चाहत कोइ नहीं थी लक ईसे लसफत एलडशन के साथ काम करना है। ईसने आसके ललए एक प्लान बनाया और ऄपने वे सारे रास्ते बंद कर
लदए, लजनसे वह पीछे पलट कर वापस जा सके । वह ऄपनी चाहत के साथ खड़ा रहा, जब तक लक ईसकी चाहत मन में हावी न हो गइ
और लफर वालस्तवक रूप में न लदख गइ।
जब वह पहली बार ऑरें ज, एलडशन के दफ्तर पहुचाँ ा तो ईसके मन में कतइ आस तरह के ख्याल नहीं थे ‘मैं एलडसन से ईसके
दफ्तर में काम करने के ललए मौका मांगगाँू ा।’ बलल्क ईसने यह कहा लक ईसे एलडशन के साथ ईसके व्यवसाय में साझीदार बनना है।
ईसने कभी यह नहीं कहा ‘मैं कुछ महीने यहााँ काम करूाँगा। ऄगर मझु े यहााँ कुछ ईत्साहजनक मौके नहीं लमलते है तो मैं
छोड़कर कोइ और नौकरी की तलास करूाँगा।’ बलल्क ईसने यह बात रखी ‘मैं कहीं से भी शरुु अत करूाँगा, अपके ललए सब कुछ करने
को तैयार हाँ जो अप कहेंग,े जब तक लक मझु े अपके साथ व्यवसाय करने का मौका नहीं लमल जाता ‘ईसने यह नहीं बोला’ ऄगर मैं
एलडशन के आस संस्था में ऄसफल हो जाता हाँ तो मैं दसू रे मौको की तलास करूाँगा ‘ईसने बोला’ मझु े लजदं गी में एक ही चाहत है लक मझु े
महान थॉमस ऄल्वा एलडशन के साथ ईनके व्यवसाय में भागीदार बनना है। आसललए मैं पीछे लौटने के सारे रास्ते बदं करके ऄपने सपं णू त
भलवष्ट्य को आसे हालसल करने में लगा दगंू ा।
बहुत पहले की बात है, एक महान योद्चा हुअ करता था। लजसे एक बार यद्च ु क्षेत्र में लवजय पाने के ललए कड़ा लनणतय लेना
पड़ा। ईसे ऄपनी सेना को शत्रु के साथ यद्च ु पर लड़ने के ललए भेजना था, शत्रु की सेना सख्ं या में ईसकी सेना से बहुत बड़ी थी। ईसने
ऄपने सैलनको को नावाँ में बैठाकर नदी के ईस पार भेजा और सभी सैलनको तथा औजारों के ईतरने के बाद, ईसने सभी नावों को अग
लगाने की अज्ञा दे दी। लफर यद्च ु होने से ठीक पहले ईसने ऄपने सैलनको से कहा’ अप देख रहे हो, सारी नावें जल रही है, ऄगर हम
मैरी के ऐश, जो मैरी के कास्मेलटक की संस्थापक है, ईन्होंने ऄपनी और लवश्व भर में ऄपने कंपनी के काम करनेवाले (लजनकी
ऄब 25000 की संख्या है) कंसल्टेंट्स की सफलता का राज अत्मलवश्वास बताया। ईनका यह कररयर साल पहले प्रारंभ हुअ था, जब
ईन्होंने स्टेनली होम प्रोडक्ट्स में काम करना शरू ु लकया। ईन्होंने कइ बार आस बात को स्वीकार लकया है लक ऄपने आस काम के प्रथम वषत
में वह सफल नहीं हो पाइ थी और आस काम को छोड़ देना चाहती थी। पर ईनकी सोच तब बदली, जब ईन्होंने स्टैनले सेल्स का सेमीनार
में भाग ललया।
ईन्होंने बताया ईस वषत कंपनी की प्रलतयोलगता में खबू सरू त, लंबी और सफल मलहला को रानी के लखताब से नवाजा जाना था।
और ईस वषत ईस मलहला को वह लखताब लमला, लजसकी लकसी ने ईम्मीद ही नहीं की थी। मैंने लनणतय ललया लक मैं स्टेज पर जाउाँगी और
ऄध्यक्ष से बात करुाँगी और ईन्हें ऄगले वषत रानी का यह लखताब जीतने का आरादा बताउाँगी।
श्रीमान बेवररज मझु पर हाँसे नहीं, बलल्क ईन्होंने मेरी अाँखों की तरफ देखा और कहा—‘मझु े भी लगता है लक तमु जीत
सकतीं हो।’ आन शब्दो ने मेरी लजदं गी में जान डाल दी और ऄगले वषत मझु े रानी का लखताब लदया गया।
मैरी के ने आस बात को बताया लक सफलता हालसल करने का पहले कदम यह है लक अप खदु पर लवश्वास रखे लक अप योग्य
है और अप ईस सफलता के ऄसली हकदार है। ईन्होंने ऄपने एक लेख में कामयाबी हालसल करने के ललए कुछ कदमो का ऄभ्यास
करने के ललए बताया है। वे चार कदम लनम्न है—
खुद को सर्ल व्यलि के रूप में महसस ू कीलजए —हमेशा खदु को सफल व्यलि के रूप में देखे। ईस व्यलि को सोचे,
लजसके जैसे अप बनना चाहते है। हर लदन कुछ वि ऄके ले लबताआए। अराम से लसलथल होकर बैठ जाआए। ऄपनी अाँखे बंद कर
लीलजए और ऄपनी चाहत और लक्ष्य पर ध्यान दीलजए। ऄपने अपको एक नए वातारण में देलखए, लजसकी अप कल्पना करते है, खदु
को योग्य समलझए और अत्मलवश्वास से ओतप्रोत हो जाआए।
लपछली सर्लताओ को याद कीलजए—हर कामयाबी, चाहे वह छोटी हो या बड़ी, वह यह लसद्च करती है लक अप योग्य
है और सफल हो सकते है। लपछली सफलताओ को सेलब्रेट कीलजए और जब भी अप लनराश हो ईन कामयाबी को याद कीलजए।
लक्ष्य लनधातररत करे—साफतौर पर यह तय कर ले लक अपको क्या चालहए। आस बात से हमेशा चैकन्ना रलहए और ऄपने
लक्ष्य से कभी भ्रलमत न होआए।
ऄब मैं अपके ऐसे परुु ष की ऄसामान्य कहानी बताने जा रहा ह,ाँ लजससे चमत्काररक परुु ष मैंने अज तक देखा ही नहीं। लजसे
मैंने जन्म लेने के कुछ लमनट बाद देखा था। ईसके कान नहीं थे। पहले तो डॉक्टरो ने कुछ भी बताने से मना लकया पर जब ईनपर दबाव
डाला गया तो ईन्होंने बताया लक शायद यह बच्चा कभी बोल और सनु नहीं पाएगा।
मैं डॉक्टर के लवचार से सहमत नहीं था। और मैं ऐसा कर सकता हाँ क्योंलक मैं ईस बच्चे का लपता ह।ाँ मैंने मन ही मन डॉक्टर के
लवचार को चनु ौती दे दी और खदु एक लनणतय ले बैठा लक इश्वर लबना कान के मेरे बच्चे को आस दलु नया में भेज सकता है पर वह ईसे परू ी
लजंदगी आस तरह यातनापणू त जीने के ललए लववश नहीं कर सकता। मैंने यह सोच ललया था लक मेरा बेटा सनु ेगा भी और बोलेगा भी। यह
मझु े नहीं पता था लक यह सब कै से होगा पर मैं आस बात पर जरूर लवश्वास करता था लक जहााँ चाह है वहााँ राह है।
मझु े महान एमसतन की बात ध्यान अइ दलु नया लक हर वस्तु लसफत एक ही बात लसखाती है वह है लवश्वास। हमें लसफत लवश्वास
करके प्रकृ लत के लनयमो का पालन करना है। यह हम सभी पर सामान रूप से लागू होती है। कभी अाँख बदं करके अवाज सलु नए, प्रकलतत
अपको रास्ता जरूर लदखाएगी।
वह रास्ता लसफत एक ही था—आच्छाशलि! मैंने ऄपने ऄंदर यह आच्छाशलि जगा ली थी लक मेरा बेटा सारी लजंदगी गगंू ा और
बहरा तो नहीं रह सकता। मैंने आस आच्छाशलि को कभी ऄपने मन से जाने नहीं लदया, यहााँ तक लक एक पल के ललए भी नहीं। कुछ वषो
पहले मैंने ललखा भी था, हमारी सबसे बड़ी रुकावट हमारे मन में पड़े लवचार ही है। ऄगले ही पल मैंने लबस्तर पर लेटे हुए ऄपने नवजात
लशशु को देखा और यह सोचा लक ऄगर यह सब सही है तो तो मेरा बेटा लबना कानो के भी सनु सकता है। मैंने प्रण कर ललया लक ऄपने
बच्चे के मन में कतइ यह बात अने नहीं दगाँू ा लक वह सनु और बोल नहीं सकता। आसके ललए चाहे मझु े जो भी करना पड़े। मैंने यह
प्रलतज्ञा कर ली लक ऄपने बेटे के मन में बोलने और सनु ने की ऄपनी मजबतू चाहत के बीज रोप दगाँू ा। और वह जरूर एक लदन लबना
लकसी ईपकरण के सनु ने और बोलने लगेगा।
जब बच्चा थोड़ा सा बड़ा हुअ लक वह मेरे साथ सहयोग कर सके । मैंने ऄपनी मजबतू आच्छाशलि को भी ईसके ऄंदर जगाने
की कोलशश करने लगा तालक यह चाहत सत्य के रूप में हमारे सामने अ सके । मैं हर रोज ईसके कान के पास यह सब बोलता तालक मेरे
बेटे का मन तलनक भी यह स्वीकार न कर सके लक वह सनु नहीं सकता।
जैसे ही वह थोड़ा और बड़ा हुअ, वह अस-पास की वस्तओ ु पर ध्यान देने लगा। हमने यह महससू लकया लक बेशक बहुत
कम ही, पर बच्चे को हल्का सा सनु ाइ तो देता था। लजस ईम्र में बच्चे बोलने लगते है, वह बोल तो नहीं पाता था पर वह कुछ अवाजो
को सनु जरूर लेता था। बस हमें यही चालहए था, मझु े यह लवश्वास हो गया था लक मेरा यह तरीका काम कर रहा है।
तभी कुछ ऐसा हुअ, लजसने मझु े ईत्सालहत कर लदया, ऄचलं भत कर लदया एवं अशा से भर लदया। ऐसा कुछ ईस साधन से
हुअ, लजससे हमने कभी ईम्मीद नहीं लकया था—हम एक टेप ररकॉडतर लाए हुए थे। जब ईस बच्चे ने एक गाना सनु ा तो वह ईत्सालहत
हो गया था और गाने को सनु कर कुछ प्रलतलक्रया देने लगा। वह कुछ तरह के गााँव में ईत्साह लदखाने लगा था, ईनमे से एक गाना था। एक
बात तो वह एक गाना चलाकर दो घटं े तक खड़े-खड़े सनु ता रहा। हमें तब तक आस बात का पता नहीं चला लक ऐसा क्यों हो रहा है, जब
तक हमने अवाज का ‘ऄलस्थ-चालन’ लसद्चांत के बारे में जानकारी नहीं थी।
जब वह टेप-ररकॉडत पर प्रलतलक्रया देने लगा था। मझु े यह मालमू पड़ा लक जब मैं ईसके कान के पास या लफर लदमाग के पास
जाकर कुछ बोलता हाँ तो ईसे समझ अता है। मैंने ऄपनी मजबतू आच्छाशलि को आसी माध्यम से ईसके ऄंदर जगाता था। पर ऄभी तक
जो पररणाम लनकाला था वह, आतना ईत्सालहत करनेवाला नहीं था। लफर भी मेरी आच्छाशलि ने मेरे लवश्वास का साथ दया और ऐसी लकसी
भी नकारात्मक बात को मन में अने से पहले ही लनकाल फें का।
मेरी दृढप्रलतज्ञा का फल यह हुअ लक मेरा बच्चा मेरी अवाज को ठीक-ठीक सनु ने लगा था, मैं ईसके मन में यह भरने से
कभी नहीं चक ू ता था लक वह बोल और सनु सकता है। मैंने यह ऄनभु व लकया लक बच्चो को दादी नानी की कहानी सनु ना ऄच्छा
लगता है। मैं ऑलफस जाता, वहााँ पर ईसके ललए कहानी ललखता और रात में सनु ाता, साथ ही साथ ईसके मन में यह भी भरता लक वह
लबल्कुल ठीक है और सनु एवं बोल सकता है।
लवश्वास मन का मख्ु य रसायन है। जब लवचारों की अवृलि लवश्वास के साथ जड़ु ती है तो ऄतं मतन ईन लवचारों की अवृलि को
अध्यालत्मक शलि के रूप में ऄसीम शलि के पास भेज देता है, जो ईसे वास्तलवक रूप में अकार दे सके ।
सभी साकारात्मक भावनाओ में सबसे ताकतवर भाव होते है लवश्वास, प्रेम और सेक्स। जब ये तीनो लमलते है तो, आनमे आतनी
ऄपार शलि होती है, लजससे लवचारों में नइ उजात भरके तरु ं त ऄतं मतन में पहुचाँ जाती है। जहााँ ये अध्यालत्मक शलि के रूप में बदल जाती
है। अध्यालत्मक शलि वह माध्यम है, जो ऄसीम शलि से वास्तलवक जीवन में लवचारों को साकार करने का जवाब लेकर अती है।
प्रेम और लवश्वास मन से सबं लं धत है, जो ऄलधकतर ऄध्यात्म पक्ष से जड़ु े हुए है। जबलक सेक्स परू ी तरह जीव लवज्ञान से
सबं लं धत है। यह लसफत शरीर से जड़ु ा हुअ पक्ष है। आन तीनो भावनाओ का लमश्रण लनयत, लवचारणीय मन और ऄसीम शलि के बीच
सवांद का सीधा रास्ता बनाता है।
लवश्वास कै से लवकलसत लकया जाए
लवश्वास एक ऐसी मनः लस्थलत है, लजसे अत्मसझु ाव लसद्चांत द्वारा ऄतं मतन में बार-बार सझु ाव देने से लवकलसत लकया जा
सकता है। लवश्वास ऐसी योग्यता है, जो आच्छा के सवेंग (धन) को भौलतक रूप में साकार कर सकता है। जो ऄगले ऄध्याय अत्मसझु ाव
और ऄध्याय ऄंतमतन में ऄनदु श े बताए गए है, ईन्हें पढकर अपको पता चलेगा लक अप जो चाहते हैं, ईसके बारे में ऄगर ऄंतमतन को
लवश्वास लदला दे तो ईसे वह जरूर लमलता है। अपके लक्ष्य प्रालप्त के ललए ऄतं मतन अपके लवश्वास के अधार पर काम करे गा।
ऄगर लकसी व्यलि के पास लवश्वास का नामोलनशान ही नहीं है तो ईसे यह बताना बहुत मलु श्कल है लक लकस तरह लवश्वास
लवकलसत लकया जा सकता है। यह ठीक ईतना ही मलु श्कल है, लजतना लकसी ऄधं े व्यलि को लाल रंग के बारे में बताना। लवश्वास एक
मनः लस्थलत है, लजसका लवकास लकताब में लदए गए आन तेरह लसद्चांतों पर महारत हालसल करने के बाद लकया जा सकता है।
बार-बार ऄपने मन में सझु ाव डालना ही खदु से भावनाए लवकलसत करने का एकमात्र जररया है। अगे लदए गए लववरण से यह
साफ हो जाएगा। जो सझु ाव अप मन में डालते हो वही बन जाते हो यहााँ तक लक ऄपराधी भी। एक अपरालधक रसद में कहा गया है,
जब लोग पहली दफा ऄपराध या ऄपरालधयों के सपं कत में अते है तो ईनसे घृणा करते है, ऄगर लफर भी वे लकसी तरह कुछ लदनों तक
ऄपराध के संपकत में बने रहे तो ईसके अदी होने लगते है और सहन करना सीख जाते है तथा जब वे काफी लंबे समय तक ईसके संपकत
में रहते है तो ऄपराध से प्रभालवत होकर ईसमे शालमल हो जाते है।
ऄगर आस बात को आस तरह कहे लक ऄगर अप अवेश के साथ लकसी लवचार को लगातार सोचते है तो ऄतं मतन आस लवचार
को स्वीकार कर लेता है और आस पर कायत करता है। ऄतं मतन ईस सवेंग को साकार रूप देने के ललए कोइ-न-कोइ व्याहाररक प्रलक्रया
ईपलब्ध कराता है। वे सभी लवचार, लजनसे भावनाएाँ जड़ु जाती है और ईनमे लवश्वास भर जाता है तो वे लवचार खदु को भौलतक रूप में
तब्दील कर लेते है।
ऐसे लाखो लोग है, जो यह मानते है लक वे गरीबी और भख ु मरी में जीने के ललए आसललए ऄभश्प्त है क्योंलक कोइ रहस्यमयी
शलि ईनके लखलाफ काम कर रही है, लजस पर ईनका कोइ लनयंत्रण नहीं है। आस नकारात्मक अस्था या लवश्वास के कारण वे ऄपने
दभु ातग्य के लनमातता खदु होते है, क्योंलक ईनका ऄंतमतन ईनके आस नकारात्मक लवश्वास को पकड़ लेता है और आसे भौलतक रूप में ऄकार
देता है।
एक बार लफर यह बताना ईलचत होगा लक यलद अप ऄपनी आच्छा को हकीकत में बदलना चाहते है तो अप ईसे ऄपने
ऄंतमतन तक पहुचाँ ा दीलजए। परंतु आसके ललए यह जरुरी है लक अपकी चाहत मजबतू और अशावादी हो। ऄगर ऐसा है तो अप ईसे
भौलतक रूप में बदल सकते है। अपका लवश्वास ही वह भाव है, जो अपके ऄंतमतन की लक्रया लनधातररत करता है। अत्मसझु ाव के द्वारा
ऄपने ऄंतमतन को धोखा देने से अपको कोइ नहीं रोक रहा है, लजस तरह से मैंने ऄपने पत्रु के ऄंतमतन को धोखा लदया था।
ईन शब्दो पर ध्यान दीलजए लजन पर जोर लदया गया है और अप ईस गहन ऄथत को समझ लेंगे, जो कवी के मन में था
अपके मन में कहीं-न-कहीं ईपललब्ध का बीज सोया हुअ है, लजसे ऄगर जगा लदया जाए और काम में जटु ा लदया जाए तो
वह अपको ईन उाँचाआयों पर ले जाएगा, लजन्हें हालसल करने की बात अपने सपने में भी नहीं सोची होगी।
लजस तरह महान संगीतकार वायललन के तारो से संगीत का संदु र लहररयााँ छे ड़ सकता है, ईसी तरह अप भी ऄपनी प्रलतभा
को जगा सकते है, जो अपके मन में कहीं दबी पड़ी है। आसके माध्यम से अप ऄपने अपको उपर की तरफ ले जा सकते है और लजस
लक्ष्य को प्राप्त करना चाहे ईस लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है।
जब सबु ह हुइ तो मॉगतन ईठे और ईन्होंने ऄपनी कमर सीधी की। के वल एक ही सवाल रह गया था।
‘क्या अपको लगता है लक अप एड्रं ू कानेगी को बेचने के ललए राजी कर सकते है?’ ईन्होंने पछ
ू ा
श्वाब ने ईिर लदया ‘मैं कोलशश करूाँगा।
‘ऄगर अप ईन्हें बेचने के ललए राजी कर ले तो मैं खरीद लाँगू ा’ मॉगतन ने जवाब लदया
‘ऄगर अप ईन्हें बेचने के ललए राजी कर ले तो मैं खरीद लाँगू ा’ मॉगतन ने जवाब लदया
यहााँ तक सब कुछ ठीक था। परंतु क्या कारनेगी बेचगें ?े और ऄगर बेचगें े तो वे बदले में लकतनी रकम मांगगें े? (श्वाब का
ऄनमु ान था लगभग 320,000,000 डॉलर और वे यह रकम लकस रूप में चाहेंगे ? कॉमन या लप्रफडत स्टॉक के रूप में? बांड के रूप में
नकद कोइ भी एक लबललयन डॉलर का प्रलतशत नकद में नहीं दे सकता था।
जनवरी में वेस्टचेस्टर में सेंत एंड्रेयजू ललंक्स में एक गोल्फ गेम चल रहा था और एंड्रू ठंड से बचने के ललए स्वेटर पहने हुए थे
और चाली लगातार बोल रहे थे, तालक कारनेगी का हौसला बल ु ंद रहे। बल
ु ंद रहे तालक लबजनस के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला
गया, जब तक लक वे दोनों कानेगी कॉटेज की रामदेही गमी में नहीं बैठ गए। लफर ईसी वाक्पटुता के साथ, लजससे ईन्होंने यलू नवलसतटी
क्लब के ऄस्सी करोड़पलतयों को मत्रं मग्ु ध लकया था, श्वाब ने अराम से ररटायर होने के सनु हरे सपने बताए और बढू े अदमी की
सामालजक आच्छाओ को संतष्टु करने के करोड़ो ऄरबो का लजक्र लकया। कानेगी ने जवाब में कागज के एक टुकड़े पर एक रकम ललखकर
श्वाब को थमा दी और कहा ‘ठीक है, हम आतने में बेच देंग’े
अाँकड़ा लगभग 400,000,000 डॉलर था और ऄगर श्वाब के द्वारा ऄनमु ालनत 320,000,000 डॉलर के अाँकड़े को
मल ू भतू अाँकड़ा माना जाए तो आसमें लपछले दो सालो में पाँजू ी मल्ू य में हुइ वृलद्च के रूप में 80,000,000 जोड़ लदए गए थे।
बाद में, रााँसऄटलांलटक लाआनर के डेक पर खड़े होकर कारनेगी ने मॉगतन से ऄफसोस से कहा काश मैंने अपसे
100,000,000 डॉलर ऄलधक मागं े होते’
‘ऄगर अपने मांगे होते तो अपको वह भी लमल गए होते’ मॉगतन ने खश ु होकर बताया।
आस बात से काफी सनसनी फै ली। एक लब्रलटश सवं ाददाता ने तार लदया लक लवदेशी स्टील जगत आस दैत्याकार रस्ट से स्तलं भत
है। एल के प्रेलजडेंट हैडली ने घोषणा की लक ऄगर देश में रस्ट बनाने सबं धं ी लनयम नहीं बनाए गए तो ऄगले पच्चीस सालो में
वालशगं टन में एक सम्राट शासन करे गा। परंतु योग्य स्टॉक लवशेषज्ञ कीं ने नए स्टॉक को जनता को आतनी योग्यता से बेच लक सारा का
सारा पानी-कइ लोगो का ऄनमु ान था 600,000,000 डॉलर पलक झपकते ही सोख ललया गया। कानेगी के पास करोड़ो डॉलर थे और
मॉगतन लसलं डके ट के पास कष्ट ईठाने के एवेज में 62,000,000 और गेट्स से लेकर गैरी तक सभी के पास करोड़ो डॉलर थे।
ऄड़तालीस साल के श्वाब को भी ऄपना परु ष्ट्कार लमला। वे आस नए कारपोरे शन के प्रेलजडेंट बन गए और 1930 तक आस पर
लनयंत्रण करते रहे।
ऄब एक ऄन्य ईदाहरण बताते हैं लकस तरह ऄपने एक लवचार पर लवश्वास रखने मात्र से एक व्यलि ने ऄपने ललए करोड़ो
डॉलर धन एकलत्रत कर ललया और कइ ऄनलगनत लोगो को दौलतमदं बनने में मद्ङ की। सर जॉन टेंपलटन ऐसे ही व्यलि है, लजन्हें धन
आवं ेस्ट करने की ऄपनी प्रलतभा पर पणू त रूप से लवश्वास था।
हमारी पााँचो ज्ञानेंलियों के द्वारा मन में जो ईिेजनाएाँ पहुचाँ ती है, लजनके द्वारा हम खदु को प्रशालसत करते है, वह अत्मसझु ाव
कहलाता है। दसू रे शब्दो में यह भी कह सकते है लक अत्मसझु ाव खदु को सझु ाव देना होता है। यह ऄतं मतन और तालकत क मन के बीच
संचार एजेंसी का काम करता है। अत्मसझु ाव लसद्चांत के द्वारा हम लजन प्रबल लवचारों को तालकत क मन में ठहरने की ऄनमु लत देते है
(भले ही वे लवचार नकारात्मक हो या लफर सकारात्मक ), वे लवचार ऄंतमतन में पहुचाँ जाते है।
कोइ भी लवचार लबना (भले ही वह सकारात्मक हो या लफर नकारात्मक) ऄतं मतन में अत्मसझु ाव के लसद्चांत की सहायता के
लबना नहीं पहुचाँ सकता। ब्रह्ांड से कोइ भी लवचार, जो पााँचो ज्ञानेंलियों के द्वारा अपके तालकत क मन (जो लवचार कर सकता है) में
पहुचाँ ता है। वह ऄपने ऄनभु व द्वारा ईसे रोक सकता है या लफर ऄंतमतन में पास कर सकता है। तालकत क मन, ऄतं मतन में लवचारों को
पहुचाँ ाते समय बाहरी गाडत की भलू मका लनभाता है।
प्रकृ लत ने हमें ऐसा बनाया हुअ है लक हमारा ऄपने लवचारों पर सपं णू त कंरोल होता है। हम लजस लवचार को चाहे ऄतं मतन में
पहुचाँ ने दे या लफर चाहे तो रोक ले। आसका यह मतलब नहीं लक हम लोग हमेशा आस शलि का प्रयोग करते है। ऄलधकांशतः हम आसका
प्रयोग नहीं करते है, यही कारण है लक ऄलधकतर लोग गरीबी में ऄपना जीवन काट देते है।
जैसा लक पहले भी बताया गया है लक ऄतं मतन ईस बागीचे की तरह है, लजसमे जैसे बीज बोए जाएाँगे वैसे ही पेड़ ईगेंगे।
अत्मसझु ाव वह लनयत्रं ण एजेंसी है, लजसके द्वारा अप आस फलदार ऄतं मतन में सृजनात्मक या लफर घातक लवचारों को पहुचाँ ा सकते है।
जैसा लक दसू रे ऄध्याय में ईन छह कदमो में से ऄंलतम कदम में यह वणतन लकया गया है लक ईस कथन को लदन में दो बार पढे,
लजसमे अपकी धन कमाने की चाहत के बारे में ललखा गया है। लसफत पढे ही नहीं बलल्क महससू करे लक वह धन अपको प्राप्त हो चक ू ा
है। ऐसा करने से अप प्रबल लवश्वास से भरपरू ऄपनी आच्छा को ऄतं मतन में पहुचाँ ाते है। लगातार ऐसा करने से ऄतं मतन अपको आस लस्थलत
में ले अता है जहााँ से अप ऄपनी आच्छा को भौलतक अकर दे सकते है।
आससे पहले लक अप अगे बढे, लफर से ऄध्याय दो में जाआए और ईन छह कदमो को मन लगाकर लफर से पलढए। ऺ लफर
ऄध्याय 7 में लदए ईन चार लनदेशो को पढे लजसमे ‘मास्टर माआडं ’ समहू के सगं ठन के बारे में बताया गया है। आन दोनों तरह के लनदेशो की
तल ु ना करने पर अप पाएाँगे लक कहीं-न-कहीं आन सझु ावों में अत्मसझु ाव के लसद्चांत को ऄमल में लाने के ललए लनदेश शालमल है।
याद रखे, ऄपनी आच्छा के कथन को जोर-जोर से पढने से (लजससे अप ऄपनी ‘धन की चेतना’ लवकलसत कर सके ) कोइ
फकत नहीं पड़ता, जब तक लक ईन शब्दो में भावनाओ का लमश्रण न हो। ऄगर अप लाखो बार आस प्रलसद्च एलमल कौए सत्रू को लबना
लकसी भावना के पढते है, ‘लदन प्रलत लदन, हर तरीके से मैं बेहतर हो रहा ह।ाँ ’ तब शायद अपको वे पररणाम नहीं लमल पाएाँग।े अपका
ऄंतमतन ईन लवचारों पर काम करता है, लजनमें भावनाएाँ लमल जाती है।
यह आतना महत्त्वपणू त तथ्य है लक आसको हर ऄध्याय में दोहराया जाना चालहए। आस समझ का ऄभाव का ही कारण है लक
ऄलधकांश लोग, जो अत्मसझु ाव के लसद्चांत को ऄमल में लाने का प्रयास करते है, ईन्हें ऄपेक्षानरू ु प पररणाम नहीं प्राप्त होते है।
सामान्य, भावना रलहत शब्द ऄंतमतन को प्रभालवत नहीं करते है। अप जब तक ऄपेक्षानरू ु प पररणाम नहीं प्राप्त कर सकते है,
जब तक लवश्वास से भरपरू भावनाओ से लमलश्रत अपके लवचार या लफर शब्द ऄतं मतन में नहीं पहुचाँ ते है। पहली बार ऐसा करने की
कोलशश करे और ईन लवचारों में भावना न लमलश्रत कर पाए तो लनराश मत होआएगा। याद रलखएगा, ऐसा कोइ भी लनयम नहीं है, जो लबना
कोइ मल्ू य चक ु ाए, अपको कोइ भी पररणाम दे सके । ऄंतमतन को प्रभालवत करने की कालबललयत हालसल करने के ललए, अपको ईसका
मल्ू य चक ु ाना पड़ेगा। आस योग्यता को हालसल करने का मल्ू य आन लनयमो को ढंग से ऄमल में लाना है। आससे कम मल्ू य पर अप आस
योग्यता को हालसल नहीं कर सकते है। लसफत अप, हााँ लसफत अप ही है, जो यह लनणतय ले सकते है लक अप जो प्रयास करने का मल्ू य
चक ु ा रहे है, वह धन की चेतना की योग्यता हालसल करने के ललए ईलचत है या नहीं।
हर क्षेत्र में सफल लोग ऄपने प्रमख ु लक्ष्य, लबजनस या प्रोफे सन से संबलं धत लवलशष्ट ज्ञान हालसल करते ही रहते है। यह
लसललसला कभी खत्म नहीं होता। जो लोग सफल नहीं है वे अम तौर पर आस गलतफहमी के लशकार होते है लक स्कूल की पढाइ खत्म
होने के बाद सीखने का दौर समाप्त हो जाता है। सच्चाइ यह है लक स्कूल की पढाइ तो लसफत लवद्याथी को वह रास्ता भर है, लजसके द्वारा
व्यवाहररक ज्ञान हालसल लकया जा सकता है।
अज का यगु लवलशष्टता का यगु है। कोलंलबया यलू नवलसतटी के प्लेसमेंट डायरे क्टर रोबटत पी. मरू ने आस सच्चाइ को एक
ऄखबार में रे खांलकत लकया था।
कइ वषो बाद, रोजगार देनेवाले कंपनी के सलाहकारों ने बताया लक लनयोिा, जो कैं पस में नौकरी के ललए छात्रों को हायर
करने जाते है, वे लकसी लवशेष क्षेत्र जैसे लबजनस मैनेजमेंट, कंप्यटू र साआसं , मैथमेलटक्स, के मेस्री जैसे लवषयो की पढाइ लकए होते है, ईन्हें
तवज्जो देते है। क्योंलक ऐसे व्यलियों को बड़ी जल्द ही ईत्पादन में लगाया जा सकता है, बजाय ईन लवद्यालथतयों के लजन्होंने कला की
व्यापक लकंतु ईत्पादन के ललहाज से ऄनपु योगी पढाइ की है।
कइ ऐसे लवद्याथी होते है, लजनमे बहुत योग्यता होती है पर 18 से 20 वषत की ईम्र में वे लनलचर्त नहीं होते, लजस वजह से वे
लकसी लवलशष्ट कोसत को नहीं चनु पाते है, लजससे ईनका कररयर बन सके । आनमे से कइ लोगो ने िेजएु शन में लवलवध पढाइ करने के
बावजदू पोस्ट िेजएु शन में कररयर-ईपयोगी लशक्षा हालसल कर सकते है। आस पस्ु तक के यवु ा पाठको को लकसी कररयर-ईपयोगी कोसत के
ललए तब तक नहीं भागना चालहए, जब तक वे आसके ऄवसरों और नक ु सान की सपं णू त जानकारी नहीं हालसल कर लेते है।
कइ यलू नवलसतटी और कॉलेज आन सभी के बारे में गाआडेंस ईपलब्ध कराते है, लजससे लवद्याथी ऄपने ललए सही लनणतय ले सके ।
ऄगर ऐसी कोइ भी सलु वधा ईपलब्ध नहीं है तो लवद्यालथतयों को आन क्षेत्रो के बारे में ऄलधक-से-ऄलधक पढना चालहए और ऄलधक-से-
ऄलधक ईन लोगो से बात करनी चालहए, जो आस तरह के क्षेत्र में कायतरत है।
हर कररयर को यलू नवलसतटी लडिी की जरुरत नहीं होती। अज के दौर में कुछ ऄलग तरह के रेलनगं कोसत भी ईपलब्ध है। कइ
यलू नवलसतटी ने ईन लोगो के एजक ु े शन प्रोिाम शरू
ु लकए है, लजन्हें कररयर-ईपयोगी ज्ञान की जरुरत है। कुछ सलटतलफके ट प्रोिाम भी ईन
लोगो के ललए चलाती है, लजन्हें ऄपनी कौशल को ऄलतररि ईपयोगी बनाना होता है। ये कोसत ऄलधकांशतः शाम को या लफर सप्ताहातं
में लदए जाते है, लजससे नौकरी पेशा करनेवाला व्यलि भी शालमल हो सके ।
होम स्टडी प्रोिाम को लडस्टेंस ललनिंग प्रोिाम के नाम से जाना जाता है। जो पत्राचार या लफर आटं रनेट के माध्यम से ईपलब्ध
होते है। आस तरह की लशक्षा का सबसे बड़ा फायदा यह होता है लक अपके पास जब भी वि हो अप पढ सकते है। ऄगर आस तरह के
कोसत सावधानी से चनु े गए है तो ये अपको स्पष्टीकरण और ऄलधक जानकारी के ललए मेल में बहुमल्ू य ईपयोगी लशक्षा ईपलब्ध कराते
है। आससे कोइ फकत नहीं पड़ता लक अप कहााँ रहते हो।
ऄगर अपके पास स्वयं का ऄनसु ाशन है तो अप आन प्रोिाम से वह लवलशष्ट ज्ञान ऄलजतत कर ईस बबातद हुए ऄवसर की
भरपाइ कर सकते है, जो स्कूललंग के समय पर मफ्ु त में ईपलब्ध थी। होम स्टडी प्रोिाम खासकर ईन लोगो के ललए है, जो लफर स्कूल
जाकर नहीं पढ सकते और नौकरी करते हुए ऄलतररि लवलशष्ट ज्ञान ऄलजतत कर सकते है। अजकल लगातार बदल रही ऄथतव्यवस्था के
जब आस मलहला को व्यलिगत सेवाओ की माके लटंग करने के ऄपने पहले प्लान में तत्काल सफलता लमली तो ईसे प्रेरणा
लमली। आसके बाद ईस उजातवान मलहला ने ऄपने पत्रु की आसी तरह की समस्या का समाधान खोजा। ईसका पत्रु ऄभी-ऄभी कॉलेज से
लनकला था, परंतु ईसे नौकरी नहीं लमल पा रही थी। ईस महीने ने ऄपने पत्रु के ललए जो माके लटंग प्लान बनाया, वह व्यलिगत सेवाओ
को बेचने का मेरे द्वारा ललखा गया सवतश्रेष्ठ ईदाहरण है।
‘घटनाएाँ तेजी से हुइ। मैंने ऄखबारवालो को बलु ाया और घोडा की लक मैं ऄगली सबु ह एक व्याख्यान दगाँू ा लजसका शीषतक
होगा’, ऄगर मेरे पास दस लाख डॉलर हो तो मैं क्या करूाँगा?
मैं तत्काल व्याख्यान तैयार करने में जटु गया, परंतु मैं अपको सच बताउाँ यह काम मलु श्कल नहीं था क्योंलक मैं आस व्याख्यान
को लगभग दो साल से तैयार कर रहा था।
‘अधी रात के काफी पहले मैंने व्याख्यान ललखना समाप्त कर ललया मैं लबस्तर पर गया और लवश्वास की ऄनभु लू त के साथ
सोया क्योंकी मैं देख सकता था लक मेरे पास दस लाख डॉलर मौजदू थे और मैं ईनका स्वामी था।
‘ऄगली सबु ह मैं जल्दी ईठा, बाथरूम में गया, व्याख्यान को पढा और ऄपने घटु ने टेके और पछू ा लक क्या मेरा प्रवचन लकसी
ऐसे अदमी का ध्यान अकलषतत कर सकता है, जो अवश्यक धनरालश प्रदान कर सके ।’
अपने सीखा है लक आनसान, जो भी सृजन करता है या हालसल करता है, वह आच्छा के रूप में शरू ु होता है। आच्छा ही हमें
यात्रा के पहले दौर में ले जाती है, ऄमतू त से मरू त यथाथत की ओर ले जाती है, कल्पना की वकत शॉप में ले जाती है, जहााँ आस रूपांतरण की
योजनाए बनाइ जाती हैं और व्यवलस्थलत की जाती है।
ऄध्याय दो में अपको छह लनलचर्त, व्यवहाररक कदम ईठाने के लनदेश लदए गए है तालक अप धन की आच्छा को आसके
भौलतक रूप में रूपातं ररत करने की लदशा में अगे बढ सके । आनमे से एक कदम है लनलचर्त और व्यवहाररक योजनाए बनाना लजनके द्वारा
रूपातं रण लकया जा सकता है।
ऄब अपको लनदेश लदए जाएाँगे लक अप लकस तरह व्यवहाररक योजनाए बना सकते है—
1. धन कमाने की अपकी योजना के बनने और परू े होने में अपको लजतने लोगो के समहू की अवश्यकता हो ईतने लोगो से
जड़ु े—बाद के ऄध्याय में बताए गए तरीके से ‘मास्टर माआडं ’ लसद्चांत का प्रयोग करे (आस लनदेश का पालन करना लबल्कुल ऄलनवायत है।
आसे नजरऄंदाज न करे । )
2. ऄपना मास्टर माआडं समहू बनाने से पहले यह फै सला करे लक अप ऄपने समहू के सदस्यो को ईनके सहयोग के बदले में
क्या लाभ दे सकते है। कोइ भी व्यलि लकसी मअ ु वजे के लबना ऄनतं काल तक काम नहीं करे गा। कोइ भी समझदार व्यलि पयातप्त
मअु वजे के लबना दसू रे व्यलि से काम करने का िह या अशा नहीं करे गा, हालााँलक हो सकता है लक यह हमेशा धन के रूप में न हो।
3. सप्ताह में कम-से-कम दो बार और लजतना ऄलधक संभव हो ऄपने मास्टर माआडं समहू के सदस्यो से लमले, जब तक लक
अप लमलकर धन कमाने के ललए अवश्यक योजनाए, परू ी तरह से न बना ले।
4. ऄपने मास्टर माआडं समहू के हर सदस्य के साथ अपका तालमेल अदशत होना चालहए। ऄगर अप आस लनदेश का परू ी
तरह पालन नहीं करें गे तो अप ऄसफल हो सकते है। मास्टर माआडं लसद्चांत वहााँ पर सफल नहीं हो सकता जहााँ परू ा तालमेल न हो।
6. स्वाथत : ईस लीडर से सभी लोग लचढते है, जो ऄपने समथतको के काम का सारा श्रेय खदु ले लेता है। वास्तलवक महान
लीडर कभी श्रेय लेने का दावा पेश नहीं करता। वह सारा सम्मान और श्रेय ऄपने समथतकों के पास जाने देता है क्योंलक वह जानता है लक
ऄलधकाशं लोग प्रसश ं ा और प्रलतष्ठा के ललए ऄलधक कठोर श्रम करें ग,े जबलक के वल धन के ललए वे आतना कठोर श्रम नहीं करें गे।
यह ईन क्षेत्रो में थोड़े से क्षेत्र है जहााँ नए लीडसत या नइ लकस्म की लीडरलशप की अवश्यकता है। दलु नया बहुत तेजी से बदल
रही है। आसका ऄथत यह है लक आनसान की अदतों को भी आसी पररवततन के ऄनरू ु प बदलना होगा। यहााँ पर जो साधन बताए जा रहे हैं वे
ऄन्य लकसी भी साधन की तल ु ना में आनसान की प्रगलत को ऄलधक लनधातररत करें गे।
1. भोजन : चाँलू क पलचर्मी सभ्यता के पररवार के पास ऄसीलमत स्वतत्रं ता ईसके दरवाजे पर ईपलब्ध है आसललए यह दलु नया में
कहीं भी लमलनेवाले भोजन का चनु ाव कर सकता है, लजसकी कीमत ईसके पहुचाँ में हो।
2. अवास : यह पररवार एक अरामदायक ऄपाटतमेंट में रहता है, जो भाप से गरम होता है, जहााँ लबजली की रोशनी है और
जहााँ गैस द्वारा भोजन पकाया जाता है।
ब्रेकफास्ट में वे जो टोस्ट खाते हैं वह आलेलक्रक टोस्टर में सेंका गया है, लजसकी कीमत के वल कुछ डॉलर है। ऄपाटतमटें की
सफाइ वैक्यमू क्लीनर से होती है, जो लबजली से चलता है। लकचन और बाथरूम में हर समय गमत और ठंडा पाने ईपलब्ध है। भोजन को
ठंडा रखने के ललए लफ्रज है, जो लबजली से चलता है। पत्नी ऄपने बाल बनाती है, कपडे धोती है और प्रेस करती है तथा आसके ललए वह
लबजली से चलनेवाले यंत्रो का प्रयोग करती है, जो दीवार में लगे एक प्लग में तार लगाते ही ऄपना काम शरू ु कर देते है। पलत ऄपनी
दाढी लबजली के शेवर से बनाता है और ईन्हें दलु नया भर से चौबीस घटं े मफ्ु त मनोरंजन लमलता है, जो तेललवलसओ ं का लस्वच दबाते ही
शरू ु हो जाता है।
3. वस्त्र : पलचर्मी सभ्यता में हर स्थान पर औसत वस्त्र पहननेवाले लोग लमल जाते है।
भोजन, वस्त्र और अवास की लसफत तीन मल ू भतू अवश्यकताओ ं का लजक्र लकया गया है। औसत पलचर्मी समाज का नागररक
को कइ ऄन्य लाभ और ऄलधकार भी ईपलब्ध हैं, जो ईसे काम प्रयास में हालसल हो सकते है, जबलक वह आसके ललए अठ घटं े
प्रलतलदन से ऄलधक श्रम न करे ।
वह चमत्कार लजसने ये वरदान लदए
जब वे वोट मांगते थे तो हम ऄकसर सराजनेताओ को स्वतंत्रता की बाते करते हुए सनु ते हैं। परंतु शायद ही कभी वे आस
स्वतंत्रता के स्त्रोत या आसकी प्रकृ लत के समलु चत लवश्ले षण के ललए पयातप्त प्रयास करते हैं या आसके ललए आतना समय लनकालते है।
मझु े आस ऄदृश्य शलि के स्त्रोत और प्रकृ लत के लवश्ले षण का ऄलधकार है क्योंलक मैं जानता हाँ और मैं पचास वषो से भी
ऄलधक समय में ऐसे लोगो को जानता ह,ाँ लजन्होंने आस शलि को संगलठत लकया और लजनमें से कइ अज भी आसे बनाए रखने के ललए
लजम्मेदार हैं।
मानवता के आस रहस्यमयी लहतकारी का नाम पाँजू ी है।
पाँजू ी में न लसफत धन अता है, बलल्क ऄलधक स्पष्ट रूप से आसमें ऄलधक व्यवलस्थत बलु द्चमान लोगो के समहू अते हैं, जो
जनता के लहत में और खदु को लाभ पहुचाँ ने के ललए धन का बेहतर प्रयोग करने के तरीको की योजना बनाते हैं।
आन समहू ों में वैज्ञालनक, लशक्षालवद, के लमस्ट, ऄलवष्ट्कारक, लबजनस लवश्ले षक, पलब्ललसटीमैन, अवागमन लवशेषज्ञ,
ऄकाईंटेंट, वकील, डॉक्टर और ईद्योग धंधो के सभी क्षेत्रो में लवशेषज्ञ ज्ञान रखनेवाले लोग अते हैं। ये लोग हर क्षेत्र में प्रयासों का
नेतत्ृ व करते हैं, प्रयोग करते हैं और लनशााँ छोड़ जाते हैं। वे कॉलेज, हॉलस्पटल, पलब्लक स्कूल का समथतन करते हैं, ऄच्छी सड़के बनाते
हैं, ऄखबार छापते हैं, सरकार का ऄलधकांश खचत ईठाते हैं और बहुतेरे लडटेल्स का ध्यान रखते हैं, जो मानवीय प्रगलत के ललए ऄलनवायत
है। सक्ष
ं पे में कहा जाए तो पाँजू ीपलत हमारी सभ्यता के मलष्ट्तष्ट्क हैं क्योंलक वे ईस परू े तंत्र की पतू ी करते हैं, लजनमे सारी लशक्षा, ज्ञान और
मानवीय प्रगलत समालहत है।
मालस्तष्ट्क के लबना धन हमेशा खतरनाक होता है। परंतु जब आसका ईलचत ईपयोग लकया जाता है तो यह सभ्यता के ललए
सबसे महत्त्वपणू त ऄलनवायत तत्त्व बन जाता है।
1. आसीललए तालक ऄमीर बनना चाहते है, वे ईस तंत्र को पहचान लें और खदु को ईसके ऄनरू
ु प ढाल लें, जो ऄमीरी के सारे
रास्ते को लनयंलत्रत करता है, चाहे अप कम ऄमीर बनना चाहते हो या बेहद ऄमीर।
योजनाएाँ तब तक लनलष्ट्क्रय और व्यथत हैं, जब तक लक ईन्हें कायतरूप में रूपातं ररत करने की पयातप्त शलि न हो। यह ऄध्याय
वह तरीका बताएगा, लजसके द्वारा कोइ व्यलि शलि हालसल कर सकता है और ईसका है।
शलि को सगं लठत और बलु द्चमानी से लनदेलशत ज्ञान के रूप में पररभालषत लकया जा सकता है। शलि से हमारा अशय है, वह
सगं लठत प्रयास जो लकसी व्यलि की आच्छा को आसके अलथतक रूप में रूपांतररत करने के ललए पयातप्त है। सगं लठत प्रयास दो या आससे
ऄलधक लोगो के सयं ोलजत प्रयास का फल होता है, जो एक लनलचर्त लक्ष्य की ओर सद्भाव की भावना के साथ काम करते है।
धन कमाने के ललए शलि अवश्यक है। धन कमाने के बाद ईसे बनाए रखने के ललए भी शलि अवश्यक है।
1. ऄसीम शलि : ज्ञान के आस स्त्रोत से दसू रे लकसी ऄध्याय में बताए तरीके से संपकत लकया जा सकता है और आसमें
रचनात्मक कल्पना की मद्ङ ली जा सकती है।
2. सगं ृहीत ऄनुभव : आनसान संगहृ ीत ऄनभु व (या ईसके कोइ लहस्सा लजसे सव्ु यवलस्थत और ररकॉडत लकया गया है) लकसी
भी ऄच्छी सावतजलनक लाआब्रेरी में लमल सकता है। आस संगहृ ीत ऄनभु व का एक महत्त्वपणू त लहस्सा सावतजलनक स्कूलों और कॉलेजो में
पढाया जाता है जहााँ आसे वगीकृ त और व्यवलस्थत लकया गया है।
3. प्रयोग और शोध : लवज्ञान के क्षेत्र में और जीवन के लगभग हर ऄन्य क्षेत्र में लोग हर लदन नए तथ्यों को आकट्ठा कर रहे हैं,
वगीकृ त कर रहे हैं और व्यवलस्थत कर रहे हैं। जब ज्ञान सगं हृ ीत ऄनभु व के माध्यम से ईपलब्ध न हो तो हमें आसी श्रोत की तरफ मड़ु ना
होगा। यहााँ भी ऄकसर रचनात्मक कल्पना का प्रयोग लकया जाना चालहए।
ज्ञान आनमे से लकसी भी श्रोत से हालसल लकया जा सकता है। आसे लनलचर्त योजनाओ में व्यवलस्थत करके और आन योजनाओ को
कायतरूप में पररवलततत करके शलि में बदला जा सकता है।
ज्ञान के आन तीन प्रमख
ु श्रोतो के परीक्षण से हमें यह पता चलता है लक ऄगर कोइ ऄके ला व्यलि ज्ञान को आकट्ठा करने, ईसे
योजना में बदलने और लफर ईसे कायतरूप में पररवलततत करने के ललए लसफत ऄपने ही प्रयासों पर लनभतर होता है तो ईसे बहुत मलु श्कलें
अती हैं। ऄगर ईसकी योजनाएाँ लवस्तृत है और ऄगर वे बहुत लवराट है तो अमतौर पर ईसे दसू रो को ऄपने साथ सहयोग करने के ललए
प्रेररत करना चालहए और तभी वह ईनमे शलि का अवश्यक तत्त्व भर पाएगा।
मास्टर माआडं के द्वारा शलि हालसल करना
मास्टर माआडं को आस तरह पररभालषत लकया जा सकता है—लकसी लनलचर्त लक्ष्य की प्रालप्त के ललए दो या दो से ऄलधक लोगो
का सद्भाव की भावना साथ ज्ञान और संयोजन।’
कोइ भी ऄके ला व्यलि लबना मास्टर माआडं की मद्ङ के बड़ी शलि हालसल नहीं कर सकता। पहले के एक ऄध्याय में आच्छा को
आसके अलथतक रूप में रोपपांतररत करने के ईद्ङेश्य से योजनाएाँ बनाने हेतु लनदेश लदए गए थे। ऄगर अप लगन और बलु द्च से आन लनदेशो
का पालन करें गे और ऄपने मास्टर माआडं समहू के चयन में सावधानी रखेंगे तो अप यह मान ले लक अपने अधा सफर तय कर ललया
है हालााँलक यह अपको ईस समय महससू नहीं होगा।
अप शलि की ईन ऄमतू त संभावनाओ को बेहतर तरीके से समझ लें, जो ईलचत रूप से चनु े मास्टर माआडं समहू के माध्यम से
अपके सामने ईपलब्ध है, आसललए हम यहााँ पर मास्टर माआडं लसद्चांत के दो लक्षण स्पष्ट करें ग,े लजनमे से एक अलथतक पहलू स्पष्ट है।
अलथतक लाभ लकसी भी व्यलि द्वारा हालसल है, जो ऄपने सहयोग से घेरे रखता है, जो ईसकी लदल से मद्ङ करने के आच्छुक होते हैं और
ऐसा पणू त सद्भाव की भावना से करते हैं। सहयोगपणू त संबंध का यह प्रकार लगभग हर बड़ी दौलत का अधार रहा है। आस महान सच्चाइ
को समझ लेने से लनलचर्त रूप से अपका अलथतक स्टेटस बदल सकता है।
रूपातं रण शब्द का असान भाषा में ऄथत है ‘लकसी तत्त्व या उजात के प्रकार को दसू रे रूप में बदलना या पररवलततत करना।’
सेक्स का भाव एक मानलसक ऄवस्था लेकर अता है।
आस लवषय में ऄज्ञान ले कारण यह मानलसक ऄवस्था अमतौर पर शरीरररक रूप से संबंध की जाती है। ऄलधकांश लोगो को
सेक्स का ज्ञान सही तरीके से हालसल नहीं होता है, आसललए आसके के वल भौलतक स्वरुप ने ईनके मन को पवू ातिह से िस्त कर रखा है।
सेक्स के भाव के पीछे तीन रचनात्मक सभ
ं ावनाएुँ है
1. मानव जालत का स्थाइकरण
2. स्वस्थ्य का संरक्षण (अरोग्यकारी माध्यम के रूप में आसकी कोइ तलु ना नहीं है)
3. रूपांतरण के द्वारा औसत दजे के व्यलि से जीलनयस में पररवततन
सेक्स का रूपांतरण असान है और आसे असानी से समझाया जा सकता है। आसका ऄथत है मन का भौलतक ऄलभव्यलि के
लवचारों से दसू री प्रकृ लत के लवचारों तक पहुचाँ ना।
सेक्स की चाहत सभी मानवीय चाहतो में सबसे शलिशाली चाहत है। आस चाहत के द्वारा सचं ाललत होने पर आनसान प्रखर
कल्पनाशीलता, साहस, आच्छाशलि, लगन और रचनात्मक योग्यता लवकलसत कर लेता है, जो ऄन्य लकसी भी समय में ईसके नजदीक
तक नहीं फटकती। सेक्सऄ ु ल संपकत की आच्छा आतनी शलिशाली होती है लक आसकी सतं ुलष्ट के ललए लोग जीवन और प्रलतष्ठा गवाने का
जोलखम तक ईठा लेते है। यलद आससे लनष्ट्कषत लनकाला जाए और आसे ऄन्य लदशाओ में में मोड़कर देखा जाए तो यह प्रेरक शलि ऄपने
सभी तत्त्वो जैसे प्रखर कल्पनाशीलता, साहस आत्यालद को बनाए रखती है। आन सशि रचनात्मक शलियों का प्रयोग सालहत्य, कला या
लकसी भी ऄन्य व्यवसाय में लकया जा सकता है। यहााँ तक लक आसके माध्यम से अप ऄमीर भी बन सकते है।
सेक्स उजात के रूपांतरण के ललए लनलचर्त रूप से आच्छा शलि के प्रयोग की अवश्यकता होती है, परंतु यह परु ष्ट्कार आतना
मल्ू यवान है लक आसके ललए प्रयास करना ही चालहए। सेक्सऄ ु ल ऄलभव्यलि की चाहत जन्मजात और प्राकृ लतक है। या चाहत नष्ट नहीं
की जा सकती और आसे दबाया नहीं जाना चालहए। बलल्क आसे ऄलभव्यलि के ईन रूपो में मोड़ा जाना चालहए, लजनसे आनसान के शरीर,
मन और अत्मा समृद्च होते हैं। यलद रूपांतरण के द्वारा आसे आस तरह से न मोड़ा जाए, तो यह लवशद्च
ु शारीररक चैनल से ऄलभव्यलि की
मांग करे गी।
नदी पर बााँध बनाया जा सकता है और कुछ समय के ललए आसके पानी को लनयलं त्रत लकया जा सकता है, परंतु ऄतं तः यह
पानी बाहर लनकलने का रास्ता बना ही लेगा। यही सेक्स के भाव के बारे में सच है। आसे कुछ समय के ललए दबाया या लनयलं त्रत लकया जा
सकता है, परंतु ऄलभव्यलि के साधन खोजना आसकी प्रकृ लत में है। ऄगर आसे लकसी रचनात्मक प्रयास में रूपांतररत न लकया जाए, तो यह
कोइ कम महत्त्वपणू त लनकास खोज लेगा।
वह व्यलि भाग्यशाली है, लजसने यह खोज ललया है लक सेक्स के भाव को रचनात्मक प्रयास में लकस तरह मोड़ा जाए।
वैज्ञालनक शोध ने आन महत्त्वपणू त तथ्यों का ईदघाटन लकया है।
1. महानतम ईपललब्धवाले व्यलियों ईच्च लवकलसत सेक्स प्रकृ लत पाइ जाती है। यह वे व्यलि होते है, लजन्होंने सेक्स
रूपांतरण की कला सीख ली है।
2. वे लोग लजन्होंने बहुत सारी दौलत कमाइ है और सालहत्य, ईद्योग, ऄलचतटेक्चर और प्रोफे शंस में ऄद्भुत शहरात पाइ है,
ईन्हें लकसी मलहला से प्रेरणा लमली है।
वह शोध लजसके द्वारा यह खोजे की गइ, दो हजार सालों तक की जीवलनयों और आलतहास के पन्नो से लकया गया। जहााँ भी यह
प्रमाण ईपलब्ध था लक ईनमें ईच्च लवकलसत सेक्स प्रकृ लत भी थी।
सेक्स का भाव के ईद्ङाम शलि है, लजसके लखलाफ गलतएाँ शरीर जैसे कोइ लवरोध काम नहीं करता। आस भाव द्वारा सचं ाललत
होने पर लोगो में एक्शन की एक ऄद्भुत शलि अ जाती है। आस सत्य को समझ ले और अप आस विव्य के महत्व को पकड़ लेंगे लक
सेक्स रूपांतरण में रचनात्मक योग्यता का रहस्य शालमल है।
सेक्स ऄलभव्यलि की आच्छा अवेगों की सचू ी में शीषत पर अती है, जो सबसे प्रभावी ढंग से मन को उाँचा ईठा देते है और
शारीररक एक्शन के पलहयो को चालू कर देते है। आन अवेगों में से अठ प्राकृ लतक और रचनात्मक है। दो लवध्वंसक है। यहााँ पर सचू ी आस
ईद्ङेश्य से दी गइ है तालक अपका मन प्रेरणा के प्रमख ु स्त्रोतो का तुलनात्मक ऄध्ययन करने में समथत हो। आस ऄध्ययन से अप यह देख
सकें गे लक सेक्स का भाव बहुत बड़े ऄतं र से सबसे गहन और सशि मन अवेग है।
लकसी ज्ञानदभं ी ने कहा है लक प्रलतभाशाली व्यलि वह है, लजसके लंबे बाल हैं, जो ऄजीब भोजन करता है, ऄके ला रहता है
और लोगो के मजाक का लनशाना बनाता है। ‘जीलनयस की बेहतर पररभाषा है, वह व्यलि लजसने यह खोज ललया है लक लकस तरह
लवचार की गहनता को ईस लबंदु तक बढा ललया जाए जहााँ वह ज्ञान के ईन स्त्रोतो के साथ सवांद कर सके , जो सामान्य लवचार वाले
व्यलियों के ललए ईपलब्ध नहीं है।’
लचंतन करनेवाला व्यलि जीलनयस की आस पररभाषा के संबंध में कुछ सवाल पछ ू ना चाहेगा। पहला सवाल होगा, ‘कोइ व्यलि
लकस तरह ज्ञान के ईन स्त्रोतो से सवांद कर सकता है, जो सामान्य लवचार के माध्यम से ईपलब्ध नहीं है?
ऄगला सवाल होगा ‘क्या ज्ञान के ऐसे स्त्रोत हैं, जो लसफत जीलनयस को ही ईपलब्ध होते है और ऄगर ऐसा है तो वे स्त्रोत कौन
से हैं और ईन तक लनलचर्त रूप से कै से पहुचाँ ा जा सकता है?’
छठी आलं िय का यथाथत ऄब ऄच्छी तरह से स्थालपत हो चक ु ा है। छठी आलं िय रचनात्मक कल्पनाशीलता है। रचनात्मक
कल्पनाशीलता की शलि का प्रयोग बहुसंख्यााँक लोग परू े जीवन में कभी नहीं करते और ऄगर भी है तो अमतौर पर ऐसा संयोगवश हो
होता है। तलु नात्मक रूप से कम सख्ं या में ही लोग लकसी ईद्ङेश्य से सोच लवचारकर रचनात्मक कल्पनाशलि का प्रयोग करते है। जो
लोग स्वैलच्छक रूप से और आसके कायों की समझ के साथ आसका प्रयोग करते हैं, वही जीलनयस होते हैं।
सेल्समैनों के काम पर रखते समय ऄलधक सक्षम सेल्स मेनेजर सबसे पहले लजस गणु को देखता है वह है व्यलिगत
चबंु कीयता, जो सेल्समैन की पहली अवश्यकता है। लजन लोगो में सेक्स उजात कम होती है वे कभी ईत्सालहत नहीं हो पाएाँगे या दसू रो
को ईत्सालहत नहीं कर पाएाँगे और ईत्साह सेल्समैनलशप की सबसे महत्त्वपणू त शतो में से एक हैं, चाहे व्यलि कुछ भी बेच रहा हो। लजस
सावतजलनक वि, वकील या सेल्समैन में सेक्स उजात कम होती है, वह दसू रो को प्रभालवत करने में फ्लॉप हो जाता है। से आस तथ्य के
साथ जोड़ दे लक ऄलधकांश लोगो को ईनकी भावनाओ को प्रभालवत करके ही प्रभालवत लकया जा सकता है और अप समझ जाएाँगे लक
सेल्समैन की योग्यता के लहस्से के रूप में सेक्स उजात का महत्व लकतना ऄलधक है। मास्टर सेल्समैन सेलल्लंग में महारत आसललए हालसल
कर लेते है क्योंलक वे जाने-ऄनजाने में सेक्स उजात को सेल्स ईत्साह में रूपांतररत कर लेते हैं। आस विव्य में सेक्स रूपांतरण के
वास्तलवक ऄथत का बहुत ही प्रलक्टकल सझु ाव पाया जा सकता है।
जो सेल्समैन यह जानता है लक लकस तरह ऄपने लदमाग को सेक्स के लवषय से दरू हटाया जाए और आसे सेल्स प्रयास में
लगाया जाए और आस कायत को ईतने ही ईत्साह और संकल्प से लकया जाए लजतना लक वह आसके मौललक लक्ष्य में लगाता, ईस
सेल्समैन ने सेक्स रूपांतारण की कला हालसल कर ली है, भले ही वह आस बात को जानता हो या न जानता हो। बहुसंख्यक सेल्समैन जो
ऄतं मतन चेतना का वह क्षेत्र है, लजसमें तालकत क या लफर वाह्य मन तक पााँचो आलं ियों में से लकसी भी आलं िय द्वारा पहुचाँ नेवाले
लवचार का हर सवं गे वगीकृ त और ररकॉडत होता है तथा जहााँ से लवचार ईसी तरह दबु ारा लनकाले जा सकते हैं, लजस तरह पत्रो को
लफललंग कै लबनेट में से लनकाला जा सकता है।
यह छलवयों या लवचारों को िहण करता है और ईन्हें फाआल करता है चाहे ईनकी प्रकृ लत कै सी भी हो। अप ऄपने ऄतं मतन में
लकसी भी ऐसी योजना, लवचार या लक्ष्य को स्वलच्छक रूप से डाल सकते हैं, लजसे अप आसके भौलतक या अलथतक रूप में रूपांतररत
करना चाहते हों। ऄवचेन मन सबसे पहले ईन प्रबल आच्छाओ के ऄनसु ार कायत करता है, जब ईनमें लवश्वास जैसी भावनाओ ं का
समावेश हो।
आच्छाशलिवाले ऄध्याय में लदए गए लनदेशो के संबंध में आस पर लवचार करे जहााँ पर छह कदम लदए गए हैं और योजनाएाँ
बनाने और ईन पर कायत करने के ऄध्याय में लदए गए लनदेशो पर गौर करें और अप यहााँ पर लदए जा रहे लवचार के महत्व को समझ
जाएाँगे।
ऄंतमतन लदन रातो लदन काम करता है। आनसान ईस तरीके को नहीं जानता लजससे ऄवचेिन मन ऄसीम शलि की शलियों से
ऐसी शलि खींच लेता है, लजसके द्वारा यह स्वलच्छक रूप से लकसी की आच्छाओ को ईनके भौलतक रूप में बदल देता है और यह हमेशा
आस लक्ष्य को हालसल करने के सबसे व्यवहाररक तथा सबसे सीधे माध्यम का प्रयोग करता है।
अप ऄपने ऄंतमतन को परू ी तरह से लनयंलत्रत नहीं कर सकते, परंतु अप आसे ऄपनी आच्छानसु ार कोइ भी योजना, आच्छा या
लक्ष्य दे सकते हैं, लजसे अप मतू त रूप में रूपांतररत देखना चाहते है। अत्मसझु ाववाले ऄध्याय में लदए गए लनदेशों को एक बार लफर पढे
लक लकस तरह ऄंतमतन का प्रयोग लकया जाता है।
आस लवश्वास को सही सालबत करने पयातप्त प्रमाण है लक ऄंतमतन आनसान के तालकत क मन और ऄसीम शलि के बीच जोड़नेवाला
ललंक है। यह वह माध्यम है, लजसके द्वारा आनसान ऄसीम शलि की शलियों का आच्छानसु ार सहयोग हालसल कर सकता है। ऄके ले आसी
में वह रहस्यमयी प्रलक्रया है, लजसके द्वारा मानलसक अवेग संशोलधत होते हैं और ऄपने अध्यालत्मक रूप में बदल जाते है। यही एकमात्र
माध्यम है, लजसके द्वारा प्राथतना ईस स्त्रोत में बदल जाती है, जो प्राथतना का ईिर देने में सक्षम होता है। ऄंतमतन के साथ रचनात्मक प्रयास
की जडु ी सभं ावनाएाँ ऄत्यलधक और ऄलतसक्ष्ू म है, लजन पर लवचार करना संभव नहीं लगता। यह हमें श्रद्चामयी लवस्मय से ऄलभभतू कर
देती है।
मैं ऄंतमतन के बारे में चचात करते समय हीनता और बौनेपन के भाव से भर जाता हाँ तथा शायद आसके पीछे यह तथ्य है लक
लवषय पर आनसान का ज्ञान दभु ातग्य से बहुत ही कम है।
जब अप आस बात को सच के रूप में स्वीकार कर लेते हैं लक ऄतं मतन का ऄलस्तत्व है और अप ईस माध्यम के रूप में आसकी
संभावनों को समझ लेते है, लजसके द्वारा अपकी आच्छाओ को ईनके बहुलतक रूप में रूपांतररत लकया जा सकता है तो अप
आच्छाशलिवाले ऄध्याय में लदए गए लनदेशो के परू े महत्व को समझ जाएाँगे। अप यह भी समझ जाएाँगे लक अपको बार-बार यह
चेतावनी क्यों दी जा रही थी लक अप ऄपनी आच्छाओ को स्पष्ट रखे या ईसे ललख लें। अप यह भी समझ जाएाँगे लक आन लनदेशो पर
ऄमल करते समय लगन क्यों अवश्यक है।
तेरह लसद्चातं वे प्रेरणाएाँ हैं, लजनसे अप ऄपने ऄतं मतन तक पहुचाँ ने और ईसे प्रभालवत करने की योग्यता हालसल कर सकते हैं।
ऄगर अप पहले प्रयास में ऐसा नहीं कर पाते तो हताश या लनरक्ष न हो। याद रखे लक ऄतं मतन के वल अदत के द्वारा स्वैलच्छक रूप से
लनदेलशत लकया जा सकता है और आसके ललए लवश्वासवाले ऄध्याय में लदए गए लनदेशो का पालन करना होगा। अपको ऄभी लवश्वास में
लत्रपणु होने का समय नहीं लमला होगा। धैयत और लगन रखें।
श्रीमती लवलकॉक्स को यह बात ऄच्छी तरह से पता थी, जो लवचार व्यलि मन से होकर गजु रता है, ऄगर वह ऄंतमतन में ठहर
जाता है तो वह एक चंबु क की भााँलत काम करने लगता है और ईन वे लवचार भौलतक रूप में जरूर रूपांतररत होंगे। लवचार वे तत्त्व हैं,
लजनकी उजात को हम भौलतक रूप में रूपांतररत कर सकते हैं।
मन के तालकत क लहस्से में मौजदू लवचारों की तुलना में ऄतं मतन ईन लवचार संवेगों से ऄलधक प्रभालवत होता है और ईन्हें ऄलधक
ऄच्छी तरह िहण करता है, लजनमे भावना या भाव लमलश्रत होते है। दरऄसल दरऄसल आस लसद्चांत के समथतन में काफी प्रमाण है लक
के वल भावनात्मक लवचार ही ऄतं मतन पर सलक्रय प्रभाव डाल पाते है। यह एक सपु ररलचत तथ्य है लक भवन ऄलधकांश लोगो पर शासन
करती है। ऄगर यह सच है लक ऄंतमतन भाव से लमलश्रत लवचार संवेगों से ऄलधक जल्दी प्रभालवत होता है और ईन पर ऄलधक तीव्र
ऄन्य सकारात्मक भाव भी है परंतु सबसे प्रबल सात भाव यही है और यही वे भाव हैं, लजनका प्रयोग अमतौर पर रचनात्मक
प्रयास में लकया जाता है। आन सात भाव में महारत हालसल कर ले और बाकी के सकारात्मक भाव अपके आशारो पर चलेंगे, जब अपको
ईनकी अवश्यकता होगी। आस संबंध में याद रखें लक अप ऐसी पस्ु तक पढ रहे हैं, लजसका ईद्ङेश्य अपके मन में सकारात्मक भाव भरकर
अपमें धन की चेतना लवकलसत करने में मद्ङ करना है।
सकारात्मक और नकारात्मक भाव मलस्तष्ट्क में यह समय में एक साथ नहीं रह सकते। या तो एक ऄलधक प्रबल होगा या लफर
दसू रा। यह अपकी लजम्मेदारी है लक अप यह सलु नलचर्त कर लें लक सकारात्मक भाव अपके मन को प्रबलता से प्रभालवत करे । यहााँ
अदत का लनयम अपकी सहायता करे गा। सकारात्मक भावों को ऄमल में लाने और ईनका प्रयोग करने की अदत डाल ले। ऄंततः वे
अपके मन को परू ी तरह से भर देंगे और नकारात्मक भाव को आसमें प्रवेश ही नहीं करने देंगे।
लेखक स्वगीय डॉ. एलेग्जेंडर िाहम बेल और डॉ. एल्मर अर. गेट्स के साथ काम कर रहा था। ईस समय लेखक ने यह
लवचार लकया लक हर मानवीय मन लवचार के कंपांड का प्रसारण और प्राप्त करनेवाला स्टेशन होता है।
रे लडयो प्रसारण लसद्चांत की तरह ही हर आनसान का मन भी दसू रे मन द्वारा प्रासाररत लकए जा रहे लवचार सवं ेगो को पकड़ने में
सक्षम होता है।
पवू त के पैरािाफ में लदए गए विव्य के सदं भत में कल्पनावाले ऄध्याय में बताए गए रचनात्मक कपड़ों के वणतन की तल ु ना करें
और ईस पर लवचार करें । रचनात्मक कल्पनाशीलता मन का ‘ररसीलवगं सेट’ है, लजसके द्वारा यह ईन लवचारों को प्राप्त करता है या याँू कहे
िहण करता है, जो दसू रे व्यलि के मन द्वारा प्रासाररत लकए जाते है। यह सचं ार का वह माध्यम है, जो लकसी आनसान के तालकत क मन और
ईन चार स्त्रोतो को जोड़ता है जहााँ से आनसान लवचार की प्रेरणा प्राप्त कर सकता है।
जब आसे प्रेररत लकया जाए या जब वह कंपन की ईच्च दर पर कायत कर रहा हो तो मन बाहरी स्त्रोतो के द्वारा आस तक
पहुचाँ नेवाले लवचारों को िहण करने के प्रलत ज्यादा संवेदनशील होता है। कंपन की ईच्च दर सकारात्मक भावनाओ या नकारात्मक
भावनाओ द्वारा घलटत होती है। भावनाओ के द्वारा लवचार के कंपनों को बढाया जा सकता है।
जहााँ तक गहनता व प्रेरक शलि का संबंध है, सेक्स का भाव मानवीय भावनाओ की सचू ी में सबसे शीषत पर रहता है। वह मन
जो सेक्स के भाव द्वारा प्रेररत होता है, बेहद तीव्र गलत से कायत करता है, जबलक आस प्रेरणा के अभाव में यह ईतनी तीव्र गलत से कायत
नहीं कर पाता।
सेक्स रूपांतरण के पररणामस्वरूप लवचारों में ईस सीमा तक वृलद्च होती है लक रचनात्मक कल्पनाशीलता लवचारों के प्रलत
ईच्च संवेदनशील हो जाती है। दसू री ओर, जब मन तीव्र दर पर कायत कर रहा हो तो यह न लसफत दसू रे मन द्वारा प्रासाररत लकए जा रहे
लवचारों को अकलषतत करता है बलल्क यह ऄपने खदु के लवहकारो को भी वह भावना प्रदान करता है, जो ऄलनवायत है, आससे पहले लक
आन लवचारों को पकड़ा जाए और ऄतं मतन द्वारा आन पर कायत लकया जाए।
ऄंतमतन, मन का ‘प्रसारण करनेवाला स्टेशन’ है, लजसके द्वारा लवचार के कंपन प्रसाररत लकए जाते है। रचनात्मक
कल्पनाशीलता वह ‘िहण करनेवाला सेट’ है, लजसके द्वारा लवचार उजात पकड़ी जाती है।
ऄंतमतन के महत्त्वपणू त तत्त्वो और रचनात्मक कल्पनाशलि के ऄलावा, जो अपकी मानलसक प्रसारण मशीनरी के प्रसारण व
िहण सेट है, अआए ऄब हम अत्मसझु ाव के लसद्चांत पर लवचार करे , लजसके द्वारा अप ऄपने प्रसारण स्टेशन को काम में ले सकते है।
अत्मसझु ाववाले ऄध्याय में बताए गए लनदेशो के द्वारा अपको वह तरीका लनलचर्त रूप से मालमू होगा, लजसके द्वारा आच्छा
को आसके अलथतक समतुल्य में रूपांतररत लकया जा सकता है।
अपके मन ‘प्रसारण’ स्टेशन की प्रलक्रया तल ु नात्मक रूप से असान है। जब अप ऄपने प्रसारण स्टेशन यानी ऄतं मतन मन,
रचनात्मक कल्पनाशीलता और अत्मसझु ाव यानी ऄतं मतन मन, रचनात्मक कल्पनाशीलता और अत्मसझु ाव का प्रयोग करना चाहे तो
अपको लसफत तीन लसद्चांतों को ही लदमाग में रखना है तथा लागू करना है। लजन प्रेरको के द्वारा अप आन तीन लसद्चांतों को कायतरूप में
बदल सकते हैं, ईनका वणतन लकया जा चक ु ा है और वह तरीका आच्छा से शरूु होता है। महानतम शलियााँ ऄमतू त होती हैं।
कइ यगु ों से आनसान ऄपनी शारीररक आलं ियों पर बहुत अधी लनभतर रहा है और ईसने ऄपने ज्ञान को शारीररक या भौलतक
वस्तओ ु ं तक सीलमत कर ललया है, लजन्हें वह देख सकता है, छू सकता है, तौल सकता है और माप सकता है।
जब हम सभी यगु ों के महानतम अचर्यत में प्रवेश कर रहे हैं। एक ऐसे यगु में जो हमें ऄपने चारो तरफ के ससं ार में ऄमतू त
शलियों के बारे में कुछ लसखाएगा। शायद आस यगु से गजु रने पर हम सीख जाएाँगे लक दसू रा अत्म शाररररक अत्म से ऄलधक
शलिशाली होता है, लजसे हम हर लदन दपतण में देखते है।
तेरहवां लसद्चांत है छठी आलं िय, लजसके द्वारा ऄसीम शलि आच्छानसु ार संपकत कर सकती है और करती है। आसमें व्यलि के
प्रयासों की कोइ अवश्यकता या मांग नहीं होती।
यह लसद्चांत आस लफलॉसफी के शीषत पर है। बाकी बारह लसद्चांतों को अत्मसात करने के बाद ही आसे समझ और अत्मसात
लकया जा सकता है।
छठी आलं िय ऄतं मतन का वह लहस्सा है, लजसे रचनात्मक कल्पनाशीलता कहा गया है। आसे वह ‘िहण करनेवाला सेट’ कहा
गया है, लजसके द्वारा लवचार और योजनाए हमारे लदमाग में काढते हैं। आन कौंधो को कइ बार प्रेरणा या अभास कहा जाता है।
छठी आलं िय वणतनातीत है। आसे ऐसे व्यलि के सामने बयान नहीं लकया जा सकता, लजसने आस लफलॉसफी के बाकी लसद्चांतों को
अत्मसात न लकया हो क्योंलक ईस व्यलि के पास वह ज्ञान और ऄनभु व नहीं होगा, लजससे छठी आलं िय की तल ु ना की जा सके । छठी
आलं िय की समझ लसफत साधना के द्वारा अती है और ऄदं र से मन को लवकलसत करने के माध्यम से अती है।
जब अप आस पस्ु तक में बताए गए लसद्चांतों में लनपणु हो जाएाँगे तो अप एक ऐसे विव्य को सच मानने के ललए तैयार होंगे,
जो दसू री लकसी पररलस्थलत में अपको ऄलवश्वसनीय लगेगा। यह विव्य है—
छठी आलं िय की सहायता से अपको अनेवाले खतरों की चेतावनी लमलती है तालक अप समय रहते ईनसे बच सके और
अपको समय पर ऄवसरों की सचू ना लमल जाती है तालक अप ईन्हें गले लगा सके ।
छठी आलं िय के लवकास के साथ ही अपकी सहायता और अपकी सेवा के ललए एक रक्षक देवदतू अ जाता है, जो अपके
सामने बलु द्चमानी के मलं दर के द्वार हमेशा के ललए खोल देता है।
लेखक चमत्कारों में लवश्वास नहीं करता, न ही वह आनकी वकालत करता है। और आसका कारण लसफत आतना है लक ईसके पास
प्रकृ लत का पयातप्त ज्ञान है, लजससे वह समझ चक ु ा है लक प्रकृ लत ऄपने लनधातररत लनयमो से कभी लवचललत नहीं होती। ईसके कुछ लनयम
आतने गढू होते हैं लक वे हमें चमत्कार नजर अते हैं। छठी आलं िय चमत्कार होने के ईतने ही करीब हैं लजतनी मैंने कभी ऄनभु व की है।
लेखक आतना जानता है लक एक शलि है या एक प्रभु है या एक उजात है, जो पदाथत के हर ऄणु में है, और वह आनसान को
लदखाइ देनेवाली उजात के हर यलू नट में है। लेखक यह मानता है लक ऄसीम उजात बीज को पेड़ में बदल देती है, गरुु त्वाकषतण के लनयम के
कारण पानी को पहाड़ के नीचे बहाती है, लदन के बाद रात को लाती है और गमी के बाद जाड़े को, लजसमे से हर एक की सही जगह है
और दसू रे के साथ ईसका ईलचत सबं ंध है। यह उजात आस लफलॉसफी के लसद्चांतों के द्वारा आच्छाओ को मतू त या भौलतक रूप में रूपांतररत
करने में सहायता प्रदान करने के ललए प्रेररत की जा सकती है। लेखक को यह ज्ञान है क्योंलक ईसने आसका प्रयोग करके देखा है और आसे
खदु ऄनभु व लकया है।
कदम दर कदम, लपछले ऄध्याय में अपको आस अलखरी लसद्चांत की तरफ लाया गया है। ऄगर अपने पहले के लसद्चांतों को
ऄच्छे से सीख ललया है तो ऄब अप लबना संदहे के ईन लवराट दावों को स्वीकार करने के ललए तैयार होंगे, जो यहााँ लकए जा रहे है।
ऄगर अपने बाकी लसद्चांतों को ऄच्छे से नहीं सीखा है तो अपको ऐसा कर लेना चालहए, तभी अप लनलचर्त रूप से यह तय कर सकते
है लक आस ऄध्याय में लकए जा रहे दावे तथ्य है या कपोल कल्पना मात्र है।
जब मैं ‘हीरो वलशतप’ की ईम्र से गजु र रहा था तो मैंने ऄपने अपको ईन लोगो की नकल करते पाया, लजनसे मैं प्रभालवत था।
यही नहीं, मैंने पाया लक लवश्वास के तत्त्व ने, लजसके द्वारा मैं ऄपने नायको की नकल करने का प्रयास कर रहा था, मझु े यह सफलतापवू तक
करने की महान क्षमता दी।
मैंने कभी हीरो वलशतप की अदत को परू ी तरह से नहीं छूटने लदया। ऄनभु व ने मझु े लसखाया है लक सचमचु महान सवतश्रेष्ठ है,
परंतु दसू री सवतश्रेष्ठ बात है, भावना और कमत के द्वारात जहााँ तक संभव हो महान लोगो का ऄनसु रण करना।
आससे पहले लक आस लफलॉसफी के लकसी लहस्से को अप सफलतापवू क त प्रयोग में ला सके , अपका मन आसे प्राप्त करने के
ललए तैयार होना चालहए। तैयारी कलठन नहीं है। यह ईन तीनो शत्रओ ु के ऄध्ययन, लवश्ले षण और समझ से शरू ु होती है, लजन्हें अपको
दरू भगाना होगा-ऄलनणतय, शंका और डर।
छठी आलं िय तब तक काम नहीं करे गी, जब तक लक वह तीनो शत्रु या आनमें से एक भी अपके लदमाग में बने रहेंगे। आस दष्टु
लत्रमलू तत के सदस्य अपस में करीबी रूप से जड़ु े हैं। जहााँ एक लमलेगा, बाकी के दो भी अस-पास ही लमलेंग।े
ऄलनणतय डर का ऄक ं ु र है। जब अप पढे तो आसे याद रखे। ऄलनणतय शक ं ा में बदलता है, लफर यह दोनों लमल जाते हैं और डर
बन जाते है। ऄकसर यह लमलने की प्रलक्रया धीमी होती है। यह भी एक कारण है लक यह तीनो शत्रु आतने खतरनाक क्यों होते है। वे
ऄक ं ु ररत होते हैं और बढते रहते हैं और हमें ईनकी ईपलस्थलत का पता तक नही चलता।
आस ऄध्याय का बाकी का भाग ईस लक्ष्य का वणतन करता है, लजसे हालसल लकया जाना चालहए, आससे पहले लक आस परू ी
लफलॉसफी का प्रैलक्टकल प्रयोग लकया जाए। यह ईस लस्थलत का भी लवश्ले षण करता है, लजसमे बहुत सारे लोग गरीबी में लसमट गए है
और यह वह सच्चाइ बताता है, लजसे ईन सभी लोगो को समझ लेना चालहए, जो ऄमीर बनना चाहते हैं, चाहे आसे धन के सदं भत में मापा
जाए या मानलसक ऄवस्था के संदभत में, जो धन से ऄलधक मल्ू यवान होती है।
आस ऄध्याय का ईद्ङेश्य है, छह मल ू भतू डरो के कारण और आलाज पर ध्यान कें लित करना। आससे पहले लक हम लकसी दश्ु मन
को जीत सके , हमें ईसका नाम, ईसकी अदतें, ईसके रहने की जगह पता होना चालहए। जब अप पढें तो सावधानी से लवश्ले षण करें
और यह लनधातररत करे लक आन छह अम डरो में से कोइ अपको साथ तो नहीं जड़ु ा हुअ है।
आन सक्ष्ू म शत्रओ
ु की अदतों से धोखा न खाएं। कइ बार वे ऄतं मतन में छुपे रहते है, जहााँ ईन्हें खोजना मलु श्कल होता है और
ईन्हें स्पष्ट करना तो और भी मलु श्कल होता है।
छह मौललक डर
कुल छह मौललक डर होते है, लजनके लकसी सामजं स्य के कारण हर आनसान कभी न कभी दःु ख ईठाता है। लजन्हें सभी छह डर
नहीं सताते, ऐसे ऄलधकांश लोग भाग्यशाली होते हैं। ईनके सबसे अम प्रकट होने के क्रम में है—
गरीबी का डर
अलोचना का डर
बरु े स्वस्थ्य का डर
प्रेम के लबछोह का डर
बढु ापे का डर
मौत का डर
बाकी सभी डर कम महत्त्वपणू त है, ईन सभी को आन छह शीषतकों में शालमल लकया जा सकता है।
डर मानलसक ऄवस्था से ऄलधक कुछ नहीं है। लकसी की मानलसक ऄवस्था को लनयलं त्रत लकया जा सकता है और ईसे लदशा
भी दी जा सकती है।
आनसान तब तक कुछ भी नहीं बना सकता जब तक लक ईसके मन में लकसी संवेग के रूप में आसका लवचार न अए। आस
विव्य से एक ऄलधक महत्त्वपणू त विव्य लनकाला जा सकता है—आनसान के लवचार संवेग तत्काल ऄपने अपको ऄपने भौलतक रूपो
में रूपांतररत करना शरू
ु कर देते है, चाहे वे लवचार ऐलच्छक हो या ऄनैलच्छक। वे लवचार संवेग, लजन्हें लसफत संयोगवश िहण लकया जाता
है (वे लवचार जो ऄन्य मलष्ट्तष्ट्कों से लनकले हैं ) लकसी के अलथतक, व्यावसालयक, प्रोफे शनल या सामालजक भाग्य का लनधातरण कर सकते
है, ठीक ईसी तरह लजस तरह लक वे लवचार संवेग करते हैं, लजन्हें कोइ परू े आरादे और सोच लवचारकर जन्म देता है।
मख्ु य तौर पर, आनसान बरु े स्वस्थ्य से आसललए डरता है क्योंलक ईसके लदमाग में आसकी भयानक तस्वीरे मौजदू है लक ईसकी
मृत्यु के बाद क्या होगा। वह आससे आसललए भी डरता है क्योंलक आसके बाद अलथतक नक ु सान भी भगु तना होगा।
एक प्रलसद्च डॉक्टर का ऄनमु ान है लक डॉक्टरों के पास अनेवाले 75 प्रलतशत लोग दरऄसल लहप्रोकॉनलड्रया के लशकार होते
हैं यानी ईनकी बीमारी काल्पलनक होती है। लसद्च लकया जा चक ु ा है लक लकसी बीमारी का डर, चाहे वहााँ पर डर का कोइ भी कारण न हो,
ऄकसर ईस बीमारी के शारीररक लक्षण ईभार देता है। मनष्ट्ु य का मन लकतना शलिशाली है! यह या तो बना देता है या लफर लमटा देता
है।
कुछ साल पहले प्रयोगों की एक शृख ं ला से यह सालबत हुअ लक लोगो को सझु ाव के द्वारा बीमार लकया जा सकता है। हमने
आस प्रयोग को तीन पररलचतों पर लकया। हमने पररलचतों को बीमारो से लमलने के ललए भेजा लजनमें से हर एक ने यह सवाल पछ ू ा
‘अपको क्या बीमारी है? अप बेहद बीमार लदख रहे हैं।’ अमतौर पर सवाल पछ ू नेवाले पहले व्यलि को ‘बीमार’ ने एक जवाब लदया
प्रेम के लबछडने का डर
आस ऄतं भततू दर का मौललक स्त्रोत स्पष्ट रूप से परुु ष की बहुलववाही अदत से लवकलसत हुअ, जब वह ऄपने साथी की
सहचरो को चरु ाता था और ईसके साथ जो स्वतत्रं ता ले सकता था, लेता था।
इष्ट्यात और आसी तरह के न्यरू ोलसस प्रेम के लबछड़ने के आसी अतंररक डर का पररणाम है। यह डर सभी छह मल ू भतू डरों में
सबसे ददतनाक है। यह शायद लकसी भी ऄन्य मल ू भतू डर की तलु ना में शरीर और मन को सबसे ऄलधक यातना पहुचाँ ाता है।
प्रेम में लबछड़ने का डर शायद पाषाण यगु से चला अ रहा है, जब परुु ष मलहलाओ ं को शलि द्वारा चरु ाया करता था। परुु ष
अजकल भी ऐसा करते है, परंतु ईनकी तकनीक बदल गइ है। शलि के बजाय ऄब वे अिह करते है, संदु र कपड़ो, ऄच्छी कारों और
आसी तरह का लुभावना चारा डालते हैं, जो शारीररक शलि से ऄलधक प्रभावी सालबत होता है। आनसान की अदते ऄब भी वैसी ही हैं
जैसी लक वे सभ्यता के ईषाकाल में थी, परंतु ऄब वह ईन्हें ऄलग तरीके से व्यि करता है।
लवश्ले षण से पता चलता है लक मलहलाओ ं में यह डर परुु षो से ऄलधक होता है। आस तथ्य को असानी से स्पष्ट लकया जा
सकता है। मलहलाओ ने ऄनभु व से सीखा है लक परुु ष प्रकृ लत से बहुत लववाही होते हैं और प्रलतद्वलं दयों के हाथो में ईन पर भरोसा नहीं
लकया जा सकता।
वृिापन का डर
जैसे जैसे ईम्र बढती जाती है, बरु े स्वस्थ्य का डर ही सबसे मख्ु य डर होता है। कामवासना भी वृद्चापन का एक डर होता है
क्योंलक ईस ईम्र में कोइ ईनकी कामवासना पर ध्यान नहीं देगा।
वृद्चापन का एक और कारण है, लजससे लोगो में डर अ जाता है, वह यह लक वृद्च होने के साथ ही स्वतंत्रता में भी बाधाएाँ अ
जाती हैं क्योंलक ईस वि लोग दसू रो पर लनभतर हो जाते हैं। आस तरह ईन्हें अलथतक और शारीररक स्वतत्रंता का डर रहता है।
कुछ लोग ईम्र बढने के साथ ऄपने कायों में धीरे होने के कारण हीन भावना का लशकार होने लगते हैं। दभु ातग्यवश कुछ ऐसे
लोग हैं, जो बढु ापे के साथ पहल करने की शलि, कल्पनाशलि और खदु पार लवश्वास भी खोने लगते हैं।
मौत का डर
सभी डरो में मौत का डर सबसे भयवाह है। कारण बड़ा साफ है। हमें पता ही नहीं है लक मौत के पचर्ात् क्या होता है।
शेक्सलपयर ने मौत के बारे में बहुत बलढया
ऺ कहा है ‘यह वह देश है जहााँ जाने के बाद कोइ वापस नहीं लौटा।’
मौत का डर ऄब ईतना अम नहीं है, लजतना लक यह ईस यगु में हुअ करता था, जब बड़े कॉलेज और यलू नवलसतटीज नहीं थे।
वैज्ञालनकों ने दलु नया को सच्चाइ लदखाइ है और यह सच्चाइ तेजी से लोगो को मौत के आस भयानक डर से मि ु कर रही है। वे यवु क और
यवु लतयों जो कॉलेज और यलू नवलसतटी में पढ रहे हैं, नरक की अग से ज्यादा प्रभालवत नहीं होते। जीव लवज्ञान, खगोलशास्त्र, भगू भतशास्त्र
और ऄन्य सबं लं धत लवज्ञानों की सहायता से ऄधं कारमयी यगु ों के डर ऄब लनकल गए हैं, लजनसे आनसानो के मन जकड़े हुए थे।
आन छह मल
ू भतू डरो के ऄलावा एक और बरु ाइ है, लजससे लोग पीलडत ऺ होते हैं। यह एक समृद्च धरती है, लजसमे ऄसफलता
का बीज हर जगह व्याप्त है। यह आतना सक्ष्ू म है लक आसकी ईपलस्थलत ऄकसर पता नहीं चलता। आस पीड़ा को डर के रूप में वगीकृ त
करना ईलचत नहीं है। यह लकसी भी डर से ऄलधक गहराइ में बैठी होती है और सभी छह डरो से ऄलधक घातक होती है। लकसी बेहतर
नाम के ऄभाव में आस बरु ाइ को नकारात्मक प्रभावो के प्रलत ऄलतसंवेदनशीलता कहना ईलचत होगा।
जो लोग दौलतमंद होते हैं वे हमेशा आस बरु ाइ से ऄपने अपको बच्चाए रखते हैं! गरीब लोग ऐसा कभी नहीं कर पाते! लकसी
भी क्षेत्र में सफल होनेवाले लोगो को आस बरु ाइ से बचने के ललए ऄपने मन को तैयार कर लेना चालहए। ऄगर अप आस लफलॉसफी को
दौलत हालसल करने के ईद्ङेश्य से पढ रहे हो तो अपको ऄपनी जााँच बहुत सावधानी से करनी चालहए और यह लनधातररत करना चालहए
लक कहीं अप आन नकारात्मक प्रभावो के प्रलत सवं ेदनशील तो नही है। ऄगर अप आस अत्म-लवश्ले षण को नजरऄदं ाज करें गे तो अप
ऄपनी आच्छाओ को हालसल करने के ऄपने ऄलधकार को खो देंगे।
ऄच्छी तरह से लवश्ले षण करें । अत्म-लवश्ले षण के ललए तैयार लकए गए प्रश्नों को पढने के बाद ऄपने जवाबो में ऄपने अपको
परू ी तरह लजम्मेदार ठहराएाँ। आस काम को ईतनी ही सावधानी से करें , लजस तरह अप ऄपने लकसी दश्ु मन की खोज कर रहे हो, लजसके
बारे में अप जानते हैं लक वह छुपा हुअ बैठा है और अप ऄपने दोषो के साथ वही व्यवहार करें , जो अप लकसी ऄपने शत्रु के साथ
करें गे।
अप हाइवे के डाकुओ ं से ऄपने अपको असानी से बचा सकते हैं, क्योंलक काननू अपके लाभ के ललए सगं लठत सहयोग
प्रदान करता है, परंतु आस ‘सातवीं मल ू भतू बरु ाइ ’ को जीतना बहुत कलठन होता है, क्योंलक यह तब हमला करता है, जब अपको आसकी
ईपलस्थलत का एहसास नहीं होता, चाहे अप सोए हो या जागे हुए हो। यही नहीं, आसका हलथयार ऄमतू त है, क्योंलक यह लसफत एक
मानलसक ऄवस्था है। यह बरु ाइ खतरनाक भी है क्योंलक मानवीय ऄनभु व के लजतने रूप होते हैं, यह ईतने ही लवलभन्न रूपो में हमला
करती है। कइ बार यह ररश्तेदारों की नेक सलाह के द्वारा मन में प्रवेश करती है। कइ बार यह ऄंदर से अती है और मानलसक नजररए के
द्वारा अती है। यह हमेशा जहर की तरह खतरनाक होती है, हालााँलक यह ईतनी जल्दी नहीं मार सकती।
खुद को नकारात्मक प्रभाव से कै से बचाया जाए?
नकारात्मक प्रभाव अप खदु भी बना सकते हैं और यह अपके अस-पास के नकारात्मक लोगो की देन भी हो सकते है।
आनसे खदु को बचाने के ललए यह जान ले लक यह अपके मन में नकारात्मक प्रभावो के लवरुद्च एक सरु क्षा चक्र न बना लें।
आस तथ्य को पहचान लें लक अप ही नहीं, बलल्क हर आनसान प्रकृ लत से अलसी और ईदासीन होता है और आसी कारण वह
ऄपनी कमजोरी से लमलते जल ु ते सारे सझु ावों को िहण कर लेता है।
आस तथ्य को पहचान ले लक अप स्वभाव से सभी छह मल ू भतू डरो के प्रलत सवं ेदनशील है और आस तरह की अदते डाल लें
तालक अप आन सारे डरो के लखलाफ सफल सिं ाम कर सके ।
अपकी सबसे बड़ी लचतं ा कौन सी है? अप आसे सहन क्यों करते है?
जब दसू रे अपको मफ्ु त की, लबना मांगी सलाह देते हैं तो क्या अप कोइ सवाल लकए लबना या ईद्ङेश्य का लवश्ले षण लकए
लबना ईसे स्वीकार करते हैं?
वह सबसे बड़ी चीज क्या है, लजसकी अपको आच्छा है? क्या अप आसे हालसल करने का आरादा रखते हैं? क्या अप ऄपनी
बाकी सभी आच्छाओ ं को आस बड़ी आच्छा के सामने दबाने के आच्छुक हैं? आसे हालसल करने के ललए अप हर लदन लकतना समय देते हैं?
क्या अपका मन ऄकसर बदल जाता है? ऄगर ऐसा है तो क्यों?
क्या अप अमतौर पर वह हर काम खत्म करते हैं, लजसे अपने शरू ु लकया है?
क्या अप दसू रे लोगों के लबजनस या प्रोफे शनल टाआटल्स कॉलेज लडिीज या दौलत से असानी से प्रभालवत हो जाते हैं?
क्या अप आस बात से असानी से प्रभालवत होते है लक दसू रे लोग अपके बारे में क्या सोचते या कहते हैं?
क्या अप लोगों से ईनके सामालजक या अलथतक स्टेटस के लहसाब से व्यवहार करते हैं?
अपकी नजर में दलु नया का महानतम अदमी कौन है? लकस ललहाज से वह व्यलि अपसे सपु ीररयर है?
क्या आन प्रश्नों का ऄध्ययन करने और आनका जवाब देने में लकतना समय लगाया? (आस परू ी सचू ी के लवश्ले षण और आसका
जवाब देने के ललए कम-से-कम एक लदन अवश्यक है। )
ऄगर अपने आन सारे सवालो के जवाब इमानदारी से लदए हैं तो अप ऄपने बारे में ऄलधकांश लोगो से ऄलधक जान गए है।
प्रश्नों का सावधानी से ऄध्ययन करें , हर सप्ताह एक बार कइ महीनों तक आन प्रश्नों पर लौटते रहे और अप अचर्यतचलकत रह जाएाँगे लक
अपने आन प्रश्नों का इमानदारी से जवाब देने के असान तरीके से लकतना ऄलतररि महत्त्वपणू त ज्ञान हालसल कर ललया है। ऄगर अपको
लकंही सवालों के जवाब के बारे में कोइ शंका है तो ईन लोगो की सलाह लें, जो अपको ऄच्छी तरह से जानते हैं, खासतौर पर ईन
लोगों की लजनके पास अपकी चापलूसी करने का कोइ कारण न हो और ऄपने अपको ईनकी लनगाह से देखें। आस ऄनभु व से अप
हैरान रह जाएाँगे।
अपका लसफत एक चीज पर परू ा लनयंत्रण है और वह अपके लवचार। यह आनसान के द्वारा जाने गए सभी तथ्यों में सबसे
ऄलधक महत्त्वपणू त और प्रेरक तथ्य है। यह आनसान की दैवीय प्रकृ लत को ऄलभव्यलि करता है। यह दैवी ऄलधकार आकलौता साधन है,
लजसके द्वारा अप ऄपने भाग्य को लनयंलत्रत कर सकते हैं। ऄगर अप ऄपने मन पर काबू रखने में ऄसफल होते हैं तो अप यह जान लें
लक अप लकसी और चीज पर काबू नहीं पा सकते। ऄगर अप ऄपनी संपदा के बारे में लापरवाह रहना चाहते है तो ऐसा भौलतक
वस्तुओ ं के संबंध में होने दे। अपका मन अपकी अध्यालत्मक संपदा है। ईतनी ही सावधानी से आसकी लहफाजत करें और आसका प्रयोग
करें , लजसकी यह दैवी संपदा हकदार है। अपको आच्छाशलि आसी ईद्ङेश्य के ललए दी गइ है।
55 प्रलसि बहाने
जो लोग सफल नहीं होते ईनमे एक महत्त्वपणु त गणु साझा होता है। वे ऄसफलता के सारे कारण जानते हैं और वे ऄपनी
ईपललब्ध के ऄभाव को स्पष्ट करने के ललए पख्ु ता बहाने बनाते हैं।
आनमें से कुछ बहाने चतरु ाइ भरे होते हैं और आनमें से कुछ तथ्यों द्वारा तकत पणू त भी महससू होते हैं। परंतु बहानो का प्रयोग अप
धन की तरह नहीं कर सकते। दलु नया के वल एक चीज जानना चाहती है—क्या अपने सफलता हालसल की है?
एक चररत्र लवश्ले षक ने सबसे अम बहानो की सचू ी तैयार की है। जब अप आस सचू ी को पढे तो सावधानी से खदु की जााँच
करे और यह तय करे लक अप आनमें से लकतने बहाने बनाते है। याद रखे कइ आस पस्ु तक में लसखाइ गइ लफलॉसफी के द्वारा अप आन
बहनो का नामोलनशान लमटा सकते है।
ऄगर मेरे पास पत्नी और पररवार न होता...
ऄगर मेरे पास पयातप्त प्रेशर होता...
ऄगर मेरे पास पैसा होता...
ऄगर मेरे पास ऄच्छी लशक्षा होती...
ऄगर मझु े कोइ नौकरी लमल गइ होती...
ऄगर मेरा स्वस्थ्य ऄच्छा होता...
ऄगर मेरे पास समय होता...
ऄगर समय बेहतर होता...
ऄगर दसू रे लोग मझु े समझ पाते...