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टे लीसाइ क स
अपनी छपी ई अवचेतन श य
को कैसे जा त कर
डॉ. जोसेफ़ मफ़
ISBN 978-81-8322-603-5
समापन
यह पु तक आपके लए या कर सकती है
टे लीसाइ क स (अती य श ) का मतलब है अपने मन क व भ और आ यजनक
श य के साथ लगातार सं ेषण। रोचक बात यह है क टे लीसाइ क स क श हर इंसान
के पास होती है। चाहे यूरोप हो, ए शया हो, अ का हो, ऑ े लया हो या हमारे दे श
अमे रका के ही व भ शहर ह , जहाँ भी म जाता ,ँ लोग मुझे बताते ह क आ यजनक
अदो हत श य से उनका संपक आ, ज ह ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दया।
यह पु तक पूरी तरह से ावहा रक और ज़मीन से जुड़ी है। यह उन सभी लोग के
लए लखी गई है, जो अपनी इ छा को साकार करने और ज़ रत क चीज़ पाने के लए
अपने मन म छपी दौलत का इ तेमाल करना चाहते ह। अगर आप सही तरीक़े से अपने
अवचेतन मन के नयम का पालन करते ह, तो आपको तुरंत प रणाम मल सकते ह। इस
पु तक के हर अ याय म आपको ऐसी सरल व ावहा रक तकनीक और आसान योजनाएँ
मलगी, जनक मदद से आप भरा-पूरा और सुखी जीवन जी सकते ह।
टे लीसाइ क स आपको सखाती है क चुनौ तय , मु कल , मुसीबत व दै नक
जीवन क अ य सम या का सामना कैसे कर और उनसे कैसे नबट। यह आपके भीतर
क असाधारण श य को तुरंत स य करने क वशेष तकनीक भी बताती है।
इस पु तक क अनूठ वशेषताएँ
इसम आप सीखगे क भावी घटना का च कैसे दे ख और य द वे नकारा मक कृ त क
ह , तो गूढ़ श य के इ तेमाल से उ ह कैसे बदल। आप सीखगे क अपनी अंतब ध और
अ य अती य श य को कैसे वक सत कर, ता क आप वतं ता और मान सक शां त
के राजमाग पर प ँच जाएँ। आप काले और सफ़ेद जा के अंध व ासी उ म को जानगे
और यह भी क तथाक थत वूडू शाप या अ य नकारा मक सुझाव को कैसे नकारा और
अ वीकार कया जाए, य द वे आप पर नकारा मक भाव डाल रहे ह ।
इस पु तक म, आप अती य अनुभू त क श य का इ तेमाल करना भी सीखगे।
आप तथाक थत ‘मृत’ लोग के साथ संवाद कर सकते ह और यह पता लगा सकते ह क
या कसी प रजन ने सचमुच आपसे बातचीत क है। कई लोग अभौ तक शरीर क
आवाज़ के साथ लंबी बातचीत करते ह और उ ह असाधारण प से बु म ापूण उ र
मलते ह। आप जानगे क कोई संवेदनशील या अती य वचा लत लेखन (पेन या
प सल का इ तेमाल कए बना) का कैसे अ यास करता है और कमाल क सट कता के
साथ भावी घटना को कैसे उजागर करता है।
इस पु तक के कई अ याय लखते समय मेरे दमाग़ म से समैन, टे नो ाफ़र,
डा कए, गृ हणी, वसायी, काउंटर के पीछे खड़े लक, व ाथ , पेशेवर , लगभग वे
सभी लोग थे, जो जीवन म अपने सपन , इ छा और मह वाकां ा को पूरा करना
चाहते ह। इस लए हर अ याय सरल और ावहा रक तकनीक से भरा आ है, जसम
बताया जाएगा क अपने अती य मन क श य का आह्वान करने के लए या करना
है और यह काम कैसे करना है। और आपको यह जानकारी भी मलेगी क आपके अवचेतन
मन म एक ई रीय ा रहती है, जो स चा जवाब जानती और दे ती है।
इस पु तक क कुछ झल कयाँ
इस पु तक म असल ज़दगी के कुछ उदाहरण ह, जो बताते ह क टे लीसाइ कक या
अती य श य का इ तेमाल करने से लोग को कैसे लाभ आ है :
टे लीसाइ क स क जा ई श कस तरह
आपके जीवन को आदश बना सकती है
जा कला।
का मतलब है व भ तकनीक से वां छत प रणाम या
लोग संगीत के जा , वसंत के जा और स दय के जा
भाव उ प करने क
क बात करते ह। जा
म उ प करने क कला को भी कहते ह, जैसे मनोरंजन म, हाथ क सफ़ाई ारा, जा गरी
और बाज़ीगरी ारा, जहाँ कोई कसी हैट म से ख़रगोश नकालता है या कसी इंसान को
ग़ायब कर दे ता है।
आपके भीतर क अ य श
यादातर लोग अ ात श य के भाव को जा कहते-समझते ह। बहरहाल, जा एक
सापे श दावली है। ज़ा हर है, य द आपको या का ान हो, तो आप उसे जा का
काम नह समझगे। आज भी संसार के कई र-दराज़ के इलाक़ म ऐसे आ दमानव रहते ह,
जो वमान, रे डयो, टे ली वज़न या रकॉ डग मशीन आ द को जा ई व तुएँ मानगे। आज से
150 या 200 साल पहले अमे रका म भी इ ह जा ई माना जाता।
आज हम यह बात जानते ह क अंत र या ी कैसे चाँद पर प ँचने म कामयाब होते
ह, इस लए हम इसे जा ई नह कहते। बहरहाल, इतना समझ ल क सभी श याँ अ ात
कृ त क होती ह; सभी चीज़ आ मा से आती ह। हम आ मा दखती नह है, ले कन हम
ख़ुशी के भाव को महसूस कर सकते ह, हम खेल भावना को, संगीतकार के भाव को, व ा
के भाव को और अ छाई, स य तथा स दय के भाव को अपने दलो- दमाग़ म हलोर मारते
महसूस कर सकते ह।
कसी भी धमशा ी या धमगु ने ई र या आ मा को कभी नह दे खा है, ले कन हम
ई र क उप थ त और श का इ तेमाल अपने जीवन के सभी पहलु म कर सकते ह।
मसाल के तौर पर, हम यह नह जानते ह क व ुत या है; हम तो बस इसके कुछ
इ तेमाल के बारे म जानते ह। यह श हमारे लए आज भी अ ात है। वा तव म, हम
सभी लगातार जा का अ यास करते ह। हम अपनी अँगुली उठाने क इ छा करते ह - और
लो, अ य श हमारे मन क इ छा के अनुसार त या करती है; ले कन हम सट कता
से पता नह होता क हम अपनी अँगुली कैसे हलाते और उठाते ह।
सुकरात ने कहा था क सफ़ एक अँगुली उठाने मा से ही आप आसमान के सबसे
र के सतारे को वच लत कर दे ते ह। आप महसूस करगे क हम सभी अपने भीतर क
जा ई श से पया त प र चत होते ह, हालाँ क रोज़मरा के संसार म हम इसे इस नाम से
नह पुकारते ह।
जा ई श के संपक म आना
आप अपने भीतर क ई रीय श से संपक करके अपने पूरे जीवन का कायाक प कर
सकते ह। चाहे यूरोप हो, ए शया हो, अ का हो, ऑ े लया हो या अमे रका के कई शहर
ह , जहाँ भी म जाता ँ, लोग मुझे इस आ यजनक, अदो हत श के बारे म बताते ह,
जससे संपक करते ही उनके जीवन का कायाक प हो गया। उनम से कई से उनके पुराने
म और प र चत ने यह तक कहा, ‘तु ह या आ? तुम तो पहचान म ही नह आ रहे
हो।’
इस पु तक म बताई तकनीक और या पर चलगे, तो आप पाएँगे क यह
आंत रक श आपक सम या को सुलझा सकती है, आपको समृ बना सकती है,
आपक छपी ई तभाएँ उजागर कर सकती है और आपको सभी तरह क बीमा रय ,
असफलता, अभाव तथा सीमा से ऊपर उठा सकती है। यह श आपका मागदशन कर
सकती है और अ भ के नए ार खोल सकती है। इसके ज़ रये आप ेरणा, मागदशन
और नए सृजना मक वचार ा त कर सकते ह तथा मधुर संबंध, ख़ुशी व मान सक शां त
भी पा सकते ह।
कुछ महीने पहले मने एक कॉलेज के व ाथ से बातचीत क , जसे ख़राब ेड मल रहे थे।
वह काफ़ नराश था, य क वह फ़ेल हो गया था। वह सी े ट् स ऑफ़ द आई चग पढ़ रहा
था और एक सवाल पूछने पर उसे जवाब मला, ‘जाकर महान से मलो।’ उसने
इसका मतलब यह नकाला क उसे कसी परामशदाता या आ या मक सलाहकार से
मलना चा हए, हालाँ क इसके यादा गहरे अथ भी थे।
मने पूछा, ‘तुम ख़राब ेड य चाहते हो? तु हारे अवचेतन मन के भीतर ई रीय
ा है और तुम इसका इ तेमाल कर सकते हो।’
उसने कहा, ‘दे खए, मेरे माता- पता मेरी आलोचना करते ए कहते ह क मेरी बहन
मुझसे यादा अ छा पढ़ती है और सारी परी ाएँ आसानी से पास कर लेती है।’
मने इस युवक को समझाया क उसे अपनी बहन के साथ अपनी तुलना करना तुरंत
छोड़ दे ना चा हए, य क सारी तुलनाएँ नदनीय होती ह। मने उसे बताया क हर
अनूठा है और अलग-अलग गुण के साथ पैदा होता है।
‘ सर के साथ अपनी तुलना करते व तुम सामने वाले को एक ऊँचे सहासन पर
बैठा दे ते हो और ख़ुद को नीचा दखाते हो। यही नह , तुम अपनी बहन क ग त व धय और
सफलता पर ज़ रत से यादा यान दे रहे हो तथा अपनी पढ़ाई को नज़रअंदाज़ कर रहे
हो, साथ ही तुम अपनी आंत रक मता और यो यता को भुला रहे हो। इस रा ते पर
चलोगे, तो तु हारी पहलश और ो साहन ख़ म हो जाएगा तथा अंद नी तनाव व चता
बढ़ने लगेगी।’
‘तु हारे मन म सफ़ एक ही त पधा है और यह असफलता के वचार तथा
सफलता के वचार के बीच होती है। तुम जीतने, वजयी होने, सफल होने और सभी
सम या से उबरने के लए पैदा ए हो। ई रीय श कभी असफल नह हो सकती और
तुम इसके साथ अ भ प से जुड़े हो।’
मेरे सुझाव पर उसने एक सरल और ब त ावहा रक तकनीक पर अमल कया और
हर रात सोने से पहले मान सक प से यह कथन दोहराने लगा :
‘म अपनी बहन और मेरी क ा के बाक़ सभी व ा थय क शै णक सफलता
और उपल ध क स ची कामना करता ँ। ई रीय ा अ ययन म मुझे मागदशन दे ती है
और मेरे सामने हर वह चीज़ उजागर करती है, जो मुझे पता होनी चा हए। म जानता ँ क
मेरे अवचेतन मन क मृ त आदश है और यह मेरी परी ा के सारे जवाब मेरे सामने
उजागर करती है। म दै वी योजना म अपनी सारी परी ाएँ उ ीण करता ।ँ म हर रात शां त
से सोता ँ और हर सुबह ख़ुशी म जागता ँ।’
जब वह उपयु तरीक़े से सोचता और काम करता रहा, तो कुछ स ताह पहले उसने
मुझसे कहा, ‘अब म कसी से त पधा नह कर रहा ँ। मेरी थ त बेहतर हो गई है। अब
म जान गया ँ क मुझम वह मा ा है, जसक ज़ रत है।’
जैसा रै फ़ वॉ डो एमसन ने एक बार कहा था, ‘हमम से येक के लए मागदशन है
और धीमी आवाज़ सुनने पर हम सब कुछ जान जाएँग।े ’
मरणीय ब …
1. टे लीसाइ क स का मतलब है आपक साइक या आ मा यानी आपके अवचेतन मन
से संवाद, जो सारी बु म ा और सारी श का ोत है। जब आप यक़ न के साथ
ाथना करते ह, तो आपका अवचेतन मन जवाब दे कर त या करता है।
2. जा एक सापे श दावली है। यादातर लोग जा का मतलब अ ात श य ारा
प रणाम उ प करना मानते ह। मूलतः सारी श याँ अ ात ह। वै ा नक यह नह
जानते क बजली या है। जब एक म हला ने ए डसन से पूछा क व ुत या है, तो
उ ह ने जवाब दया, ‘मैडम, यह है। इसका इ तेमाल कर।’ आपके अवचेतन मन म
एक अ य बु म ा, श और ा है, जो सब कुछ जानती है और सब कुछ
दे खती है। आप अपने चेतन मन से इस श से संपक कर सकते ह। यह
आ दकालीन श कालातीत, चर, अनाम और शा त है।
3. आप अपनी सम या को सुलझाने के लए, हर तरह से समृ होने के लए, अपने
छपे ए गुण उजागर करने के लए और ख़ुशी, मान सक शां त तथा वतं ता के
राजमाग पर प ँचने के लए अपनी आंत रक श य का इ तेमाल कर सकते ह।
4. अपनी तुलना सर से करना छोड़ द। इस तरह के नज़ रये म आप ख़ुद को नीचा
दखाते ह और सर को सहासन पर बैठाते ह। आप अनूठे ह - संसार के हर
से अलग ह। अपनी आंत रक श य पर यान द और आप अपने चुने ए े म
उ कृ बन जाएँग।े य द आप कसी परी ा म उ ीण होना चाहते ह, तो अपनी तुलना
सरे व ा थय से न कर। इस तरह के नज़ रये से तनाव और चता उ प होती है।
तनावर हत हो जाएँ, अपने मन को शांत कर ल और हर सुबह तथा रात को भावना से
और जानते-बूझते ए दोहराएँ, ‘मेरे अवचेतन मन क ई रीय ा पढ़ाई म मेरा
मागदशन करती है और म द योजना के तहत सारी परी ा म उ ीण हो
जाऊँगा।’
5. जब आप ाथना करते ह, तो आप दरअसल अपने यादा ऊँचे व से संपक कर रहे
ह, जसे कुछ लोग ई र या परम बु कहते ह। आपको अपने व ास के अनु प
जवाब मलता है। कई बार आपको कसी सपने म जवाब मल सकता है, जो आपको
कोई तय या ा न करने क चेतावनी दे ता है। एक युवा म हला मागदशन, दै वी ेम और
सही काय के लए नय मत ाथना करती थी। इस म हला को या ा से 24 घंटे पहले
ही उस वमान के अपहरण का सपना आ गया, जसम वह या ा करने वाली थी।
फल व प उसने अपनी या ा र कर द । इसका कारण सरल है। अपहरण क
योजना सामू हक अवचेतन को पहले से ही पता थी। उसके ख़ुद के अवचेतन ने, जो
सामू हक मन के साथ एक है, उसे योजना बता द ।
6. आपके मन म जो च है, उसम आपके जीवन म कट होने क वृ होती है। एक
से स मैनेजर अपना यान साल के अंत के न त व ीय आँकड़ पर क त करता
है और बार-बार दोहराकर तथा एका रहकर इस मान सक च को अपने अवचेतन
मन म प ँचा दे ता है। पछले चार साल म उसके अवचेतन ने उसके मनचाहे प रणाम
को बढ़ाकर कई गुना कर दया है। आप जस पर भी यान क त करते ह, अवचेतन
उसे बढ़ा दे ता है।
7. एक भूतपूव-शराबी अगर शराब पीने के च दे खता रहे, तो वह शराब पीने के लए
मजबूर हो जाएगा। आप जस भी मान सक च को भावना से सराबोर कर लेते ह,
वह आपके अनुभव म घ टत हो जाएगा। जो भी यारा है और अ छा है, उसी क
क पना कर।
8. य द आपका कसी सरे के साथ मतभेद हो गया है, तो व णम नयम और
ेम के नयम के आधार पर उसके साथ एक का प नक बातचीत करके यह अहसास
कर क आपके बीच मधुर संबंध, शां त और दै वी समझ है। अपने दमाग़ म क पना
कर और यह च दे ख क मधुर संबंध और शां त म हाथ मलाकर सुखद अंत हो रहा
है। आप परक प से जसके सच होने क क पना करते ह और जसे सच
महसूस करते ह, वह व तुपरक प से घ टत हो जाएगा।
2
अपनी नगाह सबसे महान वचार पर रखो और जीवन म आगे बढ़ते जाओ
कुछ साल पहले म केपटाउन, द ण अ का गया था। वहाँ मुझे वग य डॉ. हे टर ांट के
लए भाषण दे ने थे, जनका वहाँ पर एक बड़ा क था, जो म त क का व ान सखा रहा
था। वहाँ उ ह ने मुझे जोहानेसबग म एक सोने क खदान म घुमाने क व था क ।
मने जस खदान क या ा क , उससे जुड़े एक अँ ेज़ डॉ टर ने मुझे बताया क जब
खदान म काम कर रहा कोई मज़ र कंपनी के नयम का उ लंघन करता है, तो उसे वूडू
डॉ टर से ऐसा संदेश मलता है, ‘तुम शाम को 6 बजे मर जाओगे,’ और वह बैठता है तथा
मर जाता है। पो टमाटम के परी ण म मौत का कोई कारण नज़र नह आता है और डॉ टर
ने आगे कहा क डर, जो इन लोग ने ख़ुद उ प कया था, ही मृ यु का वा त वक कारण
होता है।
कुछ स ताह पहले मने एक युवा म हला से बात क , जो भारी ख म थी। उसने कहा क
उसके पुराने चच के कुछ लोग उसके ख़लाफ़ ाथना कर रहे थे, य क उसने उनके समूह
को छोड़ दया था। उसे यक़ न था क वह शा पत थी और इसी वजह से हर चीज़ ग़लत हो
रही थी।
मने उसे समझाया क उसने जस शाप का ज़ कया है, वह दरअसल उसके ही
भीतर के अवचेतन मन के नयम का नकारा मक इ तेमाल था और वह डर के कारण उन
शाप को ख़ुद पर थोप रही थी। सर के सुझाव उसके ख़ुद के वचार बन गए थे और चूँ क
वचार सृजना मक होते ह, इस लए वह ख़ुद को चोट प ँचा रही थी। वह अपने भीतर क
श क बागडोर पुराने चच के सद य के हाथ म दे रही थी और उसे यह अहसास ही नह
था क उनम कोई श नह थी।
मने उसे समझाया क श उसी के भीतर थी और उसे सर को श दे ना तुरंत
बंद कर दे ना चा हए। ई र एक और अ वभा जत है: यह एक व के प म चलता है। इसम
कोई वभ या ववाद नह ह। जैसे ही वह ख़ुद को असी मत ई र के सामंज य म लाएगी
और इसके त सम पत, न ावान व वफ़ादार होगी, तो उसके साथ कोई बुरी चीज़ नह
होगी।
कुछ महीन पहले मने होनोलुलू म एक म हला क कहानी सुनी। उसने बताया क उसने
अपनी जा त और धम के बाहर शाद क थी। उसके पता एक का ना यानी पुजारी थे और
उनम जा ई श याँ थ , इस लए वे काले जा से उसक शाद तुड़वाने पर आमादा थे।
प ीकरण ही कई बार इलाज होता है। यह म हला हवाई यु नव सट क नातक थी
और उसने मनो व ान का अ ययन कया था, ले कन फर भी वह अपने पता के शाप से
डरती थी। मने उसे व तार से बताया क अगर ेम उसे और उसके प त को एक करता है,
तो कोई भी या थ त उसके ववाह को नह तोड़ सकते, ई र ेम है और जब दो
दल मलकर धड़कते ह, तो संसार के सारे शाप और ब ह कार आँधी म तनके क तरह र
उड़ जाएँग।े
हमारे अवचेतन मन के आभास के त अ त संवेदनशीलता, साथ ही हमारी क पना
के नकारा मक इ तेमाल, ने करोड़ अ ानी लोग को आं शक तौर पर पंगु बना दया है। यह
म हला इस मुग़ालते म थी क उसके पता के काले जा (म त क के नकारा मक
इ तेमाल) म श थी और इसका सफल होना तय था।
मने उसे लॉ टनस क कहानी सुनाई, जो स ह सौ साल से भी यादा समय पहले
इस पृ वी पर रहा था। म का एक पुजारी अपने युग के ब त बु इंसान लॉ टनस से
मलने आया। पुजारी ने लॉ टनस को शाप दया, यानी उसने अपने मन म लॉ टनस क
मृ यु क इ छा पर यान क त कया और उस पर नशाना साधा। लॉ टनस यह चाल
जानते थे और वे यह भी जानते थे क मूख पुजारी के वचार से उसके पास श थी। संसार
का एक या सारे पुजारी भी अगर आप पर नकारा मक सुझाव या शाप फक, तब भी उनम
कोई श नह है, जब तक क आप ही उसे वीकार करने लायक़ मूख और अ ानी न ह ।
लॉ टनस को ेमपूण ई र के साथ अपने एक व का अहसास था। ई र
सवश मान है; ई र के साथ अकेला इंसान भी ब मत म होता है।
मोज़ेस और म के पुजारी
ाचीन समय म लोग मानते थे क पुजारी म उ ह नाख़ुश या ो धत करने वाले लोग को
शाप दे ने क श थी और उस ज़माने के पुजा रय ने लोग के इस अ ान का फ़ायदा
उठाया।
मोज़ेस ने म के पुजा रय के इस छल-कपट और धोखे क स चाई भाँप ली। वे
मोज़ेस के सामने पूरी तरह से ह के-ब के थे। मोज़ेस से डरने क वजह से पुजा रय ने
मोज़ेस व उनके लोग को धमकाने क को शश छोड़ द ।
मोज़ेस ने आ या मक श के एक व को सखाया। म वाले कई श य म
व ास करते थे और आ था रखते थे। मोज़ेस जानते थे क ई र एक ही है और उनक
जाग कता ने सारे नकारा मक वचार को हवा म उड़ा दया।
मरणीय ब …
‘तुम सव ाता हो; तुम हर चीज़ जानते हो। मेरे जीवन म एक ऐसा लाओ, जो
मेरे साथ पूरे सामंज य म हो और मेरे लए सही हो। अब म गहरी न द म जा रही ँ।’
उसने कहा: ‘यह मेरा सातवाँ तलाक़ है! म या ग़लत कर रही ँ?’
मरणीय ब …
हाल ही म मेरी एक फ़ामा स ट से बातचीत ई, जसने मुझे बताया क कुछ साल पहले
उसने अ का, मे सको, कैनेडा और अमे रका के सोने के शेयर का अ ययन कया था।
उसने अपना यान लगभग पाँच शेयर पर क त कया, जो उस व त शेयर बाज़ार म ब त
कम दाम पर मल रहे थे। उसक टे लीसाइ कक नी त (अपने अवचेतन मन क ई रीय ा
से संपक करने क नी त) इस कार थी :
कुछ महीने पहले मेरी एक युवा म हला से बातचीत ई, जसके पता मर गए थे। वह
इकलौती संतान थी, जसक माँ तभी गुज़र गई थ , जब वह ब त छोट थी। जब वह
लगभग आठ साल क थी, तो उसके पता उसे हवाई ले गए, जहाँ उ ह ने टापु क सैर
क । उ ह ने अपनी बेट को बताया क वहाँ उ ह ने ज़मीन के तीन लॉट ख़रीदे थे, जो उसे
कसी दन वरासत म मलगे - य क उ ह ने वे लॉट सफ़ उसी के लए ख़रीदे थे।
बहरहाल, पता क मृ यु के बाद क़ागज़ात म युवा म हला को डीड या कसी तरह का
द तावेज़ नह मला और वह यह भी नह जानती थी क उसके पता कस टापू का ज़
कर रहे थे, य क उ ह ने दोबारा कभी वह वषय नह छे ड़ा था।
मने उसे सुझाव दया क वह रात को तनावर हत हो जाए - अपने मन को शांत कर
ले। यह क पना करना ज़ री था क वह अपने भीतर क ई रीय आ मा से संवाद कर रही
थी। मने उससे इस उप थ त से संवाद करने का आ ह कया और उसे समझाया क इस
या को टे लीसाइ क स कहा जाता है और उसे न त जवाब मलेगा। शत यह थी क
उसम ईमानदारी, मा यता और जवाब पाने का व ास होना चा हए।
इसी अनुसार, उसने अपने उ चतर व से इस तजऱ् पर एक का प नक बातचीत क :
टे लीसाइ क स और अती य या ा
कई लोग ने चेतन और अचेतन प से ख़ुद को अपने नैस गक शरीर के बाहर पाया है और
उ ह यह पता चला है क उनके पास एक और शरीर है, जसे कई बार सू म शरीर,
आकाशीय शरीर, चार-आयामी शरीर आ द कहा जाता है। यह उ चतर आण वक कंपन
वाला शरीर होता है, कसी पंखे क तरह, जो इतनी तेज़ ग त से घूमता है क इसक
पंखु ़डयाँ अ य हो जाती ह।
शै णक और वै ा नक दायर म यह जाना-पहचाना त य है क मनु य केवल शरीर
नह है। यह दशाया जा चुका है क मनु य अपने शरीर से पूरी तरह वतं होकर दे ख सकता
है, सुन सकता है और अती य या ा भी कर सकता है। वग य डॉ. हॉनल हाट, जो ूक
यु नव सट म डॉ. राइन के सहयोगी थे, ने ‘शरीर के बाहर मनु य’ पर काफ़ शोध कया।
उ ह ने आगामी योग और जाँच का सुझाव दया।
आप मेरी दो अ य पु तक इनफ़ाइनाइट पावर फ़ॉर रचर ल वग और साइ कक
परसे शन: द मै जक ऑफ़ ए स ाससरी पावर म रोज़मरा के जीवन म ऐसे ी-पु ष के
बारे म ब त रोचक और अनूठे अनुभव पाएँग,े ज ह ने अपने शरीर का ेपण हज़ार मील
र कया और वहाँ दे खी-सुनी चीज़ बताने म कामयाब ए।
लूथर बरबक का नाम सभी लोग जानते ह और उनके ख़ुद के कहे अनुसार वे अपनी बहन
को टै लीपै थक संदेश भेजा करते थे, जब भी वे चाहते थे क वह उनके साथ उनक बीमार
माँ को दे खने जाए। इन अवसर पर उ ह ने कभी भी टे लीफ़ोन या तार का सहारा नह लया।
इसके बाद क कहानी रोचक थी। उसे एक ख़ास परी ा के लगभग एक स ताह
पहले एक रात को सपना आया और उसे सारे पूछे जाने वाले सवाल सपने म दख गए। बाद
म उसे बेहतरीन अंक मले और उसे काफ़ धनरा श क कॉलर शप भी मली, जससे उसे
पढ़ाई म मदद मलेगी। वह जस कार से कॉलेज जाता था, वह रा ते म ख़राब हो गई और
उसे उसी दन एक नई टे शन वैगन तोहफ़े म मली।
कार ख़राब होने पर उसने ज़ोर से दावा कया: ‘इससे केवल भला ही हो सकता है,’
और उसका भला आ भी। एक पूण और ख़ुशहाल जीवन क कुंजी इस संसार म ई र क
अ छाई म आनंद लेना है।
मरणीय ब …
1. आपको अपने अवचेतन से हमेशा उस वषय पर अंतब ध मलेगा, जस पर आप
यान दे ते ह। मसाल के तौर पर, अगर आप कसी ख़ास शेयर या शेयर के अ ययन
पर यान दे ते ह, तो आपको कसी ख़ास शेयर को ख़रीदने क एक आंत रक ेरणा,
एक अनुभू त या बल भावना मल सकती है। या जैसा एक आदमी के साथ आ,
आप सपने म शेयर का नाम और शेयर क भावी ऊँचाई दे ख सकते ह। आपका
अवचेतन ऐसे तरीक़ से जवाब का नाटक यकरण कर दे ता है, जो आप जानते ही नह
ह। जवाब का लाभ लेने के लए आपको सतक रहना चा हए, एक तरह से चेतन
अव था म होना चा हए।
2. अगर आप खोई ई या ग़लत जगह रखी गई चीज़ को ढूँ ढ़ रहे ह, तो अपना आ ह
अपने अवचेतन मन के हवाले कर द और यह दावा कर क आपके अवचेतन क
सव च ा जवाब जानती है और उसे आपके सामने उजागर कर दे गी। अपने यादा
गहरे मन पर भरोसा कर, जो सब कुछ जानता है और सब कुछ दे खता है। एक
उदाहरण म, एक लड़क ने बताया क उसके पता एक सपने म दखे थे और उ ह ने
उसे पा रवा रक बाइबल का एक ख़ास प ा दे खने को कहा था। वह उसे वे सारे
क़ागज़ात मले, जनक ज़ रत उसे अपनी जायदाद पर दावा करने के लए थी।
अवचेतन के तरीक़े अबूझ होते ह।
3. आपके अवचेतन के भीतर अती य दशन, अती य वण और अ य असाधारण
श याँ ह। यह सारी बु म ा और श के साथ सह- ा त है। आपके अवचेतन
के भीतर ई रीय अ त व क सारी श याँ ह, जो बु म ा को र से ला सकती ह,
सामने वाले के म त क से जानकारी ा त कर सकती ह या कसी तजोरी म बंद
साम ी पढ़ सकती ह। अपने आ ह आ था और व ास के साथ इसे स प द और
जवाब क उ मीद कर। जस तरह सूरज सुबह उगता है, उसी तरह आपक इ छा का
भी कट करण होगा।
4. आप म त क और आ मा ह; आप अमर ह। ई र आ मा है और आ मा आपके
भीतर का जीवन स ांत है - आपक वा त वकता है। आ मा कभी पैदा नह होती
और कभी नह मरेगी। आपक या ा हमेशा आगे क ओर, ऊपर क ओर और ई र
क ओर है। मनु य क म हमा का कोई अंत नह है। अनंत काल तक भी आप कभी
ई र के सारे चम कार और म हमा को ख़ म नह कर सकते।
5. इस धरातल पर प रजन एक सरे के साथ टे लीपैथी के मा यम से संवाद करते ह। यह
कहना मूखतापूण होगा क यही प रजन जब जीवन के अगले आयाम म प ँच जाते
ह, जो हमारे चार ओर है और इस धरातल को भेदता है, तो वे हमारे साथ संवाद नह
कर सकते। आपम जो आ मा और म त क है, वही उनके भीतर भी है। एक म त क
म कोई अलगाव नह है। म न त प से यक़ न करता ँ क ऐसे कई उदाहरण ह,
जहाँ आपकोे जीवन के अगले आयाम म प ँच गए प रजन से न त मूत संदेश
मलते ह। मृ यु जैसी कोई चीज़ नह होती है - मृतक से ा त संदेश के बारे म बात
करना मूखता है। जो भी कभी ज़दा रहे ह, वे इस समय जी रहे ह। आज से एक
म लयन या ब लयन साल बाद भी आप जी वत ह गे और ई र के अ धक गुण,
ल ण व चम कार उजागर कर रहे ह गे।
6. शै णक और वै ा नक हलक़ म मश र है क मनु य अपने शारी रक अ त व से
वतं होकर सोच सकता है, दे ख सकता है, महसूस कर सकता है, सुन सकता है
और या ा कर सकता है। सू म शरीर या ा या जसे अती य या ा कहा जाता है,
युग -युग से ात है। कई को अचेतन प से शरीर के बाहर के अनुभव ए ह; बाक़
ने कसी म या बीमार र तेदार से मलने पर यान क त करके सू म शरीर या ा म
योग कए ह। उ ह ने ख़ुद को उनके सरहाने पाया, जब क उनक दे खने, सुनने और
छू ने क मताएँ पूरी तरह से सही-सलामत थ । वे भूत या ेत नह ह; उ ह ने तो
सफ़ ख़ुद को एक सू म शरीर से ढँ क लया है, जो कम घन व के और सू म है, बंद
दरवाज़े के पार जाने म स म है और काल व थान को लाँघने म समथ है। याद रहे,
आप एक मान सक और आ या मक ाणी ह। कसी दन आप इन सारी आंत रक
मता और श य का उपयोग अपने वतमान तीन-आयामी शरीर से पूरी तरह
वतं होकर करगे।
7. एक बुक सोने से पहले अपना यान कसी ख़ास रेस के घोड़ पर क त करता है,
जसम वह अपने अवचेतन से वजेता के नाम पूछता है। उसे अपने अवचेतन क
श य का पूरा ान है और वह व ास तथा उ मीद से इसक ओर जाता है और उसे
हमेशा जवाब मलता है। इं लड म कई लोग ह, ज ह ने हर साल इं लश डब के
वजेता को पहले से सपने म दे खा है और फल व प दौलत कमाई है। म डॉ. ीन को
जानता था, जनका शौक घुड़दौड़ था और ज ह ने पहले से सपना दे खने क वजह से
एक चौथाई म लयन पाउंड कमा लए। उ ह ने लगातार छह साल तक रेस के
प रणाम पहले से सपने म दे ख लए थे।
8. जब आप कहते ह, ‘म सपने नह दे खता,’ या ‘म अपने सपने याद नह रख सकता,’
तो जस पल आप सुबह जाग, ख़ुद से शां त से कह, ‘मुझे याद रहता है।’ इससे पूरा
सपना आपके चेतन, ता कक म त क म प ता से आ जाएगा।
9. लूथर बरबक अपनी बहन को फ़ोन या तार करने क जहमत नह उठाते थे, जब वे
चाहते थे क वह उनक बीमार माँ से उनके साथ मलने जाए। इसके बजाय वे उसे
एक टे लीपै थक संदेश भेजते थे, जो बहन को हमेशा मल जाता था और वह इसका
पालन करती थी।
10. बेलफ़ा ट, मेन के डॉ. फ़नीज़ पाकह ट व बी ने 1847 म कहा था: ‘म जानता ँ
क म अपने व प को सारभूत कर सकता ँ और री पर नज़र आ सकता ँ।’
उ ह ने कई रो गय के साथ यह कया और अपने सू म या चार-आयामी शरीर म
उनक दे खभाल क , जो इस पल हम सभी के पास है। व बी ने द शत कया क
हम अती य ाणी ह, जो समय, थान या पदाथ के घटक से नयं त नह होते ह।
11. कॉलेज का एक युवा व ाथ नय मत और सु नयो जत प से यह दावा करता है क
उसके अवचेतन मन क ई रीय ा उसक पढ़ाई म उसका मागदशन करती है और
सारे जवाब उसके सामने उजागर करती है। अ सर, उसका अवचेतन परी ा से पहले
उसके मन के पद पर सारे सवाल उजागर करके त या करता है। वह जागता है
और सारे जवाब पढ़ लेता है - वह हमेशा पाता है क जो सवाल उसे सपने म दखे थे,
ब वही सवाल उसक परी ा म आए, जो शायद एक या दो स ताह बाद ई। इसे
पूव-दशन कहते ह, यानी कसी घटना के होने से पहले उसे दे ख लेना। सवाल पहले से
ही मन म ह। उसने तो सफ़ वहाँ संपक कया और सवाल पता कर लए। अवचेतन
मन क बु म ा क वजह से ोफ़ेसर ने वही सवाल पूछे, जब क सारे समय वे यही
सोच रहे थे क उनका चेतन मन नणय ले रहा था और सवाल चुन रहा था। इसी लए
कई ोफ़ेसर अपने काय के प रणाम नह जानते ह। वा तव म मान सक और
आ या मक कोण से यह व ाथ श क से यादा चतुर नज़र आता है।
5
सुझाव क श
कई साल पहले यू यॉक म मने ब लन के एक मनोवै ा नक को दे खा, ज ह ने अपने घर पर
कुछ व ा थय को स मो हत कया। उ ह ने एक व ाथ को ववाह, चच म र म और
हनीमून के सपने दे खने का सुझाव दया। सरे को यह सुझाव दया गया क वह भारत और
इसके प व मं दर के सपने दे खे। तीसरे को सुझाव दया गया क वह म लयनेअर है।
उ ह ने सुझाव दया क उनम से येक को उसका सपना याद रहेगा, ले कन उसे इस बात
क कोई चेतन मृ त नह होगी क उसे या सुझाव दया गया था।
लगभग दस मनट बाद सारे व ा थय को जगाया गया और उ ह ने जब अपने सपने
सुनाए, तो सभी सपने सुझाव क कृ त के ब अनु प थे। इसक वजह यह है क
अवचेतन सुझाव को हण करता है और केवल नगमना मक तक करता है; यह सुझाव क
कृ त के अनु प त या करता है।
बेशक, आपको कई सपने दन के दौरान आपक आदतन सोच के कारण आते ह,
दन क घटना पर आपक त या के कारण आते ह, जन सभी क छाप आपके
अवचेतन मन पर छू टती है। आपके यादा गहरे मन पर आप जो भी छाप छोड़ते ह, यह
उसका व तार करता है, उसे स य करता है और बढ़ाता है।
यादातर लोग सगमंड ॉयड के नाम से प र चत ह गे, ज ह ने 1899 म द
इंटर ीटे शन ऑफ़ ी स लखी थी। साथ ही आपने काल युंग और ऐ ऱेड एडलर का नाम
भी सुना होगा। इन सभी ने अपने रो गय के व जीवन और अवचेतन के बारे म ब त कुछ
लखा है। हर एक मनु य के सपन , आंत रक आकां ा और ेरणा क भ - भ
ा या करता है। फल व प उ ह ने मनो व ान क कई शाखाएँ वक सत क , जैसे
मनो व ेषण ( ॉयड), व ेषणा मक मनो व ान (युंग) और गत मनो व ान
(एडलर)। इनक सपन क ा या और अवचेतन के त नी त आपस म काफ़ वरोधी ह।
बहरहाल, इस पु तक का उ े य यह नह है क इनके अंतर को व तार से प कया जाए।
बहरहाल, सपन पर चचा से आपको यह पता चल जाएगा क आपको अ सर कसी सपने
म आपक कई सम या को सुलझाने क कुंजी एक प , न त जवाब के प म मल
जाती है।
एक युवा म हला क सगाई एक युवक के साथ हो चुक थी, जब वह मेरे पास परामश लेने
आई। उसने कहा क वह नह जानती क य , ले कन वह ब त परेशान थी और उदास
महसूस करती थी। वह सगाई तोड़ना चाहती थी, ले कन उस युवक क भावना को आहत
नह करना चाहती थी।
तलाक़ रोकने का सबसे अ छा समय ववाह से पहले होता है।
हमारी बातचीत के दौरान उसने बताया क उसे दस रात से लगातार एक सपना आ
रहा है, जसम लंबी दाढ़ वाला एक आदमी डे वड के तारे क ओर इशारा करता है, जसम
जूडाइ म का तीक छह न क वाला तारा है।
मने उससे पूछा क सपने का उसके लए या अथ है, य क टालमड म लखा है:
‘हर व अपनी ा या ख़ुद है।’ उसने कहा क वह अब सनागॉग नह जाती है। वह
डे वड के ोत पढ़ा करती थी, ले कन जस युवक से उसक सगाई ई थी, वह ना तक था,
जो सभी धम का मखौल उड़ाता था।
मने उसे समझाया क अवचेतन का नयम आ म-संर ण है और बेशक यह डे वड
के तारे का तीक दखाकर उसक र ा करने क को शश कर रहा है। उसका अपना
अंतब ध सही ा या को उजागर कर दे गा, य क तीक ऐसा होना चा हए, जससे इंसान
के ख़ुद के दल म घंट बज जाए।
उस युवती ने सगाई तोड़ द , जसके बाद बार-बार आने वाला सपना तुरंत बंद हो
गया। उसे शां त का गहरा आभास आ। वह सनागॉग गई और उसने डे वड के ोत के
मनन और अपनी ा या को ताज़ा कया। उसने ाथना क क ई रीय ा एक ऐसे
पु ष को आक षत करेगी, जो हर तरह से उसके सामंज य म हो और जसम सभी लोग के
भीतर मौजूद ई रीय उप थ त म गहरा स मान हो। बाद म उसक एक धम- व ाथ से
शाद हो गई और अब वह ब त सुखी है।
उसने बार-बार आने वाले सपने को एक चेतावनी माना, जो क यह था भी।
मरणीय ब …
1. सपने आपके अवचेतन मन ारा दखाए जाने वाले नाटक ह। जब आप सोए होते ह,
तो आपका अवचेतन मन ब त जा त और नरंतर स य होता है, य क यह कभी
नह सोता है। आपका अवचेतन आम तौर पर तीका मक तरीक़े से बोलता है।
वै ा नक योग दशाते ह क सपने दे खते समय च ु ग त व धयाँ होती ह। आपको
सपने म अपनी सम या के जवाब मल सकते ह।
2. आपका अवचेतन मन सुझाव का अनुगामी होता है और सुझाव क कृ त के अनुसार
त या करता है, चाहे वह सुझाव स चा हो या झूठा। मसाल के तौर पर, आप सोने
जाने से पहले ख़ुद को बार-बार सुझाव दे सकते ह क आप कलान क झील के
सपने दे खने वाले ह और आपको उन झील का एक अद्भुत का प नक
नाटक यकरण मलेगा। आप अपने अवचेतन ारा च त शानदार यावली का
आनंद लगे।
3. ॉयड, एडलर और युंग अवचेतन और सपन क ा या म अलग-अलग नी त
अपनाते ह। इस पु तक का उ े य आपको यह दखाना है क जो लोग अपनी
सम या के समाधान के लए ाथना कर रहे ह, उ ह गहरी न द म ब त प जवाब
मल जाते ह, आम तौर पर तीका मक प म और कई बार ब त ही वा त वक
तरीक़े से।
4. स ची अ भ के लए ाथना कर रही एक श का को सपने म एक न त
दरवाज़े से जाने के लए कहा गया। वहाँ उसने ख़ुद को एक आट गैलरी म पाया, जो
सुंदर प टग से भरी थी। उसके अंतब ध ने उसे बताया क यह जीवन म उसका मशन
है। उसने प टग को अपना लया और तुरंत सफल हो गई।
5. एक युवा लड़क अपने पता का छपाया पैसा नह खोज पाई, जो अचानक गुज़र गए
थे। उसने अपने अवचेतन मन से पैसे का पता- ठकाना उजागर करने को कहा। सपने
म उसके पता ने आकर उसे प नदश दए क पैसा कहाँ रखा है। अवचेतन के
तरीक़े समझ से परे ह। आप कभी सट कता से नह बता सकते क जवाब कैसे
मलेगा। आपको तो बस व ास के साथ इससे आ ह करना है और इस पर पूरा
भरोसा करना है क यह आपको जवाब दे गा और जस पल आपको इसक सबसे
कम उ मीद होती है, जवाब अचानक टपक जाएगा।
6. अवचेतन का दोहन करने का सबसे अ छा समय सोने से पहले का होता है, जब आप
तनावर हत होते ह, शां त म होते ह और नीरवता तथा गहरी न द के लए तैयार होते
ह। अगर आप कसी सम या का जवाब खोज रहे ह, तो अपने अवचेतन से बात कर
और दावा कर क आपके अवचेतन क बु म ा जवाब जानती है और आपको
जवाब पर पूरा भरोसा है; फर एक श द ‘जवाब’ को लोरी क तरह दोहराते ए सो
जाएँ और बाक़ का काम आपका अवचेतन कर दे गा। आप यही या जागते व त
भी कर सकते ह, बशत आप अपने मन को थर कर ल और 23व ोत पर मनन
कर। फर ई रीय ा और अपने भीतर मौजूद ई रीय बु म ा के बारे म सोच।
जवाब के बारे म सोच। कुछ मनट तक यह कर और फर जाने द। जवाब आपके
पास शायद तब आएगा, जब आप कसी सरी चीज़ म त ह गे।
7. य द आप धा मक वृ के ह और आ या मक वषय का अ ययन कर रहे ह, तो
आपका अवचेतन, जो आपक र ा करना चाहता है, आपके सामने एक धा मक
तीक पेश कर सकता है, जसका आपके लए गहरा अथ होगा। एक य द लड़क
क शाद होने वाली थी, ले कन उसे एक सपना बार-बार आया (हमेशा ब त
मह वपूण), जसम हर रात डे वड का तारा दखता था। अंतब ध से वह इसका
मतलब समझ गई और उसने ता वत ववाह को र कर दया। बाद क घटना ने
उसके सपने म मले जवाब क स चाई क पु क ।
8. एक प त ने हर जगह अपनी प नी क तलाश क , जो उसे छोड़कर चली गई थी।
म हला ने मागदशन और दै वी सही या के लए ाथना क । म हला के पादरी ने
ाथना क क उसके अवचेतन क ई रीय ा उसका पता- ठकाना उजागर करे,
ता क वह उसे प त ारा स पे गए 10,000 डॉलर दे सके। अवचेतन क बु म ा ने
म हला को न द म उसके पादरी क नाटक य छ व दखा द । पादरी ने बाइबल का
उ रण दया और उसे पैसे के बारे म व तार से बताया और यह भी क उसका प त
ाय त करना चाहता है। उस म हला ने सपने का अनुसरण कया, पादरी के पास
गई और पाया क उसका सपना अ रशः सच था।
6
पछले साल मने अला का म समु -पर-से मनार आयो जत कया। एक जहाजी ने बात -
बात म मुझे बताया क पछले यु म उसका जहाज़ गोलाबारी म तबाह हो गया था और
उसे छोड़कर बाक़ सभी लोग लापता थे। उसने ख़ुद को समु म एक त ते पर पाया, जहाँ
वह केवल ई र के बारे म ही सोच सकता था। उसे अपने मन के नयम का कोई ान नह
था, ले कन इस बेहद ख़तरनाक प र थ त म वह ख़ुद से बार-बार कहता रहा, ‘ई र मुझे
बचा रहा है,’ और फर वह बेहोश हो गया। जब वह जागा, तो उसने ख़ुद को एक टश
नाव पर पाया, जसके क तान ने उसे बताया क उसे जहाज़ क दशा बदलने क एक बल
ेरणा ई थी। इस जहाज़ी को नगरानी करने वाले अफ़सर ने दे खा था।
जहाजी ने ऊपर आसमान म बैठे ई र से ाथना क थी; उसे यक़ न था क वह ई र
ऊपर कह पर है - एक तरह का आ दम - जो उसक ाथना और आ ह को सुन
सकता है। उसके मन म एक तरह का अंध व ास था और वह पूरे दल से ई र पर व ास
करता था। बेशक, उसका सरल या अंधा व ास उसके अवचेतन मन म भर गया, जसने
उसके व ास पर त या क और उसे बचा लया।
मान सक और आ या मक नयम के कोण से इसे दे ख, तो उसके अवचेतन मन
क बु म ा जानती थी क सबसे क़रीबी जहाज़ कहाँ था और इसने क तान के मन पर
काय कया, उसे दशा बदलने पर मजबूर कया, जससे ना वक क जान बच गई।
आपके अवचेतन मन म कोई समय या थान का भेद नह होता है; यह सारी
बु म ा, सारी श के साथ सह- ा त है। दरअसल, ई र के सारे गुण, ल ण और
श याँ आपक परक गहराइय म मौजूद ह। आप इसे आंत रक बु म ा, शा त
मन, जीवन स ांत, अचेतन मन या अ त-चेतन मन भी कह सकते ह। दरअसल यह अनाम
है। आपको तो बस इतना जानने क ज़ रत है क आपके भीतर एक बु और ई रीय
ा है, जो आपक बु और अहं या आपक पाँच इं य के पार जाती है। यह हमेशा
आपक मा यता, आ था और आशा पर त या करती है। जहाजी ने संकट काल म
अपना पूरा व ास ई र म रख दया और यक़ न कया क कसी तरह उसे बचा लया
जाएगा। यह व ास उसके अवचेतन म भर गया, जसने उसके व ास के अनु प
त या क ।
वे मुझे पुकार, इससे पहले म जवाब ँ गा; और जब वे बोल रहे ह गे, तो म सुनूँगा।
- इसाइया 65:24।
आप चाहे जो खोजते ह , यह पहले से ही मौजूद है, य क सारी चीज़ आपके भीतर के
ई र म वास करती ह। बाहर नकलने का रा ता, जवाब, उपचारक उप थ त, ेम, शां त,
सद्भाव, ख़ुशी, बु म ा, श ये सारी और इससे भी यादा चीज़ इसी समय अ त व म
ह और आपके आह्वान करने तथा पहचानने का इंतज़ार कर रही ह।
शां त अभी है। ेम अभी है। ख़ुशी अभी है। सद्भाव अभी है। दौलत अभी है।
मागदशन अभी है। सही कम अभी है। उपचारक उप थ त अभी है। साथ ही इस धरती क
कसी भी सम या का समाधान अभी है। आपके भीतर के ई रीय म त क के सृजना मक
वचार अन गनत और असं य ह। आपको तो बस दावा करना है, महसूस करना है, जानना
है और व ास करना है क जवाब इसी समय आपके पास आ चुका है। समाधान आ
जाएगा।
सारी चीज़ ई रीय म त क म वचार , छ वय , आदश या आपके म त क म
मान सक साँचे के प म वास करती ह और जब आप अपनी मनचाही चीज़ के साथ
तादा य कर लेते ह और साहस के साथ उस पर दावा करते ह, तो आपको जवाब मल
जाएगा। यह वै ा नक ाथना है। जब आप भीख माँगते ह और याचना करते ह, तो आप
यह मानकर चल रहे ह क आपक मनचाही चीज़ इस व त आपके पास नह है। अभाव का
यह अहसास ही अ धक नुक़सान, अभाव और सीमा को आक षत करता है।
जस ई र से आप गड़ गड़ाकर याचना कर रहे ह, उसने पहले ही आपको हर चीज़
दे द है। आप यहाँ अपने वचार या इ छा क वा त वकता पर मनन करने और पाने के लए
ह। ख़ुश ह और ध यवाद द, यह जानते ए क जब आप अपनी इ छा, वचार, योजना या
उ े य क वा त वकता पर मनन करते ह, तो आपका अवचेतन इसे साकार कर दे गा। अ छे
ा तकता बन। ई र के उपहार आपको समय क शु आत से दए गए ह। आपको अपनी
भलाई को इसी समय वीकार करना चा हए। इसका इंतज़ार य कर? आपको जन चीज़
क ज़ रत है, वे सभी इसी समय मौजूद ह।
सभी चीज़ ई र म वचार के प म रहती ह और सृ म हर चीज़ के पीछे एक
मान सक तं रहता है। मान ल क कोई वभी षका संसार के सारे इंजन को न कर दे , तो
या होगा। इंजी नयर करोड़ क तादाद म असे बली लाइन से उ ह बना लगे। इसका कारण
यह है क आप इस संसार म जो भी चीज़ दे खते ह, वह या तो मनु य के दमाग़ से आई है या
ई र के दमाग़ से। आपके मन म आने वाला वचार, इ छा, आ व कार या नाटक आपके
हाथ या दय जतना ही वा त वक है। इसे आ था और व ास के साथ पोषण दगे, तो यह
संसार के पद पर व तु का प ले लेगा।
आह्वान क ाथना
जब आप व ासपूवक ई र क नयामत , र ा और मागदशन का आह्वान करते ह, तो
जवाब मल जाएगा। सट ऑग टन के ह पो शहर के दरवाज़े पर जब श ु द तक दे रहा
था, जसके वे बशप थे, तो उ ह ने आह्वान क इस ाथना म आराम, राहत और संर ण
पाया, जो उनके दल से नकली थी :
मरणीय ब …
4. कसी भी सवाल का जवाब आपके पूछने से पहले ही आपके भीतर मौजूद है।
आपको तो बस यह पहचानना ज़ री है क आप जो कुछ चाहते ह, यह ई रीय
उप थ त और आपके अवचेतन क श के भीतर है। जब आप समाधान का दावा
कर, तो जवाब क अपे ा रख। आपक आ था के अनु प ही आपको मलेगा।
आपके यादा गहरे मन के भीतर क असी मत उप थ त और श , जसने सृ
और सारी चीज़ बनाई थ , सब कुछ जानती है, सब कुछ दे खती है और उपल ध का
ान रखती है। भीख माँगना और याचना करना यह मानकर चलना है क आपके पास
यह नह है। इस तरह से आप अभाव और सीमा को मा णत कर रहे ह। ऐसा करने
पर आप यादा ख और त को अव यंभावी प से आक षत करगे, य क आप
जस पर भी यान दे ते ह, आपका म त क उसे बढ़ा दे ता है। वचार, इ छा, मान सक
च , आ व कार, नाटक, पु तक, चाहे आपके दमाग़ म जो भी वा त वकता हो,
उतना ही वा त वक है, जतना क आपका हाथ या दय। अपनी इ छा को आ था
और उ मीद से पोषण द।
5. अगर आपका कसी संर क दे व त म अंध व ास है, तो आपका अवचेतन मन कसी
आंत रक आवाज़ या आवेग के साथ त या करेगा, जैसे कसी न त दशा म
जाने क एक आंत रक भावना, एक तरह क श शाली अनुभू त जसे आ मा का
आंत रक मौन ान कहा जाता है। दे व त वह वचार है, जो आपके यादा गहरे मन
से उ प होता है और आपक सम या को सुलझा दे ता है। चाहे आपके व ास का
आधार सच हो या झूठ, आपका अवचेतन चेतन मन के व ास के अनु प ही
त या करेगा।
6. य द आप अपनी परक गहराइय के भीतर बु म ा, श या ान को नह
पहचान पाते ह, तो यह तो वैसा ही है, जैसे यह हो ही नह ।
7. ब त कम अनुभव वाले एक युवक ने पायलट के पद के लए 2,500 आवेदक से
त पधा क , जो उससे यादा ानी थे। उसने पायलट के प म अपना च दे खा
और क पना क क वह पायलट क यु नफ़ॉम तथा फ ते लगाए है। उसने वमान
उड़ाते ए अपनी त वीर दे खी। उसने यह प त वीर क़ायम रखी, ता क उसका
अवचेतन उसक मान सक त वीर को वीकार कर ले और ब त कम संभावना के
बावजूद दस पद म से एक शीष थ पद के लए उसे चुन लया गया। यह युवक अपने
अवचेतन मन क काय व ध को जानता था।
8. ई र के लए सभी समान ह। आपके म त क और सृ के नयम थर तथा अ भ
ह। यह सोचना मूखतापूण, बचकाना और बकवास है क आसमान म कसी ई र से
भीख माँगकर या याचना करके आपके म त क या सृ के नयम आपके मामले म
श थल कर दए जाएँग।े एक बार फर, म इस बात पर ज़ोर दे ना चा ँगा क आप
अपनी ाथना का जवाब ख़ुद दे ते ह। आपका अवचेतन आपके वचार क छाप को
उजागर करता है और इस पर छोड़ी गई छाप क कृ त के अनु प त या करता
है।
9. सृ म केवल एक ही श है - दो नह , तीन नह , 100 नह , सफ़ एक। जब आप
इस श का सृजना मक इ तेमाल करते ह, तो लोग इसे ई र कहते ह। जब आप
इसका इ तेमाल नकारा मक तरीक़े से, अ ानवश या व वंसक तरीक़े से करते ह, तो
लोग इसे शैतान, बुराई, नरक आ द कहते ह।
10. लोग कई तरीक़ से ाथना करते ह। म सव च कोण से ई र के स य पर मनन
को ाथना मानता ँ। जब आप अपने म त क को ई र के स य से भर लेते ह, जो
कभी नह बदलते, तो आप अपने अवचेतन म सभी नकारा मक साँच को उदासीन
कर दे ते ह और मटा दे ते ह। आप जस पर भी मनन करते ह, वही बन जाते ह। आप
चेतन प से जस भी चीज़ के सच होने का दावा करते ह और सच महसूस करते ह,
उसे आपका अवचेतन नाटक कृत कर दे गा और संसार के पद पर े पत कर दे गा।
यही स ची ाथना है।
11. कई लोग को यह पता ही नह होता क ाथना कैसे करनी है और उनके मन म ई र
के बारे म अजीबोगरीब, व च , यहाँ तक क बचकाने वचार भी होते ह। मुसीबत के
समय वे ई र से ख़ुद को बचाने क गुहार करते ह। और कई के मन म यह बचकाना
व ास होता है क आसमान म बैठा कोई दे वता उ ह बचा लेगा। ऐसे लोग को बचा
लया जाता है। इसका कारण यह है क आपक आ था क व तु स ची हो या झूठ ,
आपको वही प रणाम मलगे, य क आपका अवचेतन आपके व ास पर सवाल
नह करता और केवल नगमना मक तरीक़े से ही तक करता है।
12. कसी र थ दे वता से भीख माँगना या याचना करना यह मानकर चलना है क आपके
पास इस व त वह नह है, जो आप चाहते ह और यह नज़ रया अ धक अभाव तथा
सीमा को आक षत करता है। इस लए आप जो चाहते ह, आपको उसका वपरीत
मलता है।
आपको यक़ न है क पेड़ बीज म है, ले कन आपको बीज बोना होगा। इसी तरह,
आपक सम या चाहे जो हो, चाहे यह कतनी ही मु कल नज़र आती हो, जवाब
इ छा है। आपक इ छा वह बीज है, जसका अ भ का अपना ख़ुद का ग णत,
काय व ध और अंदाज़ होता है। आपक इ छा उतनी ही वा त वक है, जतना क
आपका हाथ या दय।
यह वैसा ही है, जैसे रे डयो का वचार आपके दमाग़ म वा त वक है। अहसास कर -
आपके अवचेतन म ई रीय ा, जो एकमा सृजना मक श है, आपक इ छा को
साकार कर सकती है। अपने वचार और इ छा क वा त वकता म इसी समय व ास
कर। आ था और व ास के साथ इसे पोषण द। एक बीज क तरह, जसे ज़मीन म
नीचे खाद-पानी दया जाता है, यह ज़मीन से ऊपर उग आएगी। यह सफल ाथना के
प म आपके जीवन म उग आएगी। इसी लए आप व ास कर सकते ह क यह
आपके पास इस व त मौजूद है - आपके दमाग़ म यह एक वा त वकता है।
आ था या है?
इस पु तक म हम जस आ था के बारे म बात करते ह, वह पंथ, सं दाय, परंपरा, सं कार,
री त- रवाज़ या कसी ख़ास धा मक धारणा के बारे म नह है। आ था को एक मान सक
नज़ रये के प म दे ख - एक ख़ास तरह क सोच। आ था एक चेतना क संभावना है,
जसके ारा आप जानते ह क जस भी वचार को आप भावनामय करते ह और सच
महसूस करते ह, उसक छाप आपके अवचेतन मन पर छू ट जाती है और जब भी आप
अपने यादा गहरे मन को कसी वचार, योजना या उ े य से ा त करने म कामयाब होते
ह, तो यह उस छाप को व तु के प म संसार के पद पर कट कर दे ता है। आपका
अवचेतन आपके भीतर क सृजना मक श है। आपका चेतन मन वक प चुनता है,
ले कन यह सृजन नह कर सकता। दरअसल आप अपने चुनाव का महायोग ह। यादातर
लोग को इस बात का अहसास नह होता, जब क करोड़ लोग इस स य को पूरी तरह
अ वीकार कर दे ते ह। इस लए आ था सोचने क व ध है, व ास करने का तरीक़ा है, एक
मान सक वीकृ त है।
के म ट क रसायन के नयम म आ था होती है, जो व सनीय ह। कसान क कृ ष
के नयम म आ था होती है। और इंजी नयर क ग णत के नयम म आ था होती है। इसी
तरह, मनु य को अपने चेतन और अवचेतन मन क काय व ध सीखकर अपने म त क के
नयम म आ था रखना सीखना चा हए। उसे अपने मन के इन दो पहलु क अंत या को
समझ लेना चा हए।
टे लीसाइ क स काय प म
उसने अपना मान सक नज़ रया बदलकर यह अहसास कया क उसके अवचेतन क
ई रीय ा के पास उसक इ छा को साकार करने के तरीक़े थे, ले कन इसके तरीक़े कई
बार रह यमय होते ह, जनका पता लगाना आसान नह होता। उसने इस तरह शां त से दावा
कया :
म जानती ँ क मेरे अवचेतन के भीतर क ई रीय ा के पास एक ावसा यक
अनुबंध दान करने के तरीक़े ह, जो मेरी बु क समझ से परे ह। म इस अती य
बु म ा को पहचानती ।ँ म इसी समय इसी जैसे या इससे भी बड़े अनुबंध को अपने
यादा गहरे मन क बु म ा म वीकार करती ।ँ
कुछ ही स ताह म उसे पुराने अनुबंध से यादा बेहतर अनुबंध मल गया, जस पर
वह यू यॉक सट म ह ता र करने वाली थी। जब आपके साथ इससे मलती-जुलती कोई
चीज़ हो, तो ख़ुश रह और कृत बन और दल म जान ल क आपके भीतर क ई रीय ा
के पास आपके लए कोई यादा अद्भुत चीज़ है। यह ऐसे तरीक़ से आपके पास आएगी,
जनक आप क पना भी नह कर सकते।
मरणीय ब …
ाथना आपके दय क भी इ छा है
जब आप बीमार होते ह, तो आप वा य क इ छा रखते ह। जब ग़रीब होते ह, तो दौलत
क इ छा रखते ह। जब भूखे होते ह, तो भोजन क इ छा रखते ह। और अगर यासे होते ह,
तो आप अपनी यास बुझाने के लए पानी क इ छा रखते ह। य द आप जंगल म खो गए ह,
तो आप घर का रा ता जानने क इ छा रखते ह। आप ख़ुद को करने क इ छा रखते
ह, साथ ही जीवन म अपनी स ची जगह पाने क भी इ छा रखते ह। आपक इ छा आपके
भीतर जीवन क आकां ा है और आपको अपने जीवन म एक ख़ालीपन क याद दलाती
है, जसे आपको भरना चा हए। य द आप आ व कारक ह, तो आपक इ छा यह होगी क
आप अपने आ व कार का पेटट कराकर बाज़ार म उतार द। आपके मन म ेम पाने, चाहे
जाने, ज़ रत होने और मानवता के लए उपयोगी बनने क इ छा होती है।
इ छा ही सारी भावना और काय का कारण है। यह वह जीवन स ांत है, जो आपके
ज़ रये यादा उ च तर पर ख़ुद को करना चाह रहा है।
इ छा जीवन है, जो ख़ुद को साकार करना चाह रहा है, जो अब तक केवल आपके
मन म वचार- च के प म मौजूद है। इ छा ही सारी चीज़ के पीछे क श है; यही सृ
को चलाने वाला स ांत है।
याद रख, आपक इ छा का पूणता से पार प रक संबंध है। इ छा और पूणता को
कुछ हद तक कारण और प रणाम क तरह माना जा सकता है। वे सभी ध य ह, जो सही
काम करने के लए भूख-े यासे ह, सही सोचते ह, सही करते ह, सही बनते ह और व णम
नयम तथा ेम के नयम के अनुसार सही जीते ह।
मरणीय ब …
1. आपका अवचेतन सारे समय आपक र ा करना चाहता है, ले कन आपको इसक
आंत रक ेरणा , आभास और आकां ा को सुनना होता है। अ सर कसी
ख़ास सम या का जवाब आपको एक ब त प व म मलेगा, जो आपके लए
ब त साथक सा बत होता है। एक म हला ने कहा था क उसके मृत प त ने उसे सपने
म गैस जेट चालू होने क चेतावनी द थी। यह उसके अवचेतन मन का नाटक यकरण
था और यह सुर ा के 91 व ोत के ज़ रये रा कालीन ाथना पर उसके मन क
त या थी।
2. जब आप ाथना कर, तो अपनी सारी चता और मु कल पर यान क त न कर।
समाधान पर क त रह और जान ल क आपके अवचेतन क बु म ा जवाब या
समाधान ऐसे तरीक़ से उजागर कर दे गी, जनके बारे म आप कुछ नह जानते ह।
सकारा मक मान सक नज़ रया कायम रख। जब डर आए, तो ई र और सभी अ छ
चीज़ म आ था रखकर डर को हटा द।
3. अपने सभी काय म दै वी मागदशन और सही या के लए नय मत ाथना करना
एक अ छ आदत है। य द आप बाइबल या आई चग के रह य के व ाथ ह, तो
आप पाएँगे क अ सर आपका अवचेतन ोव स के कसी वा यांश से जवाब दे
सकता है या कोई ख़ास हे सा ाम बता सकता है, जो आदश जवाब दे ता है।
4. एक व ाथ को अपने सवाल के जवाब म सपने म सी े ट् स ऑफ़ द आई चग का
30वाँ हे सा ाम दखा। या उसे धम का अ ययन करना चा हए? हे सा ाम के साथ
जुड़े नदश ने कहा: और इज़राइल का काश अ न के लए होगा। - इसाइया
10:17। बाइबल और आई चग म अ न का अथ काश और उ पन है, जससे उसे
सर पर काश या ेरणा डालने के लए नद शत कया गया। अब वह मान सक
और आ या मक नयम का अ ययन कर रही है तथा ब त ख़ुश है।
5. एक चीनी व ाथ अपने उ चतर व के साथ अ सर संवाद करता है। उसक नी त
सरल है: ‘ पता, आप परम बु मान ह। मेरे सामने जवाब उजागर कर, पढ़ाई म मेरा
मागदशन कर और मुझे बताएँ क या करना है।’ कई बार उसे न द म ही उन सारे
सवाल क मान सक झलक दख जाती है, जो उसक परी ा म आने वाले रहते ह।
वह आई चग के तीका मक अथ म ेरणा और जानकारी पाता है, जससे उसे
काफ़ पैसा कमाने म भी मदद मली है।
6. ाथना आ मा क स ची इ छा है; इ छा समूची भावना और काय का कारण है।
यह वह जीवन- स ांत है, जो आपके ज़ रये उ चतर व प पर ख़ुद को करना
चाहता है। दावा कर क आपके भीतर का जीवन- स ांत, जसने आपको इ छा द
है, दै वी योजना म इसक अ भ क आदश योजना दान करता है। इसके बाद
आपका अवचेतन इसक प र ण त क आदश योजना उजागर कर दे गा।
7. जब आप बेरोज़गार ह , तो अपने भीतर क ई र-उप थ त के त समपण कर द
और अपने ज़ रये ई र के वाह के लए खुले और हणशील मा यम बनने का नणय
ल। ख़ुद से कह, ‘ई र सद्भाव, स दय, शां त, सही काय, स ची अ भ और
समृ के प म मेरे ज़ रये वा हत होता है। म जानता ँ क मेरे जीवन म ई र के
लए ये सारी चीज़ बनना उतना ही आसान है, जतना क घास का तनका या बफ़ का
कण बनना है।’ जब आप इसक आदत डाल लगे, तो आपके लए सारे दरवाज़े खुल
जाएँग।े अपना पैर पाइप पर से हटा ल और पानी को खुलकर बहने द।
8. य द आपके पास गंदे पानी क बोतल हो और आप बोतल के मुँह म साफ़ पानी बूँद-
बूँद टपकने द, तो एक पल आएगा, जब पूरी बोतल म साफ़ पानी होगा। इसी तरह,
जब आपके पास डर क भावना मक ठन हो, तो आप इन अद्भुत स य से अपने
दमाग़ को भरने के लए 27व ोत के महान स य का इ तेमाल कर सकते ह। डर
के वचार ख़ा रज हो जाएँगे - आपक मान सक शां त सु न त करने के लए
दरअसल वे न हो जाएँग।े यह व थापन का महान नयम है।
9
उसका अ य साझेदार
मेरा एक पुराना म है, जो असाधारण प से सफल है और अ सर 5 लाख डॉलर से
यादा के टॉक और बॉ ड ख़रीदता है। उसने एक बार मुझसे कहा था, ‘आप जानते ह
मफ़ , 5 लाख डॉलर तो मेरे नवेश क बा ट क एक बूँद क तरह ह।’ इस आदमी ने मुझे
बताया क उसका पूरा जीवन एक अ य मागदशक ारा संचा लत था। वह एक आंत रक
आवाज़ सुनता है, जो कुछ नवेश के लए हाँ कहती है और बा ़कय को ‘नह ’ कह दे ती है।
बचपन से ही उसक सतत ाथना यह थी: ‘म कसी बुराई से नह ड ँ गा: य क तुम मेरे
साथ हो’ ई र मेरा अ य साझेदार और मागदशक है। म एक आंत रक आवाज़ सुनता ँ,
जो प ता से मुझसे कहती है, ‘हाँ, हाँ और नह , नह ।’
ज़ा हर है, उसने अपने अवचेतन मन को इतना अनुकू लत कर लया है क वह
आंत रक ेरणा और चेताव नय को अंद नी आवाज़ के प म सुनता है, जो उसके सवा
कोई सरा नह सुन सकता। यह अती य वण या अपने यादा गहरे मन के वचार को
प ता से सुनना है।
मरणीय ब …
1. चौथा आयाम वह जगह है, जहाँ आप हर रात न द म जाते ह। सबसे चकराने वाली
कई सम या के जवाब आपको सपन और तीक म दए जाते ह। कई लोग ऐसे
सपने दे खते ह, जो सच हो जाते ह।
2. एक म हला क हीरे क क़ मती अँगूठ खो गई और कह भी नह मली। वह अपनी
क पना म अँगूठ पहनने लगी, उसने इसक मूतता और वाभा वकता को महसूस
कया और हर रात सोने से पहले कहा: ‘आपको ध यवाद, परम पता,’ जसका
उसके लए मतलब था क उसे वह अँगूठ मल चुक है। कुछ रात बाद न द म उसने
अती य तरीक़े से दे खा क अँगूठ कहाँ थी और उसे यह मल गई। उसने इसे अपनी
नौकरानी के पुराने जूत म कागज म लपटा दे खा था।
3. एक धा मक म हला ने एक ना तक से शाद क थी। वह कुं ठत थी और अपने प त
के त द मत ोध क शकार थी, य क वह उसके धा मक व ास क ख ली
उड़ाता था। उसका अवचेतन एक सपने म उसक मदद के लए आया और उसे
‘चमक ला ब चा’ दखाया, जो उसके भीतर ई र क उप थ त क जाग कता का
तीक था। वह अंतब ध से जानती थी क इसका या मतलब था और वह अपने
भीतर क दै वी उप थ त के साथ वचार और भावना म आंत रक संवाद क ओर
लौट , जससे बाद म पूण उपचार हो गया। उसने ववाह को तोड़ दया, जो दरअसल
ववाह था ही नह , ब क एक मज़ाक़ था; एक धोखा और छलावा था।
4. एक म हला 23व ोत पर यान करके अकेलेपन से उबर गई। उसके अवचेतन ने
एक आंत रक आवाज़ के प म उससे बात क , जसने कहा: ‘ सर के जीवन म
कसी आव यकता क पू त करो।’ नस होने के नाते वह काम पर गई और उसने
अपने सभी रो गय को आ था, ेम तथा व ास क अद्भुत ख़ुराक द । सारी नराशा
और हताशा ग़ायब हो गई। उसे महसूस आ क सर को उसक ज़ रत थी, उसे
चाहा जाता था, उससे ेम कया जाता था और उसक क़ क जाती थी।
5. हज़ार साल पहले उप नषद म लखा गया था, ‘मनु य अपने व म सृजनकार बन
जाता है।’ रॉबट लुइस ट वसन मनु य क ै त कृ त पर मनन कर रहे थे। उ ह एक
सपने म जवाब मला और एक पु तक का कथानक उनके दमाग़ म आया, जसे
उ ह ने डॉ. जे कल और म. हाइड नाम दया, जो लगभग सभी भाषा म अनू दत
हो चुक है।
6. एक म ट म लयनेअर समय-समय पर भारी धनरा श का नवेश करता है। उसने मुझे
बताया क उसका पूरा जीवन एक अ य मागदशक ारा संचा लत रहा है। वह एक
आंत रक आवाज़ सुनता है, जो कुछ नवेश को ‘हाँ’ कहती है और बाक़ नवेश को
‘नह ’ कहती है। बरस से उसने अपने अवचेतन को इस तरह क त या करने के
लए अनुकू लत कया है। उसक सतत ाथना है: ई र (ई रीय ा) मेरा अ य
साझेदार और मागदशक है और म आंत रक आवाज़ को सुनता ँ, जो मुझसे प ता
से कहती है, ‘हाँ, हाँ’ और ‘नह , नह ।’
7. एक शराबी के मन म इस लत को छोड़ने क स ची इ छा थी और उसका उपचार हो
गया, य क वह एक प नणय पर प ँच गया था। उसके अवचेतन ने उसके
न त नणय के अनुसार त या क । उसने यह क पना करने क सरल तकनीक
का इ तेमाल कया क म उसक वतं ता, मान सक शां त पर उसे बधाई दे रहा था।
उसने अपना यान थर और शांत कर लया। वह जानता था क तनावर हत माहौल
म वह जस मान सक त वीर को भावनामय कर लेगा और सच महसूस करेगा, वह
उसके अवचेतन पर अं कत हो जाएगी और साकार होगी। उसके अवचेतन ने काफ़
नाटक य और अनूठे तरीक़े से त या क : उसक मृत प नी और दोन बेटे एक
सपने म आकर उससे बोले, ‘डैडी, हम चाहते ह क आप ज़दा रह। हम जहाँ ह, ख़ुश
ह।’ इस चार आयामी जवाब का उस पर गहरा असर आ - उसने व रत उपचार का
अनुभव कया।
8. एक साज ट वयतनाम के जंगल म खो गया था। उसने 91व ोत क सफ़ एक
पं का इ तेमाल करते ए ाथना क और उसे रा ता मल गया।
9. उसके अवचेतन क त या अनूठ थी। उसका मृत भाई यु नफ़ॉम म उसके सामने
कट आ और उसे एक सुर त जगह पर ले गया और उसे बताया क वह वहाँ
सुर त रहेगा। ग ती दल को वह अगली सुबह मल गया और उसे वमान से कप
प ँचा दया गया। अवचेतन के तरीक़े सचमुच अबूझ होते ह।
10. एक उदास माँ ने वयतनाम यु म अपने दो बेटे खो दए थे। उसम आ मह या क
ं थ थी और उसे महसूस होता था क कसी नद म कूदने से उसका मान सक
ड ेशन ठ क हो जाएगा। उसे पता चला क उसके पास अनंत काल तक शरीर रहगे,
क वह सफ़ एक शरीर म ही नह रह रही है, ब क शरीर उसके मन और आ मा क
अभ का एक वाहन या वचार है। सम या उसके म त क म थी और
आ मह या ं थ वतं ता क उसक इ छा थी। यह जीवन के ख़ा मे क इ छा नह
थी, जो दरअसल ख़ म हो ही नह सकता। उसने इस वचार को तुरंत पकड़ लया क
उसे अपने मन म सम या का सामना करना है और इसे वह सुलझाना है, य क आप
जहाँ भी जाते ह, अपने मन को साथ ले जाते ह। उसने अपने बेटे ई र के हवाले कर
दए और उनके त ेम, शां त, सद्भाव, वतं ता तथा ख़ुशी संचा रत करके उनक
ख़ा तर नय मत ाथना करने लगी। जब भी वह उनके बारे म सोचती थी, वह एक
मौन आशीष दे ती थी: ‘ई र तुमसे ेम करता है और तु हारी परवाह करता है।’
उसक जीवंतता और मान सक शां त दोबारा था पत हो ग ।
10
उनके बुलाने से पहले ही म जवाब ँ गा; और जब वे बोल रहे ह गे, तभी म सुन लूँगा।
म वह ई र ँ, जो तु हारा उपचार करता है।
जो भी चीज़ तुम चाहते हो, जब तुम ाथना करते हो, तो यक़ न करो क तु ह वे मल
रही ह और वे तु ह मल जाएँगी।
उसने अपने दमाग़ का लंगर इन अंश पर डाल लया, यह जानते ए क ई र का ेम
उसके प त क रखवाली कर रहा है। जब उसने बाइबल के इन स य के साथ अपने मन को
सराबोर कया, तो उसे शां त का एक गहरा भाव महसूस आ। उसे महसूस आ क ई र
का कवच उसके प त को घेरे ए था।
कुछ दन बाद प त ने घर आकर बताया क एक आदमी ने उस पर तीन गो लयाँ
चला , ले कन हर बार नशाना चूक गया। सरे आदमी ने उस पर प तौल तानकर गोली
चलाने क को शश क , ले कन यह एक भी बार नह चली। यह एक चम कारी बचाव था।
बेशक प नी क व रत ाथना ने उसे न त मृ यु से बचा लया था। उसे मारने क योजना
पहले से ही अवचेतन मन म थी और चूँ क वह अपने प त के मान सक संपक म थी, इस लए
उसने इसे हण कर लया। अपने मन क त वीर को बदलकर वह ई र क उप थ त के
ज़ रये यह अहसास कर सकती थी क उसका प त कहाँ था और वह उसक जान बचाने म
कामयाब ई।
मरणीय ब …
टे लीसाइ क स आ था के जा को बनाने म
कस तरह मदद करती है
आ था कोण
सोचने का एक तरीक़ा है, जसके ारा आप स ांत और शा त स य के
से सोचते ह। आ था को इस सृजना मक मान सक नज़ रये या व ास और
आ त के भाव के प म दे खा जा सकता है क आप जस चीज़ क ख़ा तर ाथना कर
रहे ह, वह साकार हो जाएगी। बाइबल क से आ था का मतलब कसी ख़ास पंथ,
सं दाय या धा मक मा यता म व ास नह है। आपक आ था अपने मन के सृजना मक
नयम म होनी चा हए। आपके अवचेतन मन म ई रीय ा (ई र) क समझ आपक
आ था और व ास पर त या करती है।
दरअसल, अगर आप इस बारे म सोचने के लए ठहर, तो आप हर चीज़ आ था के
अनुसार करते ह। य द आप गृ हणी ह, तो आप आ था से केक बनाती ह। आप कार चलाने
क यो यता म आ था से कार चलाते ह। मसाल के तौर पर, कार चलाना सीखते समय
आपने कुछ वचार याएँ और मांसपेशीय ग त व धयाँ बार-बार दोहराई थ । कुछ समय
बाद कार चलाना लगभग वचा लत या बन गई। आपके अवचेतन क वचा लत या
ारा आपने बना कसी चेतन यास के ख़ुद को कार चलाते पाया। इसी तरह आपने तैरना,
नाचना, चलना, टाइ पग करना और कई अ य चीज़ करना सीखा था।
आप जीवन के नयम क समझ और आ था को बढ़ा सकते ह। य द आप अपने
चार ओर दे ख, तो यह प हो जाता है क इस बदलते ए संसार म जो भी चीज़ हा सल
ई है, वह आ था ारा कट क गई है। कसान ने कृ ष के नयम म आ था रखना सीख
लया है। बजली का काम करने वाले ने, जसक व ुत के स ांत म आ था है,
सुचालकता और रोधकता के नयम के बारे म जतना वह सीख सकता है, सीख लया है।
वह जाग क है क व ुत एक उ चतर पोट शयल से न नतर पोट शयल तक वा हत होती
है। के म ट क रसायन शा के स ांत म आ था है, ले कन उसके शोध और खोज का
कोई अंत नह है।
उसक आ था क वजह से वह बना आँख के दे ख पाया
कुछ स ताह पहले एक आदमी ने मुझे फ़ोन करके कहा क वह एक गंभीर ऑपरेशन कराने
के लए अ पताल जा रहा है। उसने कहा क वह अपनी मदद के लए कुछ आ या मक
वा य चाहेगा। मने उसे मन ही मन यह दोहराने का सुझाव दया, ‘ई र डॉ टर और नस
को मागदशन दे रहा है। मेरे अंदर का ई र इस समय मेरा उपचार कर रहा है। ई र क
उपचारक श म मेरा पूण व ास है।’
ऑपरेशन के बाद, जो सफल रहा, उसने मुझे बताया क ऑपरेशन के दौरान वह
अपने शरीर के बाहर था और उसने पूरा ऑपरेशन दे खा। उसक आँख बंद थ और उसके
शरीर म एने थी सया था। उसने डॉ टर और नस क आवाज़ प ता से सुनी। एने थी सया
दे ने वाले ने कहा क उसके दय क धड़कन बंद हो गई थी। उसने उसके दय के आस-
पास एक इंजे शन लगाया और एक नस वहाँ मा लश करने लगी। उसने ख़ुद को अपने
शरीर से पूरी तरह वर पाया और उसे महसूस आ क अब वह इसका ह सा नह था।
फर अचानक उसने ख़ुद को दोबारा अपने शरीर म पाया। जब वह जागा, तो उसने डॉ टर
को हर वह चीज़ बता द , जो उसने दे खी और सुनी थी।
इस आदमी का वा य अब पहले से ब त बेहतर है। उसने मुझसे कहा, ‘म अब
पहले से यादा काम करता ँ। म आपक द ई ाथना का इ तेमाल करता ँ। म हमेशा से
ई र क उपचारक श म यक़ न करता था, ले कन मरने के बाद दोबारा ज म लेने पर तो
वह यक़ न प का हो गया है।’
इस इंसान को अब मृ यु का कोई भय नह है, य क वह मनोवै ा नक प से तो
एक तरह से पहले ही मर चुका था। उसने ख़ुद को अपने शरीर के बाहर पाया और वह लंबे
समय से मृत र तेदार क उप थ त के बारे म भी जाग क था। इतना ही नह , वह डॉ टर
और नस क कही हर बात को दोहराने म भी समथ था। उसने ख़ुद को इस वल ण थ त
म पाया क वह ख़ुद को ही नीचे दे ख रहा था, हालाँ क वह अपने शरीर से नतांत पृथक होने
के बारे म पूरी तरह जाग क था। इस अनुभव ने ई र म उसक आ था को बढ़ाकर शत
तशत कर दया।
हर एक क कसी न कसी चीज़ म आ था होती है। तथाक थत ना तक को कृ त
के नयम , व ुत, रसायन शा और भौ तक के स ांत म आ था होती है। ना तक
लगातार उसी का इ तेमाल कर रहा है, जससे वह इ कार कर रहा है। मसाल के तौर पर,
जब वह कुस उठाता है, तो वह उस अ य श का इ तेमाल कर रहा है, जससे वह
इ कार करता है। जब उसे कोई सम या होती है, चाहे यह ग णत म हो, यू लयर फ़ ज़ स
म हो या च क सा म हो, तो वह हमेशा अपने से ऊँची बु वाले को खोजता है।
कसी भी अणु या परमाणु के म ण ने कभी कोई संगीत रचना नह लखी, कोई सुंदर
गरजाघर नह बनाया या समन ऑन द माउंट नह लखा। एक अमूत और अ य उप थ त
व श है, जो संसार के परमाणु और अणु को आकार म ढालती है, ले कन इस
अ य ा और श को तौला या मापा नह जा सकता।
मरणीय ब …
हमारी शंकाएँ ही ग ार ह
और अ सर को शश करने से हम डराकर
उस अ छाई को गँवा दे ती ह, जसे हम अ सर जीत सकते थे।
मरणीय ब …
य डॉ. मफ़ :
यह जानने म आपक च होगी क मने लॉकोमा या कांच ब के उपचार के लए
अमे ज़ग लॉज़ ऑफ़ कॉ मक माइंड पावर के हाड कवर सं करण म पृ 106 पर द
गई ाथना का इ तेमाल कया, जो सामा य आँख म डालने वाली दवा से ठ क नह हो
रहा था। सरी पं म मने ‘मेरी आँख को दोबारा बनाने’ श द डाल दए। इसम पाँच
महीने लगे। आप समझ सकते ह क जब भी बीमारी का वषय आता है, तो म हर बार
आपक पु तक क पेपरबैक तयाँ दे ना य पसंद करती ँ।
जी वी
यू यॉक
उस म हला ने अमे ज़ग लॉज़ ऑफ़ कॉ मक माइंड पावर क इस ाथना का इ तेमाल कया
था :
सृजना मक ा, जसने मेरा शरीर बनाया है, अब मेरी आँख को दोबारा बना रही है।
उपचारक उप थ त जानती है क उपचार कैसे करना है। यह ई र क आदश योजना
म मेरे शरीर क हर को शका का कायाक प कर रही है। म डॉ टर को यह बताते ए
सुनती और दे खती ँ क म पूरी तरह व थ हो गई ँ। मेरे दमाग़ म अब यह त वीर है।
म डॉ टर को प ता से दे खती ँ और म उसक आवाज़ सुनती ँ; वह मुझसे कह रहा
है, ‘आप ठ क हो गई ह। यह एक चम कार है।’ म जानती ँ क यह सृजना मक च
मेरे अवचेतन मन म गहरे उतर रहा है, जहाँ इसे वक सत कया जा रहा है और
हक़ क़त म बदला जा रहा है। म जानती ँ क ई रीय उपचारक उप थ त सारे
वपरीत क माण के बावजूद मुझे ठ क कर रही है। म इसे महसूस करती ँ, म
इसम व ास करती ँ। म अब अपने ल य के सामंज य म आ रही ँ - आदश
वा य।
आप तुरंत दे ख सकते ह क उसे उ लेखनीय प रणाम य मले। वह लगन से जुट रही, यह
जानते ए क दोहराव, आ था और अपे ा के ज़ रये वह इन स य को अपने अवचेतन तक
प ँचा रही है। उसके अवचेतन मन क उपचारक श ने उसक ाथना क कृ त और
साम ी के अनु प त या करते ए उसक आँख ठ क कर द ।
टे लीसाइ क स और ाथना
जैसा पहले बताया गया था, टे लीसाइ क स आपके अवचेतन के साथ संपक करके
सम या के समाधान और जवाब पाना है। बाइबल कहती है, सफ़ श द कहो और मेरे
सेवक का उपचार हो जाएगा। - मै यू 8.8। श द एक प प से प रभा षत वचार या
भलाई क धारणा है। उपचार का मतलब केवल शारी रक उपचार ही नह है, ब क मन का,
धन का, पा रवा रक संबंध का, आपके या कसी सरे से संबं धत कारोबारी और आ थक
थ तय का उपचार भी है।
आपका चेतन मन चयनशील होता है, इस लए शंका, चता, आलोचना आ द पर
क त न ह । शंकालु और ग़ैर- व ासी को मु कल समय का सामना करना होता है।
श द आपका व ास है - आप जसम सचमुच व ास करते ह। आप ज दबाज़ी करके या
शी ता करके या कसी तरह का मान सक दबाव डालकर ाथना म सफल नह होते ह।
अपने अवचेतन को कोई चीज़ करने के लए ववश करना वैसा ही है, जैसे कोई म हला कहे,
‘मुझे यह सम या श नवार को सुलझाना है - यह बेहद मह वपूण है।’
तनाव त या च तत होने के बजाय अपना आ ह शां त से आ था और व ास के
साथ अपने अवचेतन मन को स प द, यह जानते ए क जस तरह ज़मीन म बोया गया
बीज अपनी तरह के फल दे ता है, उसी तरह आपके आ ह का जवाब भी आपक इ छा के
अनु प ही होगा।
मरणीय ब …
टे लीसाइ क स क श , जो जीवन क
अ छ चीज़ आपक ओर लाती है
प छले स ताह एक म हला से मेरी बातचीत ई, जो ब त उ न थी, य क उसके प त
ने उसे बताया था क वह उसे छोड़कर एक सरी म हला के साथ रहने जा रहा है।
उसने कहा क तीस साल के वैवा हक जीवन के बाद यह ब त बड़ा झटका था। मने उसे
एक पं का मतलब समझाया:म अपने सारे लेश म बेहद ख़ुश ँ - को र थय स 7:4।
इसका मतलब है क चाहे जो हो जाए आपको ख़ुश होना चा हए क ई र यानी आपके
अवचेतन मन के भीतर क सवश मान जी वत आ मा के पास आपके लए भ व य म
कुछ अ छा है। आपको तो बस अपने मन और दल को खोलना है तथा अद्भुत उपहार को
अपने अ त व क गहराइय से पाना है।
मने यह भी सुझाव दया क उसे ‘प त को छोड़ दे ना’ चा हए और उसके लए जीवन
क सारी नयामत क कामना करनी चा हए, यह जानते ए क दै वी सही काय उसे
संचा लत करते थे; य क स चा ेम हमेशा मु करता है। मने कहा क उसे यह अहसास
करना होगा क जो प त के लए सही काय है, वह उसके लए सही काय है। इसी अनुसार
उसने अपने प त को पूरी तरह से मु कर दया और लास वेगस म तलाक ले लया। वह
ख़ुद से बार-बार कहती रही, ‘म आनं दत ँ और ध यवाद दे ती ,ँ य क ई र के चम कार
और वरदान इस समय मेरे जीवन म स य ह।’
अपने टे लीसाइ कक नज़ रये के फल व प, जसका मतलब बस यह है क उसने
अपने अवचेतन क बु म ा के साथ चेतन सामंज य बैठाया और संवाद कया, उसके पूव
प त से उ लेखनीय त या मली, जसने इस दौरान पुन ववाह कर लया था। उसने उस
म हला को क़ानूनी अनुबंध के अलावा 50,000 डॉलर अ त र दए। कुछ समय बाद,
जस वक ल ने उस म हला का मुक़दमा लड़ा था, उसने उसके सामने णय नवेदन कया
और अब वे सुखद प से ववा हत ह। (मुझे यह ववाह कराने का सौभा य मला था।)
उस म हला ने मुझसे कहा, ‘म अब जान गई ँ क टे लीसाइ क स या है: इसका
अथ ई र के साथ संपक करना है।’ इस म हला को अहसास आ क ‘अपने लेश म
आनं दत होने’ का एक आंत रक अथ था। इसका अथ यह नह है क आप दद होने या
बीमार होने या ासद का अनुभव करने म आनं दत ह । इसके बजाय आप तो इस लए ख़ुश
होते और ध यवाद दे ते ह, य क आप जानते ह क एक ई रीय उपचारक उप थ त है, जो
हमेशा उपचार करने और आपके अ त व को दोबारा नया करने क इ छु क है, बशत आप
अपना दलो दमाग़ इसे ा त करने के लए खोल द। यही नह , आप इस लए आनं दत होते
ह, य क आप जानते ह क ई रीय जीवन क इ छा यादा वतं ता, ख़ुशी, आनंद, शां त
और जीवंतता के लए है - सरे श द म, अ धक चुर जीवन। जीवन हमेशा आपके ज़ रये
यादा ऊँचे तर पर ख़ुद को करना चाहता है। टे लीसाइ कक बन जाएँ; अपने यादा
गहरे मन म ई रीय समृ के साथ संवाद कर। आपको शानदार और अद्भुत त या
मलेगी।
मरणीय ब …
य डॉ. मफ़ ,
लगभग पाँच साल पहले मने आपका रे डयो सारण सुनना शु कया, जसने तुरंत
मेरा यान ख च लया, य क आपके कथन ब त साहसी, भावी और सकारा मक
थे, जनम से कई उसके ठ क वपरीत थे, जो मुझे मेरे जीवन के पूरे पचास साल म
बताया गया था। मेरा जीवन अ त- त हालत म था, आ थक से, आ या मक
से और घरेलू से, इस लए मने तक कया क आपक नसीहत पर अमल
करने म या नुक़सान हो सकता है।
म वलशायर एबेल थएटर म आपके र ववार सुबह के वचन म जाने लगा और मने
आपक पु तक द पावर ऑफ़ यॉर सबकॉ शस माइंड पढ़ । इस पु तक क वजह से
मेरी सोच म 180 ड ी का प रवतन आ। जब मेरी सोच बदली, तो मेरी प र थ तयाँ
भी बदल , य क ऐसा होना अ नवाय है।
जब मने पहलेपहल आपके वचन सुनना और पढ़ना शु कया, तो मेरी कार इतनी
पुरानी थी क म शम से बचने के लए उसे वलशायर एबेल से थोड़ी र ही खड़ी करता
था। मेरे पास कोई नौकरी या पद नह था, न ही म यह जानता था क मुझे कस तरह
क नौकरी या पद क तलाश करनी चा हए। मेरा प रवार और म एक भीड़ भरे
अपाटमट म रह रहे थे और मेरा कराया बाक़ था। म डरावनी, नराशाजनक मान सक
अव था म था और यह नह जानता था क कस ओर मुडूँ
दे खए, डॉ. मफ़ , प र थ तयाँ सचमुच बदल गई ह, इतनी यादा क मुझे ख़ुद को
चकोट काटनी पड़ती है, ता क यह सु न त कर लूँ क ये सारी अद्भुत चीज़ सचमुच
मेरे साथ हो रही ह। और म आपको इसका ेय दे ता ँ, य क यह आपक नसीहत
ही थी, जसने मुझे सही मोड़ दखाए। तब से म आपक कई पु तक पढ़ चुका ।ँ
अब मेरा ख़ुद का कारोबार है, जसे बढ़ते दे खकर म हर दन आनंद लेता ँ। हमारा
एक सुंदर, आरामदे ह घर है, जहाँ से पहाड़ी का सुंदर नज़ारा दखता है। मेरी प नी और
मेरे पास अपनी पसंद दा कार ह, जनम सारी सु वधाएँ ह। हमने कई नए, अद्भुत म
बनाए ह। हमारे सारे ब चे (छह) सुखद प से ववा हत ह और कारोबारी जगत म
सफल हो रहे ह। म नह जानता क और कस चीज़ क कामना क ँ । सचमुच ‘मेरा
याला लबालब भर चुका है।’
म आपक रे डयो म न को 5 डॉलर त माह योगदान दे ने का संक प लेता ,ँ
ता क आप उस तरह ‘बताते रह, जो क स चाई है।’ दल क तलहट से आपको
ध यवाद और ई र आपक झोली भरता रहे।
हमेशा शुभाकां ी,
लुइस मेन ड
पुनः : आप इस पूरे प या इसके ह से का, जसम नाम-पता शा मल ह, कसी भी
तरह से उपयोग कर सकते ह: 2688 बैनबरी पी1, लॉस एंजे लस, सीए, 90065।
आज रात म सपना दे खने वाला ँ, मुझे सपना सुबह याद रहेगा; सपने म मुझे समाधान
दया जाएगा और जस पल जवाब मलता है, म जागकर उसे अपने ब तर के पास
रखे नोटपैड पर लख लूँगा।
वह कई साल से इस तकनीक को आज़मा रहा है। उसे इस तरह बेहद असाधारण जवाब
मले ह। हाल म वह 5 लाख डॉलर का कज़ लेना चाहता था, ले कन सभी बक ने इ कार
कर दया। सपने म एक पुराना बकर म उसके पास आकर बोला, ‘म तु ह पैसे दे ँ गा।’
उसने तुरंत जागकर संदेश लख लया और सुबह उसने अपने पुराने म को फ़ोन कया,
जससे वह बीस साल से नह मला था। उसे बना कसी द क़त के कज़ मल गया।
एक और बार, जब उसे अपने बेटे के साथ सम या आ रही थी, तो बेटे क माँ सपने
म दखी। माँ ने उससे कहा क लड़का पादरी बनना चाहता था और अपने प त को सलाह द
क वे लड़के क इ छा पूरी कर दे , य क इससे उसक कुंठा का उपचार हो जाएगा। बेटे से
बात करने पर उस आदमी ने पाया क यही सही समाधान था और उसे अपने बेटे के साथ
आगे कोई सम या नह आई।
इस भवन नमाता ने अपने अवचेतन से आ ह कया, जो सब कुछ जानता है, क
यह उसके सपने क अव था म जवाब उजागर करे और चूँ क अवचेतन हमेशा सुझाव का
अनुसरण करता है, इस लए इसने दए गए सुझाव क कृ त के अनु प त या क ।
उसके सपने म दखने वाले पा बस उसके अवचेतन मन के नाटक यकरण थे, जो उसके
सामने जवाब इस तरह दे ते थे, ता क उसका यान और पूण व ास खच जाए। इस तरह
उसके सपन ने उन काय का सुझाव दया है, जो उसक गत सम या को सुलझाने
म सबसे सफल रहे ह।
1. एक म हला पचास साल से नकारा मक तरीक़े से सोच रही थी। उसने द पावर ऑफ़
यॉर सबकॉ शस माइंड पु तक पढ़ और एक अ त- त जीवन को शां त और ख़ुशी
के जीवन म बदल लया। उसम बताई गई तकनीक पर अमल करने पर उसके जीवन
के सभी पहलु का कायाक प हो गया।
2. आप सोने से पहले अपने अवचेतन से बात कर सकते ह और इसे इस तरह नदश दे
सकते ह: ‘म आज रात सपना दे खने वाला ँ। म सुबह अपने सपने को याद रखूँगा;
मुझे सपने म समाधान दया जाएगा और जवाब आते ही म जाग जाऊँगा और उसे
अपने सरहाने के पास रखे नोटपैड म लख लूँगा।’ आपका अवचेतन सुझाव का
पालन करता है और आप इसके ारा दए जाने वाले जवाब से आ यच कत हो
जाएँग।े इसे ान, भावना और समझ के साथ करगे, तो आपको न त प रणाम
मलगे।
3. सोने से पहले कसी ज टल सम या के समाधान पर यान क त कर; आपके
अवचेतन क बु म ा आपक न द म समाधान पर काम करेगी और आपके सामने
जवाब पेश कर दे गी।
4. जस पर आप श दशः दावा करते ह, उसे आपका अवचेतन वीकार कर लेता है।
आपक मान सक सहम त के बना कसी सरे के पास आपको वच लत करने
क श नह है। आपका शरीर घर म उप थत हो सकता है, ले कन आपका वचार
आपके भीतर के ई र के साथ रह सकता है। सामने वाला कारण नह है;
कारण आपका ख़ुद का मन और आ मा है। ई र के संपक म आएँ और उस परम
पता, स दय व नेक के ोत के कोण से सोच, बोल और काम कर। अपने
श ु को आशीवाद द; अहसास कर क वे अपनी स ची जगह पर ह और दावा कर
क आप दै वी योजना म सुखद अंत दे खने के लए अपनी ख़ुद क जगह पर ह।
5. सर के कथन या काय आपको वच लत नह करते ह; वच लत तो इन चीज़ पर
आपक त या करती है। अपने भीतर ई र क उप थ त पर मनन करके ख़ुद को
तर त कर। इसक आदत डाल ल और आप सर के नकारा मक वचार तथा
कथन के त आ या मक तर ा वक सत कर लगे।
6. कोई भी थ त नराशाजनक नह है। जब कसी य का दे हावसान हो, तो यह
अहसास कर क हर अंत एक शु आत है और य के ई र म नए ज म पर
आनं दत ह । ‘मृत’ जीवन के चौथे आयाम म काय कर रहे ह और उनके पास
नए शरीर ह। वे उनक या ा पर, जसका कोई अंत नह है, आपके ेम, ाथना
और आ के हक़दार ह। एक ने मरेकल ऑफ़ माइंड डाइनै म स का एक
अ याय ‘हर अंत एक शु आत है’ पढ़ा। ऊपर से काश मलने पर उसका पूरा जीवन
बदल गया।
7. आप श द क च क सा का अ यास कर सकते ह। जब डर भरे वचार आएँ, तो मन
ही मन ‘अद यता’ श द बोल। जब वधा त ह , तो ‘शां त’ श द दोहराएँ। जब कोई
सम या आए, तो ‘ वजय’ श द दोहराएँ। जब च तत ह , तो ‘धीरज’ श द दोहराएँ।
जब आप इन श द को दोहराते ह, तो आप अपने अवचेतन मन क सुषु त श को
स य कर दे ते ह और आपके जीवन म चम कार होने लगते ह।
16
कुं ठत ोध के भाव
उसके प त को अ सर और हाई लड ेशर हो गया था। वह कुं ठत ोध और गहरे े ष का
शकार था, ले कन वह इतना द बू था क एक श द भी नह बोल पाता था। वह बीस साल
से घर म इस अराजकता को झेल रहा था।
उन दोन ने अपने भीतर दे खना शु कया। प नी को अचेतन प से अचानक
अहसास आ क उसने एक ऐसे आदमी से शाद क थी, जो ख़ुद को शो षत, जो का
ग़लाम, द बू और प गा होने दे ता था। प नी को अहसास आ क वह स चे ेम से मह म
थी। उसके प त तथा प त के म हला र तेदार के त उसक अ धकारवा दता व गहरी ई या
दरअसल उस ेम क हसरत थी, जससे वह बचपन म वं चत रही थी। यही नह , वह दे खने
लगी क उसने दरअसल पता क छ व से ववाह कया था।
प त ने आ ख़रकार कहा, ‘म उस ब पर प ँच गया ँ, जहाँ म उकता चुका ँ। मेरा
डॉ टर कहता है, “बाहर नकल आओ!” उसक लगातार बकवास मुझे बीमार बना रही है
और जीवन असहनीय है।’
बहरहाल, वे सहमत ए क वे ववाह को ‘क़ायम’ रखना चाहते थे। प नी के लए
पहला क़दम यह तय करना था क वह ऐसे काम न करे और ऐसी बात न कहे, जो उसके
प त को चोट प ँचाती थ और अपमा नत करती थ । बदले म, प त ने पु ष और प त होने
के अपने अ धकार , वशेषा धकार और सु वधा का ढ़तापूवक इ तेमाल करने का
नणय लया। अब वह प नी के गु सैल वहार तथा अपमानजनक भाषा के त द बू या
दासवत् नह रहा।
दपण उपचार
मने उनम से येक को एक ाथना द , जो सबसे सरल ाथना म से एक है। इसे ‘दपण
उपचार’ कहा जाता है। प नी दन म तीन बार अपने बेड म म दपण के सामने खड़े होकर
साहस के साथ यह दावा करने के लए तैयार ई :
कैसे एक नई आ म-छ व हा सल ई
मने कुछ समय पहले एक बेलगाम लड़के से बात क , जसे उसक चाची मेरे पास लाई थ ।
उसक सम या पर बातचीत करने पर यह प हो गया क उसके मन म एक दबंग माँ क
छ व थी, जो उसे न तो ेम करती थ , न ही समझती थ । जहाँ तक वह याद कर सकता था,
बचपन से लेकर पं ह साल क उ तक वे शारी रक दं ड और आलोचना के ज़ रये
आ ापालन कराती थ ।
अठारह साल क उ म इस लड़के को लड़ कय के साथ ब त मु कल आ रही थ ।
उसने दावा कया क उसे कसी के साथ भी तालमेल बैठाने म ब त मु कल होती थी।
उसक चाची ने कहा क वे उसे अपने घर ले आ , जहाँ ेम और सौहाद का माहौल है।
ले कन यहाँ आकर वह अपने चचेरे भाई-बहन से जलने लगा, ज ह इतना यार करने वाले
माता- पता मले थे।
मने उसे समझाया क उसका वतमान नज़ रया बस एक र ा तं था, जसक वजह
से वह दयालु और दो ताना लोग को अ वीकार करता था, और यह सब उसके बचपन के
सदमे भरे अनुभव क वजह से आ था। उसके पता ने उसक माँ को तब छोड़ दया था,
जब वह एक साल का था और वह अपने पता से भारी नफ़रत करता था, ज ह उसने कभी
नह दे खा था और ज ह ने उसके साथ कभी संपक नह कया था।
इस युवक को समझ म आने लगा क बेशक उसक माँ ख़ुद से नफ़रत करती थ ,
य क इंसान को कसी सरे से नफ़रत करने से पहले ख़ुद से नफ़रत करनी होती है। वह
म हला उस नफ़रत को अपने पूव-प त, अपने बेटे और अपने सभी क़रीबी लोग क ओर
सा रत कर रही थी।
लड़के के लए उपचार सरल था। मने उसे बताया क उसे तो बस यह करना था क
वह अपनी माँ क छ व को बदल ले। मन के नयम पर बातचीत करने म उसे अहसास आ
क उसके मन म उसक माँ क जो छ व थी, वही उसक ख़ुद के बारे म भी छ व थी, य क
उसके दमाग़ म जो भी छ व मौजूद रहेगी, वही उसके अवचेतन ारा ली जाएगी और उसके
ख़ुद के व म भर द जाएगी।
तकनीक यह थी: उसने अपने मन म अपनी माँ क ख़ुश, सुखद, शां तपूण और
ेमपूण त वीर रखी। उसने क पना क क उसक माँ मु कुरा रही थ , दमक रही थ और
उसे गले लगा रही थ तथा कह रही थ , ‘म तुमसे यार करती ँ। म ख़ुश ँ क तुम लौट
आए।’
छह स ताह बाद मुझे इस युवक का संदेश मला। वह रीनो म अपनी माँ के पास लौट
चुका है और उसे एक इले ॉ न स फ़म म एक ब ़ढया नौकरी मल गई है। उसने अपनी माँ
क पुरानी छ व को ख़ म कर दया है और वनाशकारी, नफ़रत भरी छ व से मु पा ली है।
साथ ही, उसने एक नई आ म-छ व पा ली है, जसने उसके जीवन का कायाक प कर दया।
दै वी ेम उसके दय म व हो गया और ेम ने अपने से वपरीत हर चीज़ को घोल दया।
ेम मु करता है; यह वतं करता है; यह ई र क आ मा को स य करता है।
एक म हला के ेम क श
फ़ेट मै ज़ीन के अग त 1969 सं करण म यह लेख शा मल था :
वह एक नई आ म-छ व के ेम म पड़ गया
लास वेगस के एक कैसीनो म एक असाधारण गायक के साथ बातचीत म उसने मुझे बताया
क कई साल तक वह एक वेटर था, ले कन उसके मन म गाने क बल इ छा हमेशा से थी।
उसके जन म ने उसका गीत सुना था, उनका कहना था क उसके पास वे सारे गुण और
यो यताएँ ह, जो असाधारण गायक बनने के लए चा हए।
जस रे तराँ म वह काम करता था, वहाँ के एक ाहक ने उसे द पावर ऑफ़ यॉर
सबकॉ शस माइंड नामक पु तक द , जसे उसने चाव से पढ़ा। उसने कहा क हर रात वह
पु तक म बताई एक तकनीक पर अमल करता था। वह हर शाम को लगभग दस मनट तक
शां त से बैठ जाता था और क पना करता था क वह मंच पर था और एक अद्भुत
ोतासमूह के सामने गा रहा था। उसने इस मान सक छ व को प और वा त वक बनाया।
उसने क पना क क ोता ताली बजा रहे ह और उसके म उसक शानदार आवाज़ पर
उसे बधाई दे रहे ह। उसने उ ह मु कुराते ए दे खा और उनके का प नक हाथ मलाने क
वाभा वकता को महसूस कया।
लगभग तीन स ताह बाद अवसर मला और अ भ का एक नया ार उसके
लए खुल गया। जस चीज़ क वह परक प से क पना कर रहा था और महसूस कर
रहा था, उसने व तुपरक तरीक़े से उसका अनुभव कया। ेम एक भावना मक बंधन है और
जब वह अपनी यादा बड़ी छ व के साथ सामंज य करने लगा, तो उसके अवचेतन ने
त या क और उसके दय क इ छा पूरी हो गई।
ेम क उपचारक श
दो साल पहले म एक वसायी से मला, जो ‘दाद’ यानी शग स से ब त बीमार था,
जससे उसे ब त दद होता था। वह दल के दौरे से भी परेशान था। ऐसा लगता था, जैसे
प र थ तय के तालमेल ने उसे आ थक और शारी रक प से तोड़ दया था। बुरे नवेश
क वजह से उसने लगभग वह सारा पैसा गँवा दया था, जो उसने अपने जीवनकाल म
बचाया था। यही नह , उसे मृ यु का बल डर भी था।
उस समय मने उसके सबसे बड़े ेम के त आ ह कया - उसक पं ह साल क
बेट , उसक इकलौती संतान। मने इस ब पर ज़ोर दया क वह उसके ेम, नेह और
यान क हक़दार है। उसे अपने पता के संर ण क ज़ रत है और संसार म अपनी जगह
खोजने के लए श त होने क भी ज़ रत है। मने इस बात पर भी ज़ोर दया क चूँ क वह
अपनी बेट से ेम करता था और उसे उसके लए माता- पता दोन क भू मका नभानी
पड़ती थी (लड़क के पैदा होते व त ही उसक माँ मर गई थ ), इस लए उसे अब यह
सु न त करना चा हए क उसक बेट के पास वे सभी लाभ रह, जो केवल ेमपूण माता-
पता दान कर सकते थे।
मने उसे एक सरल तकनीक द : वह घर पर अपना च बार-बार दे ख,े वह घर म चल
रहा है, अपनी डे क पर बैठा है, डाक खोल रहा है और फ़ोन का जवाब दे रहा है। उसे अपने
ख़ुद के घर म अपनी बेट के आ लगन क वाभा वकता, मूतता और ठोसपन का अहसास
भी करना था।
मने उसे एक ाथना द और कहा क वह इसे भावना और आ था के साथ दन के
दौरान कई बार दोहराए: ‘परम पता, म आपको उस चम कारी उपचार के लए ध यवाद
दे ता ,ँ जो इस समय घ टत हो रहा है। ई र मुझसे ेम करता है और मेरी परवाह करता है।’
इस आदमी ने इन नदश का न ापूवक पालन कया। कुछ स ताह बाद जब वह अ पताल
म था और अपने घर पर डे क पर अपना च दे ख रहा था, तो अचानक कुछ आ। मुझे
ऐसा महसूस आ, जैसे मुझे अंधकार से नकालकर च धयाने वाली रोशनी म ऊपर उठाया
गया है। मुझे महसूस आ क दै वी ेम मेरी आ मा म भर रहा है। मुझे महसूस आ, जैसे
ख से वग तक मेरा कायाक प हो रहा है।
उ लेखनीय वा य लाभ आ और आज वह ख़ुश व आनं दत है और ब त सफल
ावसा यक जीवन जी रहा है। वह अपने नुक़सान क भरपाई कर रहा है और उसक बेट
कॉलेज म है।
जब कोई बीमार और नराश होता है, तो उसके बल ेम के त आ ह
करना अ छा रहता है, य क ेम सबको जीत लेता है।
मरणीय ब …
टे लीसाइ क स नई श य के लए आपके
अवचेतन का दोहन कैसे कर सकती है
अ पने मन के चेतन और अवचेतन पहलु के ान से आप अद्भुत सृजना मक वचार
और ेरणा हा सल कर सकते ह। आपका चेतन मन, जसे कई बार व तुपरक मन भी
कहा जाता है, ता कक, व ेषणा मक मन है। जब आप सोने जाते ह, तो आपका चेतन
मन आपके अवचेतन मन से सृजना मक प से जुड़ जाता है। गहरी न द म आपका मन
शरीर क सभी अ याव यक या का पूण भार ले लेता है। तब आपका अवचेतन मन
सव ापी व तुपरक मन के साथ एक होता है और सारी बु म ा तथा श के साथ सह-
अ त व म होता है।
आप इस सव ापी मन का दोहन करना और सभी े म सृजना मक वचार तथा
ेरणा हण करना सीख सकते ह।
टे लीसाइ क स और ‘म कल या बजाऊँगा?’
मने पछले कुछ दन म का टअवेज़ होटल के कई अ त थय से बातचीत क है, ले कन मेरी
सबसे उ लेखनीय बातचीत ड लन, जॉ जया के एक आदमी से ई, जसे हम मै स नाम
दगे।
हम अवचेतन मन क श य के बारे म बात कर रहे थे। उसने मुझे बताया क साल
म एक बार वह कुछ स ताह के लए लास वेगस आता है और लेट वील पर ‘अंक ’ से
खेलता है। उसक तकनीक यह है क वह अपनी पीठ के बल लेटकर अपनी आँख बंद कर
लेता है और एक उन द , ग़ा फ़ल अव था म दा ख़ल हो जाता है। इस तं ामय, शांत अव था
म वह अपने अवचेतन मन से यह बोलता है: ‘मुझे कल खेलने वाले अंक बताओ।’
उसने मुझे बताया क इस तकनीक से उसे अद्भुत सफलता मली है। साथ ही उसने
यह भी जोड़ा क वह इस तकनीक के बारे म कसी से बात नह करता है, ब क चुपचाप
न द म दखे अंक खेलता है। वह अपने त कए के नीचे एक पैड और प सल रखता है। चूँ क
उसने अपने अवचेतन को नदश दे रखा है क यह जवाब के त उसे चौक ा कर दे ,
इस लए यह उसे सही समय पर जगा दे ता है, ता क वह अंक न भूल जाए। पछले स ताह
उसने यहाँ के एक बड़े कैसीनो म 50,000 डॉलर कमाए और अब वह अपनी प नी तथा
ब च को संसार क सैर पर ले जाना चाहता है।
टे लीसाइ क स और ‘सवाल-जवाब’
आपका अवचेतन कसी भी सवाल का जवाब दे दे गा, ले कन आपको बना कसी डर या
शंका के सवाल पूछना चा हए और इस आ त के साथ पूछना चा हए क जवाब दै वी ेम
के ज़ रये दै वी योजना म मलेगा। जवाब आपको जा त घंट के दौरान भी मल सकता है।
शायद आप एक वसायी ह, जो कसी ज टल थ त का समाधान या जवाब चाहते ह;
शायद आप एक गृ हणी ह, जो मकान क ़क त चुकाने लायक पैसा चाहती है; या शायद
आप एक इंजी नयर ह, जो कसी ब त गंभीर सम या को सुलझाना चाहता है। याद रख,
आपका अवचेतन केवल जवाब जानता है।
दन के समय क तकनीक
कई वसायी, साथ ही पेशेवर और वै ा नक लोग इस नी त पर अमल करते ह: कसी शांत
कमरे म जाएँ, थर हो जाएँ, तनावमु ह और यह सोच क आपके भीतर क ई रीय ा
तथा ई रीय बु म ा आपक सारी अ याव यक श य को नयं त कर रही है और पूरी
सृ को ग णतीय सट कता व ु टर हत सट कता से शा सत कर रही है। अपनी आँख बंद
कर ल और अपना सारा यान जवाब या समाधान पर क त कर, यह जानते ए क आपके
भीतर क ई रीय ा आपके आ ह पर त या करेगी। अपने सवाल के जवाब के
अलावा कसी चीज़ के बारे म न सोच। कुछ मनट तक इस शांत, तनावर हत, न य
मान सक अव था म बने रह। य द आप अपने मन को भटकता पाएँ, तो इसे जवाब के मनन
पर दोबारा लौटा ल। य द जवाब तीन-चार मनट म नह आता है, तो छोड़ द और सरे काम
म जुट जाएँ। य द सम या का वचार आपके मन म आता है, तो बस ख़ुद से कह, ‘मने
अपना आ ह कर दया है और ई रीय ा इसक परवाह कर रही है।’
आप पाएँगे क इस मान सक नज़ रये से जवाब आपके चेतन मन म प ता से आ
जाएगा। शायद यह तब आएगा, जब आप कसी सरे काम म लगे ह गे या जब आप कसी
सरी चीज़ म उलझे ह गे, ले कन यह एक ऐसे पल म आएगा, जब आप इसक क़तई
उ मीद नह कर रहे ह गे और ऐसे अंदाज़ म आएगा, जसका आपको अंदाज़ा नह होगा।
संर ण क ाथना
एक दन म तीन-चार बार, एक बार म कुछ मनट तक शांत बैठ और दावा कर :
मरणीय ब …
म अपने पूव मँगेतर को पूरी तरह से ई र के हवाले करती ँ। म उसके त ेम, शां त
और ख़ुशी संचा रत करती ।ँ म जानती ँ क उसक या ा आगे क ओर, ऊपर क
ओर और ई र क ओर है। जब भी म उसके बारे म सोचूँगी, म तुरंत दावा क ँ गी,
‘मने तु ह ई र के हवाले कर दया है। ई र तु हारे साथ रहे।’
मने उसे यह भी ख़ास तौर पर कहा क अगले ही दन वह सबसे नज़द क चच म
जाए और अपने मन म कहे, ‘ द ेम मेरे पहले जाता है, मेरे रा ते को सीधा, सुखद और
आनंददायक बनाता है। म द योजना और द ेम म ाथना करने के लए चच जा रही
ँ।’
उसने इस ाथना क तकनीक का अनुसरण कया और चच जाने पर अगले ही दन
उसका पूरी तरह उपचार हो गया। एमसन ने कहा था, ‘ जसे करने से तुम डरते हो, उस काम
को कर दो और डर क मृ यु तय है।’ उसने ठ क यही कया और उसने सा बत कर दया क
ेम डर को बाहर नकाल दे ता है।
मोशन अब मेरा है। सफलता अब मेरी है। सही काय अब मेरा है। दौलत अब मेरी है।
दन-रात म आगे बढ़ रहा ,ँ तर क कर रहा ,ँ वकास कर रहा ँ और आ या मक,
मान सक, भौ तक, सामा जक व आ थक से समृ बन रहा ँ। म जानता ँ क
म जस पर भी मनन करता ँ, वही बन जाता ँ। म जानता और यक़ न करता ँ क
ये स य, जनका म दावा करता ँ, मेरे अवचेतन मन म जम जाएँगे - बीज क तरह वे
अपनी तरह क फ़सल दगे। म आ था और अपे ा के साथ दन म कई बार इन बीज
( वचार ) को पानी दे ता ँ। म सफल ाथना के आनंद के लए ध यवाद दे ता ँ।
शरीर और मन क व-नवीनीकरण क या
वै ा नक हम बताते ह क हर यारह महीन म हमारे पास एक ‘नया शरीर’ होता है। इस
आदमी ने जीवन के त अपना पूरा मान सक और भावना मक नज़ रया बदल लया था।
वह आ या मक स य म च लेने लगा और एक धा मक जीवन जीने लगा। इस लए जस
आदमी ने वे सारे अपराध कए थे, वह अब मौजूद नह था। अब ऐसा कोई इंसान इस संसार
म था ही नह ।
जीवन स ांत (ई र) कभी दं ड नह दे ता या नदा नह करता; मनु य ही मन के
नयम के पयोग से ख़ुद को दं ड दे ता है और नदा करता है। जब वह ख़ुद को मा कर
दे ता है और सही सोच, सही भावना तथा सही काम के ज़ रये क़ानून का सही उपयोग करता
है, तो नए मान सक साँचे के अनु प उसके अवचेतन क वचा लत त या होती है और
अतीत भुला दया जाता है तथा याद नह रखा जाता। एक नई शु आत एक नया अंत है,
य क शु आत और अंत समान ह। आ था, व ास, ेम और सबके त सद्भावना के
साथ एक नया जीवन शु कर। तब आप जान जाते ह क अंत भ और अद्भुत होगा।
शे स पयर ने कहा था, ‘वह ेम दरअसल ेम नह है, जो मौका मलते ही बदल
जाता है’ (सॉनेट 116)। ई र ेम है - इस लए यह कोई ेमर हत चीज़ नह कर सकता।
आपको ई रीय जीवन ने पहले ही मा नह कर दया है, यह सोचना अंध व ास और भारी
ग़लती है। आ म- नदा और अपराधबोध इस आदमी का रोग था। और ख़ुद को मा करना
ही उसक राहत और इलाज था। स य पर एक घंटे क बातचीत ने उसका पूरा जीवन बदल
दया और आज वह ख़ुश तथा व थ है।
मरणीय ब …
1. आपका वचार ई र के साथ आपक कड़ी है। वचार जगत पर शासन करता है।
वचार ही व तुएँ ह; आप जो महसूस करते ह, उसे आक षत करते ह; जसक आप
क पना करते ह, वही बन जाते ह। एमसन ने कहा था, ‘इंसान वह है, जो वह दन भर
सोचता है।’ आपका वचार सृजना मक है। अपने वचार के त व थ स मान रख,
य क आपके वचार ख़ुद पर अमल कराते ह।
2. जहाँ तक बाइबल का संबंध है, भावना का मतलब है कसी चीज़ म गहरी च। जब
आप अपने काम या कसी ख़ास चीज़ म बेहद च रखते ह, तो आप ज़बद त
सफलता पाएँग।े
3. चता और तनाव पूरे शरीर को कमज़ोर बना दे ते ह और इनके फल व प आलस,
थकान और ड ेशन आता है। एक आदमी गहरी चता और अ न ा का शकार था,
य क उसे अपनी मँगेतर को खोने का डर था। उसने इस मामले म उससे बातचीत
क । उ ह ने सम या को सुलझा लया और शाद कर ली। वह एक बार फर उ साही
और ख़ुश हो गया। द ेम ने उ ह एक कर दया और ा या ही इलाज थी।
4. एक म हला जब भी कसी चच के पास से गुज़रती थी, उसे अ थमा का दौरा पड़ता
था। यह एक भावना मक सदमे क वजह से था, जसे उसने नह सुलझाया था। जब
वह चच म ववाह के लए इंतज़ार कर रही थी, तो उसे ख़बर मली क वहाँ आते
समय उसके मँगेतर का कार घटना म नधन हो गया। उसने अपने पूव मँगेतर क
शां त, सद्भाव, ख़ुशी और काश के लए ाथना करके उसे मु कर दया और ख़ुद
को भी मु कर लया। फर वह साहस के साथ सबसे नज़द क चच गई और यह
दावा कया क ‘ द ेम मेरे आगे जाता है और ई र क ख़ुशी ही मेरी श है।’
उसे श का नया संचार महसूस आ। वह चीज़ कर द, जसे करने से आप डरते ह
और डर क मृ यु तय है।
5. स ची सोच सव ापी स ांत और अमर स य के कोण से सोचना है, जो कभी
नह बदलते ह: वे कल, आज और हमेशा वही रहते ह। जब आपक सोच म कोई डर,
शंका या चता होती है, तो आप दरअसल नह सोच रहे ह। जब आपके वचार ई र-
स श होते ह, तो ई र क श आपके भलाई के वचार के साथ होती है। वै ा नक
चतक कभी भी बाहरी चीज़ या घटनापूण संसार को श नह दे ता है। वह अपने
भीतर क ई र-उप थ त को श और न ा दे ता है, जो सव च और सवश मान
है।
6. सद्भाव का एक स ांत है, भाव का कोई स ांत नह है। ेम का एक स ांत है,
नफ़रत का नह है। ख़ुशी का स ांत है, ख का नह है। स य का स ांत है, झूठ का
नह है। वा य का स ांत है, रोग का नह है।
7. औसत के नयम का मतलब है इस संसार के सारे लोग क आदतन सोच। यह
अ धकांश सोच नकारा मक होती है। भीड़ रोग, ासद , भा य, आपदा और सभी
तरह के अंध व ास म यक़ न करती है। बहरहाल, असं य सरे लोग के
सृजना मक सोच क बदौलत सामू हक मन म कुछ अ छाई भी होती है, ले कन कुल
मलाकर सामू हक मन ब त नकारा मक होता है। य द आप अपनी तरफ़ से नह
सोचते ह, तो सामू हक मन, अपने डर , नफ़रत , ई या तथा ण अंध व ास के
हम खलन के साथ आप पर हावी हो जाएगा और आपक तरफ़ से सोचने लगेगा।
सामू हक मन ( जसे औसत का नयम भी कहा जाता है) से बाहर नकल और अपनी
सोच उन चीज़ पर आधा रत कर, जो भी स ची, यारी, उदा , ग रमामय, ेरक और
ई र-स श ह।
8. एक युवक जीवन म कोई ग त नह कर रहा था। उसने आ या मक प से अपने
चेतन मन को स य करना शु कया, जो ज द ही उसके अवचेतन तर पर काय
का नयम बन गया। उसे आ या मक सोच और औसत या सामू हक मन क सोच म
भारी फ़क़ मला। वह इस तरह दावा करता था: ‘ मोशन अब मेरा है। सफलता मेरी
है। सही काय मेरा है। दौलत मेरी है। समृ मेरी है।’ जब भी उसके मन म
नकारा मक वचार आए, उसने तुरंत उनक जगह पर समृ , शां त, सद्भाव,
तर क , वजय आ द के सृजना मक वचार था पत कर लए। अपने वचार के
सतत अनुशासन के ज़ रये उसने अपने जीवन का कायाक प कर लया और सभी
मायन म आगे तथा ऊपर क ओर बढ़ गया।
9. अपराधबोध और आ म- नदा से भरे एक ने अपने सारे अपराध खुलकर बता
दए और सारे ज़हर को अपनी आ मा (अवचेतन मन) से बाहर नकाल दया। उसे
आ या मक दवा क ज़ रत थी; य क जो गो लयाँ वह ले रहा था, हालाँ क वे कुछ
हद तक उसके उ च र चाप और तनाव को कम कर रही थ , ले कन वे उसके
अवचेतन मन म मौजूद ज़हर तक नह प ँच सकती थी। यह आदमी एक अ छा,
धा मक जीवन जीने लगा और मने उसे बताया क वह अब उतना ही अ छा था, मानो
वह पहले कभी बुरा न रहा हो। मने बताया क अब वह मान सक, शारी रक,
भावना मक या आ या मक कोण से वही इंसान नह रह गया था, इस लए अब
उसे कसी बेगुनाह क नदा करना छोड़ दे ना चा हए, जो वह ख़ुद था। ई र कसी
क नदा नह करता। अगर वह वतमान म एक अ छा जीवन जी रहा हो, तो
अतीत भुला जाता है - याद नह रखा जाता। यह आदमी पुरानी ग़ल तय को नह
दोहरा सकता था - इस लए उसका सचमुच कायाक प हो गया था। उसने ख़ुद को
मा कर दया और अपने अपराधबोध से आज़ाद हो गया। एक घंटे ने उसक जान
बचा ली और सभी तरीक़ से उसका कायाक प कर दया।
19
मरणीय ब …
टे लीसाइ क स आपके मन क श य को
कैसे बेहतर करती है
आ पका अवचेतन मन आपके शरीर का नमाता और पुन नमाता है, जसका सारे
तथाक थत वचा लत काय पर नयं ण होता है। यह सन, पाचन, समावेश, संचार,
उ सजन और अ य सभी वचा लत ग त व धय को शा सत करता है। अवचेतन एक
अद्भुत रसायनशा ी भी है। आप जो भोजन खाते ह, यह उसे ऊतक, मांसपेशी, अ थ,
र और बाल म बदल दे ता है, ता क नवीन को शक य तं का लगातार नमाण होता रहे।
आपका अवचेतन मृ त का भंडार भी है। आपका चेतन मन जसे भी सच मानता है
और सच के प म वीकार करता है, आपका अवचेतन उसे घ टत करा दे गा। चूँ क आपका
अ धक गहरा मन सुझाव का पालन करता है, इस लए यह आदत का थान भी है।
स मोहन के योग म आपका अवचेतन दए गए सारे सुझाव को वीकार करता है
और केवल नगमना मक तरीक़े से तक करता है। इसके न कष हमेशा आधार वा य के
सामंज य म होते ह, इस लए सारे सुझाव जीवनदायी और सृजना मक होने चा हए।
आपके अवचेतन क भाषा तीका मक होती है। यह आपके सपन म इं गत होती है,
जो अ सर आपक अपूण या द मत इ छा का नाटक यकरण कर दे ते ह। आपका
अवचेतन एक अद्भुत ब पया है; इसे प ता से जो भी सुझाव दया जाता है, यह उसका
प बना लेता है। सारे अती य अनुभव का थान होने के नाते, यह काल और थान से
वतं अंतब ध से अनुभू त दे ता है। आपको यह भी याद रखना चा हए क आपके अवचेतन
के भीतर अ त चेतन मन ( जसे एमसन ने ेट ओवरसोल कहा था) या ई र या परम ा
क उप थ त भी है। सरे श द म म ँ या जी वत आ मा सवश मान आपके भीतर है,
जो सब कुछ जानती है और सब कुछ दे खती है। आपके अवचेतन म असीम बु म ा,
असीम ेम और असीम त व के सारे गुण व ल ण ह, जसे ई र कहा जाता है।
आपका चेतन मन पाँच इं य के मा यम से बाहरी संसार को पहचानता और
समझता है: यह अनुगम, नगमन, व ेषण और सा य के ज़ रये तक करता है। आप
अपने चेतन मन से चुनाव करते ह, योजना बनाते ह और ारंभ करते ह, जो इ छाश के
थान के प म काय करता है। आपक इ छाश इ छा, नणय और संक प से बनती है।
आप अपने चेतन मन से एका होते ह। अपने एका यान के ज़ रये आप अपने
अवचेतन मन पर छाप छोड़ते ह। चूँ क आप अपने चेतन मन से क पना करते और
मान सक च बनाते ह, इस लए आप जो बनना चाहते ह, करना चाहते ह और पाना चाहते
ह, उसका प मान सक च बनाकर आप अपने अवचेतन को यादा भावी ढं ग से
सराबोर करते ह। आपका चेतन मन सृजना मक सोच, बोलने और क पना म चेतन नयं ण
क श के ज़ रये सफलता और समृ को आदे शत कर सकता है। आप समृ और
सफलता के वचार से अपने अवचेतन को संतृ त कर सकते ह।
टे लीसाइ क स और मू छा क अव था
म वग य जेरे डाइन क म स से लंदन, इं लड और कॉक, आयरलड म उनके घर म कई
बार मला था। (वे अनसीन एडवचस, द ट् स ऑफ़ लयोफ़ास और कई अ य पु तक
क ले खका ह।) इं लड के कुछ अ णी वै ा नक ने उनक जाँच क है, जन सभी ने उनक
उ लेखनीय अती य श य को मा णत कया है।
मेरी उनके साथ कई बैठक , य क अती य अनुभू त और सभी तरह के
अती य संसार म मेरी हमेशा से च थी। मस क म स ब त शांत होकर एक न य,
रहणशील, अती य अव था म दा ख़ल हो जाती थ । उनका अवचेतन मन पूरी तरह से
डू ब जाता था। अचानक वे दावा करती थ क उनके नयं क ‘ए टर’ ने कमान सँभाल ली है
और फर वे वचा लत ढं ग से असाधारण जानकारी का प ा दर प ा लखने लगती थ ।
एक उदाहरण म उ ह ने बताया क मेरी गुज़र चुक बहन मैरी ए नेस संवाद कर रही
थ । प े पढ़ने पर मने पाया क कई पैरा ाफ़ गै लक म थे, कुछ ांसीसी म थे और कुछ
लै टन म थे - ऐसी भाषाएँ जो जेरे डाइन नह बोलती थ । लखने म मेरी बहन ने छह संग
बताए, जनके ारा म उसे पहचान सकता था, जो सभी बेहद सट क थे। उसने हमारे बचपन
के बारे म अंतरंग ववरण बताए तथा कई भ व यवाणी के कथन भी कहे, जो सभी बाद म
वाक़ई सच ए।
इस संग म म सोचता ँ क जेरे डाइन बस लेखक मा थ और उन घटना के
बारे म लख रही थ , जनके बारे म वे दरअसल कुछ नह जानती थ । जब जेरे डाइन ने
लखना पूरा कया, तो उ ह ज़रा भी पता नह था क उ ह ने या लखा था। इस करण म
माण ज़बद त थे। मुझे यक़ न है क अगले आयाम म प ँच चुक मेरी बहन ही सचमुच
संवाद कर रही थी।
सामा य अती यश
कई अती य ह, जो मान सकता क आदश प से चेतन अव था म रहने पर
आपके मन के ववरण का दोहन कर सकते ह। मता हर एक म होती है, ले कन कुछ
लोग ने इसे सर से यादा हद तक वक सत कर लया है।
मरणीय ब …
1. आपका अवचेतन आपके शरीर का नमाता है। यह आपके शरीर के सारे अ याव यक
काय को नयं त करता है। यह मृ त और आदत का थान भी है। यह केवल
नगमना मक तरीक़े से तक करता है। अपने अवचेतन को उन आधारवा य से पोषण
द, जो सच ह और यह उसी अनु प त या करेगा। आपका अवचेतन आँख के
बना दे खता है और कान के बना सुनता है। आपके अवचेतन म ई रीय बु म ा
और अनंत ा है। सरे श द म, आपक परक गहराई के भीतर ई र के सभी
गुण और श याँ ह।
2. आपका चेतन मन ता कक, व ेषणा मक मन है। आप अनुगमा मक तरीक़े से,
नगमना मक तरीक़े से और सा य ारा चुनते ह, तौलते ह, जाँच करते ह और तक
करते ह। आपका चेतन मन आपके अवचेतन को नयं त करता है। आपका चेतन
मन जसे भी सच मानता और वीकार करता है, उसे आपका अवचेतन घ टत करा
दे गा।
3. वग य जेरे डाइन क म स, जो मेरी पुरानी म थ , एक न य, अती य,
हणशील अव था म प ँचकर वचा लत लेखन का अ यास करती थ , तभी
अचानक उनका नयं ण ‘ए टर’ ले लेता था। उनके हाथ को नयं त कया जाता था
और वे वदे शी भाषा म लखती थ , ज ह वे नह समझती थ । वे सट क जानकारी
तथा भ व यसूचक कथन बताती थ , जो बाद म सचमुच घ टत होते थे। वे एक अध-
मू छत अव था म प ँच जाती थ और उ ह ज़रा भी पता नह रहता था क वे या
लख रही ह। कई संग म मुझे यक़ न है क अगले आयाम के ी-पु ष उ ह लखा
रहे थे। यही नह , उनके पास उन भाषा का कोई ान नह था, जनम वे लखती
थ।
4. कई अती य लोग पूरी तरह सामा य, चेतन अव था म रहते ए आपके अवचेतन
मन का दोहन कर सकते ह।
5. एक न त मा यम मू छा क अव था म एक टे बल उठा सकती थी और ख़ुद को भी
ज़मीन से कमरे क छत तक उठा लेती थ । मने इसे कई बार होते दे खा। मू छा क
अव था म एक आइ रश मा यम एक ोफ़ेसर से बोली क उनक माँ उसके ज़ रये
उनसे बात करने वाली ह। माँ ने अपने बेटे से ीक म खुलकर लगभग पं ह मनट तक
बात क । ोफ़ेसर ने कहा क उ ह यक़ न था क यह उनक माँ ही थ । इस करण
म, कई मूत प कट ए, जनम से कई ने बातचीत क और ग़ायब होने से पहले
पाँच-छह मनट तक क़ायम रहे।
6. साइकोमी ट कसी क एक अँगूठ , प या कपड़ा लेकर सट कता से उस
, उसक आदत , वृ य , बीमा रय और उसके पते- ठकाने का भी वणन कर
सकता है। इसका कारण यह है क उस का व अँगूठ या कपड़े पर
अं कत होता है। अती य म हला आपके सबसे अंद नी वचार म भी दा ख़ल हो
सकती है।
7. कई लोग एक अंद नी आवाज़ सुनते ह, जो उ ह ख़तरे क चेतावनी दे ती है और उ ह
बताती है क अपनी र ा कैसे कर। कई बार ये चेताव नयाँ रात के सपन म आती ह।
एक जहाज़ के अफ़सर ने अपने यादा गहरे मन को यह नदश दे ने क आदत डाली
क आंत रक आवाज़ हमेशा सभी मायन म उसक र ा करेगी, उपचार करेगी और
भला करेगी। इस तरह से उसने झूठे आभास को हटा दया। फल व प यह हमेशा
उसके अ धक ऊँचे व क आवाज़ बनी रही।
8. कई बार सए स म जब मा यम मू छा म होता है, तो दे हर हत श य क आवाज़
हवा म भरी लगती ह। म तथा सरे मौजूद लोग ने इनम से कुछ आवाज़ से लंबी
बातचीत क है और हम बेहद बु म ापूण जवाब मले ह। मुझे यक़ न है क इनम से
कई आवाज़ मा यम के अवचेतन क थ , जब क सरी आवाज़ जीवन के सरे
आयाम से आई थ । आप कसी को स मो हत कर सकते ह - मू छा क
अव था म उसे सुझाव दे सकते ह क वह आपका भाई है, ले कन चूँ क वह आपके
भाई को नह जानता, इस लए वह आवाज़ या लहज़े म उसक नक़ल नह कर
सकता।
9. अगले आयाम म दे हांतर से तुरंत पहले या तुरंत बाद कसी यजन क छाया को
महसूस करना संभव है। यह यजन क आपसे संवाद करने क गहन इ छा पर
आधा रत है। आप जो दे खते ह, वह आपके प रजन के चौथे आयाम के शरीर और
व का ेपण है।
10. आवाज़ या पदचाप के प म छाया एक वचार- प हो सकता है, जसका मतलब है
क कोई ऐसा , जसके साथ उस घर म हादसा आ है, अपनी मौत क स चाई
बताने के लए लाला यत है। वचार- प तथाक थत ‘मृत ’ के व का
आकार ले लेते ह। जब आप संदेश को सुनते ह और वचार- प से बात करते ह, तो
यह ओझल हो जाता है - य क इसका मक़सद पूरा हो जाता है
11. काला जा , तं -मं और भावनापूण टोना सभी एक ही ेणी म आते ह:
नकारा मक, वनाशकारी सोच और मन के नयम का पयोग। यह नकारा मक
सोच भारी अ ान पर आधा रत होती है। सुझाव श तो है, ले कन सबसे बड़ी श
नह है। सबसे बड़ी श सव च ा या आपके भीतर क जीवंत आ मा है, जो एक
और अ वभा य है। यह सद्भाव, स दय और ेम के प म चलती है। आप सर के
सारे नकारा मक सुझाव और वचार को अ वीकार कर सकते ह। सर के सुझाव
म कोई श नह होती, जब तक क आप उ ह श न द। य द कोई आपसे कहता
है, ‘आप असफल होने जा रहे ह,’ तो आप जानते ह क आप सफल होने, जीतने के
लए पैदा ए ह। भीतर का ई र असफल नह हो सकता, इस लए सामने वाले का
नकारा मक सुझाव सफलता और वजय म आपके व ास को बलवान करता है।
एक लड़क को बताया गया क सरे उसे मारने के लए जा -टोना कर रहे ह। उसने
अनंत के साथ एक होने का दावा कया। वह जान गई क ई र का ेम उसे चार ओर
से घेरे ए था और उसने यह बात अपने दलो दमाग़ म भर ली। उसने सर को कोई
श नह द , ब क अपना यान उस एकमा श क ओर मोड़ा, जो ेम के प
म होती है। सरी लड़ कयाँ, जो उसके बुरे और मौत क कामना कर रही थ , एक
कार घटना म मारी ग । सरे श द म, उ ह ने अपनी जान ख़ुद ली। यह सु न त
कर क आप केवल उसी क कामना कर, जो यारा है और सर के लए हतकर है।
जो आप सरे के लए सोचते और चाहते ह, उसे आप अपने मन, शरीर और अनुभव
म उ प कर लेते ह।
12. यादातर वचा लत लेखक अध-मू छा म जाकर गूढ़ कृ त के अद्भुत संदेश हण
करते ह और सबसे ज टल सम या के जवाब उजागर करते ह। वचा लत लेखक
अपने हाथ म एक कलम पकड़ती है। अचानक उसका अवचेतन कमान सँभाल लेता
है और उसके चेतन ान के बना लखने लगता है। एक और रोचक ब यह है क
आप कसी पेन या प सल को क़ागज़ या लेट पर लखते दे ख सकते ह, जब क
कसी का हाथ उसके आस-पास न हो। मने यह कई बार होते दे खा है। वचा लत
लेखक दावा करती है क संदेश दे हमु श य से आते ह, मौजूद लोग के प रजन
या म से आते ह, जो अब अगले आयाम म रह रहे ह। कई मामल म म इसे सच
मानता ँ। आपको यह याद रखना चा हए क आप कभी भी बना शरीर के नह
रहगे। जब आप दे हमु आ मा या दे हमु श य के बारे म पढ़ते ह, तो बस यह
अहसास कर ल क इसका मतलब यह है क वे एक तीन-आयामी शरीर म काम नह
कर रहे ह, ब क कसी चौथे-आयामी दे ह म काम कर रहे ह। आपके पास अनंत
काल तक शरीर रहगे। ऐसा कोई कारण नह है क आप अगले आयाम म प ँच चुके
अपने प रजन का संदेश नह सुन सकते। वे अ सर प रजन से सपन म संवाद करते
ह।
13. कसी ब त अ छे अती य या मा यम के लए यह संभव है क वह गलास
या बोतल को छु ए बना बोतल खोल दे और शराब गलास म डालकर पेश करा दे ।
यह आपके अवचेतन मन क श य म से एक है। वा तव म, आपके शरीर म कोई
श नह है। इसम अपनी कोई बु नह है, कोई इ छाश और कोई पहलश
नह है - जड़ता इसका ल ण है। श तो आपक आ मा और मन म होती है।
14. जब कोई संवेदनशील या अ छ अती य म हला आपसे संपक करती है, तो वह
आपके मन को पढ़ती है। आपके वचार और उनके कट करण मन म एक ह, जैसे
क पेड़ बीज म पहले से ही होता है। आपका मन कालातीत और थानर हत है।
आपका अवचेतन केवल नगमना मक तरीक़े से ही तक करता है। आपके वचार
व तुएँ ह। जब तक क आप अपना मन न बदल, कसी अती य क
भ व यवा णयाँ यादातर मामल म ब त सट क होनी चा हए, जो उसक मान सक
कुशलता, बु म ा और अंतब ध पर नभर करता है।
15. 1847 म डॉ. फ़नीज़ पाकह ट व बी अपनी पहचान को घनीभूत करके सैकड़
मील र के रो गय के सामने कट हो सकते थे और उनका इलाज कर सकते थे। वे
अपने सू म या चार-आयामी शरीर को े पत कर सकते थे, जो आपके वतमान
शरीर का त प है। वे लोग के मन को पढ़ सकते थे, उ ह उनके रोग का कारण
बता सकते थे और उनका उपचार कर सकते थे। वे अती य भी थे। वे कभी भी
मू छा म नह गए, ब क हमेशा चेतन बने रहे। रो गय से बात करते समय अपनी
आँख खुली रखते ए वे वणन कर सकते थे क कई मील र का एक सरा रोगी
उतरकर नीचे क मं ज़ल वाली डनर टे बल पर आ रहा था और वह बीमारी से पूरी
तरह से ठ क हो गया था।
समापन
अपने भीतर क ई रीय उप थ त और श के संपक म आएँ और दावा कर, महसूस कर
और जान ल क आप ऊपर से े रत ह, क सवश मान क आ मा आपके मन म वा हत
होती है और ई र आपके ज़ रये सोचता है, बोलता है, काय करता है और लखता है। दावा
कर क आपके श द चाँद क त वीर म सोने के सेवफल ह और वे आ मा के लए मधुर
तथा अ थय के लए वा यवधक ह। यह अहसास कर क ई र आपसे ेम करता है और
आपक र ा करता है! जान ल क उसक शां त क नद आपके दलो दमाग़ को सराबोर
कर दे ती है। महसूस कर क आप प व सव व मानता म डू बे ह और द काश क
चकाच ध म नहा रहे ह। यक़ न कर क अब आप उसे पश करते ह, जो हमेशा है और उस
पल का अनुभव करते ह, जो हमेशा क़ायम रहता है।