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टे लीसाइ क स

टे लीसाइ क स
अपनी छपी ई अवचेतन श य
को कैसे जा त कर

डॉ. जोसेफ़ मफ़

अनुवाद : डॉ. सुधीर द त


मंजुल प ल शग हाउस ा. ल.
कॉरपोरेट एवं संपादक य कायालय
तीय तल, उषा ीत कॉ ले स, 42 मालवीय नगर, भोपाल- 462 003
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वतरण के
अहमदाबाद, बगलु , भोपाल, कोलकाता, चे ई, हैदराबाद, मु बई, नई द ली, पुणे

जोसेफ़ मफ़ ारा ल खत मूल अं ेजी पु तक टे लीसाइ क स का ह द अनुवाद

कॉपीराइट © 1973 जोसेफ़ मफ़


जे. एम. ड यु. ुप इंक. और द जीन मफ़ ट
ारा सवा धकार सुर त

यह ह द सं करण 2015 म पहली बार का शत

ISBN 978-81-8322-603-5

ह द अनुवाद : डॉ. सुधीर द त


यह पु तक इस शत पर व य क जा रही है क काशक क ल खत पूवानुम त के बना इसे या इसके कसी भी ह से
को न तो पुनः का शत कया जा सकता है और न ही कसी भी अ य तरीक़े से, कसी भी प म इसका ावसा यक
उपयोग कया जा सकता है। य द कोई ऐसा करता है तो उसके व कानूनी कारवाई क जाएगी।
वषय-सूची
यह पु तक आपके लए या कर सकती है

1. टे लीसाइ क स क जा ई श कस तरह आपके जीवन को आदश बना सकती है


2. टे लीसाइ क स कस तरह युग पुराने महान रह य को उजागर करती है
3. टे लीसाइ क स को अपने लए चम कार कैसे करने द
4. टे लीसाइ क स आपको भ व य दे खने और अंतब ध क आवाज़ पहचानने क श
दे ती है
5. टे लीसाइ क स कस तरह सपन म जवाब उजागर करती है
6. भावी टे लीसाइ कक तकनीक और ाथना क याएँ - वे आपके लए कैसे काम
करती ह
7. टे लीसाइ क स क मदद से वह ाथना कैसे कर, जो कभी नाकाम नह होती
8. टे लीसाइ क स के रह यमय ोत के समीप कैसे जाएँ
9. ाथना के चार-आयामी जवाब के प म टे लीसाइ क स का इ तेमाल कैसे कर
10. टे लीसाइ क स आपके मन क यादा ऊँची श य को कैसे स य करती है
11. टे लीसाइ क स आ था के जा को बनाने म कस तरह मदद करती है
12. टे लीसाइ क स कैसे सही नणय का मागदशन दे ती है
13. टे लीसाइ क स और आपके अवचेतन के चम कार
14. टे लीसाइ क स क श , जो जीवन क अ छ चीज़ आपक ओर लाती है
15. टे लीसाइ क स को अपने जीवन का कायाक प कैसे करने द
16. कैसे टे लीसाइ क स आपको एक नई आ म-छ व क श दे सकती है
17. टे लीसाइ क स नई श य के लए आपके अवचेतन का दोहन कैसे कर सकती है
18. टे लीसाइ क स और ई रीय ान के साथ आपक कड़ी
19. टे लीसाइ क स कैसे मन के नयम को स य करती है
20. टे लीसाइ क स आपके मन क श य को कैसे बेहतर करती है

समापन
यह पु तक आपके लए या कर सकती है
टे लीसाइ क स (अती य श ) का मतलब है अपने मन क व भ और आ यजनक
श य के साथ लगातार सं ेषण। रोचक बात यह है क टे लीसाइ क स क श हर इंसान
के पास होती है। चाहे यूरोप हो, ए शया हो, अ का हो, ऑ े लया हो या हमारे दे श
अमे रका के ही व भ शहर ह , जहाँ भी म जाता ,ँ लोग मुझे बताते ह क आ यजनक
अदो हत श य से उनका संपक आ, ज ह ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दया।
यह पु तक पूरी तरह से ावहा रक और ज़मीन से जुड़ी है। यह उन सभी लोग के
लए लखी गई है, जो अपनी इ छा को साकार करने और ज़ रत क चीज़ पाने के लए
अपने मन म छपी दौलत का इ तेमाल करना चाहते ह। अगर आप सही तरीक़े से अपने
अवचेतन मन के नयम का पालन करते ह, तो आपको तुरंत प रणाम मल सकते ह। इस
पु तक के हर अ याय म आपको ऐसी सरल व ावहा रक तकनीक और आसान योजनाएँ
मलगी, जनक मदद से आप भरा-पूरा और सुखी जीवन जी सकते ह।
टे लीसाइ क स आपको सखाती है क चुनौ तय , मु कल , मुसीबत व दै नक
जीवन क अ य सम या का सामना कैसे कर और उनसे कैसे नबट। यह आपके भीतर
क असाधारण श य को तुरंत स य करने क वशेष तकनीक भी बताती है।

इस पु तक क अनूठ वशेषताएँ
इसम आप सीखगे क भावी घटना का च कैसे दे ख और य द वे नकारा मक कृ त क
ह , तो गूढ़ श य के इ तेमाल से उ ह कैसे बदल। आप सीखगे क अपनी अंतब ध और
अ य अती य श य को कैसे वक सत कर, ता क आप वतं ता और मान सक शां त
के राजमाग पर प ँच जाएँ। आप काले और सफ़ेद जा के अंध व ासी उ म को जानगे
और यह भी क तथाक थत वूडू शाप या अ य नकारा मक सुझाव को कैसे नकारा और
अ वीकार कया जाए, य द वे आप पर नकारा मक भाव डाल रहे ह ।
इस पु तक म, आप अती य अनुभू त क श य का इ तेमाल करना भी सीखगे।
आप तथाक थत ‘मृत’ लोग के साथ संवाद कर सकते ह और यह पता लगा सकते ह क
या कसी प रजन ने सचमुच आपसे बातचीत क है। कई लोग अभौ तक शरीर क
आवाज़ के साथ लंबी बातचीत करते ह और उ ह असाधारण प से बु म ापूण उ र
मलते ह। आप जानगे क कोई संवेदनशील या अती य वचा लत लेखन (पेन या
प सल का इ तेमाल कए बना) का कैसे अ यास करता है और कमाल क सट कता के
साथ भावी घटना को कैसे उजागर करता है।
इस पु तक के कई अ याय लखते समय मेरे दमाग़ म से समैन, टे नो ाफ़र,
डा कए, गृ हणी, वसायी, काउंटर के पीछे खड़े लक, व ाथ , पेशेवर , लगभग वे
सभी लोग थे, जो जीवन म अपने सपन , इ छा और मह वाकां ा को पूरा करना
चाहते ह। इस लए हर अ याय सरल और ावहा रक तकनीक से भरा आ है, जसम
बताया जाएगा क अपने अती य मन क श य का आह्वान करने के लए या करना
है और यह काम कैसे करना है। और आपको यह जानकारी भी मलेगी क आपके अवचेतन
मन म एक ई रीय ा रहती है, जो स चा जवाब जानती और दे ती है।

इस पु तक क कुछ झल कयाँ
इस पु तक म असल ज़दगी के कुछ उदाहरण ह, जो बताते ह क टे लीसाइ कक या
अती य श य का इ तेमाल करने से लोग को कैसे लाभ आ है :

➤ कॉलेज का एक व ाथ फ़ेल हो रहा था, ले कन अचानक उसे अहसास आ क ई र


कभी फ़ेल नह हो सकता - ई र के साथ संपक जोड़ने पर उसे ज़बद त सफलता
मली।
➤ सपने म एक युवा नस ने दे खा क जस हवाई जहाज़ से वह जाने वाली है, उसका
अपहरण हो गया है। उसने अपनी या ा र कर द और बाद म उस वमान का सचमुच
अपहरण हो गया।
➤ एक से स मैनेजर ने अपना यान एक ख़ाली द वार पर क त कया और उस पर उन
वा षक ब आँकड़ क मान सक त वीर दे खी, ज ह वह हा सल करना चाहता था।
उसे ज़बद त प रणाम मले।
➤ एक म हला चार लोग से डर रही थी, जो उसके अ न के लए ाथना कर रहे थे। वह
संसार क एकमा श के साथ जुड़कर अपने डर से उबर गई और अब शां तपूण
जीवन का आनंद ले रही है।
➤ हवाई म एक म हला ने तथाक थत काले जा और वूडू शाप पर हँसना सीख लया।
उसने अपने भीतर क श को खोजा और कहा, ‘अब म वतं ँ।’
➤ व व ालय क एक व ाथ जीवनसाथी को पाने के लए ाथना कर रही थी और
उसने अपने भावी प त को सपने म एक पु तक बाँह म दबाए दे खा। वह दो महीने बाद
उससे मली और उनक शाद हो गई।
➤ टे लीसाइ क स क बदौलत एक पु लस अ धकारी ने कोक न और हेरोइन का बड़ा अवैध
ज़खीरा खोज लया। यह सब उसके सामने एक सपने म उजागर कया गया था। नशीले
पदाथ क क़ मत 30 लाख डॉलर थी।
➤ एक प नी ने टे लीसाइ क स का इ तेमाल करके अपने प त क जान बचाई। एक मन
ने प त पर तीन गो लयाँ चला , ले कन प नी क र ा मक ाथना क वजह से उसके
सभी नशाने चूक गए।
➤ टे लीसाइ क स ने सपना दखाकर एक क जान बचाई। उसने सपने म अख़बार
क सुख़ पढ़ , जसम लखा था क उस वमान म या ा कर रहे 92 या ी मर गए ह।
उसने अपनी उड़ान र कर द और जस घटना क ख़बर उसने सपने म पढ़ थी, वह
सचमुच हो गई।
➤ टे लीसाइ क स ने एक माँ-बेटे क जान बचाई, जो गैस रसने क वजह से मरने क
कगार पर थे। उसका मृत प त उसके सामने कट आ और उससे गैस बंद करने को
कहा।
➤ टे लीसाइ क स ने एक खोए हीरे का पता बताया। सपने म एक म हला ने प ता से
दे खा क उसक हीरे क खोई अँगूठ नौकरानी के कमरे म क़ागज़ म लपट ई है और
नौकरानी के पुराने जूते म रखी है।
➤ टे लीसाइ क स एक वसायी के अ य साझेदार और मागदशक के प म काम करती
है, जो अ सर बॉ ड् स म 10 लाख डॉलर तक का नवेश करता है। उसके नवेश हमेशा
ब त लाभदायक होते ह।
➤ टे लीसाइ क स क आसान ा या ने आ मह या के इ छु क क जान बचाई।
➤ टे लीसाइ क स के ान क वजह से एक आदमी जलते ए वमान म बच गया।
➤ एक युवा वसायी ने टे लीसाइ क स का अ यास कया और सोने के शेयर म दौलत
कमाई। एक आदमी ने सपने म उसे सोने के शेयर के नाम बताकर कहा क वह इ ह
ख़रीद ले। उसने उन नदश पर अमल कया और अमीर बन गया।
➤ टे लीसाइ क स ने एक युवा से े टरी को खोई वसीयत का पता- ठकाना बताया, जसके
पता कोई द तावेज़ छोड़े बगैर ही मर गए थे।
➤ टे लीसाइ क स ने सपने म एक श का क छपी तभा उजागर क और पूण
अभ तथा दौलत के सं ह क उसक दली इ छा पूरी क ।
➤ टे लीसाइ क स ने एक लड़क को छपे ए पा रवा रक धन का पता- ठकाना बताया,
जसके पता मर गए थे। उसके पता ने सपने म आकर उसे दखाया क वह ट ल का
ब सा कहाँ है, जसम 13 हज़ार डॉलर रखे थे।
➤ टे लीसाइ क स ने एक युवक को एयरलाइन पायलट बना दया। दस पद के लए
2,500 आवेदक थे, जनम से 90 तशत के पास इस युवक से यादा अनुभव था।
उसने पायलट के प म काम करने का च दे खा और वह पायलट बनने म सफल
आ।
➤ टे लीसाइ क स ने एक आदमी को न द म बताया क जुए म लेट वील के कन अंक
पर दाँव लगाना है। अगले दन वह 50,000 डॉलर जीत गया।
➤ टे लीसाइ क स ने एक युवती को म के हंडे का पता- ठकाना बताया। उसके पता ने
पीछे के अहाते म खुदाई क और उ ह वह हंडा मल गया, जसम 1898 तक के पुराने
मू यवान स के भरे ए थे।

टे लीसाइ क स एक सरल, ावहा रक, ता कक और वै ा नक व ध है, जो आपक सबसे


गहरी इ छा को संतु करती है। म पूरी तरह से, न त प से, असं द ध प से और
नणायक प से कहना चाहता ँ क अगर आप इस पु तक म दए नदश पर चलते ह, तो
आप समृ , सुखद, ख़ुशहाल और सफल जीवन क फ़सल काटगे। इस पु तक के मागदशन
का अनुसरण कर, अपने दै नक जीवन म इसे उतार और अपने जीवन म चम कार होते दे ख!
डॉ. जोसेफ़ मफ़
1

टे लीसाइ क स क जा ई श कस तरह
आपके जीवन को आदश बना सकती है
जा कला।
का मतलब है व भ तकनीक से वां छत प रणाम या
लोग संगीत के जा , वसंत के जा और स दय के जा
भाव उ प करने क
क बात करते ह। जा
म उ प करने क कला को भी कहते ह, जैसे मनोरंजन म, हाथ क सफ़ाई ारा, जा गरी
और बाज़ीगरी ारा, जहाँ कोई कसी हैट म से ख़रगोश नकालता है या कसी इंसान को
ग़ायब कर दे ता है।

आपके भीतर क अ य श
यादातर लोग अ ात श य के भाव को जा कहते-समझते ह। बहरहाल, जा एक
सापे श दावली है। ज़ा हर है, य द आपको या का ान हो, तो आप उसे जा का
काम नह समझगे। आज भी संसार के कई र-दराज़ के इलाक़ म ऐसे आ दमानव रहते ह,
जो वमान, रे डयो, टे ली वज़न या रकॉ डग मशीन आ द को जा ई व तुएँ मानगे। आज से
150 या 200 साल पहले अमे रका म भी इ ह जा ई माना जाता।
आज हम यह बात जानते ह क अंत र या ी कैसे चाँद पर प ँचने म कामयाब होते
ह, इस लए हम इसे जा ई नह कहते। बहरहाल, इतना समझ ल क सभी श याँ अ ात
कृ त क होती ह; सभी चीज़ आ मा से आती ह। हम आ मा दखती नह है, ले कन हम
ख़ुशी के भाव को महसूस कर सकते ह, हम खेल भावना को, संगीतकार के भाव को, व ा
के भाव को और अ छाई, स य तथा स दय के भाव को अपने दलो- दमाग़ म हलोर मारते
महसूस कर सकते ह।
कसी भी धमशा ी या धमगु ने ई र या आ मा को कभी नह दे खा है, ले कन हम
ई र क उप थ त और श का इ तेमाल अपने जीवन के सभी पहलु म कर सकते ह।
मसाल के तौर पर, हम यह नह जानते ह क व ुत या है; हम तो बस इसके कुछ
इ तेमाल के बारे म जानते ह। यह श हमारे लए आज भी अ ात है। वा तव म, हम
सभी लगातार जा का अ यास करते ह। हम अपनी अँगुली उठाने क इ छा करते ह - और
लो, अ य श हमारे मन क इ छा के अनुसार त या करती है; ले कन हम सट कता
से पता नह होता क हम अपनी अँगुली कैसे हलाते और उठाते ह।
सुकरात ने कहा था क सफ़ एक अँगुली उठाने मा से ही आप आसमान के सबसे
र के सतारे को वच लत कर दे ते ह। आप महसूस करगे क हम सभी अपने भीतर क
जा ई श से पया त प र चत होते ह, हालाँ क रोज़मरा के संसार म हम इसे इस नाम से
नह पुकारते ह।

जा ई श के संपक म आना
आप अपने भीतर क ई रीय श से संपक करके अपने पूरे जीवन का कायाक प कर
सकते ह। चाहे यूरोप हो, ए शया हो, अ का हो, ऑ े लया हो या अमे रका के कई शहर
ह , जहाँ भी म जाता ँ, लोग मुझे इस आ यजनक, अदो हत श के बारे म बताते ह,
जससे संपक करते ही उनके जीवन का कायाक प हो गया। उनम से कई से उनके पुराने
म और प र चत ने यह तक कहा, ‘तु ह या आ? तुम तो पहचान म ही नह आ रहे
हो।’
इस पु तक म बताई तकनीक और या पर चलगे, तो आप पाएँगे क यह
आंत रक श आपक सम या को सुलझा सकती है, आपको समृ बना सकती है,
आपक छपी ई तभाएँ उजागर कर सकती है और आपको सभी तरह क बीमा रय ,
असफलता, अभाव तथा सीमा से ऊपर उठा सकती है। यह श आपका मागदशन कर
सकती है और अ भ के नए ार खोल सकती है। इसके ज़ रये आप ेरणा, मागदशन
और नए सृजना मक वचार ा त कर सकते ह तथा मधुर संबंध, ख़ुशी व मान सक शां त
भी पा सकते ह।

एक कॉलेज व ाथ ने परी ा म पास होने के लए श से कैसे संपक कया

कुछ महीने पहले मने एक कॉलेज के व ाथ से बातचीत क , जसे ख़राब ेड मल रहे थे।
वह काफ़ नराश था, य क वह फ़ेल हो गया था। वह सी े ट् स ऑफ़ द आई चग पढ़ रहा
था और एक सवाल पूछने पर उसे जवाब मला, ‘जाकर महान से मलो।’ उसने
इसका मतलब यह नकाला क उसे कसी परामशदाता या आ या मक सलाहकार से
मलना चा हए, हालाँ क इसके यादा गहरे अथ भी थे।
मने पूछा, ‘तुम ख़राब ेड य चाहते हो? तु हारे अवचेतन मन के भीतर ई रीय
ा है और तुम इसका इ तेमाल कर सकते हो।’
उसने कहा, ‘दे खए, मेरे माता- पता मेरी आलोचना करते ए कहते ह क मेरी बहन
मुझसे यादा अ छा पढ़ती है और सारी परी ाएँ आसानी से पास कर लेती है।’
मने इस युवक को समझाया क उसे अपनी बहन के साथ अपनी तुलना करना तुरंत
छोड़ दे ना चा हए, य क सारी तुलनाएँ नदनीय होती ह। मने उसे बताया क हर
अनूठा है और अलग-अलग गुण के साथ पैदा होता है।
‘ सर के साथ अपनी तुलना करते व तुम सामने वाले को एक ऊँचे सहासन पर
बैठा दे ते हो और ख़ुद को नीचा दखाते हो। यही नह , तुम अपनी बहन क ग त व धय और
सफलता पर ज़ रत से यादा यान दे रहे हो तथा अपनी पढ़ाई को नज़रअंदाज़ कर रहे
हो, साथ ही तुम अपनी आंत रक मता और यो यता को भुला रहे हो। इस रा ते पर
चलोगे, तो तु हारी पहलश और ो साहन ख़ म हो जाएगा तथा अंद नी तनाव व चता
बढ़ने लगेगी।’
‘तु हारे मन म सफ़ एक ही त पधा है और यह असफलता के वचार तथा
सफलता के वचार के बीच होती है। तुम जीतने, वजयी होने, सफल होने और सभी
सम या से उबरने के लए पैदा ए हो। ई रीय श कभी असफल नह हो सकती और
तुम इसके साथ अ भ प से जुड़े हो।’
मेरे सुझाव पर उसने एक सरल और ब त ावहा रक तकनीक पर अमल कया और
हर रात सोने से पहले मान सक प से यह कथन दोहराने लगा :
‘म अपनी बहन और मेरी क ा के बाक़ सभी व ा थय क शै णक सफलता
और उपल ध क स ची कामना करता ँ। ई रीय ा अ ययन म मुझे मागदशन दे ती है
और मेरे सामने हर वह चीज़ उजागर करती है, जो मुझे पता होनी चा हए। म जानता ँ क
मेरे अवचेतन मन क मृ त आदश है और यह मेरी परी ा के सारे जवाब मेरे सामने
उजागर करती है। म दै वी योजना म अपनी सारी परी ाएँ उ ीण करता ।ँ म हर रात शां त
से सोता ँ और हर सुबह ख़ुशी म जागता ँ।’
जब वह उपयु तरीक़े से सोचता और काम करता रहा, तो कुछ स ताह पहले उसने
मुझसे कहा, ‘अब म कसी से त पधा नह कर रहा ँ। मेरी थ त बेहतर हो गई है। अब
म जान गया ँ क मुझम वह मा ा है, जसक ज़ रत है।’
जैसा रै फ़ वॉ डो एमसन ने एक बार कहा था, ‘हमम से येक के लए मागदशन है
और धीमी आवाज़ सुनने पर हम सब कुछ जान जाएँग।े ’

उसने टे लीसाइ क स का अ यास कैसे कया


टे ली का अथ है सं ेषण और साइक का मतलब है आपके भीतर क आ मा। जब आप
ाथना करते ह, तो इसका मतलब है क आप अपनी साइक यानी उ चतर व से संपक कर
रहे ह। यह आपके व ास और मा यता के अनु प त या करता है।
एक युवा नस ने कुछ समय पहले एक वमान या ा क योजना बनाई थी, ले कन एक
रात पहले उसे एक प संदेश मला। सपने म उसने अपने वमान का अपहरण होते दे खा
और एक अंद नी आवाज़ ने उससे कहा, ‘अपनी या ा र कर दो।’ वह च ककर जागी और
अपने अंद नी मागदशन पर चलते ए उसने अपना ट कट र कर दया। बाद म उसे पता
चला क जस वमान म वह या ा करने वाली थी, उसका सचमुच अपहरण हो गया।
उसके अवचेतन के मागदशक स ांत ने उसक र ा करने के लए उसे घटना पहले
ही दखा द । दे खए, वमान के अपहरण क योजना पहले से ही शा त अवचेतन मन म
थी… जब उसने मागदशन के लए ाथना क , तो उसे सपने म जवाब मला, जो उसके
यादा गहरे मन क तरफ़ से आया था।
हर रात सोने से पहले वह यह ाथना करती थी: ‘म जहाँ भी जाती ँ, दै वी ेम मेरे
आगे-आगे जाता है और मेरे रा ते को ख़ुशनुमा, स ता भरा तथा आनंददायक बनाता है।
ई र के शा त ेम का प व दायरा मेरे चार ओर है और ई र हमेशा मेरी हफ़ाज़त करता
है। म एक जा ई जीवन जीती ँ।’
ऊपर बताई गई ाथना स ची टे लीसाइ क स या आपके अवचेतन मन क ई रीय
ा के साथ वा त वक संवाद है, जो सब कुछ जानती है और सब कुछ दे खती है। यह
आपके वचार क कृ त पर त या करती है। या और त या ांडीय तथा
शा त ह। ाथना म आपका अपने ही उ चतर व के साथ संवाद होता है, जसे कुछ लोग
ई र कहते ह। बाक़ उसे स चे व, जीवंत सवश मान आ मा, आंत रक पता, असीम
ा, ओवर सोल, ा, अ लाह आ द नाम से पुकारते ह। आपके भीतर क श के कई
नाम ह, ले कन नाम चाहे जो हो, यह श कालातीत, थानमु , अजर और अनाम है।
आपको बस इतना याद रखने क ज़ रत है क ई रीय श आपके वचार पर
त या करती है; आप एक पार प रक या-और- त या दे खते ह: आप जो बोते ह,
वही काटते ह; जैसा आप पुकारते ह, वैसा ही आपको जवाब मलता है।

उसने अपने मान सक च क श को खोजा

थोरो ने बरस पहले कहा था क हम वही बन जाते ह, जो बनने का च हम दे खते ह। आप


अपने मन म जो मान सक च थामे रखते ह, वही अमूमन आपके अनुभव म कट होता है।
एक से स मैनेजर र ववार क सुबह वलशायर एबेल थएटर म अ सर मेरे वचन
सुनने आता है। उसने मुझे बताया क वह अपनी क पना क श का उपयोग कैसे करता
है और असाधारण प रणाम कैसे पाता है। उसका तरीक़ा यह है :

वह पहले अपने मन को शांत और तनावर हत करता है; फर वह अपने ऑ फ़स क


सफ़ेद द वार पर दे खता है। जब वह ख़ाली सफ़ेद द वार पर अपना यान क त करता
है, तो वह उन से स आँकड़ का च उस द वार पर दे खता है, जो वह साल के अंत म
हा सल करना चाहता है। वह उस रा श को ग़ौर से दे खता है, अपना पूरा यान आ थक
आँकड़ पर क त करता है; फर वह दावा करता है क ये आँकड़े उसके अवचेतन
मन म धँस रहे ह। अंत म, वह सुनता है क कंपनी के े सडट कंपनी के अद्भुत
प रणाम तथा उसक शानदार उपल धय के लए उसे बधाई दे रहे ह। उसने कहा क
उसे पता चल जाता था क कब वे आँकड़े उसके अवचेतन तक प ँच गए, य क
इसके बाद उसे हमेशा भारी शां त का अहसास होता था।
यह स ची टे लीसाइ क स है: उसक मान सक त वीर उसक साइक (अवचेतन मन)
तक सं े षत क गई, जो उसके मन के अंधक म वक सत ई और सफल ाथना क
ख़ुशी के प म बाहर नकली।
इस से स मैनेजर ने कहा क पछले चार साल से हर साल उसके व ीय ब
आँकड़े हमेशा उसके मान सक च से यादा रहे ह। यह सच है, य क आप अपने
अवचेतन मन पर जो भी छाप छोड़ते ह, यह हमेशा उसका व तार करता है।

अपने अवचेतन को सही मान सक च द


आप अपने मन म जो भी च बनाते ह, ख़ास तौर पर जब आप इसे भावनामय बना दे ते ह,
वह साकार हो सकता है। यह या या तो अंदर या फर बाहर स य संप होती है। अगर
आप इसे बाहरी कम म संप होने से रोकते ह, तो यह अप रहाय है क यह कसी मान सक,
भावना मक या शारी रक सम या के प म आपके शरीर म आंत रक प से कट होगी।
सावधान रह क आप ऐसे मान सक च न दे ख, ज ह आप बाहरी संसार म कट होते न
दे खना चाहते ह ।
म एक शराबी से मला था, जो ह या के जुम म कई साल तक जेल म रहा। उसने मुझे
बताया क उसने ठान लया था क जेल से छू टने के बाद वह कभी शराब नह पएगा।
बहरहाल, रहा होने वाले दन ही वह तुरंत ब त शराब पीने लगा। य ? इसका सरल कारण
यह है क जब वह जेल म था, तो उसके मन म शराब के गलास का च हमेशा मौजूद था,
इसी लए जेल से छू टते ही उसने शराब का गलास थाम लया। वह सारे समय जसका च
दे ख रहा था, उसने उसे बाहर के संसार म साकार कर दया। अगर उसने अपने मान सक
च को बाहरी तौर पर साकार न कया होता, तो वह च कसी सरी तरह से उसे नुक़सान
प ँचाता, शायद कसी शारी रक या भावना मक सम या के प म।
इसी तरह आप अपने मन म जो भी च बनाते ह, उसे सचमुच साकार होना होता है,
वरना वह आपम कोई मान सक, शारी रक या भावना मक असामंज य उ प कर सकता
है।

कस तरह एक लेखक ने अपने भीतर जा ई श खोजी

मेरे एक लेखक म ने मुझे बताया क उसक पटकथा पर आधा रत एक नाटक के


ो ूसर के साथ उसका मतभेद हो गया। उनके बीच बहस म काफ़ गरमागरमी हो गई।
फर उसने मरैकल ऑफ़ माइंड डाइनै म स पढ़ और उसम बताई ाथना क कई
तकनीक पर अमल कया। घर लौटने पर वह अपने दड़बे म गया और तनावर हत होकर
अपने भीतर क ई रीय श के बारे म सोचने लगा। फर उसने ो ूसर के साथ एक
का प नक चचा क , मानो वह उसी समय भ व य का अनुभव कर रहा हो। उसने अपने
ठ क सामने ो ूसर के रहने क क पना क , और उनके बीच मधुर संबंध, शां त और
आदश समझ का दावा कया। अपनी खर क पना म उसने ो ूसर के साथ बातचीत क
और उसने कहा क वह बस द सही काय चाहता है। उसने क पना क क ो ूसर
त या कर रहा था, ‘हमारे बीच आदश सहम त है। द सही काय क वजय होती है।’
इस शांत, न य अव था म उसने एक सुखद अंत क क पना क । उसने ो ूसर
से का प नक प से हाथ मलाने को महसूस कया और आदश सद्भावनापूण समाधान
को भी। कई दन बाद लेखक ो ूसर से एक लब म मला, जसके वे दोन सद य थे।
इससे पहले क वह ो ूसर का अ भवादन करे, ो ूसर ने उसे आवाज़ द और कहा,
‘मने आपक पटकथा दोबारा पढ़ और म वीकार करता ँ क आप सही थे। जो एक के
लए सही काय है, वह सभी के लए सही काय है।’
लेखक ने परक प से जसके सच होने का दावा कया था, वह व तुपरक प
से सच हो गया। इसे आज़माकर दे ख। यह कारगर है! अमे रका म एक भी ऐसा इंसान नह
है, जो अपने मतभेद को सुलझाने के लए, अपने मन को पैना करने के लए, दरअसल
अद्भुत जीवन जीने के लए डर, ोध और श ुता से नह उबर सकता। हम ऊपर बताए
लेखक क तरह अपने नज़ रये को बदलकर ऐसा कर सकते ह। महान अमे रक
मनोवै ा नक व लयम जे स ने कहा था, ‘इंसान अपने मान सक नज़ रये बदलकर अपना
जीवन बदल सकते ह।’ ई रीय श के साथ संपक या ेरणा आपके पास उतनी ही
आसानी से आ सकती है, जतनी आसानी से वह हवा आती है, जसम आप साँस लेते ह।
आप बना सोचे-समझे और बना को शश के साँस लेते ह। इसी तरह हम दै वी ा या ई र
के सृजना मक सार को अपने दमाग़ या मन म बना तनाव के आने दे ते ह।
ेरणा के बारे म कई लोग के मन म ग़लत वचार होते ह। वे यह मानते ह क यह
कोई असाधारण अनुभव है या यह केवल रह यवा दय या सरे उ च आ या मक लोग के
पास ही आती है। ऐसा नह है। हालाँ क यह सच है क आ या मक जीवन जीने वाले लोग
को बार-बार ेरणा या व रत भावनाएँ या वचार मल, ले कन यह भी उतना ही सच है क
कोई वसायी भी अपने भीतर क ई रीय श से संपक करके े रत बन सकता है।
ेरणा या दै वी मागदशन कसी भी सम या पर लया जा सकता है। सरे श द म, आप जो
जानकारी या ान चाहते ह या जो कारोबारी मु कल सुलझाना चाहते ह, उसे ई र या
असीम श से जवाब माँगकर हा सल कर सकते ह।
हो सकता है क आप उप यासकार ह और आपके नाम पर कई पु तक ह , ले कन
जब आप पैड और प सल उठाते ह या टाइपराइटर के पास बैठते ह, तो आप लखना शु
ही नह कर पाते। कुछ भी नह होता है। कोई भी वचार, कथासू या कहानी दमाग़ म नह
आती है। आप छह कप कॉफ़ पी जाते ह, ले कन इससे भी कोई मदद नह मलती।
बहरहाल, अपने मन को शांत कर ल और यह दावा कर क आपको ऊपर से ेरणा मल रही
है और ई र के सृजना मक वचार आपके भीतर दै वी योजना को कट कर रहे ह। इसके
बाद आपको ान, मागदशन और सृजना मक ऊजा मल जाएगी। वचार आपक ओर
खुलकर, स तापूवक और ेमपूण तरीक़े से वा हत ह गे।

एक इंजी नयर को व श आँकड़े मलते ह

एक इंजी नयर ने मुझे एक बार बताया क उसे एक इंजी नय रग परी ा म व श आँकड़े


बताने थे। उसके ोफ़ेसर ने उसे जानकारी द थी, ले कन वह भूल गया था। उसने अपने
अवचेतन मन से जवाब दे ने को कहा और फर परी ा के सरे पर काम करने लगा।
कुछ ही समय बाद जवाब उसके यादा गहरे मन से नकलकर अपने आप ऊपर आ गया।
यह सारे समय उसके अवचेतन मन म ही था। जब वह तनावर हत हो गया और उसने
को शश छोड़ द , तो उसके अवचेतन क बु म ा वतं होकर उसके चेतन मन म आ गई
और वह आसानी से परी ा म उ ीण हो गया। याद रख: शांत म त क को जवाब मलता
है।

कैश र ज टर वाला आदमी


कुछ साल पहले मने उस के बारे म एक प का म लेख पढ़ा, जसके मन म कैश
र ज टर का वचार आया था। लेख म बताया गया था क हालाँ क उस आदमी के पास
यादा ‘ श ा’ नह थी, ले कन वह ब त बु मान और सीखने म तेज़ था।
एक बार जब वह समु क या ा कर रहा था, तो उसने जहाज़ के अफ़सर से कहा
क वह उसे जहाज़ क ग त दज करने वाले लॉग क काय व ध समझाए। जब अफ़सर ने
उसे काय व ध समझाई, तो अचानक ही उस आदमी के दमाग़ म कैश र ज टर का वचार
आ गया!
यह आदमी एक ख़ास सम या के बारे म जाग क था: लोग पर अ सर चोरी का
ग़लत इ ज़ाम लगाया जाता है, जब क सरे लोग चोरी करते ह और कभी पकड़े नह जाते;
इसके अलावा, जब नकद का ह तांतरण होता है, तो रेज़गारी दे ते व असं य ग़ल तयाँ हो
सकती ह। उसने जहाज़ के लॉग क काय व ध का संबंध तुरंत इस सम या के समाधान से
जोड़ दया और इस ेरणा के ज़ रये उसने कैश र ज टर ईजाद कर दया।
यह ेरणा या टे लीसाइ क स थी। अपने अवचेतन से सृजना मक वचार दे ने को कह
और भारी दौलत वाला ऐसा ही कोई वचार आपके भीतर भी आ सकता है।

हर दन टे लीसाइ क स का अ यास कैसे कर


आप अपने यादा ऊँचे व से संपक कर सकते ह और जवाब पा सकते ह, बशत आप दावा
कर और यह जान ल क जब आप पुकारगे, तो त या आपक पुकार क कृ त के
अनु प ही होगी। याद रख क पावर हाउस का तार आपके कमरे या तलघर म लगा आ
है। मु य तार ए डसन का है, घर के तार आपके ह और आपके बीच का अनुबंध या संपक
आपको रोशनी जलाने म स म बनाता है। इसी तरह, आपका चेतन मन इसी पल आपके
भीतर क बु म ा और ई रीय भंडार से संपक कर सकता है। आप ाथना नह करगे,
जब तक क आपको यह यक़ न न हो क आपके अवचेतन म एक बु म ा और ा है,
जो सब कुछ जानती है और सब कुछ दे खती है और आपक पुकार पर त या करती है।
बाइबल कहती है: वे पुकार, इससे पहले म जवाब ँ गा; और जब वे बोल रहे ह गे, तभी म
सुन लूँगा।
- इसाइया 65:24

मरणीय ब …
1. टे लीसाइ क स का मतलब है आपक साइक या आ मा यानी आपके अवचेतन मन
से संवाद, जो सारी बु म ा और सारी श का ोत है। जब आप यक़ न के साथ
ाथना करते ह, तो आपका अवचेतन मन जवाब दे कर त या करता है।
2. जा एक सापे श दावली है। यादातर लोग जा का मतलब अ ात श य ारा
प रणाम उ प करना मानते ह। मूलतः सारी श याँ अ ात ह। वै ा नक यह नह
जानते क बजली या है। जब एक म हला ने ए डसन से पूछा क व ुत या है, तो
उ ह ने जवाब दया, ‘मैडम, यह है। इसका इ तेमाल कर।’ आपके अवचेतन मन म
एक अ य बु म ा, श और ा है, जो सब कुछ जानती है और सब कुछ
दे खती है। आप अपने चेतन मन से इस श से संपक कर सकते ह। यह
आ दकालीन श कालातीत, चर, अनाम और शा त है।
3. आप अपनी सम या को सुलझाने के लए, हर तरह से समृ होने के लए, अपने
छपे ए गुण उजागर करने के लए और ख़ुशी, मान सक शां त तथा वतं ता के
राजमाग पर प ँचने के लए अपनी आंत रक श य का इ तेमाल कर सकते ह।
4. अपनी तुलना सर से करना छोड़ द। इस तरह के नज़ रये म आप ख़ुद को नीचा
दखाते ह और सर को सहासन पर बैठाते ह। आप अनूठे ह - संसार के हर
से अलग ह। अपनी आंत रक श य पर यान द और आप अपने चुने ए े म
उ कृ बन जाएँग।े य द आप कसी परी ा म उ ीण होना चाहते ह, तो अपनी तुलना
सरे व ा थय से न कर। इस तरह के नज़ रये से तनाव और चता उ प होती है।
तनावर हत हो जाएँ, अपने मन को शांत कर ल और हर सुबह तथा रात को भावना से
और जानते-बूझते ए दोहराएँ, ‘मेरे अवचेतन मन क ई रीय ा पढ़ाई म मेरा
मागदशन करती है और म द योजना के तहत सारी परी ा म उ ीण हो
जाऊँगा।’
5. जब आप ाथना करते ह, तो आप दरअसल अपने यादा ऊँचे व से संपक कर रहे
ह, जसे कुछ लोग ई र या परम बु कहते ह। आपको अपने व ास के अनु प
जवाब मलता है। कई बार आपको कसी सपने म जवाब मल सकता है, जो आपको
कोई तय या ा न करने क चेतावनी दे ता है। एक युवा म हला मागदशन, दै वी ेम और
सही काय के लए नय मत ाथना करती थी। इस म हला को या ा से 24 घंटे पहले
ही उस वमान के अपहरण का सपना आ गया, जसम वह या ा करने वाली थी।
फल व प उसने अपनी या ा र कर द । इसका कारण सरल है। अपहरण क
योजना सामू हक अवचेतन को पहले से ही पता थी। उसके ख़ुद के अवचेतन ने, जो
सामू हक मन के साथ एक है, उसे योजना बता द ।
6. आपके मन म जो च है, उसम आपके जीवन म कट होने क वृ होती है। एक
से स मैनेजर अपना यान साल के अंत के न त व ीय आँकड़ पर क त करता
है और बार-बार दोहराकर तथा एका रहकर इस मान सक च को अपने अवचेतन
मन म प ँचा दे ता है। पछले चार साल म उसके अवचेतन ने उसके मनचाहे प रणाम
को बढ़ाकर कई गुना कर दया है। आप जस पर भी यान क त करते ह, अवचेतन
उसे बढ़ा दे ता है।
7. एक भूतपूव-शराबी अगर शराब पीने के च दे खता रहे, तो वह शराब पीने के लए
मजबूर हो जाएगा। आप जस भी मान सक च को भावना से सराबोर कर लेते ह,
वह आपके अनुभव म घ टत हो जाएगा। जो भी यारा है और अ छा है, उसी क
क पना कर।
8. य द आपका कसी सरे के साथ मतभेद हो गया है, तो व णम नयम और
ेम के नयम के आधार पर उसके साथ एक का प नक बातचीत करके यह अहसास
कर क आपके बीच मधुर संबंध, शां त और दै वी समझ है। अपने दमाग़ म क पना
कर और यह च दे ख क मधुर संबंध और शां त म हाथ मलाकर सुखद अंत हो रहा
है। आप परक प से जसके सच होने क क पना करते ह और जसे सच
महसूस करते ह, वह व तुपरक प से घ टत हो जाएगा।
2

टे लीसाइ क स कस तरह युग पुराने महान


रह य को उजागर करती है
आ जके कई लोग अ न कारी वचार , काले जा , बुरी नज़र, वूडू आ द से डरे
मन म एक आम डर यह रहता है क कोई ऐसी अ ात छु पी ई श
ए ह। लोग
है, जसका
इ तेमाल करके सरे उ ह नुक़सान प च
ँ ा सकते ह या उनक ख़ुशी म व न डाल सकते ह।

काले और सफ़ेद जा का अंध व ासी उ म


जब हम ब त छोटे थे और आसानी से भा वत हो जाते थे, तब हमारे माता- पता ने
अ ानवश हम बताया क दं ड दे ने वाला एक ई र होता है और लोभन दे ने वाला एक
शैतान भी होता है; उ ह ने हम यह चेतावनी भी द क ब त बुरे बनने पर हम नरक म जा
सकते ह और हमेशा के लए क उठा सकते ह। ब चे और बालसुलभ म त क केवल च
या मान सक छ वय म सोचते ह और अ ानवश वे ई र व शैतान के च गढ़ लेते ह। ब चे
यह च दे खते ह क ई र आसमान म कह पर सोने के कसी सहासन पर बैठा आ है,
जसके आस-पास दे व त ह और नीचे कह पर शैतान नरक क लपट म जल रहा है। उ ह
यह अहसास ही नह होता क दरअसल हम सभी जस तरह से सोचते ह, महसूस करते ह
और व ास करते ह, उसी से हम अपने ख़ुद के वग और नरक को बनाते ह।
ाचीन मानव ख़ुशी का ेय दे वता को दे ता था। इसी तरह, वह अपने सारे दद,
क और ख का ेय बुरी आ मा या शैतान को दे ता था, जो उसके ख़ुद के बनाए ए
थे। ागै तहा सक मानव को यह अहसास था क वह अजनबी श य के अधीन है, जन
पर उसका कोई नयं ण नह था। भूकंप और बाढ़ आती थी, जसका कारण उसे पता नह
था। जंगल के पुजारी कहते थे क दे वता नाराज़ हो गए ह। फर वे उन तथाक थत दे वता
के ोध को शांत करने के लए ब ल दे ते थे। सूय इंसान को गम दे ता था, ले कन लंबे
अकाल म वही सूय पृ वी को भ क तरह तपा दे ता था। अ न इंसान को गम दे ती थी,
ले कन यह उसे जला भी दे ती थी। बादल के गरजने से वह दहशत म आ जाता था। बजली
उसे डर के मारे पंगु बना दे ती थी। बाढ़ कई बार उसक ज़मीन पर आ जाती थी, जससे
उसके मवेशी और ब चे डू ब जाते थे। बाहरी श य क उसक समझ कई कार के
दे वता के बारे म उसके आ दकालीन और बु नयाद व ास पर आधा रत थी।
इस अनगढ़ और अ ानी तक से आ दकालीन मानव हवा , ह व नद के दे वी-
दे वता से अनुनय- वनय करने लगा तथा उ मीद करने लगा क वे उसक गुहार सुन लगे
और उसक ाथना को सफल बनाएँगे। वह हवा और पानी के दे वता को ब ल और
चढ़ावा चढ़ाने लगा।
आ द मानव ने दे वता व भूत- ेत को अ छ और बुरी श य म वभा जत
कया। इसी लए आप करोड़ लोग के धा मक व ास म इन दो श य को सव ापक
पाएँगे। दो श य म व ास इन युग -युग पुरानी अंध व ासी मा यता का अवशेष है।

आपके जीवन म अ छाई और बुराई आपके वचार से तय होती


है
कृ त क श याँ बुरी नह ह। यह आप पर नभर करता है क आप उनका कैसा इ तेमाल
करते ह। आप कसी भी श का इ तेमाल दोन तरीक़ से कर सकते ह। वही हवा नाव को
चट् टान से टकरा दे गी या उसे सुर त बंदरगाह तक प ँचा दे गी। आप बजली का इ तेमाल
अंडे को तलने या कसी क जान लेने के लए कर सकते ह। आप परमाणु ऊजा का
सृजना मक इ तेमाल करके कसी जहाज़ को समु के पार चला सकते ह या इससे शहर,
क बे और लोग को तबाह कर सकते ह। आप पानी का इ तेमाल कसी ब चे को डु बाने या
उसक यास बुझाने के लए कर सकते ह - अ न का इ तेमाल उसे गम दे ने या उसे जलाने
के लए कर सकते ह। हम ही ह, जो कृ त क श य को उ े य दे ते ह।
अ छाई और बुराई इंसान के मन म होती ह; वे सरी कसी जगह नह होत । अ छा
सोचो तो अ छा होता है; बुरा सोचो तो बुरा होता है।

अपनी नगाह सबसे महान वचार पर रखो और जीवन म आगे बढ़ते जाओ

ए डनबरा ले चस और कई अ य पु तक के लेखक जज टॉमस ॉवड ने 1902 म कहा था


:

एक बार जब आप यह वीकार कर लेते ह क आपके बाहर कोई श है, चाहे आप


इसे कतनी ही लाभकारी य न मानते ह , तो आपने वह बीज बो दया है, जो दे र-
सबेर ‘डर’ के फल को उ प करेगा, जो जीवन, ेम और वतं ता क पूरी बबाद है।
हम अपने अंदर-बाहर दोन तरफ़ एक महान बु नयाद का दावा करना चा हए। हम
अभी से लेकर अमरता तक, कभी भी, पल भर के लए भी कसी ऐसे वचार को
दा ख़ल होने क अनुम त नह दे नी चा हए, जो अ त व के बु नयाद स य के वरोध म
हो।
ॉवड ने एक बेहतरीन स चाई क है, जसे हर को याद रखना चा हए।
सर के सुझाव म उनक सुझाई चीज़ उ प करने क कोई श नह होती। श आपके
ख़ुद के वचार म होती है। जब आपके वचार ई र के वचार होते ह, तो आपक अ छाई के
वचार के साथ ई र क श होती है। आपके ख़ुद के ही वचार क ग त व ध है, जो
हमेशा सृजना मक श है। आपम कसी नकारा मक सुझाव को पूरी तरह अ वीकार करने
और अपने भीतर के सवश मान के साथ मान सक प से एक होने क श होती है।

तथाक थत वूडू ाप मा नकारा मक सुझाव य है

कुछ साल पहले म केपटाउन, द ण अ का गया था। वहाँ मुझे वग य डॉ. हे टर ांट के
लए भाषण दे ने थे, जनका वहाँ पर एक बड़ा क था, जो म त क का व ान सखा रहा
था। वहाँ उ ह ने मुझे जोहानेसबग म एक सोने क खदान म घुमाने क व था क ।
मने जस खदान क या ा क , उससे जुड़े एक अँ ेज़ डॉ टर ने मुझे बताया क जब
खदान म काम कर रहा कोई मज़ र कंपनी के नयम का उ लंघन करता है, तो उसे वूडू
डॉ टर से ऐसा संदेश मलता है, ‘तुम शाम को 6 बजे मर जाओगे,’ और वह बैठता है तथा
मर जाता है। पो टमाटम के परी ण म मौत का कोई कारण नज़र नह आता है और डॉ टर
ने आगे कहा क डर, जो इन लोग ने ख़ुद उ प कया था, ही मृ यु का वा त वक कारण
होता है।

वह दहशत म थी, य क वे उसके ख़लाफ़ ाथना कर रहे थे

कुछ स ताह पहले मने एक युवा म हला से बात क , जो भारी ख म थी। उसने कहा क
उसके पुराने चच के कुछ लोग उसके ख़लाफ़ ाथना कर रहे थे, य क उसने उनके समूह
को छोड़ दया था। उसे यक़ न था क वह शा पत थी और इसी वजह से हर चीज़ ग़लत हो
रही थी।
मने उसे समझाया क उसने जस शाप का ज़ कया है, वह दरअसल उसके ही
भीतर के अवचेतन मन के नयम का नकारा मक इ तेमाल था और वह डर के कारण उन
शाप को ख़ुद पर थोप रही थी। सर के सुझाव उसके ख़ुद के वचार बन गए थे और चूँ क
वचार सृजना मक होते ह, इस लए वह ख़ुद को चोट प ँचा रही थी। वह अपने भीतर क
श क बागडोर पुराने चच के सद य के हाथ म दे रही थी और उसे यह अहसास ही नह
था क उनम कोई श नह थी।
मने उसे समझाया क श उसी के भीतर थी और उसे सर को श दे ना तुरंत
बंद कर दे ना चा हए। ई र एक और अ वभा जत है: यह एक व के प म चलता है। इसम
कोई वभ या ववाद नह ह। जैसे ही वह ख़ुद को असी मत ई र के सामंज य म लाएगी
और इसके त सम पत, न ावान व वफ़ादार होगी, तो उसके साथ कोई बुरी चीज़ नह
होगी।

वह यह दोहराने लगी, ‘म सव च श के गोपनीय थान म रहती ँ। म सवश मान


क छाया तले रहती ।ँ म ई र के बारे म यही क ँगी क वह मेरा आ य और मेरा
कला है: मेरे ई र; म तुमम व ास क ँ गी।’
मने जोड़ा, ‘इन लोग को नरा अ ानी मानो और उनके त क णा भाव रखो। स ची और
चरम श महान सकारा मक श है, जो सृजना मक है। वे सुझाव का इ तेमाल कर रहे
ह, जो श तो है, ले कन सबसे बड़ी श (ई र) नह है, जो मधुर संबंध स दय, ेम और
शां त के प म चलता है। याद रखो, कसी सुझाव म तब तक कोई श नह होती, जब
तक क आप इसे श नह दे ते। अपने भीतर के ई रीय ेम, जीवन और श से चेतन
प से जुड़ तथा नरंतर अहसास कर, ‘ई र का ेम मेरे चार ओर है, मुझे घेरे और लपेटे
ए है। म एक जा ई जीवन जीती ँ। ई र का स मोहन मेरे पूरे अ त व को लपेटे है। जब
भी म चच के लोग के बारे म सोचूँगी, तो म तुरंत दोहराऊँगी क म तु ह ई र के हवाले
करती ँ और तु ह जाने दे ती ँ।’
ऊपर बताए इन सरल स य पर अमल करके उसने मान सक शां त हा सल क ।
दरअसल वह तो इस बात पर हँसने भी लगी क वह अपने वरो धय को श दान कर
रही थी। एकाध स ताह बाद उसने सुना क उसके अ न क कामना करने वाली म हला
म से पाँच म हलाएँ ब त बीमार पड़ ग और उनम से एक तो मर भी गई। इस युवा म हला
ने जब उसका बुरा सोचने वाल के नकारा मक वचार और कंपन वीकार नह कए, तो
उनके बुरे वचार दोगुनी श से उ ह क ओर लौट गए। इसे ‘बूमरग’ कहा जाता है।

उसे यक़ न था क उसके पता काला जा करते थे

कुछ महीन पहले मने होनोलुलू म एक म हला क कहानी सुनी। उसने बताया क उसने
अपनी जा त और धम के बाहर शाद क थी। उसके पता एक का ना यानी पुजारी थे और
उनम जा ई श याँ थ , इस लए वे काले जा से उसक शाद तुड़वाने पर आमादा थे।
प ीकरण ही कई बार इलाज होता है। यह म हला हवाई यु नव सट क नातक थी
और उसने मनो व ान का अ ययन कया था, ले कन फर भी वह अपने पता के शाप से
डरती थी। मने उसे व तार से बताया क अगर ेम उसे और उसके प त को एक करता है,
तो कोई भी या थ त उसके ववाह को नह तोड़ सकते, ई र ेम है और जब दो
दल मलकर धड़कते ह, तो संसार के सारे शाप और ब ह कार आँधी म तनके क तरह र
उड़ जाएँग।े
हमारे अवचेतन मन के आभास के त अ त संवेदनशीलता, साथ ही हमारी क पना
के नकारा मक इ तेमाल, ने करोड़ अ ानी लोग को आं शक तौर पर पंगु बना दया है। यह
म हला इस मुग़ालते म थी क उसके पता के काले जा (म त क के नकारा मक
इ तेमाल) म श थी और इसका सफल होना तय था।
मने उसे लॉ टनस क कहानी सुनाई, जो स ह सौ साल से भी यादा समय पहले
इस पृ वी पर रहा था। म का एक पुजारी अपने युग के ब त बु इंसान लॉ टनस से
मलने आया। पुजारी ने लॉ टनस को शाप दया, यानी उसने अपने मन म लॉ टनस क
मृ यु क इ छा पर यान क त कया और उस पर नशाना साधा। लॉ टनस यह चाल
जानते थे और वे यह भी जानते थे क मूख पुजारी के वचार से उसके पास श थी। संसार
का एक या सारे पुजारी भी अगर आप पर नकारा मक सुझाव या शाप फक, तब भी उनम
कोई श नह है, जब तक क आप ही उसे वीकार करने लायक़ मूख और अ ानी न ह ।
लॉ टनस को ेमपूण ई र के साथ अपने एक व का अहसास था। ई र
सवश मान है; ई र के साथ अकेला इंसान भी ब मत म होता है।

य द ई र हमारे साथ है, तो कौन हमारे ख़लाफ़ हो सकता है?


- रोम स 8:31
इ तहास म दज है क शाप उलट गया और लॉ टनस म जब कोई जगह नह मली, तो यह
बूमरग क तरह म के पुजारी पर ही पलट गया। पुजारी मग के दौरे म लॉ टनस के
क़दम पर गर गया। लॉ टनस को पुजारी के अ ान पर तरस आया और उ ह ने उसका
हाथ पकड़कर उसे उठा लया। पुजारी ने एकमा श को पहचान लया और लॉ टनस
का न ावान श य बन गया।
इस प ीकरण ने हवाई क इस म हला के दमाग़ के भारी बोझ को हटा दया। उसने
अपने पता से कहा, ‘ पताजी, अब मुझे आपसे डर नह लगता है। मुझे तो आप पर तरस
आता है। आप सोचते ह क आपके पास श है, ले कन आप बस नकारा मक सुझाव का
इ तेमाल करते ह। आप कसी सरे के लए जो सुझाव दे ते ह या कामना करते ह, उसे आप
अपने ख़ुद के जीवन म आमं त कर रहे ह। श मेरे भीतर है और म ई र के साथ अपना
एक व जानती ँ। उसका ेम हमारे चार ओर है और हमारी हफ़ाज़त करता है। जब भी म
आपके बारे म सोचती ँ, म दावा करती ँ, ‘ई र मेरे साथ है; कोई भी मेरे ख़लाफ़ नह हो
सकता। म वतं ँ।’ उसने अपने पता को आ द , ख़ुद पर से उनक श क पकड़
ढ ली क और उ ह मु कर दया।
उस म हला ने मुझे कुछ समय बाद प लखकर बताया क उसके पता बेट -दामाद
से नफ़रत करते रहे। पता ने उसे प म धमक भी द क काले जा क श उन दोन को
न कर दे गी। उस म हला ने उनक धम कय पर कोई यान नह दया। कुछ स ताह बाद
पता सड़क पर गरकर मर गए। म हला ने कहा क उसके पता क नफ़रत ने ही उनक
जान ले ली - उसक बात सही थी। नफ़रत, ई या और श ुता ेम, शां त, सद्भाव, ख़ुशी,
उ साह तथा मधुर संबंध क जान ले लेती ह। उस आदमी के सारे नकारा मक, व वंसा मक
वचार उसी क ओर लौटकर आ गए और यह दोहरा आघात उससे बदा त नह आ। आप
कसी सरे के लए जो भी कामना करते ह, उसे आप अपने ख़ुद के शरीर और अनुभव म
उ प व कट करते ह।

मोज़ेस और म के पुजारी
ाचीन समय म लोग मानते थे क पुजारी म उ ह नाख़ुश या ो धत करने वाले लोग को
शाप दे ने क श थी और उस ज़माने के पुजा रय ने लोग के इस अ ान का फ़ायदा
उठाया।
मोज़ेस ने म के पुजा रय के इस छल-कपट और धोखे क स चाई भाँप ली। वे
मोज़ेस के सामने पूरी तरह से ह के-ब के थे। मोज़ेस से डरने क वजह से पुजा रय ने
मोज़ेस व उनके लोग को धमकाने क को शश छोड़ द ।
मोज़ेस ने आ या मक श के एक व को सखाया। म वाले कई श य म
व ास करते थे और आ था रखते थे। मोज़ेस जानते थे क ई र एक ही है और उनक
जाग कता ने सारे नकारा मक वचार को हवा म उड़ा दया।

सीधे वचार वाले चतक बन


यह बेहद अ नवाय है क आप यह बात सीधे-सीधे समझ ल: क सद्भावना, स दय, ेम,
शां त, ख़ुशी और जीवन के सारे वरदान एक ही ोत से आते ह। ई र कोई भी ेमर हत
चीज़ नह कर सकता, य क ई र असीम ेम है। ई र दद क कामना नह करता, य क
ई र पूण शां त है। ई र ख क इ छा नह करता, य क ई र परम ख़ुशी है। ई र मृ यु
क कामना नह करता, य क ई र जीवन है और अब वह आपका जीवन है।
सारे तथाक थत शाप, काले जा , टोने-टोटके, शैतानी तं -मं आ द एक वपरीत
श म डरावने अ ानी व ास से आते ह। केवल एक ही श है, एक ही ई र है - दो
नह , तीन नह या एक हज़ार नह , केवल एक। ई र को चुनौती दे ने वाली कसी बुरी श
म व ास करना सरासर अंध व ास पर आधा रत है।
जब लोग इस श का इ तेमाल सृजना मकता से, सद्भाव से, शां त से और ख़ुशी
से करते ह, तो वे इसे ई र कहते ह। जब लोग इस श का इ तेमाल अ ान से,
नकारा मक तरीक़े से और मूखतापूण ढं ग से करते ह, तो वे इसे शैतान, भूत- ेत, बुरी
आ माएँ आ द नाम दे ते ह।

शाप लौट कर आते ह

जब आप अपने भीतर क जीवंत सवश मान आ मा क ओर मुड़ते ह और अपने


दलो दमाग़ को खोलकर हर दन दावा करते ह, ‘ई र है और उसक उप थ त सद्भाव,
स दय, ेम, शां त, ख़ुशी तथा समृ के प म मेरे भीतर वा हत होती है। ई र मेरी
हफ़ाज़त करता है और म ई र के ेम के प व दायरे से हमेशा पूरी तरह घरा रहता ँ।’
और जब आप भीतर क एकमा श को पूरा समपण, न ा और व ास दे ते ह, तो
आपको बाइबल म इज़राइल कहा जाता है। जो परम आ मा क े ता को पहचान
लेता है और अपने ख़ुद के वचार क श को पहचान लेता है, वह पाएगा क उसके सारे
तरीक़े सुखद ह और उसके सभी माग शां त से भरे ह।

मरणीय ब …

1. युग -युग का सबसे महान रह य यह अहसास है क ई र एक और अ वभा जत है,


एकमा उप थ त और श है, कारण और सार है। मनु य क बु ता सारी श ,
समपण और न ा न मत व तु को नह , ब क सव च कारण (आ मा) म रखती
है। आप कसी मनु य, छड़ी, प थर, थ त, सूय, चं मा या तार को श शाली नह
मानते ह। आप केवल रच यता को ही श शाली मानते ह।
2. जब हम ब चे थे, तो हम च और मान सक त वीर म ही सोचते थे। फल व प
बचकाना म त क ई र क इस तरह क छ वयाँ े पत करता था क ई र दाढ़
वाला एक बूढ़ा आदमी था, जो एक सहासन पर बैठा था और दे व त संगीत बजा रहे
थे। बचकाने म त क खुर , स ग और डंक मारने वाली पूँछ के साथ शैतान क
त वीर बनाते थे। वय क के अंध व ासी सुझाव के आधार पर ये सभी वचार
छ वयाँ हमारे मन म उ प होती थ ।
3. आ द मानव ख़ुशी का ेय दे वता को दे ता था और दद तथा क का ेय बुरी
श य को दे ता था। वह हवा , ह और न दय को दे वी-दे वता मानकर अनुनय-
वनय करता था तथा उ मीद करता था क वे उसक गुहार सुनगे और जवाब दगे। दो
श य (अ छ और बुरी) म व ास करने का मतलब आ द मानव बनने जैसा ही है।
4. कृ त क श याँ बुरी नह ह; यह आप पर नभर करता है क आप उनका कैसा
इ तेमाल करते ह। आप बजली का इ तेमाल फ़श को वै यूम करने के लए कर
सकते ह या कसी क जान लेने के लए भी कर सकते ह। अ छाई और बुराई मनु य
क ेरणा म ह, उसके वचार-जीवन म ह।
5. एक बार जब आप वीकार कर लेते ह क आपके बाहर कोई श है, चाहे आप उसे
कतनी ही लाभकारी य न मानते ह , तो आपने वह बीज बो दया है, जो दे र-सबेर
‘डर’ का फल पैदा करेगा; यह जीवन, ेम और वतं ता क पूरी बबाद है।
6. तां क या ओझा के पास कोई श नह होती, ब क जब वह कसी अ ानी
को शाप या मौत क धमक दे ना चाहता है, तो वह उसे बता दे ता है क उसे शाप दया
गया है और वह इस श म व ास करते ए उस सुझाव को मान लेता है।
इस तरह वह शाप उसके ही वचार क ग त व ध बन जाता है। यही शाप जब
मशन रय को दए जाते ह, तो वे हँस दे ते ह, य क उ ह यह ान होता है क बुरे
शाप म कोई श नह होती है। उनके अवचेतन म ऐसा कुछ नह होता, जो तां क
के नकारा मक सुझाव को वीकार करे। बुरे सुझाव को वीकार करने के लए आपके
अवचेतन मन म एक समान भाव या भावना होनी चा हए। आप कसी ऐसे को
असफलता का सुझाव कैसे दे सकते ह, जो आ म व ास से भरा हो और जसे
सफलता का पूरा भरोसा हो? वह आप पर हँसेगा।
7. सर को श शाली मानना मूखतापूण है, जब वे आपको बताते ह क वे आपके बुरे
के लए ाथना कर रहे ह। सबसे अ छा तरीक़ा उन पर हँसना है, य क वे ख़ुद म जो
श मानते ह, वह उनम नह होती। श सफ़ ई र म होती है और यह ब त
सकारा मक है। वह सव-बु मान है, श शाली ई र है, सबका पता है। वह
सद्भाव के प म चलता है - कोई भी चीज़ उसका वरोध नह कर सकती, रोक नह
सकती या षत नह कर सकती। वह सवश मान है। उसके साथ जुड़ जाएँ और
जब आपके वचार ई र के वचार होते ह, तो ई र क श आपके नेक के वचार
के साथ होती है। अगर आप सर के नकारा मक वचार वीकार करने से इ कार कर
द, तो उनम आप तक प ँचने क कोई श नह होती और वे दोगुनी श के साथ
अपने उ म के ब पर लौट आएँगे।
8. जब ई र का ेम प त और प नी को एक करता है, तो उसे कोई इंसान नह तोड़
सकता। ई र ेम है - जब कोई कहता है क वह कसी ववाह को तोड़ने वाला है, तो
उसके लए मंगलकामना कर और आगे बढ़ जाएँ। श का ोत कसी सरे को
नह - ई र को ही मान।
9. नफ़रत, े ष, ई या और श ुता ेम, शां त, मधुर संबंध, स दय, ख़ुशी तथा ववेक का
गला घ ट दे ती ह। नकारा मक भाव उ प करते रहना ब त वनाशकारी होता है और
इसका अंत कसी घातक बीमारी, गंभीर मान सक वकृ त या पागलपन म हो सकता
है।
10. मोज़ेस ने आ या मक श का एक व सखाया था। म के पुजारी अनेक दे वी-
दे वता और बुरी श य म व ास करते थे। मोज़ेस जानते थे क श एक ही है
और उ ह ने उनके नकारा मक वचार को हवा म तनके क तरह उड़ा दया।
11. सीधी लक र के चतक बन और सारी श , मा यता तथा न ा एक सव च श
को द: आपके भीतर क जी वत सवश मान आ मा। ख़ुद को इसके सामंज य म
लाएँ और इसक उप थ त को अपने भीतर सद्भाव, वा य, शां त, ख़ुशी व ेम के
प म वा हत होने द। आप पाएँगे क आपक सारी राह सुखद हो गई ह और सारे
माग शां तपूण हो गए ह।
3

टे लीसाइ क स को अपने लए चम कार कैसे


करने द
रै उठाता
फ़ वॉ डो एमसन ने कहा था, ‘केवल सीमाब ही काम करता है और क
है। असी मत ई र मु कुराते व ाम म पसरा रहता है।’ आपके म त क का
नयम कसी का लहाज़ या भेदभाव नह करता है। यह नयम बताता है क आप जो
सोचते ह, उसे ही उ प करते ह; आप जो महसूस करते ह, उसे ही आक षत करते ह - और
आप जसक क पना करते ह, वही बन जाते ह। सभी नयम अ गत होते ह और
य का स मान नह करते ह। यह स य आपके ख़ुद के म त क पर भी लागू होता है।
उन श य के साथ छे ड़खानी करना ख़तरनाक है, ज ह आप नह समझते ह। मसाल के
तौर पर, य द आप सुचालकता या व ुत अवरोधक संबंधी व ुत नयम नह जानते ह और
यह भी नह जानते ह क यह यादा ऊँची श यता से कम ऊँची श यता तक वा हत होती
है, तो आपको आसानी से करंट लग सकता है और आपक जान जा सकती है।
या और त या पूरी कृ त म सव ापी ह। इसे रेखां कत करने का एक और
तरीक़ा यह बताना है क आप जस भी वचार को सच के प म महसूस करते ह, उसक
छाप आपके अवचेतन मन ( नयम) पर छू ट जाती है और बाद म आपका अवचेतन उसे
कर दे ता है, जस भी चीज़ क छाप इस पर छोड़ी जाती है - चाहे यह अ छ हो, बुरी
हो या तट थ हो।

कस तरह एक मनु य ने खोया ेम दोबारा हा सल कया

एक आदमी ने एक बार मुझसे शकायत क क पं ह साल के वैवा हक जीवन के बाद उसे


यह पता चला क उसक प नी बेवफ़ा थी। प नी को कोई सरा मल गया था। अपनी
सम याएँ बताते ए उसने ज़ कया क छह महीने पहले वह अपनी प नी के ऑ फ़स
गया था, जहाँ वह नौकरी करती थी। उसने ग़ौर कया क उसका बॉस ब त आकषक और
अमीर था। उसने कहा, ‘मुझे यक़ न हो गया क वह उसके मोहपाश म फँस जाएगी। मुझे
लगातार इस बात का डर रहता था, हालाँ क मने उससे कहा कुछ नह ।’ उस पल प प
से उसे ई या ने जकड़ लया और उसे जस बात का सबसे यादा डर था, वह हो गई।
उसे मन के नयम का ान था, य क वह अमे ज़ग लॉज़ ऑफ़ कॉ मक माइंड
पावर पढ़ चुका था। हमने इस बारे म व तार से बात क क वह या कर रहा था और वह
समझ गया क प नी के बहकने के उसके सतत वचार और मान सक च ने अवचेतन प
से उसक प नी को भा वत कया और वे प नी के अवचेतन मन पर अं कत हो गए। उसक
प नी प त के मन क काय व ध के बारे म कुछ नह जानती थी। दरअसल, प त के डर के
वचार और उसका न त व ास क वह सरे के च कर म पड़ जाएगी, प नी के यादा
गहरे मन ने समझ लए। प त के व ास के अनु प उसके वचार सच हो गए।
दरअसल, वही इस बात के लए ज़ मेदार था, य क उसके वचार और मान सक
च क गहनता इतनी बल थी क उसने सचमुच अपनी भा यपूण वैवा हक उलझन को
उ प कया और इसक ग त बढ़ाई। उसे अपनी ग़लती का अहसास भी था। उसने अपने
मन के नयम का इ तेमाल बड़े नकारा मक तरीक़े से कया था। फल व प उसे ऐसे ही
प रणाम मले। मेरे सुझाव पर वह इतना वन बन गया क अपनी प नी के साथ इस मसले
पर बात करने को तैयार हो गया। उसने प नी को यह भी बता दया क वह अपने मन का
कस तरह ग़लत इ तेमाल कर रहा था। प नी ने रोते ए बढ़ती म ता को वीकार कया
और अपने बॉस के साथ संबंध तोड़ लया। उसने एक नई नौकरी ढूँ ढ़ ली और मा तथा
दै वी ेम क भावना ने उन दोन को दोबारा एक कर दया।
प त ने नीचे द गई वै ा नक ाथना या अपनाकर सारे डर और ई या के अहसास को
याग दया :

मेरी प नी मेरे सृजना मक वचार और च के त हणशील है। उसके अ त व के


क म शां त है। ई र उसका मागदशन कर रहा है। दै वी सही काय उसे े रत करता
है। हमारे बीच मधुर संबंध, ेम, शां त और समझ है। जब भी म उसके बारे म सोचूँगा,
म तुरंत एक मंगलकामना क ँ गा और क ँगा, ‘ई र तुमसे ेम करता है और तु हारी
परवाह करता है।’
उसने इस ाथना क आदत डाल ली और अब वह आशंका और ई या से मु हो
चुका है, जो डर क संतान ह। उनका ववाह हर दन पहले से यादा सफल होता जा रहा है।
जॉब ने कहा था, ‘ जसका मुझे भारी डर था, वही मुझ पर आन पड़ा है।’ इसे उलट द और
यह भी उतना ही सच है: ‘ जससे म भारी ेम करता ,ँ वह मेरे जीवन और अनुभव म आ
गया है।’
ई रीय श ने उसके लए चम कार कर दए

इस अ याय का शीषक द ण कै लफ़ो नया यु नव सट क एक युवा व ाथ के साथ मेरे


वचार- वमश का प रणाम है। वह साइ कक परसे शन: द मै जक ऑफ़ ए ाससरी पावर
पढ़ रही थी और उसने सपने म ए लोग के अद्भुत अनुभव पढ़े । उसने कहा, म इ क स
साल क ँ और मने शाद करने का नणय लया है। लगभग एक स ताह पहले मेरा अपने
उ चतर व के साथ संवाद आ और मने यह कहा :

‘तुम सव ाता हो; तुम हर चीज़ जानते हो। मेरे जीवन म एक ऐसा लाओ, जो
मेरे साथ पूरे सामंज य म हो और मेरे लए सही हो। अब म गहरी न द म जा रही ँ।’

यह उसक आसान ाथना तकनीक थी। उसने सपने म अपनी ही उ का एक युवक


दे खा - लंबा और आकषक, जसक बाँह म कताब दबी थ । वह तुरंत जान गई क यही वह
आदमी था, जससे वह शाद करेगी। हालाँ क उसे ज़रा भी पता नह था क वह कहाँ था या
वह उससे कहाँ मलेगी, ले कन वह इस बारे म पूरी तरह न त थी। वा तव म, उसके मन म
भावी प त संबंधी ाथना करने क आगे कोई इ छा ही नह थी।
सपना दे खने के लगभग दो महीने बाद वह एक धा मक आराधना म गई और उसके
बग़ल म बैठा युवक वही था, जसे उसने दो महीने पहले सपने म दे खा था। उसक बाँह के
नीचे एक पु तक थी - बाइबल। एक महीने बाद ही उन दोन क शाद हो गई।
इस तरह के सपने, जो कसी भावी प त या प नी का च समय से पहले दखा दे ते
ह, असामा य नह ह। यह युवा व ाथ अपने मन के नयम जानती थी। वह इस बारे म भी
जाग क थी क सोने से पहले क आ ख़री जा त अवधारणा अवचेतन मन म अं कत हो
जाती है और अवचेतन मन इसे साकार करने का उपाय खोजता है। कई बार यह अनुभव को
नाटक कृत कर दे ता है, जब चेतन और अवचेतन सृजना मक प से न द म संयु होते ह।

उसे यक़ न था क बद ़क मती उसे सफल नह होने दे रही है

आयरलड क हाल क या ा म म अपने एक र के क ज़न से मलने गया, जो कलान के


क़रीब रहता है। उसके घर पर डनर के दौरान वह यही बात दोहराता रहा क कसी तरह का
‘शाप’ उसके पीछे पड़ा आ है। एक यो तषी ने दरअसल प े पढ़कर बताया था क बुरी
श याँ उसके ख़लाफ़ काम कर रही थ , जससे उसका डर और बढ़ गया था। वह कसी
स मोहक मं या न त अव ध क सज़ा क गर त म दख रहा था। मेरा यह र तेदार
काफ़ श त है और उसके पास कृ ष म उपा ध भी है।
उसने कहा क उसने कॉलेज म एमसन को पढ़ा था, ले कन प प से वह एमसन क
भा य क प रभाषा नह पढ़ पाया था :

वह (मनु य) अपने भा य को बाहरी मानता है, य क उसक कड़ी छु पी ई है। ले कन


आ मा (अवचेतन मन) म होने वाली घटना शा मल है, य क घटना केवल उसके
वचार का वा त वक प है और हम जसक ाथना करते ह, वह हमेशा मल जाता
है। घटना आपके आवेदन का नकला आ ट आउट है। यह आपक वचा क तरह
आप पर सट क बैठती है।
मने उसे समझाया क एमसन ने जो कहा था, वह उतना ही सच है, जतने क वे
कृ ष के नयम, जो उसने पढ़े थे। सच तो यह था क उसक परव रश, धा मक व ास,
भावना मक वीकृ त, वचार और भावनाएँ उसके जीवन क सारी प र थ तय , अनुभव
और घटना को तय करती ह। सरे श द म, कारण बाहरी क़ म का नह था, ब क
उसके ख़ुद के वचार-जीवन म था। उसने इस स य के बारे म हणशील होना शु कया क
उसका अवचेतन मन हमेशा उसके आदतन सोच और व ास को उ प कर रहा है। उसे
अहसास आ क अगर वह भ व यव ा के नकारा मक सुझाव को वीकार कर लेता था,
तो यह उसके ख़ुद के वचार क ग त व ध बन जाएगी - और उसक आदतन सोच के
अनुसार अनुभव उ पन करेगी, ठ क उसी तरह, जैसे बीज अपनी ही तरह के फल दे ते ह।
भ व यव ा ने उसे जो बताया था, उसे अ वीकार करने क पूरी श उसके पास
थी। उसके पास यह जानने और व ास करने क पूरी श थी क वह अपनी सोच से
अपना भ व य ख़ुद बनाता है। यह युग -युग पुरानी स चाई पर आधा रत है क इंसान वही
बन जाता है, जो वह सारा दन सोचता है।
मने इस त य पर व तार से बात क क अंततः भ व यव ा के पास कोई श नह
थी और वह उसके जीवन को नयं त नह करती थी। य द भ व यव ा ब त संवेदनशील
ई, तो वह एक न य, अती य अव था म मेरे र तेदार के अवचेतन मन का दोहन कर
सकती है और उसके सामने उसक वतमान मान सक अव था उजागर कर सकती है। मने
उसे बताया क उसम यह श थी क वह आ या मक तरीक़े से सोचकर और शा त स य
के साथ तादा य करके अपने अवचेतन को बदल दे ।
दरअसल, सारी वप याँ, नराशाएँ और असफलताएँ उसने ख़ुद उ प क थ ।
उसने अपना मान सक नज़ रया बदल लया। मने सुबह और रात करने के लए उसे एक
ाथना लखकर द और प नदश दए क आगे से वह उसे न नकारे, जसका वह दावा
करता था :

‘आज ई र का दन है। म ख़ुशी, सफलता, समृ और मान सक शां त का चुनाव


करता ।ँ मुझे दन भर ई र का मागदशन मलता है और म जो भी करता ँ, उसक
सफलता तय है। जब भी मेरा यान अपनी सफलता, शां त, समृ या नेक के वचार
से भटकता है, तो म तुरंत अपने वचार को ई र और उसके ेम के मनन पर लौटा
लाऊँगा तथा यह सोचूँगा क वह मेरी परवाह तथा र ा करता है।
म एक आ या मक चुंबक ँ और ाहक को अपनी ओर आक षत करता ँ, जो उसे
चाहते ह, जो मेरे पास दे ने के लए है। म हर दन बेहतर सेवा दान करता ँ। म अपने
सारे काय म बेहद सफल ।ँ जो लोग मेरी कान या जीवन म आते ह, म उन सभी को
आशीष दे ता ँ और समृ बनाता ।ँ ये सारे वचार अब मेरे अवचेतन मन म समा रहे
ह और वे समृ , सुर ा तथा मान सक शां त के प म कट होते ह। यह अद्भुत है!

ऊपर दए गए सभी स य का नरंतर अहसास और उसके नए नज़ रये ने उसक पूरी


ज़दगी बदल द ।

उसने कहा: ‘यह मेरा सातवाँ तलाक़ है! म या ग़लत कर रही ँ?’

एक अधेड़ म हला ब त आंदो लत थी और भावना मक से तबाह थी। उसने मुझसे


कहा क म उसके अतीत के ववाह पर थोड़ी रोशनी डालू,ँ जनका अंत तबाही म आ था।
यह साफ़ दख रहा था क उसने दरअसल एक ही तरीक़े के से शाद क थी। बस हर
बार उस आदमी का नाम अलग था और उनम से येक पछले वाल से बदतर था।
मने उसके सामने प कया क जीवन म वह नह मलता है, जसे आप चाहते ह।
जीवन म तो वह मलता है, जस पर आप मनन करते ह। इस लए यह बेहद अ नवाय है क
वह अपने अवचेतन मन म अपनी मनचाही चीज़ का मान सक समतु य था पत कर ले,
तभी उसे वह मल सकती है।
उसक मु कल यह थी क वह अपने पहले प त से े ष कर रही थी, जसने झूठ
बोला था, उसका पैसा चुराया था और उसके आभूषण लेकर भाग गया था। उसे मु करने
म असफल रहने पर यह मान सक घाव या मवाद भरा फोड़ा उसके अवचेतन मन म मौजूद
रहा। इसी कारण वह सरे प त, तीसरे प त आ द क ओर आक षत ई। हर आगामी प त
के त अपने े ष और ोध को पोषण दे कर उसके वचार ने उसके अवचेतन म इन
नकारा मक भाव को बढ़ा लया। इसी वजह से वह अपनी बल मान सक अव था के च
के अनु प को ही आक षत करती रही। हम जस पर यान दे ते ह, अवचेतन हमेशा
उसे बढ़ा दे ता है और कई गुना कर दे ता है - चाहे वह अ छ चीज़ हो या बुरी।
इस पर मने मन के नयम पर ज़ोर दे ते ए बताया क यह नयम अपनी
अभ य म पूरी तरह से यायपूण और न प है, यानी सेव के बीज क कृ त है क
यह सेव का पेड़ उगाए, इसी तरह यह जीवन का नयम है क वह हमेशा अपने जीवन क
सभी अव था म अप रहाय प से और हमेशा आंत रक कृ त क ब त ल प ही
उ प करेगा। ‘जैसा भीतर वैसा बाहर। जैसा वग (मन) म, वैसा धरती पर (शरीर,
प र थ तय , थ तय , अनुभव और घटना म)।’
मुझे यक़ न है क मने उसके वचार और भावना क काय व ध प करके उसके
दमाग़ का अंधकार र कर दया। उसने इस बात को पहचान लया क उसके लए यह
असंभव है क वह एक चीज़ सोचे, महसूस करे और व ास करे, और फर जो वह सोचती
है, जससे डरती है और जसक उ मीद करती है, उससे भ कसी सरी चीज़ का अनुभव
करे। मन का नयम अ छा और ब त अ छा माना जाता है, य क आपके सारे अनुभव
आपके आंत रक नज़ रये तथा व ास के साथ मेल खाते ह और पर पर संबं धत होते ह।
उसने कहा, ‘म अब समझ सकती ँ क अपने पूव प तय के त े ष, ोध, श ुता
और मा करने म वफलता क वजह से ही म अपने जीवन म वैसे ही पु ष को आक षत
करती रही। मुझे ख़ुद को बदलना होगा। म जानती ँ क म अपने वतमान प त पर झूठे
आरोप लगा रही ँ और हालाँ क वह शराबी और जुआरी है, ले कन म जानती ँ क उसक
बेवफ़ाई, मुझ पर जासूसी कराने और मेरे अ य आरोप मेरे ही अपराधबोध, डर और असुर ा
क अभ ह।
साथ लाने पर उन दोन ने कहा क वे अपने ववाह को ‘कारगर’ बनाना चाहते ह।
म हला को अहसास आ क तलाक़ लेने से सम या हल नह होगी, य क इसके बाद वह
आरोप लगाने, आ म-क णा, ड ेशन और दबे गु से के उसी पुराने सल सले को
दोहराएगी। उस आदमी ने शराब और जुआ छोड़ने का फ़ैसला कया। वे एक सरे के अंदर
के दे व व को अपनाने पर सहमत हो गए। प त को अहसास आ क जो आदमी कसी
म हला से ेम करता है, वह कोई भी ग़लत काम नह करता है, जब क प नी को अहसास
आ क हर सफल के पीछे एक म हला होती है।
उ ह ने मलकर और एक सरे के लए सुबह-शाम ाथना करने का नणय लया। वे जानते
थे क जस के लए हम ाथना करते ह, उसके त े ष, नफ़रत या भावना रखना
असंभव है। संयु ाथना, जसे हर एक बारी-बारी से रात और सुबह करता था, इस कार
थी :

हम जानते ह क हम एक ही समय म ेम और े ष के वचार नह रख सकते, य क


हमारा मन एक समय म दो चीज़ नह सोच सकता। जब भी हम एक सरे के बारे म
सोचगे, हम सकारा मक प से कहगे: ‘ई र उसक आ मा को भरता है।’ हम एक
सरे के त ेम, शां त, ख़ुशी और सद्भावना संचा रत करते ह। हम सभी मायन म
दै वी मागदशन मलता है और हम एक सरे म ई र को उ त बनाते ह। हमारा ववाह
एक आ या मक मलन है। हम भावना, े ष और नकारा मक वचार रखने के लए
एक सरे को मा करते ह और संक प लेते ह क यह दोबारा नह करगे। हम जानते
ह क हम बस ख़ुद को मा करना है और हम मा कर दया जाएगा, य क जीवन
या ई र कभी दं ड नह दे ता है; यह काम तो हम ख़ुद अपने साथ करते ह। जो भी ेम,
स य और वा य से सरोकार रखता है, केवल वही हमारे अनुभव म वेश कर सकता
है।
इस ाथना क आदत डालने पर एक आ या मक कायाक प आ। उन दोन को
पता चला क ेम अपने से व हर चीज़ को मटा दे ता है। दोन को ही पता चला क
बदलने के लए ख़ुद के सवा सरा कोई नह है।
ई र के स य पर मनन करने पर और सबके त ेम तथा सद्भावना संचा रत करने
पर आपका पूरा संसार जा से आपके मान सक च के साँचे म ढल जाएगा और आपका
रे ग तान गुलाब क तरह लहलहा उठे गा तथा आनंद से झूमने लगेगा। ई रीय श से
अपनी ख़ा तर चम कार कराना दरअसल यही है।

मरणीय ब …

1. आपके मन का नयम कसी का लहाज़ नह करता, कसी के साथ भेदभाव


नह करता। नयम बताता है क आप जो सोचते ह, उसे उ प करते ह; आप जो
महसूस करते ह, उसे आक षत करते ह - आप जसक क पना करते ह, आप वही
बन जाते ह।
2. या और त या पूरी कृ त म सव ापी ह। आपका वचार शु करने वाली
या है। आपके वचार क कृ त जैसी होती है, आपका अवचेतन उसी अनु प
त या करता है।
3. जब कोई यक़ न करता है, च दे खता है और लगातार डरता है क उसक
प नी भटक जाएगी, तो उसक सतत सोच और च प नी के अवचेतन मन तक
प ँच जाते ह और वह वही कर सकती है, जससे वह डरता है और यक़ न करता है
क वह करेगी। यह ख़ास तौर पर सच है, अगर वह मन के नयम न जानती हो और
उसके पास ‘ ाथना का सहारा’ न हो।
4. डर और ई या से मु होने के लए आप अपने और सरे के भीतर मौजूद
ई रीय उप थ त से एक प होते ह और सरे के त जीवन क सारी नयामत क
कामना करते ह। आपको यह अहसास होना चा हए क जो आपके भाई के लए
सुखकारी है, वह आपके लए भी सुखकारी है। सामने वाले क सफलता आपक
सफलता है; सामने वाले क ख़ुश ़क मती आपक ख़ुश ़क मती है। ेम ही वा य,
ख़ुशी और मान सक शां त के नयम क प रपूणता है।
5. सपने म अपने भावी जीवनसाथी को दे खना संभव है। अ सर आपका अवचेतन उस
को आपके सामने कट कर दे गा। जब यह सचमुच होता है, तो आपके अंतमन
म भावना आती है क आपक ाथना सफल हो गई है। आप बाद म पाते ह क
आपका भावी प त या प नी आपके सपने के च के ठ क अनु प होता है।
6. य द कोई यह यक़ न करता है क क़ मत उसके ख़लाफ़ है या अगर वह
कसी भ व यव ा क नकारा मक भ व यवा णय को वीकार कर लेता है, तो
उसका अवचेतन उसके व ास क कृ त के अनु प त या करता है। वा तव म,
वही अपने भा य या तथाक थत बद क़ मती का कारण है, य क उसके मन के
वचार ही उसका भ व य तय करते ह। उसम सारे नकारा मक सुझाव को पूरी तरह
अ वीकार करने क श है। यह भी संभव है क वह ई र को अपने अ य साझेदार
के प म दे ख,े जो हर तरह से उसे मागदशन दे रहा है, दशा दखा रहा है और समृ
बना रहा है। ख़ुश क़ मती म उसके व ास के अनु प ही उसका भला होगा। मनु य
का अवचेतन उसक आदतन सोच और च को हमेशा साकार करता है।
7. जब कोई म हला गहराई से कसी पूव प त के त े षपूण, नाराज़ और भावनापूण
होती है, तो इस मान सक नज़ रये म भावना मक से वकार त पु ष को
आक षत करने क वृ होती है, जसम पूव प त से मलते-जुलते गुण ह । समान
ही समान को आक षत करता है, जैसे ‘एक जैसे पंख वाले प ी एक साथ रहते ह।’
अपने पूव-प त को पूरी तरह मु करना आव यक है; उसके लए जीवन क तमाम
नयामत क कामना करना ज़ री है। जब वह ऐसा करने क आदत डाल लेती है, तो
उसका याल आने पर भी वह शांत रहेगी। जहाँ स ची मा का शासन होता है, वहाँ
कोई डंक नह रहता। मा के बाद वह यह दावा कर सकती है क ई रीय उप थ त
और श उसक ओर एक ऐसे आदमी को आक षत करा रही है, जो उसके साथ पूरे
सामंज य म हो। इसके बाद उसके अवचेतन का नयम त या करेगा।
8. शाद को ‘कामयाब’ बनाने के लए दो लोग क ज़ रत होती है। जब येक इस
नणय पर प ँचता है क वह अपने तथा सामने वाले के भीतर मौजूद ई र को उ त
बनाएगा, तो ववाह बरस के साथ यादा ख़ुशहाल होता जाएगा। ई र क स चाइय
पर मनन करके और एक सरे म उसके ेम को पहचानने पर उनके जीवन का
रे ग तान गुलाब क तरह लहलहाने लगेगा और ख़ुशी से झूमने लगेगा।
4

टे लीसाइ क स आपको भ व य दे खने और


अंतब ध क आवाज़ पहचानने क श दे ती
है
व ीय संसार म कई लोग म शेयर के चढ़ने या गरने का सट क अनुमान लगाने क
मता होती है। इसका कारण ब त आसान है। आप जस चीज़ पर पूरा यान क त
करते ह, आपको हमेशा उसके बारे म अंतब ध क आवाज़ सुनाई दे गी या आंत रक ेरणा
मलेगी। आपका अवचेतन हमेशा आपके क त वचार क कृ त के अनुसार ही त या
करता है।

एक युवा वसायी ने दौलत कमाने के लए टे लीसाइ क स का अ यास कया

हाल ही म मेरी एक फ़ामा स ट से बातचीत ई, जसने मुझे बताया क कुछ साल पहले
उसने अ का, मे सको, कैनेडा और अमे रका के सोने के शेयर का अ ययन कया था।
उसने अपना यान लगभग पाँच शेयर पर क त कया, जो उस व त शेयर बाज़ार म ब त
कम दाम पर मल रहे थे। उसक टे लीसाइ कक नी त (अपने अवचेतन मन क ई रीय ा
से संपक करने क नी त) इस कार थी :

हर रात जब वह गहरी न द म सोने जाता था, तो वह अपने यादा गहरे व से धीरे से


कहता था: इन सोने के शेयर म सव े नवेश कौन सा है, मेरे सामने कट करो। म
जवाब के त प ता से जाग क ँ। जवाब मेरे चेतन, ता कक मन म आएँग।े
जवाब न सुनना मेरे लए असंभव होगा।
उसने हर रात नयम से ऊपर बताई गई तकनीक का अनुसरण कया, साथ ही वह
सोने के येक शेयर क व ीय पृ भू म और संभावना का अ ययन करता रहा। एक
रात सपने म एक आदमी उसके सामने कट आ। एक पॉइंटर के साथ उसने उसे सोने के
कुछ ख़ास शेयर के नाम वाला चाट दखाया, जसम उनके वतमान भाव और भावी
ऊँचाइयाँ थ । उसने जागने पर तुरंत शेयर ख़रीद लए। बाद म वे शेयर उस भाव पर प ँच
गए, जो उसने अपनी न द म दे खे थे। फर उसने वे शेयर बेचकर इतनी दौलत कमा ली,
जतनी वह फ़ामा स ट के काम म कभी नह कमा पाता।
इसके बाद उसने और यादा पैसा कमाने के लए कम भाव पर इनम से कई शेयर
को दोबारा ख़रीद लया। उसके सपने म कट आ आदमी उसके अवचेतन मन का
नाटक यकरण था, जसने उसके सवाल का प जवाब उसके सामने उजागर कर दया।

कस तरह टे लीसाइ क स ने एक से े टरी क सम या सुलझाई

कुछ महीने पहले मेरी एक युवा म हला से बातचीत ई, जसके पता मर गए थे। वह
इकलौती संतान थी, जसक माँ तभी गुज़र गई थ , जब वह ब त छोट थी। जब वह
लगभग आठ साल क थी, तो उसके पता उसे हवाई ले गए, जहाँ उ ह ने टापु क सैर
क । उ ह ने अपनी बेट को बताया क वहाँ उ ह ने ज़मीन के तीन लॉट ख़रीदे थे, जो उसे
कसी दन वरासत म मलगे - य क उ ह ने वे लॉट सफ़ उसी के लए ख़रीदे थे।
बहरहाल, पता क मृ यु के बाद क़ागज़ात म युवा म हला को डीड या कसी तरह का
द तावेज़ नह मला और वह यह भी नह जानती थी क उसके पता कस टापू का ज़
कर रहे थे, य क उ ह ने दोबारा कभी वह वषय नह छे ड़ा था।
मने उसे सुझाव दया क वह रात को तनावर हत हो जाए - अपने मन को शांत कर
ले। यह क पना करना ज़ री था क वह अपने भीतर क ई रीय आ मा से संवाद कर रही
थी। मने उससे इस उप थ त से संवाद करने का आ ह कया और उसे समझाया क इस
या को टे लीसाइ क स कहा जाता है और उसे न त जवाब मलेगा। शत यह थी क
उसम ईमानदारी, मा यता और जवाब पाने का व ास होना चा हए।
इसी अनुसार, उसने अपने उ चतर व से इस तजऱ् पर एक का प नक बातचीत क :

जायदाद संबंधी मेरे पता के डीड और सौदे के क़ागज़ात कह पर रखे ए ह और म


जानती ँ क आप, मेरे उ चतर व, जानते ह और म जवाब को इसी समय वीकार
करती ँ। म जवाब के लए ध यवाद दे ती ँ और यह ऐसा ही है।

फर वह शां त से ‘जवाब’ श द को बार-बार लोरी क तरह दोहराते ए सो जाती


थी।
जब आप हर रात सोने जाते ह, तो आ ख़री जा त अवधारणा आपके अवचेतन पर
अं कत हो जाती है। य द आपके वचार को आ था और व ास से पया त भावनामय कर
दया जाए, तो आपका अवचेतन जवाब दे ने का तरीक़ा खोजेगा, य क यह केवल जवाब
जानता है।
उसने लगभग दो स ताह तक हर रात ऊपर बताई तकनीक को दोहराया और उसने कहा क
इसके बाद उसके डैडी उसे न द म नज़र आए। वे मु कुराते ए उससे बोले :

म तु हारी सम या क गु थी सुलझाने जा रहा ँ। डीड और व य अनुबंध पा रवा रक


बाइबल म ह, जसे तु हारी दाद पढ़ती थ । पेज 150 पर दे खो, वहाँ तु ह एक छोटा
लफ़ाफ़ा मलेगा। मुझे अब जाना होगा, ले कन म तुमसे दोबारा मलूँगा। म तु हारा
डैडी ँ - यह मत सोचना क यह एक सपना है।
वह थोड़ी वच लत अव था म जागी और दौड़कर नीचे क मं ज़ल पर प ँचकर उसने
बाइबल खोली। वहाँ वही क़ागज़ रखे ए थे, जनक उसे तलाश थी: टै स क रसीद, ब
के रकॉड और डीड। इस तरह उसके सपने ने उसका ब त सारा समय और ख़च बचा
लया।
कोई भी सट कता से यह नह जानता क आपक ाथना का जवाब दे ने के लए
अवचेतन मन कस व ध का इ तेमाल करेगा। अती य इसक एक श है, इस लए
से े टरी अती य के ज़ रये डीड का पता- ठकाना दे ख सकती थी। उसका अवचेतन
इसे एक सपने क छ व म बुन सकता था, उसके पता को जवाब दे ते ए दखा सकता था,
काफ़ कुछ कसी नाटक के लेखक क तरह, जो अपने पा के श द गढ़ता है।
अगर आप कहते ह क यह सचमुच उसके पता क ‘आ मा’ थी, तो कई लोग इस
बात पर यक़ न कर लगे, जैसे क इस युवा म हला को भी अंदर से यक़ न था क यह उसके
पता ही थे। हम यह याद रखना चा हए क हर दन प रजन के बीच टै लीपै थक संवाद होते
ह: पता, माता, बेटे, बेट , र तेदार, म आ द सभी उनके धरातल पर ब त जी वत होते ह।
मृ यु जैसी कोई चीज़ नह है और हमारे सारे प रजन हमारे चार ओर ह, जो केवल आवृ
ारा ही वभा जत ह। हम सभी क तरह ही उनके भी परक मन ह और उनके कम
घन व के, सू म शरीर ह, जो बंद दरवाज़े भेदने म स म ह और समय तथा काल के परे जा
सकते ह।
आपके माता या पता आपको अगले आयाम से टै लीपै थक संदेश नह भेज सकते,
यह कहना तो यह कहने जैसा होगा क आपके पता आपको बॉ टन से टै लीपै थक संदेश
नह भेज सकते या वे आपको फ़ोन नह कर सकते या तार नह भेज सकते। हम सभी एक
ही म त क म ह, जो सभी य म साझा है। हर उस शा त म त क का वेश
भी है और नगम भी।
मन और आ मा, जो हम सभी क वा त वकता है, मर नह सकती; य क ई र
जीवन (आ मा) है और यह अब हमारा जीवन है। ई र आ मा है और जी वत सवश मान
आ मा आपके भीतर वास करती है, आपम चलती और बोलती है। हज़ार साल पहले
ाचीन ह मनी षय ने कहा था :

आप (आ मा) कभी नह मरते ह; आप (आ मा) कभी नह मरगे; पानी आपको गीला


नह करता है; आग आपको जलाती नह है; तलवार आपको भेदती नह है; और
हवाएँ आपको र नह उड़ाती ह।

ायः पूछा जाने वाला


‘ या अशरीर आ माएँ (अगले आयाम म जी रहे प रजन और चार-आयामी शरीर के वामी)
जी वत लोग के साथ संवाद करती ह?’
इस पर मेरा जवाब यह है क हम अब भी सशरीर आ मा के बारे म बात कर रहे
ह, चाहे यह इस तीन-आयामी धरातल पर हो या अगले चार-आयामी धरातल पर हो। डॉ.
राइन और कई अ य वै ा नक ने योग म बना कसी शंका के दशा दया है क टै लीपै थक
संवाद सशरीर आ मा के बीच यहाँ व मान होता है। ज़ा हर है, इसका मतलब है आप
और आपके म या प रजन। अगले आयाम म आपके प रजन भी सशरीर आ माएँ ह और
वे भी उतने ही जी वत ह जतने क आप ह।

टे लीसाइ क स और अती य या ा
कई लोग ने चेतन और अचेतन प से ख़ुद को अपने नैस गक शरीर के बाहर पाया है और
उ ह यह पता चला है क उनके पास एक और शरीर है, जसे कई बार सू म शरीर,
आकाशीय शरीर, चार-आयामी शरीर आ द कहा जाता है। यह उ चतर आण वक कंपन
वाला शरीर होता है, कसी पंखे क तरह, जो इतनी तेज़ ग त से घूमता है क इसक
पंखु ़डयाँ अ य हो जाती ह।
शै णक और वै ा नक दायर म यह जाना-पहचाना त य है क मनु य केवल शरीर
नह है। यह दशाया जा चुका है क मनु य अपने शरीर से पूरी तरह वतं होकर दे ख सकता
है, सुन सकता है और अती य या ा भी कर सकता है। वग य डॉ. हॉनल हाट, जो ूक
यु नव सट म डॉ. राइन के सहयोगी थे, ने ‘शरीर के बाहर मनु य’ पर काफ़ शोध कया।
उ ह ने आगामी योग और जाँच का सुझाव दया।
आप मेरी दो अ य पु तक इनफ़ाइनाइट पावर फ़ॉर रचर ल वग और साइ कक
परसे शन: द मै जक ऑफ़ ए स ाससरी पावर म रोज़मरा के जीवन म ऐसे ी-पु ष के
बारे म ब त रोचक और अनूठे अनुभव पाएँग,े ज ह ने अपने शरीर का ेपण हज़ार मील
र कया और वहाँ दे खी-सुनी चीज़ बताने म कामयाब ए।

कस तरह टे लीसाइ क स ने उसे एक दन म 1 लाख डॉलर जताए

कुछ महीन पहले मने डॉ. डे वड होव के आ ह पर लास वेगस, नेवाडा म चच ऑफ़


रली जयस साइंस म ा यान दए, जो भारी पादरी थे। एक ोता मेरे होटल म एक घरेलू
सम या के संदभ म सलाह लेने के लए आया।
बातचीत के दौरान उसने बताया क वह एक बुक था और पूरे दे श म घोड़े के दाँव म
लगने वाली ब त बड़ी धनरा शयाँ सँभालता था। उसने कहा क वह अपने अवचेतन मन का
नय मत और सु नयो जत इ तेमाल करके बड़े नुक़सान से अपनी र ा करता है। जब उसे
एक-दो घोड़ पर ब त यादा पैसा मलता है, तो वह इसका कुछ ह सा सरे बुक ज़ तक
प ँचाने क को शश करता है, ले कन हर रात वह रेस-शीट का मेहनत से अ ययन करता है
और अपनी च दो ख़ास घोड़ तक सी मत करता है। फर वह अपने अवचेतन से कहता है:
‘म अब यह आ ह तु हारे हवाले कर रहा ँ। मुझे पहली या तीसरी रेस (या जन भी दो रेस
को वह पसंद करता हो) के वजेता बताओ’; फर वह ‘ वजेता, वजेता, वजेता’ श द
दोहराता आ सोने चला जाता है।
सोते समय उसका चेतन मन अवचेतन मन के साथ सृजना मक प से जुड़ता है
और अवचेतन मन आ ख़री जा त अवधारणा को वीकार कर लेता है तथा अपने ख़ुद के
तरीक़े से उसे जवाब दे ने लगता है। जब वह ब तर पर गहरी न द म सोया होता है, तो उसे
रेस और वजेता दख जाते ह। बाक़ समय वह अपने सपने म रेस दे खता है, ले कन जागने
पर वजेता को भूल जाता है। एक रात उसने दे खा क ‘लुक-मी-ओवर’ रेस जीत रहा है और
दाँ व 27-1 का था। उसने 4,000 डॉलर का दाँव लगाया और लगभग 1,00,000 डॉलर
जीत लए।
आप ग़ौर करगे क यह सपना पूवाभासी कृ त का था। यानी उसने रेस ै क पर दौड़
शु होने से 24 घंटे पहले ही इसके प रणाम दे ख लए, ले कन यह न त प से बुक के
प म उसके काम से जुड़ा आ था। आपका अवचेतन मन अवैय क है और यह लोग के
बीच भेदभाव नह करता। यह बकर को पैसे के संदभ म अंतब ध दे गा। डॉ टर को उपचार
के संबंध म दे गा। के म ट को रासाय नक फ़ॉमूल के संदभ म दे गा। शेयर ोकर को नवेश
के संबंध म दे गा। और कसी नई खोज म च रखने वाला आ व कारक अपने सपने म पूरा
डज़ाइन दे ख सकता है। आपका अवचेतन आपको ेरणा, वचार, जवाब दे गा, साथ ही
न त अंतब ध आभास भी दे गा, ले कन यह उसी संबंध म यह सब दे गा, जस पर आपका
यान क त होगा और जसम आपक गहरी च होगी।

कसी वशेष व को कैसे याद रख


मने इस बुक को समझाया क वह कैसे वजेता के बारे म अपने ख़ास सपने को याद रखे,
जो उसे चकमा दे रहा था। मने सुझाव दया क सुबह जागने पर उसे ख़ुद से पहली चीज़ यह
कहनी चा हए, ‘मुझे याद है!’ फर पूरा सपना उसे याद आ जाएगा। (उसने इसे आज़माया है
और यह तरीक़ा कामयाब आ है।)

लूथर बरबक के जीवन म टे लीसाइ क स

लूथर बरबक का नाम सभी लोग जानते ह और उनके ख़ुद के कहे अनुसार वे अपनी बहन
को टै लीपै थक संदेश भेजा करते थे, जब भी वे चाहते थे क वह उनके साथ उनक बीमार
माँ को दे खने जाए। इन अवसर पर उ ह ने कभी भी टे लीफ़ोन या तार का सहारा नह लया।

डॉ. फ़नीज़ पाकह ट व बी कसी र थ थान पर कट हो सकते थे

डॉ. व बी बेशक अमे रका के अ णी आ या मक उपचारक ह और उ ह ने कहा था: ‘म


जानता ँ क म अपने व प को घनीभूत कर सकता ँ और री पर भी कट हो सकता
ँ।’ उनका सू म या चार-आयामी शरीर व बी के लए उतना ही वा त वक था, जतना क
उनका भौ तक शरीर था। घर से 100 या इससे यादा मील र रो गय के सामने व बी के
ये कट करण 1845-46 के लगभग शु ए।
व बी ने द शत कया क मनु य एक अती य ाणी है और वह काल, थान या
पदाथ से बँधा नह है। इस अनूठे आ या मक गु के असाधारण जीवन का एक उदाहरण
दे ख :
उ ह ने एक म हला को प लखा, जो बेलफ़ा ट, मेन थत उनके घर से काफ़ र
रहती थी। उसम उ ह ने बताया क वे एक न त दन उससे मलने आएँगे, हालाँ क उ ह ने
सट क समय नह लखा था। कसी चूक क वजह से प कभी डाक म नह प ँच पाया।
बहरहाल, जस म हला से मलने और जसक ख़ा तर ाथना करने का उ ह ने वादा कया
था, वह जब डनर पर कसी सरी म हला से बातचीत कर रही थी, तो अ त थ म हला ने
कहा, ‘आपक कुस के पीछे एक आदमी खड़ा है,’ और उसने उनका व तार से वणन
कया। उस म हला ने घोषणा क , ‘ओह, ये तो डॉ. व बी ह। वे मेरा इलाज कर रहे ह।’
डॉ. व बी उस म हला के पासमान सक और आ या मक प से उप थत थे, चार-
आयामी या सू म शरीर धारण कए थे, जसे अ त थ म हला ने साफ़ दे खा।
शारी रक तौर पर व बी उस व त बेलफ़ा ट म अपने घर पर थे। वे अपनी रोगी पर
यान क त कर रहे थे और दै वी आदश पर मनन कर रहे थे - ई रीय उपचारक उप थ त
क उपचारक, शु कारक श उनक रोगी म वा हत हो रही थी - और उ ह ने साथ ही
ख़ुद को उसके पास प ँचाने का नणय लया, बेशक अपनी रोगी म यादा आ था और
हणशीलता भरने के वचार के साथ।

टे लीसाइ क स ने एक युवक को कॉल रशप और एक नई कार दलाई

19 वष का रॉबट राइट हर श नवार क सुबह मेरे घर के एक साउंड ूफ़ कमरे म मेरे रे डयो


ो ाम को व थत करने म मदद करता है। वह हर रात सोने से पहले अपने मन के नयम
का अ यास यह कहकर करता है :

मेरे अवचेतन मन क ई रीय ा कॉलेज म मेरा मागदशन करती है और मेरे सामने


सभी जवाब उजागर करती है। म हमेशा संतु लत और शांत रहता ँ। इसी लए म द
योजना के तहत अपनी सारी परी ाएँ उ ीण कर लेता ँ। म जानता ँ क कार शा त
मन का एक वचार है। म अब एक नई कार पर दावा करता ,ँ जो मेरे पास द
योजना के तहत आती है। म सफल ाथना के लए ध यवाद दे ता ँ। म जानता ँ क
मेरा यादा गहरा मन मेरे आ ह पर त या करता है और म यह भी जानता ँ क
व ासपूवक दोहराने पर मेरा वचार मेरे अवचेतन म अं कत हो जाएगा और साकार
हो जाएगा।

इसके बाद क कहानी रोचक थी। उसे एक ख़ास परी ा के लगभग एक स ताह
पहले एक रात को सपना आया और उसे सारे पूछे जाने वाले सवाल सपने म दख गए। बाद
म उसे बेहतरीन अंक मले और उसे काफ़ धनरा श क कॉलर शप भी मली, जससे उसे
पढ़ाई म मदद मलेगी। वह जस कार से कॉलेज जाता था, वह रा ते म ख़राब हो गई और
उसे उसी दन एक नई टे शन वैगन तोहफ़े म मली।
कार ख़राब होने पर उसने ज़ोर से दावा कया: ‘इससे केवल भला ही हो सकता है,’
और उसका भला आ भी। एक पूण और ख़ुशहाल जीवन क कुंजी इस संसार म ई र क
अ छाई म आनंद लेना है।

मरणीय ब …
1. आपको अपने अवचेतन से हमेशा उस वषय पर अंतब ध मलेगा, जस पर आप
यान दे ते ह। मसाल के तौर पर, अगर आप कसी ख़ास शेयर या शेयर के अ ययन
पर यान दे ते ह, तो आपको कसी ख़ास शेयर को ख़रीदने क एक आंत रक ेरणा,
एक अनुभू त या बल भावना मल सकती है। या जैसा एक आदमी के साथ आ,
आप सपने म शेयर का नाम और शेयर क भावी ऊँचाई दे ख सकते ह। आपका
अवचेतन ऐसे तरीक़ से जवाब का नाटक यकरण कर दे ता है, जो आप जानते ही नह
ह। जवाब का लाभ लेने के लए आपको सतक रहना चा हए, एक तरह से चेतन
अव था म होना चा हए।
2. अगर आप खोई ई या ग़लत जगह रखी गई चीज़ को ढूँ ढ़ रहे ह, तो अपना आ ह
अपने अवचेतन मन के हवाले कर द और यह दावा कर क आपके अवचेतन क
सव च ा जवाब जानती है और उसे आपके सामने उजागर कर दे गी। अपने यादा
गहरे मन पर भरोसा कर, जो सब कुछ जानता है और सब कुछ दे खता है। एक
उदाहरण म, एक लड़क ने बताया क उसके पता एक सपने म दखे थे और उ ह ने
उसे पा रवा रक बाइबल का एक ख़ास प ा दे खने को कहा था। वह उसे वे सारे
क़ागज़ात मले, जनक ज़ रत उसे अपनी जायदाद पर दावा करने के लए थी।
अवचेतन के तरीक़े अबूझ होते ह।
3. आपके अवचेतन के भीतर अती य दशन, अती य वण और अ य असाधारण
श याँ ह। यह सारी बु म ा और श के साथ सह- ा त है। आपके अवचेतन
के भीतर ई रीय अ त व क सारी श याँ ह, जो बु म ा को र से ला सकती ह,
सामने वाले के म त क से जानकारी ा त कर सकती ह या कसी तजोरी म बंद
साम ी पढ़ सकती ह। अपने आ ह आ था और व ास के साथ इसे स प द और
जवाब क उ मीद कर। जस तरह सूरज सुबह उगता है, उसी तरह आपक इ छा का
भी कट करण होगा।
4. आप म त क और आ मा ह; आप अमर ह। ई र आ मा है और आ मा आपके
भीतर का जीवन स ांत है - आपक वा त वकता है। आ मा कभी पैदा नह होती
और कभी नह मरेगी। आपक या ा हमेशा आगे क ओर, ऊपर क ओर और ई र
क ओर है। मनु य क म हमा का कोई अंत नह है। अनंत काल तक भी आप कभी
ई र के सारे चम कार और म हमा को ख़ म नह कर सकते।
5. इस धरातल पर प रजन एक सरे के साथ टे लीपैथी के मा यम से संवाद करते ह। यह
कहना मूखतापूण होगा क यही प रजन जब जीवन के अगले आयाम म प ँच जाते
ह, जो हमारे चार ओर है और इस धरातल को भेदता है, तो वे हमारे साथ संवाद नह
कर सकते। आपम जो आ मा और म त क है, वही उनके भीतर भी है। एक म त क
म कोई अलगाव नह है। म न त प से यक़ न करता ँ क ऐसे कई उदाहरण ह,
जहाँ आपकोे जीवन के अगले आयाम म प ँच गए प रजन से न त मूत संदेश
मलते ह। मृ यु जैसी कोई चीज़ नह होती है - मृतक से ा त संदेश के बारे म बात
करना मूखता है। जो भी कभी ज़दा रहे ह, वे इस समय जी रहे ह। आज से एक
म लयन या ब लयन साल बाद भी आप जी वत ह गे और ई र के अ धक गुण,
ल ण व चम कार उजागर कर रहे ह गे।
6. शै णक और वै ा नक हलक़ म मश र है क मनु य अपने शारी रक अ त व से
वतं होकर सोच सकता है, दे ख सकता है, महसूस कर सकता है, सुन सकता है
और या ा कर सकता है। सू म शरीर या ा या जसे अती य या ा कहा जाता है,
युग -युग से ात है। कई को अचेतन प से शरीर के बाहर के अनुभव ए ह; बाक़
ने कसी म या बीमार र तेदार से मलने पर यान क त करके सू म शरीर या ा म
योग कए ह। उ ह ने ख़ुद को उनके सरहाने पाया, जब क उनक दे खने, सुनने और
छू ने क मताएँ पूरी तरह से सही-सलामत थ । वे भूत या ेत नह ह; उ ह ने तो
सफ़ ख़ुद को एक सू म शरीर से ढँ क लया है, जो कम घन व के और सू म है, बंद
दरवाज़े के पार जाने म स म है और काल व थान को लाँघने म समथ है। याद रहे,
आप एक मान सक और आ या मक ाणी ह। कसी दन आप इन सारी आंत रक
मता और श य का उपयोग अपने वतमान तीन-आयामी शरीर से पूरी तरह
वतं होकर करगे।
7. एक बुक सोने से पहले अपना यान कसी ख़ास रेस के घोड़ पर क त करता है,
जसम वह अपने अवचेतन से वजेता के नाम पूछता है। उसे अपने अवचेतन क
श य का पूरा ान है और वह व ास तथा उ मीद से इसक ओर जाता है और उसे
हमेशा जवाब मलता है। इं लड म कई लोग ह, ज ह ने हर साल इं लश डब के
वजेता को पहले से सपने म दे खा है और फल व प दौलत कमाई है। म डॉ. ीन को
जानता था, जनका शौक घुड़दौड़ था और ज ह ने पहले से सपना दे खने क वजह से
एक चौथाई म लयन पाउंड कमा लए। उ ह ने लगातार छह साल तक रेस के
प रणाम पहले से सपने म दे ख लए थे।
8. जब आप कहते ह, ‘म सपने नह दे खता,’ या ‘म अपने सपने याद नह रख सकता,’
तो जस पल आप सुबह जाग, ख़ुद से शां त से कह, ‘मुझे याद रहता है।’ इससे पूरा
सपना आपके चेतन, ता कक म त क म प ता से आ जाएगा।
9. लूथर बरबक अपनी बहन को फ़ोन या तार करने क जहमत नह उठाते थे, जब वे
चाहते थे क वह उनक बीमार माँ से उनके साथ मलने जाए। इसके बजाय वे उसे
एक टे लीपै थक संदेश भेजते थे, जो बहन को हमेशा मल जाता था और वह इसका
पालन करती थी।
10. बेलफ़ा ट, मेन के डॉ. फ़नीज़ पाकह ट व बी ने 1847 म कहा था: ‘म जानता ँ
क म अपने व प को सारभूत कर सकता ँ और री पर नज़र आ सकता ँ।’
उ ह ने कई रो गय के साथ यह कया और अपने सू म या चार-आयामी शरीर म
उनक दे खभाल क , जो इस पल हम सभी के पास है। व बी ने द शत कया क
हम अती य ाणी ह, जो समय, थान या पदाथ के घटक से नयं त नह होते ह।
11. कॉलेज का एक युवा व ाथ नय मत और सु नयो जत प से यह दावा करता है क
उसके अवचेतन मन क ई रीय ा उसक पढ़ाई म उसका मागदशन करती है और
सारे जवाब उसके सामने उजागर करती है। अ सर, उसका अवचेतन परी ा से पहले
उसके मन के पद पर सारे सवाल उजागर करके त या करता है। वह जागता है
और सारे जवाब पढ़ लेता है - वह हमेशा पाता है क जो सवाल उसे सपने म दखे थे,
ब वही सवाल उसक परी ा म आए, जो शायद एक या दो स ताह बाद ई। इसे
पूव-दशन कहते ह, यानी कसी घटना के होने से पहले उसे दे ख लेना। सवाल पहले से
ही मन म ह। उसने तो सफ़ वहाँ संपक कया और सवाल पता कर लए। अवचेतन
मन क बु म ा क वजह से ोफ़ेसर ने वही सवाल पूछे, जब क सारे समय वे यही
सोच रहे थे क उनका चेतन मन नणय ले रहा था और सवाल चुन रहा था। इसी लए
कई ोफ़ेसर अपने काय के प रणाम नह जानते ह। वा तव म मान सक और
आ या मक कोण से यह व ाथ श क से यादा चतुर नज़र आता है।
5

टे लीसाइ क स कस तरह सपन म जवाब


उजागर करती है
कु छकसस ताह पहले परामश लेने आए एक आदमी ने मुझसे पूछा: ‘सपने या ह और मुझे
वजह से सपने आते ह?’ सवाल अ छा है, ले कन मुझे लगता है क कोई इस
सवाल का आसान जवाब नह दे सकता है। सपन क चचा और ा या संसार के धम ंथ
म क गई है, सारी जा तय और दे श म ई है, य क सपन क कृ त सव ापी है।
सपने मनु य के अवचेतन मन के नाटक यकरण ह। इस वजह से वे ब त गत
होते ह। संसार के सभी ी-पु ष और जानवर सपने दे खते ह। अगर सोचा जाए, तो आप
अपनी एक तहाई ज़दगी न द म ही गुज़ार दे ते ह। सोते समय आपका व जीवन काफ़
स य होता है। कई वै ा नक और शै णक योगशालाएँ न द व सपन का अ ययन करती
ह और ायः आ यजनक न कष दे ती ह।

सुझाव क श
कई साल पहले यू यॉक म मने ब लन के एक मनोवै ा नक को दे खा, ज ह ने अपने घर पर
कुछ व ा थय को स मो हत कया। उ ह ने एक व ाथ को ववाह, चच म र म और
हनीमून के सपने दे खने का सुझाव दया। सरे को यह सुझाव दया गया क वह भारत और
इसके प व मं दर के सपने दे खे। तीसरे को सुझाव दया गया क वह म लयनेअर है।
उ ह ने सुझाव दया क उनम से येक को उसका सपना याद रहेगा, ले कन उसे इस बात
क कोई चेतन मृ त नह होगी क उसे या सुझाव दया गया था।
लगभग दस मनट बाद सारे व ा थय को जगाया गया और उ ह ने जब अपने सपने
सुनाए, तो सभी सपने सुझाव क कृ त के ब अनु प थे। इसक वजह यह है क
अवचेतन सुझाव को हण करता है और केवल नगमना मक तक करता है; यह सुझाव क
कृ त के अनु प त या करता है।
बेशक, आपको कई सपने दन के दौरान आपक आदतन सोच के कारण आते ह,
दन क घटना पर आपक त या के कारण आते ह, जन सभी क छाप आपके
अवचेतन मन पर छू टती है। आपके यादा गहरे मन पर आप जो भी छाप छोड़ते ह, यह
उसका व तार करता है, उसे स य करता है और बढ़ाता है।
यादातर लोग सगमंड ॉयड के नाम से प र चत ह गे, ज ह ने 1899 म द
इंटर ीटे शन ऑफ़ ी स लखी थी। साथ ही आपने काल युंग और ऐ ऱेड एडलर का नाम
भी सुना होगा। इन सभी ने अपने रो गय के व जीवन और अवचेतन के बारे म ब त कुछ
लखा है। हर एक मनु य के सपन , आंत रक आकां ा और ेरणा क भ - भ
ा या करता है। फल व प उ ह ने मनो व ान क कई शाखाएँ वक सत क , जैसे
मनो व ेषण ( ॉयड), व ेषणा मक मनो व ान (युंग) और गत मनो व ान
(एडलर)। इनक सपन क ा या और अवचेतन के त नी त आपस म काफ़ वरोधी ह।
बहरहाल, इस पु तक का उ े य यह नह है क इनके अंतर को व तार से प कया जाए।
बहरहाल, सपन पर चचा से आपको यह पता चल जाएगा क आपको अ सर कसी सपने
म आपक कई सम या को सुलझाने क कुंजी एक प , न त जवाब के प म मल
जाती है।

एक कूल ट चर ने सपने के ज़ रये अपनी सम याएँ कैसे सुलझा

एक युवा कूल ट चर के साथ बातचीत करते समय उसने बताया क वह श ण के े म


बुरी तरह कुं ठत है और उसे यह कभी पसंद नह था, ले कन उसके माता- पता ने जबरन
उसे इस पेशे म जाने पर मजबूर कर दया था।
मने उसे सुझाव दया क उसका अवचेतन मन उसके छपे ए गुण के बारे म सब कुछ
जानता है और अगर वह अपने यादा गहरे मन म मौजूद ई रीय ा से संपक करे, तो उसे
त या मलेगी। उसने मेरे सुझाव पर इस तकनीक का इ तेमाल कया, जसम उसने सोने
से पहले ख़ुद से यह कहा :

ई रीय ा मेरे सामने कट करती है क जीवन म मेरी स ची जगह या है, म कहाँ


सव च तर पर अ भ कर सकती ँ। मेरी आमदनी बेहतरीन है और यह
ईमानदारी के रा ते पर चलकर कमाई गई है। म इसी समय जवाब को वीकार करती ँ
और शां त से सोती ।ँ

इस मनन के बाद पहली ही रात को उसे एक ब त प व आया। उसने ख़ुद को


एक ब त बड़ी इमारत म महसूस कया, जहाँ उसने दे खा क एक आदमी एक ख़ास दरवाज़े
क तरफ़ इशारा करके बता रहा था क वह उस दरवाज़े से अंदर चली जाए। उस कमरे म
जाने पर उसने द वार पर ग़ौर कया, जो सुंदर त वीर से भरी थ । उ ह दे खते ही वह मु ध
हो गई, त लीन हो गई, एक तरह से स मो हत हो गई। अपने सपने म उसने ख़ुद से कहा,
‘यही है,’ जसका मतलब था क उसे जीवन म अपनी स ची जगह मल गई थी।
उसने मुझे फ़ोन करके बताया क उसने प टग शु कर द थी और अपनी ट चर क
नौकरी से इ तीफ़ा दे ने वाली थी, जो उसने कर दया। लगभग तुरंत ही उसे प टग से ेम हो
गया। उसका छपा आ गुण उसके सामने कट हो गया था। अब वह बेहद सफल है। हाल
ही म मने उसक एक सुंदर प टग 200 डॉलर म ख़रीद । उसने अपनी पहली दशनी अपने
घर पर म के लए आयो जत क , जसम उसने 2,500 डॉलर क ब क ।
आपके दय म जो व है, उसक अ भ म कोई बाधा नह है, जब तक क
आप ख़ुद ही बाधा, मु कल, वलंब या रोड़े को अपने चेतन मन म न रख। आपके यादा
गहरे मन क सवश मान श और बु म ा का वरोध कोई नह कर सकता।
इस युवा च कार क एक प टग ने उसके एक पूव ोफ़ेसर का मन मोह लया,
ज ह ने अंततः उससे ववाह कर लया। अब वे ोफ़ेसर ऑ े लया म एक ख़ास नयु
पर ह और वे दोन ही उस दे श म अपने छपे ए गुण को कट कर रहे ह तथा ब त ख़ुश
ह। उस युवती के अवचेतन ने उसक ख़ुशी तथा नेक को ब त यादा बढ़ा दया है।

टे लीसाइ क स ने उसके बोझ को कैसे उतारा


हाल ही म मेरी एक रे डयो ोता ने मुझे फ़ोन करके बताया क उसके पता एक स ताह
पहले गुज़र गए थे। उसने कहा क उसके पता हमेशा घर म काफ़ पैसे रखते थे, य क वे
महीने म दो बार हवाई जहाज़ से लास वेगस जाते थे, जहाँ वे लेट वील पर अपने वीकएंड
गुज़ारते थे और जैसा उसने कहा, वे ब त ख़ुश ़क मत रहते थे। पता ने अपनी बेट को
बताया था क वे तभी दाँव लगाते थे, जब उनके मन म यह आंत रक भावना या अनुभू त
रहती थी क वे जीतगे और जस पल वह अंद नी आभास या अंतब ध चला जाता था, वे
तुरंत दाँव लगाना छोड़ दे ते थे।
उनक मृ यु अचानक ई थी; वे न द म ही गुज़र गए थे। बेट ने घर म हर जगह पैसे
क तलाश क , य क उसे लग रहा था क पैसा घर म ही कह पर होगा, ले कन उसक
सघन तलाशी का कोई प रणाम नह नकला।
मने उसे सुझाव दया क अगर वह अपने अवचेतन मन से बात करेगी, तो उसे
न संदेह जवाब मलेगा। मने उसे समझाया क जब वह अपने चेतन मन को शांत कर लेगी
और तनावर हत मु ा म आ जाएगी, तो उसके अवचेतन मन क बु म ा सतह पर आ
जाएगी और जवाब उजागर कर दे गी।
उसने अपनी आँख बंद कर ल , तनावर हत ई और आरामदे ह मु ा म आ गई। उसने
धीरे से दावा कया क उसके अवचेतन क बु म ा यह कट कर दे गी क उसके पता का
पैसा कहाँ रखा था और जब जवाब आएगा, तो वह उसे समझ लेगी। वह कुस पर बैठे-बैठे
ही सो गई। उसने कहा, ‘अचानक डैडी मेरे पास आए,’ और वे कुस के पास दखे तथा
मु कुराए। वे इतने वा त वक और सहज दख रहे थे क उसे यक़ न ही नह आ क वे
उसके डैडी थे। उ ह ने कहा, ‘ए लज़ाबेथ, पैसा तहख़ाने म एक ट ल के ब से म रखा है,
जो औज़ार के ब से के पीछे है। उसक चाबी उस ॉअर म है, जहाँ म अपने प रखता ।ँ ’
वह युवती तुरंत जाग गई और उसे यह दे खकर हैरानी तथा स ता ई क उसे कुल
13,000 डॉलर मल गए, जो 50 और 100 डॉलर के नोट म थे। उसक ख़ुशी दोगुनी थी।
वह पैसा पाकर ख़ुश थी, जसक उसे स त ज़ रत थी। ले कन उससे भी बढ़कर उसे यह
आंत रक व ास और ान हो गया था क उसके पता अब भी उसका यान रख रहे थे।
कोई भी अमरता को अस य मा णत नह कर सकता।

टे लीसाइ क स से अपनी ज़ रत का जवाब कैसे पाएँ


सोने से पहले का समय वचार , जवाब और ेरणा पाने क ख़ा तर अपने अवचेतन मन क
बु म ा का दोहन करने के लए बेहतरीन होता है। इसका कारण यह है क आम तौर पर
आप यादा तनावर हत होते ह, यादा आरामदे ह होते ह और आप शां त तथा गहरी न द के
लए तैयार होते ह।
मसाल के तौर पर, अगर आप से स मैनेजर ह और अगले दन से समेन से बोलने वाले ह,
तो आप कह सकते ह :

म जानता ँ क मेरे अवचेतन मन क ई रीय बु म ा कल मेरे ा यान को


मागदशन दे गी और नद शत करेगी। यह मेरे सामने सही श द उजागर कर दे गी, जो
इन लोग को े रत करगे, इ ह ो सा हत करगे और इनका मनोबल बढ़ाएँग।े म जो
भी कहता ँ, वह अवसर के लहाज़ से सही होगा और सभी ध य व लाभा वत ह गे।

इन श द को मन ही मन या ज़ोर से बोल, जैसा भी आप चुन। यह काम पूरी आ था


और व ास के साथ कर क आपका अवचेतन आपको जवाब दे गा। यह कभी असफल
नह होता।
अगर आप एक स ताह पहले से जानते ह क आपको कसी समूह के सामने बोलना
है, तो इसके बारे म हर रात ाथना कर। हो सकता है क आपके पास पूरे भाषण क
परेखा तैयार हो, ले कन आप पाएँगे क भाषण दे ते व त अनजान वचार न जाने कहाँ से
आपके चेतन मन म क ध जाएँगे और वे श द उस अवसर के लए सही ह गे।

या मुझे उस नौकरी को वीकार करना चा हए?

इस सवाल को पूछते व त यह यान द क आपका चेतन मन जवाब न दे । थ त क अ छे -


बुरे पहलु पर वचार करना पूरी तरह सही है। एक बार यह काम करने पर भी अगर
आपको प का यक़ न न हो क आपको उस नौकरी को वीकार करना चा हए, तो अपना
आ ह इस तरह अपने अवचेतन के हवाले कर द :

म जानता ँ क मेरा अवचेतन पूण बु मान है। यह मेरे क याण म च रखता है और


यह इस नौकरी के बारे म जवाब मेरे सामने कट करता है। म मलने वाले संकेत का
अनुसरण करता ँ। फर एक श द ‘जवाब’ को लोरी क तरह दोहराते ए सो जाएँ।

यह बात याद रख क आपका अवचेतन हमेशा जवाब दे ता है। पूरा व ास रख क


आपको जवाब मलेगा और यह आपके लए सही होगा। यह सुबह जागने पर आपके सामने
कसी क ध क तरह आ सकता है, या एक प व म दखाई दे सकता है, जसम आपको
यह आंत रक भावना मलेगी क यह आपके लए सही है।
ऊपर बताई गई तकनीक पर अमल करना सीखने पर आप दन के सामा य घंट म
भी इसी या पर अमल करना सीख सकते ह। अपने मन को शांत कर ल, अकेले रह,
अपनी आँख बंद कर ल। फर अपने यादा गहरे मन क ई रीय बु म ा और असी मत
श के बारे म सोच, जो सब कुछ जानता है और सब कुछ दे खता है। इस तरह अपने चेतन
मन को साफ़ कर ल। जो सवाल आप पूछ रहे ह, उसके अलावा कुछ भी न सोच। इसे कुछ
मनट तक शांत, न य और हणशील अंदाज़ म करते रह।
अगर जवाब आपके यादा गहरे मन से तुरंत ऊपर नह आता है, तो सोच- वचार
छोड़कर अपने सामा य काम म जुट जाएँ। अपने आ ह को अवचेतन मन के अंधकार म
अंकु रत होने द। जस पल आपको सबसे कम उ मीद होती है, जवाब आपके चेतन मन म
उसी तरह उछल आएगा, जस तरह टो ट टो टर से उछलता है।

सपना अपनी ा या ख़ुद है


आपका सपना आपके लए गत है और आपके तीक य द कसी सरे के मन म
कट ह गे, तो उनका पूरी तरह से भ अथ हो सकता है। सपन म आपका अवचेतन
आपसे तीका मक प से बात करता है। एक ाचीन ह ू रह यवाद ने कहा था क रात
को प नी (अवचेतन) अपने प त (चेतन मन) से बात करती है और कई बार उसे पूरी प ता
से बता दे ती है क वह उसे नकारा मक वचार , डर और वनाशकारी भावना से षत
कर रहा है।

कस तरह टे लीसाइ क स ने उसे चेतावनी द और उसने अपनी शाद क


योजना र कर द

एक युवा म हला क सगाई एक युवक के साथ हो चुक थी, जब वह मेरे पास परामश लेने
आई। उसने कहा क वह नह जानती क य , ले कन वह ब त परेशान थी और उदास
महसूस करती थी। वह सगाई तोड़ना चाहती थी, ले कन उस युवक क भावना को आहत
नह करना चाहती थी।
तलाक़ रोकने का सबसे अ छा समय ववाह से पहले होता है।
हमारी बातचीत के दौरान उसने बताया क उसे दस रात से लगातार एक सपना आ
रहा है, जसम लंबी दाढ़ वाला एक आदमी डे वड के तारे क ओर इशारा करता है, जसम
जूडाइ म का तीक छह न क वाला तारा है।
मने उससे पूछा क सपने का उसके लए या अथ है, य क टालमड म लखा है:
‘हर व अपनी ा या ख़ुद है।’ उसने कहा क वह अब सनागॉग नह जाती है। वह
डे वड के ोत पढ़ा करती थी, ले कन जस युवक से उसक सगाई ई थी, वह ना तक था,
जो सभी धम का मखौल उड़ाता था।
मने उसे समझाया क अवचेतन का नयम आ म-संर ण है और बेशक यह डे वड
के तारे का तीक दखाकर उसक र ा करने क को शश कर रहा है। उसका अपना
अंतब ध सही ा या को उजागर कर दे गा, य क तीक ऐसा होना चा हए, जससे इंसान
के ख़ुद के दल म घंट बज जाए।
उस युवती ने सगाई तोड़ द , जसके बाद बार-बार आने वाला सपना तुरंत बंद हो
गया। उसे शां त का गहरा आभास आ। वह सनागॉग गई और उसने डे वड के ोत के
मनन और अपनी ा या को ताज़ा कया। उसने ाथना क क ई रीय ा एक ऐसे
पु ष को आक षत करेगी, जो हर तरह से उसके सामंज य म हो और जसम सभी लोग के
भीतर मौजूद ई रीय उप थ त म गहरा स मान हो। बाद म उसक एक धम- व ाथ से
शाद हो गई और अब वह ब त सुखी है।
उसने बार-बार आने वाले सपने को एक चेतावनी माना, जो क यह था भी।

टे लीसाइ क स ने कस तरह एक आदमी क खद सम या को सुलझाया


यू यॉक का एक मुझसे मलने के लए बेवल ह स आया। उसने कहा क लॉस
एंजे लस क एक म हला से उसक छह साल पहले शाद ई थी। उस म हला ने समय-समय
पर उसे बताया था क वह मान सक और आ या मक नयम पर मेरे ा यान सुनती थी।
ले कन अचानक लगभग एक साल पहले कुछ बताए बना और कोई च लखे बना वह
घर से ग़ायब हो गई। प त को लग रहा था क वह मेरे संगठन क सद य थी, मगर मुझे
उसका पता- ठकाना मालूम नह था। दरअसल उसका नाम हमारी मे लग ल ट म नह था।
प त ने अपनी प नी के दए 60,000 डॉलर का गबन कया था। प त इसके बारे म
अपराधी महसूस करता था और ाय त करना चाहता था। इस दौरान वह अपनी माँ क
संप का वा रस बन चुका था और अपनी प नी को पैसा लौटाने क थ त म आ गया था।
उसे महसूस आ क संभवतः इसी कारण प नी उसे छोड़कर चली गई थी। जासूस उसे
खोजने म नाकाम रहे और प नी के र तेदार को भी कुछ मालूम नह था।
प त ने मुझसे कहा, ‘मुझे नह पता क म आपके पास य आया, ले कन मेरे मन म
यह आभास है क वह आपसे मलने आ सकती है। म आपके पास 10,000 डॉलर छोड़कर
जा रहा ँ और उसका नाम लख रहा ।ँ अगर वह आए, तो यह उसे दे द और उससे कह
क वह मुझसे संपक करे। म उससे ेम करता ँ और चाहता ँ क वह लौट आए।’ उसने
आगे जोड़ा, ‘उसे मेरी वरासत के बारे म ज़ र बताएँ।’ मने उससे वादा कया क अगर
उसक प नी मुझसे संपक करती है, तो म उसे बता ँ गा।
दो महीने तक कुछ भी नह आ। फर एक म हला ने सैन ां स को से फ़ोन करके
मेरी से े टरी से कहा क उसका मुझसे मलना ब त ज़ री और मह वपूण है तथा वह उसी
सुबह बेवल ह स आ रही है। म शाम को इस म हला से मला और उसने मन के एक बेहद
आ यजनक नाटक का मंचन कया।
उसने कहा, कुछ रात पहले म उसके सपने म आया था और मने उसे बताया था क
मेरे पास उसके लए पैसे ह; क उसके प त ने उसके जतने पैसे का पयोग कया था, वह
सारा पैसा उसका इंतज़ार कर रहा है, बशत वह यू यॉक म घर लौट जाए। उसने कहा क
इसी लए वह यहाँ आई थी। उसने कहा क सपना इतना प , इतना यथाथवाद था क सच
लग रहा था। कमरा रोशनी से भरा था और वह बेहद ख़ुश थी।
मुझे वह म हला याद नह थी और मुझे यह भी याद नह था क म उससे कभी मला
था। ले कन एक रात मने अपने अवचेतन से यह आ ह कया था: ‘ई रीय ा जानती है
क मसेज़ ए स कहाँ है और मुझे उसका पता- ठकाना बताती है। वह दै वी योजना के तहत
मुझसे संपक करती है। यह ई र क या है।’
मने उसे 10,000 डॉलर दए और वह अपने प त के पास यू यॉक चली गई। उसने
मुझे बताया क वह अपने प त को इस लए छोड़कर चली गई थी, य क उसका प त उससे
झूठ बोलता था और उसने उसका सारा पैसा उड़ा डाला था। वह मागदशन और दै वी सही
या के लए ाथना कर रही थी। प प से मेरी ाथना उसक सम या के जवाब के
प म पुनज वत ई थी और उसके अवचेतन ने संदेश के साथ मेरी छ व दखा द थी।

मरणीय ब …

1. सपने आपके अवचेतन मन ारा दखाए जाने वाले नाटक ह। जब आप सोए होते ह,
तो आपका अवचेतन मन ब त जा त और नरंतर स य होता है, य क यह कभी
नह सोता है। आपका अवचेतन आम तौर पर तीका मक तरीक़े से बोलता है।
वै ा नक योग दशाते ह क सपने दे खते समय च ु ग त व धयाँ होती ह। आपको
सपने म अपनी सम या के जवाब मल सकते ह।
2. आपका अवचेतन मन सुझाव का अनुगामी होता है और सुझाव क कृ त के अनुसार
त या करता है, चाहे वह सुझाव स चा हो या झूठा। मसाल के तौर पर, आप सोने
जाने से पहले ख़ुद को बार-बार सुझाव दे सकते ह क आप कलान क झील के
सपने दे खने वाले ह और आपको उन झील का एक अद्भुत का प नक
नाटक यकरण मलेगा। आप अपने अवचेतन ारा च त शानदार यावली का
आनंद लगे।
3. ॉयड, एडलर और युंग अवचेतन और सपन क ा या म अलग-अलग नी त
अपनाते ह। इस पु तक का उ े य आपको यह दखाना है क जो लोग अपनी
सम या के समाधान के लए ाथना कर रहे ह, उ ह गहरी न द म ब त प जवाब
मल जाते ह, आम तौर पर तीका मक प म और कई बार ब त ही वा त वक
तरीक़े से।
4. स ची अ भ के लए ाथना कर रही एक श का को सपने म एक न त
दरवाज़े से जाने के लए कहा गया। वहाँ उसने ख़ुद को एक आट गैलरी म पाया, जो
सुंदर प टग से भरी थी। उसके अंतब ध ने उसे बताया क यह जीवन म उसका मशन
है। उसने प टग को अपना लया और तुरंत सफल हो गई।
5. एक युवा लड़क अपने पता का छपाया पैसा नह खोज पाई, जो अचानक गुज़र गए
थे। उसने अपने अवचेतन मन से पैसे का पता- ठकाना उजागर करने को कहा। सपने
म उसके पता ने आकर उसे प नदश दए क पैसा कहाँ रखा है। अवचेतन के
तरीक़े समझ से परे ह। आप कभी सट कता से नह बता सकते क जवाब कैसे
मलेगा। आपको तो बस व ास के साथ इससे आ ह करना है और इस पर पूरा
भरोसा करना है क यह आपको जवाब दे गा और जस पल आपको इसक सबसे
कम उ मीद होती है, जवाब अचानक टपक जाएगा।
6. अवचेतन का दोहन करने का सबसे अ छा समय सोने से पहले का होता है, जब आप
तनावर हत होते ह, शां त म होते ह और नीरवता तथा गहरी न द के लए तैयार होते
ह। अगर आप कसी सम या का जवाब खोज रहे ह, तो अपने अवचेतन से बात कर
और दावा कर क आपके अवचेतन क बु म ा जवाब जानती है और आपको
जवाब पर पूरा भरोसा है; फर एक श द ‘जवाब’ को लोरी क तरह दोहराते ए सो
जाएँ और बाक़ का काम आपका अवचेतन कर दे गा। आप यही या जागते व त
भी कर सकते ह, बशत आप अपने मन को थर कर ल और 23व ोत पर मनन
कर। फर ई रीय ा और अपने भीतर मौजूद ई रीय बु म ा के बारे म सोच।
जवाब के बारे म सोच। कुछ मनट तक यह कर और फर जाने द। जवाब आपके
पास शायद तब आएगा, जब आप कसी सरी चीज़ म त ह गे।
7. य द आप धा मक वृ के ह और आ या मक वषय का अ ययन कर रहे ह, तो
आपका अवचेतन, जो आपक र ा करना चाहता है, आपके सामने एक धा मक
तीक पेश कर सकता है, जसका आपके लए गहरा अथ होगा। एक य द लड़क
क शाद होने वाली थी, ले कन उसे एक सपना बार-बार आया (हमेशा ब त
मह वपूण), जसम हर रात डे वड का तारा दखता था। अंतब ध से वह इसका
मतलब समझ गई और उसने ता वत ववाह को र कर दया। बाद क घटना ने
उसके सपने म मले जवाब क स चाई क पु क ।
8. एक प त ने हर जगह अपनी प नी क तलाश क , जो उसे छोड़कर चली गई थी।
म हला ने मागदशन और दै वी सही या के लए ाथना क । म हला के पादरी ने
ाथना क क उसके अवचेतन क ई रीय ा उसका पता- ठकाना उजागर करे,
ता क वह उसे प त ारा स पे गए 10,000 डॉलर दे सके। अवचेतन क बु म ा ने
म हला को न द म उसके पादरी क नाटक य छ व दखा द । पादरी ने बाइबल का
उ रण दया और उसे पैसे के बारे म व तार से बताया और यह भी क उसका प त
ाय त करना चाहता है। उस म हला ने सपने का अनुसरण कया, पादरी के पास
गई और पाया क उसका सपना अ रशः सच था।
6

भावी टे लीसाइ कक तकनीक और ाथना


क याएँ - वे आपके लए कैसे काम
करती ह
श दकोश म ाथना क कई प रभाषाएँ ह :

1. ई र के साथ या उसक आराधना म कसी कार का आ या मक समागम या


भ पूण याचना।
2. ई र या आराधना क व तु से ाथना करने क या या परंपरा।
3. ई र के साथ आ या मक समागम, जैसे अनुनय- वनय, ध यवाद दे न,े इबादत या
पाप- वीकृ त म।
4. ाथना म इ तेमाल होने वाला कोई फ़ॉमूला या श द क ंखला।
5. कोई धा मक सं कार, या तो सावज नक या नजी, जो पूरी तरह या मु यतः ाथना से
भरा हो।
6. याचना, फ़ रयाद।

इस पु तक म आपको साफ़-साफ़ बता ँ क आप अपनी ाथना का जवाब ख़ुद दे ते ह।


इसका कारण असाधारण प से आसान है: आपका चेतन जसे भी सच मानता है और सच
के प म वीकार करता है, आपका अवचेतन मन प, काय, अनुभव और घटना म उसे
सामने ले आएगा। आपका अवचेतन मन आपके व ास को वीकार करता है, चाहे यह सच
हो या झूठ, य क यह सफ़ नगमना मक तरीक़े से ही तक करता है। य द आप इसे कोई
झूठा सुझाव दे द, तब भी यह आपके आधारवा य को सही मान लेगा और उसी के अनुसार
प रणाम का नाटक यकरण कर दे गा।
आपका अवचेतन मन कैसे काम करता है
मान ल क कोई मनोवै ा नक या मनो व ेषक आपको स मो हत कर दे (उस अव था म
आपका चेतन, ता कक मन श थल हो जाता है और आपका अवचेतन सुझाव का अनुगामी
होता है) और फर आपको सुझाव दे क आप अमे रका के रा प त ह। आपका अवचेतन
उस कथन को सच के प म वीकार कर लेगा। यह आपके चेतन मन क तरह तक नह
करता है, चुनता नह है या भेद नह करता है। आप अपने आप वैसे ही मह व और ग रमा
को धारण कर लगे, जसे आप रा प त पद क वैध आव यकता मानते ह।
य द आपको पानी का गलास दया जाए और बताया जाए क आप नशे म ह, तो
आप अपनी सव े यो यता से शराबी क भू मका नभाने लगगे। अगर आप मनो व ेषक
को बताएँ क आपको टमोथी ास से एलज है और वह आपक नाक के नीचे पानी का
गलास रखकर आपसे कहे क यह टमोथी ास है, तो आपम एलज के सारे ल ण उभर
आएँगे और शारी रक त याएँ वही ह गी, मानो पानी सचमुच टमोथी ास हो।
य द आपको बताया जाए क आप एक भखारी ह, एक ब त ही भा यपूण और
मु कल थ त म ह, तो आपका पूरा लया तुरंत बदल जाएगा। आप एक वन और
कातर मु ा अपना लगे तथा आपके हाथ म एक का प नक कटोरा होगा।
सं ेप म, आपको यह यक़ न दलाया जा सकता है क आप मू त, कु ा, सपाही या
तैराक कुछ भी ह। फर आप उस सुझाई गई भू मका के बारे म जतना जानते ह, उसके
अनु प उसे नभाने लगगे। याद रखने वाला एक और मह वपूण ब यह है क आपका
अवचेतन मन हमेशा दो वचार म से यादा बल को ही वीकार करता है, यानी यह बना
सवाल कए आपके व ास को वीकार करता है, चाहे आपका आधार वा य सच हो या
सरासर झूठ हो।

वै ा नक चतक कसी र थ ई र से भीख य नह माँगता,


वनती य नह करता और याचना य नह करता
आधु नक, वै ा नक, सीधी लक र का चतक ई र को अपने अवचेतन मन के भीतर मौजूद
ई रीय ा के प म दे खता है। उसे इस बात क परवाह नह होती क लोग इसे
अ तचेतन, अचेतन, परक म त क कहते ह या वे इस परम ा को अ लाह, ा,
जेहोवा, वा त वकता या परमा मा या सव ा ने कहते ह।
ई र क सारी श याँ आपके भीतर ह। ई र आ मा है और आ मा का कोई चेहरा,
प या आकृ त नह होती। यह कालातीत, थानर हत और अमर है। यही आ मा हर
म वास करती है।
हाँ, ई र आपके वचार, आपक भावना, आपक क पना म है। सरे श द म,
आपका अ य ह सा ई र है। ई र आपम मौजूद जीवन स ांत है: असीम ेम, पूण
सद्भाव, असीम ा। जान ल क आप अपने वचार के ज़ रये इस अ य श से संपक
कर सकते ह; ाथना क पूरी या से रह य, अंध व ास, शंका और आ य को हटा द।
आपका श द आपका वचार है। आप इस अ याय म जो पढ़ चुके ह, उसके
आधार पर हर वचार सृजना मक होता है और आपके वचार क कृ त के अनुसार आपके
जीवन म कट होता है। यह तकसंगत लगता है क जब भी आप सृजना मक श को
खोज लेते ह, तो आप ई र को खोज लेते ह, य क केवल एक ही सृजना मक श है -
दो नह , तीन नह या 1,000 भी नह , बस एक…

वै ा नक चतक कभी याचना या वनती य नह करता


जो सीधी लक र का चतक अपने मन के नयम जानता है, उसे उस चीज़ के लए भीख
माँगना बकवास, मूखतापूण और हा या पद लगता है, जो पहले ही उसे दे द गई है। सरे
श द म, अगर आप ए ो फ़ ज़ स, रसायन शा , मानव संबंध, एकाक पन, बीमारी,
ग़रीबी या जंगल म खोने संबंधी सम या का समाधान माँगते ह, तो यह जान ल क धरती क
हर सम या का जवाब पहले से ही मौजूद है और आपका इंतज़ार कर रहा है। इसका कारण
यह है क आपके अवचेतन क ई रीय ा हर सवाल का जवाब जानती है, चाहे इसक
कृ त जो भी हो।
यह सहज बोध या ाचीन सामा य ान है। आपके अवचेतन म मौजूद ई रीय ा
सव-बु मान है, सब कुछ जानती है और इसने सृ व इसक सारी चीज़ बनाई ह। सारी
चीज़ बनाने के बाद, जसम सृ के सारे लोग और असं य आकाशगंगाएँ शा मल ह, कसी
भी सोचने वाले को इस न कष पर य प ँचना चा हए क उसके अवचेतन के भीतर
क परम ा जवाब नह जानती है? दरअसल, आपके अवचेतन क बु म ा केवल
जवाब जानती है, य क इसे कोई सम या नह होती। पल भर के लए सोच: अगर ई रीय
ा को कोई सम या होगी, तो इसे कौन सुलझाएगा?

मुझे मेरे र क दे व त ने बचाया

जब म ब त छोटा था, तो मेरी माँ ने मुझे बताया था क मेरा एक ख़ास र क दे व त है, जो


हमेशा मेरी र ा करेगा। जब भी म मु कल म र ँगा, दे व त मुझे बचाने आ जाएगा। सभी
ब च क तरह मेरा मन भी कोमल था और मने अपने माता- पता के व ास को वीकार
कर लया।
एक बार सरे लड़क के साथ म जंगल म पूरी तरह भटक गया। मने लड़क से कहा
क मेरा र क दे व त हम बाहर नकालेगा और बचाएगा। कुछ लड़के हँसे और उ ह ने इस
वचार का मखौल उड़ाया। बाक़ लड़के मेरे साथ आ गए और मुझम एक न त दशा म
जाने क आंत रक भावना, एक तरह क बल अनुभू त आई। उस दशा म जाने पर हम
अंततः एक शकारी मला, जो हमारे साथ दयालुता से पेश आया और जसने हम बचा
लया। सरे लड़के, ज ह ने हमारे साथ आने से इ कार कया था, कभी नह मल पाए।
कसी क र ा करने वाला कोई पंख वाला र क दे व त नह होता। र क दे व त म
मेरे अंध व ास क वजह से मेरे अवचेतन मन ने अपने तरीक़े से त या क और मुझे एक
ख़ास दशा म जाने क ेरणा द । मेरा यादा गहरा मन यह भी जानता था क शकारी कहाँ
था और उसने उसी अनुसार हम नद शत कया। आपके भीतर ई रीय ा आपके
आह्वान क कृ त पर त या करती है।
अगर हम जंगल म भटक जाते ह और हमारे पास क पास न हो और हम ज़रा भी
पता न हो क ुव तारा कहाँ है, सरे श द म आपको दशा का कोई अहसास न हो, तो
याद रख क आपके अवचेतन के भीतर क सृजना मक ा ने सृ को और उसक सारी
चीज़ को बनाया था। न त प से इसे आपको मुसीबत से बाहर नकालने के लए कसी
क पास क ज़ रत नह है। अगर आप अपने भीतर क बु म ा को नह पहचानते ह, तो
यह तो वैसा ही होगा, जैसे यह मौजूद ही न हो।
मान ल, आप कसी आ दमानव को अपने घर म लाते ह, जसने कभी नल या
बजली का वच न दे खा हो। आप उसे अपने घर म एक स ताह तक छोड़कर चले जाते ह।
वह यास से मर जाएगा और अँधेरे म ही रहेगा, हालाँ क सारे समय पानी और काश
उपल ध था। संसार के करोड़ लोग इसी आ दमानव जैसे ह। वे यह नह दे ख पाते ह क
चाहे वे कुछ भी चाह, चाहे सम या कोई भी हो, जवाब उनका इंतज़ार कर रहा है। इसे पाने
के लए उ ह बस इतना करना है क वे व ास और आ था के साथ अपने परक मन
क बु म ा का आह्वान कर। इसके बाद जवाब आपके भीतर क गहराइय से अपने
आप उभरकर ऊपर आ जाएँग।े

वै ा नक ाथना क समृ और पुर कारदायक अनुभव का


आनंद ल
‘ ाथना’ श द के इतने सारे अथ और इतना लंबा इ तहास रहा है क इस पु तक म म ाथना
और ाथना च क सा क या को सबसे सरल श दावली म समझाने क को शश कर
रहा ँ।
मने संसार के अलग-अलग ह स म कई लोग से बात क है, जनके भीतर पुराने
वचार न त प से पपड़ी क तरह जमे ए ह, ज ह हाई कूल का कोई भी आधु नक
लड़का सच नह मान सकता। साथ ही उनके पुराने री त- रवाज़ और र म होती ह, जनम
कोई भी बु मान पु ष या म हला यक़ न नह कर सकती। उन ज़बद त लाभ और
नयामत से ख़ुद को वं चत न रख, जो असली ाथना के ज़ रये आप तक आ सकती ह -
सफ़ उन अवधारणा और पूवा ह क वजह से, जो आपने बचपन म इक कए थे और
बरस से पाल रखे ह।

कस तरह एक युवक पायलट बन गया

नीचे एक युवक के प के अंश दए जा रहे ह, जसने मुझे बताया क संभावनाएँ उसके


ख़लाफ़ थ । उसने मुझसे इस पु तक म यह प शा मल करने को कहा, ता क इससे सर
को मदद मल सके। यहाँ उसके ख़ुद के श द ह। मुझे यक़ न है क ये जाग क पाठक को
पूरी तरह सही लगगे।

यह अनुभव मेरे साथ आ है। शायद आप सर क मदद करने के लए इस सबको या


इसके अंश का इ तेमाल कर सकते ह।
म हमेशा एयरलाइन पायलट बनना चाहता था। बरस पहले म म त क के
नयम का इ तेमाल करता था, ता क समय और पैसा आ जाए, जससे म पया त
श त हो जाऊँ और मुझे एयरलाइन पायलट बनने के लए पया त अनुभव और
लाइसस मल जाए। जब म यह काम करने के लए तैयार आ, तो हमारा दे श मंद के
शकंजे म आ गया। सभी एयरलाइन ने ब त से पायलट क छँ टनी कर द । म स य
के अपने दै नक इ तेमाल से र भटक गया। जब हमारी एयरलाइन ने पायलट को
दोबारा बुलाया और नए पायलट क तलाश शु क , तो मने ख़ुद को गड़बड़ थ त
म पाया।
10 पद के लए 2,500 आवेदक थे, जनम से 90 तशत के पास मुझसे
यादा अनुभव था। एक र ववार आपने कहा था, ‘आपको एक नणय पर प ँचना
चा हए और उसका दावा करना चा हए, जस पर आप यक़ न करना चाहते ह।’
म क पना करता था क म पायलट क यु नफ़ॉम पहनकर ऑ फ़स जा रहा ँ।
म क पना कर रहा था क म वमान चलाने के लए या ा कर रहा था या आव यक
क ा म जा रहा था। मुझे महसूस आ जैसे क इन जगह पर मेरी उ मीद क जा
रही थी और म दे र से प ँचना गवारा नह कर सकता था। दरवाज़ा मेरे लए बंद नह
आ था। मुझसे इसके भीतर क़दम रखने क उ मीद क जाती थी, जहाँ वे मेरा
इंतज़ार कर रहे थे।
तीन महीने तक क पना करने और इसक वा त वकता को महसूस करने के
बाद का मक मैनेजर ने मुझे फ़ोन करके कहा क वे मेरा इंटर ू लेना चाहते ह। लास
पूरी भरी थी, ले कन लास शु होने से एक दन पहले एक छोड़कर चला गया
था। मेरा क़ागज़ी काम तेज़ी से कया गया और मुझे शा मल करने के लए कमचा रय
को समय के बाद भी रोका गया। उ ह ने कहा क म उनक सम या का आदश जवाब
था और वे मेरे त कृत थे। ऊपर बताई गई छह नौक रयाँ भाई-भतीजावाद के लए
तय थ ।

लगभग 21 वष के इस युवक को अहसास है क जस भी वचार का वह दावा करता है और


सच महसूस करता है, उसक छाप उसके अवचेतन पर छोड़ द जाएगी और यह साकार
होगा। यही असली ाथना है।

आकाश म ई र से भीख न माँग


सीधी लक र का चतक जानता है क ई र या उसके अवचेतन मन क सृजना मक ा
उसके गत व ास या मा यता के अनु प त या करेगी। वह जानता है क पूरी
सृ क काय व ध को संचा लत करने वाले नयम ह और जैसा एमसन कहते ह, ‘कोई भी
चीज़ संयोग से नह होती। हर चीज़ पीछे से धकेली जाती है।’ यानी अगर आपक ाथना
का जवाब मलता है, तो इसका जवाब आपके ही मन के नयम के अनुसार मलेगा, चाहे
आप इस बारे म जाग क ह या न ह ।
आपके भीतर क जीवंत आ मा कसी पर अहसान करने के लए जीवन के नयम
को श थल नह करती है। यह कसी क धा मक संब ता या संत जैसे च र क ख़ा तर
नयम को श थल नह करते ह। जीवन के नयम अलग-अलग लोग के लए अलग-अलग
नह होते। यह प पात करने वाला नयम नह है, य क ई र लोग म भेदभाव नह करता
है… (ई र के लए सभी समान ह।) आपके सामने एक सव ापी नयम है, जो आपके
वचार और व ास क छाप लेता है और उसी अनुसार काम करता है; अगर आप अपने
यादा गहरे मन पर नकारा मक छाप डालते ह, तो आपको नकारा मक प रणाम मलगे।
अगर आप अपने अवचेतन पर सृजना मक छाप डालते ह, तो आपको सृजना मक प रणाम
मलगे।
केवल एक ही श है
आप जो सबसे मह वपूण स य सीख सकते ह, वह यह है क केवल एक ही श है। यह
श सव उप थत है। इस लए यह आपके भीतर - आपके जीवन म भी होनी चा हए।
जब आप इस श का इ तेमाल सृजना मक और सौहादपूण तरीक़े से तथा इसक
आंत रक कृ त के अनुसार करते ह, तो लोग इसे ई र या नेक कहते ह। जब आप अपने
भीतर क इस श का इ तेमाल नकारा मक और वनाशकारी तरीक़े से करते ह, तो लोग
इसे शैतान, बुराई, नरक, भा य आ द नाम से पुकारते ह। अपने साथ ईमानदार रह और
ख़ुद से यह सरल सवाल पूछ: ‘म अपने भीतर क श का कैसा इ तेमाल कर रहा ँ?’
अपनी सम या का जवाब ठ क वह होगा। यह इतना ही आसान है।

ाथना करने के कई तरीक़े ह


अगर कोई मुझसे पूछे क म कैसे ाथना करता ,ँ तो म यह जवाब ँ गा क मेरे लए ाथना
का अथ शा त स य या सव च संभव कोण से ई र के स य का मनन है। ये स य
कभी नह बदलते ह; वे कल भी वही थे, आज भी वही ह और हमेशा वही रहगे।

एक ना वक ने कैसे ाथना क और वह बच गया

पछले साल मने अला का म समु -पर-से मनार आयो जत कया। एक जहाजी ने बात -
बात म मुझे बताया क पछले यु म उसका जहाज़ गोलाबारी म तबाह हो गया था और
उसे छोड़कर बाक़ सभी लोग लापता थे। उसने ख़ुद को समु म एक त ते पर पाया, जहाँ
वह केवल ई र के बारे म ही सोच सकता था। उसे अपने मन के नयम का कोई ान नह
था, ले कन इस बेहद ख़तरनाक प र थ त म वह ख़ुद से बार-बार कहता रहा, ‘ई र मुझे
बचा रहा है,’ और फर वह बेहोश हो गया। जब वह जागा, तो उसने ख़ुद को एक टश
नाव पर पाया, जसके क तान ने उसे बताया क उसे जहाज़ क दशा बदलने क एक बल
ेरणा ई थी। इस जहाज़ी को नगरानी करने वाले अफ़सर ने दे खा था।
जहाजी ने ऊपर आसमान म बैठे ई र से ाथना क थी; उसे यक़ न था क वह ई र
ऊपर कह पर है - एक तरह का आ दम - जो उसक ाथना और आ ह को सुन
सकता है। उसके मन म एक तरह का अंध व ास था और वह पूरे दल से ई र पर व ास
करता था। बेशक, उसका सरल या अंधा व ास उसके अवचेतन मन म भर गया, जसने
उसके व ास पर त या क और उसे बचा लया।
मान सक और आ या मक नयम के कोण से इसे दे ख, तो उसके अवचेतन मन
क बु म ा जानती थी क सबसे क़रीबी जहाज़ कहाँ था और इसने क तान के मन पर
काय कया, उसे दशा बदलने पर मजबूर कया, जससे ना वक क जान बच गई।
आपके अवचेतन मन म कोई समय या थान का भेद नह होता है; यह सारी
बु म ा, सारी श के साथ सह- ा त है। दरअसल, ई र के सारे गुण, ल ण और
श याँ आपक परक गहराइय म मौजूद ह। आप इसे आंत रक बु म ा, शा त
मन, जीवन स ांत, अचेतन मन या अ त-चेतन मन भी कह सकते ह। दरअसल यह अनाम
है। आपको तो बस इतना जानने क ज़ रत है क आपके भीतर एक बु और ई रीय
ा है, जो आपक बु और अहं या आपक पाँच इं य के पार जाती है। यह हमेशा
आपक मा यता, आ था और आशा पर त या करती है। जहाजी ने संकट काल म
अपना पूरा व ास ई र म रख दया और यक़ न कया क कसी तरह उसे बचा लया
जाएगा। यह व ास उसके अवचेतन म भर गया, जसने उसके व ास के अनु प
त या क ।

याचना क ाथना आम तौर पर य ग़लत होती है


यह एक कारण से ग़लत है।

वे मुझे पुकार, इससे पहले म जवाब ँ गा; और जब वे बोल रहे ह गे, तो म सुनूँगा।
- इसाइया 65:24।
आप चाहे जो खोजते ह , यह पहले से ही मौजूद है, य क सारी चीज़ आपके भीतर के
ई र म वास करती ह। बाहर नकलने का रा ता, जवाब, उपचारक उप थ त, ेम, शां त,
सद्भाव, ख़ुशी, बु म ा, श ये सारी और इससे भी यादा चीज़ इसी समय अ त व म
ह और आपके आह्वान करने तथा पहचानने का इंतज़ार कर रही ह।
शां त अभी है। ेम अभी है। ख़ुशी अभी है। सद्भाव अभी है। दौलत अभी है।
मागदशन अभी है। सही कम अभी है। उपचारक उप थ त अभी है। साथ ही इस धरती क
कसी भी सम या का समाधान अभी है। आपके भीतर के ई रीय म त क के सृजना मक
वचार अन गनत और असं य ह। आपको तो बस दावा करना है, महसूस करना है, जानना
है और व ास करना है क जवाब इसी समय आपके पास आ चुका है। समाधान आ
जाएगा।
सारी चीज़ ई रीय म त क म वचार , छ वय , आदश या आपके म त क म
मान सक साँचे के प म वास करती ह और जब आप अपनी मनचाही चीज़ के साथ
तादा य कर लेते ह और साहस के साथ उस पर दावा करते ह, तो आपको जवाब मल
जाएगा। यह वै ा नक ाथना है। जब आप भीख माँगते ह और याचना करते ह, तो आप
यह मानकर चल रहे ह क आपक मनचाही चीज़ इस व त आपके पास नह है। अभाव का
यह अहसास ही अ धक नुक़सान, अभाव और सीमा को आक षत करता है।
जस ई र से आप गड़ गड़ाकर याचना कर रहे ह, उसने पहले ही आपको हर चीज़
दे द है। आप यहाँ अपने वचार या इ छा क वा त वकता पर मनन करने और पाने के लए
ह। ख़ुश ह और ध यवाद द, यह जानते ए क जब आप अपनी इ छा, वचार, योजना या
उ े य क वा त वकता पर मनन करते ह, तो आपका अवचेतन इसे साकार कर दे गा। अ छे
ा तकता बन। ई र के उपहार आपको समय क शु आत से दए गए ह। आपको अपनी
भलाई को इसी समय वीकार करना चा हए। इसका इंतज़ार य कर? आपको जन चीज़
क ज़ रत है, वे सभी इसी समय मौजूद ह।
सभी चीज़ ई र म वचार के प म रहती ह और सृ म हर चीज़ के पीछे एक
मान सक तं रहता है। मान ल क कोई वभी षका संसार के सारे इंजन को न कर दे , तो
या होगा। इंजी नयर करोड़ क तादाद म असे बली लाइन से उ ह बना लगे। इसका कारण
यह है क आप इस संसार म जो भी चीज़ दे खते ह, वह या तो मनु य के दमाग़ से आई है या
ई र के दमाग़ से। आपके मन म आने वाला वचार, इ छा, आ व कार या नाटक आपके
हाथ या दय जतना ही वा त वक है। इसे आ था और व ास के साथ पोषण दगे, तो यह
संसार के पद पर व तु का प ले लेगा।

ई र का नवास कहाँ है?


ई र आ मा है। आ मा सव मौजूद है; यह आपके भीतर भी है और पूरी सृ म भी है।

दे खो, म दरवाज़े पर खड़ा होता ँ और खटखटाता ँ: य द कोई मनु य मेरी आवाज़


सुन लेता है और दरवाज़ा खोल दे ता है, तो म अंदर उसके पास आ जाऊँगा और उसके
साथ भोजन क ँ गा और वह मेरे साथ करेगा।
- रेवेलेशन 3:20
यह कथन ाथना म अंतरंगता को बताता है, जहाँ आप दरअसल अपने ही यादा ऊँचे व
के साथ संवाद करते ह। आप कसी र के दे वता से याचना नह कर रहे ह, जो आपक
ाथना का जवाब दे भी सकता है या नह भी दे सकता। आप जानते ह क आपक ाथना
का पहले ही जवाब मल गया है, ले कन आपको इसे पहचानना होगा, संपक करना होगा,
पूरी तरह वीकार करना होगा और फर आपको त या मलेगी।
आपके अवचेतन क सव च ा या जीवन स ांत आपके दय के दरवाज़े पर
हमेशा खटखटा रहा है। मसाल के तौर पर, य द आप बीमार हो जाते ह, तो जीवन स ांत
आपसे व थ होने का आ ह करेगा। यह हमेशा आपसे कहता है, ‘ यादा ऊँचे उठो; मुझे
तु हारी ज़ रत है।’ अपने दय का ार खोल द और साहस के साथ घोषणा कर :

म जानता ँ और यक़ न करता ँ क मुझे बनाने वाली ई रीय उपचारक उप थ त


मेरा उपचार कर सकती है। म अभी पूणता, जीवंतता और आदश का दावा करता ँ।
मेरे अवचेतन म ई रीय ा मेरे दय का ार खटखटा रही है और मुझे याद दला
रही है क जवाब और बाहर नकलने का तरीक़ा मेरे भीतर ह। मेरा मन ई रीय
बु म ा के त खुला और हणशील है। म उस समाधान के लए ध यवाद दे ता ँ,
जो मेरे चेतन, ता कक मन म प ता से आता है।
ई र वह शा त बु म ा और श है, जो सभी लोग के लए उपल ध है, चाहे
उनका रंग या धम कोई भी हो। ई र ना तक या संदेहवाद को भी उतना ही अ छा फल
दे गा, जतना क संत या प व को दे ता है; इकलौती शत व ास है।

या ई र कोई है या ई र एक स ांत है?


ई र को आ दकालीन के प म सोचना या म हमामं डत मानना, जसम
मनु य क सारी झक, असामा यताएँ और व च ताएँ ह - व त बु मंदता है और
सरासर ववेकशू यता है। ई र इस अथ म आपके लए है: आप इसी पल ेम, शां त,
सद्भाव, ख़ुशी, स दय, बु म ा, श और मागदशन पर मनन कर सकते ह। जैसे ही
आप इन गुण को करना शु करगे, आप ई र के गुण को गत बना लेते ह,
य क आप जस पर मनन करते ह, वही बन जाते ह। ई र असीम ेम, पूण सद्भाव, परम
आनंद, असीम बु म ा, सव च ा और अनंत जीवन है, जो सव ापी और
सवश मान है। ई र नयम भी है, य क यह पूरी सृ नयम और व था पर चलती है।
व के सभी त व आपके भीतर के ई रीय अ त व म ह और जब आप अपने
भीतर ई र के गुण पर मनन करते ह, तो आप एक अद्भुत और श शाली ई र-स श
व वक सत करगे। उसी समय आप ई र या अपने ख़ुद के अवचेतन के नयम को
संचा लत कर रहे ह, य क आप जस पर भी दावा करते ह, हण या मनन करते ह, उसक
छाप आपके अवचेतन मन पर छू ट जाती है, जसके बाद आपका अवचेतन उसे कट कर
दे ता है, जसक भी छाप इस पर छोड़ी जाती है। आप नयम का इ तेमाल कए बना एक
अद्भुत व वक सत नह कर सकते, य क नयम यह है क आपका वचार और
भावना आपक तक़द र उ प करती ह - जस पर आप मनन करते ह, आप वही बन जाते
ह।
कुल मलाकर कह, तो ई र ही है जो है; यह सब कुछ है। गोल-मोल बात बंद कर।
यह अहसास कर क ई र असीम व और नयम है।
कई लोग मुझसे कमोबेश कहते ह, ‘म कसी स ांत से ाथना नह कर सकता।’ वे
चाहते ह क आसमान म एक बूढ़ा आदमी हो, जो उ ह इंसानी पता क तरह तस ली दे ,
मा करे और र ा करे। यह नज़ रया बेहद आ दकालीन और बचकाना है। याद रख, आपके
भीतर क ई रीय ा त याशील है। जब आप व ास के साथ इसका आह्वान करते
ह, तो यह आपके आदश क अ भ बन जाती है।
आप अपने मन के नयम का इ तेमाल कए बना चुंबक य या अद्भुत आ या मक
व वक सत ही नह कर सकते। आप जो बनना चाहते ह, करना चाहते ह या पाना
चाहते ह, आपको उस हर चीज़ का मान सक समतु य था पत करना होगा। कायाक प क
उ मीद म कसी र थ दे वता के त भावना मक उ कटता या प व भावुकता वा तव म
व तता और वधा क ओर ही ले जाती है।

ेम ही नयम क पूणता है।


- रोम स 13:10
ई र आपके लए ब त गत बन जाएगा, जब आप नय मत प से और सु नयो जत
प से अपनी आ मा को ेम और ख़ुशी, शां त और सद्भाव से भरगे; और इन गुण को
हण करने के बाद आप उ ह करगे। ई र ेम है और सबसे अ छ चीज़ जो आप कर
सकते ह, वह यह है क जो आपको पहले ही दया जा चुका है, उसके लए भीख माँगना,
याचना करना और ाथना करना छोड़ द।

कई लोग सकारा मक ाथना करते ह


आज अमे रका म करोड़ लोग इस नी त का अनुसरण करते ह। ये लोग ई र से कसी चीज़
क भीख नह माँगते ह, ब क इसके बजाय वे महान स य को याद करते ह, जो कभी
असफल नह होते, जैसे

ई र मेरा चरवाहा है; मुझे कमी नह होगी।


उनके लए इसका मतलब यह है क लोग को इस त य के माण क कभी कमी नह होगी
क उ ह ने अपने मागदशन के लए, र ा के लए, पोषण के लए और श के लए ई र
या ई रीय श को चुना है, य क वे जानते ह क ‘चरवाहा’ श द का मतलब है ई र के
ेम और मागदशन पर गहरा व ास, जो उ ह हरे चरागाह (समृ ) और शांत पानी (शांत
म त क) क ओर ले जाएगा। यह ाथना है।

आह्वान क ाथना
जब आप व ासपूवक ई र क नयामत , र ा और मागदशन का आह्वान करते ह, तो
जवाब मल जाएगा। सट ऑग टन के ह पो शहर के दरवाज़े पर जब श ु द तक दे रहा
था, जसके वे बशप थे, तो उ ह ने आह्वान क इस ाथना म आराम, राहत और संर ण
पाया, जो उनके दल से नकली थी :

मेरी आ मा को पंख क छाया के नीचे सांसा रक वचार क भीड़ भरी उथलपुथल से


आ य लेने द; मेरे दल को, बेचैन लहर के इस समु को, आपम शां त पाने द, हे
ई र।

इस ाथना के बाद वे सो गए और उ ह अपनी आ मा के लए व ाम मल गया।

मरणीय ब …

1. हर अपनी ाथना को सफल बनाता है, चाहे वह इस बारे म जाग क हो या न


हो। कोई अपने चेतन मन म जसे भी सच मानकर व ास करता है, उसे
उसका अवचेतन वीकार कर लेता है, चाहे उसका व ास सच हो या झूठ। मसाल के
तौर पर, अगर उसके मन म यह व ास या मा यता है क वह परी ा म असफल हो
जाएगा, तो उसके अवचेतन के पास उसे असफल कराने के अलावा सरा कोई
वक प नह होगा, भले ही वह सफल होने क कतनी भी कड़ी को शश कर ले।
2. जब स मोहन म आपका चेतन मन सोया आ और श थल होता है, तो आपका
अवचेतन स मोहक के सुझाव का पालन करता है। चाहे सुझाव कतना भी
अजीबोगरीब या झूठा य न हो, आपका अवचेतन इसका यथासंभव अ धकतम
नाटक यकरण करेगा, ता क यह सुझाव क कृ त के अनु प हो जाए। आपका
अवचेतन एकांगी मन है और यह आपके चेतन मन क तरह तक नह करता है,
तौलता नह है, जाँच नह करता है और भेद नह करता है। आपका अवचेतन केवल
नगमना मक तरीक़े से तक करता है। इसका मतलब है क अगर आपका चेतन मन
इसे एक झूठा आधारवा य दे दे ता है, तो यह आ यजनक सूझबूझ और बु म ा के
साथ सुझाव क कृ त के अनु प त या का नाटक यकरण कर दे गा। इस लए
अपने अवचेतन को उ ह आधारवा य से पोषण द, जो स चे ह, य ह, उदा ह
और ई र-स श ह।

3. ई र रच यता या आपके अवचेतन म असीम ा है, जो आपके व ास के अनु प


त या करती है, य क त याशीलता ही असीम ा क कृ त है। जस भी
वचार को आप भावनामय करते ह और सच महसूस करते ह, उसक छाप आपके
अवचेतन पर छू ट जाती है और जो भी (अ छ या बुरी) छाप छू टती है, वह होती
है। इसी लए हर अपनी ाथना का जवाब ख़ुद दे ता है यानी वही उ ह सफल या
असफल बनाता है। बीमारी या सम या से संबं धत नकारा मक व ास अवचेतन
क इसी अनु प त या को उ प करते ह। इस तरह से ाथना का जवाब
मलता है। दरअसल, सारी ाथना का जवाब मलता है और ऐसी कोई ाथना नह
होती, जसका जवाब न मलता हो।
और सारी चीज़, जो भी आप व ास के साथ ाथना म माँगगे, आपको मल जाएँगी।
- मै यू 21:22

4. कसी भी सवाल का जवाब आपके पूछने से पहले ही आपके भीतर मौजूद है।
आपको तो बस यह पहचानना ज़ री है क आप जो कुछ चाहते ह, यह ई रीय
उप थ त और आपके अवचेतन क श के भीतर है। जब आप समाधान का दावा
कर, तो जवाब क अपे ा रख। आपक आ था के अनु प ही आपको मलेगा।
आपके यादा गहरे मन के भीतर क असी मत उप थ त और श , जसने सृ
और सारी चीज़ बनाई थ , सब कुछ जानती है, सब कुछ दे खती है और उपल ध का
ान रखती है। भीख माँगना और याचना करना यह मानकर चलना है क आपके पास
यह नह है। इस तरह से आप अभाव और सीमा को मा णत कर रहे ह। ऐसा करने
पर आप यादा ख और त को अव यंभावी प से आक षत करगे, य क आप
जस पर भी यान दे ते ह, आपका म त क उसे बढ़ा दे ता है। वचार, इ छा, मान सक
च , आ व कार, नाटक, पु तक, चाहे आपके दमाग़ म जो भी वा त वकता हो,
उतना ही वा त वक है, जतना क आपका हाथ या दय। अपनी इ छा को आ था
और उ मीद से पोषण द।
5. अगर आपका कसी संर क दे व त म अंध व ास है, तो आपका अवचेतन मन कसी
आंत रक आवाज़ या आवेग के साथ त या करेगा, जैसे कसी न त दशा म
जाने क एक आंत रक भावना, एक तरह क श शाली अनुभू त जसे आ मा का
आंत रक मौन ान कहा जाता है। दे व त वह वचार है, जो आपके यादा गहरे मन
से उ प होता है और आपक सम या को सुलझा दे ता है। चाहे आपके व ास का
आधार सच हो या झूठ, आपका अवचेतन चेतन मन के व ास के अनु प ही
त या करेगा।
6. य द आप अपनी परक गहराइय के भीतर बु म ा, श या ान को नह
पहचान पाते ह, तो यह तो वैसा ही है, जैसे यह हो ही नह ।
7. ब त कम अनुभव वाले एक युवक ने पायलट के पद के लए 2,500 आवेदक से
त पधा क , जो उससे यादा ानी थे। उसने पायलट के प म अपना च दे खा
और क पना क क वह पायलट क यु नफ़ॉम तथा फ ते लगाए है। उसने वमान
उड़ाते ए अपनी त वीर दे खी। उसने यह प त वीर क़ायम रखी, ता क उसका
अवचेतन उसक मान सक त वीर को वीकार कर ले और ब त कम संभावना के
बावजूद दस पद म से एक शीष थ पद के लए उसे चुन लया गया। यह युवक अपने
अवचेतन मन क काय व ध को जानता था।
8. ई र के लए सभी समान ह। आपके म त क और सृ के नयम थर तथा अ भ
ह। यह सोचना मूखतापूण, बचकाना और बकवास है क आसमान म कसी ई र से
भीख माँगकर या याचना करके आपके म त क या सृ के नयम आपके मामले म
श थल कर दए जाएँग।े एक बार फर, म इस बात पर ज़ोर दे ना चा ँगा क आप
अपनी ाथना का जवाब ख़ुद दे ते ह। आपका अवचेतन आपके वचार क छाप को
उजागर करता है और इस पर छोड़ी गई छाप क कृ त के अनु प त या करता
है।
9. सृ म केवल एक ही श है - दो नह , तीन नह , 100 नह , सफ़ एक। जब आप
इस श का सृजना मक इ तेमाल करते ह, तो लोग इसे ई र कहते ह। जब आप
इसका इ तेमाल नकारा मक तरीक़े से, अ ानवश या व वंसक तरीक़े से करते ह, तो
लोग इसे शैतान, बुराई, नरक आ द कहते ह।
10. लोग कई तरीक़ से ाथना करते ह। म सव च कोण से ई र के स य पर मनन
को ाथना मानता ँ। जब आप अपने म त क को ई र के स य से भर लेते ह, जो
कभी नह बदलते, तो आप अपने अवचेतन म सभी नकारा मक साँच को उदासीन
कर दे ते ह और मटा दे ते ह। आप जस पर भी मनन करते ह, वही बन जाते ह। आप
चेतन प से जस भी चीज़ के सच होने का दावा करते ह और सच महसूस करते ह,
उसे आपका अवचेतन नाटक कृत कर दे गा और संसार के पद पर े पत कर दे गा।
यही स ची ाथना है।
11. कई लोग को यह पता ही नह होता क ाथना कैसे करनी है और उनके मन म ई र
के बारे म अजीबोगरीब, व च , यहाँ तक क बचकाने वचार भी होते ह। मुसीबत के
समय वे ई र से ख़ुद को बचाने क गुहार करते ह। और कई के मन म यह बचकाना
व ास होता है क आसमान म बैठा कोई दे वता उ ह बचा लेगा। ऐसे लोग को बचा
लया जाता है। इसका कारण यह है क आपक आ था क व तु स ची हो या झूठ ,
आपको वही प रणाम मलगे, य क आपका अवचेतन आपके व ास पर सवाल
नह करता और केवल नगमना मक तरीक़े से ही तक करता है।
12. कसी र थ दे वता से भीख माँगना या याचना करना यह मानकर चलना है क आपके
पास इस व त वह नह है, जो आप चाहते ह और यह नज़ रया अ धक अभाव तथा
सीमा को आक षत करता है। इस लए आप जो चाहते ह, आपको उसका वपरीत
मलता है।
आपको यक़ न है क पेड़ बीज म है, ले कन आपको बीज बोना होगा। इसी तरह,
आपक सम या चाहे जो हो, चाहे यह कतनी ही मु कल नज़र आती हो, जवाब
इ छा है। आपक इ छा वह बीज है, जसका अ भ का अपना ख़ुद का ग णत,
काय व ध और अंदाज़ होता है। आपक इ छा उतनी ही वा त वक है, जतना क
आपका हाथ या दय।
यह वैसा ही है, जैसे रे डयो का वचार आपके दमाग़ म वा त वक है। अहसास कर -
आपके अवचेतन म ई रीय ा, जो एकमा सृजना मक श है, आपक इ छा को
साकार कर सकती है। अपने वचार और इ छा क वा त वकता म इसी समय व ास
कर। आ था और व ास के साथ इसे पोषण द। एक बीज क तरह, जसे ज़मीन म
नीचे खाद-पानी दया जाता है, यह ज़मीन से ऊपर उग आएगी। यह सफल ाथना के
प म आपके जीवन म उग आएगी। इसी लए आप व ास कर सकते ह क यह
आपके पास इस व त मौजूद है - आपके दमाग़ म यह एक वा त वकता है।

13. आप ई र के जीते-जागते मं दर ह। ई र आपके भीतर क जी वत श शाली आ मा


है। आपका मन ही वह जगह है, जहाँ आप उस एकमा सृजना मक श के साथ
चलते और बोलते ह, जसे आप जानते ह। एकमा नराकारी श , जसके बारे म
आप जाग क ह, वह आपका वचार है। आपका वचार सृजना मक है और आप
जानते ह क आप इस समय कसका सृजन कर रहे ह। आपके अंदर का जीवन-
स ांत हमेशा आपके दय के ार पर द तक दे रहा है और आपसे कह रहा है,
‘उठो, पार जाओ, वकास करो, तर क करो, आगे बढ़ो, अपने दय का ार खोलो,’
और अहसास कर क आपके भीतर ही वह है, जो सारे आँसु को प छ सकता है,
कसी रोगी शरीर को व थ कर सकता है, छपे ए गुण उजागर कर सकता है और
आपको ख़ुशी, वतं ता तथा मान सक शां त के राजमाग पर ले जा सकता है।
14. ई र (आ मा) म व के सारे त व ह, जैसे चयन, इ छा, ेम, शां त, सद्भाव,
ख़ुशी, स दय, श , बु म ा और ा। ई र नयम भी है। एक के बना सरा नह
हो सकता। आप एक अद्भुत व वक सत कैसे कर सकते ह, जब तक क
आप अपने अवचेतन म ई र के गुण, ल ण और श य पर मनन न कर? नयम
यह है क आप वही बन जाते ह, जसके सच होने का आप दावा करते ह और जसे
आप सच महसूस करते ह। सरे श द म, आप वही ह, जस पर आप मनन करते ह
और जसे आप अपने अवचेतन म शा मल करते ह। यह आपके अवचेतन मन के
नयम के अनुसार कया जाता है। दय क भावना मक उ कटता और कसी र थ
दे वता के त प व भावुक नज़ रया वधा, व तता और मोहभंग क ओर ले
जाता है। नयम और व एक ही ह। इंसान के ज़ रये काम करने के लए शा त
उप थ त और श को पहले बनना होगा। आपको अपने वचार और भावना
म ई र के स य को हण करना होगा और फर ई र आपके लए ब त गत
बन जाएगा। ले कन ई र कोई नह है, यानी वह आसमान म बैठा कोई
म हमामं डत नह है। इस तरह क अवधारणा को व त मंदबु कहा जा
सकता है।
15. आप न त महान स य का दावा करते ह। दोहराव, आ था और अपे ा के ज़ रये
आप उन पर व ास करगे और उ ह सच के प म वीकार करगे। इस तरह आपक
सकारा मक ाथना काम करेगी। आप जो कर रहे ह, वह सफ़ ख़ुद को यह व ास
दलाना है क आप जसका दावा करते ह, वह सच है और कुछ समय बाद आपको
अहसास होने लगेगा क तीन और तीन छह होते ह, सात नह होते; फर आपको
प रणाम मल जाता है।
7

टे लीसाइ क स क मदद से वह ाथना कैसे


कर, जो कभी नाकाम नह होती
क ईचाहतेी-पुथे, षले नेकनमुझवेसेहमबार-बार कहा है: ‘हम कुछ चीज़ को गंभीरता से और सचमुच
नह मल । हमने ाथना क , हसरत रखी, इंतज़ार कया,
ले कन फर भी जवाब नह मला।’ फर वे आम सवाल पूछते ह: ‘ य ?’ जवाब यह है क
आपक ाथना का जवाब आपक आ था के अनुसार ही मलता है।

आ था या है?
इस पु तक म हम जस आ था के बारे म बात करते ह, वह पंथ, सं दाय, परंपरा, सं कार,
री त- रवाज़ या कसी ख़ास धा मक धारणा के बारे म नह है। आ था को एक मान सक
नज़ रये के प म दे ख - एक ख़ास तरह क सोच। आ था एक चेतना क संभावना है,
जसके ारा आप जानते ह क जस भी वचार को आप भावनामय करते ह और सच
महसूस करते ह, उसक छाप आपके अवचेतन मन पर छू ट जाती है और जब भी आप
अपने यादा गहरे मन को कसी वचार, योजना या उ े य से ा त करने म कामयाब होते
ह, तो यह उस छाप को व तु के प म संसार के पद पर कट कर दे ता है। आपका
अवचेतन आपके भीतर क सृजना मक श है। आपका चेतन मन वक प चुनता है,
ले कन यह सृजन नह कर सकता। दरअसल आप अपने चुनाव का महायोग ह। यादातर
लोग को इस बात का अहसास नह होता, जब क करोड़ लोग इस स य को पूरी तरह
अ वीकार कर दे ते ह। इस लए आ था सोचने क व ध है, व ास करने का तरीक़ा है, एक
मान सक वीकृ त है।
के म ट क रसायन के नयम म आ था होती है, जो व सनीय ह। कसान क कृ ष
के नयम म आ था होती है। और इंजी नयर क ग णत के नयम म आ था होती है। इसी
तरह, मनु य को अपने चेतन और अवचेतन मन क काय व ध सीखकर अपने म त क के
नयम म आ था रखना सीखना चा हए। उसे अपने मन के इन दो पहलु क अंत या को
समझ लेना चा हए।

आ था क ाथना और इसका इ तेमाल कैसे कर


आ था क ाथना को इस मान सक या आ या मक व ास के प म दे खा जा सकता है
क आपके अवचेतन मन म एक ई रीय ा है, जो आपके मन के नयम पर आपके
व ास के अनु प आपको फल दे ती है। बाइबल म लखा है :

आपक आ था के अनु प ही आपको दया जाएगा।


- मै यू 9:29
य द आप यक़ न कर सक, तो उस के लए सभी चीज़ संभव ह, जो व ास
करता है।
- माक 9:23
इसका मतलब है क आपके अवचेतन क बु म ा और श आपके व ास के
तर के अनुसार काम करती है। यक़ न करने का मतलब है कसी चीज़ को सच के प म
वीकार करना। जब आप ‘ बलीव’ श द को तोड़ते ह, तो इसका मतलब है जी वत होना;
सरे श द म जीवन के स य के त जी वत होना, शा त स य को सजीव करना, उनक
वा त वकता को महसूस करना। आप अपने अवचेतन मन म जो भी रखते ह, आपको वैसा
ही फल मलेगा।

कुछ ाथना का जवाब य मलता है


एक आदमी ने मुझसे कहा: ‘मेरी प नी क ाथना का जवाब हमेशा मलता है; मेरी
ाथना का जवाब नह मलता। य ?’ उसने आगे कहा क उसे व ास था क कसी
रह यमय कारण से ई र अ छाई को उसके पास आने से रोक रहा था, जब क प नी के
धा मक व ास के कारण उस पर कृपा कर रहा था। बहरहाल, मेरा प ीकरण कुछ इस
तरह था: ई र के लए सभी समान ह। कोई भी कृ त के नयम का इ तेमाल करना
सीख सकता है, बशत वह आव यक ान हा सल कर ले।
कोई ह यारा या ना तक व ुत के नयम सीख सकता है और वह इस ान का
इ तेमाल कसी घर को रोशन करने के लए कर सकता है। इसी तरह वह जहाज़-चालन के
नयम सीख सकता है या कोई सरा नयम और इन नयम पर उनक कृ त के अनुसार
अमल कर सकता है। ना तक को भी अवचेतन से उतनी ही अ छ तरह जवाब मल सकता
है, जस तरह कसी धा मक को मलता है; एकमा शत है व ास या जवाब क पूण
मान सक वीकृ त।
दै वी उप थ त के अ त व से इ कार करने वाला अंत र या ी मंगल, शु और
सरे ह पर प ँच सकता है, बशत उसम पया त व ास और आ था हो। यानी वह यक़ न
कर लेता है क उसे जो भी जानने क ज़ रत है, उसके अवचेतन क सृजना मक बु म ा
उसे वह दान करेगी, य क अवचेतन मन हमेशा चेतन मन के व ास और मा यता पर
त या करता है।
ई र या असीम ा लोग के धम के आधार पर फल दे ती है, यह सोचना ई र पर
मानव मन क व च ताएँ, सनक और वसंग तयाँ थोपना होगा। ई र या सृजना मक श
तब मौजूद थी, जब कोई इंसान इस धरती पर नह आया था या इस संसार म कोई चच नह
बना था। मनु य ने व भ धा मक पंथ, आकार, धा मक सं कार और धम स ांत का
आ व कार कया है। ई र कल भी वही था, आज भी वही है और हमेशा वही रहेगा। यह
सोचना मूखतापूण है क ई र कुछ लोग को दे ता है और कुछ लोग से रोक लेता है। यह
प पात होगा, जो सोचना ही मूखता है और पूरी तरह बकवास है।

जैसा आपका यक़ न था, वैसा ही आपके साथ कया गया है।


- मै यू 8:13
यह कारण और प रणाम के नयम को बताता है, जो ांडीय और सव ापी है और
न त प से लोग म भेदभाव नह करता। कारण आपके चेतन मन का व ास है और
प रणाम आपके अवचेतन क त या है।

वह जसका दावा करता था, अचेतन प से उससे इ कार कर


रहा था
ऊपर बताया आदमी समृ के लए ाथना कर रहा था और दावा कर रहा था: ‘ई र मेरी
व रत आपू त है और उसक दौलत इसी समय मेरे जीवन म संचा रत हो रही है।’ ले कन
उसने वीकार कया क दल क गहराई म वह अभाव और सीमा म व ास कर रहा था।
सरे श द म, उसके चेतन दावे को उसके अवचेतन अ व ास ने नकार दया।
उसक प नी क ाथनाएँ इस वजह से सफल , य क उसका व ास यादा
गहरा था; उसे सचमुच अपने दावे पर यक़ न था। यह उसे समझदारीपूण लगता था क
उसके अवचेतन म एक अवैय क उप थ त और श है, जो उसक आदतन सोच और
व ास पर काय करती है तथा यह सभी पर समान त या करती है।

उसने अपना व ास कस तरह बदला


इस आदमी ने एक सरल स य सीख लया: क वचार उसी तरह व तु बन जाता है, जस
तरह बीज पौधा बन जाता है। जब उसने अपने चेतन मन म स य को दोहराया, तो अभाव म
उसका अ व ास उसके अवचेतन मन से ग़ायब हो गया। उसे अहसास आ क दौलत उसके
मन म एक वचार- च थी और सारी चीज़ मनु य या ई र के अ य मन से उ प होती ह।
इस नई समझ और अंत ने उसे व ास और आ था दान क ।
उसने प प से महसूस कया क एक-एक बूँद साफ़ पानी अगर गंदे पानी क
बोतल म लगातार गरता रहे, तो अंततः बोतल म साफ़ पानी ही दखेगा। दोहराव ही कुंजी
है। उसने अपने झूठे व ास को पहचान लया और उसक जगह पर जीवन म दौलत के
वा हत होने के वचार को लगातार दोहराने लगा। मु ता से, ख़ुशी से और अंतहीन प से।
शु आत म उसके लए यह एक बौ क कथन था, जसम उसक भावना ने कोई
भू मका नह नभाई, ले कन जब वह व ास के साथ यह कथन दोहराता रहा, ‘दौलत मेरे
जीवन म वा हत हो रही है और वह मेरे पास हमेशा ब तायत म रहती है,’ तो वह पल
आया, जब आ ख़री तरोध भी चला गया - जस तरह क साफ़ पानी क लगातार टपकती
बूँद बोतल से गंदे पानी क आ ख़री बूँद को धो डालती है।

ाथना कब स ची ाथना नह होती है


हाल ही म एक म हला ने मुझे लखकर बताया क उसे अगले महीने क 15 तारीख़ तक
6,000 डॉलर चा हए, वरना वह अपनी मॉटगेज का बकाया नह चुका पाएगी और अपना
घर गँवा दे गी। उसने यह भी कहा क वह कसी ोत से 6,000 डॉलर पाने के लए ब त
कड़ी ाथना कर रही थी, ले कन उसे हर जगह से नकारा मक त या ही मल रही थी।
यह म हला च तत, तनाव त, परेशान और डर से भरी ई थी। मने उसे समझाया
क उसका वतमान मान सक नज़ रया केवल यादा नुक़सान, अभाव, सीमा और तमाम
तरह क बाधा को ही आक षत करेगा।
मेरे सुझाव पर उसने उन महान स य का अ यास शु कया, जनसे वह प र चत थी,
ले कन ज ह उसने नज़रअंदाज़ कर दया था।
अँ ेजी भाषा के संभवतः महानतम लेखक और संसार के शीष थ नाटककार व लयम
शे स पयर ने भी कहा था, ‘सारी चीज़ तैयार ह, बशत म त क तैयार हो।’
उस म हला ने आव यक धनरा श के बारे म सोचना पूरी तरह छोड़ दया, साथ ही
तारीख़ के बारे म भी। वह ऊपर बताए गए महान स य को दोहराने लगी और उसने
अहसास कया क जब उसका मन शांत हो जाएगा, तो समाधान अपने आप मल जाएगा।
वह यह जानते ए ई र के संपक म रही क ई र उसक सभी आव यकता क पू त
करता है और वह उसक व रत तथा थायी आपू त व समथन है।
मने इस सरल स य पर ज़ोर दया क जब उसका मन शांत होगा, जब दै वी
उदासीनता होगी, तो जवाब यानी समाधान न त प से आ जाएगा। दै वी उदासीनता का
मतलब है क आप जान जाते ह क आपक ाथना का असफल होना असंभव है, उसी
तरह जस तरह आपको पूरा व ास होता है क सुबह सूरज उगेगा। आप नह जानते ह क
जवाब कैसे मलेगा। आपको दरअसल इसक परवाह नह होती है, य क आप जानते ह
क जो भी होता है, अ छे के लए होगा - ब त अ छे के लए होगा।
उसने उन महान स य क ख़ुद को याद दलाकर अपना शां तपूण नज़ रया क़ायम
रखा, जो कभी नह बदलते ह। एक स ताह के अंत म वह थानीय दवाई क कान म एक
पुराने कूली म से मली। वह वधुर था और वह वधवा थी। उस म ने ववाह का ताव
रखा। म हला ने वीकार कर लया। उस म ने मॉटगेज का ख़च भी सँभाल लया। म हला
ने कुछ भी नह खोया; उ टे उसे हा सल आ। उसके अवचेतन ने उस अ छाई को बढ़ाया
और कई गुना कर दया, जसक छाप उस म हला ने इस पर छोड़ी थी।
डर और चता अभाव को आक षत करती है। आपके मन के नयम म व ास जीवन
क सारी नयामत को आक षत करता है। जब भी आपके मन म यह वचार आता है क
आपको एक न त धनरा श मलनी चा हए और यह एक न त दन तक आनी चा हए,
तो याद रख क मान सक नज़ रया आम तौर पर अ य धक तनाव, चता और डर का होता
है, जससे यादा नुक़सान होता है। सारी नयामत के ोत क ओर जाएँ। ई र से संपक
था पत कर और शां त, मागदशन, सद्भाव, सही या और समृ का दावा कर। अपने
संपक को क़ायम रख; दन उगेगा और सारी छायाएँ र भाग जाएँगी।

उसने कहा क उसे पूरा व ास था क वह अनुबंध पर ह ता र


करेगी
एक अ भने ी ने मुझे बताया क उसे पूरा व ास था क उसे उसका मनचाहा अनुबंध मल
जाएगा, य क उसे यू यॉक से एक फ़ोन आया था क वह वहाँ आकर उस पर साइन कर
दे । जब वह यू यॉक प ँची, तो उसे अनुबंध दे ने वाला अपनी न द म ही मर गया था।
वह थोड़ी नराशा और उदासी म ख़ाली हाथ लौट ।
मने उसे समझाया क एकमा चीज़ जसम वह पूरी आ था रख सकती थी, वह यह
है: ई र ई र है और सृ के नयम कल भी वही थे, आज भी वही ह और हमेशा वही रहगे।
वे व सनीय ह, य क ई र और उसके नयम अटल तथा अचल ह। यही नह , मने उसे
समझाया क वह सृ को नयं त नह करती है और लोग के जीवन पर उसक कोई श
नह है। न त प से, अगर उसे अनुबंध दे ने वाला आदमी परलोकगमन के ब पर था, तो
उसका इससे कोई लेना-दे ना नह था, ले कन वह पूरी तरह व ास रख सकती थी क ई र
ई र है - सवश मान, अमर, अप रवतनीय और कालातीत।

टे लीसाइ क स काय प म
उसने अपना मान सक नज़ रया बदलकर यह अहसास कया क उसके अवचेतन क
ई रीय ा के पास उसक इ छा को साकार करने के तरीक़े थे, ले कन इसके तरीक़े कई
बार रह यमय होते ह, जनका पता लगाना आसान नह होता। उसने इस तरह शां त से दावा
कया :
म जानती ँ क मेरे अवचेतन के भीतर क ई रीय ा के पास एक ावसा यक
अनुबंध दान करने के तरीक़े ह, जो मेरी बु क समझ से परे ह। म इस अती य
बु म ा को पहचानती ।ँ म इसी समय इसी जैसे या इससे भी बड़े अनुबंध को अपने
यादा गहरे मन क बु म ा म वीकार करती ।ँ
कुछ ही स ताह म उसे पुराने अनुबंध से यादा बेहतर अनुबंध मल गया, जस पर
वह यू यॉक सट म ह ता र करने वाली थी। जब आपके साथ इससे मलती-जुलती कोई
चीज़ हो, तो ख़ुश रह और कृत बन और दल म जान ल क आपके भीतर क ई रीय ा
के पास आपके लए कोई यादा अद्भुत चीज़ है। यह ऐसे तरीक़ से आपके पास आएगी,
जनक आप क पना भी नह कर सकते।

टे लीसाइ क स आपको सही जगह पर व ास करना सखाता है


एक तभाशाली म हला एक कंपनी म शीष थ ए ज़ी यू टव थी। उसने कहा क उसे पूरा
यक़ न था क वह एक ख़ास से शाद करेगी। सारे इंतज़ाम हो गए थे - समारोह क
योजना बन गई थी, अ त थय को आमं त कर लया गया था और शाद के दावत समारोह
का आं शक भुगतान कर दया गया था, ले कन र म के कुछ मनट पहले ही उसका मँगेतर
हाट अटै क से मर गया।
उस म हला ने पूछा, ‘ई र ने मेरे साथ यह य कया?’ दरअसल, ई र उस आदमी
क मृ यु के लए ‘ ज़ मेदार’ नह था। उस आदमी के पास अपने जीवन को चुनने और
मनचाही दशा दे ने क मता थी। बाद म पता चला क वह शराबी था (जो उसक मँगेतर
को मालूम नह था) और उसका दय रोग संबंधी इलाज आ था तथा उसे कई बार
अ पताल म भत कया गया था। उसने ये सारी बात अपनी मँगेतर से छु पा ली थ ।
मने उसे बताया क आ ख़र वह उस आदमी के जीवन को नयं त नह करती थी, न
ही वह यह तय करती थी क वह कब अगले आयाम म जाएगा। दरअसल, उसे तो अपने
अवचेतन मन क बु म ा पर बेहद ख़ुश होना चा हए, जो हमेशा उसक र ा करना,
उपचार करना, नवीनीकरण करना और मागदशन दे ना चाहता है, क इसने दरअसल उसे
उस संबंध म वेश करने से रोक दया, जो एक खद ववाह सा बत होता।
उसने यह सरल स य भी सीखा: क आप संसार क कसी भी चीज़ के बारे म पूरा
भरोसा नह कर सकते, सवाय इसके क ई र ई र है - क सृ के नयम अटल और
अचल ह। कसी को पूरा भरोसा कैसे हो सकता है क वह कल सैन ां स को प ँचेगा?
शायद कोहरा बाधा डाल दे और सारी उड़ान र हो जाएँ। आपको यह पूरा व ास कैसे हो
सकता है क आपका घोड़ा रेस म जीतेगा? शायद घोड़ा हाट अटै क के कारण मर जाए।
आपको यह पूरा व ास कैसे हो सकता है क आप उस लड़क से शाद करगे? शायद वह
आज रात को मर जाए या कसी सरे आदमी के साथ भाग जाए। या आप लोग और
संसार को नयं त करते ह?
सारे समय यह याद रख क आपके अवचेतन क बु म ा के पास आपक ाथना
का जवाब लाने के ऐसे तरीक़े ह, जो आपके चेतन मन को पता नह ह और यह कभी उनक
क पना भी नह कर सकता।
जस म हला के बारे म हम लख रहे ह, उसने प त के लए सही तरीक़े से कभी
ाथना नह क । वह एक बार म उस आदमी से मली थी। रोमांस, जसम उसके प त के
सारे झूठ और फ़रेब शा मल थे, का सल सला वह से शु आ। ाथना करते व त
आपको कभी कसी ख़ास के बारे म नह सोचना चा हए। आप च र से ववाह करते
ह। आपको संसार म वह नह मलता, जो आप चाहते ह, ब क आपको वह मलता है जो
आप ह - आप वही होते ह, जस पर आप मनन करते ह।
सही जीवनसाथी को आक षत करने के लए आपको अपने अवचेतन मन म वे गुण
बनाने चा हए, जनक आप कसी म क़ करते ह। उन गुण पर च के साथ सोच,
जनका आप स मान करते ह और ज ह आप मह व दे ते ह। मने उसे नीचे द गई ाथना द
और सुझाव दया क वह रात और सुबह को इसका इ तेमाल करे :
म जानती ँ क अब म ई र के साथ एक ँ। उसम म जीती ,ँ चलती ँ और उसी
म मेरा अ त व है। ई र जीवन है; यह जीवन सभी पु ष और य का है। हम सब एक
ही पता क संतान ह।
म यह जानती और यक़ न करती ँ क एक पु ष है, जो मुझसे ेम करने और लार
करने के लए इंतज़ार कर रहा है। म जानती ँ क म उसक ख़ुशी और शां त म योगदान दे
सकती ँ। वह मेरे आदश से ेम करता है और म उसके आदश से ेम करती ँ। वह मुझे
नए सरे से नह गढ़ना चाहता; न ही म उसे नए सरे से गढ़ना चाहती ँ। हमारे बीच आपसी
ेम, वतं ता और स मान है।
एक ही मन मह वपूण है और म इसी समय उसे इस मन से जानती ँ। म इसी समय
उन गुण के साथ एक होती ँ, जनक म क़ करती ँ और ज ह म अपने प त म दे खना
चाहती ँ। म अपने मन म इन गुण के साथ एक ँ। हम दै वी म त क म पहले ही एक सरे
को जानते और ेम करते ह। म उसम ई र को दे खती ;ँ वह मुझम ई र को दे खता है।
भीतर उससे मलने के बाद मुझे उससे बाहर मलना ही होगा, य क यह मेरे ही मन का
नयम है।
ये श द वहाँ जाते ह और हा सल करते ह, जहाँ भी उ ह भेजा जाता है। म जानती ँ
क यह इसी समय हो चुका है, पूण है और ई र म पूण है। परम पता, आपको ध यवाद।
ऊपर बताए गए श द धीरे-धीरे उसके अवचेतन मन म बैठ गए और उसके यादा
गहरे म त क क बु म ा ने एक अद्भुत युवा ड ट ट को उसक ओर आक षत कया,
जो हर मायने म उसके सामंज य म था। उस म हला ने अपने मन के नयम म व ास
करना सीख लया, जो कभी असफल नह होते। वह जानती थी क कब यह ाथना उसके
अवचेतन तक प ँच गई, य क उसके बाद उसके मन म प त के लए ाथना करने क
इ छा ही नह रही। वह इस व ास पर प ँच गई, जसने तुरंत त या क ।

टे लीसाइ क स आपको सखाता है क सभी तरह क वप य


का मुक़ाबला कैसे कर
मान ल, आपका टन, डलास या बॉ टन म कसी के साथ मह वपूण अपॉइंटमट हो और
कोहरे, बीमारी आ द के कारण दे र हो रही है। आप कह सकते ह क आपने इस मुलाक़ात के
बारे म ाथना क थी - क यह संतोषजनक होगी और दै वी योजना पूण होगी। तनावर हत
हो जाएँ; ढ ला छोड़ द; अपने अवचेतन मन क ई रीय ा क ओर मुड़ और अहसास कर
क आंत रक बु म ा के पास इस मुलाक़ात, अनुबंध या यह चाहे जो हो, उसे घ टत कराने
के बेहतर तरीक़े ह। संतु लत और शांत बने रह और यह जान ल क दै वी सही या पूण
होती है। यह भी याद रख क आपका चेतन, ता कक मन यह नह जानता क दै वी सही
या कैसे घ टत होती है।
यह जान ल क ई र हमेशा ई र है। जब आप दावा करते और व ास करते ह क
ई र आपके जीवन म स य है, तो जो भी होता है, अ छे के लए होगा - ख़ास तौर पर
अ छे के लए। यह दरअसल वह ाथना है, जो कभी असफल नह होती।

मरणीय ब …

1. आ था सोचने का तरीक़ा है। यह मान सक नज़ रया है। आपक मन के नयम म


आ था तब होती है, जब आप यह बात जानते ह क जसक भी छाप आपके
अवचेतन मन पर छोड़ी जाती है, वह आपके जीवन म अनुभव और घटना के प
म होगा। जस भी वचार को आप भावनामय बनाते ह और सच महसूस करते
ह, चाहे वह अ छा हो या बुरा, उसे आपका अवचेतन वीकार कर लेगा और साकार
कर दे गा।
2. कसान क कृ ष के नयम म आ था होती है। जहाज़ के क तान क नौसंचालन के
नयम म आ था होती है। वे उन स ांत का इ तेमाल कर रहे ह, जो तब से व मान
ह, जब एक भी इंसान धरती पर नह रहता था। इसी तरह, आप अपने मन के नयम
सीखना शु करके अपने पूरे जीवन का कायाक प कर सकते ह। अ छा सोचगे, तो
अ छा होता है; नुक़सान और सीमा के बारे म सोचगे, तो ख आता है।
3. आपके व ास ही आपक थ तय और प र थ तय को तय करगे। इसी लए डॉ.
व बी ने 1847 म कहा था, ‘मनु य व ास है।’ व ास आपके मन का
वचार है। इसका मतलब है कसी चीज़ को सच के प म वीकार करना। आप
कसी झूठ पर भी व ास कर सकते ह, ले कन आप इसे सा बत नह कर सकते।
व ास का मतलब है ई र के स य के त जीवंत होना। आपको अपने मन को
शा त स य से भरने क ज़ रत है, ता क आप सद्भाव, वा य, शां त और समृ
के संदभ म अपने पूरे जीवन का कायाक प कर ल।
4. ई र सभी को एक नगाह से दे खता है। वह कसी के साथ प पात नह करता। ई र
कुछ लोग के धा मक व ास या कसी ख़ास पंथ के दाव के कारण उन पर
त या करता है, यह सोचना बचकानी भावुकता है। ई र शा त बु म ा और
श है, जो सभी लोग के व ास और उनक मान सक वीकृ त के अनुसार उनके
लए उपल ध है।
5. कई लोग जो दावा करते ह, उससे अचेतन प से इ कार करते ह। मसाल के तौर पर,
एक आदमी बाहर से दावा कर सकता है क ई र उसका ोत और आपू त है,
ले कन इसके बावजूद उसके अवचेतन म ग़रीबी का व ास हो सकता है। उसे अपने
व ास को बदलकर ई र क समृ और दौलत के नयम पर मनन करना होगा;
फर उसका अवचेतन नए चेतन व ास पर त या करेगा।
6. यह स चाई समझ ल क दौलत आपके मन का वचार- च है। जब आप लगातार
इस स य को दोहराते ह क ई र क दौलत आपके जीवन म वा हत हो रही है, तो
आप ग़रीबी के अपने अवचेतन व ास को हटा दगे और सुखद प रणाम मलगे। यह
गंदे पानी क बोतल म साफ़ पानी डालने क तरह है: एक पल आता है, जब आपके
पास साफ़ पानी से भरी बोतल होती है।
7. जब कसी ख़ास तारीख़ तक न त धनरा श पाने क सम या हो, तो धनरा श और
तारीख़ भूल जाएँ, य क इस मान सक नज़ रये से चता, तनाव और परेशानी उ प
होती है, जससे वलंब, बाधाएँ, मु कल और यादा चताएँ आक षत होती ह। ोत
और बाइबल म दए गए महान स य पर मनन कर, जो आपके मन को शां त दगे।
मनन कर क ई र आपक व रत और अनंत आपू त है, जो इस समय और हमेशा
आपक सारी आव यकता क पू त करता है। जब आपको दै वी उदासीनता हो
जाती है, तो आपक ाथना का हमेशा ऐसे तरीक़ से जवाब मलेगा, ज ह आप
जानते भी नह ह गे।
8. शा त प रवतन सारी चीज़ क जड़ म है। ई र कभी नह बदलता है। आप जस
एकमा चीज़ म पूरा भरोसा कर सकते ह, वह यह ान है क ई र ई र है; वह कल
भी वही था, आज भी वही है और हमेशा वही रहेगा। अगर आप कहते ह क आपको
पूरा भरोसा है क आप कल जॉन जो स के साथ एक अनुबंध पर ह ता र करगे, तो
हो सकता है क वह अगले आयाम म प ँच जाए या इसे रोकने के लए 101 सरी
चीज़ हो सकती ह। अपने अवचेतन के भीतर क असी मत श पर भरोसा कर क
यह कसी सरे तरीक़े से काम करा दे गी और यह वाक़ई ऐसा कर दे गी।
9. यह सोचना छोड़ द क आप ाकृ तक श य , सर के जीवनकाल या उनके भा य
को नयं त कर सकते ह। अपनी आ था और व ास अंदर वास करने वाली ई र-
उप थ त म रख, यह जान ल क आपके जीवन म ई र स य है और केवल सही
दै वी या क ही जीत होती है; फर जो भी होता है अ छे के लए होगा और ब त
अ छे के लए होगा। जी वत के दे श म ई र के ेम और अ छाई म पूण आ था
रख। इस स य को वीकार करने के बाद आपक ाथना से चम कार होने लगगे।
10. जब कसी जीवनसाथी के लए ाथना कर, तो कभी कसी ख़ास पु ष या म हला के
बारे म न सोच। सरे श द म, आपको कभी सामने वाले के म त क को चालाक से
भा वत करने क को शश नह करनी चा हए। आप च र से, चेतना क अव था से
ववाह करते ह। उन गुण पर यान क त कर, ज ह आप कसी पु ष या म हला म
पसंद करते ह और फर यह जान ल क आपके मन क यादा गहरी धाराएँ आप
दोन को दै वी योजना म एक साथ ले आएँगी।
11. जब आप दावा करते ह और यक़ न करते ह क ई र आपके जीवन म स य है, तो
जो भी होता है, वह अ छा ही होगा और ब त अ छा होगा। इस तरह क ाथना कभी
नाकाम नह होती।
8

टे लीसाइ क स के रह यमय ोत के समीप


कैसे जाएँ
ई र (आपके अवचेतन) ने कहा, मेरे वचार तु हारे वचार नह ह; न ही तु हारे तरीक़े
मेरे ह। य क जस तरह आकाश धरती से ऊँचा है, उसी तरह मेरे तरीक़े तु हारे
तरीक़ से ऊँचे ह और मेरे वचार तु हारे वचार से ऊँचे ह।
- इसाइया 55:8-9
जब म यह अ याय लख रहा था, तो मुझे यू यॉक क एक म हला का फ़ोन आया, जो
साइ कक परसे शन: द मै जक ऑफ़ ए ाससरी पावर पढ़ रही थी। वह अपनी आंत रक
श य को वक सत करने के लए दए गए यान लगा रही थी और उसे अद्भुत प रणाम
मल रहे थे। उसने कहा क पछली रात जब वह गहरी न द म थी, तो उसका ब त समय
पहले मर चुका प त उसे यह बताने के लए आया क वह तुरंत जागे और जागकर गैस जेट
बंद कर दे , वरना वह और उसका बेटा दम घुटने से मर जाएँग।े जब वह जागी, तो उसे गैस
क तेज़ बदबू आ गई। उसने अपने बेटे को जगाया और खड़ कयाँ खोल द । म हला क
व रत कायवाही ने बेशक बेटे और ख़ुद क जान बचा ली।
वह हर रात सोने से पहले ाथना करती थी, जो सुर ा क बेहतरीन ाथना थी।
उसके अवचेतन मन ने उसके मृत प त क छ व का नाटक यकरण इस ान के साथ कया
क उसक चेतावनी पर वह तुरंत यान दे गी। वह इस आंत रक व को कोरा व या मन
का वहम नह मानेगी। अवचेतन के तरीक़े समझना वाक़ई मु कल है।
उसने कहा क उसका ‘मृत’ प त था, ले कन सृ म कोई चीज़ कभी नह मरती है।
जो फूल एक बार खलता है, वह हमेशा के लए खलता है। हम लगातार उन सभी लोग के
साथ संपक म ह, जो कभी जी वत रहे थे या इस समय जी वत ह, य क एक ही मन सभी
लोग म साझा है। हालाँ क आपको कसी सरे से जवाब मलता है, ले कन दरअसल
यह अवचेतन म त क क बु म ा ही है, जो जवाब दे रही है।
हम सभी एक ही सव ापी म त क म डू बे ए ह। म सोचता ँ क एक बड़ी ग़लती
यह सोचना है क हम ‘शरीर म’ ह। आपका शरीर आपम एक वचार क तरह है। आपके
पास अनंत काल तक शरीर रहगे। आप शरीर के बना अपनी क पना भी नह कर सकते।
दरअसल यह असंभव है। आपके पास हमेशा एक शरीर रहेगा, जो जीवन के अगले आयाम
म यादा ऊँची आवृ य पर अ त व म रहेगा।

कस वजह से उसक ाथना से थ त बगड़ गई


एक म हला ने मुझसे कहा क वह एक क़ानूनी उलझन म उलझी ई थी, जसके बारे म
उसने ाथना क , ले कन उसक ाथना के बाद हालात और ख़राब हो गए। दरअसल वह
अपनी सारी चता और तनाव पर यान क त कर रही थी। ाथना करने से पहले वह
जतनी परेशान थी, उसके बाद वह उससे यादा परेशान हो गई। उसने सीखा क वह अपने
मन म जस भी चीज़ पर यान दे ती है, वह बढ़ती है।
हमारी बातचीत के बाद उसने अपने मान सक नज़ रये को बदल लया और इस तरह
दावा कया :

म अकेली नह ँ। मुझम ई र का वास है और उसक बु म ा ऐसे तरीक़ से दै वी


समाधान लाती है, जनके बारे म म कुछ नह जानती। अब म यास छोड़ दे ती ँ और
समाधान लाने का काम दै वी बु म ा के हवाले करती ँ।

उसने मन म एक सकारा मक नज़ रया क़ायम रखा और जब उसके मन म डर या बुरे वचार


आए, तो वह तुरंत दावा करती थी: ‘एक दै वी समाधान है। यह ई र का काय है।’
कुछ दन बाद उसके डर के वचार क सारी ग त चली गई और उसे शां त का
अहसास आ। उसक जो र तेदार अदालत म वसीयत को चुनौती दे रही थी और कटघरे म
जान-बूझकर झूठ बोल रही थी, उसने अचानक ही मुक़दमे को वापस ले लया और कुछ
दन बाद न द म ही अगले आयाम म प ँच गई।
आपके चेतन मन को पता ही नह चल सकता क आपक ाथना का जवाब कस
तरह मलेगा, य क आपके यादा गहरे मन क काय व ध बु से परे है और यह अपने
तरीक़े से समाधान लाती है।

जवाब उसके पास एक अजीब तरीक़े से आया


म एक रयल इ टे ट ोकर को जानता था, जसक च एक सरे रा य म एक बड़ा नवेश
करने क थी। हर रात सोने से पहले वह अपने सभी काय के लए दै वी मागदशन और सही
या के लए ाथना करता था। वह जस जायदाद को ख़रीदने क सोच रहा था, उसे
दे खकर आने के बाद एक रात को उसे एक ब त ही प सपना आया। सी े ट् स ऑफ़ द
आई चग का हे सा ाम 33 र ट कट आ, जसने कहा, ‘यह आगे बढ़ने का समय नह
है।’
उसने इस सलाह का अनुसरण कया। बाद क घटना ने उसके नणय को सही
सा बत कर दया, य क सौदे म अंडरव ड के सद य शा मल थे। उसके अवचेतन मन ने
हे सा ाम ‘ र ट’ उसे बेशक इस वजह से दखाया, य क वह सी े ट् स ऑफ़ द आई चग
का अ ययन कर रहा था। यह एक ऐसी पु तक है, जो मने आई चग या बुक ऑफ़ चजेस
( जसका अनुवाद व हेम बस ने कया है और तावना वग य काल युंग ने लखी है) के
64 हे सा ाम के बाइबल संबंधी तथा मनोवै ा नक अथ पर लखी है। मने आधु नक,
रोज़मरा क भाषा म हे सा ाम का अथ बताया है। प प से, इस रयल इ टे ट ोकर के
अवचेतन ने इस तरह से उसे जवाब दे ने का नणय लया, ता क वह तुरंत पहचान ले और
आ ा का पालन करे।

अजीब तरीक़ा, जससे उसक ाथना का जवाब मला


म बाईस साल से यादा समय से वलशायर एबेल थएटर, लॉस एंजे लस म वचन दे रहा
ँ। कुछ र ववार पहले वहाँ मेरे वचन के बाद एक युवा म हला ने मुझे एक रोचक ़क सा
सुनाया। थानीय यु नव सट म मनो व ान और तुलना मक धम का अ ययन करने के बाद
उसने मागदशन के लए ाथना क क या उसे ग़ैर-सां दा यक तर पर मान सक और
आ या मक नयम सखाने के लए धमसेवा म जाना चा हए। उसने कहा क उसे एक ब त
रोचक व आया: क म उसके सपने म आया और सी े ट् स ऑफ़ द आई चग के नंबर 30
हे सा ाम क ओर इशारा कया, जसे लाई/जकड़ना, अ न कहा जाता है।
उसने न द म ही पु तक क इबारत प ता से पढ़ , जो उस हे सा ाम म ‘ च ’ के
नीचे द है: और इज़राइल का काश अ न के लए होगा… - इसाइया 10:17। बाइबल और
आई चग म अ न का मतलब है आपके अवचेतन मन या सव च ा क जगमगाहट, जो
आपके सामने हर चीज़ उजागर कर दे गी, जो भी आपको जानने क ज़ रत है, ता क आप
वह रोशनी सर पर डालने म समथ हो जाएँ।
जागने पर उसने हे सा ाम दे खा और उसे सी े ट् स ऑफ़ द आई चग म ‘ च ’ के
नीचे वही श द मले, जो उसने अपने सपने म दे खे थे। उसने ट पणी क , ‘जवाब सही है
और म यही करने जा रही ँ।’ वह समझ गई क उसका अवचेतन अ सर तीक म बोलता
है, जैसे पानी अवचेतन का तीक हो सकता है या अ न ई रीय ा या जोश का तीक हो
सकती है।
मेरा लया सपने म उसे स य का तीक लगा। वह अब अपनी इस पढ़ाई म ब त
ख़ुश है। आई चग क व ाथ होने के नाते उसका व उसके लए ब त साथक था और
इसने उसे हर मायने म संतु कर दया।

वह ाथना क आदत डाल लेता है


हवाई म एक चीनी व ाथ के साथ ाथना के वषय पर बातचीत चल रही थी। उसने कहा
क ाथना क उसक तकनीक आ या मक साहचय पर आधा रत है। ाथना करते व त
वह ायः अपने उ चतर व के साथ बातचीत करता है; उसके चेतन मन और ई र क
आंत रक उप थ त के बीच ायः सं त संवाद या सं त संभाषण होते ह। जब वह अपने
उ चतर व को संबो धत करता है, तो उसक नी त कुछ इस तरह होती है :
परम पता, आप सवबु मान ह। मेरे सामने जवाब उजागर कर, मेरे अ ययन म मुझे
मागदशन द, मुझे बताएँ क या करना है, मेरे सामने मेरे गुण कट कर और मुझे बु म ा
व समझ भरा दय द।
उसका दावा है क कई बार उसे आगामी परी ा म पूछे जाने वाले सवाल पहले से ही
सपने म दख जाते ह और उसे अपनी पढ़ाई म कोई सम या नह है। एक बार उसने एक
अंद नी आवाज़ सुनी, जसने उसे आई चग या बुक ऑफ़ चजेस पढ़ने को कहा। इसे पढ़ने
के बाद उसने कहा क यह आ म-अ वेषण म ब त मददगार सा बत ई।
एक टापू पर एक ब त दौलतमंद म हला ने उससे अपनी तरफ़ से आई चग पढ़ने को
कहा। वह जानना चाहती थी: ‘ या यह मेरे लए समझदारी भरा रा ता होगा क म वह बड़ा
ऑपरेशन करा लूँ, जसक सलाह द गई है?’ उसे हे सा ाम 30 मला, जकड़ना/अ न।
जजमट ने कहा: ‘गाय क दे खभाल से क़ मत अ छ होती है।’
उसने उस म हला को समझाया क चीनी तीकवाद म गाय का या अथ होता है।
गाय शांत ाणी होती ह, ज ह दे खभाल क ज़ रत होती है और इसका मतलब है क गाय
(अवचेतन मन) क दे खभाल करके ख़ुश ़क मती हा सल क जा सकती है। म हला ने कहा
क वह े ष, द मत ोध और श ुता से भरी ई थी। उसने उन सभी लोग क सूची बनाई,
जनसे वह े ष करती थी और नफ़रत करती थी और उन पर नयामत, ेम और सद्भाव
छड़कने लगी। उसने वनाशकारी वचार और भावनाएँ रखने के लए ख़ुद को भी मा कर
दया। अपने अवचेतन मन (गाय क दे खभाल करके) को जीवनदायी वचार च से भरने
पर उसे उ लेखनीय वा यलाभ आ। म हला ने उस व ाथ को पुर कार व प आगामी
अ ययन के लए 5,000 डॉलर का तोहफ़ा दया। इस चीनी व ाथ ने खोजा क उसके
भीतर ई र क म हमा आदतन आ या मक साहचय म है।
च र नमाण के लए आदत अ नवाय है। शा त स य पर मनन आव यक है। जब
हम ऐसा करते ह, तो हम वह बन जाते ह, जैसा हम जीवन के सभी पहलु पर वचार,
श द या काय म मनन करते ह।

ाथना आपके दय क भी इ छा है
जब आप बीमार होते ह, तो आप वा य क इ छा रखते ह। जब ग़रीब होते ह, तो दौलत
क इ छा रखते ह। जब भूखे होते ह, तो भोजन क इ छा रखते ह। और अगर यासे होते ह,
तो आप अपनी यास बुझाने के लए पानी क इ छा रखते ह। य द आप जंगल म खो गए ह,
तो आप घर का रा ता जानने क इ छा रखते ह। आप ख़ुद को करने क इ छा रखते
ह, साथ ही जीवन म अपनी स ची जगह पाने क भी इ छा रखते ह। आपक इ छा आपके
भीतर जीवन क आकां ा है और आपको अपने जीवन म एक ख़ालीपन क याद दलाती
है, जसे आपको भरना चा हए। य द आप आ व कारक ह, तो आपक इ छा यह होगी क
आप अपने आ व कार का पेटट कराकर बाज़ार म उतार द। आपके मन म ेम पाने, चाहे
जाने, ज़ रत होने और मानवता के लए उपयोगी बनने क इ छा होती है।
इ छा ही सारी भावना और काय का कारण है। यह वह जीवन स ांत है, जो आपके
ज़ रये यादा उ च तर पर ख़ुद को करना चाह रहा है।
इ छा जीवन है, जो ख़ुद को साकार करना चाह रहा है, जो अब तक केवल आपके
मन म वचार- च के प म मौजूद है। इ छा ही सारी चीज़ के पीछे क श है; यही सृ
को चलाने वाला स ांत है।
याद रख, आपक इ छा का पूणता से पार प रक संबंध है। इ छा और पूणता को
कुछ हद तक कारण और प रणाम क तरह माना जा सकता है। वे सभी ध य ह, जो सही
काम करने के लए भूख-े यासे ह, सही सोचते ह, सही करते ह, सही बनते ह और व णम
नयम तथा ेम के नयम के अनुसार सही जीते ह।

उसने ई र के लए माग और मा यम बनने का नणय लया


कई महीने पहले मुझे एक अँ ेज़ अ भने ी का प मला, जो कई महीन से बेकार थी और
उसके लए सारे दरवाज़े बंद नज़र आ रहे थे। मने उसे सुझाव दया क वह अपने भीतर क
ई रीय उप थ त के साथ सही संबंध था पत करे और दै वी उप थ त को अपने मा यम से
वा हत होने दे , इसके ज़ रये ख़ुद को बु म ा और श ारा सभी तरीक़ से नद शत
होने क अनुम त दे ।
उसने अपने उ चतर व प से इस तरह बात क और दावा कया :

म अपने भीतर क ई रीय ा के सामने समपण करती ँ और म जानती ँ क ई र


सद्भाव, स ची अ भ , स दय, सही काय और दै वी ग त व ध के प म मेरे ज़ रये
वा हत होता है। म जानती ँ क मुझे बस एक खुला मा यम बनना है और उसके
जीवन, ेम, सद्भाव और सृजना मक वचार को अपने ज़ रये वा हत होने दे ना है।
इस नए मान सक नज़ रये का अनुसरण करने पर उसे ांस म एक फ़ म म रोल मल गया
और फर इटली म एक और फ़ म म। अब वह लंदन म ट वी पर स य है। उसके लए सारे
दरवाज़े खुल चुके ह। वह डर, चता और अ य धक तनाव ारा अपनी भलाई क राह म
अवरोध डाल रही थी, जो वैसा ही है जैसे बगीचे म पानी दे ते समय आप अपना पैर पाइप पर
रख द। ाथना सुनने वाला कान है, यानी हम यह अहसास करने के लए स चाई को सुनना
चा हए क जस ई र ने हम एक ख़ास गुण दया है, वह इसे कट करने क आदश योजना
भी उजागर करेगा। हम एक खुला और हणशील दय रखना चा हए और दै वी जीवन के
अंत वाह को अपने ज़ रये वा हत होने दे ना चा हए, यह अहसास करते ए क ई र के
लए हमारे जीवन म सद्भाव, वा य, शां त, समृ , स ची अ भ और ेम बनना
उतना ही आसान है, जतना क घास का तनका या बफ़ का कण बनना है।

कस तरह ाथना ने उसक भावना मक सम या का इलाज कया


जब म यह अ याय लख रहा था, तो एक म हला ने अपने दय रोग वशेष के ली नक से
मुझे फ़ोन कया और कहा क डॉ टर ने उसे बताया है क उसका दय सामा य है और
उसक कभी-कभार क ठन वशु भावना मक थी। वह इस बात को लेकर अता कक
प से च तत थी क कोई उसके ख़लाफ़ काला जा कर रहा था।
मेरे आ ह पर बाद म वह मुझसे मलने आई और मने उसे बताया क वह श
कसी सरे के हाथ म दे रही थी, जब क एकमा श उसके भीतर क जीवंत आ मा थी,
जो एक और अ वभा जत है। मने कहा क सवश मान और सव ाता का वरोध करने के
लए कुछ है ही नह ; दरअसल उसके डर के वचार ही उसे क प ँचा रहे ह।
मने सुझाव दया क वह चतुराई से और सू म तरीक़े से अपने दमाग़ म 27व ोत
क साम ी को तब तक भरती रहे, जब तक क उसे झूठे वचार से मु न मल जाए। एक
स ताह म उसक ठन ख़ म हो गई। उसने ोत के महान स य को बार-बार दोहराकर
व थापन के महान नयम का अ यास कया, जब तक क उसके मन ने स चाई को
जकड़कर उसे मु नह कर दया।
इसे कैसे करना है, इसका एक सरल उदाहरण दे ख: गंदे पानी क एक बोतल ल और
उसके मुँह म बूँद-बूँद साफ़ पानी टपकने द। ऐसा पल हमेशा आता है, जब आपके पास
साफ़ पानी से भरी बोतल होगी।

मरणीय ब …

1. आपका अवचेतन सारे समय आपक र ा करना चाहता है, ले कन आपको इसक
आंत रक ेरणा , आभास और आकां ा को सुनना होता है। अ सर कसी
ख़ास सम या का जवाब आपको एक ब त प व म मलेगा, जो आपके लए
ब त साथक सा बत होता है। एक म हला ने कहा था क उसके मृत प त ने उसे सपने
म गैस जेट चालू होने क चेतावनी द थी। यह उसके अवचेतन मन का नाटक यकरण
था और यह सुर ा के 91 व ोत के ज़ रये रा कालीन ाथना पर उसके मन क
त या थी।
2. जब आप ाथना कर, तो अपनी सारी चता और मु कल पर यान क त न कर।
समाधान पर क त रह और जान ल क आपके अवचेतन क बु म ा जवाब या
समाधान ऐसे तरीक़ से उजागर कर दे गी, जनके बारे म आप कुछ नह जानते ह।
सकारा मक मान सक नज़ रया कायम रख। जब डर आए, तो ई र और सभी अ छ
चीज़ म आ था रखकर डर को हटा द।
3. अपने सभी काय म दै वी मागदशन और सही या के लए नय मत ाथना करना
एक अ छ आदत है। य द आप बाइबल या आई चग के रह य के व ाथ ह, तो
आप पाएँगे क अ सर आपका अवचेतन ोव स के कसी वा यांश से जवाब दे
सकता है या कोई ख़ास हे सा ाम बता सकता है, जो आदश जवाब दे ता है।
4. एक व ाथ को अपने सवाल के जवाब म सपने म सी े ट् स ऑफ़ द आई चग का
30वाँ हे सा ाम दखा। या उसे धम का अ ययन करना चा हए? हे सा ाम के साथ
जुड़े नदश ने कहा: और इज़राइल का काश अ न के लए होगा। - इसाइया
10:17। बाइबल और आई चग म अ न का अथ काश और उ पन है, जससे उसे
सर पर काश या ेरणा डालने के लए नद शत कया गया। अब वह मान सक
और आ या मक नयम का अ ययन कर रही है तथा ब त ख़ुश है।
5. एक चीनी व ाथ अपने उ चतर व के साथ अ सर संवाद करता है। उसक नी त
सरल है: ‘ पता, आप परम बु मान ह। मेरे सामने जवाब उजागर कर, पढ़ाई म मेरा
मागदशन कर और मुझे बताएँ क या करना है।’ कई बार उसे न द म ही उन सारे
सवाल क मान सक झलक दख जाती है, जो उसक परी ा म आने वाले रहते ह।
वह आई चग के तीका मक अथ म ेरणा और जानकारी पाता है, जससे उसे
काफ़ पैसा कमाने म भी मदद मली है।
6. ाथना आ मा क स ची इ छा है; इ छा समूची भावना और काय का कारण है।
यह वह जीवन- स ांत है, जो आपके ज़ रये उ चतर व प पर ख़ुद को करना
चाहता है। दावा कर क आपके भीतर का जीवन- स ांत, जसने आपको इ छा द
है, दै वी योजना म इसक अ भ क आदश योजना दान करता है। इसके बाद
आपका अवचेतन इसक प र ण त क आदश योजना उजागर कर दे गा।
7. जब आप बेरोज़गार ह , तो अपने भीतर क ई र-उप थ त के त समपण कर द
और अपने ज़ रये ई र के वाह के लए खुले और हणशील मा यम बनने का नणय
ल। ख़ुद से कह, ‘ई र सद्भाव, स दय, शां त, सही काय, स ची अ भ और
समृ के प म मेरे ज़ रये वा हत होता है। म जानता ँ क मेरे जीवन म ई र के
लए ये सारी चीज़ बनना उतना ही आसान है, जतना क घास का तनका या बफ़ का
कण बनना है।’ जब आप इसक आदत डाल लगे, तो आपके लए सारे दरवाज़े खुल
जाएँग।े अपना पैर पाइप पर से हटा ल और पानी को खुलकर बहने द।
8. य द आपके पास गंदे पानी क बोतल हो और आप बोतल के मुँह म साफ़ पानी बूँद-
बूँद टपकने द, तो एक पल आएगा, जब पूरी बोतल म साफ़ पानी होगा। इसी तरह,
जब आपके पास डर क भावना मक ठन हो, तो आप इन अद्भुत स य से अपने
दमाग़ को भरने के लए 27व ोत के महान स य का इ तेमाल कर सकते ह। डर
के वचार ख़ा रज हो जाएँगे - आपक मान सक शां त सु न त करने के लए
दरअसल वे न हो जाएँग।े यह व थापन का महान नयम है।
9

ाथना के चार-आयामी जवाब के प म


टे लीसाइ क स का इ तेमाल कैसे कर
यु गलोग-युगमानतेसे मनुथे यक अपने सपन से मं मु ध रहा है और चकराता रहा है। ाचीन युग म
सपने ई र के संदेश ह और आ मा क सु र थान क या ाएँ ह।
जीवन का चौथा आयाम वह थान है, जसक ओर आप न द म हर रात या ा करते ह।
19व सद म कई व ान मानते थे क सपने केवल द मत इ छा क अ भ
ह, इ छा क पू त ह, यौन दमन व अ य ं थय के नाटक यकरण ह। काल युंग और
सगमंड ॉयड मानते थे क सारे सपन का एक आंत रक अथ होता है और वे आंत रक
इ छा , आकां ा तथा कुंठा के नाटक यकरण के प म मह वपूण थे।
बहरहाल, व भ धम और सं कृ तय के लोग के साथ बातचीत, चचा और
प ाचार म मने पाया है क कई लोग कई बार सचमुच ऐसे व दे खते ह, जनम उ ह अपनी
सबसे गंभीर सम या के जवाब मल जाते ह।

सपने क बदौलत उसे एक खोया हीरा मल गया


हाल ही म मने एक म हला के साथ बात क , जसने कहा, ‘आप क पना कर सकते ह क
मुझे कैसा महसूस आ होगा, जब डॉ टर के ली नक म अपना द ताना उतारने पर मुझे
अपनी पाँच कैरेट क हीरे क अँगूठ ग़ायब मली।’ उसने कहा क उसने हर जगह अंधाधुंध
तलाश क - फ़टपाथ पर, कार म, घर पर और बगीचे म। उसे लग रहा था, मानो वह घास के
ढे र म सुई क तलाश कर रही थी।
मने उसे सुझाव दया क वह एक ब त सरल ले कन ब त ाचीन और आज़माई ई
तकनीक पर चले: उसे यह क पना करनी थी क वह अँगूठ पहने ए थी और उसे इसका
ठोसपन, मूतता तथा वाभा वकता महसूस करनी थी। अपनी क पना म उसे रात को अँगूठ
उतारकर अपने वेलरी बॉ स म रखनी थी, जैसा वह हर रात सोने से पहले करने क आद
थी। यह सब काम क पना म होना था। जब उसका सर त कये पर टके, तो उसे अपनी य
ाथना के साथ लोरी क तरह सोना था, ‘आपको ध यवाद, परम पता,’ जसका मतलब
उसके लए यह था क वह अपनी अँगूठ क वापसी के लए कृत थी, यह जानते ए क
ई र के म त क म कुछ भी नह खोता है।
तीसरी रात को गहरी न द म उसने अपनी अँगूठ प ता से नौकरानी के कमरे म
दे खी। यह एक क़ागज़ म लपट ई थी और नौकरानी के एक पुराने जूते म छपी ई थी।
वह अचानक जाग गई और अपनी नौकरानी के बेड म म गई। हीरे क अँगूठ सपने म
बताई गई जगह पर ही मली। नौकरानी ने यह नाटक कया क वह इस बारे म कुछ नह
जानती और उसे नह पता क यह अँगूठ उसके जूते म कैसे प ँच गई। उस दन बाद म
उसने वीकार कया क उसने वह अँगूठ उठाई थी, साथ ही काफ़ मू यवान 50 लभ
स के भी चुराए थे।

कस तरह एक ब चे ने अपनी ज़दगी बदल ली


कूल क एक श का कई साल से एक ना तक से ववा हत थी। हालाँ क वह उसके कई
वचार से सहमत थी, ले कन उसने ख़ुद को गहन ड ेशन क अव था म पाया। वह अपने
मनो च क सक ारा बताई तनावशामक दवाएँ ले रही थी। वह एक कॉ वट म बड़ी ई थी,
इस लए वह गहरी धा मक थी। बहरहाल, उसक शाद के बाद उसके प त ने सारे धा मक
व ास का मखौल उड़ाया, साथ ही दावा कया क हम सभी अणु के संगम थे, क हमारे
म त क वचार आ द उ प करते थे। उसने शां त क़ायम रखने के लए अपने प त के
व ास के त मौ खक सहम त द , ले कन उसे दल म उन पर भरोसा नह था। जब
दवा का भाव ख म आ, तो उसे पता चला क उसे ये जीवन भर लेनी पड़गी। यही
नह , उनके कई वपरीत प रणाम भी ए और उसे यह जानकारी मली क सम या उसके
शरीर म नह , मन म थी।
उसने कहा क एक सुबह उसने रे डयो पर केआईईवी लगाकर मेरा ा यान सुना।
म आ या मक समझ से र हत म त क के बारे म बोल रहा था और मने बताया क सभी
तरह के मलबे, झूठे ान और व भ वाद मान सक और भावना मक बीमारी कैसे उ प
करते ह। वह दो स ताह तक हर सुबह मेरा ा यान सुनती रही। फर तीसरे स ताह के
दौरान सात रात तक हर रात उसे एक ब त प सपना आया, जसम एक छोटा लड़का
उसके सामने कट आ, जसके सर के चार ओर आभामंडल था, और उसने उसे अपने
पास आने का इशारा कया। जब वह उससे मलने और उसे गले लगाने गई, तो वह र भाग
गया - सपने म वह उसे नह पकड़ पाई। यह सल सला हर रात को दोहराया जाता था।
सातव रात को उस ब चे ने उससे कहा, ‘जब आप मुझे पकड़ लगी, तो आपका इलाज हो
जाएगा,’ और यह कहकर वह ग़ायब हो गया।
मने उसे बताया क काल युंग ने शोध म यह पता लगाया था क जा त के सामू हक
अवचेतन म कई आ दकालीन च होते ह, जो हर जगह के सभी लोग म आम होते ह।
उनके शोध ने उजागर कया क सभी युग और दे श म रहने वाले लोग सपने म ‘चमक ले
ब चे’, ‘संत या बु मान ’, मैडोना, माँ क आकृ त, वृ , ॉस, सप, मंडल (वृ के
भीतर चतुभुज), सफ़ेद गुलाब साथ ही कई अ य तीक दे खते ह।
सर के चार ओर आभामंडल वाला चमक ला ब चा एक आ दकालीन छ व था, जो
उसे दोबारा ई र क ओर बुला रही थी। दै वी उप थ त, अंदर वास करने वाली श या
आ या मक वचार का ज़ बाइबल म एक ब चे के प म कया गया है। आपके भीतर
इस श क चेतन जाग कता, साथ ही इससे संपक करने और इसका इ तेमाल करने का
आपका नणय ब चे का ज म है।
सहज बोध से वह जान गई क आभामंडल ( काश या जगमगाहट के तीक) के
साथ ब चे के कट होने का मतलब था क उसे अपने भीतर के ई रीय व के संपक म
लौटना था और उसने ठ क यही कया। जब ब चा दोबारा कट आ, तो वह उसे गले
लगाने म समथ ई।
उसने जस पहली पु तक का अ ययन कया, वह थी द पावर ऑफ़ यॉर सबकॉ शस
माइंड, जसके अ ययन और अमल ने उसक पूरी ज़दगी बदल द । उसने ववाह तोड़ दया,
जो दरअसल ववाह था ही नह , ब क एक मज़ाक़ और धोखा था।

उसने अकेलेपन का जवाब कैसे खोजा


एक वधवा ब त नराश थी और जैसा उसने बताया, अकेलेपन के कारण पगला रही थी,
य क उसके प त और दो ब चे एक घटना म चल बसे थे। उसे अपने अकेलेपन का
जवाब 23व ोत के स य पर मनन करने से मला, जो उसने दन म दो-तीन बार कया।
एक रात उसने एक आंत रक आवाज़ सुनी। उसे याद नह है क वह उस व त सो
रही थी या जाग रही थी। उसने उस आवाज़ को प ता से कहते सुना, ‘ सरे लोग के जीवन
क ज़ रत पूरी करो।’ जब वह च ककर जागी - अपनी नराशा और उदासी से बाहर
नकलने के लए - तो उसने ख़ुद से कहा, म एक नस ,ँ म यही काम करने जा रही ँ।
अगले दन वह वेटर स हॉ पटल म कई लोग से मली। उसने कुछ के लए प
लखे, कुछ से तस ली भरे श द कहे और सर के लए ोत पढ़े । यह सल सला एक
स ताह तक जारी रहा। वह ेम और क णा क तीक बन गई। सभी रो गय ने आनंद के
साथ उसका वागत कया। वह नस का काम करने लगी और अब वह अपने संपक म आने
वाले सभी लोग को व ास और आ था से सराबोर कर दे ती है। अब वह कसी ज़ रत को
सचमुच पूरा कर रही है। जो आवाज़ उसने सुनी थी, वह उसके अंतब ध क आवाज़ थी:
अवचेतन क आंत रक ेरणाएँ, जो अ सर आवाज़ के प म कट होती ह, ज ह उस
के अलावा कोई सरा नह सुन सकता।
हज़ार साल पहले उप नषद ने सखाया था क ‘मनु य अपने सपने म एक
सृजनकार बन जाता है।’ रॉबट लुइस ट वसन मनु य क ै त कृ त पर मनन कर रहे थे,
जससे वे चकरा रहे थे। उ ह उनके अवचेतन मन से कट ए एक सपने म वह कथानक
दखाया गया, जससे उ ह ने डॉ. जे कल एंड म. हाइड क रचना क ।
इसी तरह इ लयास होव सलाई मशीन को आदश बनाने म भारी मु कल का सामना
कर रहे थे। ले कन समाधान पर मनन करते समय उनके अवचेतन ने एक सपने म त या
क और उ ह सट कता से दखाया क सुई म छे द कहाँ रखना है।

उसका अ य साझेदार
मेरा एक पुराना म है, जो असाधारण प से सफल है और अ सर 5 लाख डॉलर से
यादा के टॉक और बॉ ड ख़रीदता है। उसने एक बार मुझसे कहा था, ‘आप जानते ह
मफ़ , 5 लाख डॉलर तो मेरे नवेश क बा ट क एक बूँद क तरह ह।’ इस आदमी ने मुझे
बताया क उसका पूरा जीवन एक अ य मागदशक ारा संचा लत था। वह एक आंत रक
आवाज़ सुनता है, जो कुछ नवेश के लए हाँ कहती है और बा ़कय को ‘नह ’ कह दे ती है।
बचपन से ही उसक सतत ाथना यह थी: ‘म कसी बुराई से नह ड ँ गा: य क तुम मेरे
साथ हो’ ई र मेरा अ य साझेदार और मागदशक है। म एक आंत रक आवाज़ सुनता ँ,
जो प ता से मुझसे कहती है, ‘हाँ, हाँ और नह , नह ।’
ज़ा हर है, उसने अपने अवचेतन मन को इतना अनुकू लत कर लया है क वह
आंत रक ेरणा और चेताव नय को अंद नी आवाज़ के प म सुनता है, जो उसके सवा
कोई सरा नह सुन सकता। यह अती य वण या अपने यादा गहरे मन के वचार को
प ता से सुनना है।

कस तरह एक शराबी ने आंत रक शां त और वतं ता पाई


कुछ महीने पहले मने एक शराबी से बात क , जसक प नी और बेटे कसर से मर गए थे।
वह ब त नराश और खी था। मने उसे समझाया क शराब छोड़ने क उसक स ची इ छा
उपचार म पहला क़दम थी, जससे वह सहमत हो गया। अगला क़दम यह अहसास करना
था क उसके भीतर एक परक श थी, जो शराब पीने क सारी लालसा मटा दे गी
और उसे इस आदत से आज़ाद होने के लए मजबूर करेगी।
मने सुझाव दया क वह दन म कई बार एक सरल तकनीक पर अमल करे। इसम
यह क पना करना शा मल था क म उसे उसक मान सक शां त और संयम पर बधाई दे रहा
था। वह लगभग दो स ताह तक, दन म तीन बार लगभग पाँच मनट तक ऐसा करता रहा।
एक रात जब वह सोया आ था, तो उसक प नी और दो बेटे उसे नज़र आए और उ ह ने
उससे कहा, ‘डैडी, हम चाहते ह क आप जी वत रह। हम आपसे ेम करते ह। हम ख़ुश ह
और एक नया जीवन जी रहे ह। हमारे लए शोक न कर।’
इस सपने का उस पर गहरा असर आ और उसका तुरंत उपचार हो गया। उसने
मुझसे कहा, ‘म अब वतं !ँ मेरे पास ऐसी मान सक शां त है, जसका अनुभव मुझे पहले
कभी नह आ। म कृत ँ।’
बाइबल कहती है: ख़ुद को इसी समय उससे प र चत कराओ और शां त म रहो -
जॉब 22:21। इस आदमी ने अपना प रचय अपने वचार और क पना क श से करा
लया था। उसके अवचेतन ने तुरंत वतं ता और मान सक शां त दे कर त या क ।

कैसे उसने वयतनाम म जंगल से बाहर नकलने का रा ता खोजा


हाल ही म मने एक युवा सज ट से बातचीत क । उसके वमान म आग लग गई थी और उसे
सर के साथ वमान से बाहर नकलना पड़ा था। उसने ख़ुद को जंगल म पाया और वह बुरी
तरह रा ता भटक गया था। उसे अपने सा थय का नामो नशान नह मला। फर उसने ख़ुद
से वे श द कहे, जो उसे याद थे, जो र ा का महान ोत है :

म ई र से क ँगा, वह मेरा आ य है और मेरा ग है: मेरा ई र; म उस पर भरोसा


क ँ गा।

उसने ट पणी क क जब उसने ोत क यह पं दोहराई, तो सारा डर ग़ायब हो


गया और एक ब त अजीब चीज़ ई। उसका भाई, जो एक साल पहले यु म मारा गया
था, अचानक पूरी यु नफ़ॉम म उसके सामने कट आ और उससे बोला, ‘मेरे पीछे आओ।’
वह उसे पहाड़ी के कोने तक ले गया और उससे बोला, ‘सुबह तक यह के रहो और तुम
सुर त रहोगे।’ फर वह ग़ायब हो गया। अगली सुबह भोर होने पर एक ग ती दल ने उसे
खोज लया और वमान ारा कप प ँचा दया।
यह आदमी अपने डर से उबरा और उसके अवचेतन ने उसके भाई क छ व के ज़ रये
त या क , यह जानते ए क वह तुरंत आ ापालन करेगा और अपने भाई का अनुसरण
करेगा। उसका अवचेतन यह भी जानता था क ग ती दल कहाँ था और यह जानता था क
वह सुर त रहेगा।
अवचेतन के तरीक़े हमारी समझ से परे ह। याद रख, आपका अवचेतन मन आ था
क आपक ाथना पर अपने ख़ुद के तरीक़े से त या करता है।

आपक आ था के अनु प ही आपके साथ कया जाएगा।

प ीकरण, जसने उसे आ मह या से बचा लया


एक नराश माँ थी, जसने वयतनाम यु म अपने दो बेटे खो दए थे। उसने मुझसे पूछा क
उसे आ मह या य नह करनी चा हए। मेरा प ीकरण ब त आसान था: ‘सम या आपके
मन म है। आप एक मान सक और आ या मक ाणी ह। आप केवल शरीर नह ह। आपका
शरीर आपके मन म एक वचार है। आपके पास अनंत काल तक शरीर रहगे। आप लॉस
एंजे लस छोड़कर और बॉ टन क ओर भागकर कसी सम या को नह सुलझा सकत ।
आप जहाँ भी जाती ह, अपने मन को साथ ले जाती ह। कसी पुल से छलाँग लगाने से कुछ
भी हल नह होता। आप अपने मन म सम या का सामना करती ह और इसे वहाँ सुलझाती
ह। आप कसी भी सम या से यादा बड़ी ह।’
मने उसे बताया क कोई भी अपना वतमान शरीर छोड़कर हज़ार मील क या ा
कर सकता है। यही नह , शरीर के बाहर भी उनक या मक, ा मक और पश संबंधी
मताएँ मौजूद रहगी। वे दे ख सकते ह और उ ह दे खा जा सकता है; वे बंद दरवाज़ से भी
दा ख़ल हो सकते ह, अपने आस-पास क हर चीज़ को दे ख सकते ह। साथ ही, वे अपने घर
म ब तर पर अपने ख़ुद के शरीर को भी दे ख सकते ह। उ ह ने एक चार-आयामी शरीर
धारण कर लया है, जसे कई बार ए ल या सू म शरीर भी कहा जाता है।
मने इस त य को व तार से बताया क वै ा नक ने लोग क अ-शरीर या ा के
बारे म लखा है। मने ूक यु नव सट म डॉ. जे बी राइन के पूव सहयोगी डॉ. हॉनल हाट के
योग और शोध का वणन कया, ज ह ने शरीर के बाहर लोग के अनुभव के ब त सारे
करण क जाँच क थी।
इस म हला को अंतब ध और बौ क प से यह अहसास होने लगा क शरीर के
बाहर उसे उ ह सम या का सामना करना होगा, जो उसके पास थ , य क सू म शरीर,
हालाँ क यह कह यादा रह यमय है, कसी तरह क सम या को नह सुलझाएगा। वह
अपने नए शरीर म कुं ठत और वकल बनी रहेगी, जो उसके नकारा मक वचार और च
क पु करेगा।
उसक आ मह या ं थ का कारण वतं ता और मान सक शां त क गहन इ छा था।
दरअसल वह जीवन क यादा बड़ी अ भ चाहती थी, य क जीवन का कोई
वा त वक अवसान नह है। उसक इ छा गहरे मान सक ड ेशन और वषाद-रोग क बाधा
या मु कल से उबरने क थी।
मने उसे बताया क उसके बेटे मन के सरे आयाम म काम कर रहे थे। न त प
से वे उसके ेम, शां त, ख़ुशी और सद्भावना के वचार के हक़दार थे। वे नराशा, ख और
क क अभ के हक़दार नह थे। खचने वाला ख हमेशा अ व थ वाथ होता है।
ेम हमेशा मु करता है और सरे क ख़ुशी, शां त व क याण म आनंद लेता है।
उसने तुरंत काम पर लौटने का नणय लया और अपने बेट को ई रीय उप थ त म
सम पत करने का नणय लया।
जब भी वह उनके बारे म सोचती थी, वह तुरंत दावा करती थी: ‘म जानती ँ क तुम
वह हो, जहाँ ई र है और उसका ेम तु हारी आ मा को भरता है। ई र तु हारे साथ रहे।’
जब उसने इस आ या मक च क सा का अ यास कया, तो उसके जीवन म उ साह
लौट आया और उसक जीवंतता तथा मान सक शां त दोबारा था पत हो गई।

मरणीय ब …

1. चौथा आयाम वह जगह है, जहाँ आप हर रात न द म जाते ह। सबसे चकराने वाली
कई सम या के जवाब आपको सपन और तीक म दए जाते ह। कई लोग ऐसे
सपने दे खते ह, जो सच हो जाते ह।
2. एक म हला क हीरे क क़ मती अँगूठ खो गई और कह भी नह मली। वह अपनी
क पना म अँगूठ पहनने लगी, उसने इसक मूतता और वाभा वकता को महसूस
कया और हर रात सोने से पहले कहा: ‘आपको ध यवाद, परम पता,’ जसका
उसके लए मतलब था क उसे वह अँगूठ मल चुक है। कुछ रात बाद न द म उसने
अती य तरीक़े से दे खा क अँगूठ कहाँ थी और उसे यह मल गई। उसने इसे अपनी
नौकरानी के पुराने जूत म कागज म लपटा दे खा था।
3. एक धा मक म हला ने एक ना तक से शाद क थी। वह कुं ठत थी और अपने प त
के त द मत ोध क शकार थी, य क वह उसके धा मक व ास क ख ली
उड़ाता था। उसका अवचेतन एक सपने म उसक मदद के लए आया और उसे
‘चमक ला ब चा’ दखाया, जो उसके भीतर ई र क उप थ त क जाग कता का
तीक था। वह अंतब ध से जानती थी क इसका या मतलब था और वह अपने
भीतर क दै वी उप थ त के साथ वचार और भावना म आंत रक संवाद क ओर
लौट , जससे बाद म पूण उपचार हो गया। उसने ववाह को तोड़ दया, जो दरअसल
ववाह था ही नह , ब क एक मज़ाक़ था; एक धोखा और छलावा था।
4. एक म हला 23व ोत पर यान करके अकेलेपन से उबर गई। उसके अवचेतन ने
एक आंत रक आवाज़ के प म उससे बात क , जसने कहा: ‘ सर के जीवन म
कसी आव यकता क पू त करो।’ नस होने के नाते वह काम पर गई और उसने
अपने सभी रो गय को आ था, ेम तथा व ास क अद्भुत ख़ुराक द । सारी नराशा
और हताशा ग़ायब हो गई। उसे महसूस आ क सर को उसक ज़ रत थी, उसे
चाहा जाता था, उससे ेम कया जाता था और उसक क़ क जाती थी।
5. हज़ार साल पहले उप नषद म लखा गया था, ‘मनु य अपने व म सृजनकार बन
जाता है।’ रॉबट लुइस ट वसन मनु य क ै त कृ त पर मनन कर रहे थे। उ ह एक
सपने म जवाब मला और एक पु तक का कथानक उनके दमाग़ म आया, जसे
उ ह ने डॉ. जे कल और म. हाइड नाम दया, जो लगभग सभी भाषा म अनू दत
हो चुक है।
6. एक म ट म लयनेअर समय-समय पर भारी धनरा श का नवेश करता है। उसने मुझे
बताया क उसका पूरा जीवन एक अ य मागदशक ारा संचा लत रहा है। वह एक
आंत रक आवाज़ सुनता है, जो कुछ नवेश को ‘हाँ’ कहती है और बाक़ नवेश को
‘नह ’ कहती है। बरस से उसने अपने अवचेतन को इस तरह क त या करने के
लए अनुकू लत कया है। उसक सतत ाथना है: ई र (ई रीय ा) मेरा अ य
साझेदार और मागदशक है और म आंत रक आवाज़ को सुनता ँ, जो मुझसे प ता
से कहती है, ‘हाँ, हाँ’ और ‘नह , नह ।’
7. एक शराबी के मन म इस लत को छोड़ने क स ची इ छा थी और उसका उपचार हो
गया, य क वह एक प नणय पर प ँच गया था। उसके अवचेतन ने उसके
न त नणय के अनुसार त या क । उसने यह क पना करने क सरल तकनीक
का इ तेमाल कया क म उसक वतं ता, मान सक शां त पर उसे बधाई दे रहा था।
उसने अपना यान थर और शांत कर लया। वह जानता था क तनावर हत माहौल
म वह जस मान सक त वीर को भावनामय कर लेगा और सच महसूस करेगा, वह
उसके अवचेतन पर अं कत हो जाएगी और साकार होगी। उसके अवचेतन ने काफ़
नाटक य और अनूठे तरीक़े से त या क : उसक मृत प नी और दोन बेटे एक
सपने म आकर उससे बोले, ‘डैडी, हम चाहते ह क आप ज़दा रह। हम जहाँ ह, ख़ुश
ह।’ इस चार आयामी जवाब का उस पर गहरा असर आ - उसने व रत उपचार का
अनुभव कया।
8. एक साज ट वयतनाम के जंगल म खो गया था। उसने 91व ोत क सफ़ एक
पं का इ तेमाल करते ए ाथना क और उसे रा ता मल गया।
9. उसके अवचेतन क त या अनूठ थी। उसका मृत भाई यु नफ़ॉम म उसके सामने
कट आ और उसे एक सुर त जगह पर ले गया और उसे बताया क वह वहाँ
सुर त रहेगा। ग ती दल को वह अगली सुबह मल गया और उसे वमान से कप
प ँचा दया गया। अवचेतन के तरीक़े सचमुच अबूझ होते ह।
10. एक उदास माँ ने वयतनाम यु म अपने दो बेटे खो दए थे। उसम आ मह या क
ं थ थी और उसे महसूस होता था क कसी नद म कूदने से उसका मान सक
ड ेशन ठ क हो जाएगा। उसे पता चला क उसके पास अनंत काल तक शरीर रहगे,
क वह सफ़ एक शरीर म ही नह रह रही है, ब क शरीर उसके मन और आ मा क
अभ का एक वाहन या वचार है। सम या उसके म त क म थी और
आ मह या ं थ वतं ता क उसक इ छा थी। यह जीवन के ख़ा मे क इ छा नह
थी, जो दरअसल ख़ म हो ही नह सकता। उसने इस वचार को तुरंत पकड़ लया क
उसे अपने मन म सम या का सामना करना है और इसे वह सुलझाना है, य क आप
जहाँ भी जाते ह, अपने मन को साथ ले जाते ह। उसने अपने बेटे ई र के हवाले कर
दए और उनके त ेम, शां त, सद्भाव, वतं ता तथा ख़ुशी संचा रत करके उनक
ख़ा तर नय मत ाथना करने लगी। जब भी वह उनके बारे म सोचती थी, वह एक
मौन आशीष दे ती थी: ‘ई र तुमसे ेम करता है और तु हारी परवाह करता है।’
उसक जीवंतता और मान सक शां त दोबारा था पत हो ग ।
10

टे लीसाइ क स आपके मन क यादा ऊँची


श य को कैसे स य करती है
य हउ अह नेयायमुझे लखते समय मेरी वायु सेना के एक पूव कनल से ब त रोचक बातचीत ई।
बताया क कुछ साल पहले उ ह ने वग य डॉ. ई. आर. रॉसन का एक कथन
पढ़ा था, जसम बताया गया था क उनक एक म हला व ाथ ने सपने म एक वमान और
उसम बैठे दो लोग का ठकाना दे खा था। सपने म वमान म आग लग गई थी और दोन
आदमी जलकर मर गए थे। वह एक सहेली को लेकर उस जगह पर गई और उ ह ने मलकर
ाथना क । वमान कट आ - उसम आग लगी, ले कन दोन आद मय को आग छू भी
नह पाई।
उ ह ने कहा क इस घटना का उन पर भारी असर आ। उ ह इस बात का अहसास
आ क उनके मन म यादा ऊँची श याँ थ , जो कसी भी आग या सरी वप म उ ह
बचा सकती ह।

उ चतर व प के साथ संपक ने उनक जान बचाई


जब कनल वयतनाम म उड़ान भर रहे थे, तो उनके वमान म आग लग गई और आसमान म
व फोट हो गया। आग के बीच म से वे बाहर नकल आए, ले कन उनके सर का एक बाल
भी नह जला। उ ह ने मुझे बताया क जब उनके वमान म आग लगी, तब वे जानते थे क वे
जल नह सकते। उ ह ने अपने सामने द शत कया क मन के उ चतर आयाम म इंसान
जल नह सकता - वह सभी नुक़सान के त अभे हो जाता है। बेशक उ ह ने उस लेख
पर मनन करके यह तर ा बनाई थी, जसम उ ह ने उन दो म हला के बारे म पढ़ा था,
ज ह ने ाथना करके दो आद मय को जलते ए वमान म बचा लया था।

ह बना जले आग पर कैसे चलते ह


जैक केनले ने एन वायरर म एक लेख लखा था, जसका अंश म यहाँ दे रहा ँ :

ह फ़क र के आ यजनक करतब ने - जो जलते अंगार पर नंगे पैर चलकर कृ त


क अवहेलना करते ह - इंसान को स दय से चकराया है… सगापुर म थाइपसैम के
वा षक समारोह म, जहाँ सैकड़ लोग जलते ए अंगार पर चलते ह, डॉ. नर स हाला
रामा वामी ने एन वायरर को बताया क उ ह ने 18 साल से आग पर चलने वाल क
जाँच क है और एक को भी जला या घायल नह दे खा। उ ह ने कहा, ‘कारण आं शक
प से रह यवाद ह और आं शक प से वै ा नक। रह यवाद ह सा व ास म
समा हत होता है। यह मन क श है। चूँ क वे ख़ुद को ब त श त से बताते ह क वे
दद महसूस नह करने वाले ह, इस लए वे तं ा जैसी मान सक अव था म दद महसूस
नह करते ह।’
सगापुर म रहने वाले उ ीस वष य गोपाल कृ णन ने एन वायरर को बताया: ‘पहले
हम उपवास करना होता है। हम मं दर म सोते ह और हमारा अपने प रवार से कोई
संपक नह होता है। सारे समय हम ाथना करते ह। हम इतनी श त से ाथना करते
ह क हम ख़ुद को एक तरह से तं ा क अव था म ले आते ह। हमारी आ था इतनी
बल होती है क यह कसी तरह के दद, चोट या बीमारी से हमारी र ा करती है।’

अपने वचार को ई रीय श से कैसे जोड़


यह कहा जाता है क वचार ही संसार पर शासन करता है। रै फ़ वॉ डो एमसन ने कहा था,
‘ वचार केवल उ ह लोग क संप है, जो इसे सँभाल सकते ह।’ अपने वचार के त
एक व थ, शालीन स मान रखना सीख। आपका वा य, ख़ुशी, सुर ा और र ा काफ़
हद तक वैचा रक श क आपक जाग कता से तय होती है।
वचार व तुएँ ह और इसका मतलब है क वचार ख़ुद को साकार करते ह। आपका
वचार एक मान सक कंपन है और एक न त श है; आपका काय आपके गत
वचार क अ भ है; यह वचार का बाहरी और सांसा रक कट करण है। य द आपके
वचार बु म ापूण ह, तो आपके काय भी बु म ापूण ह गे। व लयम शे स पयर ने
अपने नाटक हैमलेट म कहा था, ‘हमारे वचार हमारे ह; उनके प रणाम हमारे नह ह।’
आप जो भी सोचते ह और सच महसूस करते ह, आपका अवचेतन उसे साकार कर
दे गा। आपका वचार और भावना आपक तक़द र तय कर दे ती है। जहाँ तक आपके वचार
का संबंध है, भावना का मतलब है च। यही बाइबल के वा य का अथ है: जैसा वह अपने
दल म सोचता है, वैसा ही वह है।
जब आपक अपने पेशे, काम या कसी ख़ास काय म ती ण च होती है, तो आप
सफल ह गे, य क उसम आपका दय है। आप गहराई से सोच रहे ह या अपने वचार क
वा त वकता को महसूस कर रहे ह, जो ‘ दल म सोचना’ है।

कस तरह एक जासूस ने अपने अवचेतन मन का दोहन कया


ू ज़ शप सेस काला पर मेरी एक जासूस से ब त रोचक बातचीत ई, जस पर मने
हायर आ पे ट् स ऑफ़ ल वग पर एक से मनार आयो जत कया। उसने मुझे बताया क
उसे एक पूव शहर म नाक ट स वैड म तैनात कया गया था। उसे तीन लोग पर शक
था क वे भारी मा ा म कोक न और हेराइन मग लग करते ह, ले कन उसे और उसके
सा थय को कोई माण नह मल पाया और इस करण ने उ ह चकर घ ी कर दया।
एक रात वह समाधान के बारे म सोच रहा था और उसने उस जगह को दखाने का
मागदशन माँगा, जहाँ वे नशीली दवाएँ रखते थे। वह इन श द के साथ सोने गया: ‘मेरा
अवचेतन मन मुझे माण दे ता है।’ उसने अपना सारा यान ‘ माण’ श द पर क त रखा
और एक ही श द ‘ माण, माण, माण’ को लोरी क तरह बोलता आ सोने गया। उस
रात उसे एक ब त प व आया, जसम उसने उन तीन आद मय को एक गैराज म
दे खा। उसने नाम, पता और नशीली दवा का ठकाना दे खा।
वह तुरंत उठा, उसने वॉरंट का इंतज़ाम कया, अपने सा थय को बुलाया और उस
जगह पर धावा बोल दया। उसे कोकेन और हेरोइन ठ क उसी जगह मली, जहाँ उसने इसे
अपने सपने म दे खा था। पकड़े गए माल का मू य लगभग 30 लाख डॉलर था।
जासूस अपने अवचेतन मन को माण के वचार से सराबोर करने म सफल आ।
चूँ क मन केवल नगमना मक तरीक़े से तक करता है, इस लए इसने उसे एक आदश जवाब
दया। आपके अवचेतन के भीतर ई रीय ा और ई रीय बु म ा है। यह केवल जवाब
जानता है।
इस जासूस ने बताया क उसका अ त चेतन मन उसक र ा करता है। अ सर उसे
एक आंत रक आवाज़ सुनाई दे ती है, जो उसे बताती है क कहाँ जाना है और कहाँ नह
जाना है (अती य वण: अपने यादा गहरे मन क आंत रक ेरणा को सुनने क
मता)। अ तचेतन श द का मतलब म ँ या ई र क उप थ त है, जो आपका अवचेतन
है। इसका मतलब है क ई र क सारी श याँ, गुण और पहलू आपके अवचेतन क
गहराइय म ह। इस लए जब आप इस पु तक म ‘अवचेतन मन’ पढ़ते ह, तो यह सबको
शा मल करता है और इसका मतलब केवल ई र का नयम ही नह है, ब क ई र के सारे
गुण और श याँ भी है।
इससे मामला आसान हो जाता है और आप ब त से श द से वधा म नह पड़ते ह,
जैसे चेतन मन, परक मन, अचेतन मन, अ त चेतन मन, सामू हक अवचेतन, शा त
मन आ द।

कई लोग अती य ोता होते ह


सुकरात सारे युग के सबसे बु मान य म से एक थे। उ ह एक आंत रक आवाज़ ने
जीवन भर मागदशन दया था - जसम उनका अंत न हत व ास था। ‘यह मत कहना क
सुकरात दफ़न है,’ उ ह ने अपने अनुया यय से कहा था। ‘यह कहना क तुमने मेरे शरीर को
दफ़नाया है।’ सुकरात समझते थे क मनु य एक मान सक और आ या मक अ त व है,
क मनु य क आ मा अमर है - क जो भी उ ह ने सीखा था, वह अन र है।
आज हम कहगे क सुकरात अती य वण के धनी थे, य क वे अ सर अपने
कान म चेतावनी क आवाज़ सुनने का ज़ करते थे। यह बेशक उनके अवचेतन मन का
एक आंत रक आभास था, जो उ ह नय मत और सु नयो जत प से सही चीज़ कहने और
करने के लए े रत करता था।
एक युवा जापानी व ाथ ने मुझे बताया क वह एक वमान म या ा करने वाला था,
जसका लॉस एंजे लस म अपहरण कर लया गया, ले कन उसने प ता से एक अंद नी
आवाज़ सुनी, जसने कहा, ‘मत जाओ।’ उसने इसका पालन कया और ख़ुद को सदमे,
वलंब व एक ददनाक अनुभव से बचा लया।

कैसे टे लीसाइ क स ने उसक चता क व तता को र कया


हाल म, मने एक म हला से बातचीत क , जसने कहा क उसके डॉ टर ने उसे बताया था
क वह ‘ चता क व तता’ से पी ़डत थी, जसका मतलब रोज़मरा क भाषा म
द घकालीन चता है। मने उसे सुझाव दया क उसके यादा ऊँचे व के साथ नय मत प
से संवाद करने पर उसे प रणाम मल जाएँग,े जो सवश मान परमा मा या ई र है और जो
उसके ख़ुद के अवचेतन मन क गहराइय म वराजमान है।
मने उसे समझाया क टे लीसाइ क स उसके भीतर ई र क सारी श य से संपक
करने क या है और जस पल वह यह संपक करती है, ई र क श याँ उसके जीवन
म स य और श शाली बन जाएँगी।
उसने अपनी चता क व तता से उबरने के लए जस तकनीक का इ तेमाल कया, वह
इस तरह है: वह दन म तीन-चार बार अपने यादा ऊँचे व से संपक करने लगी, यह जानते
ए क अप रहाय प से एक त या होगी। उसने नीचे दए गए स य पर भावना से,
अथपूण तरीक़े से और जानते ए दावा कया :

ले कन मनु य म एक आ मा है: और सवश मान क ेरणा उ ह समझ दे ती है यह


सवश मान श मेरे भीतर है और म ई र के शा त ेम के प व दायरे से घरी
ई ँ। ई र क शां त क नद मेरे ज़ रये वा हत होती है। ई र का ेम मेरी आ मा
को भरता है। मेरा म त क शां त, संतुलन, आ म व ास और सा याव था से भरा
आ है। म सभी मायन म दै वी तरीक़े से मागद शत ँ। मेरी आ था और व ास ई र
म तथा सारी अ छ चीज़ म है। म सव े क सुखद अपे ा के साथ जीती ।ँ जब
भी डर या चता के वचार मेरे मन म आते ह, म तुरंत दावा क ँ गी, ‘म ई र को ऊपर
उठाऊँगी’, य क ई र ने हम डर का भाव नह दया है, ब क श , ेम और एक
अ छा म त क दया है।
उसने इन स य के साथ मान सक और भावना मक प से सामंज य कया। उसक ाथना
क या का रह य यह था क जब चता के वचार उसके पास आते थे, तो वह तुरंत
उनक जगह पर ई र के वचार रख लेती थी, जैसे, ‘म ई र को ऊपर उठाती ँ।’ जब उसने
इसक आदत डाल ली, तो डर और चता के वचार ठं डे पड़ गए। वह शां त म रहने लगी।
उसने ई र के स य को हण करके अपनी चता को जीत लया, जो कल, आज और
हमेशा समान ह।

कैसे ई र म आ था ने उसके प त क जान बचाई


मे सको सट क हाल क एक या ा म म एक पुराने म से मला, जो ए युपं चर का
वशेष है। रो गय के साथ उसे ‘चम कारी प रणाम’ मलते ह। जब म होटल म उसका
इंतज़ार कर रहा था, तो एक म हला ने अपना प रचय दे ते ए कहा, ‘ओह! म आपको
पहचान गई। आपक त वीर सी े ट् स ऑफ़ द आई चग के कवर पर है, जसका म सारे
समय इ तेमाल करती ँ। यह अद्भुत कृ त है।’ उसने पूव-दशन ( कसी घटना के होने से
पहले उसे दे खना) का एक उ लेखनीय अनुभव बताया।
लगातार दो रात तक उसने सपने म दे खा क एक आदमी उसके प त पर गोली
चलाकर उसे मार रहा था। पहले तो उसने इसे एक बुरा सपना माना और दहशत म जाग
गई। उसने सी े ट् स ऑफ़ द आई चग से परामश लया और पूछा क उसे या करना
चा हए। उसे हे सा ाम 24 म जवाब मला, जसने कहा :
वापसी और व ाम म आपको बचाया जाएगा; शां त और व ास म आपक श
होगी। य द आप सवश मान क ओर लौटते ह, तो आपको बनाया जाएगा। इसका मतलब
है क जब आप ख़ुद को अपने भीतर क ई रीय उप थ त के सामंज य म ले आते ह, तो
यह श आपके जीवन म स य और बल बन जाती है। दे व व के साथ इस आंत रक
संपक म आप उसक उप थ त क श , मागदशन और ेम महसूस करते ह।
उसे यह जवाब सी े ट् स ऑफ़ द आई चग म मला, जो अवचेतन मन के आ या मक
साधन को स य करने का युग पुराना चीनी तरीक़ा है। उसने अपना मन बाइबल के कुछ
महान स य पर क त कया, यह जानते ए क केवल इसी तरह वह अपने प त क जान
बचा सकती है :

उनके बुलाने से पहले ही म जवाब ँ गा; और जब वे बोल रहे ह गे, तभी म सुन लूँगा।
म वह ई र ँ, जो तु हारा उपचार करता है।
जो भी चीज़ तुम चाहते हो, जब तुम ाथना करते हो, तो यक़ न करो क तु ह वे मल
रही ह और वे तु ह मल जाएँगी।
उसने अपने दमाग़ का लंगर इन अंश पर डाल लया, यह जानते ए क ई र का ेम
उसके प त क रखवाली कर रहा है। जब उसने बाइबल के इन स य के साथ अपने मन को
सराबोर कया, तो उसे शां त का एक गहरा भाव महसूस आ। उसे महसूस आ क ई र
का कवच उसके प त को घेरे ए था।
कुछ दन बाद प त ने घर आकर बताया क एक आदमी ने उस पर तीन गो लयाँ
चला , ले कन हर बार नशाना चूक गया। सरे आदमी ने उस पर प तौल तानकर गोली
चलाने क को शश क , ले कन यह एक भी बार नह चली। यह एक चम कारी बचाव था।
बेशक प नी क व रत ाथना ने उसे न त मृ यु से बचा लया था। उसे मारने क योजना
पहले से ही अवचेतन मन म थी और चूँ क वह अपने प त के मान सक संपक म थी, इस लए
उसने इसे हण कर लया। अपने मन क त वीर को बदलकर वह ई र क उप थ त के
ज़ रये यह अहसास कर सकती थी क उसका प त कहाँ था और वह उसक जान बचाने म
कामयाब ई।

मरणीय ब …

1. जब आप मन के यादा ऊँचे तर पर प ँच जाते ह, तो आप सारे नुक़सान से सुर त


हो जाते ह। यह चेतना क ब त ऊँची अव था है, जहाँ आप ई र के सामंज य म
महसूस करते ह, जो सवश मान और सव ाता है।
2. आप ई र के ेम पर लगातार क त रहकर वनाश के ख़लाफ़ र ाकवच बना लेते
ह, जो आपको घेरे रहता है। आप वही बन जाते ह, जस पर आप मनन करते ह।
3. भारत म कई परंपराएँ ह, जहाँ कुछ लोग लाल सुखऱ् अंगार पर चलते ह, ले कन उ ह
कोई नुक़सान नह होता। उनके म त क लंबे समय तक ढाले जाते ह। वे व ास
करते ह क उनक गहन आ था उनक र ा कर रही है। उ ह यह अवचेतन व ास
होता है क उ ह कोई नुक़सान नह होगा। उनके इस अंध व ास को उनके अवचेतन
ारा वीकार कर लया जाता है और एक तं ा जैसी अव था म उ ह कोई दद नह
होता। इसी तरह, स मोहन म अगर आप पर ऑपरेशन कया जाए, तो आपको कोई
दद महसूस नह होगा।
4. वचार संसार पर शासन करता है। मनु य वही है, जो वह दन भर सोचता है। अपने
वचार के त व थ स मान रख। आपका वचार सृजना मक है। य द आपके
वचार बु म ापूण ह, तो आपके काय भी बु म ापूण ह गे।
5. आप जसे भी सच मानते और महसूस करते ह, आपका अवचेतन उसे साकार कर
दे गा। आपके वचार और भावना आपक तक़द र का नमाण करते ह।
6. एक जासूस ने सोने से पहले एक ही श द ‘ माण’ पर यान क त कया। उसका
अवचेतन जानता था क उसे कोक न और हेरोइन के जखीरे का पता- ठकाना मालूम
करने के लए माण चा हए। उसे पूरा व ास था क यह ग़ैर-क़ानूनी भंडार तीन
मगलर ने कह छपा रखा था। एक सपने म उसके अवचेतन ने बलकुल सही पता-
ठकाना उजागर कया और उसने अपनी सम या सुलझा ली। आपका अवचेतन
केवल जवाब जानता है।
7. कई लोग म सुनने क अती य मता होती है। सुकरात को जीवन भर एक
आंत रक आवाज़ ने मागदशन दया, जसम उनका अंत न हत व ास था। यह बेशक
उनके अवचेतन क आंत रक आवाज़ थी, जसने उ ह सही चीज़ करने के लए े रत
कया।
8. मन के नयम का एक युवा जापानी व ाथ एक वमान पर चढ़ने वाला था, ले कन
उसक आंत रक आवाज़ ने कहा, ‘मत जाओ।’ उसने यह बात मान ली और वमान
का बाद म अपहरण हो गया। इस तरह उसने ख़ुद को एक ब त ददनाक और
ख़ौफ़नाक अनुभव से बचा लया।
9. आप महान शा त स य से अपने दमाग़ को भरकर चता से उबर सकते ह, जो सारे
नकारा मक वचार को नकार दे ते ह और मटा दे ते ह। अगर आप अपने मन को 27व
और 91व ोत के स य से सराबोर कर ल, तो आपको शां त मल जाएगी।
10. एक म हला ने अपनी न द म पूव-दशन का अनुभव कया। उसने दे खा क उसके प त
को गोली मारी जा रही थी। उसने ाथना क क ई र का ेम, शां त और सद्भाव
प त को घेरे ए है - क वह वह था, जहाँ ई र था और ई र का पूरा र ाकवच उसे
घेरे ए था। हालाँ क दो आद मय ने प त पर सीधे नशाना साधा, ले कन उसे कोई
नुक़सान नह आ। प नी क ाथना ने प त क जान बचा ली।
11

टे लीसाइ क स आ था के जा को बनाने म
कस तरह मदद करती है
आ था कोण
सोचने का एक तरीक़ा है, जसके ारा आप स ांत और शा त स य के
से सोचते ह। आ था को इस सृजना मक मान सक नज़ रये या व ास और
आ त के भाव के प म दे खा जा सकता है क आप जस चीज़ क ख़ा तर ाथना कर
रहे ह, वह साकार हो जाएगी। बाइबल क से आ था का मतलब कसी ख़ास पंथ,
सं दाय या धा मक मा यता म व ास नह है। आपक आ था अपने मन के सृजना मक
नयम म होनी चा हए। आपके अवचेतन मन म ई रीय ा (ई र) क समझ आपक
आ था और व ास पर त या करती है।
दरअसल, अगर आप इस बारे म सोचने के लए ठहर, तो आप हर चीज़ आ था के
अनुसार करते ह। य द आप गृ हणी ह, तो आप आ था से केक बनाती ह। आप कार चलाने
क यो यता म आ था से कार चलाते ह। मसाल के तौर पर, कार चलाना सीखते समय
आपने कुछ वचार याएँ और मांसपेशीय ग त व धयाँ बार-बार दोहराई थ । कुछ समय
बाद कार चलाना लगभग वचा लत या बन गई। आपके अवचेतन क वचा लत या
ारा आपने बना कसी चेतन यास के ख़ुद को कार चलाते पाया। इसी तरह आपने तैरना,
नाचना, चलना, टाइ पग करना और कई अ य चीज़ करना सीखा था।
आप जीवन के नयम क समझ और आ था को बढ़ा सकते ह। य द आप अपने
चार ओर दे ख, तो यह प हो जाता है क इस बदलते ए संसार म जो भी चीज़ हा सल
ई है, वह आ था ारा कट क गई है। कसान ने कृ ष के नयम म आ था रखना सीख
लया है। बजली का काम करने वाले ने, जसक व ुत के स ांत म आ था है,
सुचालकता और रोधकता के नयम के बारे म जतना वह सीख सकता है, सीख लया है।
वह जाग क है क व ुत एक उ चतर पोट शयल से न नतर पोट शयल तक वा हत होती
है। के म ट क रसायन शा के स ांत म आ था है, ले कन उसके शोध और खोज का
कोई अंत नह है।
उसक आ था क वजह से वह बना आँख के दे ख पाया
कुछ स ताह पहले एक आदमी ने मुझे फ़ोन करके कहा क वह एक गंभीर ऑपरेशन कराने
के लए अ पताल जा रहा है। उसने कहा क वह अपनी मदद के लए कुछ आ या मक
वा य चाहेगा। मने उसे मन ही मन यह दोहराने का सुझाव दया, ‘ई र डॉ टर और नस
को मागदशन दे रहा है। मेरे अंदर का ई र इस समय मेरा उपचार कर रहा है। ई र क
उपचारक श म मेरा पूण व ास है।’
ऑपरेशन के बाद, जो सफल रहा, उसने मुझे बताया क ऑपरेशन के दौरान वह
अपने शरीर के बाहर था और उसने पूरा ऑपरेशन दे खा। उसक आँख बंद थ और उसके
शरीर म एने थी सया था। उसने डॉ टर और नस क आवाज़ प ता से सुनी। एने थी सया
दे ने वाले ने कहा क उसके दय क धड़कन बंद हो गई थी। उसने उसके दय के आस-
पास एक इंजे शन लगाया और एक नस वहाँ मा लश करने लगी। उसने ख़ुद को अपने
शरीर से पूरी तरह वर पाया और उसे महसूस आ क अब वह इसका ह सा नह था।
फर अचानक उसने ख़ुद को दोबारा अपने शरीर म पाया। जब वह जागा, तो उसने डॉ टर
को हर वह चीज़ बता द , जो उसने दे खी और सुनी थी।
इस आदमी का वा य अब पहले से ब त बेहतर है। उसने मुझसे कहा, ‘म अब
पहले से यादा काम करता ँ। म आपक द ई ाथना का इ तेमाल करता ँ। म हमेशा से
ई र क उपचारक श म यक़ न करता था, ले कन मरने के बाद दोबारा ज म लेने पर तो
वह यक़ न प का हो गया है।’
इस इंसान को अब मृ यु का कोई भय नह है, य क वह मनोवै ा नक प से तो
एक तरह से पहले ही मर चुका था। उसने ख़ुद को अपने शरीर के बाहर पाया और वह लंबे
समय से मृत र तेदार क उप थ त के बारे म भी जाग क था। इतना ही नह , वह डॉ टर
और नस क कही हर बात को दोहराने म भी समथ था। उसने ख़ुद को इस वल ण थ त
म पाया क वह ख़ुद को ही नीचे दे ख रहा था, हालाँ क वह अपने शरीर से नतांत पृथक होने
के बारे म पूरी तरह जाग क था। इस अनुभव ने ई र म उसक आ था को बढ़ाकर शत
तशत कर दया।
हर एक क कसी न कसी चीज़ म आ था होती है। तथाक थत ना तक को कृ त
के नयम , व ुत, रसायन शा और भौ तक के स ांत म आ था होती है। ना तक
लगातार उसी का इ तेमाल कर रहा है, जससे वह इ कार कर रहा है। मसाल के तौर पर,
जब वह कुस उठाता है, तो वह उस अ य श का इ तेमाल कर रहा है, जससे वह
इ कार करता है। जब उसे कोई सम या होती है, चाहे यह ग णत म हो, यू लयर फ़ ज़ स
म हो या च क सा म हो, तो वह हमेशा अपने से ऊँची बु वाले को खोजता है।
कसी भी अणु या परमाणु के म ण ने कभी कोई संगीत रचना नह लखी, कोई सुंदर
गरजाघर नह बनाया या समन ऑन द माउंट नह लखा। एक अमूत और अ य उप थ त
व श है, जो संसार के परमाणु और अणु को आकार म ढालती है, ले कन इस
अ य ा और श को तौला या मापा नह जा सकता।

टे लीसाइ क स ने एक पा रवा रक सम या को कैसे सुलझाया


एक आदमी और उसक प नी ने एक मु कल सम या के बारे म मुझसे परामश लया। उ ह
दो वक ल ने वरोधी सलाह द थ और वे अपने पादरी क सलाह से असहमत थे।
मने उ ह बताया क जब तक कोई वचार वपरीत वचार ारा बा धत या तट थ न
कर दया जाए, इसम साकार होने क वृ होती है। मने सुझाव दया क एक दै वी
समाधान क जोशीली इ छा, जसके साथ सही काय के त दली न ा हो, उनके अवचेतन
मन तक प ँचने क राह खोज लेगी, जो सवाल को तौलेगा और उनके आ ह के अनु प
जवाब तैयार करेगा।
प नी क माँ भी उनके साथ रहती थ , जो एक तरह का जड़ जीवन जी रही थ ,
जससे उनके दामाद को क था। प नी के भाई-बहन भी प नी क आलोचना करते थे,
य क वह अपनी माँ को एक उपयु रे ट होम म रखना चाहती थी और यह ताव रख
रही थी क सभी ब चे बराबर-बराबर ख़च उठाएँ, जस पर सर को आप थी।
हमारी बातचीत के बाद प त-प नी ने इस नी त का अनुसरण कया: उ ह ने अपना
आ ह रात को अपने यादा गहरे मन क ओर मोड़ा और दावा कया - हम ई रीय
उप थ त के त समपण करते ह, जसम वे रहती ह, चलती ह और उनका अ त व है।
ई रीय ा जानती है क सबसे अ छा या है - यह एक द समाधान लाती है। ई र क
असीम म हमा म हमारी पूण आ था है क वह इस म हला क , अपनी संतान क परवाह
करेगा। वह उ ह वतं ता, शां त और मधुर संबंध दे ता है। ई र जानता है और ई र परवाह
करता है, हम इस व ास म व ाम करते ह क वहाँ एक आदश समाधान है।
पहली रात जब उ ह ने द और मधुर समाधान क दली न ा के साथ इस तरह
ाथना क , तो बीमार म हला शां तपूण तरीक़े से परलोक सधार गई, ले कन इससे पहले
कुछ जा त पल म उसने अपनी बेट से कहा, ‘तु हारी ाथना ने मुझे मु दला द ।’ वह
अचानक अगले आयाम म चली गई।
आपका अवचेतन जवाब जानता है। इसके संदेश , सूचनाएँ और ेरणा को सुन।
जवाब आपके पास कई तरीक़ से आता है।
जैसा आप पहले से ही जानते ह, टे लीसाइ क स आपक अवचेतन गहराइय म वास
करने वाले ई र क श य के साथ संपक था पत करना है। बाइबल का ‘म ँ’ आपके
अवचेतन के भीतर ही है - जसका अथ है ई र क उप थ त और श , वशु अ त व,
वयं- ारंभ आ मा - या भारत का ओम् यानी अ त व, जीवन, जाग कता। आपका
अवचेतन आपके जीवन का नयम भी है, जसका आप सकारा मक या नकारा मक
इ तेमाल कर सकते ह।
आप अपने चेतन मन से सपने नह दे खते ह। जब आप सपना दे खते ह, तो आपका
चेतन मन सोया होता है और यह सृजना मक तरीक़े से आपके अवचेतन से जुड़ा होता है।
जैसा पहले बताया गया है, आपका अवचेतन न द के दौरान इसक साम ी का
नाटक यकरण कर दे ता है। यह कई तीका मक च और असंगत थ तयाँ पेश कर सकता
है।
सपने आपके यादा गहरे मन का टे ली वज़न सी रयल ह। वहाँ सभी तरह के सपने
होते ह, पूव-दशन के सपने भी, जनम आप कसी घटना के अपने, अपने प रवार के कसी
सद य या सर के साथ सचमुच होने से पहले ही उसे दे ख लेते ह। आपका सपना आपक
इ छा के साकार होने को उजागर कर सकता है; मसाल के तौर पर, य द आप सोने जाते
समय ब त यासे होते ह, तो आपका अवचेतन भरपाई कर दे ता है और आप अपनी यास
बुझाने के लए ख़ुद को ढे र सारा पानी पीते पाएँगे। आपका सपना कसी ासद से बचने क
चेतावनी भी हो सकता है।

टे लीसाइ क स ने एक सपने म उसक ज़दगी कैसे बचाई


मेरा एक पुराना म है, जो सुबह और शाम को धा मक पु तक ग़ौर से पढ़़ता है और उसने
इसके स य से अपने अवचेतन को सराबोर कर लया है। उसे इस पर सहज व ास है।
यह आदमी सरकारी कामकाज के सल सले म यूरोप, ए शया और द ण अमे रका
क ब त या ाएँ करता है। उसे कुछ समय पहले पे जाना था और जाने के एक रात पहले
उसने सपने म एक अख़बार क सु ख याँ पढ़ , जसने उसे बताया क 92 या ी मारे गए ह
और केवल एक ही बच पाया। वह च ककर जागा - घबराहट से भरा और अपशकुन के
अहसास के साथ। उसने अपना ट कट र कर दया और बाद म उसे पता चला क जहाज़
सचमुच पे के जंगल म गर गया था। केवल एक ही या ी जी वत बची थी - एक मशनरी
क बेट , जसे मछु आर ने बचाया था, जब वह एक नद के कनारे चल रही थी।
अवचेतन मन क अ य बु म ा म इस आदमी के ज़बद त व ास और आ था ने
बेशक उसक जान बचाई। इसने उसके सामने एक प , नाटक य अंदाज़ म जवाब पेश
कया, यह जानते ए क वह इसी अनु प त या करेगा। उसका अवचेतन इस घटना
के बारे म इस लए जानता था, य क ासद मन म पहले ही घ टत हो चुक थी। उसका
अवचेतन उस जहाज़ क गड़ब ़डय के बारे म जानता था; यह मौसम और पायलट, कम
दल और या य क मान सक अव था के बारे म भी जानता था।
एमसन ने कहा था, ‘कोई भी चीज़ संयोग से नह होती है। हर चीज़ पीछे से धकाई
जाती है।’ हम इस संसार म जो भी करते ह, हर चीज़ के पीछे एक मन, एक मनोदशा या
मान सक नज़ रया होता है।

अती य महासागर और इससे बाहर कैसे नकल


हम सभी मन के वशाल अती य सागर म ह। करोड़ लोग घटना , ास दय ,
अ नकांड , बीमारी, रोग, अपराध और े ष म व ास करते ह। सामू हक मन म सभी तरह
के नकारा मक, वनाशकारी वचार तथा भावनाएँ ा त होती ह। ज़ा हर है, सामू हक मन
म कुछ अ छा भी होता है, ले कन यादातर ह सा भयावह प से नकारा मक होता है।
इस लए, अगर हम सामू हक मन के इन सभी डर और झूठे व ास से बचने के लए
‘ ाथना’ का सहारा नह लगे, तो ये नकारा मक भाव हमारे मन के हणशील मी डया का
अ त मण कर दगे। वे संतृ त के ब तक प ँच सकते ह और घटनाएँ, भा य तथा कई
अ य बुराइयाँ उ प कर सकते ह।
मेरा यह म ाथना के सहारे ऊपर था; इस लए वह घटना त होने वाले वमान म
नह हो सकता था। दो असमान चीज़ एक सरे को वक षत करती ह। सद्भाव और भाव
एक साथ नह रहते ह। यक़ न कर क ई र का ेम और सद्भाव आपको घेरे ए है। जब
आप ख़ुद को इस स य के त पूरी तरह सम पत कर दे ते ह, तो आपका अवचेतन त या
करेगा और आप एक जा ई दखने वाला जीवन जएँग।े

कैसे उसके ‘अ य साझेदार’ ने उसके घाटे को वापस नकाला


हाल म मने लास वेगस, नेवाडा म चच ऑफ़ र ल जयस साइंस म कुछ ा यान दए, जसे
मेरे एक पुराने म और मेरे संगठन के पूव उप श क डॉ. डे वड होव ने संचा लत कया
था। उनके संगठन के एक सद य ने मुझे उनके जीवन का एक रोचक संग बताया, जो ई र
म या हम सभी के अवचेतन म रहने वाली परम ा म व ास व आ था क श को
नाटक कृत करता है। उसने मुझे बताया क वह कुछ साल पहले एक लती जुआरी था और
जब वह पहलेपहल लास वेगस आया, तो वह केवल जुआ खेलने आया था। उसने दो रात म
ही 2 लाख डॉलर गँवा दए और तीसरी रात को दवा लया हो गया। उसे होटल के बल का
भुगतान करने और घर लौटने के लए तार भेजकर पैसे मँगाने पड़े।
कसी ने उसे द पावर ऑफ़ यॉर सबकॉ शस माइंड, क एक त द , जसे उसने
चाव से पढ़ा। उसे यह बात पता चली क सभी सौदे मन म घ टत होते ह और वह मन के
अलावा कसी तरह से न तो घाटा उठा सकता है, न ही लाभ ले सकता है। इस लए अपने
ख़ुद के तरीक़े से उसने दावा कया: ‘म मान सक और भावना मक प से उस 2,25,000
डॉलर के साथ एक ँ और यह दै वी योजना म कई गुना होकर मेरे पास आता है।’
उसने अपनी ाथना को ऊपर उठाया, य क वह जानता था क दे र-सबेर एका
वचार, बल इ छा और क त यान उसके अवचेतन मन पर अं कत हो जाएगा, जहाँ वे
अंकु रत हो जाएँगे और चूँ क अवचेतन जानता है क सारी चीज़ को कैसे घ टत कराना है,
इस लए यह समाधान को तैयार करके उसके चेतन मन के सामने पेश कर दे गा।
तीन महीने गुज़र गए, ले कन कोई त या नह ई। फर भी उसने अपने मान सक
नज़ रये को क त रखा। एक रात एक सपने म वह एक बार फर लास वेगस म जुए क
टे बल पर था और कै शयर क खड़क पर बैठे आदमी ने उसे 2,50,000 डॉलर का भुगतान
कया। यह एक प व था। कै शयर क खड़क पर बैठे आदमी ने उससे कहा, ‘दे खा,
आप जतना हारे थे, उससे यादा जीत गए,’ जो उसने अंततः कया, य क आप अपने
अवचेतन म जो भी जमा करते ह, आपके अवचेतन मन का नयम उसे बढ़ा दे ता है।
सपने के बाद उसक कंपनी ने उसका तबादला लास वेगस कर दया। जब वह पहली
रात वहाँ प ँचा, तो वह जुए क उसी टे बल पर गया, जो उसने सपने म दे खी थी। उसने टे बल
पर मौजूद लोग के चेहरे पहचाने और वह जानता था क वह जीतेगा। उस रात उसके पास
जैसे पारस प थर था: उसने जो भी बाज़ी खेली, वह सोने म बदल गई। वह 2,50,000
डॉलर जीता और कै शयर ने उससे ठ क वही श द कहे, जो उसने तीन महीने पहले सपने म
दे खे और सुने थे। अवचेतन क श य म उसक अटल आ था ने उसे ज़बद त लाभ
प ँचाया।

मरणीय ब …

1. आ था सोचने का वह तरीक़ा है, जहाँ आप स ांत और शा त स य के कोण


से सोचते ह। आ था पंथ , सं दाय या कसी तरह क धा मक मा यता से सरोकार
नह रखती। आपक आ था आपके मन के सृजना मक नयम म होनी चा हए और
ई र तथा जी वत क भू म म होनी चा हए।
2. आप हर चीज़ आ था से करते ह, जैसे कार चलाना, केक बनाना, फ़ोन करना या
पयानो बजाना। आपने एक ख़ास वचार या और मांसपेशीय काय को बार-बार
दोहराकर साइकल चलाने म व ास था पत कया। कुछ समय बाद आपके अवचेतन
ने इस या को आ मसात कर लया, जससे आप इसे वचा लत प से करने म
समथ हो गए। कुछ इसे आदत कहते ह, जो आपक चेतन सोच और काय पर आपके
अवचेतन क वचा लत त या है। या और त या ा डीय तथा सव ापी
ह।
3. एक आदमी ने अंत न हत तरीक़े से व ास कया क एक बड़े ऑपरेशन के दौरान
ई र क उपचारक श उसक र ा करेगी। ऑपरेशन के बीच उसने ख़ुद को अपने
शरीर के बाहर पाया और हर चीज़ दे खी-सुनी। उसने उ लेखनीय वा यलाभ कया
और अब उसका वा य पहले से कह बेहतर हो चुका है।
4. हर एक क कसी न कसी चीज़ म आ था होती है। तथाक थत ना तक उस अ य
श का लगातार इ तेमाल कर रहा है, जसे वह नकार रहा है। जब वह कुस को
उठाता है, तो वह अ य श का इ तेमाल कर रहा है और जब वह सोचता है, तो
उसका वचार सृजना मक है। जब आप सृजना मक श को खोजते ह, तो आपने
ई र को खोज लया है, य क केवल एक ही सृजना मक श है। श द (
वचार) ई र (या सृजना मक) था। प थर और अणु गरजे नह बनाते ह या संगीत
रचना नह करते ह और आण वक ग त व ध ने संसार क बाइबल नह लख ।
5. एक आदमी और उसक प नी को प नी क माँ संबंधी एक ज टल सम या थी, जो
मुद-जैसा जीवन जी रही थी। उ ह ने व ास और आ था के साथ इस तरह ाथना
क : ‘हम माँ को पूरी तरह से ई र के हवाले करते ह। ई र क असीम म हमा उ ह
वतं ता, शां त और सौहाद दान करती है।’ वह म हला उ ह अपनी मु क
ाथना करने के लए ध यवाद दे ने - पहचानने के एक पल - के बाद चल बसी।
6. आप अपने अवचेतन मन से सपने दे खते ह। सपने आपके यादा गहरे मन के
टे ली वज़न सी रयल ह। एक आदमी ने ई रीय श के स य को अपने अवचेतन मन
म बोया था। उसने उस वमान के घटना त होने का सपना दे खा, जसम वह या ा
करने वाला था। 92 या य वाला वह वमान बाद म खो गया - केवल एक ही बची
ई या ी मली - एक मशनरी क बेट । इस आदमी ने इस घटना का पूव-दशन कया
था। यह ठ क वैसे ही आ, जैसा उसने अपने सपने म दे खा था। उसके अवचेतन ने
उसक र ा क और उसने चेतावनी को पहचानकर भा यपूण रात को अपना ट कट
र कर दया।
7. हम सभी मन के महान अती य सागर म डू बे रहते ह, जसम अरब लोग सभी तरह
के अंध व ासी वचार, डर, नफ़रत, ई या, भा य और बीमारी आ द म व ास डाल
रहे ह। जब तक क हम इन मा यता का तरोध था पत करने के लए ाथना
नह करते ह, सामू हक मन के ये नकारा मक वचार और भाव हमारे मन म दा ख़ल
हो जाएँगे - हमारे लए हमारी तरफ़ से सोचने लगगे, जसके नकारा मक प रणाम
मलगे। अपने मन को ई र के स य के साथ नय मत प से भर। आपम सामू हक
मन के सारे नकारा मक कंपन और वेव ल थ को नकारने क वृ होगी।
8. एक आदमी लास वेगस म जुए म 2,25,000 डॉलर हार गया। बहरहाल, उसने सीखा
क आप अपने मन के अलावा कसी तरह से लाभ या हा न नह उठा सकते, य क
सारे सौदे मन म घ टत होते ह। उसने अपने आ ह पर अपने अवचेतन क त या
का पूरे व ास और आ था के साथ दावा कया: ‘म मान सक और भावना मक प
से 2,25,000 डॉलर के साथ एक ँ और यह दै वी योजना म मेरे पास कई गुना होकर
लौटता है।’ वह अपनी मा यता के त आ थावान बना रहा और एक प व म
उसे यह बताया गया क वह उसी कैसीनो म 2,50,000 डॉलर जीता था, जसम
उसने पैसा गँवाया था। उसने अपने व क वा त वकता को महसूस कया। जब
उसका तबादला लास वेगस आ, तो वह उसी होटल म गया और उसने अपने सपने
म दए नदश का अनुसरण कया, जससे उसने 2,50,000 डॉलर जीत लए।
कै शयर ने ठ क उ ह श द का इ तेमाल कया, जो उसने सपने म सुने थे।
12

टे लीसाइ क स कैसे सही नणय का मागदशन


दे ता है
सृ इरादाम सही काय का स ांत होता है और अगर आपक ेरणा सही है और आपका
अ छा या ब त अ छा है, तो कसी नणय को लेने म झझकने या हच कचाने
क बात ही नह उठती है।
आप पाएँगे क जीवन के सभी े के सफल ी-पु ष म एक उ कृ गुण होता है:
व रत नणय लेने क यो यता और काम पूरा करने क लगन।

उसने कहा क उसम नणयशीलता का अभाव था


हाल म एक बातचीत म एक म हला ने मुझसे कहा, ‘म ब त उलझन म रहती ँ और म कोई
नणय नह ले पाती।’ बहरहाल, वह यह नह दे ख पाई क उसने पहले ही एक नणय ले
लया है: उसने नणय न लेने का नणय ले लया था, जसका मतलब था क उसने यह
नणय ले लया था क वह अता कक सामू हक मन को अपनी ओर से नणय लेने दे गी।
हम सभी उस महान अती य सागर म डू बे ए ह, जसम करोड़ लोग लगातार
अपने नकारा मक वचार, डर और झूठे व ास डाल रहे ह। यह म हला अंततः यह दे खने
लगी क अगर वह नणय न लेने का नणय लेती है, तो बेतरतीब मन उसके लए नणय
इस लए लेगा, य क उसने अपने ख़ुद के मन को शा सत करने से इ कार कर दया।
वह महसूस करने लगी क उसके अवचेतन मन म एक माग नदशक स ांत था और
वह जब भी आह्वान करेगी, यह उसके वचार पर त या करेगा। उसे अहसास आ क
उसे अपना सोच- वचार ख़ुद करना होगा। वरना वह औसत के नयम के हसाब से ही चलती
रहेगी - जा त क सामू हक सोच - जो उसके लए नणय लेगी।
उसने अपना नज़ रया उलट लया और इस तज पर अपने मन को नद शत कया :

म जानती ँ क मुझम सोचने, चुनने और तक करने क मता है। म अपनी मान सक


और आ या मक या क अखंडता म यक़ न करती ।ँ म सही चीज़ करना
चाहती ँ और जब भी म कोई न त, प नणय लेना चाहती ँ, तो ख़ुद से पूछती
ँ: ‘य द म ई र होती, तो म कौन सा नणय लेती?’ म जानती ँ क जब मेरा उ े य
व णम नयम तथा सबके त सद्इ छा पर आधा रत होता है, तो म जस भी नणय
पर प ँचूँगी, वही सही काय होना चा हए।
यह म हला अपना मन नह बना पाई क उसे एक पु ष से शाद करना चा हए या
नह , जसने उसके सामने ेम ताव रखा था। ऊपर द गई ाथना के बाद, जसे उसने
दन म कई बार दोहराया, एक रात उसने सपने म दे खा क जस पु ष के साथ उसक सगाई
ई थी, वह एक ब त क चड़ वाली, गंद , अंधकारमय और बदसूरत नद म तैर रहा था। जो
सपना उसने दे खा, वह उसका अवचेतन था, जो उस के ाकुल व को उसके
सामने उजागर कर रहा था।
अगले दन उसने अपने मँगेतर को अपना सपना बताया। उसने उसके सामने वीकार
कया क उसे एक पैरानॉइड- शज़ो े नक रोग था और उसका मनो व ेषक य इलाज चल
रहा था। उसने आगे कहा क उसम आ मह या क वृ भी थी। वे एक सामंज यपूण
नणय पर प ँचे और संबंध तोड़ने के लए तैयार हो गए।
इस युवा म हला ने पाया क उसके भीतर एक ऐसी बु म ा थी, जो उसके चेतन
मन के नणय पर त या करती है। वह आनं दत थी क वह एक खद ग़लती करने से
बच गई।

आपके पास चुनने क श है


चुनने और नणय लेने क श मनु य का सबसे बड़ा गुण और सव च वशेषा धकार है।
इसी दन चुनो क तुम कसक सेवा करोगे - जोशुआ 24:15। इसी समय उसे चुन, जसे
आप ईमानदार, यायपूण, वशु और य मानते ह।

नणय लेने के साहस ने उसक ज़दगी बदल डाली


जब कसी सरी कंपनी ने अ ध हण कया, तो पचास साल के एक आदमी क नौकरी चली
गई, जसम उसने कई साल तक काम कया था। उसके सहक मय और म ने उससे कहा,
‘टॉम, तु ह ज़दगी क स चाई का सामना करना चा हए। अब तु हारी उ पचास क हो
चुक है और इस उ म सरी नौकरी मलना ब त मु कल है।’
मने उसे सुझाव दया क पहली चीज़ तो वह यह करे क अपने म ारा भा वत
होना छोड़ दे , जो नराशा से उसे बता रहे थे क उसे ‘जीवन क स चाई’ का सामना करना
चा हए। त य थायी नह होते; वे प रवतनशील होते ह। वह महसूस करने लगा क उसका
यान इसके बजाय उस पर टका होना चा हए, जो कभी नह बदलता है: उसके भीतर
मौजूद ई र के ान, बु म ा और श पर।
मने उसे सुझाव दया क वह एक नणय पर प ँचे और साहस के साथ दावा करे:
‘मुझे एक नई नौकरी का दै वी मागदशन मला है, जहाँ मेरे गुण और अनुभव क क़ क
जाती है और अखंडता व याय के रा ते पर चलते ए मेरी एक अद्भुत आमदनी है।’ मने
उसे समझाया क जस मनट वह अपने चेतन मन म नणय पर प ँचता है, उसका अवचेतन
त या करेगा और उसक इ छा पूरी करने का रा ता दखा दे गा।
उसके मन म एक सरी कंपनी म जाने क बल इ छा जागी, जो वैसे ही ॉड ट
बनाती थी, जनसे वह प र चत था। उसने मैनेजर को बताया क उसके कतने बेहतरीन
संपक ह और वह उनक कंपनी के कारोबार को कतना यादा बढ़ा सकता है। उसे तुरंत
नौकरी मल गई।
अगर आप इस नणय पर प ँचते ह क आपके पास दान करने के लए इतना कुछ
है और आप जसे खोज रहे ह, वह हमेशा आपको खोज रहा है; अगर आप कसी नयो ा
या संगठन को दखा दे ते ह क आप उसके लए पैसे कैसे बना या बचा सकते ह, तो आपको
नौकरी पाने म कोई सम या नह आएगी। याद रख, आप अपनी उ या सफ़ेद बाल नह बेच
रहे ह; आप तो अपने गुण, ान, यो यताएँ और अनुभव बेच रहे ह, जसे आपने इतने बरस
म इक ा कया है। उ बरस क उड़ान नह है; यह तो बु म ा क भोर है।
याद रखने के लए अ छ बात यह भी है क समु का सारा पानी एक छोट नाव को
भी तब तक नह डु बा पाएगा, जब तक क पानी उसके भीतर न प ँच जाए। इसी तरह,
आपके सामने चाहे जो सम याएँ, चुनौ तयाँ और मु कल ह , वे आपको तब तक नह डु बा
सकत , जब तक क वे आपके भीतर नह आ जात । शे स पयर ने कहा था :

हमारी शंकाएँ ही ग ार ह
और अ सर को शश करने से हम डराकर
उस अ छाई को गँवा दे ती ह, जसे हम अ सर जीत सकते थे।

सही नणय लेने क एक आसान और ावहा रक ाथना


याद रख, या और त या का एक सव ापी नयम है। या आपके चेतन मन का
नणय है और त या आपके नणय क कृ त के अनुसार आपके अवचेतन क
वचा लत त या है। सही या के लए नीचे द ाथना का इ तेमाल कर :

म जानता ँ क मेरे अवचेतन मन क ई रीय ा मेरे ज़ रये काम कर रही है और मेरे


सामने वह उजागर कर रही है, जो मुझे जानना चा हए। म जानता ँ क जवाब मेरे
भीतर है और यह मुझे बता दया जाता है। मेरे अवचेतन क ई रीय ा और अनंत
बु म ा मेरे ज़ रये सारे नणय लेती है और मेरे जीवन म केवल सही या और सही
नणय ही घ टत होते ह। म संकेत को पहचान लेता ँ, जब यह मेरे चेतन, ता कक
म त क म आता है। इसे चूकना मेरे लए असंभव है। जवाब प ता से आता है। म
ाथना पूरी होने क ख़ुशी के लए ध यवाद दे ता ।ँ

जब भी आप चता म ह क या कहना या करना है या कौन सा नणय लेना है, तो


शां त से बैठ जाएँ, तनावर हत ह , ढ ला छोड़ द और ऊपर बताए स य पर धीरे-धीरे, शां त
से, भावना से और जानते-बूझते ए दावा कर। इसे एक तनावर हत, शांत अव था म दो-तीन
बार कर और आपको अपने यादा गहरे मन से एक आवेग या ेरणा मलेगी - आ मा का
एक तरह का आंत रक मौन ान, जसके ारा आप जान जाते ह क आप जानते ह। जवाब
न तता क एक आंत रक भावना, एक बल अनुभू त या सहसा आने वाले वचार के प
म आ सकता है, जो आपके मन म प ता से उमड़ता है।

कैसे उसके नणय ने दो जाने बचा


मश र मनोवै ा नक वग य डॉ. डे वड सीबरी ने मुझे एक बार अपने एक म के बारे म
बताया, जो दो दौर क वजह से अपा हज हो गया था। एक बार जब यह आदमी अपने दो
पोत के साथ घर म अकेला था, तो एक भयानक तूफ़ान ने शहर पर क़हर बरपाया। उसके
कमरे म रखे रे डयो ने हर एक को चेतावनी द क वे अपने तहख़ाने म चले जाएँ, ले कन
अपा हज होने क वजह से वह तहख़ाने म नह जा सकता था। डॉ. सीबरी ने कहा क उनके
म ने बाइबल का अपना य कथन ज़ोर-ज़ोर से दोहराना शु कर दया, शांत रहो और
जान लो क म ई र ।ँ फर उसने ख़ुद से कहा, ‘म अपने पोत को बचाने जा रहा ँ, जो
अगले कमरे म सोए ए ह।’
वह एक नणय पर प ँचा और उसके मन म कसी भी क़ मत पर उनक जान बचाने
क बल इ छा जा त ई। भगीरथ यास से वह खड़ा आ और चलने लगा। वह अगले
कमरे म गया, दोन लड़क को गोद म लया और उ ह तहख़ाने म नीचे ले गया। कुछ ही
मनट बाद घर उड़ गया। वह ख़ुद क और अपने दो पोत क जान बचाने म सफल आ।
यही नह , वह पूरी तरह ठ क हो गया और उसके बाद कई साल तक चलता रहा।
चलने क श हमेशा इस आदमी के भीतर मौजूद थी, जो उसके अवचेतन म
न य पड़ी ई थी। आपातकालीन थ त म वह भूल गया क वह अपा हज था, य क
तब उसका म त क ब च के जीवन को बचाने के वचार से जकड़ा आ था। ई र क सारी
श उसके यान के क ब क ओर वा हत ई।
च क सक य इ तहास ऐसे हज़ार करण से भरा पड़ा है, जनम क
सीमार हत श कसी भारी आपातकालीन थ त के सामने पुनज वत हो जाती है। मनु य
भले ही अपने व ास म अपा हज हो, ले कन उसके भीतर का ई र बीमार, अपा हज या
अपंग नह हो सकता। यह सवश मान, सव ाता और सव उप थत है। आ मा ही सृ
म एकमा उप थ त, श , कारण और स ा है।

उसने कहा, ‘म ई र को अपने लए नणय लेने ँ गी’


हाल म एक म हला ने मुझे बताया क वह ई र को अपने लए नणय लेने दे गी। उसका
मतलब यह था क उसके बाहर एक ई र था, जो आसमान म कह पर था। मने उसे
समझाया क ई र या ई रीय ा उसके लए केवल एक ही तरीक़े से काम कर सकती है
और वह है उसके वचार के ज़ रये। गत धरातल पर काय करने के लए सव ापी को
पहले बनना होगा। तब उसे अहसास आ क ई र तो उसके भीतर क जी वत
आ मा है - क उसका वचार सृजना मक था। उसे यह अहसास भी आ क वह यहाँ चुनाव
करने के लए है, क उसम इ छा और पहलश है। यह उसक नजता का आधार था।
उसने नणय लेने क ज़ मेदारी के साथ अपने दे व व को भी वीकार करने का नणय लया।
अहसास कर क सामने वाला हमेशा सव े नह जानता है। यह भी याद रख क
जब आप ख़ुद के लए नणय लेने से इ कार करते ह, तो आप अपने दे व व से इ कार कर रहे
ह और आप कमज़ोरी तथा हीनता के कोण से सोच रहे ह - एक मातहत के अंदाज़ म।

कैसे उसके नणय ने उसके जीवन का कायाक प कर दया


कुछ साल पहले मने समन ऑन द माउंट के लेखक डॉ. एमेट फ़ॉ स को यू यॉक म द
सेव थ रे जमट आमरी म आमं त कया, जसका म सद य ँ। वे यहाँ के इ तहास और
ऐ तहा सक व तु म च रखते थे, य क यह उस भ इमारत म व भ य म
च त थी। डनर के दौरान उ ह ने मुझे बताया क जब वे इं लड म स वल इंजी नयर थे,
तब उ ह ने लंदन म अवचेतन पर जज टॉमस ोवड का भाषण सुना था, जसका उन पर
गहरा असर आ।
डॉ. फ़ॉ स ने कहा क ोवड के एक ा यान के दौरान म एक नणय पर प ँचा।
मने ख़ुद से कहा क म अमे रका जाकर हज़ार लोग के सामने बोलूँगा। वे इस नणय पर
अ डग रहे। कुछ ही महीन म उनके लए सारे ार खुल गए, जब उ ह ने ख़ुद को यू यॉक म
पाया, जहाँ कई साल तक उ ह ने हर र ववार लगभग 5,000 लोग के सामने ा यान
दया। उनका नणय उनके अवचेतन मन म दज हो गया था। उनके यादा गहरे मन ने उनके
न त, ठोस नणय को साकार करने के लए सारे आव यक ार खोल दए।

मरणीय ब …

1. सृ म सही या का एक स ांत है। अगर आपक ेरणा सही है यानी अगर यह


सौहाद और सद्भावना के शा त स ांत के अनु प है, तो आगे बढ़ और नणय ल।
2. संसार के सबसे सफल ी-पु ष म व रत नणय लेने और काम को पूरा करने क
मता होती है।
3. दरअसल अ नणय जैसी कोई चीज़ नह होती। ‘अ नणय’ का सफ़ यह मतलब होता
है क आपने नणय न लेने का नणय लया है, जो मूखतापूण है। य द आप अपना
ख़ुद का मन नह बनाते ह, तो सरे आपक ख़ा तर यह काम कर दगे। तब अता कक
सामू हक मन आप पर हावी हो जाता है और आपक तरफ़ से नणय लेता है। जब
आप डरे या च तत होते ह - जब आप असमंजस म होते ह, तो आप सोच नह रहे ह;
यह तो सामू हक मन है, जो आपक तरफ़ से सोच रहा है। स चा सोच- वचार डर से
र हत होता है, य क आप सव ापी स ांत और शा त स य के कोण से
सोचते ह।
4. जब आप अपने चेतन मन म कसी न त, प नणय पर प ँचते ह, तो आपका
अवचेतन न त प से त या करेगा। यह कसी सपने म हो सकता है, जो इतना
प और मह वपूण होगा क आपको इसक ा या करने म कोई मु कल नह
आएगी।
5. चुनने और नणय लेने क श मनु य का सबसे बड़ा गुण और सव च
वशेषा धकार है।
6. सभी त य थायी नह ह; हर चीज़ प रवतनशील है। अपना यान और व ास उस
पर क त कर, जो कभी नह बदलता है, ब क कल, आज और हमेशा वही रहता है।
ई रक ा, बु म ा और श नरंतर उपल ध ह। वे कभी नह बदलती ह। य द
आप एक नौकरी खो दे ते ह, तो आपके भीतर एक ऐसी बु म ा है, जसका
आह्वान करने पर वह दै वी योजना म एक और ार खोल दे गी। याद रख, आप जसे
खोज रहे ह, वह हमेशा आपको खोज रहा है।
7. आप अपनी उ नह बेच रहे ह। इसके बजाय आप अपने गुण, यो यताएँ और
बु म ा बेच रहे ह, जसे आपने बरस के अनुभव से एक त कया है। उ बरस
क उड़ान नह , ब क बु म ा क भोर है।
8. या और त या ांडीय व सव ापी ह। जब आप चेतन मन के कसी प ,
न त नणय पर प ँचते ह, तो आपका अवचेतन मन आपके नणय क कृ त के
सामंज य म एक वचा लत त या करेगा।
9. अ सर, आपके अवचेतन का जवाब न तता के एक आंत रक भाव, एक बल
अनुभू त या कसी अक मात आने वाले वचार के प म आता है, जो आपके अचेतन
मन से उभरता है।
10. कई बार, कसी भारी आपातकालीन थ त, संकट या सदमे म इंसान प रजन क
जान बचाने के लए अपनी अपा हज या अपंग अव था को भूल जाता है। जब एक
तूफ़ान क चेतावनी द गई, तो एक पूणतः अपा हज के मन म अपने पोत को
बचाने क बल इ छा जा त ई। वह चलकर उनके कमरे म गया और उ ह उठाकर
तहख़ाने म ले गया। ई र क सारी श उसके यान के क ब क ओर वा हत
हो गई। वह इस नणय पर प ँचा क वह अपनी इ छा पर अमल कर सकता है - ई र
क श ने त या क ।
11. जब कोई कहता है, ‘म ई र को नणय लेने ँ गा,’ तो आम तौर पर उसका
मतलब होता है उसके बाहर के ई र को। ले कन आप एक स य, नणय लेने वाले
जीव ह। आप यहाँ अपने नणय ख़ुद लेने के लए आए ह। सव ापी श आपके
त या आपके लए कुछ नह करेगी, केवल आपके ज़ रये करेगी यानी आपके
वचार , च और व ास के ज़ रये। आपको नणय लेने ह गे - तभी आपके
अवचेतन क ई रीय ा त या करेगी। अपने अंदर के दे व व को वीकार कर;
य द आप इ कार करते ह, तो आप अपने भीतर क बु म ा और ा से इ कार कर
रहे ह।
12. डॉ. एमेट फ़ॉ स ने हज़ार लोग के सामने ा यान दे ने के लए अमे रका जाने का
नणय लया - सारे ार खुल गए। उस नणय को लेने के कुछ साल बाद उ ह ने ख़ुद
को यू यॉक सट म पाया, जहाँ उ ह ने अपने नणय के अनु प हज़ार लोग को
संबो धत कया।
13

टे लीसाइ क स और आपके अवचेतन के


चम कार
यू यॉक क एक म हला का नीचे दया प दखाता है क आप अपने अवचेतन मन क
अद्भुत उपचारक श का अनुभव कैसे कर सकते ह :

य डॉ. मफ़ :
यह जानने म आपक च होगी क मने लॉकोमा या कांच ब के उपचार के लए
अमे ज़ग लॉज़ ऑफ़ कॉ मक माइंड पावर के हाड कवर सं करण म पृ 106 पर द
गई ाथना का इ तेमाल कया, जो सामा य आँख म डालने वाली दवा से ठ क नह हो
रहा था। सरी पं म मने ‘मेरी आँख को दोबारा बनाने’ श द डाल दए। इसम पाँच
महीने लगे। आप समझ सकते ह क जब भी बीमारी का वषय आता है, तो म हर बार
आपक पु तक क पेपरबैक तयाँ दे ना य पसंद करती ँ।
जी वी
यू यॉक
उस म हला ने अमे ज़ग लॉज़ ऑफ़ कॉ मक माइंड पावर क इस ाथना का इ तेमाल कया
था :

सृजना मक ा, जसने मेरा शरीर बनाया है, अब मेरी आँख को दोबारा बना रही है।
उपचारक उप थ त जानती है क उपचार कैसे करना है। यह ई र क आदश योजना
म मेरे शरीर क हर को शका का कायाक प कर रही है। म डॉ टर को यह बताते ए
सुनती और दे खती ँ क म पूरी तरह व थ हो गई ँ। मेरे दमाग़ म अब यह त वीर है।
म डॉ टर को प ता से दे खती ँ और म उसक आवाज़ सुनती ँ; वह मुझसे कह रहा
है, ‘आप ठ क हो गई ह। यह एक चम कार है।’ म जानती ँ क यह सृजना मक च
मेरे अवचेतन मन म गहरे उतर रहा है, जहाँ इसे वक सत कया जा रहा है और
हक़ क़त म बदला जा रहा है। म जानती ँ क ई रीय उपचारक उप थ त सारे
वपरीत क माण के बावजूद मुझे ठ क कर रही है। म इसे महसूस करती ँ, म
इसम व ास करती ँ। म अब अपने ल य के सामंज य म आ रही ँ - आदश
वा य।
आप तुरंत दे ख सकते ह क उसे उ लेखनीय प रणाम य मले। वह लगन से जुट रही, यह
जानते ए क दोहराव, आ था और अपे ा के ज़ रये वह इन स य को अपने अवचेतन तक
प ँचा रही है। उसके अवचेतन मन क उपचारक श ने उसक ाथना क कृ त और
साम ी के अनु प त या करते ए उसक आँख ठ क कर द ।

उसने वा य के लए ाथना क और यादा बीमार हो गई


कल एक म हला मेरे पास आकर बोली क हालाँ क वह एक महीने से यादा समय से
आदश वा य के लए ाथना कर रही है, ले कन उसक हालत लगातार बगड़ती जा रही
है। उसके डॉ टर ने उसे बताया क उसक थायी चता और श ुता क वजह से उसके
अ सर ठ क नह ह गे।
मने उसे समझाया क उसे अपने भीतर क उपचारक श के त अपना तरोध
यागना होगा। उसे लग रहा था क उसक शारी रक थ त पर उसके मन का कोई भाव
नह पड़ता। उसके मन म कई लोग के त श ुता, ोध और े ष के अ सर जैसे वचार
भरे ए थे। दरअसल, वह अपने डॉ टर के उपचारक सुझाव म बाधा डाल रही थी और
उसक दवा के भाव को नकार रही थी।
वह यह समझ गई क उसका अवचेतन कोरे दाव को वीकार नह करता है, ब क
उसके चेतन मन के व ास और मा यता को वीकार करता है। यही नह , उसे ख़ुद को
माफ़ करना था, य क ख़ुद को माफ़ करना सर को माफ़ करने से यादा मु कल होता
है।
उसने नणय लया क वह नकारा मक, वनाशकारी वचार रखना छोड़ दे गी और
जब भी उसके मन म नकारा मक वचार आएँग,े वह उनक जगह पर ई र-स श वचार
था पत कर दे गी। वह उन लोग के वा य, ख़ुशी और शां त के लए ाथना करने लगी,
जनसे वह े ष करती थी। समझ का ब तब आया, जब उसे अहसास आ क अगर
श ुता, ोध और े ष के वचार अ सर उ प करते ह, तो इसका वपरीत भी सच होगा।
उसने उपचारक श म बाधा डालना और इसका तरोध करना छोड़ दया। उसने
सबके त सौहाद, शां त, ेम, ख़ुशी, सही काय और सद्भावना को लगातार सोचकर अपने
मन को अनुशा सत कया। वह संतुलन, सौहाद और आदश वा य को दोबारा था पत
करने वाली उपचारक श के लए एक खुला मा यम बन गई। यह वरोधी है क आप एक
तरफ़ तो वा य और सौहाद का दावा कर और इसके बावजूद यह अवचेतन व ास रख
क आपका उपचार नह कया जा सकता या नकारा मक और वनाशकारी भावना को
क़ायम रख। ई र क उपचारक श और ेम कसी षत मन म वा हत नह हो
सकता।

उसने अपने अवचेतन के चम कार कैसे खोजे


23 अ ैल 1972 के लॉस एंजे लस टाइ स क वे ट मै ज़ीन म एक रोचक लेख छपा था, जो
ड बी डायल और बल लयर ( लयर जेट के लए मश र) के सवाल-जवाब पर आधा रत
था। इस ब पर म इस लेख के कुछ ासं गक ब को शा मल करना चा ँगा :

शकागो म रोटरी इंटरनेशनल म ऑ फ़स बॉय के प म शु करने वाले लयर ने


अपनी आठव ेड तक क श ा को काफ़ चतुरता से बढ़ाया। उ ह ने अपने
उ लेखनीय अवचेतन मन का इ तेमाल करके 28 म लयन डॉलर क नजी दौलत
कमाई। ‘मने अपना पूरा जीवन आव यकता को खोजने और फर उ ह पूरा करने
के तरीक़े खोजने म बताया है। म ब त सारी जानकारी एक त करता ँ, मह वपूण
चीज़ को चुन लेता ँ और मह वहीन चीज़ को बाहर कर दे ता ।ँ म हमेशा ल य को
दमाग़ म रखता ँ - म सबसे कम लागत म हर सम या को सुलझाने पर ज़ोर दे ता ँ।
‘अवचेतन इस सृजना मक या म एक अहम भू मका नभाता है… आपके पास
एक अवचेतन मन है, जो दरअसल एक कं यूटर है। आप इसम सारी जानकारी भर दे ते
ह, जो आप संभवतः भर सकते ह। फर बस इसे अकेला छोड़ द और यह तीस या कम
दन म आपको जवाब दे दे गा। हो सकता है क आपको व ास न हो, ले कन म
आपको गारंट दे ता ँ क आपको जवाब मल जाएगा…
हमारे श ा तं के साथ एक भा यपूण चीज़ यह है क हम अपने व ा थय को यह
नह सखाते ह क वे अपनी अवचेतन मता का लाभ कैसे उठाएँ। हम उ ह यह
नह सखाते ह क उनके पास एक कं यूटर है, जो ई र से जुड़ा आ है, जसने
तुलना मक प से मह वहीन ववरण क असी मत सं या को संगृहीत कया आ है,
ज ह सही तरह से जोड़कर सही जवाब पाया जा सकता है।
‘आप हालाँ क जानते नह ह, ले कन आप लगातार अपने अवचेतन का इ तेमाल
करते ह। यह कसी नाम को भूलने और बाद म याद आने जैसा है। आ या था?
आपने जानकारी अपने अवचेतन म डाल द थी और फर आप कसी सरी चीज़ के
बारे म सोचने लगे थे, ले कन आपके अवचेतन ने कहा, मुझे इस पर काम करना होगा
और इसने जवाब पेश कर दया। हम व ा थय को यह नह सखाते ह क यह कैसे
करना है। हम उ ह यह भी नह बताते ह क उनके पास एक अवचेतन है… जो लोग
व ास करते ह क उनक क़ मत ख़राब होने वाली है, उनक हो जाती है, य क
उ ह ने अपने मन क ऐसी ही ो ा मग क है। जो लोग यक़ न करते ह क उनक
क़ मत अ छ होने वाली है और जवाब मलने वाला है, वे आम तौर पर इसे पा लेते
ह, य क उ ह ने अपनी सफलता का वचार अपने अवचेतन म रख दया है। हम
ब च को दखाते थे क यह कैसे करना है, जब हम उ ह ाथना करना सखाते थे।
ाथना अवचेतन म नदश भरने का एक और प है…’
ये कुछ जवाब थे, जो बल लयर ने ड बी डायल को दए। हाल ही म, बल लयर ने पचास
या य वाली एक षणर हत बस बनाई है, जो भाप से चलती है। इससे यह सा बत होता
है क इंटनल क ब चन इंजन को व था पत कया जा सकता है।
आपके अवचेतन मन म ज़बद त श याँ भरी पड़ी ह। य द आप संसार क कसी
भी सम या का समाधान खोज रहे ह, तो आप समाधान के बारे म जतनी जानकारी बटोर
सकते ह , बटोर ल। सरे श द म, इसे अपने चेतन मन से सुलझाने क को शश कर। जब
आपके सामने प थर क द वार आ जाए, तो आ था और व ास के साथ अपने अवचेतन
मन से आ ह कर और आप पाएँगे क यह सारी आव यक जानकारी इक कर लेगा।
जवाब तैयार करने के बाद यह इसे आपके चेतन मन के सामने पेश कर दे गा।

उसने कैसे बना के ाथना क


मे सको क हाल क एक या ा म कुछ म ने मेरा वागत कया। इस ख़ास घर म, जहाँ
हम सभी अवचेतन मन क श य के बारे म बात कर रहे थे, एक आदमी अ वासी था, जो
पछले बीस साल से मे सको सट म रह रहा था। उसने मुझे बताया क बीस साल से
यादा समय पहले उसे कसर हो गया था। सैन ां स को के एक डॉ टर ने उसे बताया था
क उसके पास जीने के लए केवल तीन महीने थे, य क कसर उसके पूरे तं म फैल चुका
था। उसक एक साल क बेट थी; उसक प नी उन दोन को छोड़कर चली गई थी। डॉ टर
क घोषणा से उसे भारी सदमा लगा।
म ने उसे टजुआना, मे सको म उपचार कराने क सलाह द , जहाँ एक ख़ास
ली नक म रो गय को एक अनूठे कसर उपचार से अद्भुत प रणाम मल रहे थे। उसने
अपनी बेट कसी को गोद दे ने के बारे म सोचा। एजसी ने उसे बताया क वे उसक बेट को
कसी अ छे घर म भेज दगे। टजुआना के ली नक म लगभग दस इंजे शन के बाद वह
पूरा व थ हो गया और उसके बाद दोबारा बीमार नह आ। बेशक इस आदमी को उस
च क सा म गहरा व ास था और उसके अवचेतन ने इसी अनु प त या क ।
चाहे आपक आ था क व तु स ची हो या झूठ , आपको अपने अवचेतन से वही
प रणाम मलगे। यह हमेशा आपके गहरे व ास या मा यता पर त या करता है। इस पूव
कसर रोगी को अंधा व ास था क अगर खूबानी के रस का इंजे शन दया जाएगा, तो वह
ठ क हो जाएगा।
व थ होने के बाद वह सैन ां स को लौटा और उसने अपनी बेट को खोजने क
को शश क , ले कन उसे जानकारी नह मल पाई क कन लोग ने उसे गोद लया था।
एजसी ने बताया क क़ानूनन उसे जानकारी नह द जा सकती। फर उसने सैन ां स को
क एक म से परामश लया। उस म हला ने उससे कहा, ‘अथक ाथना करगे, तो आप
उसे पा लगे।’ उसने उससे पूछा, ‘कैसे?’ म ने कहा, ‘आप अपनी बेट से ेम करते ह और
आप बना थके ेम कर सकते ह। आप कभी अपनी बेट से ेम करना नह छोड़ते ह।
आपको दन भर उसके बारे म नह सोचना है, ले कन आपका ेम कभी नह मरता है, कभी
नह सोता है, कभी नह थकता है। ेम आपको उसक ओर ले जाएगा।’
वह हर रात अपने अवचेतन से बात करते ए कहता था, ‘ ेम रा ता खोल दे ता है
और म अपनी बेट से दोबारा मलता ँ।’ लगभग एक स ताह के अंत म उसे एक ब त प
सपना दखा। इसम उसने अपनी बेट को अपने नए अ भभावक के साथ प ता से दे खा।
वह सैन ां स को का पता जानता था, य क यह सपने म उसे प ता से दखाया गया
था।
अगले दन वह वहाँ गया और उसने अपनी बेट को गोद लेने वाले अ भभावक को
बताया क वह कौन था। उसने कहा क वह अपनी बेट को बस दोबारा दे खना चाहता था।
उसने प कर दया क उसका उनसे ब ची छ नने का कोई इरादा नह था। उसने उ ह
अपने दद और दहशत के बारे म बताया, जब उसे जानकारी द गई थी क उसके पास जीने
के लए केवल तीन महीने थे। उसने बताया क वह चाहता था क उसक बेट क सही
दे खभाल हो। उसक चरम प र थ तय म उसने सोचा था क इकलौता तरीक़ा यही था क
ब ची को गोद लेने वाले क म प ँचा दया जाए।
नए अ भभावक ने कहा क ब ची अभी इतनी छोट है क समझ नह सकती,
ले कन वे उसके त ब त दयालु थे और उ ह ने उसे आ त कया क उनके घर म उसका
हर समय वागत है। जब ब ची पया त बड़ी हो जाएगी, तो वह भी समझ जाएगी। अब वह
और उसक बेट नय मत प ाचार करते ह और वह मे सको म कई बार उसके घर आ
चुक है। उसने बना थके ेम कया, जब क उसके अवचेतन ने, जो सब कुछ जानता है और
दे खता है और जसके पास उपल ध का सारा ान है, ने दै वी योजना म रा ता खोल दया।
ेम कभी असफल नह होता।

टे लीसाइ क स और ाथना
जैसा पहले बताया गया था, टे लीसाइ क स आपके अवचेतन के साथ संपक करके
सम या के समाधान और जवाब पाना है। बाइबल कहती है, सफ़ श द कहो और मेरे
सेवक का उपचार हो जाएगा। - मै यू 8.8। श द एक प प से प रभा षत वचार या
भलाई क धारणा है। उपचार का मतलब केवल शारी रक उपचार ही नह है, ब क मन का,
धन का, पा रवा रक संबंध का, आपके या कसी सरे से संबं धत कारोबारी और आ थक
थ तय का उपचार भी है।
आपका चेतन मन चयनशील होता है, इस लए शंका, चता, आलोचना आ द पर
क त न ह । शंकालु और ग़ैर- व ासी को मु कल समय का सामना करना होता है।
श द आपका व ास है - आप जसम सचमुच व ास करते ह। आप ज दबाज़ी करके या
शी ता करके या कसी तरह का मान सक दबाव डालकर ाथना म सफल नह होते ह।
अपने अवचेतन को कोई चीज़ करने के लए ववश करना वैसा ही है, जैसे कोई म हला कहे,
‘मुझे यह सम या श नवार को सुलझाना है - यह बेहद मह वपूण है।’
तनाव त या च तत होने के बजाय अपना आ ह शां त से आ था और व ास के
साथ अपने अवचेतन मन को स प द, यह जानते ए क जस तरह ज़मीन म बोया गया
बीज अपनी तरह के फल दे ता है, उसी तरह आपके आ ह का जवाब भी आपक इ छा के
अनु प ही होगा।

कस तरह उसके बेटे ने उसक सम या सुलझाई


हाल म, एक आदमी ने मुझे बताया क वह दवा लया होने वाला था। वह बौखला गया और
उसे अहसास आ क उसक असफलता से कई लोग को नुक़सान होगा। उसने अपने बेटे
से कहा क वह ई र से शां त तथा मु के लए ाथना करे और बताया क ‘डैडी मु कल
म ह।’ अचानक, अ या शत प से म उसके बचाव के लए आ गए और उसक व ीय
सम या को सुलझा दया।
उसके बेटे ने उसे पहले ही बता दया क एक दे व त ने उसके सपने म आकर उसे
बता दया था क उसके डैडी का काम हो गया था। ब चे ने सहजता से व ास कर लया।
जब आप ाथना करते ह, तो आपको इस अथ म छोटा ब चा बन जाना चा हए क ब चा
इतना आलोचक, व ेषणा मक या उदासीन नह होता। आ या मक गव ाथना का एक
बड़ा खोट है। तनावर हत ह , जाने द, अपने यादा गहरे मन पर भरोसा कर और ब चे जैसी
आ था रख। आपको भी जवाब मल जाएगा।
कैसे एक बकर अपने अवचेतन का इ तेमाल करता है
मेरा एक बकर म दावा करता है क वह सम या को इस तरह सुलझाता है :

म अपने भीतर क ई रीय उप थ त के बारे म सोचता ँ और इस त य पर वचार


करता ँ क ई र असीम बु म ा है, असीम श है, असीम ेम है, असीम ा है
और ई र के लए कुछ भी असंभव नह है। ई र इस आ ह पर यान दे रहा है और म
जवाब को अभी, इसी पल वीकार करता ँ। म आपको ध यवाद दे ता ँ, परम पता।
वह कहता है क वन ता और हणशीलता क यह तकनीक कभी असफल नह होती। जब
भी कोई नकारा मक वचार आपके मन म आए, तो हर बार उस पर हँस द। मान सक प
से तनावमु हो जाएँ।

सफल ाथना क ख़ुशी कैसे महसूस कर


लोग अ सर दावा करते ह क वे कसी ऐसी चीज़ क अनुभू त नह कर सकते, जो अनुभव
नह क गई है। दे खए, अगर म आपको बताऊँ क सबसे अद्भुत चीज़ हो गई है और म
आपको ववरण न बताऊँ, ब क कुछ मनट तक आपको असमंजस म रखू,ँ तो या आप
सुखद याशा का अनुभव नह कर सकते? इसी तरह, आप सफल ाथना क ख़ुशी म भी
वेश कर सकते ह।

मरणीय ब …

1. एक म हला ने अपने लॉकोमा का इलाज यह दावा करके, महसूस करके और


जानकर कया क उसके अवचेतन मन क सृजना मक ा, जसने उसक आँख
को बनाया था, उनका उपचार कर दे गी। उसने अ सर दावा कया: ‘सृजना मक ा,
जसने मेरे शरीर को बनाया है, इस समय मेरी आँख को दोबारा बना रही है।’ उसने
यह क पना भी क क उसका डॉ टर उसे बता रहा था क एक चम कार हो गया है
और उसे पूण वा यलाभ का अनुभव आ।
2. एक म हला को वा य क ाथना करने के कोई प रणाम नह मले, य क वह कई
लोग के त े ष, श ुता और भावना रखती थी। इससे उसके उपचार म बाधा पड़ी
और उसक हालत धीरे-धीरे बगड़ती चली गई। उसने अ य वचार रखने के लए
ख़ुद को मा करने और इनक जगह पर ई र-स श वचार रखने का नणय लया।
साथ ही, उसने उन लोग को आशीष दया, जनसे वह े ष करती थी। अंत म सारा
े ष और श ुता चली गई; और इसके साथ ही बीमारी भी चली गई।
3. भाप से चलने वाली बस और कई अ य असाधारण आ व कार के आ व कारक बल
लयर अपनी सारी सफलता का ेय अपने अवचेतन मन के ान को दे ते ह। वे कसी
इंजी नय रग या शोध ोजे ट का सारे पहलु से अ ययन करते ह और जब वे अपने
मन म बंद गली म प ँच जाते ह और सम या को नह सुलझा पाते, तो वे अपना
वचार अपने अवचेतन मन के हवाले कर दे ते ह, जहाँ यह अंधकार म उगता है और
सारी आव यक जानकारी हा सल कर लेता है। जब बल लयर कसी सरी चीज़ म
उलझे रहते ह या उसके बारे म भूल चुके होते ह, तो उनका अवचेतन उनके सामने
जवाब पेश कर दे ता है। सृजना मक वचार के लए अपने अवचेतन का दोहन करके
उ ह ने 28 म लयन डॉलर से यादा एक त कर लए ह।
4. आप बना के ाथना करते ह, ले कन दन भर ाथना नह करते ह। इसका अथ है
क आप सृजना मक तरीक़े से और ेमपूण तरीक़े से सोचते ह। एक आदमी अपनी
बेट से ेम करता है; उसका ेम कभी असफल नह होता, कभी नह थकता। वह
दन भर त रहता है, ले कन जब भी वह उसके बारे म सोचता है, उसके भीतर ेम
उमड़ आता है। ेम कभी नह मरता और कभी बूढ़ा नह होता; यह अमर है। एक
आदमी क ब ची को गोद ले लया गया था और वह उसे दोबारा दे खना चाहता था।
उसके अवचेतन ने उसके ेम पर त या करके उसे बता दया क वह कहाँ थी।
इससे एक सुखद पुन मलन आ।
5. आप मान सक दबाव के ज़ रये अवचेतन मन म बीज नह बो सकते। तनावमु हो
जाएँ, श थल रह - बस आ था और व ास के साथ आ ह कर, इस दली भरोसे के
साथ क जवाब न त प से मलेगा।
6. एक आदमी दवा लया होने क कगार पर था। वह दहशत म था और उसने अपने बेटे
से कहा क वह उसके लए ाथना करे। ब चे को पूरा भरोसा था क ई र उसके
पता क दे खभाल करेगा और उसके अवचेतन ने उसे एक यारे दे व त के ज़ रये
जवाब दया, जसने उसे बताया क उसके पता के साथ कुछ बुरा नह होगा। म
उसक सहायता के लए आ गए और वह दवा लया नह आ। जब हम ाथना करते
ह, तो हम अपने अहं और झूठे गव को एक तरफ़ रख दे ना चा हए और उसे सच के
प म वीकार करना चा हए, जसे हमारी तकश और इं याँ नकारती ह।
7. एक बकर सभी पहलु से ई र के बारे म सोचकर सबसे मु कल सम या को
सुलझाता है - असीम ेम, असीम सौहाद, असीम बु म ा, असीम ा और
सव ापी श । फर वह अपने उ चतर व प से कहता है, ‘तुम इस आ ह को पूरा
कर रहे हो और म अभी, इसी पल जवाब को वीकार करता ँ।’ उसे दै वी प रणाम
मलते ह।
8. य द आप रे ग तान म या ा कर रहे ह और ब त यासे ह , तो या री पर एक
नख़ ल तान दे खकर आपको सुखद याशा नह होगी? इसी तरह, आप सुखद
भावना म प ँच सकते ह, बशत आप अभी अपनी ाथना का जवाब महसूस कर।
अगर आप अपना घर बेचना चाहते ह और एक ख़रीदार आकर आपको क़ मत चुका
दे , तो आप ख़ुश ह गे। इसे उलट द और बेचने पर होने वाली सुखद भावना ाहक को
आपक ओर आक षत करेगी। या और त या समान होती ह।
14

टे लीसाइ क स क श , जो जीवन क
अ छ चीज़ आपक ओर लाती है
प छले स ताह एक म हला से मेरी बातचीत ई, जो ब त उ न थी, य क उसके प त
ने उसे बताया था क वह उसे छोड़कर एक सरी म हला के साथ रहने जा रहा है।
उसने कहा क तीस साल के वैवा हक जीवन के बाद यह ब त बड़ा झटका था। मने उसे
एक पं का मतलब समझाया:म अपने सारे लेश म बेहद ख़ुश ँ - को र थय स 7:4।
इसका मतलब है क चाहे जो हो जाए आपको ख़ुश होना चा हए क ई र यानी आपके
अवचेतन मन के भीतर क सवश मान जी वत आ मा के पास आपके लए भ व य म
कुछ अ छा है। आपको तो बस अपने मन और दल को खोलना है तथा अद्भुत उपहार को
अपने अ त व क गहराइय से पाना है।
मने यह भी सुझाव दया क उसे ‘प त को छोड़ दे ना’ चा हए और उसके लए जीवन
क सारी नयामत क कामना करनी चा हए, यह जानते ए क दै वी सही काय उसे
संचा लत करते थे; य क स चा ेम हमेशा मु करता है। मने कहा क उसे यह अहसास
करना होगा क जो प त के लए सही काय है, वह उसके लए सही काय है। इसी अनुसार
उसने अपने प त को पूरी तरह से मु कर दया और लास वेगस म तलाक ले लया। वह
ख़ुद से बार-बार कहती रही, ‘म आनं दत ँ और ध यवाद दे ती ,ँ य क ई र के चम कार
और वरदान इस समय मेरे जीवन म स य ह।’
अपने टे लीसाइ कक नज़ रये के फल व प, जसका मतलब बस यह है क उसने
अपने अवचेतन क बु म ा के साथ चेतन सामंज य बैठाया और संवाद कया, उसके पूव
प त से उ लेखनीय त या मली, जसने इस दौरान पुन ववाह कर लया था। उसने उस
म हला को क़ानूनी अनुबंध के अलावा 50,000 डॉलर अ त र दए। कुछ समय बाद,
जस वक ल ने उस म हला का मुक़दमा लड़ा था, उसने उसके सामने णय नवेदन कया
और अब वे सुखद प से ववा हत ह। (मुझे यह ववाह कराने का सौभा य मला था।)
उस म हला ने मुझसे कहा, ‘म अब जान गई ँ क टे लीसाइ क स या है: इसका
अथ ई र के साथ संपक करना है।’ इस म हला को अहसास आ क ‘अपने लेश म
आनं दत होने’ का एक आंत रक अथ था। इसका अथ यह नह है क आप दद होने या
बीमार होने या ासद का अनुभव करने म आनं दत ह । इसके बजाय आप तो इस लए ख़ुश
होते और ध यवाद दे ते ह, य क आप जानते ह क एक ई रीय उपचारक उप थ त है, जो
हमेशा उपचार करने और आपके अ त व को दोबारा नया करने क इ छु क है, बशत आप
अपना दलो दमाग़ इसे ा त करने के लए खोल द। यही नह , आप इस लए आनं दत होते
ह, य क आप जानते ह क ई रीय जीवन क इ छा यादा वतं ता, ख़ुशी, आनंद, शां त
और जीवंतता के लए है - सरे श द म, अ धक चुर जीवन। जीवन हमेशा आपके ज़ रये
यादा ऊँचे तर पर ख़ुद को करना चाहता है। टे लीसाइ कक बन जाएँ; अपने यादा
गहरे मन म ई रीय समृ के साथ संवाद कर। आपको शानदार और अद्भुत त या
मलेगी।

टे लीसाइ क स उसके जीवन म सफलता कैसे लाई


कुछ साल पहले मने एक आदमी से बात क , जसक एक तभाशाली पृ भू म थी, ले कन
जैसा उसने ख़ुद कहा, ‘म कभी कह प ँचता नज़र नह आता ँ।’ यह आदमी अपनी
आ मा के बारे म कुछ नह जानता था और यह भी नह जानता था क इसके साथ संवाद
कैसे करना है।
मने उसे समझाया क एक सफल जीवन और के वचार तं तथा मान सक
च के बीच एक न त संबंध होता है। कसी भी पु ष या म हला के लए सफल होना
दरअसल तब तक असंभव है, जब तक क वह सफलता के साथ सामंज य न कर ले।
सफलता सफल तरीक़े से जीना है। इसका मतलब है क आप अपने ाथना जीवन म सफल
ह, सरे लोग के साथ अपने संबंध म सफल ह, अपने चुने ए काम म सफल ह और
अपनी आ मा के साथ संवाद करने म सफल ह।
यह आदमी कई साल से वधा, डर और असफलता के साथ सामंज य कर रहा था। अब
उसने अपने मान सक नज़ रये को उलट लया और बार-बार दावा कया :

म अब सफलता, सौहाद, शां त और समृ के साथ मान सक व भावना मक प से


जुड़ गया ँ और म जानता ँ क इस पल के बाद म आकषण का चुंबक य क ,ँ जो
अपनी आ मा (अवचेतन) क श य को पुनज वत करता है और जसका म दावा
करता ँ, उसे बाहरी कट करण म लाता ।ँ

उसने भावना के साथ जानते ए और अथपूण तरीक़े से इन स य का दावा कया,


दन म कई बार। जब डर या असफलता के वचार उसके मन म आए, तो उसने तुरंत इन
श द के साथ नकारा मक वचार को तुरंत ख़ म कर दया, ‘सफलता और दौलत अब मेरी
है।’ जब भी नकारा मक वचार ने उसके मन का दरवाज़ा भड़भड़ाया, उसने उ ह यह
कहकर लौटा दया, ‘सफलता और दौलत अब मेरी है।’ कुछ समय बाद इन नकारा मक
वचार ने सारी ग त गँवा द और वह सीधी लक र का चतक बन गया, यानी सृजना मक
चतक - एक ऐसा आदमी जो स ांत और शा त स य के कोण से सोचता है।
अपनी आ मा के साथ इस संवाद म, जसे हम टे लीसाइ क स कहते ह, उसके मन म
मान सक और आ या मक नयम का श क बनने क एक बल इ छा जागी। आज वह
एक पादरी है, जो मन के नयम सखा रहा है। वह अपने काम से ेम करता है और अपने
जीवन के सभी पहलु म असाधारण प से सफल है। जब उसने अपनी साइक के साथ
सही तरीक़े से संवाद करना शु कया, तब त या मली। अवचेतन ने जीवन म उसक
स ची जगह दखाई और उसके दल क इ छा को साकार करने के लए सारे दरवाज़े खोल
दए।
आप जो करने से ेम करते ह, अगर आप वह कर रहे ह, तो आप ख़ुश और सफल
ह।

टे लीसाइ क स आपको सखाता है क जो क़ानून आपको बाँधता


है, वही क़ानून आपको मु करता है
अ छा सोचगे, तो अ छा होगा; अभाव सोचगे, तो अभाव होगा। आप कसी भी श का
इ तेमाल दोन तरीक़ से कर सकते ह। जब आप चेतन प से सौहाद, वा य, शां त,
समृ और सही काय पर क त होते ह और अपने मन को इन वचार- च से त रखते
ह, तो आप वही काटगे, जो आपने बोया है। सरी ओर, य द आप चेतन प से असफलता,
अभाव, सीमा या डर पर क त रहते ह, तो आप अपनी नकारा मक सोच के प रणाम
अनुभव करगे।
ई र स श वचार पर बारंबार एका ता आपके जीवन म चम कार कर दे गी। वही
हवा नाव को च ान से टकरा दे ती है या उसे सुर त बंदरगाह तक प ँचा दे ती है।
टे नीसन ने कहा था, ‘संसार जसके सपने भी नह दे ख सकता, उससे यादा चीज़
ाथना से मलती ह।’ ाथना सोचने का एक तरीक़ा है; यह सृजना मक मान सक नज़ रया
है, जसके साथ यह सतत जाग कता रहती है क आप अपने अवचेतन मन पर जो भी
छाप छोड़ते ह, वह संसार के पद पर कट हो जाएगी।
एक लड़के क टे लीसाइ कक यो यता ने उसक माँ क जान कैसे
बचाई
लगभग दस साल का एक लड़का हर सुबह मेरे रे डयो काय म सुनता है। उसने मुझे एक
प लखा क हर रात सोने जाने से पहले वह मेरी ाथना दोहराता है, जो मने उसे कुछ
महीने पहले भेजी थी। यह इस तरह है :

म शां त म सोता ँ, म आनंद म जागता ँ। ई र मुझसे और मेरी माँ से ेम करता है


और हमारी र ा करता है। ई र मुझे हर चीज़ बताता है, जो मुझे हर जगह हर समय
पता होनी चा हए।
इस लड़के को अ सर बुरे सपने आते थे, ले कन हर रात ऊपर बताई गई ाथना का
इ तेमाल करने ने अंततः इन नकारा मक रा कालीन घटना का उपचार कर दया।
उसक माँ एक दन कचन म उसके लए खाना बना रही थ , जब वह कूल से
लौटकर आया। अचानक वह दौड़कर कचन म गया और ज़ोर से चीख़ते ए बोला: ‘म मी,
बाहर नकलो, अभी! व फोट होने वाला है!’ उसक माँ ने उसक ओर दे खा, उसके राख
जैसे चेहरे और उसके काँपते शरीर पर नज़र डाली और वे दोन तेज़ी से भागते ए आँगन म
प ँच।े कुछ ही पल बाद कचन म एक गैस व फोट हो गया, जो प प से कह पर
रसाव क वजह से आ था, जसने मकान के उस ह से को आं शक प से तबाह कर
दया। उस लड़के ने एक आंत रक आवाज़ सुनी थी, जसने उसे वह करने और कहने का
आदे श दया, जो उसने कया।
यही स य टे लीसाइ क स है। हर रात, यह लड़का ाथना कर रहा था क ई र या
ई रीय ा, उसक तथा उसक माँ क र ा कर रही थी और उसे हर चीज़ बता द जाएगी,
जो भी उसे पता होनी चा हए। अपनी साइक या अवचेतन के साथ उसके सतत संवाद ने वह
त या उ प क , जो उसक माँ क जान बचाने के लए ज़ री थी।

अपनी परेशा नय को हटाने के लए उसने टे लीसाइ क स का


इ तेमाल कैसे कया
कुछ समय पहले मने एक युवा म हला से बातचीत क , जो अपने चौथे तलाक़ से उसी समय
गुज़री थी। अब वह दो ‘परेशा नय ’ से घरी थी, यानी े ष और ई या, जो दरअसल
मान सक वष ह। उसने अपने पछले प त को कभी माफ़ नह कया था और उसके त
गहरे े ष क वजह से वह अवचेतन आकषण के नयम के अनुसार उसी तरह के पु ष को
आक षत करती रही। दरअसल, दोष दे ने के लए ख़ुद के सवाय कोई सरा था ही नह ।
उसे अहसास होने लगा क े ष एक नकारा मक, वनाशकारी भाव है, जो उसके
भीतर एक आ मक दद उ प कर दे ता है, जससे उसका पूरा शरीर कमज़ोर हो जाता है
और आ म वनाश का एक अवचेतन तं बन जाता है। े ष करना ख़ुद से बदला लेना है।
सरी परेशानी थी ई या, जो डर तथा असुर ा व हीनता के एक गहरे अहसास क
संतान है। जैसा अ सर होता है, ा या ही इलाज बन जाती है। वह जाग क बन गई क
ई या का मतलब कसी सरे को सहासन पर बैठाना और ख़ुद को नीचे गराना था।
उसने सर के साथ तुलना करना छोड़ दया और यह अहसास करने लगी क वह अनूठ
थी, क संसार म उसके जैसा कोई सरा नह था और जो भी वह चाहती थी, उसम उस पर
दावा करने क मता थी और वह अपने भीतर जसे सच महसूस करती थी, उसका
अवचेतन उसक पु करेगा।
वह इस तरह ाथना करती थी :

म अपने सभी पूव-प तय को पूरी तरह से ई र के हवाले करती ँ और म उनके लए


जीवन के सभी वरदान क सचमुच कामना करती ँ। म जानती ँ क उनक
ख़ुश ़क मती मेरी ख़ुश ़क मती है और उनक सफलता मेरी सफलता है। म इस बारे म
पूरी तरह जाग क ँ क जो जहाज़ मेरे भाई के लए घर आता है, वह मेरे लए भी
आता है। म जानती ँ क ेम और ई या इक े नह रह सकते। म नय मत और
सु नयो जत प से दावा करती ँ क ई र का ेम मेरी आ मा को पूरा भरता है और
ई र क शां त मेरे मन म लबालब भरी है। म अब एक ऐसे को आक षत कर
रही ँ, जो हर तरीक़े से मेरे सामंज य म रहता है और हमारे बीच आपसी ेम,
वतं ता तथा स मान है। म नकारा मक वचार रखने के लए ख़ुद को मा करती ।ँ
जब भी मेरे कसी पूव-प त क त वीर मेरे मन म आती है, तो म उसक पुरानी छ व के
बजाय एक दयालु, एक शांत च रख ँ गी। म जानती ँ क कब मने सचमुच माफ़
कर दया है, य क तब पूव प तय क याद आने पर म कोई े ष महसूस नह
क ँ गी। म अब शां त म ँ।
उसने इन स य को दन म कई बार दोहराया और वह जानती थी क इस तरह वह
उ ह अपने अवचेतन मन पर अं कत कर रही थी। उसे एक आंत रक और बाहरी कायाक प
का अनुभव आ। उसने एक अद्भुत पादरी से ववाह कर लया और जीवन म उनक या ा
आगे क ओर, ऊपर क ओर और ई र क ओर रही है।
इस म हला ने सीखा क े ष वह कड़ी है, जो आपको उस से अटल प से
जोड़ती है, जससे आप े ष करते ह। जब आप चोट प ँचाने वाले को मा करते ह
और आशीष दे ते ह, तो आप मु हो जाते ह। जब आपक मा स ची होती है, तो सामने
वाले क याद या मान सक च आने पर आप भुनभुनाएँगे नह - कोई े ष नह होगा और
आप शां त म रहगे।

मरणीय ब …

1. लेश म आनं दत होना न त प से वरोधाभासी नज़र आता है। बहरहाल, इसका


अथ यह ान है क जब आप अंदर वास करने वाली उप थ त क ओर मुड़ते है, तो
यह आप पर त या करेगी, आपका उपचार करेगी, सारे आँसू प छ दे गी और
आपको ख़ुशी तथा मान सक शां त के उ च माग पर प ँचा दे गी। एक म हला के प त
ने उसे छोड़ दया, ले कन वह आनं दत होने लगी क ई र के पास उसके लए भ व य
म कुछ अद्भुत और शानदार था। जब उसने मा करना जारी रखा, तो उसने पाया
क उसका पूव-प त आ थक से उसके त ज़ रत से यादा उदार रहा था और
इसके कुछ समय बाद ही उसने अपने सपन के पु ष को अपनी ओर आक षत कर
लया और अब वह सुखद प से ववा हत है। उसने इस संसार म ई र क अ छाई
का आनंद लया और टे लीसाइ क स ने उसे ज़बद त लाभ प ँचाया।
2. कसी के लए सफल होना दरअसल तब तक असंभव है, जब तक क वह सफलता
के साथ अपना तादा य न कर ले। सफलता सफल जीवन जीना है। अपने मन को
‘सफलता और दौलत’ के वचार से सराबोर कर ल और जब असफलता या डर के
नकारा मक वचार मन म आएँ, तो उनक जगह पर तुरंत सफलता और दौलत के
वचार रख ल। कुछ समय बाद आपका म त क सफलता और दौलत के साँचे म ढल
जाएगा। इस तरह अपनी आ मा के साथ संवाद करने पर आपके स चे गुण और
यो यताएँ उजागर हो जाएँगी और आप सफल होने के लए मजबूर हो जाएँग।े
3. वह क़ानून जो आपको बाँधता है, वही आपको वतं भी करता है। अ छाई सोचगे,
तो अ छा होगा; नकारा मक तरीक़े से सोचगे, तो नकारा मक चीज़ ह गी। अगर
आपने अपने अवचेतन पर अभाव, सीमा और असफलता के वचार अं कत कए ह,
तो आप सफलता, समृ , शां त, सौहाद और सही काय के वचार के साथ अपने
मन को त रखकर इस साँचे को उलट सकते ह। आप पुराने साँच को मटा दगे
और आपका अवचेतन पुराने बंधन से आपको मु कर दे गा।
4. एक छोटे लड़के ने कचन म व फोट से अपनी माँ को बचा लया। वह हर रात अपने
अवचेतन क बु म ा के साथ संवाद करके टे लीसाइ क स का अ यास करता था
और यह आ ह करता था क ेम और उसके यादा गहरे मन क बु म ा उसक
तथा उसक माँ क र ा करेगी। उसका अवचेतन जानता था क कचन म गैस का
रसाव है, जहाँ उसक माँ काम कर रही थी, इस लए वह उस लड़के से एक बल
आंत रक आवाज़ म बोला और लड़के ने अपनी माँ से च लाकर तुरंत बाहर नकलने
को कहा। यह स ची टे लीसाइ क स है। आपके भीतर वह बु म ा है, जो सब कुछ
जानती है और सब कुछ दे खती है और जब आप इससे कहते ह क यह आपके सामने
वह उजागर कर दे , जो आपको सारे समय जानने क ज़ रत है, तो यह ऐसा कर दे गी
और इससे भी यादा करेगी।
5. े ष बाँधने वाली क ल है। यह वनाशकारी मान सक वष है, जो आपक जीवंतता,
उ साह और ऊजा को चूस लेता है। ई या डर क संतान है और असुर ा तथा हीनता
के अहसास पर आधा रत है। इन दो ‘छोट लोम ़डय ’ क शकार एक म हला ने चार
प तय को आक षत कया था, जनम से येक पहले वाले से बदतर था। े ष और
ई या के उसके अवचेतन अती य साँचे ने आकषण के नयम के अनुसार समान
कार के य को आक षत कया था। उसने मान सक प से अपने चार पूव-
प तय को मु कर दया, उनके लए वा य, ख़ुशी और शां त क कामना क और
यह जान लया क जब उनक याद आने पर भी वह शांत रहेगी, तो वह सफल हो
जाएगी। वह इस मान सक और आ या मक अ यास म सफल ई। फर उसने
आ या मक वृ के एक अद्भुत आदमी को आक षत कया और वे सुखपूवक जी
रहे ह।
15

टे लीसाइ क स को अपने जीवन का


कायाक प कैसे करने द
मे रीसबसबसे लोक य पु तक के एक पाठक और रे डयो ोता का नीचे दया प ख़ुद ही
कुछ बयां कर दे ता है। इस प के लेखक ने मुझे इसे का शत करने क अनुम त द
है।
लॉस एंजे लस, कैलीफ़ नया

य डॉ. मफ़ ,
लगभग पाँच साल पहले मने आपका रे डयो सारण सुनना शु कया, जसने तुरंत
मेरा यान ख च लया, य क आपके कथन ब त साहसी, भावी और सकारा मक
थे, जनम से कई उसके ठ क वपरीत थे, जो मुझे मेरे जीवन के पूरे पचास साल म
बताया गया था। मेरा जीवन अ त- त हालत म था, आ थक से, आ या मक
से और घरेलू से, इस लए मने तक कया क आपक नसीहत पर अमल
करने म या नुक़सान हो सकता है।
म वलशायर एबेल थएटर म आपके र ववार सुबह के वचन म जाने लगा और मने
आपक पु तक द पावर ऑफ़ यॉर सबकॉ शस माइंड पढ़ । इस पु तक क वजह से
मेरी सोच म 180 ड ी का प रवतन आ। जब मेरी सोच बदली, तो मेरी प र थ तयाँ
भी बदल , य क ऐसा होना अ नवाय है।
जब मने पहलेपहल आपके वचन सुनना और पढ़ना शु कया, तो मेरी कार इतनी
पुरानी थी क म शम से बचने के लए उसे वलशायर एबेल से थोड़ी र ही खड़ी करता
था। मेरे पास कोई नौकरी या पद नह था, न ही म यह जानता था क मुझे कस तरह
क नौकरी या पद क तलाश करनी चा हए। मेरा प रवार और म एक भीड़ भरे
अपाटमट म रह रहे थे और मेरा कराया बाक़ था। म डरावनी, नराशाजनक मान सक
अव था म था और यह नह जानता था क कस ओर मुडूँ
दे खए, डॉ. मफ़ , प र थ तयाँ सचमुच बदल गई ह, इतनी यादा क मुझे ख़ुद को
चकोट काटनी पड़ती है, ता क यह सु न त कर लूँ क ये सारी अद्भुत चीज़ सचमुच
मेरे साथ हो रही ह। और म आपको इसका ेय दे ता ँ, य क यह आपक नसीहत
ही थी, जसने मुझे सही मोड़ दखाए। तब से म आपक कई पु तक पढ़ चुका ।ँ
अब मेरा ख़ुद का कारोबार है, जसे बढ़ते दे खकर म हर दन आनंद लेता ँ। हमारा
एक सुंदर, आरामदे ह घर है, जहाँ से पहाड़ी का सुंदर नज़ारा दखता है। मेरी प नी और
मेरे पास अपनी पसंद दा कार ह, जनम सारी सु वधाएँ ह। हमने कई नए, अद्भुत म
बनाए ह। हमारे सारे ब चे (छह) सुखद प से ववा हत ह और कारोबारी जगत म
सफल हो रहे ह। म नह जानता क और कस चीज़ क कामना क ँ । सचमुच ‘मेरा
याला लबालब भर चुका है।’
म आपक रे डयो म न को 5 डॉलर त माह योगदान दे ने का संक प लेता ,ँ
ता क आप उस तरह ‘बताते रह, जो क स चाई है।’ दल क तलहट से आपको
ध यवाद और ई र आपक झोली भरता रहे।
हमेशा शुभाकां ी,
लुइस मेन ड
पुनः : आप इस पूरे प या इसके ह से का, जसम नाम-पता शा मल ह, कसी भी
तरह से उपयोग कर सकते ह: 2688 बैनबरी पी1, लॉस एंजे लस, सीए, 90065।

टे लीसाइ क स एक नमाता के लए कैसे चम कार करता है


कुछ दन पहले एक भवन नमाता से मेरी ब त रोचक बातचीत ई। उसने मुझे बताया क
तीस साल से उसक यादातर सम याएँ सपन ने सुलझाई ह। वह सोने जाने से पहले अपने
अवचेतन से इस तरह बातचीत करता है :

आज रात म सपना दे खने वाला ँ, मुझे सपना सुबह याद रहेगा; सपने म मुझे समाधान
दया जाएगा और जस पल जवाब मलता है, म जागकर उसे अपने ब तर के पास
रखे नोटपैड पर लख लूँगा।
वह कई साल से इस तकनीक को आज़मा रहा है। उसे इस तरह बेहद असाधारण जवाब
मले ह। हाल म वह 5 लाख डॉलर का कज़ लेना चाहता था, ले कन सभी बक ने इ कार
कर दया। सपने म एक पुराना बकर म उसके पास आकर बोला, ‘म तु ह पैसे दे ँ गा।’
उसने तुरंत जागकर संदेश लख लया और सुबह उसने अपने पुराने म को फ़ोन कया,
जससे वह बीस साल से नह मला था। उसे बना कसी द क़त के कज़ मल गया।
एक और बार, जब उसे अपने बेटे के साथ सम या आ रही थी, तो बेटे क माँ सपने
म दखी। माँ ने उससे कहा क लड़का पादरी बनना चाहता था और अपने प त को सलाह द
क वे लड़के क इ छा पूरी कर दे , य क इससे उसक कुंठा का उपचार हो जाएगा। बेटे से
बात करने पर उस आदमी ने पाया क यही सही समाधान था और उसे अपने बेटे के साथ
आगे कोई सम या नह आई।
इस भवन नमाता ने अपने अवचेतन से आ ह कया, जो सब कुछ जानता है, क
यह उसके सपने क अव था म जवाब उजागर करे और चूँ क अवचेतन हमेशा सुझाव का
अनुसरण करता है, इस लए इसने दए गए सुझाव क कृ त के अनु प त या क ।
उसके सपने म दखने वाले पा बस उसके अवचेतन मन के नाटक यकरण थे, जो उसके
सामने जवाब इस तरह दे ते थे, ता क उसका यान और पूण व ास खच जाए। इस तरह
उसके सपन ने उन काय का सुझाव दया है, जो उसक गत सम या को सुलझाने
म सबसे सफल रहे ह।

अपनी सम या को इसी समय सुलझाना शु कर


आपके सामने जो भी ज टल सम या हो, सोने से पहले उसके समाधान पर क त हो जाएँ
और भवन नमाता क तरह व ास के साथ आशा कर क सपने म जवाब मल जाएगा।
आप पाएँगे क आपको जो सम या न सुलझने वाली दखती है, उसके बारे म एक नई
अंत और पूरा जवाब आपको आपके सपने क अव था म या सुबह जागने पर दया
जाएगा।

वह अपनी कुंठा से कैसे उबरी


हाल म मेरी एक म हला से लंबी बातचीत ई, जसने कहा क उसक सास ‘उसे पगलाए दे
रही थ ।’ वह कसी अटके ए रकॉड क यह बात बार-बार दोहराती रही। मने उसे बताया
क वह जो आदे श दे ती है, उसका अवचेतन मन उसे श दशः वीकार कर लेता है। अगर वह
बार-बार कहती रहेगी और आदे श दे ती रहेगी क वह पगला जाएगी, तो उसका अवचेतन इसे
उसका आ ह मान लेगा और उसक मान सक अव था को असामा य कर दे गा, शायद
मनो वकार के कसी प म। उसक सास म उसे वच लत करने क कोई श नह थी, मेरे
यह समझाने के बाद उस म हला ने अपना मान सक नज़ रया बदल लया और शां त से ख़ुद
से कहा :

मेरा शरीर तो इस घर म है, ले कन मेरे वचार और भावनाएँ भीतर क ई रीय


उप थ त के साथ ह। ई र मेरा मागदशक, मेरा परामशदाता है, मेरा पथ दशक है,
मेरा ोत और आपू त है। ई र क शां त मेरी आ मा को भरती है - म दै वी योजना म
अपने घर पर ँ। म कभी अपने भीतर क आ मा को छोड़कर, जो ई र है, कसी
सरे को श नह ँ गी।
वह अपने भीतर इस तट थ ब पर प ँच गई। जब भी वह अपनी सास के बारे म
सोचती थी या जब भी उसक सास आलोचना या ताने भरी बात कहती थी, तो वह ख़ुद से
कहती थी, ‘ई र मेरा मागदशक है और ई र मेरे ज़ रये सोचता, बोलता और काम करता है।
म मुझ पर आपक पकड़ ढ ली करती ँ और आपको मु करती ँ।’
उसने एक स ताह तक इस तकनीक का अ यास कया, जसके बाद उसक सास ने
अपना सामान पैक कया और अ ात जगह चली गई।
इस म हला ने अपने मन म सम या इस तक से सुलझाई क उसक सास उसके
मान सक और भावना मक उथलपुथल का कारण नह थी। यह हम सभी को सखाता है क
हम लोग , थ तय या प र थ तय को श कभी न द, ब क अपना सारा समपण, न ा
और वफ़ादारी अपने भीतर क एकमा सृजना मक श को द: जी वत परम आ मा।

सीख क कोई चीज़ आपको नुक़सान य नह प ँचा सकती


हाल म म एक सांसद से बात कर रहा था, ज ह ने मुझसे कहा क उनके बारे म सभी तरह
के झूठ बोले गए थे, नदा क गई थी और तमाम तरह के बुरे आरोप लगाए गए थे, ले कन
उ ह ने सीख लया था क इस सबसे कैसे परेशान न ह । उ ह ने बताया क उ ह ने यह
समझ लया क सर के काय या कथन मायने नह रखते, ब क उन पर वयं क
त याएँ मायने रखती ह। सरे श द म, कारण हमेशा उसके ख़ुद के वचार थे। इस लए
उसने यह आदत बना ली क वह यह दावा करके अपने भीतर क दै वी उप थ त के साथ
तुरंत सामंज य करेगा: ‘ई र क शां त मेरे दलो दमाग़ को सराबोर करती है। ई र मुझसे
ेम करता है और मेरा यान रखता है।’
अब वह अपने भीतर के ई रीय- व के साथ सामंज य करके सारी आलोचना और
नदा से उबर जाता है। यह नज़ रया लंबे समय से एक आदत बन चुका है। इस तरह उसने
समय-समय पर होने वाले तीखे वार से ख़ुद को तर त कर लया है।

टे लीसाइ क स ने उसक नराशाजनक थ त सुलझाई


वलशायर एबेल थएटर म र ववारीय वचन के बाद एक आदमी ने कुछ पल के लए मुझसे
बात क । उसम एक शांत चमक नज़र आ रही थी, यानी उसक आँख कसी तरह के
आंत रक काश से चमक रही थ । उसने मुझे बताया क कुछ स ताह पहले उसके दो बेटे
वयतनाम म मारे गए थे, उसक प नी म त क के कसर से मर गई थी, उसक प नी क
लंबी बीमारी के दौरान उसक बेट एलएसडी क यादा ख़ुराक से मर गई थी। उसके टोर
के कमचा रय ने इतने यादा पैसे चुरा लए थे क उसे ख़ुद को दवा लया घो षत करना
पड़ा था।
ये कठोर हार थे। उसने कहा क वह काफ़ समय तक त धता क अव था म रहा।
आ ख़रकार उसक वफ़ादार से े टरी ने उसे मरेकल ऑफ़ माइंड डाइनै म स पु तक द ,
जसे उसने च से पढ़ा, ख़ास तौर पर यजन क मृ यु वाला अ याय ‘हर अंत एक
शु आत है।’ इसने उसके लए नए तज खोल दए और जीवन म एक नई अंत दान
क । उसक त धता क अव था ग़ायब हो गई। उसने आंत रक शां त का अद्भुत अहसास
अनुभव कया। वज़न ह का हो गया और उसे का शत होने क नायाब अनुभू त ई।
वचन के बाद, जसका शीषक था, ‘जीवन म सव े क अपे ा कर,’ उसने अपनी
से े टरी के सामने ववाह का ताव रखा और वह उससे शाद करने के लए तैयार हो गई।
एक स ताह बाद मने उनका ववाह संप कराया।
इस आदमी ने एक नए और यादा भ जीवन को दोबारा बनाया और अब वह
सरकार के लए एक वशेष दा य व पर है। उसक आमदनी अ छ है, जो उसक अखंडता
और ईमानदारी के अनु प है।
जैसा आप दे ख सकते ह क जब आप अपने भीतर के ई र से संपक करते ह, तो
कोई थ त नराशाजनक नह होती।

उसने श द क च क सा का कैसे अ यास कया


सैन ां स को के मेरे पुराने म वग य डॉ. डैन क टर ने उस शहर म कई साल तक मन के
व ान पर ा यान दए। वे ‘श द क च क सा’ का अ यास करते थे। मसाल के तौर
पर, य द वे तनावपूण महसूस करते थे, तो वे मन ही मन बार-बार ‘शां त’ श द दोहराते थे।
जब वे कसी चीज़ के बारे म तनाव त या भयभीत होते थे, तो वे मन ही मन ‘अद य’
कहते थे और जब कोई गंभीर सम या सामने आती थी, तो वे बार-बार ‘ वजय’ श द कहते
थे।
डॉ. क टर का कहना था क इन श द को दोहराने के अ यास ने उनके पूरे जीवन म
जा क तरह काम कया। जब वे इन श द का आह्वान करते थे, तो वे दरअसल अपने
अवचेतन मन क सुषु त श य को जा त कर रहे थे और ये श याँ उनके जीवन म
स य और श शाली घटक बन ग ।
मरणीय ब …

1. एक म हला पचास साल से नकारा मक तरीक़े से सोच रही थी। उसने द पावर ऑफ़
यॉर सबकॉ शस माइंड पु तक पढ़ और एक अ त- त जीवन को शां त और ख़ुशी
के जीवन म बदल लया। उसम बताई गई तकनीक पर अमल करने पर उसके जीवन
के सभी पहलु का कायाक प हो गया।
2. आप सोने से पहले अपने अवचेतन से बात कर सकते ह और इसे इस तरह नदश दे
सकते ह: ‘म आज रात सपना दे खने वाला ँ। म सुबह अपने सपने को याद रखूँगा;
मुझे सपने म समाधान दया जाएगा और जवाब आते ही म जाग जाऊँगा और उसे
अपने सरहाने के पास रखे नोटपैड म लख लूँगा।’ आपका अवचेतन सुझाव का
पालन करता है और आप इसके ारा दए जाने वाले जवाब से आ यच कत हो
जाएँग।े इसे ान, भावना और समझ के साथ करगे, तो आपको न त प रणाम
मलगे।
3. सोने से पहले कसी ज टल सम या के समाधान पर यान क त कर; आपके
अवचेतन क बु म ा आपक न द म समाधान पर काम करेगी और आपके सामने
जवाब पेश कर दे गी।
4. जस पर आप श दशः दावा करते ह, उसे आपका अवचेतन वीकार कर लेता है।
आपक मान सक सहम त के बना कसी सरे के पास आपको वच लत करने
क श नह है। आपका शरीर घर म उप थत हो सकता है, ले कन आपका वचार
आपके भीतर के ई र के साथ रह सकता है। सामने वाला कारण नह है;
कारण आपका ख़ुद का मन और आ मा है। ई र के संपक म आएँ और उस परम
पता, स दय व नेक के ोत के कोण से सोच, बोल और काम कर। अपने
श ु को आशीवाद द; अहसास कर क वे अपनी स ची जगह पर ह और दावा कर
क आप दै वी योजना म सुखद अंत दे खने के लए अपनी ख़ुद क जगह पर ह।
5. सर के कथन या काय आपको वच लत नह करते ह; वच लत तो इन चीज़ पर
आपक त या करती है। अपने भीतर ई र क उप थ त पर मनन करके ख़ुद को
तर त कर। इसक आदत डाल ल और आप सर के नकारा मक वचार तथा
कथन के त आ या मक तर ा वक सत कर लगे।
6. कोई भी थ त नराशाजनक नह है। जब कसी य का दे हावसान हो, तो यह
अहसास कर क हर अंत एक शु आत है और य के ई र म नए ज म पर
आनं दत ह । ‘मृत’ जीवन के चौथे आयाम म काय कर रहे ह और उनके पास
नए शरीर ह। वे उनक या ा पर, जसका कोई अंत नह है, आपके ेम, ाथना
और आ के हक़दार ह। एक ने मरेकल ऑफ़ माइंड डाइनै म स का एक
अ याय ‘हर अंत एक शु आत है’ पढ़ा। ऊपर से काश मलने पर उसका पूरा जीवन
बदल गया।
7. आप श द क च क सा का अ यास कर सकते ह। जब डर भरे वचार आएँ, तो मन
ही मन ‘अद यता’ श द बोल। जब वधा त ह , तो ‘शां त’ श द दोहराएँ। जब कोई
सम या आए, तो ‘ वजय’ श द दोहराएँ। जब च तत ह , तो ‘धीरज’ श द दोहराएँ।
जब आप इन श द को दोहराते ह, तो आप अपने अवचेतन मन क सुषु त श को
स य कर दे ते ह और आपके जीवन म चम कार होने लगते ह।
16

कैसे टे लीसाइ क स आपको एक नई आ म-


छ व क श दे सकती है
कु छऔरमहीने पहले म एक दं प के आ ह पर रीनो गया, जो बीस साल से शाद -शुदा थे
अब तलाक़ के बारे म सोच रहे थे। दं प से बात करते समय मने पाया क प नी
हमेशा अपने प त को नीचा दखाती रहती थी। उसने वीकार कया क वह ायः रे तराँ
और नजी सामा जक समारोह म उसे भ बात कहती थ । प त क शकायत थी क वह
लगातार उस पर बेवफ़ाई का आरोप लगा रही थी, जो उसक क पना क उपज थी।

ोध का अ तशयो पूण मामला


इस म हला को ोध के दौरे आते रहते थे, वह ब त यादा ई यालु थी और इस बात क
जद पकड़े ए थी क वह वैवा हक ववाद के लए कसी तरह से ज़ मेदार नह थी। प त
न य था - वह अपनी प नी के बखेड़ और दबंग भावावेश के उद्गार के त पूणतः
दासवत् वहार करता था। ज़ा हर है, कोई भी न संदेह इस नतीजे पर प ँचेगा क कसी
पु ष के लए प नी का ऐसा वहार सहन करना बताता है क उसक भी आं शक ग़लती
होगी।
प नी ने कहा क वह एक ऐसे घर से आई थी, जहाँ उसक माँ दबंग थ - उसक माँ
उसके पता पर कूमत करती थ और सुबह-शाम उसे धोखा दे ती थ । उस म हला ने कहा,
‘मेरी माँ म कोई नै तकता नह थी। वे ू र और लापरवाह थ । मेरे पता मूख थे, शांत थे, जो
हो रहा था, उसके त अंधे थे और मेरी माँ के ग़लाम थे।’
मने उसे बताया क उसके इस तरह के वहार के पीछे या कारण है। सबसे पहले
तो उसे बचपन म कोई ेम या स चा नेह नह मला। उसक माँ शायद उससे ई या करती
थ , उसे हीन और अवां छत महसूस कराती थ । बाद म, पछले बीस साल से वह चोट
प ँचने के ख़लाफ़ र ाकवच बना रही थी। उसक ई या दरअसल डर, असुर ा और हीनता
के अहसास से उ प ई थी। मने उसे बताया क उसक बु नयाद सम या यह थी क वह
ेम और सद्भाव दे ने से इ कार करती थी।

कुं ठत ोध के भाव
उसके प त को अ सर और हाई लड ेशर हो गया था। वह कुं ठत ोध और गहरे े ष का
शकार था, ले कन वह इतना द बू था क एक श द भी नह बोल पाता था। वह बीस साल
से घर म इस अराजकता को झेल रहा था।
उन दोन ने अपने भीतर दे खना शु कया। प नी को अचेतन प से अचानक
अहसास आ क उसने एक ऐसे आदमी से शाद क थी, जो ख़ुद को शो षत, जो का
ग़लाम, द बू और प गा होने दे ता था। प नी को अहसास आ क वह स चे ेम से मह म
थी। उसके प त तथा प त के म हला र तेदार के त उसक अ धकारवा दता व गहरी ई या
दरअसल उस ेम क हसरत थी, जससे वह बचपन म वं चत रही थी। यही नह , वह दे खने
लगी क उसने दरअसल पता क छ व से ववाह कया था।
प त ने आ ख़रकार कहा, ‘म उस ब पर प ँच गया ँ, जहाँ म उकता चुका ँ। मेरा
डॉ टर कहता है, “बाहर नकल आओ!” उसक लगातार बकवास मुझे बीमार बना रही है
और जीवन असहनीय है।’
बहरहाल, वे सहमत ए क वे ववाह को ‘क़ायम’ रखना चाहते थे। प नी के लए
पहला क़दम यह तय करना था क वह ऐसे काम न करे और ऐसी बात न कहे, जो उसके
प त को चोट प ँचाती थ और अपमा नत करती थ । बदले म, प त ने पु ष और प त होने
के अपने अ धकार , वशेषा धकार और सु वधा का ढ़तापूवक इ तेमाल करने का
नणय लया। अब वह प नी के गु सैल वहार तथा अपमानजनक भाषा के त द बू या
दासवत् नह रहा।

दपण उपचार
मने उनम से येक को एक ाथना द , जो सबसे सरल ाथना म से एक है। इसे ‘दपण
उपचार’ कहा जाता है। प नी दन म तीन बार अपने बेड म म दपण के सामने खड़े होकर
साहस के साथ यह दावा करने के लए तैयार ई :

म ई र क संतान ँ। ई र मुझसे ेम करता है और मेरी परवाह करता है। म अपने


प त तथा उसके र तेदार के त ेम, शां त और सद्भाव संचा रत करती ।ँ हर बार
जब म अपने प त के बारे म सोचती ,ँ म यह दावा क ँ गी, “म आपसे यार करती ँ
और म आपक परवाह करती ँ।” म ख़ुशहाल, ेमपूण, दयालु और सौहादपूण ँ। म
हर दन ई र के यादा से यादा ेम को वा हत करती ँ।

प नी ने इस ाथना को याद कर लया। जब वह यह ाथना दपण के सामने दोहराती थी, तो


वह जानती थी क ये स य पुनज वत ह गे, य क उसका मन एक दपण है, जो उसे उसी
चीज़ का त बब दखा रहा था, जो उसम रखा जा रहा था। लगन और मेहनत रंग लाई। दो
महीने बाद वह मुझसे मलने बेवल ह स आई। मने एक पांत रत म हला को पाया -
मधुरभाषी, मधुर वभाव क , दयालु, न और नए जीवन के उ साह से भरपूर। उसके प त
का आ या मक नु ख़ा दन म दो बार लगभग पाँच मनट तक दपण के सामने खड़े होकर
यह दावा करना था :

आप श शाली, दमदार, ेमपूण, सौहादपूण, का शत और े रत ह। आप ज़बद त


प से सफल, ख़ुश, समृ और कामयाब ह। आप अपनी प नी से ेम करते ह और
वह आपसे ेम करती है। जब भी आप उसके बारे म सोचते ह, आप कहगे, ‘म आपसे
ेम करता ँ और म आपक परवाह करता ँ।’ अब वहाँ सद्भाव है, जहाँ पहले
भाव था, अब वहाँ शां त है, जहाँ पहले दद था और अब वहाँ ेम है, जहाँ पहले
नफ़रत थी।

ा या ही इलाज थी। हालाँ क शु आत म वह ख़ुद को पाखंडी मान रहा था, ले कन जब


उसने अपने बारे म इन स य का दावा कया, तो इस आदमी को अहसास आ क दोहराव
से ये स य धीरे-धीरे उसके अवचेतन म जम गए। चूँ क अवचेतन का नयम बा यकारी है,
इस लए वे दोन ही उसे करने के लए मजबूर ए, जसे उ ह ने अपने वचार पर
अं कत कया, य क यही मन का नयम है।

कैसे एक नई आ म-छ व हा सल ई
मने कुछ समय पहले एक बेलगाम लड़के से बात क , जसे उसक चाची मेरे पास लाई थ ।
उसक सम या पर बातचीत करने पर यह प हो गया क उसके मन म एक दबंग माँ क
छ व थी, जो उसे न तो ेम करती थ , न ही समझती थ । जहाँ तक वह याद कर सकता था,
बचपन से लेकर पं ह साल क उ तक वे शारी रक दं ड और आलोचना के ज़ रये
आ ापालन कराती थ ।
अठारह साल क उ म इस लड़के को लड़ कय के साथ ब त मु कल आ रही थ ।
उसने दावा कया क उसे कसी के साथ भी तालमेल बैठाने म ब त मु कल होती थी।
उसक चाची ने कहा क वे उसे अपने घर ले आ , जहाँ ेम और सौहाद का माहौल है।
ले कन यहाँ आकर वह अपने चचेरे भाई-बहन से जलने लगा, ज ह इतना यार करने वाले
माता- पता मले थे।
मने उसे समझाया क उसका वतमान नज़ रया बस एक र ा तं था, जसक वजह
से वह दयालु और दो ताना लोग को अ वीकार करता था, और यह सब उसके बचपन के
सदमे भरे अनुभव क वजह से आ था। उसके पता ने उसक माँ को तब छोड़ दया था,
जब वह एक साल का था और वह अपने पता से भारी नफ़रत करता था, ज ह उसने कभी
नह दे खा था और ज ह ने उसके साथ कभी संपक नह कया था।
इस युवक को समझ म आने लगा क बेशक उसक माँ ख़ुद से नफ़रत करती थ ,
य क इंसान को कसी सरे से नफ़रत करने से पहले ख़ुद से नफ़रत करनी होती है। वह
म हला उस नफ़रत को अपने पूव-प त, अपने बेटे और अपने सभी क़रीबी लोग क ओर
सा रत कर रही थी।
लड़के के लए उपचार सरल था। मने उसे बताया क उसे तो बस यह करना था क
वह अपनी माँ क छ व को बदल ले। मन के नयम पर बातचीत करने म उसे अहसास आ
क उसके मन म उसक माँ क जो छ व थी, वही उसक ख़ुद के बारे म भी छ व थी, य क
उसके दमाग़ म जो भी छ व मौजूद रहेगी, वही उसके अवचेतन ारा ली जाएगी और उसके
ख़ुद के व म भर द जाएगी।
तकनीक यह थी: उसने अपने मन म अपनी माँ क ख़ुश, सुखद, शां तपूण और
ेमपूण त वीर रखी। उसने क पना क क उसक माँ मु कुरा रही थ , दमक रही थ और
उसे गले लगा रही थ तथा कह रही थ , ‘म तुमसे यार करती ँ। म ख़ुश ँ क तुम लौट
आए।’
छह स ताह बाद मुझे इस युवक का संदेश मला। वह रीनो म अपनी माँ के पास लौट
चुका है और उसे एक इले ॉ न स फ़म म एक ब ़ढया नौकरी मल गई है। उसने अपनी माँ
क पुरानी छ व को ख़ म कर दया है और वनाशकारी, नफ़रत भरी छ व से मु पा ली है।
साथ ही, उसने एक नई आ म-छ व पा ली है, जसने उसके जीवन का कायाक प कर दया।
दै वी ेम उसके दय म व हो गया और ेम ने अपने से वपरीत हर चीज़ को घोल दया।
ेम मु करता है; यह वतं करता है; यह ई र क आ मा को स य करता है।

एक म हला के ेम क श
फ़ेट मै ज़ीन के अग त 1969 सं करण म यह लेख शा मल था :

1968 के वसंत म पाँच फ़ट क 110 पाउ ड क एक युवती ने अपने पता क जान


बचाने के लए 1,500 प ड क कार को उठा लया। बीस साल क जेनेट के. टोन तो
को वना, कै लफ़ो नया के रॉबट एच. टोन क पु ी है। वे अपनी कार क मर मत कर
रहे थे, तभी जैक फसलने क वजह से वे कार के नीचे दब गए। जेनेट ने उनक चीख़
सुन और उ ह कार के नीचे दबे ए दे खा। श के एक अ व सनीय उफान म उसने
कार को उठाया, अपने पता को बाहर नकाला, फर उ ह उठाकर अपनी कार तक
लाई और उ ह अ पताल प ँचाया।
इस युवा बेट के ेम और हर क़ मत पर पता क जान बचाने क गहन इ छा ने उसके
दमाग़ को जकड़ लया और इसक वजह से सवश मान क श ने उसके यान के क
पर त या कर द । इससे वह उस भगीरथ काय को करने म कामयाब ई, जससे उसके
पता क जान बची। याद रख, ई र क सारी श आपके भीतर है, जससे आप जीवन के
सभी े म असाधारण चीज़ कर सकते ह।

वह एक नई आ म-छ व के ेम म पड़ गया
लास वेगस के एक कैसीनो म एक असाधारण गायक के साथ बातचीत म उसने मुझे बताया
क कई साल तक वह एक वेटर था, ले कन उसके मन म गाने क बल इ छा हमेशा से थी।
उसके जन म ने उसका गीत सुना था, उनका कहना था क उसके पास वे सारे गुण और
यो यताएँ ह, जो असाधारण गायक बनने के लए चा हए।
जस रे तराँ म वह काम करता था, वहाँ के एक ाहक ने उसे द पावर ऑफ़ यॉर
सबकॉ शस माइंड नामक पु तक द , जसे उसने चाव से पढ़ा। उसने कहा क हर रात वह
पु तक म बताई एक तकनीक पर अमल करता था। वह हर शाम को लगभग दस मनट तक
शां त से बैठ जाता था और क पना करता था क वह मंच पर था और एक अद्भुत
ोतासमूह के सामने गा रहा था। उसने इस मान सक छ व को प और वा त वक बनाया।
उसने क पना क क ोता ताली बजा रहे ह और उसके म उसक शानदार आवाज़ पर
उसे बधाई दे रहे ह। उसने उ ह मु कुराते ए दे खा और उनके का प नक हाथ मलाने क
वाभा वकता को महसूस कया।
लगभग तीन स ताह बाद अवसर मला और अ भ का एक नया ार उसके
लए खुल गया। जस चीज़ क वह परक प से क पना कर रहा था और महसूस कर
रहा था, उसने व तुपरक तरीक़े से उसका अनुभव कया। ेम एक भावना मक बंधन है और
जब वह अपनी यादा बड़ी छ व के साथ सामंज य करने लगा, तो उसके अवचेतन ने
त या क और उसके दय क इ छा पूरी हो गई।
ेम क उपचारक श
दो साल पहले म एक वसायी से मला, जो ‘दाद’ यानी शग स से ब त बीमार था,
जससे उसे ब त दद होता था। वह दल के दौरे से भी परेशान था। ऐसा लगता था, जैसे
प र थ तय के तालमेल ने उसे आ थक और शारी रक प से तोड़ दया था। बुरे नवेश
क वजह से उसने लगभग वह सारा पैसा गँवा दया था, जो उसने अपने जीवनकाल म
बचाया था। यही नह , उसे मृ यु का बल डर भी था।
उस समय मने उसके सबसे बड़े ेम के त आ ह कया - उसक पं ह साल क
बेट , उसक इकलौती संतान। मने इस ब पर ज़ोर दया क वह उसके ेम, नेह और
यान क हक़दार है। उसे अपने पता के संर ण क ज़ रत है और संसार म अपनी जगह
खोजने के लए श त होने क भी ज़ रत है। मने इस बात पर भी ज़ोर दया क चूँ क वह
अपनी बेट से ेम करता था और उसे उसके लए माता- पता दोन क भू मका नभानी
पड़ती थी (लड़क के पैदा होते व त ही उसक माँ मर गई थ ), इस लए उसे अब यह
सु न त करना चा हए क उसक बेट के पास वे सभी लाभ रह, जो केवल ेमपूण माता-
पता दान कर सकते थे।
मने उसे एक सरल तकनीक द : वह घर पर अपना च बार-बार दे ख,े वह घर म चल
रहा है, अपनी डे क पर बैठा है, डाक खोल रहा है और फ़ोन का जवाब दे रहा है। उसे अपने
ख़ुद के घर म अपनी बेट के आ लगन क वाभा वकता, मूतता और ठोसपन का अहसास
भी करना था।
मने उसे एक ाथना द और कहा क वह इसे भावना और आ था के साथ दन के
दौरान कई बार दोहराए: ‘परम पता, म आपको उस चम कारी उपचार के लए ध यवाद
दे ता ,ँ जो इस समय घ टत हो रहा है। ई र मुझसे ेम करता है और मेरी परवाह करता है।’
इस आदमी ने इन नदश का न ापूवक पालन कया। कुछ स ताह बाद जब वह अ पताल
म था और अपने घर पर डे क पर अपना च दे ख रहा था, तो अचानक कुछ आ। मुझे
ऐसा महसूस आ, जैसे मुझे अंधकार से नकालकर च धयाने वाली रोशनी म ऊपर उठाया
गया है। मुझे महसूस आ क दै वी ेम मेरी आ मा म भर रहा है। मुझे महसूस आ, जैसे
ख से वग तक मेरा कायाक प हो रहा है।
उ लेखनीय वा य लाभ आ और आज वह ख़ुश व आनं दत है और ब त सफल
ावसा यक जीवन जी रहा है। वह अपने नुक़सान क भरपाई कर रहा है और उसक बेट
कॉलेज म है।
जब कोई बीमार और नराश होता है, तो उसके बल ेम के त आ ह
करना अ छा रहता है, य क ेम सबको जीत लेता है।
मरणीय ब …

1. ई यालु आदमी दरअसल बीमार होता है और असुर ा, भय व हीनता के गहरे


अहसास से क उठाता है। जब कसी को माँ या पता से वा त वक ेम या
नेह नह मलता है, तो कई मामल म असामा य ई या हो सकती है।
2. बीस साल क शाद के बाद तलाक़ चाहने वाले प त-प नी ने नीचे द जानकारी दान
क : प त को उ च र चाप और अ सर क सम या थी, जो गहरे ोध और े ष क
वजह से उ प ई थी। प नी के साथ बु नयाद सम या यह थी क वह ेम और
सद्भावना नह दे ती थी। प त ने ख़ुद को जो का ग़लाम बनने, द बू बनने और
शो षत होने क अनुम त द । मगर वे ववाह को ‘कामयाब’ बनाने के लए तैयार हो
गए। पहला क़दम यह था क वह उन सारी चीज़ को करना छोड़ दे गी, जससे उसके
प त का अपमान होता था या उसक त ा म कमी आती थी। प त अपना अ धकार
जताने और प नी क भड़ास के त दासवत् होना छोड़ने के लए तैयार हो गया। हर
एक ने दपण उपचार का अ यास कया, जसका मतलब दपण के सामने खड़े होकर
यह दावा करना है, ‘म ख़ुश, आनं दत, ेमपूण, सौहादपूण और दयालु ँ और म हर
दन ई र के यादा से यादा ेम को सा रत करता ँ।’ हर एक समझ गया क
आप ‘म ’ँ से जसे भी जोड़ते ह, आप वही बन जाते ह। उनक सफलता का रह य
यह था क जब भी प त या प नी एक सरे के बारे म सोचते थे, तुरंत यह दावा करते
थे, ‘म तुमसे यार करता ँ और म तु हारी परवाह करता ।ँ ’ शा त स य के साथ
अवचेतन मन को सराबोर करने पर एक कायाक प घ टत हो गया।
3. एक कशोर लड़का एक दबंग, ू र माँ से र भाग गया और उसे सर के साथ
तालमेल बैठाने म भारी मु कल आई। यह सब उसके बचपन के ासद भरे अनुभव
के कारण आ था। इलाज सरल था: उसे तो बस व थापन के महान नयम का
अ यास करना था। उसने अपने मन म अपनी माँ क ख़ुश, आनं दत, शांत और
ेमपूण त वीर दे खी। उसने क पना क क वे मु कुरा रही थ , दमक रही थ और उसे
गले लगा रही थ , तथा कह रही थ , ‘म तुमसे यार करती ँ और म ख़ुश ँ क तुम
लौट आए।’ जब उसने नई छ व और ेम के वचार से अपने अवचेतन को सराबोर
कया, तो वह अपनी माँ के पास घर लौट गया और एक सुखद पुन मलन आ। ेम
अपने से वपरीत हर चीज़ को बाहर नकाल दे ता है।
4. पाँच फ़ट लंबी और 50 कलो क एक युवती ने 700 कलो क कार को उठा लया,
जो उसके पता पर गर गई थी। उसने कार उठाकर अपने पता को आज़ाद कर लया
तथा उनक जान बचा ली। कसी भी क़ मत पर उनक जान बचाने के वचार ने उसके
दमाग़ को जकड़ लया, जहाँ ई र क श ने त या क ।
5. लास वेगस म एक वेटर ने द पावर ऑफ़ यॉर सबकॉ शस माइंड पढ़ , जसने उसका
जीवन बदल दया। उसम गायन क तभा तो थी, ले कन वह यह नह जानता था क
इस तभा का इज़हार कैसे करे। नय मत प से और सु नयो जत प से हर रात
लगभग दस मनट तक उसने क पना क क वह एक अद्भुत ोतासमूह के सामने
मंच पर गाना गा रहा था। अपनी क पना म उसने सुना क उसके म उसे बधाई दे
रहे थे। उसे अहसास आ क जसका भी वह नाटक यकरण करता था और अपने
मन म सच महसूस करता था, उसका अवचेतन उसी अनु प त या करेगा। तीन
स ताह बाद उसके लए एक नया ार खुल गया। आज वह गायक के प म बेहद
सफल है। वह अपनी यादा बड़ी, यादा भ छ व के साथ ेम म पड़ गया।
6. एक न त आ थक और शारी रक से टू टा आ था। मने उसक बेट के
त उसके ेम क बल श के त आ ह कया, जो उसक ख़ा तर जीने क
बल इ छा उ प कर दे । इससे उसे अपनी मौत के डर से उबरने म मदद मली। दन
म वह अ सर यह च दे खता था क वह घर पर अपनी बेट को गले लगा रहा है और
उसक आँख म ेम दे ख रहा है। वह ख़ुद को अपनी डे क पर बैठकर वे सारी चीज़
करते दे खता था, जो वह घर पर रहने पर करता। वह पूरे य क वाभा वकता और
ठोसपन को भी महसूस करता था। वह यह ाथना बार-बार दोहराता था, ‘परम पता,
म उस चम कारी उपचार के लए आपको ध यवाद दे ता ँ, जो इस व त हो रहा है।
ई र मुझसे ेम करता है और मेरी परवाह करता है।’ उसे उ लेखनीय वा यलाभ
आ और उसने अपने नुक़सान क भरपाई क तथा उसक बेट अंततः कॉलेज गई।
ई र ेम है और ेम सबको जीत लेता है।
17

टे लीसाइ क स नई श य के लए आपके
अवचेतन का दोहन कैसे कर सकती है
अ पने मन के चेतन और अवचेतन पहलु के ान से आप अद्भुत सृजना मक वचार
और ेरणा हा सल कर सकते ह। आपका चेतन मन, जसे कई बार व तुपरक मन भी
कहा जाता है, ता कक, व ेषणा मक मन है। जब आप सोने जाते ह, तो आपका चेतन
मन आपके अवचेतन मन से सृजना मक प से जुड़ जाता है। गहरी न द म आपका मन
शरीर क सभी अ याव यक या का पूण भार ले लेता है। तब आपका अवचेतन मन
सव ापी व तुपरक मन के साथ एक होता है और सारी बु म ा तथा श के साथ सह-
अ त व म होता है।
आप इस सव ापी मन का दोहन करना और सभी े म सृजना मक वचार तथा
ेरणा हण करना सीख सकते ह।

आपके अवचेतन मन क टे लीसाइ कक ऊजा का दोहन कैसे


कर
आपका अवचेतन मन दन म 24 घंटे सव ापी अवचेतन के संपक म रहता है और यह
संपक कभी नह टू टता है। हमेशा आपके यादा गहरे मन से आपके चेतन मन म
सृजना मक वचार का वाह उमड़ता रहता है।
म यह अ याय लास वेगस म का टअवेज़ होटल म लख रहा ँ, जो पो लनी सया का
एक मनमोहक पयटन थल है। यहाँ मने लास वेगस के म न टर ऑफ़ रली जयस साइंस
और अपने पुराने म डॉ. डे वड होव से लंबी बातचीत क ।
उनक तकनीक यह है क वे कसी ोत को धीरे-धीरे दोहराकर अपने चेतन मन को
शांत करते ह। फर एक न य, अती य, हणशील मान सक अव था म वे सृजना मक
वचार से आ ह करते ह क वे उनक आ या मक ग त म अगले सोपान को उनके सामने
उजागर कर। इसका नतीजा यह आ क उनके चेतन मन म बेहतरीन और अद्भुत वचार
उभरे, जससे वे कह यादा अद्भुत तरीक़े से काम करने म स म ए। इसी क बदौलत
पाँच लाख डॉलर क चच इमारत म नए खंड और यादा इमारत बनाई ग , जहाँ वे इस
समय ह और जसका वे संचालन करते ह।
हाल ही म उ ह ने अपने यादा गहरे मन से एक आदश वैकेशन क योजना का
मागदशन माँगा। इसके कुछ समय बाद एक दं प उनके ऑ फ़स म आए और दं प ने उ ह
एक ल ज़री लाइनर पर कुछ स ताह क थम ेणी क समु या ा के ट कट तोहफ़े म
दए। यह उन कई उपहार म से एक है, जो उ ह और उनके सहयो गय को उनके अवचेतन
मन क बु म ा का दोहन करने से मले ह।

टे लीसाइ क स और ‘म कल या बजाऊँगा?’
मने पछले कुछ दन म का टअवेज़ होटल के कई अ त थय से बातचीत क है, ले कन मेरी
सबसे उ लेखनीय बातचीत ड लन, जॉ जया के एक आदमी से ई, जसे हम मै स नाम
दगे।
हम अवचेतन मन क श य के बारे म बात कर रहे थे। उसने मुझे बताया क साल
म एक बार वह कुछ स ताह के लए लास वेगस आता है और लेट वील पर ‘अंक ’ से
खेलता है। उसक तकनीक यह है क वह अपनी पीठ के बल लेटकर अपनी आँख बंद कर
लेता है और एक उन द , ग़ा फ़ल अव था म दा ख़ल हो जाता है। इस तं ामय, शांत अव था
म वह अपने अवचेतन मन से यह बोलता है: ‘मुझे कल खेलने वाले अंक बताओ।’
उसने मुझे बताया क इस तकनीक से उसे अद्भुत सफलता मली है। साथ ही उसने
यह भी जोड़ा क वह इस तकनीक के बारे म कसी से बात नह करता है, ब क चुपचाप
न द म दखे अंक खेलता है। वह अपने त कए के नीचे एक पैड और प सल रखता है। चूँ क
उसने अपने अवचेतन को नदश दे रखा है क यह जवाब के त उसे चौक ा कर दे ,
इस लए यह उसे सही समय पर जगा दे ता है, ता क वह अंक न भूल जाए। पछले स ताह
उसने यहाँ के एक बड़े कैसीनो म 50,000 डॉलर कमाए और अब वह अपनी प नी तथा
ब च को संसार क सैर पर ले जाना चाहता है।

उसने पूछा, ‘ या मुझे उस नौकरी को वीकार करना चा हए?’


मने इस स ताह म नेवादा म एक दन अलग रख दया है, ता क उन लोग से मल सकूँ,
ज ह ने मेरे वास के दौरान मुझसे मलने का आ ह कया था। एक युवा श का कल
मुझसे मलने आई और वह इस उधेड़बुन म थी क या उसे एक पूव ांत म एक म हला
कॉलेज म दए जा रहे पद को वीकार करना चा हए। मने उसे सुझाव दया क सोने से
पहले वह अपने यादा गहरे मन से पूरे व ास और आ त के साथ यह पूछे: ‘पूव ांत म
दए जा रहे पद के संबंध म जवाब कट करो। म जवाब के लए ध यवाद दे ती ँ।’
जवाब अगली सुबह जागने पर बजली क तरह उसके दमाग़ म क धा। अंदर क
आवाज़ ने कहा, ‘नह ।’ उसने कहा, ‘अब मुझे शां त का भारी अहसास है। म जहाँ ँ, वह
रहने जा रही ँ।’ जवाब उसके अवचेतन मन क बु म ा से आया था, जो सब कुछ
जानता है और सब कुछ दे खता है। जब सही जवाब आता है, तो आप हमेशा शांत होते ह।

टे लीसाइ क स और ‘सवाल-जवाब’
आपका अवचेतन कसी भी सवाल का जवाब दे दे गा, ले कन आपको बना कसी डर या
शंका के सवाल पूछना चा हए और इस आ त के साथ पूछना चा हए क जवाब दै वी ेम
के ज़ रये दै वी योजना म मलेगा। जवाब आपको जा त घंट के दौरान भी मल सकता है।
शायद आप एक वसायी ह, जो कसी ज टल थ त का समाधान या जवाब चाहते ह;
शायद आप एक गृ हणी ह, जो मकान क ़क त चुकाने लायक पैसा चाहती है; या शायद
आप एक इंजी नयर ह, जो कसी ब त गंभीर सम या को सुलझाना चाहता है। याद रख,
आपका अवचेतन केवल जवाब जानता है।

दन के समय क तकनीक
कई वसायी, साथ ही पेशेवर और वै ा नक लोग इस नी त पर अमल करते ह: कसी शांत
कमरे म जाएँ, थर हो जाएँ, तनावमु ह और यह सोच क आपके भीतर क ई रीय ा
तथा ई रीय बु म ा आपक सारी अ याव यक श य को नयं त कर रही है और पूरी
सृ को ग णतीय सट कता व ु टर हत सट कता से शा सत कर रही है। अपनी आँख बंद
कर ल और अपना सारा यान जवाब या समाधान पर क त कर, यह जानते ए क आपके
भीतर क ई रीय ा आपके आ ह पर त या करेगी। अपने सवाल के जवाब के
अलावा कसी चीज़ के बारे म न सोच। कुछ मनट तक इस शांत, तनावर हत, न य
मान सक अव था म बने रह। य द आप अपने मन को भटकता पाएँ, तो इसे जवाब के मनन
पर दोबारा लौटा ल। य द जवाब तीन-चार मनट म नह आता है, तो छोड़ द और सरे काम
म जुट जाएँ। य द सम या का वचार आपके मन म आता है, तो बस ख़ुद से कह, ‘मने
अपना आ ह कर दया है और ई रीय ा इसक परवाह कर रही है।’
आप पाएँगे क इस मान सक नज़ रये से जवाब आपके चेतन मन म प ता से आ
जाएगा। शायद यह तब आएगा, जब आप कसी सरे काम म लगे ह गे या जब आप कसी
सरी चीज़ म उलझे ह गे, ले कन यह एक ऐसे पल म आएगा, जब आप इसक क़तई
उ मीद नह कर रहे ह गे और ऐसे अंदाज़ म आएगा, जसका आपको अंदाज़ा नह होगा।

टे लीसाइ क स और सृजना मक जी नयस


कई शीष वै ा नक , संत , मनी षय , संगीतकार , दाश नक , च कार और क वय ने
गवाही द है क उनक खोज, अमर कलाकृ तयाँ, संगीत और आ व कार अंतब ध, दै वी
ेरणा या चमक क अचानक क ध ारा े रत और नद शत ए ह।
इस तरह संसार क सबसे सृजना मक कृ तयाँ, साथ ही रोज़मरा क असं य
सम या के समाधान अवचेतन मन क श य के ान व इनम व ास के ज़ रये हा सल
ए ह।

टे लीसाइ क स तथाक थत ‘शाप’ को उदासीन कर सकता है


मने लास वेगस के सड् स होटल म अपने एक पुराने म के साथ डनर लया, जो ब त सुंदर
होटल है। मेरे म ने हर बीस साल बाद हमारे दे श म रा प त क मृ यु के बारे म एक पुराना
ले कन रोचक उठाया। (आपम से कई रा प त हा डग, क लन ज़वे ट और केनेडी
के शासन के दौरान इस तरह क कई भ व यवा णय और कथन को याद कर सकते
ह गे।) उ ह ने कहा क यह भ व यवाणी वग य रा प त केनेडी के यान म लाई गई। कहा
जाता है क केनेडी ने ट पणी क क वे इसे ग़लत सा बत कर दगे।
मेरे म ने यह त य बताया क 1840 म रा प त है रसन के साथ शु करते ए
बीस साल बाद चुना गया हर रा प त असमय मृ यु का शकार आ। मेरे म ने यह
प ीकरण दया क रा प त वैन बरेन दोबारा चुनाव म अपनी पराजय (1840 और 1848
म) से इतने आगबबूला ए थे क उ ह ने हर पीढ़ के रा प त को शाप दे दया था, जो हर
बीस साल बाद लागू होता था।
इस ‘घटना’ क ा या ब त सरल है। हो सकता है क वग य रा प त वैन बरेन ने
सचमुच शाप दया हो, ले कन यह भी सच है क हम सभी सामू हक मन या औसत के नयम
म ह। यह सामू हक मन यादातर नकारा मक होता है और हम सभी पर अ त मण करता
है। यह ायः भा य, अ व था, ख और क म यक़ न करता है: यह नफ़रत, ई या, डाह
और श ुता से भी भरा हो सकता है। बहरहाल, इसम अ छाई भी होती है, य क संसार के
करोड़ लोग शां त, सद्भाव, सही काय आ द के लए भी ाथना कर रहे ह, हालाँ क वे
अ पमत म ह। जब तक क हम ‘ ाथना से लैस’ न ह , हम सामू हक मन के य , व नय ,
डर या अ छे -बुरे क ब त सारी अवधारणा क बाढ़ के शकार हो सकते ह।
इन ास दय का होना ज़ री नह है; कोई भी भा य याचना से नह बदला जा
सकता। कोई भी चीज़ इंसान के साथ नह हो सकती, जब तक क उसके भीतर उसका
मान सक समतु य न हो; समान भाव या बल अवचेतन डर ही इसे आक षत करता है।
कोई भी चीज़ चेतना के अलावा कसी सरी वजह से नह होती। हमारी चेतना वह है, जो
हम चेतन और अवचेतन प से जानते ह, मानते ह और सच के प म वीकार करते ह।
कोई भी प ीकरण या अनुभव इंसान के पास तब तक नह आता, जब तक क
सृजना मक श , यानी आपके ख़ुद के वचार और भावना, जो आपके सभी अनुभव के
जनक ह, इसे वीकार न कर ल। हम यह नह जानते क हमारे अवचेतन मन म या है,
ले कन हम वै ा नक ाथना से इसे बदल सकते ह।

म कसी बुराई से नह ड ँ गा, य क आप मेरे साथ ह।


जो रा प त असमय मृ यु के शकार ए, वे इन ास दय को रोक सकते थे, बशत
सामू हक मन के व ास को दर कनार करने के बजाय उ ह ने संर ण के महान ोत
और मागदशन तथा सही कम के ोत के महान स य को बार-बार दोहराया होता।
इन महान स य को दोहराकर आप सारे नुक़सान से ख़ुद क र ा करते ह। यही नह ,
आप अपने अवचेतन म आ या मक तर ा बना लेते ह, जो करोड़ लोग क
मा यता और अंध व ास को उदासीन कर दे ती ह।
य द ई र हमारे साथ है, तो हमारे ख़लाफ़ कौन टक सकता है?
- रोम स 8:31

संर ण क ाथना
एक दन म तीन-चार बार, एक बार म कुछ मनट तक शांत बैठ और दावा कर :

म ई र के शा त ेम के प व घेरे से घरा आ ।ँ ई र का पूरा जरहब तर मुझे


घेरे और लपेटे ए है। म एक जा ई जीवन जीता ँ। ई र के ेम का जा मेरी
दे खभाल करता है और म सवश मान परमा मा से तर त ँ और ई र-म-म त
ँ।
संर ण के महान ोत के साथ मलकर यह ाथना आपको व ास और आ था के
साथ आगे बढ़ने तथा ई र के सामंज य म प ँचने म मदद करेगी। कोई बुराई आपके पास
नह फटकेगी और कोई महामारी आपके ार के क़रीब नह आएगी। आप ख़ुद को ई र के
अमर ेम के प व दायरे म पाएँगे, जहाँ आप सभी तरह के नुक़सान से सुर त, अजेय
और अभे ह गे।
इस प ीकरण ने मेरे म को संतु कर दया। उसे अहसास आ क हर बीस साल
बाद रा प तय क मृ यु क भ व यवाणी करने वाले काशन, अख़बार के लेख और
ट पणीकार क वजह से जनता इन भ व यवा णय से डर रही थी और इन पर यक़ न कर
रही थी। यह अपने आप म एक भीषण नकारा मक श है, जो करोड़ लोग के दमाग़ का
अ त मण कर रही थी और संतृ त कर रही थी - और उनके व ास के अनु प ही उ ह
दया गया।
बहरहाल, अगर जीवन के नयम को जानने वाला आ या मक मान सकता का
रा प त हो, तो वह सफ़ ‘ ाथना से लैस’ होकर इन भयानक भ व यवा णय को पूरी तरह
से ख़ा रज कर सकता था। वह दरअसल इन सभी अंध व ास और नराशाजनक
भ व यवा णय पर हँस सकता था। य क उसे यह पता होता क उसे उसक आ था के
अनु प सकारा मक प रणाम मलगे।

उसने सीख लया क आई चग का इ तेमाल कैसे करना है


पूव अमर ंथ म कोई भी 5,000 साल पुरानी प रवतन क पु तक जतना लाभदायक
नह है, जसे आई चग कहा जाता है।
वग य ोफ़ेसर काल जी युंग ने रचड व हेम ारा अनू दत पु तक क तावना
लखी, जसम उ ह ने बताया क उ ह ने लगभग 25 साल तक इसका इ तेमाल कया था
और वे इसक सट क भ व यवाणी से आ यच कत थे। आई चग बु म ा क पु तक है
और जब आप इससे कोई पूछते ह, तो आपके अवचेतन के आ या मक साधन जवाब
दे दगे। सबसे लोक य व ध को कॉइन ओरेकल के नाम से जाना जाता है। आप तीन
स क को कुल छह बार उछालते ह और हर बार उछालने पर हेड या टे ल क सं या को
दज कर लेते ह। प रणाम से आपको एक हे सा ाम मलता है, जसम जवाब उजागर कया
जाता है।
एक पेशेवर मुझसे होटल म मलने आया, जसे हम डॉ. ए स कहगे। उसने
मुझसे पूछा क या म उस जवाब पर ट पणी क ँ गा, जो उसे सी े ट् स ऑफ़ द आई चग
से मला था। उसने एक लाख डॉलर का नवेश करने का मन बनाया था, जो एक लाभकारी
सौदा लग रहा था, ले कन उसे जो हे सा ाम मला, वह था 33/पीछे हटो। मने उसे सुझाव
दया क उसके अवचेतन क बु म ा हर तरह से उसक र ा करना चाहती थी और उसे
हट जाना चा हए, जो उसने कया।
उसने उसी शाम मुझे फ़ोन करके बताया क उसके वक ल ने आ ख़री मनट पर ‘एक
गड़बड़’ चीज़ खोज ली थी। सी े ट् स ऑफ़ द आई चग के इ तेमाल ने उसके एक लाख
डॉलर बचा दए। उसके का जवाब दे ने के साथ द सी े ट् स ऑफ़ द आई चग ने एक
और गत का भी जवाब दे दया, जो उसने नह पूछा था।
व हेम/बे स ारा अनू दत आई चग या सी े ट् स ऑफ़ द आई चग म (जो युग
पुरानी बुक ऑफ़ व डम पर ट का है) आप पाएँगे क आई चग म आपके ख़ास के
अलावा आपके अवचेतन से अनपूछे खोद नकालने क भी असाधारण यो यता है। यह
एक साथ पूछे गए और अनपूछे दोन के सही जवाब उजागर कर दे ती है।

टे लीसाइ क स और गाय क दे खभाल


एक युवा म हला मुझसे प ाचार कर रही थी। उसके साथ सी े ट् स ऑफ़ द आई चग पर
बातचीत करते समय उसने कहा क एक युवक उस पर शाद करने का दबाव डाल रहा था।
आई चग ने उस युवती को हे सा ाम 30/ लं गग, अ न का जवाब दया था। इस
हे सा ाम ने यह भी कहा क गाय क दे खभाल करने से ख़ुश ़क मती आती है। (गाय का
मतलब ाचीन तीकवाद म अवचेतन मन होता है।)
दरअसल, वह एक पूव प त के त गहरे े ष और श ुता को जकड़े ए थी। नफ़रत
और श ुता क अ नयाँ उसके अवचेतन मन म दहक रही थ । अब जस पु ष से वह शाद
करने क सोच रही थी, वह उसके बताए अनुसार एक शराबी था और नशीली दवाएँ भी
बेचता था।
मने उसे समझाया क उसे गाय क परवाह करनी चा हए। वह अपने अवचेतन म
मान सक वष को जकड़ रही थी; इसी लए उसने इस बीमार आदमी को आक षत कया -
अचेतन प से वह दं ड क तलाश कर रही थी। उसने शराबी के साथ र ता तोड़ने का
नणय लया और यह भी क वह गाय (अपने अवचेतन) क दे खभाल करेगी और अपने
भीतर नवास करने वाली सारी नकारा मकता और कटु ता को जड़ से उखाड़ दे गी। उसने
नकारा मक, वनाशकारी वचार रखने के लए ख़ुद को मा करने का नणय लया और
अपने पूव प त को मु कर दया तथा उसके लए जीवन क सभी नयामत क स ची
कामना क , यह जानते ए क कसी के लए ाथना करने तथा आ माँगने के साथ उसके
त े ष रखना असंभव होता है।
मने उसे प ता से बताया क उसे पता चल जाएगा क कब उसने अपने पूव प त को
सचमुच मु तथा मा कर दया है, य क वह उसका याल आने पर भुनभुनाना छोड़
दे गी। नफ़रत और े ष क जड़ दै वी ेम से पूरी तरह से न हो जाएँगी।
यह म हला अब मु हो चुक है। उसने आई चग क सलाह पर चलकर अपनी गाय
(अवचेतन मन) क दे खभाल क । लास वेगस से लौटे ए मुझे एक महीना हो चुका है और
उसने अभी-अभी मुझे प लखकर बताया है क वह एक ोफ़ेसर से शाद कर रही है।
टे लीसाइ क स को अपने जीवन म चम कार करने द।

मरणीय ब …

1. जब आप इसका समझदारी से दोहन करना सीख लेते ह, तो आपका अवचेतन मन


आपको अद्भुत नए सृजना मक वचार दे सकता है। आपका अवचेतन मन सव ापी
परक मन के साथ एकाकार है और यह ई र क सारी बु म ा तथा श के
साथ सह- ापी है।
2. आप अपने चेतन मन को शांत करके, तनावर हत होकर और छोड़कर तथा फर
अपने यादा गहरे मन से आ ह करके अपने अवचेतन मन का दोहन करते ह, यह
जानते ए क जवाब दै वी योजना म आएगा।
3. एक आदमी ने लास वेगस म 50,000 डॉलर जीते और उसने अपने अवचेतन मन से
जवाब पाने के लए इस तकनीक का इ तेमाल कया: उसने अपनी आँख बंद क ,
ब तर पर श थल आ और एक उन द , ग़ा फ़ल अव था म प ँच गया। फर वह
अपने अवचेतन से बोला: ‘मुझे कल खेलने वाले अंक बताओ।’ इस वजह से वह हर
साल अपनी वैकेशन म लास वेगस क या ा करता है और अ सर भारी जीत के साथ
लौटता है।
4. एक श का सोच रही थी क या उसे सरे रा य म एक नौकरी को वीकार करना
चा हए। उसने सोने से पहले अपने अवचेतन से जवाब उजागर करने को कहा। सुबह
जागने पर जवाब अंतब ध क एक आंत रक आवाज़ के प म आया: ‘नह !’ यह
जवाब उसक आ मा के आंत रक, मौन ान के साथ पूरी तरह मेल खाता था और
इसने उसे हर मायने म संतु कर दया।
5. जब आप अपने अवचेतन से आ ह करते ह, तो आपको पूरा व ास और आ था
रखनी चा हए क जवाब मलेगा। अव यंभावी प से आपको सही जवाब मलेगा।
जब आप दन के दौरान स य और त होते ह तथा कसी मह वपूण नणय का
जवाब खोजते ह, तो कह र चले जाएँ, जहाँ आप शांत हो सक और अपने पूरे
अ त व को तनावर हत कर ल। फर अपना यान समाधान या जवाब पर क त
कर। य द तीन-चार मनट म कोई जवाब नह मलता है, तो यास छोड़ द और अपने
काम म जुट जाएँ। जवाब आपके पास तब आएगा, जब आप कसी सरी चीज़ म
त ह गे और इसके बारे म ज़रा भी नह सोच रहे ह गे।
6. क वय , च कार , वै ा नक , संगीतकार , मनी षय और मु नय को उनके अवचेतन
मन का दोहन करने से ेरणा, नए वचार, आ व कार और अद्भुत खोज मली ह।
7. हर बीस साल म अमे रका के रा प त क मृ यु के बारे म सामू हक मन का व ास,
जो रा प त वैन बुरेन के दए तथाक थत ‘शाप’ पर आधा रत था, कसी आ या मक
मान सकता वाले रा प त ारा पूरी तरह से उदासीन कया जा सकता है। उसे तो बस
अपने अवचेतन को ई र के अमर स य से सराबोर करना था। ये स य उसके
अवचेतन मन से सामू हक मन के सभी तरह के डर , अंध व ास और नकारा मक
भ व यवा णय को उदासीन कर दगे तथा हटा दगे। मसाल के तौर पर, जो रा प त
अपने अवचेतन को 91व ोत (सुर ा के महान ोत) के जीवनदायी साँच से भर
लेता, वह सामू हक मन के झूठे व ास और भयानक भ व यवा णय से र त हो
जाता।
8. सभी तरह के नुक़सान से ख़ुद क र ा करने का एक अद्भुत तरीक़ा नीचे द गई
ाथना को भावना से, जानते-बूझते ए और यक़ न के साथ दोहराना है: ‘म ई र के
अमर ेम के प व दायरे से हमेशा घरा आ ँ। ई र का पूरा जरहब तर मुझे घेरे
ए ह, मुझे लपेटे ए है। म एक जा ई जीवन जीता ।ँ म जीवंत सवश मान आ मा
से तर त ँ और म ई र-म-म त ँ।’
9. वग य ोफ़ेसर काल युंग ने कहा था क उ ह ने लगभग प चीस साल तक आई चग
का इ तेमाल कया था और वे इसक अद्भुत सट कता से चम कृत थे। डॉ. ए स ने
मुझे बताया क द सी े ट् स ऑफ़ द आई चग से एक पूछने पर उ ह जवाब मला,
‘पीछे लौटो।’ वे एक नए सौदे म एक लाख डॉलर का नवेश करने वाले थे, ले कन वे
पीछे हट गए। उनके वक ल ने उ ह बताया क उ ह ने एक लाख डॉलर बचा लए थे।
10. सी े ट् स ऑफ़ द आई चग बाइबल संबंधी तथा मनोवै ा नक अथ क रोज़मरा क
भाषा म द आई चग के हे सा ाम पर ट का करती है। इससे सवाल पूछने पर आप
पाएँगे क यह ‘आपको आपके ख़ास सवाल का जवाब दे ने के अलावा अनपूछे
सवाल के भी जवाब दे दे गी।’
11. एक युवक (शराबी) एक युवा म हला पर शाद करने का दबाव डाल रहा था। म हला
को सी े ट् स ऑफ़ द आई चग से जवाब म हे सा ाम 30 मला, जसने उसे ‘गाय’
क परवाह करने का संकेत दया। गाय अवचेतन का तीक है, जो पोषण और
संर ण का ोत है। उस युवती ने वीकार कया क वह अपने पूव प त के त
नफ़रत और े ष से भरी ई थी। ये मान सक वष उसके अवचेतन मन म वास कर रहे
थे। बेशक इसी क वजह से उसने इस शराबी और नशीले पदाथ बेचने वाले को
आक षत कया था। उसने तुरंत सगाई तोड़ द । फर उसने अपने पूव प त को ई र
के हवाले कया और उसके लए जीवन के सारे वरदान क आ माँगी। उससे मले
ए एक महीना हो गया है और अब वह एक कॉलेज ोफ़ेसर से शाद करने वाली है।
टे लीसाइ क स ने उसके लए चम कार कर दया।
18

टे लीसाइ क स और ई रीय ान के साथ


आपक कड़ी
आ पका वचार ई र के साथ आपक कड़ी है। कहा जाता है क वचार जगत पर शासन
करता है। रै फ़ वॉ डो एमसन ने कहा था: ‘ वचार केवल उ ह लोग क संप ह,
जो उ ह सँभाल सकते ह।’ वचार व तुएँ ह। आप जो महसूस करते ह, उसे आक षत करते
ह; आप जसक क पना करते ह, वह बन जाते ह। एमसन ने यह भी कहा था: ‘मनु य वही
है, जो वह दन भर सोचता है।’
आ मा ई र है, आ मा क श सोचना है। इसी लए मान सक और आ या मक
नयम का अ ययन करने वाले लोग अ सर कहते ह, ‘जब मेरे वचार ई र के वचार होते
ह, तो मेरी भलाई के वचार के साथ ई र क श होती है।’ याद रख, ई र और नेक
संसार के कई धम ंथ म पयायवाची ह।
अपने वचार का स मान करना सीख। याद रख क जीवन म आपक ख़ुशी,
सफलता, मान सक शां त और उपल धयाँ आपके आदतन वचार ारा तय क जाती ह।
वचार ख़ुद पर अमल कराते ह। आपका वचार एक मान सक कंपन और न त श है।
आपके काय, अ भ याँ और अनुभव आपक आदतन सोच के प रणाम ह। अपने मन म
शां त, सौहाद, सही काय, ेम और सद्भावना के वचार को सहासन पर बैठाएँ। आपके
बाहरी काय आपके आंत रक वचार तं को उजागर कर दगे।
जब आप कसी वचार को सोचते ह और इस पर मनन करते ह, तो आप इसक
न हत श को स य कर रहे ह। व लयम शे स पयर ने कहा था: ‘हमारे वचार हमारे ह;
उनके प रणाम हमारे हाथ म नह ह।’ आप जो भी सच सोचते और महसूस करते ह, उसे
आप अपने जीवन म ले आएँग।े आपके वचार और भावना आपक तक़द र बनाते ह।
जहाँ तक बाइबल क भाषा का संबंध है, भावना का मतलब कसी चीज़ म गहरी
च होना है। ोव स 23:7 म लखा है, जैसा वह अपने दल म सोचता है, वैसा ही वह है।
इसका मतलब है क जब आप संगीत, व ान, कला या अपने पेशे म ब त च लेते ह और
लीन होते ह, तो आप ब त सफल ह गे, सफ़ इस कारण य क आपका दल आपके काम
म रमा होता है। आप गहराई से सोच रहे ह या आपके वचार या मान सक च क
वा त वकता को महसूस कर रहे ह, जो ‘ दल से सोचना’ है।

उसने कहा: ‘म इतना च तत ँ क म काम नह कर सकता या


सो नह सकता’
कुछ समय पहले एक युवक मुझसे मलने आया और बोला, ‘इतना च तत और तनाव त
होने से पहले म दन भर काम कर सकता था और इसके बावजूद अ छा महसूस करता था।
अब म इतना वच लत ँ क म सड़क कनारे कार खड़ी करके लेट जाता ँ, तभी मुझम
आगे कार चलाने क श आती है।’
इस युवक क उ 28 साल है और उसने मुझे बताया क वह एक से समैन था। वह
एक च क सक के पास गया था, जसने उसे तनावशामक दवाएँ द थ , य क उसे कोई
शारी रक ा ध नह थी। तनावशामक दवा का असर ख़ म होने पर वह एक बार फर
च तत, तनाव त, घबराया आ और कमज़ोर हो जाता था।
मने उससे उसके ेम जीवन के बारे म सवाल पूछे। उसक बातचीत से मुझे पता लगा
क जब वह कारोबार के सल सले म शहर के बाहर या ा करने जाता था, तो उसक
आकषक मँगेतर कसी और युवक के साथ डे टग करने लगती थी। यही उसके तनाव और
चता का कारण था; वह अपनी े मका को गँवाने से डर रहा था। उसक सारी थकान और
ऊजाहीनता उसक इस चता और तनाव क वजह से उ प ई थी क उसने अपनी े मका
को खो दया है।
मने उसे समझाया क डॉ टर ने शोध ारा द शत कर दया है क तनाव, दबाव
और चता शरीर म थकान और कमज़ोरी उ प करती ह। मेरे सुझाव पर उसने अपनी
मँगेतर के साथ सम या पर सीधी बातचीत क । उनम दल खोलकर बात ई और उ ह ने
सम या को सुलझा लया। जैसा पता चला, वह अकेलापन महसूस करती थी और इस युवक
क अनुप थ त म अपने एक क ज़न के साथ कुछ थानीय फ़ म दे खने चली जाती थी।
उसक सामा य श लौट आई और उसका लया 100 तशत सुधर गया। कुछ
ही स ताह म उसने उस लड़क से शाद कर ली। दै वी ेम ने उ ह एक कर दया।

टे लीसाइ क स और अ थमा के दौरे


कुछ समय पहले मने म हला के एक लब म ा यान दया। सवाल-जवाब के दौर म
नदाद क एक म हला ने मुझसे पूछा क ऐसा य था क जब भी वह कसी चच के पास
से गुज़रती थी, चाहे यह ोटे टट हो, कैथो लक हो या य द हो, तो उसे तुरंत अ थमा का
दौरा पड़ जाता था। मने कहा क इसका संबंध उसके जीवन म कसी सदमे भरी घटना से हो
सकता है, जो उसके अवचेतन मन म अब भी दफ़न है - कोई दफ़न मृ त - और चच उसे
उस भावना मक घाव क याद दलाती थी।
कुछ समय सोचने के बाद उसने जवाब दया क जब वह और उसका प रवार कुछ
साल पहले चच म इंतज़ार कर रहा था, तो एक संदेशवाहक यह ख़बर लाया क उसका
मँगेतर कार घटना म मर गया था। इसके बाद, जब भी वह कसी चच के पास से गुज़रती
थी, तो उसे हर बार अ थमे का दौरा पड़ जाता था, जो कुछ मनट बाद अपने आप ठ क हो
जाता था।
मने उसे सुझाव दया क उसे तो बस उस को ई र के हवाले करना था। उसका
घटना से कोई संबंध नह था, य क वह अपने मँगेतर के जीवन के नयं ण म नह थी।
जो भी उस मँगेतर के मन म था, उसक वजह से घटना ई; उस युवती क इसम कोई
ग़लती नह थी। इसके अनुसार उसने हर रात दावा कया :

म अपने पूव मँगेतर को पूरी तरह से ई र के हवाले करती ँ। म उसके त ेम, शां त
और ख़ुशी संचा रत करती ।ँ म जानती ँ क उसक या ा आगे क ओर, ऊपर क
ओर और ई र क ओर है। जब भी म उसके बारे म सोचूँगी, म तुरंत दावा क ँ गी,
‘मने तु ह ई र के हवाले कर दया है। ई र तु हारे साथ रहे।’
मने उसे यह भी ख़ास तौर पर कहा क अगले ही दन वह सबसे नज़द क चच म
जाए और अपने मन म कहे, ‘ द ेम मेरे पहले जाता है, मेरे रा ते को सीधा, सुखद और
आनंददायक बनाता है। म द योजना और द ेम म ाथना करने के लए चच जा रही
ँ।’
उसने इस ाथना क तकनीक का अनुसरण कया और चच जाने पर अगले ही दन
उसका पूरी तरह उपचार हो गया। एमसन ने कहा था, ‘ जसे करने से तुम डरते हो, उस काम
को कर दो और डर क मृ यु तय है।’ उसने ठ क यही कया और उसने सा बत कर दया क
ेम डर को बाहर नकाल दे ता है।

टे लीसाइ क स और व तुपरक सोच


जब आप सव ापी स ांत और अमर स य के कोण से सोचते ह, तभी आप सचमुच
सोच रहे ह। वे कभी नह बदलते ह - वे कल, आज और हमेशा वही ह। एक ग णत ग णत
के स ांत के कोण से सोचता है और मनु य क णक राय से नह सोचता है। जब
आप थानीय अख़बार क सु ख़य , रे डयो चार या परंपरा, पंथ, सं दाय, प रवेशीय
थ तय या प र थ तय के कोण से त या करते ह, तब आप सचमुच नह सोच रहे
ह।
य द आपके वचार म कोई डर, चता या तनाव है, तो आप सचमुच नह सोच रहे ह।
स ची सोच म कसी तरह का डर या नकारा मकता नह होती। डर के वचार तब उ प
होते ह, जब आप बाहरी चीज़ को कारण बना लेते ह, जो ब त बड़ा झूठ है। बाहरी चीज़
कारण नह , प रणाम ह। कारण आपका वचार या भावना है। हर बाहरी थ त या
प र थ त बदल सकती है।
जब भी आपके मन म कसी तरह के वचार या सुझाव आएँ, तो उन स य के
कोण से तक कर, जो कभी नह बदलते ह और अपने मन म उस न कष पर प ँच, जो
आ या मक स ांत के कोण से सच है।
मसाल के तौर पर, सद्भाव का स ांत है, भाव का कोई स ांत नह है। स य का
स ांत है, झूठ का नह है। जीवन का स ांत है, मृ यु का नह है। ेम का स ांत है,
नफ़रत का नह है। ख़ुशी का स ांत है, ख का नह है। समृ का स ांत है, ग़रीबी का
नह है। वा य का स ांत है, रोग का नह है। स दय का स ांत है, कु पता का नह है।
सही काय का स ांत है, ग़लत काय का नह है। काश का स ांत है, अंधकार का नह
है।
य द रोग का स ांत होता, तो कसी का भी इलाज नह हो सकता था। रोग
असामा य है; वा य सामा य है। वा य का स ांत है। चूँ क आपके पास चुनाव करने
क श है, इस लए आप अपने अवचेतन को डर, चता, े ष, नफ़रत आ द के ण
वचार क ख़ुराक दे सकते ह। बहरहाल, तब आप वा य, सद्भाव और ेम के स ांत
क अवहेलना करगे। आपको अव यंभावी प से प रणाम मलगे।

टे लीसाइ क स आपको बताती है क औसत के नयम के बाहर


कैसे आएँ
कुछ स ताह पहले मने एक उ च श त युवा से बातचीत क , जो एक कंपनी म दस साल
से काम कर रहा था। उसने बताया क उसे कभी कोई मोशन या वेतनवृ नह मली,
हालाँ क कम कारोबारी ान और कम श ा वाले सरे लोग सीढ़ पर लगातार ऊपर चढ़ते
जा रहे थे, ज ह अ छ -ख़ासी वेतनवृ और त ा मल रही थी। यह युवक औसत के
नयम के अनुसार अनुभव कर रहा था और इसी अनुसार काम कर रहा था।
औसत का नयम बस मानव समूह का मन है, जो यादातर मामल म सभी तरह क
असफलता , अभाव , सीमा और भा य म व ास करता है। यह सामू हक मन काफ़
हद तक पारंप रक मा यता से शा सत होता है; इसी वजह से यह यादातर नकारा मक
होता है।
यह युवक ख़ुद पर ब त स त था। मने उसे साफ़ बता दया क अगर वह ख़ुद नह
सोचेगा, तो वह अपने आप सामू हक मन का शकार बन जाएगा, जो उसके मन के
हणशील मा यम पर अ त मण करता है और उसक तरफ़ से सोचता है, जसका प रणाम
नकारा मकता, अभाव और सभी तरह के ख ह।
मेरे सुझाव पर उसने अपने चेतन मन को आ या मक से स य करना शु
कया, जो ज द ही अवचेतन तर पर काय का नयम बन गया। उसे ज द ही आ या मक
सोच और औसत (सामू हक) सोच के बीच का भारी फ़क़ समझ म आ गया।
उसने इन स य को दन म कई बार दोहराया, तथा यह सु न त कया क वह चेतन प से
जस पर दावा करता है, उससे बाद म इ कार न करे :

मोशन अब मेरा है। सफलता अब मेरी है। सही काय अब मेरा है। दौलत अब मेरी है।
दन-रात म आगे बढ़ रहा ,ँ तर क कर रहा ,ँ वकास कर रहा ँ और आ या मक,
मान सक, भौ तक, सामा जक व आ थक से समृ बन रहा ँ। म जानता ँ क
म जस पर भी मनन करता ँ, वही बन जाता ँ। म जानता और यक़ न करता ँ क
ये स य, जनका म दावा करता ँ, मेरे अवचेतन मन म जम जाएँगे - बीज क तरह वे
अपनी तरह क फ़सल दगे। म आ था और अपे ा के साथ दन म कई बार इन बीज
( वचार ) को पानी दे ता ँ। म सफल ाथना के आनंद के लए ध यवाद दे ता ँ।

इस युवक ने अपने वचार जीवन को अनुशा सत कया। जब भी डर, अभाव या अपनी


आलोचना का कोई वचार उसके मन म आता था, वह तुरंत उस नकारा मक वचार को
हटाकर सकारा मक वचार ले आता था। कुछ समय के बाद नकारा मक वचार का
सल सला ख़ म हो गया और आज (तीन महीने बाद) वह कॉरपोरेशन का ए ज़ी यू टव
वाइस े सडट है। अब उसे अहसास है क उसने ही ख़ुद को तर क द और उसके कथन
ने ही उसक तक़द र बनाई।

उसक सम या यह थी क वह सोचता था क उसे जेल म होना


चा हए
लगभग साठ साल का एक आदमी एक शाम मुझसे मलने आया। उसने कहा क वह
अपराधबोध और प ाताप से भरा था। उसे सोने म ब त मु कल आती थी। आने से दो
स ताह पहले उसने मुझे फ़ोन कया था, जब मने उसे अपने एक डॉ टर म के पास भेज
दया था, जो एक उ कृ और आ या मक डॉ टर ह। डॉ टर ने उसे बताया था क उसका
र चाप ख़तरनाक तर पर प ँच गया था - वह भावना मक वकार क कगार पर था।
डॉ टर क द ई दवा ने उसके र चाप को थोड़ा कम कर दया और तनावशामक दवा
ने उसे थोड़ी न द लेने म स म बना दया। उसने मुझसे कहा, ‘मुझे अपनी आ मा के लए
भी दवा चा हए। मने जो कया है, उसके लए मुझे जेल म होना चा हए।’
यह आदमी पहले एक लास म गया था, जो मने ‘मान सक और आ या मक
नयम क रोशनी म शे स पयर’ पर द थी। मने उसे याद दलाया क मसाल के तौर पर
लेडी मैकबेथ क बीमारी का कारण डंकन क ह या पर उनका गहरा अपराधबोध था।
शे स पयर बाइबल के गहन व ाथ थे और वे बाइबल के सारे ांत , नी तकथा
तथा गूढ़ कथन के आंत रक, मनोवै ा नक अथ जानते थे। वे जानते थे क अपराधबोध का
यह अहसास ही लेडी मैकबेथ को पागल बना रहा था और इलाज करने वाला च क सक
एक ऐसे करण से जूझ रहा था, जो दवा के कसी भी तरह के म ण के असर से परे
था।
मने इस युवक को बताया क अगर वह अ छ तरह प ाताप करे, तो यह घाव म
चीरा लगाने जैसा होगा, जो सारे मवाद को बाहर नकाल दे ता है और उपचार के लए
अनुकूल होता है। उसने प ता से अपराध क ँखला उजागर करते ए त या क और
उस सारे ख़तरनाक मलबे को बाहर नकाल दया, जो उसके दल म जमा था।
मने उससे एक सरल पूछा: ‘ या अब आप ये काम दोबारा करगे?’ उसने जवाब
दया, ‘क़तई नह , अब म एक नया जीवन जी रहा ँ। म ववा हत ँ और मेरी दो लड़ कयाँ
कॉलेज म डॉ टरी क पढ़ाई कर रही ह।’ मने उसका यान इस त य क ओर दलाया क
शारी रक, मान सक, भावना मक और आ या मक से अब वह वही इंसान नह रह गया
था, जसने अपराध कए थे। अब उसे ख़ुद क नदा करना छोड़ दे ना चा हए।

शरीर और मन क व-नवीनीकरण क या
वै ा नक हम बताते ह क हर यारह महीन म हमारे पास एक ‘नया शरीर’ होता है। इस
आदमी ने जीवन के त अपना पूरा मान सक और भावना मक नज़ रया बदल लया था।
वह आ या मक स य म च लेने लगा और एक धा मक जीवन जीने लगा। इस लए जस
आदमी ने वे सारे अपराध कए थे, वह अब मौजूद नह था। अब ऐसा कोई इंसान इस संसार
म था ही नह ।
जीवन स ांत (ई र) कभी दं ड नह दे ता या नदा नह करता; मनु य ही मन के
नयम के पयोग से ख़ुद को दं ड दे ता है और नदा करता है। जब वह ख़ुद को मा कर
दे ता है और सही सोच, सही भावना तथा सही काम के ज़ रये क़ानून का सही उपयोग करता
है, तो नए मान सक साँचे के अनु प उसके अवचेतन क वचा लत त या होती है और
अतीत भुला दया जाता है तथा याद नह रखा जाता। एक नई शु आत एक नया अंत है,
य क शु आत और अंत समान ह। आ था, व ास, ेम और सबके त सद्भावना के
साथ एक नया जीवन शु कर। तब आप जान जाते ह क अंत भ और अद्भुत होगा।
शे स पयर ने कहा था, ‘वह ेम दरअसल ेम नह है, जो मौका मलते ही बदल
जाता है’ (सॉनेट 116)। ई र ेम है - इस लए यह कोई ेमर हत चीज़ नह कर सकता।
आपको ई रीय जीवन ने पहले ही मा नह कर दया है, यह सोचना अंध व ास और भारी
ग़लती है। आ म- नदा और अपराधबोध इस आदमी का रोग था। और ख़ुद को मा करना
ही उसक राहत और इलाज था। स य पर एक घंटे क बातचीत ने उसका पूरा जीवन बदल
दया और आज वह ख़ुश तथा व थ है।

मरणीय ब …

1. आपका वचार ई र के साथ आपक कड़ी है। वचार जगत पर शासन करता है।
वचार ही व तुएँ ह; आप जो महसूस करते ह, उसे आक षत करते ह; जसक आप
क पना करते ह, वही बन जाते ह। एमसन ने कहा था, ‘इंसान वह है, जो वह दन भर
सोचता है।’ आपका वचार सृजना मक है। अपने वचार के त व थ स मान रख,
य क आपके वचार ख़ुद पर अमल कराते ह।
2. जहाँ तक बाइबल का संबंध है, भावना का मतलब है कसी चीज़ म गहरी च। जब
आप अपने काम या कसी ख़ास चीज़ म बेहद च रखते ह, तो आप ज़बद त
सफलता पाएँग।े
3. चता और तनाव पूरे शरीर को कमज़ोर बना दे ते ह और इनके फल व प आलस,
थकान और ड ेशन आता है। एक आदमी गहरी चता और अ न ा का शकार था,
य क उसे अपनी मँगेतर को खोने का डर था। उसने इस मामले म उससे बातचीत
क । उ ह ने सम या को सुलझा लया और शाद कर ली। वह एक बार फर उ साही
और ख़ुश हो गया। द ेम ने उ ह एक कर दया और ा या ही इलाज थी।
4. एक म हला जब भी कसी चच के पास से गुज़रती थी, उसे अ थमा का दौरा पड़ता
था। यह एक भावना मक सदमे क वजह से था, जसे उसने नह सुलझाया था। जब
वह चच म ववाह के लए इंतज़ार कर रही थी, तो उसे ख़बर मली क वहाँ आते
समय उसके मँगेतर का कार घटना म नधन हो गया। उसने अपने पूव मँगेतर क
शां त, सद्भाव, ख़ुशी और काश के लए ाथना करके उसे मु कर दया और ख़ुद
को भी मु कर लया। फर वह साहस के साथ सबसे नज़द क चच गई और यह
दावा कया क ‘ द ेम मेरे आगे जाता है और ई र क ख़ुशी ही मेरी श है।’
उसे श का नया संचार महसूस आ। वह चीज़ कर द, जसे करने से आप डरते ह
और डर क मृ यु तय है।
5. स ची सोच सव ापी स ांत और अमर स य के कोण से सोचना है, जो कभी
नह बदलते ह: वे कल, आज और हमेशा वही रहते ह। जब आपक सोच म कोई डर,
शंका या चता होती है, तो आप दरअसल नह सोच रहे ह। जब आपके वचार ई र-
स श होते ह, तो ई र क श आपके भलाई के वचार के साथ होती है। वै ा नक
चतक कभी भी बाहरी चीज़ या घटनापूण संसार को श नह दे ता है। वह अपने
भीतर क ई र-उप थ त को श और न ा दे ता है, जो सव च और सवश मान
है।
6. सद्भाव का एक स ांत है, भाव का कोई स ांत नह है। ेम का एक स ांत है,
नफ़रत का नह है। ख़ुशी का स ांत है, ख का नह है। स य का स ांत है, झूठ का
नह है। वा य का स ांत है, रोग का नह है।
7. औसत के नयम का मतलब है इस संसार के सारे लोग क आदतन सोच। यह
अ धकांश सोच नकारा मक होती है। भीड़ रोग, ासद , भा य, आपदा और सभी
तरह के अंध व ास म यक़ न करती है। बहरहाल, असं य सरे लोग के
सृजना मक सोच क बदौलत सामू हक मन म कुछ अ छाई भी होती है, ले कन कुल
मलाकर सामू हक मन ब त नकारा मक होता है। य द आप अपनी तरफ़ से नह
सोचते ह, तो सामू हक मन, अपने डर , नफ़रत , ई या तथा ण अंध व ास के
हम खलन के साथ आप पर हावी हो जाएगा और आपक तरफ़ से सोचने लगेगा।
सामू हक मन ( जसे औसत का नयम भी कहा जाता है) से बाहर नकल और अपनी
सोच उन चीज़ पर आधा रत कर, जो भी स ची, यारी, उदा , ग रमामय, ेरक और
ई र-स श ह।
8. एक युवक जीवन म कोई ग त नह कर रहा था। उसने आ या मक प से अपने
चेतन मन को स य करना शु कया, जो ज द ही उसके अवचेतन तर पर काय
का नयम बन गया। उसे आ या मक सोच और औसत या सामू हक मन क सोच म
भारी फ़क़ मला। वह इस तरह दावा करता था: ‘ मोशन अब मेरा है। सफलता मेरी
है। सही काय मेरा है। दौलत मेरी है। समृ मेरी है।’ जब भी उसके मन म
नकारा मक वचार आए, उसने तुरंत उनक जगह पर समृ , शां त, सद्भाव,
तर क , वजय आ द के सृजना मक वचार था पत कर लए। अपने वचार के
सतत अनुशासन के ज़ रये उसने अपने जीवन का कायाक प कर लया और सभी
मायन म आगे तथा ऊपर क ओर बढ़ गया।
9. अपराधबोध और आ म- नदा से भरे एक ने अपने सारे अपराध खुलकर बता
दए और सारे ज़हर को अपनी आ मा (अवचेतन मन) से बाहर नकाल दया। उसे
आ या मक दवा क ज़ रत थी; य क जो गो लयाँ वह ले रहा था, हालाँ क वे कुछ
हद तक उसके उ च र चाप और तनाव को कम कर रही थ , ले कन वे उसके
अवचेतन मन म मौजूद ज़हर तक नह प ँच सकती थी। यह आदमी एक अ छा,
धा मक जीवन जीने लगा और मने उसे बताया क वह अब उतना ही अ छा था, मानो
वह पहले कभी बुरा न रहा हो। मने बताया क अब वह मान सक, शारी रक,
भावना मक या आ या मक कोण से वही इंसान नह रह गया था, इस लए अब
उसे कसी बेगुनाह क नदा करना छोड़ दे ना चा हए, जो वह ख़ुद था। ई र कसी
क नदा नह करता। अगर वह वतमान म एक अ छा जीवन जी रहा हो, तो
अतीत भुला जाता है - याद नह रखा जाता। यह आदमी पुरानी ग़ल तय को नह
दोहरा सकता था - इस लए उसका सचमुच कायाक प हो गया था। उसने ख़ुद को
मा कर दया और अपने अपराधबोध से आज़ाद हो गया। एक घंटे ने उसक जान
बचा ली और सभी तरीक़ से उसका कायाक प कर दया।
19

टे लीसाइ क स कैसे मन के नयम को स य


करती है
हा लबादमउसका
एक ब त खी म हला मुझसे मलने आई। पचास साल के शाद -शुदा जीवन के
प त अचानक ब त शराब पीने लगा था और प का शराबी बनने क कगार
पर नज़र आ रहा था। उसने कहा क उसके कुछ धा मक म और सहयो गय ने उसे
बताया था क उसके लए ाथना करना ग़लत था, य क उसे सबसे पहले ख़ुद अपनी
तरफ़ से शराब से र रहने क इ छा करनी चा हए।
मने कहा क लोग क सलाह ‘बकवास’ है - उसम कोई समझदारी नह है। मने
उससे पूछा क उसके हसाब से ाथना- च क सा का या मतलब था। फर मने उसे
समझाया क इसका मतलब कसी पर मान सक दबाव डालना या सामने वाले को
भा वत करने क को शश करना नह है। य द वह म हला सड़क पर जाए और कसी सरी
म हला को वहाँ गरते दे ख,े संभवतः कसी हाट अटै क से, तो या वह ए बुलस नह
बुलाएगी और भरसक मदद नह करेगी? दरअसल, मने उसे बताया क उसे कोई अ धकार
नह है क वह ए बुलस न बुलाए या अवसर के हसाब से उ चत काम न करे।
आपको याद रखना चा हए क मान सक रोग, मान सक वकृ तयाँ, ग़रीबी, शराब क
लत, नशीली दवा क आदत या कसी भी तरह क बुराइयाँ हमारे भीतर के दे व व क नह
ह, जो हमेशा व थ, शु और आदश है। यह पूरी तरह से सही और द योजना म है क
आप सामने वाले के लए ाथना कर, चाहे वह इस बारे म जानता हो या नह या चाहे वह
ाथना च क सा के लए आपसे कहे या न कहे। आपको अपनी बीमार माँ, पता या म के
लए ाथना सफ़ इस लए नह करनी चा हए, य क उसने आपसे ऐसा करने को नह कहा
है, यह सोचना नरा अंध व ास है।
जब आप कसी सरे के लए ाथना करते ह, तो आप दावा करते ह क जो ई र के
बारे म सच है, वह उस के बारे म भी सच है, जसके लए आप ाथना करते ह। आप
सफ़ सामने वाले क दै वी उप थ त के सामंज य म आ रहे ह और अपने वचार तथा
भावना म ई र के गुण , यो यता तथा पहलु को पुनज वत कर रहे ह। चूँ क केवल
एक ही म त क है, इस लए सामने वाले के मन म ये बल गुण उसी समय पुनज वत हो रहे
ह।

जब आप बीमार ह , तो ाथना कैसे कर


अंदर वास करने वाले ई र क ओर मुड़ और ख़ुद को उसक शां त, सद्भाव, वा य,
स दय, असीम ेम व असीम श क याद दलाएँ। जान ल क ई र आपसे ेम करता है
और आपक दे खभाल करता है। जब आप इस तरह से ाथना करते ह, तो डर धीरे-धीरे र
भाग जाएगा।
अपने मन को ई र तथा उसके ेम क ओर मोड़। यह महसूस कर और जान क
केवल एक ही उपचारक उप थ त और श है। इस स ांत को समझ ल: ई र के काय
को चुनौती दे ने वाली कोई श नह है। शां त से और ेम से दावा कर क उपचारक
उप थ त क ेरक उपचार करने वाली, श शाली बनाने वाली श आपम वा हत हो
रही है और आपको पूरी तरह व थ कर रही है। जान ल और महसूस कर क ई र का
सद्भाव, स दय और जीवन आपम श , शां त, फू त, स दय, वा य व सही काय के
प म कट होता है। इसका प अहसास कर ल और त त दय या ण अव था
ई र के ेम के काश म घुल जाएगी।
कसी सरे के लए ाथना करते व त उसका नाम ल और उसके लए उ ह स य
का दावा कर, जनका दावा आप अपने लए करते।

उसने इस बात पर ज़ोर दया क उसे भूत लग गए ह


कई साल तक मने ेट टे न और आयरलड तथा अमे रका के लोग को परामश दया है,
ज ह ने दावा कया था क उ ह भूत लग गए ह। इनम से कई लोग को कई भूत लगे थे।
नीचे एक साठ वष य का ब त रोचक करण है, जो कुछ समय पहले मुझसे
मलने आया। उसने दावा कया क उसे कई भूत लग गए ह, जो उससे अजीब काम कराते
ह। उसने तीन साल पहले शॉक थेरेपी ली थी - कुछ महीन तक राहत मली - ले कन उसने
कहा क भूत उसे सताने के लए फर से लौट आए। वे उस पर गा लयाँ, शाप और लानत
बकते थे। वे उसे शराब और बला कार के लए े रत करते थे। ये तथाक थत भूत रात को
उसे मु के मारते थे और सोने नह दे ते थे, उसे बताते थे क वे उससे कतनी घृणा और
नफ़रत करते ह।
मुझे अहसास आ क भगाने के लए कोई भूत नह है। ये भूत और कोई नह ,
दरअसल उसका ही अवचेतन मन था, जो उससे बात कर रहा था। असल मु ा यह था क
वह एक पूव प नी के त नफ़रत और े ष से भरा था, जसने भागकर कसी सरे से शाद
कर ली थी। उसक और वनाशकारी सोच उसके अवचेतन मन म धँस गई, जससे
‘भूत’ ं थ बन गई। इस नफ़रत के फल व प वह अपराधबोध से भरा था। साथ ही उसे यह
भय भी था क उसे सज़ा मलेगी।
मने उसे 91वाँ ोत दन म तीन-चार बार दोहराने के लए दया। साथ ही रात को
उसे 27वाँ ोत भी पढ़ना था, जो डर का बेहतरीन इलाज है। वह चार महीने तक स ताह म
एक बार मुझसे मलने आया और ाथना क या ारा उसने अपनी पूव-प नी को धीरे-
धीरे मु कर दया, उसके लए जीवन क सारी नयामत क कामना क , ता क वह नफ़रत
या े ष के बना उसके बारे म सोच सके।
मने उसे समझाया क लोग सपन म हमसे बात करते नज़र आते ह और हम भी न द
म कई बार बोलते ह। य द हम अपने अवचेतन म नफ़रत, े ष और श ुता बो द, तो हमारे
यादा गहरे मन के पास इसके सवा कोई वक प नह होता क वह इन भावना को
इसके ख़ुद के तरीक़े से े पत करे।
आ ख़रकार, एक रात मनन के दौरान मने ख़ुद से कहा, ‘म भूत- ेत म इस के
व ास से बुरी तरह तंग आ गया ँ। वह ख़ुद से बात कर रहा है और म यह बात जानता ँ।
केवल एक ही आ मा (ई र) है, अनंत है, सवबु मान है और सव ाता है, केवल एक ही
द मन है। यह आदमी अब उसके बारे म जाग क है, जसके बारे म म जाग क ँ। वह
इसी समय अपने दय म ई र का ेम महसूस करता है।’
अगले दन जब वह मुझसे मलने आया, तो बोला, कल रात मेरे साथ एक अजीब
चीज़ ई। ईसा मसीह मेरे पास आकर बोले, “ये बुरी आ माएँ स ची नह ह; वे तु हारे ख़ुद
के मन म ह और अब तुम आज़ाद हो।” इस आदमी का पूरी तरह उपचार हो गया।
हमारे कई परामश के दौरान मुझे आ ख़रकार ख़ुद को अवचेतन व ास के ब पर
लाना पड़ा, जसने उसके व ास को मेरे मन से मटा दया। यह केवल मान सक वकृ त
वाला इंसान ही नह था, जसे उसके झूठे व ास को साफ़ करना था; मेरी भी सफ़ाई और
उपचार होना था। म यक़ न करता ँ क यह सभी ाथना- च क सा म सच है, चाहे
परामशदाता इसके बारे म जाग क हो या न हो।
जब म बुरे भूत- ेत पर उसके मूखतापूण व ास को लेकर अपने मन म प नणय
और व ास पर प ँचा, तो मेरा व ास तुरंत उसक ओर सं े षत हो गया। चूँ क केवल एक
ही म त क है, इस लए पूणता और शां त उसके मन म पुनज वत हो ग ।
उसके अती य अनुभव ने छपी दौलत उजागर क
एक युवा से े टरी हर र ववार क सुबह वलशायर एबेल थएटर म मेरे वचन म आती है।
उसने कुछ दन पहले मुझे बताया क एक स ताह के क़रीब हर रात को उसे एक प सपना
आया, जसम वह फावड़े से अपने घर के पीछे वाले आँगन म ज़मीन क खुदाई कर रही थी।
उसने कहा क हर सपने के बाद वह काफ़ ख़ुश महसूस करती थी। वह जानना चाहती थी
क म इस बारे म या सोचता ।ँ
मने उसे बताया क सपना हमेशा ब त गत होता है और संभवतः इसका यह
मतलब हो सकता है क उसे अपने अंदर से कसी छपे ए ख़ज़ाने यानी यो यता को खोदना
चा हए। य द इससे उसके दल म घंट न बजे, तो उसे अपने भाई या पता से पीछे के आँगन
क खुदाई करने को कहना चा हए। उसने अपने पता से यह करने को कहा और वे थोड़ी
अ न छा से यह करने को तैयार हो गए। उ ह ब त आ य आ, जब पता ने म का एक
पुराना मटका खोद नकाला, जसम 1898 तक पुराने सोने के स के भरे ए थे।
इन स क का मू य हज़ार डॉलर था और इससे वह कॉलेज क श ा पूरी करने म
सफल ई। उसने एक रॉ स रॉयस कार भी ख़रीद ली, जो वह हमेशा से चाहती थी। फर भी
इतना बच गया क पूरे प रवार क आव यकताएँ पूरी हो जाएँ। यह युवा म हला समृ और
कॉलेज क श ा पूरी करने के रा ते के लए ाथना कर रही थी। उसने अपनी इ छाएँ
अपने सपन म पूरी होते दे ख ।

टे लीसाइ क स ने उसक कुंठा र कर द


दो बेट वाली एक वधवा ाथना कर रही थी क वह कसी ऐसे भावी जीवनसाथी को
आक षत करे, जो उसके तथा बेट के सही सामंज य म हो और उनके लए अद्भुत पता
सा बत हो। उसे अ सर सपने आते थे। लगभग हर सपने म वह बस चूक जाती थी और हर
दन दे र से ऑ फ़स प ँचती थी, जब क हक़ क़त म वह हमेशा समय पर ही प ँचती थी। मने
उससे पूछा क या उसके ऑ फ़स म कोई था, जो भावी प त के प म उसक नगाह म
था। उसने जवाब दया क अ स टट वाइस े सडट उसे एक शो और डनर म कई बार ले
जाने के लए पूछ चुके थे, ले कन उसने इ कार कर दया था, य क उसने सोचा क यह
अ छ नी त नह है और उसक कंपनी के अफ़सर इस बात को पसंद नह करगे।
मने उसे बताया क मुझे महसूस हो रहा था क उसक ाथना का जवाब मल गया
था, ले कन वह बेशक ववाह के एक अद्भुत अवसर से मुँह मोड़ रही थी। उसका अवचेतन
मन उसे तीका मक प से अवसर का लाभ लेने को कह रहा था। यही नह , बस से स का
तीक है, जो ववाह का ह सा है। वह अगले दन ब त उ साह से ऑ फ़स गई और
अ स टट वाइस े सडट को बताया क वह कुछ दन पुराने उनके आमं ण को वीकार
करके ख़ुश होगी, य क अब प र थ तयाँ बदल गई ह। कुछ ही स ताह म उनका सुखद
ववाह हो गया और वह सचमुच उसके तथा लड़क के लए सही सा बत आ।
दरअसल, यह वधवा अपनी ाथना के जवाब को ठु करा रही थी, इस लए उसके
अवचेतन के पास सपने म उससे बोलने के अलावा कोई वक प ही नह था।

आकषण के नयम को अपने लए काम करने द


आपके वचार के अपने नाते होते ह। जैसा रोम के महान स ाट और दाश नक माकस
ऑरे लयस ने कहा था, ‘हमारा जीवन वही है, जो हमारे वचार इसे बनाते ह।’ आपका बल
वचार आपके सभी वचार के नीचे न हत रहता है और उ ह इस तरह से रंग दे ता है, जैसे
थोड़ा सा नील पाँच गैलन पानी को अपने रंग म रंग दे ता है। अमे रक मनो व ान के जनक
व लयम जे स ने कहा था, ‘मेरी पीढ़ क सबसे महान खोज यह है क इंसान अपना
मान सक नज़ रया बदलकर अपना जीवन बदल सकते ह।’
आज एक सुंदर युवती से बात करते समय, जो गुणी, आकषक, उ साही और ब त
श त है, मने पाया क वह दरअसल अपने ग़लत वनाशकारी, नफ़रत भरे वचार तं से
अपनी ज़दगी बबाद कर रही थी। उसने अपने पता क नदा शु कर द , जो मर चुके थे।
इसके अलावा, उसके दल म अपनी माँ के त भी नफ़रत भरी थी। अपनी तानाकशी और
कड़वी ज़बान के कारण वह एक साल म तीन नौक रयाँ गँवा चुक थी। वह ख़ुद को
भावना मक प से वष दे रही थी और उसका शरीर भी वच लत था, जस वजह से उसे
गभाशय नकलवाने और अ सर का ऑपरेशन कराने क ज़ रत पड़ी थी।
मने इस युवती को समझाया क पूरा संसार उसके सामने था। वह आज से ही ख़ुद के
सामने यह सा बत करना शु कर सकती है क उसका पूरा संसार, यानी उसका शरीर,
थ तयाँ, प र थ तयाँ, सामा जक और आ थक जीवन उसक आदतन सोच क छ व म
जा ई प से ढल जाएगा।
वह अपने वचार को बदलने और बदले रखने के लए सहमत हो गई। जब भी उसके
मन म कोई नकारा मक वचार आता था, तो वह उसक जगह पर ेम और सद्भाव का
वचार रख लेती थी। वह समझ गई थी क नय मत और सु नयो जत प से नकारा मक
वचार को हटाकर वह उस वनाशकारी सोच को तोड़ने म कामयाब हो जाएगी, जो उसक
ज़दगी को तबाह कर रही थी।
एक भावी दावा
मने उसे नीचे दए दावे का बार-बार इ तेमाल करने को कहा, यह जानते ए क जब वह इन
स य को दोहराएगी और दावे क हक़ क़त को महसूस करेगी, तो ये स य उसके अवचेतन म
धँस जाएँगे और चूँ क अवचेतन का नयम बा यकारी है, इस लए वह सुख-शां त के माग का
अनुसरण करने के लए मजबूर हो जाएगी। मुझे यक़ न था क इस ब से उसक या ा आगे
क ओर, ऊपर क ओर और ई र क ओर होगी :

ई र के उपहार अब मेरे ह। म ई र क उप थ त म जीती ,ँ जससे सारे वरदान


वा हत होते ह। म ई र को म हमामं डत करने के लए इस दन के हर पल का
इ तेमाल करती ँ। ई र का सद्भाव, शां त और समृ अब मेरी है। मुझसे वा हत
होने वाला द ेम मेरे प रवेश के सभी लोग को वरदान दे ता है। ई र का ेम यहाँ
उप थत सभी लोग ारा महसूस कया जाता है और उसका ेम अब उनका उपचार
कर रहा है।
मुझे अब कुछ भी बुरा होने का डर नह है, य क ई र मेरे साथ है। म हमेशा ई र के
ेम और श के प व दायरे से घरी ई ँ। म दावा करती ,ँ महसूस करती ँ,
जानती ँ और यक़ न करती ँ, न त प से और सकारा मक प से क ई र के
ेम और अनंत दे खभाल का जा मेरा मागदशन करता है, मेरा उपचार करता है और
मेरी तथा मेरे प रवार के सभी सद य क र ा करता है।
म हर एक को मा करती ँ और म सचमुच हर जगह सभी लोग के त ई र के
ेम, शां त और सद्भाव को सा रत करती ँ। मेरे अ त व के क म शां त है; यह
ई र क शां त है। इस शां त म म उसक श , मागदशन और उसक प व
उप थ त के ेम को महसूस करती ँ। मुझे सभी मायन म द मागदशन मल रहा
है। म ई र के ेम, काश, स य और स दय क प मा यम ँ। म महसूस करती ँ
क उसक शां त क नद इस समय मुझम वा हत हो रही है। म जानती ँ क मेरी
सारी सम याएँ ई र के मन म घुल जाती ह। ई र के तरीक़े अब मेरे तरीक़े ह। जो
श द मने बोले ह, वे उसे हा सल करते ह, जहाँ वे भेजे जाते ह। म आनं दत ँ और
ध यवाद दे ती ,ँ मुझे यह अहसास हो रहा है क मेरी ाथना का जवाब मल गया है।
आमीन।

टे लीसाइ कक के मूत प असल लोग जतने वा त वक ह


टे लीसाइ क स पर बात करते समय, जसका ता लुक़ आपके अवचेतन मन क चम कारी
श य से है, मुझसे अ सर ब त से लोग पूछते ह क म सए स या आ या मक संवाद म
मूत कट करण के बारे म या सोचता ँ। सबसे पहले तो म मानता ँ क कसी मा यम
का तथाक थत नयं ण अवचेतन मन म बस एक बल वचार है। हम इस स चाई को
वीकार कर लेना चा हए क अती य संसार का अ त व है। आपके अवचेतन म
अती य दशन, अती य वण और अती य ान क श याँ ह, जो हम सभी के मन
म मौजूद श याँ ह।
कुछ साल पहले कै सटन हॉल, लंदन के डॉ. ईव लन लीट और उनके एक रटायड
कनल म मुझे लंदन म एक मा यम के आ या मक सए स म ले गए, जहाँ हमने आठ मूत
कट करण दे ख,े जो हमारे ख़ुद के शरीर जतने ही ठोस थे। उनका कनल म सेना का
रटायड डॉ टर है। उसने इन व प क जाँच क और उनक नाड़ी व र चाप दे खा, उनके
दाँत क जाँच क और उनके बाल के टु कड़े भी काटे ।
हर व प का वज़न भी हम तीन म से कसी न कसी के लगभग समान था। उनसे
बातचीत करने के बाद डॉ. लीट का सोचना था क जस म हला से वे बात कर रही थ , वह
उनक माँ हो सकती ह, ले कन उ ह प का नह पता था। हम उनसे काफ़ समझदारी भरे
जवाब मले और उनम से एक कनल क बहन से मलती-जुलती थी, जो कुछ साल पहले
गुज़र गई थ ।
यह सब पूरी रोशनी म आ था। मा यम मू छा क मु ा म थी। सभी पु ष ने सूट
पहने थे और म हलाएँ पोशाक म थ । कोई धोखा या चालबाज़ी नह थी। ये मूत व प म
नह थे। म को मांस और र , बाल, पोशाक, आवाज़ और नाड़ी के साथ द शत नह
कया जा सकता। म एक ऐसी चीज़ है, जो एक झूठा आभास उ प करके धोखा दे ता है:
धोखा खाने क अव था या थ त। सभी मूत व प प प से वा त वक थे, ले कन मुझे
यक़ न नह है क उनम से एक म हला डॉ. लीट क माँ थी और सरी कनल क बहन थी।
वे सभी संसार या मा यम के आंत रक कट करण या ेपण जतने ही वा त वक
थे, जो मौजूद लोग के अवचेतन म र तेदार के वचार च को े पत करने म स म है,
इस तरह उ ह मांस और र और बोलने, काय करने और सवाल के उ चत जवाब दे ने क
मता दान करता है। मुझे यक़ न है क सारे मूत व प मा यम के अवचेतन के
नाटक यकरण थे।
डॉ. लीट के म ने उस म हला के सर से बाल काटे थे, जसके बारे म वे सोच रही
थ क वे उनक माँ हो सकती थ । इसक जाँच कराने पर रसायन योगशाला ने कहा क
इसका व ेषण नह कया जा सकता; यह ‘अ ात मूल’ का है। कुछ दन बाद योगशाला
ने बताया क बाल घुल गया था और उसके कोई अवशेष नह बचे थे!
डॉ. लीट मुझसे सहमत थ क यह सोचना काफ़ नादानी होगी क आप सए स म
जाकर अगले आयाम म प ँच चुके म या यजन से मल सकते ह या वे आपके आ ह
पर कुछ ही मनट म कट हो जाएँग।े आपके सभी यजन चौथे आयाम के शरीर म काय
कर रहे ह, जो हमारे पता के भवन के कई महल म से एक है। वे आगे और ऊपर क ओर
बढ़ रहे ह, एक म हमा से सरी म हमा क ओर जा रहे ह, एक ऐसी या ा पर, जसका कोई
अंत नह है।

मरणीय ब …

1. यह सोचना अंध व ास है क आपको कसी सरे के लए ाथना नह करनी


चा हए, जो शराबी है या जसे कसर या सरी कोई बीमारी है। य द कसी के साथ
घटना हो गई है, तो या आप ए बुलस नह बुलाएँगे या अपनी मता के हसाब से
सव े मदद नह करगे? ाथना च क सा दबाव नह है। ाथना च क सा तो यह
दावा कर रही है क जो ई र के बारे म सच है, वह सामने वाले के बारे म भी
सच है। दै वी कृ त हर के भीतर है। यह दै वी इ छा है क यह सभी ी-पु ष
मअभ हो।
2. कसी बीमार के लए ाथना करते व त ल ण , दद या क पर क त न
रह। शां त से दावा कर क उपचारक उप थ त क ेरक, उपचारक, श दायक
श आपके य म वा हत हो रही है और उसे व थ कर रही है।
3. जो भूत इंसान को सताते ह और ब त सारे जुनून का कारण होते ह, वे ह नफ़रत,
ई या, डाह, े ष, अपराधबोध और आ म- नदा। जब ये मान सक अपराधी हमारे मन
पर क़ ज़ा कर लेते ह, तो हम अपनी सारी ता कक श खो दे ते ह और अपनी ख़ुद
क व वनाशकारी सोच के शकार बन जाते ह। जब कोई इंसान ऐसी आवाज़
सुनता है, जो उसे बुरे काम करने को कहती ह, तो उसका ख़ुद का अवचेतन उससे
बात कर रहा है। सरे श द म, वह ख़ुद से बात कर रहा है। धीरे-धीरे एक आदमी यह
समझ गया क उसी का अवचेतन मन उसक वनाशकारी सोच पर त या कर रहा
था। जब मने इस सारी बकवास को अपने दमाग़ से साफ़ करते ए कहा क एक ही
आ मा है और एक ही श है और साथ ही यह दावा कया क यह आदमी अब
उसके बारे म जाग क है, जसके बारे म म जाग क ँ, तो उसका उपचार हो गया।
4. कई बार आपके सपने आपक सबसे ज टल सम या के जवाब कट कर दे ते ह।
एक युवा म हला को बार-बार एक सपना आया, जसम वह अपने पीछे के आँगन क
खुदाई कर रही थी। वह समृ के लए ाथना कर रही थी। मेरे सुझाव पर उसने
अपने पता से बगीचे क खुदाई कराई, जहाँ उ ह सोने के पुराने स क से भरा एक
हंडा मला, जससे वे काफ़ अमीर बन गए।
5. पुन ववाह क इ छा रखने वाली एक वधवा ने बताया क उसे अ सर एक प व
दखता था, जसम वह हमेशा बस चूक जाती थी और दे र से ऑ फ़स प ँचती थी;
जब क हक़ क़त म वह हमेशा समय पर प ँचती थी। उसे अहसास आ क वह अपने
ऑ फ़स के मैनेजर के आमं ण को ठु कराकर ववाह करने का अवसर चूक रही थी।
उसने इस आमं ण को वीकार कर लया और बाद म उनका ववाह हो गया, जो
उसक ाथना का आदश जवाब था।
6. माकस ऑरे लयस ने कहा था, ‘हमारा जीवन वही है, जो हमारे वचार इसे बनाते ह।’
एमसन ने कहा था, ‘इंसान वही होता है, जो वह दन भर सोचता है।’ आपका बल
वचार आपके बाक़ सारे वचार के नीचे होता है और उनम रंग भरता है। एक युवा
म हला अपने माता- पता तथा अ य लोग के त नफ़रत, तशोध के वचार रखकर
अपनी ज़दगी तबाह कर रही थी। इस वजह से उसे दो गंभीर ऑपरेशन कराने पड़े।
उसने अपनी सोच को उलट लया और सारे नकारा मक वचार को तुरंत ई र-स श,
ेमपूण वचार के साथ व था पत करने का नणय लया। जब उसने इसक आदत
डाल ली, तो उसका पूरा संसार जा ई ढं ग से इस च म पघल गया और इसने उसके
चतन के अनु प प र थ तयाँ उ प कर द । उसने जस पर वचार कया, वही बन
गई।
7. कई लोग मुझसे सए स म मूत व प के बारे म पूछते ह, जनम लोग कट होते ह,
बोलते ह, इधर-उधर घूमते ह और आपके साथ बातचीत करते ह। घटना वा त वक है,
ले कन वे केवल वा त वक दखते ह। वे आपके प रजन नह ह, य क वे जीवन के
अगले आयाम म काय कर रहे ह, आगे क ओर, ऊपर क ओर और ई र क ओर
बढ़ रहे ह। वे आपसे केवल वे सी भर से अलग ह। जब आप इनम से कसी मूत
व प के बाल काटते ह, तो उनक योगशाला म जाँच नह क जा सकती, य क
वे एक अ ात त व से बने ह। मा यम मू छा क अव था म आपके प रजन के च
का दोहन कर सकती है, जससे यह ेपण करके ी-पु ष के प उ प कर
सकती है, जनक नाड़ी क ग त सामा य होती है और जीवन के अ य ल ण भी होते
ह।
20

टे लीसाइ क स आपके मन क श य को
कैसे बेहतर करती है
आ पका अवचेतन मन आपके शरीर का नमाता और पुन नमाता है, जसका सारे
तथाक थत वचा लत काय पर नयं ण होता है। यह सन, पाचन, समावेश, संचार,
उ सजन और अ य सभी वचा लत ग त व धय को शा सत करता है। अवचेतन एक
अद्भुत रसायनशा ी भी है। आप जो भोजन खाते ह, यह उसे ऊतक, मांसपेशी, अ थ,
र और बाल म बदल दे ता है, ता क नवीन को शक य तं का लगातार नमाण होता रहे।
आपका अवचेतन मृ त का भंडार भी है। आपका चेतन मन जसे भी सच मानता है
और सच के प म वीकार करता है, आपका अवचेतन उसे घ टत करा दे गा। चूँ क आपका
अ धक गहरा मन सुझाव का पालन करता है, इस लए यह आदत का थान भी है।
स मोहन के योग म आपका अवचेतन दए गए सारे सुझाव को वीकार करता है
और केवल नगमना मक तरीक़े से तक करता है। इसके न कष हमेशा आधार वा य के
सामंज य म होते ह, इस लए सारे सुझाव जीवनदायी और सृजना मक होने चा हए।
आपके अवचेतन क भाषा तीका मक होती है। यह आपके सपन म इं गत होती है,
जो अ सर आपक अपूण या द मत इ छा का नाटक यकरण कर दे ते ह। आपका
अवचेतन एक अद्भुत ब पया है; इसे प ता से जो भी सुझाव दया जाता है, यह उसका
प बना लेता है। सारे अती य अनुभव का थान होने के नाते, यह काल और थान से
वतं अंतब ध से अनुभू त दे ता है। आपको यह भी याद रखना चा हए क आपके अवचेतन
के भीतर अ त चेतन मन ( जसे एमसन ने ेट ओवरसोल कहा था) या ई र या परम ा
क उप थ त भी है। सरे श द म म ँ या जी वत आ मा सवश मान आपके भीतर है,
जो सब कुछ जानती है और सब कुछ दे खती है। आपके अवचेतन म असीम बु म ा,
असीम ेम और असीम त व के सारे गुण व ल ण ह, जसे ई र कहा जाता है।
आपका चेतन मन पाँच इं य के मा यम से बाहरी संसार को पहचानता और
समझता है: यह अनुगम, नगमन, व ेषण और सा य के ज़ रये तक करता है। आप
अपने चेतन मन से चुनाव करते ह, योजना बनाते ह और ारंभ करते ह, जो इ छाश के
थान के प म काय करता है। आपक इ छाश इ छा, नणय और संक प से बनती है।
आप अपने चेतन मन से एका होते ह। अपने एका यान के ज़ रये आप अपने
अवचेतन मन पर छाप छोड़ते ह। चूँ क आप अपने चेतन मन से क पना करते और
मान सक च बनाते ह, इस लए आप जो बनना चाहते ह, करना चाहते ह और पाना चाहते
ह, उसका प मान सक च बनाकर आप अपने अवचेतन को यादा भावी ढं ग से
सराबोर करते ह। आपका चेतन मन सृजना मक सोच, बोलने और क पना म चेतन नयं ण
क श के ज़ रये सफलता और समृ को आदे शत कर सकता है। आप समृ और
सफलता के वचार से अपने अवचेतन को संतृ त कर सकते ह।

मान सक श य के उ पक के प म आपातकालीन थ तयाँ


आपातकालीन थ तय के दौरान आपका चेतन मन आपके अवचेतन के त बेहद
हणशील हो जाता है, जस समय आपके अवचेतन क बु म ा और ा कमान सँभाल
लेती ह। अती य संसार म आपका चेतन मन अवचेतन के त एक हणशील भू मका
नभाता है। आपका चेतन मन आपके यादा गहरे मन क बु म ा और ा का आह्वान
करके, जो सब कुछ जानता और दे खता है, का शत और े रत हो सकता है।

टे लीसाइ क स और मू छा क अव था
म वग य जेरे डाइन क म स से लंदन, इं लड और कॉक, आयरलड म उनके घर म कई
बार मला था। (वे अनसीन एडवचस, द ट् स ऑफ़ लयोफ़ास और कई अ य पु तक
क ले खका ह।) इं लड के कुछ अ णी वै ा नक ने उनक जाँच क है, जन सभी ने उनक
उ लेखनीय अती य श य को मा णत कया है।
मेरी उनके साथ कई बैठक , य क अती य अनुभू त और सभी तरह के
अती य संसार म मेरी हमेशा से च थी। मस क म स ब त शांत होकर एक न य,
रहणशील, अती य अव था म दा ख़ल हो जाती थ । उनका अवचेतन मन पूरी तरह से
डू ब जाता था। अचानक वे दावा करती थ क उनके नयं क ‘ए टर’ ने कमान सँभाल ली है
और फर वे वचा लत ढं ग से असाधारण जानकारी का प ा दर प ा लखने लगती थ ।
एक उदाहरण म उ ह ने बताया क मेरी गुज़र चुक बहन मैरी ए नेस संवाद कर रही
थ । प े पढ़ने पर मने पाया क कई पैरा ाफ़ गै लक म थे, कुछ ांसीसी म थे और कुछ
लै टन म थे - ऐसी भाषाएँ जो जेरे डाइन नह बोलती थ । लखने म मेरी बहन ने छह संग
बताए, जनके ारा म उसे पहचान सकता था, जो सभी बेहद सट क थे। उसने हमारे बचपन
के बारे म अंतरंग ववरण बताए तथा कई भ व यवाणी के कथन भी कहे, जो सभी बाद म
वाक़ई सच ए।
इस संग म म सोचता ँ क जेरे डाइन बस लेखक मा थ और उन घटना के
बारे म लख रही थ , जनके बारे म वे दरअसल कुछ नह जानती थ । जब जेरे डाइन ने
लखना पूरा कया, तो उ ह ज़रा भी पता नह था क उ ह ने या लखा था। इस करण म
माण ज़बद त थे। मुझे यक़ न है क अगले आयाम म प ँच चुक मेरी बहन ही सचमुच
संवाद कर रही थी।

सामा य अती यश
कई अती य ह, जो मान सकता क आदश प से चेतन अव था म रहने पर
आपके मन के ववरण का दोहन कर सकते ह। मता हर एक म होती है, ले कन कुछ
लोग ने इसे सर से यादा हद तक वक सत कर लया है।

असामा य अती यश याँ


जेरे डाइन क म स ने मुझे द ण आयरलड म अपनी एक म ारा आयो जत सए स म
आमं त कया। यह ख़ास आइ रश मा यम पूरी मू छा म दा ख़ल ई और दावा कया क
उसे म के एक पुजारी ारा नयं त कया जा रहा है। इस अव था म उसने अद्भुत
छपी ई श य का दोहन कया। हम छह लोग एक टे बल के आस-पास बैठे थे और
मा यम के अवचेतन मन ने इसे आसानी से ऊपर उठा दया।
उप थत एक ोफ़ेसर को व ास हो गया था क उनक माँ ने उनसे बात क थी।
उ ह ने दावा कया क यह उनक आवाज़ थी और उनके हाव-भाव थे और वे हमेशा उ ह
उनके य नाम से बुलाया करती थ और ीक म उनसे बात करती थ , जो उनक माँ क
पैतृक भाषा थी, एक ऐसी भाषा जसे मू छत मा यम नह समझती थी।
कई मूत व प कट ए, जनम से कई ने बात क । सभी पोशाक पहने थे और
उनक सभी मानवीय इं याँ काय कर रही थ । एक उप थत म हला ने एक युवा मूत लड़क
से बात क , जसने उनक बेट होने का दावा कया। ये मूत व प पाँच-छह मनट के
लगभग क़ायम रहे और फर ओझल हो गए। यह सब दोपहर म घ टत आ - धीमी रोशनी म
नह , ब क सभी उप थत लोग क पूरी नज़र के सामने। इस बात क पूरी संभावना है क
ये प मा यम के अवचेतन ेपण थे।
वह कैसे व तु से को पढ़ती है
हाल म लास वेगस के डॉ. डे वड होव ने मेरा प रचय एक साइकोमी ट से कराया, जसम
चीज़ के व तुपरक पहलू को पढ़ने क असाधारण यो यता है। कसी क अँगूठ या
उसके लखे प को छू कर वह उस का पूरा ववरण बता सकती है: उसक वशेषताएँ,
वृ याँ, काम का कार, उ , पृ भू म और उसका भ व य भी। जब वह उस क
पहनी अँगूठ को छू ती है, तो उसे एक न त कंपन महसूस होता है और वह उस के
मान सक प रवेश म दा ख़ल हो जाती है। इसका कारण यह है क परक मन सारी
चीज़ को आवे शत और ा त करता है। आदमी क अँगूठ उसके मान सक प रवेश से
सराबोर होती है, जससे मा यम उसके सबसे अंद नी वचार , व ास और भावना म
दा ख़ल हो जाती है।

टे लीसाइ क स और आंत रक आवाज़


पछले साल समु पर एक से मनार के दौरान, मने जहाज़ के एक अफ़सर के साथ डनर
लया। उसने बताया क समय-समय पर, ख़ास तौर पर जब जहाज़ के साथ कोई गड़बड़
होती है, उसे आंत रक आवाज़ सुनाई दे ती ह, जो उसे सट कता से बता दे ती ह क सम या
या है और यह भी क उसे कैसे हल करना है। उसे अहसास आ क उसम एक
उ लेखनीय यो यता थी, जो बाक़ कसी के पास नह थी। उसके अनुसार, यादातर समय
यह उसे चेतावनी दे ने आती थी।
एक बार इटली के कनारे से जहाज़ चलने पर जब वह अपने के बन म था, तो
आंत रक आवाज़ ने उसे बताया क दल का एक सद य (उसने उसका नाम बताया) उसे
गोली मारने आ रहा है। दल का वह सद य उ म हो रहा था। अफ़सर ने कहा, ‘मने अपने
दरवाज़े पर ताला लगाया, क तान को फ़ोन कया और उस सद य को तालाबंद करवा दया
और जब हम बंदरगाह प ँचे, तो उसे पागलख़ाने म भत कर दया गया।’ आंत रक आवाज़
100 तशत सही थी, य क इस आदमी के पास प तौल मली। बाद म उसने वीकार
कया क वह वहाँ पर जहाज़ के अफ़सर को गोली मारने गया था।
ये चेताव नयाँ रात के सपन म भी आ सकती ह।
क तान क आंत रक आवाज़ सही थी, य क उसने अपने अवचेतन को नदश दे ने
क आदत डाल ली थी क आवाज़ सभी तरीक़ से उसक र ा करने, उपचार करने और
आ दे ने के लए है, यानी यह उसके उ चतर व प क आवाज़ है। उसने लगातार दोहराया
क सारी चेताव नयाँ, ेरणाएँ और आंत रक नदश उसके अवचेतन मन के भीतर क
ई रीय उप थ त से आते ह।

सए स (बैठक) क म आवाज़ के साथ बातचीत करना


लंदन, जोहा सबग, केप टाउन और यू यॉक सट म मने कई सए स (बैठक ) म भाग लया
है। वहाँ पर जब मा यम मू छा क मु ा म होती है, तो दे हमु अ त व या आ मा क
आवाज़ हवा म भरी नज़र आती ह। मने इनम से कुछ आवाज़ से लंबी बातचीत क है और
मुझे असाधारण प से बु म ापूण जवाब मले ह। मने सए स म उप थत सरे लोग -
जनम से कुछ भौ तकशा ी, च क सक और कॉलेज के ोफ़ेसर थे - को खुलकर कहते
सुना क वे न त प से पूव सहक मय या यजन से बातचीत कर रहे थे। यह सब चौथे
आयाम म प ँच चुके लोग क पेशेवर पृ भू म, आवाज़ के अंदाज़, वशेषता , वहार,
व च ता और अजीबोग़रीब हरकत के आधार पर कहा गया था।
कई लोग ख़ुद को मेरा र तेदार घो षत कर रहे थे, ले कन कई बार म पूरी तरह संतु
नह हो पाया क वे आवाज़ मा यम के परक मन क वजह से ह या वे सचमुच जीवन
के अगले आयाम म प ँच चुके यजन क आवाज़ थ ।
बहरहाल, यह काफ़ रोचक, मनमोहक और ज़बद त अनुभव था। एक ख़ास
उदाहरण म मुझे अपने पता क आवाज़ सुनाई द , जो चार भाषा म बोले - ाचीन
गै लक, अँ ेज़ी, ांसीसी और लै टन। उनक आवाज़ वाभा वक थी, जैसे क वे कमरे म
ख़ुद ह । उ ह ने मुझसे कहा, ‘जो म जो बता रहा ,ँ उससे तुम जान जाओगे क म तु हारा
पता बोल रहा ँ। जब तुम पाँच साल के थे, तब मने तु ह यह ाथना सखाई थी।’ फर
उ ह ने ई र क ाथना गै लक, ांसीसी और लै टन म दोहराई। उ ह ने सभी उप थत
लोग से प रचय कराने को कहा, य क वे उनम से कसी को भी नह पहचानते थे। उ ह ने
मेरे शु आती जीवन क कई घटनाएँ बता , ज ह म भूल गया था; बाद म मेरी बहन ने इन
घटना क पु क , जो इस धरातल पर अब भी जी वत है।
कोई इंसान कह सकता है क मा यम मेरे अवचेतन का दोहन कर रहा था और मेरे
पता का प धारण तथा उनक आवाज़ क नक़ल करने म स म था, ले कन इस मामले म
यह र क कौड़ी है। आप कसी को स मो हत कर सकते ह - उसे बता सकते ह क
वह अब आपका भाई है। ले कन चूँ क वह आपके भाई से कभी नह मला, इस लए वह
उसक आवाज, वहार और हाव-भाव क नक़ल नह कर सकता, न ही वह उसके
व का नाटक कर सकता है।
उसने अपनी माँ को गुज़रने से पहले दे खा
र ववार को मेरे वचन म आने वाली एक युवा कूल श का ने मुझे बताया क एक दन
कूल म लंच के दौरान वह कूल के कमरे म अगले स का सामान जमा रही थी, तभी
अचानक उसक माँ उसके सामने कट होकर बोल , ‘अल वदा,’ और ग़ायब हो ग ।
इस तरह क छाया बलकुल भी असामा य नह है। बेशक उसक माँ, जो यू यॉक
सट म रह रही थ , अपने दे हांतर से पहले अपनी बेट के बारे म सोच रही थ और उ ह ने
अपना व अपनी बेट के सामने े पत कर दया। समय संबंधी जाँच करने म उसे
पता लगा क उसक माँ उसके सामने जस पल कट ई थ , ठ क उसी पल उनका
दे हावसान आ था।

भूत उसे एक संदेश दे कर ग़ायब हो गया


वग य जेरे डाइन क म स ने लंदन म अपने घर पर एक से मेरा प रचय कराया।
उ ह ने बताया क उसे लगता था क उसका घर भुतहा था, य क उसने घर क सी ़ढय पर
ऊपर आते तेज क़दम क आवाज़ अ सर सुनी थी। एक बार उसक नौकरानी भूत दे खकर
ब त डर गई, दरअसल डर से इतनी जड़वत् हो गई क वह इस अनुभव के बाद कुछ मनट
के लए पूरी तरह थर हो गई। नौकरानी ने कने से इ कार कर दया और अगली सुबह
काम छोड़कर चली गई।
मने उससे कहा क यह तथाक थत भूत एक वचार- प हो सकता है, जसके साथ
उस घर म कोई हादसा आ हो। कोई ऐसा , जसके मन म कसी को बताने क यह
गहन इ छा रही हो क मौत से पहले या आ था। यह गहन इ छा अ सर उस का
प ले लेती है, ले कन संदेश दे ते ही यह वचार- प छतर जाता है। मने उससे आ ह कया
क जस पल वह क़दम क आहट सुने, वह जाकर तथाक थत भूत से मले। वह उससे
संदेश माँगे और फर सुन,े जो क ठ क उसने यही कया। उसने एक शाम भूत को दे खा और
वह बोला, ‘मुझे अपना संदेश दो।’ भूत ने अपने भाई ारा उसक ह या क कहानी बताई -
इसके बाद तुरंत ही वह प ग़ायब हो गया।
वचार- प कसी का व नह है; यह तो भेजा गया श द या वचार- प
है और यह सैकड़ साल तक बना रहता है, जब तक क कोई संदेश ा त न कर ले।
भूत के मामले म, यह कसी को यह बताने का वचार और गहन इ छा थी क
उसक असमय मृ यु कैसे ई। वह श द ( वचार- प) तब तक मँडराता रहा, जब तक क
इस आदमी ने इसे चुनौती नह द और सुन नह लया। बाद म, उसने बताया क इस बात
क पु हो गई थी क उस घर म एक आदमी क ह या ई थी और अपराधी कभी पकड़ा
नह गया था।

उसने कहा: ‘वे लोग मेरे ख़लाफ़ काला जा कर रहे ह’


काला जा , तं -मं और शैतान क पूजा आ दकाल से सखाई और सीखी जाती रही है।
वा तव म जा -टोने का पूरा वचार घोर अ ान पर आधा रत है। इसका अथ बस सरे
के बारे म नकारा मक सोचना और उसके अ न क कामना करना है। कसी सरे
का बुरा सोचने का मतलब ख़ुद का बुरा सोचना है। आप जसक कामना सरे के लए करते
ह, दरअसल आप ख़ुद के लए भी उसक कामना कर रहे ह।
ऑ फ़स क जस लड़क ने मेरे सामने ‘काला जा ’ श दावली का इ तेमाल कया,
उसने मुझे बताया क ऑ फ़स क एक लड़क ने उसे गोपनीय तरीक़े से बताया था क कुछ
लड़ कयाँ उसके ख़लाफ़ ाथना करके वूडू का अ यास कर रही थ , ता क वह मर जाए।
इससे वह डर गई। मने उसे समझाया क उनक ाथनाएँ नरथक और थ थ और उसे तो
बस यह दावा करना था :

म ई र के जीवन के साथ जीवंत ँ। ई र जीवन है और यह अब मेरा जीवन है। ई र


का ेम मेरी आ मा को भरता है। उसका ेम मुझे घेरे रखता है और म एक जा ई
जीवन जीती ँ। ई र का जा मुझे सारे समय घेरे रहता है।

मने उसे बताया क उसे यह ाथना याद कर लेनी चा हए और इन स य को बार-बार


दोहराना चा हए, य क इन स य के साथ मन के बारंबार संपक से डर बाहर नकल
जाएगा। जब भी वह वूडू या काले जा के अपनी ओर आने के बारे म सोचे, तो उसे बस
इसक जगह पर यह वचार रखना था, ‘ई र मुझसे ेम करता है और मेरी र ा करता है।’
मने बताया क ई र या आ मा एक है और अ वभा य है। आ मा का एक ह सा आ मा के
सरे ह से का वरोधी नह हो सकता। सरे श द म, आ मा अपने ख़लाफ़ वभा जत नह
हो सकती। यह स य अं तम, पूण और शा त है। यह सरल सव ापी काले जा , तं -मं
तथा सारे समय के लए भावनापूण जा -टोने के को नकार दे ती है और मटा दे ती है।
उसने रोशनी दे खी और आ थापूवक मेरे नदश का अनुसरण कय, जसके बाद एक
अजीब चीज़ ई। तीन लड़ कयाँ, जनके बारे म यक़ न था क वे उसक जान लेने क
ाथना कर रही थ , ऑ फ़स आते समय एक घटना म मारी ग । जस बुराई क कामना वे
इस लड़क के लए कर रही थ , वह बेशक उ ह पर पलटकर चली गई, य क इसके पास
जाने के लए कोई सरी जगह नह थी। इस तरह उनक नकारा मक या भावनापूण सोच
उनक ओर एक बढ़े -चढ़े तरीक़े से लौट । इस तरह उ ह ने वा तव म ख़ुद को तबाह कर
लया।
संसार के कई ह स म ऐसे लोग ह, जो अपनी मान सक श य का इ तेमाल सर
को चोट प ँचाने के लए करते ह, ले कन जो भी ई र के साथ अपने सामंज य को समझता
है, वह उनक हरकत से भा वत नह हो सकता। जो लोग वूडू, टोने-टोटके या काले जा
का अ यास करते ह, उनके पास कोई श नह होती। वे सुझाव का इ तेमाल कर रहे ह,
जसम थोड़ी श तो होती है, ले कन असली श नह होती। असली श तो
सवश मान क है और यह एकता, सद्भाव, स दय, ेम व शां त के प म चलती है।
आप इसे चाहे जो नाम दे द - चाहे यह शैतान हो, काला जा हो, तं -मं हो या
भावनापूण टोना हो - ये सभी चीज़ बस नकारा मक सुझाव ह। सर के सुझाव को श
दे ने से इ कार कर। एकमा उप थ त और श को ही श द। 91व ोत को पढ़ और
इसम व ास कर; आप एक जा ई जीवन जएँग।े

उसने पेन या प सल के बना क़ागज़ पर जवाब लख दए


हाल ही म म मे सको सट म एक पुराने म के घर पर अ त थ था। वहाँ पर एक ब त
सुंदर म हला भी थी, जो वचा लत लेखन करती थी। उसने अपने हाथ म एक पेन उठाया
और अचानक उसका हाथ उसके अवचेतन मन ारा नयं त होने लगा। उसने कहा क
उसका हाथ एक दे हमु श के नयं ण म था, जसे पूव पे नश डॉ टर डॉ. लाटे ला माना
जाता था।
वह सभी उप थत लोग (कुल आठ) के लए अद्भुत संदेश लाई और सभी सहमत
थे क लखी ई हर बात सच थी। उसने आ यजनक सट कता से भावी घटना को
उजागर कया। ले कन उसके दशन का सबसे रोचक ह सा तब आया, जब उसने क़ागज़
और कलम फ़श पर फक दए, जसके बाद पेन अपने आप लखने लगा, हालाँ क कोई भी
उसे नह पकड़े था।
इन संदेश ने मेरे अतीत क घटना के बारे म बताया और बाक़ मौजूद लोग के
अतीत क घटनाएँ भी बता । एक संदेश ने कहा क पेन स वे नया से आए एक आदमी को
अगले दन एक कूटनी त पद मल जाएगा, जो सचमुच आ। कोई यह कह सकता है क
सभी मौजूद लोग क अवचेतन श ने कलम को पकड़ लया था या अगले आयाम क
कोई दे हमु आ मा पेन को चला रही थी। ले कन हम याद रखना चा हए क इस धरती पर
हाड़-मांस वाले लोग क तरह ही अगले आयाम के लोग म भी एक मन और एक शरीर
होता है, जो हमारे तीन आयामी शरीर से यादा सू म और पारदश होता है।
आ मक व प परक श य से उ प होते ह और वे शारी रक औज़ार के
बना भी काम कर सकते ह। अगले आयाम के लोग म एक परक मन होता है और वे
मांस म भी होते ह। हालाँ क ऊतक, मांसपेशी, अ थ और र क बात नह क जा रही है,
ले कन हमारे पास अनंत काल तक शरीर होता है। आप कभी बना शरीर के रह ही नह
सकते।
सए स क म वै ा नक जाँच क गई है, जसम व तु को बना पश कए थामा
और हलाया गया है, टे बल और फ़न चर को इधर से उधर हटाया गया है और लंदन म एक
उदाहरण म तो मने बतन को धुलते दे खा, जब क आस-पास कोई हाथ नह था। ईएसपी
हलक म इसे टे लीकाइने टक ऊजा कहा जाता है, सामा य शारी रक संपक और यास के
बना व तु को हलाने क यो यता।

शराब क बोतल कसने खोली?


कुछ साल पहले जब म लंदन म डॉ. ईव लन लीट से मलने गया, तो उ ह ने मेरा प रचय
एक अती य म हला से कराया, जो उस व त मौजूद थी। डॉ. लीट ने कहा क यह
अती य म हला कसी गलास या बोतल को छु ए बना शराब पेश कर सकती थी। हमारी
आँख के सामने, बना कसी के पश के, शराब क बोतल खुली और गलास पूरा भर गया।
गलास मेरे मुँह तक लाया गया, जस पर मने पु क क यह सचमुच असली गलास म
असली शराब थी।
जैसा डॉ. लीट ने प कया, अती य म हला के परक मन ने यह घटना
द शत क थी। प प से, वह यह काम डॉ. लीट क मौजूदगी म कई बार कर चुक
थी।
हमारे भीतर अ त श याँ ह, जनम से कई के हम सपने भी नह दे ख सकते। कोई
कह सकता है क अती य घटना चौथे आयाम के जीव या अवचेतन मन ारा उ प होता
है। मु े क बात यह है क सारी घटनाएँ मान सक श से उ प होती ह, चाहे इस आयाम
म हो या अगले म।
आपका अवचेतन मन शरीर के बना दे ख सकता है, सुन सकता है, महसूस कर
सकता है, सूँघ सकता है, या ा कर सकता है, पश कर सकता है और वाद ले सकता है।
आप ख़ुद को हज़ार मील र े पत कर सकते ह, दे ख सकते ह क या हो रहा है और
ख़ुद को दखा भी सकते ह। चौथे आयाम क या सू म या ा आज मा यता पा चुक है। ऐसी
घटनाएँ मौजूद ह और संसार भर के हज़ार लोग इसका अनुभव कर चुके ह। इससे इ कार
करना सरासर अ ान है।

कई भ व यवा णयाँ सट क य होती ह


जब आप ज़मीन म कोई बीज बोते ह, तो पेड़ का पूरा तं पहले से ही उस बीज म होता है।
बीज म पूरे पेड़ का वचार मौजूद होना ही चा हए, वरना व तुपरक प म यह कभी पेड़
नह बन पाएगा। बीज म म वलीन हो जाता है। परक बु म ा मज़बूत पेड़ बनाने
के लए आगे बढ़ जाती है।
जब कोई अती य आपके मन म संपक करता है, तो आपके वचार बीज
क तरह होते ह। आपका मन कालातीत और थानर हत है, आपके वचार और उनके
कट करण मन म एक ह। सरे श द म, आपका मन उस वचार को पूण के प म दे खता
है। वचार ही व तु है। एक अ छा अती य या मा यम आपके वचार के पूण
कट करण को दे ख लेता है - संसार के पद पर व तु के प म कट होने से पहले।
मा यम आपक परक वृ य , व ास , योजना और उ े य से संपक
करता है और उ ह पहले से पूण के प म दे खता है। आपक ही तरह उसका अवचेतन भी
केवल नगमना मक तक करता है। ज़ा हर है, आप चाह, तो अपने दमाग़ को बदलकर
उसक भ व यवा णय को बदल सकते ह, य क नज़ रया बदलने से हर चीज़ बदल जाती
है।

आप चेतन प से जाग क और जा त हो सकते ह


डॉ. फनीज़ पाकह ट व बी 19व सद के म य म मेन म रहते थे। उनम अपनी पहचान
को घनीभूत करने और हज़ार मील र लोग के सामने कट होने क श थी। वे चेतन
रहते थे और सर के दमाग़ को पढ़ने या री पर उनसे मलने जाने के लए कभी भी मू छा
म दा ख़ल नह होते थे। वे लोग को उनक बीमारी का कारण बताते थे और कई का उपचार
भी करते थे। वे सभी पारंप रक और झूठे व ास को बाहर नकालकर तथा अपने मन को
ई र के स य से भरकर अती यदश बन गए।
वे अपने सारे अद्भुत काम बलकुल सामा य चेतन अव था म करते थे। डॉ. व बी
जानते थे क मनु य अपने शरीर से वतं है और वह इसके सू म शरीर या ए ल शरीर के
साथ काम कर सकता है, जो वतमान शरीर का त प है। कसी रोगी के साथ बातचीत
करते व त वे अती य तरीक़े से सैकड़ मील र कसी सरे रोगी को ब तर से उठते और
पूरी तरह ठ क होकर नीचे क मं ज़ल पर जाते ए दे खते थे - वे यह सब आँख बंद कए
बना दे ख सकते थे।
आपके पास एक और शरीर है, जो वतमान शरीर से वतं होकर काम करता है।
आपका मन काम कर सकता है और पदाथ को हला सकता है। मु े क बात यह है क
अती य संसार होता है। चाहे यह आपके अवचेतन मन के कारण हो या अगले आयाम म
कसी प रजन के अवचेतन मन के कारण हो, असल बात यह याद रखना है क सारे लोग म
एक ही मन साझा होता है।

मरणीय ब …

1. आपका अवचेतन आपके शरीर का नमाता है। यह आपके शरीर के सारे अ याव यक
काय को नयं त करता है। यह मृ त और आदत का थान भी है। यह केवल
नगमना मक तरीक़े से तक करता है। अपने अवचेतन को उन आधारवा य से पोषण
द, जो सच ह और यह उसी अनु प त या करेगा। आपका अवचेतन आँख के
बना दे खता है और कान के बना सुनता है। आपके अवचेतन म ई रीय बु म ा
और अनंत ा है। सरे श द म, आपक परक गहराई के भीतर ई र के सभी
गुण और श याँ ह।
2. आपका चेतन मन ता कक, व ेषणा मक मन है। आप अनुगमा मक तरीक़े से,
नगमना मक तरीक़े से और सा य ारा चुनते ह, तौलते ह, जाँच करते ह और तक
करते ह। आपका चेतन मन आपके अवचेतन को नयं त करता है। आपका चेतन
मन जसे भी सच मानता और वीकार करता है, उसे आपका अवचेतन घ टत करा
दे गा।
3. वग य जेरे डाइन क म स, जो मेरी पुरानी म थ , एक न य, अती य,
हणशील अव था म प ँचकर वचा लत लेखन का अ यास करती थ , तभी
अचानक उनका नयं ण ‘ए टर’ ले लेता था। उनके हाथ को नयं त कया जाता था
और वे वदे शी भाषा म लखती थ , ज ह वे नह समझती थ । वे सट क जानकारी
तथा भ व यसूचक कथन बताती थ , जो बाद म सचमुच घ टत होते थे। वे एक अध-
मू छत अव था म प ँच जाती थ और उ ह ज़रा भी पता नह रहता था क वे या
लख रही ह। कई संग म मुझे यक़ न है क अगले आयाम के ी-पु ष उ ह लखा
रहे थे। यही नह , उनके पास उन भाषा का कोई ान नह था, जनम वे लखती
थ।
4. कई अती य लोग पूरी तरह सामा य, चेतन अव था म रहते ए आपके अवचेतन
मन का दोहन कर सकते ह।
5. एक न त मा यम मू छा क अव था म एक टे बल उठा सकती थी और ख़ुद को भी
ज़मीन से कमरे क छत तक उठा लेती थ । मने इसे कई बार होते दे खा। मू छा क
अव था म एक आइ रश मा यम एक ोफ़ेसर से बोली क उनक माँ उसके ज़ रये
उनसे बात करने वाली ह। माँ ने अपने बेटे से ीक म खुलकर लगभग पं ह मनट तक
बात क । ोफ़ेसर ने कहा क उ ह यक़ न था क यह उनक माँ ही थ । इस करण
म, कई मूत प कट ए, जनम से कई ने बातचीत क और ग़ायब होने से पहले
पाँच-छह मनट तक क़ायम रहे।
6. साइकोमी ट कसी क एक अँगूठ , प या कपड़ा लेकर सट कता से उस
, उसक आदत , वृ य , बीमा रय और उसके पते- ठकाने का भी वणन कर
सकता है। इसका कारण यह है क उस का व अँगूठ या कपड़े पर
अं कत होता है। अती य म हला आपके सबसे अंद नी वचार म भी दा ख़ल हो
सकती है।
7. कई लोग एक अंद नी आवाज़ सुनते ह, जो उ ह ख़तरे क चेतावनी दे ती है और उ ह
बताती है क अपनी र ा कैसे कर। कई बार ये चेताव नयाँ रात के सपन म आती ह।
एक जहाज़ के अफ़सर ने अपने यादा गहरे मन को यह नदश दे ने क आदत डाली
क आंत रक आवाज़ हमेशा सभी मायन म उसक र ा करेगी, उपचार करेगी और
भला करेगी। इस तरह से उसने झूठे आभास को हटा दया। फल व प यह हमेशा
उसके अ धक ऊँचे व क आवाज़ बनी रही।
8. कई बार सए स म जब मा यम मू छा म होता है, तो दे हर हत श य क आवाज़
हवा म भरी लगती ह। म तथा सरे मौजूद लोग ने इनम से कुछ आवाज़ से लंबी
बातचीत क है और हम बेहद बु म ापूण जवाब मले ह। मुझे यक़ न है क इनम से
कई आवाज़ मा यम के अवचेतन क थ , जब क सरी आवाज़ जीवन के सरे
आयाम से आई थ । आप कसी को स मो हत कर सकते ह - मू छा क
अव था म उसे सुझाव दे सकते ह क वह आपका भाई है, ले कन चूँ क वह आपके
भाई को नह जानता, इस लए वह आवाज़ या लहज़े म उसक नक़ल नह कर
सकता।
9. अगले आयाम म दे हांतर से तुरंत पहले या तुरंत बाद कसी यजन क छाया को
महसूस करना संभव है। यह यजन क आपसे संवाद करने क गहन इ छा पर
आधा रत है। आप जो दे खते ह, वह आपके प रजन के चौथे आयाम के शरीर और
व का ेपण है।
10. आवाज़ या पदचाप के प म छाया एक वचार- प हो सकता है, जसका मतलब है
क कोई ऐसा , जसके साथ उस घर म हादसा आ है, अपनी मौत क स चाई
बताने के लए लाला यत है। वचार- प तथाक थत ‘मृत ’ के व का
आकार ले लेते ह। जब आप संदेश को सुनते ह और वचार- प से बात करते ह, तो
यह ओझल हो जाता है - य क इसका मक़सद पूरा हो जाता है
11. काला जा , तं -मं और भावनापूण टोना सभी एक ही ेणी म आते ह:
नकारा मक, वनाशकारी सोच और मन के नयम का पयोग। यह नकारा मक
सोच भारी अ ान पर आधा रत होती है। सुझाव श तो है, ले कन सबसे बड़ी श
नह है। सबसे बड़ी श सव च ा या आपके भीतर क जीवंत आ मा है, जो एक
और अ वभा य है। यह सद्भाव, स दय और ेम के प म चलती है। आप सर के
सारे नकारा मक सुझाव और वचार को अ वीकार कर सकते ह। सर के सुझाव
म कोई श नह होती, जब तक क आप उ ह श न द। य द कोई आपसे कहता
है, ‘आप असफल होने जा रहे ह,’ तो आप जानते ह क आप सफल होने, जीतने के
लए पैदा ए ह। भीतर का ई र असफल नह हो सकता, इस लए सामने वाले का
नकारा मक सुझाव सफलता और वजय म आपके व ास को बलवान करता है।
एक लड़क को बताया गया क सरे उसे मारने के लए जा -टोना कर रहे ह। उसने
अनंत के साथ एक होने का दावा कया। वह जान गई क ई र का ेम उसे चार ओर
से घेरे ए था और उसने यह बात अपने दलो दमाग़ म भर ली। उसने सर को कोई
श नह द , ब क अपना यान उस एकमा श क ओर मोड़ा, जो ेम के प
म होती है। सरी लड़ कयाँ, जो उसके बुरे और मौत क कामना कर रही थ , एक
कार घटना म मारी ग । सरे श द म, उ ह ने अपनी जान ख़ुद ली। यह सु न त
कर क आप केवल उसी क कामना कर, जो यारा है और सर के लए हतकर है।
जो आप सरे के लए सोचते और चाहते ह, उसे आप अपने मन, शरीर और अनुभव
म उ प कर लेते ह।
12. यादातर वचा लत लेखक अध-मू छा म जाकर गूढ़ कृ त के अद्भुत संदेश हण
करते ह और सबसे ज टल सम या के जवाब उजागर करते ह। वचा लत लेखक
अपने हाथ म एक कलम पकड़ती है। अचानक उसका अवचेतन कमान सँभाल लेता
है और उसके चेतन ान के बना लखने लगता है। एक और रोचक ब यह है क
आप कसी पेन या प सल को क़ागज़ या लेट पर लखते दे ख सकते ह, जब क
कसी का हाथ उसके आस-पास न हो। मने यह कई बार होते दे खा है। वचा लत
लेखक दावा करती है क संदेश दे हमु श य से आते ह, मौजूद लोग के प रजन
या म से आते ह, जो अब अगले आयाम म रह रहे ह। कई मामल म म इसे सच
मानता ँ। आपको यह याद रखना चा हए क आप कभी भी बना शरीर के नह
रहगे। जब आप दे हमु आ मा या दे हमु श य के बारे म पढ़ते ह, तो बस यह
अहसास कर ल क इसका मतलब यह है क वे एक तीन-आयामी शरीर म काम नह
कर रहे ह, ब क कसी चौथे-आयामी दे ह म काम कर रहे ह। आपके पास अनंत
काल तक शरीर रहगे। ऐसा कोई कारण नह है क आप अगले आयाम म प ँच चुके
अपने प रजन का संदेश नह सुन सकते। वे अ सर प रजन से सपन म संवाद करते
ह।
13. कसी ब त अ छे अती य या मा यम के लए यह संभव है क वह गलास
या बोतल को छु ए बना बोतल खोल दे और शराब गलास म डालकर पेश करा दे ।
यह आपके अवचेतन मन क श य म से एक है। वा तव म, आपके शरीर म कोई
श नह है। इसम अपनी कोई बु नह है, कोई इ छाश और कोई पहलश
नह है - जड़ता इसका ल ण है। श तो आपक आ मा और मन म होती है।
14. जब कोई संवेदनशील या अ छ अती य म हला आपसे संपक करती है, तो वह
आपके मन को पढ़ती है। आपके वचार और उनके कट करण मन म एक ह, जैसे
क पेड़ बीज म पहले से ही होता है। आपका मन कालातीत और थानर हत है।
आपका अवचेतन केवल नगमना मक तरीक़े से ही तक करता है। आपके वचार
व तुएँ ह। जब तक क आप अपना मन न बदल, कसी अती य क
भ व यवा णयाँ यादातर मामल म ब त सट क होनी चा हए, जो उसक मान सक
कुशलता, बु म ा और अंतब ध पर नभर करता है।
15. 1847 म डॉ. फ़नीज़ पाकह ट व बी अपनी पहचान को घनीभूत करके सैकड़
मील र के रो गय के सामने कट हो सकते थे और उनका इलाज कर सकते थे। वे
अपने सू म या चार-आयामी शरीर को े पत कर सकते थे, जो आपके वतमान
शरीर का त प है। वे लोग के मन को पढ़ सकते थे, उ ह उनके रोग का कारण
बता सकते थे और उनका उपचार कर सकते थे। वे अती य भी थे। वे कभी भी
मू छा म नह गए, ब क हमेशा चेतन बने रहे। रो गय से बात करते समय अपनी
आँख खुली रखते ए वे वणन कर सकते थे क कई मील र का एक सरा रोगी
उतरकर नीचे क मं ज़ल वाली डनर टे बल पर आ रहा था और वह बीमारी से पूरी
तरह से ठ क हो गया था।
समापन
अपने भीतर क ई रीय उप थ त और श के संपक म आएँ और दावा कर, महसूस कर
और जान ल क आप ऊपर से े रत ह, क सवश मान क आ मा आपके मन म वा हत
होती है और ई र आपके ज़ रये सोचता है, बोलता है, काय करता है और लखता है। दावा
कर क आपके श द चाँद क त वीर म सोने के सेवफल ह और वे आ मा के लए मधुर
तथा अ थय के लए वा यवधक ह। यह अहसास कर क ई र आपसे ेम करता है और
आपक र ा करता है! जान ल क उसक शां त क नद आपके दलो दमाग़ को सराबोर
कर दे ती है। महसूस कर क आप प व सव व मानता म डू बे ह और द काश क
चकाच ध म नहा रहे ह। यक़ न कर क अब आप उसे पश करते ह, जो हमेशा है और उस
पल का अनुभव करते ह, जो हमेशा क़ायम रहता है।

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