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(5)
Q. No. EXPLANATION Marks
4. Shrink 1
5. We borrow from rest of the world or we sell our assets to rest of the world. 1
7. Increase 1
8. Deflation 1
10. (d) Decrease in income, output, employment and general price level. 1
11. As sale of private vehicles is increasing that showed rise in the production 3
of these specified vehicles. This increase in the stock of goods led to
increase in GDP but on the other hand it enhances the pollution in the
environment which further resulted into fall in the welfare of the people.
Or
[Hint-As increase in the goods and services are must for attaining social
welfare along with the increase in the stock of necessities required by the
people.]
13. The report highlighting low growth rate of 4.7%, consumption and 4
investment languishing, these all features showed the situation of Deficient
Demand or Deflation in the economy.
Then measures that may be taken by RBI to improve this situation are-
Quantitative Instruments-
Qualitative Instruments-
(ii) Taxes
= 4000+100+150 = 4250
Or
17. (a) (i) It is capital expenditure because it create an assets for the 3+3
government.
(b) Yes, it is true that demonetisation would help the government to lower
its fiscal deficit. Due to demonetisation black money economy will shrink.
20. Both Assertion (A) and Reason (R) are true and Reason (R) is the correct 1
explanation of Assertion (A).
Option A (Both A and R are True and R is the correct explanation of (A)
28. The traditional practices that can be helpful in achieving the objective of 3
sustainable development are-
(iii) Convert sunlight into solar energy and social energy into electricity.
OR
High population growth rate will increase the dependency ratio and this
will enlarge the poverty if the rise in population growth is greater than the
rise in per capita availability of output.
29. Enhancement of non-farm activities will decrease the burden on the land 3
along with the decrease in disguised unemployment. The surplus labour
will also shipped to the non-farm activities. All these will lead to
generation of more income sources in the rural sector.
30. Yes, gains of green revolution are significant but not sufficient. Below 4
stated limitations will show that-
Or
Shifting from inward looking trade strategy to outward looking trade
strategy will initiate the domestic as well as the foreign investors to invest
along with enlargement of the market. All this will result into increase in
exports.
31. The LPG policies will definitely show favorable impact on the Indian 4
economy as follows-
33. (a) Pradhanmantri Ujjwala Yojana will enhance the health of the people. 6
[Explanation]
(b) I agree with the statement. Passion and skill development are important
for the development of a nation because-
[Explanation]
(b) Human capital formation will increase the availability of educated and
skilled people which raises the productivity of physical capital. This will
result into increase in the generation of income which further enhances
quality of life.
(c) Yes, India should focus more on renewable sources of energy as this
generates following benefits-
(Explanation)
(iii) Yes, casualization of workers has make the situation more vulnerable.
(Explanation)
अंक योजना (1) (2020-21)
कक्षा XII विषय: अर्थशास्त्र (030)
प्रश्न अपेक्षित उत्तर अंक
संख्या
1. (द) अनिवासी भारतीयों द्वारा प्रेषित धि 1
2. (द) न्यास मुद्रा 1
3. (द) वित्त मंत्रालय 1
4. संकुचन 1
5. शेष विश्ि से उधार और शेष विश्ि को पररसंपवत्तयों की बिक्री । 1
6. घरे लू अर्थव्यिस्र्ा में विदे शी ननिेशकों के पास आर्र्थक शक्ति का केंद्रीयकरण । 1
7. िद्
ृ र्ध 1
8. अिस्फीनि 1
9. मुद्रा पूनिथ में िद्
ृ र्ध 1
10. (द) आय, उत्पादन, रोजगार और सामान्य कीमि स्िर में कमी। 1
11. ददन- प्रनिददन ननजी िाहनों की बिक्री से, इन ननददथ ष्ट िाहनों के उत्पादन में िद्
ृ र्ध हुई है । 3
स्टॉक में होने िाली िद्
ृ र्ध जीडीपी (GDP) में िद्
ृ र्ध को दशाथिी है । परं िु दस ू री ओर यह
पयाथिरण प्रदष
ू ण को िढािा है । पयाथिरण प्रदष
ू ण में होने िाली िद्
ृ र्ध लोगों के कल्याण में
र्गरािट का कारण है l
अर्िा
खंडन : सामाक्जक कल्याण दोनों ित्िों पर ननर्थर करिा है । व्याख्या :-
[संकेि- लोगों द्िारा अपेक्षिि आिश्यकिाओं के र्ंडार में िद्
ृ र्ध के सार्-सार् िस्िुओं और
सेिाओं की मात्रा में िद्
ृ र्ध द्िारा सामाक्जक कल्याण को अिश्य ही प्राप्ि ककया जाना चादहए।]
12. ‘आत्मननर्थर र्ारि अभर्यान’ िस्िुओं और सेिाओं के ननमाथण में र्ारिीय अर्थव्यिस्र्ा को 3
आत्मननर्थर िनाने िर्ा र्चककत्सा जैसी आिश्यक िस्िुओं के भलए अन्य दे शों पर ननर्थरिा को
कम करने की ददशा में एक श्रेष्ठ अभर्यान है l यदद ननर्थरिा कम हो जािी है िो आयािों में र्ी
कमी आएगीl आयाि में र्गरािट से विदे शी मुद्रा की मााँग में कमी आएगी, जो अंििः विदे शी
मुद्रा की दर में र्गरािट को दशाथिी है ।
13. उपरोति ररपोटथ 4.7% की धीमी विकास दर को उजागर करने के सार्-सार् उपर्ोग और 4
ननिेश में र्गरािट को दशाथिी है l यहां सर्ी विशेषिाएाँ अर्थव्यिस्र्ा में मााँग में कमी या
अपस्फीनि की क्स्र्नि को दशाथिी है l
इस क्स्र्नि को सध
ु ारने के भलए RBI द्िारा जो उपाय ककए जा सकिे हैं िे हैं :-
मात्रात्मक उपकरण-
(i) िैंक दर
(ii) खल
ु े िाजार की कक्रयाएं (प्रनिर्नू ियों का क्रय िर्ा विक्रय)
(iii) रे पो दर
(iv) ररिसथ रे पो दर
(v) नकद आरक्षिि अनप
ु ाि
(vi) िैधाननक िरलिा अनप
ु ाि
गुणात्मक उपकरण-
(vii) सीमांि आिश्यकिा
(viii) साख की राशननंग
(ix) नैनिक प्रर्ाि
[उपरोति में से ककन्हीं दो की व्याख्या]
14. जैसा कक, आर्र्थक मंदी अर्थव्यिस्र्ा में अिस्फीनिक की क्स्र्नि को दशाथिी है l इसभलए सरकार 4
द्िारा संचाभलि कायथक्रम जैसे स्टाटथ -अप इंडडया, मेक-इन इंडडया आदद के माध्यम से अर्थव्यिस्र्ा
में घरे लू और विदे शी ननिेशकों द्िारा ननिेश में िद्
ृ र्ध होगी, इससे िाजार में पाँूजी के प्रिाह में
िद्
ृ र्ध होगी l पररणामस्िरुप यह अपस्फीनि की क्स्र्नि को ठीक करने में सहायक होगा l
15. EF अंिराल स्फीनिक अंिराल या आर्धतय मााँग की क्स्र्नि को दशाथिा है l आर्धतय मााँग की 4
क्स्र्नि को सुधारने के भलए, सरकार द्िारा ककए गए उपाय ननम्नभलखखि हैं-
(i) सरकारी व्यय में कमी
(ii) करों में िद्
ृ र्ध
(iii) सािथजननक उधार/सािथजननक ऋण में िद्
ृ र्ध
(iv) RBI(केंद्रीय िैंक) से उधार न लेना
[उपरोति में से ककन्हीं दो की व्याख्या]
16. (i) NDPFC =कमथचाररयों की िनिपूनिथ+ प्रचालन अर्धशेष + 6
भमर्श्रि आय
4000 = 2400 + प्रचालन अर्धशेष + 400
4000-2800 = प्रचालन अर्धशेष
1200 करोड़ रु० = प्रचालन अर्धशेष
(ii) GDPMP = ननजी अंनिम उपर्ोग व्यय + सरकारी अंनिम उपर्ोग व्यय + सकल घरे लू
पाँज
ू ी ननमाथण (सकल घरे लू क्स्र्र पाँज
ू ी ननमाथण + स्टॉक में पररििथन) + शुद्ध ननयाथि
GDPMP =NDPFC + क्स्र्र पाँज
ू ी का उपर्ोग + शुद्ध अप्रत्यि कर
= 4000+100+150 = 4250
4250 = 2000+1000+ (1000+100) + शुद्ध ननयाथि
4250 = 3000+1100+ शुद्ध ननयाथि
4250 - 4100 = शुद्ध ननयाथि
शुद्ध ननयाथि = 150 करोड़ रु०
अर्िा
(i) हााँ, यह राष्रीय आय में शाभमल ककया जाएगा, तयोंकक यह
ननिेश व्यय का एक र्ाग है ।
(ii) नहीं, यह राष्रीय आय में शाभमल नहीं ककया जाएगा, तयोंकक
यह एक हस्िांिरण र्ुगिान है ।
(iii) हााँ, यह राष्रीय आय में शाभमल ककया जाएगा, तयोंकक यह
सरकार के अंनिम उपर्ोग व्यय का एक र्ाग है ।
17. (अ) (i) यह पूंजीगि व्यय है तयोंकक यह सरकार के भलए 3+3
पररसंपवत्तयों का ननमाथण करिा है ।
(ii) यह राजस्ि व्यय है क्जसके कारण पररसंपवत्तयों में कोई
िद्
ृ र्ध नहीं होिी, न ही दानयत्ि में कोई कमी होिी है ।
(iii) यह राजस्ि व्यय है क्जसके कारण पररसंपवत्तयों में कोई
िद्
ृ र्ध नहीं होिी, न ही दानयत्ि में कोई कमी होिी है ।
(ि) हााँ, यह सत्य है कक विमुद्रीकरण से सरकार को अपने वित्तीय घाटे को कम करने में मदद
भमलेगी। विमुद्रीकरण के कारण काले धन की अर्थव्यिस्र्ा भसकुड़ जाएगी। अकर्नीय उत्पादन
और अकर्नीय आय को अि क्रमशः जीडीपी और राष्रीय आय के एक दहस्से के रूप में जाना
जाएगा । करों के माध्यम से सरकार की राजस्ि प्राक्प्ि में िद्
ृ र्ध होगी। िदनुसार, सरकार की
कर प्राक्प्ियों में िद्
ृ र्ध से राजकोषीय घाटा कम होगा।
18. (ि) 1991 1
19. (ि) विननिेश 1
20. अभभकथि(A) और कारण (R) दोिों सत्य हैं और कारण (R), अभभकथि(A) का सही षववरण 1
है ।
21. (i) – ि, (ii) – द, (iii) – स, (iv) – अ 1
अर्िा
षवकल्प(अ) (अभर्कर्न(A) और कारण (R) दोनों सत्य हैं और कारण (R), अभर्कर्न(A) का
सही वििरण है ।
22. (द)राज्यिाद 1
23. (स)पाककस्िान 1
24. कृवष िेत्र-संरचनात्मक समस्याएाँ - आय की असमानिाएाँ, ननम्न मजदरू ी, अनौपचाररक श्रभमक 1
25. उर्चि कारणों के सार्, कर्न का समर्थन 1
26. अनौपचाररक संगठन 1
27. लघ,ु कुटीर एिं मध्यम उपक्रम 1
28. धारणीय षवकास के उद्दे श्यों को प्राप्त करिे में पारं पररक काययप्रणाली की उपयोगिता ननम्न 3
प्रकार से सहायक हो सकती है ।
(i) आगि -कुशल प्रौद्योर्गकी
(ii) पयाथिरण-मैत्री ऊजाथ के स्रोिों का प्रयोग
(iii) सूयथ के प्रकाश को सौर-ऊजाथ और सौर-ऊजाथ को विद्युि में
पररिनिथि करकें
(iv) जैविक खेिी
(v) अपभशष्ट का प्रिंधन [ककन्हीं दो की व्याख्या]
अर्िा
उच्च जनसंख्या िद्
ृ र्ध दर से ननर्थरिा अनप
ु ाि िढे गा और इससे ननधथनिा में र्ी िद्
ृ र्ध होगी।
यदद जनसंख्या िद्
ृ र्ध, उत्पादन की प्रनि-व्यक्ति उपलब्धिा में िद्
ृ र्ध से अर्धक होगी।
29. गैर-कृवष गनिविर्धयों में िद्
ृ र्ध ककए जाने से र्ूभम पर दिाि को कम करने के करने के सार्- 3
सार् प्रच्छन्न िेरोजगारी में र्ी कमी
आएगी l अनिररति श्रम को गैर -कृवष गनिविर्धयों में लगाया जा सकेगा l इससे ग्रामीण िेत्रों
में आय के अनिररति स्रोिों में िद्
ृ र्ध होगी l
30. हााँ, हररत क्ांनत के लाभ महत्वपूणय हैं लेककि पयायप्त िहीं हैं l ननम्नभलखखि सीमाएाँ स्पष्ट 4
करिी हैं:-
(i) सीभमि फसलें
(ii) लार्ों का असमान वििरण
(iii) छोटे और सीमांि ककसानों की अर्धक संख्या
(iv) आर्र्थक विर्ाजन
[उपरोति सर्ी बिंदओ
ु ं की व्याख्या]
अर्िा
भारत के नियायत पर अंतमख
मय ी रणिीनत से बाह्यमख
म ी रणिीनत की ओर खखसकाव से घरे लू और
विदे शी ननिेशकों द्िारा ननिेश में िद्
ृ र्ध के सार् िाजार का विस्िार होगा l पररणामस्िरूप
ननयाथिों में िद्
ृ र्ध होगी।
31. एलपीजी िीनतयों िे भारतीय अथयव्यवस्था पर कमछ अिमकूल प्रभाव ददखाया है जो इस प्रकार से 4
हैं:-
(i) औद्योर्गक उत्पादकिा में िद्
ृ र्ध
(ii)राजकोषीय घाटे में कमी
(iii) विदे शी मुद्रा र्ंडार में िद्
ृ र्ध
(iv) ननजी विदे शी ननिेश में िद्
ृ र्ध
(v) एकार्धकार से प्रनिस्पधाथत्मक िाजार की ओर पररििथन
(vi) मुद्रास्फीनि पर ननयंत्रण आदद
(ककन्हीं 4 बिंदओ
ु ं की व्याख्या)
32. र्ारि, पाककस्िान और चीन की उपलक्ब्धयों की व्याख्या। [स्पष्टीकरण] 4
33. (अ) प्रधािमंत्री उज्जज्जवला योजिा" को प्रारम्भ करिे से लोिों के 6
स्िास््य में िद्
ृ र्ध होगी।[व्याख्या]
(ि) मैं इस कर्न से सहमि हूाँ, कक राष्ट्रीय कौशल-षवकास काययक्म के साथ-साथ िई भशिा-
िीनत का अिप्र
म योि ,भारत में मािव पाँूजी में सध
म ार करे िा तयोंकक :-
(i)भशक्षिि व्यक्ति अर्धक आय अक्जथि करिा है ।
(ii)यह िेहिर सामाक्जक प्रनिष्ठा और गौरि प्रदान करिा है ।
(iii)जीिन में िेहिर विकल्प चन
ु ने में सिम िनािा है ।
(iv)समाज में होने िाले पररििथनों को समझने के भलए ज्ञान
प्रदान करिा है ।
अर्िा
(अ) हााँ, आधारभत
ू सषम वधाएाँ सकारात्मक रूप से आगथयक षवकास से संबंगधत हैं-
(i) उत्पादकिा में िद्
ृ र्ध
(ii) प्रेररि ननिेश
(iii) िाजार के आकार का विस्िार
(iv) उत्पादन में सहलग्निा उत्पन्न करना
[व्याख्या]
(ि) मानि पाँज
ू ी ननमाथण से भशक्षिि और कुशल लोगों की उपलब्धिा िढे गी जो र्ौनिक पाँज
ू ी
की उत्पादकिा को िढािी है । पररणामस्िरूप आय में िद्
ृ र्ध से जीिन की गुणित्ता में
िद्
ृ र्ध होगी।
(स) हााँ, र्ारि को ऊजाथ के निीकरणीय स्रोिों पर अर्धक ध्यान केंदद्रि करना चादहए तयोंकक
इससे ननम्नभलखखि लार् हैं-
(i) पयाथिरण के भलए दहिकारी
(ii) सस्िा(सुलर्) इत्यादद ।
[व्याख्या]
34. (i) औद्योर्गक िेत्रकों के आधार पर श्रमिल का वििरण यह ददखािा है कक श्रमिल कृवष कायों 6
से हटकर गैर- कृवष कायों की ओर िड़े पैमाने पर िढ रहा है l जहां 1972-73 में प्रार्भमक
िेत्रक में 74% श्रमिल लगा र्ा, िही 2011-12 में यह अनप
ु ाि घटकर 50% रह गया हैl
द्वििीयक और सेिा िेत्रक र्ारि के श्रमिल के भलए आशािादी र्विष्य का संकेि दे रहे हैं l इन
िेत्रकों की दहस्सेदारी क्रमशः 11 से िढकर 24 और 15 से िढकर 27% हो गई है l विभर्न्न
क्स्र्नियों में श्रमिल के वििरण को दे खें िो वपछले चार दशकों में लोग स्िरोजगार और ननयभमि
िेिन रोजगार से हटकर अननयि श्रम की ओर िढ रहे हैं l कफर र्ी स्िरोजगार, रोजगार का
सिसे िड़ा स्त्रोि िना हुआ है l
(ii) स्िरोजगार िर्ा ननयभमि िेिन से अननयि श्रम-रोजगार की ओर जाने की प्रकक्रया को
‘श्रमिल के अननयिीकरण’ का नाम ददया जािा हैं l
(iii) हााँ, श्रम िल के अननयनिकरण से श्रभमकों की दशा िहुि नाजुक हो जािी है l [व्याख्या]