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ख़ुद को इतना भी मत बचाया कर

बारिशें हों तो भीग जाया कर

काम ले कु छ हसीन होठों से


बातों बातों में मुस्कु राया कर

Shakeel Azmi

मैं भी तुम जैसा हूँ अपने से जुदा मत समझो


आदमी ही मुझे रहने दो ख़ुदा मत समझो

ये जो मैं होश में रहता नहीं तुमसे मिल कर


ये मिरा इश्क़ है तुम इसको नशा मत समझो
Shakeel Azmi

मेरी फांसी मुकर्रर होने पर वह मुस्कु राई बहुत, ना जाने कौन सा वहम उसके सर चढ़ गया है,

तेरे जाने के बाद जीने की तमन्ना तो यूं भी ना थी, अरे वो शख़्स तो मेरे हक़ में फै सला कर गया है।
Kanha Kamboj

गिरा‌ ले अपनी नजरों से कितना ही

झुकने पर मजबूर तुझे भी कर दूंगा,

एक बार बदनाम करके तो देख मुझे महफिल में,

कसम से शहर में मशहूर मैं तुझे भी कर दूंगा।


Kanha Kamboj

तेरी हर हक़ीक़त से रूबरू हो गया हूं मैं,

ये पर्दा किस बात का कर रही है?

मेरी आंखों से आंसू नहीं रुक रहे,

एक तू है कि हंस के बात कर रही है,

लहजे में माफ़ी और आंखों में शर्म तक नहीं,

यह एक्टिंग का कोर्स तू लाज़वाब कर रही है।


Kanha Kamboj

gira le muje apni nazron se kitna bhi,


jhukne par majboor to tuje bhi kar dunga
or ek baar badnaam karke to dekh muje mehfil me,
kasam se shahar me mashahoor mai tuje bhi kar dunga
-Kanha Kamboj

Me uski aanhkon me kho jata hu


vo meri aankhon me kho jati hai
Bas usko yaad karke likhta hu
galti se shayari ho jati hai
-Akshay

वो जलती धूप में भी मुस्कु राए


कभी रोती बहुत बरसात में है
समझती ही नहीं बातों को मेरी
अजब पागल सी लड़की साथ में है !

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